Transcript for:
संविधान का डिज़ाइन और महत्व

Hello everybody, this is Degraas Singh Rajput Welcome to Social School इस वीडियो में Class 9 Civics का Chapter 2 जो है Constitutional Design इस Chapter को हम पढ़ने वाले हैं समझने वाले हैं एक वीडियो में पूरा Chapter आपको Clear हो जाएगा This is the full Chapter Explanation of the Chapter Constitutional Design आपने Civics में एक Chapter पढ़ा इससे पहले वाला जो chapter पढ़ा आपने तो उसमें आपने क्या देखा आपने उसमें democracy के बारे में देखा democracy क्या है कैसे है उसके advantages disadvantages ये सारी चीज़े पढ़ी अब ये जो democracy का सफर शुरू किया है जो book का नाम है एक एक चैप्टर खोलते जाओंगे नए नए पन्ने आपके सामने खोलते जाएंगे हर चैप्टर में आपको एक नया एक नई कहानी समझ में आएगी तो उन्हें सारी चीजों को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ते हैं ग्रेजुअली चैप्टर जाते हैं कंस्टिटूशनल डिजाइन क्या है चैप्टर कौन-कौन से टॉपिक पढ़ेंगे क्या चैप्टर की थीम है यह सारी चीजें मैं आपको इस पूरे-कूपरे वीडियो में बताने वाला हूं एंड आपको क्रिस्टल होंगे सारी चीजें एकतम बहतरीन तरह से समझ में आ जाएगी एंड यह वीडियो देखिए कंस्टिट्यूशन और डिजाइन या फिर चैप्टर का नाम आप बात कर रहे हैं तो यह हमारा संविधान है कौन सा संविधान है जिस बेसिस पर हमारा देश शल्राय जिस यह लिखा है कि सिटीजन के राइट की रिस्पेट करना होगी जिस कंस्ट्रीटेशन में यह लिखा है कि चाहे अमीर हो गरीब हो सभी को समान अधिकार होंगे तो उस कंस्ट्रीटेशन जिससे देश चल रहा है उस कंस्ट्रीटेशन को कैसे डिजाइन किया उस कंस्ट्रीटेशन के बनाने के पीछे क्या अफर्ट से उस कंस्ट्रीटेशन को जो इतना important है तो उसी constitution के इर्ध गिर्ध हम चीज़ें पढ़ने वाले हैं and try to connect it with the previous chapter जो आप पिछला chapter पढ़के आओ उससे connect करो कैसे? तो पिछला chapter में आपने पढ़ा था there should be some basic set of rules समझ में आया? जो citizens के rights की respect करें तो दूध के हिसाब के डाइरी में नहीं यह बेसिक सेट ऑफ रूल जो इस प्रेसिफिकली कॉंस्टिट्वेंट एसेंबली जो होती है कॉंस्टिटूशन बनाती है कॉंस्टिटूशनली गैरेंटीड होते हैं यह रूल्स जिन्हें कोई भी वाइलेट नहीं कर सकता है यह रूल्स होते हैं पर सरकारों से भी ऊपर होते हैं यह सर्वपर होते हैं यह रूल ऑफ लॉज टैब्लिश करते इलेक्शन भी हुए फ्री एंड फेयर भी हुए सब कुछ लेकिन रॉबर्ट मुगाबे ने पावर में आने के बाद में कॉंस्टिटूशन से ऊपर जाकर अपने आपको स्टैबिश कर लिया तो इस केस में भी नॉन डेमोक्रेसी आपको देखने को मिल रही थी तो डेमोक रूल आफ लॉज ना कि रूल बाय लॉज ऐसा नहीं कि कोई भी कुछ भी कंटिशन मना दे जो कंटिशन मना है तो लॉज बनाने वाला उस कंटिशन के अंदर में रहकर काम करें तो उस तरह से अगर आप करेंगे तो कंटिशन उसका एक वेल बिल्ड डिजाइन होना सेट बाय कंस्टिटूशनल लॉइंड सिटिजन्स राइट देख डेमोक्रेटिक गवर्नमेंट जो होती है तो डेमोक्रेटिक गवर्नमेंट को क्या करना पड़ता है इस कंस्टिटूशन के दायरे में रहकर काम करना पड़ता है ठीक है और इसी सेंस में कंस्टिटूशन वेरी इंपोर्टेंट रॉल समझ ले आया कंशेशन इस सेंस में बहुत इंपोर्टेंट रोल प्ले करता है और यही कंशेशनल डिजाइन की कंशेशन कैसा बना साथ अफ्रिका की स्टोरी की मदद से हम सीखेंगे इंडियन कंशेशन कैसा बना क्या आइडिंग वैल्यूज है तो वह सारी चीजें यह टॉ कि अफ्रिका के पास गया पड़ते पड़ते अफ्रिका इसलिए पहुंच गए क्योंकि एक एग्जांपल है अफ्रिका का स्ट्रगल आपको लिखाएंगे अगर स्ट्रगल अगेंस्ट अपार्थाइड और फिर ने कॉन्ट्रीशन बनाया और वहां से सीखेंगे कि कैसे है या फिर दूसरों ने गलतियां करें उनसे सीख लो तो यहां पर आपको वहीं समझना होगी कि यह इतने पार्ट में जो पहला पार्ट उपर वाला इसमें आपने क्या दिखिए कि डेमोक्रेटिक कॉंस्ट्रीशन जो होता है साऊथ अफरिका का तो अगला टॉपिक यह आपका ठीक है तो आपने एक एग्जांपल देख लिया फिर इंडियन कंटेक्ट में देख रहे हो कि आपका एक एग्जांपल देख रह कि कठिन रास्ता तैक्या दिपाद टू कंस्टिटूशन दिकॉन्सटिट्वेंट एसेंबली लीडर आफ कंस्टिट्वेंट एसेंबली तो यहां पर बहुत सारी चीजें कि किस तरह से हमारा कंस्टिट्वेंट बना बनाने वाले कंस्टिट्वेंट एसेंबली थी 70 साल से ऊपर होगा 71 साल आज भी हम उसी संविधान को फॉलो कर रहे हैं पुराना नहीं हो गया सर ठीक है लीडर ऑफ कंस्टिक्वेंट इसेम्ब्ली में कौन-कौन लीडर थे किसने क्या किया हर चीज आपको इस चैप्टर में जानने को मिलेगी तो मैं आपको स्पेसिफिकली यह भी बताऊंगा लास्ट में जो टॉपिक आएगा आपका गाइड यह थोड़ा सा फिलोसिफिकल हो जाएगा तो उसमें यह दिखेगा कि हमने संविधान जो बनाया वह कैसे बनाया तो या तो आप संविधान बनाने वालों को देख लो या फिर जो संविधान के अंदर है उसे देख लो तो इस तरह से क्या दिए ड्रीम्स एंड प्रॉमिस दिन कंशिडीशन फिलोसोफी अपनी कंशिडीशन तो प्रियंबल जो है वह प्रियंबल क्या होता है प्रियंबल क्या बताता है प्रियंबल क्या होता है प्रियंबल क्या होता है प्रियंबल क्या होता है तो आपके लिए ठीक है इन चीजों को कंसिडर करते हुए आगे बढ़ना आराम से और समझते चलना बढ़िया पॉपकॉन रखो अपने पास और कहानी सुनो ठीक है तो यह टेलीग्राम चैनल के लिंक है टेलीग्राम चैनल जाइंड करें तो आपको सारे अपडेट्स टैप से जहां पर आपको कुछ नहीं करना था सिंपल आप डाउनलोड करना पड़ता है ना करनी और वहां पर आपको नोट मिल जाएंगे जिन्हां डाउनलोड कर सकते हो पीडीएफ के फॉर्मेट में ठीक है तो डेमोग्रेटिक डेमोग्रेटिक टो इस टाइम फॉर अफ्रिका तो यहां पर क्या हो रहा देखो साउथ अफ्रिका की स्थिति जो ना साउथ अफ्रिका को आजाधी लेट मिलती हमारे तो 1947 में मिल जीती इन्हें आजाधी मिलते-मिलते 1994 आ गया था ठीक है काफी लेट मिली अब यहां पर आजाधी किससे लेना था तो वहीं इनका हमारा दुश्मन इनका दुश्मन एक-एक कौन ब्रिटीय तो कहानी कुछ ऐसी है जिसे अगर आप देखो कि मैंने कई मैप लगा यहां यह साउथ अफ्रिका यहां पर यह साउथ अफ्रिका देखने को मिल रहा यहां से यूरोप में यहां ऊपर तो ब्रिटिश शुरू कर दे गए और आगे इंडिया में आ गए तो इंडिया को बना था अब जब वहां पर तो ऐसा नहीं है कि अब बहुत डेमोक्रेसी और यह वह सारी चीजें थे तो यहां भी उन्होंने क्या किया कि साउथ अफ्रिका में जिसे अगर आप देखो कि तो साउथ अफ्रिका में पहले क्या चलता था वाइट डॉमिनेशन था वाइट डॉमिनेशन मतलब क्या है कि जो ब्रिटेन से लोग गए वहाँ पर ब्रिटेन से ट्रेड करने गए तो नोट देखा कि क्या ट्रेड तो होत खूनी चूस रहे थे हमारा लेकिन साथ अफरिका में क्या हो गया वह लाइक यहीं सेटल हो जाते हैं वहां पर केप टाउन वगैरह में क्लाइमेट अच्छा है थोड़ा तो उसके लिए क्या वहीं सेटल हो गए कहां पर साथ अफरिका में वहीं सेटल तो वहां के जो ब्लैक से कलर पीपल थे उन लोगों के साथ रेस के वेशिस पर वन दी बेसिट ऑफ स्किन कलर ठीक है स्किन कलर के वेशिस पर उनके साथ में डिस्क्रिमेशन होता था और इसी डिस्क्रिमेशन को क्या है इसी डिस्क्रिमेशन को अपोज भी किया बहुत सारे लीडर्स ने जैसे हमारे भी ब्रिटिश अत्याचारी थे तो अत्याचार एक हद तक सहाना फिर हमारे लीडर्स ने आवाज उ कि नेलसन मंडेला ने आवाज उठाई किसके अगेंश में नेलसन मंडेला ने आवाज उठाई किसी के अगेंश में यह डिस्क्रिमिनेशन होता था साथ अफ्रीका में समय आ रहा है तो बैग्राउंड क्या था तो बैग्राउंड यह था अगेंश में आवाज उठाई और इसी के चलते उन्हें जेल में डाल दिया गया था तो इस इंप्रेजेंट इन 1964 यहां पर जैसे बृति टाइम पीरिड में जब हमारे अपने बृतिशर्स रूल कर रहे थे तो हमारे जो लोग आवाज उठाते तो मैं जैल में डाल देते थे हमारे लिए तो नैशनलिस्ट लीडर थे लेकिन उनको जैल में क्या बोलकर डाला जाता था कि यह देश द्रोही है वो तो पर वह चार्ज मिट टीरसन और सीखे चलते हैं जेल में डाल गिया गया आगे आने वाले अठ्ठावेश साल तक अपना जीवन जो है जेल में बिताया बिताया ठीक है 1964 से जिसे अगर आप देखोगे तो आगे आने वाले अठ्ठावेश साल तक उन्होंने अपार्थाइट रिजीमी का मतलब सिंपल सा ये होता है कि इट वाज़ा स्टेट स्पॉन्सर्ड डिस्क्रिमिनेटरी लॉज ठीक है वेर दी पीपल वाइड इसक्रिमिनेटेड इन साउथ एफरिका ओन दी बेसिस ओफ देर स्किन कलर ओन दी बेसिस ओफ देर रेस तो नस्ली यह जो सिस्टम था इसे अपार्थाइड कहा गया और यह टाइम पीरीट जब चल रहा था तो अपार्थाइड रिजीम हो गया जैसे रेन ऑफ टेरर आपने पढ़ा था ठीक है फ्रेंच एवरोडिशन में तो वही रेन और रिजीम वही वाली चीज है तो अब नैंसल मंडेल इन जस्टिस टिगिट विच वास देर इन साउथ अफ्रिका सब्सक्राइब अब देखो क्या तो यह चिंगारी छेड़ी थी एक तरह से ठीक है फिर वैसा होता ना कि वेन यू आर स्टैंडिंग फॉर आपका आज अ चैनल के अगर आपके बीज भी गिरें तो बीज भी पेड़ बने और कॉज खत्म ना हो तो वहीं चीज यहां पर भी थी क्या वहीं चीज यहां पर भी थी कि नेलसन मंडेला ने जो चिंगारी छोड़ी थी आप पर कह सकते हैं जो जो इस प्रग्राम स्टाइड किया द दिवाइट पीपल डिवाइट डिवाइट डिवाइट डिवाइट डिव non-whites as inferior, ठीक है, तो जितने भी non-whites थे, non-whites मतलब blacks हो गए, ठीक है, लाल पिला नारंगी कलर का इंसान होगा तो वहां के नेटिव ब्लैक नहीं है जो यूरोपियन जैसे वाइट भी नहीं है जो बीच के हैं कौन लोग जैसे हम लोग ठीक है तो इंडियन जो थे तो इंडियन जो थे तो इंडियन भी जब क्या है जब रहने लगे तो उन्हें कहा जाता था ठीक है यह हो गया तो दिन वाइट डिट नॉट हैव वोटिंग राइट इस चाहिए चोटे-चोटे सवाल तो बनेंगी एक बड़ा क्वेश्चन जो यहां पर बन जाता है वह बन जाता है कि हॉट पर थाइड सिस्टम वॉस पर्टिकुलरली ऑपरेसिव फॉर दी ब्लैक्स या फिर वह वह भी अपार्थाइड सिस्टम हॉट वॉस फॉर दी ब्लैक्स तो एक सवाल यह बन गया कि अ और से प्रैक्टिस कैसे किया जाता था तो पार्ट साइड सिस्टम क्या था उसे प्रैक्टिस कैसे किया जाता तो यहां पर दिया गया है देखो समझो यहां पर ठीक है तो अपार्थिड सिस्टम क्या था उसे प्रैक्टिस कैसे किया जाता था तो देवर फॉरबिटन फ्रॉम लिविंग इन दिवाइट एरिया ठीक है कौन ब्लैक्स जो थे तो ब्लैक्स अधिकतर ज्यादा उसका अपरेशन सहते थे कैसे तो ब्लैक्स को वाइट लोग जहां रहते थे वहां रहने नहीं दिया जाता था उनके लिए पर वर्क इन वाइट एरिया ऑनली इस देखेंगे परमिट वाइट एरिया में जाने के लिए परमिट चाहिए रहता था बिना परमिट के नहीं आ सकते हैं आप परिश कर दिए जाओंगे ठीक है ट्रेन बसेस टैक्सी बुटल्स हॉस्पिटल्स स्कूल एंड कॉलेजेस लाइब्रेरी सिनेमा हॉल थिएटर्स बीचेस स्विंग पूल्स पब्लिक टॉयलेट ऑल वर ऑल सेपरेटेड फॉर दी वाइट सारी पब्लिक फैसलिटीज को ने सेपरेट कर दिया ठीक है तो अंदर अपार्थाइड रिजीम अपार्थाइड सिस्टम चल रहा था वहां पर उसके अंदर सेग्रेगेशन की पॉलिसी को फॉलो किया जाता था एक सवाल चोटा यह बन जाएगा वह टू एंडर्स्टेंट एंड इस एप्रेशन वॉच नोन एस सेग्रीगेशन ठीक है वह दिश्वाई सेग्रीगेशन समय तो आपको समझना आए कि कैसे अपार्थाइट सिस्टम को प्रैक्टिस किया जा वोटिंग राइट नहीं होते थे वाइट एरिया में रहने नहीं दिया जाता था काम करने जाओगा तो बिना परमिट के नहीं जा सकते थी कि पब्लिक फैसलिटी सेपरेट कर दिए देखना टीवन विजिट थी चर्चेस वेर्डी वाइट वर्षिप जहां पर वाइट पीपल ब्लैक कुड नॉट फॉर्म असोसिएशन और प्रोटेस्ट अगेंद टेर्रेबल ट्रीटमेंट और और तो क्या है कि ब्लैक जो है अत्याचार सहेंगे और इस अत्याचार के अगेंश में आवाज भी नहीं उठा सकते हैं तो यह पूरा का पूरा बंदबस्त वाइट यहां तक एकदम क्रिस्टल क्लियर होना चाहिए यहां तक अब जिसे अगर आप देखोगे हैं आप तो कुछ बताया गए साइन बोर्ड जो है ठीक है तो साइन साइन बोर्ड एंब्लेमेटिक ऑफ डर अपार्थाइड एरिया तो बताया गया उसमें कि क्या कि अगर कोई ब्लैक ढूंढता मतलब ब्लैक सगर वाइट के एरिया में आ गए अफ्रिकाना जो लोग लैंग्वेज है सिटी ऑफ डर्बन अंडर सेक्शन 37 आफ डर्बन बीच बाय लॉग दिस बेटिंग एरिया इस रिजाइट फॉर दीजिए शोल्ड यूज ऑफ मेंबर्स ऑफ दी वाइट रेस ग्रुप ठीक है सिर्फ वाइट लोगों के लिए यहां पर तो इस तरह से डिस्क्रीमेशन जो है बहुत इन डिस्क्रीमेशन की प्राकास्ट है थी यहां पर ठीक है अपर्थाइड ठीक है वहां पर अंटेचेबिलिटी जैसी चीज प्रेक्टिस की जाती है और दिवारी बेसिस ऑफ स्किन कलर हमारे कास्ट के बेसिस पर की जाती थी ब्रॉडली पहले समय तो वहीं चीज अफ्रिका में हो रही थी अब यहां पर क्या हो रहा है यह तो आपने पिछल का फर्स्ट हाफ दिखाया है क्या पिछल का फर्स्ट हाफ कि लोग सफर कर रहे थे अब लोग सफर करते करते किस दिन फूट इन एंडिंग अपार्थाइड अब आप सोच रहे होंगे सर कॉंग्रेस वहाँ भी पोज़ गई कॉंग्रेस का मतलब यह होता है कि कॉंग्रेस मतलब ग्रूप तो जिसे आप देखोगे कॉंग्रेस आपको यूरोप में भी मिल जाएगी ठीक है लेकिन हर जगा कॉंग्रेस शब्द लिया गय जैसे खाना तो खाना होता है वह खाना है कि अनुदेश अलग-अलग हो सकते हैं तो कांग्रेस सिर्फ शब्द है फाइन तो अब जैसे अगर आप देखो तो यहां पर भी एक एफ्रीकन नेशनल कांग्रेस बनी है जिसने क्या किया जहां पर देश को आजादी ला� और इसी कैसे इन और इसी तो जिनके पाप फॉर फादर तब कह सकते बहुत सारे इंडियन जो तो ब्रिटिशर यहां से पड़कर ले गए उदर प्लांटेशन फील्ड पर काम करवाने के लिए वहीं सेटल होगा जिनके फॉर फादर प्लांटेशन फील्ड पर काम करने के लिए आए थे तो महत्मगांधी भी गए थे साफरिका वह पढ़ाई करने गए थे वह बात अलग है ठीक है तो यहां पर आप देख रहे हैं कि ब्लैक कलर्ड एंड इंडियन्स तो यह सभी लोगों ने सपार्थाइड रिजीम के अगेंशन में आवाज उठाई दे लांच प्रोटेस्ट अपनी बात मनवाई कैसे मनवाई तो as the protest and struggles against apartheid had increased the government realized that they could not they could no longer keep the blacks under their rule through repression तो आपको यहाँ पर यह चीज़ समझना होगी क्या कि जब कि ऐसा होता है कि अब वह जो क्रांति आ रही है वह प्रांति को आप नहीं रोक सकते हो तो क्रांति को नहीं रोक सकते हो तो जितने भी जो ब्रिटिशर्स थे ठीक है इन लोगों को समझ में आ गया क्या जो गवर्नमेंट थी के सप्रेस करके लंबे समय तक रोक नहीं सकते दबा के सप्रेस करके लंबे समय तक रोक नहीं सकते एक ना एक दिन क्या तो ultimately इसका impact क्या होता है कि white government बोलती है कि चलो भाई ठीक है अब तुम आजादी आजादी चिला ही रहे हो तो ले जाओ आजादी ठीक है तो वही होता है तो ultimately the South Africa got independence from the discriminatory system ठीक है तो यह जो discriminatory system था इस discriminatory system से आप जैसे देखोगे तो I guess 1994 में 26th April 1994 में क्या होता है Africa को ultimately आजादी मिलती है इस white minority government से और यह जो discriminatory laws था discriminatory government थी इससे आजादी मिलती है तो वाइट रिजीम चेंज इस पॉलिसीज डिस्क्रिमिनिटी लॉज वर रिपील्ड बैर ऑन दी पॉलिटिकल पार्टीज एंड डिस्ट्रिक्शन ऑन दी मीडिया वर लिफ्टेड आफ्टर 28 यह आफ इंप्रि� कि नेलसर मंडेला वॉकड आउट ऑफ दी जेल एज़ फ्री मेन ठीक है अब यहां पर आपको समझना हुआ क्या हो रहा देखो कहानी अच्छे तो वाइट रिजीम जो है तो उसने पॉलिसी बदल ली डिस्क्रिमिटरी लॉस वगैरह सब खत्म कर मंडेला जो कि उनके हीरो थे ठीक है तो 28 सालों तक जेल से संगर्श करने के बाद में फिर क्या है वह जेल से बाहर निकलकर आया वॉट आउट ऑफ दी जेल अजर फ्री मैं ठीक है तो जब नेशन मंडेला छूटकर आ रहे थे तो पीवर लाइक कि तो उस टाइप से गया है उस टाइप से नेलसन मंडेला वापस आए तो दिया पार्थिड गवर्नमेंट केंट वेंट एंड पेविंग दिवे फॉर दिफर्मेशन ऑफ माइटी रेशल गवर्नमेंट अपार्थिड गवर्नमेंट जो थी जो डिस्क्रिमिनेटरी ठीक है वाइट भी हो गया ऐसा नहीं कि वाइट को हटा देंगे ब्लैक वाइट कलर सभी लोग मिलकर फिर देश चलाएंगे वाइट नहीं रही समझ में रहा है तो अब नाउ ट्राइट करेक्ट थी थी थी थ नहीं दिखा लेकिन बड़ा चैलेंज यह नहीं था कि आजादी लेना है बड़ा चैलेंज यह था कि आजादी लेने के बाद उसी देश में जहां पर एक समय पर वाइट्स ने ब्लैक के साथ अत्याचार किया क्या ब्लैक्स वाइट को माफ कर देंगे क्या दोनों मिलकर रह पाएंगे और मिलकर रह लेंगे इसकी गैरेंटी कौन देगा समझ आ रहा है तो उस केस में क्या वह मैं आपको समझाता हूं तो नेलसन मंडेला जिस तरह से आप देखोगे तो अपने सपोर्टर्स वगैरह के साथ में जैसे आजादी पाली यह सब कुछ ठीक है नेलसन मंडेला का देखो थॉट देखो यहाँ पर I have fought against white domination and I have fought against the black domination I have cherished the ideals of democratic and free society in which all persons live together in harmony with equal opportunities मतलब वहीं बोलते हैं domination कोई भी करे black करे white करे वो गलत थी और मैंने उसके against में लड़ाई लड़ी है ठीक है और उसके against में लड़ाई लड़के free society सोसाइटी जहां पर हर इंसान सुखी जीवन जी सके हारवनी में जी सके ऐसी सोसाइटी जहां पर इक्वल अपोर्टेटी से मैं उसकी उम्मीद करता हूं ठीक है तो इट इज एन आइडियल यह आइडिया जो था उनका कि सब सुखी रहे इट एन आइडियल चाहता हूं ठीक है बट इफ नीज भी बट इफ नीज भी इट एन आइडियल फॉर विच आईएम प्रिपेयर टू डाइल और अगर मौका लगा तो इस विचार के लिए मैं मरने को भी तैयार हूं तो इस पर अपना आईडियल बताएं कि सोसाइटी जस्ट होना चाहिए इक्वल अपोर्ट्यूनिटी होना चाहिए हार्मनी होना चाहिए देट्स इट ठीक है तो अब जो बात करेंगे कॉंटिशन से कैसे करेंगे तो कॉंटिशन से ऐसे करना क्या कि आजादी मिल गई लेकिन आप सवाल जाता कि कॉंटिशन यहां पॉइंट समझ दें यहाँ पर बहुत अच्छा मैं आपको interpretation देता हूँ क्या हो रहा है आप यहां पर देखो कि एक ऐसी स्थिति बनी कैसी स्थिति बनी कि वाइट्स ने बहुत अत्याचार किये ब्लैक्स के ऊपर अब ब्लैक्स के पास मौका आ गया था रुक जाओ जरा हमारी बारी बताते हैं ठीक है अब चाहते हैं ब्लैक्स तो ब्लैक्स भी वही करते हैं जैस तुम क्या करेंगे हम डिस्क्रिमिनेटरी लॉज लाइंग और तुम्हें सब चीफ फैसिलिटी देंगे और हम इंजॉय करेंगे तुम्हारे को परमिट लेना पड़ेगा काम करने के लिए लेकिन ऐसा नहीं किया क्योंकि कि ब्लैक लीडर जो थे तो दे अपील टू द दरिया में डालो क्योंकि यहां पर आप देखो तो यहां पर नेलसन मंडेला की जो विचार थे ना वे वर्ड इंस्पायर वह इंस्पायर फॉर महत्म गांधी इन फैक्ट ही रोट इन इस आटो बायग्राफी ठीक है कि महत्म गांधी का बहुत बड़ा इंपैक्ट एन आई फॉर एन आई विल मेक दी होल वर्ल्ड ब्लाइंड आंख के बदले अगर आंख लोगे तो पूरा विश्व अंधा हो जाएगा और उसी बात पर ध्यान देते हैं उन्होंने क्या बोला कि ठीक है जो भी हुआ पास नहीं उसे भूलो ब्लैक्स अगर बदले लेने की बहुत है तो एक दिन वाइट फिर पावर में आएगे फिर वो बदला लेंगे और तुम एक दूसरे से बदला ही लेते रहेंगे कभी आगे नहीं बढ़ पाओगे तो उसके चलते उन्होंने बोला क्या है कि हम क्या करते हैं शांति प्रिय तरीके से कॉंसिटेशन वगैरह बनाएंगे तो जहां पर जिन्होंने ऑपरेस किया और जिन्होंने ऑपरेशन सहा दोनों ही लोग साथ में बैठ के कॉंसिटेशन ड्राफ्ट करते हैं कॉमन कॉंसिट और कोई भी इस तरह से ना दिखा जाए कि ये तो इसने गलत किया था इन्हें राइट नहीं देना वाइट कमिनिटी को कोई राइट नहीं देना एक ऐसा constitution बनाएंगे जो progressive सोच रखे आगे के तरफ ठीक है they agreed that everybody should become part of the solution whatever they might have done or represented in the past तो वो ये कि past भुला के progressive future के बारे में सुचेंगे तो इस सोच के साथ में फिर constitution बनाया गया साउथ अफरिका में साउथ अफरिका का constitution बनके complete हुआ तो मैं आपसे दो मिनट के लिए एक्सरसाइज करना चाहता हूं मतलब आपके साथ में देखो हम मन से जुड़े हैं आप उस तरह मन में जवाब दे दोगे मेरे पास जवाब आ जाएगा तो मैं आपसे यहां पर कॉंटिशन क्यों जरूरी था साथ अफरिका में आजादी अगर आपके मन में मैं जो बोलूंगा वो निकला है जवाब मतलब वोई मन से जुड़े हैं और नहीं भी निकला तो भी जुड़े हैं लेकिन मन में थोड़ा अपने आपको सेल्फ एनलाइज करने कोशिश करो आपने पूरी कहानी बड़ी देखो विना Constitution के काम चल सकता था लेकिन क्या गैरेंटी थी कि कल को Blacks पल्टेंगे नहीं और क्या गैरेंटी थी कि Whites कल को फिर से सप्रेस ना कर दोनों ही कम्यूनिटीज को कॉंस्टिटीशन ने वह ट्रस्ट डेवलप किया क्या ट्रस्ट डेवलप किया कि चाहे पावर किसी के पास भी हो वह पावर का गलत इस्तेमाल नहीं करेगा चाहे वह ब्लैक्स के पास चाहे वाइट्स के पास जिस तरह से पास पर भी चलाया उसको एक तरफ चूले पर रखो लेकिन आगे जो समाज चलेगा हमारा आगे जो सोसाइटी बड़ेगी साथ अफ्रिका की वह वह पर बेस्ट होगी तो यहां पर करेंगे अब आप यह सब्सक्राइब फुटबॉल गेंद्र फुटबॉल खेल रहे हैं अगर फुटबॉल में नियम नहीं रखोगे आप कुछ मैच में आप क्या कर रहे हैं कोई नियम नहीं रख रहे हो आपने बोला कि बस मैच खेल लेते हैं तो ब्लैक्स और वाइट्स ऐसी कंसिडर कर लो जैसे अफरिका की दो टीम है तो वाइट्स क्या कर लेंगे वो बॉल को हाथ में उठा के फिट बॉल से रग्बी बना देंगे और दोरते दोरते कि यहां पर आप संसुख रूल जो रहेगा वह क्या कर सकता है एक तरह से सब कुछ अस्तेवस्थ कर सकता है तो रूल का होना बहुत जरूरी है और रूस कहां आएंगे ऊपर से टके रही वह रूस आपको बनाना पड़ेंगे सेट करना दिया कि समाज आगे कैसे बड सब्सक्राइब करें और दोनों चीज अगर गलत होगी तो पश्चिमेंट होगी और रूस सेट करोगे तो वहीं रूस तो आप कि समय आ रही है तो उस सेंस में कॉंस्टिटूशन बहुत इंपोर्टेंट रूल प्ले करता है एक पांच नंबर का प्रश्न आपका सीधा आता है यह क्या सीधा आता है कि वाट डू एंडेस्टेंट बाय कॉंस्टिटूशन डिफाइन देटर एक्सप्रेड बाय ऑल पीपल टीविटर सेट ऑफ एक्सप्रेड कंटिविशन ऑफ कंट्रीजर सेट ऑफ रिटर्न रूल्स अ थे तो कंट्रीशन लॉट डिटरमाइंड रिलेशनशिप अमंग पीपल लिविंग इन आटर टेरिटरी कॉल्ड सिटिजन्स एंड ऑल्सॉइंट Constitution को Supreme Law इसलिए कहा जाता है क्योंकि वो Constitution के अंदर जो लिखा है तो क्या लिखा है?

ठीक है? मशली जल की राणी है जीवन उसका पानी नहीं लिख दिया आपने? Constitution के अंदर आपने यह लिखा है कि देश कैसे चलेगा? ठीक है? Relationship सिटिजन्स के बीच में और Government के बीच में कैसी होगी?

किस तरह से किसके क्या अधिकार होंगे? तो इस सेंस में It is the Supreme Law of the Land किसी देश का किसी भी धरती का सबसे Important Law जो होता है वो होता है है कंस्टिटीशन इस देखिए सब्सक्राइब तो यहां पर आपको चीजें से क्लियर होना चाहिए तो कंस्टिटीशन क्या है कंस्टिटीशन इज अ सेट ऑफ रिटर्न रूल्स देट आर एक्सेप्टेड बाय ऑल पीपल लिविंग टोगेदर इन अकंट्री ठीक है पीपल एंड गवर्नमेंट तो देश दिखाओ चीज अब वह नहीं रहता है तो कंस्टिटीशन डस इस मैंने इस कॉंटेशन एक काम नहीं दो काम नहीं बहुत काम करता है और आपको क्वेश्चन पांच नंबर का सीधा यह आएगा वहीं बता रहो कॉंटेशन क्या है और कॉंटेशन क्या करता है क्या करता है मैं पहली चीज फर्स्ट है ठीक है तो क्या गैरंटी कि वह लड़ेंगे नहीं वह साथ में ही रहेंगे तो वहां पर यह गैरंटी है क्या गैरंटी है वहां पर यह गैरंटी है कि जब एक कॉन्टीशन ओपने ट्रस्ट रहेगा कि नहीं यार मतलब इन एग्रीमेंट कर लेते एक दिग्री आफ ट्रस्ट एंड कोडिनेशन देट इस नेसेसरी फॉर डिफरेंट काइंड ऑफ पीपल टो लिव टोगेदर वह इसलिए तो वह डिग्री ऑफ ट्रस्ट डेवलप हो पाता है ठीक है पहला फंक्शन हो गया या फिर वह वाट कॉंसिटिशन तो कॉंसिटिशन डू मैनी थिंग्स तो कॉंसिशन डू मैनी थिंग्स तो कॉंसिशन डू मैनी जो है तो वह स्पेसिफाई करता है कि गवर्नमेंट कैसे कंस्टिट्यूट होगी किसके पास कितनी पावर होगी तो जो बोलते हैं इस ट्रक्चर धांक जो तैयार करता है कि देश कैसा चल प्रश्न पर खेल के बेसिक जो रूल से बेसिक सेट ऑफ रूल वह कॉल्सिडेशन में लिखे जाएंगे कोई भी जैसे गेम होता तो गेम का भी एक होता है रूल का सेट होता है वैसे क्या हो कि देश भी आपका है देश भी एक पूरा एक तमदलों एक गेम है पूरा फॉर एक्सांपल तो उसे देश को कैसे चलाना है खेलना नहीं देश के साथ खेल सकते हैं तो वहां है देश को कैसे चलाना है वह भी आप कहां लिखोगे कॉल्स्ट्रीटेड थर्ड इट लेज डाउन अ लिमिट्स ऑन दिपावर ऑफ गवर्नमेंट एंड टेल्स वॉट दिवाइट्स ऑफ सिटिजन्स हार कंस्टिटूशन है तो कंस्टिटूशन क्या पाता है वह पॉसिबल कर पाता है कि लोगों के बीच में आपस में कैसे रिलेशन रहेंगे ठीक है कंस्टिटूशन है अटोक्रिटिक नहीं हो जाए बहुत ज्यादा कि अत्याचारी हो जाए लोगों के अधिकार ही खत्म कर दे एडिमेटली वह कांस्ट्रीशन बनाया क्यों है लोगों के लिए बनाया तो लोग जो है आम जनता जनार्धन जो है उसे आप कैसे बचा पाओगे उसे तभ सरकार के ऊपर लगाम लगा कर रखोगे देखो who is the most powerful तो आप बोल सकते हैं सर पैसे वाले powerful होते हैं businessman powerful होते हैं या फिर क्या लोग के underworld के लोग powerful होते हैं नहीं ठीक है सबसे ज़्यादा powerful कुछ होता है तो उस Constitution के हिसाब से क्या है Constitution का तीसरा function यह होता है कि Constitution क्या करता है? It limits the power of the government. Fourth, this one is interesting क्या? It expresses the aspirations of the people about creating a good society.

एक example देता हूँ मैं आपको. आपका सम्विदान क्या होगा ये डिपेंड करता है कि आप क्या हो एक example जो मैं आपको देना चाहा रहा हूँ वो य एक देश में क्या चोरी चोर थे सारे ठीक है सब लूटेर चोर थे तो वह लोग कैसा संविधान बनाएंगे पता है वह संविधान में चोरी करना जुर्म बिल्कुल नहीं होगा उल्टा यह होगा कि ज्यादा बड़ी चोरी करके आएगा उसको ज्यादा पुरिशकार के ठीक है फर्स्ट प्राइस सेकंड प्राइस देंगे आप तो जो लोग होंगे वह आप सुनाएं अंधेरी नगरी चोपट राजा टक्सेर भाजी तो जैसी प्रजा होगी वह वैसा राजा चाहेगी जैसा लोग सोचेंगे वह उस तरह से कंस्टिट्यूशन बनाएंगे अपने लिए तो फोर्थ क्या है? It expresses the aspirations of the people about creating a good society.

तो यहाँ पे आपको यह ध्यान लखना होगा कि एक अच्छा constitution जो होता है तो constitution अपने अच्छे नागरिकों की aspirations को दर्शाता है. तो जैसे नागरिकों की aspirations होगी वही constitution में reflect होगी. तो constitution क्या दर्शाता है? मतलब constitution एक तरह का आईना है वो समाज को अगर देखना है अगर उस समाज में जैसे महिलाओं का अधिकार नहीं है तो दर्शाता है क्या है कि वो समाज जो है? प्रूडिवादी है, पिछड़ा हुआ कंसर्बेटिव समाज है क्योंकि उसके कॉंस्टिडिशन में अधिकार नहीं दिये कॉंस्टिडिशन में अधिकार कब आएंगे जब वहाँ के लोग सोचेंगे अगर लोग ही पिछड़े हुए हैं कंसर्बेटिव हैं तो वह कंस्टिडिशन में भी अधिकार नहीं डाले नहीं दिमोक्रिटिक हैं, लेकिन अगर आपके प्रश्न नहीं हैं, तो आप वे दिमोक्रिटिक होंगे तो अपने अपना विशेष जब लिखेंगे, अगर आपके प्रश्न नहीं हैं क्या?

कि हर दिवार जिसके पास विशेष हैं क्योंकि आप जैसे देखों कि जो ओल्डेस्ट डेमोक्रेटिक कंट्री है यही है जैसे यूएससे तो यूएससे ने जब कॉंस्ट्रीशन बनाया तो फिर यह पैटर्न बन गया क्या बन गया कि अगर आप डेमोक्रेटिक कंट्री हो तो आपके पास एक कॉंस्ट्रीशन होना आपको कांशिडेशन की कहानी समझ आगे अच्छी तरह से कितनी कहानी की कांशिडेशन क्या है क्यों जरूरी है क्या है क्यों जरूरी है साफिरिका के केस से आपने समझ लिया और अब अपने देश में वापिस ठीक है श्रवधेश बनाते ठीक है तो इंडियन कांस्टिटूशन कैसे बना हुआ थी इंडियन कांस्टिटूशन वास डिजाइन कांस्टिटूशनल डिजाइन चैप्टर से कैनेट कर लिया तो अगर हम बात करें तो दिस इश्वेषण अंडर विच इंडियन कांस्टिटूशन वास मेड वर ठीक है वरी डिफिकल्ट बहुत परेशानियों का सामना करके हमने क्या करा हमारा संविधान मनाया जैसे तो इट यहां पर परिस्थिति में बनाया गया कैसी परिस्थिति तो एक सवाल आपके यहां पर बन सकता है एक्जाम में वर्ड वर्ड वर्ड उस टॉपिक में हम यह देख रहे हैं कि क्या स्थिति थी हमारे देश में जब हमारा संविधान बना रहे थे जब हम हमारा कंस्टिट्यूशन बना रहे थे ठीक है तो आपके देखोगे कि सिट्यूशन वर्ड नॉट गुड ठीक है चीजें उतनी आसान उतनी कब बृतिश रूल के टाइम पीरेड की बात कर रहे हैं लेकिन जब आजादी मिल गई जब हमने हमारा सम्विदान मनाना चालू किया तो अब हमारे लोग भेड़ वकरी नहीं थे क्यों? क्योंकि हमारे लोग उस देश के कि पीपल जो थे जनता जो थी तो देवर ट्रांसफर्म फ्रॉम दी स्टेटस ऑफ सब्जेक्ट टू देट ऑफ सिटीजन नागरिक बन रहे थे वह ठीक है सिर्फ एक हिस्सा नहीं था जमीन का कुछ लोगों का जुंड़ नहीं था नागरिक बन रहे थे और नागरिकों से नगर बनते हैं ठीक है तो इस तरह से क्या है कि यहां पर एक तरह से पावर आपको देना पड़ेगी किसको प्रिटिश क्राउन को नहीं देना है पावर आपको किसी राजा को नहीं देना है पावर आपको जनता जनारधन को देना है तो दिस वास्तव एडियो वह सब्सक्राइब बैलेंस भी बना रहा है सारी चीजें ठीक है तो उस सेंस में समझना है कि क्या डिफिकल्ट कि दिकंट्री वॉस बॉर्ड थ्रू पार्टीशन ऑन डी बेसिस ऑफ रिलीजियस डिफरेंसेस कंट्री जो है देश जो है तो इट वॉस इट वॉस बॉर्ड थ्रू पार्टीशन ऑन डी बेसिस ऑफ रिलीजियस डिफरेंसेस जब हम संविधान मना रहे थे उसी समय पर चलते हैं दोनों तरफ आपको देखने को खून खराब बहुत हुआ लाख लोगों की जान गई थी कि यह सिचुएशन नॉट इजी ठीक है और इन स्थितियों में आपको ऐसा संविधान मराना जाएं हिंदू और मुस्लिम एक साथ रह सके तो यह पॉइंट विशेष तो ध्यान रखना है जब हमें छोड़कर जाता नहीं कि जब कि क्या होता है जिसका आप देखा हो घर में मेहमान आते जब वापिस जाते लौट के तो इसे सिर्फ हाथ फैर के दस रुपए का नोट देकर चले जाते हैं ब्रिटिश तो जो रखे हुए दस रुपए थे अपने पास वह छुटा के ले जा रहे थे तो इस तरह से घाव देकर चले गया जो कभी भरा नहीं उसके बाद में आप जैसे देखेंगे तो नए-नए लोग तो यह भी पता था कैसे देश चलता है क्या यह वह सारी चीजें पेरो ना तो दिविटेश हैड लेफ्ट इट टू दी रूलर्स ऑफ दिप्रिंसली स्टेट्स और ठीक है तो कुछ तो ब्रिटिश प्रोविंस थी मतलब जो बिन पर डायरेक्ट लिए ब्रिटिश रूल कर रहे थे लेकिन कुछ प्रिंसली स्टेट्स थे जिन पर राजा रूल कर रहे थे तो वह प्रिंसली स्टेट के सामने चैलेंज था कि हम वह इंडियन में मिलें कि वह पाकिस्तान बन रहा है उसमें जाकर मिलें कि हम लोग इंडिपेंडेंट रहे ठीक है उन्होंने और remain independent जैसे तुम्हें ठीक लगे हम तो जा रहे हम तो भगे हैं से तुम समालो दुमारा देश समाले ठीक है तो अब इस पूरी सिट्वेशन में अब आपको ऐसा भी constitution मनाना था जिसमें आपको ये princely states को भी थोड़ा सा lucrative offer देना होगा कि आओ इंडियन उनियन में जुड़ जब सम्विधान लिखा जा रहा था इन स्थितियों में जब सम्विधान लिखा जा रहा था जो देश में आपको आज सिट्वेशन देखने को आप आप बोल दो पॉलिटिकल स्���ेबिलिटीज ठीक है वह आज इस तरह साफ देख रहे हो जो भी हो ठीक है आप दिस पेरिट ऑफ डमोक्रिसी वेरी हाई इन आर कंट्री पीपल आफ वेरी डमोक्रिटिक आफ विडों नोट गवर्नमेंट पीपल आर वेरी करके रखते हैं अपफोल्ड करके रखते हैं तो आज आधी के इतने समय बाद भी जिस समय में संविधान मन रहा था उस समय क्यों बढ़ रहा है क्योंकि जिस तरीके से Constitution को design किया गया था despite the difficult situations we crafted a wonderful Constitution and due to which the democracy is still established strong in our country as an institution तो जब Constitution का रास्ता हमने तै किया तो आपको रास्ते में काटे तो समझ में आ गया लेकिन हमने रास्ता तै किया वो क्या था तो रास्ते में जो हमने रास्ता तै किया तो वो रास्ता क्या था किस तरह से Constitution बनाया Constituent Assembly क्या थी अब वो समझाता हूँ ना आपको ठीक है दिपाथ टू कंस्टिटूशन समय आ रहा है टॉपिक कनेक्ट करते चलना टॉपिक को कोई छोड़कर मताना पीछे कंसोलिडेट करके एक पिलर हमने पढ़ लिया पूरा साथ अफ्रीका और साथ अफ्रीका के साथ की Constitution की जरूरत क्या है अब इंडियन Constitution की बात कर रहे इंडियन कंस्ट्रिशन के कंटेक्ट में कि क्या चीज समझी कि वह दिस्ट्रिशन टिगेट डिविंग विश्व कांशल वास्ट क्राफ्टेड और कंशल वास्ट फ्रेम कैसी तीव वह अपने देख लिया अब क्या स्थिति के बाद में जगह देखोगे कि हमने क्या रास्ता ताइए किया तो जैसे साउथ अफ्रिका ने भी उन्हें आजादी मिली उसके बाद चालू किया हमें आजादी नहीं पहले का चालू कर दिया थे तो अगर आप जैसे यहां देखोगे तो इनके कांशिट मनाने में और हमारे कांशिट मनाने में क्या डिफरेंस है आप लोग इसमें पहले बना लिया बाद में बना लिया बच्चों टाइप आंसर नहीं ठीक है आंसर थोड़े बड़ो जैसा देते हैं क्या तो अन्लाइक सा तो साउथ अफ्रिका ने जो पॉइंटिशन बनाया तो इंडिया के पास में बड़ा था हम किस तरह के साउथ मतलब साउथ अफ्रिका कांटिशन और हमारे कंस्ट्रूशन के स्ट्रक्चरिंग में ड्राफ्टिंग में क्या डिफरेंस कि वी ऑलरेडी हैड कंसेंसेस अब आट डेमोक्रिटिक अब आट वाट डेमोक्रिटिक इंडिया शुट लुक लाइक मतलब आजादी के पहले ही कॉंस्टिटीशन मनने के पहले ही ठीक है हमारे पास में कुछ कंसेंसेस डेवलप हो गए थे consensus मतलब क्या है consensus in the sense कि आपको कुछ एक idea लग गया था आपको एक कुछ विचार आ गया था कि हाँ कल को अगर मेरा देश आजाद होगा तो वो कैसा दिखेगा हमारे leaders आजादी के बहुत पहले से ही सोचने लगे थे कि आजादी मिलेगी तो क्या अधिकार होंगे क्या नहीं हो वह सारी चीजें जो है वह सारी चीजें हम पहले से ही डिस्कस करने लगे तो होता ना सोचते सब हैं कि कल को में बड़ा होंगा ठीक है नहीं होगी तो यह अच्छा है पता है दिस एडिट विच यॉर लेविंग राइट नौ बाकी बड़ा तो होना पड़ेगा आप रोक नह जो बड़े जा रहे हैं और जो यह सोच के बढ़ रहा है कि हां मेरे यह विजन है यह गोल है मुझे यह करना है तो दोनों में डिफरेंस क्या है कि जो सोच के बढ़ रहा है तो उसके पास एट लीस्ट रास्ता तो है कि कैसे जाना है और तो वह एग्जांपल दिया था मैंने आपको कि कैसे कि दो बच्चों का जो एग्जांपल दिया तो उसमें क्या है जिसने रास्ता थोड़ा तै कर लिया है तो वह एक एडवांटिजियस पोजीशन पर है नहीं है क्योंकि उसको कम से कम यह तो पता किधर जाना है है ना तो व अगर अगर बनेगा तो कैसा बनना चाहिए कैसा दिखना चाहिए कैसा होना चाहिए उस चीज का एक पहले से आईडिया था यह एक्सप्लेन करता हूं देखो तो अब क्या हो रहा है कि आर नैशनल मुवन वॉइस्ट मोट मेरे लिए पत्तर नहीं बार रहे थे हम यह भी इंशॉर करें थे कि ब्रिटिशर्स को हटा के हम हमारे तरह से कैसे चलाएंगे ठीक है हमारे लीडर्स आईडिया रख रहे थे कि यह सही गलत है इलेक्शन होते तो उसमें हमारे लीडर्स कभी अभी कभी पार्टिसिपेट करते थे तो सिर्फ फॉरेंड रूल के अगेंस्ट में हमारा प्रोटेक्ट नहीं था फॉरेंड रूल के साथ-साथ में क्या करते हैं इंडिजीनियस रूल को स्टैब्लिश करना भी हमारा इस प्रोडक्ट था तो उस प्रोसेस में सीख रहे थे ठीक है इट वास ऑफ ट्रैक्टर रीजनवेट आर कंट्री एंड ट्रांसफॉर्म आर सोसाइटी एंड पॉलिटिक तो इन 1928 आप देखोगे तो मोतिलाल नेहरू जो थे जवाल नेहरू के पिताजी तो नाइन टीवेंटी मोतीलाल नेहरू एट अगर कांग्रेस लीडर्स डाफ्टेड दी कॉंस्ट्रीशन फॉर इंडिया तो 1928 में एक कच्चा चिठ्ठा तैयार कर लिया था हमने मोतीलाल नेहरू और उनके साथ जो आठ और लीडर्स तो लोगों ने एक एक एक एक डाफ्ट तैयार कर लिया था जिसमें उन्हें हाइलाइट कर देती कल को देश आजाद होगा तो हुआ लेकिन एक डाफ्ट पहले तैयार कर लिया था फिर आप देखोगे तो 1931 अ दिन रेजॉल्यूशन एट कराची सेशन ऑफ दी इंडियन नेशनल कांग्रेस ड्वेल्ट ऑन हॉइंडिपेंडेंट इंडिया कांचेशन लुक लाइक तो जैसे 1931 का जो कराची सेशन होता है कराची मतलब आज पाकिस्तान में उस समय तो पाकिस्तान इंडिया था ना ठीक है तो जैसे अगर आप देखोगे तो कराची सेशन जो कांग्रेस का तो कांग कि आप इस दिखोगे कराची सिशन जो था इंडिया नेशनल कांग्रेस का तो इट डेवेंट ऑन हॉइंडिपेंडेंट इंडिया स्कूल लुट लाइक बदल आपको क्या समझ में आ रहा है कि जो कंसेंसस थी ना कि देश कल को आजाद होकर कैसा होना चाहिए वियोजनी हैड आफ कंसेंसस अब आप व्हाट आट डेमोक्रेटिक इंडिया शुरू लुट लाइक व्हाट एन इंडिपेंडेंट इंडिया शुरू लुट लाइक तो इसके लिए विचार विमर्ष पहले से होने लगे थे ठीक है यह पॉइंट ध्यान रखना तो दिफरेंस बोट वीडियो डॉक्यूमेंट्स वर कमीटेड टू दी इंक्लूजन ऑफ यूनिवर्सल अडल फ्रंचाइजीज राइट टू फ्रीडम एन इक्वेलिटी एंड दीप एंड टू प्रोटेक्टिंग दी राइट्स ऑफ मायनोरिटीज इन दी कंस्ट्रीशन ऑफ इंडिपें तो आजाद देश में universal adult franchise ही होगी, right to freedom होगा लोगों के पास में, equality to protecting, freedom and equality होगा, protecting the right of minority, तो ये सारी चीजों के उपर consensus पहले ही बन चुके थे कि, जिस दिन देश आजाद होगा, ये तो रहेंगे ही रहेंगे हमारे सम्दान में, और असमें तो consensus developed due to the familiarity with political institutions of the colonial rule, उसके अलावा हमारा संगर्श ये तो था ही था, freedom, struggle, struggle करे तो, struggle करते करते तो सीखी गए थे हम, कि उसके अलावा आप देखोगे तो क्या है हमारे बहुत सारे लोग पर आपको बताया क्या है हमारे बहुत सारे लोग जो लेजिस्ट्रिटिव कांसिल के एलेक्शन वगैरह होते तो ब्रिटिश टाइम क्रिएड में ब्रिटिश टाइम क्रिएड में तो अगर आप देखोगे 1927 के चुनाव की बात करो 1935 का जो चुनाव था तो चुनाव में क्या है हमारे लोगों पर भी हो रही है कि नो डाउट जो ड्राइविंग सीट उस पर में बैठने नहीं दे रहे थे कौन लोग ब्रिटिशर्स लेकिन जब हम वह इंस्टिटूशन को ऑप्शन कर रहे थे जब थोड़ा सा पार्टिसिपेट कर ले रहे थे चुनाव हो रहा हो में तो उसे हम एक आइडिया लग रहा विकंट्री सेटिंग अप ओन सेटिंग अप इट्स ओन इंस्टिटूशन वर्किंग इन दिन हमने ब्रिटिशर्स की द्वारा उससे फायदा यह मिला कि क्या है उससे फायदा आपको यह मिला कि जो इंस्ट्रीशन वगैरह स्टैब्डिश किया गया है उनसे सीखने को बहुत कुछ मिल गया ठीक है उन इंस्ट्रीशन से में सीखने को बहुत कुछ मिल गया दिए इंडियन स्कंड इन प्रोफेशन अटॉप्टेड मैंने इंस्ट्रीशनल डिजाइन्स एंड प्रोसीजर्स फ्रॉम दी कोलोनियल लॉ लाइक दी वही बात है कि हॉटिट दिक्टर से जब लगता है तो कंसेंसेस ऐसे ही डेवलप हुए तो ब्रिटिश ने जो कंटिशन वगैरह बनाया तो से हम उस चीज की क्या मिल गई उससे हम उस चीज की वह बिट कंटिशन ही मतलब जो लॉप आप पास करते थे गवर्मेंट ऑफ इंडिया 1935 गवर्मेंट ऑफ इंडिया 1909 1919 तो ऐसे लॉप आप करते थे तो उन लॉप से हमने क्या किया इज दिकॉपी ऑफ गवर्मेंट ऑफ इंडिया 1935 क्योंकि इस गवर्मेंट ऑफ इंडिया एक्ट से हमने बहुत सारी चीजें उठा के हमारे Constitution में डालिए समझ में आ रहा है? तो इस sense में क्या है?

इस sense में आप जिसे देखोगे तो consensus जो है वो पहले ही डवलप हो गए थे ठीक? उसके अलावा जैसे अगर आप देखोगे थी making of Indian Constitution में उसके अलावा हमारे लोग जो थे हमारे Constitution makers जो थे तो lessons learned from other countries Our leaders gained confidence to learn from other countries but on our own terms तो कि जैसे मैंने आपको अभी हमने क्या देख लिया अभी हमने यह देख लिया कि हमने द� प्रेटिशन रूल करें तो हम अच्छा रूल कर रहे हैं और रूल करना तो सीख लेंगे तुमसे फिर उसके अलावा हमने दूसरे देशों से भी बहुत कुछ सीखा दूसरे देशों से क्या सीखा कैसे सीखा तो आप लीडर्स गेंड कॉन्फिडेंस टू लर्न फ्रॉम अद तो इन ideas से हमारे leaders बहुत ज्यादा inspired हुए इन ideas को कहीं न कहीं हमारे leaders न incorporate किया हमारे संविधान में ठीक है तो many of our leaders were inspired by the ideals of French Revolution फिर क्या है the practice of parliamentary democracy in Britain ब्रिटेन में जैसे आपको क्या देखने को मिलता है कि ब्रिटेन में जो parliamentary democracy practice किया जाता है तो हमारे leaders ने उस चीज़ को adopt किया तो पार्लेमेंट का सिस्टम हमने वहां से अडॉप्ट कर लिया कॉपी नहीं क्योंकि हमने हमारी स्थिति के हिसाब से इसको मॉडिफाई भी किया ठीक है फिर क्या है दिप्रैक्टिस ऑफ पार्लेमेंटी डेमोक्रेसी इन बिटेंड इन बिल ऑफ राइट्स इन य� फंडामेंटल राइट का कॉंसेप्ट हमने कहां से उठाया तो वह हमने यूएसे में बिल ऑफ राइट का सिस्टम नहीं होता तो वहां से फंडामेंटल राइट लिए सुना रहा है तो दिस सोशलिस्ट रेवेलीशन इन रशिया रशियन रेवेलीशन आपने इसलिए पड़ा चैप्टर टू तो रशिया के रेवेलीशन से भी हमने इंस्पायर होते हुए हमने क्या बात करी इंडियन्स ने यह सोचा कि देव देव many Indians to think of shaping a system based on social and economic equality कि सामाजिक और आर्थिक रूप से लोगों में equality रहे उस चीज के लिए क्या उस चीज के आपको देखने के मिलता है कि socialist revolution जो रिशिया में उसे भी adopt किया गया सब्सक्राइब में आ रहा है तो ये पूरी कहानी है clear तो they were not simply imitating what others had done at each step they were questioning whether these थिंग्स सूटेड आर कंट्री और नॉट तो हमने जो भी दूसरे अलग-अलग कंट्री से इंस्पायर होकर सीखा है तो हमने सिर्फ कॉपी पेस्ट नहीं किया है वहीं वाला पॉइंट हमने क्या किया उस चीज से इंस्पायर हुए उसे हमने अपनी कंट्री में अडॉप्ट करने से पहले पूछा ठीक है वह नॉट सिंपली इमिटेटिंग वह अदर्ज है डन क्या क्या मैंने इस टेप देवर क्वेश्चन इन वेदर दीज थिंग्स सूटेड आर कंट्री और नॉट ठीक है हमने हर स्टेप पर स्टीच पर क्या क्वेश्चन क्या कि क्या वह बदलाओ जो इन सारे देशों में आए जिससे हम इंस्पायर हो वह हमारे देश में भी लागू होंगे नहीं होंगे अगर काम कर जाएंगे तो फिर हमने अडॉप्ट किया तो इस तरह से कहा थी पांच तो कंस्ट्रीशन के मुझे बात कर रहे हैं पांच पहले खुद देखना होता है कि क्या वो आपका है ठीक है क्या आपके स्थिति में जम रहा है नहीं जम रहा है वोई वाली case है ठीक है और यह बड़ी अच्छी बात कही किसी साथ से कि हाँ Indian Constitution सिर्फ copy paste नहीं Indian Constitution जो है तो it is a कह सकते हैं deliberately debated and discussed provisions और Constitution made for the people of our country Constitution के लिए अगली चीज जो है वो क्या है the constituent अब हम अगली चीज जो पड़ेगी वह कंस्टिट्वेंट एसेंब्ली के बारे में पड़ेगी कंस्टिट्वेंट एसेंब्ली यह शब्द इस आपको क्या वह ड्राफ्टिंग कैसे करी उन्होंने ठीक है तो बस बैठ गए लिखना चालू कर दिया नहीं इतना आसान थी नहीं था वहां पर इसका आप देखेंगे तो यह कॉंस्टिट्वेंट एसेंब्ली जो बॉडी थी ध्यान रखना बच्चे कंफ्यूज होते इसमें जो भी कॉपी किया उसको डिवेट कर डिस्कस किया कि काई इंडियन कंटेक्शन में सही हो होगा जहां मॉडिफिकेशन की जरूरत थी वहां मॉडिफाई किया और उस तरह से हमारा संविधान बनाया ठीक है उस तरह से हमारा संविधान बनाएं तो जिसे अगर आप देखोगे तो क्या कहानी है तो इलेक्शन टू डिपॉंस टेंट असंबली वर जो पहले से लेजिसिलेटिव एसंबली थी मतलब जो पहले से इलेक्टेड लोग थे वह उन इलेक्टेड लोगों ने कॉंस्टिट्वेंट एसंबली को इलेक्ट किया मतलब कॉंस्टिट्वेंट एसंबली का इलेक्शन क्या था एक तरह से इंडारेक्ट था फॉर एग्जा कि यह वोटने के बाद में जो लेजिस्ट्रिटिव कांसिल के लोग थे यह लेजिस्ट्रिटिव के कांसिल के लोग जो थी तो इन्होंने कॉंसिट्व है ठीक है तो बहुत सारे लेजिस्ट्रीटिव कांसल के ही लोग गए और मैं भी लोग आए तो इस तरह से कंस्टिट्वेंट एसेंबली बनी समय आ रहा है तो यहां पर ध्यान रखना कंस्टिट्वेंट एसेंबली क्या है कंस्टिट्वेंट एसेंबली बैठक होती ना उनकी कि चलो आओ संविधान बनाते हैं तो उस तरह से पहली मीटिंग 1946 में होती है मतलब 1946 दिसंबर से ने काम करना चालू किया ठीक है तो सुन आफ्टर दी कंट्री वाइडेड इंटू इंडिया इन पाकिस्तान ठीक तो यहां पर क्या है वही पिछल में क्या होता है जैसे बीच में हडल्स आते ना वह हडल क्या है कि काम चली उस तरह से काम कर रहे थे क्या कि एक सम्मिदार में हिंदू मुस्लिम सब एक साथ रहेंगे और इंडिया पाकिस्तान पूरा एक है वाला उसे साथ से कंस्ट्रीशन मना रहे थे लेकिन जब 1946 में कॉन्शिट इंडिया पाकिस्तान डिवाइड हो जाता है 47 में तो भी ठीक है पॉइंट एसेंड लीवी दो डिवाइड हो गई तो डिवाइड होने के बाद में जो कॉन्स्ट्रिपेंट एसेंड लीवी नाइनटीन फॉर्ट के बाद की बात कर रहे हैं जिसने इंडियन कॉन्स्ट्रिट्शन बनाया उसमें कितने में बटे लीवी नाइंड कॉन्स्ट्रिपेंट लीवी देटर रोट दीवी देटर रोट दीवी देटर रोट दीवी देटर रोट दीवी देटर रोट दीवी देटर रोट दीवी देटर रोट दीवी देटर रोट दी� 1949 but it came into effect on 26th January 1950 और इसी दिन को हम Republic Day बनाते हैं अब मैं आपको कुछ चीज़ें बताता हूँ ये तो facts हो गए हमारा सम्विदान बन के दो मैनें पहले ही तयार हो गया जैसे 26th January को आप क्या बोलते हो Republic Day बनाते हैं लेकिन 26th January के पहले 26th November 1949 को ही Constitution रेडी हो गया था रिपुब्लिक डे फिर बाद में क्यों बनाते हैं, confused होंगे, तो confusion नहीं रखना है यहाँ पे, मैं आपको उसका solution बताता हूँ क्या है, ठीक है, तो Constituent Assembly बनी, divide होती है, फिर उसके बाद में जो Constituent Assembly of India, after division जो थी, तो 299 members ने काम किया, उन्होंने बना के तयार 26 नवंबर को ह 1929 का Congress session होता उस Congress session में जवालनाल नेहरू लीड कर रहे थे जवालनाल नेहरू ने क्या बोला कि आगे आने वाली 26 जनवरी है 26 जनवरी 1930 ठीक है तो Congress का जो session था लावर session 29 का उसमें announcement करा ठीक है उसमें क्या announcement करा तो उसमें जैसे कर आप देखोगे तो कि आगे आने वाली 26 जनवरी जो होगी देश को आजाद करवा लेंगे लेकिन 26 जनवरी 1930 में ठीक है लेकिन यह जो तारीक थी ना इस तारीक का लोगों के मन में क्या था एक मतलब बोलते ना उस डेट से लोगों का लगाव था क्या लगाव था कि यार हमने भविष्य मतलब हमने इतिहास में एक बार सोचा था कि हमें 26 तारीक को ही आजादी मिल जाए लेकिन आजादी तो वही वाला case था यहाँ पर हमने क्या देखा हिस्ट्री में यह 26 जनवरी जो है तो 26 जनवरी की जो date है इसकी significance है बहुत जादा for the first time we proudly and confidently said कि हम हाँ 26 जनवरी को आजादी पा जाएंगे लेकिन मिली नहीं था वाजादी तो constitution जो था constitution ready हो गया था हमारा 26 नवेंबर को but it came into effect on 26th January 1950 और 26 जनवरी 1950 जो है तो उस दिन से हम रिपुब्लिक डे बना रहे हैं क्या बना रहे हैं उस दिन से हमारा क्या बना रहे गंतंत्र दिवस बना रहे हैं मतलब जहां पर हमारा हेड ऑफ दिस्टेट एक इलेक्टेड पर्सन होगा कांस्टिटूअइन के हिसाब से चलेगा समझ नहीं समझे तो यह कहानी थी अब यहां पर तो वह वर्दी अ पूरी कहानी हो गई तो पास हमने फॉलो किया तो पास ही हो गया अलग-अलग देशों से क्या सीखा कैसे इंडियन कंस्टिटूशन मेकर जो थे तो देखेंगे कंसंसेंस अबॉट दी कंस्टिटूशनल डेवलपमेंट तो वह पूरी कहानी हमारी यहां पर कंप्लीट कि एक ऐसे आपको इस प्रोटीशन को क्यों एक्सेप्ट किया जाए समझे नहीं समझे पॉइंट क्या तो पॉइंट यहां पर आपको सिंपल सा समझ में आ रहा होगा पॉइंट सिंपल सा यह कि ऐसे कॉन्ट्रीशन को क्यों एक्सेप्ट करें जो इतना पुराना है जिसे किसने बनाया जिसे जिसे आप देखोगे तो जिसे उन लोगों ने बनाया जिन्हें डायरेक्ट नहीं किया गया था तो यहां हम तो आज भी उसकी Constitution को चला रहे हैं ना, accept कर रहे हैं ना, क्यों कर रहे हैं, इतना पुराना है फिर क्यों accept कर रहे हैं, this is the point, तो हम क्या बोलेंगे देखो, तो the Constitution does not reflect the view of its member alone, ठीक है, it expresses a broad consensus of its time, समझना, we agree with this कि Universal Law Franchise भी नहीं था, direct election नहीं हुए थे, Constituent Assembly बनाने वाले ल और वह बहुत पुराने समय की बात है 70-71 साल हो गए उसके बावजूद भी हमने जो Constitution एक्सेप्ट करके चल रहे हैं आज भी उस Constitution को फॉलो कर रहे हैं उसके पिछे का कारण है क्या कारण है तो the Constitution does not reflect the views of its member alone सिर्फ member के view नहीं दर्शाता है Constitution ठीक है इट एक्सप्रेसेस अब ब्रॉड कंसेंसेस आफ इट्स टाइम ठीक है वह अपने समय के ब्रॉड कंसेंसेस को दर्शाता है ओवर दी लास्ट हाफ अ सेंचरी सेवरल ग्रुप्स हैफ प्रोविशन सम प्रोविशन सब्दी कॉंस्ट्रिशन बट नो लार्ज सोशल ग्रूप और पॉलिटिकल पार्टी एवर कुशन दी लेजिटिमिसी ओप दी कॉंस्टिकेशन इटसेल्फ मतलब यह पॉइंट समझना कि कॉंस्टिट्वेंट एसेंब्ली ने बनाया इसका मतलब यह नहीं कि सिर्फ कॉंस्टिट्वेंट एसेंब्ली का ही वह कुछ लोगों ने संविधान के कुछ-कुछ पार्ट्स पर जरूर कॉलिटेड उठाया होगा कि यह पार्ट गलत है या फिर यह पार्ट में नया है ठीक है ओल्ड इस गोल्ड तो वह अलाकी से यहां पर तो क्या हो रहा है कि डिस्पाइड इस पीपल आर एक्सेप्टिंग इट ठीक है इस पाइट इस फैक्ट कि इट ऑल्ड थी कि इतने लंबे समय पहले बनाए लेकिन उसके बावजूद भी लोग उसे एक्सेप्ट कर रहे हैं और यह अपने आप में प्रूफ करता है कि इट एक्सप्रेस दी ब्रॉड कंसंसेंस ऑफ इट्स टाइम कि पिकांच ट्रेंड एसेंब्ली डिकॉन्स्ट्रिट्वेंट एसेंब्ली का एडिकांच ट्रेंड एसेंब्ली रिप्रेजेंटेड दिप्पल ऑफ इंडिया प्रश्न प्रश्न प्रश्न प्रश् आप आपको शिवान जो है या फिर कॉंस्ट्रिट्वेंट एसंब्ली ने जो कॉंस्ट्रिट्वेंट बनाया वह पीपल ऑफ इंडिया को कैसे प्रोविंशल लेजिस्टिलेशर ने पहले पढ़ाना एक्सिस्टिंग लेजिस्टिलेशर लॉग लोग ने क्या करा उन्हें आप देखोगे तो आप कंस्ट्रिट्वेंट असम्ली के में बस क्लिक कर दिया मैंने जो आपको बताया था कि हमने हमारे लीडर को चूस किया हमारे लीडर्स ने बोलते हैं कि हाँ तुम तुम तुम तुम चले जाओ कंस्ट्रिट्वेंट बना लो तो इसे हवा मैं नहीं बोला था जो एक्सपर्ट थे उस फील्ड में उन लोगो तो आप सर यहाँ पर ऐसा कैसे बोल सकते हैं वो रिप्रेजेंटेड वाइडी पीपल ऑफ इंडिया लोगों को तो उसमें कंसंसेंस थे नहीं अब मैं आपको समझाता हूं यहां पर समझना एडवांटेस्ट समझना अच्छे से हम क्या हो रहा है कि अगर लोग वोट भी रेड देते ना लोग क्यों नहीं बनती क्योंकि हमने क्या किया हमने अपने रिप्रेजेंटेटिव को चूज किया तो कंट्री के हर एक हिस्से का जो रिप्रेजेंटेटिव था उस रिप्रेजेंटेटिव में क्या किया कॉंस्टिट्रेंट एसंबली के में इंडिया हाउ बिकॉज इन इंशोर्ड अफिर जो रोफिकल शेयर आफ मेंबर्स फॉर ऑल दी रीजन ऑफ दी कंट्री क्योंकि क्या है पूरी कंट्री के जो अलग-अलग रीजन थे अलग-अलग रीजन से हमने क्या करें एक रिप्रेजेंटेटिव को चूस किया था और यह रिप्रेजेंटेटिव कौन थे यह रिप्रेजेंटेटिव एक तरह से लेजिस्ट्रेटिव जो एसमिली थी प्रोविंशल ले जो कि पूरी कंट्री के रिप्रेजेंटेटिव से इन कंट्री के रिप्रेजेंटेटिव ने ताइ किया कि कॉंस्टिट्वेंट एसेंबली जो होगी तो कॉंस्टिट्वेंट एसेंबली के मेंबर कौन होंगे ठीक है तो इस सेंस में आपको क्या देखने की मिल रहा है कि दे अब एक आर्ग्यूमेंट यह भी दिया जाता है कि कॉंग्रेस के द्वारा डॉमिनेटेड थी तो कॉंग्रेस थी क्या उस समय पर कॉंग्रेस में कापिटलिस्ट भी थे कॉंग्रेस में सोचलिस्ट भी थे इन फैक्ट दूसरी पार्टी जो थी वह कांग्रेस के अंदर है ठीक है तो उस समय की Congress भी जो थी ना अगर आप यह बहुत रोग की Congress के द्वारा डॉमिनेट की गई थी कॉंचेटेंट एसम्बली अरे तो चाहे कॉंग्रेस के द्वारा डॉमिनेट की गई लेकिन कॉंग्रेस अपने आप में क्या थी ब्रॉड कोलिजन थी अलग-अलग डिफरेंस ऑफ ऑपिनियन का पार्ट थी आप यह बात कि समय इतनी डाइवर्स थी कांग्रेस तो वह डामिनेट वाइडी कांग्रेस कंस्टिट्यून एसेंबली के अगेंद मगर यह अर्गमेंट ठीक है दिसमें लिए मैंने मेंबर्स डिड नॉट एग्री विच दी कांग्रेस तो कांग्रेस के अलावा भी बहुत सारे उसमें कि आपको अलग-अलग पॉलिटिकल ग्रूप से अलग-अलग ओपिनियन देखने को मिल रहे हैं तो चाहे डॉमिनेटेड बाय कांग्रेस हो समाजिक रूप से भी क्या है उसमें आपको अलग-अलग भाषा वाले अलग-अलग अलग भाषा जात अ ठीक है धर्म और कर्म वाले लोग आपको देखने के मिल जाएंगे तो उस तरह से क्या है बहुत डाइवर्स कॉंस्ट्रिट्वेंट असम्ली थी जिसने हमारा कॉंस्ट्रिट्वेंट बनाया तो इन फैक्ट ये भी एक पॉइंट आपकी बुक में लिखा है क्या कि अगर आ� फ्रेंड फैक्ट विवास नॉट इलेक्टेड ऑन विशिष ऑफ यूनिवर्सल अडल्ट फ्रेंचाइस समय ठीक है यह हो गया तो दिमेंट इन विशिष दिकांशिटेंट असंबली वर्क दिफ्स सैंटिटी टू दी कॉंटीशन अब दूसरी चीज यह है कि कॉंटीशन जिस तरह से काम करके कॉंटीशन बनाई थी तो उस तरीके से काम जो उसमें क्या वह काम ऐसा किया वह कॉंटीशन ऐसा बनाया कि वह अपने आप उसके एक्सेप्टिबिलिटी को बढ़ाता है कैसे कॉंटीशन बनाए उसमें हिरे-मूति लगा दिया आपको क्या देखना होगा कि कुछ बेसिक प्रिंसिपल तो पहले से ही डिसाइड थे और एग्रीड अपन थे उसके बाद एक ड्राफ्टिंग कमीटी ठीक है ड्राफ्टिंग कमीटी चेयर डॉक्टर बीयर अंबेटकर ठीक है तो कंस्टिट्यूशनल एक्सपर्ट लॉयर अब इनके बारे में आगे और हम पढ़ेंगे तो इनकी लीडरशिप के अंदर में ड्राफ्टिंग कमी कि महात्मा गांधी और ऑफिस बियार अंबेटकर के बीच में डिफरेंस ऑफिनियन थे जवालनाल नेहरू ऑफिस बियार अंबेटकर के बीच में आगे जाकर डिफरेंस ऑफिनियन होंगे लेकिन उसके बावजूद भी जिम्मेदारी किसको भी पता है डॉक्टर ब तो उन्हें जिम्मेदारी दी गई थी थी थी थी तो कुछ बेसिक प्रिंसिपल से एग्री किये गए उसके ऊपर एक ड्राफ्टिंग कमिटी चेयर डॉक्टर बियार अंबेटकर उन्हें एक ड्राफ्ट तैयार किया ठीक है अब ड्राफ्ट तैयार किया और यह ड्राफ्ट ऐसा नहीं कि उन्होंने जो तैयार कर लिया वह एक टुक प्लेस ऑन दी ड्राफ्ट कंस्टिटूशन क्लॉस बाई क्लॉस एक एक हिस्से को डिस्कस किया गया थोड़ो डिस्कस्टिशन हुआ जो कंस्टिटूअन असमिली की मीटिंग होती थी तो वहाँ बैठकर चाय पानी नास्ता नहीं होता था डिस्कस्चन होता था डिबे और फिर जाकर कहीं हमारा संविदान तैयार हुआ ठीक है फिर जाकर हमारा कॉंस्ट्रीशन तैयार हुआ जिसे आज में इस पर आज में गर्भ होना चाहिए नो डाउट ठीक है वह फाइनेस्ट कॉंस्ट्रीशन इन दिवर्ड ठीक है वह फाइनेस्ट लेंडीस्ट अगर आप देखोगे क्या दिसंबर 1946 से काम करना चालू किया उन्होंने जुलाई में लेक्शन होते तो 1946-1947 4849 अ तीन साल लगभग लगभग तीन साल तक उन्होंने क्या किया काम किया ठीक है नवेंबर ट्वेंटी सिक्स में बनाकर कंप्लीट कर दिया था लगभग लगभग तीन साल तक काम किया तीन साल में 114 दिन बाकित छुट्टी ठीक है तो 114 दिन मीटिंग हुई डिस्क्रेशन हु जो वाय है ना हर चीज का जो Constitution में लिखा है हर वाय को record किया गया है पूरी Constituent Assembly में एक एक शब्द जो बोला गया उसे लिखा गया है बड़ी बड़ी 12 ठीक है बुक्स है ठीक है जिनने क्या कहा जाता है Constituent Assembly Debates आप कि लाइट करोगे यह सारी चीजें ठीक है तो यह आपका भविष्य भविष्य कैसे मतलब कि जो कंस्ट्रिपेंट एसंबली डिबेट से वह आपको एक आयना देगी हुए आपको एक विंडो देगी कि कैसे क्या सोच कि संविधान बनाओगा तो आप इन बुक्स के तो वलप भाई जावेरी भाई पटेल अब सरदार वलप भाई पटेल के राम से जाने जाते हैं तो वह बॉन इन एटीन से एटीन से प्राइम मिनिस्टर यह बने इंफॉर्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग इंटरीम गवर्नमेंट इंटरीम गवर्नमेंट मतलब क्या है कि आप देखोगे पहली इलेक्टेड गवर्नमेंट जो बनती है वह कब बनती है फिफ्टी टू में बनती है नाइन टीन फिटी टू में लेकिन उसके पहले तक देश चलाने के लिए इंटरीम गवर्नमेंट बनाए गई थी मतलब फॉर दिटाइम गिंग विस्टर टेंपररी गवर्नमेंट तो इंटरीम गवर्नमेंट जो बनाए गई थी तो लॉयर थे उस समय पर लॉयर का प्रोफेशन जो होता था वह लीडर्स के लिए लॉयर बनना बहुत जरूरी होता था कि कानून का कानून की समझ होगी कानून का ज्ञान होगा तभी तो आप उस कानून के लड़ सकोगे वाली चीज थी तो लॉयर जैसे जर्मनी में बिस्मार्क थे तो वैसे बिस्मार्क ऑफ इंडिया कहा जाता है सरदार वलबभाई पटेल नहीं होते तो आज हमारा देश पता है कुछ अजीब सा ऐसा होता क्योंकि प्रिंसली स्टेट्स को मनाना परसुवेट करना आइरन एंड स्टिक का मतलब यहाँ पर क्या है कि प्यार से दुलार से मार से फटकार से लेटर डिप्यूटी प्राइम मिनिस्टर की तरह इनको डिजिनेशन भी ली अगर आप देखोगे फिर अगले लीडर आते अबुल कलाम और एक कह सकते ना ही वापि मुस्लिम विच वास अब विच आफ कंट्री नीडेड एड टाइम पीरियट ठीक है वह ऐसे मुस्लिम थे कि देश को सर्वों पर रखा धर्म को पर नहीं ले गए ठीक है मुस्लिम लीज को खुलकर पोस्ट किया महमद अली जिन्ना को तो कि मिल जाते पड़कर मारते भी ठीक है इस टाइप से ने क्रिटिसाइज किया ओपनली महमद जिन्ना को ठीक है वह डिवाइडिंग डिकंट्री ऑन दी लाइंस ऑफ कमिनलिजम समय तो अबुलकलाम आजाद जो थे तो अपोज मुस्लिम सेपरेटिस्ट पॉलिटिक्स जो मुस्लिम लीग कर रही थी उस चीज को अपोज किया इन्होंने बाद में एडुकेशन तो आपको ध्यान रहे कि आपने छोड़ा कुछ नहीं है राजेंद्र प्रशाद, डॉक्टर राजेंद्र प्रशाद जानते हो ना, कौन नहीं जानता है तो डॉक्टर राजेंद्र प्रशाद की बात करें तो यह बॉर्न इन बिहार यह बॉर्न इन बिहार प्रश डॉक्टर राजींद्र प्रशाद ठीक है प्रसिडेंट डॉक्टर राजींद्र प्रशाद थे यह ऑल लॉयर नोन फॉर इस रोल इन चंपारण सत्याग्रह प्रशाद ठीक है प्रशाद ठीक है प्रशाद ठीक है प्रशाद ठीक है प्रशाद ठीक है प्रशाद ठीक है प्रशाद ठीक है प्रशाद ठीक है प्रशाद ठीक है प्रशाद ठीक है प्रशाद ठीक है प्रशाद ठीक है प्रशाद ठीक है प्रशाद ठीक है प्रशाद ठीक कि कांग्रेस के तीन बार प्रसिडेंट बने और बाद में इंडिपेंडेंट इंडिया के पहले प्रसिडेंट भी बने ठीक है इंडिपेंडेंट इंडिया के पहले और दूसरे प्रसिडेंट भी यही बने फिर आगे बढ़ते हैं क्या तो अगला है जाइपाल सिंह जाइपाल सिंह झारखंड में का जन्म हुआ आई स्पोर्ट्समेंट एंड एडुकेशनिस्ट सिख्षा और खेलकुद के शेत्र में का बात था इंडियन नैशनल हॉकी टीम के पहले कैप्टन थे यह ब्रिटिश टाइम की बात कर रहे ठीक है इंडियन लेटर थी फाउंडर आफ जारकण पार्टी तो यह भी कॉंस्ट्रिट्वेंट एसेंब्ली की मेंबर थे तो देखो कांग्रेस के अलावा भी लोग थे तो यह बार मिल बैंगॉल बैंगॉल में जन्मवार नाइन टीम फिटी सिक्स तक तक जीवनकाल राप वाइस चेयरमेन तो वहां पर क्या होने फिर कॉंस्ट्रीपेंट असमिली में अपना कंट्रीमिशन दिया यह ऑल्टो कांग्रेस लीडर मेंबर ऑफ ऑल इंडिया क्रिस्टियन कांसिल एंड बैंगॉल लेगिस्टिलेटिव असमिली और बाद में बैंगॉल के गवर्नर बैंगॉल के गवर्नर बनते हैं फिर क्या है जी दुर्गाबाई देशमुक्त जी दुर्गाबाई देशमुक्त जो है तो जीवनकाल जन्म हुआ जन्म हुआ जन् आंग्र महिला सभा कांग्रेस लीडर थी फाउंडर चेयर पर्सन ऑफ सेंट्रल और सोशल वेलफेयर बोर्ड यह सारे जो आपको डिटेल्स पढ़ाना उनके एक बार नजर दोड़ा लेना बस नॉट एन नेसिसरली क्वेश्चन है लेकिन अगर ऑप्जेक्टिव में आ गया तो ध्यान रखना होगा बल्देव सिंह ठीक है अब क्या देखते हो आप जैसे आप देखते हैं पंजाबी लीडर हैं तो देखते हैं आपको सबसे पहले आर्मी कर रहे जाता है तो यह और तो नाइन दिन जब तक जन्म हुआ ठीक है तो आप अपने प्रश्न पर यूज़ पर यूनियल मिनिस्टर बने और बाद में कांग्रेस से बाहर निकल के स्वतंत्र पार्टी बनाते हैं तो इस अगर आप इनका नाम ध्यान लगता है कनेयलाल मानिकलाल मुल्शी जो है तो यह हो गए सीरा जागोपालाचारी हो गए तो इन लोगों अमरियला थी गुलवस्ता के टाइप की ठीक है वह हो गया कनेयालाल मानिकलाल मुल्शी के बाद में आप भीमराओ राम जी अम्मेटकर की बात करेंगे तो नाइनटीन एटी नाइटीएन से रैंडी फिर सेक्स मध्यप्रदेश महू में का जन्म हुआ चेयरमेन लेटर लॉ मिनिस्टर इन दी फर्स्ट कैबिनेट ऑफ पोस्ट इंडिपेंडेंट्स इंडिया देखो कांग्रेस से अपने अपना अलग कर लिया कैपिबिलिटी थी और यह दर्शाता था कि सरकार जो है सक्ता का खेल चलता रहेगा सरकार आएंगे सरकारी जाएंगे लेकिन देश ऊपर रहना चाहिए वह मैचुरिटी पहले की पॉलिटिक्स में आपको देखने के लिए थी तो यह वास्ट दिए लाव इस टेंड फर्स्ट कैबिनेट ऑफ पोस्ट इंडिपेंडेंस इंडिया फाउंडर आफ रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया रिपब् प्रशाद मुखर जी श्यामा प्रशाद मुखर जी जैसे आज बीजेपी जो है तो आज बीजेपी के रूट जो है वह श्यामा प्रशाद मुखर जी से निकलते हैं रूट जो है या फिर सीड जो थे आज की बीजेपी के वह श्यामा प्रशाद मुखर जी थे तो यहां तो 1901 से 1950 तक का टाइम पीरिट रहा है 1953 तक का वह वार्ड इन वेस्ट बेंगॉल मिनिस्टर कि उसके बाद अलग पार्टी बनाई थी उन्होंने उसके बावजूद भी क्या उन्हें मिनिस्टर बनाया गया एडुकेशनिस्ट लॉयर अपोस्ट करा एंटी इंपिरियलिस्ट से एक तरह से टीव मतलब सभी अपोस्ट करते थे फिर क्या लेटर यह बिकेम भी फर्स्ट प्राइम तो जो बोलते ना कि जो शुरुवाती दौर में जो महिलाएं जिन्होंने अ इन्यन पॉलिटिक्स में पार्टिसिपेट किया उन्हें सरोजनी नाइडू का एक बहुत बड़ा नाम रहा ठीक है सोमनात लहरी तो अब यह क्या है कांग्रेस के अलावा भी जो कंस्टिट्वें संज में आया, तो अब एक बार मैं क्या करता हूँ, देखो, आगे पाट, पीछे सा पाट नहीं रखना है, consolidate करते चलो, तो आपने क्या पढ़ लिया इस शाप्तर में, तो constitutional design जो था, constitutional design के अगर हम बात करें, constitutional design, तो इसमें आपने दो तीन चीज़ें समझ लिया अभी तक चैप्टर में आपने एक पिलर जो पढ़ा तो उसमें आपने साउथ एफ्रिकन स्टोरी और साउथ एफ्रिकन स्टोरी के साथ में एक सवाल का जवाब क्या कि वाइ� यह समझ लिया अपने वाइट वी नीडर कांस्टेडीशन फिर जैसे अगर आगे बढ़ोगे तो फिर आपको आगे बढ़ते से क्या समझ में जो था ठीक है तो पूरा का पूरा थी मेकिंग ऑफ इंडियन कांस्टेडीशन इन इंडियन कांस्टेडीशन अ कि ट्रिक्टर दिमेटिंग ऑफिन कॉन्टीशन इन्यून कॉन्टीशन की मेकिंग में अपने क्या-क्या समझा कि क्या रास्ता हमने तै किया तो उस रास्ते में कॉन्टिट्वेंट थी के कॉन्टिट्वेंट एसेंबली जो थी तो कॉन्टिट्वेंट एसेंबली इतना इंपोर्टेंट रोल प्ले किया ठीक है उसके लीडर्स कौन-कौन थे यह सब कुछ आपने समझ लिया है ना अब कि कॉल्स्टिटूशन आखिरकार है क्या कैसे बना वह तो आपने समझ लिया पूरा कॉल्स्टिटेंट असमील ने क्या काम कि हमने क्या रास्ते तैकि कहां से इंस्पिरेशन रॉट क्या ठीक है वह सब कुछ तो आपने समझ लिया अब आपको वह चीज तो वह अब हम आगे पढ़ेंगे यहां से तो दिगाइडिंग वैल्यू ऑफ इंडियन कॉल्स्टिटूशन Constitution ठीक है गाइडिंग वेल्यू फिर इंडियन को इंडियन की फिलोसोफी क्या है इन बाज़न के अंदर क्या है ठीक है तो इंस्ट्रीट्यूशन कौन-कौन से वह सारी चीजें अब आपको यहां जानने को मिलेगी देखो एंडिया देट भारत शैल बी यूनियन ऑफ स्टेट्स तो आपके अदर वह अपने लिख दिया कि आर्टिकल वन वह फैक्ट ठीक है तो इस तरह से सब्विधान के अंदर आपको कुछ प्रोविजेंस मिलते हैं फैक्ट मिलते हैं और वह फैक्ट है तो स्वेख को डालने के पीछे क्या सोच रही होगी जैसे जैसे बात की गई हमारे कॉन्ट्रीशन में फंडामेंटल मदार डायरेक्टिव प्रिंसिपल स्टेट पॉलिस में लिखा गया बैनिंग ऑफ लिकर लिकर का बैन होना चाहिए हमारे डायरेक्टिव प्रिंसिपल पंचायती राज institution जो है उसको मजबूत किया जाए तो वह एक fact है वह एक provision है लेकिन उस provision के पीछे सोच क्या रही होगी सोच किसी leader की हो सकती है ठीक है और वो leader से कहीं ना कहीं inspire होके हमारे constitution में वो provision डला है ठीक है constitution उसके बारे में क्या कहता है समझ रहो तो हमें जो philosophy वाला part है ना philosophy वाला part है so let us begin by understanding the overall philosophy what our constitution is all about तो हमारा constitution आखिरकार क्या है हमारा Constitution आखिरकार क्या कहना चाहता है? ये आपको कैसे समझ में आएगा?

तो वी कैन डू दिस इन टू वेज तो हमारा कॉंस्टिटीशन क्या है हमारा कॉंस्टिटीशन क्या कहना चाहता है यह आप दो तरीके से समझ सकते हो तो वी कैन अंडरस्टेंट इट बाय रीडिंग दी व्यूज ऑफ सम ऑफ आर मेजर लीडर्स ऑन आर कंस्टिटीशन ठीक है तो दो तरीके देखो कि मैं क्या हूं यह कैसे पता लग जाएगा वह मेरे शब्दों से मेरे बोलने से मेरे विचार से पता लग जाएगा और दूसरा कि जो मेरे करीबी है वह मुझे जानते वह आपको बता पाएंगे कि मैं क्या हूं तो यहां पर हमारा संविधान क्या है वह आपको कैसा बता लगे तो एक तो संविधान से खुद बता लगे कि उसके अंदर क्या लिखा है दूसरा उसे जो लोग जानते थे जिस जिसने उसे बनाया वो लोग बता पाएंगे ना कि कॉंस्ट्रीशन क्या था वो लोग जैसे थे वैसा विचार कंस्ट्रीशन में लोगे सिंपल तीए वही चीज आपको यहां पर समझना है तो वी कैन अंडरस्टेंट what does our constitution want to say or what is the philosophy of our constitution by two ways तो we can understand it by reading the views of some of our major leaders कि मेजर लीडर्स के व्यूजिए तो मैं आपको बताता हूं और दूसरा यह वह टाइम सेज अब आप इस ओन फिलोसोफी तो कौन या दो तरीके या तो कॉन्टीशन में क्या लिखा है वह उससे पता लगा लो या फिर जो लीडर्स तेरों ने कॉन्टीशन को बनाया by viewing some of our major leaders of our constitution ठीक है तो जिसे आप यहाँ पर देखोगे महात्मा गांधी तो he was not a member of constituent assembly yet there were many member who followed his vision तो यहाँ पर आपको भी बताया गया है क्या कि महात्मा गांधी जो है तो महात्मा गांधी despite the fact कि वो constituent assembly के member नहीं थे congress के member नहीं थे लेकिन बहुत सारे गांधी की खुशभू फैला दी ठीक है तो यह सब वाइटिंग राइटिंग इन इस मैगजीन यंग इंडिया इन 1931 ही हैड स्पेल्ट इस पेल्ट आफ पॉइंट इन इंडिया फ्रॉम अ आपके प्रदावाद और पेट्रोनेज पर जब आप इंडिया के लिए जाने के लिए जाने के लिए जाने के लिए जाने के लिए जाने के लिए जाने के लिए जाने के लिए जाने के लिए जाने के लिए जाने के लिए जाने के लिए जाने के लिए जाने के लिए जाने के विमेन विल इंजॉय दी सेम राइट्स एज मेन एश चैल बी सेटिसफाइव विथ नथिंग एल्स ठीक है तो उन्होंने बताया कि एक ऐसा देश चाहता हूं जहां भेदभाव जाती के आधार पर न हो मैं ऐसा देश चाहता हूं जहां महिलाओं का अधिकार मिले एक ऐसा देश चाहता हूं जहां पर शराब तीव जूआ यह इस प्रकार कोई भी ड्रक्स न हो मैं ऐसा देश चाहता हूं जहां पर गरीब से गरीब इंसान का भी वॉइस रहे तो जब यह विचार थे ठीक है यह ड्रीम थे यह प्रॉमिसेस थे तो फॉर आर कॉंटिटीशन इस गोइंट वह आफ दीजिए प्रॉमिसेस इनको प्रेटेड इन एड ए तो यहाँ पर आपको वही समझना है guiding values of the Indian constitution तो जो हमारे leaders होंगे वो हमारा constitution होगा फिर आप देखो कि जैसे Dr. B.R. Ambedkar played a very important role अब यह extract आप पढ़ लेना है मैं आपको भी बता रहा हूँ Dr. B.R. Ambedkar dreamed of an India without inequalities he had different understanding of how inequalities could be removed तो डॉक्टर बियार अंबिटकर के मानना था कि सिर्फ बात करके इनिक्वालिटी नहीं होगी आपको कुछ करना पड़ेगा इसलिए वो स्टर्न सपोर्टर आफ रिजर्वेशन इसलिए वो ने रिजर्वेशन को बहुत ज्यादा सपोर्ट किया ठीक है और एट टाइम्स का दॉक्टर बियार अंबिटकर और महात्मा गांधी आमने सामने खड़े हो जाते थे जैसे एक केस होता है रिजर्वेशन वह फिर बिटरली क्रिटिसाइज बहात्मा गांधी एंड इस विजिन कि दलित का अपलिफमेंट कैसे होगा ठीक है तो इन इस कंक्लूडिंग स्पीच टू थी कॉंस्टिटीशन एसेंबली ही स्टेटेड इस एंजाइटी वेरी क्लियर नहीं और इस पीछे बताया भी तब तक खत्म नहीं होगा जब तक आप प्यूर्ड क्लियर कट रिजरेशन नहीं दोगे इन पर पॉलिटिक्स विविल बी रिकोग्नाइजिंग दिप्रिंसिपल ऑफ वन मैन वन वोट ठीक है एंड वन वोट वन वैल्यू बट इन सोशल एंड एक्नॉमिक लाइफ विशाल बाय रीजन ऑफर सोशल एक्नॉमिक स्ट्रक्चर कंटिन्यू डिनाइड प्रिंसिपल ऑफ वन में वन वोट ठीक है तो यह भी बताते है कि सोशल लाइफ जो है तो खत्म मतलब वह कह सकते डिस्क्रिमिनेशन को खत्म करके डिग्निटी इंशॉर करना जरूर है तो इस तरह से वह आइडिया आए होंगे कंशीशन में जवालनाल नेहरू फाइनली लेट अस टर्न टो जवालनाल नेहरू गिविंग इस फेमस स्पीच टू दी और शुरू करें और आगस फिर नाइट फॉर इसे वह ने उन्होंने भी क्या उन्होंने भी बताया कि वह कैसा देश चाहते तो उनकी एक फेमस स्पीच जो है ट्राइस विद डेस्टिनी मतलब आप अपने भाग्य के साथ में आज क्या कर रहे हो मिलने वाले बताया गया कि कैसा देश वह चाहते थे अ तो इस तरह से आप क्या देख रहे हो इस तरह से आपने देखा कि वो डाइडिंग वैल्यूज ऑफ आर्डिशन तो सबसे पहले तो आपके लीडर की क्या चोच थी लीडर कैसे थे दूसरी चीज यह रहेगी कि वह फिलोसोफी ऑफ डिक्टिशन आपका प कि आपका कंस्ट्रीशन क्या बोलता उसके अंदर भी तो कुछ लिखा हुआ कि कंस्ट्रीशन क्या है आखिरकार तो कंस्ट्रीशन से इतना मोटा आप बोल रहे वर्ड का लेंडीएस कंस्ट्रीशन है एक क्लास में कैसे पढ़ लेंगे क्लास में एक जीवन जो क्रक्स है जो उसका इंट्रोडक्शन है जो उसकी एसेंस है वह कॉंटिशन क्या है किन वैल्यूस को फोल्ड करता है वह सब कुछ प्रियंबल में आपको देखने को मिल जाएगा प्रियंबल क्या है समझाता हूं देखो तो वाइट दिकांशन मतलब क्या होता है यह तो कंफिशन है फिलोसोफी का मतलब होता है कि जैसे फॉर एग्जांपल क्या है तो मेरी एक फिलोसोफी है मैं ऐसा बोलता हूं मेरी एक फिलोसोफी है कि हमें क्या करना चाहिए में पढ़ाई करना चाहिए दुनिया के सारी समस्यां खत्म हो जाएगा अगर आप पढ़ा लोगे तो ठीक है यह मेरी फिलोसोफी फिलोसोफी मतलब वो आपको कैसे पता चलेगा वो आपको कंस्टिटूशन के प्रियंबल से पता चलेगा प्रियंबल क्या है यह प्रियंबल ठीक है तो जो कंस्टिटूशन खोलते से पहला पेज आपके सामने आएगा वो कंस्टिटूशन का प्रियंबल कहलाता है वो कंस्टिटूशन का प्र बिगेंस विद अशॉर्ड स्टेटमेंट ऑफ बेसिक वैल्यूज पॉइंटिशन स्टार्ट कहां से होता है विद शॉर्ड स्टेटमेंट वैसे आप देखो कि साथ अफरिका ने भी अपने Constitution का एक preamble बनाया ठीक है? तो preamble मतलब क्या है? कि Constitution का introductory page जो Constitution की basic values को बताता है, दर्शाता है तो the preamble, what do you understand by preamble?

तो the preamble of Constitution reads like a poem on democracy ठीक है? It contains the philosophy on which the entire Constitution has been built पूरा Constitution जिस philosophy पर based है उस philosophy को इस preamble में उतार दिया जाता है ठीक है? It provides a standard to examine and evaluate एनी लॉइ एंड एक्शन ऑफ गवर्नमेंट टू फाइंड आउट वेदर इट इस गुड और बैड ठीक है जो आपका प्रियंबल है वह यह है वह बात बताना समरी जो एसेंस जो है वह एक पन्ने लिख दिगाई कि आपका संविधान क्या है ठीक है इट इस दिस्ट ऑल पॉइंट तो यहाँ पर क्या है कि preamble हमेशा क्या दर्शाता है Constitution की basic values को create करता है, highlight करता है Is that clear? समझ में आया है?

तो देखो, our constitution begins with this हमारा constitution कैसे start होता है? We the people of India having solemnly resolved to constitute India into a सॉवरीन सोशलिस्ट सेक्युलर डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ठीक है यह शब्द आपको ध्यान रखना होगा हमारा कॉलिटेजन इस तरह से स्टार्ट होता है कि आप इस तरह से स्टार्ट होता है कि वीडियो पीपल ऑफ इंडिया हैं इंटू सॉवरीन सोशलिस्ट डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ठीक है आप सॉवरीन सोशलिस्ट सेक्युलर वर्ड रिपब्लिक बाद में ऐड किए गए ठीक है यह वाले वर्ड जो है तो मतलब यह वर्ड जो बाद में ऐड किए गए हमारे कॉलिटेजन में तो यहां अब फिर उसके आगे क्या लिखा ह टू ऑल इट्स सिटिजन जस्टिस सिक्योर करेंगे हम सोशल इकनॉमिक पॉलिटिकल लाइफ में लिबर्टी सिक्योर करेंगे किस चीज की लिबर्टी ऑफ थॉट एक्सप्रेशन बिलीफ फेट एंड वर्षिप अब जिसे एक शब्द लिबर्टी ऑफ वर्षिप मतलब विजय की डिग्निटी हो यह सारी चीजें ठीक है तो इन आर कंस्ट्रिट्वेंट असंबली दिस ट्वेंटी सिक्स डेव नेवंबर 1949 डू येर बाय अडॉप्ट इन एक एंड गिव टो आर्सेल्फ इस कंस्ट्रिटूशन तो तारीख बताए गई कि कितने तारीख हमारा पांच प्रिवार वगैरह सब रेडी हो गया था ठीक है तो यह एक श दर्शाता है क्या है तो वी दी पीपल ऑफ इंडिया अब जो वी दी पीपल ऑफ इंडिया लिखा है क्यों लिखा है पता है कि यह इस प्रियंबल जो लिखा है तो किसी ने उतर के आपके नहीं दिया है यह दर्शाता है कि यह हमारे अपने लोगों ने बनाया है और खुद को दिया है तो कंस्टिट्यूट इंडिया अपने आपको दे लिया यह क्या लिखा है कि अब इन एक एंड टो गिव आवर प्रश कि यह हमने खुद बनाया है हमारा कंटेक्टर हम है यह समय आ रहा है वह चीज रहती तो दिखाने शिविष्ट बिन ड्रॉन अप एन इनेक्टेड बाई दिप्ल थूड रिप्रेसेंटेटिव्स एंड नॉट हैंड डाउन टू देम बाय किंग और दिया उस आउट आज आपके घर में क्या सबजी बनना है? यह कौन तै करेगा मम्मी तै करेगी कुछ कुछ कभी पापा से पूछ लिया तो या फिर बच्चों की कभी सुन ली मम्मी ने तो ठीक है नहीं बच्चों के तो सुन ले दी मम्मी पापा के साथ तो अगर आप यहां देखोगे तो सब्जी बन रही थी तो बेसिकली वो सब्� मतलब हम क्या है, we are sovereign, समझ में आया, तो उस case में हम क्या बोलेंगे, हमारा परिवार sovereign है, तो वैसे ही देशों की भी बात होती है, कि जो देश की जनता है, देश की जनता के दौरा चुनिगई सरकार जो है ना, तो people have the supreme right to make decisions on internal as well as external matter, country के अंदर क्या law होंगे, क्या नहीं हों� तो वीवीदी पीपल आफ इंडिया है विंड सोलमनली रिजॉर्व टो कंस्टिट्यूट इंडिया इंटू आप हम क्या बोल रहे कि इंडिया एक पावर के लिए कि वह चौबरीन वर्ड हो गया अब चीज बताता हूं तो यह व्हाट व्हाट आफ इंडिया इंडिया एक वाट फिलोसोफी डस दिप्प रिमबल आफ दिकांशन गिव्स यू ठीक है तो एक शब्द पर क्वेश्चन मन सकता है कि सॉवरिंग से क्या सुनना या पूरा प्रियंबल पूछा जा सकता है कि प्रियंबल में जो वर्ड्स है वह किन फिलोसोफी कि सोशलिस्ट ठीक है तो यह जो शब्द ना इस आप सोशलिस्ट सेक्यूलर सेक्यूलर की बात कर रहे हो तो यह शब्द जो यह शब्द बाद में ऐड किए तो सोशलिस्ट मतलब क्या है कि सोशलिजम जो है सोशलिजम यूरोप कि सोशलिजम यूरोप वाली जो कहानी है तो उसमें आपने जाना होगा क्या जाना होगा क्या जाना हमने कि सोशलिजम का मतलब होता है कि वेल्ट जो है वह सोसाइटी के बीच में डिस्ट्रिब्यूट कर दी जाए तो वह सोशलिजम का थोड़ा मिलें सोशलिजम या सोशलिस्ट वर्ड ऐड करने से यह समझ में आता है कि वेल्थ इज जनरेटेड सोशली एंड शूट बी शेयर्ड इक्वली बाय सोशाइटी गवर्नमेंट शूट रेगुलेट दिए ओनरशिप ऑफ लैंड इन इंडस्ट्री टू रिड्यूस तो citizens have complete freedom to follow any religion but there is no official religion government treats all religious beliefs and practices with equal respect तो यहाँ पर वोई चीज बताये गई है कि secular का मतलब क्या है secular का मतलब यह है कि धर्म निर्पेक्ष्टा की जो बात की जाती है कि हम socialist है secular है हमारे आलग अलग धर्म के लोग है तो अलग अलग धर्म के लोग एक साथ आराम से रह सकते हैं wealth जो generate हो रही है वो वह कैसी जन्म वेल्ट वाला दिप्स एग्जन वाला पॉइंट कि सारे रिलीजियों जो है तो सारे रिलीजियों एक साथ रह सकते हैं सिटिजन जो है तो उनके पास में कंप्लीट फ्रीड़ाम है टू फॉलो एनी रिलीजियन ठीक है और एनी रिलीजियन देखें फ निश्चल नहीं है गवर्नमेंट हर रिजन को इक्वली ट्रीट करेगी ना किसी रिलीजन को प्रमोट करेगी ना किसी रिलीजन को डराएगी धंकाएगी तो उस तरह से क्या है धर्म निर्पेक्षा देखने को मिलती है आपको हमारे देश में फिर उसके बाद मारा स रिपब्लिक में टेंफ्यूज होते अच्छे समझ लेना डेमोक्रेटिक मतलब क्या है कि लोग तांतिक ठीक है लोग प्रांव तांतिक मतलब क्या होता है लोग प्रांतिक मतलब कि जो कंट्री होगी ना डेमोक्रेटिक होगी डेमोक्रेटिक मतलब कंस्टिटूशन होगा तो मतलब जो डेमोक्रेसी है वह डेमोक्रेसी से वर्ड निकलकर है डेमोक्रेटिक तो आपको क्या देखने को मिलेगा पावर पर पीपल देखने को मिलेगी तो हमारी कंट्री डेमोक्रेटिक है डेमोक्रेटिक के साथ साथ रिपब्लिक है ठीक है डेमोक्रेटिक रिपब्लिक डेमोक्रेटिक के साथ साथ रिपब्लिक का मतलब क्या है कि रिपब्लिक कह रहे है कि हमारे यहाँ कोई राजा नहीं होगा हमार पावर टू दी पीपल रहेगी ठीक है तो डेमोक्रेटिक कंट्री है पावर टू दी पीपल है पीपल्स पार्टिसिपेशन है साथ ही साथ रिपब्लिक है मतलब क्या है कि जो हेड ऑफ दी स्टेट होगा वो एलेक्टेड बाई दी पीपल होगा कोई मोनार क्या फिर कोई डि इस पेश ली ऑफ डिसएडवांटेज्ड ग्रुप्स ठीक है तो यहां पर जस्टिस की बात की गई कि हमारी कंट्री में जस्टिस इंशॉर किया जाएगा जस्टिस सोशल एक्नोमिक पॉलिटिकल हर सेंस में न्याय होगा समानता होगी वह वाली बात है ठीक है कि कानून की नजर में सबको इक्वली ट्रीट कर जाएगा वह जस्टिस हो जाएगा और कानून की नजर से बाहर भी इक्वली ट्रीट कर जाएगा वह इक्वैलिटी हो जाएगा ठीक है तो आगे जिसे देखते हैं लिबरटी अगला शर्ट क्या जस्टिस के बाद मे तो यहां पर लिबर्टी मतलब क्या है आजाधी किस चीज के आजाधी सोचने की यहां पर लिखा रहा है लिबर्टी ऑफ थॉट एक्सप्रेशन belief, faith and worship तो हर sense में कोई भी unreasonable restriction नहीं देखो अब यहाँ पे restriction unreasonable क्यों लिखा है क्योंकि ऐसे में तो आजाधी के नाम पे लोग यह बोल देंगे मेरे तो आज इच्छा हो रही है कि मैं किसी का murder कर दू तो murder करने के आजाधी तो नहीं है restrictions लगाया जा सकते हैं तो liberty में क्या है कि there is no unreasonable restrictions लोगों को किसी प्रकार की unreasonable restrictions नहीं लगाएंगे कर रहे हैं सारी चीजें ठीक है आप देखिए थोड़ थोड़ ठीक है एंड वेडिस्ट फॉलो आप देर थोड़ इन दिए अक्शन दिग्गे तो वह जिस तरह से काम करना चाहिए उस तरह से करने दिया जाएगा उन्हें उस चीज की आजादी होगी लिबर्टी होगी अगर हो रहा है तो उसके लिए न्याय मिले� साथ ही साथ opportunities में क्या होगा opportunities में यह है कि government यह ensure करेंगे सबको equal opportunities मिले अब कुछ बच्चे बोल सकते हैं sir reservation क्यों फिर तो आगे जब आप chapters पढ़ोगे ने मेरे लाल तो सब आपको अपने आप एकदम crystal clear होता चले आएगा तो equality of opportunity कैसे दी जाएगी कि unequal should be treated unequally and equal should be treated equally ठीक है तो you will get these things in upcoming chapters फिर क्या है fraternity की बात होती है fraternity मतलब यह है कि all of us should behave as if we are आप इस परिवार का इससे कोई किसी को इनफीर की तरह करेगा कोई किसी से सुपीर नहीं होगा भाईचारा यानि फैटरनिटी होता है तो भाईचारा इंशॉर्ड करना बहुत ज्यादा जरूरी है तो फैटरनिटी भी आपको देखने को मिलेगी हमारे कंस्टिटीशन में ठीक है तो इक्वेलिटी फैटरनिटी लिबर्टी जस्टिस यह सारे शब्द जो है प्रियंबल में जो फिलोसोफी ऑफ डी कॉंस्ट्रीशन प्रियंबल से पता चलती है प्रियंबल क्या है प्रियंबल के अंदर क्या-क्या लिखा है एक-एक पॉइंट क्या इतनी चीजें आपको एकदम क्रिस्ट्रल क्लियर है ठीक है अगर इतनी चीजें एकदम क्रिस्ट्रल क्लियर है तो फिर हम आगे बढ़ते हैं देखो तो आप आते हैं हम किस बात पर इंस्टिटूशनल डिजाइन लास्ट टॉपिक फॉर दी चैप्टर इंस् वह सारे चीजें देख लिए अब कॉन्स्ट्रीशन जो है ना तो कॉन्स्ट्रीशन इस टेटमेंट वैल्यू एंड फिलोसोफी कॉन्स्ट्रीशन के वह स्टेटमेंट जो है तो वह स्टेटमेंट्स रियालिटी में कंवर्ट कैसे हो गए जैसे मैंने आपको क्या दे दिया आटा आपको क्या दे दिया तो वैसे यहां विचार थे थे यहां विचारधाराय थी या फिलोसोफी थी आइडेलॉजी थी वह सवाल यह था कि विचार विचारधाराय फिलोसोफी तो सब अपनी चेक करेगी अलग-अलग बॉडी आप बनाओगे तो इंस्टिटूशन से ना वह इंस्टिटूशन नंस हमारी कंट्री में कैसे बने वह इंस्टिट्यूशनल डिजाइन है वह इंस्टिट्यूशनल डिजाइन किस पर बेस्ट है इट इस बेस्ट ऑन डिस्टेटमेंट ऑफ वैल्यूज एंड फिलोसोफी ठीक है एंड दिस्टेटमेंट एंड वैल्यूज एंड आपने देखा कि अलग-अलग विचार धराय थी अलग-अलग निर्द्रस का अलग-अलग सोचना था प्रियंबल क्या कह रहा है वह भी आपने देख लिया ठीक है अब लेकिन इन विचारों को र कि कुछ ऐसा कर जाओ लाइफ में कि आप किसी की लाइफ इंफ्लेंस कर जाओ ठीक है किसी की लाइफ में चेंज कर ला दो कुछ एक बदलाव ला दो पॉजिटिवली तो अब यह विचार आया लेकिन इस विचार को अगर मुझे चेंज करना तो मुझे क्या करना पड़ेगा ठीक है उसके लिए आपको क्या करना पड़ेगा लोगों का सपोर्ट लेना पड़ेगा उसके लिए आपको एक स्टैबलिश सिस्टम क्रिएट करना पड़ेगा ठीक है तो अब क्या हो रहा है कि वेल्यूज एंड फिलोसोफी इस आर बिंग कंवर्टेड इंटू इंस्टिट्यूशन इस नोन इंस्टिटूशनल डिजाइन थी के सिंपल समय न तो जैसे आप जुडिशरी इसलिए ताकि क्या हो जो values है किस चीज की कि justice दिया जा सके तो justice कैसे दोगे उन institutions की मदद से दोगे समझे वो चीज है यहाँ पर तो constitution the constitution makers did not see it as a sacred static and unaltered law तो यह वाला point समझ में आना explain how वो मैंने आपको समझा दिया कि कैसे values और philosophies institutional design में convert होती है और institutional design में जिसे अगर आप दिखेंगे तो उन values उन philosophies पर based आपने institutions तो बना दिये legislature, executive, judiciary आप क्या देखते हैं तो जो constitution maker थे उन्हें भी यह समझ में आता है कि क्या है with time society बदलेगी एक अच्छा example देता हूँ जैसे क्या है उस time period में LGBTQ community जो थी तो एजीबीटी क्यों कम्यूनिटी को ऐसा माना जाता था कि उस टाइम परिट की बात करो देखो मैं सिर्फ एक रिफरेंस दे रहा हूं आपको उसमें किसी तरह से वह नहीं उड़धंग नहीं मचाना है ठीक है रिफरेंस क्या दे रहा हूं आपको मैं उस समय पर सोसाइटी कि सब्सक्राइब करें तो हमारे कंस्टिविशन मेकर्स को पता था कि आगे चलकर सोसाइटी जो है वह चेंज होगी मॉडिफिकेशन होगा समाज बतलेगा समाज क थी कि थिंकिंग बदलेगी तो उस तरह से आपको क्या है उस तरह से हमारे कॉंस्टिट्यूशन मेकर देवर दिस तो यह डूरदर्शी थे वह तो थे वह अप्लीकेशन को अपडेट करते रहना पड़ेगा तो लैपटॉप अपडेट होते हैं ठीक है तो वहीं यहां पर भी तेक है ना पता कि कंस्ट्रीशन जो देश चलाएगा ठीक है जो आपका काम चलाने के लिए लैपटॉप होता है उसको अपडेट अपडेशन तो जब आप जब टाइम टाइम चलाते हो अमेंड करते हो तो अमेंडमेंट का मतलब यह भी फाड़ फूट के फेक देते हो और बोलते हो कि जदसा आप फाड़ दो इस कानून की किताब को ठीक है ऐसा नहीं है अमेंडमेंट मतलब क्या है कि आप एक प्रोसेस के थूँ कि प सकता है उसमें भी चेंज लाया जा सकता है और जो चेंज लाते हो तो देट चेंज इज नोन अस कंस्टिटूशनल अमेंडमेंट समझे ठीक है तो दिन स्टिशन अलेग्नमेंट इन कंट्रीज एस फॉलोस दिकॉन्सट्यूशन डिस्क्राइड इंस्ट्यूशनल नॉट वेरी डिफिकल्ट टू अंडरस्टेंड बेसिक इंस्टिटूशनल डिजाइन जो है वह बड़ा आसान है कि कोई पावर कोई लॉग बनाता लेकिन वह उतना स्टेट मतलब क्या है उतना लिखा हुआ उतना लिखा है नहीं बेसिक अंडरस्टैंडिंग बन जाती है लाइक एनी कॉंट्रीशन दिन इन कॉंट्रीशन लेज डाउन भी प्रोसीजर फॉर चूजिंग परसेंट गवर्न दिक्टिव तो दूसरे दिश किस institution के पास कितनी power होगी कौन सा institution क्या decision लेगा वो सारी चीज़े constitution define करता है it puts limits to what the government can do by providing some rights to the citizens that cannot be violated और इसे के साथ साथ institutional design ऐसा set करता है कि सरकार भावी ना हो जाए जनता के उपार वो क्या करती है कि लिमिट सेट करती है सरकार जनता के ऊपर तो देख वापिस टो रिप्ट इस वापिस टो रिप्ट इस टो रिप्ट इस टो रिप्ट इस टो रिप्ट इस टो रिप्ट इस टो रिप्ट इस टो रिप्ट इस टो रिप्ट इस टो रिप्ट इस टो रिप्ट कांसिटीशनल डिजाइन कैसा लगा यह कमेंट सेक्शन में बताना है अब इंपोर्टेंट चीज और आगे सुनते चलो चैप्टर हमारा कंप्लीट हो गया है अब जिसे अगर आप देखोगे तो अगर आपको किसी भी प्रकार का डाउट है तो एस दी प्रैक्टिस लगाया क्या रहता है सेशन के जस्ट पीछे एकदम लगा लगाया हुआ आपका स्पेशल क्लास रहता है स्पेशल क्लास अन अकाडमी आपको होता है जहां पर अपने डाउट्स वगैरह जैसे अभी जो स्पेशल क्लास होगी तो उसका एजेंडा रहता हो सकते अन अकाडमी आपका तो 530 से 560 सांट मिनट की अभी आज लेक्शन देख रहे 24 जून अभी इसके बाद में क्या है बस लेक्शन खत्म हुआ और फिर हम क्या करेंगे special class में जॉइंट करते हैं लिंक आपको description में मिल जाएगी special class का topic क्या होगा doubt solving for democratic rights पूरा chapter देखने पर अगर आपको किसी प्रकर का doubt आया है तो एक all India level scholarship test conduct होता है unacademy पर जिसका नाम है combat ठीक है unacademy combat यह जो unacademy combat है तो 9th और 10th के लिए एक mega combat होने वाला है तब होगा 26th June को 11th 11 AM को सुबह ठीक है तो इन दिन में आपको टेस्ट देना है क्या होगा टेस्ट में 45 मिनट में 30 क्वेश्चन पूछे जाएंगे आपसे साइंस और मैसेज के विशेष होंगे साइंस और मैसेज के विशेष होंगे आपको एक चीज ध्यान रखना है क्या कि यह इस टेस्ट में आपको एंड्रोल करना है बस एक कोड इस्तेमाल करना है बाकि एप्सलूटली इट फ्री ठीक है तो इस और आपका registration हो जाएगा ठीक है use this code DIGREG DIGRAJ registration हो जाएगा और आप for free इस test में अपने आपको enroll कर सकते हैं ठीक है अब आते हैं unacademy plus की बात करते हैं तो you know कि there are paid subscriptions also तो paid subscription में क्या होता है प्लस और आइकोनिक दो तरह के सब्सक्रिप्शन होते हैं प्लस में आपको लाइफ प्लासेस, वीकली टेस्ट, अनलिमिटेड एकसेस, स्ट्रक्चर्ड पोर्सेस यह सारी चीज़े मिलती हैं प्राइजिंग की बात करें तो प्राइजिंग किस तरह से होता है देखो प्राइजिंग समझा दो मैं आपको प्राइजिंग के अंबात करें तो प्राइजिंग में क्या हो रहा है कि 12 मंत का प्राइजिंग का प्र का जिसे मैं आपको बताऊं तो पर मंत के हिसाब से आपको यह 1653 का पड़ता है ब पर इस विशेष नियुक्ति आप यह दिग्राज यह विशेष नियुक्ति आप यह दिग्राज यह विशेष नियुक्ति आप यह दिग्राज यह विशेष नियुक्ति आप यह दिग्राज यह विशेष नियुक्ति आप यह दिग्राज यह विशेष नियुक्ति आप यह द है तो आपको आइकोनिक 2777 में पड़ता है ठीक है अब यह सब्सक्रिप्शन लेकर इस तरह से बैचेस जैसे अभी 15 जून से यह बैच स्टार्ट हुआ है ठीक है और कंटिनेस बैच चलते रहते हैं तो जैसे मेरी जो क्लास होती और भी टीचर से एडिकेटर से टेंट का यह बैच स्टार्ट होने वाला है फाइड तो दिस टो दिस चैप्टर कहानी भी खतम होती है हमारी आपको कुछ भी ने अप्रोप्रियेट लगा तो आप रिपोर्ट कर सकते हैं और विन प्राइजेल अंडर बग्स बाउंटी प्रोग्राम और इससे आपको एक अंड ऑफ आर चैप्टर आपको आपको आपको सारी चीज़ समझ में आए till then stay connected keep learning signing off with this together we can we will thank you thank you very much