नोट्स: मेटा एड्स और बिजनेस पोर्टफोलियो की क्लास
पिछले क्लास का रिव्यू
- पिछले क्लास में हमने फ़ेसबुक पर पिक्सल और बिजनेस पोर्टफोलियो बनाने के बारे में पढ़ा।
- पिक्सल बनाने के स्टेप्स:
- शफाई पर क्लिक करें और टर्म्स एंड कंडीशन्स सबमिट करें।
- फिर एड मैनेजर में जाएं (फैब एड्स डस मैनेजर) और कंटिन्यू करें।
एड अकाउंट
- एड अकाउंट का मतलब:
- यह वो अकाउंट है जो आपकी ऐड्स को मेटा पर मैनेज करने के लिए इस्तेमाल होता है।
- दो प्रकार के एड अकाउंट होते हैं:
- पर्सनल ऐड अकाउंट
- बिजनेस ऐड अकाउंट
बिजनेस पोर्टफोलियो
- बिजनेस पोर्टफोलियो आपके सारे ऑनलाइन एसेट्स को मैनेज करता है।
- इसमें आप यूजर्स को इनवाइट कर सकते हैं।
- इनवाइट पीपल:
- ईमेल आईडी दें और एक्सेस लिमिटेड करें।
पेजेस और ड अकाउंट्स
- पेजेस में जाकर आप अपने फेसबुक पेज को जोड़ सकते हैं।
- ड अकाउंट कैसे बनाएँ:
- बिजनेस सेटिंग्स में जाएं।
- ऐड अकाउंट पर क्लिक करें।
- "क्रिएट अ न्यू ड अकाउंट" पर क्लिक करें।
- टाइम जोन और करेंसी सेट करें (पाकिस्तानी रुपीज / डॉलर)।
पिक्सल और डेटा सेट
- पिक्सल का काम:
- यह ट्रैक करता है कि कितने लोग आपकी वेबसाइट पर आए, क्या देखा, और क्या खरीदा।
- डेटा सेट को ड अकाउंट से असाइन करना होता है।
डोमेन वेरिफिकेशन
- डोमेन को ऐड करके वेरिफाई करना ज़रूरी है।
- डोमेन वेरिफिकेशन के बाद ही कोई और आपकी डोमेन को एक्सेस नहीं कर सकता।
बिजनेस इंफोर्मेशन
- सभी बिजनेस की जानकारी प्रदान करें।
- एक पर्सनल आईडी पर मल्टीपल बिजनेस पोर्टफोलियो बनाए जा सकते हैं।
प्रश्न और उत्तर सत्र
- क्लास में कई छात्रों ने सवाल पूछे।
- कुछ मुख्य बिंदु:
- एड्स की कॉस्ट्स और टाइम जोन का महत्व।
- प्रैक्टिस और रिवीजन की आवश्यकता।
- ड्रॉप शिपिंग और वाइट लेबलिंग के बारे में चर्चा।
नोट:
- अगली क्लास में हम एड मैनेजर और एड्स चलाने की प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
- यह सत्र महत्वपूर्ण है, इसलिए समय पर तैयारी करना ज़रूरी है।
ये नोट्स क्लास की महत्वपूर्ण बिंदुओं और चर्चाओं का सारांश हैं।