है तो हेलो एवरीवन वेलकम और वेलकम बैक टू माय चैनल इन टूटेस्ट वीडियो विडियो विडियो बॉक ऑफ वेरी पॉपिलर कि उनकी क्या-क्या विचार है पोइटरी को लेकर ड्रामा को लेकर ट्राजडी को लेकर अ या फिर literature के किसी भी genre को लेके कि वो कैसा होना चाहिए, क्या-क्या उसके अंदर होना चाहिए, क्या नहीं होना चाहिए, वैसी similar बाते आज आपको इस video के सर ये देखने को मिलेगी, बस फरा कितना होगा कि यहाँ पे हमारे Indian scholars, Indian aesthetics जो हैं, वो आपके poetry and drama के बारे में क्या सोच पर अगर आपने section को बिल्कुल ignore मारा हुआ था कि यार ये तो मुझसे नहीं होगा, तो इस वीडियो के जरीए आपको बहुत अच्छी तरीके से ना कम, ना जादा information मिलने वाली है, और to the point information आपको मिलने वाली है, जिसको करने के बाद अगर आप इस section के questions उठा के देखोगे, तो चुटकियों में आपके questions बनने वाले हैं, so without wasting any further time हम लोग इस वीडियो को start करेंगे, and पूरा आपका Indian Aesthetics, बिल्कुल टू दो पॉइंट तरीके से कंप्लीट करेंगे सुनेश इन इन्हें इस्थेटिक्स के अंदर क्या आता है उसमें जाने से हम लोग वर्ड को जानेंगे कि आपका यह एस्थेटिक्स है क्या हम लोग नॉर्मली अपनी आजकल की मॉडर्न लाइफ स्टाइल में एस्थेटिक्स वर्ड का बहुत जादा इस्तेमाल करते हैं कभी किसी को अपना रूम रेनोवेट कराता है तो वो बोलता है कि भाई मुझ वह ब्यूटी के बारे में बात करता है अब यह ब्यूटी आपकी आर्ट की हो सकती है नेचर की हो सकती है इंडिविजुबल की हो सकती है एनीथिंग आपके वेस्टर एस्थेटिक्स में यह कॉनसेप्ट आया था जो हम लोग ने एस्थेटिसिजम जो लिटरी हैं कि जो आर्ट है चाहे आर्ट फॉर नेचर ब्यूटी पेंटिंग डांस एनीथिंग उसको आप किसी किसी कॉन्टेक्स्ट के जरिए ना जोड़ें कि यह हम लोगों को सोशल परपस क्या दे रहा है मॉरल वैल्यू क्या दे रहा है या फिर इसका पॉलिटिकल कॉन्टेक्स्ट क्या है आप किसी काम को सिर्फ उसकी ब्यूटी के लिए उसकी सबलिमिटी आपके इस्तेटिसिजम के अंदर भी देखने को मिलता है जहां पर आपके किसी वर्क की ब्यूटी के बारे में एंड उसकी इंडियन एस्थेटिक्स की जब हम लोग बात करते हैं तो आपको ये बात पता होनी चाहिए कि वेस्टरन एस्थेटिसिजम से भी पहले आपका इंडियन एस्थेटिसिजम और उसके वर्क्स आये थे। आपके 4th, 5th century BC से ही आपके इंडियन एस्थेटिसिजम में वर्क लिखे गए हैं। अगर हम लोग इंडियन एस्थेटिक्स की बात करें तो इसके अंदर के components कौन-कौन से हो जाएंगे। लिटरूचर हो जाएगा, आपका visual arts हो लिटर्चर हम सबको पता है क्या है, हम सब लोग लिटर्चर के स्टूडेंट्स हैं, एनी रिटिंग टेक्स्ट, उसके जितने भी मल्टिपल जॉनराज हैं, आपका साइंस फिक्षन, नॉन साइंस फिक्षन, फैंटेसी फिक्षन, हम लोग की इंडियन कल्चर में जो हम लोग इतने प्यारे प्यारे क्या कहते हैं अब कल्चर्स बने हुए हैं उनकी ब्यूटी के बारे में बात हो सकती है यहां पर देन पेंटिंग्स के बारे में बात हो सकती है पर फॉर्मिंग आर्ट्स हो गया एंड लास्ट में आता है आपका ड्रामा जो ड्रामा एंड थिएटर है जिसे रामलीला की जाती है परफॉर्म की जाती है, anything that you are performing and showing to your audience becomes a part of your performing arts, तो Indian aesthetics में इन तीनों के appreciation और आपके elements के बारे में बात की गई है, जैसा कि मैंने आपको पहले भी बताया कि आपको Indian aesthetics से डरने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि ये बिल्कुल similar है आपके criticism के तरह जो हम लोगने पढ़ा हुआ है, कि काफी सारे elements के बारे में बताया है कि आपका एक जो drama होता है, वो एक particular character की life का mere imitation नहीं होता है, एक proper imitation होता है, जो एक character की life की tragedy, या फिर जो good elements होते हैं, उनको दिखाता है, and इसी के जरिये उन्होंने Aristotle ने बताया है कि अगर आप एक अच्छा drama लिखना चाहते हो, तो उसमें कौन-कौन से elements होने चाहिए, catharsis होना चाहिए, purgation होना चाहिए, anagnorisis होना चाहिए, climax, anticlimax, बहुत सारे elements जो हम लोगने... पोइटिक्स के अंदर पड़े हैं वही सिमिलर चीजें बेटा आपको आपके इंडियन एस्थेटिक्स में भी देखने को मिलेंगी फर्क फिफ्ट सेंचुरी से लेके टू सेंचुरी बीसी के बीच में इन्होंने ये वर्क लिखा है इनका नाम है सबसे पहले तो आप देख ली� जिस्ट ए सेकेंड मेरी पेन अक्टिवेट होनी चाहिए ओके सो हमारे यह है भरत मुनी भरत मुनी इनका नाम है और इन्होंने जो वर्क लिखा है वो लिखा है नाट्यशास्थ्र इनकी जो सबसे फेमस थ्योरी है वो है आपकी रासा थ्योरी ठीक है अगेन आयम टेलिंग य और पर्गेशन वाली जो थिवरी है वह सबसे पहले से ठीक है अब नाटिय शास्त्र जो इनका वर्क है इनके अंदर बहुत सारी थिवरी जाती है लेकिन सबसे फेमस थिवरी जो आपके एक्जाम में भी पूछी गई है और सबसे जो इंपोर्टेंट है वह है आपकी राषा थिवरी अब इंडियन परिवार का हम सब लोग पार्ट हैं सब लोगों को हम सब लोगों को पता है जो हम लोगों को कई तरीके के टेस्ट देते हैं कुछ खटा कुछ मीठा कुछ तीखा जो हम लोगों को वह खाना बहुत ज्यादा टेस्टी बन जाता है हम लोग प्रेफर करते हैं कि भाई रसेधार ग्रेवीधार हम लोगों सब्जी मिल जाए तो हम अच्छे से समझ में आ जाए यह जो रसा जो आपका वर्ड है यह पहले भी इस्तेमाल किया गया है हम लोग के इंडियन देखने में आया होगा कभी कोई ऐड भी आ जाती है कि जो हमारे इंडियन गॉट्स थे वह लोग ड्रिंक एक इंजॉय करते थे उसको हम लोग कहते थे सोम रस हम लोग जैसे डिफरेंट डिफरेंट टाइप्स अफ ड्रिंक्स एंड कोल ड्रिंक्स पीते हैं उस टाइम पर जो ड्रिंक्स इंजॉय करते थे हमारे भगवान लोग उसको कहते थे हम लोग सोम रस इंडियन एस्थेटिक्स या संस्कृत एस्थेटिक्स के अंदर यह जो शब्द है आपके ड्रामा और पूर्ट रिक्ट कंटेक्स्ट में बोला जाता है अब ड्रामा और पोइट्री में रस हमारा कहां से आया यह हम सब लोगों को पता है हम लोग जब भी साइड होते हैं तो कभी सिंह मूवी लोग देखने लगते हैं ने आप अगर प्यार में है तो आप अरेजीत की गाने सुनने लगते हैं आप आपकी जो मदर है वह क्यों आपके इंडियन सीरियल्स को देखना पसंद करती है क्योंकि उसमें जो विक्टम ट्रैक्टर होता है उससे हमारी जो मदर होती है वह रिलेट कर पाती है कि यार अ मेरी भी सास ने मेरे साथ ऐसा किया था और जब उसकी सास को कोई गिरा देता है तो they feel very good कि अरे वाँ मज़ा आ गई मैं तो कुछ नहीं कर पाई और इस character ने कर लिया बेसिकली आपकी ये जो रसा थ्योरी है वो आपको ये समझाने की कोशिश कर रहा है जो भरत मुनी ने बताया है कि आपकी एक ड्रामा और एक पोइटरी में आपकी audience आपकी spectator के लिए कुछ रस होना चाहिए रस का मतलब pleasure pleasure आपका सुख में भी हो सकता है दुख में भी हो सकत तब हम लोग और जादा साट सॉंग्स चला-चला के सुनते हैं क्योंकि उस भावना में बह जाना हम लोगों को अच्छा लगता है। हम लोग की बॉडी परगेटेड, रिलीज़्ड और क्लेंस्ट फील करती है। यह चीज आपके भरत मुनी ने नाटिय शास्त्र के अंदर बोली है, आपकी रसा थ्योरी के अंदर, कि आपकी जो रसा थ्योरी है, वो आपको एक एस्थेटिक प्लेजर और थ्रिल देने का काम करती है। आपका यह जो रसा है, वो आपके ड्रामा और कोईटरी में होना ही चाहिए। चाहे आप किसी ड्रामा या पोइटरी को पढ़ रहे हो या फिर इन एक्ट होते हुए देख रहे हो आपका यह जो रस है यह एक इंपोर्टेंट एलिमेंट बन जाता है जो आपके परफॉर्मिंग आर्टिस्ट को क्रिएट करना चाहिए इन एक्ट करना चाहिए अदरवाइ similar theory which I wanted to tell you ये आपके Aristotle ने भी बताई है कि आपका जो drama होता है जो tragedy जिसके बारे में specifically उन्होंने बात की है कि इसके अंदर catharsis and purgation वाली feeling होनी चाहिए आपकी audience आपके main character को देख के relate जब तक नहीं करेगे कि ये एक बहुत ही अच्छी position में था आप ये बिल्कुल जमीन पर आ ऐसी कुछ चीजे आप नहीं दिखाएंगे वाव, वांडर या प्लेजर वाली फीलिंग्स तो आपकी ओडियन्स नहीं देखने वाली है। अब हम सब लोग हिंदी लिटर्चर हम लोगने बच्चपन में पढ़ा है। आपकी रस थ्योरी जो आपकी है वो सिर्फ प्लेजर पे काम नहीं करती है। आपके बहुत सारे भाव होते हैं उन सब को व्यक्ति करती है। अगर प्यार के फीलिंग को आप दिखाना चाहते हो तो उसको हम लोग बोलते हैं श्रिंगार रस के जरिए हम लोगों को दिखाया जाता है ठीक है लाफ्टर को कॉमेडी को दिखाना चाहते हो तो वो आपका हासे रस होता है तो अगर आप कमपैशन दिखाना चाहते हो तो व तो वह वीरस होता है उसको देखकर हम लोगों को अच्छा फी फील कनेक्टेड हम लोगों रस आता है एंड देन उनली वी सी देन हम लोग का फिर वाला एक होता है भयानक होता है ने डिज़ज़्ट होता है विवस्था जिसको बोलेंगे अब्बुत चीजें होती है वंडरफुल बिल्कुल चैसे बाहुबली मूवी में लोगों को दिखाया गया था कि मेन कैर वह पार कर दिया तो वह चीज बिल्कुल अद्भोत लगी हम लोगों को एंड वह टाइम डाउट रस पर रस वह ग्रेवी वह जो मसालेदा चीज होती है ना वह हम लोगों को एट्रैक्ट करती है एंड इन सारी चीजों को बेटा मिलाकर आपकी बन जाती क्वेश्चन कैसा बना है तो बिल्कुल सिंपल क्वेश्चन आपके इंडियन एस्थेटिक्स से पूछे जाते हैं आपसे सिंपल उसके रचायता कौन है या फिर वो किसने लिखा है तो आपको match करना है कि भरत मुनी जी ने आपका रसा थ्योरी दी है simple I hope आपलोगो पूरी रसा थ्योरी भरत मुनी कौन थे कब 5th to 6th, 2nd century में उन्होंने start किया इनका जो basic work है नाट्यो शास्त्र ये आपलोगो को याद करना है सिर्फ आपलोग एक बाद पढ़ दिलेंगे तो भी आपलोगो याद आजाएगा कि भरत मुनी ने दिया है एंड इनकी जो फेमस थ्योरी है हमारी रसा थ्योरी है यह सारी चीजें भी आपको लर्न करने की जरूरत नहीं है यह सारी चीजें अगर क्वेश्चन में आएंगी तो आपसे ऑटोमाटिकली है तो आपको बहुत अच्छी तरीके से अब हम लोग चलेंगे अपनी अगली थ्यूरी की तरफ नेक्स्ट हमारे राइटर आते हैं या फिर हमारे स्कॉलर आते हैं उनका नाम है यहां पर बहुत अब आपको स्पेलिंग पर नहीं जाना है कहीं पर काव्य अलंकार एंड इनकी जो थिवरी है ही इस नोन फॉर हिस अलंकार थिवरी हम सब लोग लिटरी डिवाइस फिगर्स आफ स्पीच को पढ़ते हैं अपने लिटरी डिवाइस इस में हम लोग के इंग्लिश में उसी को ही हम लोग हिंदी में बोलते हैं अलंकार आप सब लोगों ने हम सब लोग में पढ़ाई है हम लोग हिंदी ग्रामर में जब हम लोग छोटे थे अलंकार अब यहां पर बमा के साथ बेटा आपको ये चीज देखनी है तीन और आपके राइटर थे एक है आपके दो और राइटर थे एक का नाम है डन्डिन और एक है आपका रोधरता आप प्लीज इसके प्रणंसियेशन पर मज़ जाएगा आपको जो प्रणंसियेशन इजी लगत इन तीनों ने बेटा आपकी बात की है या फिर focus किया है आपके poetic ornamentation या फिगरेटिव language हम सब लोगों को पता है कि एक काम में सिर्फ रसा नहीं होना चाहिए रसा के जितने elements है वो नहीं होना चाहिए एक काम को एक poetry को beautiful बनाती है उसकी language आप एक newspaper पढ़िये आप एक poetry पढ़ि जो सॉंग सुनते हैं हम लोग क्यों सॉंग्स को सुनना पसंद करते हैं क्योंकि उसमें एक लड़की को इतनी ब्यूटिफुली प्रेजेंट किया होता है आपके सिंगर ने या फिर लिरिसिस ने इतनी ब्यूटिफुली दिखाया होता है कि वो हमलोग को बहुत अपीलिंग हमारे भाषा को और भी ज्यादा beautiful एंड attractive दिखाते हैं इसी थिवरी के ऊपर आपके बमा दंदिन एंड रुद्रता ने काम किया है इसको बुला है हमारी अलंकार थिवरी जो इनके अकॉर्डिंग ने बताया कि मेटाफोर्स एंड फिगर्स ऑफ नहीं है आप सब लोग को पता है कि यह आपकी किसी भी पोइटरी के या फिर इन लिंग्विस्टिक पीस की ब्यूटी को क्या आगे पढ़ेंगे और हम लोग देखेंगे कि आपके जो बमा है अब तीनों ने बताई है अलंकार थ्योरी लेकिन कुछ ना कुछ हर वर्क में आपको अलग देखने को मिलेगा ठीक है जैसे प्लेटो ने भी पोयट्स के बारे में बात की है और इमिटेशन के बारे में बात क हमारे इंडियन लिटरिचर में या फिर किसी भी लिटरिचर में हमारी एस्थेटिक्स को बढ़ाने में आपके किसी टेक्स्ट की ब्यूटी को बढ़ाने में अंत में इन्होंने क्या बुला है कि इन सबको वक्रती नाम के एक जनरल टर्म के अंदर डाल दिया है जो आपको व आपके डंडन ने भी उनको बताया है बस उनको थोड़ा सा और क्लासिफाई कर दिया रोजरता क्या करते हैं कि उन साथ अलंकारों को आठ भागों में आपके बाद दिते हैं अब मैं आपके लिए बिल्कुल इनफ हो और आपके इतने डिटेल में से क्वेश्चन पूछे भी नहीं गए हैं तो आपको बस इतना याद रखना है और इससे question पूछा भी गया है कि जो आपकी अलंकार थियोरी है वो किसने दी है इन सबसे ज़्यादा कौन फेमस है तो आपके main proponent बेटा हो जाएंगे बामा अब हम लोग चलेंगे अपनी अगली थियोरी के तरफ जो कि हम लोग की ध्यान लो का दिया है हम लोग के आनंद वर्धना हम लोग के एक और एक बोल सकते हैं कि scholar आये हैं जिन्नों ने concept दिया है आपकी ध्वनी का ध्वनी से हम लोगों क्या समझ में आता है कोई आवाज हम ल हम लोग ने आपकी अलंकार थिवरी को पढ़ लिया दोनों से ही हम लोगों समझ में आता है कि यह हम लोग कि किसी भी लिटरी टेक्स्ट को वेजर इट बी पोइटरी वेजर इट बी ड्रामा ट्राजडी एनिटिंग उसको क्या करते हैं ब्यूटिफुल बनाते हैं एट्रैक्टिव बनाते हैं अपीलिंग बनाते हैं द्वनी का यहां पर जो स्वधान दाता है वह है आपका कि आप एक चीज को बोलते तो लेकिन उसको किस तरीके से बोलते हो वह बिल्कुल आपकी पोइटरी को या फिर आपके किसी भी पीछे ऑफ वर्क का जो पूरी तरीके से बदल देता है वह गुड़े ग्राम पर पहले इस इंफॉर्मेशन को पढ़ेंगे द्वनी सिंधान बिल्ड अपने अर्लियर द्वनी का जो कॉन्सेप्ट है वह किससे आपका बोल सकते हैं कि इन्फ्लूएंस है तो पहले आपका रसा से एंड आपका अलंकार द्वनी के बारे में अगर हम लोग जानने की कोशिश करें तो द्वनी की जो definition दी हुई है वो दी हुई है आपका reverberation और suggestion अब इससे तो आपको बिलकुल भी समझ में नहीं आया होगा कि ये reverberation और आपका suggestion क्या है आप सब लोगों ने PK movie देखी होगी जहांपे PK का एक scene होता है जेल में जब वो अनुशकर शर्मा को बता रहे होते है कि मतलब language को आप अगर ध्यान से देखो तो एकी चीज को आप अलग अलग टोन में जब बोलोगे तो उसका मतलब बदल जाएगा अच्छा वर्ड का उन्होंने इस्तेमाल किया था कि अगर आप गुस्सा होगे तो आप उसी अच्छा वर्ड को बोलोगे अच्छा और अगर आप कुछ समझ में नहीं आ रहा है तो उसी अच्छा वर्ड को बोलोगे अ उसको आप अलग-अलग तरीके से प्रोनाउंस करके या फिर उसमें एक अलग इंटोनेशन लगा के उसका मतलब बदल सकते हो और ये जो मतलब है अगर आप अपनी पोइटरी में जो रीडर पढ़ते वक्त उसको लगा देता है तो आपकी उस पोइटरी का मीनिंग बिलकुल बदल जाता है I will read on this for you The meaning of the word or a sentence is understood by the use of its last symbol अब जैसे ये ओ लिखा हुआ है, मैं इसको पढ़ दूं ओ, simply लिखा हुआ है, जहाँ पे मैंने pressure एच में put नहीं किया, लेकिन अगर आपका reader है, वो अगर किसी work को पढ़ रहा है, वहाँ पे लिखा हुआ है ओ, और वो अपने ही मन से इसको कर दे, ओ, तो उसका जो meaning है, वो बदल जाएगा, यहाँ पे यही चीज बोली गई है, कि आपकी एच पे emphasize आप कर रहे हो, तो अगर आप ओ करके बोलोगे, तो it will sound very happy, लेकिन आप ओ करके बोलोगे, तो it will sound sad, और इस चीज को आपका ध्वनी सिद्धान्त बताता है कि किस तरीके से हम लोग अपने शब्दों पर स्ट्रेस या इंटोनेशन को पुट करके उसको पूरी तरीके से उसका मीनिंग बदल सकते हैं और आपके जो आनन्द वर्दना हैं वो ये बोलते हैं कि जो ध्वनी होती है अनन वर्दना कहते हैं कि आप अगर किसी भी particular कोई अगर writer है किसी वोक को लिख रहा है वो कुछ एक set of emotions के according उसको लिख रहा है और अपनी शब्दों के सरिये वो उस poetry में अपने emotions को व्यक्त करता है जब आपका जो reader है उसको पढ़ता है your reader or your hearer should be on the same wavelength हम लोग कोई sad song सुनते हैं तो बिल्कुल उसकी sad tone से connect कर जाते हैं वो जो शब्द बोले हुए होते हैं उसको अगर आप बिल्कुल happy होके बोलोगे तो उसका meaning बिल्कुल change हो जाएगा तो ये एक difference होता है कि sad जो आपका song होता है उसमें sad tone लगी होती है शब्दों को बहुत subtle तरीके से बोला गया होता है कि बिल्कुल आपकी आखों से आंसू निकलने लगते हैं इस विशेष द्वनी के बारे में इस विशेष द्वनी के बारे में इस विशेष द्वनी के बारे में इस विशेष द्वनी के बारे में इस विशेष द्वनी के बारे में इस विशेष द्वनी के बारे में इस विशेष द्वनी के बारे म तो पुट एंफिसिस ओन दिस वर्ड ध्वनी हाउ यू प्रोनांच पर्टिकुलर वर्ड जिससे आपका जो हेयर है आपका राइटर है दोनों की वेवलेंथ मैच करती है एंड दाट इस वाय इसको कहा जाता है कि ये आपका मूट सेट करता है सेंजिटिविटी सेट करता ह और आपके reader और writer को same wavelength पे लेके आ जाता है I hope आपको ध्वनी का concept बहुत अच्छी तरीके से clear हो गया होगा अब आपके ध्वनी थेओरी से ही एक concept जोड़ा हुआ है जिसको बोलते हैं हमारे Sphota थेओरी ये हमारे recent exam में आपके भी पूछा गया है बहुत ही सिंपल है इसका कॉनसेप्ट समझना हम लोग बहुत ही अच्छी तरीके से समझ लिया कि द्वनी का क्या मतलब होता है इस फोटो थ्यूरी जो आपकी है सबसे ज्यादा फेमस है आपके भर्त्र हरी अब इसको आप कैसे भी प्रोनांस कर सकते हो हिंदी में भी इसका जो प्रोनेंसिएशन है वह थोड़ा सा अलग है भर्त्र हरी या फिर भर्त्री हरी आप करके बोल सकते हो इनका एक वर्क है वाक्यपदिया अब वाक्यपदिया या वाक्यपडिया आप भी इसको प्रोनांस करो इनकी यह फेमस है स्पोटा थेोरी आपकी क्या थे दिया कि एक जो आपका शब्द होता है वर्ड होता है सिंबल होता है उसके जो मीनिंग होते हैं उसको आप दो ही तरीके से जान सकते हो एक तो शब्द की साउंड से कि आप वह कैसा प्रोनाउंस हो रहा है एक एक उसकी मीनिंग से यह लिखे से याद रखना स्वोटा थोड़ी आपकी कहती है या फिर आपके भरते हरी क्या बताते हैं अपनी इस वर्क में कि आपका कोई भी जो टेक्स्ट है उसका जो मीनिंग है वह स्पीकर से आपके लिस्टनर की तरफ कैसे कंवे होता है हमारी मेरे बात करने का तरीका बस उस पर्टिकुलर मीनिंग को कंवे कर रहा है या फिर आपके दिमाग में रिफर्म कर रहा आपको अल्रेडी नहीं पता है, इट्स जस्ट दाट कि वो एक टाइप के कॉंटेक्स में आपको बताई जा रही है, और आपको रिअफर्मेशन मिलता जा रहा है, तो यहाँ पे आपको देखो क्या लिखा हुआ है, कि आपके जो spoken words होते हैं, वो आपका एक purpose serve करते हैं, वो act करते हैं as a stimulus to uncover the meaning already present in the mind of the learner, आप जो learner हो, आप लोग मेरी बाते सुन रहे हो, आपको already बहुत सारी बातों के concept पता है, पर मेरे articulation of speech है, कि मैं कहां पर emphasis दे रही हूँ, कहां पर आपको उसका meaning and context समझा रही हूँ, उससे आपको उन theories का reaffirmation मिलता चला जा रहा है, और इसी case की वज़े से आपके भरती हरी ने बताया है कि चाहे आपकी रासा थिओरी हो जाए, अलंकार की थिओरी हो जाए, उसके बाद धणी थिओरी हो जाए, ये तीनों तो important है ही, लेकिन ये कहते हैं कि the way you articulate your speech, आप जिस तरीके से articulation करते हो अपने शब्दों का, वो बह� पोटा थे विमेज डाट में इसकी आर्टिकुलेशन ऑफ स्पीच इस ऑफ प्राइम इंपोर्टेंस आफ लियर आर्टिकुलेशन विद अरेंज प्रॉपर लिंग्विस्टिक यूनिट इंटू दा माइंड ऑफ द रिसीवर अगर मेरी ही स्पीच अपनी अच्छी नहीं है तो मैं आपको किसी बातें बताते हूं और आपको चीजें अपने आप समझ में आ जाती है तो वे तो तीन चीजें आपके बर्टी हरी ने इंपोर्टेंट बताई हैं कि आपकी जो आक्ट ऑफ स्पीच होती है यह जो मेरे बात करने का तरीका है वो आपका तीन स्टेजेस में बिटा आपका बटा होता है सबसे पहला है आप कॉनसेप्टुलाइजेशन बाई द स्पीकर वो� यहां कैमरे पर आकर आई कोड आप स्पीकिंग लेट इस हां भाई इस पोर्ट थे यह ऐसी होती है आर्टिकुलेशन ऑफ स्पीच होता है उसमें एंड आपको दिवनी के बारे में ध्यान रखना होता है इट द वे आयम स्पीकिंग आपको बिल्कुल भी समझ में नहीं आएगा आपको मजा नहीं आएगा बट इस द वे डाइट आयम प्रेजेंटिंग द टेक्स्ट इन फ्रंट आफ जिसकी इन टू वर्ड एंड शो देम इन फ्रंट ऑफ यू इन वेरी गुड मैनर मेरी स्पीच के जरिए तब जाकर आपको समझ में आता है एंड इस व्हाट वी कॉल इस फोटा थ्यूरी ठीक है आपको याद रखना है कि इस फोटा थ्यूरी किसने दी है कौन से टेक्स्ट अगली थिवरी के तरह से जो कि हम लोग की रिति थिवरी अब हम लोग यह जो रिति थिवरी है यह हम लोग के अगेन एक दूसरे philosophy पर निधी है या फिर स्कॉलर बोल सकते हैं जिनका नाम है वमना इनका यह जो वर्क है काव्य अलमकारा सूत्र इनके और भी वर्क है पर यह आपका मेन इंपोर्टेंट वर्क है एंड इन ओर दिए है आपकी रिति थ्यूरी अब आप ध्यान से देख पाएंगे कि आप आपने पहले पड़ी है ना वह एक दूसरे से कनेक्टेड है रिति थ्यूरी के अंदर आपका बताया गया है कि आप जब अपनी पूर्टरी को लिखते हो किसी भी टेक्स्ट को लिखते हो उसमें फिगर्स ऑफ स्पीज एंड आप अपने रसा थ्यूरी डालते हो उन ऐसे कॉन्टेक्स्ट और रेफरेंस में डालना होता है कि वह आपका पूरा सेंस बनाएं आपको याद होगा कि टीएस इलिएट ने बताया है आपका ऑब्जेक्टिव को रिलेटिव के बारे में कि आपकी जो है हम लेट है वह आर्टिस्टिक फेलियर है क्योंकि उसमें जिस तरीके से आपके जो ऑब्जेक्ट है उसका आपके हम लेट की एक्ट्रोल कंफ्यूजन वाली फीलिंग थी कि टू बी और नॉट फीलिंग थी वह डिसाइड नहीं कर पाया था कि उसको क्या करना है और आपस और बाहर के जो ऑब्जेक्ट दिखाए गए थे वह उसकी फीलिंग पीलिंग से मैच नहीं कर रहे थे इसका मतलब कि अगर वह इंसेन हो रहा था पागल हो रहा था तो उसके आसपास के इन्वायर्मेंट में किसी भी तरीके का हम लोगों को एक को रिलेशन नहीं दिया गए वही सेम चीज यहां पर बताई गई है कि अगर आप एक पोट्री को लिखते हो तो इट नॉट जस्ट चॉइस वर्ड्स टाइव चूज एंड इट नॉट जस्ट रसा डाइव पुट इन एड आपको इन सारी चीजों को अपने एस्थेटिक्स के जरिए क्या करना है एक दूसरे से को रिलेट कराना है इसके निट क्रिएटिव माइंड विच इस नोन एज रिति थ्यूरी अब हम लोग इसको पढ़ेंगे कि आपको जो रिति सिध्यांत है इसको हम लोग बोलते हैं थ्यूरी ऑफ स्टाइल यह आपके वमना नहीं एट सेंचुरी में दी थी इट इस ऑल्सो इट इस बेस्ट ऑल्सो द क्रिएटिव माइंड कि आप उन चीजों को किस तरीके से प्लेस करते होगी आपका वह गाना आपकी वह पोयटरी आपका वह ड्रामा कितना ब्यूटिफुल साउंड कर रहा है ठीक है तो समझ दो रिति स्टाइल में डिपेंड्स अपने फैक्ट देव गवर नियुक्त पूर्ट रिका मीनिंग इट इस इंपार्टेड इन कॉन्सोनेंस विद रासा आप जो भाव प्रकट करना चाह रहे हो क्या आपने उसके ही रिलेशन में शब्द इस्तमाल किये हैं ऐसा तो नहीं है कि कोई इंसान यहां पर बहुत खुश है और आपने शब्द ऐसे इस्तमाल किये हैं जो बहुत जदा ग्लूमी लग रहे हो या फिर ऐसा तो नहीं है कि आ जहां पे आप overall एक पूरा consonants, एक पूरा interrelation बनाते हो by the style of your writing, ठीक है? I hope आप लोगों को ये चीज़ clear होगी, western critics में भी आप लोगों की ये चीज़ आई है, लेकिन आपके Indian aesthetics में ये चीज़ पहले आई है, जहां पे literary excellence के बारे में बात की गई है, beautifully तरीके से उसको डाल देते हो कि वो एक अच्छा aesthetic meaning आपको देने लगता है आपको both sound की and यहाँ पे sense की feeling आती है ऐसा नहीं है कि सिर्फ सुनने में शब्द अच्छे लग रहे हैं feel आपको कुछ नहीं आ रहा है या फिर feel आपको आ रहा है रिती थ्योरी आपकी यह कहती है the overall style of writing creatively is known as your RITI थ्योरी कभी भी इससे बहुत deep में question नहीं पुछा गया है अभी तक आपके इन सब सबमें से पूछा गया कि रिति थ्योरी किसने दी है राषा थ्योरी किसने दी है अलंकार थ्योरी की प्रोपोनेंट कौन है तो एट लीस्ट आप लोगों को मीनिंग के जरिए नाम लर्न करते जाने हैं ठीक है आगे बढ़ेंगे हम लोग अपनी अगली थ्योरी करते हो डिफरेंट टाइप्स ऑफ फिगर्स ऑफ स्पीच सिमिली आईरेनी पाराडॉक्स इन सबको यूज करते हो सबसे पहले तो आपको कमेंट करके बताना है कि सेवन टाइप्स ऑफ एमबिग्विटी कौन से न्यू क्रिटिक ने दिया है यह आपका हिंट है वह फिगर्स ऑफ स्पीच आप उसमें यूज करते हो तो उससे आपका रीडर अलग-अलग मीनिंग को निकाल सकता है एंड यह आपकी एक वर्क में एमबिग्विटी क्रिएट करता है सिमिलर कॉनसेप्ट है आपका वक्रोति थेोरी जो जो बताता है कि जब आप अलंकार metaphors यूज़ करते हो अपने work में तो हो सकता है कि आपका जो author है उसने किसी और चीज़ का metaphor बताया हो और जो reader हो वो अपनी समझ and context के according उसका मतलब तूसरा निकाल ले इसी चीज़ को कहते हैं जहाँ पर आप एक particular बोलते हैं न शब्द के कई meaning निकाल आते हैं जिससे कई आपकी ambiguity create होती है उसको हम लोग work-critic थिओरी के अंदर डालेंगे I will read this for you आपकी दिए कुंटका ने अपनी बुक जो है वक्रुति जीविकम के अंदर दी है और इस थेओरी का नाम है वक्रुति थेओरी यह जो सिद्धानत है आपका I have already told you कि आपके वक्रुति जीविकम के अंदर आता है यह बिल्ड करता है आपके ध्वान लोका जो आपके आनन्द वर्दना ने दी थी और आपका जो meaning है वो twist हो जाता है या फिर deviate हो जाता है from its original meaning आपका, मैंने बोला ना कि writer कुछ और आपको बताने कोशिश कर रहा था और writer तो जिन्दा है नहीं जो आपको पता है कि मैंने इस context में इस metaphor को use किया है हम लोग अपने ही according उसका meaning निकाल लेते हैं It suggests that the beauty of poetic expression often lies in its ability to surprise चालेंज एंड डिविएट फ्रॉम ने कन्वेंशनल लैंग्वेज यूज हो सकता है कि हम लोग आपको और कुछ और कहना चाहता हूं हम लोग इसका कुछ और मीनिंग निकाल लेते हो गाने भी हम सब लोग सुनते हैं आपका जो सिंगर है वह कुछ और हम लोग है तो वक्ति थ्यूरी कहती है कि यह जो आपके मेटाफोर्स होते हैं आपकी सिमिली होती है चाहिए जितनी भी फिगर्स ऑफ स्पीच होती है इनकी यही ब्यूटी होती है कि यह आपको कभी भी अपने मूट के अकॉर्डिंग सर्प्राइज कर सकते हैं चालेंज कर सकते हैं रिलेट कर सकते हैं मतलब कि आपका जो रीडर होता है वह आपका स्पेक्टेटर होता है वह अपने कॉंटेक्स के अकॉर्डिंग उसका कोई मतलब निकाल कर जा सकता है इसी वजह से आपकी एक ही पर्टिकुलर वर्क के मल्टिपल मीनिंग निकल कर आते हैं जैसे आजकल हम लोग आए एक वेरी मच रिलेट कि आपकी जो हमारी जो गीता स्क्रिप्चर्स है उसको क्या करना है कि कुछ लोग कुछ लोग उसी श्लोक का मतलब अपनी पढ़ाई के करम में उसका इस्तेमाल कर रहे हैं, कुछ लोग अपने जीवन में किसी और चीज़ का इस्तेमाल कर रहे हैं, श्लोक एक ही है, लेकिन हर एक पर्टिकुलर पर्सन क्या कर रहा है, अपने अकॉर्डिंग उसकी, तब ही ए नेक्स्ट और लास्ट थिवरी हम लोगी आती है, यह हम लोगी और सीतिय थिवरी, जो आपकी, इसको आप बोल सकते हो, कि किशमेंदर ने दी थी, या फिर आप इसका कोई भी प्रोनेंसियेशन आप अपने अकॉर्डिंग ले सकते हो, और सीतिय विचारा, यह जो इनका वर् और सीत्य जो इनकी थिवरी है वह आपके ओवर ऑल इस सारी थिवरी को क्या करेगी समप करेगी जहां पर यह अप्रोप्रिएटनेस के बारे में बेटा बात करते हैं कि आप जिस पर्टिकुलर वर्क को लिख रहे हो उसके वर्ड उसके फ्रेज उसका एक्सप्रेशन शुद्ध बी इन अकॉर्डेंस विद द फ्रेंटेस्ट और सब्जेक्ट मैटर यह भी थिवरी आपको थोड़ी सी क्या कह सकते हैं टी लिए अब्जेक्टिव को रेटेव वाली थे वरी से मैच करेगी कि व्हाट एवर जिस भाव को आप प्रकट करना चाहते हो उसका जो वर्ड है फ्रेजेस है मेटाफर्स है वह आपकी एक इन अकॉर्डेंस में होने चाहिए विद दो वरोल सब्जेक्ट मैटर आपके दो कॉन्सेप्ट और सीटिया का इस क्लोज ली टाइड विद दो ब्रॉडर कॉन्सेप्ट ऑफ यूर भाव एंड रास मतलब आप जो भी भाव प्रकट करना चाहते हो आप उसी टाइप की रसा रसा को दिखाने की कोशिश करोगे सिमिलर काइंट ऑफ इमोशनल कोंटेक्ट्रोल वर्ड का इस्तेमाल करोगे ताकि आप जो फील देना चाहते हो वह आपको इसके जरिए मिलें अ तो I would recommend कि आपको इनके बिल्कुल deep में जाना नहीं है, आपको थोड़ा थोड़ा सबको समझ लेना है, जो आप लोग को याद करने के लिए काफी हो, जादा deep में जाओगे तो खुद confused होगे यहाँ पे, because deep में इनसे questions नहीं पूछे गए हैं, इतनी information आपके लिए काफी है, त आप लोगों समझ में आया होगा तो जरूर से आप लोग फीडबैक दीजिएगा कुछ नहीं समझ में आया होगा तो वह भी आप बता नहीं चाहिए क्वेश्चन अगर आप अगर जाकर इसके लगा के देखोगे आई हैफ सिग्रीगेटेड इन लिटरिचर इंटू अ इंडियन एस्थेटिक्स के क्वेश्चन सारे मिल जाने वाले हैं, आपको परशान होनी की ज़रूरत नहीं है कि आपको ढूंढना पड़ेगा कि अब मैं इंडियन एस्थेटिक्स के क्वेश्चन कहां से ढूंढूंढूंढूं इंडियन लिटेचुर के सेक्षियों के अं� ठीक है तो इस time पे आपका one month offer चल रहा है we don't know कि एक महीने के अंदर ही आपका कब exam हो जाए so this minimum offer is going to help you a lot सारी links आपके description में दिये हुआ है you can go and check this out apart from that आप लोग जरूर से बताईएगा कि इस video ने आपके कितनी मदद की और next video आप कौन से topic पे देखना चाहते हो don't forget to check out this course and start practicing questions on each and every section of your course and if you have any problem you can come and connect with me आपके बहुत आपकी बहुत आपकी ब