क्लास नोट्स: सपोर्ट और रेजिस्टेंस

Jul 25, 2024

क्लास नोट्स: सपोर्ट और रेजिस्टेंस

सपोर्ट और रेजिस्टेंस के प्रमुख तत्व

  • ओआई चेंज (OI Change): यह राइटर्स की पोजीशन को दर्शाता है, जो आज की पोजीशन है।
  • ओआई (Open Interest): शुरुआत से अभी तक राइटर्स की पोजीशन।
  • वॉल्यूम: ट्रेडर्स का डाटा; जहां ट्रेडर्स की भीड़ होती है।

राइटर्स का उद्देश्य

  • राइटर्स नुकसान नहीं चाहते; वे बाज़ार को ड्राइव करते हैं।
  • राइटर्स अपने पोजीशन को ऐसे मैनेज करते हैं कि उनका रिस्क मिनिमल हो।
  • राइटर्स की लड़ाई दूसरे राइटर्स से होती है। वे बाज़ार को मैनिपुलेट करते हैं, विशेषकर निफ्टी और स्टॉक्स में।

मार्केट मैनिपुलेशन के उदाहरण

  • निफ्टी में:
    • निफ्टी 50 स्टॉक्स से संचालित होती है जैसे HDFC, Reliance, ITC आदि।
    • अगर एक राइटर 19600 पर कॉल राइट करता है और मार्केट ऊपर जाती है, तो वह स्टॉक्स को बेचकर निफ्टी की प्राइस को नीचे लाता है।
  • समान प्रक्रिया:
    • स्टॉक्स बेचकर निफ्टी को नीचे लाना और फिर स्टॉक्स खरीदकर निफ्टी को ऊपर ले जाना।

वॉल्यूम और भीड़

  • बाज़ार कभी भी भीड़ को पैसा नहीं देती है।
  • आमतौर पर, जहां ज्यादा जनता होती है, वहां प्रॉफिट कम होता है।
  • मार्केट में स्प्रेड हुई भीड़ को मैनिपुलेट करने की रणनीति।

सपोर्ट और रेजिस्टेंस शिफ्टिंग

  • राइटर्स की स्ट्रेंथ:
    • राइटर्स मार्केट के नकली स्ट्रेंथ पर ध्यान देते हैं और वहां पर स्ट्रेटेजी बनाते हैं।
  • लिक्विडिटी जोन:
    • राइटर्स दोनों तरफ से राइटिंग करते हैं और मैक्सिमम लाभ के लिए बैलेंस पॉइंट ढूंढते हैं।

स्ट्राइक प्राइस और वॉल्यूम

  • लाइक्विडिटी जोन्स पर एग्जैक्ट लेवल्स से ट्रेड करना आसान होता है।
  • मार्केट हमेशा स्ट्राइक प्राइस के पास ही सबसे मजबूत रेजिस्टेंस या सपोर्ट बनाता है।

परीक्षण और रणनीतियाँ

  • एक्सपायरी के दिन:
    • आमतौर पर दोपहर 2 बजे के बाद मार्केट मैनिपुलेशन शुरू होती है।
    • दानों को डालने की रणनीति: शिकारी द्वारा मार्केट को मैनिपुलेट करना और भीड़ को अपने कंट्रोल में लेना।

निष्कर्ष

  • सपोर्ट और रेजिस्टेंस मार्केट की भीतरी मेकानिक्स को समझने में मदद करता है।
  • राइटर्स और ट्रेडर्स की प्रवृत्तियों को समझ कर ट्रेडिंग की बेहतर रणनीतियाँ बनाई जा सकती हैं।