भारतीय मंदिरों की मूर्तिकला का परिचय

Sep 8, 2024

भारतीय मंदिरों की मूर्तिकला

परिचय

  • भारतीय मंदिरों की मूर्तिकला के विभिन्न प्रकारों पर चर्चा।
  • मुख्य फोकस: 5 प्रमुख मूर्तियों पर।
      1. डिसेंट ऑफ गंगा
      1. त्रिमूर्ति
      1. लक्ष्मी नारायण
      1. सिंबल प्लेयर
      1. मदर एंड चाइल्ड

मूर्तिकला के प्रकार

  • भारत में मंदिरों की मूर्तिकला के 5 महत्वपूर्ण प्रकारों पर ध्यान दें।
  • यह जानना आवश्यक है कि मूर्तियाँ कठिन नहीं हैं, बल्कि उनके प्रकारों को समझना महत्त्वपूर्ण है।

स्कल्प्चर के प्रकार

  • हॉलो कास्टिंग और सॉलिड कास्टिंग: ये दो महत्वपूर्ण तकनीकें हैं।

यूनिट्स और मुख्य विषय

  • Indus Valley Civilization और नटराज: महत्वपूर्ण विषय।
  • आर्किटेक्चर के प्रकार:
    • नागारा
    • द्राविदा

नागारा और द्राविदा शैली

  • नागारा शैली:

    • मुख्य रूप से उत्तर भारत में।
    • एक ही प्लैटफॉर्म पर निर्मित।
    • गर्ब गृह और अन्य संरचनाएँ शामिल।
  • द्राविदा शैली:

    • मुख्य रूप से दक्षिण भारत में।
    • कम्पाउंड एंट्रेंस और वास्तु संरचना।

प्रमुख मंदिर और उनके स्थान

  • नागारा शैली के मंदिर:

    • काशी, मध्य प्रदेश, आदि।
  • द्राविदा शैली के मंदिर:

    • कांचीपुरम, तंजोर, मदुराई।

मूर्तियों की विशेषताएँ

  • डिसेंट ऑफ गंगा:

    • 7-8 सदी के दौरान निर्मित।
    • महाबलीपुरम में संग्रहित।
    • नागराज और उनकी पत्नी का चित्रण।
  • त्रिमूर्ति:

    • केव ऑफ एलिफेंटा में स्थित।
    • शिव, विष्णु और ब्रह्मा का चित्रण।
  • लक्ष्मी नारायण:

    • वैखुंट में स्थित।
    • दिव्य प्रेम का चित्रण।
  • सिंबल प्लेयर:

    • महिला संगीतकार का चित्रण।
  • मदर एंड चाइल्ड:

    • मातृत्व का प्रतीक।

निष्कर्ष

  • भारतीय मंदिरों की मूर्तिकला संस्कृति और धार्मिक आस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
  • हर मूर्ति की अपनी कहानी और प्रतीकात्मकता है।
  • अगली कक्षा में नटराज और अन्य विषयों का अध्ययन होगा।

यह नोट्स आपके अध्ययन के लिए सहायक हो सकते हैं।