मैं हूं रामेश्वरम के समुद्र तट पर एक ही नारा एक ही नाम जय श्री राम जय श्री राम जहां प्रभु श्री राम का नाम हो और उनके ईश्वर भगवान शंकर का वास हो उस दिव्य भूमि को रामेश्वरम कहते हैं रामेश्वरम में प्रभु श्री राम के अस्तित्व के आपको कई प्रमाण देखने को मिलेंगे उनमें से एक है 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक रामेश्वरम का ज्योतिलिंग जो कि सेतुपति शासकों द्वारा बनाए गए रामेश्वरम के प्रसिद्ध रामनाथ स्वामी टेंपल में मौजूद वेलकम टू द साइंटिस्ट सोशल मैं हूं आपका होस्ट और दोस्त आशीष थंबनेल देख के आपको समझ आ ही गया होगा कि यह वीडियो रामेश्वरम के बारे में होने वाली है इस वीडियो सीरीज में मैं आपको रामेश्वरम से रिलेटेड सारी इंफॉर्मेशन देने वाला हूं विदाउट एनी फर्द डिले लेट्स गेट स्टार्टेड टू गेट सोशल मधुरई से तीन घंटे का सफर पूरा करके हम रामेश्वरम पहुंचे यह पूरी जर्नी काफी कंफर्टेबल और खूबसूरत थी जर्नी के बारे में जानने के लिए आप हमारा पिछला ब्लॉग देख सकते हैं रामेश्वरम पार्ट वन सो हम आ गए हैं अपने होटल में और अब हम यहां की चेक इन फॉर्मेलिटी पूरी करके फिर अपने रूम में चेक इन करेंगे थोड़ा आराम करेंगे उसके बाद निकलेंगे शहर को देखने होटल सी के नजदीक है काफी नजदीक है समुद्र के यहां से सिर्फ दो मिनट आप पैदल चलके जा सकते हो इस होटल से सो पोर्टर हमको हेल्प कर रहे हैं चेक इन करने में हमारा लगेज साथ में ले जा रहे हैं नेम नेम अजय आपका नाम कली चर काली चरण काली चरण और अजय हमें हेल्प कर रहे हैं रूम के अंदर जाने के लिए चलिए आपको दिखा ते हैं हमारा रूम तो इस रूम में मुझे मिलता है यह दो बेड एक छोटा सा टीवी लगा हुआ है इस रूम के अंदर यह देखिए एक छोटा सा टीवी लगा हुआ एक बड़ी सी अलमीरा मिली हुई है आपको अपना सामान रखने के लिए यहां पर और यह है हमारा रूम का विंडो इसके बाहर शायद कोकोनट ट्रीज लगे हुए हैं यह एक छोटा सा वॉशरूम है इसमें ओवरऑल मुझे तो अच्छा लगा कंफर्टेबल रूम है बहुत महंगा भी नहीं है दो दिन का हमारा स्टे है यहां पर तो पर डे के हिसाब से लगभग 000 यहां का स्टे है होटल के टॉप फ्लोर पर रेस्टोरेंट था जिसकी बड़ी विंडो से आप खाना खाते हुए बीच और टेंपल दोनों देख सकते हैं मेरे पीछे इंडियन ओशन है यहां पर कहीं इंडियन ओशन और बे ऑफ बंगाल मिलते भी हैं रामेश्वरम में समुद्री लहर मध्यम और शांत है माना जाता है कि प्रभु श्री राम ने लंका जाने से पूर्व समुद्र के राजा से अपनी लहरों के वेग और गर्जना को कम करने की प्रार्थना की इसके प्रमाण आज आपको रामेश्वरम में साक्षात दिखते हैं मंदिर में दर्शन की पूरी प्रक्रिया को जानने और समझने के लिए मैं मेरे पिताजी के साथ होटल से मंदिर की तरफ निकल पड़ा मंदिर होटल से लगभग 5 मिनट की दूरी पर था इस दौरान हमने लोकल मार्केट को भी समझा देखा लोकल कल्चर को जानने की समझने की कोशिश की रामेश्वरम ती स्थल में क्योंकि बहुत ज्यादा लोग नहीं रहते हैं बहुत ज्यादा सोर्स ऑफ आ साधन नहीं है बहुत ज्यादा इंडस्ट्रियल इजेशन भी नहीं हुआ है तो यहां के लोगों के लिए टूरिज्म ही एक मेन सोर्स ऑफ इनकम है तो एज अ टूरिस्ट आप अगर यहां पर आ रहे हो तो मेक श्यर करिए कि इन लोकल वेंडर्स को लोकल शॉपकीपर्स को उनके शॉप से थोड़ा मोड़ा ही सही लेकिन कुछ ना कुछ जरूर खरीद के ले जाइए आपके लिए वह एक स्मृति का रूप भी रहेगा और इनको एक तरीके से इनकम में सपोर्ट भी हो जाएगा तो प्लीज मेक श्यर अगर आप यहां पर आए तो इन लोकल वंडर्स को जरूर सपोर्ट करिए यहां के लोगों में सादगी के साथ भाषा के बैरियर की वजह से एक झिझक थी जो थोड़ी रिक्वेस्ट पर दूर भी हो जाती थी आप बता रहे हैं कि यह सारी चीजें जितनी आपके सामने लगी हुई है यह सारी ओसन से आती है आप कैसे लाते हो निकालते [संगीत] हो कम कम कम हियर नो नो प्लीज स्पीक नो प्रॉब्लम तो ये आप कैसे निकालते हो समुद्र से मछली आदमी जाएगा ना पूरा लेके आएगा पॉलिशिंग कर क्लीन करके ध रख आएगा पूरा सेल्स कर देगा तो ये मछली के जाल में ये सब भी आ जाते हैं हां ओके तो फिर इनको क्लीन करके आप क्लीन करके आशी में पूरा पॉलिशिंग करके पूरा सेल्स कर रहे हैं ओके ओके ओके थक य थैंक यू आपका क्या नाम है बाला बाला हमने बाला से मंदिर में दर्शन की पूरी प्रक्रिया समझने की भी कोशिश की बाला ने बताया कि लगभग तीन घंटे दर्शन में लग जाते हैं मैं इस वक्त नॉर्थ गेट की तरफ जा रहा हूं अपने पिताजी के साथ छोटे छोटे बच्चे भी आए हुए हैं यहां पर मुझे लगता है कोई एक्सकन है इनका स्कूल पिकनिक या टूर के तरह यहां पर लाया गया है इनको और भारत के रिच कल्चरल हेरिटेज से इनका परिचय इसी तरीके से कराया जाता है यहां पर हम भी जब छोटे थे तो अपने स्कूलों में इसी तरीके की स्कूल पिकनिक्स के थ्रू या एक्सर्शन के थ्रू लखनऊ ले जाया जाता था हमको और वहां पर इंडियन रिच इंडियन कल्चर से या उसकी हिस्ट्री से परिचय कराया जाता था अलग-अलग ओल्ड या एसिएंट हिस्टोरिकल मोनुमेंट्स में टूर करा के सैर करा के कई सारे मॉन्यूमेंट्स के बारे में हमको इसी तरीके से पता चला जब हम बच्चे थे ये है मेन मंदिर रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग की कहानी बड़ी ही इंटरेस्टिंग है प्रभु राम को रावण वध के बाद ब्राह्मण हत्या का बोध हुआ तो उन्होंने प्रश्चित करने के लिए माता सीता द्वारा बनाए गए शिवलिंग की पूजा अर्चना की वही शिवलिंग आज रामेश्वरम के रामनाथ स्वामी मंदिर में ज्योतिर्लिंग के रूप में मौजूद है रामेश्वरम में आने वाले ज्यादातर तीर्थ यात्री ज्योतिर्लिंग दर्शन तीन चरणों में पूरा करते हैं सबसे पहला अग्नि तीर्थम स्थान दूसरा 22 कुंड स्नान तीसरा मुख्य मंदिर में ज्योतिर्लिंग दर्शन इस वीडियो में मैं आगे आपको दिखाऊंगा कि इन तीनों चरणों में आप दर्शन कैसे पूरा कर सकते हैं यहां पर एक और दर्शन हो सकता है जिसे मणि दर्शन भी कहते हैं जो सुबह पा से 6 के बीच भी मिलता है आपको अ हर दर्शन के लिए आपको टिकट पे करना है ₹5000000 में आपको वीआईपी दर्शन की सुविधा उपलब्ध है आप जो भी जैसे भी अपनी इच्छा अनुसार अपनी जेब के अनुसार आप अपने हिसाब से दर्शन कर सकते हो इस द्वार पर आप ई इसको ईस्ट द्वार भी कहते हैं और यहां पर आपको मणि दर्शन मिलता है सुबह 5:00 से 6:00 के बीच में तो अगर आपको मणि दर्शन करना है तो सुबह 5:00 बजे या 4:30 बजे यहां आ जाइए और दर्शन के लिए टिकट कटा के पर्ची कटा के अंदर दर्शन प्रवेश कर दर्शन करिए दर्शन का पूरा प्रोसेस समझ लेने के बाद मैं अगले दिन सुबह 4:00 बजे ही मण दर्शन के लिए अपनी पूरी फैमिली के साथ मंदिर की तरफ निकल पड़ा मणि दर्शन पूरा करने में लगभग एक घंटे लग गए जिसके बाद हम रामनाथ स्वामी टेंपल के ईस्ट गेट से सीधे अग्नि तीर्थम स्नान के लिए समुद्र के पास पहुंच गए हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार समुद्र में डुबकी लगाने को ही अग्नि तीर्थम स्नान बताया गया है यह द्वार आपको सी बीच यानी अग्नि तीर्थम की तरफ ले जाते हैं आप देखिए यह सद्गुरु स्वामी सर्वदा नंद जी महाराज का द्वार है यह सदगुरु स्वामी शांति प्रकाश जी का द्वार है सदगुरु स्वामी हरिदास राम जी महाराज का द्वार और उसके बाद है आचार्य सद्गुरु स्वामी ट राम जी महाराज का द्वार तीर्थम में स्नान के बाद हम मंदिर के नॉर्थ गेट की तरफ अपने दूसरे चरण के 2 कुंड स्नान के लिए निकल पड़े ऐसा माना जाता है कि प्रभु श्री राम ने इन 22 कुंडों का निर्माण अपनी सेना की प्यास बुझाने के लिए किया था चलिए आपको दिखाते हैं कहां पर है वोह 22 कुंड तो मैं इस वक्त खड़ा हूं रामेश्वरम मंदिर के नॉर्थ द्वार पर द्वार से आप अंदर जाओगे तो 22 कुंड मिलते हैं आप समुद्र से स्नान करके यहां पर आओगे गीले कपड़ों में उसके बाद इन 22 कुंडों में बारी-बारी स्नान करोगे 22वें कुंड के बाद आपको अपने कपड़े चेंज करने हैं नॉर्मल ड्राई क्लोथ्स में आना है और उसके बाद ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए आगे बढ़ना है सेकंड फेज के 22 कुंड स्नान के बाद हम रामनाथ स्वामी टेंपल के लंबे-लंबे कॉरिडोर से होते हुए ज्योतिर्लिंग दर्शन के लिए निकल गए दर्शन के लिए आपको टिकट लेना होता है और जनरली भीड़ होने के कारण दर्शन में एक से दो घंटे लग जाते हैं मुख्य ज्योतिर्लिंग दर्शन से पहले आपको नंदी दर्शन भी मिलता है और किस्मत अच्छी रही तो हाथी रूप में गजानंद दर्शन भी मिल जाएगा ज्योतिर्लिंग दर्शन के बाद हम अपने होटल वापस आ गए और फिर नेक्स्ट डे लोकल साइट सीइंग के लिए निकल गए रामेश्वरम में लोकल साइट सींग के आपको बहुत ऑप्शंस मिल जाएंगे में मोस्टली टेंपल्स हैं एक दो काफी स्पेशल टूरिस्ट अट्रैक्शन है जो आपको वीडियो के एंड में देखने को मिलेंगे हम आज जा रहे हैं लोकल साइट सींग के लिए रामेश्वरम के आसपास काफी सारी जगह हैं हमारे साथ हैं कन्नन कन्नन आपके नाम नमस्कार जी नमस्कार जी कन्नन आपके नाम का मतलब क्या होता है कृष् बमा का नाम है कन्नन का मतलब कृष्णा का नाम है भगवान श्री कृष्ण का एक नाम एक नाम कन्नन भी है तो कन्नन यह जो एरिया है इस एरिया के बारे में आप थोड़ा बताते चलिए ये पहले राम पहले चाची हनुमान राम का चाची हनुमान है पहले देखने का अच्छा चाची हनुमान मैं मैं मैं पकड़ा हूं आप चलाते रहो पहले चाची हनुमान गाड़ी में बैठी देखने का बाद में य राम चौर का चरण का पादम है राम जी का नीचे राम जी का मंदिर है ऊपर का राम जी का पाद में साक्षी हनुमान एक छोटा सा टेंपल है जिसकी माथलॉजिक इंपॉर्टेंस और हिस्ट्री की ज्यादा डिटेल्स अवेलेबल नहीं है अगर आप में से किसी को पता हो तो कमेंट करके जरूर बताइएगा हनुमान दर्शन के बाद हम अपने अगले पड़ाव राम पादम टेंपल पहुंच गए मंदिर तक पहु पचने के लिए 60 70 सीढ़ियां चढ़ने होती हैं ऐसा बताया जाता है कि इस मंदिर में श्री राम के चरणों के निशान हैं और बहुत सी कहानियां इस मंदिर को लेकर प्रचलित है आपको कौन सी पता है कमेंट करके हमें जरूर बताइएगा मंदिर की छत से प्रकृति का एक अलग ही रूप देखने को मिलता है इस मंदिर में प्रभु श्री राम के चरणों के दर्शन के बाद हम निकल पड़े लक्ष्मण तीर्थम के लिए तो मैं आ गया हूं इस वक्त रामेश्वरम में स्थित लक्ष्मण तीर्थम में भगवान श्री राम के भाई लक्ष्मण ने यह तीर्थ की स्थापना अपने पापों से मुक्ति पाने के लिए की थी ऐसा बताते हैं कि लक्ष्मण जी ने इसी स्थान पर तालाब में स्नान करके भगवान शंकर के लिंगम को स्थापित किया था और उसकी पूजा अर्चना की थी ताकि वह अपने पापों से मुक्ति पा सके अगर आप रामनाथ स्वामी टेंपल का दर्शन करने आ रहे हैं तो मेक श्यर करिए कि लक्ष्मण तीर्थम भी आप दर्शन करें और बगल में ही इस पर्टिकुलर एरिया में आपको चार पांच और मंदिर मिल जाएंगे जिसमें पंचमुखी हनुमान का मंदिर सीता कुंड भी है सामने तो मैं एक-एक करके आपको कोशिश करूंगा कि सब कुछ दिखा दिखा सकूं और यह सभी रामनाथ स्वामी टेंपल से लगभग 10 122 किलोमीटर के अंदर में ही स्थित हैं और इसलिए यहां पर आसानी से जाया जा सकता है दोस्तों मैं इस वक्त खड़ा हूं लक्ष्मण तीर्थम से 50 मीटर की दूरी पर पंचमुखी हनुमान जी के मंदिर पर पंचमुखी हनुमान जी का मंदिर इस प्रांगण के अंदर है जैसा मैंने बताया लक्ष्मण तीर्थम के आसपास आपको कम से कम चार पांच मंदिर मिल जाएंगे तो उनमें से दूसरा मंदिर यह है पंचमुखी हनुमान का मंदिर आइए अंदर चलते हैं और देखते हैं कि आखिर इसके अंदर क्या है मैं तो मैं खड़ा हूं पंचमुखी हनुमान जी के मंदिर में मेरे पीछे हनुमान जी की विशाल प्रतिमा है जिसमें पंचमुखी हनुमान जी हैं आप देख सकते हो यहां पर एक ठीक ठाक भीड़ है ऐसा बताते हैं कि हनुमान जी ने अहिरावण का वत करने के लिए पांच मुखी रूप लिया था बजरंग बली के दर्शन करिए और आस्था में विश्वास रखिए सब अच्छा होता है पंचमुखी हनुमान जी के मंदिर में ही फ्लोटिंग स्टोन भी है ये है फ्लोटिंग स्टोन जो रामायण काल में नर और नील द्वारा इस्तेमाल किए गए थे समुद्र पर सेतु बनाने के लिए मैं हूं भगवान नटराज के मंदिर में यहां के पंडित जी के साथ इन् इनकी मदद से इनके परमिशन से हम इस मंदिर की वीडियो कैप्चर कर रहे हैं लक्ष्मण तीर्थम के जस्ट बगल में ही मंदिर है पंचमुखी हनुमान जी के सामने यह मंदिर है रामेश्वरम के अंदर तो आप लोग यहां पर जरूर आइए इस मंदिर की भव्यता इस मंदिर की सुंदरता को देखिए और आशीर्वाद लीजिए भगवान नटराज का इतना भव्य सुंदर इनका मूर्ति है इनकी प्रतिमा है इसको देख के मन आत्म विभोर हो जाता है और आस्था से मन परिपूर्ण हो जाता है अब हम जा रहे हैं विभीषण मंदिर में इस वक्त यहां पर बहुत तेज बारिश हो रही है आप देखिए मेरे बाहर कितनी तेज बारिश हो रही है सामने दिख भी नहीं रहा है कुछ विभीषण का इकलौता मंदिर शद दुनिया में यही होगा और यह है धनुष कोड़ी के पास छोटे से टापू पर दोनों साइड मेरे समुद्र है पुराणों की माने तो भगवान श्री ने लंका विजय के उपरांत विभीषण का राज्याभिषेक इसी स्थान पर किया था इस मंदिर के अंदर आपको विभीषण जी के अलावा गरुण भगवान की भी मूर्ति देखने को मिलती है विभीषण मंदिर में दर्शन करके हम निकल गए धनुष्कोड़ी की तरफ धनुष्कोड़ी एक अबन टाउन है जो 1964 के साइक्लोन में बिल्कुल डिस्ट्रॉय हो गया था कन्नन की माने तो धनुष कोड़ी से श्रीलंका लगभग 18 किलोमीटर की दूरी पर है मैं एक चीज यहां पर गौर मैंने गौर दी कि रामेश्वरम से धनुष्कोटी आते हुए मुझको एक भी इलेक्ट्रिसिटी या पावर टावर्स नहीं दिखे जिससे आप इन रिमोट एरियाज में बिजली पहुंचा सको उसका रीजन है कि 1964 तक यहां पर जो भी सुविधाएं उपलब्ध थी बिजली हो या जो भी हो वह सब साइक्लोन में डिस्ट्रॉय हो गई और यह साइक्लोन प्रोन एरिया है स्पेशली यह धनुष कोड़ी का यह धनुष्कोड़ी का रेलवे स्टेशन है जो 1964 के साइक्लोन में पूरी तरीके से डिस्ट्रॉय हो गया तो मैं खड़ा हूं इस वक्त रामेश्वरम के धनुष कोड़ी में जहां पर मेरे इस साइड बे ऑफ बंगल है और य साइड में इंडियन ओशन बीच में है ये संगम इंडियन ओशन और बे ऑफ बंगाल का आप देखिए यहां पर काफी तेज बारिश हो रही है तो मैं पूरी तरीके से भग चुका हूं लेकिन मजा बहुत आ रहा है हवाएं बहुत तेज चल रही है लगभग 18 किलोमीटर दूर पर श्रीलंका आ जाता है इस जग से धनुष्कोड़ी से हम निकल पड़े एक स्पेशल टूरिस्ट अट्रैक्शन देखने के लिए मैं बात कर रहा हूं मिसाइल मैन और भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉक्ट एपीजे अब्दुल कलाम की करोड़ों भारतीयों के प्रेरणा स्रोत डॉक्टर कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को रामेश्वरम में हुआ था और उनकी शुरुआती पढ़ाई लिखाई इसी स्कूल में हुई थी आप देखिए इस स्कूल में लिखा भी हुआ है कि हिज एक्सीलेंसी डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम स्टडीड इन दिस स्कूल हमने डॉक्टर कलाम का घर भी देखा जो आज एक म्यूजियम का रूप ले चुका है तो यह थी हमारी पूरे आज की डे की ट्रिप कन्नन ने जो हमको पूरा रामेश्वरम में लोकल साइड सिंह हर जगह घुमाया लगभग 15 जगहों पर हमको घुमाया जिनम से मैंने आपको काफी सारी जगह दिखाई स्पेशली धनुष कोटी और बाकी टेंपल्स आप लोग रामेश्वरम आइए कन्नन एक बहुत ही अच्छे ड्राइवर और टूर गाइड भी है जो आपको हर चीज बहुत अच्छे से एक्सप्लेन करते हैं काफी मजेदार इंसान है काफी अच्छे इंसान है और काफी अच्छे से हर चीज इफर्म बताते हैं यह इनके साथ हमको बहुत मजा आया ये सब मैंने आपको आज दिखाया जितना संभव हो सका आज काफी बारिश भी हो रही थी रामेश्वरम में तो मैं कई जगहों पर बाहर नहीं निकल सकता था और ब्लॉग नहीं कर सकता था रामेश्वरम में मैंने जो देखा जो महसूस किया वह अद्भुत था अलौकिक था और मेरे लिए मेरे परिवार के लिए जीवन भर की स्मृतियां दे गया इसलिए आपसे गुजारिश करूंगा कि आप भी एक बार रामेश्वरम आपको जरूर आना चाहिए यहां के लोगों को यहां की कल्चर को समझने के लिए यहां के दर्शन यहां में जो यहां की हवा में आबोहवा में जो स्पिरिचुअलिटी है जो डिवोशनल है उसको महसूस करने के लिए आपको यहां जरूर आना चाहिए बाकी आई होप आप लोगों को मेरा यह ब्लॉग काफी अच्छा लगा होगा काफी पसंद आया होगा और आप लोगों ने इसको एंजॉय किया होगा जब भी टाइम लगे आप अपने परिवार के साथ अपनी फैमिली के साथ अपने पेरेंट्स को साथ में लेकर ग्रैंडपेरेंट्स को साथ में लेके रामेश्वरम इस पवित्र ती तीर्थ स्थल पे जरूर आइए और प्रभु श्री राम का नाम लेके भोलेनाथ के दर्शन करिए अभी के लिए मैं आपसे विदा लेकर निकलता हूं अपनी अगली रिसर्च पर तब तक के लिए आप अपने परिवार के साथ खुश रहिए आबाद रहिए जहां रहिए जिंदाबाद रहिए