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बजट और भर्ती: समझ और तैयारी

नमस्कार सत श्री अकाल गुड मॉर्निंग कैसे हो तबीयत पानी कैसी है वैसे बजट के ऊपर बजट की चर्चा या भर्ती आएगी या नहीं आएगी कौन सी भर्ती किसकी तैयारी करें टीचर यह कई सालों बाद पहला वीडियो है क्योंकि य के ऊपर सिर्फ अपनी क्लास चलती है पहले यू आरओ की क्लासेस डाली मैंने फिर पशु परिचर की डाली अब नई जियोग्राफी चल रही है यह चलता है बस ठीक है हां ऐसी चीजें बनानी चाहिए इससे व्यू ज्यादा आते हैं और अच्छा भी लगता है कि वाह वाह कितने व्यू आ रहे हैं तो अच्छा भी लगता है लेकिन फिर सोचा क्यों टाइम खराब करें पता ही है आपको क्या होना है क्या नहीं होना है बस वो हमसे सुन के आपको एक अलग संतुष्टि सी मिल जाती है ओ गुरुजी अकाया क फिर हो जा बाकी जो भर्तियां है बजट के ऊपर बजट से पहले भी पाच सात बना देने चाहिए थे क्योंकि बजट का माहौल इस प्रकार बनाया गया आपके सामने ऑनलाइन प्लेटफार्म द्वारा या सोशल मीडिया द्वारा या हम य टीचर द्वारा कि जैसे बजट में ही सब कुछ होता है पहले से हेडिंग शुरू कर दी कि बजट में क्याक आएगा अबकी बार बजट में तुम्हारे लिए क्या होगा बजट में यह होगा बजट में वो होगा अरे जरूरी थोड़ी है कि हर भर्ती बजट में आई पहली बात ई कुछ भर्तियां हमेशा आएगी उनका बजट से कोई लेना देना नहीं है भले वो बजट में बताई जाए या नहीं बताई जाए पटवार भर्ती हर दो-तीन साल बाद आती है और पिछले 15 से 20 सालों से आ रही है मैं 10 साल से पढ़ा रहा हूं मुझे ध्यान में है कि हर दो या तीन साल बाद पटवारी की भर्ती आती है बजट से इसका क्या लेना लेना देना है ग्राम सेवक की भर्ती हर दो-तीन साल बाद आती है इसका बजट से कोई लेना देना नहीं एसआई की भर्ती हर दो-तीन साल से आती है इसका बजट में जिकर हो या ना हो इस चीज का कोई लेना देना नहीं है पुलिस की भर्ती आएगी हर दो-तीन साल बाद भले उसको बजट में बताई जाए या नहीं बताई जाए यह भर्तियां तो लिख लो आएगी केंद्र की मैं बात करूं तो दिल्ली पुलिस की भर्ती आएगी हर दो-तीन साल बाद जीडी की भर्ती अभी जीडी का रिजल्ट आ गया और दिसंबर में फिर भर्ती है जीडी की आएगी ये भर्ती रेलवे की भर्ती दो-तीन साल बाद आएगी तो पहली बात यह कि जरूरी नहीं है कि बजट का आपके सामने हाय बजट होय बजट बजट प यह बजट में वो और सच में बजट का इतना माहौल बनाया कि मेरी भी रुचि हो गई कि यार मुझे बजट देखना चाहिए पता नहीं क्या होगा ज बजट में मेरी कोई रुचि नहीं कोई लेना देना नहीं लास्ट में हेडिंग है चार बातें देख ली अपने काम की है कि नहीं है बस लेकिन अबकी बार ऐसा माहौल बनाया कि पता नहीं बजट में क्या होगा अरे क्या होना है बजट में ये भर्तियां फिक्स है पहली बात आएगी हमेशा आएगी इनकी तैयारी करना चाहे ये भर्ती बजट में आ पटवारी भर्तियां कोई जिक्र नहीं है बजट में आएगी भर्ती ग्राम सेव की थोड़े दिनों बाद आई हां पुलिस की भर्ती का जिक्र किया है नहीं किया होता तो भी आती है एसआई का कोई जिक्र नहीं किया लेकिन एक साल या दो साल बाद एसआई की भर्ती आएगी आरएस की भर्ती का क्या कहीं जिक्र है बजट में नहीं है आरएस की भर्ती आएगी हर दो-तीन साल बाद आरएस की भर्ती आती है तो ये भर्तियां तो फिक्स है बजट में आएगी तो इन चीजों को छोड़ दो कि बजट में नहीं कहा गया तो नहीं आएगा ये सिर्फ तैयारी नहीं करने वालों को एक प्यारा सा बहाना मिल जाता है अरे बजट में चर्चा नहीं काई की भर्ती आई अरे भैया तुम्हारे सामने अगर आपने अगर दो तीन चार साल से अगर आप तैयारी कर रहे हैं भले टीचर भर्ती की कर रहे हो या किसी और की तो आपके सामने से कई भर्तियां निकल चुकी है और अगर आप ऐसे ही लगे रहे तो कई भर्तियां और निकल जाएगी तुम्हारी उम्र कोई 200 साल 300 साल नहीं है ना मेरी उम्र कोई 200 300 साल है हमारे पास एक सीमित समय है यह नहीं है कि हम इन्हीं के पीछे पड़े रहेंगे कि भर्ती नहीं आ रही है चलो सो जाते हैं भर्ती आती है दो महीने उठ जाते हैं पशु परिचर की जब भर्ती आ इतना माहौल था और कहीं ना कहीं मुझे यह लगता है कि हम टीचर अगर माहौल बनाते तो आप पढ़ते हो वरना पढ़ते ही नहीं पशु परिसर की भर्ती आई तो हम टीचर लगे हुए थे वीडियो बनाने में इससे संबंधित प्रश्न ये चल रहा था टेस्ट सीरीज सब बच्चे पढ़ रहे थे जैसे ही हम शिथिल हुए क्योंकि हमारा सिलेबस हो गया मैंने तो youtube4 क्यों डालूंगा और अब लग रहा है कोई पशु परिचर की तैयारी नहीं कर रहा अरे जब हम करें तो ही करो है क्या पशु परिचर का एग्जाम है दिसंबर के अंदर और आपको कोई मतलब ही नहीं है तैयारी से कोई लेना देना ही नहीं फॉर्म इतने भरे गए 18 लाख से ऊपर फॉर्म भरे गए तैयारी कोई कर ही नहीं रहा है अगर हम माहौल बनाए ना तो बजट का भी इतना माहौल बना सकते हैं कि लगता है बजट में ही सब कुछ होता है बजट में सब कुछ नहीं होता है पहली तो ये कोई लेना देना नहीं है कि शिक्षक भर्ती का जिक्र बजट में हुआ या नहीं हुआ भर्ती आएगी और शिक्षक भर्ती पिछले कई सालों से हर एक साल दो साल बाद कोई ना कोई शिक्षक भर्ती फर्स्ट ग्रेड सेकंड गड थर्ड ग्रेड में से आ रही है आप खुद बताओ आ रही है कि नहीं आ रही तो जरूरी थोड़ी है बजट में चर्चा की जाए लेकिन हम कुछ बातें पहली बात इस बात को छोड़ दो अभी आप देखो रेलवे की भर्ती आई हुई है कितने लोग सीरियस तैयारी कर रहे हैं सच में नहीं कर रहे क्योंकि मैं कोचिंग ऑफलाइन भी चलाता हूं ऑनलाइन भी चलाता हूं मुझे पता है कर रहे कि नहीं कर रहे ऑफलाइन मुश्किल से 100 बच्चे आए ऑनलाइन नॉर्मल चल रहा है इसका मतलब कोसी को कोई मतलब नहीं है सिर्फ माहौल ररा पैदा कर र पढ़ने वाले बच्चे अभी मैं राजस्थान की जियोग्राफी पढ़ा रहा हूं सबके लिए जरूरी है क्योंकि अपडेट है उसमें एवरेज व्यू जो है वह 200 हज है 200 हज तो ये इसके अलावा मैं इतने ही बच्चे और मान लेता हूं 500 से परर बच्चे राजस्थान की तैयारी नहीं कर रहे और जॉब चाहिए 15 लाख बेरोजगारों जबकि तैयारी करने वाले रियल में इतना है अगर आपको कोई एनालिसिस कर ले भला कोई अध्यापक कर ले यही बोलेगा कि 40 से 5 हजार बच्चे ही सीरियस पढ़ने वाले हैं और सच में इतने ही है इस वीडियो प इतने व्यू आएंगे जैसे लगेगा कि तैयारी करने वाले बहुत है नहीं है ऐसे वीडियो प आते हैं व्यू हमें पता है कि कौन सी वीडियो प व्यू आते हैं कौन से प नहीं आते एजुकेशन पढ़ाई के वीडियो प व्यू जो आ रहे हैं वो रियल व्यू है इतने बच्चे पढ़ने वाले आप किसी भी एजुकेटर जो भी कोई एजुकेशन डाल रहा है अच्छे वीडियो अच्छे सब्जेक्ट डाल रहा है कोई सब कुछ पढ़ा रहा है आप उसके व्यू देखो मैटर पे व्यू देखना इससे ऊपर नहीं मिलेगी कोई एक दो वीडियो चला जाए बात अलग है बाकी एवरेज इससे नीचे ही रहेगा 00 से सच में इतनी तैयारी कर 15 से 20 हज बच्चे सीरियस बढ ले उन्हीं का सिलेक्शन होना है बाकी तो हो हल्ला जैसे ही पढ़ते और बजट में की को है बजट में की को पहली बात जरूरी नहीं है कि हर भर्ती का बजट में चर्चा की जाए कुछ भर्तियां है बजट में आएगी वो फिक्स है वो आनी है नहीं आई तो नहीं आई नहीं दिया तो नहीं दिया बता दिया भर्तियां कि भर्तियों का जिक्र हो ना हो ये भर्तियां आएगी अगर आप तैयारी कर रहे हो किसकी तैयारी करूं ध्यान रहे ये एक अंतरराष्ट्रीय प्रश्न है इसे अंतरराष्ट्रीय प्रश्न घोषित कर दिया जाए एक बेरोजगार के लिए हर बेरोजगार आके ये पूछता है मैं किसकी तैयारी करूं अब डिपेंड ये कर रखा है तू पहले तो अपने आप से पूछ कि मैं किसकी तैयारी करूं अगर तूने 12वीं कर रखी है तेरे योग्यता ओनली 12वीं है तूने ओनली बीए कर रखी है या बीएड कर रखी है एमए वगैरह कर रखी है इट्स डिपेंड इस इस पर डिपेंड करता है अगर तूने 12वीं और बीए कर रखी है तो तुझे कुछ नहीं सोचना बेटा सीटी तैयारी कर कुछ भी नहीं सोचना है सीईटी ओनली क्यों क्योंकि बिना सीईटी कोई पेपर दे ही नहीं सकता और सीईटी में सब कुछ आ जाता है सब कुछ सर मैं एसआई की कर सक भ जरूरत ही कोई नहीं सीईटी में सब कुछ आ जाता है बता एसआई से तो पाच गुना ज्यादा सिलेबस है इसका सर मेरे को इंग्लिश नहीं आती मैं सीटी करूं कि नहीं करूं अरे सबको सब कहां किसी को मैथ नहीं आ रही किसी को इंग्लिश नहीं आ रही किसी को हिंदी नहीं आ रही किसी को कुछ ना कुछ तो छूट ही जाएगा लेकिन फिर भी सीईटी की कर क्योंकि हर भर्ती में सीईटी जरूरी है तो सोचो ही मत आप सीईटी की तैयारी करो पहली बात भले किसी की भर्ती आए किसी की ना आए आपको सीईटी क्लियर करनी ही पड़ेगी य मान लो अनिवार्य योग्यता है कुछ एक दो भर्तियां बिना सीईटी की बची है धीरे-धीरे वो भी हो जाएगी इसमें शामिल क्यों हो जाएगी पशु परिचर का पेपर होने दो मुझे नहीं लगता सरकार करवा भी पाएगी सेड इतने लाखों होगा बिना सीईटी पता नहीं कैसे करवा पाएगी पेपर आउट होने की पूरी चांसेस है समस्या इनकी एक बहुत बड़ी अंतरराष्ट्रीय समस्या है जो टीचर भर्ती की तैयारी कर रहे और इन्हीं इस वीडियो बनाना तो मुझे इन्हीं के लिए था क्योंकि सबसे बड़ी समस्या इन्हीं की सबसे ज्यादा कंफ्यूज वर्तमान में बीएड के व्यक्ति है इन पे बनाना था स्पेशल लेकिन जब बात आई तो सारी चर्चा कर ली देखो और आगे चर्चा नहीं होगी इसके ऊपर आगे अपनी जो क्लासे चल रही है वैसे ही चलेगा एंटरटेनमेंट के लिए मैंने इंस्टा बना रखा है वहां प जाके बकवास वीडियो में डाल देता हूं 3 सेकंड के 5 सेकंड के 50 सेकंड यहां सिर्फ पढ़ाई की वीडियो है पढ़ाई की बातें हैं ली बस तो यह भी बातें बहुत कम करते हैं आप बताओ कितने सालों बाद एक वीडियो बनाया है तो कम बनाते हैं ठीक है यार पढ़ाई आप पढ़ो मैं पढ़ूं बस ठीक है मुझे भी नई नई चीजें पढ़ने का शौक है मैं अभी आरएस मेन के लिए सोच रहा था लेकिन ये मेन तो हो गई अगली मेन से पहले कुछ आरएस मैन की समाजशास्त्र एथिक्स वगैरह पढ़ाने की सोच रहा था लेकिन समय नहीं मिला क्यों मुझे भी आदत है नई न चीजें से ताकि कुछ करते रहे आपके की जो एनर्जी है उसे कहीं ना कहीं लगाते रहो अगर आप सीमित रहे उसी मैटर के ऊपर रहे तो स्थाई पानी हमेशा गंदा होता है इसीलिए अगर आप एक ही सब्जेक्ट में उसी में उर्ज रहे तो वो चीज तो याद हो गई फिर अब आपके अंदर की एनर्जी कहां वेस्ट करोगे फिर बिना मतलब उदा काम करता फिगा इससे अच्छा है कि कहीं ना कहीं उजे रहो कहीं ना कहीं लगे रहो कर्म हमेशा करते रहो यही बात यहां लागू हो अगर आपने बीएड कर रखी है तो कुछ ना कुछ करोगे तीन भर्तियां है फर्स्टेट सेकंड ग्रेड थर्ड ग्रेड पहला अंतरराष्ट्रीय प्रश्न सर एक पेपर होंगे कि दो होंगे यार क्या फर्क पड़ता है वही पहले में वही दूसरे में थोड़ा बहुत कोई मैटर बदलता है 80 पर मैटर सेम है तो होने दे एक हो रहा है तो ठीक है दो हो रहा पढ़ तो रनी यहां बहुत बड़ी समस्या यह है कि सर मैं फर्स्ट गेड की तैयारी करू या सेकंड ग्रेड की करू या कौन सी भर्ती पहले आएगी पहली बात यह नहीं पता कि भर्ती कब आएगी टीचर भती और कौन सी पहले आएगी यह भी किसी को नहीं पता बस अब करके देता हूं अभी करके देता हूं एक फिल्म में जनी लेवर से वो रोलर ठीक करने के लिए बुलाते हैं ना बोलेरे कब ठीक करके देगा बोला अब भी करके देता हूं यही हालत हमारे शिक्षा मंत्री जी इनसे को भर्ती बोल अब भी निकालता हूं अब इनको सच बात है कि इनको खुद को इनकी जो पोस्ट मैं देखता हूं तो मुझे लगता है इनको खुद को नहीं पता कि मैं शिक्षा मंत्री हूं जहां तक मुझे लग रहा है तो इनको खुद को ही नहीं पता है आएगी हर एक दो साल बाद इनमें से कोई एक भर्ती आपके सामने से निकल जाती है और आती है यह फिक्स है कि आनी है कब आए कोई जरूरी नहीं बजट में इसकी चर्चा हुई कि नहीं आनी है एक दो साल बाद आनी अगर आपका सब्जेक्ट सेम है जैसे मान लो कि आपका सब्जेक्ट अच्छा है जैसे हिंदी हिंदी से आप अगर पहले पिछली साल अच्छी तैयारी किसी की की तो कुछ नहीं सोचना उसी में लगे रहो भले भर्ती किसी की आए आप उसी में लगे रहो आप तैयारी करते रहो दूसरी बात कुछ नए बच्चे हैं तो उनकी समस्या होती है उनको थर्ड ग्रेड में भर्ती ज्यादा दिखती है तो उधर पूज जाते हैं फिर सेकंड ग्रेड की दिखती है तो इसमें कूद जाते हैं फिर एमए की हुई है तो यहां कूद जाते हैं अगर सब्जेक्ट अच्छा है आपका तो मेरा मानना है कि आप तैयारी करो अच्छा सब्जेक्ट है हिंदी इंग्लिश संस्कृत कोई भी सब्जेक्ट हो क्योंकि सब्जेक्ट के व्यक्ति का उच लेवल पर सिलेक्शन होना आसान होता है जिसका सब्जेक्ट मजबूत है वह कॉलेज लेक्चरर आसान बन सकता है थर्ड ग्रेड उसके लिए लगना बड़ा कठिन हो जाता है हम कह देते ते थर्ड ग्रेड में क नहीं कॉलेज लेक्चर जिस व्यक्ति का सब्जेक्ट अच्छा है वो फर्स्ट ग्रेड बड़े आसानी से बन जाएगा थर्ड ग्रेड बनना उसके लिए मुश्किल है तो आपका सब्जेक्ट अगर अच्छा है सब्जेक्ट में आपकी रुच तो करिए आप सेकंड ग्रेड फस्ट ग्रेड अगर आपका हिंदी है तो सोचना ही नहीं है दोनों में हिंदी है बात ही खत्म क्या फस्ट ग्रेड क्या सेकंड ग्रेड दोनों ही चाल रही है मेरे तो क्योंकि लगभग यह मान के चलो 70 पर सिलेबस सेम है हिंदी का हो गया यह क्या सोचना है इन अगर फस्ट ड सेकंड ड का आपका सेम है तो कोई समस्या नहीं यह थर्ड ग्रेड अगर आप कुछ लोग मैं माना क्योंकि हम पहले मैंने कहा कि हम 200 साल की उम्र लेकर नहीं आए और एक शिक्षक जो है तैयारी कर दे 35 40 का हो जाता है उसके बाद उसे कहीं ना कहीं माइंड वो प्रेशर हो जाता है परिवार को संभालना कमाई भी करना अगर आप अभी कहीं पर कोई काम कर रहे हो जॉब कर रहे हो प्राइवेट स्कूल में पढ़ा रहे हो तो एक बार लगे रहना उस नौकरी को मत छोड़ो क्यों क्योंकि जब भर्ती आएगी तब छोड़ देना अभी आप पढ़ा ही रहे हो इसका मतलब कहीं ना कहीं आपके दिमाग में है कि मैं हिंदी से सेकंड ग्रेड हूं और मैं स्कूल में भी हिंदी पढ़ा रहा हूं तो मेरे काम आएगी तो कहीं ना कहीं अगर आप लगे रहो क्योंकि इनका कोई भरोसा नहीं है एक साल दो साल आपको घर भी संभालना है तो अभी अगर आप कहीं जॉब कर रहे हो तो ब जॉब करते रहिए लेकिन साथ में लगे रहिएगा समय निकालते रहिएगा सर क्या किसका निकाले और कुछ नहीं कर सको तो जीके तो जरूर पढ़ते रहो तीनों में वही रहना है और नहीं तो राजस्थान जीके को आप रोज समय दो एक से दो घंटे रोज दो फिक्स बना लो एक से दो राजस्थान जीके देना अब भले आप किसी की तैयारी करो भले फ कर रहे सेकंड कोई फर्क नहीं पड़ेगा तीनों में वही जीके इसलिए राजस्थान जीके को आप हमेशा समय दो अगर आप सेकंड ग्रेड और थर्ड ग्रेड की कर रहे हो फर्स्ट ग्रेड की कर रहे हो आपका सब्जेक्ट अच्छा है आप अपने सब्जेक्ट को एक से दो घंटे दो बस कुछ नहीं करना जब तक भर्ती नहीं आ रही आप तीन से चार घंटे दे दो बस बाकी आप अपना जॉब कर रहे जॉब करो दुकान है तो दुकान चलाओ स्कूल जा रहे तो स्कूल जाओ अभी भर्ती क्योंकि इस साल कोई एग्जाम नहीं होना पहले अगली साल के मध्य के बाद ही कोई एग्जाम होना है होना इसका मतलब आपके पास 12 महीने आराम से प अब क्योंकि तैयारी करने अब आप बताओ जेलर की एग्जाम डेट आ गई पद कम आए रोलो मचाए लोग इ पद कोई तैयारी नहीं कर कोई रुचि नहीं है लोगों की अ तो भैया इतने ही आने जिसको पढ़ना है उसको पद से फिर क्या मतलब हु तैयारी करनी ये नहीं है किज आएंगे बोज मेंज तो लोग खरीद लिया 10000 बचा ला जा ऐसा नहीं होगा लगे हो तो तैयारी के लगे रहो वरना फिर छोड़ो क्यों क्य कि आपकी उम्र बता दिया 300 साल नहीं है बहुत छोटी उम्र है इस उम्र में कुछ करना है आप यायनी पद दे के मत करो व पूरी तरीके से पढ़ाई बंद कर दो जॉब करिए प्राइवेट जॉब करिए सरकार का भी यही मानस है सबसे ज्यादा इसमें स्किल पर ध्यान दिया गया है सरकार स्किल डेवलपमेंट की सोच रही है डिग्रियों से ज्यादा डिप्लोम की ओर सरकार जा रही है कुछ ऐसा आपको दिया जाए स्किल कि आप कुछ रोजगार कर सको क्योंकि सबको सरकारी नौकरी नहीं दी जा सकती यह जो कहा है 5 लाख बेझिझक है 5 लाख सरकारी नौकरी नहीं दी जा सकती है असंभव है यह मुंह से निकाल दिया राजा है कुछ भी निकाल सकता है वो एक अलग चीज है ऐसा असंभव है स्किल में ऐसे करके वो 5 लाख जॉब दिखा दिए जाएंगे बस बाकी जॉब है मुश्किल से सरकारी नौकरी में 1 लाख ही होगी 5 साल के अंदर इतनी सी ही निकलेगी वो 5000 पुलिस की हो जाएगी 800 उसम ये हो जाएगी 15 20 हज ग्रेड की हो जाएगी बाकी 3000 पटवारी ऐसे करके 5 साल में मुश्किल से निकलेगी 1 लाख भर्तियां वो 1 लाख में आपको होना है जिसमें किसी में 500 पद होंगे किसी में 5000 पद होंगे ये आप पर डिपेंड है ये दो चीजों का अब तैयारी करने वाला अगर आप या तो घर संभालते हो बाल बच्चे हैं कोई महिला है या फिर आप नौकरी कर रहे हो यह समय निकालना उसके लिए बड़ा कठिन होता है मैंने आज तक जिन लोगों को देखा नौकरी के साथ वो दूसरी तैयारी की जैसे किसी कांस्टेबल ने एसआई की की आरएस की की उन्होंने तैयारी कैसे की उन्होंने अपनी एक आदत जो डाली ना वो सुबह पढ़ाई की डाली यह बड़ा इंपोर्टेंट अगर आपको इस चीज की क्योंकि लगभग लोग जो है ना 90 प्र लोगों को रात को पढ़ने की आदत होती वह कोई गलत नहीं है वह तब गलत नहीं है जब आप बेरोजगार हो तो रात को पढ़े दिन में सो लिए कोई बात नहीं इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन मान लो कि आप इस स्थिति के अंदर आ चुके हो कि आज आपको जॉब भी करना है आपको 9 बजे ड्यूटी भी जाना है 500 बजे वापस भी आना है और ड्यूटी करके वापस आने के बाद पढ़ाई का कभी मन नहीं रह पाता आदमी की इतनी थकावट आ जाती है मानसिक शारीरिक की पढ़ाई नहीं कर पाता फिर वो रात में बेरोजगार थे तब वो रात में कर लेता था 11 एक दो बजे तक कर लेता लेकिन अब करना मुश्किल है तो अगर आप कोई जॉब कर रहे हो या आप ग्रहणी हो तो आपके लिए सबसे बेहतर टाइम होता है सुबह का अगर आपने 4 बजे या 5 बजे से लेकर 7:00 से 8 बजे तक का अगर समय पढ़ाई का जचा लिया तो फिर आपको कोई रोकने वाला नहीं कुछ भी करो आप दिन में सो जॉब करो लेकिन इस आदत को बनाना बड़ा कठिन है हो सकता है मेरे मोटिवेशन से कलली आप उठ जाओ मत उठना क्योंकि अगर कल ही आप उठे थोड़ी देर बाद आप करोगे आंख आंख मसल गए मुंहा धो ग फिर वापस हो जाओगे एहसान असंभव होता है 4:00 बजे उठ के पढ़ना इसके लिए पहले आपको अपने आप को प्रिपेयर करना होगा कैसे अगर सुबह कल चार क्योंकि कुछ दिन तक पढ़ने के लिए नहीं उठना है उठने के लिए उठना है अगर आपको आदत नहीं है आप जॉब कर रहे हो अब 4:00 बजे की आदत बनाना चाहते हो तो कल 4:00 बजे आप उठिए पढ़ना नहीं है उठिए घूमिए फिरिए बस वापस नहीं सोना है घूमने जाइएगा दो घंटे तीन घंटे घूम के आ जाइएगा वापस नहीं सोना है कम से कम आप 20 दिन तक इसी आदत को रखना होगा सिर्फ आपको उठने के लिए उठना होगा पढ़ने के लिए नहीं उठना होगा वरना इस आदत को नहीं बना पाओगे बरकरार रख ही नहीं पाओगे जोश जोश में कल उठ जाओगे कि बाद में मैं जॉब चला जाऊंगा चार बजे हो जा 15 20 दिन तक इस आदत को बनाने के बाद आप पढ़ना अगर शुरू करते हो तो संभव है कि आप 4 बजे की आदत पड़ गई उसके बाद आप दुनिया की कोई नौकरी हासिल कर सकते हो भले कल को आप कांस्टेबल लग गए तो आप आरएस की तैयारी कर सकते हो अगर आपने इस समय का प्रयोग कर लिया तो सुबह की तीन घंटे की पढ़ाई और चार से 430 के बराबर है मैं नहीं कहता रात को पढ़ने वाले नहीं लगते लगते हैं 90 पर लोग रात को पढ़ने वाले वो भी लगते हैं लेकिन वो बेरोजगारी के समय है अगर आप जॉब कर रहे हो तो आप इस समय को कहीं ना कहीं कोई भी महिला हो बच्चा सुबह नहीं उठेगा चार चार से छ अगर वो दो घंटे पढ़ लेती है तीन घंटे अगर पढ़ लेती है कोई ग्रहणी हो किसी भी भर्ती निकाल सकती लेकिन इसके लिए आदत ल पड़गी और आदत कल पढ़ने के लिए मत उठ जाना कल उठने के लिए उठ जाना जॉब कर रहे तो जॉब नहीं कर रहे तो आपको कोई जरूरी नहीं आप च बजे उठो आराम से पढ़ रात को पढ़ कोई बात नहीं है सर कहां से पढ़े मैं देखो कहां से पढ़े यह भी एक अंतरराष्ट्रीय प्रश्न है क्योंकि पढ़ाई के कई साधन है बुक्स है ऑनलाइन है ऑफलाइन है सेल्फ स्टडी कुछ भी करो आपको लास्ट में यहां आना पड़ेगा यह लास्ट है इसे मैं पहले बता दूं क्योंकि पढ़ने की आदत पहले बवीं की पढ़ने की आदत नहीं फिर बीए की पढ़ने की आदत नहीं पड़ी फिर दो साल तक बीएड की तो सेल्फ की आदत पड़ेगी कहां से जब आपने पढ़ा ही नहीं इसलिए सेल्फ की आदत के लिए कई बार कोचिंग जवाइन करते हैं पाछ घंटे वहां बैठते हैं तो हमें एक आदत पड़ जाती है पाछ घंटे बैठने की यह अंतिम है और सेल्फ अगर आपको पहले ही हो गई तो फिर आप बहुत जल्दी सिलेक्शन की र हो कुछ लोगों को सिर्फ ऑनलाइन पढ़ा बात खत्म कुछ लोग कोचिंग गए घर आक नहीं पढ़ा उनका नहीं होना है क्यों क्योंकि जब तक यह चीज नहीं आएगी सेल्फ स्टडी तब तक सिलेक्शन बढ लेकिन इसके लिए पहले कहीं ना कहीं प्रिपेयर होना पड़ता है सर कौन सी बुक्स पढ़े भाई बुक और टीचर सब एक जैसे किसी में कोई अंतर नहीं होता सब बुक एक जैसी है तुम्हारी मर्जी तुम कोई भी बुक पढ़ लो गाइड पढ़ लेना क्योंकि मैं अगर कुछ लेखकों की बताऊंगा या फिर मैं कहूंगा एनसीआरटी ले आओ राजस्थान अध्ययन ले आओ तो उनमें मैटर बहुत कम है जैसे राजस्थान अध्ययन मेवाड़ का इतिहास डेढ़ पेज में दे रखा है यहां तीन पेज महाराणा प्रताप के लिखाए जाते हैं राणा सांगा के लिखाए जाते तीन तीन पेज तो फिर वह बिना मतलब समय बर्बाद करना हुआ इससे अच्छा है नहीं कि आप कोई गाइड ले आओ जिसमें संपूर्ण मैटर दिया होगा और वह चीज इसके अंदर ही आ जाएगी क्योंकि गाइड सिस्टमिक ढंग से पूरा मैटर दे देती है आप कोई एक गाइड रट लो कोई एक गाइड जिसकी भाषा आसान हो पढ़ने में आसान सर गलतियां हुई तो हर किताब में गलतिया और हर किताब में 10 गलतियां है तो के बा आगी एम आज तो प 10 पर मानले आ गया त 9 करया 80 करिया सिलेक्शन एक गाइड पढ़ लो अगर इधर उधर भागोगे जिता दाई बता पेट पड़ेगी कुछ नहीं होना जिन लोगों ने सिलेक्शन कम समय में लिया है उनका एक ही रीजन जो मैंने देखा है उन्होंने सिर्फ एक नोट्स या एक किताब ही प स्टूडेंट की आदत होती है जब किताबों से उसे होता है ली लि बली लि व मास्टर बताइ ही लि वो मास्टर बता मेरे दोस्त की किताब पढ़ बा लि पढ़ा नहीं जाएगा लेकिन स्टूडेंट को बुक से उसे प्रेम हो जाता है गलती उसकी नहीं है अगर आपसे मैं फिर भी कह रहा हूं आप एक किताब रट लो एक किताब अगर विश्वास नहीं होता तो आपकी जो गाइड है रीट की पिछ साल आया हुआ पेपर उस गाइड में देखो है या नहीं 95 पर प्रश्न उस गाइड में मिल जाए अरे यार इतने तो लेके ही नहीं आने कोई भी उठा लो आरस का उठा लो फेड का उठा लो सेकंड ग्रेड का उठा लो किसी का उठा लो उस किताब में 95 पर प्रश्न मिल जाएंगे इसलिए एक किताब को पढ़ लो कि जो आएगा यार मैं तो इसी के भरोसे हूं सिलेक्शन इसमें से आया तो मेरा है वरना नहीं सिलेक्शन हो जाएगा कम समय तभी तो छ महीने पढ़ने वाले का हो जाता है 6 साल वाला रह जाता है रीजन य होता है 6 साल वाले के पास किताबें बहुत होती है चीजें वही है किसी में एक बात ज्यादा किसी में कम वही बात है मेरे से हिस्ट्री पढ़ो किसी दूसरे टीचर से पढ़ोगे बात वही है बस बताने का तरीका अलग होता है किताब की लैंग्वेज अलग हो सकती है बाकी बातें वही वो बताएगा वही मैं बताऊंगा किसी में एक बात कम है किसी में एक बात ज्यादा है और कोई अंतर नहीं है किताब जो जचे ऑनलाइन ऑफलाइन वही बात आपको आदत अगर पड़ गई तो ऑनलाइन ऑफलाइन में से शुरुआत में थोड़ी जरूरी होती है आप पहली बार कर रहे हो तो कहीं ऑफलाइन भी कर सकते हो ऑनलाइन भी कर सकते ये आपकी मर्जी है और इससे कोई ज्यादा 1500 000 ऑनलाइन से कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ने वाला है एक आदत गिरने के लिए ये अध्यापक वही है जो आपकी विषय में रुचि पैदा करे अगर आप यह सोचते हो मैं भी मास्टर पढ़ ही मास्टर बनूंगा तो यह आपकी गलतफहमी है किसी मास्टर के पास पढ़ने से नहीं बन सकते मास्टर का काम है विषय में रुचि पैदा करना मुझे इंग्लिश नहीं आई उसका जिम्मेवार कतई मैं नहीं मानता अपने आप को मैं मास्टर को ही मानता हूं क्यों क्योंकि वह मास्टर इंग्लिश के अंदर मेरी रुचि पैदा नहीं कर पाया अगर मैं मेरे पास आप पढ़ रहे हो और आप पढ़ने के लिए आए तीन महीने के लिए और एक महीने में मैंने आपको रुचि पैदा कर दी इतिहास के अगर आपकी इतिहास में रुचि पैदा हो गई मेरे कारण तो तुम अगर पुलिस की तैयारी करने आए तो भी आप कॉलेज लेक्चरर बन सकते हो और मैंने इतिहास कराया तीन महीने आप पढ़े और सारे प्रश्न उसी नोट्स में से आए तो भी आप कांस्टेबल नहीं बन सकते क्यों क्योंकि आपकी रुचि नहीं बनी तो कोई मतलब नहीं हु ना नोटस से कुछ होना है नोट्स लिख रहे ते गुरुजी कर अगर गुरुजी थारी रुचि पैदा कौन कर पाए विष्य में कोई लेना देना नहीं छोड़ देना उस और आप जहां पढ़ रहे हो और वहां विषय की रुचि पैदा हो गई और घर पर पढ़ने की इच्छा हो गई तो भी छोड़ देना आपको कोई रोकने वाला नहीं है मास्टर का काम है विषय में रुचि पैदा करना सिलेक्शन देना कतई नहीं है अगर मेरे पढ़ाने से आपको उस विषय में रुचि पैदा हो गई तो आप कुछ भी बन सकते हो कॉलेज लेक्चरर बन सकते हो और मैंने सब कुछ करवाया आपकी रुचि पैदा नहीं हुई तुम कोई भी पशु परिचर भी नहीं बन सकते इसलिए आप देखो कि जिस अध्यापक के पास पढ़ रहे हो उस विषय को घर आक पढ़ का मन करता है या नहीं करता यह मत देखो कि नोट्स लिखा रखे क्यों लिखा रखे कीट जब तुम्हारी रुचि वो पैदा नहीं कर पाए तो फिर का का अध्यापक भाई अध्यापक का काम में विषय में रुचि पैदा करना सिलेक्शन देना कतई काम नहीं और मैं इसीलिए हम नहीं कहते कि हमारा पढ़ाया य सिलेक्शन हो गया मेरे पढ़ाई में इतने मैं कौन हूं रे मेरे पढ़ाई में फैल ज्यादा हो रहे है पास कम हो रहे हैं हरक यही है चाहे किसी के पास 100 बच्चे होंगे उसमें सिलेक्शन रेश दर आ से 10 होती है दुनिया का कोई अध्यापक कोई कोचिंग हो फेल होने वाले 90 होते हैं हर जगह यही रेशो रहता है फिर मैं काई को श्रे ले ल आ 10 का क्या अधिकार है मेरे को इसका श्रे लेने का कोई अधिकार नहीं तो मैं अगर रुचि पैदा कर पाता हूं तो सेल्फ स्टडी हो गई तो यह आपका अंतिम धाम है आप सिलेक्शन की ओर जा चुके हो तो भर्तियों का यह मत सोचे जिनको तैयारी करनी है तैयारी करो इस माहौल से बचो कि भर्तियां नहीं आई यह नहीं हुआ वो नहीं हुआ अरे भैया भर्तियां तुम्हारे सामने निकल गई क भतिया और निकल जाएगी और उम्र भी हमारी निकलती जा रही है जल्दी से जल्दी या तो सरकार स्किल डेवलपमेंट कर रही है उधर की ओर ध्यान दो वरना फिर ये भर्तियां फिक्स है ये आनी है हर साल आनी है टीचर भर्ती भी आ जाएगी दो साल के अंदर इनमें से कोई एक भर्ती आ जाएगी देखना एक साल के अंदर ही आ जाएगी फिर क्या करोगे तो लगे तो रहो और कुछ नहीं कर रहे कोई रुचि नहीं है आप बीएड कर रही है कर रहे हैं तो आप दो घंटे जीके को दो दो घंटे को ही आप अपना एक सब्जेक्ट दो छोड़ो भर्ती कब आएगी क्या आएगी आना इ में से ओके थैंक यू और भी कोई प्रॉब्लम हो किसी को बात बुरी लगी बुरी तो मैं कुछ कह को फिर भी बुरी लग तो आप बेझिझक नेगेटिव कमेंट कर सकते हो थैक य