परफेक्ट रेसिपी टू मेक मेटल एंड नॉन मेटल सबसे पहले चाहिए हाई लेवल अकेडमी कंटेंट उसके बाद हमें चाहिए कांसेप्ट क्लेरिटी उसके बाद चाहिए बहुत सारी क्रिएटिविटी एंड उसके बाद सबसे जरूरी चीज जो भैया के लेक्चर में रहती है का एक्सपेरिमेंट एक्सपेरिमेंट और यह बन गया परफेक्ट रेसिपी [संगीत] [संगीत] [संगीत] हे [संगीत] हे गाइ ंडिया लार्जेस्ट एंड द मोस्ट इंपैक्टफुल लाइव टनिंग प्लेटफॉर्म दैट इज फिजिक्स वाला तो मेरे प्यारे बच्चों दिल के सच्चो मैं हूं आपका दोस्त आपका मेंटर आपका बड़ा भाई सुनील भैया और मैं आशा और कामना करता हूं कि आप बहुत ही ज्यादा स्वस्थ मस्त और बेहतरीन से होंगे तो दोस्तों आज हम एक बहुत ही इंपॉर्टेंट चैप्टर जिसका नाम है मेटल्स एंड नॉन मेटल्स इसको एक शॉर्ट में खत्म करने जा रहे हैं ठीक है आई होप आप लोग बहुत ही ज्यादा एक्साइटेड है आप लोग सोच रहे होगे भैया क्याक पढ़ाओ ग तो देखिए दोस्तों मैं आपको इस चैप्टर में क्या-क्या पढ़ाऊंगा सबसे पहले मैं आपको एलिमेंट्स के प्रकार यानी तत्वों के प्रकार प्रकार बताऊंगा उसके बाद फिजिकल प्रॉपर्टीज ऑफ मेटल्स एंड नॉन मेटल्स बताऊंगा इसके अंदर हम लोग एक्सेप्शन फैक्ट सब कुछ कवर करेंगे उसके बाद रिएक्टिविटी सीरीज कैसे बनी यानी केमिकल प्रॉपर्टीज ऑफ मेटल्स की तो चर्चा होगी साथ में नॉन मेटल्स की केमिकल प्रॉपर्टी की भी चर्चा होगी उसके बाद आयोनिक यौगिक और उसकी प्रॉपर्टीज की चर्चा फिर उसके बाद मेट एलर्जी एंड सबसे आखिरी में कोरोजन उसके टाइप्स एंड द वेज टू प्रिवेंट इट ठीक है और और क्या मिलेगा एनसीआरटी एक्टिविटीज आपकी कवर्ड है विद एक्सप्लेनेशन कई जगह पर मैं आपको एक्सपेरिमेंट्स दिखाऊंगा वो आप देखिएगा एनसीईआरटी का जितना भी छुपा हुआ ज्ञान है या जो भी ऐसी चीज जो आपको लगता है कि यार यह कहां से यह क्या है या इससे सवाल आ सकता है कि नहीं सब कवर होगा तो अब इतना जानने के बाद बच्चा लोगन बी लाइक अभी मजा आएगा ना भीड़ू तो चलिए अब स्टार्ट करते हैं हम अपने आज के इस पर्टिकुलर टॉपिक को जिसका नाम है इंट्रोडक्शन टू द टाइप्स ऑफ एलिमेंट्स ठीक है यानी कि यहां पर हम तत्त्वों के प्रकार सबसे पहले जानने वाले हैं एलिमेंट को हिंदी में कहते हैं तत्व उसके प्रकार कौन-कौन से होते हैं सो सबसे पहले जो हमारे पास टाइप्स ऑफ एलिमेंट्स में आएगा जिसके बारे में हम पढ़ेंगे वो क्या है इसको हिंदी में कहते हैं धातु क्या कहते हैं दोस्त हिंदी में कहते हैं धातु यानी मेटल कहते हैं इसको इंग्लिश में और हिंदी में कहते हैं धातु अब देखिए कुछ आपको कॉमन नेम्स में यहां पर बता देता हूं कि मेटल्स के कुछ कॉमन नेम्स कुछ कॉमन मेटल्स है वो मैं आपको बता देता हूं सबसे पहले है मेरे पास लिथियम जिसका सिंबल होता है ए सोडियम का सिंबल होता है ए पोटेशियम का होता है के मैग्नीशियम का एजी कैल्शियम का हमारे पास होता है सी एलुमिनियम का ए कॉपर का सय जिंक का z ए सिल्वर का एी गोल्ड का एयू एटस ये सारे के सारे मेटल्स को बिलोंग करते हैं धातु को बिलोंग करते हैं ये आपको याद होने चाहिए क्योंकि ये जब आपको पता होंगे ना तो जब मैं इनकी प्रॉपर्टीज बताऊंगा तो आप रिलेट कर पाओगे अच्छा सुनील भाई इस इस एलिमेंट की बात कर रहे हैं यानी इनकी पर्टिकुलर बात कर रहे हैं ठीक है उसी में अगर टाइप्स ऑफ एलिमेंट्स का दूसरे टाइप की अगर मैं आपसे बात करता हूं तो फिर मेरे पास आता है अधातु की कैटेगरी आती है क्या आती है दोस्त अधातु की कैटेगरी जिसे हम बोलते हैं नॉन मेटल क्या बोलते हैं नॉन मेटल अब इसमें हमारे पास कौन-कौन से सबसे पहले है कार्बन फास्फोरस सल्फर सेलेनियम एंड आयोडीन ये इनके केमिकल सिंबल्स भी लिखे हुए हैं दोस्तों याद रखना यह जो आपके ब्लू से लिखे यह आपके सॉलिड स्टेट में पाए जाते हैं रूम टेंपरेचर पे सॉलिड स्टेट एट रूम टेंपरेचर यानी कि आपका जो रूम टेंपरेचर होता है मेरे दोस्त 25 डिग्री सेल्सियस ये रूम टेंपरेचर होता है उसपे कार्बन फास्फोरस सल्फर सेलेनियम आयोडीन ये पांचों आपके नॉन मेटल अधातु है जो सॉलिड स्टेट में मिलते हैं उसके बाद अगर मैं आपसे बात करूं चर्चा करूं तो हाइड्रोजन नाइट्रोजन ऑक्सीजन फ्लोरीन और क्लोरीन ये आपके कौन सी स्टेट में मिलते हैं मेरे दोस्तों यह आपको मिलते हैं गैसियस स्टेट एट रूम टेंपरेचर यानी 25 डिग्री सेल्सियस पर यह बेसिकली आपको कौन सी स्टेट में मिलते हैं गैसियस स्टेट में मिलते हैं गैस की स्टेट में मिलते हैं समझ में आ रही है बात बेसिक सी बातें बोल रहा हूं फिर एक नॉन मेटल और है हमारे पास जिसका नाम है बीर यानी ब्रोमीन यह तो केमिकल सिंबल हो गया बीर नाम है ब्रोमीन ओनली नॉन इन लिक्विड स्टेट रूम टेंपरेचर अब आप सोच रहे हो क्या मेटल्स में भी कोई ऐसा लिक्विड स्टेट में पाया जाता है क्या कोई ऐसा मेटल है जो लिक्विड स्टेट में पाया जाता है रूम टेंपरेचर पर हां है मरकरी कहते हैं आगे चर्चा करेंगे तो ओनली नॉन मेटल फाउंड इन लिक्विड स्टेट एट रूम टेंपरेचर फाउंड इन लिक्विड स्टेट एट रूम टेंपरेचर तो इसको हम लोग क्या बोलते ब्रोमीन बोलते हैं क्या ये सारे के सारे आपको याद रहेंगे ये सारे के सारे आपके बेसिकली क्या है नॉन मेटल्स है देखिए मेटल्स की लिस्ट में जो लिस्ट थी मेटल्स की उसके अंदर मैंने एटस लगा रखा था यानी और भी बहुत सारे मेटल्स है नॉन मेटल्स यही है आपके पास ठीक है अधातु यही है ठीक समझ में आ गई बात क्लियर हो गई बात आगे चलते हैं अब उसके बाद हमारे पास आते हैं मेटल इड्स क्या आते हैं मेटल इड्स इनको हम बोलते हैं सेमी मेटल या फिर हम इनको बोलते हैं मेटल इड्स ठीक है हिंदी में इनको कहते हैं उपधातु क्या कहते हैं उपधातु अभी मैं आपको सिर्फ नाम याद करा रहा हूं जब मैं डिफरेंशिएबल और नॉन मेटल्स को पहले फिजिकल प्रॉपर्टीज के बेसिस पर डिफरेंशिएबल ठीक है दोस्तों अब देखिए मेटल या सेमी मेटल्स क्या होते हैं देखिए जो भी प्रॉपर्टीज मैं आपको बताऊंगा इन दोनों की यह कुछ प्रॉपर्टी जो होते मेटल इड इसकी शो करेंगे और कुछ इसकी शो करेंगे अभी आगे हम जो प्रॉपर्टीज पढ़ेंगे फिजिकल प्रॉपर्टी उसमें मेटल आधी प्रॉपर्टी मेटल की शो करते हैं आधी नॉन मेटल की शो करते हैं ठीक है ना तो सम प्रॉपर्टीज ऑफ मेटल्स सम प्रॉपर्टीज ऑफ मेट वाइल सम ऑफ नॉन मेटल्स समझ में आ गया भाई इनके पास दोनों की प्रॉपर्टीज है तो कुछ तो दोस्तों मेटल्स की प्रॉपर्टी शो करते हैं और कुछ नॉन मेटल की प्रॉपर्टी भी शो करते हैं जैसे मेटल्स की प्रॉपर्टी में आपको पढ़ाऊंगा कि चमकते हैं लस्ट होते हैं चमकीली सरफेस होती है और नॉनमेटल की एक प्रॉपर्टी होती है कि वो ब्रिटल होते हैं फोर्स अप्लाई करो तो चटक जाते है टूट जाते है पीसे में ब्रेक कर जाते हैं ये दोनों की प्रॉपर्टी शो कर देते हैं इसीलिए हम इनको कहते हैं मेटल इड अब इनकी एक लिस्ट है और वो लिस्ट में क्या है कॉमनली रिकॉग्नाइज्ड मेटल इड्स आर यानी संसार में ये जो छह लिखे हुए हैं ये तो हमेशा मेटल इड होंगे इसके अलावा ऑथर अलग-अलग है तो अलग-अलग एलिमेंट्स को एज मेटल इड कंसीडर करवाते हैं पर यह छह आपको हमेशा याद होने चाहिए इसकी बढ़िया सी ट्रिक मैं आपको दे देता हूं तो देखिए मेरी क्लास के अंदर मान लीजिए मेरे क्लास में मैं जस्ट टीना के पास में बैठता हूं सुनील और टीना हम क्लास में बहुत शोर शराबा करते हैं और टीचर भी ल ये बहुत शोर शराबा करते हैं यार सुनील और टीना बहुत शोर शराबा करते हैं क्लास में बहुत मस्ती करते हैं पढ़ाई करते हैं लेकिन शोर शराबा करते हैं तो टीचर क्या बोलेगा भक्त सुनील और टीना भक्त सुनील और टीना यानी बार भक्त सुनील और टीना तो ट्रिक क्या बनती है ट्रिक बनती है बाग सुनील और टीना भक्त सुनील और टीना ठीक है दोस्त हा अब देखो यह जो बी से भग है यह बेसिकली क्या है यह आपका है बोन यह आपका बेसिकली क्या है यह आपका है बोन ठीक है तो मेरे साथ याद कीजिए सबसे पहले है बोन फिर उसके बाद एंटी मनी ठीक है बोन एंटीमनी आर्सेनिक फिर उसके बाद जर्मेनियम ठीक है तो बाग से क्या हो गया दोस्त ठीक है व तू भाग बाग तू बाग मिलखा तू है आग तू है आग मिलखा ऐसा ही कुछ लिरिक्स है सही गा रहा हू ना ठीक है तो बाग सुनील और टीना तो ये ए से क्या हो जाएगा दोस्त ए से क्या हो जाएगा दोस्त सिलिकन हो जाएगा समझ में आ रही है बात सिलिकन और टीना से क्या हो जाएगा लरियस हो जाएगा हमारे पास बी तो बोन एंटीमो आर्सेनिक जर्मेनियम सिलिकन टेलरिया बा सुनील और टी यह मेटल इड हो गए सुनील भाई चैप्टर तो इस पर फोकस्ड है बिल्कुल इसी पर फोकस है य एक्स्ट्रा नॉलेज के लिए है आपके लिए ठीक है दोस्त चलिए अब देखिए लास्ट प्रकार ऑफ तत्व इसको कहते हैं नोबल गैसेस यह इसका नाम बाद में पढ़ा पहले इसका नाम इनर्ट गैस था इनर्ट गैसेस है ना या इनका नाम होता है रेयर गैसेस ठीक हिंदी में कहते इसको उत्कृष्ट गैस उत्कृष्ट गैस यानी तत्वों के चार प्रकार आपने पढ़ लिए पहले प्रकार का तत्व धातु अधातु उपधातु उत्कृष्ट गैस नोबल गैसेस को पहले इनर्ट गैस बोला जाता था क्योंकि ऐसा माना जाता था कि बिल्कुल रिएक्ट नहीं करती है लेकिन बाद में कुछ इनके कंपाउंड मिले जिस वजह से इनको हम नोबल बोलते हैं नोबल गैसेस बोलते हैं है ना स्टिल दे आर वेरी वेरी अनरिएक्टिव दूसर के कंपेरिजन में काफी ज्यादा अनरिएक्टिव है मतलब रिएक्ट नहीं करती है समझ गए आप ठीक है भाई अब नोबल गैसेस की ट्रिक क्या है देखो नोबल गैसेस की ट्रिक है हीना नीना और करीना का एक्सरे रंगीन देखो हीना नीना और करीना का एक रंगीन हीना नीना और करीना का एक्सरे रंगीन तो यह देखिए यहां से सबसे पहले आएगा हमारे पास हीलियम फिर हमारे पास आएगा नियन फिर हमारे पास आएगा आर्गन फिर हमारे पास आएगा क्रिप्टन फिर हमारे पास आएगा जिनन फिर उसके बाद हमारे पास आएगा रेडॉन ठीक है य आया रेडन तो हीलियम नियन आर्गन क्रिप्टन जिनन रेडॉन याद रहेगी क्या बात दोस्तों को यह दोस्तों को मेरे बात याद रहेगी क्या यह बेसिकली आपका क्या है यह आपका है रेडॉन ठीक है हीलियम निन आर्गन क्रिप्टन नोन रेडॉन यह बेसिकली आपकी क्या हो जाती है नोबल गैसेस इनर्ट गैसेस या रेयर गैसेस हो जाती है देखिए मेटल इड्स में एक बात बता दूं यह हमेशा कंसीडर होंगे के अलावा कुछ जो है उनको बोलते हैं लेस फ्रीक्वेंसी एज मेटल इड्स फॉर एक्स्ट्रा नॉलेज बता देता हूं फॉर एक्स्ट्रा ज्ञान बता देता हूं अगर नहीं लगे की जरूरत नहीं है तो आप आगे स्किप कर देना ठीक लेस कंसीडर्ड एज मेटल इड्स ठीक है अब इसमें कौन-कौन है जैसे इसमें आता है आपका एंटीमनी सॉरी यहां पर आता है आपके पास एटीन नॉट एंटीमनी यहां पर आता है एटीन एटीन यहां पर आता है आपके पास पोलोनियम क्या आता है दोस्त पोलोनियम यहां पर आपके पास और क्या आता है यहां पर आपके पास आता है सेलेनियम आप कहोगे य तो नॉन मेटल में आ रहा था मैंने आपको इसीलिए बोला कुछ ऑथर्स वेरी लेस फ्रीक्वेंसी देम एस मेटल इड्स और और भी बहुत कम कंसीडर करने में आता है तो कार्बन भी आ जाएगा और एलुमिनियम भी आ जाएगा समझ रहे नाउ ये ऑथर टू ऑथर रिसर्च टू रिसर्च डिपेंड करता है है ना पर आपको बहुत फ्रीक्वेंसी ठीक है तो आई होप ठीक है समझ गया बालक लोगों का रिएक्शन य आना चाहिए भाई साहब यह रिएक्शन आ रहा है क्या ठीक है समझ गया कोई दिक्कत नहीं है तो आगे चलेंगे दोस्त तो अब हम पढ़ेंगे यहां पर फिजिकल प्रॉपर्टीज ऑफ मेटल्स एंड नॉन मेटल्स ठीक है यानी धातु और अधातु के बारे में हम इन डेप्थ पढ़ने वाले हैं किस बेसिस पर इनकी फिजिकल प्रॉपर्टी के बेसिस पर पढ़ने वाले हैं प्रॉपर्टी को हम हिंदी में कहते हैं क्या कहते हैं इसको कहते गुण और फिजिकल का मतलब क्या हुआ दोस्त फिजिकल का मतलब समझ रहे हैं फिजिकल का मतलब कि इनका आउटर अपीयरेंस एंड बिहेवियर कैसा है आउटर अपीयरेंस एंड बिहेवियर कैसा है इस चीज के बेसिस पर हम लोग डिफरेंशिया इनका आउटर अपीयरेंस कैसा है इनका बिहेवियर कैसा है फॉर एग्जांपल अगर मैं अपनी फिजिकल प्रॉपर्टी बताऊं तो मैं कैसे बताऊंगा अरे सुनील भैया की हाइट कितनी है 5 11 इंच कलर कैसा है टश कलर है वजन कितना है 65 किग्रा तुम्हें लग रहा होगा नहीं है पर है बोन डेंसिटी बढ़िया है ना भाई तो ये सब क्या हुई मेरी फिजिकल प्रॉपर्टी हो गई है ना तन की सुंदरता तन की बातें वैसे ही जब अपन फिजिकल प्रॉपर्टी मेटल एंड नॉन मेटल की चर्चा करेंगे तो हम यही सब चीजों के बारे में चर्चा करने वाले हैं चालू करूं चलिए अब देखो सबसे पहला एक सवाल है फिजिकल प्रॉपर्टी के ऊपर ही है आर मरकरी एंड ब्रोमीन फाउंड इन लिक्विड स्टेट एट रूम टेंपरेचर दैट इज 25 डिग्री सेल्सियस यस और नो क्या लगता है मरकरी और ब्रोमीन जो है लिक्विड स्टेट में पाए जाते हैं रूम टेंपरेचर में करेक्ट आंसर क्या है दोस्तों इसका यस मरकरी क्या है ओनली मेटल ओनली मेटल फाउंड इन लिक्विड स्टेट एट रूम टेंपरेचर राइट याद रखिए इस बात को ओनली मेटल दैट इ फाउंड इन द लिक्विड स्टेट रूम टेंपरेचर इज मरकरी एंड ओनली नॉन मेटल ओनली नॉन मेटल फाउंड इन लिक्विड स्टेट एट रूम टेंपरेचर ठीक है दोस्त क्या बात है बस तो इकलौता मेटल जो बेसिकली आपका रूम टेंपरेचर पर लिक्विड स्टेट में है वो बेसिकली मरकरी है और रूम टेंपरेचर पर मेटल के केस में मरकरी है और नॉन मेटल के केस में ब्रोमीन है ब्रोमीन जो होता है व कौन से कलर का होता है रेडिश ब्राउन या फिर ओनली ब्राउन आप लिख सकते हैं रेडिश ब्राउन रेडिश ब्राउन कलर का होता है लिक्विड ठीक है और यह कौन से कलर का लिक्विड होता है सिल्वरी ग्रे कलर का लिक्विड होता है है ना नॉर्मल ऑ सिल्वरी ग्रे या ओनली ग्रे कलर लिख सकते हैं ठीक चलिए भाई एक बात हमको क्लियर हो गई कि हमारे जो मेटल्स होंगे इनके अलावा जो हमारे मेटल्स है दज आर फाउंड इन दी सॉलिड स्टेट सिर्फ ये दोनों लिक्विड में है ठीक है ना तो मेटल से केस में हो गया मरकरी और नॉन मेटल से केस में हो गया ब्रोमीन अच्छा नॉन मेटल्स की अगर हम बात करें तो नॉन मेटल्स आपके सॉलिड लिक्विड और गैस तीनों स्टेट में है लेकिन जो मेटल्स है वो सॉलिड और लिक्विड स्टेट में ही मिलेंगे मेटल्स आपके सॉलिड और लिक्विड स्टेट में ही मिलेंगे नॉन मेटल्स आपके सॉलिड लिक्विड और गैसियस स्टेट तीनों में मिल रहे थे इतनी बात क्लियर हो रही होगी सिर्फ लिक्विड स्टेट में ये दोनों मिलेंगे क्लियर आगे चलते हैं नाउ लेट्स स्टार्ट विथ द फिजिकल प्रॉपर्टीज ऑफ मेटल्स एंड नॉन मेटल्स तो सबसे पहली प्रॉपर्टी है हार्डनेस जिसको हिंदी में कहते हैं कठोरता क्या होती है ये देखिए द रेजिस्टेंस ऑफ फर्ड बाय अ सब्सटेंस अगेंस्ट कटिंग और स्क्रैचिंग सबसे पहले तो जब आप बात करते हैं हार्ड की तो इसका यह मतलब नहीं होता जो हार्ड है वो ब्रिटल है जो ब्रिटल है वो रिज टफ है सब अलग है व्हाट इज हार्डनेस दोस्तों मान लीजिए कि इस रिमोट को अगर मैं घिसने की कोशिश करूं या मान लीजिए इसको काटने की मैं कोशिश करूं तो यह जो अवरोध लगाएगा कि भाई काटने नहीं दूंगा या घिसने नहीं दूंगा इससे हम क्या कहते हैं हार्डनेस कहते हैं सो ये मेरे दोस्तों जो अवरोध पैदा करेगा या जो अवरोध लगाएगा इस अवरोध या रेजिस्टेंस को है ना जब हम उसको काटने की कोशिश करें है ना या हम उसको घिसने की कोशिश करें तो जब हम उसको काटना या घिसने की कोशिश करें तो वो जो अवरोध लगाता है कि सुन भाई ना तो काटने दूंगा ना तो घिसने दूंगा इसे हार्डनेस कहते हैं तो अब ये प्रॉपर्टी हम मेटल और नॉन मेटल दोनों में देख लेते हैं कंपेयर कर लेते हैं तो मेटल्स आपके जनरली हार्ड होते हैं क्या होते हैं हार्ड होते हैं ठीक है नॉन मेटल्स आपके जनरली सॉफ्ट होते हैं देखिए जनरली का मतलब होता है कि मोस्ट ऑफ द केसेस में ये हार्ड होंगे य मोस्ट ऑफ द केसेस में सॉफ्ट होंगे मतलब आप इनको आसानी से घिस पाओगे या काट पाओगे आप इनको आसानी से ना तो घिस पाओगे ना तो काट पाओगे अब इसमें एक्सेप्शन क्या फसता है लिथियम सोडियम एंड पोटेशियम आप इनको आराम से चाकू से काट सकते हो आराम से चाकू से सकते इजली कट विद अ नाइफ इजली कट विद द नाइफ आप नाइफ से भी काट सकते हैं आप मस्त बात बताऊ तो आप हाथ से भी इसको काट सकते हैं आसानी से कट जाते हैं तो यह फसता है एक्सेप्शन कि भाई बाकी सारे मेटल्स धातु तो हार्ड है ये आपके बेसिकली सॉफ्ट है नॉनमेटल जनरली सॉफ्ट है लेकिन एक्सेप्शन फसता है डायमंड डायमंड यानी य फॉर्म ऑफ कार्बन है है ना फॉर्म ऑफ कार्बन है कार्बन एक नॉनमेटल होता है मजे की बात यह है कि नेचुरली हार्ड सब्सटेंस है नेचुरली हार्ड सब्सटेंस ठीक है ना यानी नेचर में उगने वाला सबसे हार्ड सब्स या बनने वाला सबसे हार्ड सब्स जो है व यही है ठीक है अर्थ के क्रस्ट में यानी जमीन के अंदर 150 किलोमीटर नीचे जब हम जाते हैं लगभग तो वहां पर हमें डायमंड मिलता है किंबरलाइट रॉक्स होते हैं उसमें मिलता है है ना उस लेयर में तो आपको हार्डनेस के बारे में चीज समझ में आई होगी अच्छा एक इंपॉर्टेंट बात और मैं आपको बता दूं हार्डनेस जो होती है इट इज ओनली डिफाइंड फॉर सॉलिड्स डिफाइंड फॉर सॉलिड्स हार्डनेस कभी भी लिक्विड्स और गैसेस के लिए डिफाइंड ही नहीं है आप पानी के लिए कैसे डिफाइन करोगे कि मैं पानी को पानी कोई अवरोध लगाएगा जब आप उसको काटोगे या घिस होगे कोई रेजिस्टेंस ऑफर करेगा पानी या गैस नहीं करेगा तो हार्डनेस इज ओनली डिफाइंड फॉर सॉलिड्स तो कोई मरकरी को हार्ड बोल सकता है क्या मरकरी भी हार्ड नहीं है ठीक है ना मरकरी भी हार्ड नहीं है यहां पर अगर आप लिखना चाहे तो मरकरी कैन आल्सो बी अ पार्ट ऑफ दिस एक्सेप्शन दैट इज एजी क्यों हार्डनेस इज ओनली डिफाइंड फॉर सॉलिड्स मरकरी इज अ लिक्विड चलिए नाउ लेट्स टॉक अबाउट द नेक्स्ट प्रॉपर्टी दैट इज लशर इसे हिंदी में कहते हैं चमक अगर हम मेटल चमक की बात करें मैटेलिक लस्टर तो इसे बोलते धात्विक चमक अब यह क्या होती है सो यह बेसिकली क्या होती है द एबिलिटी ऑफ मेटल्स टू रिफ्लेक्ट लाइट ड्यू टू चच दे हैव अ शाइनी सरफेस यानी मेटल्स और धातु मेटल्स या धातु क्या करते हैं लाइट जो उनके ऊपर पड़ती है उसको रिफ्लेक्ट कर देते हैं जो लाइट उन पर पड़ी उसको रिफ्लेक्ट कर देते हैं जिससे उनका सरफेस चमकता है और इस चमकी कीले सरफेस को हम बोलते हैं क्या इस प्रॉपर्टी को हम बोलते हैं क्या मेटलिक लशर ठीक है जो इस प्रॉपर्टी को शो करते हैं उन्हें हम लस्टर बोलते हैं द वंस द वनस दैट विल शो दिस प्रॉपर्टी आर नोन एज लस्ट्रे क्या बोलते हैं लस्ट तो मेटल्स जो होते हैं वो लस्टर होते हैं लस्ट इन प्योर या फिर नेटिव या फिर फ्री स्टेट देखिए मेटल्स जब आपके प्योर स्टेट या नेटिव या फ्री स्टेट यानी सिर्फ मेटल है वोह किसी से कंबाइन नहीं हुआ है कोई कंपाउंड नहीं बनाया उसने वह फ्री या फिर नेटिव या फिर अ प्योर या फिर आप कह सकते हैं डायरेक्टली एलिमेंटल स्टेट यानी दोस्त ये किसी से अभी कंबाइन नहीं हुआ है कोई कंपाउंड नहीं बनाया उस स्टेट में चमकते हैं लेकिन जब किसी के साथ कंपाउंड बनाएंगे है ना या इनके ऊपर कोई लेयर चढ़ जाएगी कोरोजन की वजह से तो चमक खो देते हैं समझ गए इनकी बात करें तो जनरली नॉन लस्ट्रे दैट इज डल होते हैं नॉन मेटल्स आपके जनरली डल होते हैं नॉन लस्ट होते हैं इनके सरफेस में कोई चमक वगैरह नहीं होती है ना लेकिन एक्सेप्शन फिर से फसगे आयोडीन दूसरा ग्रेफाइट ग्रेफाइट क्या होता है फॉर्म ऑफ कार्बन होता है तो दोस्तों ये भी आपका क्या है चमकता है कहां पे देख सकते हैं आप ग्रेफाइट जो पेंसिल होती है पेंसिल उसका जो कोर होता है जिससे आप लिखते हो वो ग्रेफाइट है दैट इज नॉट लेड वो ग्रेफाइट है जब वो डिस्कवर लोगों को लगा किय लेड है इसीलिए हम बोलते पेंसिल लेड लेड नहीं है वो लेड मेटल नहीं है लोगों को लगा था वो ब्लैक लेड है लेकिन एक्चुअली में पता चला कि वह कार्बन का एक फॉर्म है उसे ग्रेफाइट कहते हैं तो रियलिटी में आप पेंसिल के अंदर य बीच में जिससे आप लिखते हो ग्रेफाइट है चमकता है हा क्लियर हो गई बात हट जाऊ देख लो एक बार ठीक चलो फिजिकल प्रॉपर्टी जो नेक्स्ट हमारे पास आती है वो आती है मेलि बिलिटी ठीक है अब मलेबिल्लू फोर्स यानी हिंदी में जिसे हम कहते हैं दबाव लगाते हैं क्या लगाते हैं दबाव क्या लगाते हैं दबाव ये होता है दबाओ ऐसा ऐसे हम दबा रहे हैं उसको ऐसे दबाना दबाना भैया संसार हमें दबा ही रहा है मुझे पता है वही कंप्रेसिव फोर्स दबाने वाला तो जब आप उसको दबाते हैं तो पतली शीट में कन्वर्ट हो जाता है इसे बेसिकली मेलेबल कहते हैं थिन शीट या थिक शीट दोनों हो सकता है थिन का मतलब यह कि हम पतली से पतली शीट बना सकते हैं उससे सो द एबिलिटी ऑफ मेटल्स टू बी कन्वर्टेड इनटू थिन शीट्स ऑन द एप्लीकेशन ऑफ कंप्रेसिव फोर्सेस यानी दबाव लगाया हमने मान लीजिए कि यह आपके पास मैटेलिक शीट थी एक फोर्स यहां से ऊपर से एक फोर्स यहां से नीचे से तो मेरे दोस्त यह ऐसे पतली शीट की फॉर्मेट में कन्वर्ट हो गया ऐसे चपटा सा हो गया थिन शीट तो इसे हम क्या बोलते हैं इस प्रॉपर्टी को हम बोलते हैं मेलबिन ऐसे कंप्रेसिव फोर्स लगा के इसको पतली शीट के फॉर्मेट में कन्वर्ट कर दिया इसे मेलेबल कहते हैं अब मेटल्स जो है दोस्तों वो जनरली क्या है मेलेबल है एक्सेप्शन क्या है मरकरी है ना यानी एचजी एंड जिंक जिंक भी एक एक्सेप्शन है जिंक एट रूम टेंपरेचर यानी रूम टेंपरेचर प जो जिंक होता है वो आपका नॉन मलब होता है ठीक है ना जिंक रूम टेंपरेचर पे नॉन मेलेबल होता है अगर आप जिंक पर ज्यादा फोर्स लगाओगे तो शीट में कन्वर्ट होने की बजह वो टूट जाएगा पीस में ब्रेक हो जाएगा इट इज नॉट मेलेबल एट रूम टेंपरेचर हा जिंक के केस में अगर आप बहुत हाई टेंपरेचर देते हैं तो मेलेबल हो जाता है अगेन लेबिलिटी क्या है डिफाइंड फॉर सॉलिड्स आप मुझे खुद बताओ भाई आप लिक्विड की शीट कैसे बनाओगे डिफाइंड फॉर सॉलिड इसीलिए एक्सेप्शन में क्या फसता है मरकरी फसता है समझदारी की बात है भाई मरकरी लिक्विड स्टेट में उससे शीट कैसे बनाओगे नॉन मेटल्स की बात करें तो यह तो भैया क्या है नॉन मेलेबल है सीधे-सीधे नॉन मेलेबल है शीट में कन्वर्ट नहीं कर सकते ठीक है ना दे आर ब्रिटल मतलब अगर आपने जबरदस्ती करी कि मैं शीट में कन्वर्ट करूंगा तो भाई ये टूट जाएंगे पीस में याद रखना ब्रिटल का मतलब क्या होता है अगर आपने ज्यादा फोर्स लगाया वो पीसे में टूट जाएगा ब्रेक हो जाएगा फिर मत कहना चटक जाएगा बिल्कुल टूट जाएगा पीसे में ब्रेक हो जाएगा शीट में कन्वर्ट होने की वजह बिखर जाएगा इसे ब्रिटल कहते हैं उसके बाद आता है डक्टिलिटी ठीक है ना हिंदी में कहते हैं तन्यता अब डक्टिलिटी का मतलब क्या होता है सो द एबिलिटी ऑफ मेटल्स टू बी कन्वर्टेड इनटू थिन वायर्स न एप्लीकेशन ऑफ टेंसा फोर्सेस यानी खिंचाव देखिए एक था आपका दबाव और एक है खिंचाव यह खिंचाव खिंचाव अगर आपने इसको खींचा और पतली तार में कन्वर्ट कर लिया तो इस प्रॉपर्टी को कहते हैं डक्टिलिटी तन्यता यानी जैसे मान लीजिए यह आपके पास एक मैटेलिक ब्लॉक था यह एक फोर्स ऊपर ये एक फोर्स बेसिकली नीचे तो यह क्या हो जाएगा ऐसे पतली तार के फॉर्मेट में कन्वर्ट हो जाएगा सो अगर आपने उस पर टेंसा इल फोर्स लगाया यानी आपने उसे खींचा तो पतली तार में कन्वर्ट हो जाएगा इसे हम बोलते हैं डक्टिलिटी अगेन डक्टिलिटी इ डिफाइंड फॉर सॉलिड्स अब आप मुझे एक बात बताओ लिक्विड और गैस की तार कैसे बनाओगे नहीं बना सकते ना डिफाइंड फॉर सॉलिड्स तुम समझदार हो तो दे आर जनरली डक्टाइल मोस्ट ऑफ द केसेस में दे आर डक्टाइल एक्सेप्शन फिर से मरकरी बा लिक्विड स्टेट में कहां की तारे बनाओगे एंड जिंक एट रूम टेंपरेचर ठीक है यानी 25 डिग्री सेल्सियस पर रूम टेंपरेचर में जिंक ना तो मेलेबल है ना तो डक्टाइल है ब्रिटल होता है ठीक है जनरली नॉन डक्टाइल लेकिन एक्सेप्शन फसता इसके अंदर कार्बन फाइबर यानी मोस्ट ऑफ द केसेस में तो आप नॉन मेटल्स को समझ लीजिए कि वो नॉन डक्टाइल है लेकिन एक्सेप्शन फसता है कार्बन फाइबर तार के फॉर्मेट में कन्वर्ट हो जाता है यह आई होप आपको समझ में आ गया है अब चलते हैं आगे कुछ और प्रॉपर्टीज के बारे में जान लेते हैं सो द नेक्स्ट प्रॉपर्टी इ सोनोरिटी यानी एबिलिटी ऑफ मेटल्स एबिलिटी ऑफ मेटल्स टू प्रोड्यूस साउंड वन स्ट्रक हार्ड मतलब अगर आपने इनको जोर से से मारा तो ये बहुत तगड़ी सी आवाज निकालते हैं ठीक है ना एबिलिटी ऑफ मेटल्स टू प्रोड्यूस साउंड व्हेन स्ट्रक हार्ड कैरेक्टरिस्टिक रिंगिंग साउंड निकालते हैं या क्लिंग साउंड निकालते हैं जब आप इनको मारते हैं जैसे फॉर एग्जांपल आपका जो बेल होती है स्कूल के अंदर ठीक है उसको जब आप बजाते हैं है ना दैट इज बेसिकली मेड अप ऑफ मेटल है ना भले वो मैटेलिक मिक्सचर है आगे चर्चा करेंगे मैटेलिक मिक्सचर है बट है तो मेटल की बनी हुई मेटल्स का ही मिक्सचर है आवाज प्रोड्यूस करता है उसको हटाओ सिक्का लेना सिक्के को नीचे गिराना बहुत बढ़िया आवाज करेगा इस प्रॉपर्टी को बोलते हैं सोनोरिटी सो मेटल्स आर सोनोरस जो इस प्रॉपर्टी को शो करे मेरे दोस्त वो क्या कहलाएगा सोनोरस कहलाएगा नॉन मेटल्स नॉन सोनोरस होते हैं इस प्रॉपर्टी को शो नहीं करते उसके बाद बात करते हैं इलेक्ट्रिकल कंडक्टिविटी की यह बचपन से पढ़ते आ रहे हो तुम मेटल्स इ मेटल्स बिजली कंडक्ट करते हैं बिकॉज ऑफ फ्री इलेक्ट्रॉन ठीक है ना बिकॉज ऑफ प्री इलेक्ट्रॉन कोई भी चीज बिजली कंडक्ट करती है बिकॉज द फ्लो ऑफ इलेक्ट्रॉन और द मूवमेंट ऑफ इलेक्ट्रॉन इज नोन एज इलेक्ट्रॉनिक करंट नॉट टॉकिंग अबाउट द कन्वेंशनल करंट इलेक्ट्रॉनिक करंट ठीक है ना सो मेटल्स आर गुड इलेक्ट्रिकल कंडक्टर्स बिकॉज दे आ फ्री इलेक्ट्रॉन जिन्ह आगे चलके तुम बोलोगे डी लोकलाइज इलेक्ट्रॉन भी कह सकते हैं ठीक है ये क्या है मोस्ट ऑफ द केसेस में पुअर इलेक्ट्रिकल कंडक्टर्स एक्सेप्शन फसता है ग्रेफाइट फॉर्म ऑफ कार्बन वही पेंसिल का जो कोर है ठीक है दोस्त बिजली कंडक्ट कर लेता है ठीक है बात करते हैं हीट कंडक्शन की किसकी हीट कंडक्शन की एक बात याद रखना अगर आपको यह मिसकनसेप्शन है कि दोस्त हीट कंडक्शन भी फ्री इलेक्ट्रॉन की वजह से होता है तो आपको बता दूं आप गलत है हीट का जो ट्रांसफर होता है सॉलिड्स के अंदर दैट इज बिकॉज ऑफ एटॉमिक वाइब्रेशंस एटम्स के वाइब्रेशंस की वजह से होता है ये वाइब्रेशंस ट्रांसफर होती है इस वजह से होता है और इसको बेसिकली हम क्या कहते हैं इसको हम बोलते हैं फोनस क्या बोलते हैं फोनस कहते हैं क्या बोलते हैं फोनस तो एटम्स जो है जैसे मान लीजिए आपने किसी सॉलिड को हीट करना स्टार्ट किया इस तरफ से तो इसके एटम्स वाइब्रेट करेंगे या आसपास के एटम्स को हिलाए इस वाइब्रेशन का जो ट्रांस होगा इस फॉर्मेट में हीट ट्रांसफर होता है ऐसे वेव्स के फॉर्मेट में हीट ट्रांसफर होगा और इसे हम बोलते हैं फनन फोनोनिक हीट ट्रांसफर तो दे आर जनरली गुड कंडक्टर्स ऑफ हीट एक्सेप्शन लेड मरकरी एंड बि स्मिथ ठीक है दे आर जनरली द पुअर कंडक्टर्स ऑफ हीट एक्सेप्शन डायमंड इस संस संसार का इस संसार का बेस्टेस्ट कंडक्टर ऑफ हीट डायमंड है एक नॉन मेटल इस संसार का सबसे हार्डेक कंडक्टर ऑफ हीट भी है याद रखना अगर इलेक्ट्रॉन का योगदान होता तो डायमंड बेस्ट कंडक्टर ऑफ हीट कभी नहीं होता तुम मेटल्स में बेस्ट कंडक्टर ऑफ हीट है उससे सबसे तेज है उससे पाच गुना ज्यादा है तो हीट का जो ट्रांसफर है मेटल्स आर जनरली द गुड कंडक्टर्स ऑफ हीट यानी एटॉमिक वाइब्रेशन बहुत बढ़िया तरीके से होते हैं एक्सेप्शन है लेड लेड का सिंबल है पीब मरकरी यानी एजी और बिस्म यानी बीई जनरली दे आर पुर कंडक्टर्स ऑफ हीट एक्सेप्शन डायमंड ट इ अ फॉर्म ऑफ कार्बन अब बात करते हैं मेल्टिंग पॉइंट की मेल्टिंग पॉइंट यानी गलनांक टेंपरेचर एट च अ सॉलिड कन्वर्ट्स टू लिक्विड ठीक है यह होगा ठीक है अब यूजुअली जो है मेटल्स का हाई मेल्टिंग पॉइंट होता है एक्सेप्शन यहां पर फसता है गलियन और सीसियम अब देखि गेलि और सीजम से रिलेटेड एक मिसकनसेप्शन और है कि यह रूम टेंप लिक्विड स्टेट में होते गलत बात है ऐसा कुछ भी नहीं है क्यों मैं आपको बताता हूं देख गैलियम का जो मेल्टिंग पॉइंट है व है 29.7 डिग्री सेल्सियस और सीसियम यह जो सीएस है इसका है 28.4 डिग्री सेल्सियस यह इनके मेल्टिंग पॉइंट है क्या है य मेल्टिंग पॉइंट है तो अब होता क्या है मेरे दोस्तों होता क्या है यहां पर क्योंकि इनका मेल्टिंग पॉइंट बहुत कम है इनका मेल्टिंग पॉइंट बहुत कम है सो दे मेल्ट ऑन ह्यूमन पाम मतलब अगर आपने अपने हाथ में इनको लिया तो आपके हाथ में पिघल जाएंगे क्योंकि आपके हाथ का टेंपरेचर नॉर्मल बॉडी का जो टेंपरेचर होता है वो कितना होता है 37 डिग्री सेल्सियस होता है मान लीजिए आपका नॉर्मल बॉडी टेंपरेचर है तो वो 37 होता है अब इसको पिघलने के लिए चाहिए था 29.7 ये पिघल जाएगा इसको 28.4 तो ये भी पिघल जाएगा लेकिन रूम टेंपरेचर कितना है 25 तो क्या 25 डिग्री सेल्सियस पे लिक्विड स्टेट में होंगे नहीं पॉइंट समझ लो द टेंपरेचर एट व्हिच अ सॉलिड कन्वर्ट्स इनटू अ लिक्विड तो ये 29.7 पे कन्वर्ट होता है रूम टेंपरेचर कितना है 25 25 पे लिक्विड स्टेट में होगा नहीं 29.7 पे पिघले का या 28.4 पे पिघले ह्यूमन पाम यानी हाथ पे पिघल जाते हैं हाथ का टेंपरेचर कितना होता है 37 होता है अच्छा उसके बाद जनरली लो मेल्टिंग पॉइंट होता है एक्सेप्शन फसता है इसके अंदर डायमंड अगेन फॉर्म ऑफ कार्बन ठीक है क्लियर हो गई समझ में आ गई मेरी बात यह क्लियर है सभी को दोस्तों को सारी बातें क्लियर है चलिए बहुत बढ़िया है ना बहुत सही बहुत सही अब यहां तक जो मैंने आपको पढ़ाया मेरे दोस्तों आपकी सारी एनसीईआरटी की जितनी एक्टिविटीज थी यहां पर वह सारी खत्म हो चुकी है प्रॉपर्टीज भी खत्म हो चुकी है लेकिन कुछ एक जो डिफरेंट है एक दो पर आपको थोड़ा डि लग सकता है उसको मैं यहां ले आया हूं ताकि मैं डिस्कस कर लूं जैसे एक्टिविटी नंबर 32 यानी 3.5 इस एक्टिविटी में ऐसा क्या हो रहा है जो डिफरेंट है मैं आपको बता देता हूं ध्यान से देखिए तो ये कहता है टेक एन एलुमिनियम और कॉपर वायर एक एलुमिनियम या कॉपर का तार ले लीजिए क्लैंप दिस वायर ऑन अ स्टैंड एज शोन इन द फिगर 3.1 इसको आप क्या कर दीजिए ऐसे बांध दीजिए क्लैंप कर दीजिए मतलब ऐसे बांध दिया आपने इसको नाउ फिक्स अ पिन टू द फ्री एंड ऑफ द वायर यूजिंग वैक्स ये जो तार आपने ऐसे लटका है ना इसके इस सिरे पे आप मोम लगा दीजिए मोम लगा दीजिए और मोम लगा के इसमें एक पिन को फिक्स कर दीजिए यानी इसके अंदर इसको फसा दीजिए चुपका दीजिए हीट द वायर विद द स्पिरिट लैंप कैंडल और अ बर्नर नियर द प्लेस वेयर इट इज क्लैम ये यहां पे जहां क्लैंप हुई है यहां पे अपन इसको गर्म करना स्टार्ट करते हैं क्या करना स्टार्ट करते हैं गर्म करना स्टार्ट करते जिस सिरे पे क्लैंप हुई है उस सिरे के पास से गर्म करना स्टार्ट करते हैं व्हाट डू यू ऑब्जर्व आफ्टर सम टाइम नोट योर ऑब्जर्वेशंस डज द मेटल वायर मेल्ट अब यह सवाल अगर आता मुझे पता है आप आंसर कर लेते लेकिन स्टिल मेरे को लगा कि मैं आपको बताऊं तो मैं बता देता हूं देखिए जब आप इसको यहां पर गर्म करेंगे तो आप क्या ऑब्जर्व करेंगे इधर गर्म करेंगे क्या यह गिरेगी क्या ये पिघले कीी तार ये क्या होगा डिस्कशन कर लेते हैं सबसे पहला व्हाट डू यू ऑब्जर्व आफ्टर सम टाइम एंड डज द मेटल वायर मेल्ट ठीक है तो आप क्या ऑब्जर्व करेंगे सबसे पहला आप क्या चीज ऑब्जर्व करेंगे वी ऑब्जर्व दैट ऑन हीटिंग द वायर नियर द क्लैंप आफ्टर सम टाइम द पिन फॉल्स डाउन यह पिन नीचे गिर जाएगा क्यों नीचे गिर जाएगा पिन के नीचे गिरने का रीजन क्या है यहां पर जब अपन गर्म कर रहे हैं तो यह मेटल की पूरी तार यहां से यहां तक गर्म होगी होगी हां होगी तो यह जो हीट है वो को ट्रांसफर होगा तो वक्स पिघले वक्स पिघले तो वैक्स के भरो से तो पिन टिका हुआ था पिन नीचे गिरेगा समझदार हो ना भाई यहां पर तुमने मोम लगा रखा है मुह में पिन लगा रखी है यह वायर गर्म होगा तो वैक्स पिघले वैक्स पिघले लिक्विड बनेगा तो पिन नीचे गिर जाएगी ठीक है दिस शोज दैट द हीट फ्लोज थ्रू द वायर एंड मेल्ट द वेक्स क्योंकि हीट फ्लो कर रही है और वैक्स को मेल्ट कर रही है तो पिन तो नीचे गिर जाएगी ठीक है उसके बाद द वायर डज नॉट मेल्ट इवन आफ्टर हीटिंग फॉर अ लॉन्ग टाइम दिस शोज दैट द मेटल्स हैव हाई मेल्टिंग पॉइंट्स तो ये एक तरीके से प्रूफ था कि मेटल्स का गलनांक या मेल्टिंग पॉइंट हाई होता है आप हीट कर रहे हो लेकिन वो पिघले नहीं समझ में आ गई मेरी बात तो इससे दो बातें साबित हुई एक कि मेटल्स आर गुड कंडक्टर ऑफ हीट दूसरा मेटल्स है हाई मेल्टिंग पॉइंट दो बातें प्रूव होती है मेटल्स आर गुड कंडक्टर्स ऑफ हीट दूसरा मेटल्स है हाई मेल्टिंग मेटल हैव हाई मेल्टिंग पॉइंट और एक यहां से होता है मेटल्स आर गुड कंडक्टर्स ऑफ हीट जी भाई समझ में आ गई मेरी बात अरे क्लियर हो गई दोस्तों तो जो आपके धातु होते हैं व अच्छे कंडक्टर होते हैं हीट के साथ ही साथ उनका मेल्टिंग पॉइंट या गलनाक काफी हाई होता है चलिए एक्टिविटी 3.6 ठीक है अच्छा कुछ बालक सोच रहे होंगे कि सुनील भैया मेल्टिंग पॉइंट मरकरी का तो सबसे लो होगा बिल्कुल उसका मेल्टिंग पॉइंट या फ्रीजिंग पॉइंट मेल्टिंग पॉइंट या फ्रीजिंग पॉइंट सेम होता है किसी भी सब्सटेंस का जैसे पानी का मेल्टिंग पॉइंट या फ्रीजिंग पॉइंट क्या है पानी फ्रीज होता है 0 डिग्री सेल्सियस पे बर्फ बनता है और जीरो पे ही पिघलता है तो मेल्टिंग पॉइंट और फ्रीजिंग पॉइंट किसी भी सब्सटेंस का सेम होता है मरकरी का -38 है मतलब - 38 डिग्री सेल्सियस पे वो फ्रीज होगा या उसी पर वो पिघले नेगेटिव में चलो सेट अप एन इलेक्ट्रिक सर्किट ए शोन इन फिगर 3.2 यह मान लीजिए आपने एक फिगर सेट अप किया जिसमें ये बेसिकली आपकी क्लिप्स है यह बैटरी है यह बल्ब है यह स्विच है ये ऑन है यहां ठीक है भई य की है ना ऑन स्टेट में है अब देखिए क्या करना है प्लेस द मेटल टू बी टेस्टेड बिटवीन द टर्मिनल्स ए एंड बी एज शोन डज द बल्ब ग्लो अगेन व्ट डज दिस इंडिकेट मान लीजिए कोई एक मेटल का ऑब्जेक्ट आपने इसके बीच में डाल दिया सर्किट में आपका करंट फ्लो कर ही रहा है क्योंकि ये क्या है यह बेसिकली स्विच ऑन है मतलब य की आपने डाल रखी है ऑन स्टेट में है ठीक है अब दोस्तों अगर आप यहां पर कोई मेटलिक सैंपल लगाते हैं तो क्या बल्ब जलेगा डज द बल्ब ग्लो व्ट डज दिस इंडिकेट क्या इंडिकेट करता है देखिए विल द बल्ब विल द बल्ब ग्लो एंड व्हाट डज दिस इंडिकेट सो द बल्ब ग्लोज दिस शोज दैट इलेक्ट्रिक करंट फ्लोज थ्रू द मेटल इससे क्या कंक्लूजन आता है दे आर गुड कंडक्टर्स ऑफ इलेक्ट्रिसिटी है ना दे आर गुड कंडक्टर्स ऑफ इलेक्ट्रिसिटी क्या बात है बहुत बढ़िया दूसरी चीज जो दूसरा सवाल यहां से बन सकता है वो क्या है वई आर इलेक्ट्रिकल वायर्स कोटेड विद पीवीसी पीवीसी का मतलब होता है पॉली विनाइल क्लोराइड ये पॉली विनाइल क्लोराइड से कोटेड क्यों होती है ठीक है ना ये पॉली विनाइल क्लोराइड से कोटेड क्यों होती है या किसी और रबर लाइक मटेरियल से कोटेड क्यों होती है आपने तारों को देखा होगा उन परे कवरिंग चढ़ी हुई होती है क्यों चढ़ी हुई होती है अब समझने की बात है सुनील भाई अगर मेटल में से बिजली का कंडक्शन हो रहा है है ना और अगर हम तार को पकड़ ले और हमको झटका लग जाए तो कवरिंग होगी तो झटका नहीं लगेगा तो कवरिंग वाला मटेरियल क्या है इंसुलेटर होगा सरल सी बात है तो पीवीसी और एनी अदर रबर लाइक मटेरियल इज यूज्ड बिकॉज दे आर पुअर कंडक्टर्स ऑफ इलेक्ट्रिसिटी मतलब जो तार के ऊपर कोटिंग चढ़ी हुई होती है फॉर एग्जांपल य आपकी तार है यह मेटल की वायर है ठीक है इसके ऊपर जो कोटिंग चढ़ी हुई होती है यह जो कोटिंग चढ़ी हुई होती है या यह ऐसे कोटिंग जो चढ़ी हुई होती है य यह बेसिकली पीवीसी या एनी अदर रबर लाइक मटेरियल की चढ़ी हुई होती है इसके पीछे का रीजन ये है मेरे दोस्त कि अगर आप इस तार को पकड़े तो आपको करंट ना आए वरना अगर ये नहीं होगा तो झटका लग जाएगा है ना इसी वजह से ठीक है आई होप यह बात आपको क्लियर हो गई होगी क्योंकि यह क्या होगा ये इंसुलेटर होगा पुअर कंडक्टर ऑफ इलेक्ट्रिसिटी या आप कह सकते हैं इंसुलेटर चलिए क्लियर है बात हां जी भैया अब देखिए कुछ फन फैक्ट्स देख लीजिए जो आपके लिए काफी ज्यादा महत्त्वपूर्ण और इंपॉर्टेंट है यहां पे सबसे पहला अगर आपसे कोई पूछता है सबसे मेलेबल मेटल कौन सा है तो गोल्ड इज द मोस्ट मेलेबल मेटल गोल्ड इज द मोस्ट मेलेबल मेटल याद रखिएगा गोल्ड और सिल्वर काफी ज्यादा मेलेबल मेटल्स होते हैं सबसे ज्यादा मेलेबल मेटल है आपका गोल्ड उसके बाद आपका सिल्वर है ठीक है मेलबिगफाइल आता है हमारे पास है ना एलुमिनियम का फाइल आता है हमारे पास या बेसिकली घर में जब मिठाई मिठाई आती है तो उसके ऊपर पतला पतला चांदी का वर्क या सोने का वर्क चढ़ा हुआ होता है दैट इज दन एप्लीकेशन ऑफ मेलबिल्ड की पतली पतली लेयर चढ़ा रखी है ना थिन फाइल के शेप में हमने कर रखा है दिस शोज दैट दे आर मेलेबल ये एलुमिनियम का फाइल पतली शीट हो गई मेटल सिर मेटल्स आर मेलेबल है ना तो सबसे ज्यादा मेलेबल मेटल कौन सा है गोल्ड अच्छा एक चीज और प्लैटिनम सबसे ज्यादा डक्टाइल मेटल है एनसीआरटी कहती है गोल्ड तो तुम एग्जाम में गोल्ड ही लिख के आना ठीक है एनसीआरटी सेज कि 1 ग्राम वायर 2 किलोमीटर लंबा स्ट्रेच स्ट्रेच ये अपना एक फैक्ट लगाती है लेकिन वो अपडेटेड फैक्ट इसके लिए नहीं है बिकॉज अपडेटेड थिंग इज प्लैटिनम इज द मोस्ट डक्टाइल मेटल नॉट गोल्ड एनसीआरटी गोल्ड कहती है तुम गोल्ड लिख लेना कोई दिक्कत नहीं है बेस्ट कंडक्टर ऑफ हीट इस संसार में क्या है डायमंड है डायमंड व्हिच इज बेसिकली अ फॉर्म ऑफ कार्बन एंड कार्बन इज नथिंग बट नॉनमेटल तो संसार का बेस्ट कंडक्टर ऑफ हीट एक अधातु एक नॉनमेटल है ना कि एक मेटल अच्छा इन केस ऑफ मेटल्स हम बात करें तो सिल्वर इज द बेस्ट कंडक्टर ऑफ हीट इन केस ऑफ मेटल्स फॉलो बाय कॉपर तो सबसे बेस्ट कंडक्टर ऑफ हीट मेटल्स के केस में सिल्वर है फॉलो बाय कॉपर और ओवरऑल हम एलिमेंट्स की बात करें तो डायमंड इज द बेस्ट कंडक्टर ऑफ हीट ठीक है और ऑर्डर ऑफ इलेक्ट्रिसिटी कंडक्शन इन केस ऑफ मेटल सबसे बढ़िया इलेक्ट्रिसिटी कंडक्शन करता है सिल्वर ठीक है ओवरल बात कर सकते हैं ऑर्डर ऑफ इलेक्ट्रिसिटी कंडक्शन इन केस ऑफ मेटल्स या नॉनमेटल सबका मिला के सबसे बेस्ट कंडक्टर ऑफ इलेक्ट्रिसिटी कौन है जैसे बेस्ट कंडक्टर ऑफ हीट कौन है डायमंड बेस्ट कंडक्टर ऑफ इलेक्ट्रिसिटी ओवरऑल कौन है सिल्वर फिर आता है कॉपर फिर आता है गोल्ड और फिर आता है एलुमिनियम सो द बेस्टेस्ट कंडक्टर ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इज सिल्वर द बेस्टेस्ट कंडक्टर ऑफ हीट इज डायमंड यहां पर नॉन मेटल जीतते हैं यहां पर मेटल जीतते हैं ठीक है सो द बेस्टेस्ट कंडक्टर ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इज सिल्वर फॉलो बाय कॉपर फॉलो बाय गोल्ड फॉलो बाय एल्युमिनियम टॉकिंग अबाउट द बेस्ट कंडक्टर ऑफ हीट डायमंड जो कि एक नॉन मेटल है बेस्ट कंडक्टर ऑफ हीट है अगर आपसे कोई स्पेसिफिकली मेटल्स का पूछे तो सिल्वर इज द बेस्ट कंडक्टर ऑफ हीट इन केस ऑफ मेटल्स फॉलो बाय कॉपर इन केस ऑफ मेटल्स व्हिच इज द बेस्ट र ऑफ हीट सिल्वर फॉलो बाय कॉपर ओवरऑल डायमंड ओवरऑल बेस्ट कंडक्टर ऑफ इलेक्ट्रिसिटी सब में ओवरऑल सब में दैट इज सिल्वर ठीक है समझ में आ गई बात ठीक है आई होप य सारी की सारी बातें आपको बढ़िया तरीके से क्लियर हो रही है समझ में आ रही है अब एक चीज पर दिमाग लगाना कि सिल्वर और गोल्ड की तार क्यों नहीं बनती है भाई सिल्वर और गोल्ड की तार भी तो बन सकती है कॉपर और एलुमिनियम की की तारे तो आपने देखी है सिल्वर और गोल्ड की क्यों नहीं देखी है तो सरल सा आंसर क्या है सिल्वर और गोल्ड प्रेशियस मेटल्स है है ना ज्वेलरी वगैरह बनाने के काम में आते हैं काफी कम पाए जाते हैं इसीलिए काफी ज्यादा प्रेशियस है काफी ज्यादा महंगे हैं सिल्वर और कॉपर सिल्वर और गोल्ड की तारे नहीं बना सकते अपन मतलब तारे तो बना सकते हैं लेकिन घर में नहीं लगा सकते काफी महंगा पड़ेगा ठीक है कॉपर एलुमिनियम रिलेटिवली सस्ता है आई होप बहुत बढ़िया लग रहा है जब जब बढ़िया लगता रहे आय भैया का नारा लगता रहे जब जब बढ़िया लगता रहे आय भैया का नारा लगता रहे लगता रहे लगता रहे लगता रहे लगता रहे आ हाहा मजा आ गया ठीक है चले आगे तो चलिए अब देखते हैं कि रिएक्टिविटी सीरीज जो आप फर्स्ट चैप्टर से देखते आ रहे हैं या जिसे आप एक्टिविटी सीरीज ऑफ मेटल्स बोलते हैं यह कैसे आई देखिए ऐसा तो नहीं है कि परमात्मा ने आपको य ऑर्डर दे दिया था नहीं तो यह इंसानों ने ही बनाया है जी कैसे बहुत सारी रिएक्शंस को ऑब्जर्व करके हमने यह पर्टिकुलर ऑर्डर बनाया है तो अब हम ये डिकोड करेंगे कि रिएक्टिविटी सीरीज कैसे बनी और इससे हमारा क्या कवर हो जाएगा केमिकल प्रॉपर्टीज ऑफ मेटल क्लियर हो जाएगा क्या क्लियर हो जाएगा केमिकल प्रॉपर्टीज ऑफ मेटल क्लियर हो जाएगा और उसके बाद हम लोग केमिकल प्रॉपर्टीज ऑफ नॉन मेटल भी कवर कर लेंगे अब इसमें हम लोग स्टार्ट कहां से करेंगे सबसे पहले हम देखेंगे कि मेटल्स ऑक्सीजन के साथ कैसे रिएक्ट करते हैं उसके बाद हम देखेंगे कि वो पानी के साथ कैसे रिएक्ट या बिहेव करते हैं उसके बाद हम देखेंगे वो डाइल्यूट एसिड्स के साथ कैसे बिहेव करते हैं और सबसे आखिरी में हम देखेंगे रिएक्शन ऑफ मेटल्स विद सॉल्ट सॉल्यूशन ऑफ अदर मेटल्स है ना तो ये सारी रिएक्शंस हम ऑब्जर्व करेंगे और उसके बेसिस पे हम यह रिएक्टिविटी सीरीज या रिएक्टिविटी और ऑर्डर जो है मेटल्स का यह बनाते हैं ठीक है दोस्तों चलिए स्टार्ट करते हैं फिर फटाफट से तो सबसे पहला सवाल जो आपकी स्क्रीन के ऊपर है वो यह है आपको इसके बारे में सोचना है स्क्रीन पॉज करके सवाल कह रहा है द मेटल वच रिएक्ट्स एट अ लोअर टेंपरेचर दन द वन व्हिच डजन रिएक्ट इज मोर रिएक्टिव इज दिस ट्रू र फाल्स यह कह रहा है कि एक ऐसा मेटल जो ज्यादा लोअर टेंपरेचर पर रिएक्ट कर लेता है दूसरे मेटल या धातु के कंप में वो ज्यादा रिएक्टिव मेटल है क्या यह सत्य है क्या य असत्य है तो जो मेटल रिएक्ट कर लेता है लोअर टेंपरेचर पे है ना देन द वन ट डजन रिएक्ट इ मोर रिएक्टिव तो यह मेटल ज्यादा रिएक्टिव होगा सो द मेटल ट रिएक्ट एट लोअर टेंपरेचर देन द वन ट डन रिएक्ट इ मोर रिएक्टिव क्यों एक कांसेप्ट आपने यहां पर सीखा था मोर रिएक्टिव मेटल कौन होता है च इज अ मोर रिएक्टिव मेटल पहले मेरे को यह बताओ ज्यादा रिएक्टिव मेटल कौन होता है जो आसानी से इलेक्ट्रॉन को लूज कर देता है इजली लूजस इलेक्ट्रॉन या इलेक्ट्रॉन अग्री करते हैं ज्यादा रिएक्टिव मेटल वो होता है जो आसानी से इलेक्ट्रॉन दे अब जितने ज्यादा लोअर टेंपरेचर पे वो इलेक्ट्रॉन दे रहा है ना याद रखना वो उतना ज्यादा रिएक्टिव है ठीक है क्योंकि कहीं ना कहीं जितना लोअर टेंपरेचर पे रिएक्ट कर रहा है मतलब वहां पर पार्टिकल्स की काइनेटिक एनर्जी अब आपको इसमें जाना नहीं है बट आपको ये पता होना चाहिए ठीक है ना इन डेप्थ कांसेप्ट प नहीं जाना बट आईडिया तो होना चाहिए जितना लोअर टेंपरेचर होता है उतनी ही लोअर काइनेटिक एनर्जी होती है पार्टिकल्स की लेकिन अगर लोअर काइनेटिक एनर्जी होने के बाद भी वो रिएक्ट कर रहा है मतलब वो बहुत खतरनाक रिएक्टिव है वो आसानी से इलेक्ट्रॉन देना या लेना चाहता है मेटल के केस में आसानी से इलेक्ट्रॉन देगा नॉनमेटल के केस में आसानी से इलेक्ट्रॉन लेगा ठीक तो यानी यहां पे मेटल ए मान लीजिए एक मेटल ए है ठीक है इट रिएक्ट्स एट अ लोअर टेंपरेचर देन अनदर मेटल बी इट मींस ए इज मोर रिएक्टिव देन बी याद रखना ये कंसेप्ट टू है जो मेटल जितना लोअर टेंपरेचर पर रिएक्ट करेगा उतना ज्यादा रिएक्टिव क्या बात है भैया उसके बाद द मेटल च रिएक्ट्स मोर विगर असली विगर सली का मतलब होता है तेज या फिर इंस्टेंट या फिर आप बोल सकते हैं रैपिड अब पढ़िए पूरा सवाल द मेटल व्हिच रिएक्ट्स मोर विगर असली एंड जनरेट लार्ज अमाउंट ऑफ हीट एंड लाइट एनर्जी देन अनदर मेटल व्हेन रिएक्टिंग विद द सेम सब्सटेंस इज मोर रिएक्टिव सत्य या असत्य सवाल यह चीज कह रहा है कि एक मेटल एक मेटल दूसरे मेटल के कंपैरिजन में यानी एक मेटल आपके पास ए है एक मेटल आपके पास बी है जब ये सेम सब्सटेंस से रिएक्ट करते हैं तो ए ज्यादा तेज रिएक्ट करता है बी के कंपैरिजन में और ज्यादा अमाउंट ऑफ हीट और लाइट एनर्जी जनरेट करता है बी के कंपेरिजन में तो क्या ए ज्यादा रिएक्टिव है ओबवियसली यस ए इज मोर रिएक्टिव ठीक है ना तो याद रखना कि जैसे मान लो कि मेटल ए है इट रिएक्ट्स एट अ फास्टर स्पीड देन अनदर मेटल बी एंड रिलीजस मोर अमाउंट ऑफ हीट एंड लाइट एनर्जी एस कंपेयर्ड टू मेटल बी वन बोथ रिएक्ट विद अ से सब्स एट सेम कंडीशन तो यानी यहां पर क्या हो गया ए इज मोर रिएक्टिव देन बी है ना ए इज मोर रिएक्टिव देन बी ऐसा क्यों यानी अगर ए ज्यादा रिएक्टिव है ए अगर ज्यादा रिएक्टिव है मेटल तो वो ज्यादा जल्दी इलेक्ट्रॉन दे रहा है ज्यादा जल्दी इलेक्ट्रॉन दे रहा है इसका यह मतलब है कि स्पीड ऑफ रिएक्शन फास्टर है इसका मतलब है कि अगर वहां पर हीट और लाइट एनर्जी भी जनरेट हो रही होगी तो वो ज्यादा जनरेट हो रही होगी एज कंपेयर टू दैट ऑफ बी ठीक है सो मेटल ए रिएक्ट एट अ फास्टर स्पीड दन अनदर मेटल b इसका मतलब ये ज्यादा जल्दी इलेक्ट्रॉन दे रहा है b के कंपैरिजन में तो ज्यादा रिएक्टिव हुआ और इसी वजह से ज्यादा अमाउंट ऑफ हीट और लाइट एनर्जी भी जनरेट कर रहा है यह फैक्टर भी याद रखना जब दोनों के दोनों सेम सब्सटेंस से सेम कंडीशन पे रिएक्ट कर रहे हैं तो इसका यह मतलब है कि a ज्यादा रिएक्टिव होगा b से तो ये कंडीशंस याद रखना कि लोअर टेंपरेचर पे रिएक्ट करने वा मेटल ज्यादा रिएक्टिव है ज्यादा जल्दी रिएक्ट करने वाला मेटल ज्यादा रिएक्टिव है ज्यादा हीट और लाइट एनर्जी जनरेट करने वाला मेटल ज्यादा रिएक्टिव है अब इन कंडीशंस के बाद हम लोग यहां से स्टार्ट करते हैं हमारी पहली रिएक्शन कौन सी रिएक्शन ऑफ मेटल्स विद ऑक्सीजन यानी धातुओं की रिएक्शन ऑक्सीजन के साथ ऑब्जर्व करते हैं चैप्टर वन में भी तुमने पढ़ी है क्या होती है रिएक्शन सुनील भैया मेटल जो होता है वो बेसिकली ऑक्सीजन के साथ रिएक्ट करता है और क्या बनाता है मेटल का ऑक्साइड बनाता है सिंपल मेटल प्लस ऑक्सीजन विल गिव मेटल ऑक्साइड अब एक शॉर्ट रिकप लेते हैं फटाफट से एक शॉर्ट रकप लेते हैं रूम टेंपरेचर 25 डिग्री सेल्सियस एंड स्ट्रांग हीटिंग तो रूम टेंपरेचर 25 डिग्री सेल्सियस पर मैग्नीशियम रिबन का केस ले तो मैग्नीशियम क्या करता है मैग्नीशियम आपका एयर में प्रेजेंट ऑक्सीजन से रिएक्ट करके मैग्नीशियम ऑक्साइड की एक वाइट लेयर बना लेता है वाइट लेयर क्या बना लेता है वाइट लेयर बना लेता है अगर यह आपके पास मैग्नीशियम का रिबन है यह आपके पास मैग्नीशियम का रिबन है तो एयर में प्रजेंट ऑक्सीजन से इंटरेक्ट करके खुद के ऊपर क्या कर लेता है एक मैग्नीशियम ऑक्साइड की मैग्नीशियम ऑक्साइड की लेयर चढ़ा लेता है यह बेसिकली क्या है मैग्नीशियम रिबन है ठीक है ना तो मैग्नीशियम एयर में प्रेजेंट ऑक्सीजन से रिएक्ट करके खुद के ऊपर मैग्नीशियम ऑक्साइड की लेयर चढ़ाता है ये आपको पता है इसीलिए फिर हमने चैप्टर वन में पढ़ा था कि हमको क्या करना पड़ता है इसको जलाने से पहले सैंड पेपर से इसको रिमूव करना पड़ता है मैग्नीशियम ऑक्साइड की लेयर को य आप पढ़ चुके हैं है ना तो फिर हम क्या करते हैं स्ट्रांग हीट करते हैं जब इसको तो मैग्नीशियम को जब हमने स्ट्रांग हीट किया ऑक्सीजन की प्रेजेंस में तो वाइट पाउडर बनाता है मैग्नीशियम ऑक्साइड का और साथ ही में काफी सारी हीट और काफी सारी लाइट एनर्जी लाइट एनर्जी किस फॉर्मेट में होती है वाइट डेजलिंग फ्लेम के फॉर्मेट में होती है ये हम सब कुछ पढ़ चुके हैं वाइट डेजलिंग फ्लेम डेजलिंग का मतलब होता है ब्राइट यानी चमकीली वाइट फ्लेम के फॉर्मेट में एनर्जी रिलीज करता है तो जैसे ही मेटल ऑक्सीजन से रिएक्ट करता है मेटल ऑक्साइड बनता है रूम टेंपरेचर 25 डिग्री सेल्सियस पे मैग्नीशियम ऑक्सीजन से रिएक्ट करके मैग्नीशियम ऑक्साइड की वाइट लेयर बनाता है और जब आप इसको स्ट्रांग हीट करते हैं तो मैग्नीशियम ऑक्साइड का वाइट पाउडर साथ में हीट और लाइट एनर्जी निकलती है लाइट एनर्जी वाइट डेजलिंग फ्लेम के फॉर्मेट में होती है यह आपने फर्स्ट चैप्टर में पढ़ा है यह रीकैप मैंने आपको दिया अब यही सारी रिएक्शन अपन सारे मेटल्स के लिए ऑब्जर्व करेंगे ठीक है देखिए अब मैं क्या करता हूं रूम टेंपरेचर यानी 25 डिग्री सेल्सियस या फिर लो हीटिंग प इन मेटल को ऑब्जर्व करता हूं अभी तो यह रिएक्टिविटी सीरीज के ऑर्डर में ही है है ना अरेंज मैंने पहले ही करे बट जब वो लोग ऑब्जर्व कर रहे थे साइंटिस्ट लोग उनको य ऑर्डर नहीं पता था वह ऑर्डर को डिकोड करना चाहते थे कि कौन ज्यादा रिएक्टिव कौन कम रिएक्टिव ठीक है तो उन्होने क्या ऑब्जर्व किया कि रूम टेंपरेचर पर 25 डिग्री सेल्सियस या लो हीटिंग पर इन मेटल्स के साथ क्या होता है तो यहां पर इन दोनों मेटल्स के केस में क्या होता है पहले आप ये ऑब्जर्व कीजिए रूम टेंपरेचर पे पोटेशियम और सोडियम ऑक्सीजन के साथ रिएक्ट करके पोटेशियम ऑक्साइड और सोडियम ऑक्साइड का निर्माण करते हैं कलर ऑफ द प्रोडक्ट होता है येलो और वाइट ये येलो कलर का है ये वाइट कलर का है यह रूम टेंपरेचर पे या लो हीटिंग पर जलने लगते हैं पेल पर्पल या लालक कलर की फ्लेम से ये ऑरेंज या फिर गोल्डन येलो कलर की फ्लेम से जलने लगता है सोडियम यानी कि यानी कि आपके दिमाग में एक बात आ रही होगी यह रूम टेंपरेचर पर सिर्फ रूम टेंपरेचर जो यह है इस पर अपन ने रख दिया आग पकड़ ले रहे हैं तो रिएक्टिव तो होंगे ही ना मैंने बोला जो जितना लोअर टेंपरेचर पर रिएक्ट करेगा उतना ज्यादा रिएक्टिव होगा तो पोटेशियम और सोडियम पोटेशियम ऑक्साइड सोडियम ऑक्साइड बनाएंगे ऑक्सीजन से रिएक्ट करके येलो और वाइट कलर का प्रोडक्ट और ये जलने लगेंगे लालक फ्लेम या फिर ऑरेंज कलर की फ्लेम से इनको हल्का गर्म करोगे तब भी ये फटाफट से जल जाएंगे लेकिन अगर आप यहां पर बात करें रूम टेंपरेचर पे कैल्शियम मैग्नीशियम एलुमिनियम जिंक आयरन लेड ये रूम टेंपरेचर पे खुद का ऑक्साइड बनाते हैं कैल्शियम ऑक्साइड मैग्नीशियम ऑक्साइड एलुमिनियम ऑक्साइड ये al2 o3 है जिंक ऑक्साइड fe3 o4 का मतलब है कि मिक्स्ड ऑक्साइड है fe2 o3 और ठीक है ना इसका मतलब नो लाइट एनर्जी यह तो आपको समझ में आ गया समझ में आ रहा है जो जितना कम एनर्जी रिलीज करेगा उतना कम रिएक्टिव बताया था बताया था ठीक है ना नो फ्लेम ठीक सिल्वर गोल्ड और प्लैटिनम में नो रिएक्शन कॉपर के केस में अगर आप लो हीटिंग करेंगे तब कॉपर के केस में अगर आपने लो हीटिंग कर दी तब एयर के प्रेजेंस में तो यह बेसिकली क्या बना लेता है यह बनाता है कॉपर ऑक्साइड यह होता है ब्लैक कलर का कौन से कलर का ब्लैक कलर का अब इन केसेस की अगर हम बात करें तो हम यहां पर बोलते हैं कि यह क्या करते हैं रूम टेंपरेचर पे या लो हीटिंग के बेसिस पे ये लोग क्या करते हैं अपने ऊपर एक ऑक्साइड की लेयर चढ़ा लेते हैं लेकिन कोई भी यहां पर फ्लेम यानी लाइट एनर्जी नहीं निकलती है जैसे यहां पर निकलेगी इधर नहीं निकलेगी यहां पर निकल रही है इसलिए मोर रिएक्टिव है इनमें नहीं निकल रही इसका मतलब ये कम रिएक्टिव होंगे ठीक है तो ये क्या करते हैं खुद के ऊपर प्रोटेक्टिव लेयर बना लेते हैं ये भी याद रखना प्रोटेक्टिव लेयर बना लेते हैं प्रोटेक्टिव लेयर ऑन देम यानी ये जो ऑक्साइड की लेयर इन्होंने बनाई है ये प्रोटेक्टिव लेयर है ठीक है तो मैंने क्या बोला कि रूम टेंपरेचर पे 25 डिग्री सेल्सियस या लो हीटिंग पे पोटेशियम और सोडियम पोटेशियम ऑक्साइड सोडियम ऑक्साइड येलो और वाइट कलर का प्रोडक्ट बनाएंगे साथ में इस फ्लेम से जलने लगेंगे लेकिन यही आप कैल्शियम मैग्नीशियम एलुमिनियम जिंक आयरन लेड और कॉपर की बात करें तो अगर आप इनको रूम टेंपरेचर पे रखें या लो हीटिंग करें तो यह अपने ऑक्साइडस बनाते हैं इस कलर के लेकिन इनमें ना तो कोई फ्लेम निकलती है ना ही कोई लाइट एनर्जी यानी कोई लाइट एनर्जी नहीं निकल रही कोई लपटे नहीं निकल रही ठीक है यह रूम टेंपरेचर और लो हीटिंग की बात हुई इस केस में नो रिएक्शन है अब अगर मैं इसको स्ट्रांग हीट करूं तो अब अगर मैं इसको स्ट्रांग हीट करूं तो काफी तेज गर्म करूं तो ऑक्सीजन की प्रेजेंस पे अब मैं सारे मेटल्स को काफी तेज गर्म कर रहा हूं ठीक है ना पहले मैंने क्या किया लोर टेंपरेचर दिया अब मैं टेंपरेचर को बढ़ा रहा हूं मैं क्या कर रहा हूं टेंपरेचर को बढ़ा रहा हूं टेंपरेचर को राइज कर रहा हूं लेकिन हमें पता है जो जितना लोअर टेंपरेचर पर रिएक्ट करता है वो उतना ज्यादा रिएक्टिव है मुझे टेंपरेचर बढ़ाना पड़ रहा है मतलब वो लोग कम रिएक्टिव होते जा रहे हैं भाई कम टेंपरेचर पर कौन रिएक्ट कर रता ये तो ये ज्यादा रिएक्टिव हो जाएंगे यही कंडीशन बताई थी हा अब मैं बहुत स्ट्रंग हीट करता हूं सबको तो इस वाले केस में क्या होगा भाई यह तो वैसे ही भौकाली मेटल है यह तो कहेंगे भैया हम तो वैसे ही जलने वाले हैं हमसे क्या पंगा ले रहे हम तो वैसे ही हम तो रूम टेंपरेचर पर जल जाते हैं तुम स्ट्रंग गर्म करोगे तो हम तो और धमाका व माका कर देंगे उल्टा है ना तो यह तो पोटेशियम और सोडियम के केस में क्या हो जाएगी रिएक्शन हाईली विगस मतलब काफी तेज रिएक्शन होगी कैसी होगी काफी तेज रिएक्शन होगी पोटेशियम और सोडियम के केस में बनेगा पोटेशियम ऑक्साइड सोडियम ऑक्साइड ये होगा येलो कलर का ये होगा वाइट कलर का लाइल कलर की फ्लेम ऑरेंज कलर की फ्लेम काफी तेज रिएक्शन होगी बात करते हैं कैल्शियम मैग्नीशियम एलुमिनियम की तो यहां पर जो स्पीड ऑफ रिएक्शन होगी वो भी तेज होगी विगस होगी देखो पोटेशियम और इससे तो कम होगी पोटेशियम और सोडियम से कम होगी लेकिन ये भी तेज होगी अब इस केस में याद रखना आपको लगता है वाइट डेजलिंग फ्लेम से सिर्फ मैग्नीशियम जलता है नहीं देखिए ये कैल्शियम ऑक्साइड बनाएगा मैग्नीशियम ऑक्साइड एलुमिनियम ऑक्साइड तीनों वाइट कलर के पाउडर होंगे और तीनों ही वाइट डेजलिंग फ्लेम से जलेंगे याद रखना तीनों के तीनों वाइट डेजलिंग फ्लेम से बर्न करते हैं कैल्शियम मैग्नीशियम एलुमिनियम तीनों के तीनों वाइट डेजलिंग फ्लेम से बर्न करते हैं फिर आती है जिंक की बारी फिर आती है जिंक की बारी जिंक की बारी आती है जिंक क्या करता है जिंक की जो स्पीड ऑफ रिएक्शन है वो कैसी होती है मॉडरेट स्पीड ऑफ रिएक्शन होती है मॉडरेट स्पीड ऑफ रिएक्शन होती है मैंने आपको बताया था जितना ज्यादा तेज स्पीड ऑफ रिएक्शन होगा उतना ज्यादा रिएक्टिव यहां पे स्पीड ऑफ रिएक्शन बहुत तेज मतलब बहुत रिएक्टिव यहां पर थोड़ी सी धीरे यहां पर और धीरे जिंक के केस में तो जिंक ऑक्सीजन से रिएक्ट करके बनाता है जिंक ऑक्साइड कलर ऑफ द प्रोडक्ट होता है वाइट कलर ऑफ द फ्लेम होता है लाइट ब्लू पोटेशियम सोडियम बनाते हैं पोटेशियम ऑक्साइड सोडियम ऑक्साइड कैल्शियम मैग्नीशियम एलुमिनियम बनाता है कैल्शियम ऑक्साइड मैग्नीशियम ऑक्साइड एलुमिनियम ऑक्साइड जिंक बनाता है जिंक ऑक्साइड जिंक ऑक्साइड वाइट कलर का है लाइट ब्लू कलर की फ्लेम से जलता है लेकिन स्पीड ऑफ रिएक्शन मॉडरेट है जितना स्लोअर स्पीड ऑफ रिएक्शन होगा उतना कम रिएक्टिव फिर बात करते हैं आयरन की ठीक है ना फिर बात करते हैं आयरन की इवन स्लोअर रेट ऑफ रिएक्शन इवन स्लोअर रेट ऑफ रिएक्शन अब देखिए आयरन का मैं आपको रिलेट करवाता हूं अगर आपने कभी लोहे का सरिया कटते हुए देखा है तो जैसे ही लोहे का सरिया कटता है तो चिंगारी निकलती है चिंगारी क्यों निकलती है क्योंकि जब आप उसको काट रहे तो फ्रिक्शन की वजह से आप उसको हाई हीट दे रहे हैं और हाई हीट एयर यानी न की प्रेजेंस में दे रहे हैं तो जैसे ही आयरन को आपने ऑक्सीजन की प्रेजेंस में काफी ज्यादा गर्म कर दिया भाई अगर आपने लोहे के सरिया को काटा है तो फ्रिक्शन की वजह से काफी ज्यादा आप हीट उसको दे रहे हैं हीट इज गिवन इन द प्रेजेंस ऑफ ऑक्सीजन दैट इज एयर होगा क्या होगा क्या यह ब्लैक कलर का f fe2 o3 यानी fe3 o4 का निर्माण करेगा और यहां पे काफी ज्यादा स्पार्कल्स निकलेंगे क्या निकलेंगे स्पार्कल्स निकलेंगे चिंगारी निकलेगी लेकिन यहां पर कोई कोई फ्लेम नहीं निकलेगी आपने देखा होगा चिंगारी निकलती है कोई फ्लेम नहीं निकलती तो यहां पर लाइट एनर्जी और आपकी रिड्यूज हो ग और कम रिएक्टिव है लेड और कॉपर की अगर हम बात करें तो इस केस में लेड ऑक्साइड बनेगा कॉपर ऑक्साइड बनेगा ये येलो कलर का ये ब्लैक कलर का यहां पर भी देखो बन रहा था यहां पर भी बन रहा था येलो कलर का ठीक है तो ये येलो और ब्लैक कलर का बनेगा लेकिन यहां पर कोई फ्लेम नहीं है मतलब इससे समझ में आ रहा है ये और कम रिएक्टिव है और मजे की बात सिल्वर गोल्ड और प्लैटिनम तो रिएक्ट ही नहीं करते अब इतनी सारी बातों में कंक्लूजन क्या है इतनी सारी बातें आपने बता दी कंक्लूजन क्या है ध्यान से सुनना कंक्लूजन क्या है देखो कंक्लूजन क्या है तुमको एक बात समझ में आ रही है कि पोटेशियम और सोडियम सबसे ज्यादा रिएक्टिव है इतनी बात समझ में आ रही है ये बात समझ में आ रही है भाई पोटेशियम और सोडियम रूम टेंपरेचर पे भी रिएक्ट करके आग लगा रहे थे ले इसके मतलब क्या है रे बाबू सबसे ज्यादा रिएक्टिव है जी लेकिन इन दोनों में से सबसे ज्यादा रिएक्टिव कौन है ये तुमको नहीं पता यह पता है क्या नहीं पता सिल्वर गोल्ड एंड प्लैटिनम आर लीस्ट रिएक्टिव बट व्हिच इज लीस्ट रिएक्टिव अमंग व्हिच इज लीस्ट रिएक्टिव अमंग ऑल ऑफ देम या इनमें से तीनों में से सबसे ज्यादा कौन ज्यादा रिएक्टिव है या सबसे कम रिएक्टिव कौन है ये तो नहीं पता ये तीनों रिएक्ट नहीं कर रहे तो तुम कैसे बताओगे तीनों में सबसे कम रिएक्टिव कौन सा है सबसे ज्यादा रिएक्टिव कौन सा है नहीं बता सकते ना यह बात बता सकते हो क्या नहीं और कंक्लूजन क्या है कैल्शियम मैग्नीशियम एंड एलुमिनियम है ना कैल्शियम मैग्नीशियम और एलुमिनियम जो है यह आपके रिएक्टिव मेटल्स है बट च इ मोर रिएक्टिव अमंग ल ऑफ देम इन तीनों में से ज्यादा रिएक्टिव कौन है यह आपको पता है कि लेस रिएक्टिव है यह तो आपको पता है किय लेस रिएक्टिव देन पोटेशियम एंड सोडियम है लेकिन इन तीनों में ज्यादा रिएक्टिव कौन है कम रिएक्टिव कौन है यह कैसे पता लगेगा नहीं पता उसी प्रकार जिंक और आयरन देखिए जिंक मॉडरेट स्पीड ऑफ रिएक्शन शो करता है लाइट ब्लू कलर की फ्लेम देता है आयरन स्पार्कल्स देता है लेकिन लेड और कॉपर तो यह भी नहीं देते इसका मतलब कि जिंक आयरन से तो ज्यादा रिएक्टिव है और आयरन लेड और कॉपर से ज्यादा रिएक्टिव है बिकॉज वो फ्लेम्स नहीं जनरेट करते जितना ज्यादा एनर्जी जनरेट करेगा उतना ज्यादा रिएक्टिव मैंने बताया था तो आयरन और जिंक आर मोर रिएक्टिव देन लेड एंड कॉपर बट लेस रिएक्टिव देन पोटेशियम सोडियम कैल्शियम मैग्नीशियम एलुमिनियम बट नाउ व्हिच इज मोर रिएक्टिव बिटवीन लेड एंड कॉपर यह कैसे पता लगेगा जिंक ज्यादा रिएक्टिव क्यों है आयरन से क्योंकि जिंक ब्लू कलर की फ्लेम निकालता है आयरन ज्यादा रिएक्टिव है लेड और कॉपर से क्योंकि आयरन स्पार्कल्स निकालता है लेड और कॉपर तो कुछ भी नहीं निकालते तो अब लेड और कॉपर कोई फ्लेम नहीं निकाल रहे कोई लाइट एनर्जी जी नहीं निकाल रहे तो कम रिएक्टिव है मान लिया इन दोनों में ज्यादा रिएक्टिव कौन है तो एक तरीके से सिर्फ रिएक्शन ऑफ मेटल विद ऑक्सीजन से हम ये ऑर्डर सेट नहीं कर सकते वी कांट सेट द ऑर्डर ऑफ द रिएक्टिविटी सीरीज ऑफ मेटल तो अब हमें आगे और चीजें देखनी पड़ेगी है ना अब उससे पहले एक सवाल आप लोगों से सवाल क्या है ध्यान से देखिएगा सवाल क्या है ऑल मेटल ऑक्साइडस और हाइड्रोक्साइडस आर ओनली बेसिक इन नेचर ऑल मेटल ऑक्साइडस और हाइड्रोक्साइडस आर ओनली बेसिक इन नेचर सत्य बात है क्याय क्या सारे मेटल के ऑक्साइड और हाइड्रोक्साइड स बेसिक है तो इसका करेक्ट आंसर क्या होगा बिग फैट नो क्योंकि मेटल के ऑक्साइड या फिर हाइड्रोक्साइड जो होते हैं मेटल के ऑक्साइडस या फिर जो आपके हाइड्रोक्साइड होते हैं आप पता है य दो नेचर शो करते हैं इदर यह आपके बेसिक होते हैं और इधर यह आपके एंफोटेरिक होते हैं एंफोटेरिक का मतलब क्या होता है दोस्त एम रूट वर्ड का मतलब है बोथ तो यह एंफोटेरिक का मतलब होता है किय एसिड एज वेल एस बेस यानी एसिड एज वेल एस बेस दोनों की तरह रिएक्ट कर सकते हैं एंफोटेरिक का एग्जांपल क्या है एंफोटेरिक कौन-कौन से मेटल है जिनके ऑक्साइड और हाइड्रोक्साइडस की बात हो रही है सबसे पहले ए ए बी प जड यहां से आ जाएगा बेसिकली टिन एलुमिनियम बेरिलियम लेड जिंक ठीक है याद रखना अपने कोर्स में एलुमिनियम और जिंक है तो इसकी चर्चा करेंगे यानी मेटल के जो ऑक्साइड और हाइड्रोक्साइड है इदर तो वो आपके सारे के सारे बेसिक हैं है ना कुछ आपके बेसिस है और कुछ आपके एंफोटेरिक हैं एंफोटेरिक का मतलब होता है कि वो एसिड एज वेल एज बेस दोनों की तरह रिएक्ट कर सकते हैं एमफ का मतलब होता है बोथ तो मेटल ऑक्साइडस या हाइड्रोक्साइडस इधर बेसिक है इधर एंफोटेरिक है एंफोटेरिक मेटल्स कौन-कौन से हैं जिनके ऑक्साइडस और हाइड्रोक्साइडस एंफोटेरिक हो सकते हैं टिन एलुमिनियम बेरिलियम लेड और जिंक और भी है इसके अलावा और भी है देयर आर एट्स आगे और लिख देता हूं एट्स और भी है ठीक है ना अपने कोर्स में एलुमिनियम और जिंक है ठीक अब देखिए एक एग्जांपल आपको देते हैं मान लीजिए आपने यहां पे लिया एक मेटल का ऑक्साइड ये था एलुमिनियम ऑक्साइड एलुमिनियम एंफोटेरिक मेटल का ऑक्साइड साथ में एसिड लिया सॉल्ट प्लस वाटर मुझे बताइए क्या ये बेस की तरह एक्ट नहीं कर रहा होगा बेस प्लस एसिड विल गिव सॉल्ट प्लस वाटर क्या बात है इसका मतलब ये कौन सी रिएक्शन को शो कर रहा है ये कौन सी रिएक्शन है न्यूट्रलाइजेशन रिएक्शन है कौन सी रिएक्शन है न्यूट्रलाइजेशन रिएक्शन है और न्यूट्रलाइजेशन रिएक्शन क्या होती है टाइप ऑफ डबल डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन होती है क्या होती है डबल डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन होती है तो आई होप आपको यह बात समझ में आ गई होगी मेरे दोस्त कि मेटल का ऑक्साइड अगर एसिड से रिएक्ट करके सॉल्ट और वाटर का निर्माण कर रहा है तो ये जो मेटल का ऑक्साइड है यह आपका बेस की तरह एक्ट कर रहा होगा अब इसी मेटल के ऑक्साइड को अगर मैं बेस से रिएक्ट करवा दूं तो ये एसिड की तरह बिहेव कर रहा है देखो मेटल का ऑक्साइड है एलुमिनियम ऑक्साइड ठीक है बेस है मेरे पास सोडियम हाइड्रोक्साइड ठीक है प्रोडक्ट क्या बना रहा है सोडियम एलुमिनेट बना रहा है क्या बना रहा है सोडियम एलुमिनेट और साथ में वाटर बना रहा है अगेन कौन सी रिएक्शन है न्यूट्रलाइजेशन रिएक्शन है अगर यह बेस सॉल्ट और वाटर बन रहा है यानी यह बेस सॉल्ट और वाटर बना रहा है तो यह एसिड की तरह बिहेव कर रहा होगा अब यही ऑक्साइड आपका एसिड और बेस दोनों की तरह बिहेव कर रहा है दैट मींस दिस इज़ एन एंफोटेरिक ऑक्साइड एंड दिस रिएक्शन इज़ एन एग्जांपल ऑफ़ अ न्यूट्रलाइजेशन रिएक्शन दिस रिएक्शन इज़ आल्सो एन एग्जांपल ऑफ़ अ न्यूट्रलाइजेशन रिएक्शन तो आपको मेटल के ऑक्साइडस और हाइड्रोक्साइडस का नेचर पता होना चाहिए कि या तो वह एंफोटेरिक होंगे या तो वह बेसिक होंगे ठीक है चलिए बहुत बढ़िया अब अगली चीज रिएक्शन ऑफ मेटल्स विद वटर माफी चाहूंगा अब दोस्तों देखिए रिएक्शन ऑफ मेटल विद ऑक्सीजन हमने पढ़ लिया रिएक्शन ऑफ मेटल विद वाटर की हम चर्चा करते हैं तो अगर आपके पास मेटल जो है वाटर से रिएक्ट करता है तो मेटल का ऑक्साइड प्लस हाइड्रोजन गैस देता है फॉर एग्जांपल मेटल में उठाता हूं सोडियम यहां पर पानी उठाता हूं h2o यह रिएक्ट करेगा और देगा आपको na2o साथ में देगा यह आपको हाइड्रोजन गैस अब ध्यान से सुनना सबसे पहले तो यह क्यों हो रहा है व्हाई दिस इज हैपनिंग ठीक आपको यह चीज फर्स्ट चैप्टर में जब मैंने पढ़ाई थी तब रिएक्टिविटी सीरीज याद कराई थी वहां बताया था कि रिएक्टिविटी सोडियम की हाइड्रोजन से ज्यादा है कुड़ी नाल यानी सोडियम कार मांगो अल्टो जिसको फिर लेकर हम यह हम यहां पर हाइड्रोजन सोडियम य तो यह रिएक्शन ऑब्जर्व करने के बाद लोगों ने रिएक्टिविटी सीरीज का ऑर्डर बनाया लेकिन हमें तो पता है ना यह चीज कि यहां पर ये रिएक्शन क्यों हो रही है क्योंकि सबसे इंपॉर्टेंट बात रिएक्टिविटी ऑफ सोडियम रिएक्टिविटी ऑफ रिएक्टिविटी ऑफ सोडियम इज ग्रेटर देन दैट ऑफ हाइड्रोजन तो यह यहां पर फिर क्या हो रहा है इट इज अ मेटल नॉन मेटल डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन एक मेटल एक नॉन मेटल को डिस्प्लेस कर रहा है तो यह क्या हो जाएगी मेटल नॉन मेटल डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन नहीं हो जाएगी क्या बिल्कुल हो जाएगी ठीक है और आपको यह चीज पता है कि डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन क्या होती है मेजर्ली डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन क्या होती है डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन आर जन या इन मोस्ट ऑफ द केसेस दे आर एक्सोर्ट एंड ऑल ऑफ देम आर ऑल ऑफ देम आर रेडॉक्स रेडॉक्स भी होती है ठीक है तो यह बेसिकली आपकी एथम होती है मोस्ट ऑफ द केसेस में एंड साथ में रेडॉक्स होती है और ये किस रिएक्शन का एग्जांपल है मेटल नॉन मेटल डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन का एग्जांपल है तो पहले तो यह बेसिक चर्चा आपको समझ में आई कि जैसे ही फॉर एग्जांपल मैंने मेटल याया सोडियम का इसको मैंने पानी में डाला तो इसने बनाया सोडियम का ऑक्साइड और हाइड्रोजन गैस अब ये रिएक्शन क्यों हुई क्योंकि सोडियम बीइंग मोर रिएक्टिव दन हाइड्रोजन इन वाटर इट विल डिस्प्लेस द हाइड्रोजन एंड इट विल फॉर्म सोडियम ऑक्साइड एंड हाइड्रोजन गैस अब ये मेटल नॉन मेटल को डिस्प्लेस कर रहा है मेटल इस नॉन मेटल को डिस्प्लेस करके सोडियम ऑक्साइड बना रहा है तो मेटल नॉनमेटल डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन का एग्जांपल है साथ ही साथ डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन मोस्ट ऑफ द केसेस में एसोर्ट होती है और सारे केसेस में रेडॉक्स होती है तो इसमें ही भी निकलेगी क्या निकलेगी इसमें हीट भी निकलेगी ठीक बहुत बढ़िया अब इस हीट की वजह से क्या हो जाएगा याद रखना इस हीट की वजह से हाइड्रोजन गैस में आग लग जाएगी इट कैचेज फायर बिकॉज बहुत ज्यादा हीट निकलेगी तो हाइड्रोजन में आग लग जाएगी एक और इंपॉर्टेंट बात अगर यह जो ऑक्साइड है जैसे यह ऑक्साइड यहां पर सॉल्युबल है तो ये क्या बनाता है मेटल का हाइड्रोक्साइड बनाता है तो इस केस में nao2 फाइनल रिएक्शन में डायरेक्ट एनसीआरटी ए ले आती है आप बोलते हो कैसे आया भाई एक्चुअली में तो यह प्रोडक्ट बनता है इसका ऑक्साइड पानी में डिसोल्व हो जाता है तो सोडियम हाइड्रोक्साइड बनता है तो याद रखना इंपॉर्टेंट बना लेना ट ऑक्साइडस लाइक na2o k2o सीओ एमजीओ आर सॉल्युबल इन वाटर यानी य में घुल जाते हैं एंड फॉर्म्स मेटल हाइड्रोक्साइड यह मेटल के हाइड्रोक्साइड बनाते हैं ठीक है ना जैसे फर्स्ट चैप्टर में था कैल्शियम ऑक्साइड प्लस वाटर विल गिव कैल्शियम हाइड्रोक्साइड तो ये आपके जो ऑक्साइडस है पानी में सॉल्युबल है इसीलिए ये मेटल के हाइड्रोक्साइड बनाते हैं अब रिएक्शन हमने क्या पढ़ी मेटल को जैसे ही पानी से रिएक्ट कराया तो मेटल ऑक्साइड प्लस हाइड्रोजन गैस फॉर एग्जांपल सोडियम प्लस वाटर अगर हमने लिया तो यहां पे सोडियम ऑक्साइड प्लस हाइड्रोजन गैस बनेगी अब ये क्यों हो रहा है क्योंकि रिएक्टिविटी सोडियम की हाइड्रोजन से ज्यादा है तो ये इसको डिस्प्लेस कर देगा तो ये मेटल नॉनमेटल डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन का एग्जांपल है साथ ही साथ डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन एजोटिक और रेडॉक्स होती है एग्जोटिवली इंपॉर्टेंट बात ये ऑक्साइड पानी में सॉल्युबल है तो बनाएगा सोडियम का हाइड्रोक्साइड ठीक है तो ऑक्साइडस लाइक सोडियम ऑक्साइड पोटेशियम ऑक्साइड कैल्शियम ऑक्साइड मैग्नीशियम ऑक्साइड पानी में सॉल्युबल होते हैं और यह मेटल का हाइड्रोक्साइड बनाते हैं ठीक है तो अगर मैं कंसेप्ट वाइज इसको लिस्ट करना चाहूं तो पहले हमने ये चीज डिकोड करी ए फिर हमने डिकोड करी कि यहां पर आग लगती है तो यह है बी और फिर यह बात हो जाएगी डिजॉल्ड्रिंग उतना ज्यादा रिएक्टिव है सुनील भैया बिल्कुल सही बात तो ठंडे पानी से देखो कौन-कौन रिएक्ट करता है सबसे पहले लेकर आए हम सोडियम और पोटेशियम तो सोडियम और पोटेशियम क्या करते हैं मेरे दोस्त जैसे आप इनको ठंडे पानी में डालोगे यह अपना मेटल का ऑक्साइड बनाएंगे मेटल का ऑक्साइड बनाएंगे अब यहां ओवरऑल रिएक्शन लिखी है यहां पर मैंने ओवरऑल रिएक्शन नहीं लिखी थी ओवरऑल रिएक्शन इसकी ये रही आपकी किताब में यही लिखी होती है लेकिन एक्चुअल में हो क्या रहा होता है एक्चुअल में यह हो रहा होता है ये इसमें डिजॉल्वेशन क्या है ये ओवरऑल रिएक्शन है तो मेटल को जैसे ही हमने सोडियम और पोटेशियम को ठंडे पानी में डाला क्योंकि हमें पता है सबसे ज्यादा रिएक्टिव ये है तो सबसे पहले इनको ठंडे पानी में डाल दिया तो इन्होंने क्या बनाया इन्होंने मेटल का ऑक्साइड बनाया जो पानी में सॉल्युबल है तो बना मेटल का हाइड्रोक्साइड साथ में हाइड्रोजन गैस रिलीज हुई साथ में निकली जोरदार हीट अब इस हीट की वजह से क्या होगा इस हीट की वजह से क्या होगा कचेस फायर य आग पकड़ लेगी इट कचेस फायर अब एक इंपॉर्टेंट बात याद रखना जैसे ही तुम पानी में डालोगे तो तुम क्या ऑब्जर्व करोगे ट रेट या स्पीड ऑफ रिएक्शन ऑफ पोटेशियम विद वाटर इज ग्रेटर देन इज ग्रेटर देन सोडियम विद वाटर ठीक है तुम यह इंपॉर्टेंट चीज नोट करोगे कि जो स्पीड ऑफ रिएक्शन है पोटेशियम की ठंडे पानी के साथ रिएक्ट करने की वह सोडियम से ज्यादा है जब सोडियम ठंडे पानी से रिएक्ट करता है और यह कैसे पता लगेगा बिकॉज़ इवॉल्वड हाइड्रोजन गैस पोटेशियम के केस में जैसे ही आपने पोटेशियम को पानी में डाला भच करके आग पकड़ लेगी सोडियम के केस में थोड़ा समय लगेगा इससे आपको यह समझ में आएगा कि पोटेशियम ज्यादा तेज रिएक्ट करता है इसीलिए वह ज्यादा हीट एनर्जी निकालता है मैंने बताया था जो ज्यादा तेज रिएक्ट करता है ज्यादा तेज हीट और लाइट निकालता है ज्यादा रिएक्टिव है वो ज्यादा तेज हीट निकालेगा जल्दी हाइड्रोजन में आग लगेगी सोडियम के केस में थोड़ा स्लोअर हो जाएगा इसीलिए हाइड्रोजन को आग लगने में समय लगता है यह हमें पता लग जाएगा ठीक है ना कैसे पता लगेगा ऑब्जर्व्ड ऑब्जर्व्ड ड्यू टू ड्यू टू हाइड्रोजन या ये हमें कैसे पता लगेगा बिकॉज हाइड्रोजन गैस कैचेज फायर मोर रेपिडली इन केस ऑफ पोटेशियम विद वाटर ठीक है ना वो ज्यादा जल्दी आग पकड़ लेगी इससे पता लग जाएगा ज्यादा तेज हीट एनर्जी किसम निकल रही है इसमें ए कंपेयर टू दिस तो तो ये ज्यादा रिएक्टिव हो गया तो एक चीज तो अ क्लियर हो गई पोटेशियम इज मोर रिएक्टिव देन सोडियम दूसरा अब हम रिएक्ट करवाते हैं कैल्शियम को ठीक है ना धीरे-धीरे सारे सारे मेटल्स हम डालते जा रहे हैं तो हम क्या देखेंगे कि कैल्शियम जैसे ही आपका बेसिकली वाटर के साथ रिएक्ट करेगा कैल्शियम यहां पे हाइड्रोजन को डिस्प्लेस करेगा जैसे पोटेशियम और सोडियम ने किया था यहां पर भी ऑक्साइडस बनते हैं यहां भी ऑक्साइड बनेगा इन तीनों के ऑक्साइडस पानी में सॉल्युबल है तो क्या बनाएंगे मेटल का हाइड्रोक्साइड याद कीजिए जी भैया साथ में हाइड्रोजन गैस साथ में हीट लेकिन यहां पर इतनी हीट नहीं निकलेगी कि आग लग जाए हाइड्रोजन में जितना ज्यादा एनर्जी निकलेगा इसका मतलब ज्यादा रिएक्टिव मेटल है यह इतना तेज रिएक्टिव नहीं है है ना ठंडे पानी के केस की बात कर रहा हूं अब यह तो काफी ज्यादा रिएक्टिव है कि ठंडे पानी के साथ भी तेज रिएक्ट करके हाइड्रोजन गैस भी निकाल रहे और हीट भी निकाल रहे उसम आग लगा दे रहे इस केस में रिएक्शन का स्पीड थोड़ा स्लोअर रहेगा दोस्तों जिस वजह से इल्ड हाइड्रोजन गैस में आग नहीं लगती याद रखना इवॉल्वड हाइड्रोजन गैस डजन कैच फायर इवॉल्वड हाइड्रोजन गैस में आग नहीं लगेगी और दूसरा द टाइनी बबल्स ऑफ हाइड्रोजन गैस फॉर्म स्टिक टू द सरफेस ऑफ द कैल्शियम एंड हेंस इट स्टार्टस फ्लोटिंग ऑन द वाटर ये बहुत जादुई चीज है क्यों क्योंकि दोस्तों डेंसिटी जो है कैल्शियम की डेंसिटी ऑफ कैल्शियम इज़ ग्रेटर दन दैट ऑफ़ वाटर याद रखना यानी कैल्शियम की डेंसिटी ज्यादा होने के बाद भी वह पानी पे तैरता है क्यों क्योंकि जो हाइड्रोजन गैस है उसके बबल्स उसमें चिपक जाते हैं और वह उसको फ्लोट करवाते हैं ठीक है क्योंकि हाइड्रोजन में आग तो लग नहीं रही तो यह बबल्स कहां जाएंगे यह बबल्स कैल्शियम को फ्लोट करवाने के काम में आते हैं अच्छा याद रखना यह जो आपके मेटल्स हैं पोटेशियम और सोडियम ये अल्कली मेटल्स होते हैं इनकी जो डेंसिटी है डेंसिटी ऑफ पोटेशियम सोडियम इज बेसिकली लेसर देन दैट ऑफ वाटर इनकी डेंसिटी पानी से कम होती है आप पानी में डालोगे तो यह नॉर्मली तैर रहे होते हैं क्योंकि इनकी डेंसिटी कम है और पानी में डालो जैसे ऊपर तैर रहे होते हैं हाइड्रोजन गैस निकलती है इतनी तेज रिएक्शन हो रही होती है कि हाइड्रोजन गैस में आग लग जाती है बिकॉज ऑफ द हीट ऑफ द रिएक्शन आग लग जाती है इस केस में ऐसा नहीं होगा ये बहुत इंपॉर्टेंट पॉइंट क्योंकि कैल्शियम को सिंक करना चाहिए उसकी डेंसिटी पानी से ज्यादा है वो फ्लोट करता है क्यों क्योंकि ये जो बबल से हाइड्रोजन गैस के उसके ऊपर चुपक जाते हैं एंड इट स्टार्टस फ्लोटिंग ऑन द वाटर अच्छा भैया इसके अलावा कौन सा मेटल ठंडे पानी से रिएक्ट करेगा याद रखना नो अदर मेटल रिएक्ट विद कोल्ड वाटर नो अदर मेटल रिएक्ट्स विद कोल्ड वाटर अब आपके दिमाग में क्लियर पिक्चर आ ही गई होगी जो मैं बोलना चाहता हूं क्या बोलना चाहते हो भाई भा क्या बोलना चाहते हो भाई सरल सी बात है सबसे ज्यादा रिएक्टिव हो गया पोटेशियम फिर हो गया सोडियम फिर हो गया कैल्शियम ठंडे पानी से कोई और रिएक्ट नहीं कर रहा है ठंडे पानी से कोई और रिएक्ट नहीं कर रहा जितना लोअर टेंपरेचर पर जो चीज रिएक्ट करेगी उतनी ज्यादा रिएक्टिव है सिर्फ तीन रिएक्ट कर रहे हैं उसमें सबसे तेज ये फिर ये फिर ये खत्म बात एंड सोडियम एंड पोटेशियम टू वाटर बला आग लगा भैया आग लगा दी आग लगा दी अब एक वीडियो आपको दिखाते हैं बढ़िया सा ध्यान से देखिएगा एक वीडियो आपको दिखाते हैं मस्त वाला ठीक है चलिए एक वीडियो देखते हैं फटाफट से तो जलाएंगे किसको सोडियम और पोटेशियम को किसम आग लगेगी आ देखते हैं इसको एक बार धुआ कर देंगे धुआ धुआ कर देंगे तो बच्चा लोग अगर आपको भी लगता है कि जब सोडियम की वाटर से रिएक्शन है या पोटेशियम की वाटर से रिएक्शन है और सोडियम और पोटेशियम जलते हैं तो आप भी गलत है और कुछ बच्चे जिन्होंने बोला कि सोडियम पोटेशियम जल रहे हैं वो भी गलत है बिकॉज इस रिएक्शन में होगा क्या कि अगर सोडियम वाटर से रिएक्ट करता है तो सोडियम ऑक्साइड और हाइड्रोजन गैस निकलेंगे अब रिएक्शन की हीट की वजह से हाइड्रोजन में आग लगती है सिमिलरली पोटेशियम के केस में भी हाइड्रोजन में आग लगती है और इनके जो ऑक्साइडस है पानी में सॉल्युबल है इसलिए उनके पर्टिकुलर हाइड्रोक्साइड बन जाते हैं अब मजे की बात आपके लिए ये है कि यहां पर अलग-अलग कलर की फ्लेम क्यों बनती है इन बच्चों के लिए भी ये क्वेश्चन है और आप लोगों के लिए भी क्वेश्चन है तब तक के लिए अपना ध्यान रखिए खुश रहि स्टे हेल्द एंड स्टे ऑसम जय जय फिजिक्स वाला चलिए बहुत बढ़िया अब आगे चलते हैं दोस्तों है ना फटाफट से आगे चलते हैं अब देखिए अब हम लोग यहां पर मेटल्स का रिएक्शन करवाते हैं गर्म पानी के साथ है ना तो गर्म पानी के साथ अगर आप कराएंगे तो सबसे तेज रिएक्ट करेगा पोटेशियम फिर रिएक्ट करेगा सोडियम फिर रिएक्ट करेगा कैल्शियम उसके बाद मैग्नीशियम भी रिएक्ट करता है तो मैग्नीशियम को जैसे ही हम गर्म पानी से रिएक्ट करवाते हैं तो वो क्या करेगा हाइड्रोजन को डिस्प्लेस कर देगा क्या बनाएगा मैग्नीशियम का ऑक्साइड इसका ऑक्साइड पानी में सॉल्युबल है तो क्या बनाएगा मैग्नीशियम हाइड्रोक्साइड साथ में हाइड्रोजन गैस साथ में हीट ठीक है वही क्योंकि पोटेशियम ऑक्साइड सोडियम ऑक्साइड कैल्शियम ऑक्साइड मैग्नीशियम ऑक्साइड आफ सॉल्युबल इन वाटर मेटल हाइड्रोक्साइड बनता है है पढ़ाया था अब होगा क्या इवॉल्वड हाइड्रोजन गैस डंट कैच फायर इस केस में भी यही होगा इवॉल्वड हाइड्रोजन गैस में आग नहीं लगेगी द टाइनी बबल्स ऑफ द हाइड्रोजन गैस फॉर्म स्टिक टू द सरफेस ऑफ द मैग्नीशियम एंड हेंस इट स्टार्टस फ्लोटिंग ऑन वाटर सेम जैसा कैल्शियम के केस में हुआ था मैग्नीशियम के केस में भी ये होगा कि ये पानी के ऊपर तैरने लगेंगे बिकॉज ऑफ द इवॉल्वड हाइड्रोजन गैस ठीक है उसके बाद एक इंपॉर्टेंट कंक्लूजन नो अदर मेटल्स नो अदर मेटल्स रिएक्ट विद हॉट वाटर तो आपको इससे क्या समझ में आता है इससे क्या समझ में आता है सिंपल सी बात इससे क्या समझ में आता है इससे कंक्लूजन मैंने यहीं पे निकाल लिया कि पोटेशियम के बाद सबसे ज्यादा रिएक्टिव है सोडियम उसके बाद सबसे ज्यादा रिएक्टिव है कैल्शियम और उसके बाद सबसे ज्यादा रिएक्टिव है मैग्नीशियम इतना कंक्लूजन तो मैंने यहीं पे ही निकाल दिया लेकिन स्टिल मैं स्टीम से रिएक्ट करवाता हूं पानी का एक और फॉर्म है कोल्ड वाटर हॉट वाटर अब स्टीम अब स्टीम से रिएक्ट करवाते हैं तो देखिए रिएक्शन ऑफ मेटल्स विद स्टीम करके देखते हैं तो मैंने क्या किया एलुमिनियम जिंक और आयरन इनको स्टीम से रिएक्ट करवाया तो इन्होंने दिया एलुमिनियम ऑक्साइड जिंक ऑक्साइड आयरन ऑक्साइड प्लस हाइड्रोजन प्लस हाइड्रोजन प्लस हाइड्रोजन हीट हीट हीट याद रखना इवॉल्वड हाइड्रोजन गैस डंट कैच फायर पहली चीज इवॉल्वड हाइड्रोजन गैस डोंट कैच फायर यानी इधर इतनी हीट नहीं निकलती है कि इवॉल्वड हाइड्रोजन गैस में आग लग जाए पहली बात यह तो आप मान लीजिए बात नंबर दूसरी स्टीम से सबसे ज्यादा तेज रिएक्ट कौन करेगा पोटेशियम फिर रिएक्ट करेगा सोडियम फिर रिएक्ट करेगा कैल्शियम फिर रिएक्ट करेगा मैग्नीशियम जब पोटेशियम सोडियम ठंडे पानी से तेज रिएक्ट कर रहे हैं तो स्टीम से तो ओबवियसली सबसे तेज रिएक्ट करेंगे सरल सी बात है कि जब ये ठंडे पानी से तूफानी तेज रिएक्ट कर रहे तो स्टीम से तो कितना तेज रिएक्ट करेंगे सोच के देखो अब यह तीनों स्टीम से रिएक्ट कर रहे हैं ऑक्साइड और हाइड्रोजन गैस बना रहे हैं लेकिन इल्ड हाइड्रोजन गैस में आग नहीं लगती है उसके बाद तीसरी बात यहां पर क्या है जो इंपॉर्टेंट है लेड कॉपर सिल्वर सिल्वर गोल्ड एंड प्लैटिनम डोंट रिएक्ट विद स्टीम ये स्टीम से रिएक्ट ही नहीं करते दे डोंट रिएक्ट विद स्टीम यानी ये स्टीम से रिएक्ट कर ही नहीं रहे हैं ठीक तो फिर फाइनल कंक्लूजन क्या है अब आपके पास फाइनल कंक्लूजन अगेन क्या है सिर्फ आप चार ही मेटल को अरेंज कर पा रहे हो इनको भी आप अरेंज नहीं कर पा रहे क्योंकि इनमें ज्यादा रिएक्टिव कौन सा है यह नहीं पता भाई मैं मैग्नीशियम के बाद एलुमिनियम रखूं जिंक रखूं कि आयरन रखूं आई एम नॉट एबल टू डिकोड दैट पार्ट ऑन द बेसिस ऑफ रिएक्शन ऑफ मेटल्स विद इट स्टीम तो वी कैन ओनली अरेंज दोज मेटल्स दैट रिएक्ट विद कोल्ड और हॉट वाटर इन द डिक्रीजिंग ऑर्डर ऑफ द रिएक्टिविटी व्हिच इज सबसे रिएक्टिव पोटेशियम सोडियम कैल्शियम मैग्नीशियम क्योंकि अभी भी आप इन तीनों के बीच में ऑर्डर कैसे बताओगे व्हिच इज़ मोर रिएक्टिव एंड व्हिच इज़ लेस रिएक्टिव तो इसी वजह से सि चार मेटल को ही अरेंज कर पा रहे हो अब हमें और चीजें करनी पड़ेगी लेकिन उससे पहले कुछ सवाल फिर से कर लेते हैं व्हाई सोडियम एंड पोटेशियम आर स्टोर्ड इन केरोसीन या फिर मिनरल ऑइल सोडियम और पोटेशियम को केरोसिन या मिनरल ऑइल में क्यों स्टोर करते हैं अब आप समझदार हैं आपको आता है इसका आंसर सरल सी बात है क्या कि सोडियम और पोटेशियम क्या है सुनील भैया काफी ज्यादा रिएक्टिव मेटल्स हैं और काफी ज्यादा रिएक्टिव मेटल्स है तो दे रिएक्ट विद एयर दैट इज ऑक्सीजन और मॉइश्चर जो एयर में प्रेजेंट है दोनों के ही कांटेक्ट में आने से आग लग जाती है ऑक्सीजन यानी रूम टेंपरेचर पे रख रहे हैं तब भी आग लग रही है क्योंकि एयर के अंदर ऑक्सीजन और मॉइश्चर है दोनों से रिएक्ट करके आग लगा ले रहा है हां सो इट कैचेज फायर सो टू प्रिवेंट द सप्लाई ऑफ एयर दे आर केप्ट इन केरोसीन ऑइल भाई टू प्रिवेंट द सप्लाई ऑफ एयर दे आर केप्ट इन केरोसीन और मिनरल ऑयल क्योंकि वो उसकी कट ऑफ मतलब एयर को कांटेक्ट में नहीं आने देता मैटल के जैसे फॉर एग्जांपल एक एनालॉजी अगर मैं आपको दूं एक बढ़िया सी एनालॉजी में अगर आपको दूं तो मान लीजिए आप क्या हो आप मान लीजिए सोडियम या मान लीजिए आप पोटेशियम हो आप क्या हो सोडियम या फिर पोटेशियम हो ठीक है और एयर जिसके अंदर बेसिकली मॉइश्चर ठीक है ना या फिर ऑक्सीजन है वो क्या है यह आपका नॉटी दोस्त है नोटी दोस्त जो आपको बिगाड़ सकता है क्या है नॉटी दोस्त नोटी दोस्त यह बेसिकली क्या है एयर है जिसके अंदर ऑक्सीजन एंड मॉइश्चर है ठीक है और यह आपके पेरेंट है तो पेरेंट जो होते हैं वो बेसिकली क्या है केरोसीन या फिर मिनरल ऑयल है केरोसीन या फिर मिनरल ऑयल है तो जिस प्रकार से आपके माता-पिता आपको इस नोटी दोस्त से दूर रखते हैं ताकि आप इसके कांटेक्ट में आकर बिगड़ ना जाओ उसी प्रकार सोडियम और पोटेशियम को हम केरोसिन मिनरल ऑयल में रखते ताकि वो ऑक्सीजन और मचर कांटेक्ट में आके आग ना पकड़ ले खत्म सरल सी बात ठीक है समझ में आ गई बात क्लियर है य बात चलिए अब एक सवाल और कर दीजिए फटाफट से एलुमिनियम इ हाईली रिएक्टिव मेटल आपको पता है है ना यट इट इज यूज्ड टू मेक यूटेंसिल्स कुकिंग बर्तन बनाने के काम में आता है एलुमिनियम ऐसा क्यों कुछ फिजिकल प्रॉपर्टीज आपने पढ़ी थी उनको अप्लाई कीजिएगा देखिए आपको एक पता है एलुमिनियम एक गुड कंडक्टर ऑफ हीट है जी भैया अच्छा कंडक्टर है हीट का बहुत बढ़िया उसका मेल्टिंग पॉइंट भी हाई है क्योंकि मेटल है यह भी हम प्रूव कर चुके हैं तो बर्तन ऐसा होना चाहिए जो कि अच्छा कंडक्टर ऑफ हीट हो ताकि खाना जल्दी से पकाए दूसरा आसानी से पिघले ना और तीसरा एलुमिनियम मैंने आपको बताया खुद के ऊपर एक प्रोटेक्टिव एंड अनरिएक्टिव लेयर बना लेता है एलुमिनियम की एलुमिनियम एलुमिनियम ऑक्साइड एलुमिनियम ऑक्साइड की लेयर बना लेता है ठीक है ऑन इट सेल्फ सो एलुमिनियम इज अ गुड कंडक्टर ऑफ हीट पहला पॉइंट यह है दूसरा इट जज अ हाई मेल्टिंग पॉइंट और तीसरा खुद के ऊपर एक प्रोटेक्टिव और एक अनरिएक्टिव लेयर बना लेता है एलुमिनियम ऑक्साइड की मैंने बताया था ना एलुमिनियम खद एलुमिनियम ऑक्साइड की प्रोटेक्टिव लेयर बनाता है कैल्शियम मैग्नीशियम एलुमिनियम ये बताया था मैंने आगे कैल्शियम मैग्नीशियम एलुमिनियम जिंक आयरन लेड यह अपने ऊपर प्रोटेक्टिव लेयर बना लेते हैं ऑक्साइडस की तो यह बना लेता है ठीक है तो इस वजह से हम बर्तन बनाने के काम में उसको यूज करते हैं बहुत बढ़िया नाउ नेक्स्ट रिएक्शन ऑफ मेटल्स विद डाइल्यूट एसिड्स अब डाइल्यूट एसिड से कैसे रिएक्ट करते हैं मेटल आइए फटाफट से देख लेते हैं सो यहां पर हमारे पास मेन कंसेप्ट क्या है मैं आपको मेन कंसेप्ट यहां पे फटाफट से बताता हूं मेन कंसेप्ट क्या है आपको यह पता है कि मेटल जब आपका डाइल्यूट एसिड से रिएक्ट करता है तो क्या बनाता है सॉल्ट बनाता है और साथ में हाइड्रोजन गैस बनाता है ये आपको पता है और ये तब पॉसिबल होगा व्हेन रिएक्टिविटी उसकी ज्यादा होगी व्हेन रिएक्टिविटी ऑफ मेटल इज ग्रेटर दन हाइड्रोजन ये रिएक्शन वो तभी दे सकता है जी भी है तो अब इस रिएक्शन के बेसिस पे यह कंसेप्ट टू यहां पर हिट करेगा यह तो आपको पता है मेटल प्लस डाइल्यूट एसिड विल गिव सॉल्ट प्लस हाइड्रोजन गैस चैप्टर वन चैप्टर टू में आपने पढ़ा है यह तब होता है जब मेटल की रिएक्टिविटी हाइड्रोजन से ज्यादा होगी जो एसिड के अंदर प्रेजेंट है हां हाइड्रोजन ऑफ़ एसिड ठीक अब यह बोल क्या रहा है द मोर रिएक्टिव मेटल्स डू नॉट रिएक्ट विद द सेम विगर विद एसिड्स एंड इट कैन बी अंडरस्टूड इन द टर्म्स ऑफ रेट और स्पीड ऑफ एफर्वसेंस ऑफ हाइड्रोजन गैस यानी हमको क्या ट्रैक करना है यहां पे हमें यह पता है कि मेटल डाइल्यूट एसिड से रिएक्ट करके सॉल्ट और हाइड्रोजन निकालेगा अब जो ज्यादा रिएक्टिव मेटल होगा वो ज्यादा हाइड्रोजन गैस निकालेगा क्योंकि इसकी स्पीड ऑफ रिएक्शन तेज होगी जो ज्यादा रिएक्टिव मेटल होगा वह ज्यादा तेज रिएक्ट करेगा ज्यादा बबल्स ऑफ हाइड्रोजन निकालेगा तो हम बस यही ऑब्जर्व करेंगे दैट इज द रेट ऑफ एफर्वसेंस ऑफ हाइड्रोजन गैस एफर्वसेंस यानी इवोल्यूशन ऑफ गैस इवोल्यूशन ऑफ गैस इन फॉर्म ऑफ बबल्स बबूलो के फॉर्मेट में गैस निकलती है और इन सम केसेस विद फिजिनॉर्म मिंग यानी और कुछ केसेस में झाग भी बना देती है गैस ठीक है ना इन सम केसेस इट फॉर्म्स फिसिंग एज वेल एज फोमिंग ठीक है ना फिसिंग एज वेल एज फोमिंग ठीक है फोमिंग का मतलब होता है झाग जैसे आप जब कोल्ड ड्रिंक की बोटल को खोलते हैं कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकलती है तो आवाज करती है और साथ में झाग भी बनता है तो एफर्वसेंस का मतलब होता है कि गैस आपकी बबल्स के फॉर्मेट में निकलती है साथ में फिजिनॉर्म मिंग की आवाज होती है फिजिशन की आवाज होती है और फॉर्मिंग भी होती है अब यह कंसेप्ट यहां पर क्या है कि जो ज्यादा रिएक्टिव होगा वो एसिड के साथ रिएक्ट करके ज्यादा हाइड्रोजन गैस के बबल निकालेगा बस ये आपको विजिबल चेंज ऑब्जर्व करना है सो एक्चुअली दिस इज अ विजिबल चेंज और इस विजिबल चेंज के बेसिस पर हम रिएक्टिविटी सीरीज का ऑर्डर यहां बताएंगे तो आपको क्या करना है मान लीजिए आप एक दो तीन चार पाच छ टेस्ट ट्यूब लीजिए इस छह टेस्ट ट्यूब के अंदर आप सेम अमाउंट और सेम कंसंट्रेशन का एसिड लीजिए सबसे पहला सेम अमाउंट एंड सेम कंसंट्रेशन ऑफ एसिड ले लो सबसे पहले तो ताकि कंडीशंस हमारी कांस्टेंट हो जाए सेम अमाउंट एंड सेम कंसंट्रेशन ऑफ एसिड सबसे पहले आप ले लो छह की छह टेस्ट ट्यूब के अंदर ठीक है छह की छह टेस्ट ट्यूब के अंदर सेम अमाउंट एंड सेम कंसंट्रेशन ऑफ एसिड आपने ले लिया जी ले लिया दूसरा हम मेटल को डिप करेंगे t = 0 सेकंड टू हम ऑब्जर्व करेंगे t = 30 सेकंड ठीक है क्या मतलब है देखो मैं बताता हूं यहां पर मैं क्या करूंगा छह टेस्ट ट्यूब्स मैंने ली है हां सेम अमाउंट और सेम कंसंट्रेशन का एसिड लिया है हां इन सबके अंदर मैं एक साथ मेटल को गिरा उंग और 30 सेकंड तक ऑब्जर्व करूंगा जिसमें ज्यादा बबल वो ज्यादा रिएक्टिव मेटल क्योंकि जिसमें ज्यादा बबल होंगे उसका स्पीड ऑफ रिएक्शन तेज होगा इसका मतलब वो ज्यादा रिएक्टिव मेटल होगा सरल सी बात है तो या मैंने मान लो मैग्नीशियम को डाला या मैंने मान लो यम डाला या मैंने मान लो जिंक डाला ठीक है या मैंने मान लो आयरन डाला या मैंने मान लो लेड डाला यहां पर मान लो तुमने डाला कॉपर सिल्वर गोल्ड या प्लैटिनम डाला ठीक है अब तुम बबल्स का जो रेट देखोगे वो देखना मैंने = 0 सेकंड प क एक साथ गिरा दिया और 30 सेकंड तक जब मैंने देखा तो मुझे क्या मिला बबल्स का रेट देखना यहां पर बबल्स देखो कैसे मिले यहां पर बबल्स फिर यहां पर और कम हो गए यहां पर और कम हो गए यहां पर और कम हो गए यहां पर नो बबल्स तो यहां पर कौन-कौन से मेटल्स थे वो मैं आपको बताता हूं यहां पर आपने जो मेटल डाला था है ना यह बेसिकली कौन सा है यह मैग्नीशियम है उसके बाद यहां पर आपने जो डाला यह एलुमिनियम है यहां आपने जो डाला वह है जिंक यहां आपने जो डाला आयरन यहां आपने डाला लेड और यहां पे आपने डाला कॉपर सिल्वर गोल्ड या प्लैटिनम यहां पर नो बबल्स अब इससे आपको क्या समझ में आया मेरे दोस्त जो ज्यादा रिएक्टिव मेटल होगा वो ज्यादा बबल्स को प्रोड्यूस करेगा t = 0 से लेकर t = 30 सेकंड में ठीक है ना वी हैव टू ऑब्जर्व वी हैव टू ऑब्जर्व दैट च मेटल रिलीजस च मेटल रिलीजस मोर बबल्स इन 30 सेकंड्स 30 सेकंड में सबसे ज्यादा बबल्स जो निकालेगा वह बेसिकली क्या हो जाएगा ज्यादा रिएक्टिव मेटल हो जाएगा तो यहां पर मैग्नीशियम देखो एसिड का अमाउंट और कंसंट्रेशन सेम ले लिया 0 से लेकर t = 30 सेकंड तक ऑब्जर्व करेंगे t 0 पे सब में एक साथ मेटल गिराया 30 सेकंड तक ऑब्जर्व किया मैग्नीशियम के केस में ज्यादा बबल्स फिर एलुमिनियम फिर जिंक फिर आयरन फिर लेड और इस केस में थे ही नहीं इससे क्या प्रूव होता है कि कौन ज्यादा रिएक्टिव हुआ जो ज्यादा बबल्स निकाल रहा है सरल सी बात है सो व्हेन मैग्नीशियम एलुमिनियम जिंक आयरन एंड लेड रिएक्ट विथ डाइल्यूट हाइड्रोक्लोरिक एसिड द रेट ऑफ द फॉर्मेशन ऑफ हाइड्रोजन बबल्स आर एज फॉलोज उसके बाद यह आपको पता है दिस मींस द अमाउंट ऑफ हीट इवॉल्वड आल्सो डिक्रीजस आप इस बेसिस पे भी निकाल सकते थे क्योंकि ये जो रिएक्शन होगी एजोम होगी तो जब स्पीड ऑफ रिएक्शन मैग्नीशियम में फास्टर है तो ज्यादा हीट निकलेगी जैसे-जैसे इधर जाते जाएंगे वैसे-वैसे अमाउंट ऑफ हीट भी रिड्यूस होता जाएगा क्या बात है ठीक है ठीक है तो अगेन वी कैन ओनली अरेंज दोज मेटल्स दैट रिएक्ट विद डाइल्यूट एसिड्स इन डिक्रीजिंग ऑर्डर ऑफ द रिएक्टिविटी टुवर्ड्स द डाइल्यूट एसिड्स क्योंकि आपका कॉपर सिल्वर गोल्ड एंड प्लैटिनम तो रिएक्ट नहीं करता कॉपर सिल्वर गोल्ड एंड प्लैटिनम डोंट रिएक्ट ये तो बेसिकली आपका रिएक्ट करता ही नहीं है तो पोटेशियम सोडियम कैल्शियम मैग्नीशियम एलुमिनियम जिंक आयरन लेड यहां तक हो गया एक और तरीका था तुम सिर्फ थर्मामीटर डाल के रखते ना और टेंपरेचर देखते उससे पता लग जाता वी कैन आल्सो आइडेंटिफिकेशन हर टेस्ट टू में एक थर्मामीटर रख दो और t = 0 से लेकर t = 30 सेकंड तक ऑब्जर्व करो जिसमें ज्यादा टेंपरेचर राइज उसमें ज्यादा रिएक्टिव मेटल था क्योंकि जितना तेज रिएक्शन होगा उतना ज्यादा हीट निकलेगा जितना ज्यादा हीट निकलेगा उतना ज्यादा रिएक्टिव मेटल होगा द वन इन व्हिच मैक्सिमम राइज इन टेंपरेचर इज सीन इज गिविंग द रिएक्शन एट अ फास्टर रेट इन द सेम अमाउंट ऑफ टाइम सिंपल इससे भी निकाल सकते थे जी भैया अब कुछ और बातें कर लेते हैं इंपॉर्टेंट सी रिएक्शन ऑफ मेटल्स वि डाइल्यूट एसिड के केसेस में व्हाट हैपेंस इफ द रिएक्शन टेक्स प्लेस इन द प्रेजेंस ऑफ डाइल्यूट नाइट्रिक एसिड तो याद रखना याद रखना कि मेटल प्लस डाइल्यूट एसिड विल गिव सॉल्ट प्लस हाइड्रोजन गैस अगर डाइल्यूट नाइट्रिक एसिड होगा तो यह सिर्फ और सिर्फ इस रिएक्शन को मैग्नीज और मैग्नीशियम यह मैग्नीज और मैग्नीशियम ये मैग्नीशियम है और यह मैग्नीज सिर्फ यही शो करेंगे वरना यह सेम प्रोडक्ट बाकी मेटल नहीं दे देंगे यानी अगर आपका मैग्नीशियम जो है वो बेसिकली जब नाइट्रिक एसिड से रिएक्ट करेगा डाइल्यूट नाइट्रिक एसिड से तो वो क्या बनाएगा mg3 होटवा प्लस हाइड्रोजन गैस अब यहां पर हम लगा देते हैं ट् वाइस ऑफ डाइल्यूट नाइट्रेट दो है तो नाइट्रेट दो हो गया हाइड्रोजन दो है हाइड्रोजन दो है मैग्नीशियम एक है मैग्नीशियम एक है ये बेसिकली हो जाएगा सॉलिड ये हो जाएगा हमारे पास एक्वसस एक्वास और ये हो जाएगी हमारे पास इल्ड गैस सिमिलरली यह रिएक्शन सिर्फ और सिर्फ मैग्नीशियम और मैग्नीज देंगे ठीक है वो भी काफी ज्यादा डाइल्यूट नाइट्रिक एसिड के साथ ठीक है अदर मेटल्स के केस में क्या होगा यह मैं आपको बताता हूं ठीक है ना अब यह थोड़ा एक्सेप्शन के फॉर्मेट में आ गया क्यों देखिए यह जो हमारा डाइल्यूट नाइट्रिक एसिड है ये स्ट्रांग ऑक्सीडेंट है क्या है स्ट्रांग ऑक्सीडेंट है और स्ट्रांग ऑक्सीडेंट का काम क्या होता है मेरे दोस्त ये क्या करता है ये डाइल्यूट नाइट्रिक एसिड स्ट्रांग ऑक्सीडेंट है तो जैसे ही आप कोई और मेटल प्लस डाइल्यूट नाइट्रिक एसिड यूज करोगे तो आप सोचोगे कि सॉल्ट और हाइड्रोजन बनेगा हां यह हाइड्रोजन को क्या कन्वर्ट कर देगा वाटर में कन्वर्ट कर देगा यह स्ट्रांग ऑक्सीडेंट क्या करेगा इवॉल्वड हाइड्रोजन गैस को डाइज हाइड्रोजन टू वाटर यह डाइल्यूट नाइट्रिक एसिड बी स्ट्रंग ऑक्सीडेंट हाइड्रोजन गैस को पानी बना देगा और खुद क्या करेगा खुद क्या करेगा इट सेल्फ इट सेल्फ रिड्यूस टू खुद रिड्यूस हो जाएगा किसम ए ए2 या फिर ए2 में तो अगर आपका मेटल है मैग्नीज और मैग्नीशियम तब तो ये डाइल्यूट नाइट्रिक एसिड के साथ रिएक्ट करके मैग्नीशियम नाइट्रेट और मैगनीज नाइट्रेट दे देगा साथ में हाइड्रोजन गैस इवॉल्व हो जाएगी देखिए हाइड्रोजन गैस दो है ये हाइड्रोजन गैस दो नाइट्रेट दो है नाइट्रेट दो है मैग्नीशियम एक है और मैग्नीस एक है बिल्कुल सही बैलेंस्ड इक्वेशन है ठीक है ये सिर्फ इन दोनों के केस में ऐसा होगा लेकिन अगर अदर मेटल्स और आपके पास डाइल्यूट नाइट्रिक एसिड होगा तो ये स्ट्रांग ऑक्सीडेंट है इवॉल्वड ड्रोजन गैस को वाटर बना देगा और खुद रिड्यूस होके n2o या फिर no2 बना देगा ठीक है भैया अब आता है एक और इंपॉर्टेंट टर्म जिसका नाम है एक्वा रिजिया एक्वा रिजिया तो एक्वा रिजिया इसका लैटिन में क्या मतलब है वच इन लैटिन मींस रॉयल वाटर या बेसिकली किंग्स वाटर इसको बोलते हैं इट इज नथिंग बट अ मिक्सचर ऑफ कंसंट्रेटेड नाइट्रिक एसिड एंड हाइड्रोक्लोरिक एसिड इन द रेशो 1:3 इसका सिंपल सा मतलब यह है 1:3 का मतलब यह है कि अगर 25 मिलीलीटर फॉर एग्जांपल आपके पास कंसंट्रेटेड hno3 है तो उसके अंदर 75 मिलीलीटर कंसंट्रेटेड हाइड्रोक्लोरिक एसिड इन द रेशो 1:3 ठीक है यानी अगर वन पार्ट इसका है तो थ्री पार्ट इसका है 25 मिलीलीटर ये है तो 75 मिलीलीटर क्या हो जाएगा ये हो जाएगा बाय वॉल्यूम इट इज अ हाईली कोरोसिव हाईली कोरोसिव एंड फ्यूमिनो कभी-कभी मूवीज में ऐसे दिखाते हैं केमिस्ट्री को लब दिखा रहे केमिकल दिखा रहा उसमें धुआ निकल रहा है तो वो जो धुआ निकल रहा है वो जो अनप्लेज्ड के अंदर गंदा सा ऑर्डर रहता है वो फ्यूमिनो सिव मतलब अगर तुम्हारी चमड़ी पर गिर गया तो पूरी तरीके से उसको जला देगा डैमेज कर देगा बर्न कर देगा ठीक है इसका मतलब है कोरोसिव सो इट इज वन ऑफ द फ्यू रिएजेंट्स दैट कैन डिजॉल्ड्रिंग ये गोल्ड और प्लैटिनम को डिजॉल्ड्रिंग रखता है तुम्हारे घर के बाहर तुमने देखा होगा वो लोग कहते हैं अरे मैडम जी मैडम जी हम आपके गोल्ड को चमका देंगे बिल्कुल नया कर देंगे व एक्चुअली में इसके अंदर डिप करके गोल्ड डिसोल्व करके निकल जाते है तुमको हल्का गोल्ड यानी एक तरीके से तुम्हारा गोल्ड चुरा कर ले गए आते हैं ना वो जैसे मान लो यह तुम्हारे पास उनके पास ऐसा डब्बा होगा ठीक है उसके अंदर मान लो य एक्वा रिजिया है क्या है ये मान लो एक्वा रिजिया है यह मान लो एक्वा रिजिया है ठीक है अब तुमने इतना य गोल्ड का ये पीस दिया था उसको उसने इसके अंदर डिप किया और जब बाहर निकाला तो वो सिर्फ इतना ही भरेगा तुम्हारा तो यह वाली सरफेस तुमको क्या दिखती है शाइनिंग दिखती है इनर शाइनिंग सरफेस दिखने लग जाती है समझ रहे हो भाई तुमने इतना गोल्ड का ज्वेलरी दी थी उसको गोल्ड की इतनी कोई भी चीज दी थी तो ये इतना पार्ट उसका घुल गया इसके अंदर ही ठीक है है ना और फिर सिर्फ इतना पार्ट वो तुमको वापस दे देता है क्योंकि ये इसके अंदर डिसोल्व हो चुका है है ना फिर हम उसको वापस ऑब्टेन करते हैं वहां पर गोल्ड को फिर से ऑब्टेन करते हैं विद द हेल्प ऑफ केमिकल रिएक्शंस वी अगेन ऑब्टेन द गोल्ड लेकिन आपको ये समझना पड़ेगा गोल्ड इसके अंदर डिसोल्व हो चुका है तो यह इतना गोल्ड आपका इसके अंदर डिसोल्व हो चुका है तो अंदर वाला गोल्ड आ जाता है बाहर जो अंदर वाली लेयर थी वो बाहर आ जाती है तो आपको लगता ओ भाई ये तो चमकने लग गया चमकता नहीं भाई व गोल्ड लेके निकल गया तो ये एक्वा रिजिया का कमाल है ठीक है दोस्त चलिए अब देखिए लास्ट जिससे हम आइडेंटिफिकेशन रिएक्टिविटी सीरीज ट इ रिएक्शन ऑफ मेटल मेटल वि सॉल्यूशन ऑफ अदर मेटल यानी अगर आपके पास बेसिकली क्या है अगर आपके पास बेसिकली है मेटल ए प्लस आपके पास है सॉल्ट सॉल्यूशन ऑफ मेटल बी सॉल्ट सॉल्यूशन ऑफ मेटल बी है आपके पास तो यह क्या बना लेगा सॉल्ट सॉल्यूशन ऑफ मेटल ए प्लस मेटल बी अब यह कब होता है जब रिएक्टिविटी ऑफ ए इज ग्रेटर दन दैट ऑफ बी जैसे फॉर एग्जांपल आयरन प्लस कॉपर सल्फेट विल गिव्स आयरन सल्फेट प्लस कॉपर है ना अब इसकी मदद से हम प्रूफ करेंगे बाकी मेटल्स की रिएक्टिविटी का ऑर्डर अब हम यह कन्फर्मेशन कर रहे हैं कि लेड जो है वह कॉपर से ज्यादा रिएक्टिव है क्योंकि लास्ट हमारे पास जो मेटल ऑब्टेन हुआ रिएक्टिविटी सीरीज में अभी हम जब पढ़ रहे थे रिएक्शन ऑफ मेटल्स विद डाइल्यूट एसिड तो हमें लेड मिला लास्ट में तो कंफर्म कर लेते हैं कि दैट लेड इज मोर रिएक्टिव देन कॉपर क्लोराइड तो अगर आप लेड को ब्लू ग्रीन सॉल्यूशन ऑफ कॉपर क्लोराइड में डिप करेंगे व्हेन अ स्ट्रिप ऑफ लेड मेटल इज इंट्रोड्यूस्ड इन द ब्लू ग्रीन सॉल्यूशन ऑफ कॉपर क्लोराइड द सॉल्यूशन टर्न्स कलरलेस ड्यू टू द फॉर्मेशन ऑफ लेड क्लोराइड यानी मेटल ए प्लस सॉल्ट सॉल्यूशन ऑफ मेटल बी विल गिव सॉल्ट सॉल्यूशन ऑफ़ मेटल ए प्लस मेटल बी तो एक तरीके से डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन हो गई है एंड यहां पर यह प्रूव हो गया है कि लेड का रिएक्टिविटी कॉपर से ज्यादा है कौन सा रिएक्शन है मेटल मेटल डिस्प्लेसमेंट है पढ़ा चुका हूं मैं आपको मोर रिएक्टिव मेटल डिस्प्लेस अ लेस रिएक्टिव मेटल ठीक है अब यहां पर अब क्या ऑब्जर्व करेंगे एक चीज आप देखिएगा अगर आप कॉपर नाइट्रेट लेते हैं और आप कॉपर नाइट्रेट लेते हैं और इसकी रिएक्शन आप मान लीजिए कराते हैं सिल्वर से और इसकी रिएक्शन आप कराते हैं मान लीजिए गोल्ड से आप ऑब्जर्व करेंगे यहां पे कोई रिएक्शन नहीं हो रही है नो रिएक्शन तो ये एक दो और अब यह तीसरा और कराते हैं अब कॉपर के सिल्वर नाइट्रेट से कराते हैं पहले हमने कॉपर नाइट्रेट की सिल्वर से कराई नो रिएक्शन कॉपर नाइट्रेट की गोल्ड से कराई नो रिएक्शन अब हमने क्या किया हमने बेसिकली कॉपर की रिएक्शन करवा दी सिल्वर नाइट्रेट सॉल्यूशन के साथ ठीक है तो जैसे ही आपने कॉपर की जो वायर है उसको सिल्वर नाइट्रेट के साथ रिएक्ट करवाया व्हेन अ कॉपर वायर इज इंट्रोड्यूस्ड कॉपर वायर का कलर कैसा होता है रेडिश ब्राउन होती है कॉपर की वायर तो एक रेडिश ब्राउन कलर की कॉपर की तार को जब आपने कलरलेस सॉल्यूशन ऑफ सिल्वर नाइट्रेट में डिप किया तो सॉल्यूशन स्टार्टस टर्निंग ब्लू ड्यू टू द फॉर्मेशन ऑफ कॉपर नाइट्रेट तो सॉल्यूशन आपका ब्लू होने लग जाएगा बिकॉज़ ऑफ द फॉर्मेशन ऑफ कॉपर नाइट्रेट एंड सिल्वर इससे क्या प्रूव होता है कि रिएक्टिविटी किसका ज्यादा है कॉपर का रिएक्टिविटी सिल्वर से ज्यादा है इसीलिए व सिल्वर को सिल्वर नाइट्रेट में से डिस्प्लेस करके कॉपर नाइट्रेट और सिल्वर बना रहा है अगेन यह बेसिकली किस रिएक्शन का एग्जांपल है मेटल मेटल डिस्प्लेसमेंट का एग्जांपल है क्या बात है सुनील भैया ठीक है मेटल मेटल डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन का एग्जांपल है जी भैया अब देखो यहां से कंक्लूजन क्या लेता हूं मैं फर्स्ट एंड थर्ड से एक कंक्लूजन में यहां पर ड्र करता हूं कॉपर इज मोर रिएक्टिव देन सिल्वर ठीक है कॉपर इज मोर रिएक्टिव देन सिल्वर इससे मुझे 100% क्लियर हो गया कि कॉपर जो है वह सिल्वर से तो ज्यादा रिएक्टिव है कॉपर इज मोर रिएक्टिव देन सिल्वर यह वाली रिएक्शन नहीं हुई इसका मतलब सिल्वर कॉपर को डिस्प्लेस नहीं कर पाया लेकिन कॉपर सिल्वर को डिस्प्लेस कर रहा है इसका मतलब व ज्यादा रिएक्टिव है दूसरी से क्या कंक्लूजन निकलता है ट कॉपर इज मो म रिएक्टिव देन कॉपर इज मोर रिएक्टिव देन गोल्ड ठीक है जी भैया अब देखिए एक और बात मैं आपको एक्स्ट्रा बता देता हूं सिल्वर जो है आपका वो आपको मैं बताऊंगा अभी भी आगे भी बताऊंगा कि वो फ्री स्टेट एज वेल एस कंबाइंड स्टेट में मिलता है अगर आप सिल्वर की बात करें तो आपको फ्री स्टेट एज वेल एस कंबाइंड स्टेट में मिलता है अर्थ के क्रस में वो फ्री स्टेट यानी एलिमेंटल स्टेट में भी मिलता है और कंबाइंड स्टेट यानी कंपाउंड के फॉर्मेट में मिलता है लेकिन जो आपका गोल्ड है वो ऑलवेज फ्री स्टेट में मिलता है यानी कि वो कम रिएक्टिव होगा व कंपाउंड नहीं बना रहा है इससे मुझे यह समझ में आ रहा है कि रिएक्टिविटी किसका ज्यादा है रिएक्टिविटी ऑफ सिल्वर इज ग्रेटर देन दैट ऑफ गोल्ड सिल्वर जो है वो एलिमेंटल स्टेट यानी फ्री स्टेट में भी रह रहा है और कंबाइंड स्टेट में मिल रहा है लेकिन गोल्ड हमेशा फ्री स्टेट में मिलता है तो अब इस बेसिस प हमारे सारे कंक्लूजन के बेसिस पे ये आपकी रिएक्टिविटी सीरीज का फाइनल ऑर्डर बनता है जिसमें सबसे ऊपर पोटेशियम यानी कुड़ी फिर आता है नाल कार मांगो अल्टो जिसको फिर लेकर हम चले मथुरा साथ घूमने और फिर होता है पीटी दैट इज प्रतीक यानी प्लैटिनम तो यह सारे के सारे ऑर्डर्स मैंने आपको अच्छी तरीके से समझा दिए थे यह ऑर्डर आपको कब पता चला पोटेशियम सोडियम कैल्शियम मैग्नीशियम ऑन द बेसिस ऑफ रिएक्शन ऑफ मेटल विद हॉट एंड कोल्ड वाटर के बेसिस पर पता लग लगा फिर उसके बाद एलुमिनियम जिंक आयरन लेड तक का पता लगा विद द हेल्प ऑफ रिएक्शन ऑफ मेटल्स विद डाइल्यूट एसिड फिर उसके बाद यह ऑर्डर आपको कैसे पता लगा रिएक्शन ऑफ मेटल विद अब यह मरकरी और प्लैटिनम मैंने ऐड कर दिए क्योंकि ये हमारे कोर्स में नहीं थे इनकी रिएक्शंस तो लेकिन यह मेटालर्जी में है इसीलिए मैं इंट्रोड्यूस कर रहा हूं इसको कॉपर मरकरी सिल्वर गोल्ड एंड प्लैटिनम की अगर हम चर्चा करें यहां पर तो मेरे दोस्त यह जो आपने निकाले ये आपने निकाले ऑन द बेसिस ऑफ रिएक्शन ऑफ मेटल विद द सॉल्ट सॉल्यूशन ऑफ अनदर मेटल एंड ऑन द बेसिस ऑफ अरेंस ऑफ सिल्वर एंड गोल्ड इन दी अर्थ क्रस्ट इस बेसिस पे तो ये ऑर्डर याद रखिएगा कुड़ी नाल कार मांगो अल्टो जिसको फिर लेकर हम चले मथुरा साथ घूमने प्रतीक पोटेशियम सोडियम कैल्शियम मैग्नीशियम एलुमिनियम जिंक आयरन लेड कॉपर मरकरी सिल्वर गोल्ड प्लैटिनम ठीक है ना पोटेशियम सोडियम कैल्शियम मैग्नीशियम एलुमिनियम जिंक आयरन लेड कॉपर मरकरी सिल्वर गोल्ड प्लैटिनम बिल्कुल सही है कॉपर मरकरी सिल्वर गोल्ड प्लैटिनम हाइड्रोजन यहां क्यों प्लेस करते हैं मैंने काफी बार आपको बताया है इट बिहेव्स एज मेटल्स एज वेल यानी यह इलेक्ट्रॉन को लूज करने की टेंडेंसी भी रखता है इसीलिए इसको यहां पे रखते हैं ठीक है अब देखते हैं फटाफट से भाई रिएक्शन ऑफ नॉन मेटल्स विद ऑक्सीजन एंड वाटर ये भी देख लेते हैं भाई मेटल्स कैसे रिएक्ट कर रहे थे वो तो देख लिया लेकिन नॉन मेटल्स कैसे रिएक्ट कर रहे थे ये तो नहीं देखा सुनील भैया फटाफट से देख लेते हैं तो नॉनमेटल जैसे ही ऑक्सीजन से रिएक्ट करेगा तो नॉनमेटल का ऑक्साइड बनाता है जैसे फॉर एग्जांपल अगर आपके पास कार्बन है इसको अगर आपने ऑक्सीजन की प्रेजेंस में जलाया तो यह बना देगा कार्बन का डाइऑक्साइड आपके पास है मान लीजिए सल्फर आपने इसको ऑक्सीजन की प्रेजेंस में यहां पर जलाया तो ये आपको क्या बना देगा आपका बना देगा so2 गैस क्या बात है भैया अब एक इंपॉर्टेंट बात यह तो फर्स्ट रिएक्शन हो गई ये तो फर्स्ट रिएक्शन हो गई ठीक है ना दिस इज बेसिकली दी फर्स्ट रिएक्शन ठीक है दिस इज बेसिकली दी फर्स्ट रिएक्शन सेकंड रिएक्शन याद रखिएगा नॉन मेटल पानी के साथ रिएक्ट नहीं करते मोस्ट ऑफ द केसेस में क्यों क्योंकि नॉन मेटल हाइड्रोजन को डिस्प्लेस नहीं कर पाएंगे पानी के अंदर क्योंकि हाइड्रोजन भी एक नॉनमेटल है तो जनरली यानी मोस्ट ऑफ द केसेस में नॉन मेटल्स डोंट रिएक्ट विद वाटर बिकॉज दे कांट डिस्प्लेस हाइड्रोजन दैट इज द नॉन मेटल फ्रॉम वाटर सो दैट व्हाई मोस्ट ऑफ द नॉनमेटल्स डोंट रिएक्ट विद वाटर ठीक है समझ में आ गई मेरी बात क्लियर हो गई बात सभी को समझ में आ रहा है तो भैया नॉनमेटल ऑक्सीजन की प्रेजेंस में जलाएंगे तो नॉन मेटल का आपको ऑक्साइड मिलेगा ठीक है ठीक ठीक है ना यह बात क्लियर हो गई जी भैया अब देखिए नॉन मेटल ऑक्साइड प्लस वटर विल बेसिकली गिव एसिड नॉन मेटल का ऑक्साइड लेते हैं प्लस वाटर लेते हैं सो दिस विल गिव अस द एसिड दैट इज h2 स3 यानी य आपको देता है कार्बोनिल्स इड देता है यह कौन सा एसिड हुआ उसी प्रकार नॉनमेटल का ऑक्साइड बेसिकली मैं ले लेता हूं आपका no2 ये अगर पानी में डिसोल्व होगा तो ये दो एसिड्स बनाता है hno2 और आपका hno3 ठीक है अब यहां पर दो नाइट्रोजन है तो दो नाइट्रोजन 2 दनी 4 और एक पाच पांच दो हाइड्रोजन दो हाइड्रोजन बैलेंस्ड है ठीक है तो यहां पर नाइट्रोजन डाइऑक्साइड को अगर आप पानी में डिसोल्व करेंगे तो ये दो एसिड्स बनाता है ये फर्द आपका ऑक्सीडो के वापस नाइट्रिक एसिड ही बना देता है तो यहां पर जो फाइनल एसिड बनेगा वो नाइट्रिक एसिड ही बनेगा कौन सा बनेगा नाइट्रिक एसिड ही बनेगा समझ में आई ये बनाता तो दो एसिड्स है लेकिन ये बचा हुआ भी कन्वर्ट हो जाता है नाइट्रिक एसिड में उसी प्रकार अगर एक और एग्जांपल लास्ट एग्जांपल अगर मैं आपको दूं so3 गैस जो है अगर वो बेसिकली आप पानी में डिजॉल्ड्रिंग h2so 4 एक्वास और इसको बेसिकली हम लोग कहते हैं सल्फ्यूरिक एसिड क्या कहते हैं दोस्त इसको कहते हैं सल्फ्यूरिक एसिड इसका निर्माण होगा ठीक है अब एक और इंपॉर्टेंट बात यह हो गई बात नंबर हमारी चौथी यह भी और इंपॉर्टेंट बात है यह मिसकनसेप्शन हटा लेना कि सारे नॉनमेटल के ऑक्साइड एसिडिक होते हैं आपको ये लगता है सारे नॉनमेटल के ऑक्साइड एसिडिक होते हैं नॉनमेटल ऑक्साइडस आर एसिडिक इन नेचर एग्जांपल है co2 so2 और so3 लेकिन नॉनमेटेलिक ऑक्साइड कैन बी न्यूट्रल इन नेचर एज वेल फॉर एग्जांपल कार्बन मोनोऑक्साइड h2o और n2o ये बेसिकली न्यूट्रल होते हैं नेचर में याद रखना इस बात को ठीक है ये बात याद रहेगी सभी को ये बात क्लियर है सभी को आई होप सभी को ये बात क्लियर है अब क्या बोलती पब्लिक भैया मजा आ गया मजा आ गया मजा आ गया ए क्या बोलती पब्लिक क्या बोलती पब्लिक मजा आया कि नहीं आया हां जी भैया फुल टूस मजा आ रही है अपन को कोई दिक्कत नहीं आ रही तो चलिए दोस्तों अब चलते हैं आगे और स्टार्ट करते हैं आयोनिक कंपाउंड्स और उनकी प्रॉपर्टीज यानी आयोनिक यौगिक और उनके गुणों के बारे में चर्चा चालू करते हैं अब देखिए आयोनिक कंपाउंड का मतलब क्या हुआ कि यानी यहां पर क्या होगा हमारे पास यह वाला जो कंपाउंड होगा इसके अंदर हमारे पास कटाय होगा और इसके अंदर हमारे पास अनायर होगा जिसकी हम चर्चा कर चुके हैं अनायर जो होता है वो नॉनमेटेलिक होगा है ना यानी कि जिसने इलेक्ट्रॉन को एक्सेप्ट करा है इसी वजह से नेगेटिव चार्ज आया है तो अनायर बना कटाय जो होते हैं वो जनरली मैटेलिक होते हैं यानी मेटल्स के बने होते हैं एक्सेप्शन भी हमें पता है जनरली मैटेलिक यानी मेटल्स से बनते हैं इलेक्ट्रॉन डोनेट करने की टेंडेंसी मेटल की होती है तो कटाय बनाते हैं नॉन मेटल्स की टेंडेंसी इलेक्ट्रॉन एक्सेप्ट करने की होती है तो अनायर बनाते हैं एक्सेप्शन क्या है जो हमारे कोर्स में एक है अमोनियम nh4 1+ देखिए नॉन मेटल से बना है ले पॉजिटिव चार्ज है इसीलिए एक्सेप्शन में है तो कटाय यानी जिनके ऊपर पॉजिटिव चार्ज होता है ये जनरली क्या है मैटेलिक होते हैं एक्सेप्ट nh4 1+ ये नॉनमेटेलिक है और अनायर मैटेलिक होंगे मेटल्स इलेक्ट्रॉन लूज करेंगे तो कटाय बनाएंगे और नॉनमेटल्स इलेक्ट्रॉन एक्सेप्ट करके अनायर बना देंगे ठीक है अब देखिए फटाफट से देखते हैं सोडियम क्लोराइड के बारे में तो यानी यहां पर अगर हम सोडियम क्लोराइड का एटॉमिक नंबर में जैसे सोडियम और क्लोरीन की बात करें तो इन दोनों के एटॉमिक नंबर क्या है ठीक है ना z z का मतलब क्या होता है एटॉमिक नंबर ठीक तो एलिमेंट है हमारे पास सोडियम और क्लोरीन एटॉमिक नंबर क्या है सोडियम का इसका होता है बेसिकली हमारे पास 11 और इसका हमारे पास होता है बेसिकली 17 11 और 17 इसको न्यूट्रलाइज करने के लिए इसके पास 11 ही इलेक्ट्रॉन होंगे और 17 इसके पास 11 इलेक्ट्रॉन होंगे इसके 17 इलेक्ट्रॉन होंगे भाई एटॉमिक नंबर है 11 और 17 एटॉमिक नंबर का मतलब होता है नंबर ऑफ प्रोटॉन यानी पॉजिटिव चार्ज अब अगर इसके पास 11 प्रोटॉन है और इसके पास 17 प्रोटॉन है तो इन दोनों को न्यूट्रलाइज करने के लिए इनके पास 11 इलेक्ट्रॉन और 17 इलेक्ट्रॉन होंगे इसके पास 11 इसके पास 17 तो वो किस प्रकार से बैठे होंगे वो कुछ इस प्रकार से बैठे होंगे कि दो इधर आठ इधर और एक इधर सिमिलरली दो इलेक्ट्रॉन इधर आठ इधर और सात इधर है ना दोस्त तो अब देखिए अगर आप इसको इसके वैलेंस शेल्स इलेक्ट्रॉन की बात करें तो वैलेंस शेल में कितने इलेक्ट्रॉन है एक और इधर कितने है सात इसको मैं क्या कर रहा हूं डॉट से रिप्रेजेंट कर रहा हूं एक वैलेंस इलेक्ट्रॉन इधर कितने सात तो एक दो तीन च पाछ और ये हो गया सात सात वैलेंस इलेक्ट्रॉन हो गए क्या बात है अब देखिए अगर हम यहां पर बात करें कि य खुद को स्टेबल कैसे बनाएंगे सो टू बिकम स्टेबल टू बिकम स्टेबल यह क्या करेंगे स्टेबल होने के लिए क्या करेंगे दोस्तों टू बिकम स्टेबल यह सोडियम के पास जो एक वैलेंस इलेक्ट्रॉन है यह इसको लूज करके क्या बना देगा कटाय बना देगा और क्लोरीन जो है वो इसी इलेक्ट्रॉन को घटक लेगा 1 दोती 4 पा 6 सा देखिए इसके जो वैलेंस इलेक्ट्रॉन है आप उनको डॉट या क्रॉस से रिप्रेजेंट कर सकते हो आप दोनों को चाहो तो डॉट से रिप्रेजेंट करो दोनों को चाहो क्रॉस से करो एक को डॉट से एक को क्रॉस से करो कोई दिक्कत नहीं है एक वैलेंस इलेक्ट्रॉन डॉट से किया सात वैलेंस इलेक्ट्रॉन को क्रॉस से रिप्रेजेंट किया ये इस इलेन को लूज करता है यह एक इलेक्ट्रॉन को एक्सेप्ट कर लेता है तो यह क्या बनाएगा एक दो तीन चर पाछ सा और य एक आ और यह हो जाएगा न माइनस का ओवरल चार्ज तो देखि मेटल ने इलेक्ट्रॉन लूज करके कटान बनाया नॉन मेटल इलेक्ट्रॉन एक्सेप्ट करके अनान बनाया बेसिक कांसेप्ट है तो अब इससे रिलेटेड सवाल जो आता है कि इसका लुस इलेक्ट्रॉन डॉट या क्रॉस सिंबल बना दीजिए है ना या स्ट्रक्चर बना दीजिए किसका ए का यह आपको बनाना है य आपको बोल सकते हैं कि लुईस इलेक्ट्रॉन डॉट या क्रॉस सिंबल या लुस इलेक्ट्रॉन डॉट या क्रॉस स्ट्रक्चर आप बना दीजिए ए का तो आपने यहां पर क्या देखा यह हमारे पास था ए इस पर एक वैलेंस इलेक्ट्रॉन यह हमारे पास था क्लोरीन इसके पास सात वैलेंस इलेक्ट्रॉन थे इसने अपना यह वैलेंस इलेक्ट्रॉन इसको दे दिया तो यहां पर क्या बना ए के ऊपर है 1 प्लस क्लोरीन क्या है एक दोती च पा 6 सा ये आ और यह हो जाएगा न माइनस तो यह क्या हो जाएगा इसका नाम हो जाएगा सोडियम क्लोराइड क्या नाम हो जाएगा सोडियम क्लोराइड ठीक है सबसे पहले कटाय का नाम आता है और कटाय का नाम जो होता है न्यूट्रल मेटल एटम के नाम वाला ही होता है यानी na1 प और na1 वैलेंस इलेक्ट्रॉन था इसके पास सात वैलेंस इलेक्ट्रॉन थे स्टेबल होने के लिए इसे एक इलेक्ट्रॉन की जरूरत थी स्टेबल होने के लिए एक इलेक्ट्रॉन लूज करेगा भाई आपको ये चीज पता है ना भाई सोडियम एक इलेक्ट्रॉन लूज करेगा तो इसके आउटर मोस्ट शेल में आठ अगर इसने एक इलेक्ट्रॉन गेन कर लिया तो क्लोरीन के आउटर मोस्ट शेल में आठ ये दोनों स्टेब हो जाएंगे इसने एक इलेक्ट्रॉन इसको दान कर दिया ये स्टेबल इसने एक इलेक्ट्रॉन ले लिया ये भी स्टेबल बन जाएगा na1 प् cl1 माइन ये मैंने आपको बना के दिखा दिया एक और एग्जांपल देता हूं मान लीजिए आपके पास आता है mgcl2 अब ये कैसे बनेगा देखिए अब यहां पर एटॉमिक नंबर यानी दैट इज इक्वल टू नंबर ऑफ प्रोटॉन यह कितना आएगा पहले इसको देख लेते हैं फटाफट से ये हो जाएगा 12 और ये हो जाएगा 17 न्यूट्रलाइज करने के लिए 12 इलेक्ट्रॉन न्यूट्रलाइज करने के लिए 17 इलेक्ट्रॉन आइए फटाफट से ड्र करें ये हो जाएगा 2 टू ये हो जाएगा 2 8 से तो इसके पास इसके पास कितने वैलेंस इलेक्ट्रॉन है दो और सात देखिए दो और सात तो मैग्नीशियम के पास कितने हो जाएंगे यह दो क्लोरीन के पास कितने हो जाएंगे सात ठीक है स्टेबल होने के लिए क्या करेंगे टू बिकम स्टेबल मेटल्स इलेक्ट्रॉन को लूज करते हैं नॉन मेटल्स इलेक्ट्रॉन को गेन करते हैं तो मैग्नीशियम क्या करेगा दोस्त मैग्नीशियम क्या करेगा दोस्त इन दो इलेक्ट्रॉन को लूज कर लेगा क्योंकि जैसे ही दो इलेक्ट्रॉन को लूज करेगा आउटर मोस्ट में आठ ये स्टेबल तो mg2 प्स प्लसटू इलेक्ट्रॉन लेकिन क्लोरीन तो एक ही एक्सेप्ट करेगा क्लोरीन तो एक ही करेगा ना उसके पास भाई मेरे पेट में अगर मेरे पेट में टोटल आठ रोटी की जगह सात रोटी पहले ही तो मैं तो एक रोटी और खाऊंगा है ना मैं तो एक रोटी ही और खाऊंगा समझ रहे हो मैं क्यों खाऊंगा दो रोटी तो मैं तो एक रोटी खाऊंगा एक दोती च पा 6 सा आ न माइनस तो मैग्नीशियम दो इलेक्ट्रॉन को लूज करेगा और एक क्लोरीन एक इलेक्ट्रॉन को गेन करेगा तो मैग्नीशियम क्लोरीन को बोलेगा तू तेरे जैसी एक और क्लोरीन को ले आ एक इलेक्ट्रॉन तेरे को दूंगा एक इलेक्ट्रॉन उसको दूंगा मैं भी खुश तुम भी खुश बात खत्म ठीक है समझ में आ गई बात भाई मैग्नीशियम और क्लोरीन दोनों ही खुश हो गए स्टेबल हो गए तो लुईस इलेक्ट्रॉन डॉट या क्रॉस सिंबल या फिर स्ट्रक्चर फॉर mgcl2 अब देखिए इसमें क्या हो रहा है मैग्नीशियम दो वैलेंस इलेक्ट्रॉन है एक दो क्लोरीन अब देखिए एक क्लोरीन से काम नहीं चलेगा इसको दो क्लोरीन की जरूरत है क्यों क्योंकि इसको दो इलेक्ट्रॉन जब ये दान करेगा तब ये स्टेबल होगा आउटर मोस्ट में आठ और एक क्लोरीन एक ही ले तो ये कगी एक और क्लोरीन को लिया क्या दिक्कत है है ना तो यहां पर एक क्लोरीन एटम यहां पर एक क्लोरीन इस पर सात और इधर भी दोस्त हो जाएंगे कितने सात एक इसको दिया एक इसको दे दिया खुश क्या बात है मैग्नीशियम के ऊपर ओवरऑल चार्ज क्या आ गया ू प्लस क्लोरीन प एक दोती च पा 6 सा और ये आठ 1 माइनस और ये एक और क्लोरीन 1 दोती 4 पा 6 सा और ये आठ ये वन माइनस देख लो ओवरऑल चार्ज बैलेंस्ड है बताया था मैंने ओवरऑल चार्ज बैलेंस्ड होता है ये व माइनस व माइनस तो टोटल कितना हो गया ू माइनस और इसको बैलेंस करने के लिए ओवरऑल चार्ज कितना है 2 प्लस तो ये क्या हो जाएगा mgcl2 क्या हो जाएगा mgcl2 समझ में आ रही है क्या बात क्लियर हो रही है क्या बात ध्यान से देख लो एक बार समझ में आ रही है बात क्लियर है बात सभी को तो यह बेसिकली लुस इलेक्ट्रॉन डॉट या बेसिकली क्रॉस सिंबल हो जाएगा अब फटाफट से इसकी प्रॉपर्टीज देख लेते हैं तो सबसे पहले फिजिकल नेचर क्या है फिजिकल नेचर जनरली ब्रिटल सॉलिड्स एंड ब्रेक्स इनटू पीस वन द प्रेशर इज अप्लाइड आयोनिक कंपाउंड्स आपके ब्रिटल सॉलिड्स होते हैं मतलब अगर आपने हल्का सा प्रेशर अप्लाई किया चटक जाएंगे टूट जाएंगे पीसे में इसके पीछे रीजन है देखिए मैं आपको रीजन बताता हूं आयोनिक कंपाउंड्स किससे बने हैं कटाय अनायता अनायता अनायरा कटाय अनान कटाय कटाय अनान कटाय अनान ऐसे बने हुए हैं एक ओरिएंटेशन सेटअप है आपने अगर फोर्स लगाया मान लीजिए आपने फोर्स लगाया तो आपने इस ओरिएंटेशन को क्या कर दिया चेंज कर दिया यानी जैसे ही अब आपने इस पर प्रेशर अप्लाई किया तो ये ओरिएंटेशन में पॉजिटिव चार्जेस एक दूसरे के सामने आ गए ये एक दूसरे को रिपेल करेंगे क्या करेंगे रिपेल करेंगे सो फोर्स ऑफ रिपल्शन ब्रेक द क्रिस्टल अपार्ट नाउ दिस प्रूव्स दैट आयोनिक कंपाउंड्स आर ब्रिटल इन नेचर कि यानी उनके ऊपर अगर अपन ने फोर्स लगाया देखो कटाय अनान कटाय अनान एक ऐसा ओरिएंटेशन था तुमने फोर्स लगाया तुमने इस ओरिएंटेशन को चेंज कर दिया ओरिएंटेशन चेंज हुआ तो क्या हुआ अब सिमिलर आयस एक दूसरे के साथ में आ गए अप्लाइड फोर्स री अलाइन द पार्टिकल्स तो क्या हो जाएगा सेम चार्जेस रिपेल ईच अदर सेम चार्जेस आ जाएंगे सामने रिपल्शन होगा क्रिस्टल टूट जाएगा यह पहली प्रॉपर्टी ठीक है दिस इज बेसिकली द फर्स्ट प्रॉपर्टी यह हो गया फिजिकल नेचर ठीक अब बात करते हैं मेल्टिंग पॉइंट और बॉयलिक पॉइंट की मेल्टिंग पॉइंट और बोइंग पॉइंट क्या होता है पढ़ा चुके हैं ऐसा टेंपरेचर जिस पर एक सब्सटेंस मेल्ट करता है यानी कि सॉलिड से लिक्विड में आता है वो मेल्टिंग पॉइंट ऐसा टेंपरेचर जिस एक सब्स आपका लिक्विड से गैस या वेपर बनता है उसे बलिंग पॉइंट कहते हैं तो यहां पर क्या चाहिए हाई मेल्टिंग एंड द बलिंग पॉइंट्स ए सफिशिएंट अमाउंट ऑफ एनर्जी इज रिक्वायर्ड टू ब्रेक द स्ट्रंग इलेक्ट्रोवेलेंट बंड्स है क्या यहां पर कि बहुत ज्यादा स्ट्रंग इलेक्ट्रोस्टेटिक फोर्स ऑफ अट्रैक्शन है इलेक्ट्रोस्टेटिक फोर्स ऑफ अट्रैक्शन है किसके बीच में अपोजिट चार्जेस के बीच में बिटवीन अपोजिट चार्जेस आपने देखा होगा ना कटाय नायन पे क्या है अपोजिट चार्जेस है पॉजिटिव चार्ज नेगेटिव चार्ज तो इनके बीच में काफी स्ट्रांग इलेक्ट्रोस्टेटिक फोर्स ऑफ अट्रैक्शन है अब इसको ओवरकम करने के लिए हमें काफी ज्यादा हीट देनी पड़ती है काफी ज्यादा टेंपरेचर देना पड़ता है इनको सेपरेट करके मेल्ट करने में और बॉईल करने में इसलिए हाई मेल्टिंग और बॉयलिक है सॉल्युबिलिटी की चर्चा करें तो भाई कहां पर सॉल्युबल होते हैं जनरली सॉल्युबल इन वाटर जनरली सॉल्युबल इन वटर नॉट इनल केसेस इसका भी एक्सेप्शन है आयनिक कंपाउंड्स आर जनरली सॉल्युबल इन वाटर एक्सेप्शन क्या है जैसे अगर मैं बोलूं baso4 मैं आपको बोलू एसी मैं आपको बोलू pb2 एटस या caco3 आर इनसोल्युबल इन वाटर यह पानी में सॉल्युबल नहीं होते प्रेसिपिटेटर आयनिक कंपाउंड्स पानी में सॉल्युबल है नहीं बिल्कुल भी नहीं सो जनरली सॉल्युबल इन वाटर एक रिलेटेबल एग्जांपल ज्यादा रिलेटेबल लिख लेता हूं आपको ज्यादा एनसीआरटी वाला और अच्छे से समझ में आएगा caco3 ज्यादा रिलेटेबल एग्जांपल baso4 caco3 pb2 आर इनसोल्युबल इन वाटर दे आर आयनिक कंपाउंड्स बट दे आर नॉट सॉल्युबल इन वाटर तो ये एक्सेप्शन फसता है इसीलिए लिखा जनरली जनरली मतलब मोस्ट ऑफ द केसेस में तो सॉल्युबल है लेकिन एक्सेप्शन ये है और ये इनसोल्युबल है आपके सॉल्वेंट्स लाइक केरोसीन पेट्रोल एंड अदर सॉल्वेंट्स में इनमें इनसोल्युबल है इनमें सॉल्युबल है उसके बाद इलेक्ट्रिकल कंडक्टिविटी इसके बारे में और डेप्थ में चर्चा चैप्टर फोर में और अच्छे से समझ में आएगा लेकिन हल्का-हल्का समझ में आ गया कि जनरली तो पानी में सॉल्युबल है है ना एक्सेप्शन ये फसते हैं और इनसोल्युबल है केरोसीन पेट्रोल वगैरह के अंदर अब ये है इलेक्ट्रिकल कंडक्टिविटी सो कंडक्ट इलेक्ट्रिसिटी इन द मोल्टन एंड द एक्वास फर्म मोल्टन और एक्वास फर्म का मतलब क्या है जैसे मान लीजिए मेरे पास है तो ये बेसिकली बन जाएगा तो देखिए मोल्टन या फिर फ्यूज्ड फॉर्म का मतलब क्या है देखिए आपने इसको मेल्ट कर दिया मेल्टिंग या फ्यूजिंग का मतलब क्या है मेल्टिंग या फ्यूजन मेल्टिंग या फ्यूजन का मतलब कि सॉलिड से लिक्विड में कन्वर्ट करना तो अगर आपने ए सॉलिड को अगर बहुत गर्म किया और वो पिघल गया तो यह बेसिकली कहलाएगा मोल्टन या फिर फ्यूज फॉर्म और इसी को अगर आपने पानी में घोल दिया तो यह कहलाएगा बेसिकली आपका एक्वास फॉर्म और दोनों ही फॉर्म्स में दोनों ही फॉर्म्स में क्या हो होता है आयस यानी कि na1 प् cl1 माइन आर फ्री टू मूव ठीक है दे मूव टू मूव टू कैथोड एंड एनोड इलेक्ट्रिसिटी कंडक्शन कराने के लिए क्लोर अल्कली प्रोसेस याद है ना भाई क्लोर अल्कली प्रोसेस से रिलेट करो भाई कैथोड प कटाय जा रहा एनोड पे नायन जा रहा था है ना एनोड पे ऑक्सीडेशन हो रहा था कैथोड पे रिडक्शन हो रहा था गेन ऑफ इलेक्ट्रॉन लॉस ऑफ़ इलेक्ट्रॉन एक फ्लो ऑफ इलेक्ट्रॉन बनता है याद है तो मूव टू कैथोड एंड एनोड मूव टू कैथोड एंड एनोड बोल रहा हूं मैं मूव टू कैथोड एंड एनोड एंड कंडक्ट्स इलेक्ट्रिसिटी ठीक है तो पहली चीज याद रखना कि अगर आपके पास एक्वसून होंगे या मोल्टन फॉर्मेट में आयनिक कंपाउंड होंगे तो ये आयस जो है ये फ्री टू मूव है ये मूव कर सकते हैं इजली इजली मूव कर सकते हैं एंड व्हेन दे आर इजी टू मूव या फ्री टू मूव या मोबाइल तो ये कैथोड और एनोड पे जाएंगे एंड वहां पर कैथोड पे रिडक्शन होगा गेन ऑफ इलेक्ट्रॉन एनोड पे होगा लॉस ऑफ इलेक्ट्रॉन एंड दिस इज हाउ देयर इज़ अ फ्लो ऑफ इलेक्ट्रॉन दैट इज़ अ कंडक्शन ऑफ इलेक्ट्रिसिटी होगा लेकिन यही चीज अगर आप बोलो कि सॉलिड फॉर्मेट में करें तो ये सॉलिड फॉर्म में कंडक्ट नहीं करेंगे इलेक्ट्रिसिटी इट डज नॉट कंडक्ट इलेक्ट्रिसिटी इन द सॉलिड फॉर्म एज द आयस आर इमोबाइल इन द सॉलिड स्टेट आप सॉलिड नमक को बिजली के सर्किट से कनेक्ट करो बिजली के सर्किट से कनेक्ट करो बल्ब नहीं जलेगा बिकॉज सॉलिड स्टेट में आयस आर नॉट फ्री टू मूव तो यहां पर नो कंडक्शन ऑफ इलेक्ट्रिसिटी बट एक्वास और मोल्टन स्टेट में द आयस आर फ्री टू मूव एंड इट कंडक्ट इलेक्ट्रिसिटी ठीक है तो यहां पर आयनिक कंपाउंड इनकी प्रॉपर्टीज भी हमारी होती है खत्म तो अब चालू करेंगे एक बहुत ही बेहतरीन सी चीज जिसका नाम क्या है इसका नाम है मेटालर्जी अब बच्चे बहुत ज्यादा एक्साइटेड होंगे इसके लिए कि सुनील भया मेटालर्जी पढ़ा दो तो देखिए मेटालर्जी क्या होती है मेटालर्जी क्या है मेटालर्जी आपकी वो ब्रांच है साइंस की इट इज नथिंग बट इट इज अ ब्रांच ऑफ साइंस दैट डील्स विद एक्सट्रैक्शन ऑफ मेटल्स लेकिन एक्सट्रैक्शन ऑफ मेटल्स यानी धातुओं का एक्सट्रैक्शन करना ठीक है ना कि भाई हमें धातु चाहिए मेटल चाहिए बिल्कुल एकदम फाइनल फाइनल स्टेट में भाई जमीन से निकालना या समुद्र से निकालने से लेक बिल्कुल फाइनल स्टेट तक की मैं बात कर रहा हूं सो ब्रांच ऑफ साइंस दैट डील्स विद द एक्सट्रैक्शन ऑफ मेटल्स ठीक है बट किस तरीके से प्रॉफिटेबली या और एक और सरल शब्द मैं आपको बताऊं इकोनॉमिकली एंड कन्वेनिएंट इकोनॉमिकली एंड कन्वेनिएंट एक तो सस्ते तरीके से और कन्वीनियंस यानी आराम से बिना किसी हसल के तो एक ऐसी ब्रांच है साइंस की जो डील करती है एक्सट्रैक्शन ऑफ मेटल्स के साथ लेकिन इकोनॉमिकली यानी सस्ता पड़े और कन्वेनिएंट मतलब आसानी से हो ये ठीक है तो चलिए इस ब्रांच ऑफ साइंस को एक्सप्लोर करते हैं एंड लेट्स स्टार्ट आवर डिस्कशन तो सबसे पहला सवाल जो मेरा आपके पास है द मेटल ऑब्टेंड या द मेटल्स ऑब्टेंड फ्रॉम सी वटर आर इन डैश फॉर्म एलिमेंटल फॉर्म और दे आर इन दी कंपाउंड फॉर्म ठीक है स्क्रीन पॉज करके आंसर कीजिएगा सो द मेटल्स ऑब्टेंड फ्रॉम द सी वटर तो ये बेसिकली क्या है कंपाउंड फॉर्म में होते हैं या द मेटल्स दैट आर प्रेजेंट इन द सी वटर मेटल्स आपके जो समुद्र से मिलते हैं या होते हैं वहां पर वो किस फॉर्म में होते हैं क्या वो ऐसे फ्री स्टेट में घूम रहे होते हैं या वो कंपाउंड्स के फॉर्म में होते हैं या कैसे होते हैं मैं आपको बताता हूं समुद्री पानी जो आपका होता है उसके अंदर क्या होता है वाटर सॉल्युबल सल्ट्स यानी पानी में घुलने वाले आयोनिक कंपाउंड प्रेजेंट होते हैं और वटर सलब सॉल्टस कौन-कौन से होते हैं जैसे मान लीजिए मैंने बोला यह वहां पर प्रेजेंट होते हैं तो यह जो मेटल है यह बेसिकली किस फॉर्म में है वाटर सॉल्युबल सॉल्टस के फॉर्मेट में समुद्र के अंदर है इनको हम निकालते हैं और फिर फर्द हम इनसे मेटल को एक्सट्रैक्ट करते हैं सो द मेटल्स ऑब्टेन फ्रॉम सी वटर आर इन द फॉर्म ऑफ ये भाई वाटर सलब सॉल्टस है यानी ये सॉल्ट है और क्या है पानी के अंदर घुले हुए हैं अब इससे बेसिकली हम क्या करते हैं ये हमारा रिस्पेक्टिव मेटल है इसका एक् एक्शन हम करेंगे ये रिस्पेक्टिव मेटल का हम एक्सट्रैक्शन यहां पर करते हैं ठीक है ना अब सॉल्ट का मतलब क्या होता है सॉल्ट इज नथिंग बट इट इज एन आयोनिक कंपाउंड यह बेसिकली क्या है यह आयोनिक कंपाउंड है ठीक है यह बात क्लियर हो गई जी भाई चलिए ठीक है अब देखिए अब यहां प कंक्लूजन प आने से पहले मैं आपको कुछ और बेसिक बातें बताना चाहूंगा फिर कूजन को मैं बताऊंगा आपको तो इसमें कांसेप्ट नंबर पहला जो मैं आपको बताना चाहता हूं यह कांसेप्ट नंबर दूसरा होगा मेरा जो फाइनल कंक्लूजन होगा देखिए जो आपके मेटल्स होते हैं वह आपको दो प्रकार से मिलते हैं यानी जो आपके धातु होते हैं वह आपको दो प्रकार से मिलते हैं पहला प्रकार यानी वह आपको किस स्टेट में मिल रहे हैं फ्री या फिर प्योर या फिर नेटिव स्टेट में मिल रहे हैं आपको और दूसरा वो आपको बेसिकली कमबा फम में मिल रहे या कंबाइंड स्टेट में मिल रहे क्या मतलब है सुनील भाई थोड़ा सा लबरेट कीजिए देखिए फ्री स्टेट प्योर स्टेट या नेटिव स्टेट का मतलब है कि जो धातु है व बिल्कुल धातु ही है वह किसी से कंबाइन नहीं हुआ है वह एलिमेंटल फॉर्म है कैसी फॉर्म है एलिमेंटल फॉर्म है और एलिमेंटल फॉर्म में हमेशा कौन मिलता है आपको एलिमेंटल फॉर्म में गोल्ड एंड प्लैटिनम ऑलवेज य आपको हमेशा एलिमेंटल फॉर्मेट में मिलेंगे गोल्ड और प्लैटिनम ठीक है सो मेटल्स दैट इज अ ये मेटल्स आपको फ्री स्टेट प्योर स्टेट या नेटिव स्टेट में मिलते हैं यानी एलिमेंटल फॉर्म में जैसे हैं वैसे ही रहेंगे कुछ इंप्योरिटीज होंगी वो तो हम रिमूव करते ही हैं बट ये एलिमेंटल फॉर्म में रहना पसंद करते हैं जैसे गोल्ड एंड प्लैटिनम फ्री स्टेट में लेकिन इफ यू विल टॉक अबाउट कंबाइंड स्टेट इसका मतलब है कि मेटल्स आपके कंपाउंड के फॉर्म में होते हैं अरे भाई रिएक्टिव है तो कंपाउंड के फॉर्म में तो होंगे ही ना कंपाउंड के के फॉर्म में कैसे कि भाई ऑक्साइडस के फॉर्मेट में है ठीक है उसके बाद आपके सल्फाइड के फॉर्मेट में है कार्बोनेट के फॉर्मेट में है एटस ऑक्साइडस सल्फाइड्स कार्बोनेट्स इस फॉर्मेट में है आपके अर्थ के क्रस्ट के अंदर या बेसिकली सी वाटर के अंदर है ना तो यहां पर इस प्रकार से मेटल आपको मिलते हैं इन दोनों प्रकारों से मिलते हैं ठीक है इतनी बेसिक सी बात समझ में आ सभी को अब कांसेप्ट नंबर दूसरा इस पेज का क्या कहता है द मेजर सोर्स ऑफ मेटल्स द मेजर सोर्स ऑफ मेटल्स वेदर इन द फ्री स्टेट और द कंबाइंड स्टेट ठीक है ना यानी धातुओं का जो मेजर सोर्स है या तो फ्री स्टेट में हो या तो कंबाइंड स्टेट में हो वो बेसिकली अर्थ का क्रस्ट है यानी मेजर सोर्स ये है सम मेटल्स लाइक सोडियम पोटेशियम एटस वच फॉर्म सॉल्युबल सॉल्टस आर आल्सो फाउंड टू अकर इन द सी वाटर यह बेसिकली माइनर सोर्स है भाई समुद्री पानी में भी तो मिल रहा था मैंने आपको अभी बताया समुद्री पानी में मिल रहा है तो धातु आपको दो प्रकार से दो जगह मिलते हैं पहला प्रकार तो फ्री स्टेट प्योर स्टेट या नेटिव स्टेट यानी एलिमेंटल फॉर्म दूसरा कंबाइंड फॉर्म यानी कंपाउंड फॉर्म इस फॉर्म में मिलते हैं कहां मिलते हैं एक तो अर्थ के क्रस्ट में मिलते हैं दूसरा समुद्री पानी में मिलते हैं किस फॉर्मेट में आर फाउंड टू अकर इन द सी वटर इन द फॉर्म ऑफ़ द सॉल्युबल सल्ट्स ठीक है ना यह एक्स्ट्रा लग रहा है यह हो चुका है व्हिच फॉर्म सॉल्युबल सॉल्टस आर आल्सो फाउंड टू ऑकर इन द सी वटर ठीक है यह बातें आपको आई होप क्लियर हो रही है दोस्तों है ना कि जो मेटल्स है वो दो प्रकार से एक तो फ्री स्टेट और एक नेटिव स्टेट में होंगे है ना फ्री स्टेट नेटिव स्टेट या बेसिकली इसको हम बेसिकली कहेंगे फ्री प्योर या नेटिव स्टेट यानी एलिमेंटल फॉर्म और दूसरा होगा कंबाइंड स्टेट यानी कंपाउंड फॉर्म फम में मिलेंगे कहां पर अर्थ क्रस्ट में और सी वाटर यानी समुद्री पानी में क्या बात है बहुत बढ़िया अब देखिए सवाल यहां से जो पढ़ाया उसी से पूछ रहा हूं मेटल्स लाइक गोल्ड एंड प्लेटिनम आर फाउंड इन किस फॉर्म में एलिमेंटल फॉर्म यानी कि प्योर प्री या नेटिव स्टेट यही तो पढ़ाया था आपको अभी जी भैया बस चलिए अब यहां पर और एक बेहतरीन सा कंक्लूजन मैं आपको देता हूं यहां पर और एक बेहतरीन सा कंक्लूजन में आपको ओवरल सारी चीजों को सारी चीजों का एक निचोड़ देता हूं क्या निचोड़ है अगर आप बात करते हैं इन मेटल्स की पोटेशियम सोडियम कैल्शियम मैग्नीशियम एलुमिनियम यानी मेटल्स ऑफ हाई रिएक्टिविटी की इन मेटल्स की अगर आप बात करते हैं याद रखना तो यह कैसे मिलेंगे काफी रिएक्टिव मेटल है तो ये तो हमेशा किस फॉर्म में मिलेंगे ऑलवेज इन कंबाइंड फॉर्म बात करते हैं कॉपर मरकरी और सिल्वर की तो यह आपके होते हैं मेटल्स ऑफ लो रिएक्टिविटी यह थोड़े से कॉन्फ्लेटिंग है यह आपको फ्री एज वेल एस कंबाइंड फॉर्म में मिलते हैं प्री फॉर्म में भी मिल जाएंगे और यह आपको बेसिकली कंबाइंड फॉर्म में भी मिल जाएंगे कॉपर मरकरी और सिल्वर आपको फ्री फॉर्म में भी मिल सकते हैं और कंबाइंड फॉर्म में मिल सकते है मतलब एलिमेंटल फम और कंपाउंड फॉर्म दोनों में मिल सकते हैं टॉकिंग अबाउट गोल्ड एंड प्लैटिनम यह होते हैं मेटल्स ऑफ लीस्ट रिएक्टिविटी सबसे कम रिएक्टिव मेटल्स यह आपको कैसे मिलेंगे ऑलवेज इन प्री या फिर प्योर या फिर नेटिव स्टेट पढ़ाया था जी भैया तो मैंने क्या बोला एक बार रिकप दे देता हूं पोटेशियम सोडियम कैल्शियम मैग्नीशियम एलुमिनियम आ मेटल्स ऑफ हाई रिएक्टिविटी यह हमेशा कंबाइंड फॉर्म में होंगे जिंक आयरन और लेड दीज आर द मेटल्स ऑफ मीडियम रिएक्टिविटी दीज आर आल्सो ऑलवेज फाउंड इन द कंबाइंड फॉर्म कॉपर मरकरी और सिल्वर ठीक है ना कॉपर मरकरी और सिल्वर लो रिएक्टिविटी फ्री एज वेल एज दी कंबाइंड फॉर्म और उसके बाद गोल्ड एंड प्लैटिनम दीज आर द मेटल्स ऑफ लीस्ट रिएक्टिविटी ये आपको फ्री प्योर या नेटिव स्टेट में ही मिलेंगे हमेशा ठीक है सो मेटल्स ऑफ लो रिएक्टिविटी फ्री और कंबाइंड दोनों में मिल रहे हैं तो ऊपर से नीचे जैसे जैसे हम आ रहे रिएक्टिविटी घटती जा रही है यह कंबाइंड फॉर्म कंबाइंड फॉर्म फ्री और कंबाइंड फॉर्म फ्री फॉर्म जैसे ऊपर से नीचे आते जा रहे हैं रिएक्टिविटी घटती जा रही है इसीलिए अकेले रहना पसंद कर रहे हैं समझ में आ रही है बात क्लियर हो रही है बात चलो अब कुछ बेसिक टर्म्स के बारे में चर्चा करते हैं मिनरल्स और है ना इन सब चीजों के बारे में चर्चा करते हैं सो मेटल्स ऑकर नेचुरली इन द फॉर्म ऑफ एलिमेंट्स यानी या तो व आपको फ्री स्टेट में मिलेंगे है ना या वह बेसिकली आपको कहां मिलेंगे कंबाइंड स्टेट में मिलेंगे या तो मेटल्स आपको फ्री स्टेट में मिलेंगे या तो मेटल्स आपको कंबाइंड स्टेट में मिलेंगे या तो मेटल्स फ्री स्टेट में मिलेंगे या तो मेटल्स कंबाइंड स्टेट में मिलेंगे कहां पे अर्थ के क्रस्ट में है ना या बेसिकली सी वाटर में समझ में आ गई बात और इसको हम बेसिकली क्या कहेंगे मिनरल्स कहेंगे फिर से बता देता हूं मेटल्स ऑकर नेचुरली इन द फॉर्म ऑफ एलिमेंट्स और कंपाउंड्स इन दी अर्थस क्रस्ट और सी वाटर एंड आर कॉल्ड मिनरल्स या तो मेटल्स आपको फ्री स्टेट में मिलेंगे या तो कंबाइंड स्टेट में मिलेंगे यानी एलिमेंटल स्टेट और कंपाउंड कंबाइंड की जगह कंपाउंड बोल रहा हूं एलिमेंटल स्टेट यानी फ्री स्टेट में या कंबाइंड स्टेट यानी कंपाउंड के फॉर्म में कहां पे अर्थ क्रस्ट मेजर सोर्स है सी वाटर माइनर सोर्स है यहां पर और इनको हम बोलते हैं मिनरल्स क्या बोलते हैं मिनरल्स बोलते हैं अब इन मिनरल्स के साथ जो अर्थली इंप्योरिटीज होती है द अर्थली एंड द रॉकी इंप्योरिटीज दैट आर असो टेड विद द मिनरल आर कॉल्ड गैंग और मैट्रिक्स इसको गंगू नहीं बोलते हैं गैंग बोलते हैं तो जो अर्थली एंड रॉकी इंप्योरिटीज इसके साथ अटैच है लाइक लाइमस्टोन हो गया है ना लाइक आपका सैंड हो गया यह सारी चीजें जो इसके साथ चुपकी हुई है भाई मिनरल ऐसा तो नहीं है जब आप निकालो तो इसके साथ कोई अर्थली इंप्योरिटी नहीं आएगी बिल्कुल आएगी तो इस अर्थली इंप्योरिटी को या रॉकी इंप्योरिटी को हम कहते हैं गैंग या मैट्रिक्स फिर से क्या इसको बेसिकली क्या कहते हैं इसको बोलते हैं गैंग या फिर मैट्रिक्स क्या बोलते हैं इसको बोलते हैं गैंग या फिर बेसिकली इसको बोलते हैं मैट्रिक्स ठीक है ना चलिए अब आपके पास दो मिनरल्स है पहला यह दूसरा यह पहला यह और दूसरा यह दो मिनरल्स है आपके पास तो मेरा सवाल आपसे यह है दोस्तों कि यहां पर इन दोनों मिनरल्स में एक है क्ले इसमें एलुमिनियम है एक है बॉक्साइट इसमें एलुमिनियम है लेकिन मजे की बात पता है क्या है एक्सट्रैक्शन सिर्फ इसी से होता है एक्सट्रैक्शन इज डन फ्रॉम दिस ओनली एलुमिनियम इसमें भी है एल्युमिनियम इसमें भी है लेकिन एक्सट्रैक्शन सिर्फ बॉक्साइड से होता है क्ले से नहीं होता मिनरल तो दोनों है एक्सट्रैक्शन बॉक्साइड से हो रहा है मिनरल ये भी है मिनरल ये भी है एक्सट्रैक्शन इससे होता है इससे नहीं ठीक है तो तो ध्यान से सुनना जैसे अगर मैंने आपको बोला क्ले और मैंने आपको बेसिकली बोला बॉक्साइट ठीक है तो इन दोनों में से मिनरल कौन है देखि मिनरल तो आपके दोनों है लेकिन एक्सट्रैक्शन जिससे होता है व कौन सा है बॉक्साइड तो इसको क्या बोलेंगे ध्यान से सुनना मेटल्स आर एक्सट्रैक्टेड फ्रॉम सम मिनरल्स ओनली बिकॉज द प्रोसेस ऑफ एक् ऑ मेटल फ्रॉम ट मिनरल इ नॉट इकोनॉमिकल यानी कि अगर हम क्ले से एक्सट्रैक्शन कर रहे हैं एलुमिनियम का रदर देन बॉक्साइड तो य हमें सस्ता नहीं पड़ रहा बॉक्साइट से सस्ता पड़ता है पहली बात दूसरा देर आर सर्टेन इरिटी ट आर डिफिकल्ट टू रिमूव यानी यह क्या हो जाता है इनकन्वेनिएंट हो जाता है इनकन्वेनिएंट हो जाता है बट द प्रोसेस बट प्रोसेस शुड बी कन्वेनिएंट ठीक है ना जो एक्सट्रैक्शन का प्रोसेस है यह बेसिकली आपका क्या होना चाहिए एक्सट्रैक्शन का जो प्रोसेस है इट शुड बी कन्वीनियंस शैक्श कर रहे हैं यह कन्वीनियंस आर एक्सट्रैक्टेड फ्रॉम सन मिनरल्स बिकॉज द प्रोसेस ऑफ एक्सट्रैक्शन फ्रॉम दैट मिनरल इज नॉट इकोनॉमिकल पहला यह सस्ता नहीं है दूसरा देयर आर सर्टेन इंप्योरिटीज दैट आर डिफिकल्ट टू रिमूव इनकन्वेनिएंट है प्रोसेस कन्वेनिएंट होना चाहिए वरना महंगा पड़ेगा ना ज्यादा डिफिकल्टी से हटाना पड़ रहा है ज्यादा सेटअप लगाना पड़ रहा है ज्यादा स्टेप्स लगाने पड़ रहे तो महंगा पड़ेगा महंगा नहीं पड़ना चाहिए समझ में आ रही है मेरी बात समझ में आ रही है मेरी बात तो यहां पर एक चीज का कंक्लूजन हम क्या ड्र करते हैं मिनरल तो दोनों थे क्ले भी मिनरल था और बॉक्साइड भी मिनरल था जी भैया यह तो मैंने आपको बताया दोनों के दोनों मिनरल है लेकिन एक टर्म और आएगी अब ओर तेरी ओर तेरी ओर तेरी ओर वही वाली ओर क्या है वो द मिनरल्स फ्रॉम व्हिच मेटल्स कैन बी एक्सट्रैक्टेड इकोनॉमिकली एंड कन्वीनियंस आर कॉल्ड ओर्स तो यानी कि क्ले ओर नहीं है बॉक्साइट ओर है मिनरल दोनों है लेकिन ओर ये नहीं है बॉक्साइट ओर है ओर का मतलब कि ऐसा मिनरल जिससे कि हम मेटल्स को इकोनॉमिकली और कन्वेनिएंट निकाल सके वो कहलाता है ओर तो यह कंक्लूजन लाइन हो गई ना कि ऑल ओर्स आर मिनरल्स बट ऑल मिनरल्स आर नॉट ओर्स यह ओर है तो यह मिनरल भी है लेकिन जो मिनरल है जरूरी नहीं है कि वो ओर हो ऑल ओर्स आर मिनरल्स बट ऑल मिनरल्स आर नॉट ओर्स क्लियर हो गया समझ में आ गई बात जी भैया जी भैया समझ में आ गई आल्सो इंपॉर्टेंट बात इट इज इंटरेस्टिंग टू नोट दैट द ओर्स ऑफ मोस्ट ऑफ द मेटल्स एजिस्ट एज ऑक्साइडस ऑक्साइडस किधर एजिस्ट करते हैं बिकॉज जो ऑक्सीजन है ऑक्सीजन इज मोस्ट एडेंट अर्थ क्रस्ट में मोस्ट एडेंट एलिमेंट इन अर्थस क्रस्ट 47 टू 48 पर आपका ऑक्सीजन ही है अर्थ के क्रस्ट में अब वो बेसिकली कंबाइंड फॉर्म में है क्योंकि ऑक्सीजन काफी ज्यादा रिएक्टिव नॉन मेटल होता है तो वो क्या कर लेता है मेटल मेटल्स के साथ रिएक्ट कर लेता है और ऑक्साइडस की फॉर्म में प्रेजेंट है तो मोस्ट ऑफ द मेटल जो है वो ऑक्साइडस की फॉर्मेट में प्रेजेंट है नाउ द रीजन इज दिस इज बिकॉज ऑक्सीजन इज अ वेरी रिएक्टिव एलिमेंट एंड इज एडेंट फाउंड ऑन दी अर्थ अबुन एटली फाउंड इन दी अर्थस क्रस्ट क्योंकि अर्थ क्रस्ट के अंदर एक तो बहुत ज्यादा मात्रा में पाया जाता है दूसरा काफी ज्यादा रिएक्टिव है इसीलिए मोस्ट ऑफ द ओर्स ऑफ द मेटल्स आपके ऑक्साइड के फॉर्मेट में है ठीक है ना सारी बातें समझ में आ रही मजा आ रहा है फन आ रहा है जी भैया फन आ रहा है कोई दिक्कत नहीं है चलिए नाउ ओर्स ऑफ सम कॉमन मेटल्स कुछ कॉमन मेटल्स के ओर्स आप देख लीजिए फटाफट से याद कर लीजिए कॉम्पिटेटिव एग्जाम में भी काफी काम आता है यह टेबल सोडियम अगर यह मेटल की बात करें तो नेम ऑफ द ओर इज रॉक सॉल्ट केमिकल फॉर्मूला ए एलुमिनियम का क्या है बॉक्साइट फॉर्मलाइज al2 o3 टवा ऑफ h2o जिंक के दो ओर है एक है जिंक ब्लैंड और दूसरा है कैलामाइन znso4 जिंक ब्लैंड इज znso4 आयरन के कौन-कौन से हैं हेमेटाइट इज fe2 o3 मैग्नेटाइट इज fe3 o4 आयरन पायराइट इज fes2 23 आयरन का एक और होता है लिमनाइए क्यूप इट इ cu2o कॉपर पायराइट इज cufes2 सिन्ना बार मरकरी का ओर है दैट इज hsinfo.in जिंक ब्लेंड और कैलामाइन z znco3 आयरन के ओर का नाम है हेमेटाइट मैग्नेटाइट आयरन पैराट और साइड fe2 o3 fe3 o4 fh4 feco3 कॉपर ग्लैड्स cu2s क्यूप इट इज cu2o कॉपर पायराइट इज कॉपर पायराइट इज cufes2 सिन्ना बार इज hsv2 s एंड सिन्ना बार दैट इज hgso4 ब्लैंड और कैलामाइन एंड देन हेमेटाइट के ऊपर भी चर्चा करेंगे फॉलो बाय इन दोनों की चर्चा भी होगी ठीक है चलिए नाउ यहां तक सारी बेसिक बातें समझ में आ गई इंपोर्टेंट टर्म्स मिनरल क्या होते हैं ओर्स क्या होते हैं गैंग क्या होता है गैंग को मैट्रिक्स भी कहते हैं यह समझ में आ गया सब कुछ उसके बाद आपको ओर्स ऑफ सम कॉमन मेटल्स याद हो गए जी भैया याद हो गए अच्छा मेटल्स किस फॉर्म में होते हैं फ्री फॉर्म में होते हैं एंड बेसिकली कंबाइंड फॉर्म में होते हैं अर्थ क्रस्ट में होते हैं सी वाटर में होते सारी बेसिक बातें समझ में आ गई जी भैया अब देखिए सबसे पहला यह कॉमन स्टेप है सब में अप्लाई होगा कॉमन स्टेप क्या है यह स्टेप सबसे पहला स्टेप है क्रशिंग एंड द ग्राइंडिंग ऑफ द ओर मतलब एक बार अगर आपने ओर को जमीन से ला तो सबसे पहला स्टेप क्या है जमीन से निकाला तो भैया कौन सा पहला स्टेप तुमने कर डाला आइए करते हैं इसकी चर्चा पहले स्टेप की चर्चा तो देखिए सबसे पहले आप क्या करेंगे यहां पर आपने अपने और को लिया हैमर मिल के ऊपर कौन स मिल हैमर मिल ठीक है यह मान लीजिए आपने अपने र को ऐसे हैमर मिल के ऊपर रख दिया ये ए मिल होती है ठीक अब यह बेसिकली जो पार्ट है यह ऊपर और नीचे आता जाता रहता है ठीक है यह कहलाती है हैमर मिल क्या कहलाती है हैमर मिल ठीक है दोस्त यह कहलाती है हैमर मिल यानी यह वाला पार्ट तो आपका फिक्स है और यह वाला पार्ट ऐसे ऊपर नीचे ऊपर नीचे ऊपर नीचे ऊपर नीचे ऊपर चेप नीचे ऊपर नीचे जाएगा तो मेरे दोस्तों एक फोर्स यहां पर हम अप्लाई कर रहे कौन सी ऐसे यह पार्ट फिक्स है यह पार्ट ऐसे ऊपर से पड़ेगा तो यह पार्ट फिक्स है यह पार्ट ऊपर से पड़ेगा इस फोर्स का नाम होता है इंपैक्ट फोर्स कौन सा फोर्स इंपैक्ट फोर्स बोलते हैं इसको इंपैक्ट फोर्स की वजह से होगा क्या इंपैक्ट फोर्स की वजह से होगा क्या ठीक है ना बिकॉज ऑफ द इंपैक्ट फोर्स ओर इज कस्ड इनटू पीसे ओर इज कस्ड इनटू स्मॉलर पीसेज आपने सबसे पहले और को छोटे टुकड़ों में तोड़ दिया वो कुछ ऐसे टुकड़ों में टूट जाएगा पहला स्टेप समझ में आ रहा है क्रशिंग ग्रांग ऑफ र तो यह आपने कर दी क्रशिंग ऑफ र व्ट इ दिस दिस इ बेसिकली क्रशिंग ऑफ र समझ में आया कि मेरे दोस्त आपने उसको हैमर मिल के अंदर डाला ठीक है और उसको जोर ये वाला पार्ट फिक्स ये वार्ट उस जोर पड़ रहा है जसे अपन कूटते ना किसी चीज को वैसा तो यह क्रशिंग करेगा इंपैक्ट फोर्स की वजह से यह छोटे छोटे टुकड़ों में कन्वर्ट हो जाएगा अब दूसरा स्टेप अब आप क्या करेंगे एक ग्राइंडर पर इसको डाल देंगे इन छोटे छोटे टुकड़ों को डाल देंगे ठीक है ठीक यह बेसिकली आपका ग्राइंडर है अब आप क्या करेंगे इस ग्राइंडर को इस ग्राइंडर को अपन ऐसे रोटेट करेंगे ठीक है ना य ये दोनों के दोनों ऐसे ऐसे घूमेंगे ठीक है ना यानी एक तरीके से हम इसको क्या कर रहे हैं ग्राइंड कर रहे हैं ये क्या है बेसिकली हमारे पास पास ये हमारे पास है ग्राइंडर क्या कर रहे हैं ग्राइंड कर रहे हैं कौन सा फर्स हम यहां पर अप्लाई कर रहे हैं इस फर्स को हम कहते हैं एट्रिशन फोर्स कौन सा फर्स कहते हैं वी कॉल दिस फर्स एज दी एट्रिशन फर्स कौन सा फर्स एट्रिशन फर्स तो पहले लगाया इंपैक्ट फर्स अब लगाया एट्रेक्शन फर्स या फिर इसको बोलते हैं शियर फर्स अब इससे बेसिकली होगा क्या मेरे दोस्त ये बिल्कुल आपका यहां पर होगा क्या ओर इज टर्निंग या और टर्न इन टू पलव इज फॉर्म और और टर्न इनटू पलवे इज्ड फॉर्म या बेसिकली हम इसको कहेंगे क्या पाउडर्ड फॉर्म में कन्वर्ट हो जाएगा समझ रहे पलव फॉर्म या पाउडर्ड फॉर्म में कन्वर्ट हो जाएगा ठीक है यह बात समझ में आ रही है आपको ठीक है सो ये बेसिकली पराइज फॉर्म या बेसिकली पाउडर्ड फॉर्म में कन्वर्ट हो जाएगा ठीक है सबसे पहला स्टेप इ क्रशिंग ऑफ ओर यानी कि आपने इसको छोटे टुकड़ों में तोड़ दिया दूसरा स्टेप है कि आप इस ओर को पाउडर्ड फॉर्म या पलव फॉर्म में कन्वर्ट कर देंगे इस स्टेप को बेसिकली हम क्या बोलते हैं ग्राइंडिंग ऑफ ओर बोलते हैं क्या बोलते हैं ग्राइंडिंग ऑफ ओर बोलते हैं बात समझ में आ गई क्या सो द वेरी फर्स्ट स्टेप इज क्रशिंग ऑफ होर सेकंड स्टेप इज ग्राइंडिंग ऑफ होर यानी पहला स्टेप रंगीलो मारो ढोलना ढोलना रे तो पहला क्या किया भैया इंपैक्ट एट्रिशन इंपैक्ट एट्रेक्शन इंपैक्ट एट्रिशन इंपैक्ट एट्रिशन यानी पहले हमने उसको छोटे पीसे में कन्वर्ट किया और फिर पाउडर में कन्वर्ट कर दिया तो एट द एंड हमारे पास आउटपुट क्या आया पलव फम या पाउडर्ड फॉर्म में हमारे पास आ गया और यानी इसको बिल्कुल पाउडर्ड फॉर्म में कन्वर्ट कर दिया हमने इसको बात समझ में आ गई क्या बात समझ में आ गई जी भया अब दूसरा स्टेप यह भी कॉमन रहेगा हर चीज में सारी जगहों पर कॉमन रहेगा य कंसंट्रेशन ड्रेसिंग या बेनिफेक्शन या एनरिचमेंट ऑफ ओर यानी एक तरीके से ओर की साफ सफाई करना गंदगी हटाना उससे सिंपल सा मतलब ठीक है तो तो बिफोर एक्सट्रैक्टिंग द मेटल इट इज इंपॉर्टेंट टू रिमूव द गैंग और मैट्रिक्स फिर से कह रहा हूं गैंग बोलते हैं गंगू नहीं बोलते बिफोर एक्सट्रैक्टिंग द मेटल इट इज इंपोर्टेंट टू रिमूव द गैंग और मैट्रिक्स जो इंप्योरिटी उसके साथ अटैच है आपको वो हटानी है तो सबसे पहला आपने उसको क्या कर रही क्रशिंग एंड ग्राइंडिंग ऑफ ओर कर दिया अब आप उस ओर की सफाई करना चाह रहे हैं यानी उस के अंदर जो गंदगी है उसको सबसे पहले आप हटाना चाह रहे हैं ठीक है तो ये आपका सेकंड स्टेप बढ़ता है कंसंट्रेशन ड्रेसिंग बेनिफेक्शन या एनरिचमेंट ऑफ ओर एनरिचमेंट या कंसंट्रेशन इसीलिए बोलते हैं कि गंदगी हटा रहे हैं तो र की कंसंट्रेशन बढ़ रही है ना अमाउंट उसका बढ़ रहा है इसीलिए बोलते हैं कंसंट्रेशन या फिर ड्रेसिंग का मतलब क्या होता है जैसे आपको लग जाती है तो अपन क्या करते हैं सफाई कराते हैं ना जखम की इसी तरीके से हम सफाई कर रहे हैं र की ठीक है तो कंसंट्रेशन ड्रेसिंग या बेनिफेक्शन ऑफ ओर का मतलब क्या है कि हम उससे गंदगी को हटा रहे हैं ये इसकी इंपॉर्टेंस है स्टेप की अब ये कैसे होता है आप देखिए ऐसे तो हटा नहीं सकते कि भाई पानी डाल दिया और गंदगी और और अलग हो जाए नहीं ऐसा नहीं होता आपको इनको हटाने के लिए हां कुछ केसेस में पानी का इस्तेमाल हम करते हैं बट नॉट इन एवरी केस आपको यहां पे दिमाग लगाना पड़ेगा आपको उनके डिफरेंसेस ढूंढने पड़ेंगे कि ओर और जो गैंग है इनकी फिजिकल और केमिकल प्रॉपर्टीज में क्या डिफरेंस है है इस बेसिस पे आप इनको अलग कर सकते हो जैसे मान लो कि आयरन का कोई ऑक्साइड है और उसके साथ कोई इंप्योरिटी है अब आयरन के जो ऑक्साइडस होते हैं मैग्नेटिक होते हैं तो आप मैग्नेटिक सेपरेशन करके एक तकनीक होती है उससे मैग्नेटिक जो आपका यानी ओर है उसको और उसके साथ जो इंप्योरिटी है वो नॉन मैग्नेटिक है उसको अलग कर सकते हो भाई चुंबक की सहायता से आप क्या कर सकते हो उनको अलग कर सकते हो तो और तो चुंबक पे चिपकने की कोशिश करेगा और जो बेसिकली चुंबक पे नहीं चिपके वो बेसिकली क्या है गैंग या मैट्रिक्स वो अलग हो जाएगा तो ये अपन को दिमाग लगाना पड़ता है सो द डिफरेंसेस बिटवीन द फिजिकल एंड द केमिकल प्रॉपर्टीज ऑफ द गंग एंड द ओर तो ये किस बेसिस पे सेपरेट होते हैं ऑन द बेसिस ऑफ द डिफरेंसेस बिटवीन द फिजिकल एंड द केमिकल प्रॉपर्टीज ऑफ द गंग और ओर गैंग और ओर के फिजिकल और केमिकल प्रॉपर्टीज के डिफरेंस के बेसिस पे हम इनको अलग कर देते हैं ठीक है ठीक है अब देखो बच्चा लोग बहुत इंपोर्टेंट बात इट्स नॉट गंगू गंगू इट्स नॉट गंगू गंगू इट्स गैंग गैंग इ लाइक ओ भाई आई एम नॉट गंगू गंगू आई एम नॉट गंगू गंगू मैं गंगू गंगू नहीं हूं तो आपसे नो गंगू गंगू है ना इट्स गैंग आगे चले चलिए बहुत बढ़िया अब देखिए एक्सट्रैक्शन ऑफ मेटल फ्रॉम दी कंसंट्रेटेड ओर इज बेसिकली द स्टेप नंबर थ्री पहला स्टेप इज कॉमन दैट इज क्रशिंग एंड ग्राइंडिंग ऑफ र दूसरा कंसंट्रेशन ऑफ र यह कॉमन स्टेप है अब देखिए हम यहां पर एक्सक्स करेंगे लो रिएक्टिविटी मेटल्स का ठीक है ना दैट इज एट द लो इन द रिएक्टिविटी सीरीज ऑफ मेटल्स फिर हम बात करेंगे एक्सट्रैक्शन ऑफ मीडियम रिएक्टिविटी मेटल्स एट द मिडल इन द रिएक्टिविटी सीरीज ऑफ मेटल्स एंड देन देन एक्सट्रैक्शन ऑफ हाई रिएक्टिविटी मेटल्स दैट इज एट द टॉप इन द रिएक्टिविटी सीरीज ऑफ मेटल्स अच्छा यह बात आपको पता ही है ये सब मैं आपको बता चुका हूं कि ये लीस्ट रिएक्टिविटी मेटल्स है है ना सो लीस्ट रिएक्टिविटी मेटल्स लाइक गोल्ड एंड प्लैटिनम आर फाउंड इन द फ्री या फिर नेटिव या फिर प्योर स्टेट है ना यह चर्चा हम कर चुके हैं सुनील भैया कोई दिक्कत नहीं है तो हम अपने डिस्कशन को स्टार्ट करते हैं विद लो रिएक्टिविटी मेटल्स तो यहां पर लो रिएक्टिविटी मेटल्स में हमारे पास आता है कौन-कौन से लो रिएक्टिविटी मेटल्स आते हैं हमारे पास है कॉपर मरकरी एंड सिल्वर सो कॉपर मरकरी एंड सिल्वर आर द मेटल्स ऑफ लो रिएक्टिविटी लेट्स डिस्कस हाउ कॉपर एंड मरकरी आर एक्सट्रैक्टेड फ्रॉम दे मोस्ट कॉमन ओर्स दैट इज द सल्फाइड ओर्स ठीक है ना इनके एक्सट्रैक्शन की बात करते हैं अब सबसे पहले कॉपर का जो सल्फाइड र हम ले रहे हैं cu2s दैट इज कॉपर ग्लैड्स और यहां पर मरकरी का जो होगा दैट इज एजी एस ये हो जाएगा सिन्ना बार नोट करते जाइए ये चीज ठीक है इनसे एक्सट्रैक्शन की चर्चा होगी लेकिन कैसे क्या इस पर आगे चर्चा करेंगे अब देखिए मेरे एक छोटा सा सवाल है इट इज इजी टू एक्सट्रैक्ट मेटल फ्रॉम इट्स ऑक्साइड और इट्स कार्बोनेट एंड सल्फाइट सो इट इज इजी टू एक्सट्रैक्ट मेटल फ्रॉम इट्स ऑक्साइड या फिर उसके कार्बोनेट और सल्फाइट उसको एक्सक्सा है अगर कोई आपसे सवाल पूछता है कि मेटल का एक्सक्स मेटल के ऑक्साइड से ज्यादा आसान है या मेटल के सल्फाइट या कार्बोनेट से ज्यादा आसान है तो इसका करेक्ट आंसर दोस्तों क्या होगा इसका करेक्ट आंसर होगा इट इज इजी टू एक्सट्रैक्ट अ मेटल फ्रॉम इट्स ऑक्साइड रदर देन सल्फाइड और कार्बोनेट ठीक है ना सो कार्बोनेट और सल्फाइड ओर्स आर फर्स्ट कन्वर्टेड इनटू ऑक्साइडस याद रखिएगा कि मेटल का एक्सट्रैक्शन ऑक्साइड से रिलेटिवली आसान है एस कंपेयर टू दैट ऑफ कार्बोनेट एंड सल्फाइड तो इसीलिए आपको कार्बोनेट या सल्फाइड कोवर मिलता है तो सबसे पहले उसको ऑक्साइड बना दो ठीक है यह अपन को हमेशा याद रखना है मूल मंत्र रहेगा हमारा ठीक है कि कार्बोनेट या सल्फाइट का ओर है क्रशिंग एंड ग्राइंडिंग हो गई कंसंट्रेशन हो गई तो कार्बोनेट और सल्फाइट र को सबसे पहले कन्वर्ट करना है किसमें आपको मेटल के ऑक्साइड में समझ में आ गई बात आगे चलते हैं अब देखिए यहां पर अगर हम कॉपर ग्लांस की बात कर रहे हैं यानी कॉपर ग्लांस और बेसिकली सिन्ना बार की बात कर रहे हैं तो यह सल्फाइड है ना सुनील भैया एज ए यह तो मेटल का सल्फाइड हो गया cu2s मेटल का सल्फाइड हो गया यानी इसको ऑक्साइड बनाना पड़ेगा ऑक्साइड बनाना पड़ेगा कि नहीं बनाना पड़ेगा हां जी भैया तो इसके लिए प्रोसेस इसका नाम होता है रोस्टिंग क्या नाम है इसका रोस्टिंग इसमें क्या करते हैं हम स्ट्रांग हीट करते हैं सल्फाइड ओर को इन दी एक्सेस ऑफ एयर एयर में क्या है एयर कंटेंस ऑक्सीजन बिलो द मेल्टिंग पॉइंट ऑफ मेटल यानी आप एक्सेस अमाउंट में मेटल के सल्फाइड को हीट करेंगे मैं क्या बोलना चाह रहा हूं मैं यह कहना चाह रहा हूं कि आप जब मेटल के सल्फाइड को एक्सेस अमाउंट ऑफ ऑक्सीजन में हीट करते हैं तो यह आपको दे देता है मेटल का ऑक्साइड देखिए अभी हम जिस बात कर रहे हैं कॉपर का सल्फाइट या बेसिक मरकरी का सल्फाइट तो हमें पहले इनको ऑक्साइड बनाना पड़ेगा तो हम इसको ऑक्सीजन की प्रेजेंस में हीट करेंगे तो यह हमको मेटल का ऑक्साइड और साथ में सल्फर डाइऑक्साइड गैस दे देगा ठीक है उसके बाद हमें क्या करना पड़ेगा उसके बाद हमें इस मेटल ऑक्साइड का क्या करना पड़ेगा आप खुद बहुत ज्यादा समझदार है मेटल ऑक्साइड मिल गया तो अब आप इसका रिडक्शन करवा दीजिए रिडक्शन का मतलब क्या हो गया रिडक्शन का मतलब होता है एडिशन ऑफ हाइड्रोजन या रिमूवल ऑफ ऑक्सीजन हम यहां पर रिमूवल ऑफ ऑक्सीजन करवाएंगे तो यह हमको क्या दे देगा मेटल दे देगा ठीक है यही तो करते हैं हम भाई हमारे पास मेटल का सल्फाइड है इसको ऑक्सीजन की प्रेजेंस में हम काफी ज्यादा हीट करते हैं तो यह हमको दोस्त क्या दे देगा मेटल का ऑक्साइड और सल्फर डाइऑक्साइड दे देगा मेटल ऑक्साइड को रिड्यूस करवाते रिड्यूस करने का मतलब क्या है या तो एडिशन ऑफ हाइड्रोजन हो या रिमूवल ऑफ ऑक्सीजन हो इससे ऑक्सीजन को रिमूव करा देंगे तो मेटल ऑक्साइड मान लो सुनील बया रिलेशनशिप में ऑक्सीजन को तुमने हटा दिया तो सुनील बया मिल गया तुमको ब्रेकअप हो गया हां यहां पे किसी भी ब्रेकअप एजेंट की जरूरत नहीं पड़ती याद रखना यहां पर नो रिड्यूस एजेंट रिक्वायर्ड लो रिएक्टिविटी मेटल्स के केस में नो रिड्यूस एजेंट रिक्वायर्ड ठीक है मान लो कि मेरे पापा को पता लग गया और पापा सिर्फ डंडा लेके खड़े हैं मैं डंडे के डर से डर जाऊंगा मैं हूं सुनील भैया ऑक्सीजन है सुंदर कन्या मैं छोड़ दूंगा उसको रिडक्शन जो है सिर्फ और सिर्फ सिर्फ इतने प्रोसेस पे ही क्या हुआ भाई आपने मेटल सल्फाइड को ऑक्सीजन की प्रेजेंस में हीट किया मेटल ऑक्साइड प्लस सल्फर डाइऑक्साइड इसने फटाफट से ब्रेक अप कर लिया कोई दिक्कत नहीं है बिना रिड्यूस एजेंट के रिडक्शन हो गया सो यह तुम्हारा बनता है यहां पर यह वाला जो टॉपिक है यह बनता है इसका यहां पे कंसेप्ट टू और यह है कंसेप्ट वन यह कंसेप्ट वन यह वाला पार्ट है कांसेप्ट टू का ठीक है इन केस ऑफ मेटल्स ऑफ लो रिएक्टिविटी द मेटल ऑक्साइड ऑटोमेटिक देखो मैं यही कह रहा हूं कि यहां पे किसी रिड्यूस एजेंट की जरूरत नहीं पड़ती है ऑटोमेटिक रिड्यूस कर जाता है मेटल ऑक्साइड मेटल बन जाता है ऑटोमेटिक सिर्फ पापा के डंडे के डर से वो छोड़ देता है ब्रेक अप कर लेता है ठीक है तो कॉपर के केस को जल्दी से एनालाइज करते हैं हम लोग कॉपर के केस में क्या होगा स्टेप वन एंड स्टेप टू आपको पता है स्टेप वन एंड टू क्रशिंग एंड ग्राइंडिंग ऑफ ओर एंड कंसंट्रेशन ऑफ ओर ये जो मैंने आपको बताया था वही दो स्टेप होंगे तीसरा स्टेप यहां पर क्या होगा स्टेप नंबर तीसरा यह बेसिकली हो जाएगा रोस्टिंग क्या हो जाएगा रोस्टिंग यानी आप मेटल के सल्फाइड को एक्सेस अमाउंट ऑफ ऑक्सीजन में हीट करोगे तो वह आपको मेटल का ऑक्साइड देगा साथ में सल्फर डाइऑक्साइड गैस देगा सबसे पहला क्रशिंग एंड ग्राइंडिंग ऑफ फर दूसरा कंसंट्रेशन ऑफ फर तीसरा मैंने बोला अगर मेटल का सल्फाइड या कार्बोनेट है तो पहले मेटल का ऑक्साइड बनाओगे यही बोला मेटल का सल्फाइड था ऑक्सीजन की प्रेजेंस में हीट किया मेटल का ऑक्साइड बना दिया तुमने हां मजे की बात यह थी कि तुम इसके बाद इसको रिड्यूस करने वाले थे यानी अगर मेरे को मैं कॉपर हूं और ऑक्सीजन मेरी गर्लफ्रेंड मान लो फॉर एग्जांपल सुंदर कन्या अब यहां पर मैं पिताजी के डर से ब्रेक अप कर ले रहा हूं कि पिताजी को पता लग गया है सिंपल सी बात है ये स्टेप फोर मेरे को रिड्यूस एजेंट की जरूरत ही नहीं पड़ी ऑटो रिडक्शन अपने आप ही रिड्यूस हो रहा हूं मैं तुम समझ रहे हो यह प्रोसेस कहलाता है ऑटो रिडक्शन यानी ये जो कॉपर ऑक्साइड तुम्हारा बना है कुछ है ना वो कॉपर ऑक्साइड भाई यह कन्वर्ट हो रहा है ना कॉपर सल्फाइट कॉपर ऑक्साइड में कन्वर्ट हो रहा है तो ये जो कुछ बना हुआ है जैसे मान लो ये 100 ग्राम है अ ये 30 ग्राम कॉपर ऑक्साइड बन चुका है 100 जो ये था इसका 30 ग्राम ये बन चुका अभी 70 ग्राम ये और बचा है फॉर एग्जांपल इसको ऐसे समझना तो ये जो है जो बना है ये इस बचे हुए के साथ रिएक्शन करेगा और ये डायरेक्टली आपको क्या देगा कॉपर दे देगा साथ में सल्फर डाइऑक्साइड गैस तो यानी ये बिल्कुल आ तो है कि भाई मेरा बॉन्ड तोड़ दो मेरे को मेटल ऑक्साइड बोल रहा है कि भाई मेटल और ऑक्सीजन को अलग कर दो कोई दिक्कत नहीं ब्रेकअप के लिए मैं तैयार हूं क्योंकि ये लो रिएक्टिव मेटल्स है ये इजली बॉन्ड तोड़ देते हैं बॉन्ड में इतनी सच्चाई नहीं होती और लास्ट स्टेप इसमें फिर क्या हो जाएगा आपको मेटल मिल गया तो लास्ट स्टेप आप क्या कर देंगे लास्ट स्टेप आप उसकी रिफाइनिशिव है तो रोस्टिंग करके ऑक्साइड बनाएंगे यहां पे ऑक्साइड अपने आप ही रिड्यूस हो रहा है मेटल में ऑटो रिडक्शन एंड देन आपने कर दिया रिफाइनिशिव है तो अगे स्टेप वन एंड टू सेम जो अपन ने डिस्कस किए वो के वही स्टेप थ्री अगेन मेटल का सल्फाइड है तो आप क्या करोगे सबसे पहले उसको ऑक्साइड बनाओगे याद रखना मूल मंत्र क्या है अगर मेटल का सल्फाइड है तो सबसे पहले क्या बनाएंगे उसको ऑक्साइड बनाएंगे मेटल के सल्फाइड को ऑक्सीजन की प्रेजेंस में हीट किया तो उसने क्या दिया मेटल का ऑक्साइड दिया साथ में so2 दे दिया अब यहां पर ये और ज्यादा आसानी से ब्रेक अप करने के लिए तैयार है पापा से बहुत डरता है जल्दी-जल्दी ब्रेकअप करने के लिए तैयार है बोला मेरे को तो भैया पैचअप में रहना ही नहीं है तो स्टेप फोर्थ ये क्या है दोस्त ऑटो रिडक्शन अपने आप देखो बिना किसी रिड्यूस एजेंट के ही रिड्यूस हो जा रहा है ऑटो रिडक्शन ये क्या है ऑटो रिडक्शन अब यहां पे जो कुछ मरकरी का ऑक्साइड बना है ये इस बचे हुए एचजीएस के साथ जो कन्वर्ट हो रहा है अभी इसमें इसके साथ रिएक्ट करके आपको मरकरी प्लस so2 तो दे देगा लेकिन भाई इतना ज्यादा आतुर है किय खुद से भी टूट के क्या करेगा यहां पर h और o2 दे देगा मेरा पॉइंट समझ रहे हो मान लो ये 100 ग्राम था 70 ग्राम भी बचा है और यह 30 ग्राम ये बन गया है तो इसके 30 ग्राम में से जो 15 ग्राम है वो इसके साथ रिएक्ट करके एज बना रहा है बाकी का 15 ग्राम खुद से बॉन्ड तोड़ के ये बना रहा है मतलब इतना ज्यादा आतुर है कि भैया ले जाओ ऑक्सीजन ले जाओ ले जा ले बंड तोड़ो बंड तोड़ो बंड तोड़ो यहां पर ऑटो रिडक्शन शो कर रहा है मरकरी मिल जाता है लिक्विड स्टेट में आपको और उसके बाद स्टेप नंबर पांचवा रिफाइल तो सारे स्टेप्स आपको रिवाइज करा देता हूं सबसे पहला लो रिएक्टिविटी मेटल्स के केस में क्रशिंग एंड ग्राइंडिंग ऑफ र इ कॉमन दूसरा साफ सफाई करेंगे और की रिमूवल ऑफ गंग एंड मैट्रिक्स कंसंट्रेशन ऑफ र तीसरा अगर हमारे पास सल्फाइड का ओर है अगर हम बात कर रहे हैं सल्फाइड के ओर की यानी हमारा ओर जो है वो सल्फाइड का ओर है तो हमको करना पड़ेगा रोस्टिंग यानी हमें उस सल्फाइड को ऑक्साइड बनाना पड़ेगा यहां पर ऑक्साइड क्या है ऑटो रिडक्शन शो करता है यानी अपने आप ही रिड्यूस हो जाता है मेटल ऑक्साइड मेटल में फाइनली हम इस मेटल की सफाई करेंगे तो क्रशिंग एंड ग्राइंडिंग ऑफ र यानी उसको पाउडर के फॉर्मेट में कन्वर्ट किया उससे गंदगी हटाई सल्फाइड का है तो उसको ऑक्साइड बनाया ऑक्साइड बनाया तो वो ऑटो रिडक्शन शो कर रहा है अपने आप ही ऑक्साइड जो है मेटल का ऑक्साइड मेटल में कन्वर्ट हो रहा है फिर फाइनली हम इस मेटल की साफ सफाई करेंगे रिफाइनिशिव मेटल मिल जाएगा ये पांचों स्टेप लिख के आ जाना फुल नंबर तुमको मिल जाएंगे ठीक दोस्त चलो अब मीडियम रिएक्टिविटी वाला केस देख लो जल्दी से जिंक आयरन और लेड आर द मेटल्स ऑफ मीडियम रिएक्टिविटी ठीक है ना व्हिच आर फाउंड इन द फॉर्म ऑफ ऑक्साइड सल्फाइड और कार्बोनेट्स इन तीन फॉर्मेट में मिल जाते हैं अब देखो विल द फर्स्ट टू स्टेप्स बी सेम इन दिस केस एज वेल क्या आपको लगता है क्रशिंग एंड ग्राइंडिंग ऑफ र और कंसंट्रेशन ऑफ ओर यहां होगा करेक्ट आंसर क्या है यस यहां पर भी दोनों के दोनों स्टेप्स होंगे क्रशिंग एंड ग्राइंडिंग ऑफ र और कंसंट्रेशन ऑफ र यहां भी होगा उसके बाद अब बताओ सल्फाइड और कार्बोनेट को पहले ऑक्साइड बनाए या नहीं यस और नो सल्फाइड और कार्बोनेट की अगर और होंगे तो पहले उनको ऑक्साइड बनाएंगे या नहीं तो ओबवियसली यस बनाएंगे कोई दिक्कत वाली बात नहीं है ठीक है ना अब बताओ गाई इसमें बता दिया हमने यस सुनील भैया कन्वर्ट करेंगे सल्फाइड और कार्बोनेट को पहले ऑक्साइड बनाएंगे कोई दिक्कत नहीं है ठीक है बहुत बढ़िया तो देख ठीक है मेटल के सल्फाइड के लिए जो प्रोसेस यूज होता है दैट इज यूज्ड फॉर द सल्फाइड ओर इज नोन एज रोस्टिंग यूज्ड फॉर द कार्बोनेट ओरिस कैल्सीनेशन तुमको प्रोसेस समझ में आ रहा है कंसंट्रेशन एंड ग्राइंडिंग ऑफ ओर कंसंट्रेशन ऑफ फर अब मेटल का सल्फाइड है तो रोस्टिंग करके ऑक्साइड बनाओ कार्बोनेट है तो कैल्सीनेशन करके मेटल का ऑक्साइड बनाओ लेकिन मेटल ऑक्साइड में ही कन्वर्ट करना है याद रखो ठीक है हां तो अगर सल्फाइड का रहा है तो रोस्टिंग करना है कार्बोनेट का रहा है तो कैल्सीनेशन करना है मतलब इनको ऑक्साइड में कन्वर्ट करना है याद रखना ऑक्साइड में तुमको ब्रेकअप कराना आसान पड़ेगा जैसे मान लो कि मेरे पिताजी है मेरा ब्रेकअप कराना चाहते हैं कि अगर मैं मेटल सल्फाइड हूं या मेटल कार्बोनेट हूं पहले वो मुझे मेटल ऑक्साइड बनाएंगे मुझे तोड़ेंगे और आसानी से टूट जाऊंगा मैं समझ गए हां सल्फाइड र इज स्ट्रांग हीटेड इन दी एक्सेस ऑफ एयर बिलो द मेल्टिंग पॉइंट ऑफ मेटल यहां पे एक्सस ऑफ एयर में हीट करना पड़ता है कार्बोनेट ओर इज स्ट्रंग हीटेड इन द एब्सेंट ऑफ एयर बिलो द मेल्टिंग पॉइंट ऑफ मेटल यहां पे एक्सेस ऑफ एयर में हीट करना है यहां पे लैक ऑफ एयर में हीट करना है बिलो द मेल्टिंग पॉइंट ऑफ मेटल तो मेटल सल्फाइड ऑक्सीजन की प्रेजेंस में हीट करोगे तो मेटल का ऑक्साइड साथ में सल्फर डाइऑक्साइड गैस देगा यह बेसिकली तुमको मेटल का ऑक्साइड साथ में कार्बन डाइऑक्साइड गैस देगा ध्यान से देखोगे तो थर्मल डीकंपोजिशन रिएक्शन है ये हर्मो इसिस रिएक्शन है मेटल कार्बोनेट ऑन हीटिंग विल गिव मेटल मेटल ऑक्साइड प्लस कार्बन डाइऑक्साइड सिमिलरली मेटल सल्फाइड प्लस ऑक्सीजन विल गिव मेटल ऑक्साइड प्लस सल्फर डाइऑक्साइड तो ये तो क्या है थर्मोलाबिले स्टेप क्रशिंग एंड ग्राइंडिंग ऑफ र दूसरा स्टेप कंसंट्रेशन ऑफ र अगर मेटल सल्फाइड है तो रोस्टिंग करके ऑक्साइड बनाएंगे मेटल का कार्बोनेट है तो सॉरी अगर बेसिकली मेटल कार्बोनेट है तो कैल्सीनेशन करके मेटल का ऑक्साइड बनाएंगे ठीक क्लियर है बात और अगर मेटल ऑक्साइड है तो बहुत बढ़िया कोई दिक्कत नहीं कोई कन्वर्जन करने की जरूरत नहीं है जैसे आयरन का ऑक्साइड है तो क्रशिंग एंड ग्राइंडिंग करी कंसंट्रेशन किया फिर डायरेक्टली कैल्सीनेशन या रोस्टिंग करने की जरूरत नहीं क्योंकि वो पहले ही ऑक्साइड है नहीं करना चलो अब उसके बाद क्या करते हैं जिंक के केस को एनालाइज करते हैं सबसे पहले जिंक का एक और ले लेते हैं हम लोग z एएस दैट इज बेसिकली जिंक ब्लैंड तो सुनील भैया जिंक ब्लेंड के केस में हम लोग क्या करेंगे स्टेप वन और स्टेप टू तो सेम होगा स्टेप वन एंड टू ये तो बेसिकली सेम होगा क्रशिंग एंड ग्राइंडिंग ऑफ ओर एंड कंसंट्रेशन ऑफ र अब अगर जिंक का ब्लेंड है तो हम क्या करेंगे इस znso4 कैलामाइन तो सबसे पहला स्टेप वन एंड स्टेप टू तो सेम होगा क्रशिंग एंड ग्राइंडिंग ऑफ र और कंसंट्रेशन ऑफ र ये स्टेप तो बेसिकली सेम होगा तीसरा स्टेप यहां पर क्या होगा भाई ये कार्बोनेट है मेटल का तो मेटल के कार्बोनेट को हम क्या करेंगे एब्सस एब्सेंट ऑफ ऑक्सीजन में हीट करेंगे यानी कैल्सीनेशन करेंगे तो ये मेटल का ऑक्साइड प्लस कार्बन डाइऑक्साइड गैस देगा मेटल कार्बोनेट इन दी एब्सेंट ऑफ ऑक्सीजन ऑन हीटिंग विल गिव मेटल ऑक्साइड प्लस कार्बन डाइऑक्साइड ये मैंने आपको बताया यानी हमने दोनों केसेस में मेटल ऑक्साइड में र को कन्वर्ट कर लिया है क्या बात है अब आगे क्या होगा ध्यान से देखिए आफ्टर रोस्टिंग और कैल्सीनेशन वी गेट द मेटल ऑक्साइड क्या बात है सुनील भैया सही बात है नाउ व्हाट नेक्स्ट अब देखो तुम पहले लो रिएक्टिविटी वाले मेटल के केस में थे तो मेटल ऑक्साइड से मेटल का जो कन्वर्जन हो रहा था ऑटो रिडक्शन हो रहा था यानी अपने आप हीट हो जा रहा था यानी पापा ने मेरे को डंडा दिखाया मैंने ब्रेक अप कर लिया अब मेरा जो प्यार है वह थोड़ा सच्चा है पापा को मुझे डंडा मारना पड़ेगा तब जाकर ब्रेक अप होगा यानी रिड्यूस एजेंट की यहां पर जरूरत पड़ेगी क्योंकि मीडियम रिएक्टिविटी मेटल्स बॉन्ड स्ट्रांग बनाते हैं समझ में आ गया तो आपको रिडक्शन जो करना पड़ेगा यहां पर ऑटो रिडक्शन नहीं होगा ध्यान से सुनना ये मीडियम रिएक्टिविटी वाले मेटल से ज्यादा रिएक्टिव है लो रिएक्टिविटी वाले से ज्यादा स्ट्रांग बॉन्ड बनाऊंगा मैं ऑक्सीजन से तो पापा के डंडे से डर नहीं लगेगा पापा डंडा मारेंगे तभी ब्रेक अप होगा ठीक है तो यहां पर रिड्यूस एजेंट्स यानी पापा का डंडा लाइक कार्बन एलुमिनियम की जरूरत पड़ेगी यह पापा का डंडा है और यह पापा की बंदूक है मैं अगर डंडे से मान गया तो पापा डंडा मार के ब्रेक अप कर देंगे मेटल ऑक्साइड को रिड्यूस एजेंट यानी कार्बन मिला तो उसने ब्रेक अप कर लिया ऑक्सीजन के साथ या तो फिर पापा मेरे को बंदूक से डराए और फिर ब्रेक अप होगा ठीक है चलो तो सबसे पहले बंदूक के मेथड की बात करते हैं स्मेल्टिंग तो अब देखिए मान लीजिए मैंने znso4 लिया था तो पहला स्टेप क्रशिंग एंड ग्राइंडिंग ऑफ र दूसरा कंसंट्रेशन ऑफ र अगर बेसिकली कार्बोनेट था तो कैल्सीनेशन अगर सल्फाइड था तो रोस्टिंग मेटल का ऑक्साइड मैंने बना लिया अब मेटल ऑक्साइड आ गया अब इसका रिडक्शन करना पड़ेगा नाउ रिडक्शन ऑफ मेटल ऑक्साइड बाय कार्बन कोक कोक क्या होता है पोरस यानी जिसके अंदर होल्स हो होल्स एंड अमोर्स फॉर्म ऑफ कार्बन अमोर्स अमोर्स फॉर्म ऑफ कार्बन अमोर्स का मतलब क्या होता है लैकिंग अ फिक्स्ड शेप लैकिंग अ फिक्स्ड ज्योमेटिक शेप और कोक यूज करने का रीजन क्या देखि कोक जो होता है वो बेसिकली एक ऐसा फॉर्म है कार्बन का जिसका कोई फिक्स शेप नहीं होता उसमें होल्स होते हैं वह चीप है और आसानी से अवेलेबल है चीप एंड इली अवेलेबल इसी वजह से कोक का इस्तेमाल होता है ठीक है इस प्रोसेस को हम कहां पर करवाते हैं इस प्रोसेस को टेक्स प्लेस इन स्मेल्टर कहां पर टेक्स प्लेस इन स्मेल्टर के अंदर हम करवाते हैं और इसीलिए प्रोसेस का नाम क्या है स्मेल्टिंग इस प्रोसेस का नाम है क्या सुनील भया मेटल मोल्टन स्टेट में आता है शत प्रतिशत मेटल मोल्टन स्टेट में मिलता है इसीलिए मेटल प्रोसेस का नाम है स्मेल्टिंग आपकी किताब में भले ही यहां पर जिंक सॉलिड स्टेट में है लेकिन मैं बताता हूं लिक्विड स्टेट में आएगा आप एग्जाम में सॉलिड लिख के आना रिएक्शन में कोई दिक्कत नहीं है बट मैं बता देता हूं कि वो लिक्विड स्टेट में मिलेगा तो मान लीजिए आपके पास जिंक का ऑक्साइड है मान लीजिए सुनील भैया और सुंदर कन्या य आ गए अब मैं ब्रेक अप नहीं कर रहा हूं इस के साथ पापा ने मारा जोर से मेरे को डंडा मैंने क्या किया मैंने बोला जिंक प्लस बेसिकली कार्बन मोनोऑक्साइड फरदर ये कार्बन मोनोऑक्साइड भी रिड्यूस एजेंट की तरह काम करती है लेकिन अभी अपने कोर्स में इतना डिस्कशन है नहीं तो यहां पे जिंक जिंक ये तो बैलेंस्ड ही है इक्वेशन सॉलिड सॉलिड ठीक है ना जब आपने इसको हीट किया यहां पर तो ये बेसिकली आपको मिला लिक्विड और ये बेसिकली आपको मिली गैसियस फॉर्मेट में तो जिंक स जिंक ऑक्साइड जिंक ऑक्साइड यानी जो मेटल का ऑक्साइड था इसको आपने कोक के प्रेजेंस में किसके कोक के प्रेजेंस में जब आपने बढ़िया से हीट किया तो कार्बन ने क्या किया जिंक ऑक्साइड को रिड्यूस कर दिया एक तरीके से अगर आप देखेंगे तो य रेडॉक्स रिएक्शन है यहां पर यह क्या हो रहा है अगर आप देखेंगे तो रिमूवल ऑफ ऑक्सीजन यानी रिड्यूस इसका क्या हुआ रिडक्शन यानी यह किसकी तरह एक्ट कर रहा है ऑक्सीडेंट की तरह एक्ट कर रहा है तो ओबवियसली कार्बन किसकी तरह एक्ट कर रहा होगा देखो एडिशन ऑफ ऑक्सीजन हुआ है एडिशन ऑफ ऑक्सीजन क्या होता है ऑक्सीडेशन होता है राइट और ऑक्सीडेशन उसका होता है जिसको हम रिड्यूस एजेंट कहते हैं खत्म बात तो कार्बन एक्ट ए अ रिड्यूस एजेंट तो देखिए मेरे पास मेटल का ऑक्साइड था इसको को कार्बन बोल रहा हूं काको को जिंक ऑक्साइड था इसको बेसिकली कोक यानी फॉर्म ऑफ कार्बन के प्रेजेंस में हमने जब हीट किया तो इसने क्या बना दिया इसने बना दिया जिंक प्लस कार्बन मोनोऑक्साइड एनसीआरटी में सॉलिड स्टेट में लिखा है आप सॉलिड भी लिख के आ सकते हो कोई गलती नहीं है एनसीआरटी फॉलो कर सकते हो और साथ में कार्बन मोनोऑक्साइड गैस बनेगी अब अगर आप देखोगे तो यहां पर रिमूवल ऑफ ऑक्सीजन हुआ है यहां से यहां पे यानी इसका रिडक्शन हुआ यानी ये ऑक्सीडेंट है एडिशन ऑफ ऑक्सीजन यानी यह ऑक्सीडेशन वा यानी रिड्यूस एजेंट है इतना आपको समझ में आ रहा होगा ठीक है जी भैया और मान लीजिए अगर यही feo3 होता मेरे पास तो feo3 सॉलिड होता तो सेम केस होता यह रिएक्शन आप ट्रा करना होमवर्क में है ना या चलो मैं लिख ही देता हूं कोई दिक्कत नहीं है वैसे होमवर्क दे देता ब ठीक है कोई दिक्कत नहीं चलो करही देते हैं ठीक है ए प् स तो यहां पर कितना है तीन कार्बन है अच्छा तीन ए है तीन ऑक्सीजन है तीन ऑक्सीजन है तीन कार्बन है तीन कार्बन है ठीक है तीन ऑक्सीजन तीन ऑक्सीजन तीन कार्बन तीन कार्बन दो ए और दो ए क्या बात है तो यह बेसिकली हो जाएगा लिक्विड और यह आपका हो जाएगा गैस ठीक है तो यही अगर हमारे पास आयरन का ऑक्साइड होता और अगर हम इसको कार्बन के साथ हीट करते यानी कोक के साथ हीट करते तो यह बेसिकली हमें देता ए प्स कार्बन मोनोऑक्साइड फरदर ये कार्बन मोनोऑक्साइड भी इसको रिड्यूस करने के काम में आता है पर इतना हमारे कोर्स में भी है नहीं ठीक है तो ये इस प्रकार से रिडक्शन होता है मेटल ऑक्साइड का बाय कार्बन दैट इज कोक एंड दिस प्रोसेस इज नोन एज स्मेल्टिंग जहां पर मेटल मोल्टन स्टेट में आपको देखने के लिए मिलता है ठीक है क्लियर है बात सही है बात देखिए दो ए दो ए तीन कार्बन तीन कार्बन तीन ऑक्सीजन तीन ऑक्सीजन बैलेंसड है ठीक है बहुत बढ़िया भैया पापा के डंडे से पिताजी के डंडे से ब्रेकअप हो गया ठीक चलिए अब कभी-कभी क्या होता है प्यार और गहरा है तो मेटल्स अबाउ जिंक आर रिड्यूस्ड बाय अब अगर बेसिकली और ज्यादा स्ट्रांग बॉन्ड बना लू मैं तो पापा को मुझे बंदूक से डराना पड़ेगा और तब जाके मेरा ब्रेकअप होगा यानी एलुमिनियम का यूज होगा प्रोसेस को बोलेंगे एलुमनो थर्मी जैसे फॉर एग्जांपल यहां पर पायरो साइट की बात करते हैं पायरो साइट ठीक है ना यह मैगनीज डाइऑक्साइड है दैट इज पायरो साइट अब इसको अगर आप एलुमिनियम की प्रेजेंस में क्या करते हैं हीट करते हैं किसकी प्रेजेंस में एलुमिनियम की प्रेजेंस में हीट करते हैं तो नाउ वी नो ट रिएक्टिविटी ऑफ एलुमिनियम इज ग्रेटर देन दैट ऑफ मैगनीज यह ज्यादा होती है सो यह इसको डिस्प्लेस करके बना देगा एलुमिनियम ऑक्साइड प्लस मैग्नीज प्लस हीट इस हीट की वजह से बिकॉज ऑफ दिस यह बेसिकली लिक्विड स्टेट में आपको देखने के लिए मिलता है यह रिएक्शन कौन सी है दिस रिएक्शन इज एन एग्जांपल ऑफ मेटल मेटल डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन इंपॉर्टेंट बात यह है कि जितनी भी डिस्प्लेसमेंट रिएक्शंस होंगी सारी की सारी ऑल आर रेडॉक्स यह आपको पता है एंड यहां पे जनरली रिएक्शन एसोर्ट भी होती है मोस्ट ऑफ द केसेस में एक्सोर्स होथम भी होगी ठीक है तो रेडॉक्स भी है और एसोर्ट भी है इस केस में य एसोर्ट है तो मैग्नीज डाइऑक्साइड को एलुमिनियम की प्रेजेंस प जब हमने हीट किया आपको यहां हीट लगाया हीट ल एंडोर्स है कि एसोर्ट जो हीट निकलती है वह इस हीट से कई गुना ज्यादा है इसीलिए यह एजोम ही कंसीडर होगी ठीक है दोस्त सो mno2 प्लस एलुमिनियम विल गिव्स al2 o3 + 3mn एंड बिकॉज ऑफ दिस हीट दिस इज फाउंड इन टू दी लिक्विड स्टेट इस हीट की वजह से ये बेसिकली लिक्विड स्टेट में मिलता है रिएक्शन क्या है मेटल मेटल डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन है आपको पता है सारी की सारी रेडॉक्स होती है एंड दीज आर जनरली एसोर्ट एज वेल ठीक है समझ में आ गई बात अब इस रिएक्शन की एक एप्लीकेशन भी है बढ़िया सी समझ गए ना यह क्या हो गया यह सुनील भैया का बॉन्ड है यह मान लीजिए अगर यह तुम्हारे सुनील भैया है और यह मान लीजिए समाइल है यह काफी स्ट्रांग और बॉन्ड है तो पापा को बंदूक लानी पड़ी अब क्योंकि डंडे से रिड्यूस नहीं होा मैं अब मैं डंडे से नहीं डरूंगी ब्रेकअप नहीं करूंगा तो पापा को बंदूक लानी पड़ी और ब्रेकअप करवाना पड़ा ठीक है तो व्हाई कार्बन इज नॉट यूज्ड इन केस ऑफ मैगनीज आप खुद समझ सकते हैं पापा के डंडे से ब्रेकअप नहीं करूंगा मैं मैं ऑक्सीजन को लीव नहीं करूंगा तो एल्युमिनियम इज मोर रिएक्टिव दन मैग्नीज इट मींस इट कैन इजली डिस्प्लेस डिस्प्लेस देम एंड फॉर्म्स एल्युमिनियम ऑक्साइड डूइंग द सेम कैन नॉट बी सेटिस्फेक्ट्री डन विद कार्बन यह कार्बन के केस में नहीं हो सकता था कितना भी डंडा मार मारोगे नहीं छोड़ेगा नहीं छोड़ेगा नहीं छोड़ेगा सो टू डू दिस प्रोसेस प्रॉपर्ली पापा ने बंदूक निकाल ली ठीक है क्या बात है भैया अब देखिए नाउ एप्लीकेशन ऑफ एलुमनो थर्मी क्या एप्लीकेशन है रिडक्शन ऑफ मेटल ऑक्साइड बाय एलुमिनियम दैट इज एलुमनो थर्मी ध्यान से सुनना इस चीज को ऐसा है कि ये जो है आयरन का ऑक्साइड कार्बन से रिड्यूस हो सकता है ये एक एप्लीकेशन है जिसमें हम एलुमिनियम यूज कर रहे तो आपने एक रेडिश ब्राउन पाउडर लिया कौन सा रेडिश ब्राउन आपका यह पाउडर आपने लिया ठीक है इसको आपने एलुमिनियम की प्रेजेंस में इग्नाइट किया इगनाइटेड बाय मैग्नीशियम रिबन आपने मैग्नीशियम रिबन को यूज किया रेडिश ब्राउन आपने आयरन ऑक्साइड का पाउडर लिया उसमें एलुमिनियम लिया और इसको इग्नाइट किया मैग्नीशियम रिबन की मदद से तो यहां पर क्या होगा रिएक्टिविटी किसकी ज ज्यादा है एलुमिनियम की रिएक्टिविटी आयरन की रिएक्टिविटी से ज्यादा है यह इसको डिस्प्लेस कर देगा एल्युमिनियम ऑक्साइड ए और हीट इस हीट की वजह से अगेन बिकॉज ऑफ दिस इट इज ऑब्टेंड इन द लिक्विड स्टेट ठीक है तो fe2 o3 दैट इज ये बेसिकली रेडिश ब्राउन पाउडर को अपन ने एलुमिनियम के साथ जैसे इग्नाइट किया विद द हेल्प ऑफ मैग्नीशियम रिबन तो ये इसको डिस्प्लेस करके एलम ऑक्साइड और fe-c क्या बोलते हैं द रिएक्शन इज देयर फोर यूज्ड फॉर वेल्डिंग द ब्रोकन पार्ट्स ऑफ आयरन मशीनरी रेलवे ट्रैक्स एटस द रिएक्शन इज नोन एज थर्माइट रिएक्शन आयरन मोल्टन स्टेट में आया है ना तो चीजों को जोड़ने के लिए वो वहां पर फिल हो जाएगा जब ठंडा हो जाएगा तो सॉलिड हो जाएगा चीजें जुड़ जाएगी तो रेलवे ट्रैक्स वगैरह को जोड़ने के काम में आता है ठीक है चलिए कुछ इस प्रकार देखिए ट्रैक्स को जोड़ने काम में आता है एक और इंपोर्टेंट बात थर्माइट रिएक्शन आपकी डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन है एक्सोर्स रिएक्शन है ये आपको पता ही है कि मेटल मेटल को डिस्प्लेस कर रहा है सारी मेटल मेटल डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन आपकी रेडॉक्स तो होती है एंड मोस्ट ऑफ देम आर एसोर्ट एज वेल क्लियर है समझ में आ गई बात क्लियर है जी भैया अब देखिए मेटल्स ऑफ मीडियम रिएक्टिविटी के सारे स्टेप्स रिवाइज करते हैं क्रशिंग एंड ग्राइंडिंग ऑफ र कंसंट्रेशन ऑफ र अगर यह सल्फाइड र है तो रोस्टिंग करेंगे एक्सेस ऑफ ऑक्सीजन की प्रेजेंस में हीट करके मेटल का ऑक्साइड बनाएंगे अगर यह बेसिकली कार्बोनेट ओर है तो कैल्सीनेशन करेंगे एब्सस ऑफ ऑक्सीजन की प्रेजेंस में हीट करके मेटल ऑक्साइड बनाएंगे अगर मेटल का ऑक्साइड है तो कोई दिक्कत नहीं है उसके बाद रिडक्शन ऑफ रिडक्शन ऑफ ऑफ मेटल ऑक्साइड टू मेटल यूजिंग रिड्यूस एजेंट दो प्रकार से हो सकता है यह एक स्मेल्टिंग यानी यूजिंग कोक ट कार्बन और एक होता है एल्यूमिनोथर्मी यूजिंग एलुमिनियम ठीक है अब ये रिडक्शन जो हमें करना था सबसे पहले क्रशिंग एंड ग्राइंडिंग ऑफ फोर फिर कंसंट्रेशन ऑफ फोर अगर सल्फाइड हो र तो रोस्टिंग करके मेटल ऑक्साइड अगर कार्बोनेट है तो कैल्सीनेशन करके मेटल ऑक्साइड ऑक्साइड है तो ठीक है अब मेटल ऑक्साइड को मेटल से हमें मेटल में कन्वर्ट करना है यानी इसका रिडक्शन करना है इसके लिए रिड्यूस एजेंट की जरूरत है मैं ब्रेकअप नहीं कर रहा था तो पापा ने डंडा मारा स्मेल्टिंग एंड यूजिंग कोक और ज्यादा नहीं कर रहा तो पापा ने बंदूक दिखाई एलुमिनियम उसके थ्रू किया उसके बाद आप क्या करेंगे रिफाइनिशिव सा सफाई कर देंगे ठीक है जी भैया चलिए नाउ लास्ट एक्सट्रैक्शन ऑफ मेटल फ्रॉम द कंसंट्रेटेड ओर दैट इज मेटल्स ऑफ हाई रिएक्टिविटी अब हाई रिएक्टिविटी के केस में क्या होगा आइए देखते हैं फटाफट से जैसे पोटेशियम सोडियम कैल्शियम मैग्नीशियम एलुमिनियम आर द मेटल्स ऑफ हाई रिएक्टिविटी लेट्स डिस्कस हाउ दे आर रिएक्टेड फ्रॉम देयर हेलाइड्स में स्पेसिफिकली हम यहां पर चर्चा करेंगे क्लोराइड्स की किसकी चर्चा करेंगे क्लोराइड्स की चर्चा करेंगे एंड ऑक्साइडस तो देखते हैं किय अपने क्लोराइड्स इसको हटा दो कंफ्यूज ना हो क्लोराइड्स और ऑक्साइडस आप इनको कैसे एक्सक्स मेटल्स को उनके क्लोराइड या ऑक्साइड से आप कैसे एक्सट्रैक्ट करोगे इसको हम देख लेते हैं इजी है बहुत इजी है सोडियम और एलुमिनियम मैं कंसीडर कर रहा हूं इनके मोस्ट कॉमन ओर दैट इज बेसिकली naclo3 है ना इनके ओर से इनके एक्स्ट की चर्चा करते जिसमें से यह चर्चा मैं करूंगा यह आप ट्राई करना खुद से करने की ठीक है चालू करें अब देखिए आफ्टर कंसंट्रेशन ऑफ र यानी मान लीजिए आपने क्रशिंग एंड ग्राइंडिंग कर ली फिर कंसंट्रेशन कर लिया कैन वी यूज रिडक्शन ऑफ मेटल ऑक्साइड थ्रू रिड्यूस एजेंट लाइक कार्बन आपको लगता है कि मेटल ऑक्साइड या बेसिकली मेटल के क्लोराइड को रिड्यूस करने के लिए हम यहां पर रिड्यूस एजेंट्स लाइक कार्बन या एलुमिनियम यूज कर सकते हैं लगता है आपको ऐसा अगर लगता है तो आप गलत सोच रहे हैं नो क्यों मेरे दोस्त जैसे जैसे आप ऊपर जा रहे आपका प्यार इतना गहरा हो रहा है कि ना तो बंदूक से डर लगता है ना तो डंडे से डर लगता है किसी से डर नहीं लगता अब पापा डंडा मारे बंदूक मारे ऑक्साइड को नहीं छोड़ने का ना तो क्लोराइड को छोड़ने का ठीक है सो द ऑक्साइड एंड द क्लोराइड ऑ द हाईली रिएक्टिव मेटल्स आर क्वाइट स्टेबल कैन नॉट बी रिड्यूस्ड बाय एनी रिड्यूस एजेंट दे हैव मोर एफिनिटी फॉर ऑक्सीजन या फिर क्लोरीन तो यहां पर अगर आप रिड्यूस एजेंट यूज कर रहे हो तो कुछ नहीं होगा क्योंकि रिड्यूस एजेंट से ज्यादा प्यार वो करते हैं ऑक्सीजन और क्लोरीन से तो आपने डंडा मारा यानी कार्बन या बंदूक लेकर आया एलुमिनियम कुछ नहीं होगा ब्रेकअप नहीं होगा तो पापा बोले बिजली के झटके देके ब्रेकअप दूंगा तो बिजली के झटके हो जाएंगे ब्रेकअप करने के लिए और क्या पापा को बिजली के झटके देने पड़ेंगे क्या करना पड़ेगा इलेक्ट्रोलाइट रिडक्शन करना पड़ेगा यानी बिजली के झटके देने पड़ेंगे हमको और तब जाके हमारा ब्रेकअप होगा इतना सच्चा प्यार है इलेक्ट्रोलाइट रिडक्शन करवाना पड़ेगा यानी इस केस में ना तो कार्बन के थ्रू रिड्यूस होा ना ही बेसिकली एलुमिनियम के थ्रू अच्छा भैया यहां पे कैल्सीनेशन और रोस्टिंग नहीं होगा क्यों होगा ऑक्साइड और क्लोरा में क्यों रोस्टिंग होगा याद रखना नो रोस्टिंग और कैल्सीनेशन यर रोस्टिंग सल्फाइड के लिए होता है और कैल्सीनेशन कार्बोनेट के लिए होता है नो रोस्टिंग और कैल्सीनेशन इन केस ऑफ मेटल क्लोराइड और ऑक्साइड सिंपल सी बात है इस केस में आपको मेटल क्लोराइड या फिर मेटल ऑक्साइड के केस में ना तो कैल्सीनेशन होता है ना तो रोस्टिंग होती है रोस्टिंग होती है सल्फाइड र के केस में कैल्सीनेशन होता है कार्बोनेट र के केस में तो क्रशिंग एंड ग्राइंडिंग ऑफ र कंसंट्रेशन ऑफ र तीसरा स्टेप इलेक्ट्रोलाइट रिडक्शन सो इलेक्ट्रोलाइट रिडक्शन इ टाइप ऑफ इलेक्ट्रोलाइट देकर इलेक्ट्रिसिटी देकर आप किसी चीज को तोड़ रहे हैं ब्रेक डाउन कर रहे हैं दैट इज नोन एस इलेक्ट्रोलाइट एंड क्लोराइड्स ऑफ मेटल्स इन द फ्यूज या फिर मोल्टन स्टेट आर इलेक्ट्रिकली रिड्यूस्ड यूजिंग दिस मेथड सो इलेक्ट्रोलाइट रिडक्शन में आपको क्या करना है कि इनका जो ऑक्साइड और क्लोराइड है इसको पिघलाकर इसको पिघलाकर इसके इलेक्ट्रोलिसिस करनी है ठीक है ना इसको अपन क्या करेंगे मान लीजिए कोई मेटल का ऑक्साइड या मेटल का क्लोराइड है तो इसको आप पिघलाए मोल्टन या फ्यूज स्टेट में लाएंगे और उसके बाद उसका इलेक्ट्रिकली रिडक्शन करवा देंगे तब जाकर यहां पर ब्रेक अप हो जाएगा ठीक है देख कैसे फॉर एग्जांपल यहां पर मेरे को आपने लिया ब्रेक अप कराने के लिए तो मोल्टन ए ले लिया या इसको बोलते फ्यूज ए ठीक है सबसे पहले क्या क्रशिंग एंड ग्राइंडिंग ऑफ फ दूसरा कंसंट्रेशन ऑफ फर तीसरा डायरेक्टली इलेक्ट्रोलाइट रिडक्शन करेंगे अब इसमें होगा क्या देखिए यह इलेक्ट्रोलाइट आपका टैंक है जी यह वाला इलेक्ट्रोड कौन सा होगा यह होगा बेसिकली कैथोड जो नेगेटिव पोटेंशियल से कनेक्टेड है जो पॉजिटिव पोटेंशियल से कनेक्टेड है यह बेसिकली हो जाएगा एनोड क्या बात है बहुत बढ़िया पॉजिटिव से और ये नेगेटिव से है ना अब देखिए होगा क्या मोल्टन और फ्यूज्ड स्टेट में होता क्या है मोल्टन या फिर फ्यूज्ड स्टेट ऑफ टूट जाते हैं आयस आर फ्री टू मूव ऐसी एक्वास फॉम में आय आर फ्री टू मूव हा तो यह ए जो है जब आपने इसको बहुत बढ़िया तरीके से हीट किया तो यह क्या हो गया ए लिक्विड हो गया हा अब यह बेसिकली क्या हो जाएगा इसके आयस फ्री टू मूव है ना na1 प् सव माइन ज आर फ्री टू मूव आराम से मूव करेंगे जी भैया मूव करेंगे आराम से अब देखिए कैथोड पे कौन जाएगा कैथोड नेगेटिवली चार्जड पोटेंशियल है तो कटाय क्या करेगा कैथोड प जाने की कोशिश करेगा कैथोड पे होता है आपको पढ़ाया है रिडक्शन यानी होता है गेन ऑफ इलेक्ट्रॉन है ना यानी होता है गेन ऑफ इलेक्ट्रॉन क्या होता है गेन ऑफ इलेक्ट्रॉन या इलेक्ट्रॉन यह होता है तो यह कटाय जैसे ही यहां पर जाएगा इसको एक इलेक्ट्रॉन की जरूरत हैय एक इलेक्ट्रॉन इसको कैथोड पर मिलेगा और यह बन जाएगा सोडियम क्या बन जाएगा यह बन जाएगा बेसिकली सोडियम तो यहां पर एक सोडियम की लेयर बनने लगेगी लेकिन सोचने वाली बात यहां पर यह है इसको इलेक्ट्रॉन देगा कौन होगा क्या एनोड के ऊपर नायन जाएगा एनोड पॉजिटिवली चार्ज है तो क्लोरीन क्या करेगा इधर जाने की कोशिश करेगा ये इधर जाने की कोशिश करेगा इधर जाएगा एनोड प होता है ऑक्सीडेशन और ऑक्सीडेशन क्या होता है मैंने आपको पढ़ाया है लॉस ऑफ इलेक्ट्रॉन क्लोर अल्कली प्रोसेस में पढ़ाया था तो एक क्लोरीन का अनायर जाएगा एक इलेक्ट्रॉन देकर आएगा एक क्लोरीन का अनायता एक इलेक्ट्रॉन देकर आएगा और अगर यही दो क्लोरीन के नायन जाएंगे तो दो इलेक्ट्रॉन देकर आएंगे पॉइंट समझ रहे हो पॉइंट समझ रहे हो एनोड पे अनायता क्यों ये भाई पॉजिटिवली चार्जड है ये नेगेटिवली चार्जड है तो ये इस पर जाएगा इसके पास एक्सिस ऑफ इलेक्ट्रॉन है ये यहां पर लूज करेगा ये इलेक्ट्रॉन तुम्हारे ट्रेवल करके यहां से कहां आएंगे इधर आएंगे यह इलेक्ट्रॉन यहां से ट्रैवल करके य आएंगे तो कैथोड प य गेन कर लेगा यहां पर बनेगा सोडियम और यहां पर बनेगी कौन सी गैस क्लोरीन गैस बनेगी तो यहां पर सोडियम बनता जाएगा और यहां पर क्लोरीन गैस बनती जाएगी ये रही क्लोरीन गैस क्लोरीन गैस दिस प्रोसेस इज नोन एज इलेक्ट्रोलाइट रिडक्शन यानी बिजली के झटके देके पापा ने मेरे को क्लोरीन से अलग कर दिया ठीक है ना यह कैसा था प्रोसेस इलेक्ट्रोलाइट रिडक्शन यानी बिजली के झटके देके पापा ने मेरे को यहां पर अलग कर दिया ठीक है पापा ने मेरे को अलग कर दिया क्या बात है ठीक है समझ में आ गई बात क्लियर है यह बात जी भैया चलिए अब हाई रिएक्टिविटी मेटल्स के सारे स्टेप्स एक मिनट में देखो क्रचिंग एंड ग्राइंडिंग ऑफ र कंसंट्रेशन ऑफ र इलेक्ट्रोलिटिक रिडक्शन यहां पर प्यूरीफायर प्योर मेटल मिलता है प्योर मेटल इ ऑब्टेंड फ्रॉम दिस प्योर मेटल इज ऑब्टेंड फ्रॉम दिस क्या बात है ठीक है जी भैया अब लास्ट स्टेप रिफाइनिशिव यह रिफाइनिशिव सम इंप्योरिटीज व्हिच आर रिमूव्ड बाय अब आपको जो मेटल्स मिले हैं स्टिल इनमें कुछ इंप्योरिटीज है जिनको हटाने के लिए कुछ स्पेसिफिक प्रोसेसेस होते हैं जिसमें से यह प्रोसेस इलेक्ट्रोलाइट रिफाइनिशिव तो साफ तो करना पड़ेगा ना भाई साफ सफाई तो करनी पड़ेगी ना गंदगी हटाने के लिए ले सो कॉपर सिल्वर जिंक गोल्ड निकल कॉपर जिंक गोल्ड सिल्वर निकल कॉपर जिंक गोल्ड सिल्वर निकल कॉपर जिंक गोल्ड सिल्वर निकल इनके लिए इलेक्ट्रोलाइट रिफाइनिशिव सम इंप्योरिटीज जिनको हटाने के लिए हम इस प्रोसेस का इस्तेमाल कर सकते हैं हमारे सिलेबस में सिर्फ यह है यह हमारे सिलेबस न नहीं है नॉट इन सिलेबस ठीक है तो फिर यह बता दीजिए इलेक्ट्रोलाइट रिफाइंस ऑफ एन इलेक्ट्रोलाइट टैंक दैट कंटेंस कॉपर सल्फेट सॉल्यूशन या एसिडिफाइड कॉपर सल्फेट सॉल्यूशन भी ले सकते हैं कोई दिक्कत नहीं है तो सबसे पहले यह इलेक्ट्रोलाइट टैंक है जहां पर आपने यह cuso4 लिया है अब यह कैसे लिया है वो मैं आपको बताता हूं ध्यान से सुनना मेरी पूरी बात को सबसे पहले यहां पर आप एक इलेक्ट्रोलाइट लेते हो इलेक्ट्रोलाइट टैंक के अंदर इलेक्ट्रोलाइट का मतलब होता है दैट ब्रेक्स इनटू आयस जो आयस में टूट जाता है उसे इलेक्ट्रोलाइट कहते हैं ठीक अब यहां पर आपको किसका इलेक्ट्रोलाइट लेना है मेटल सॉल्ट इज टेकन ए इलेक्ट्रोलाइट हुज रिफाइनिशिव की तरह यूज किया जाएगा बट वो मेटल सॉल्ट किसका होगा वो उस मेटल का होगा जिसकी रिफाइनिशिव ही करेक्ट आंसर होगा ठीक है सबसे पहली चीज इलेक्ट्रोलाइट का मतलब ऐसा केमिकल सब्सटेंस जो आयस में टूट जाए डिसोसिएट हो जाए अब इलेक्ट्रोलाइट कौन सा लेना है सुनील भैया रिफाइनिशिव जी भैया यह बात समझ में आ गई जी भैया दूसरी चीज अथिक ब्लॉक ऑफ इंपर कॉपर मेटल इज कनेक्टेड टू द पॉजिटिव टर्मिनल दैट इज इट बिहेव्स एज एनोड क्या बोला मैंने एक थिक ब्लॉक ऑफ कॉपर मेटल को पॉजिटिव टर्मिनल से कनेक्ट किया ऐसा यह ऐसा मोटा सा इंपोर कॉपर का जो ब्लॉक है इसको अपन ने क्या किया पॉजिटिव टर्मिनल से कनेक्ट कर दिया सो इट विल बिहेव एज एनोड कैसे बिहेव करेगा इट विल बिहेव एज एनोड यह एनोड की तरह बिहेव करेगा सिमिलरली अ थिन स्ट्रिप ऑफ द प्योर कॉपर मेटल इज कनेक्टेड टू द नेगेटिव टर्मिनल दैट इज इट बिहेव्स एज कैथोड ये कैथोड की तरह बिहेव करेगा बिल्कुल एकदम पतली स्ट्रिप यहां पे प्योर मेटल की हम लगाएंगे ठीक है और यहां पर हमारे पास ठीक है यह बेसिकली कैथोड की तरह बिहेव करेगा नेगेटिव टर्मिनल पे जो कनेक्टेड है यह कैथोड की तरह बिहेव करता है और जो बैटरी के पॉजिटिव टर्मिनल से कनेक्टेड है ये बेसिकली एनोड की तरह बिहेव करेगा ये बेसिकली कैथोड की तरह बिहेव करेगा दिस विल बिहेव एज कैथोड दिस विल बिहेव एज एनोड दिस इज बेसिकली इलेक्ट्रोलाइट किसका कॉपर सल्फेट का ठीक है तो इलेक्ट्रोलाइट उस मेटल का होगा जिस मेटल की रिफाइनिशिव मेटल को एनोड प लगाना है यानी पॉजिटिव टर्मिनल पे प्योर मेटल को नेगेटिव टर्मिनल पे लगाना है क्लियर है बात जी भैया अब देखिए होगा क्या यहां पर सबसे पहली चीज आपने इलेक्ट्रोलाइट उठाई है जी भैया इलेक्ट्रोलाइट तो उठाई है कोई दिक्कत ही नहीं है उसमें तो उठाई हां तो यह कॉपर सल्फेट भी तो टूटेगा इलेक्ट्रोलाइट है यह मान लीजिए आपका टूटता है cu2 प है ना ये cu2 प् में टूटता है है ना एंड so4 2 माइ में टूटता है cu2 प एंड so4 2 में टूटता है ठीक है cu2 प ns4 2 माइ में आपका मान लीजिए ये टूटता है ये टूट रहा है यहां पे ठीक सो आपने इलेक्ट्रोलाइट लिया है कॉपर सल्फेट का एंड इट इज डिसोसिएटिंग टू गिव यू कॉपर सल्फेट अ कॉपर सल्फेट आपका जो है डिसोसिएट हो रहा है इनटू कॉपर का कटाय ए सल्फेट का अनायर यह बेसिकली डिसोसिएट करेगा इस प्रकार ठीक है जी भैया यह मान लीजिए इस प्रकार से आपका डिसोसिएट कर रहा है आयस दे रहा है अब देखिए क्या होगा एट कैथोड एट कैथोड कैथोड पर क्या होता है रिडक्शन यानी कैथोड पर क्या होगा गेन ऑफ इलेक्ट्रॉन पढ़ाई थी ना ऑइल रिग ऑक्सीडेशन इज लॉस ऑफ इलेक्ट्रॉन रिडक्शन इज गेन ऑफ इलेक्ट्रॉन तो गेन ऑफ इलेक्ट्रॉन होगा अब ये सॉल्यूशन में जो यह सॉल्यूशन में जो बेसिकली कॉपर के कटाय है यह बेसिकली कहां जाएंगे इस प्योर स्ट्रिप ऑफ कॉपर प जाएंगे जो कैथोड प कनेक्टेड है या जो दैट इज बिहेविंग एज अ कैथोड तो जो प्योर स्ट्रिप ऑफ कॉपर मेटल है दैट इज कनेक्टेड टू द नेगेटिव टर्मिनल इट इज बिहेविंग एज कैथोड इस पे ये जाएंगे जाएंगे जी भैया कहां से जा रहे हैं सॉल्यूशन से जा रहे हैं सॉल्यूशन से जा रहे हैं तो ये है cu2 प ये यहां पे इलेक्ट्रॉन को एक्सेप्ट करेंगे और बनेगा यहां पर कॉपर अगेन सवाल वही आता है कि इसको इलेक्ट्रॉन यहां पर देगा कौन एट एनोड ऑक्सीडेशन ऑक्सीडेशन इज लॉस ऑफ इलेक्ट्रॉन या लॉस ऑफ इलेक्ट्रॉन अब यहां पर जो इंपोर ब्लॉक ऑफ कॉपर है ये इंपोर ब्लॉक ऑफ कॉपर है आपके पास यह बेसिकली यहां पर क्या करेगा इसके अंदर जो कॉपर है वह इलेक्ट्रॉन को लूज करेगा वो क्या करेगा इलेक्ट्रॉन को लूज करेगा ठीक है और यह इलेक्ट्रॉन यहां से इधर आएंगे समझ रहे हो तो सॉल्यूशन में जो कॉपर का कटाय है वो कैथोड पर जाके इलेक्ट्रॉन को गेन कर रहा है और ये इलेक्ट्रॉन यहां पर कहां से आ रहे है ये इंपोर कॉपर जो है इलेक्ट्रॉन दान कर रहा है और ये cu2 प बन के सॉल्यूशन में कूद रहा है क्या कर रहा है यहां से cu2 प बन के सॉल्यूशन में कूद रहा है और ये cu2 प यहां से बार-बार इधर जा रहा है तो ये देखिए कटाय यहां गया इलेक्ट्रॉन गेन किए कहां से गेन किए जब यहां से कॉपर ने इलेक्ट्रॉन दान किए ये इलेक्ट्रॉन इधर आ रहे हैं ये कटयन बनके सॉल्यूशन में जा रहा है फिर एक कटान इधर चल जा रहा है इलेक्ट्रॉन गेन कर रहा है तो ये एक प्रोसेस बना हुआ है ठीक है अब यह प्रोसेस जैसे जैसे होता जाएगा एनोड थिन होता जाएगा इट बिकम थिनर है ना और कैथोड बिकम थर कैथोड मोटा मोटा मोटा नहीं मोटा नहीं कैथोड मोटा होता जाएगा एनोड पतला होता जाएगा जैसे जैसे प्रोसेस फॉरवर्ड होता जाएगा ये बेसिकली धीरे-धीरे क्या है ऐसे गलता जाएगा गलता जाएगा और यह बेसिकली आपका धीरे-धीरे ऐसे मोटा होता जाएगा मोटा होता जाएगा मोटा होता जाएगा मोटा होता जाएगा इसमें जो इंप्योरिटीज है उनका क्या होगा सुनील भैया दो प्रकार की गंदगी होती है इसके अंदर ठीक है दो प्रकार की गंदगी होती है इसके अंदर अच्छा ये वाली रिएक्शन को थोड़ा सा रेक्टिफाई कर दीजिएगा ये इलेक्ट्रॉन को एक्सेप्ट करके यहां पर कॉपर बनेगा ठीक है ये इलेक्ट्रॉन को एक्सेप्ट करके कॉपर बनेगा ये इलेक्ट्रॉन को दान करेगा ठीक है ना ये इलेक्ट्रॉन को एक्सेप्ट करके कॉपर बनेगा co2 प प् टवा ऑफ इलेक्ट्रॉन विल गिव्स कॉपर एंड स विल गिव co2 प प्स ट् वाइस ऑफ इलेक्ट्रॉन ये ऐसे होगा है ना यह आपका इलेक्ट्रॉन को गेन करके ये बनाएगा और कॉपर जो है इलेक्ट्रॉन को लूज कर लेगा ठीक है ना समझ में आ गई ये गेन करके यह बना लेगा यह लूज करके सॉल्यूशन में आएगा यानी य जो कटान यहां पर गया इसने इलेक्ट्रॉन को गेन कर लिया और यह बनाया यहां पर इपर कॉपर इलेक्ट्रॉन को लूज करके सॉल्यूशन में co2 प्स बना रहा है ठीक है अब देखिए एनोड धीरे धीरे धीरे धीरे पतला होता जाएगा और यह मोटा होता जाएगा ठीक है चलिए चलिए अब देख किस प्रकार की इरिटी है देखि दो इरिटी होगी इसके अंदर इनसोल बल इरिटी कनकन सी है जीी एंड एय ठीक है ना वट डिजॉल इन इलेक्ट्रोलाइट यह बेसिकली इलेक्ट्रोलाइट में डिसोल्व नहीं होगी एंड विल डिपॉजिट बिलो एनोड विल डिपॉजिट बिलो एनोड एज एनोड मड यह एनोड मड की तरह यहां पर सेटल हो जाएगी यानी यह जो इरिटी होगी जो लेगी नहीं वो यहां पर क्या बन जाएगी यहां पर बन जाएगी एस एनोड मड और जो सॉल्युबल इरिटी होगी जैसे फॉर एग्जांपल आयरन यह क्या करेगा यह बनेगा fe2 प्स ठीक है ना ये इलेक्ट्रॉन को लूज करेगा लूजस इलेक्ट्रॉन या फिर इलेक्ट्रॉन आयरन इलेक्ट्रॉन को लूज करेगा भाई वो जो कॉपर का ब्लॉक है उसमें आयरन सिल्वर और गोल्ड की इंप्योरिटी है अब यह तो इलेक्ट्रॉन ना तो दान करेंगे ना कुछ करेंगे इनसोल्युबल है इलेक्ट्रोलाइट में भी डिसोल्व नहीं करेंगे नीचे जाके बैठ जाएंगे एनोड के लेकिन यह क्या करेगा ये इलेक्ट्रॉन को लूज करेगा यह fe2 प्स बनाएगा एंड मूव्स इनटू द सॉल्यूशन यह सॉल्यूशन के अंदर चला जाएगा समझ में आ गई बात ये सॉल्युबल इंप्योरिटी करेगी ये इनसोल्युबल इंप्योरिटी करेगी ठीक है समझ में आ गई बात यह सारा क्लियर हो गया अब बताओ क्या बोलती पब्लिक मजा आया कि नहीं आया समझ में आया सारे स्टेप्स आ गए लो रिएक्टिविटी मेटल्स में कंसंट्रेशन ऑफ र सॉरी सबसे पहला क्रशिंग एंड ग्राइंडिंग ऑफ र कंसंट्रेशन ऑफ र रोस्टिंग अगर सल्फाइड र है तो देन ऑटो रिडक्शन एंड रिफाइन रिएक्टिविटी मेटल्स क्रशिंग एंड ग्राइंडिंग ऑफ र कंसंट्रेशन ऑफ र अगर बेसिकली सल्फाइड हो र है तो रोस्टिंग कार्बोनेट हो रहे तो कैल्सीनेशन अगर ऑक्साइड हो रहा है तो कोई दिक्कत नहीं है रोस्टिंग और कैल्सीनेशन के बाद वो ऑक्साइड में कन्वर्ट होगा फर्द उसका रिडक्शन होगा अगर बॉन्ड थोड़ा स्ट्रांग है तो कार्बन को यूज करना पड़ेगा रिड्यूस एजेंट की तरह और स्ट्रांग है तो एलुमिनियम को यूज़ करना पड़ेगा एंड देन रिफाइनिशिव रिएक्टिविटी मेटल्स क्रशिंग एंड ग्राइंडिंग ऑफ़ फर कंसंट्रेशन ऑफ फर एंड देन इलेक्ट्रोलाइट रिडक्शन यह था हमारा रिफाइनिशिव टू प्रिवेंट इट ठीक है भाई तो अब आगे चलते हैं आई होप यहां तक सब कुछ समझ में आ गया है तो अब आगे चलते हैं और अपने लास्ट टॉपिक को पढ़ते हैं कोरोजन इसके टाइप्स एंड द वेज टू प्रिवेंट इट तो कोरोजन क्या होता है काफी बार मैं आपको एक चीज बता चुका हूं पढ़ा चुका हूं फर्स्ट चैप्टर में भी पढ़ाया था कोरोजन क्या है इट इज अ सरफ सफेस डिटेरेड या फिर हम बोल सकते हैं सरफेस का डिग्रेडेशन प्रोसेस है सरफेस डिटेरेड ग्रेडेशन प्रोसेस ऑफ मेटल्स इन विच दे कन्वर्ट टू अ मोर स्टेबल फॉर्म दैट इज ऑक्साइड सल्फाइड और कार्बोनेट एंड मोर ड्यू टू द अटैक ऑफ एटमॉस्फेरिक गैसेस मान लीजिए यह आपका मेटल है ठीक है अब देखिए मेटल के साथ क्या है इसके चारों तरफ एटमॉस्फेरिक गैसेस आ रही है फॉर एग्जांपल एटमॉस्फेरिक गैसेस है एटमॉस्फेरिक गैसेस नॉनमेटेलिक है नॉनमेटेलिक गैसेस नॉनमेटेलिक यानी ये क्या है एटमॉस्फेरिक गैसेस है ठीक है जी भैया अब देखिए मेटल को क्या मजा आता है देखिए मेटल को मजा आता है टू लूज इलेक्ट्रॉन या इलेक्ट्रॉन मेटल को मजा आता है इलेक्ट्रॉन को लूज करने में मेटल्स लव टू लूज इलेक्ट्रॉन या इलेक्ट्रॉन एंड दीज लव टू एक्सेप्ट इलेक्ट्रॉन समझ रहे हो अब ये दोनों ही खुश है इसमें इसको मजा आ रहा है इलेक्ट्रॉन देने में इसको मजा आ रहा है इलेक्ट्रॉन एक्सेप्ट करने में तो इस वजह से होता क्या है भाई मेटल इलेक्ट्रॉन देता है ये इलेक्ट्रॉन एक्सेप्ट करते हैं तो इसके सरफेस पे क्या बन जाता है भाई एक ने इलेक्ट्रॉन दिया दूसरे ने इलेक्ट्रॉन एक्सेप्ट किया तो यहां पर इनके सरफेस प जो लेयर बनती है यह बेसिकली किसकी लेयर बनती है या तो ये लेयर बनती है आपके ऑक्साइड की या तो ये लेयर बनती है आपके सल्फाइड की या तो ये लेयर बनती है आपके कार्बोनेट की एट सेट्र समझ में आ गई बात तो मेटल्स को अच्छा लगता है क्योंकि मेटल्स का नेचर है इलेक्ट्रॉन दान करने का इनका है इलेक्ट्रॉन एक्सेप्ट करने का तो इस वजह से होता क्या है कि मेटल इलेक्ट्रॉन दान करते हैं ये एक्सेप्ट करते हैं तो इनके सरफेस पे ये लेयर बन जाती है अब ये लेयर बन रही है तो मेटल खुश है ना क्योंकि ये तो स्टेबल फॉर्म हो गई ना उसकी भाई इलेक्ट्रॉन दे दिया उसने उसने ले लिया इलेक्ट्रॉन दोनों दोन खुश हो गए य तो स्टेबल फम हो गया लेकिन इस वजह से य अपनी चमक खो देता है इट इट लूजस इट्स लशर यानी यह अपनी धात्विक चमक खो देता है इस वजह से ठीक है अब कोरोजन देखिए अच्छा और बुरा दोनों ही हो सकता है यह मैंने भी आपको पहले भी बताया है अभी देखिए इसके बुरे होने की बात करते हैं तो सबसे पहला है रस्टिंग ऑफ आयरन यानी लोहे पर जंग लगना जंग लगना ठीक है इसकी बात एक बार कर लेते हैं तो जैसे ही आपका आयरन मॉस्ट एयर से रिएक्ट करता है तो यह हाइड्रेटेड फेरिक ऑक्साइड में कन्वर्ट होता है मोइस्ट एयर का मतलब क्या हुआ ऑक्सीजन और वाटर से रिएक्ट करता है तो जैसे ही लोहे को ऑक्सीजन और मॉइश्चर मिल जाता है यानी ऑक्सीजन और पानी मिल जाता है यह एक्स वाटर के मॉलिक्यूल है एक्स तो यह रिएक्ट करके बनाता है हाइड्रेटेड फेरिक ऑक्साइड ठीक है ना जितने वाटर के मॉलिक्यूल यहां होंगे उतने यहां पर अटैच हो जाएंगे अब इस हाइड्रेटेड फेरिक ऑक्साइड को बेसिकली हम क्या कहते हैं दिस हाइड्रेटेड फेरिक ऑक्साइड दिस इज नथिंग बट दिस इज योर दिस इज योर रस्ट ठीक है ना यह रस्ट होता है और यह जो रस्ट होता है यह बेसिकली आपका फ्लेक यानी यह सरफेस पे ना चिपकने वाला लेयर होता है नॉन स्टिकी लेयर होता है और साथ ही साथ यह बेस आपका कैसा लेयर है ब्रिटल लेयर है यानी अगर आप ज्यादा फोर्स लगाएंगे तो य पीस में ब्रेक हो जाएगा पपड़ी बनके टूट जाएगा तो आयरन को जब ऑक्सीजन और मॉइश्चर मिलेगा तो हाइड्रेटेड फेरिक ऑक्साइड बनाएगा जिसे रस्ट कहते हैं यह लेयर फले या नॉन स्टिक होती है लोहे पर चिपकती नहीं है दूसरा ब्रिटल होती है और तीसरा रेडिश ब्राउन कलर की होती है यह जैसा आपको देखने के लिए यहां पर मिल रहा है यह कोरोजन का एक प्रकार जिसका नाम होता है रस्टिंग क्या नाम है रस्टिंग नाम है और रस्टिंग होती है आयरन के केस में क्या बात है अब देखिए कैन रस्टिंग हैपन विदाउट हैविंग एनी वन फैक्टर दैट इज ऑक्सीजन और वाटर वेपर क्या किसी एक के बिना हो सकती है करेक्ट आंसर क्या है नहीं इट कांट हैपन फॉर रस्टिंग टू हैपन बोथ द फैक्टर्स ट इ ऑक्सीजन एंड वाटर वेपर या ओनली वाटर आर रिक्वायर्ड दोनों के दोनों फैक्टर्स की जरूरत पड़ेगी ठीक जी भैया तो एक एनालिसिस कर लेते हैं क्या इस केस में रस्टिंग होगी स्क्रीन को पॉस करके आंसर करो इस केस में होगी देखिए यस रस्टिंग विल हैपन इन दिस केस याद रखना क्यों यहां हवा है हवा के अंदर क्या है इट हैज ऑक्सीजन ठीक है ना तो सबसे पहला तो यहां पर क्या है आयरन नेल के लिए हवा है एयर इट हैज ऑक्सीजन दूसरा आयरन नेल आपकी पानी में डिप्ड है तो यहां पर है वाटर एंड इस वाटर के साथ क्या है कंटेंस डिसोल्वड ऑक्सीजन एज वेल यानी हर जगह से ऑक्सीजन और पानी मिल रहा है समझ रहे हो यहां हवा तो है जिसमें ऑक्सीजन है साथ में आप पानी है और पानी में भी डिसोल्वड ऑक्सीजन है तो भाई साहब होगा क्या क्या होगा भाई साहब इस केस में क्या होगा भाई साहब इस केस में अब ऑक्सीजन मिल गई पानी मिल गया तो जंग लगने से कौन रोक सकता है यहां पर जंग लग जाएगी इस केस में बताओ हवा है यहां पर तेल की एक लेयर है पानी है लेकिन यह पानी डिस्टिल्ड वाटर है बॉईल वाटर है क्या यहां पर जंग लगेगी हां या ना अब देखिए इसके दो केसेस में मैं आपको बताता हूं सबसे पहला क्या ऊपर से हवा यहां पे आ सकती है तो आपका आंसर होगा यहां पर नहीं नहीं आ सकती और इसके अंदर क्या है ऑक्सीजन है इसके अंदर क्या है ऑक्सीजन है तो आंसर क्या है नहीं भाई ये तो नीचे नहीं आ सकती क्योंकि यहां पे तेल की जो लेयर है वो हवा को नीचे नहीं आने देगी तो आपको लगेगा जंग नहीं लगेगी पर ध्यान से सुनना किस केस में जंग लग सकती है बॉईल वाटर की जगह अगर नॉर्मल वाटर होता तो नॉर्मल वाटर के अंदर वाटर तो है ही है लेकिन इसके अंदर डिजॉल्वेशन भी होती है तो यहां पर इस केस में क्या होता रस्टिंग विल हैपन ध्यान से सुनना अगर बॉयल्ड वाटर की जगह आपके पास नॉर्मल वाटर होता तो रस्टिंग विल हैपन लेकिन बॉईल वाटर में क्या होता है बॉल्ड वाटर में क्या होता है मेरे दोस्त वाटर है सिर्फ ओनली वाटर यहां पर नो डिजॉल्ड्रिंग वाटर तो यहां पर आप लिख दीजिए नो नो डिसोल्वड ऑक्सीजन ठीक है ना डिसोल्वड ऑक्सीजन इन नो अब ऐसा क्यों इसको ध्यान से सुनना पहली चीज हवा ऊपर से आ सकती है क्या नहीं आ सकती तेल की वजह से दूसरा इस पानी में क्या है जब आप पानी को गर्म करते हैं तो गैसेस एस्केप कर जाती है उनकी सॉल्युबिलिटी घट जाती है तो यहां पर जैसे आपने पानी को गर्म किया तो गैस तो उड़ गई ऑक्सीजन गैस चली गई तो सिर्फ पानी है यहां पर देर इज नो डिजॉल ऑक्सीजन तो इस केस में नो रस्टिंग याद रखना लेकिन मेरे दोस्त अगर उन्होंने बॉयल्ड वाटर की जगह नॉर्मल पानी बोल दिया तो याद रखना जंग लग जाएगा क्योंकि नॉर्मल पानी में ऑक्सीजन डिसोल्व होगा बोइड वाटर में नहीं होगा ठीक है जी भैया अब देखिए विल रेस्टिंग हैपेंस इन दिस केस ड्राई एयर एन हाइड्रस कैल्शियम क्लोराइड ड्राइंग एजेंट इज देयर सरल सा आंसर है नो रस्टिंग वंट हैपन क्यों क्योंकि यह बेसिकली क्या कर देगा यह मॉइश्चर अब्जॉर्ब कर लेगा अब्जॉर्ब्स मॉइश्चर फ्रॉम एयर ठीक है तो इस केस में होगा क्या एयर यानी ऑक्सीजन तो होगा पहली चीज़ लेकिन देयर इज नो वाटर या फिर वाटर वेपर क्योंकि अगर मान लो हवा गीली है तब भी जंग लग जाएगा गीली हवा में भी जंग लग जाती है क्योंकि गीली हवा में ऑक्सीजन और मॉइश्चर यानी वाटर वेपर दोनों है लेकिन यह मेरा दोस्त क्या कर लेगा एब्जॉर्ब कर लेगा सब कुछ तो सिर्फ यहां पर क्या होता है हवा है वाटर या फिर वाटर वेपर नहीं है तो कोई जंग नहीं है लेकिन अगर ऐसा होता इफ मॉस्ट एयर इज देयर यानी सिर्फ और सिर्फ मॉस्ट एयर इज देयर ध्यान से सुनना गीली हवा इज देयर ये ड्राई हवा थी जिससे ये ड्राई क्यों थी क्योंकि इसका मॉइश्चर इसने एब्जॉर्ब कर लिया यानी h2o को एब्जॉर्ब कर लिया लेकिन अगर ऐसा नहीं होता तो तो बेसिकली आपके पास मॉइश्चर भी होता यानी h2o आपके पास होता और हवा है तो ऑक्सीजन तो ओबवियसली आपके पास होगा तो इस केस में आपका क्या होता रस्टिंग विल हैपन समझ में आया तो कोई अगर आपको बोलता है मोइस्ट एयर में जंग लगेगी तो आप कहोगे 100% मॉस्ट एयर में जंग लगेगी लेकिन सूखी हवा में जंग नहीं लगती है ठीक है जी भैया बहुत बढ़िया चलिए अब देखते हैं कोरोजन का एक और प्रकार यह बहुत बढ़िया प्रकार है पॉजिटिव है टाइप ऑफ कोरोजन दिस इज नोन एज टर्निंग ऑफ कॉपर क्या बोलते हैं इसको टर्निंग ऑफ कॉपर बोलते हैं सो कॉपर रिएक्ट्स विद मोइस्ट कार्बन डाइऑक्साइड इन द एयर एयर से बेसिकली आ जाएगा ऑक्सीजन कार्बन डाइऑक्साइड और मोइस्ट से आ जाएगा h2o तो जैसे ही बेसिकली आपका कॉपर कार्बन डाइऑक्साइड ऑक्सीजन और मॉइश्चर के कांटेक्ट में आता है तो वो cuco3 स होल टवा यानी बेसिक कॉपर कार्बोनेट का निर्माण करता है बेसिक कॉपर कार्बोनेट या जिसे हम बोलते हैं कॉपर कार्बोनेट हाइड्रोक्साइड कॉपर कार्बोनेट हाइड्रोक्साइड का निर्माण करता है स इट फॉर्म्स कॉपर कार्बोनेट हाइड्रोक्साइड ठीक है अब इस लेयर को हम लोग क्या बो बोलते हैं इस लेयर को हम लोग बोलते हैं पटीला क्या बोलते हैं पटना और यह लेयर क्या होती है इट इज स्टिकी लेयर यह सरफेस पे चुपकी हुई रहती है दूसरा इट इज नॉट ब्रिटल ना तो यह आपकी फ्लेक है ना ही ये आपकी ब्रिटल है रस्ट की तरह यह सरफेस पे चुपकी भी रहेगी साथ में नहीं टूटेगी ठीक है कौन से कलर की होती है ग्रीन कलर की होती है जब यूएस ने स्टैचू ऑफ लिबर्टी गिफ्ट किया था तो रेडि ब्राउन कलर का था कॉपर के कलर का था आज वो ग्रीन कलर का है बिकॉज ऑफ पटना ठीक है समझ में आ गई मेरी बात क्लियर हो गई मेरी बात दिस इज क्लियर राइट जी भैया आई होप सबको सब कुछ समझ में आ रहा है चलिए अब बात करते हैं टर्निंग ऑफ सिल्वर की टर्निंग ऑफ सिल्वर की बात करते हैं सिल्वर रिएक्ट्स विद हाइड्रोजन सल्फाइड गैस प्रेजेंट इन दी एयर टू फॉर्म सिल्वर सल्फाइड हाइड्रोजन सल्फाइड गैस दैट इज प्रेजेंट इन एयर यानी ऑक्सीजन यह काले कलर का सिल्वर सल्फाइड का लेयर बना लेता है यह ब्लैक कलर का लेयर बना लेता है यह भी बेसिकली क्या है पटना क्या कहलाती है दैट इज आल्सो नोन एज पटना तो कॉपर और सिल्वर के केस में प्रोटेक्टिव लेयर बनती है जिसका नाम है पटना क्योंकि वो सरफेस पे चुपकी हुई रहती है और वो टूटती नहीं है लोहे के केस में जो लेयर बनती है उसका नाम है रस्ट वो सरफेस से बारबार पपड़ी बनके गिरती रहती है ठीक है ना तो यह पॉइंट याद रहेगा भाई आपका जो कोरोजन है इसका एक प्रकार है रस्टिंग रस्टिंग किसके अंदर होती है आयरन के केस में होती है ठीक है दूसरा प्रकार क्या है टर्निंग टर्निंग किसके केस में होती है कॉपर सिल्वर एलुमिनियम जिंक एटस काफी सारे मेटल्स के केस में होती है ठीक है इस केस में क्या बनता है रस्ट बनता है इस केस में क्या बनता है पटना बनता है एंड पटना कैसा लेयर है प्रोटेक्टिव लेयर है कैसा लेयर है प्रोटेक्टिव लेयर है सरफेस पे चुपका हुआ रहता है सरफेस से उतरता नहीं है अंदर वाले मेटल को बचाता है रस्ट के केस में ऐसा नहीं है यह पपड़ी बनके गिर जाती है अंदर वाले मेटल को बार-बार एक्सपोज करती है बाहर की कंडीशंस पे नाउ व्हाट आर द प्रोज ऑफ कोरोजन यही जो मैंने आपको बताया यानी पॉजिटिव पॉइंट ऑफ कोरोजन दैट इज पटना यानी टर्निंग टर्निंग एक बहुत अच्छा प्रकार है कोरोजन का क्यों पटना सीम्स टू बी हेल्पफुल फॉर सम ऑफ द मेटल्स लाइक कॉपर चच ऑन ऑक्सीडेशन फॉर्म्स एन इंपर वियस प्रोटेक्टिव लेयर दैट प्रोटेक्ट द फर्द कोरोजन हियर टर्निंग ऑफ मेटल यानी ये बेसिकली एक अनरिएक्टिव एंड प्रोटेक्टिव लेयर का निर्माण कर करता है खुद के ऊपर यानी अगर हम बात करें सिल्वर कॉपर जिंक एलुमिनियम ये खुद के ऊपर एक अनरिएक्टिव और एक प्रोटेक्टिव लेयर का निर्माण करते हैं जिसे हम बोलते हैं पटना समझ गए तो ये बहुत बढ़िया है क्योंकि ये अंदर वाले जो मेटल है उसको बचाता है अगर बाहर बन गया तो अंदर वाले मेटल को बचाएगा क्योंकि ये गिरेगी नहीं लेकिन यही अगर आपका क्या होगा रस्टिंग होगा टाइप ऑफ कोरोजन तो यहां पर बहुत दिक्कत है क्योंकि यह रस्ट जो है पपड़ी बन के बार-बार गिरती है फिर अंदर वाले मेटल को एक्सपोज करती है ऑक्सीजन और मॉइश्चर पर फिर वहा रस्ट बनेगी फिर पपड़ी बन गिरेगी कंटीन्यू चलता रहेगा य प्रोसेस मतलब अगर मान लीजिए मैंने आपको बताया यह यह मान लीजिए आपका लोहा है यहां पर मान लीजिए आपकी रस्ट बनी यह आपकी रस्ट बनी और इस पॉइंट से गिर गई तो यह मान लीजिए कुछ इस प्रकार से हो जाएगा य ऐसा हो जाएगा ठीक अब यहां पर नहीं है ठीक है ना रस्ट पील्स ऑफ रस्ट पील्स ऑफ क्यों क्योंकि जो रस्ट है वो बेसिकली आपकी फ्लेक है सरफेस में चिपकती नहीं है पपड़ी बन के गिर जाती है अब वो गिर गई हां जी भैया यहां से गिरी अब यहां पर ऑक्सीजन और मॉइश्चर फिर से आएंगे हां फिर से इससे रिएक्ट करेंगे फिर क्या होगा फिर से यहां पर एक लेयर बन जाएगी रस्ट की फिर से ये लेयर गिरेगी आपकी मान लीजिए अगेन फॉल्स तो ये एक साइक्लिक प्रोसेस है एक टाइम पर यह क्या कर देगी लोहे के अंदर छेद कर देगी आप समझ रहे हो रस्ट एक ऐसी लेयर है जो पपड़ी बनके गिरती रहती है भाई रस्ट बनी लोहा जब ऑक्सीजन और मॉइश्चर के कांटेक्ट में आया रस्ट बनी पपड़ी बन के गिर गई अब जैसे ही पपड़ी बन के गिरी ये फिर से ऑक्सीजन मॉइश्चर के कांटेक्ट में यहां पर आएगा फिर से रेस्ट बनेगी फिर से गिरेगी धीरे-धीरे लोहे के अंदर क्या हो जाएगा ऐसे छेद हो जाता है ये देखो ऐसे गल जाता है छेद हो जाता है लोहे के अंदर ये नेगेटिव पॉइंट है आपके कोरोजन का सो रस्ट इज अ फ्लेक दैट इज नॉन स्टिकी लेयर दैट इज वेरी ब्रिटल एंड पील्स ऑफ यानी पपड़ी बनके गिरती है इट देन एक्सपोज द फ्रेश आयरन लेयर टू मॉइश्चर एंड ऑक्सीजन दिस कंटिन्यू साइकिल मेक्स द आयरन ऑब्जेक्ट वीक एंड कैन कोलैब द ब्रिजसॉफ्ट बोर ये कंटीन्यूअस साइकिल जब चलता रहता है तो लोहा कमजोर होता रहता है और एक समय पे वो टूट जाती है चीजें कोलैक्स हो जाती है ठीक है समझ में आ रही है मेरी बात तो ये नेगेटिव पॉ पॉइंट है कोरोजन का दैट इज रेस्टिंग पॉजिटिव पॉइंट ऑफ कोरोजन इज टर्निंग जिसमें प्रोटेक्टिव लेयर बनती है जो सरफेस प चुपकी हुई अंदर वाले मेटल को बचा रही है ये अंदर वाले मेटल को और उल्टा खराब करवाती है क्योंकि बाहर वाली लेयर क्या है गिरेगी फिर यहां पे जंग लगेगी फिर ये लेयर गिरेगी ऐसे ऐ करते करते मेटल गल जाएगा चलिए अब स्टार्ट करते हैं सरल सी बात वेज टू प्रिवेंट कोरोजन यानी रस्टिंग को रोकने के प्रकार अब इसके तीन प्रकार है बैरियर प्रोटेक्शन सैक्रिफाइस प्रोटेक्शन और अलोइन ठीक बैरियर प्रोटेक्शन का मतलब ऐसा समझो कि ऑक्सीजन और मॉइश्चर मेरे दो नॉटी दोस्त हैं जो मेरे को यानी मैं आयरन हूं और ऑक्सीजन और मॉइश्चर मेरे नॉटी दोस्त है जो मुझे घर पे आ और मुझे बिगाड़ना चाहते हैं मेरे मम्मी बापा क्या करते हैं उनको मना कर देते हैं कि तुम मत आना या उनको बोल देते कि तुम मत आया करो दैट इज बैरियर प्रोटेक्शन सिंपल सो इन दिस अ लेयर इज इंट्रोड्यूस्ड बिटवीन आयरन एंड द फैक्टर्स अफेक्टिंग फैक्टर्स दैट कॉज रस्टिंग दैट इज ऑक्सीजन एंड वाटर वेपर यानी मेरे और मेरे दोस्तों के बीच में मेरे माता-पिता आ रहे हैं और वोह बैरियर क्या है मेरे माता-पिता क्या है या तो आपने पेंट लगा दिया या तो आपने ग्रीस लगा दिया ठीक है ना तो ये जब आप लेयर्स लगा देंगे तो यह बेसिकली क्या करेंगी ये एक्ट करेंगी एज बैरियर जैसे मान लीजिए यह मान लीजिए आपका क्या है आयरन यानी यह आपके सुनील भैया है और यह बेसिकली आपका क्या है ऑक्सीजन ऑक्सीजन ऑक्सीजन ठीक है ना और ये बेसिकली है h2o h2o फॉर एग्जांपल तो मान लो ये आपका नॉटी दोस्त कौन है यह बेसिकली मेरा नॉटी दोस्त है पपलू और यह बेसिकली कौन है यह है टपल यह दोनों मेरे घर आते हैं है ना यह दोनों मेरे घर आते हैं अगर ये मेरे कांटेक्ट में आएंगे तो मुझे खराब कर देंगे रस्टिंग हो जाएगी जंग लग जाएगा तो इस चीज को बचाने के लिए मेरे मम्मी पापा इसके बीच में आ जाते हैं यह पेंट या फिर आपने ग्रीस लगा दिया अब यह इसके कांटेक्ट में नहीं आ पाएंगे और अगर कांटेक्ट में नहीं आएंगे तो जंग नहीं लगेगी तो यह जो लेयर है या तो यह आपके पेंट की लेयर है या तो ये आपके ग्रीस की लेयर है खत्म बात पर क्या आपको लगता है पेंटिंग और ग्रीजिंगर और ग्रजिंग परमानेंटली सॉल्यूशन है आंसर क्या होगा नहीं क्यों बिकॉज वंस पेंट और ग्रीस ज रिमूव्ड जो हट जाते हैं आयरन विल कम इन कांटेक्ट विद ऑक्सीजन एंड मॉइश्चर मान लो अगर मम्मी बाबा बाहर चले गए फॉर एग्जांपल अगर पेंट और ग्रीस की लेयर टूटी या मम्मी पापा बाहर चले गए तो वो आएंगे तो मैं चला जाऊंगा उनके साथ सो बिकॉज वंस पेंट और ग्रीस इज रिमूव्ड आयरन विल कम इन कांटेक्ट विद ऑक्सीजन एंड मॉइश्चर एंड फिर से खराब होना स्टार्ट तो यह परमानेंट सॉल्यूशन तो नहीं है मेरी मम्मी को भी समझ में आ गया कि परमानेंट सलूशन नहीं है मैं घर से जाती हूं और यह ऑक्सन और मॉइश्चर यानी पपलू और टपल के साथ खेलने चला जाता है मम्मी ने पापा को बताया पापा बोले रुको अब हम करेंगे सैक्रिफाइस प्रोटेक्शन इसको बचाएंगे कैसे इन दिस अ लेयर ऑफ मोर रिएक्टिव मेटल इ प्लेस ऑन लेस रिएक्टिव मेटल ठीक ना लेस रिएक्टिव मेटल के ऊपर हम इसको लगाते हैं द मोर रिएक्टिव मेटल ध्यान से सुनना द मोर रिएक्टिव मेटल प्रीवेंट्स ऑक्सीजन एंड वाटर टू कम इन कांटेक्ट विद आयरन पहला गेट्स कोरोडेक्स जन और मॉइश्चर आते हैं पापा ने बोला एक काम करता हूं मैं मैं दो चीजें करता हूं बोले क्या बोले पहले तो इन दोनों को इस कांटेक्ट में नहीं आने दूंगा बैरियर बनूंगा दूसरा मैं इनके साथ खेलने चला जाऊंगा मतलब मैं अपना कोरोजन करवा दूंगा ताकि यह बच जाए समझ में आ गई मेरी बात तो ये दो चीजें करता है अगर आपने फॉर एग्जांपल यह आपके पास आयरन है और अगर आपने आयरन के ऊपर जिंक की लेयर को चढ़ा दिया क्या कर दिया आयरन के ऊपर य आपने जिंक की लेयर को चढ़ा दिया तो यह बेसिकली दो करती है यह दो काम करती है फर्स्ट और यह सेकंड पहला तो ऑक्सीजन और मॉइश्चर को कांटेक्ट में नहीं आने देंगे सुनील भैया के यह कौन है एनालॉजी के हिसाब से यह सुनील भैया है तो मान के चलो सुनील भैया लोआ है और जिंक कौन है पापा है तो पापा मुझे किसके कांटेक्ट में नहीं आने दे रहे हैं ऑक्सीजन और मॉइश्चर के कांटेक्ट में यानी पपलू और टपल के कांटेक्ट में नहीं आने दे रहे तो पापा ने दो चीजें करी पहला तो मुझे इनके कांटेक्ट में आने से रोका और दूसरा पापा बोले कि चलो मैं खेलने चलता हूं मैं मस्ती करने चलता हूं यानी पापा अपना कोरोजन कर रहे हैं गेट्स कोडेड इन प्लेस ऑफ आयरन यानी की खुद का कोरोजन करने लगते हैं पिताजी जिंक यानी पापा बोल रहे कि चलो मेरे साथ मस्ती करो मेरे साथ खेलने चलो समझ गए मेरी बात जी भैया लेकिन क्या आपको लगता है यह भी परमानेंट होगा देखते हैं सो गवना आयरन शीट्स आर यूज टू मेक बकेट्स ड्रम्स शेड्स ये इसकी एप्लीकेशंस है लेकिन बेटा देखो पापा क्या है 60 साल के आदमी है रोज तो खेलने जा नहीं सकते पपलू टपल के साथ थक जाएंगे तो परमानेंट सलूशन तो यह भी नहीं है नो इट इज नॉट अ परमानेंट सलूशन रिक्वायर्स अ लॉट ऑफ मेंटेनेंस सॉरी इसमें काफी ज्यादा मेंटेनेंस की जरूरत पड़ेगी भैया देखो पापा जो है वो कैसे भैया रोज जा सकते हैं भैया पपलू कह रहा है कि चलो अंकल जी पड़ के ऊपर चढो टबलू क अंकल जी पड़ के ऊपर चढो कैसे च नहीं चढ़ पाएंगे समझ में आ गई बात नहीं चढ़ पाए तो यह भी परमानेंट सलूशन नहीं इसमें काफी ज्यादा मेंटेनेंस की जरूरत पड़ती है बट इट इ मोर इट इ बेटर देन पेंट और ग्रीस बेटर देन पेंट और ग्रीस ठीक है ना बेटर देन पेंट और ग्रीस पेंट और ग्रीस से तो काफी ज्यादा बेटर है ठीक है चलिए अब देखिए इफ द लेयर ऑफ जिंक ब्रेक्स ऑन आयरन विल आयरन रस्ट और जिंक अगर मान लीजिए पापा को किसी दिन पापा की तबीयत खराब हो गई और पपलू और टपल घर के अंदर आ गए तो क्या वह मेरे को लेकर निकल जाएंगे यानी कि फॉर एग्जांपल यह तुम्हारे पास एक छोटा सा क्रैक आया यह आयरन यानी ये एस बी है और यह जिंक की लेयर लगी हुई है यानी पापा मुझे बचा रहे हैं यह बेसिकली क्या है जिंक यानी फॉर एग्जांपल पापा है तो क्या ऑक्सीजन और मॉइश्चर मुझे फिर से खराब कर लेंगे क्या ऑक्सीजन एंड मॉइश्चर ऑक्सीजन एंड मॉइश्चर क्या मुझे फिर से खराब कर लेंगे क्या मान लो कि मेरे पापा के टांग में कुछ हो गया फॉर एग्जांपल भगवान ना करे ऐसा हो पर कुछ हो गया और पपलू टबलू अंदर आ गए तो क्या पापा उनको अंदर जाने देंगे नहीं तो इस केस में क्या होगा जिंक विल कोड अगेन एट प्लेस ऑफ आयरन और ऐसा क्यों हो रहा है बिकॉज बिकॉज जिंक इज मोर रिएक्टिव देन आयरन देखो जब पपलू टपल आएंगे और और वो अंकल को देखेंगे यानी मेरे पिताजी को देखेंगे तो वो बोलेंगे अरे अंकल रहने दो आप सनी को रहने दो अंकल आप चलो अंकल आप सनी को रहने दो आप चलो क्योंकि आप बहुत ज्यादा मस्ती करते हो आप बढ़िया मजा दिलाते हो आप ज्यादा रिएक्टिव हो आप चलो उनको ले जाएंगे समझ में आ गई बात तो अगर ज्यादा रिएक्टिव मेटल टूट भी गया तो भी यहां पर वो अंदर वाले मेटल को बचाएगा हां ऐसा नहीं कि बहुत बड़ा गैप बन गया नहीं छोटा सा क्रैक आया तो जिंक विल मैनेज ठीक है जिंक विल कोरोट अगेन एट द प्लेस ऑफ ए बिकॉज जिंक इज मोर रिएक्टिव देन तो वो क्या कर लेगा फिर से यहां पर ये जैसे ही आएंगे इससे रिएक्ट करेंगे रदर देन की आयरन से रिएक्ट करें यानी पापा फिर से उनके साथ चले जाएंगे और मुझे बचा लेंगे चलिए नाउ द लास्ट वे दैट इज बेसिकली अलोंग सबसे तगड़ा तरीका अलोंग ठीक है इन अलोंग टू और मोर देन टू मेटल्स और मेटल अलोंग विद स्मल अमाउंट ऑफ नॉन मेटल्स आर मिक्सड एंड इट इज अ परमानेंट सॉल्यूशन टू प्रिवेंट द कोरोजन अब अलोय एक्चुअली में होता क्या है दोस्तों य आपने पढ़ा है अलोय क्या होता है दोस्त होमोजीनस और आप बोलोगे सिर्फ होमोजीनस होता है मैं बोल रहा हूं हेट्रो जीनियस भी होता है होमोजीनस और हेट्रो जीनियस मिक्सचर ठीक है ना ऑफ मेटल्स और मेटल्स विद नॉन मेटल ठीक है अब होमोजीनस का मतलब क्या हुआ कि अगर तुम दो चीजों का मिश्रण बना रहे हो यह बेसिकली होमोजीनस या हेट्रो जीनियस मिक्सचर होता है अलोय यानी मिश्रण होता है चीजों का होमोजीनस मतलब ऊपर से लेकर नीचे तक एक समान यूनिफॉर्म हेट्रो जिनियस मतलब एक समान नहीं है जैसे अगर तुमने दो मेटल्स को मिक्स किया फॉर एग्जांपल तो वो कुछ इस प्रकार से मिक्स हो रहे हैं यानी यूनिफॉर्म तरीके से मिक्स हो रहे हैं यूनिफॉर्म मिक्सिंग है य ये होमोजीनस हो गया हेट्रो जीनियस क्या है अगर तुमने दो मेटल्स को या नॉन मेटल्स को मिक्स किया तो वह इस तरीके से मिक्स होंगे तो यहां पर क्या है यूनिफॉर्म कंपोजीशन है एक समान कंपोजीशन है होमोजीनस के के और हेट्रो जीनियस के केस में नॉन यूनिफॉर्म कंपोजीशन है यानी एक समान कंपोजीशन आपकी यहां पर नहीं है यह आपको समझना पड़ेगा तो अलोय क्या होते हैं मिक्सचर होते हैं मेटल्स का दो या दो से ज्यादा मेटल्स का या मेटल्स के साथ नॉन मेटल्स का और यह होमोजीनस एज वेल एज हेट्रो जीनियस हो सकते हैं हेट्रो जीनियस आपके कोर्स में नहीं है एक एग्जांपल दे देता हूं सर्च कर लेना पलाइट हेटजनर का एग्जांपल है बाकी अपने को कोर्स में सारे के सारे आर कोर्स सारे के सारे होमोजीनस ही हम पढ़ेंगे ठीक अब यह क्यों किया जाता है या तो हार्डनेस बढ़ाना है टेंसा इल स्ट्रेंथ बढ़ाना है मेल्टिंग पॉइंट को घटाना है रेजिस्टेंस टू कोरोजन बढ़ाना है या इलेक्ट्रिकल कंडक्टिविटी घटा है इसके लिए जैसे कि अगर यह चीज आपको बढ़ानी है इसी वजह से हम आयरन को किस में कन्वर्ट करते हैं हम आयरन को स्टील में कन्वर्ट करते हैं किस में कन्वर्ट करते हैं आयरन को स्टील में कन्वर्ट करते हैं जैसे मैं आपको समझाता हूं तो जो प्योर आयरन होता है वह काफ़ी ज़्यादा सॉफ्ट होता है स्ट्रेचेज इजली व्हेन हॉट यानी कि लो टेंसा इल स्ट्रेंथ होती है एंड प्रोन टू रस्ट अब आप क्या करो आयरन को कार्बन के साथ अलॉयू तो यह हार्ड बन जाता है और स्ट्रांग बन जाता है यानी इसकी टेंसा स्ट्रेंथ भी बढ़ जाती है और ये हार्ड हो जाता है तो अगर आपको हार्डनेस बढ़ानी है या टेंसा इल स्ट्रेंथ बढ़ानी है टेंसा इल स्ट्रेंथ का एक्चुअल फील क्या होता है जैसे मान लीजिए एक ऑब्जेक्ट है इस पे एक फोर्स इधर लगाया और एक फोर्स मैंने इधर लगाया थोड़ी देर के बाद ये ऐसा होगा ये यूं होगा ऐसे खींचेगा एक फोर्स इधर लगाया अभी भी लगा रहा हूं टेंसा इल फोर्स एक पॉइंट प आने के बाद ये ऐसे टूट जाएगा ठीक है है ना एक फो एक पॉइंट पर आने के बाद य टूट जाएगा एक पॉइंट पर आने के बाद यह टूट जाएगा तो जिस पॉइंट पर य आके टूटता है इसको टेंसा स्ट्रेंथ बोलते हैं क्या बोलते टल स्ट्रेंथ यानी मैक्सिमम लोड या मैक्सिमम फोर्स कौन सा टेंसा यानी खिंचाव मैक्सिमम टेंसा फोर्स बेर अप बाय अ सब्सटेंस बिफोर फ्रैक्चर यानी टूटने से पहले वह जितना मैक्सिमम टेंसा इल फोर्स बियर कर सकता है यानी वह खिंचाव महसूस कर सकता है या उसको झेल सकता है उसे टेंसा इल स्ट्रेंथ कहते हैं तो जो नॉर्मल लोहा होता है उसकी टेंसा इल स्ट्रेंथ काफी कम होती है खींचो ग तो आसानी से खींच जाता है टूट भी जाता है लेकिन अगर आप उसको कार्बन के साथ लॉय करोगे तो एक तो वो हार्ड हो जाता है और साथ ही साथ उसकी टेंसा इल स्ट्रेंथ यानी ये जो आप खिंचाव लगा रहे हो कि खिंचाव लगाए तो आसानी से ना टूटे यानी टेंसा इल स्ट्रेंथ बढ़ जाए इसके लिए हम इसको आयरन से स्टील बनाते हैं ये टेंसा इल स्ट्रेंथ हो गया ठीक है टू रिड्यूस मेल्टिंग पॉइंट मैं अभी बताऊंगा आपको शोल्डर करके एक एग्जांपल होगा जहां पर मेल्टिंग पॉइंट उसका कम होता है कॉन्सिटर एलिमेंट से रेजिस्टेंस टू कोरोजन आयरन से स्टेनलेस स्टील बनाएंगे अभी ठीक और डिक्रीज इलेक्ट्रिकल कंडक्टिविटी देखिए अलोय की इलेक्ट्रिकल कंडक्टिविटी नॉर्मल मेटल से हमेशा कम होगी क्योंकि जब आपने दो या दो से ज्यादा मेटल मिला दिए है तो वो क्राउडेड हो चुका है अब रेजिस्टेंस यानी ऑब्स्ट्रक्शन टू द फ्लो ऑफ इलेक्ट्रॉन बढ़ जाएगा याद रखना ठीक है ना बिकॉज वो जो अरेंजमेंट ऑफ एटम्स भी आपका हुआ है वो जरूरी नहीं कि माइक्रोस्कोपिक लेवल पर काफी ज्यादा यूनिफॉर्म हो जिस वजह से ऑब्स्ट्रक्शन इन फ्लो ऑफ इलेक्ट्रॉन रहेगा तो अलोय की इलेक्ट्रिकल कंडक्टिविटी कॉन सटट एलिमेंट से हमेशा कम होगी अब देखिए यहां पर तो हमने स्टील बनाया अब एक और होता है हमारे पास स्टेनलेस स्टील ठीक है ना स्टेनलेस स्टील में एक तो आपका जंग नहीं लगता है दूसरा बर्तन बनाने के काम में आपका स्टेलस स्टील आता है स्टील के बर्तन नहीं होते हैं स्टेलस स्टील के बर्तन होते हैं अब इसमें आयरन के साथ क्रोमियम और निकल हम डालते हैं निकल से हार्डनेस आती है और इससे आता है रेजिस्टेंस टू कोरोजन साथ ही साथ यह बचाता है कि इसपे स्टेंस ना लगे क्रोमियम की वजह से इसपे दाग धब्बे नहीं लगते हैं जंग नहीं लगती है निकल की वजह से हार्ड हो जाता है इसको बोलते हैं स्टेनलेस स्टील दिस इज द एडवांटेज इन द मिरेकल ऑफ एलोइंग अब ये परमानेंट सॉल्यूशन है दोस्त अब लोहे पर जंग नहीं लगेगी दिस इज दी परमानेंट सॉल्यूशन ठीक ठीक है जी भैया सही है एक और एग्जांपल है प्योर गोल्ड आपका 24 कैरेट गोल्ड होता है है ना व्हिच इज सॉफ्ट एंड हेंस इट इज नॉट यूज टू मेक ज्वेलरी ज्वेलरी बनाने के काम में नहीं आता है 24 कैरेट गोल्ड याद रखना ज्वेलरी बनाने के काम में 24 कैरेट गोल्ड नहीं आता है प्योर गोल्ड जो होता है काफी सॉफ्ट होता है अब तुमने मान लो कोई इंप्रेशन है कुछ भी बनाने के लिए बोला और उसने उसम स्टैंप मार के इंप्रेशन दिया कि भाई आपका नाम लिखना है कुछ तो टूट जाएगा वो बेयर अप नहीं कर पाएगा इसीलिए 22 कैरेट गोल्ड इंडिया में यूज किया जाता है दैट इज ऑर्ड मेंटल गोल्ड अब इसमें क्या होता है 22 पार्ट्स बाय वेट तो गोल्ड होता है और बाकी दो पार्ट्स बाय वेट इदर कॉपर और सिल्वर होता है और यह क्या करते हैं प्रोवाइड्स स्ट्रेंथ प्रोवाइड्स स्ट्रेंथ टू टेक डिजायर्ड इंप्रिंट जो भी हम इंप्रिंट चाहते हैं वो अगर हम गोल्ड प लाना चाहते हैं तो उसके लिए हमें क्या करना पड़ेगा उसकी स्ट्रेंथ बनी पड़ेगी और उसके लिए हमें कॉपर या सिल्वर डालना पड़ता है ठीक है सिमिलरली गोल्ड और प्लैटिनम की ज्वेलरी क्यों बनती है यह भी याद रख लीजिए गोल्ड एंड प्लैटिनम है ना सिल्वर की भी ज्वेलरी बनती है प्रेफर्ड टू मेक ज्वेलरी क्यों बनाते हैं इससे ज्वेलरी आप समझदार है क्योंकि य कैसे हैं अनरिएक्टिव मेटल्स है कैसे मेटल्स है अनरिएक्टिव मेटल्स है डोंट कोरोट इजली और अगर कोरोट नहीं करेंगे तो अपने लशर को लंबे समय तक मेंटेन करेंगे कोरोजन की वजह से लशर चला जाता है आपको बताया था मैंने मेंटेंस द लशर फॉर अ लंगर पीरियड ऑफ टाइम मेंटेंस लशर फॉर अ लॉन्ग पीरियड ऑफ टाइम पढ़ाया था कि नहीं पढ़ाया था बिल्कुल पढ़ाया था सुनील भैया कि कोरोजन की वजह से मेटल्स अपने मेटलिक लचर खो देते हैं ठीक है जी भैया चलिए नाउ लेट्स टॉक अबाउट सम कॉमन एलॉयज ठीक है सबसे पहला है ब्रास ब्रास को हिंदी में कहते हैं हम लोग पीतल दूसरा हमारे पास है ब्रोंज यानी कां से तीसरा हमारे पास है जर्मन सिल्वर चौथा हमारे पास है सोल्डर अब आपको यह प्रॉपर्टीज याद करने की जरूरत तो नहीं है एक दो एग्जांपल से जो मैं बताऊंगा जो जरूरी है ब्रास इज अ मिक्सचर ऑफ कॉपर एंड जिंक देखिए जिसका अमाउंट ज्यादा होता है उसको बेस मेटल कहते हैं तो आपको क्या करना है कॉपर को सबसे पहले मेल्ट करना है फिर जिंक को मेल्ट करना है और जिंक को कॉपर के अंदर डाल देना है कीप इट फॉर कूलिंग वो ब्रास बन जाएगा ब्रोंज में 90 पर कॉपर 10 पर टन होता है जर्मन सिल्वर की इंपॉर्टेंट बात ये है इसमें सिल्वर नहीं होता है 60 पर कॉपर होता है जिंक होता है 20 पर और 20 पर निकल होता है नो सिल्वर याद रखना नो सिल्वर तो फिर इसको जर्मन सिल्वर क्यों कहते हैं इट शाइन लाइक सिल्वर ट्स व्हाई इट इज नोन एज जर्मन सिल्वर एंड इट इज रेजिस्टेंस टू कोरोजन सोल्डर इसमें 50 पर लेड होता है 50 पर टिन का मिक्सचर होता है इसके अंदर लोअर मेल्टिंग पॉइंट होता है देन द लेड एंड टिन एंड ये इलेक्ट्रिकल वायर्स को जोड़ने के काम में आता है अगर आपने इलेक्ट्रॉनिक वायर्स को सर्किट्स को जॉइन होते हुए देखा है जो ग्रीन कलर का बोर्ड होता है उसम छोटे-छोटे सिल्वर डॉट्स बने हुए रहते हैं सोल्डर की वायर होती है और सोल्डरिंग मशीन होती है गर्म होती है हल्का सा इसको गर्म करते हैं वायर पिघल जाती है उससे हम दो वायर्स को जॉइन करते हैं या सर्किट्स को जॉइन करते हैं सोल्डर एलॉय है लेड और टन का लोअर मेल्टिंग पॉइंट देन लेड और टन इट इज यूज्ड फॉर जॉइनिंग इलेक्ट्रिकल वायर्स ठीक है एक और याद कर लो एनसीआरटी एग्जांपलर में है एल निको एल निको किसका मिक्सचर है एलुमिनियम प्लस निकल प्लस कोबाल्ट इनका मिक्सचर है एलुमिनियम निकल और कोबाल्ट का एलुमिनियम निकल और कोबाल्ट का मिक्सचर है ठीक है चलिए उसके बाद द एलॉयज ऑफ मर्करी विद एनी अदर मेटल इज कॉल्ड अमलगम मरकरी का लॉय किसी भी अदर मेटल के साथ होगा तो उसे अमलगम कहेंगे जैसे मैंने बोला मान लीजिए डेंटल अमलगम दांतों के अंदर मसाला भरवा के आते लोग कहते हैं हम चांदी भरवा के आए हैं तो सिल्वर प्लस मरकरी होगा इसके अंदर उसी प्रकार जिंक अमलगम इसके अंदर क्या होगा जिंक प्लस इसके अंदर होगा मरकरी तो डेंटल अमलगम में सिल्वर प्लस मरकरी जिंक अमलगम में जिंक प्लस मरकरी यानी एक तो जिंक एक तो मरकरी होगा ही होगा और उसके अलावा कोई और अदर मेटल होगा तो इसे बेसिकली हम कहेंगे अमल गम ठीक है क्लियर हो गई बात जी भैया अब लास्ट प्रोसेस एनोडाइजिंग लास्ट प्रोसेस इ एनोडाइजिंग क्या होता है एनोडाइजिंग एनोडाइजिंग क्या होता है एनोडाइजिंग में एक प्रोटेक्टिव एंड अनरिएक्टिव लेयर को प्रोटेक्टिव एंड अनरिएक्टिव लेयर डिपॉजिटेड ऑन मेटल एट एनोड एक प्रोटेक्टिव और अनरिएक्टिव लेयर को हम मेटल के ऊपर चढ़ाते हैं एनोड पर अब यह एक इलेक्ट्रोलाइट पैसिवेशन प्रोसेस है दैट इज़ यूज़ टू इंक्रीज द नेचुरल ऑक्साइड लेयर ऑन द सरफेस ऑफ़ मेटल पार्ट्स इट इज़ जनरली डन फॉर एल्युमिनियम एंड इट्स एलॉयज एनोडाइजिंग में क्या होता है हम एक प्रोटेक्टिव और अनरिएक्टिव लेयर को मेटल के ऊपर चढ़ाते हैं एनोड पर मेटल एनोड प है और उसके ऊपर लेयर चढ़ रही है अब इसमें हम करते क्या है कि उसके पास जो ऑक्साइड की लेयर है उसको बस मोटा कर रहे जैसे एलुमिनियम क्या करता है एलुमिनियम रिएक्ट विद ऑक्सीजन टू फॉर्म ए3 ठीक है ना मोर थिक मोर थर एंड कलरफुल भी कर सकते हैं मोर थर एंड कलरफुल यूजिंग एनोडाइजिंग एनोडाइजिंग से एक तो हम इसको काफी ज्यादा मोटा बना सकते हैं एनोडाइजिंग से एक तो हम इसको काफी ज्यादा मोटा बना सकते हैं और दूसरा हम इसको काफी ज्यादा कलरफुल भी बना सकते हैं तो यह इलेक्ट्रोलाइट पैसिवेशन पैसिवेशन का यही मतलब हुआ कि ये अनरिएक्टिव एंड प्रोटेक्टिव लेयर बना रहा है यानी लेयर ना तो रिएक्ट करेगी और उल्टा प्रोटेक्ट करेगी अब ये यूजिंग इलेक्ट्रिसिटी होगा इसीलिए इलेक्ट्रोलाइट है समझ में आ गया तो यूजिंग इलेक्ट्रिसिटी हम एनोड के ऊपर मेटल की नेचुरल ऑक्साइड लेयर को मोटा कर रहे हैं यानी उसके ऊपर एक प्रोटेक्टिव और अनरिएक्टिव लेयर को चढ़ा रहे हैं और मोटा कर रहे हैं कहां पे एनोड पे प्रोटेक्टिव एंड अनरिएक्टिव लेयर डिपॉजिटेड ऑन मेटल एट एनोड यानी जो नेचुरल ऑक्साइड की लेयर है उसको और मोटा करते हैं एनोड के ऊपर दिस प्रोसेस इ नोन एस एनोडाइजिंग यह एलुमिनियम और उसके अलोय के लिए होता है शॉर्ट में बता देता हूं यह लो ऑरेंज बॉक्सेस की चीजें है तो ज्यादा इंपॉर्टेंट तो नहीं है बट हम सब कवर कर रहे हैं इसीलिए इसको भी कवर करेंगे इलेक्ट्रोलिटिक टैंक है इसमें आपने एक इलेक्ट्रोलाइट ले लिया मान लीजिए यह इलेक्ट्रोलाइट आपके पास क्या है दैट इज डाइल्यूट h2so ठीक है उसके बाद आपने क्या कर दिया यहां पर एनोड है ये एनोड है ये बैटरी ये कैथोड कैथोड नेगेटिवली चार्ज यह बेसिकली पॉजिटिवली चार्जड यहां पर आपने एलुमिनियम मेटल ले लिया कौन सा मेटल ले लिया एलुमिनियम एलुमिनियम एलुमिनियम एलुमिनियम किस पे एनोड प यह कैथोड है ये इलेक्ट्रोलाइट है ठीक है आपका इलेक्ट्रोलाइट इस टूटता है ये टूटेगा टवा ऑफ h+ so4 2 माइन आयस में टूटेगा इधर पानी भी है इधर पानी भी है h2o भी है तो h2o किसम टूटता है h+ प्स माइन है ना h प् प् माइन हम मेजर्ली इस पर फोकस करेंगे h प् और ओ माइन पर फोकस करेंगे ठीक है तो पानी आपका टूटेगा किसम h प्स और ओ माइनस में सेल्फ आयनाइजेशन या फिर ऑटो प्रोटोस ऑफ वाटर यह टूटेगा ए प्स टवा ऑफ प् और ए4 माइनस में ठीक है जी भया अब देखिए होगा क्या कैथोड पर क्या होता है सिंपल सी बात है कैथोड पर क्या होगा कैथोड पर होगा रिडक्शन यानी कैथोड में क्या होगा गेन ऑफ इलेक्ट्रॉन क्या हो जाएगा कैथोड पर कैथोड पर हो जाएगा गेन ऑफ इलेक्ट्रॉन तो यह जो h प् के आय है यह बेसिकली ट वाइस ऑफ h प्स यह दो इलेक्ट्रॉन को गेन कर लेंगे और यहां पर हो जाएगा हाइड्रोजन गैस का निर्माण इधर तो हाइड्रोजन गैस का निर्माण होने लगेगा एनोड पर क्या होता है एनोड पर होता है ऑक्सीडेशन यानी लॉस ऑफ इलेक्ट्रॉन ठीक है तो यह हो जाएगा 4 oh2 ऑफ h2o प्स o2 ठीक है प्लस फोर इलेक्ट्रॉन यहां पर क्या निकलेगा 4 oh2 + o2 तो ऑक्सीजन देखिए हमारे पास चार हो गया हाइड्रोजन हो गया 2 दनी 4 2 दनी 4 और चार इलेक्ट्रॉन आ गया अब यहां पर होगा क्या यह ऑक्सीजन गैस क्या करेगी रिएक्ट्स विद रिएक्ट्स विद एलुमिनियम एंड मेक्स द लेयर एंड मेक्स al2 o3 मोर थिक लेयर को मोटे से मोटा बनाती जाएगी अब यह कहां पर हो रहा है पूरा प्रोसेस यह पूरा का पूरा प्रोसेस हो रहा है एनोड के ऊपर इसीलिए इस प्रोसेस को बोलते हैं एनोडाइजिंग देखिए कैथोड प होता है रिडक्शन यानी गेन ऑफ इलेक्ट्रॉन जो h प्लस है यहां जाएंगे इलेक्ट्रॉन गेन करके हाइड्रोजन गैस इलेक्ट्रॉन आएगा कहां से ये जो 4 माइनस है ये बेसिकली य इलेक्ट्रॉन लूज करेंगे तो क्या बनेगा h2 प2 प् इलेक्ट्रॉन ये ऑक्सीजन गस यहां पर जनरेट हो रही है इट विल रिएक्ट विद एलुमिनियम एंड इट विल फम al3 ठीक है आई होप दोस्तों यह लेक्चर काफी लंबा हुआ लेकिन आपको चीज समझ में आई रिवीजन अच्छे से हो गया आपको अच्छा लग रहा है तो बस अब इसी के साथ दोस्तों लेंगे आपसे विदा आई होप आपको यह काफी ज्यादा अच्छा लगा है आपको चीजें समझ में आई है ठीक है तो मिलते हैं अगली क्लास में तब तक के लिए अपना ध्यान रखिए खुश रहिए स्टे हेल्दी स्टे ऑसम एंड ऑलवेज से जय जय फिजिक्स वाला जय हिंद जय भारत वंदे मातरम