180 Days of Code Challenge - Day 50
स्ट्रिंग का परिचय
- स्ट्रिंग एक डेटा प्रकार है जिसका उपयोग विभिन्न प्रकार की जानकारी को स्टोर करने के लिए किया जाता है।
- डेटा के विभिन्न प्रकार:
- इंटेजर (जैसे 12345)
- फ्लोट (दशमलव संख्या)
- डबल (बड़े दशमलव संख्या)
- बुलियन (true/false)
- कैरेक्टर (जैसे A, B, C)
- स्ट्रिंग (जैसे "hello")
उपयोगिता और स्टोरेज
- डेटा को स्टोर करने के लिए विभिन्न प्रकार के डेटा टाइप का उपयोग किया जा सकता है।
- उदाहरण:
- यदि हमें नाम स्टोर करना हो तो हम कैरेक्टर एरे का उपयोग कर सकते हैं।
कैरेक्टर एरे
- कैरेक्टर एरे का उपयोग विभिन्न कैरेक्टर्स को स्टोर करने के लिए किया जा सकता है।
- इनपुट पढ़ने के लिए:
- यूजर से पूछें कि उसका कैरेक्टर एरे का आकार कितना होगा।
- एक बार में केवल एक कैरेक्टर पढ़ा जा सकता है।
स्ट्रीमिंग इनपुट और आउटपुट
- यूजर से इनपुट लेते समय स्पेस को ध्यान में रखना चाहिए।
- getline का उपयोग करें ताकि पूरा वाक्य पढ़ा जा सके।
NULL कैरेक्टर
- NULL कैरेक्टर (
) का उपयोग यह दर्शाने के लिए किया जाता है कि स्ट्रिंग का अंत हो गया है।
- यह मेमोरी के प्रबंधन में मदद करता है।
स्ट्रिंग का उपयोग
- स्ट्रिंग के साथ विभिन्न ऑपरेशन्स:
- इनिशियलाइज़ेशन:
string s = "रोहित";
- जोड़ना:
s1 + s2
या s1.append(s2)
- कैरेक्टर जोड़ना:
s1.push_back('P')
- अंतिम कैरेक्टर हटाना:
s1.pop_back()
स्केप करैक्टर
- स्केप करैक्टर का उपयोग विशेष कैरेक्टर को प्रिंट करने के लिए किया जाता है।
प्रॉब्लम सेट
- स्ट्रिंग रिवर्स: स्ट्रिंग को उलटने के लिए दो प्वाइंटर्स का उपयोग किया जाता है।
- स्ट्रिंग का आकार: स्ट्रिंग के आकार को नल करैक्टर के आधार पर निर्धारित किया जा सकता है।
- पैलेंड्रोम चेक: दो प्वाइंटर्स का उपयोग करते हुए यह देखना कि क्या स्ट्रिंग पहले और बाद से समान है।
निष्कर्ष
- स्ट्रिंग का सही उपयोग करना महत्वपूर्ण है।
- इंप्लीमेंटेशन के दौरान इन तकनीकों का उपयोग करके डेटा को प्रबंधित किया जा सकता है।
यह नोट्स स्ट्रिंग के उपयोग और प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद करेंगे।