कुछ ही साल हुए हैं जब google2 में जाके google's इंडिया में बनना शुरू हो जाएंगे अब इससे कस्टमर का क्या फायदा है google2 एपिसोड ऑफ नो नेम सीरीज आज भी हमारे पास टोटल चार न्यू स्टोरीज हैं पिक्सल वाली से शुरू करते हैं तो कुछ टाइम पहले मैंने आपको इस वीडियो में बताया था कि google's की प्रोडक्शन शुरू करने वाला है एंड अब 2024 में इन्होंने ट्रायल प्रोडक्शन शुरू भी कर दी है और इसी साल सितंबर में यह कमर्शियल प्रोडक्शन भी शुरू कर देंगे क्या कुछ कैसे डिसाइड हुआ है सब बताता हूं नंबर वन q1 2024 में इंडियन स्मार्टफोन मार्केट में पिक्सल का शेयर सिर्फ 0.04 पर था यानी कि अभी के लिए इंडिया में पिक्सल्स का मार्केट काफी छोटा है हां ये ग्रो जरूर कर रहे हैं लेकिन हम यहां बाकी ब्रांड्स के कंपैरिजन में बात कर रहे हैं तो अब क्योंकि कम लोग हैं तो अभी के लिए इंडिया में जो भी पिक्सल्स बनेंगे उनका मैक्सिमम हिस्सा ईयू में एक्सपोर्ट किया जाएगा और बाद में यूएस में भी किया जाएगा यानी कि इनिशियली मेन फोकस एक्सपोर्ट्स पे रखा जाएगा नंबर टू अब क्योंकि google's को बाहर एक्सपोर्ट करेगा तो उन्हें पीएलआई स्कीम का बेनिफिट भी मिलेगा क्योंकि अगर आप इंडिया में चीजें बना के बाहर एक्सपोर्ट करते हो तो गवर्नमेंट आपको इंसेंटिव देती है नंबर थ्री इन्होंने बेस वेरिएंट्स की प्रोडक्शन के लिए इंडिया की ही कंपनी डिक्सन टेक्नोलॉजीज को चुना है और प्रो मॉडल्स ये लोग फक्कन से बनवाए जो कि i भी बनाता है और फक्कन से रिलेटेड भी आज हमारे पास एक डिस्टर्बिग सी स्टोरी है जिसकी हम आगे बात करेंगे नंबर फ्स अब क्योंकि फ्स लोकली बन रहे हैं तो यह सके जिससे कि ये अपने मार्केट शेयर को थोड़ा इंक्रीज कर पाएंगे लेकिन मैं सही बताऊं तो मुझे प्राइसेस कम होते नजर आ नहीं रहे क्योंकि सोचा तो हमने apple's इंडिया में बनेंगे तो उनके प्राइस कम हो जाएंगे बट ऐसा कुछ हुआ नहीं सो वी कांट से कि यहां पिक्सल के बनने से एंड यूजर को कितना फायदा होगा अब google3 अगस्त को googlegroups.com रहे हैं और कैमरा मॉड्यूल को अब बॉडी से अलग कर दिया है और शायद से इसमें एक अल्ट्रासोनिक फिंगरप्रिंट सेंसर भी लगा होगा अब देखो ये तो डिजाइन लीक्स हैं लेकिन यहां google2 सर्च जैसे फीचर्स तो आते ही हैं लेकिन उसके बाद आपको देखेगा ऐड मी और उसके नीचे लिखा है कि मेक श्यर एवरीवन इज इंक्लूडेड इन द ग्रुप फोटो अगर मेरी तरह आप भी अपने ग्रुप के कैमरामैन हो तो शायद ये ग्रुप फोटो लेने के बाद आपको बाद में उस फोटो में ऐड कर सकता है बेस्ट टेक का ये एक एनहैंस्ड वर्जन हो गया और इसके सही से काम करने पे मुझे कुछ खास डाउट नहीं है क्योंकि ऑफकोर्स इट्स काफी सही है क्योंकि ये तभी काम करेगा जब आप स्क्रीनशॉट लोगे यहां 24 घंटे स्क्रीन की मॉनिटरिंग नहीं हो रही अब अगर हो भी रही है तो साफ-साफ तो बताएंगे नहीं क्योंकि फिर वो सिक्योरिटी के लिए एक इशू बन जाता है जिसके लिए हमारी गवर्नमेंट एक डीपीडीपी एक्ट लेके आ रही है लेकिन सोशल मीडिया कंपनीज इससे बिल्कुल खुश नहीं है इस पे बात करने से पहले आई वुड लाइक टू टॉक अबाउट टुडे स्पनर वंडर शेयर ड्टर फ आप कभी ऐसी सिचुएशन में फंसे हो जिसमें आपका फोन लॉक हो गया और अब आपको पिन याद नहीं आ रहा या फिर बार-बार गलत पिन लगने पे आपका फोन परमानेंट लॉक हो गया है तो डॉक्टर फोन की हेल्प से ये सारी दिक्कत आप कुछ क्लिक्स में फिक्स कर सकते हो बस डिस्क्रिप्शन के लिंक से डॉक्टर फो को डाउनलोड कर लो सिंपली लॉग इन करके आपको काफी सारे ऑप्शंस दिख जाएंगे स्क्रीन अनलॉक वाले फीचर को सिलेक्ट करके फोन मॉडल सिलेक्ट कर लो और फिर डॉक्टर फ अपने आप आपका फोन अनलॉक कर देगा बाकी इसमें और भी बहुत से फीचर्स हैं जैसे कि डेटा ट्रांसफर्स एक्सट्रा तो अगर आप भी डॉक्टर फोन को ट्राई करना चाहो तो डिस्क्रिप्शन में लिंक है आप चेक कर सकते हो और अब हम डीपीडीपी एक्ट पे वापस आते हैं तो इंडियन गवर्नमेंट डिजिटल सिक्योरिटी के लिए एक एक्ट लेके आ रही है जिसका नाम है डीपीडीपी एक्ट यानी कि डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन अब वैसे तो इसके की डिस्क्रिप्शन काफी बड़ी है कि ये क्या होता है यह क्या करेगा लेकिन आज हमें इस एक्ट के सेक्शन नाइन को देखना है इसमें बच्चों के बिहेवियर को ट्रैक करना पैरेंटल कंसेंट और टारगेटेड एड्स के बारे में बात हुई है सरल भाषा में बात करें तो यह सेक्शन कंपनीज को बच्चों की ऑनलाइन एक्टिविटीज को मॉनिटर करने से रोकेगा लेकिन googleapis.com फंक्शन नहीं कर पाएंगे क्योंकि इनको भी तो कुछ यूजर सिग्नल्स को ट्रैक करना पड़ता है अब कंपनीज कह रही हैं कि ये एक्ट सही नहीं है और सरकार के साथ मिलके ये एक मिडल ग्राउंड पे आने की कोशिश भी कर रहे हैं कुछ ऑफिशल्स ने तो ये भी कहा कि इस एक्ट से गवर्नमेंट जो चाह रही है उसका बिल्कुल उल्टा होगा क्योंकि हमारे सिस्टम सही से काम नहीं करेंगे और बच्चों के लिए रिस्क और ज्यादा बढ़ जाएगा और सही बताऊं तो इनकी बात ठीक है क्योंकि कुछ टाइम पहले ईयू ने भी अपने ईप्रवेश डायरेक्टिव के अंडर बिहेवियरल ट्रैकिंग को बंद करवाया था लेकिन कंसीक्वेंसेस को प्रॉपर्ली रिव्यू करने के बाद में इन्होंने वापस से इन चीजों को ऑन करवाया बट डीपीडीपी एक्ट गवर्नमेंट को यह राइट देता है कि वो कुछ प्रोसेसेस को इसमें से बाहर कर सकते हैं तो हो सकता है आने वाले टाइम में गवर्नमेंट इस पे एमपशो कि जो बहुत जरूरी सेफ्टी फीचर्स हैं उन्हें बंद मत करो बाकी के आपको करने पड़ेंगे अब ये तो हो गया किसने किसको क्या बोला अब हम सिचुएशन की थोड़ी प्रैक्टिकल साइड देखते हैं देखो अगर ऐसा हो जाता है तो इसमें दिक्कत ये आती है कि बिना ट्रैकिंग के बच्चों को अन एप्रोप्राएटनेस इंटर की दुनिया का यह सत्य है कि ट्रैकिंग तो होगी उससे हम नहीं बच सकते और यहां दोनों ही पार्टीज अपनी-अपनी जगह बिल्कुल ठीक बोल रही हैं लेकिन कंपनीज को डाटा अपने फायदे के लिए भी तो चाहिए नहीं तो उनका धंधा कैसे चलेगा तो जब भी इस सिचुएशन में कोई प्रोग्रेस होगी तो आने वाले एपिसोड्स में मैं आपको अपडेट कर दूंगा फिलहाल एक बहुत सीरियस इशू की बात करते हैं एक तरफ जहां हम वमन एंपावरमेंट की बात करते हैं वहीं दूसरी तरफ बड़ी-बड़ी ऑर्गेनाइजेशंस वमन को लेकर डिस्क्रिमिनेशन कर रही है मैं यहां बात कर रहा हूं apple's ने एक रिपोर्ट छापी थी जिसमें लिखा था कि फॉक्स कन अपने चेन्नई वाले में रहना चाहिए बट ऐसा होता नहीं है फक्कन के तीन पुराने एर्स ने बताया कि हाई प्रोडक्शन डेज में जब प्लांट को ज्यादा लेबर की जरूरत होती है तब ये थोड़े रिलैक्स हो जाते हैं तब ये मैरिड वुमेन की हायरिंग कर लेते हैं कुछ एक्सट्रीम केसेस में तो हायरिंग एजेंसीज फीमेल के मेरिटल स्टेटस को कंपनी से छुपाती भी है ताकि उन्हें जॉब मिल सके और ये पहली बार नहीं है फॉक्स कन पे पहले भी ऐसे एलिगेशंस 2022 में लग चुके हैं लेकिन उस टाइम उन्होंने सिचुएशन पे काफी जल्दी एक्ट कर लिया था लेकिन एक बार अगर आप ऐसी हालत फेस कर चुके हो तो दोबारा वही सेम गलती करने का कोई मतलब नहीं है अब हमारी कंट्री का लॉ कंपनीज को ऐसे डिस्क्रिमिनेशन करने का कोई राइट नहीं देता एंड जब इनसे पूछा जाता है तो ये 2022 का इंसिडेंट याद करवाते रहते हैं कहते हैं कि तब जो हुआ था वो हमने ठीक कर दिया था अब तो ऐसा कुछ है ही नहीं अब इस रिपोर्ट के बाद मुद्दा थोड़ा ज्यादा बढ़ गया और इसमें मोदी गवर्नमेंट भी इवॉल्व हो गई और जब मोदी गवर्नमेंट से ऑर्डर आए तो 1 जुलाई को लेबर डिपार्टमेंट के पांच ऑफिशल्स ने फॉक्स कोन को विजिट किया अब इन्होंने एग्जीक्यूटिव से हायरिंग प्रोसेस के बारे में सवाल जवाब किए होंगे अब उसकी रिपोर्ट बनेगी तब पता चलेगा कि क्या बात हुई है है लेकिन फॉक्स कोन ने यही बोला है कि कोई डिस्क्रिमिनेशन नहीं हो रहा एंड फक्कन ने तो नंबर्स भी दिखाए हैं कि देखो हमारी फैक्ट्री में 4181 लोग काम करते हैं और उसमें से 3336 वमन है एंड इनमें से 2750 मैरिड वमन अब इनमें से 40 मैरिड वमन का ऑफिशल्स ने इंटरव्यू भी लिया लेकिन वो कह रही है हमारे साथ तो कोई डिस्क्रिमिनेशन नहीं हो रहा अब हो सकता है कि यह बात 100% सच ना हो क्योंकि फॉक्स कोन ने ये स्पेसिफाई नहीं किया कि ये 2750 मैरिड वमन फैक्ट्री के कौन से डिपार्टमेंट में जॉब करती हैं क्योंकि रटस की इन्वेस्टिगेशन तो यह बताती है कि कंपनी असेंबली जॉब्स में डिस्क्रिमिनेशन करती है हो सकता है फैक्ट्री के बाकी एरियाज में ना करती हो तो ये सारी एलिगेशंस इन पे लगी है और स्टोरी में आगे क्या होगा वो बाद में देखेंगे अब हर बार ले लेकिन डब्बे में चार्जर वापस नहीं जाएगा और हमने तो बायोनिक चिप्स के बारे में भी यही सोचा था कि बेस मॉडल में हर साल पिछले साल वाली बायोनिक चिप्प ही डाली जाएगी लेकिन शायद इस बार रहा है apple-system कोई रीजन ना मिले तो अपने कान से खींच के निकाल लो फिर य ने कहा ज्यादा दिमाग खराब मत करो चुपचाप ऐप को अलाव कर दो और app3 पर की ग्रोथ करके अपने खोए हुए मार्केट शेयर को बहुत अच्छे से वापस ले रही है पूरी स्टोरी आप यहां क्लिक करके देख सकते हो बाकी ठीक है फिर दिस इज इट फ्रॉम माय साइड थैंक यू सो मच फॉर वाचिंग आई एम देवांशु एंड आई एम ऑन लीव टिल द नेक्स्ट वन बाय-बाय