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यूरिन प्रेगनेंसी टेस्ट पर लेक्चर
Jul 7, 2024
यूरिन प्रेगनेंसी टेस्ट पर लेक्चर
प्रेगनेंसी टेस्ट स्ट्रिप
प्रेगनेंसी टेस्ट स्ट्रिप सामान्य रूप से उपयोग होती है।
स्ट्रिप पर दो लाइनें दिखने का मतलब होता है कि प्रेगनेंसी है।
कंट्रोल लाइन और टेस्ट लाइन होती हैं।
कंट्रोल लाइन: हमेशा डार्क दिखनी चाहिए।
टेस्ट लाइन: अगर हल्की हो तो इसका मतलब है वीक पॉजिटिव।
वीक पॉजिटिव
प्रेगनेंसी की शुरुआत में हल्की टेस्ट लाइन दिखना सामान्य है।
बीटा एचसीजी हार्मोन ब्लड में और यूरिन में प्रेगनेंसी से जुड़ा होता है।
पीरियड मिस होने के बाद यूरिन प्रेगनेंसी टेस्ट किया जाता है।
स्कैन और ब्लड टेस्ट से बीटा एचसीजी स्तर की पुष्टि होती है।
बीटा एचसीजी लेवल्स
बीटा एचसीजी लेवल्स ब्लड में 1500-2000 के बीच होने चाहिए।
अगर यूरिन में स्ट्रिप पर हल्की लाइन आती है, तो बीटा एचसीजी लेवल्स बहुत कम हो सकते हैं।
टेस्ट रिपीट करना
2 दिन बाद टेस्ट रिपीट करना चाहिए।
अगर दूसरी बार में डार्क लाइन आती है तो प्रेगनेंसी कंफर्म है।
अगर लाइन हल्की रहती है, तो ब्लड टेस्ट से पुष्टि करनी चाहिए।
हेल्दी प्रेगनेंसी
बीटा एचसीजी लेवल्स 48 घंटों में डबल होने चाहिए।
लेवल्स 1500 या उससे अधिक होने पर स्कैन कर सकते हैं।
हेल्दी प्रेगनेंसी की पुष्टि होने की संभावना अधिक होती है।
मिसकैरेज के संभावनाएं
हल्की लाइन प्रेग्नेंसी के शुरुआत में या अबॉर्शन के समय दिख सकती है।
लेट पीरियड और हल्की लाइन दिखने पर डॉक्टर को संपर्क करना चाहिए।
नोट्स
यूरिन सैंपल को बार-बार टेस्ट करना चाहिए।
हल्की लाइन दिखने पर ब्लड टेस्ट अवश्य करना चाहिए।
डॉक्टर की सलाह अमल में लानी चाहिए।
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