हाय गाइज एंड वेलकम बैक टू द चैनल दीपक यादव एजुकेशन वेलकम टू द डेली हिंदू न्यूज़ एंड एडिटोरियल एनालिसिस ऑफ 14th ऑफ अगस्त 2024 तो गाइज आज है तारीख 14 अगस्त 2024 और है वेडनेसडे देखेंगे आज के द हिंदू कंप्लीट न्यूज़पेपर को कंप्लीट न्यूज़पेपर को एनालाइज करेंगे बट लेक्चर में आगे बढ़ने से पहले अगर आपको इस लेक्चर का पीडीएफ चाहिए तो क्या करना है सबसे पहले डाउनलोड करना है egramswaraj.gov.in पे क्लिक करना और जाकर इस चैनल को ज्वाइन कर लेना यहां से आप डेली बेसिस पे इस लेक्चर के पीडीएफ को डाउनलोड कर पाओगे नाउ हमेशा की तरह हम लोग अपने लेक्चर को एक मैप के क्वेश्चन के साथ स्टार्ट करेंगे तो आज आप सभी को मैप में जाकर देखना है नकाई ट्रफ को कहां पर है एगजैक्टली लोकेटेड इसको अच्छे से मैप में देखना देन उसके बाद आकर नीचे कमेंट सेक्शन में टाइप करना जिससे कि आप लोग इसको लंबे समय तक याद रख पाओगे साथ ही साथ एक क्वेश्चन सॉल्व करेंगे जो कि यूपीएससी पैटर्न के ऊपर बेस्ड है डेली बेसिस पे हम यहां पर एक प्रैक्टिस क्वेश्चन को भी सॉल्व करते हैं यहां पे आपसे शेंदुर ने वाइल्डलाइफ सेंचुरी के बारे में पूछा गया है इस पर्टिकुलर सेंचरी को लेकर दो स्टेटमेंट्स दिए गए हैं बताना है कौन सा स्टेटमेंट सही है पहला स्टेटमेंट बोलता है कि जो शेंदुर ने वाइल्डलाइफ सेंचुरी है यह एक प्रोटेक्टेड एरिया है जो कि केरला के वेस्टर्न घटस के अंदर में लोकेटेड है दूसरा स्टेटमेंट बोलता है कि जो चेन थुर रिवर है वो इसी पर्टिकुलर वाइल्डलाइफ सेंचुरी से बहती है नीचे आपको ऑप्शन दिए गए हैं बताइए ऑप्शन नंबर ए केवल पहला वाला स्टेटमेंट सही है या ऑप्शन नंबर बी दूसरा वाला सही है या ऑप्शन नंबर सी दोनों सही है या ऑप्शन नंबर डी दोनों गलत हैं तो उसका सही आंसर सभी को नीचे कमेंट सेक्शन में देना है एटलीस्ट सभी को उसमें पार्टिसिपेट करना है जैसे मैं आप लोगों से डेली बेसिस पे बोलता हूं बाय द वे इसका जो करेक्ट आंसर है वो मैंने आपको वर्नमेंट इकॉनमी एनर्जी सभी के पर्सपेक्टिव से बहुत रिलेवेंट होने वाला है मध्य प्रदेश से एक इंपॉर्टेंट न्यूज़ निकल कर आ रही है न्यूज़ यह है कि मध्य प्रदेश में नॉर्थ इंडिया का या सेंट्रल इंडिया का भी कह सकते हैं सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट शुरू हो रहा है दोस्तों ओमकारेश्वर जगह के अंदर तो ये इस तरीके से तैरता हुआ पूरा प्रोजेक्ट बनाया गया है जहां पर पानी के ऊपर यह तैरे और जो सूर्य की ऊर्जा है उसका इस्तेमाल करके रिन्यूएबल एनर्जी को जनरेट करेगा और रिन्यूएबल एनर्जी जैसी हमको मिलेगी दोस्तों जो गवर्नमेंट के कई सारे टारगेट्स हैं पोल्यूशन को कंट्रोल करना कार्बन एमिशंस को कंट्रोल करना नेट जीरो एमिशन की तरफ बढ़ना वहां पे एक बड़ी मदद मिल सकती है इस पर्टिकुलर प्रोजेक्ट से वो कैसे आगे मैं आपको इसके बारे में बताऊंगा पहले इसका एग्जैक्ट लोकेशन देखिए तो मध्य प्रदेश में है तो सबसे पहले दोस्तों हम इंडिया का मैप देखेंगे और बिल्कुल सेंट्रल इंडिया की हम बात कर रहे हैं तो मध्य प्रदेश कई सारे राज्यों के साथ में बॉर्डर्स को शेयर करता है जैसे राजस्थान उत्तर प्रदेश देन छत्तीसगढ़ महाराष्ट्र एंड गुजरात तो आपसे पूछा जाए मध्य प्रदेश कितने राज्यों के साथ में बॉर्डर शेयर करता है पांच राज्यों के साथ में मैं आप लोगों से एक और प्रश्न पूछना चाहूंगा यहीं पर इन पांच राज्यों में से देखकर आपको क्या लग रहा है कि सबसे बड़ा बॉर्डर कौन से राज्य के साथ में मध्य प्रदेश शेयर करता है बताओ उस राज्य का नाम नीचे कमेंट सेक्शन में अब दोस्तों यहां पर इसी इंडिया के मैप में मध्य प्रदेश को अगर हम डिटेल से देखें यानी मध्य प्रदेश का डिस्ट्रिक्ट वाले मैप को एक बार देखना चाहे तो यहां पर एक डिस्ट्रिक्ट है खांद वा ठीक है कहां पर है यह आप लोग देख पाओगे इसी खांद वा डिस्ट्रिक्ट के अंदर में एक जगह है ओमकारेश्वर यहीं पर यह प्रोजेक्ट लगाया गया है चलिए अब काफी कुछ बातें हैं जो कि इस प्रोजेक्ट के बारे में हमें पता होनी चाहिए लोकेशन आपको क्लियर हो चुका है अगर आपसे पूछा जाए कौन से डिस्ट्रिक्ट में है तो वह खावा वहां पे एक जगह है ओमकारेश्वर वहीं पर यह प्रोजेक्ट लगा है मध्य प्रदेश में मैं आपको बताऊं ये एक फ्लोटिंग पावर प्लांट है कुछ इस तरीके से दिखाई पड़ेगा जैसे आप यहां पर फोटोज में देख पा रहे हैं यह कहां पे बनाया गया है देखो जो ओमकारेश्वर डैम है उसी के पीछे जो पानी प्रेजेंट है बैक वाटर्स प्रेजेंट है वहीं पर इसको बनाया गया है और जो ओमकारेश्वर डैम है यह आपके नर्मदा रिवर के ऊपर बना हुआ है यह चीज क्लियर हो गई और जैसे मैंने आपको बताया कि जो हमारा नॉर्थ इंडिया है या सेंट्रल इंडिया है वहां पर अभी तक का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट है यह यह बात ध्यान रखिएगा क्वेश्चन आपसे बन सकता है सवाल यह है कि इस प्रोजेक्ट को किसके थ्रू डेवलप किया गया है तो इसको डेवलप किया गया है यूनियन मिनिस्ट्री ऑफ रिन्यूएबल एनर्जी के अंडर में यह प्रोजेक्ट किसने लगाया है किसने काम किया है किसने इसको इंप्लीमेंट किया है तो उसके पीछे एक इंपॉर्टेंट बॉडी है जिसका नाम है एस जे वी एन ग्रीन एनर्जी लिमिटेड तो एस जेवी एन ग्रीन एनर्जी लिमिटेड यह पर्टिकुलर कह सकते हैं अ कंपनी है जिसने यहां पर इस प्रोजेक्ट को एग्जीक्यूट किया यह जो कंपनी है यह कह सकते हैं एक जॉइंट वेंचर एक जॉइंट कंपनी है भारत सरकार और हिमाचल प्रदेश की सरकार की बीच की इन्होंने इसको इंप्लीमेंट किया फिर एक और प्रश्न आता है हमारे दिमाग में कितना पैसा लग गया होगा इस प्रोजेक्ट को लगाने में तो ₹ 46 करोड़ ₹ 46 करोड़ का दोस्तों यह प्रोजेक्ट है और बताया जाता है कि शुरुआती तौर पर लगभग 196.168 मिलियन यूनिट्स ऑफ इलेक्ट्रिसिटी जनरेट होगी धीरे-धीरे बताया जा रहा आने वाले 25 सालों में लगभग 4629 3 मिलियन यूनिट्स के आसपास इलेक्ट्रिसिटी जनरेशन इसकी ताकत रहेगी और जैसे यहां पे यह प्रोजेक्ट पूरी तरह से शुरू होगा कंप्लीट होगा तो दोस्तों यहां पे एक सबसे बढ़िया चीज यह है कि लगभग 2.3 लाख टंस के आसपास का जो कार्बन एमिशंस हैं उसको यह रिड्यूस कर देगा यानी पोल्यूशन को काफी ज्यादा कम कर देगा और इससे भारत सरकार को हेल्प मिलेगी कैसे क्योंकि हमारे देश का हमारी गवर्नमेंट का मेन टारगेट है कि 2070 तक हम नेट जीरो कार्बन एमिशन को अचीव कर सकें 2070 के बाद पोल्यूशन जनरेट ना करें तो उसमें 2.3 लाख टंस के आसपास कार्बन एमिशंस कम करने की ताकत रखता है यह प्रोजेक्ट इतना ही नहीं यह जो प्रोजेक्ट है यह वाटर कंजर्वेशन में भी हेल्प करेगा इससे क्या होगा जो पानी के ऊपर यह प्रोजेक्ट लगा है दोस्तों जो पानी है वह गर्मी के मारे भाप बन के उड़ेगा नहीं एवपोरेट्स वेशन जैसी जो कांसेप्ट है वह भी यहां पर लागू होती हुई हमको नजर आएगी आई होप आपको इसके बारे में क्लेरिटी मिल चुकी है क्वेश्चन यह है कि अगर कुछ लिखना हो कुछ यहां पे याद रखना हो तो क्या करेंगे हम इसके लिए दोस्तों उसके लिए परेशान नहीं होगा जो भी बातें मैंने आपको बताई है वोह सब यहां पर नोट्स के फॉर्म में आपको प्रोवाइड करवा दी गई है सब पीडीएफ में आपको मिल जाएगा ठीक है यही सब कुछ मैंने आपको पढ़ाया प्रोजेक्ट का कॉस्ट कितना है है ना क्या-क्या हेल्प करेगा कितनी एनर्जी जनरेट करेगा किसने बनाया है वो सब कुछ यहां पे लिखा हुआ है ठीक है आगे आते हैं नाउ नेक्स्ट आर्टिकल आज के न्यूज़पेपर का हमारा दूसरा सबसे इंपॉर्टेंट टॉपिक है दोस्तों यह इसको जीएस पेपर नंबर टू पॉलिटी के साथ ब लिंक कर सकते हैं आज हम लोग बात करने वाले हैं अवैध तरीके से बनाई जाती जो लिकर है इसके बारे में अभी इसको लेकर बहुत कंट्रोवर्सीज हुई आपने मई के महीने में देखा होगा एक भयंकर ट्रेजेडी हो गई थी तमिलनाड के अंदर में कई लोगों की जान गई इस गलत तरीके से जो शराब बनाई जाती है उसको पीने की वजह से उसको कंज्यूम करने की वजह से तो इसमें सबसे बड़ा नाम आ रहा है आजकल समय पर कलकुरीची ूच ट्रेजेडी तमिलनाड के अंदर में भयंकर ट्रेजेडी हुई जिसकी वजह से आप इमेजिन कीजिए 68 से ज्यादा लोगों की जान गई एक साथ और कई इतने तने सारे लोग थे जो बीमार पड़े जिनका लगातार ट्रीटमेंट चला रीजन रीजन है हूच हूच क्या है हूच अवैध तरीके से बनाई गई शराब है जो बहुत ज्यादा नशीली हो जाती है नशीली क्या वो जहर बन जाती है एक तरीके से क्योंकि उसको ऐसा रेगुलेटरी एनवायरमेंट के अंदर में नहीं बनाया जाता है गलत तरीके से बना रहे हैं अवैध तरीके से बना रहे हैं ठीक है तो इसी को लेकर यहां पे क्या हुआ है जो हमारी हाई कोर्ट है इन्होंने सीबीआई और एसआईटी की इन्वेस्टिगेशन की मांग की है तो सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन एंड स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम इनसे बोला है कि भाई यह 68 लोगों की जो जान गई है इसका इन्वेस्टिगेशन का मामला हम आपको सौंप रहे हैं आप चेक करेंगे स्पेशली तमिलनाड में यह हुआ क्या है और पूरी जो रिपोर्ट है उसको लेकर आके हमारे सामने प्रेजेंट करेंगे और इसके ऊपर फिर एक्शन लेने की बात होगी क्योंकि ऐसे केसेस हमको रेगुलर बेसिस पर नजर आ रहे हैं हमने यह देखा कि तमिलनाड में ऐसा एक केस फिर से 1998 में भी नजर आया था उतना ही नहीं बिहार में ऐसे हुच ट्रेजेडी के कई सारे केसेस नजर आते हैं तो हमें इस इस पे सख्त एक्शन लेने की जरूरत है और केवल एक पर्टिकुलर स्टेट की वजह से नहीं क्योंकि एक राज्य में तो यह केस आया तो इसकी वजह से दोस्तों हमें पूरे के पूरे नेशनल लेवल पर ध्यान रखना होगा क्योंकि बिहार से भी ऐसे ूच ट्रेजेडी के केसेस हैं पंजाब से भी ऐसे केसेस निकल कर आए हैं अब तमिलनाड से भी ऐसे केसेस निकल कर आए तो यहां पर एक्शन लेने की रिक्वायरमेंट है कि भाई ऐसा कुछ करें जिससे जो यह अवैध तरीके से बनाई गई लिकर है इसको बेसिकली यहां पर रोका जा सके अब देखो इस आर्टिकल में वैसे ऐसा कुछ नहीं है इन्वेस्टिगेशन की मांग की है रिपोर्ट्स वगैरह जो भी आएगा सब कुछ डिस्कस किया जाएगा एग्जाम पर्सपेक्टिव से जो सबसे इंपॉर्टेंट चीज है वो आपको यह पता होना चाहिए कि सर यह हूच जो है होती क्या है हूच जो है बनती कैसे है यानी इसका मेकिंग प्रोसेस और इसको हम बैन क्यों नहीं कर देते है ना कई सारे लोग इसको बैन ना करने के सपोर्ट में कई सारे लोग इसको बैन करने के सपोर्ट में और लेकर जो शराब होती है सरकार इसको सर लेकर को लेकर एक जो डिबेट चलती है ना कि इसको बैन कर देना चाहिए दूसरी तरफ नहीं बैन करना चाहिए वो आज डिबेट आपके माइंड में क्लियर करने वाला हूं तो एक बहुत ही रिलेवेंट टॉपिक है आर्टिकल में दम नहीं है आर्टिकल आपको पता है लेकिन इसके पीछे का जो रिलेवेंट डाटा है आपकी बैकग्राउंड इंफॉर्मेशन है वो ज्यादा रिलेवेंट है ठीक है चलिए बात करते हैं हुच ट्रेजेडी के बारे में पहले बिल्कुल बेसिक से शुरुआत करेंगे जैसे मैं हर एक आर्टिकल को बिल्कुल बेसिक से फाउंडेशन से शुरू करता हूं देखिए हुज ट्रेजेडी की शुरुआत क्या होती है हमारे देश के अंदर में हुच से रिलेटेड जो मृत्यु है वह लगातार बढ़ती जा रही हैं एक रिपोर्ट यह भी बताती है कि हमारे देश के अंदर में हर दिन हर दिन मैं बता रहा हूं एवरेज तीन लोगों की जान जा रही है इसी वजह से इस हूज की वजह से हूज क्या होता है बता ही चुका हूं गलत तरीके से बनाई हुई शराब अब इस हुज ट्रेजेडी में सबसे ऊपर कौन-कौन से राज्य आ रहे हैं तो दोस्तों यहां पे लोकसभा की जो एक रिपोर्ट थी वहां पे टॉप पांच राज्यों की बात की गई जहां पे सबसे ज्यादा डेथ हो रही है इस प्रकार से हुज को कंज्यूम करके 2016 से 20 के बीच में जहां पर बिहार और छत्तीसगढ़ ने टॉप किया लेकिन इसमें अब पंजाब तमिलनाड ऐसे कुछ और स्टेट्स भी ऐड हो रहे हैं फिर एक और रिपोर्ट आती है डाटा के अकॉर्डिंग बताया गया है कि 6000 से ज्यादा मृत्यु हुई हैं साल 2016 से लेकर 2020 के बीच में इसी प्रकार से हूज को कंज्यूम करके और सबसे कम जो मृत्यु हुई थी वो साल 2020 में हुई थी 947 आप इमेजिन कीजिए 947 कम मृत्यु बता रहे हैं वो भी 2020 में तो आप यह भी समझ सकते हैं कि हां बिल्कुल कई-कई हजारों मौत हो रही है हर साल इस अवैध तरीके से बनाई गई शराब की वजह से इस हूच की वजह से या इंग्लिश में बोले तो स्पियन आता है कि सर यह स्परिसम ही बना लेते हैं अपने आप बना रहे हैं कोशिश कर रहे हैं और वह लेकर की जगह मतलब जहर बन जाती है सिंपल सी बात है जो कि हमारे कंज्यूमर्स के लिए बहुत ही ज्यादा घातक होती है बहुत ही ज्यादा सस्ती होती है इसको कई बार यहां पे लोग यूज कर रहे होते हैं है ना अब जहर इसलिए बन जाती है क्योंकि दोस्तों इस शराब के व बनाते बनाते इसमें मिथाइल अल्कोहल का परसेंटेज ज्यादा होता है और मिथाइल अल्कोहल एक इंसान के लिए पॉइजन अस माना जाता है जहर माना जाता है इस प्रकार की शराब अगर आप कंज्यूम करते हैं तो इससे आपको दिखना बंद हो सकता है या दूसरी सीरियस हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं और एट द लास्ट मृत्यु भी इससे हो सकती है नाउ क्वेश्चन यह है कई बार क्या होता है कि इसमें कुछ और केमिकल्स मिला दिया जाते हैं यानी मिथाइल अल्कोहल तो है जो कि ऑलरेडी डेंजरस है प्लस इन्होंने कुछ और केमिकल्स मिला दिए इथाइल अल्कोहल के साथ में तो यहां पे जो कंज्यूम ताकि उसको ज्यादा नशा मिले है ना तो ओबवियस सी बात है वो उसी लिए कंज्यूम कर रहा है और उसको ज्यादा नशा देने के लिए यहां पर उन्होने और केमिकल मिला दी जिससे वह हाईली पॉइजन हो जाता है और उसके बाद उस इंसान की मृत्यु निश्चित सी हो जाती है और मृत्यु निश्चित नहीं हुई है तो बॉडी के कई सारे ऑर्गन्स डैमेज हो जाते हैं उस केमिकल सब्सटेंस की वजह से तो यह कंडीशन दोस्तों आज के समय पर चल रही है नाउ सबसे पहला क्वेश्चन यह आता है कि व्हाई डू दी पीपल फॉल प्रे टू सच लेकर कहने का मतलब है ठीक है यार अगर आप चलो पीनी है दुनिया भर में ट्रेंड देखना है लिक्कर चलता है तो यहां पर ऐसी वाली लिक्कर जो लोग यहां पर अपने आप बना लेते हैं है ना तो इसके पीछे भागने की क्या जरूरत है आप दूसरी यहां पर जो बिल्कुल रेगुलेटेड एनवायरमेंट में बनाई जाती है दूसरी इंडस्ट्रीज में बनती है आप उसको कंज्यूम कीजिए हेल्थ तो खराब नहीं होगी हां डैमेज होगी डेफिनेटली लेकिन यहां पर वैसा इंपैक्ट तो नहीं पड़ेगा ना जैसा पीरियस लेकर की वजह से हो रही है तो लोग इस वाले जाल में क्यों फंस रहे हैं उसके पीछे का रीजन है डिमांड और स रिलेशन इसको ध्यान सुनिए ठीक है क्योंकि आपसे मान लो आप इंटरव्यू में बैठे हैं हो सकता है कि हुच ट्रेजेडी कोई आर्टिकल चल रहा हो उस समय पर है ना कोई करंट इशू में हो आप बैठे हैं तो आपसे क्वेश्चन बन जाए कि भाई जब हमारे देश में है ये सब चीजें तो इसमें ऐसे जाल में क्यों फंस रहे हैं तो उसके पीछे का रीजन है डिमांड सप्लाई और दूसरी चीज यहां पे जो कॉस्ट है ना वो एक बड़ी प्रॉब्लम क्रिएट करती है क्योंकि कई सारी जगह पर दोस्तों शराब तो बैन है कई सारे स्टेट्स के अंदर आपको पता है शराब को बैन कर रखा है अब बैन कर रखा है तो भाई वहां पर क्या हो रहा है इस तरीके से से गलत हरकत से छुप-छुप के और मतलब जैसे मैंने बोला इऑर्टिक तरीके से वो बनाई जा रही है शराब तो यह लोगों को अच्छा लग रहा है एक रीजन तो यह हो गया फिर उसके बाद में सबसे चीप अल्टरनेटिव यह होता है दूसरी अगर आप ब्रांड लेते हैं तो वह थोड़ी महंगी पड़ेगी लेकिन यहां पे एक यह चीप अल्टरनेटिव है जिसकी कोई ब्रांड नहीं है ऐसी बना दी गई है और ऐसे यहां पर वह बेच देते हैं ओबवियस सी बात है जो बेचने वाला है बनाने वाला है उसको भी बहुत फायदा हो रहा है क्योंकि बहुत ही ज्यादा लो क्वालिटी का लेकर है उनको बहुत बड़े मार्जिन में प्रॉफिट होता है तो ये यहां पर चीप अल्टरनेटिव भी एक रीजन हो सकता है ना क्वेश्चन ये है कि भाई बैन ही कर दो ना क्यों नहीं बैन कर सकते लिकर बैन कर दो काम खत्म तो इसको लेकर कई बार डिबेट चलती है आपको पता है एक तरफ लोग फेवर में है कि हां बैन कर देना चाहिए दूसरी तरफ लोग नहीं नहीं बैन नहीं करना चाहिए इससे बहुत नुकसान होगा चलिए मैं आपको बताता हूं कि सरकार लिकर को यानी शराब को पूरी तरह से बैन क्यों नहीं करती है पहले हम ये जान लेते हैं जो लोग फेवर में है कि हां बैन करना चाहिए उनके क्या-क्या कहना है उनका कहना यहां पर यह है ठीक है बैन कर दो क्या दिक्कत है अगर आप सोच रहे हो कि शराब के ऊपर में आप बहुत सारा टैक्स कमाते हैं टैक्स से सरकार का रेवेन्यू जनरेट होता है तो इसको आप एक दूसरे पर्सपेक्टिव से भी देख सकते हैं तो जो लोग पॉजिटिव में उनका कहना यह है कि भाई जो हमारी इकॉनमी है वोह मजबूत तब भी रह सकती है बिना शराब बेचे भी अगर सरकार यह इंश्योर करें कि जो टैक्स लोग मतलब चोरी कर रहे हैं उस चोरी होने से बचा है ब्लैक मनी को टारगेट करें ऐसी चीजों के ऊपर ध्यान दे करप्शन को कंट्रोल करें तो ओबवियस स बात है सरकार का कोई घाटा ही नहीं होगा आप ऐसे बेसिक चीजों पर ध्यान रखें एक तरफ आपने लेकर बैन कर दिया लोग इंप्रूव हो रहे हैं दूसरी तरफ आपके देश में ब्लैक मनी को टारगेट किया गया करप्शन कम किया गया तो इससे यहां पर और ज्यादा बेटर एनवायरमेंट क्रिएट होगा तो पहला यहां पर आर्गुमेंट यह है फेवर में दूसरा दोस्तों यहां पर हमारा कांस्टिट्यूशन कांस्टिट्यूशन में आपके फंडामेंटल राइट्स हैं फंडामेंटल ड्यूटीज हैं लेकिन डीपीएसपी को कैसे भूल सकते हैं डायरेक्टिव प्रिंसिपल्स ऑफ स्टेट पॉलिसी तो डीपीएसपी के अंदर में क्या मेंशन कर रखा है कि स्टेट गवर्नमेंट की य रिस्पांस टी है उनकी जिम्मेदारी है पब्लिक हेल्थ को मेंटेन करके रखें उनकी प्रोटेक्शन का ध्यान रखें तो डीपीएसपी क्लियर कहता है एक सरकार से आपकी रिस्पांसिबिलिटी है आप न्यूट्रिशन का लेवल बढ़ाए लोगों का स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग बढ़ाए पब्लिक हेल्थ को इंप्रूव करें तो इसको ध्यान में रखते हुए लिकर को बैन करना चाहिए लिकर से कौन सा न्यूट्रिशन मिल रहा है कौन सा स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग इंप्रूव हो रहा है और ज्यादा डाउन हो रहा है फिर तीसरा दोस्तों यहां पर जो फेवर में लोग हैं उनका कहना यह है कि सब कुछ तो ठीक है लोग पैसा भी खर्च कर रहे हैं पैसा खर्च करके खरीद क्या रहे हैं जहर जो कि एक इंसान के लिए बहुत ही ज्यादा इंजिस है सब जानते हैं कि हां भाई शराब का कोई फायदा नहीं है हेल्थ के लिए इयर इंजय अस है कोई भी डॉक्टर कभी रिकमेंड करेगा कोई डॉक्टर कोई सजेस्ट नहीं करता कि हां लेकर एक इंसान की हेल्थ को इंप्रूव करता है वही पैसा आप दूसरे और पर्टिकुलर न्यूट्रिशन में खर्च कर सकते हैं जिससे बिल्कुल बॉडी के अंदर आपकी जो नीड्स है वह पूरी होंगी ये अब ये अभी लिकर क्या कर रहा है आपके लीवर को डैमेज कर रहा है लिवर को फैटी क फैटी बना रहा है जिससे और बड़ी-बड़ी प्रॉब्लम्स होती है समझ गए तो आपके बॉडी की जो पूरी फंक्शनिंग है वह खत्म सी हो जाती है कुछ समय बाद तो यह यहां पर लोगों ना कहना है फिर एट द लास्ट अफेक्ट्स पुअर पीपल कहने का मतलब है जो गरीब लोग हैं पॉवर्टी की कैटेगरी के अंदर में वहां पर मान लो उस गरीब परिवार में कोई व्यक्ति ऐसा है जो और और ऐसा होता है बहुत सारे केसेस शायद आपने भी देखे होंगे जहां पर एक परिवार है जो इनकम हेल्थ है वह कुछ भी ज्यादा बढ़िया नहीं है घर चल रहा है जैसे तैसे अब उसमें जो मेन व्यक्ति है वही अल्कोहल से एडिक्टेड है मेन व्यक्ति जो मेन कमा रहा है वही यहां पर शराब के नशे कर रहा है तो उस घर की जो इनकम है वह कैसे कम हैगी वह ज्यादातर पैसा इन्हीं सब चीजों में खर्च कर रहा है घर को डुबा दे रहा है डीपीएसपी कहता है आप लोगों की लाइफ को बेटर करें लेकिन यहां पर दोस्तों यह जो पर्टिकुलर लिकर है वह लोगों के स्टैंडर्ड को और डाउन कर रहा है तो यहां पर यह भी लोगों का कहना है इस वजह से लिकर को बैन कर देना चाहिए ट द लास्ट एक और सबसे इंपोर्टेंट चीज लोगों ने उठाई है वो है सोशल इश्यूज सबसे बड़ी चीज जो लेकर है यह एक मेन कारण कह सकते हैं हमारे जो फैमिली बॉन्ड्स टूट रहे हैं कपल्स के बीच में डाइवोर्स हो रहा है बच्चों को इग्नोर किया जा रहा है टाइम नहीं दे पा रहे हैं पेरेंट्स आपस में उलझे पड़े हैं डोमेस्टिक वायलेंस घरेलू जो हिंसा हो रही है उसके पीछे दोस्तों लेकर भी जिम्मेदार है फिर उसके बाद एक और लोगों का कहना है एडिक्शन एंड राइज इन क्राइम्स क्योंकि जितना ज्यादा लेकर इजली अवेलेबल रहेगा उतना ज्यादा जो नौजवान लोग हैं जैसा देखने को मिलता भी है जो यंगस्टर्स हैं वह लगातार यहां पर इन चीजों के प्रति एडिक्ट होते हैं शुरुआती तौर से यहां पर लोग पी रहे हैं माता-पिता से छिप छिपाकर जो भी हो जैसे भी हो और धीरे-धीरे यहां पे क्या होता है क्राइम्स रेट फिर बढ़ते रहेंगे और क्राइम्स के परसेंटेज भी यहां पर इंक्रीज होंगे इन्फ्लुएंस के अल्कोहल के इन्फ्लुएंस के अंडर में इस तरीके से कोई भी इंसान किसी भी प्रकार का क्राइम कर सकता है नशे में सिंपल सी बात है फिर इस वजह से लिकर बैन करना चाहिए और फिर उसके बाद यहां बात होती है क्राइम रेट की अगर सरकार लिकर को बैन कर दे या इसके ऊपर रोक लगा दे तो इससे गारंटी यहां पर कुछ रिपोर्ट्स बोलती है आने वाले समय पर क्राइम रेट कम होगा डिक्लाइन होगा ठीक है लेकिन वही है ना जहां पर बैन है वहां पर यह गलत तरीके से बनाया जा रहा है है ना तो एडिक्शन यही होता है नशा है यह एक लत है जो इंसान छोड़ नहीं पा रहा है बट छोड़ दे तो डेफिनेटली यहां पर जो लिविंग ऑफ स्टैंडर्ड है वह चेंज हो जाए अब क्वेश्चन यहां पर यह है कि ये सर हमने यह तो चलो बात कर ली जो लोग लेकर के फेवर में है कि हा बैन करना चाहिए उनके क्या पॉइंट ऑफ व्यू से है दूसरी तरफ कुछ लोग ऐसे भी हैं जो कि यह चाहते हैं कि लिकर के ऊपर बैन नहीं लगना चाहिए क्यों नहीं लगना चाहिए रीजन नंबर वन रीजन नंबर वन क्या इससे जो सरकार का रेवेन्यू है उसके ऊपर बहुत बड़ा इंपैक्ट पड़ेगा गवर्नमेंट खुद आर्गू करती है क्योंकि करना चाहते तो वह कर सकते थे लेकिन लिकर की सेल से दोस्तों भयंकर टैक्स मिलता है एक्ससाइज ड्यूटी मिलती है और यह सब मनी यहां पर इकॉनमी को डेवलप करने में गवर्नमेंट यूज कर रही है देन उसके बाद में दूसरा है लीगल एंगल क्योंकि अगर अगर आप दूसरा केस देखेंगे दोस्तों कि अगर अल्कोहल को बैन कर भी दिया जाए जैसे मैंने आपको बोला कि लोग दूसरे दूसरे तरीके ढूंढने लगते हैं जुगाड़ फसाने लगते हैं यह सब चल रहा है तो अगर अल्कोहल नहीं मिलेगा तो इससे और करप्शन जो क्राइम्स है ऐसी चीजें यहां पर बढ़ने लगेंगी क्योंकि अगर लोगों को अल्कोहल नहीं मिलेगा कंज्यूम करने के लिए तो शुरुआती तौर पर बहुत सारी मेजर प्रॉब्लम्स हो सकती हैं देन उसके बाद में एक और चीज है वायलेंट क्राइम बढ़ सकते हैं ठीक है क्योंकि ओबवियस सी बात है क्या है ये एडिक्शन हो चुका है लोगों की लत बन चुकी है अगर किसी को यहां पर यह ना मिले तो इससे वह अलग-अलग इल्लीगल मेथड जितने भी यहां पर अवैध तरीके होंगे उन सबको अपना की अपनाने की कोशिश करेगा क्योंकि वह इस चीज के प्रति एडिक्ट हो चुका है तो यह भी एक सबसे बड़ा खतरा है कि क्राइम्स और बढ़ भी सकते हैं है ना फिर एट द लास्ट यहां पे राइट टू लेकर एक हक भी लोगों को मिल जाता है क्योंकि कहने का मतलब है कई सारे केस ऐसे हैं जहां पे आर्गुमेंट दिए जाते हैं लोगों के माध्यम से कि जो फंडामेंटल राइट है हमारे कांस्टिट्यूशन के अंदर में वो बोलता है राइट टू कंज्यूम एंड ट्रेड लेकर और अगर राइट टू कंज्यूम एंड ट्रेड लेकर आएगा व्यापार कर सकते हैं इसका कंज्यूम कर सकते हैं तो इसको अगर हमें लिंक करना हो तो हम आर्टिकल 21 और आर्टिकल 19 क्लॉज वन सब क्लॉज जी जो है हमारे कॉन्स्टिट्यूशन का उससे लिंक कर सकते हैं जो कि राइट टू लाइफ की भी मेंशन करता है बात करता है तो आप यहां पे दोस्तों यह चीजें देख पाएंगे दोनों के दोनों जो एंगल्स है मैंने आपके साथ में शेयर किए हैं बाकी अब एट द लास्ट आप लोगों के सामने एक प्रश्न है आप इसके फेवर में रहेंगे अगेंस्ट में रहेंगे नीचे कमेंट सेक्शन में अपने पॉइंट ऑफ व्यूज को विद सॉलिड रीजन लिखना ना भूलें आगे आते हैं ना आगे बढ़ने से पहले एक इंपॉर्टेंट इंफॉर्मेशन अगर आप लोग हमारे पेड ग्रुप्स को जवाइन करना चाहते हैं आपके पास में बढ़िया मौका है इसको ज्वाइन करने का यहां पर आपको डेली बेसिस पे करंट नोट्स के पीडीएफ वगैरह प्रोवाइड करवाए जाते हैं फॉर एग्जांपल जैसे अभी हमने एक आर्टिकल दो आर्टिकल डिस्कस किए दोनों में बहुत सारे नोट्स बना के दिए आर्टिकल रेलीवेंट नहीं है जो डाटा बना कर दिया गया है व ज्यादा रेलीवेंट है वहीं से क्वेश्चन आएगा तो वो सब चीजें दोस्तों आपको एक पीडीएफ में कंपाइल करके इस ग्रुप में दे दी जाती है एक ऐसा पीडीएफ जो प्रिंटेबल फॉर्म में होता है जिसका प्रिंट आउट वगैरह निकलवा सकते हैं एक ऐसा पीडीएफ जो हिंदी इंग्लिश दोनों भाषाओं में होता है एक ऐसा ग्रुप मिल जाता है जहां पे आपका सभी करंट अफेयर्स का कंटेंट सिक्योर हो जाता है कहने का मतलब है इधर-उधर भागने की खट्ठा करने की जरूरत नहीं है सब एक जगह पर प्रेजेंट है किसी भी तारीख का पीडीएफ उठाओ डाउनलोड करो पढ़ो डिलीट करो अनलिमिटेड ऑप्शंस आपके पास में अवेलेबल है यानी डेट वाइज सब कुछ दोस्तों डाटा पड़ा हुआ है कोई टॉपिक सर्च करना है जो बहुत पुराना है वोह भी आप कर सकते हैं तो यह सभी चीजों की आपको बड़ी मदद मिल जाती है इस ग्रुप के अंदर में इससे प्रिपरेशन आसान हो जाती है बाकी टाइम मिल जाता है दूसरे सब्जेक्ट्स को प्रिपेयर करने का और ग्रुप को जवाइन करने के लिए करना क्या है मैं आपको बताऊं दोस्तों सबसे पहले तो देखो जो फी पेमेंट है यहां का बहुत मिनिमम है जस्ट 499 फॉर द लाइफ टाइम एक्सेस जब तक आपका सिलेक्शन ना हो जाए तब तक आप 499 में ग्रुप को जवाइन करके रख सकते हैं पीडीएफ डेली मिल रहे हैं और आगे भी मिलेंगे ग्रुप को जवाइन करने के लिए क्या करना है whatsapp2 4873 68 इस नंबर पर मैसेज कर देना कि हां आई वांट टू जॉइन दिस ग्रुप वहां पे आपको रिप्लाई मिलेगा पेमेंट का प्रोसेस दिया जाएगा और उससे ज्यादा इंपॉर्टेंट आपको डेमो वीडियो का लिंक भी भी मिलेगा आप पूरे डेमो वीडियो को अच्छे से चेक कर सकते हैं देख सकते हैं कि मुझको कहां-कहां पर क्या-क्या फायदे हो रहे हैं अपने आप को कंप्लीट सेटिस्फाई कर लेना पूरी संतुष्टि हो जाए उसके बाद जाकर ये इन्वेस्टमेंट करना बाकी दोस्तों मेक श्योर कर सकते हैं कि वीडियो पे यार जो लाइक का बटन है उसको प्रेस कर दिया करो 5000 लाइक्स का टारगेट है जिसको आप सभी लोगों ने सपोर्ट करना है चलिए आगे आते हैं अगले आर्टिकल पर नेक्स्ट आर्टिकल भी हमारे लिए बहुत ही ज्यादा जरूरी है आज के न्यूज़पेपर का और यहां पे सुप्रीम कोर्ट का एक बड़ा स्टेटमेंट है जहां पे यूएपीए से रिलेटेड कुछ बातें इन्होंने बोल दी हैं देखिए ऐसे-ऐसे टॉपिक्स हैं जो आप कहीं ना कहीं स्किप कर देंगे लेकिन आपका कोई पॉलिटी से लिंक करता है ज्योग्राफी से लिंक करता है एनवायरमेंट से लिंक करता है ठीक है अब यहां पे बात हो रही है कि जो हमारे कोर्ट्स हैं शुड नॉट हेसिटेशन इसकी फुल फॉर्म क्या है अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन एक्ट कई बार इस एक्ट को एक टैग दे दिया गया है टैग यह है ड्रैकोनियन एक्ट कहने का मतलब है गवर्नमेंट इसका कभी भी किसी भी के प्रति यहां पर ऐसे इस्तेमाल कर सकती है तो यूएपीए का मेन पर्पस क्या है दोस्तों यूएपीए का मेन पर्पस यह है कि देश के अंदर जो भी अनलॉफुल एक्टिविटीज करें देश को संकट में डालने की कोशिश कर रहा है है ना टेररिज्म को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा है अनलॉफुल एक्टिविटी जो भी है देश के खिलाफ अगर जा रहा है तो उसके ऊपर सीधा यूएपीए लगा के उसको अंदर किया जा सकता है लंबे समय के लिए यह बात इस एक्ट के अंदर में मेंशन की गई है और यूएपीए की पावर्स हमारी गवर्नमेंट के पास में है तो कोर्ट यह बोलता है कि मान लो यूएपीए के केसेस के तहत किसी को धर भी लिया गया है किसी को अरेस्ट किया जा रहा है तो अगर वह बेल का बेल को डिजर्व करता है तो उसको बेल देना चाहिए क्योंकि कई सारे केसेस ऐसे हैं जिसको यूएपीए के तहत अरेस्ट किया गया लेकिन उनको बेल लंबे समय से नहीं मिली है तो कोर्ट बोलता है भैया बेल देना जरूरी है और कोर्ट को हेसिटेशन कोर्ट ने यह मेंशन भी कर रखा है हेसिटेशन नहीं होना चाहिए ये बेल देने में क्योंकि अगर आप बेल नहीं देंगे तो एक सबसे बड़ी प्रॉब्लम है ऐसे केसेस पहले भी कई सारे आए हैं कोर्ट ने यह बोला है कि मान लो एक पर्सन है जिसको आपने अरेस्ट कर लिया यूएपीए के तहत कुछ आपने प्रूव किया नहीं अब क्या हुआ उसको आप बेल भी नहीं दे रहे हो जबकि बेल वो डिजर्व करता है तो यह तो आपका अपराध हो गया ना आप अपराध को रोकने गए थे आपने अपराध कर दिया अपराध क्या कर दिया भाई उसके पास में फंडामेंटल राइट्स है जो संविधान से मिलते हैं राइट टू लाइफ जीने का अधिकार है और आपने वोह राइट टू लाइफ छीन लिया है उसको उठाकर जेल में डाल दिया है और वह बेल डिजर्व करता है इस वजह से कई बार दोस्तों देश भर में प्रोटेस्ट हु जैसे एक प्रोटेस्ट यह है यूएपीए एनएसए रद्द करो इन सबको खत्म करो टेरर रिलेटेड लॉज इन इंडिया इस तरीके से यहां पर आप देख पाएंगे यूएपीए इंडिया टूल्स अगेंट अगेंस्ट इस तरीके से यहां पर कई सारे जो प्रोटेस्ट है वो भी देखने को मिले हैं कि भाई यूएपीए हटाए एनएसए हटाएं इनके तहत लोगों को अरेस्ट कर लिया जाता है कुछ बोल नहीं पाते हम अगर कुछ बोलते हैं तो ऐसे कह दिया जाता है टैग लगा दिया जाता है कि हां ये देश के खिलाफ है ये एनिमी है ये है वो है अरेस्ट कर दिया जाता है तो उसके बेसिस पे ये सुप्रीम कोर्ट का स्टेटमेंट है जो मैंने आपको समझाया लेकिन यूएपीए है क्या और उसकी कितनी जरूरत है क्या हुआ है इसके साथ में चलिए यह जानना बहुत जरूरी है एग्जाम में ये आर्टिकल नहीं पूछा जाएगा यह तो बस खाली बयानबाजी है एग्जाम में अगर कुछ क्वेश्चन आया तो यूएपीए के बारे में पूछा जाएगा वो एक्ट जब तक आप डिटेल से नहीं पढ़ोगे तब तक अपने माइंड में क्लेरिटी नहीं लेकर आ पाओगे ये सही है या गलत है चलिए अब आते हैं मेन मुद्दे पर तो आइए यह है आपके सामने सारा का सारा डाटा बात हो रही यूएपीए की तो यूएपीए का मतलब अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन एक्ट जितनी भी अनलॉफुल एक्टिविटी अनलॉफुल एक्टिविटी मतलब ऐसी कोई हरकत किसी इंसान की जो हमारे देश के अंदर डिसर पशन लाना चाहता है हमारी सोटी के खिलाफ है देश के इंटीग्रिटी के खिलाफ है है ना तो उस केस में यहां पर उस परे यूएपीए के चार्जेस लगाए जाएंगे और यूएपीए की जो एब्सलूट पावर है वह हमारी केंद्र सरकार के पास में आती है जैसे मैंने आपको बताया और य यहां पर दोस्तों सबसे खतरनाक चीज है कि अगर मान लो जो हाईएस्ट पनिशमेंट है किसी ने कोई बड़ा अपराध किया है देश के साथ दुश्मनी कर रहा है गद्दारी कर रहा है तो यूएपीए के तहत जो उसको अरेस्ट किया जाएगा ना उस पर जो सजा दी जाएगी सबसे ज्यादा से ज्यादा बड़ी सजा उसके लिए डेथ पेनल्टी भी है उसको मौत की सजा भी सुनाई जा सकती है उम्र कैद भी दिया जा सकता है यह तक प्रोविजन है यूएपीए में अब यूएपीए के प्रावधान क्या बोलते हैं मेजर प्रोविजंस क्या है ये आपके सामने डाटा है जब प्रोविजंस की हम लोग बात करते हैं सबसे बड़ी ताकत हमारी केंद्र सरकार के पास में आती है यूएपीए के रिगार्डिंग केंद्र सरकार किसी भी एक इंसान को या कोई पर्टिकुलर ग्रुप है कोई ऑर्गेनाइजेशन है उसको आतंकवादी घोषित कर सकती है यूएपीए का इस्तेमाल करके या किसी ऑर्गेनाइजेशन को टेररिस्ट ऑर्गेनाइजेशन का टैग दे सकती है फिर उसके खिलाफ कड़ी कारवाई शुरू होगी तो कहने का मतलब है ये कब करेगी ऐसा तो नहीं करना है मतलब ऐसा तो फालतू में फिर भी नहीं कर सकती है मान लो कोई पर्टिकुलर ऑर्गेनाइजेशन है या कोई इंडिविजुअल है वो यहां पर टेररिज्म आतंकवाद जैसी चीजों में शामिल था या टेररिज्म के लिए प्रिपेयर हो रहा है या टेररिज्म जैसी चीजों को प्रमोट भी कर रहा है या दूसरा उस केसेस में इवॉल्व है तो ऐसे पर्टिकुलर केसेस को यूएपीए के तहत देखा जाएगा और जो भी अरेस्ट होंगे उनके खिलाफ सख्त से सख्त एक्शन लिए जाएंगे इस यूएपीए एक्ट के अंदर में जो एक इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर होता है इसको जरूरत होती है कि पहले वो अप्रूवल लेगा डीजीपी से दैट इज डायरेक्टर डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस तो डीजीपी से पहले वो अप्रूवल लेगा और अप्रूवल लेने के बाद में दोस्तों उस इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर के पास में ताकत रहेगी कि भाई जिसके खिलाफ यहां पे कोई केस दर्ज हुआ है यूएपीए का उसकी सारी प्रॉपर्टीज को जब्त कर लिया जाए ठीक है यह भी प्रोविजन है और मान लीजिए कोई इन्वेस्टिगेशन यह इन्वेस्टिगेटिंग ऑफिसर की जगह जो नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी है एनआईए के ऑफिसर अगर मान लो इन्वेस्टिगेशन करते हैं तो तो भी यहां पे जो डायरेक्टर जनरल होते हैं एनआईए के उनके अप्रूवल की जरूरत है उनका अप्रूवल मिलेगा तभी जाकर उस किसी इंसान की प्रॉपर्टी को जब्त किया जाएगा स्पेशली वो इंसान जिसको यूएपीए के तहत ट्रीट किया जा रहा है तो यूएपीए की जो मैक्सिमम पावर्स है वोह सेंट्रल गवर्नमेंट के हाथ में है और यहां पर जो एनआईए के ऑफिसर्स हैं उनको भी ताकत मिल जाती है है ना अब दोस्तों क्या-क्या प्रोसीजर्स फॉलो किए जाते हैं देखो कुछ प्रोसीजर्स होते हैं ऐसे आप बिना फॉलो करे किसी को भी तो ऐसे टैग दे नहीं सकते किसी को भी तो ऐसे यूएपी के तहत अरेस्ट कर नहीं सकते तो पहले यहां पर जो हमारी केंद्र सरकार है वह किसी ऑर्गेनाइजेशन को अनलॉफुल डिक्लेयर करती है फिर वोह जाएगा केस ट्राइबल के पास में ट्राइबल यानी एक कोड बना रखा सेंटर ने ताकि उस मामले को थोड़ा और इन्वेस्टिगेट किया जा सके कि सही है या गलत है उसको कंफर्म किया जा सके कि सरकार का डिसीजन सही है या गलत है तब यहां पर पूरा डिसीजन लेने के बाद में नोटिफिकेशन आता है अब मान लो इन्वेस्टिगेशन में कुछ नहीं मिला तो छोड़ दिया जाएगा कुछ मिला तो यहां पर ओबवियस सी बात है आगे की कारवाई की जाएगी यह यहां पर मेंशन किया जा रहा है अब क्वेश्चन यह है कि यूएपीए ट्राइबल क्या है यानी कि इस प्रकार का यूएपी ट्राइबल क्या होता है कोर्ट की तरह यहां पर ट्राइबल होते हैं दोस्तों कई बार मैंने आपको बताया जैसे कोर्ट वर्क करता है से ट्राइबल वर्क करता है तो यूएपीए का अपना ट्राइबल है यूएपीए इस तरीके की कोर्ट की फैसिलिटी प्रोवाइड करवाता है जो कि गवर्नमेंट तैयार करती है है ना और इसको हेड करते हैं यानी कि इस ट्राइबल को हेड करते हैं रिटायर्ड या फिर सिटिंग जज ऑफ य हाई कोर्ट हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज या सिटिंग जज हो सकते हैं जो कि इसको लीड करेंगे उनको नोटिफिकेशन मिलता है केंद्र सरकार की साइड से देन ट्राइबल यहां पे एक्शन लेता है उस पर्टिकुलर केस को देखता है 30 डेज का समय मिलता है उस नोटिस को देखते हुए देन उसके बाद में व सब केसेस देखने के बाद में क्या होता है क्योंकि कोर्ट की तरह काम करेगा तो दोनों की साइड से आर्गुमेंट सुने जाएंगे इधर से कहना क्या है उधर से उस अपराधी का क्या कहना है दोनों ही यहां पर चीजें ओबवियस बात है अपराधी नहीं बोलेंगे अभी साबित नहीं हुआ है तो तो दोनों साइड से यहां पर केसेस सुने जाएंगे और केसेस सुनने के बाद में जो ट्राइबल है वो इंक्वायरी होल्ड कर सकता है 6 महीने के अंदर-अंदर मतलब इंक्वायरी होल्ड करके डिसाइड कर सकता है 6 महीने के अंदर-अंदर कि भाई जो एविडेंस है वो सफिशिएंट है या नहीं अगर एविडेंस ठीक है सही सबूत है तो ओबवियस सी बात है यहां पर उसके खिलाफ आगे ही कार्रवाई होगी अगर सफिशिएंट एविडेंस नहीं है तो उसको छोड़ा जाएगा तो यूएपीए के तहत यहां पे आपने देखा सेंट्रल गवर्नमेंट के पास में एक मेन रोल आ रही है कि हर जगह पर चाहे वो ट्राइबल हो चाहे कोई भी एस्पेक्ट हो सब में सेंट्रल गवर्नमेंट का एक अहम रोल हमको देखने को मिलता है क्लियर हो गया तो कहने का मतलब है अगर किसी को यूएपीए के तहत चार्ज कर लिया गया है तो मान लो सेंट्रल गवर्नमेंट का नोटिफिकेशन आ गया कि हां भैया आपको यूएपीए के तहत चार्ज किया गया है तब लेकिन वह चार्ज आपके ऊपर तब तक नहीं लगेगा जब तक कोर्ट उसको कंफर्म नहीं कर देता ट्राइबल कंफर्म नहीं कर देता अपने ऑर्डर में कंफर्म करने के बाद ही यहां पर वो आपकी वो ऊपर चार्जेस लग सकते हैं समझ गए अब क्वेश्चन यह है दोस्तों इसी अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन एक्ट के कई सारे क्रिटिसिजम होते हैं इसकी आलोचनाएं की जाती हैं प्रोटेस्ट हुए हैं देश भर में फोटोज मैंने आपको पहले दिखाए रीजन रीजन यह है कि सेक्शन नंबर 35 जो है यूएपीए का यह सरकार को ताकत देता है सरकार किसी भी एक इंडिविजुअल को किसी भी व्यक्ति को य एक आतंकवादी घोषित कर सकती है तो गवर्नमेंट यहां पे बिना बना प्रोसेस के कर सकती है गवर्नमेंट को अगर केवल शक भी है तो भी यह काम कर सकती है तो इस वजह से प्रोटेस्ट होता है कि यहां पर लोग फंस सकते हैं बिना बात के क्योंकि एक बहुत खतरनाक पावर गवर्नमेंट को मिल चुकी है किसी को भी डिटेन कर लेना अरेस्ट कर लेना बस खाली शक के बेसिस पर है ना उसको टेररिस्ट घोषित कर देना यह अपने आप में बहुत बड़ी पावर है बट यहां पर मान लो कोई व्यक्ति निर्दोष है तो उसके जो फंडामेंटल राइट्स हैं उसके वायलेशन होता हुआ नजर आता है दूसरी पता है सबसे बड़ी प्रॉब्लम क्या है टाइम कंजूमिंग ऑलमोस्ट 43 जो केसेस हैं यहां पर चार शीट को एक साल से ज्यादा लग गया बनने बनने में तैयार होने में क्योंकि पहले चार शट फाइल होगी ना तो एक या दो साल से ज्यादा लग गया दोस्तों तो इंसान को जस्टिस मिलने में काफी डिले हो जाता है इन्वेस्टिगेशंस चलती ही रहती हैं एक दो साल तक और मान लो उसका निर्दोष साबित हुआ तो उसके तो वो जो पर्टिकुलर इयर्स है जेल में वो तो बर्बाद हो गए ना तो जस्टिस बहुत डिले से मिल रहा है यह यहां पर बोला गया इसी बेसिस पे कोर्ट ने तो यह बोला है कि किसी को हेसिटेशन नहीं होना चाहिए बेल देने में जो बेल डिजर्व कर रहा है उसको बेल देकर छोड़ा जाए है ना ब अब बेल देने का मतलब ऐसा नहीं है कि आप अगर इन्वेस्टिगेशन करोगे तब भी कुछ नहीं होगा आप इन्वेस्टिगेशन करोगे बार-बार बुला सकते हो उन्हें कोई दिक्कत नहीं आपने बेल ही तो दिया है थोड़े समय के लिए रिलीज तो किया है बाकी वो इंसान को थोड़ा फ्रीडम मिल जाएगा तो सही रहेगा अगर यहां पर उसने कुछ नहीं किया है तब की बात हो रही है क्लियर हो गया अब देखिए दोस्तों ऐसे कई बार क्वेश्चन बन जाते हैं यूपीएससी ने मेंस में साल 2021 में एक पर्टिकुलर क्वेश्चन पूछा क्वेश्चन ये था कि आपको मल्टी डायमेंशन जो चैलेंज हैं जो बाहर की सरकारों से पढ रहे हैं हमारे देश के ऊपर पढ रहे हैं है ना कोई एक्सटर्नल स्टेट है न कौन स्टेट एक्टर है जो हमारे देश के लिए खतरा है उसको एनालाइज कीजिए और एनालाइज करते करते यह भी डिस्कस कीजिए कि क्या-क्या कदम हमने उठाए हैं इस पर्टिकुलर खतरे को ठीक करने के लिए क्योंकि ऐसे खतरे आते हैं बहुत सारे लोग बहुत सारे लोग होते हैं जो देश से यहां पर गद्दारी कर जाते हैं या देश के खिलाफ जा रहे हैं देश की सोटी को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं इंटीग्रिटी को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं तो उनके लिए यहां पर एक्शन लाया गया है तो उसके लिए यहां पर इस तरीके से एक एग्जांपल जैसा मेंशन किया गया है ना कि कुछ मेजर्स हैं वो डिस्कस कीजिए कि कैसे से हम इन खतरों को टैकल कर सकते हैं तो उसमें एक तो यूएपीए हो गया उसके अलावा और कौन-कौन से मेजर्स हो गए वो चीजें आप यहां पर इस आर्टिकल में मेंशन कर सकते थे ठीक है तो एक मेंस में भी ऐसा सवाल बन गया था मतलब मैं आपको बता रहा हूं एक आईडिया दे रहा हूं डायरेक्ट लिंक नहीं है बट ऐसे क्वेश्चन बन जाते हैं तो थोड़ा बहुत पता होगा तो आप उन चीजों को लिख तो सकते हैं ना वहां पे थोड़ा बहुत कुछ ना मिलने के बजाय कुछ तो मार्क्स मिलेंगे ना ठीक है आगे आते हैं नाउ अगला न्यूज़ आर्टिकल दोस्तों यहां पर जीएस पेपर नंबर थ्री डिफेंस एंड सिक्योरिटी के पॉइंट ऑफ व्यू से लिंक कर सकते हैं क्या बात हो रही है तरंग शक्ति जो एक्सरसाइज है यह एक बाय नियल इवेंट होगा ऐसा हमारे इंडियन एयरफोर्स के चीफ का कहना है कहने का मतलब है तरंग शक्ति अभ्यास अभी हो रहा है बहुत बढ़िया अभ्यास हो रही है दोस्तों यह एक फेस तो खत्म भी हो गया है तमिलनाड वाला अभी एक फेज शुरू होगा सितंबर के महीने में तो मेंशन किया गया है कि यह जो अभ्यास है यह हर 2 साल में एक बार हुआ करेगा जिसमें दुनिया भर के नेशंस को हम बुलाएंगे यह फोटो आप देख पाओगे तरंग शक्ति 2024 का यह फोटो है तो अभी मेंशन किया गया है कि हमारे इंडियन एयरफोर्स चीफ ने यह सब बातें बोली हैं कि हम हम बहुत सारी चीजें और करेंगे आने वाले समय पर हर 2 साल में एक बार य अभ्यास हुआ करेगा पहला फेज तो 6 अगस्त से 14 अगस्त तक चलने वाला है यानी कि आज हमारी आखिरी डेट है जब यह अभ्यास चलेगा स्पेशली तमिलनाड के सुलुर में बाकी जो दूसरा वाला फेस है उसकी शुरुआत होने वाली है जोधपुर में 1 सितंबर से 14 सितंबर तक दूसरा फेज चलेगा पता है यह जो अभ्यास चल रहा है इसमें कि कितनी कंट्रीज अवेलेबल हैं 18 देश दोस्तों यहां पर कंट्रीज आपको देखने को मिलेंगी जो कि इसमें जवाइन कर रही हैं जिसमें से 10 देश ऐसे हैं जो अपने एयर सेट्स के साथ में यानी कि 150 से ज्यादा एयरक्राफ्ट प्रेजेंट है यहां पे उसके अलावा हमने जो इन्विटेशन है वोह बढ़ा दिया है 18 देशों से बढ़ाकर 51 कंट्रीज तक ये इन्विटेशन दे दिया गया है तो तरंग शक्ति अपने आप में एक बहुत ह्यूज अभ्यास चल रहा है दूसरा फेज शुरू होगा अभी एक कंप्लीट डिटेल भी आएगी हमारे सामने तो वो भी आपके सामने मैं प्रेजेंट करूंगा अभी के लिए बेसिक चीज चीज ध्यान रखिए कि फेज वन खत्म हुआ फेज टू में हम आ रहे हैं नाउ अब आते हैं एडिटोरियल डिस्कशन में अब एडिटोरियल आज के न्यूज़पेपर के कुछ काम के हैं एकलौता एडिटोरियल काम का है जहां पे कॉन्ट्रासेप्टिव मेथड्स के बारे में डिस्कशन क्या है राइटर बात करते हैं पॉपुलेशन के बारे में ठीक है पॉपुलेशन कंट्रोल के बारे में हमारे देश भर में जो चीजें हैं फैमिली प्लानिंग जैसी चीजें हैं यह चीजें इंप्रूव हो रही हैं तो यहां पे राइटर की कुछ बेसिक चीजें हैं वो अच्छा आर्टिकल है मतलब यह है कि एग्जाम के पर्सपेक्टिव से काफी कुछ आपको सिखाएगा तो इस पूरे के पूरे एडिटोरियल को बहुत ही सिंपल शब्दों में तोड़कर मैं आपको समझाऊ एकदम पूरा रीड करके चले जाऊं मैं इसका कोई मतलब नहीं होगा आपको हर एक बेसिक चीज समझ में आनी चाहिए उसका भी एक रोल होना चाहिए तो राइटर का नाम है मेदा गांधी यह आपको सामने दिख र होंगे इन्होंने आर्टिकल लिखा है एडिटोरियल लिखा है देखिए एडिटोरियल एक पर्टिकुलर राइटर के खुद के पॉइंट ऑ व्यूज होते हैं तो यहां पे ज्यादा इन्फ्लुएंस होने की जरूरत नहीं है आप वहां पे एग्री भी कर सकते हैं अग्री नहीं भी हो सकते हैं बाकी जो आर्टिकल होते उसमें फैक्चर डाटा होता है फैक्ट्स होते हैं उससे आप क्या डिसएग्री करेंगे है ना खैर अभी राइटर क्या बोलते हैं आइए सुनते हैं लास्ट में आज का मेंस का क्वेश्चन भी मैं इसी आर्टिकल के बेसिस पर आपको देने वाला हूं राइटर का कहना यहां पर यह है कि हाल ही में एक स्ट स्टडी पब्लिश हुई है जनरल के अंदर में उस स्टडी में बोला गया है कि जो कॉन्ट्रासेप्टिव बेसिकली एक तरीके से प्रोटेक्शन का यूज़ करर है अब कॉन्ट्रासेप्टिव अ यहां पे जैसे दूसरा कंडम आपको देखने को मिलेगा ये क्या होता है कि अ सेक्सुअल इंटरकोर्स के समय पर यहां पर ये मेथड्स यूज किए जाते हैं ताकि पॉपुलेशन को थोड़ा सा कंट्रोल किया जा सके तो हाल ही में एक स्टडी पब्लिश हुई जनरल कॉन्ट्रासेप्टिव मेंशन भी करती हैं उस पिल का उस दवाई का यहां पे नाम इन्होंने मेंशन किया है वो है लेनोर जेस्ट्रिल तो 1.5 एमजी में अब ये कुछ यहां पे ये फोटोज वगैरह आपको ग पर मिल जाएंगी वन टेबलेट वन स्टेप करके यह क्या है दोस्तों अब ये जो पिल है ना ये एक तरीके से इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल है ध्यान रखिएगा ईसीपी इसको बोलते हैं इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल जो सेक्सुअल इंटरकोर्स के समय से पाच दिन के भीतर भीतर सेक्सुअल इंटरकोर्स के समय से पाच दिन के भीतर भीतर फिर से बोल रहा हूं यह दवाई यह पिल लेना पड़ पड़ता है ठीक है यह पिल लिया जाएगा उससे यहां पर क्या होगा वो अपनी मतलब उनकी मर्जी है अपनी चॉइस के बेसिस पर यहां पर वोह जो मेमन है वो अपने डिसीजन ले सकती है ठीक है फैमिली प्लानिंग को लेकर सिंपल सी बात है वो राइटर यहां पर एक्सप्लेन करती है कि यह चीजें देश भर में इंप्रूव हो रही है इंप्रूव हो रही है कहने का मतलब क्या है यह हमारी रिमाइंडर है कि हमें इस प्रकार की चॉइसेज को और ज्यादा बढ़ाना होगा लोगों के पास में ज्यादा चॉइस होनी चाहिए महिलाओं के पास में है ना ताकि वह अपने हिसाब से डिसीजन को ले सक फिर डाटा यहां पे कुछ चीजें शो करता है राइटर बोलती है अगर आप इंडिया का डाटा देखेंगे तो पिछले कुछ सालों में हर साल 35 मिलियन से ज्यादा जो ईसीपी वही इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स है जो ओरली ली जाती हैं वो उसमें एक बड़ी ग्रोथ देखने को मिली है और एक खतरनाक ग्रोथ है अगर आप पिछले दयो साल की ग्रोथ देखेंगे तो 12 पर के आसपास ऐसी दवाइयों की ग्रोथ बढ़ चुकी है दोस्तों इसका मतलब लोग इसका यूज कर रहे हैं मेमन सबसे ज्यादा यूज कर रही हैं इससे क्या हो रहा है लोग अपनी मेमन जो है ना अपनी फर्टिलिटी को मैनेज कर पाती हैं ठीक है अब फर्टिलिटी को मैनेज कर पाना मतलब कि एट द लास्ट उनके पास डिसीजन है कि बच्चे को जन्म देना है नहीं देना है ठीक है सिंपल सी बात है तो उनको पालना है तो उनके पास में वो डिसीजन है फिर राइटर यहां पर मेंशन करती हैं इसी चीज में इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव कॉन्ट्रासेप्टिव होता है यह एक ऐसा मेथड होता है जब इस मेथड का इस्तेमाल करके हम सेक्सुअल इंटरकोर्स के बाद में प्र प्रेगनेंसी को रोक देते हैं प्रेगनेंसी नहीं होती है यह वो वाली स्टेज पर यूज किया जाता है यह वो वाली दवाइयां होती हैं जिनको कह सकते हैं कोई अनप्रोटेक्टेड सेक्स है और 5 दिन के भीतर भीतर यानी अनप्रोटेक्टेड सेक्स से लेकर पा दिन के भीतर भीतर यहां पर यह दवाइयां लेनी पड़ती हैं यह कोई पिल लेनी पड़ती है जो कि प्रेगनेंसी को डिले कर देगी या रोक देगी जिसके बाद मतलब जो डिसीजन है वह मतलब मेमन के पास में ठीक है सिंपल सी बात है अब राइटर मेंशन करती हैं यहां पर जो कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन है उन्होंने यह बोला है कि जितनी भी महिलाएं हैं जितनी भी वमन हैं जो कि यहां पर इनमें कई सारी हैं जो हार्मोनल कॉन्ट्रासेप्टिव मेथड का इस्तेमाल नहीं कर सकते यानी कि कुछ अलग से स्ट्रेटेजी हैं ऐसे दोस्तों मेथड्स हैं लेकिन वह काफी कठिन है काफी कॉम्प्लेक्टेड ऑप्शन आज के समय पर अवेलेबल है सबसे सस्ता ऑप्शन अवेलेबल है वही इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल यह सेफ सेफ्टी के साथ में इसका यूज कर सकते हैं इफेक्टिव तरीके से काम कर सकता है शॉर्ट टर्म र में इसका इस्तेमाल है यानी इसके कोई मेडिकल कंडीशन नहीं नजर आएंगे किसी महिला के लिए अनसेफ नहीं रहेगा यह ठीक है वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन का कहना यह है कि इस इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव मेथड इस्तेमाल कर सकते हैं थोड़ा बहुत डॉक्टर से बातचीत करके या कंसल्टेशन करके तो यह यहां पर बात बोला गया तो इससे क्या है इससे यहां पर एक बहुत बड़ा बेनिफिट मिल रहा है फैमिली प्लानिंग में यानी आप अपने हिसाब से फैमिली प्लानिंग को डिसाइड कर सकते हैं तो राइटर ने यह एक्सप्लेन किया क्योंकि पहले के मुकाबले जैसे पहले पॉपुलेशन बढ़ रही थी बहुत तेजी से क्योंकि उस समय पर फैमिली प्लानिंग जैसी चीजें लोग अपनाते नहीं थे आज के समय पर फैमिली प्लानिंग जैसी चीजों को यहां पर अपना रहे हैं तो उसकी वजह से दोस्तों यहां पर यह स्ट्रेटेजी आज के समय पर इवॉल्व हो चुकी हैं स्पेशली यहां पर कई बार ऐसे जैसे यहां पर कॉन्ट्रासेप्टिव मेथड की बात हो गई वैसे यहां पर मेल स्टरलाइजेशन होता है नसबंदी करवा दी जाती है है ना तो यह यहां पर एक कांसेप्ट अपनाया जाता है तो यह कुछ इंपॉर्टेंट तरीके हैं लेकिन इसमें कुछ ऐसे तरीके भी है जो बहुत भयंकर है या बहुत एक्सपेंसिव है या बहुत कॉम्प्लेक्शन यूटन डिवाइस का यूज होता है कई बार पोस्ट पोर्टम इंट्रा यूटन डिवाइसेसपोर्ट सेप्टिम बिल इसी का आप यूज करके अपनी जो रिप्रोडक्टिव हेल्थ है आपके कंट्रोल में आ जाएगी आपको अगर यहां पर चाहिए कोई बच्चा चाहिए तो आप ठीक है आपकी मर्जी है आप डिसाइड कर सकते कब आपको बच्चा चाहिए कैसे चाहिए और कब चाहिए सारा डिसीजन सब मेमन के हाथ में आ जाता है तो वो यहां पर राइटर ने एक्सप्लेन किया अब राइटर बात करते हैं देखो ये एक बहुत अहम हिस्सा है या बहुत अहम मूव है ऐसा क्यों चलिए वो यहां पर एक्सप्लेन करता हूं मैं आपको इनका कहना यह है कि इस साल की शुरुआत में अगर हम देखेंगे तो सरकार ने एक बढ़िया काम किया बढ़िया काम यह किया कि जिस हम बात कर रहे थे दवाई के बारे में जिस जो गोली के बारे में बात हो रही जिसका नाम है लेनोर जेस्टेल 1.5 एमजी है ना इसको एन एल ईएम नाम की लिस्ट में ऐड कर दिया एनएल ईएम क्या है यह है नेशनल लिस्ट ऑफ एसेंशियल मेडिसिंस इसमें इसको शामिल कर दिया यह लिस्ट कौन सी होती है जहां पे जरूरतमंद दवाइयां इस लिस्ट में ऐड की जाती हैं और जो भी दवाई इस लिस्ट में ऐड कर दी जाएगी दोस्तों वह अफोर्डेबल की जाएगी यानी कि सस्ती की जाएगी हर कोई व्यक्ति यहां पर सही से उसको अफोर्ड कर पाएगा क्योंकि यहां पे एसेंशियल वर्ड यूज़ हो रहा है एसेंशियल मेडिसिंस की लिस्ट होती है यह लिस्ट कौन इशू करता है हमारा डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्यूटिकल इसको इशू करता है तो इन्होंने यहां पर पर क्या करना है कि इस लिस्ट के माध्यम से दवाइयों को सही तरीके से मार्केट में अवेलेबल करवाना है सस्ते दाम में अवेलेबल करवाना है क्वालिटी वाली दवाई अवेलेबल करवानी है तो अबकी बार यह वाला जो पिल है ईसीपी वाला पिल इसको भी ऐड कर दिया गया तो इसका मतलब यहां पर यह है कि सरकार भी चाहती है जो मेडिसिन से इसका सही तरीके से यूज हो सके ईसीपी का यूज हो सके और ये जो तरीका है या जो ये कदम उठाया है गवर्नमेंट की साइड से यह महिलाओं के लिए चीजों को और आसान कर देगा क्योंकि यहां पे इस तरीके की जो ईसीपी दवाइयां है दोस्तों इनकी एनुअल सेल वैसे ही क्योंकि अभी लिस्ट में ऐड भी नहीं था ये तो इस साल ऐड किया है वरना इससे पहले भी दोस्तों ये दवाइयों की सेल बढ़ रही थी है ना मतलब एनुअल सेल 35 मिलियन टेबलेट्स के आसपास थी लेकिन वो प्राइवेट सेक्टर से खरीदी जा रही थी लेकिन प्राइवेट केमिस्ट में बहुत ज्यादा प्राइस चार्ज करते थे वो क्योंकि प्राइवेट सेक्टर में प्राइस कंट्रोल नहीं है जो मर्जी है वो यहां पे बोली लगा देंगे और मतलब जो मर्जी है उस उस रेट में वो देंगे है ना लेकिन एनएल ईएम लिस्ट में अगर आ जाएगा तो एक पर्टिकुलर रेट डिसाइड होगा प्राइस कंट्रोल किया जाएगा यह टैबलेट दो टैबलेट इतने रुपए के मिलेंगी ऐसा यहां पर डिसाइड हो जाएगा दोस्तों तो इससे यहां पर बोला जा रहा है कि राइटर बोलती है एक बहुत अच्छी स्ट्रेटेजी है है एक बहुत इंपॉर्टेंट मार्केट स्टेप है ये जहां पर विमेन अगर चाहे ठीक है जब चाहे तब यहां पर उस प्रकार की पिल का यूज कर सकती हैं तो अपने ऊपर बढ़िया सा यहां पर मतलब की फर्टिलिटी लेवल पर जो है ना एक अच्छा कंट्रोल रहेगा और इसी वजह से इंडिया जो है दोस्तों आज के समय पर रिप्लेसमेंट लेवल ऑफ फर्टिलिटी पर रीच कर चुका है देखिए फर्टिलिटी रेट क्या हो होता है फर्टिलिटी रेट का मतलब होता है एक महिला अपने पूरे जीवन भर में कितने बच्चों को जन्म दे रही है सिंपल सी बात है है ना अब होता यहां पर यह है राइटर कहती हैं कि इंडिया जो है यह रिप्लेसमेंट लेवल पर जा चुका है रिप्लेसमेंट लेवल क्या होता है दोस्तों मैं आपको बता दूं सिंपल से शब्दों में मतलब हमारी पॉपुलेशन ना स्टेबल सी चल रही है स्थिरता बनी हुई है ऐसा नहीं है बहुत ज्यादा बढ़ रही है या बहुत ज्यादा कम हो रही है है ना तो इस तरीके से एक स्टेबिलिटी यहां पर मेंटेन है और इस स्टेबिलिटी को मेंटेन करने में इस प्रकार से एसीपी का एक बढ़िया उपयोग है और एक समय आएगा एक पॉइंट ऑफ व्यू आएगा जब पॉपुलेशन और ज्यादा बढ़ेगी उसके बाद जाकर सीधा डिक्लाइन होनी शुरू होगी तो यहां पर जो सरकार के एफर्ट्स हैं कि लोगों के बीच में यह वाली चॉइस भी अवेलेबल करवाना इससे क्या हो रहा है लोगों की क्वालिटी ऑफ लाइफ यहां पर इंप्रूव हो रही है क्योंकि लोग हर चीज पर ध्यान दे पा रहे हैं फैमिली प्लानिंग कर पा रहे हैं फिर राइटर ने यहां पर यह बोला कि आज के समय पर जो फैमिली प्लानिंग की डिमांड है वो स्पेशली जो वो महिलाएं जो मैरिड हैं जिनकी उम्र 49 इयर्स तक है वो सही से कर रही है और इनमें यह फैमिली प्लानिंग बड़ी है 201314 की बात करेंगे तो केवल 66 पर लोग यहां पर फैमिली प्लानिंग करते थे बट अभी के समय पर 20121 तक बात करेंगे तो 76 पर तक यह डाटा जा चुका है है ना और फैमिली प्लानिंग की जरूरत भी है पहले यहां पर हुआ करता था कि इस तरह की कोई प्लानिंग नहीं हुआ करती थी या ऐसा कोई कांसेप्ट लोग अपनाते नहीं थे बट करंट समय पर यह हो रहा है जिसकी वजह से स्ट्रेटेजी मेंटेन की गई हैं समझ गए और जो लोग बिना फैमिली प्लानिंग के इस तरीके से यहां पे अपनी पूरी आगे की जो जर्नी है वो डिसाइड करते थे वो लोगों की जो संख्या है मतलब कि वो जो स्ट्रेटेजी है वो कम भी हुई है इस बार ऐसा यहां पर बोला जा रहा है तो इसका मतलब यह है कि बहुत सारी महिलाएं इंडिया के अंदर में है ना वो अपना एक डिजायर जो है वो दिखा रही है इस कांट्रेसेप्टिव्स को यूज करने के लिए और जो अपनी बर्थ है उसको अपने कंट्रोल में करना चाह रही हैं है ना कि किस हिसाब से कब बर्थ को डिले करना है तो वो डिले कर सकते हैं है ना प्रेगनेंसी के बीच में स्पेस देना है तो वो स्पेस दे सकते हैं ठीक है या एक बच्चा चाहिए या दो बच्चा चाहिए उससे ज्यादा नहीं चाहिए तो वो मेथड्स अपना सकते हैं तो वो सभी मेथड्स आज के समय पर अवेलेबल हैं इसी को बोलते हैं फैमिली प्लानिंग कि आगे के हिसाब से आप इन सब चीजों को देखकर ये इस्तेमाल कर सकते हैं अब राइटर का कहना यह है कि रिसर्च और टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट्स के साथ में अगर हम देखें तो ये जो कॉन्ट्रासेप्टिव चॉइसेज होती हैं यह धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है मेन के लिए भी और वमन के लिए भी तो इसके बेसिस पे जो हमारे पॉलिसी मेकर्स हैं जो हमारे नीति बनाने वाले लोग हैं उनको जरूरत है हर चीज को सही से मार्केट में में देखना सुनना समझना विमेन की जो जरूरत है उनके पार्टनर की जो जरूरत है अलग-अलग स्टेजेस के अंदर में उनको समझकर उनकी जरूरतों को पूरा करना तो इसके लिए हम क्या कर सकते हैं जो यह कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स हैं इसकी जो सिंगल डोज है यह बहुत ज्यादा मात्रा में मार्केट में अवेलेबल करवाई जा सकती है वो भी यहां पर एक स्टेबल रेट के अंदर में एक स्टेबल रेट यानी कि अभी क्या होता है प्राइवेट सेक्टर से लेना पड़ता है वहां पे कोई प्राइस कंट्रोल नहीं है तो इस लिस्ट में डाल के अब क्या होगा ये अफोर्डेबल हो जाएगा तो यहां पे प्राइस कंट्रोल लग जाएगा सस्ते दाम में लोगों को मिल पाएगी यह दवा तो इससे यहां पर क्या हो रहा है राइटर का कहना यह है कि जो यह इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पल्स है ना यह बढ़िया मेथड है यह बेसिकली एक ऐसा एफर्ट है जहां पर महिलाओं को अपनी खुद की चॉइस को चूज करने में यानी अपनी खुद की चॉइस के हिसाब से चलने में एक बड़ा सपोर्ट है आई होप आपको बढ़िया तरीके से क्लेरिटी हो चुकी है कि राइटर का क्या है यहां पर कहना समझ में आ गया या नहीं आ गया थम्स अप कर देना चलिए अब पहले मैं आपको एक मेंस का क्वेश्चन देता हूं आज का देखिए होता क्या है कई बार ऐसे ये ऐसे ऐसे टॉपिक्स होते हैं लोग शर्मा जाते हैं बात नहीं करनी चाहिए देखिए जब तक हम बात नहीं करेंगे जब तक इसके बारे में ज्यादा अवेयरनेस नहीं फैले गी जागरूकता नहीं फैले गी तब तक यह बात सभी तक पहुंच नहीं पाएगी तो जरूरत है यहां पर कि ऐसे टॉपिक्स को चुना जाए और बातचीत की जाए यह वाली एजुकेशन भी बहुत ही ज्यादा जरूरी है करंट समय पर लेकिन होता क्या है सोसाइटी में ऐसा यहां पर बन चुका है एक मतलब लोगों के अंदर में कि यार कि क्या ही बात करना है ऐसे मुद्दों के ऊपर में है ना लेकिन जब भी आता है यार मैं मैं बात करने की कोशिश करता हूं खुलकर बताने की कोशिश करता हूं हर एक चीज को अब यहां पर देखो आज का मेंस का क्वेश्चन है जिसके ऊपर आपने एक उत्तर भी लिखना है आप चीजों को और अच्छे से पढ़कर समझकर एक बढ़िया सा आंसर लिख सकते हैं क्वेश्चन यह है द वाइडर अवेलेबिलिटी ऑफ सिंगल डोज इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव बल करवाना एक सबसे बड़ा एग्जांपल है सरकार के रिस्पांस का टू द चॉइस मेमन आर मेकिंग कहने का मतलब है महिलाए जो अपनी चॉइस के हिसाब से चल रही है वहां पे सरकार का एक सबसे बढ़िया रिस्पांस है यह सिंगल डोज ईसीपी वाली पिल है जो दवा है इसको ज्यादा मात्रा में मार्केट में प्रोवाइड करवाना अब इसको लेकर आप क्या सोचते हैं आप अपना कमेंट कर सकते हैं 15 मार्क्स का क्वेश्चन है 250 शब्दों में लिखना है एक बार रुक जाओ हिंदी में रीड कर दूं ताकि हिंदी माध्यम वाले एस्पें भी अच्छे से पढ़कर बढ़िया सा इसका उत्तर दे सकें क्वेश्चन यह है जो एकल खुराक आपातकालीन गर्भ निरोधक गोली की व्यापक उपलब्ध है उपलब्धता यह महिलाओं द्वारा चुने जा रहे जितने भी विकल्प है उनके प्रति सरकार का ही एक स्टेप है सरकार की प्रतिक्रिया का एक उदाहरण है इससे आप क्या सोचते हैं टिप्पणी कीजिए जैसे मैंने बोला 15 मार्क्स का क्वेश्चन 250 शब्दों में लिखना है और आंसर लिखने के बाद में कहां पे सबमिट करना है दो-दो आंसर्स को रिव्यू करेंगे बहुत सारे फायदे होंगे आपको भी और सामने वाले को भी आपको कुछ इंपॉर्टेंट पॉइंट्स मिलेंगे जो आप अपने नोट्स में इंक्लूड कर सकते हैं सामने वाले के आंसर में अगर कोई मिस्टेक होती है तो आप उनको बता सकते हैं कि यहां यहां पर इंप्रूवमेंट की आवश्यकता है इस प्रकार से कोऑपरेटिव वे में वो पूरा का पूरा ग्रुप काम कर रहा है चलिए आगे आते हैं नाउ दोस्तों आते हैं आज के न्यूज़पेपर के लास्ट वाले पोर्शन यानी वर्ड ऑफ द डे पर तो आज का शब्द आपको मिला है सुपाइम क्या होता है लेंगन योर बैक विद योर फेस अपवर्ड इस तरीके से लेटना है ना ऐसे लेटे हो चेहरा ऊपर है मस्त लेटे हो बिल्कुल तो उसको बोलते हैं सुपाई तो अब आपसे इसी वर्ड को यूज करना है देखो जैसे यहां पर एक एग्जांपल दिया गया है सेंटेंस दिया गया है द वमन इज लिंग स्पाइन इन द ग्रास है ना तो इस तरीके से वो लेटी है कि भाई फेस ऊपर है और इस तरीके से मस्त लेटी हुई है तो ऐसा यहां पे आपने सुपाइम कमेंट सेक्शन में एक सेंटेंस बनाना है डेली मैं आपको यहां पर इस तरीके से एक सेंटेंस देता हूं आपको पता है है ना तो सेंटेंस बनाना जरूरी है तभी आपका वोकैब या इस वर्ड को देने का कोई मतलब निकलेगा अदर वाइज कोई मतलब नहीं है इस वर्ड को देने का अगर आप इसका यूज ही नहीं करेंगे तो चलिए अब आता हैं यूपीएससी वाले प्रैक्टिस क्वेश्चन की तरफ प्रैक्टिस क्वेश्चन में आपसे शेंदुर्नी वाइल्डलाइफ सेंचुरी के बारे में पूछा गया था दो स्टेटमेंट थे दोनों में से कौन सा सही है पहला शेंदु वाइल्डलाइफ सेंचुरी क्या यह प्रोटेक्टेड एरिया है केरला के वेस्टन घटस में जी बिल्कुल सही बात है दूसरा चें थुर नदी यह भी क्या इस शेंदु वाइल्ड लाइफ सेंचरी से बहती है जी बिल्कुल यह भी सही बात है तो दोनों के दोनों स्टेटमेंट सही है दैट इज वई ऑप्शन नंबर सी बोथ वन एंड टू इज द करेक्ट आंसर ठीक है तो शेंदुर्नी वाइल्डलाइफ सेंचुरी केरला के अंदर कोलम डिस्ट्रिक्ट के अंदर में प्रेजेंट है यह कोलम डिस्ट्रिक्ट उसी वेस्टर्न घाट वाले रीजन में आ जाता है यहां पे नदी जैसे मैंने बताया यह नदी भी आपको देखने को मिलेगी तो दोस्तों इसी के साथ में करते हैं लेक्चर को समाप्त और मिलते हैं आप लोगों से अगले वीडियो में आज के लिए बाय बाय हैव अ नाइस डे थैंक यू एंड जय हिंद