What's up everyone, welcome back to the channel मुझे तो लगा था आप सबके half-edits में 6 तकी chapters आ रहे होंगे बच्चों ने मुझे mail किया Instagram पे messages करें कि sir chapter number 7 भी आ रहा है प्लीज इसको भी one shot करा दो तो ठीक है फिर आज हम लोग chapter number 7 formation of a company को कर लेते हैं one shot और complete कर देंगे आपके 7 chapters business studies के इसके बाद finals के लिए तुम्हारे बास कुछ नहीं बचा है 3-4 chapter, 3 chapter बचे हैं सलेबस ख़दम है हमारा business studies चलिए let's begin चलो यार शुरू करते हैं हम लोग आज formation of a company chapter का नाम है formation of a company कि company किस तरीके से form करी जाती है, ठीक है? तो formation of a company में, देखो सबसे बहुत लिखा हुआ है, कि formation of a company is a complex activity, involves completion of legal formalities and procedures. procedures इसका मतलब है बच्चों कि अगर आपको कभी भी एक company बनानी है ठीक है अब company सर कितने तरीके की हो सकती है देखो बहुत साइड तरीके की हो सकती है one person company, private company, public company वो सब आपको मैंने forms of business organizations में सिखाया तो अगर आपको company बनानी है तो आप obviously private company बनाओगे या OPC बनाओगे public company initially न बढ़ने पड़ेंगे तभी आप चीजें कर पाओगे ठीक है तो जब आप फॉरमेशन में जाते हो तो कितने स्टेजेस होते हैं सर अगर कंपनी बनानी है ना बच्चों तो चार स्टेजेस आपको देखने को मिलते हैं ठीक है अगर आपको कंपनी बनानी है तो कितने स्टे� तो अब देखो सबसे पहले मैं आपको इनको एक बार उपर उपर से बता रहा हूँ और फिर इसको हम डिटेल में बढ़ेंगे लाइन टो लाइन देखो सबसे पहले जो कंपनी बनाने वाला होता है ना जिसके माइंड में आईडिया आया कि यार ये बिजनस अपॉर्चु बनाया जा सकता है, है ना, जैसे suppose, for example, तुम ले लो, Zomato का example ले लो, अब Zomato जो है, वो food delivery करता है, है ना, एक ऐसी company है, जो food delivery करता है, तो उनको ऐसा लगा होगा ना, जो उनके founders हैं, उनके mind में एक idea आया होगा कि हाँ यार यहां से business बनाया जा सकता है कि लोगों को घर पे खाना deliver करेंगे फटा फट डिलिवर करेंगे और सब कुछ at the door steps कभी भी आ जाएगा और इसमें हम business भी बना सकते हैं तो जब उनके mind में idea आया वो जो founder है उसको बोले आता है promoter उसको क्या बोले आएगा promoter और इस पूरी stage को जिसमें idea आया idea आने के बाद उसने कुछ basics अपने idea से business opportunity ढूंडा इस पूरे stage को बोलते हैं promotion ठीक है समझ में आया प्रोमोशन क्या है?
प्रोमोशन के बाद क्या होता है? फिर आप steps लेते हो, paper work करते हो, paper work करने के बाद आप formalities पूरे करके अपनी company को register करते हो companies act में. Companies act सर कौन सा चलता है आजकल? Companies act 2013. उसकी सारी की सारी companies act 2013 के हिसाब से हम लोग formalities पूरी करते हैं और खुद को register तो क्या करेगी, अपना अपना पैसा लगा देगी, और काम करना शुरू कर देगी, क्योंकि प्राइवेट कंपनी में पैसा बस अपने अपने लोग ही लगाते हैं, लेकिन अगर एक पब्लिक कंपनी है, तो पब्लिक कंपनी फिर थर्ड स्टेज पर जाएगी, जिसको हम बोलते हैं subscription of capital, subscription of capital का मतलब होता है बच्चो, कि अब लोगों से capital raise करना, जैसे public shares खरीदती हैं ना companies की, तो वो public companies के ही share होते हैं, private companies के कभी नहीं होते हैं, जिसमें जनता share खरीद पारी है, वो public company ही होगी हमेशा, तो तीसरा स्टेज होता है subscription of capital, of capital, यानि company, जनता को बोलती है कि आप आओ, हमारे shares खरीदो, हमारे company में मालिक बनो, और हमारे से हिस्सा ले लो, ठीक है, चौता होता है, विर business चालू करना, that is commencement, तो कितने stages होंगी, चार, सबसे पहले promotion होगा, फिर incorporation होगा, फिर subscription होगा, और फिर commencement होगा, ठीक है, detail में बढ़ते हैं, promotion is the सबसे पहला stage, first stage in the formation, फॉर्मेशन ऑफ कंपनी इट इज द फर्स्ट स्टेज इन फॉर्मेशन ऑफ द कंपनी इट इनवॉल्ड्स कंसीविंग बिजनेस आईडिया बिजनेस आईडिया आना एंड इनिशिटिव लेना ताकि हम कंपनी बना पाएं सो देट प्रैक्टिकल शेप कैन बी गिवन बिजनेस अपोर्चुनिटी को यूटलाइज करो ठीक है एनी पर्सन कोई भी इंसान या ग्रुप ऑफ पर्सन्स यह एक company भी एक दूसरी company बना सकते हैं, उनको क्या बोला जाएगा, promoter बोला जाएगा, तो promoter कौन है, promoter is the one who undertakes to form a company and takes all the necessary steps, as per section 69, अब promoter का मतलब क्या होगा, एक वो इंसान, जो company के prospectus में लिखा गया है, कि हाँ ठीक है, यह हमारा promoter है, दूसरा, जिसका पूरा control रहेगा company के affairs के उपर, company कैसे चल रही है, क्या काम कर रही है, इसको company के affairs बोलते हैं, इसके उपर पूरा control रहेगा, जो रहेगा तीसरा जिसकी एडवाइस इसके इंस्ट्रक्शन से बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स जो है वह काम करेंगे यानि जो मैनेजमेंट है वह भी अपने पास प्रमोटर्स रखते हैं परफेक्ट चल अब आता है हमारे पास बच्चों फंक्शन ऑफ प्रमोटर एक प्रमोटर क्या-क्या फंक्शन परफॉर्म करेगा या हॉइल अ प्रमोटर एक्ट तो सबसे पहले प्रमोटर opportunity, अब उसको एक बार opportunity मिल गई, क्या सीधा business करना चालू कर दे, नहीं पहले क्या करेगा, वो feasibility studies करेगा feasibility studies का मतलब होता है वो check करेगा, क्या इस opportunity से सच में business हो भी सकता है, क्या इसकी technology भी available होगी, क्या मेरे पास इतना पैसा भी available होगा क्या इस particular idea का raw material भी मिल जाएगा feasibility studies, तो देखो सबसे पहले identification हो गया, the first and the foremost activity is to identify an opportunity, opportunity कोई नया product बनाने से related हो सकती है या बने बनाए product को कुछ upgrade भी किया जा सकता है, then feasibility होगी, feasibility का क्या मतलब होता है feasibility का मतलब होता है कि हर idea को business में convert करना कई बार realistic नहीं होता, एना कई बार दूर से दिखता है कि हाँ यार यह कर सकते हैं feasibility का actual मतलब है कि check करना की availability है भी या नहीं है, availability किस-किस चीज की, technology की, finance की, profits की, कि हम जो business कर रहे हैं, क्या उसकी technology available हो जाएगी, हम जो business करना चाहते हैं, क्या उसके लिए पैसा available हो जाएगा, हम जो business करना चाहते हैं, उसमें technology भी मिल गी, पैसा भी मिल गया, पैसा कमाएंग funds available नहीं होते, अब कई बार दोनों है, technically भी अच्छा है, financially भी अच्छा है, लेकिन profitable नहीं है, तो सबसे पहले, business opportunity ढूंढो, फिर feasibility studies करो, उसके बाद आप क्या करते हो, name approve करवाते हो, सर name कहां से approve कराना होता है, वही registrar के बाद से, तो basically आप देखो कि, किसी और के पास ये नाम already registered तो नहीं है, then आप business कर सकते हो, after taking a एक नाम सेलेक्ट करो और एप्लीकेशन देना होता है रजिस्ट्रार के पास ठीक है वह रजिस्ट्रार क्या करेगा चेक करेगा कि यह नाम अंडेजायरेबल तो नहीं है यह नाम किसी और के पास तो नहीं है नहीं होगा तो फिर आपको एप्रूव कर देगा फिर क्या होता ह एक बार एंड डॉक्यूमेंट होता है इसको भी हम डिटेल में बढ़ेंगे मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन के अंदर कंपनी के सारे ऑब्जेक्टिव लिखे होते हैं कंपनी किस परपस से बन रही है कंपनी कितना कैपिटल लगाकर बन रही है कंपनी के कहां promoter have to decide about the members who will be signing the memorandum usually the people signing memorandum are the first directors of the company ठीक हो गया तो देखो IFNF हो गया sir IFNF का मतलब identification of business opportunity ठीक है feasibility studies name approval fixing of signatories to the memorandum of association IFNF ठीक है IFNF के बाद क्या होगा appointment of professionals अब आप क्या करोगे professionals appoint करोगे sir किस चीज के professional भीया पैसा लोगे तो banker चाहिए share issue करोगे, formality पूरी करने के लिए broker चाहिए, उसके साथ साथ chartered accountants finance के लिए, उसके साथ साथ CTO चाहिए, chief technical officer, CMO चाहिए, chief marketing officer, बहुत सारे लोग चाहिए होते हैं company को चलाने के लिए, तो सब professionals को appoint करना पड़ेगा, वो सब इसमें आ जाता है, certain professionals जैसे banker हो गए, auditor हो गए, इनको appoint करना पड़ता है promoter के थूँ, ताकि सारे के सारे documents बन पाएं, ठीक है, ये सारे के सारे चीज़े जो हैं, यह प्रॉपरली रजिस्ट पुमिट कर जाती है एक स्टेटमेंट में जिसको बोलते हैं return of allotment ठीक है इसके बाद last क्या होता है preparation of necessary documents फिर company को registrar के पास ले जाने से पहले जितने भी documents हैं वो सब बनाने हैं अभी हम first stage में है ना promotion पे हैं तो promotion में promoter ये सारे काम कर रहा है, है न, अब वो सारे documents तैयार करेगा, जितने भी documents है, memorandum चाहिए, article चाहिए, ये सब document का नाम है, memorandum of association, article of association, director के signature चाहिए, इसके साथ साथ name approval का document चाहिए, चाहिए तो यह सारी के सारी चीजें जो है यह लगानी पड़ती है यह सब तैयार कर लो तैयार करने के बाद आप कंपनी फॉर्म कर सकते हो तो आई एफ एन एफ एपी के लिए क्या क्या आ गया सबसे पहले आइडेंटिफिकेशन ऑफ विजनस अपॉर्चुनिटी फिजिब में जो सबसे पहले और सबसे important document होता है उसको बोलते हैं MOA यह आपके paper में जरूर आएगा most important mark कर लो South India Memorandum of Association Memorandum of Association मैंने आपको पहले भी बताया most important document होता है क्योंकि यह objectives define करता है किसी भी company के objectives का क्या मतलब है objectives का मतलब goals ठीक है as per the company's act memorandum means the memorandum of association अब यह basically company's act की definition है तो ये बस लिख के आना चाहो लिख सकते हो नहीं तो पहले वाले मी चलेगी as originally framed or as altered from time to time in pursuance of any previous company law or of this act इसका मतलब होता है memorandum of association का मतलब ये है कि जो आपने document बनाया है as originally framed यानि original या फिर जो आपने time to time change किया है in pursuance of this law or any previous company law या इससे पहले पहले अगर कोई company law था, उसके हिसाब से भी बनाया, तो भी चलेगा, ठीक हो गया, no company can legally undertake any activity, that are not contained in its MOA, अगर आपके MOA में कोई चीज नहीं लिखी है, तो आप उस चीज को नहीं कर सकते, कोई भी company, legally वो काम नहीं कर सकती, जो basically उसके MOA में नहीं लिखा, perfect है, internal clauses होते हैं, clauses का मतलब internally, प्रश्न ने मोए के अंदर हेडिंग्स होती है जैसे नेम क्लॉस नेम क्लॉस में कंपनी के नाम के बारे में लिखा होता है कि कौन-कौन से नाम से कंपनी जानी जाएगी रजिस्टर्ड ऑफिस क्लॉस कंपनी का रजिस्टर्ड ऑफिस कहां-कहां होगा ऑब्जेक्ट क्लॉस कंपनी का परपस क्या है क्यों बनाया गया है लाइब्लिटी क्लॉस कितनी कितनी किस-किस की अब देखो, clauses में क्या क्लॉज है, name clause, इसके अंदर company का नाम होता है, registered office clause, किस state में company का registered office है, और उसके साथ साथ उसके branches अगर हैं, तो कहां कहां पर होने वाली है, object clause, यह most important होता है, यह purpose बताता है, company का objective क्या है, purpose क्या है, क्यों बनाई गई है company, liability clause, यह बताता है, members की liability कितनी authorized ठीक है और इसका मतलब होता है बेटा कि कंपनी अपने जीवन भर में कितना कैपिटल रेज करने वाली है ओके रेस्टर मतलब पब्लिक से लेने वाली है तो सबसे पहला डॉक्यूमेंट जो आपको चाहिए वह मुए दूसरा होता है चोटेवर सर एवे का क्या मतलब होता है आर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन एवे मतलब आर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन गाइस प्लीज इंस्ट्रक्शन का तो जिस वजह से हम लोग यह थोड़ा सा noise बीच में face कर रहे हैं, but I hope आप लोग manage कर सकते हो, मैं कल भी इस वज़े से काम नहीं कर पाया था, क्योंकि बहुत ज़ादा noise थी, आज भी मैं शाम को video shoot कर रहा हूँ, क्योंकि अब तक workers जो हैं, वो चले जाते हैं, तो थोड़ा बहुत noise रह जाता है, but है, च वो बेसिकली ओवर ऑल ऑब्जेक्टिव्स है और आइटिकल्स जो है वो बेसिकली रूल्स है कि कंपनी में कौन-कौन से नियम चलेंगे तो याद रखना दीज रूल्स और सब्सीडरी टू एमोए एमोए के साथ-साथ ही चलेंगे और एमोए को एक्सीड नहीं कर सकते यानि एमोए से बाहर कुछ नहीं हो सकता एमोए के कंप्लीमेंटरी चलेंगे एमोए से अलग नहीं चलेंगे एमोए एवे समझ गए एमोए ऑब्जेक्टिव्स एवे रूल्स तीसरा कौन सा डॉक्यूमेंट चाहिए आपको जो आपको वो अपना कंटेक्टर दें जो भी जिनको आप डायरेक्टर बना रहे हों वो लिख के दें कि ठीक है भाई हमारे साथ कोई जबरदस्ती नहीं करी गई है हम जो भी कर रहे हैं अपनी इच्छा से कर रहे हैं और कुछ नहीं है तो देखो क्या लिखा है अपार्ट फ्रॉम एमोए एंड एओए अरिटन कंसेंट आफ पर्सन नेम डायरेक्टर इस रिक्वायर्ड कंफर्मिंग दाइड एग्री टू आफ इन द कैपासिटी एंड रिटेक्ट टू बाय एंड पेफॉर क्वालिफिकेशन चेयर्स इसका मतलब वो जिस जिस कैपासि� करेंगे जो एक director करता है ठीक है चौथा क्या चाहिए agreement अगर company ने कोई agreement करा है किसी से agreement के साथ लिख देना if any अगर कोई agreement करावा है company ने अपने formation के time पे ठीक है ना जैसे कोई appointment करा है किसी professional का right उसके साथ साथ कोई director का या कोई भी ऐसा appointment अगर करा है उसका कोई agreement है तो वह भी आपको लगाना पड़ता है statutory declaration statutory declaration का मतलब कि एक जो promoter है वह लिखित में देगा लिख के देगा, declare करेगा, कि हाँ ठीक है, मैंने सारा का सारा काम as per my knowledge बिल्कुल सही करा है, बिल्कुल genuine करा है, और मेरे काम में किसी प्रगार की कोई भी कमी नहीं है, देखो जितना मेरे knowledge के हिसाब से मैंने सब ठीक किया है, ठीक है, और उसको फिर वो sign करवाता है किसी CSA या आनी पड़ती है तो यह सारे डॉक्यूमेंट्स आपको रेडी रखने हैं पॉइंट डॉक्यूमेंट्स हो गया है वह हो गया प्रोफेस डाइक्टर हो गया एग्रीमेंट अगर कोई है स्टेट डिफिकलेशन और पेमेंट ऑफ फीस ठीक है नेक्स्ट आता है बच्चों हमारे इन कॉर्पोरेशन में हम बोलेंगे अभी स्टेज में प्रमोटर जो है वह आएगा रजिस्ट्रार के पास जाएगा उसको आ रहे हैं वह चेक करेगा कि सबको जन्म है अगर वह चेक करेगा तो उसका नाम जो है वह अपने रजिस्टर में दर्ज कर लेगा और प्रमोटर को देगा बर्थ सर्टिफिकेट ऑफ द कंपनी यानि लो जी तुम्हारी कंपनी का जन्म होता है जिसको प्रमोटर में कैन अप्लीकेशन अप्लीकेशन बनाएगा किस चीज का फॉर द इन कॉर्पोरेशन ऑफ द कंपनी अपनी एप्लीकेशन इस टू बिफिल्ड वेद रजिस्ट्रार ऑफ द कंपनी स्रेश्टर के पास उसको देनी होती है विद इन विच देख वह जानी चाहिए ठीक है एप्लीकेशन के साथ साथ आपको क्या देना है वहीं एमोए दो एवे दो रिटर्न कंसेंट दो अगर कोई है तो रजिस्ट्रार का लेकर जिसमें उसने नाम एप्रूव कर बताओ और जो आपकी रजिस्ट्रेशन फीस आपने सबमिट करिए वह सारे डॉक्यूमेंट यह वहीं सारे डॉक्यूमेंट वहीं तो मैंने आपको पीछे बढ़ाए सारे डॉक्यूमेंट आपको देने हैं ठीक है इसके बाद वेंडर रजिस्ट्रार इस प्रेसिडेशन लगेगा कि हां ठीक है सब ठीक है तो वह आपको देगा एक सर्टिफिकेट ऑफ इन कॉर्पोरेशन जिसको birth certificate of the company a company is legally born on the date printed on the certificate of incorporation, याद रखना company किस दिन पैदा हो गई है सरकार की नजर में, जिस date पे वो certificate में printed है जो date, वो date याद रखना ठीक है, for example certificate आपने apply करा था 26 तरिक को उस पे date 28 लिखी हुई है और आपके पास वो 31 को आया, तो company 28 से चल रही है सरकार की नजर में, ना तो 26 से और ना 31 से, भाईया आपके पास 31 को आया ना, उस पे लिखा तो 28 से है, certificate is considered to be a conclusive proof, ये एक proof है किस चीज का जाएगा, legal existence of the company का सही है अब जो private company है वो यहाँ के बाद बस अपना business चालू करती है जो public है वो पैसा raise करती है जनता से अब private company can commence its business immediately after obtaining its certificate जबकि public company एक stage और जाती है जाएगी जिसमें वह पर्टिकुलरली पैसा रेस करेगी फिर काम शुरू करेगी तो देखो तीसरा जो स्टेज है काफिटल सब्सक्रिप्शन यह बच्चों पब्लिक कंपनी के लिए प्राइवेट कंपनी के लिए नहीं है प्राइवेट कंपनी के लिए परमिशन आफ कंपनी खत्म इतना ही था पब्लिक कंपनी को यह करना है वह पैसा चाहिए उसको तो वह क्या करती वह शेयर और डिवेंचर इशू करती है फॉर दिस परपस उसको एक प्रोस्पेक्टर इशू करना पड़ता है प्रोस्पेक्टर क्या होता है एक ऐसा document होता है जिसके अंदर company के बारे में सारी details होती है तो जो भी investor है वो इसको पढ़के ही तो invest करेगा ना ठीक है ना which is an invitation to the प्रश्न प्रश्न प्रश्न क्या करना पड़ता है किस तरीके से वह फंड रेस कर सकती है तो सबसे पहले होता है सब्सक्राइब कोई भी कंपनी को अगर पैसा लेना है जनता से सबसे पहले उसको सब्सक्राइब कौन है तो सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया देखो ये हमारे देश में एक separate body बनाई गई है, जिसका purpose ही देखना होता है कि सब कुछ practically हो रहा है, सब कुछ ठीक से हो रहा है, कोई fraud तो नहीं हो रहा है किसी company के द्वारा, किसी investor के साथ, या कोई broker तो नहीं कुछ कर रहा, या किसी भी तरीके का कोई गडबड तो नहीं है market which is the regulatory authority in our country, has issued guidelines for disclosure of information and investor protection, मतलब सेबी ने सारी की सारी guidelines दी हैं, investor protection के लिए, सारी की सारी information दी है, किस तरीके से क्या काम होता है, तो जो public company है, जो fund invite कर रही है, उसको सारा का सारा disclosure करना है, और कोई भी चीज छुपानी नहीं है, सब कुछ बताए वो, ये सेबी बोलता है, सेबी ने approve कर दिया तो फिर आप बस prospectus चपवाओ prospectus जनता में दो a copy of the prospectus जो भी आपका prospectus है वो या फिर a statement in lieu of prospectus statement in lieu का मतलब होता है कि अगर आपने exactly अभी prospectus नहीं चपवाया है तो उसकी जगा पे एक statement आप दे सकते हो जो बिल्कुल आपका prospectus के जैसा ही होगा जो prospectus के जै लुख ये ऑन द बेसिस ऑफ द गिवन इनफॉर्मेशन इनवेस्टर डिजाइड टो इनवेस्ट इन द कंपनी देरफॉर इट इसेंशियल द द डॉक्यूमेंट प्रोवाइड्स ऑल द रेलेवेंट इनफॉर्मेशन एंड डॉजन कंटेन अनिमिज लीडिंग स्टेटमेंट उसके बाद क्या होगा, आप appointment करो अपना banker, broker, underwriter का, banker कौन होता है बच्चो, जो आपका पैसा manage करेगा, यह जनता से पैसा raise कर रहे हो, तो पैसा तो आएगा न, खाते में, banker कौन होगा आपका, broker कौन होगा, जो सारी formality कराएगा, सारा paper work कराएगा, company directly public के साथ deal नहीं करती, बीच में कोई ना कोई intermediary होता है, जिसको हम broker बोलते हैं, है न, जैसे आप किसी company में invest करते हो, तो किसी ना किसी app के through करते हो न, बहुत सारी apps है market में, बेसिकली तीसरा होता है बच्चो अंडर राइटर सर अंडर राइटर कौन होता है अंडर राइटर एक वो इंसान होता है जो गैरेंटी करता है कि आपके शेयर बिकेंगे ही बिकेंगे सबोस मैं एक नई कंपनी हूँ अब मुझे डर लग रहा है यार क्योंकि याद रखना एक परसेंटेज है जिसको हम बोलते है 90% 90% का अगर 90% शेयर उसके नहीं बिक रहे ना एक भी share का पैसा नहीं रख सकता, सारा वापस करना पड़ेगा, यानि अगर company ने 1,00,000 share market में offer करें, तो 1,00,000 का 90%, 90,000 shares बिखने compulsory है, अगर 90,000 नहीं बिख रहे, तो company एक भी share इशु नहीं कर सकता, सारे पैसा वापस करने पड़ेगे, तो minimum subscription कितना चाहिए, 90% चाहिए, तो वहाँ पे underwriter काम आता है, जिसको हम underwriting commission बोलते हैं, तो तीन लोगों का appointment करती है, company usually banker, broker, underwriter.
ठीक हो गया? तो आ गया, raising funds from public is very difficult. The application money is to be received by banker.
Broker shares बेचने की कोशिश करता है, और underwriter appoint करा जाता है, कि भाईया अगर public response आपको अच्छा assured नहीं है, तो वो underwriter आपका सारा का सारा काम कर देगा. फिर minimum subscription मैंने आपको बताई दिया, application for certain minimum number of shares जरूरी होता है, according to Companies Act, this is called minimum subscription, पर्सेंट चाहिए 90 पर्सेंट ठीक हो गया तो हमारे पास चार चीजें आ गई सबसे पहले सब्सक्राइब फिर प्रोस्पेक्टर एक्सचेंज फिर आप एप्लीकेशन दो स्टॉक एक्सचेंज को सब्सक्राइब बजार वह मार्किट जहां पर आप शेयर्स लोग है ना भाई कोई भी शेयर कोई खरीदता है तो मार्किट से खरीदता है कंपनी बेचती है तो मार्किट में बेचती है अब इंडिया में लगभग 21 स्टॉक एक्सचेंज है कभी 22 जाते हैं कभी तेज है लाइसन्स ऊपर नीचे होत लेकिन याद रखना 21-22 के असपास गूमते रहते हैं सबसे पॉपुलर कौन से स्टॉक एक्सचेंज हैं? दो स्टॉक एक्सचेंज सबसे पॉपुलर हैं एक NSE, एक BSE National Stock Exchange, Bombay Stock Exchange जायदर कमरी जिनी में लिस्ट होती हैं तो अब आपको क्या करना है? किसी exchange को बताना है कि भाईया हम से से कंपनी है और हम चाहते हैं कि हम अपने शेयर्स मार्किट में आकर बेच सकें तो आप application दो स्टॉक एक्सेंज आपको अलाव करेगा मार्किट आपको अलाव करेगी तो ही आप बेच पाऊंगे तो लिखा है देखो application is made to एट लीस्ट वन स्टॉक एक्सचेंज फॉर परमीशन टू डिल इन शेयर्स इफ परमीशन इज नॉट ग्रांटेड अगर परमीशन नहीं मिलती तो फिर आप नहीं बेच सकते ठीक है ना परमीशन मिल जाती है तो फिर आप आगे बढ़ सकते हो अगर परमीशन मिल बिसीगली बच्चों आते हैं स्टेप्स कैपिटल रेज करने के बस पैसा आ गया लास्ट स्टेज कौन सी होती है कम प्रमोशन हो गया उसके बाद आपका इन कॉर्परेशन हो गया फिर सब्सक्रिप्शन हो गया कैपिटल सब्सक्रिप्शन नॉट इस टाइम टू कमेंस कि वोट इज द डिफरेंस बिट्टीन एमोए एंड एवे तो हम बोलेंगे एमोए क्या बताता है एमोए स्टेट्स तो ऑब्जेक्टिव Memorandum of Association हमारे सारे Objectives हैं, Article of Association हमारे Rules हैं, Position, ये बच्चों Main Document है, ये एक Subsidiary Document है, मतलब इसके बिना Company नहीं बनती, ये होगा तो भी चलेगा, नहीं होगा तो भी चलेगा, Relationship, Memorandum, Company का Relations दिखाता है बच्चों, Outsiders के साथ, मतलब Outsiders भी इसको Access कर सकते हैं, देख सकते हैं, उ तो rules तो हमेशा internal management के लिए होते हैं objectives तो कोई भी देख सकता है right उसके बाद validity कोई भी चीज अगर MOA के बाहर जा रही है तो वो invalid है उसको नहीं माना जाएगा कोई भी चीज अगर articles के बाहर जा रही है तो आपको ये देखना पड़ेगा कि क्या MOA में वो allowed है अगर MOA में allowed है तो ठीक है MOA में allowed नहीं है तो फिर वो भी invalid है illegal है हतवाद invalid AOA के बाहर गई तो पहले चेक करो क्या MOA allow करता है MOA ने allow कर दिया तो ठीक है सही कर लेंगे, otherwise उसको भी invalid मानेंगे, ठीक है, necessity, यह compulsory है बच्चो, बनाना ही पड़ेगा, यह compulsory नहीं है, तो pointers, कोई भी 4 points आप याद रख सकते हो, MOA, AOA का difference exam में आता जरूर है, very important, screenshot ले लो, बहुत अच्छे आना, और इसी के साथ, ladies and gentlemen, आपका chapter number 7, one shot हो जाता है, गलती मत करके आना, और finals के लिए हम बहुत सारी चीज़े लेके आएंगे, तब तक आप आप एल्डी अच्छे से दो, all the very best, I am gonna see you all super soon, till then take care, bye bye.