What's up everyone, welcome back to the channel. Last class में हम लोगों ने ratios start करा था और मैंने आपको बोला था हम साथ issue of shares भी start करके चलेंगे so that साथ चलता रहें. तो आज मैं आपको issue of shares के basics कराने वाला हूँ. पूरा chapter मैंने last year भी पढ़ाया था, इस साल भी पढ़ाऊंगा तो we'll start with issue of shares और बहुत सारे questions हम इस साल करेंगे. तो issue of shares के basics के साथ शुरुबात करते हैं और देखते हैं इस chapter में हमें क्या और कैसे बढ़ना है.
चलिए, let's begin तो heading डालते हैं हम लोग सबसे वहले मेरे साथ ही issue of shares अब क्या है हमारे पास issue of shares, किस तरीके से चीज़े होती हैं, तो उसके कुछ basic समझने पड़ेंगे, सबसे पहले तो आपको ये समझना है, कि suppose ये company है, ये कोई company है, और इस company को कुछ पैसों की ज़रूरत है, ठीक है, इस company को कुछ पैसों की ज़रूरत है, तो company क्या करती है, company public कि आप आओ और हमारे company में कुछ पैसा डालो और हमारे से कुछ हिस्सा खरीद लो for example company है ये let's suppose एक करोड रुपे की ठीक है और 1 करोड में 100% कंपनी है कि कंपनी का value 1 करोड रुपए है कंपनी बोल रही है कि हम अपना हिस्सा बेचना चाहते हैं हम अपना एक पार्ट देना चाहते हैं कंपनी को पैसे की जुरथ होती है तो कंपनी बोलती है कि हम अपना 20 20% बेचना चाहते हैं, तो 20% 20 लाख का हो, तो public को बोलेगी कि आप यहाँ पर 20 लाख रुपीज डालो, और हम अपनी company का 20% आपको दे देंगे, 20% आपका, अब company जो भी कमाएगी, suppose 100 रुपे कमाए, तो 80 रुपीज इधर होंगे, और 20% हिस्सा आपके पास है, तो 20 रुपीज आपको मिलेंगे, 200 कमाए तो 160 इधर, 40 आपको मिल जाएंगे, तो इसका मतलब यह है कि जो भी जनता company में पैसा लगा, लगाती है उस public को company का एक हिस्सा मिल जाता है उस हिस्से को क्या बोल देते हैं हम English में share तो share का मतलब भी क्या होता है? share का मतलब है एक part जो आप किसी भी company का खरीदते हो पैसा देके तो अब हम company की point of view से जब accounting करते हैं तो basically company के पास पैसा आ रहा है और एक individual से आ रहा है उस individual का क्या नाम होता है? उस individual को हम बोलते हैं shareholder उस individual को यहाँ बोलते है, shareholder, तो हम लोग यह बोलेंगे, कि company को पैसे की need है, public को बोलते है, कि पैसा लगाओ हमारी company में, और हमारे से ownership ले लो, shareholder कौन होता है company का, owner होता है, जैसे हमने अगर पैसा लगाया, 20% खरीदा, तो 20% के मालिक हो गया या नहीं हो गया, तो shareholder is always the owner of the company जो खरीदने वाला है उसको हम shareholder बोलते हैं और company के पास जो पैसा आएगा जो company के पास यह 20 लाख रुपा आएगे या नहीं आएगे इसको हम लोग बोलते है share capital तो what is share capital?
share capital होता है वो पैसा जो shareholder ने company में लगाया है तो उसको क्या बोले आता है share capital ठीक है? अब shares कितने प्रकार के होते हैं सर? क्या इस share के भी कोई categories होती है? आपने class 11 की business studies में ही पढ़ा होगा equity shares और preference shares तो याद रखेंगे कि हमारे बास जो shares हैं वो दो प्रकार के हैं एक होते है equity shares एक होते है preference shares जो preference shares होते हैं उस पे दो preferences होती हैं दो preferences क्या होती हैं एक तो जब भी dividend मिलेगा dividend का मतलब profit मिलेगा तो पहले preference shares को मिलेगा बाद में equity shares को मिलेगा और दूसरा जब भी company wind up होगी जब भी company बंद होगी तो repayment of capital होगा repayment of capital भी पहले preference shareholder का होता है, बाद में equity shareholder का होता है, तो दो प्रकार के shares हैं, equity preference, नाम में ही है preference, preference shareholders को पहली preference मिलती है, with regard to, with respect to what, preference shareholder को preference मिलती है, with respect to the हिस्सा, यानि with respect to the dividend, पहले profit उसको मिलेगा, और दूसरा जब company बंद होगी, तो पहले जो payment होगा, repayment of capital, वो भी preference shareholder का हो, अब आजाओ जी हमारे पास सर share capital कितने प्रकार का होता है share capital बच्चे तीन तरीके का होता है सबसे पहले को हम लोग बोलते हैं Authorized Share Capital Authorized Share Capital आज मैं तुम्हारे सारे basics clear कर दूँगा इसके दूसरा होता है Issued Share Capital और तीसरा होता है Subscribed Share Capital तो first हो गया हमारे पास authorized share capital, दूसरा हो गया हमारे पास issued share capital, तीसरा हो गया हमारे पास subscribed share capital. Now what is this?
यह है क्या? देखो authorized share capital वो share capital है, जो company के memorandum of association में. देखो दो documents होते हैं, एक होता है MOA, एक होता है AOA, इसको हम articles of association बोलते हैं, यह भी आपने class 11 में कहीं पढ़ा होगा, memorandum of association और articles of association में सबसे important जो document होता है, वो MOA होता है, हर company के लिए, क्योंकि यह company के basic objectives बताता है, यह company की capital के बारे में बताता है, यह company की liabilities के बारे में बतात यह company के registered office के बारे में बताता है और article of association में mainly rules होते हैं कि company के internal rules क्या के चलने वाले हैं तो article of association हमारे लिए सिर्फ नियम काइदे बताता है और memorandum में तो सब कुछ होता है तो अगर आप से कोई वैसे भी पूछ ले किसी भी company का most important document क्या है तो आप बोलोगे MOA Memorandum of Association अब वो capital जो MOA में लिखी है जो MOA में लिखी है कि company अपने lifetime में कितना capital raise करने वाली है, उसको हम authorized share capital बोलते हैं, suppose memorandum में लिखा है, कि ये company 20 crore रुपे raise कर सकती है, ये company 20 crore रुपे raise कर सकती है, और उसका एक share 100 रुपे का होगा, अब 20 crore एक से तो नहीं लेगी न, तो share कितने का है एक, 100 रुपे का, तो total कितने share हो गए, 20 लाग share हो गए, तो हम लोग क्या बोलते हैं इसको देखो 20,00,000 x 100, 20,00,000 हो जाएंगे या नहीं हो जाएंगे तो इसको क्या बोलूँगा मैं 20,00,000 shares of rupees 100 each तो आपके 20 करोड रुपे की authorized share capital हो गई कि company को authority है कि इतना अपनी lifespan में company issue subscribe करवा सकती है जनता से अब आता है कि कितना इसमें से issue कर दिया कितना public को offer करा जितना इसमें से public को offer करा जाए उसको issued share capital बोलते है authorized कौन सा है जितनी company को authorized है जितना company को authority है जो उन्होंने MOA में लिखा है issued कौन सा होता है जितना actual में पैसे की आपको जरूरत पड़ी, सबोज इसका one fourth करा अभी, सिर्फ 5,00,000 shares, अभी सबोज आपने करे 5,00,000 shares, और 100 रुपे का एक, इसका मतलब 5,00,000 रुपे की आपकी, issued share capital हो गई, आपने बोला अभी हमें 5,00,000 की जरूरत है, तो हमने public को बताया की, हमारे 5,00,000 shares available हैं, 5,00,000 shares of rupees 100 each, अब public ने खरीदे, लिए सारे, जनता ने सारे shares खरीद लिए, तो उसको हम बोलते हैं subscribed share capital, ठीक है, अब subscribed में हमारे पास तीन चीज़े हो सकती है, एक तो होता है बेटाजी full subscription, sir what is full subscription, full subscription समझने के लिए यह मान लो, कि मेरी दुकान है, मैं सबसे मैं company हूँ, share बेच रहा हूँ, लेकिन मेरी दुक 5,00,000 units हैं मेरे पास, ठीक है, अब ये 5,00,000 units बेच रहा हूँ, offer कर रहा हूँ, offer कर रहा हूँ तो issue कर रहा हूँ न, है न, और सारी खरीद ली गई, public ने सारा खरीद लिया, तो बोलूंगा full subscription, सही, अब मैंने offer करी 5,00,000, customer आए 4,80,000, यानि, जो subscribe इशूट से कम हुआ, ठीक है न? तो इसको बोलते हैं हम under subscription, इसको हम क्या बोलते हैं?
Under subscription, आज basics बना रहा हूँ, बड़े ध्यान से समझ न, और एक चीज note कर लेना, नहीं तो shares में परिशानी रहती है, और मैं होने नहीं दूँगा तुम्हें, under subscription, subscribe मतलब समझ गए? यानि जितना जनता ने खरीजा दे, यार अब देखो, customer आया ना आये, क्या पता, shareholder share खरीदे या ना खरीदे, वो आपके हाथ में थोड़े ना है, आप तो offer कर सकते हो, खरीदना तो shareholder नहीं है ना, तो कम भी हो सकता है, तो वो under subscription, और अगर demand जादा हो जाए, अगर subscribed जो है, अगर subscribe ज़्यादा हो जाए इस शूट से उसको हम बोलते हैं over subscription यानि मेरे पास 5 लाग shares हैं और demand आ रही है 6 लाग की, 7 लाग की, 8 लाग की, customer ज़्यादा है, number of units कम है तो इसको हम लोग क्या बोलते हैं over subscription अब इस case में क्या कैसे चलता है वो मैं सब पढ़ाऊंगा लेकिन सबसे बहुत ब and paid up, called up and paid up, अब जैसा मैंने आपको बोला कि 5,00,000 shares हैं, और 100 रुपे का एक है, 5,00,000 shares हैं, और 100 रुपे का एक है, ठीक है, यह जो 100 रुपे का share है, यह company ने एक बार में नहीं मांग के, कुछ parts में लिया, जैसे company ने बोला, कि हमें total 5 करोड रुपे चाहिए, ठीक है, लेकिन हम यह 5 करोड एक बार में नहीं लेंगे, हमें 5 करोड कुछ parts में लेंगे जैसे company ने बोला कि मैं December में हमें चाहिए इस 100 में से 30 फिर हमें January में चाहिए इसमें 20 फिर हमें Feb में चाहिए 30 फिर हमें March में चाहिए 20 तो company ने ऐसे पैसा माँग लिया तोड़ के है ना पहले 5 लाग पे 5 लाग तो shares हैं लेकिन 100 को कुछ parts पे break कर दिया कि पहले 30 रूपे दे देना फिर 20 दे देना फिर 30 दे देना फिर 20 दे देना तो जो सबसे पहले पैसा company माँगता है उसको हम बोलते है application money जो सबसे application money ठीक है फिर उसके बाद जो पैसा कंपनी को call करता है कंपनी application के बाद इसको बोलते है allotment money इसको हम क्या बोलते हैं? Allotment money. उसके बाद फिर जो होता है, वो होते हैं Calls.
उसके बाद हम क्या बोलते हैं? Calls. जैसे कि Application money पे यह Application आ गया, फिर Allotment, फिर यह हो गया First call, यह हो गया Second call.
तो इसको Calls बोलते हैं. बस जब भी Last call के साथ ना Final जरूर लगाना, तो इसको भी आप बोलूँगा Second and Final call. ठीक है उसको यह बोलते हैं सेगंड आइंड फाइनल कॉल तो जो कॉल्स होती है वह अलॉटमेंट के बाद आएगी अब सपोस्ट जैसे मैंने बोला कि शेयर दस रुपए का था लेट सपोस्ट एक लाख शेयर इशू करें और दस रुपए का एक है तो कंपनी कितना दून रही है, अब 10 में से company ने पहले 5, फिर 4, फिर 1 ऐसे कर दिया, तो 5 रुपे हमारा application money हो गया 4 रुपे हमारा allotment हो गया और यह हो गया first and final call, ऐसे बोल देते हैं ठीक है? ठीक है?
Suppose company ने बोला कि हम लोग का 5,00,000 shares हैं और 25 रुपए का एक है, पहले 10, फिर 5, तो यह application, यह allotment, यह first call, second and final call. क्या सर company एकी बारी में भी सारा पैसा ले सकती है कि 25 मांगे और 25 का 25 एकी बारी में? हमने बोला 5,00,000 रुपए चाहिए और 25 का 25 एकी बारी में चाहिए, yes, इसको हम बोलते हैं lump sum. इसको हम क्या बोलते हैं Lumsum कंपनी एकी बारी में सारा पैसा लेगी Lumsum में ठीक है परफेक्ट है तो वो सब Lumsum में हो जाता है सही तो इसको हम 25 को क्या बोलते हैं इसको हम बोलते हैं Application and Allotment इका ट्यूब बैठा कॉल्स नहीं होते इसमें बस हम इसको बोलते हैं एप्लीकेशन एंड अलॉटमेंट ठीक हो गया बेटा यह हमारे पास एक कॉनसेप्ट होता है अच्छा अब मैं आपको क्या कॉनसेप्ट शिखा रहा था कॉल्ड आप एंड पेड़ आप ठीक है कॉल्ड आप क्या होता है कॉल्ड आप होता है जो कंपनी ने कॉल किया ठीक है और पेड़ आप क्या होता है जो शेयर होल्डर ने पे किया तो जो कंपनी ने कॉल किया उसको हम कॉलडब बोलते हैं जो शेयर होल्डर ने पे करा उसको हम पेडब बोलते हैं सर जैसे कि मैंने बोला कि कंपनी ने दस रुपए मांग रही है कंपनी एक लाख शेयर्स पर ठीक है और अभी ऐसे पैसा तीन दो एक और चार ऐसे लेना था ठीक है कंपनी ने अभी बस यहीं तक पैसा मांगा है यहां तक यह तीनों मांग लिए चार अभी मांगा ही नहीं है शेयर होल्डर से अभी मांगा ही नहीं, फिलाल कमणी ने बोला हमें बस ये 6 रुपे की ज़रूरत है, तो हमने अभी ये ही लिया है, तो ये तो हो गया called, और ये जो 4 है, ये हो गया uncalled, तो आपको called और uncalled पता होना चाहिए, called क्या है, जितना कमणी ने call कर लिया, और uncalled क्या ह इस shareholder ने ये भी दे दिया, ये अभी नहीं दिया, क्योंकि ये मांगा ही नहीं है, तो अभी ये fully paid नहीं है, ये अभी fully paid नहीं है, fully paid कब होगा, जब ये 10 रुपे पूरे मिल जाएंगे, यानि कि, कंपनी के पास 10 रुपे का share है, कंपनी ने अभी 8 मांगे, और shareholder ने 8 दे भी दिये, share 10 का है, 8 मांगे और 8 दे भी दिये, तो कुछ बच्चे इसको fully paid लिखाते हैं, बच्चे याद रखना, ये fully paid नहीं है, fully paid कब होगा, जब 10 मिल जाएंगे, ठीक है, अब जैसे मैंने बोला 10 का share है, 10 रुपे मांगे और 10 मिल गए, अब ये fully paid हो गया, ठीक है, suppose, दस रुपे का share है, नौ रुपे मांगे और आठ मिले, तो fully paid है ही नहीं, यह fully paid नहीं है, ठीक है, पाँच रुपे का share है, चार रुपे मांगे, चार मिल गए, यह भी fully paid नहीं है, fully paid कब होगा जितने का share है सारा पैसा जब मिल गया है ठीक है तो यह हमारे पास concept होता है fully paid and not fully paid का सही और called up और paid up भी मैंने आपको बताया perfect हो गया application allotment first call call second call ये सब हमने देख लिया तो ये कुछ theoretical part है जो हमारे पास shares में आता है तो आज आप ये theory complete करो अगली class में मैं आपको general entries कराता हूँ सिर्फ general entries basics कराऊँगा so that आपको clarity आ सके और आपको समझ में आये कि हाँ shares में किस तरीके से entries होती है तो आज के लिए इतना ही कल मिलेंगे shares और बहुत बह