2024-25 बजट प्रस्तुति के मुख्य बिंदु

Aug 5, 2024

2024-25 का बजट प्रस्तुति

बजट का परिचय

  • वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन जी द्वारा प्रस्तुत बजट 2024-25।
  • फरवरी में पेश किए गए अंतरिम बजट के बाद अब पूरा बजट पेश किया गया है।
  • बजट प्रस्तुति की प्रक्रिया:
    • सुबह 10 बजे बजट की हार्ड कॉपी संसद में पहुँचाई जाती है।
    • राष्ट्रपति से मिलकर बजट की जानकारी दी जाती है।
    • राष्ट्रपति द्वारा पारंपरिक रूप से मिठाई खिलाई जाती है।
    • यूनियन कैबिनेट द्वारा बजट की मंजूरी दी जाती है।
    • डिजिटल प्रारूप में बजट प्रस्तुत किया जाता है।

बजट का महत्व

  • बजट हर नागरिक के लिए महत्वपूर्ण है।
  • सरकार का खर्च, आय और विभिन्न योजनाओं की जानकारी मिलती है।
  • बजट के माध्यम से यह पता चलता है कि सरकार किस क्षेत्र में अधिक ध्यान दे रही है।

बजट की संरचना

  • संविधान में बजट शब्द का उपयोग नहीं किया गया है, "वार्षिक वित्तीय विवरण" शब्द का उपयोग होता है।
  • संविधान के आर्टिकल 112 से 117 तक बजट से संबंधित जानकारी।
  • बजट के बिना कोई धन कंसोलिडेटेड फंड ऑफ इंडिया से नहीं निकाला जा सकता।

वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी

  • वित्त मंत्रालय का विभाग आर्थिक मामलों का होता है, जो बजट तैयार करता है।
  • बजट निर्माण प्रक्रिया अक्टूबर से शुरू होती है।

बजट की मुख्य बातें

  • बजट का मुख्य ध्यान 4 वर्गों पर केंद्रित है:
    1. गरीब
    2. महिलाएं
    3. युवा
    4. किसान
  • चार प्रमुख क्षेत्र: रोजगार, स्किलिंग, MSME और मध्यवर्ग।

बजट में प्रमुख प्राथमिकताएं

  • नौ प्राथमिकताएं:
    1. उत्पादकता और कृषि
    2. रोजगार और स्किलिंग
    3. समावेशी मानव विकास
    4. संसाधन विकास
    5. सामाजिक न्याय
    6. विनिर्माण और सेवाएँ
    7. शहरी विकास
    8. ऊर्जा सुरक्षा
    9. बुनियादी ढाँचा

विशेष राज्य पैकेज

  • बिहार के लिए विशेष पैकेज की घोषणा।
  • आंध्र प्रदेश के लिए विशेष वित्तीय सहायता।

कृषि क्षेत्र

  • कृषि शोध में सुधार।
  • प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए 1 करोड़ किसानों को प्रशिक्षित किया जाएगा।

रोजगार और स्किलिंग

  • पांच प्रधानमंत्री पैकेज:
    • पहले जॉब के लिए प्रोत्साहन।
    • मैन्युफैक्चरिंग में रोजगार वृद्धि।
    • कौशल विकास और प्रशिक्षण।
    • महिलाएं और छात्रावास।

वित्तीय स्थिति

  • 2024-25 में कुल राजस्व प्राप्ति: 31.3 लाख करोड़।
  • कुल पूंजी प्राप्ति: 16.9 लाख करोड़।
  • कुल खर्च: 48.2 लाख करोड़।
  • राजस्व व्यय: 37.1 लाख करोड़।

टैक्स व्यवस्था

  • आयकर में बदलाव:
    • नए स्लैब: 5%, 10%, 15%, 20%, 30%।
    • 3-7 लाख पर 5% टैक्स।
    • 7-10 लाख पर 10% टैक्स।

निवेश और बाजार प्रतिक्रिया

  • स्टॉक मार्केट में गिरावट का कारण: लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स में वृद्धि।
  • छोटे निवेशकों के लिए राहत: 1.25 लाख तक के कैपिटल गेन पर कोई टैक्स नहीं।

निष्कर्ष

  • बजट ने विभिन्न क्षेत्रों पर ध्यान दिया है।
  • सरकारी योजनाओं और संपत्ति के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।

अतिरिक्त जानकारी

  • स्टडी आईक्यू के द्वारा विभिन्न कोर्स और बैच उपलब्ध हैं।
  • छात्रों के लिए संभावित करियर विकल्प और परीक्षा सामग्री।