आपके जीवन में पैसे और ज्ञान की नदी बहने लगे जहां ये कभी खतम ही ना हो तरस्वती और लक्ष्मी को अपने पास लाने के तरीके हैं मैं आपको आज सिदा तरीका बताता हूँ सिवो हम, सिवो हम सोचो, अगर आपके जीवन में पैसे और ज्ञान की नदी बहने लगे पस बहता जाता है, बहता जाता है सुचो अगर मैं आज आपको कोई ऐसा तंत्र जीता, तंत्र से ये मत समझना जो इंटेनेट पे चलता है कि अंदेरे में बैठ के दिया जलाओ, मंत्र बोलो, जाडू तो ना तोट के, नहीं, जीता जाकता तंत्र से मेरा मतलब है कि आपके जीवन में अभी जो कुछ भी है, तंत्र घट रहा है, बस आपको इसे समझना है, अगर समझ गए आप, तो लक्ष्मी और सरस्वते की नदी बहना सुरू हो जाएगी, बस मैं आज आपको ये समझाने वाला हूँ, कुछ करना नहीं है आपको, हो ही रहा है, बस इसको समझना है आपको, आप ये मत एक्सपेक्� सरस्वती और लक्ष्मी को अपने पास लाने के तरीके हैं, दिरे काम करेगा, लेकिन काम जरूर करेगा, तो अगर आप यहां कुछ भी कर रहे हैं, तो आप आराम से बैठ जाएगे, अभी आगे मैं जो बाते करने वाला हूँ, आप सुनिए, आराम से सुनिए, क्योंक तो आपके लिए काम करने लगेगा, इससे बढ़िया बात कहां हो सकती है, बस समझ ना है आपको, समझ गए तो ये तंत्रा आपके लिए काम करने लगेगा, यहां आपने कोई efforts नहीं करने आपको, देखो, मैं ये तंत्रा खोलूं उससे पहले पैसा क्या है, पैसा एक बहती जब किसी के पास जाता है, एक अलग intention से जाता है, फिर आगे बहता है, किसी के पास जाता है, अलग intention से जाता है, फिर आगे बहता है, बहता रहता है, वो रुकता नहीं है, और ज्ञान भी, आपके पास कोई ज्ञान आया, वो रुकेगा नहीं, वो आपके पास से किसी और के इसको अपने जीवन में लाना है, यानि लक्षमी और सरस्वती को अपने जीवन में लाना है, ये दोनों बहर हैं, ये कभी थमते नहीं है, ये बहती उर्जा को अगर अपने जीवन में लेकर आना है, इस नदी को अपने जीवन में लेकर आना है, तो आपको बहना होगा, न� तामसिक, राजसिक, सात्विक ये तीन गुणों के बारे में तो आप जानते हैं न, महाकाली को तामसिक गुण के साथ जोड़ा गया है, तामसिक गुण के तीन दिन, राजसिक गुण, लक्षमी जी के तीन दिन, और नवरात्री के आखरी तीन दिन सरस्वती के यानि सात्व लेकिन पहले आपको ये समझना होगा कि तमस, रजस और सत्व, तामसिक, राजसिक, सात्विक है क्या? I know, आप मेंज़े काफ़ी सारे लोगों के दिमाग में आ रहा होगा कि अरे ये तो अमें पता है क्या होता है, लेकिन मानो मेरी बात, नहीं जानते हैं काफ़ी सारे लोग जमजाने की कोशिश करने वाला हूँ, माफ करना अगर गलती हो जाए बोलते क्योंकि ये सब कुछ रॉ है, मैं अपने दिमाग से जो अनुभव है वो आपके सामने रख रहा हूँ, तो सोचूंगा, ब्रेक लूँगा, सुनते जाना बस आराम से, ये ही मेरी आपसे ब आपको नहीं पता क्या चल रही है, आपके दिमाग में 15-20 और thoughts आ रहे हैं, channel चलती जा रहे है, TV चलता जा रहा है, side में remote पड़ा है, आपको पता है कि side में remote पड़ा है, remote से आप channel को change करेंगे, तो आप जो भी देखना चाहते हैं, मन पसंद, वो देख पाएंगे, लेकिन आ� यानि कुछ होने की संभावना है लेकिन वो हुई नहीं है अभी, इसे तमस कहते हैं, आलास तमस है, क्योंकि अगर कुछ करोगे तो वो आलास चली जाएगी, होने की संभावना है, लेकिन आप पड़े हुए हो, ये तमस है, रजस क्या होता है, आपने उठके रिमोट लिया, तो अब ये तमस से रजस state आ गया, यानि action होना, जो संभावना थी पहले, वो अब परिवर्तन हो गया action के अंदर, क्रिया के अंदर, ये है रजस, इसके और aspects हो सकते हैं, लेकिन दिरे देखेंगे, अब ही थोड़ा base में देख लेते हैं, कि law एकदम बिल्कुल layman language में म जहां आपका concentration लगा हुआ है, दिमाग बिल्कुल स्थीर है, कोई और विचार नहीं, आप उससे कुछ सीख रहे हो, आप चैनल को देख रहे हो, और आप बिल्कुल peace में हो, इसे कहते हैं सत्व, सात्विक गुण, आपके जीवन में ये तीन गुण मैंने आपको easily समझा दिये यानि तमस को तीन दिन क्यों दिये गए रजस गुण को तीन दिन क्यों दिये गए और सत्व गुण को तीन दिन क्यों दिये गए ये तो तीन गुण है तामसिक, राजसिक, सात्विक तीन दिन में नवरात्री खतम हो जानी चाहिए लेकिन तमस को तीन अलग दिन दिये गए क्यों कि तमस, रजस और सत्व के भी तीन अलग भाग है तमस के तीन अलग भाग है तामसिक तमस, राजसिक तमस, सात्विक तमस सुचो कितनी गहराई में गुण काम करते हैं, तीन अलग-अलग गुण, और ये तीनों अलग-अलग गुण एक ही गुण के अंदर भी काम कर रहे हैं, तमस के भी ये तीन है, तामसिक तमस, राजसिक तमस, सात्विक तमस, रजस गुण जो है, उसके भी तीन है, तामसिक र� पहले हम तमस की बात करते हैं, तमस के तीन जो हैस में सबसे पहला है तामसिक तमस, तामसिक तमस यानि क्या, टीवी वाला एग्जांपल ही लेते हैं, आपके सामने चैनल चल रही है, रिमोट भी पड़ा हुआ है साइड में, चैनल में जो भी आ रहा है आपको कोई लेना दे इसे कहते है तामसिक तमस, यानि संभावना भी नहीं है कुछ होने की, पता ही नहीं है रीमोट पड़ा है बाज़ो में, टीवी चल रहा है वो भी नहीं पता, इसे कहते है तामसिक तमस, बिल्कुल डिप्रेशन वाला जो स्टेज होता है न, यह होता है तामसिक तमस, दूसर आपको पता है कि आप ऐसा कर सकते हो, लेकिन आप आलसी की तरफ पड़े हो गये हो, यह है राजसिक तमस, यानि अगर थोड़ा सा एफ़र्ट लगाओगे, तो यह घुण बदल जाएगा, आप रिमोट ले लोगे, और रजस घुण बन जाएगा, तो यह है राजसिक तमस, लेकिन आप सोय इसलिए हो क्योंकि आपके सरीर को ज़रूरत है, तो ये तमस अच्छा है, यानि तमस सारा खराब नहीं होता, ये तमस अच्छा है, सात्विक तमस है, तो ये मैंने आपको समझा दिये, तमस के तीन अलग-अलग गुण, अब बात करते हैं रजस गुण के, र इन सब के अंदर उर्जा बहुत भरी हुई है, बहुत उर्जा भरी हुई है, लेकिन नेगेटिव डिजायर के साथ भरी हुई है, करब जो पॉलिटिशियन्स होते हैं, इनके पावर है, फेम है, बहुत सारा रजो गुण है, लेकिन नेगेटिव डिजायर हैं, लोगों का न बहुत power था उसके पास, अगर वो सही होता, अगर उसको ये video दिखाई होती उस समय पे, ये अगर कोई बोलता उसको समझाता, तो उसके पास इतनी उर्जा थी, इतनी action करने की energy थी, इतना fame था, कि वो पूरी दुनिया का नकसा अच्छे तरीके से बदल सकता था, लेकिन उसक यह है तामसीक रजस, बेकार, है न, यहाँ कोई direction ही नहीं है, पता ही नहीं है, सब negative है, negative desire के साथ direction है, मतलब negative के लिए सब कुछ कर रहे हैं, दूसरा होता है राजसीक रजस, राजसीक रजस यानि, मान लो, selfish थोड़ा होता है, मान लो कोई athlete है, ठीक है, या फिर कोई wrestler है, को� कर रहा है लेकिन at the end अपने लिए कर रहा है यह है राजसिक रजस या जो राजा होता है राजा जो है वो अपनी प्रजा के लिए सब कुछ कर रहा है क्यों क्योंकि उसको राजा बने रहना है यह है राजसिक रजस जहां किसी का लेकिन खुद के लिए कुछ लोग जो दान देते हैं इस प्रकार से, इसे कहते हैं राजसिक रजस, तीसरा है सात्विक रजस, सात्विक रजस यानि जो डॉक्टर्स होते हैं, काफी सारे ऐसे लोग होते हैं, जो कुछ ऐसा करते हैं जहां खुद का कुछ नहीं है, बस लोगों के लिए से� क्या करना है और जैसे मान लो पैसा कमा रहे हैं आप, तो आपको पता है कि मुझे पैसा क्यों कमाना है, ताकि एक बार पैसा मैं कमा लो, उसके बाद मैं spirituality के ओर जा पाऊं और पैसा कमाने की greed नहीं है बस आपको पता है कि कितना मुझे कमाना है उतना कमा के ठीक है, I am at peace यह है सात्विक रजस यानि बिल्कुल सही direction है, आपको पता ही है क्या करना है, राइट, यह है सात्विक रजस, अब सत्व गुण की बात करते हैं, इसमें भी तीन होते हैं, सबसे पहला है तामसिक सत्व, तामसिक सत्व यानि क्या, आजकल ये काफी सारे लोगों के साथ हो रहा होगा, सबसे इजी उदाहरण है, रिलेशनसिप में जो लोग होते हैं, काफी बार ऐसा लगता है, क्योंकि हमको प्यार करते हो आपको लगता है कि यह सब कुछ बढ़िया है एक डिल्यूजन में होता है एक इल्यूजन होता है आपके अंदर आप हो बिल्कुल स्टेबल आपको लगता है हाँ मैं प्यार करता हूँ वो तो मेरी है लेकिन वो आपको धोखा दे रही है यह है तामसिक सत्व जहां में लगता है कि सब कुछ पीसफुल है लेकिन होता नहीं है यह घहराई है इसको समझना होगा इसे कहते हैं तामसिक सत्व क्योंकि सारे मिलते जूलते हैं ना सब दूसरा है राजसिक सत्व राजसिक सत्व माने जैसे मेरा अभी है ठीक है राजसिक सत्व अनेस्टली मैं बता रहा हूँ यह अभी जो मैं आपको वीडियो में बता रहा हूँ यह राजसिक सत्व है वो बहुत उच्छी चीज बता रहा हूँ एक higher level dimension मैं आपको ले जा रहा हूँ मैं spiritual knowledge आपको दे रहा हूँ लेकिन कहीं ना कहीं क्योंकि मैं भी family में हूँ तो मेरी ये जो वीडियो है उससे जो कुछ मैं कमाऊंगा वो मुझे ही अपनी लाइफ को स्टेबल रखने में काम लगेगा, मेरा ये मकसद नहीं है कि मैं बहुत सारी वीडियो बनाओ वरना मैं चाहूं तो आप देखेंगे मैं रेगुलली वीडियो नहीं डालता हूँ यूट तो मैं आके बता देता हूँ, अब ये वीडियो मैं 40 दिन के बाद, 40 नहीं 50 दिन के बाद बना रहा हूँ, बीच में कोई वीडियो नहीं डाली मैंने, कोई बात नहीं, क्योंकि मुझे बस ज्यान देना है, और जब दूँगा, तब जितना कमाऊँगा, उतना ठीक है, उससे बहुत easy example दे रहा हूँ, इसलिए आप समझ भी पाए, live example, कि ये जो मैं कर रहा हूँ, ये है राजसिक सत्व, यानि सात्विक है सब कुछ, मुझे पता है मैं क्या कर रहा हूँ, मैं आप लोगों को ज्यान दे रहा हूँ, spiritual dimension में आपको uplift कर रहा हूँ, जो मेरे पास आ रहा है मेरे लिए सब कुछ बढ़िया है, मैं stable हूँ, peaceful हूँ, ना मुझे कोई लालच है, ना मुझे ऐसा है कि बहुत सारी बाते बता के पैसे ले लेने है, तंत्र, वंत्र, मंत्र, नहीं, मेरा कोई मकसद नहीं है, so this is what राजेसिक सत्व है, काफी सारे ऐसी चीज़े है, कुछ लो� देते हैं बहुत सारा पैसा, बुढ़े लोगों की सेवा करते हैं, यहाँ खुद का कुछ नहीं है, कमाऊंगा तो कमाऊंगा वरना कुछ नहीं, यह बहुत लोकल एग्जामपल है, सब लोग इससे रिलेट कर पाएंगे, आखरी में होता है सात्विक सत्व, यह उच्छ कोट यह है सात्विक सत्व, यह स्टेज साधु संतों के साथ अनुभव होता है, जो जागरुत इंसान होते हैं, कबीर जैसे हो गए, यह सब, तो यह है सात्विक सत्व, समझ गए आप, है न, तमस के तीन गुण समझ गए, तामसेक, राजसेक, सात्विक, रजस के भी तीन समझ ग लक्ष्मी के तीन दिन यानि ये तीन और सरस्वती जी के तीन दिन यानि ये तीन, देखो अब अगर आप ये समझ गए और अगर आप ये भी समझ गए कि पैसा और ज्ञान कैसे एक बहती उर्जा है जो मैंने आपको वीडियो के सुरुवात में बताया कि ये बहती उर्जा ह और अगर आप इसको रोकने की भी कोशिस करोगे नहीं होगा कहीं ना कहीं इससे कुछ ना कुछ ऐसा होगा कि वो रुक नहीं पाएगा कितने भी लोग हैं करप्सन करते हैं पैसा जमा करते हैं ब्लैक मनी करते हैं डी मॉनिटाइजेशन आया मनी चला गया वो थमेगी नहीं कभी हाँ कुछ सालों तक थम जाती है करप्सन कर करके थमती नहीं है, flowing, उसको बहाव चाहिए, वो बहता रहेगा, अगर थमा दिया आपने, दबा के थमा दिया, मान लो एक दिन 500 की notes बंद हो गई, तो वो बेकार हो गई, यानि नदी जो है, वो बहर ही है, उसको अगर आप एक जगा पर इकठा कर लो, और सालों तक इकठा रखो, वो पानी बस वहाँ इकठा रहे, तो पानी बिगड जाएगा, पैसा इसी तरह है, ज्यान भी इसी तरह है, अगर ज्यान को लेके बैठा रह� तो मैं खुद में एक इगो से भरता जाओंगा, कोई भी होगा जो ज्ञान को लेके बठा रहेगा, इगो से भरता जाएगा, उसे लगेगा हाँ मैं ही सब कुछ हूँ, और दिरे फिर वो ज्ञान किसी काम का नहीं रहेगा उसके लिए, जितना ज्ञान बहेगा, उतना यह आपके पास कभी धमेगी नहीं, मैंने आपको समझाए, इसको बहना ही पड़ेगा, यह कुदरत का नियम है, लक्ष्मी और सरस्वती बहेगी, वो कभी रुकेगी नहीं, अब आपको भी नहीं रुकना है, आपको भी इसके साथ बहना है, यानि जहां वो जा रही है, आपके साथ कौन सा गून अभी काम कर रहा है उसे उब्सर्व करना होगा अभी आप जो कुछ भी कर रहे हो मैं पास फ्यूचर की बात नहीं कर रहा हूँ प्रेजेंट में आपके जीवन जिस थिती में है तो कोई पैसा कमा रहा है किसी के बास जॉब नहीं है अलग स्थिती में सबके जीवन है बस आपको पता लगाना है कि अभी आपका जीवन कौन सी स्थिति में है, कौन से गून में है, बिना गून के जीवन नहीं चलता है, गून कोई ना कोई होगा, मैंने आपको सभी गून का मतलब बताया, उदाहरण बताया, नौ के नौ गूनों को बताया, तमस के भी तीनो तीन गूनों को समझाया, रजस के, सत्व के तीनो ती जैसे आप पता लगाओगे कि आपकी लाइफ में अभी कौन सा गुण चल रहा है, मान लो तमस और तमस के अंदर कौन सा, ये भी आपको पता लगाना है, राजसिक तमस चल रहा है, जैसे ही आप पता लगाओगे न, आपको खुद बखुद अंदर से उसको बदलने की कोशि ठीक है, कर सकते हो आप, जैसे हमने TV remote वाला example लिया, मान लो आप आलसी पड़े हुए हैं, TV का remote आपके पास है, channel वहाँ पे आपको change करने, आपको पता है कि remote लूँगा मैं तो channel को change कर पाऊंगा, ये अभी तमस का stage है अगर आप उठके remote लो, तो ये रजस बन गया है, आप ही तमस को रजस में बदल सकते हो, समभावना है, आप ये कर सकते हो, तो यही तंत्र है, आपको पहले पता लगाना है कि आपके जीवन में अभी कौन सा गुन काम कर रहा है, और उस गुन को उसके अगले गुन में बदल अगर आपको ये चाहिए, वो आपके बास कभी थमेगी नहीं, अगर आपको चाहिए तो आपको उसके साथ बहना होगा, मानों कि ये मा है, एक अलग प्रकार की मा है, लक्ष्मी और सरस्वती, जो कभी थमती नहीं है, बस चलती रहती है, वो रुकती नहीं है, ऐसी मा है, और आप पीछे छूट जाओगे तो अगर आपको ये लक्ष्मी और सरस्वती चाहिए ये बहती उर्जा अगर आपको चाहिए तो आपको इसके साथ बहना होगा यानि अपने किसी भी एक गून में अटके रहे तो आप बहना बंद कर दोगे आप अगर तमस में अटके रहे तो तो अभी आप बहने लगे, ये तो मैं आपको बहुती चोटा एक्जांबल दे रहा हूँ, टीवी रिमोट वाला, बड़े एक्जांबल से हम आगे बात करते हैं, लेकिन ये बहुत चोटा एक्जांबल, बस कहना चाहरा हूँ, ये कोर तंत्र है, अगर आप पता ल� आपको ये गुणों को हार्मनी में रखना है और ये हार्मनी में कैसे रखोगे बस आपको अवेर हो जाना है आपको पता होना चाहिए कि अभी मेरे साथ जो हो रहा है उस समय ये कौन सा गुण है बैक ओप दे माइंड खुद भखुद ये पता चल जाना चाहिए इतनी अवे कि कौन से टाइम पे कौन सा गून चल रहा था, जब मैं सुबा उठा तब कौन सा गून था, जब मैं दोपेर को खाना खाने गया तब कौन सा गून था, क्या मैं confused था, क्या मैं तमस में था, क्या मैं रजस में था, या मैं सत्व में था, अपने दिन को एनलाइस करने की कोशि गुण में बदलना, बदलते रहोगे, हार्मनी में रहेगा, फ्लोइंग रहेगे आपके गुण, तो आप लक्ष्मी और सरस्वती का हाथ पकड़के फ्लो में रहोगे, वरना वो चली जाएगी, आप छूट जाओगे, अब मैं उदाहरण के साथ थोड़ा सा समझाता हूँ, है ना छोटी बड़ी प्रोब्लेम्स होती है मैं आपको आनेस्टली बताता हूँ मेरे जीवन में मैं इतना अवेर हूँ कि मैं अगर मान लो वास्रूम में बैठा हूँ तब भी मुझे पता है कि इस मुमेंट पे कौन सा गुण काम कर रहा है अलग गु कि कई बार आपका पेट इतना साफ होता है कि आप जैसे वास्रूम में जाते हो सब कुछ फटा-फटा हो जाता है बिल्कुल हल्का-हल्का फिल करते हो सत्व उस समय में अवेर होता हूं कि यह मेरा सत्व है यह तो छोटा से एग्जांबल दिया है लेकिन बड़े-बड़े स्केल पर भी हो रहा है बड़े स्केल पर भी मान ले एक आप confused हो, किसी decision को लेने में confused हो, ये कौन सा गुण है? तमस, और तमस में कौन सा? राजसिक तमस, मैंने पहले ही बताया आपको कि राजसिक तमस यानि कुछ होने की संभावना है, लेकिन अभी हुआ नहीं है, ये राजसिक तमस, अब आप confusion में हो तब आपको पता होना चाहि और ये राजसिक तमस है। अब आपको figure out करना है, आपको डूंडना है कि कैसे अब मैं इसको रजस में बदलूं। यानि आप अगर उस confusion में बैठे रहे। तो कभी decision नहीं आएगा और आप उसी तमस में घूमते रहोगे, धीरे फिर ये राजसिक तमस, तामसिक तमस बन जाएगा, फिर बाहर ही नहीं निकल पाओगे आप, इसके अंदर फसे रह जाओगे, confusion में, काफी बार होता है मारे साथ, किसी एक confusion में हम इतने लंबे समय राजसिक तमस पे अगर आप एक बार अवेर हो गए कि हाँ अभी मेरे जीवन में ये जो है confusion राजसिक तमस है अब आपको इतनी awareness होनी चाहिए कि भाई इसको मुझे अब रजस में बदलना है रजो गुण में बदलना है उसके लिए मुझे कोई भी एक decision पे आना होगा फिर सोचते रहोगे बहुत उर्जा बहे जाएगी और आप डिप्रेस्ट होते जाओगे और तमस में गुसते जाओगे लक्ष्मी और सरस्वती आगे बहती जाएगी आप उस मुमेंट पे अपने अंदर जो संभावना है उस संभावना को हकीकत में बदलो एक्शन में आओ कंफ् और हर एक गून को बदला जा सकता है, ये तो बस confusion का एक आम example है, जिससे हर कोई समझ पाए, आप उस तमस को, उस confusion को action में बदलो, तो वो रजस बनेगा, आप flow में आ रहे हो, वरना आप उसी confusion के अंदर बैठे रहोगे, उसके अंदर फसते जाओगे, और यह लक्ष्मी के पास यानि रजो गुण के पास बस एक बार aware हो गए ना तो आपको automatically जरिया मिल जाएगा कि इस confusion से अब मुझे action लेना है अगर मैंने action नहीं लिया और अगर मैं confusion में फसा रहा तो मैं तमस में फसता रहूंगा यानि आपको उस गुण को बदलना है कोशिस करनी ह एक बार आप रजो गुण में आए, एक बार आपने action करी, अब उस action को दिशा देना सुरू करो, आपको मदद करेगी लक्ष्मी, समझ ना, ये लक्ष्मी, सरस्वती, काली ये अकीकत में एक energy field है, dimension है, जो आपको मदद करेगा, लेकिन आपको एक कदम आगे बढ़ाना है, अ तो काली आपको और डराती रहेगी बस आप एक कदम आगे बढ़ाने की कोशिश करो यानि रजस में जाने की कोशिश करो आपके confusion से अभी भी आपको ठीक से संतूस्ती नहीं है संतूस्ती decision में नहीं आई है लेकिन कोशिश करो कोई भी एक decision पे आने की एक कदम बढ़ाओ आटोमेटिक फिर आपको वो मदद करने लगेगी लक्षमी लेकिन अगर आप पड़े रहे confusion में flowing energy अपनी नहीं बना पाओगे जैसे ही आप रजस में आओगे एक कदम आपने बढ़ाया देवी आपके 99 कदम आपके पास बढ़ाएगी और रजुगुन काम करने लगेगा फिर वहाँ भी अटके मत रहो ये वीडियो जो आप अभी तक देख रहे थे उस वीडियो को जब मैंने बनाने के बाद देखा मुझे लगा अभी भी कुछ लोग होंगे जो समझ नहीं पा रहे होंगे तो मैं आपको अपना ही कुछ का उदाहरन देता हूँ ये जो वीडियो अभी तक आपने देखी ना उ यही confusion में था कि मैं ये वीडियो बनाओ लोग समझ पाएंगे नहीं समझ पाएंगे हफते भर तक मैं ऐसे ही पढ़ा रहा मुझे awareness आया कि मैं तमस्गून में फसता जा रहा हूँ तो मैंने क्या किया? मैं इसी जगापर, इसी खुर्सी पे बैठके, ये जो वीडियो आपने देखी अभी, उस वीडियो को बनाना सुरू किया, कैमेरा ओन करके, मुझे पता नहीं था, क्लैरिटी नहीं थी मुझे, बस संभावना थी मेरे अंदर कि मैं ये वीडियो बना सकत automatically चीजे clear होती गए automatically मुझे समझ आने लगा क्या कैसे बोलना है मैंने बस अपने आपको तमस्य रजस में लाने का बस एक action किया मैं बैठा और मैंने काम करना शुरू किया लक्षमी और सरस्वती ने मेरी और कदम खुद बढ़ाया सरस्वती भी आए, ज्ञान, आटोमेटिकली मुझे आपको कैसे बताना है वो समझ आने लगा, आटोमेटिकली लक्ष्मी ने मेरी मदद करी क्योंकि ये वीडियो लास्ट में जब आप देखोगे इस वीडियो से ही मेरे पास लक्ष्मी भी आएगी, मैंने बस अपने आपको मैं और clear करने की कोशिस करता गया जैसे अभी भी कोशिस कर रहा हूँ और clear कर रहा हूँ मैं ताकि आप अच्छे से समझ पाए तो मैंने उस रजस को सत्व में बदला और clarity के साथ एकदम stability के साथ मैंने आपको बताया रजस से सत्व में आ गया मैं फिर से मैं साइट तमस में चला जाओं हर एक गुण हार्मनी में चलता रहता है, आपको अवेर होना है और आपको उसमें फसे नहीं रहना है, आपको उसको बदलते रहना है, दिश्दा देते रहना है, तमस को रजस्ट में लेकर आओ, रजस्ट में आगए फिर उसको और clarity दो, ताकि आप stable होते जाओ, सत्व में आ पैसा बस मेरी mental peace के लिए है फिर मैं अध्यात्मिकता में जाना चाहता हूँ यह आपके अंदर होना चाहिए लालची नहीं बनना है वरना आप रजस में अटके रहोगे पैसा काम रजस में अटके रहे कुछ लोग होंगे जो अभी रजस में अटके होंगे आपको कोशिश करनी है लक्ष्मी आई है तो सरस्वती तक भी पहुँचना है। बहुत आसानी से मैंने आपको समझाया रियल लाइफ एक्जांपल है अभी मेरे साथ घट रहा है आपके साथ घट रहा होगा। अगर आप स्पिरिच्वालिटी में भी हो अभी मान लो कुछ लोग स्पिरिच्वल है अभी पूरे के पूरे सत्व गुण में लेकिन अगर आप ग्रिहस्ट हैं अगर आपकी फैमिली हैं तो आपको ये भी पता होना चाहिए कि मैं सत्व गुण में भी ना तो आप फिर से जाओ रजस्में, सत्वसें, सत्वों में भी मैं टटके रहो। सिंपली मेरा ये मतलब है, लाइव एग्जांपल की लक्ष्मी और सरस्वती मेरे पास आई। रियल लाइफ एग्जांपल मैंने आपको दिया। अब तो विश्वास होगा आपको। मैंने आपको कोर समझाया जीवन का। ये है पूरा कंत्र। सिंपल। अगर ये समझ गए आप, तो समझ जाओ। अपने लाइफ को हार्मनी में रखो इन गुणों के साथ और लक्ष्मी सरस्वती आती रहेगी अम्बानी नहीं मन जाओगे आप लेकिन एक स्टेबल लाइफ आपको अटोमेटिकली मिलती जाएगी आप देखो ये साधु संत या ऐसे लोग कोई परवा नहीं है कही ना कही से मेरा पेट भी भरेगा लक्ष्मी का मतलब सिर्फ पैसा नहीं होता क्योंकि आप लोगों को वही चाहिए इसलिए मैं ये बता रहा हूँ लक्ष्मी तो wealth है यानि सिर्फ बाहर का material wealth नहीं अंदर की wealth भी spiritual wealth भी ये गुन अंदर भी काम करते हैं अगर आपको जागरित होना है ठीक है अगर ये जो कुं काफी सारे लोगों ने अनुभव किया होगा, जब आप नया ध्यान स्टार्ट करते हो ना, डर लगता है, पसीन आता है, अलग चीत्र दिखते हैं, पता नहीं, डर जैसा लगता है, कोई खड़ा है आसपास, क्यों आप जानते हो, क्योंकि नीचे का जो आपका सरी ध्यान करते रहो धीरे वो तमस रजस बन जाएगा तब आपको धीरे ज्यान मिलना शुरू हो जाएगा ये spiritual wealth है spiritual लक्ष्मी है ये धीरे दीसा मिलना शुरू हो जाएगी और फिर धीरे अगर जब ध्यान करते हो ना धीरे जब spiritual experience होना start होते हैं rainbow दिख जाता है, light दिख जाती है, रोष्णी दिख जाती है, अब अगर आप इसी experience में फसे रहे, अगर लालची बनते गए, तो लक्ष्मी आपको फिर से नीचे गिरा देगी, लेकिन एक बार experience कर लिया, हाँ हो गया experience, मुझे इससे कोई लिंदे नहीं है, मुझे तो stability के और वो सहस्राज चक्रप में कमल खिलता है, वो जब जागरित होता है, तो ये spirituality का भी process है, सब जगा इसी पे काम कर रहा है, गुणों पे ही सब कुछ काम करता है, खाने से लेकर सब कुछ, खाने पे भी ध्यान दो, अगर आप तमस गुण में हो अभी और खाना भी तमस वाला खा रहे हो और आलसी बनते जाओगे, खाना आपको मदद कर सकता है तमस से रजस में बदल एक कदम लेना है, हजार कदम वो लेगी आपके पास, बस एक कदम, you understand this, this is the play of गुनास, this is the play of सक्ति, this is the play of लक्ष्मी और सरस्वती, लक्ष्मी, काली, सरस्वती हमेशा आपके साथ है, बस उनको समझना है और मैंने आपको समझाया, यही नवरात्री है, वरना ये सब कलस्थ लक्ष्मी सरस्वती बिना मंत्र के आपके पास आएगी, इस कोर को समझना होगा न, और वो ही मैं आपको यहां समझा रहा हूँ, इसके बारे में और डिटेल में बहुत बाते हो सकती है, लेकिन मेरे यहां construction चल रहा है, तो मैं वीडियो यहीं बंद करना चाहूँगा, तो अ आप अपनी इंस्टाग्राम की स्टोरीज पे लगाईए, लोगों तक वीडियो पहुँचाईए, लोगों को बताईए, तो बस इतना ही कहूँगा, मुझे और कुछ ज्यादा आपसे कुछ चाहिए नहीं, चैनल को सब्सक्राइब कर लेना, अगर आप पहली बार आये हैं, क