सोशल मीडिया पे मेरे 11 मिलियन फॉलोअर्स हैं एंड बहुत सारे लोग उसमें कर्ज के तले दबे हुए हैं चाहे 0000 महीना कमाते हो या ₹ लाख महीना महीने के एंड में ईएमआई देते देते कुछ भी नहीं बचता मनी मैटर्स के इतने सारे एपिसोड हो चुके हैं एंड सेम कहानी रिपीट होती जा रही है अंकुर डेट बहुत है लोंस बहुत है खर्चे तो संभल जाते हैं लेकिन यह लोन कहीं चुक ही नहीं पा रहे हैं हम इन्वेस्ट कैसे करें कोई इमरजेंसी फंड नहीं है कोई प्रोटेक्शन नहीं है फ्यूचर के लिए कोई सेविंग नहीं है पूरी जिंदगी इसी लोन के चलते खती होती जा रही है इस वीडियो में पांच स्टेप्स अपने लोंस क्लियर करने के लिए वो पांच स्टेप जो मैं हर मनी मैटर्स में हर एक शख्स के साथ सेम तरीके से दोहरा हंगा चाहे वह आपकी सिचुएशन हो उनकी हो या किसी भी और की स्टेप नंबर एक यह लोन आया भी कैसे मेरे अनुभव में तीन चीजें रेगुलरली होती हैं जिनकी वजह से हम कर्ज के तले दम जाते हैं नंबर एक डिजायर यह दुनिया जो है ना यह हमें डिजायर बेचने में लगी हुई है वो महंगी गाड़ी वो महंगा फोन वो वेकेशन वो घर वो अच्छे कपड़े वो अच्छी घड़ी वो हर एक चीज जिससे दुनिया को ऐसा लगेगा कि आप सक्सेसफुल है आप अमीर है आप जीत चुके हैं एंड इसके लिए अगर आपको लोन भी लेना पड़े तो लीजिए कितनी हैरानी सी बात है कि अगर किसी के के बैंक में ₹ करोड़ हो और वो ₹ लाख की गाड़ी चलाता हो तो वो इंसान हमें गरीब लगता है लेकिन वो इंसान जिसने 50 लाख की गाड़ी कर्ज पे ली हो और बैंक में ₹ लाख भी नहीं हो वो हमें अमीर दिखता है दुनिया ऐसे बन चुकी है दुनिया इसी डिजायर के चलते हमें हर एक ऐड के थ्रू सोशल मीडिया पोस्ट के थ्रू हर एक चीज से सिर्फ और सिर्फ चीजें बेचने में लगे हुई है एंड फिर दूसरी चीज उसको और आग लगा देते हैं एक्सेस टू इजी क्रेडिट एक ऐसी दुनिया बन चुकी है जहां लोंस एक ऐप में 30 सेकंड में मिल जाते हैं आपको जितने भी पैसे चाहिए आपको इंस्टेंट बहुत अनबिलीवर्स लोन लेना एक तरीका होता था कागज पे कागज इनकम टैक्स देना आईटीआर दिखाना सैलरी स्लिप्स दिखाना फिर जाके बैंक बोलेगा अच्छा तुम्हारी तो हैसियत नहीं है तुम्हारी औकात नहीं है तुम्हें नहीं मिल सकता या अगर मिलेगा भी तो बहुत महंगे रेट ऑफ इंटरेस्ट पे लेकिन सिर्फ इतना ही अमाउंट अब प डाउनलोड करो पैसे डालो बैंक अकाउंट डिटेल डालो पैसा पैसा मिलना तो बहुत आसान है क्योंकि आपका पैसा नहीं है लेकिन यह पैसा वापस चुका पाना ना बहुत मुश्किल होता है एंड जब इस पैसे की लत लगने लगती है क्योंकि डिजायर देखा है इट बिकम अ स्पायरल क्योंकि तीसरी चीज चीज हमने ना बचपन से यही देखा है मिडिल क्लास भारत में सिर्फ मां-बाप को जद्दो जहद करते हुए देखा है तो एक समय था जब पैसे से ना घिन आती थी ऐसा लगता था कि हर एक फसाद की जड़ पैसा है कि अगर पैसा मिल जाएगा ना तो सब खुश हो जाएंगे पैसा मिल जाएगा ना तो मां पापा काम करना बंद कर देंगे पैसा मिल जाएगा ना तो भाई बहन की पढ़ाई अच्छे से हो जाएगी पैसा मिल जाएगा ना तो ये घिसी पिटी नौकरी नहीं करनी पड़ेगी पैसा मिल जाएगा ना तो दुनिया जिंदगी बदल जाएगी एंड उस पैसे की घिन को हमने पैसे की रेस बना दी हम पैसे के पीछे भागते रहे एंड जितनी आसानी से वो पैसा क्रेडिट पर मिलने लगा हम उन डिजायर्स के पीछे भागे और हमें ऐसा लगा कि हम जिंदगी में जीत गए हैं बल्कि पैसा जीत रहा था बैंक्स जीत रहे थे ये प जीत रहे थे हमने तो स्टेप नंबर दो ये हुआ भी कैसे ये हुआ भी कैसे बड़ा इंटरेस्टिंग सवाल है क्योंकि मैं सबसे पहले लोगों से खासकर मनी मैटर्स पे या जिंदगी में भी अगर कोई भी ईमेल करता है या मिलता है किनो हमारी फाइनेंशियल स्थिति सही नहीं है लोन के तले दबे जा रहे हैं साल के या महीने के एंड में कोई पैसे नहीं बचते हैं क्या करें मैं उनसे पूछता हूं आप मुझे यह बताइए आपके मोटे-मोटे खर्चे क्या है कौन-कौन सी कैटेगरी में उनको कोई आईडिया नहीं है कोई आईडिया ही नहीं दो तीन मोटे मोटे खर्चे रेंट खाने पीने इन सबके अलावा उनको कोई आईडिया ही नहीं है कि उनके पैसे कहां जाते हैं इतनी बार होता है कि मनी मैटर्स में मैं एक्सेल शीट खोलता हूं मैं बोलता हूं ठीक है आपकी तंकवा कितनी 000 ठीक है रेंट कितना 10000 खाने पीने का खर्चा कितना है 5000 बाकी चीजों का जो भी आप रहन सहन जो भी है 3000 ठीक है जुड़ के 18 बने मतलब आप महीने के 000 बचा लेते हैं बोलते हैं नहीं बचते ही नहीं है हम लोग कहां जाते हैं कोई आईडिया ही नहीं आईडिया कैसे नहीं है दोस्त क्या आप अपने पैसे के बारे में इतने दिल फेंक हैं आप इतनी मेहनत से अपनी मरमाला के अपने मैनेजर के तलवे चाट चाट के गंदी नौकरी कर कर के टॉक्सिक एनवायरमेंट में रह रह के आप छोड़ सकते हैं लेकिन नहीं छोड़ सकते क्यों क्योंकि लोन सर पे है क्यों क्योंकि ये इनकम बहुत जरूरी है उस चीज के लिए आप इतनी मेहनत करने के लिए तैयार है लेकिन आप आप थोड़ी सी भी मेहनत करके यह नहीं जानना चाहेंगे कि वो पैसे जब आपको मिल जाते हैं उस पैसे के लिए जिसके लिए आप अपनी पूरी जिंदगी दाव पे लगाना चाहे वो पैसे जब आपको मिल जाते हैं वो पैसे आप खर्च कैसे करते हैं वो पैसे जाते कहां है आपके पास इतने पैसे क्यों नहीं है इतने पैसे हैं तो वो कहां जा रहे है कैसे जा रहे है दिस इज एब्सलूट क्रिमिनल वो लैक ऑफ क्लेरिटी कि आपके पैसे कहां क्यों कैसे जाते हैं इज अ चैलेंज बड़ी इंटरेस्टिंग सर्वे हुआ था यंगस्टर्स ने बोला कि जब से यूपीआई आया है ना हमारे ज्यादा पैसे खर्च होने शुरू हो गए क्यों क्योंकि चार डिजिट का पिन डालो उड़ गए और पता ही नहीं चलता वो 151 आप दिन में करेंगे तो 00 महीने के उड़ गए वो 00100 दिन के करेंगे तो 3000 महीने के उड़ गए एंड पता भी नहीं चलता चार डिजिट है फिर यूपीआई लाइट आ जाता है कि इंटरनेट भी नहीं चाहिए 2000 से कम की जो भी पेमेंट करनी है इंटेंटली हो जाएगी बाद में सिंक कर लेंगे एंड यू आर यूजिंग योर मनी एज इफ यू हैवन वर्क हार्ड फॉर इट आपको कोई आईडिया भी नहीं है कि इस पैसे के लिए आपने कितनी मेहनत करी है क्योंकि जब आप पैसे खर्च कर रहे होते हैं आप ऐसे करते हैं जैसे आपने मेहनत करी नहीं देन क्लीयरली समथिंग इज रंग तो इसीलिए मोस्ट इंपोर्टेंट स्टेप नंबर तीन इस डेट से कैसे पीछा छुड़ाया जाए अब इसके लिए बहुत सारे मिनी स्टेप्स है लेकिन पहला मिनी स्टेप सबसे ज्यादा जरूरी इज क्लेरिटी एंड ट्रैकिंग कि आपका पैसा कहां जा रहा है हर महीने के एंड पे एज अ कंपनी आई सट डाउन विद माय बैंक स्टेटमेंट मैं डाउनलोड करता हूं और उस बैंक स्टेटमेंट में ₹ या ₹1 से लेके ₹ लाख तक कोई भी अगर पेमेंट होगी उसका 100% अकाउंट देता हूं एक एक लाइन आइटम एक भी चीज नहीं छोड़ता हूं एंड इसका मतलब महीने के एंड में मेरे पास यह क्लेरिटी आती है कि हमारा पैसा कहां गया है कितना गया है और क्यों गया है एंड व्हेन यू डू इट रिपीटेडली ओवर अ पीरियड ऑफ टाइम यू बिगिन टू अंडरस्टैंड द वैल्यू ऑफ मनी मोर इंपोर्टेंट यू बिगिन टू अंडरस्टैंड कि आपका पैसा कहां फालतू खर्च हो रहा है और कहां जरूरतों के लिए खर्च हो है यह आदत बचपन से पड़ी हुई है स्क्रीन प देख रहे हैं आप ये शीट सितंबर 2004 की बात है मतलब 20 साल पहले की पहली बार जिंदगी में कमाना शुरू किया था हर एक खर्चा लिखा हुआ है पेट्रोल कितना मेरठ में एक ऑफिस स्टोर के लिए गया था वहां एसटीडी कॉल करके कुछ होता था ₹ उसमें खर्च हुए हैं फिर रुचि के साथ डेट पे गए हुए हैं तो ओपन आवन ₹1 उसमें खर्च हो गए आइसक्रीम या हल्दी राम मां को घर के पैसे दिए हुए हैं 000 बहन को दिए हुए हैं यह आपकी बाइक की ईएमआई जा रही है यह 8 बल्ब में खर्च हुए हैं आप देख रहे हैं हर एक चीज का हिसाब है पेस्टल शीट्स खरीदी हुई है ₹1 की सब्जी ली हुई है ₹ के जूते खरीदे थे ₹ 60 के उस समय पे ₹10 की चॉकलेट ली हुई है यह सारा फैमिली पे क्या खर्चा है पर्सनल क्या खर्चा है ट्रेवल पे क्या खर्चा है खाने पे क्या खर्चा है और मिसलेनियस का खर्चा है हर एक चीज का एक बजट बना हुआ है हर एक चीज का बजट है तो 4500 फैमिली पे 3750 पर्सनल पे 800 ट्रेवल पे 00 खाने पे 000 मिसलेनियस ये एक्चुअल खर्चा है उस महीने का तो ₹2500000 05 का खर्चा 4445 की बचत यह आदत यही आदत फिर आईएसबी में भी रही तो आईएसबी में भी आप देखेंगे यह कब की बात है मार्च 2000 मार्च 2005 की बात है हां मार्च 2005 की बात है एंड कैटेगरी बढ़ गई है तो खाने का खर्चा ग्रोसरी का पर्सनल फोन बुक्स मिसलेनियस सारी चीजें आपका बजट 7300 एक्चुअल खर्चा उस महीने 11000 172 72 72 ही होता है ना ₹ तो खर्चा हां ज्यादा हुआ 8000 ये खाने का खर्चा इतना ज्यादा क्यों हो गया तो देख सकते हैं ट्रीट टू लेडीज तो एक ट्रीट दे दी थी मैंने अपने गर्लफ्रेंड्स को जो वहां थी गर्लफ्रेंड नहीं थी मेरी वो मेरी लेडी फ्रेंड्स थी तो एक ग्रुप था मेरा बड़ा इंटरेस्टिंग था बट ये जो फूड का खर्चा महीने का ये हर महीने जाता ही जाता था बाकी जो भी सारी चीजें थी तो यू विल सी कि ये खर्चा पा का समोसा पा का समो कितने समोसे खाए मैंने अच्छा हा 15 मार्च के बाद 29 मार्च को समोसा थैंक गॉड तो दो हफ्ते में एक समोसा भी खा लिया पा पा हर एक चीज का हिसाब डला हुआ है यह ना आदत की बात है यह जब तक आप नहीं करेंगे तब तक तो पैसा हाथों की मैलो आएगा चला जाएगा कोई आईडिया भी नहीं कि कितना है कब है कैसे है एंड यू विल ऑलवेज बी लॉस्ट तो ये मेरा पहला स्टेप होता है कि किसी भी मनी मैटर्स एपिसोड में कि आप मुझे ये बताइए आपकी इनकम कितनी है आपके मोटे-मोटे खर्चे कितने हैं एंड मैं फोर्स करता हूं उनको वो हर एक खर्चा याद करने के लिए जो शायद वो भूल चुके होंगे घंटे उसके बाद अक्सर एक अमाउंट बच जाता है एंड ये सारी ईएमआई देने के बात है सारे लोन के खर्चे क्लियर करने के बात है एक छोटा सा अमाउंट बच जाता है अब इस अमाउंट का करना क्या है इस अमाउंट को आपको वापस डालना होगा टू क्लियर ऑफ योर लोंस इसके लिए एक चीज समझने की कोशिश करते हैं जब लोन की ईएमआई होती है फर्ज करिए महीने की 5 तारीख को तो बैंक आपसे आकर यह नहीं पूछता है कि अंकुल कैसा महसूस हो रहा है अच्छा लग रहा है पैसे देने की हालत में हो मूड ठीक है मेंटल हेल्थ ठीक है फिजिकल हेल्थ सब ठीक है इमोशनली सब कुछ सही है पैसे हैं नहीं है चलो अगले महीने देते हैं ओ मन नहीं कर रहा है अच्छा घर इस बार ज्यादा भिजाने थे कोई बात नहीं होता है अगले महीने दे देना अच्छा वो इमरजेंसी आ गई थी हमारे साथ भी ऐसे ही होता है कोई बात नहीं अगले महीने अगले दो महीने तक नहीं दे सकते तीसरे महीने से दे बैंक तो ये नहीं बोलता ना बैंक को घंटा फर्क पड़ता है कि आपकी जिंदगी में क्या चल रहा है बैंक को कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपकी जॉब है नहीं है आपके पास पैसे हैं नहीं है आप सही से सोच रहे हैं देख रहे हैं खा रहे हैं पी रहे हैं कि नहीं कर रहे हैं कुछ फर्क नहीं पड़ता बैंक को हर मही महीने की 5 तारीख पे अपना पैसा चाहिए एंड हम पूरी फाइट मार के उस बैंक को वो पैसा दिला के रख कितना स्ट्रेस होता है कि बैंक में वो पैसा होना चाहिए क्योंकि ईएमआई बाउंस नहीं करनी चाहिए क्रेडिट रेटिंग स्पॉइल हो जाएगी दिस इज द सेम डिसिप्लिन यू नीड टू हैव विद द मनी दैट इज लेफ्ट तो जो एसआईपी हम करने के लिए शुरू होते हैं ना कि यार अंकुर बक ने बोला था एसआईपी करना है एसआईपी करना है वही सेम चीज आपको अपने लोन के लिए करनी है आई कॉल द लोन एसआईपी कि यार लोन चुकाने के लिए ना जो हम ईएमआई देने के लिए तैयार हैं उसी के चलते चलते हम एक सिस्टमिक इन्वेस्टमेंट प्लान भी बनाएंगे उस लोन को चुकाने के लिए तो हर महीने विदाउट फेल वो पैसा हमारे बैंक अकाउंट से डिडक्ट हो जाएगा चाहे वो 00 हो 000 फर्क नहीं प दैट विल गो टुवर्ड्स पेइंग ऑफ द लोस अब वो लोन किस ऑर्डर में पे करना है उसके लिए टू बाय टू मैट्रिक्स समझते हैं एक्स एक्सिस में हम ये लिख पूछेंगे कि जो लोन का टेन्योर है फर्ज करिए 5 साल का है उसका क्या 30 पर टाइम बीत चुका है या अभी व पहले 30 पर में ही है मतलब 5 साल के लोन के लिए डेढ़ साल तो क्या लोन पहले ढ साल में ही है या पहले के डेढ़ साल बीत चुके हैं व्हाई 30 पर क्योंकि पहले 30 पर में हम लोन का करीब 5055 इंटरेस्ट चुका देते हैं सो इट मे सीम लाइक यार आधा-आधा नहीं होना चाहिए कि ढाई साल में हम 50 पर इंटरेस्ट चुकाएंगे नहीं इंटरेस्ट जो है वो फ्रंट लोडेड होता है तो बैंक पहले अपनी ईएमआई में इंटरेस्ट इंटरेस्ट ज्यादा लेता है प्रिंसिपल अमाउंट मतलब एक्चुअल लोन जो है वो कम चुका आता है एंड धीरे-धीरे जब उसका इंटरेस्ट वो कमा लेता है फिर वो लोन चुकाना शुरू करता है और इंटरेस्ट कंपोनेंट को कम करता है तो शुरू शुरू में लोन पे ऑफ करना ज्यादा फायदेमंद होता है बाद में लोन पे ऑफ करना कम फायदेमंद होता है इसीलिए 30 पर वाला तो लोन का टेनर फर्स्ट 30 पर में है या रिमेनिंग 70 एंड वा एक्सिस पे आप पूछेंगे कि क्या यह लोन का इंटरेस्ट अमाउंट लो है या हाई है लो और हाई में अंतर क्या है अब ये रिलेटिव होता है तो जितने भी आपके लोन चल रहे होंगे उनको आप लो और हाई रिलेटिवली कर लीजिए तो फर्ज करिए आपका कोई पर्सनल लोन चल रहा है ऐप के थ्रू 30 पर पे तो वो हाई हो गया 14 पर पे है तो वो भी हाई हो गया कोई 8 पर का होम लोन लिया हुआ है तो वो लो हो गया सो दैट देयर इज कंपैरेटिव बेसिस अगर कंपैरेटिव बेसिस नहीं है तो एब्सलूट दर्जे पे कोई भी लोन जो 10 पर से ज्यादा रेट ऑफ़ इंटरेस्ट पे है वह हाई है जो भी लोन 10 पर से कम रेट ऑफ़ इंटरेस्ट पे है वह लो है कायदे से वो भी लो नहीं है बट लेट्स अज्यू कि वो लो है सो ऑर्डर क्या होना चाहिए कोई भी हाई रेट ऑफ इंटरेस्ट लोन जो पहले 30 पर के अंदर-अंदर ही है उसको सबसे पहले चुकाना है चाहे उसकी ईएमआई जो भी हो आप जो भी एक्स्ट्रा अमाउंट अपने बजट के बाद बचाएंगे वो हर महीने पूरी शिद्दत के साथ जैसे एक ईएमआई निकलती है इस एक्स्ट्रा अमाउंट से उस लोन का प्रिंसिपल क्लियर करेंगे तो आप बैंक को या ऐप को या जो भी कोई और है उनको व पैसे देने शुरू करेंगे हर महीने एसआईपी के जैसे द फर्स्ट वन विल बी हाई इंटरेस्ट लोन व्हि इज न्यू या इन द फर्स्ट 30 फिर लो इंटरेस्ट लोन व्हिच इज अगेन इन द न्यू या 30 पर नर फिर हाई इंटरेस्ट लोन व्हिच इज इन द 70 टेनर एंड फाइनली लो इंटरेस्ट लोन व्हिच इज इन दी रिमेनिंग 70 नर ये मोटा-मोटा ऑर्डर है इस ऑर्डर में एक बहुत बड़ा कैब याड अगर कोई भी आपने ऐप या क्रेडिट कार्ड का लोन लिया हुआ है मतलब कोई भी ऐसा लोन जिसका रेट ऑफ रिटर्न 30 पर से ज्यादा है वो पहले जुका चाहे वह नया हो या पुराना कोई फर्क नहीं पड़ता वो लोन जेनुइनली आपकी पूरी इनकम बर्बाद कर सकता है अगर वह नहीं चुकाया गया तो आपको कुछ भी करके उस लोन सबसे पहले यू विल डू दिस अंट्स इट वर्क यना ऐड होता रहता है तो फर्ज करिए आपके अभी तीन लोन चल रहे है एक का ईएमआई 4000 एक का 3000 एक का 3000 एंड आपके पास एक्स्ट्रा 000 बचते हैं हर महीने आप वो 000 इनमें से एक लोन को चुकाने में लग जाते है एंड फर्ज करिए तीन महीने बाद आपका एक 000 वाला जो ईएमआई लोन है वो चूक जाती अब उस लोन की ईएमआई बंद हो गई आप इन्वेस्टमेंट नहीं शुरू करेंगे आप अपने लोन पहले क्लियर करेंगे तो अब आपके पास पहले के 000 बच रहे थे एंड अब ये लोन जो खत्म हो चुका है इसकी ईएमआई भी बचेगी तो ₹ और 000 ये अब ₹ 6000 की आप लोन एसआईपी शुरू करेंगे एंड दूसरा लोन चुकाना शुरू करें फर्ज करिए वो चार महीने में चुक गया अब आपके पास कितने एक्स्ट्रा हैं ₹ एक्स्ट्रा थे प्लस 3000 का फर्ज करिए लोन चुक गया तो 000 और 9000 अब आप 9000 से इन्वेस्टमेंट नहीं शुरू करेंगे वो 9000 की आप फिर से लोन एसआईपी शुरू करेंगे एंड जो 000 वाला लोन है उसको चुकाना शुरू करेंगे जब तक मैं नहीं चुक दिस प्रोसेस विल कीप कन्यू कंटिन्यूइंग कंटिन्यूइंग कंटिन्यूइंग तब तक आपके लोन नहीं ु जा च देन ब्रिंग्स मी टू स्टेप नंबर फोर जब आपके लोन चुक गए उसके बाद उसके बाद यू विल स्टार्ट थिंकिंग ऑफ प्रोटेक्शन एंड इन्वेस्टमेंट प्रोटेक्शन मतलब इमरजेंसी फंड क्यों क्योंकि आपने लोन इसलिए लिया था क्योंकि आपकी डिजायर या कामना थी या कुछ लास्ट मिनट में इमरजेंसी आ गई थी उसके लिए आपको पैसे चाहिए तो फॉर द नेक्स्ट टाइम कि यह ना हो यू विल बिल्ड अ कॉर्पस तीन से छ महीने के जो आपके एक्सपेंसेस हैं उसको एक इमरजेंसी फंड बनाएंगे और उसको एक एफडी में डाल देंगे फिर इंश्योर करेंगे कि हेल्थ इंश्योरेंस है एंड लाइफ इंश्योरेंस है क्योंकि ये दो चीजें आपकी एक्सपेंसेस को कंपलीटली डिरेल कर सकती है तो वो करेंगे एंड देन उसके बाद जो पैसा बचेगा उसको आप रेगुलरली इन्वेस्ट करेंगे इन्वेस्टिंग के लिए मैं बहुत सारे वीडियोस बना चुका हूं लेकिन मोटा-मोटा अगर हेडलाइन ना हो तीन म्यूचुअल फंड काफी होने चाहिए एक लार्ज कैप म्यूचुअल फंड एक मिड कैप म्यूचुअल फंड एक स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड अपनी एज और इनकम के अनुसार आपको ये म्यूचुअल फंड्स के जो रेशो है या जो शेयर है कितना हर एक में डालना है वो डिसाइड करना है उसके लिए एक अलग से वीडियो बना हुआ है आप उसको चेक आउट कर सकते हैं एंड मोस्ट इंपोर्टेंट जीना नहीं बंद करना यह नहीं है कि आप अपनी सारे कामनाओं का अपनी सारी इच्छाओं का गला घुट के अब साधु महात्मा बनके सिर्फ 60 साल की उम्र में करोड़पति बनने का बना रहे नहीं वो जिंदगी जिंदगी नहीं आपको अपनी जिंदगी एंजॉय करते हुए थोड़ा-थोड़ा पैसा अपने फ्यूचर जिंदगी के लिए अलग से रखना है दैट इज हाउ इट शुड तो आपकी जो पहले कामनाएं थी इच्छाएं थी डिजायर्स थे जिनके लिए आपने आंखें बंद करके क्रेडिट कार्ड स्वाइप कर दिया लोन ले लिए पर्सनल लोन ले लिए जो भी था वो आप लिमिट में लाना है तो एक बजट के अनुसार चलना है तो आपकी जरूरतों का बजट च इज योर मेंडेट ट्री एक्सपेंसेस आपका रेंट हो गया आपका खर्चा पानी हो गया खाने का खर्चा वो सब देन आपकी कामनाओं का आपकी इच्छाओं का आपके डिजायर्स का खर्चा आईडियली शुड बी अबाउट 30 पर ऑफ योर सैलरी तो अगर आप 000 कमाते हैं हर महीने 00 आप अपनी इच्छाओं की तरफ प्लीज स्पेंड करिए चाहे वो बाहर खाना खाना हो पार्टी करनी हो या बचा बचा के एक फोन खरीदना हो या वेकेशन पर जाना हो वो सारी चीजें विदन दैट 7500 और महीने के कम से कम 20 पर आपको आइली इन्वेस्ट करने चाहिए इन द मैनर ट यू हैव अकॉर्डिंग टू र ए फाइनली कम स्टेप नंबर अय स्टेप नंबर फाइ जो है ना यह असलियत यह स्टेप है कि जिंदगी एक एक्सेल शीट के अनुसार नहीं चल जिंदगी में बहुत सारी ऐसी चीज होती है जो आपके प्लान के अनुसार नहीं चले जिंदगी में बहुत सारी चीजें आप प्लान करते हैं लेकिन वो आपको एक दूसरी दिशा में ले जाती है मे ये हुआ है मुझे याद है बढ़ते हुए पापा ने वो सारी क्लासिक मिस्टेक्स करी थी जिनके बारे में मैं आज आपको वन करना हम एक बहुत ही साधारण परिवार से हैं हमेशा कामना थी इच्छा थी कि मिडिल क्रास ट्रैप से निकल पाए उस जमाने में वाशिंग मशीन खरीदना बहुत बड़ी बात थी एक टेप रिकॉर्डर खरीदना एक बहुत बड़ी बात थी एसी खरीदना कूलर खरीदना तो पता नहीं कब की बात थी एक गाड़ी खरीद पाना बहुत बड़ी बात थी लेकिन ये सारी चीजें हमने लोन प ली क्योंकि कभी पैसे थे ही नहीं वो क्रेडिट कार्ड स्वाइप करे वो पर्सनल लोन लिए एंड कर्ज के तले तपते रहे तपते रहे तपते रहे पापा ने एक बिजनेस शुरू किया वो बिजनेस सही से नहीं चला उसके कर्ज मैंने आईएसबी अपना एमबीए करने के लिए लाख रप का लोन लिया वो कर्ज तो मुझे याद है जब 2006 में मेरी पहली बार नौकरी लगी थी आफ्टर माय एमबीए कमा तो मैं 12 लाख महीना रहा साल रहा था लेकिन खर्चे ऐसे कि कुछ भी नहीं बचता सारे लोन की ई में चले जाते पापा के लोन जो बचे हुए थे मेरे एजुकेशन लोन जो बचा हुआ था घर का खर्चा मेरी गाड़ी का मेरे पेट्रोल का वह सारी चीजें एंड 2007 में शादी करी पर्सनल लोन लेकर करी 20 लाख रुप लोन लिया था व फिर चुकाते रहे एंड आईम नॉट लाइंग न आ से दिस 2017 में जाकर 12 साल के बाद हमारे सारे लोन क्लियर हुए 2017 12 साल लग गए व सारे लोन क्लियर करने पापा का जो बिजनेस लोन था 35 4 लाख रुप का था धीरे धीरे बाई बाई जोड़ के हर महीने जितने भी बच पाते थे दे दे के दे दे के दे दे के वो लोन चुकाया एजुकेशन लोन चुकाया वो सारे पर्सनल लोन चुकाए बहन की शादी हुई थी उसके लिए पर्सनल लोन लिया वो चुकाया सारे लोन चुकाए फिर 2020 में घर का लोन लिया क्योंकि घर पहली बार खरीदा और कोविड आ गया इनकम कंपलीटली स्टॉप हो चुकी थी महीने के खर्चे चलाने के लिए सिर्फ पाच महीने के पैसे बैंक में बजे थे कोई आईडिया नहीं कि क्या होने वाला है जिंदगी में कोई आईडिया नहीं कि जिंदगी हमें कहां ले जाएगी उस पॉइंट पे रुचि और मैं ने मेरी वाइफ और मैंने ये डिसाइड किया कि अगर अगले दो-तीन महीने में कोई जरिया नहीं मिला इनकम कमाने का तो घर बेच देंगे जो डाउन पेमेंट करी थी 50 लाख की वो शायद वापस मिल जाएगी पहाड़ों में चले जाएंगे बच्चों को होम स्कूल करेंगे किसी गांव के विद्यालय में बच्चों को पढ़ाएंगे और इस 50 लाख र में अपनी जिंदगी बिता देंगे थैंकफूली वो नहीं करना पड़ा इनफैक्ट 2023 पिछले साल शुरुआत में हमने अपने घर का भी लोन चुकाया 2023 में एट द एज ऑफ 43 इट वास द फर्स्ट टाइम एवर ट वी हैड रीच अ डेट फ्री स्टेटस हमारे सर पर कोई भी कर्ज नहीं था पहली बार जिंदगी में पहली बार 40 साल की जिंदगी के बाद पहली बार सर पर कोई लोन तो लोन चुकाना क्या होता है है उस लोन को धीरे धीरे धीरे धीरे पाई पाई जोड़कर सालों चुकाना क्या होता मैं जानता हूं तो अगर प्लान के अनुसार जिंदगी ना चले एक चीज जो मैंने सीखी है वो यह है कि जो चीज आपके लिए काम कर रही है वो पकड़ लो और उसे करते रहो करते रहो करते रहो करते रहो क्योंकि इसी चीज को डिसिप्लिन कहते हैं इसी चीज को अनुशासन कहते हैं डिसिप्लिन वो चीज नहीं होती जो आप अपना मन मार के अपने दिमाग को अपनी बॉडी को कुचल कर कुछ ऐसा करते हैं जो आपको पता है आपको करना चाहिए वो डिसिप्लिन नहीं डिसिप्लिन एक नेचुरल तरीका होता है ने कि आपको पता है कि हर महीने यह आपको पैसे देने ही है टुवर्ड्स दैट बिग लोन जो आपको चुकाना है एंड फर्क नहीं पड़ता कि आपकी जिंदगी में क्या चल रहा है ये पैसे जाके रहे क्योंकि यह काम कर रहे हैं यह उस लोन को चुकाने के काम आ रहे हैं यह आप करते रहे एंड इट्स द सेम फॉर्म ऑफ डिसिप्लिन ट वर्क्स फॉर एवरीथिंग इन लाफ चाहे वो फिट होना हो चाहे वो तरक्की करना हो चाहे वह पैसे के बारे में पैसे को बढ़ाना हो आपके रिश्ते हो कोई भी चीज उस चीज को पकड़ लीजिए जो आपके लिए काम कर और फिर आंखें बंद करके सिर्फ उस चीज को करते र रिपीट इट रिपीट इट लाइक इट फील्स बोरिंग एफ बट यू नो इट्स वकिंग तो लोगों को ना ऐसा लगेगा कि बहुत ब लोगों को लगेगा यार आप रोज सेम चीज खाते हो रोज सेम चीज पहनते हो सेम टीशर्ट में वापस आ जाते हो हर बार वैसे ही दिखते हो कुछ है ही नहीं ना बैकग्राउंड चेंज होता है ना कपड़े चेंज होते हैं ना कहने का ढंग चेंज होता है ना वीडियो की फ्रीक्वेंसी चेंज होती है सब कुछ सेम इतना बोरिंग व्हाट्स न्यू व्ट्स न्यू अंकुर वट्स ने एंड मेरे लिए नथिंग इ न्यू नथिंग इज नेक्स्ट मैं सिर्फ एक ही चीज जो मेरे लिए काम कर रही है करता रहूंगा करता रहूंगा करता रहूंगा क्योंकि वो मेरे लिए डिसिप्लिन है वो मेरे लिए रूटीन है वो मेरे लिए अनुशासन है एंड ये डिसिप्लिन अगर आप अपनी जिंदगी में ले आए तो पैसा बहुत छोटी चीज है दो आपको हर एक चीज हासिल हो जाए कर्ज के तले दबे रहना क्या होता है मैं बहुत अच्छे से जानता उस क से निकलना कितना मुश्किल होता है उसको भी अच्छे से जा लेकिन यह भी जानता हूं कि हर एक शख्स इस दुनिया में एक कर्ज से चाहे व जितना भी बड़ा हो निकल सकता है लेकिन एक कर्ज सबसे भारी होता है और वो है इमोशनल कर्ज जो कर्ज हम अपने इमोशन पर ले लेते हैं द फीलिंग ऑफ प्रेशर फीलिंग ऑफ हेल्पलेसनेस फीलिंग ऑफ फीलिंग लाइक लूजर फीलिंग ऑफ बी अनसक्सेस द फीलिंग ऑफ बीइंग इक्वेट वो चुकाए नहीं चुकता ए उसको चुकाने का सिर्फ एक ही तरीका है डिसन डिसिप्लिन डिसिप्लिन डिन पिक अप द थिंग ट वर्क्स फर य ए कीप रिट आपके सारे कर्ज आपके सारे अरमान एक्चुअली पहले कंप्लीट करना चाहिए आपके सारे कर्ज चुक जाए आपके सारे अरमान पूरे हो आप जिंदगी में बहुत बहुत बेइंतहा खुशियां कमाए इसी आशा के साथ उकवा को स मेरी नई किताब मेक एपिक मनी एक महीने के अंदर ही एक लाख कॉपीज भेजकर हिंदुस्तान की बेस्ट सेलर बन चुकी है आप इसको ऑर्डर कर सकते हैं मेरी पहली दो किताबें गेट एपिक शट डन एंड डू एपिक शट भी बेस्ट सेलर्स है