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क्रिकेट और संघर्ष की सच्ची कहानियाँ

कि सोशल मीडिया पर तस्वीर वायरल होती है शिष्वी जैसवाल की जहां पर एक पानी पुरी वह बेचते नजराते हैं यह वहीं उनके पता जी है जैसवाल की नहीं बिल्कुल ही नहीं है अब एक दिन मैं एक मैच एक ग्राउंड पर गया था वहां पर क्लिक मेंट बेचता था और शाम को प्रैक्टिस करता था इस तरह की चीज़े सही नहीं आपके साथ एक और खिलाड़ी जुड़े थे नाम है प्रित्वेशाओं एक खिलाड़ी जिसको लेकर कहा गया रवी शास्त्री ने कहा था कि वेनी वॉक्स इंटू द फील्ड ऐसा लगता है कि प्रत्वी शौक क्यों गाया गए? अंडर 19 बॉल्ड कप के बाद आज तक मैंने इसको देखा नहीं है क्या बात कर रही है? येस जैसवाल से अभी रिष्ट है कैसे आप? कैसे रिष्ट है?

ठीक ठाक है अभी ठीक ठाक? ये तकलीट रहता है? अब फिलाल तो मुझे लगता है कि इसके बारे में बात नहीं करूँगा जैसवाल के कोज जौला जी पित्वी कोज जौला जी एकेडमी जल रही जौला जी इसका करियर बन गया जौला जी जी कोई कहता है कि मेरे भगवान है देट वॉज लाइक नाइटमेयर मेरे फादर का कॉल था और मेरे से हाथ काप गए जब मैं सुना फिर मेरे फादर की डेथ हो गई टेंड नवेंबर टू ताउजन नाइन मेरे पास पैसा नहीं था कि मैं जा पाऊं तो फिर मैं रुख गया और मैंने अपने फादर को आज भी नहीं दिया सॉरी आप बूशना ये जैसवाल साफ कहा मिल गया मैं आजाद मेदान में गया हुआ था आजाद मेदान क्या है ये आजाद मेदान एक लड़का लेफ्� बच्चा गया ग्राउंड पर और वह नेट में वह अच्छा खेलने लगे तो मैंने बोला क्या नाम है तेरा यह शिविजा तो मैं बोला कहां रहता है तो उसके बुला टेंट में तो मेरे को थोड़ा सा अंदर से स्माइल आ गया कि यह मुझे इंप्रेस्ट प्रेस करने की कोशिश कर रहा है अगर मैं खेला तो तुझे लोग बैन कर दें जेल चले जाओगे फर्जी शाइड बर्स सर्टिफिकेट का मामला तो जैसवाल के अपने माब से कैसे रिश्ते अच्छे रिश्ते अभी उनके साथ रहते हैं उनके साथ रखते हैं मैंने कहीं भी सुना कि यह शिष्वी का बैंक काउंट आपकी आप एक्सेस करते थे सारी चीजें रुपए आते हैं राजस्थान रॉयल से अच्छे पैसे आ रहे हैं और बहुत जगह से एंडॉस्मेंट आ रहे होगे क्या आपको उसमें कोई शेयर मिलता है जैसवाल के उससे यशश्वी समझ लो कि एक मेरे लिए की मोशन है मोशन एक बेटे की तरह है ड्यू देने जब मिलता तो आप भी बदल जाता है क्या जैसवाल बदल गए पैसा कमाने के बाद या कि आप आप मुझे मत बुलवाईए इतना बेहनत किया जो भी किया है वोटेवर यह उसकी मेरे बीच की बात है कभी देखेंगे आगे मौका मिलेगा उनके वेट को लेकर सवाल होते हैं उनके कॉनफिडेंस को लेकर सवाल होते हैं उनके आटिट्यूड को लेकर सवाल होते हैं लड़की वाला मसला आता है तो क्योंकि आप बहुत सारे बच्चों में डील करते हैं जैसवाल ने ऐसा क्या किया जो प्रतिवीर नहीं कर पाए ठी आपको लगता है सरफराज और मुशीर बन पाते हैं आप मुझे बताएं कि जितने क्रिकेटर बड़े होते हैं गरीब क्यों होते तो फिर यह इतनी सारी गरीब हो एंडियन आइडल वाली कहानी कैसे आती है कि मैं बहुत गरीब था यह आई थिंग जब उसने टेस्ट में हंड्रेड बढ़ा अभी वेस्ट इंडीज काफी समय राउंड चीज आप में चलता बाप और बेटे में चलता रहता था इस वर्ड एक्सट्रीज इस तरह बहुत मन्जिले मिल ही जाती हैं भटकते गुमराह तो वो हैं जो घर से नहीं निकलते हैं लेकिन कई बार कुछ लोग घर से निकलते हैं अपना तो पता नहीं लेकिन कईयों को भविष्य बना देते हैं हमारे साथ है नाम है जुआला सिंह जुआला जी एक जमाने में आप भी निकले थे गोरखपुर से उस जमाने में गोरखपुर के जल्वा यह वाला नहीं हुआ करता था जो आज सीएम सिटी है लेकिन वहां से लेकर अब जो हम देखते हैं कि जैसवाल के अब भगवान है खाब तो आपने देखा था कि हम क्रिकेटर बनेंगे हमारा नाम होगा इंडियन क्रिकेटर जुआला सिंह अ अब देखिए सबसे पहले थैंक्स आपने हमको यह मंच दिया बात करने के लिए और बिल्कुल आपने सही बोला कि मैं 1995 में जब सचिन और टेंडूलकर और विनोद कामली का एक पीक चल रहा था और एक समारे कोशिश रमाकान ताचरेकर सर और एक मैगजीन आती थी क्रिकेट समय समराट अरे बड़ी पढ़ी सब्सक्राइब तो 1995 में उसके थोड़ा पहले मैंने डिसाइड मुझे डिसाइड करना था कि मैं क्रिकेट खेलूं की फूटबॉल खेलूं तो लॉजिक यह था कि क्रिकेट समराट में मेरा फोटो और नाम चपना चाहिए इसलिए मैं क्रिकेट खेलने चला गया था थैंक्स टू क्रिकेट सब्राइट फर्स्ट अब शायद वह मैं जिनसा अभी रिसेंटली बंद हो गई है बीच में ने एक बार कॉल किया तो प्रदीप मंजानी जी ने बोले आप आपको मैं प्रदीप आपके मैगजीन के वजह में क्रिकेट में एनीवेज सो 1995 में मैं गोरगपुर में खेलता था डिस्टिक वगैरह चला और मैंने अपने फादर से जीत किया कि मुझे मुंबई जाना है क्रिकेट एक बनने क्योंकि मुझे बैट्समन बनना था तो मेरे फादर वेटेंट्री के डॉक्टर थे सिक्स थाउजन उनकी सैलरी थी तो बेचारे परेशान हो गए और रिटायरमेंट के काफी करीब आ रहे थे तो पहले तो उन्होंने मना किया कि मुंबई कोई है जिसी हमारा जहां पर आप जाओगे तो मैंने बहुत जित किया तो दूंढने लगे तब वह स्टीडी पीसीओ का जमाना था कि गैरा बचता था तो हम लोग जाते थे वन फोर्थ हो जाएगा दैट टाइम ऑफ दैट टाइप फैमिली हम लोग थे तो किसी तरह किसी इसी का कॉंटेक्ट मिला और मैं मुंबई आ गया सुबाश मोर्या करके है उनके साथ मैं आ गया और आठ बाई आठ का रूम था जो मेरा पहला एक्सपीरियंस तो मुंबई का वाट बाई आठ का रूम था और जिसमें साथ आठ लोग रहते थे और पब्लिक पैलेट जो वह बाल्टी लेकर जाते हुए वहां से मैंने स्टार्ट किया फिर ढूंढने लगा आज रेकर सर को आज रेकर तो हम लोग यहां वहां जाते थे सुबाद बाजी के साथ कि आचरेकर सर कहां रहते हैं शिवा जी पाक कहां है तो ऐसे चार-पास दिन गुजरने के बाद एक दिन कोई मिला कि मैं जानता हूं आचरेकर सर को और मैं उनको फोन कर दूंगा तो उनके घर चले जाओ तो मैं एकसाइट गया मैं चला गया और फिर जब मैं वहां पर पहुंचा तो पता चला आचरेकर सर कहीं गए हुए तो फिर हम लोग आपस आ गए गोरगपूर और फिर मैं अपने फादर के साथ गया मुंबई और फिर आचरेकर सर से मिला तो आचरेकर सर बोले कि तुम इतना छोटा ऐसे रहेगा तभी मैं साढ़े बारह साल का तो वह रह जाऊंगा बस मुझे अब ले लो तो बोले अच्छा ठीक है मैं तुझे उस तरह मूल मजुमदार काफी फीमस थे तीन चार लोग थे प्रभी नाम रहे तो मैं जब स्कूल में गया अच्छा के साथ तो तो सुपरियर हो जाता था तो हम तो थे नहीं तो उस रीजन से मैडम ने बोली जो प्रिंसिपल थी हमारी उन्होंने बोला आप ऑफ मैडम कि तुम अगले साल अवनों नहीं बोला कि तुमको इंग्लिश नहीं आती है इसलिए तुम अपने बोला अगले साल और बहुत मायूस हुआ और अच्छेकर सर बोले देखो मेरा काम था स्कूल में लेकर आना अब हो गया अब तुम गुजा गुरकपुर अगले साल है तो मेरे पैर के नीचे से जमीन निकल गया मैं बोला अगले साल तो मेरे फादर बोले ठीक है अब चलो अब तुम पढ़ा� करो तुम्हारा जो था मैंने कर दिया तो मैंने थोड़ा आगे चलने लगा स्कूल से नीचे उतर हम थर्ड फ्लोर से तो आज रेकर सर अपने रस्ते चले गया मैं अपने रस्ते चला गया फिर मेरे पता नहीं मेरे दिमाग में क्या है मैंने मेरे डाड उनको बोला कि मुझे दो मिनट दो और मैं भाग के गए आज रेकर सर के पास और मैंने उनको बोला सर आपसे दो मिनट बात करना है तो बोले हम बोल थोड़ा सा वैसे बोलते बोल वह सर मैं इतनी दूर से आया हूं 1741 किलोमेटर दूर से आया हूं क्योंकि टिकेट पे वो किलोमेटर प्रेंड हो दा था पहले आता था दफ्ती वाला टिकेट दफ्ती वाला टिकेट तो एक बार सर मुझे आप देख लो खेलते हुए फिर आप जो बोलोगे मैं करूँगा और बिना देखे आप मेरे को रिजेक्ट कर दिये इंटेंचली ऐसे कैसे हो सकता है तो बोला अच्छा टीक है तू शाम को आए शीवाजी पार्क में तो मैं शाम को गया शीवाजी पार्क बोला जा खेल और जब मैं थोड़ा देर खेला तो मेरे अच्रेकर सर मेरे फादर के पास गए और बोले इसको छोड़ के जाओ तो मेरे फादर सर्प्राइज हो गया बोले अभी सुबह तो बोला इसको लेके जाओ और अभी बोल रहे हो छोड़ के जाओ तो वहाँ से मेरी स्टार्ट हुई लेकिन मुझे एक चीज पता था कि मेरी फैमिली जादा दिन तक मुझे फाइनेंचली सपोर्ट नहीं कर पाएगी क्योंकि हमारे दो और बाई थे और मुझे पता था कि मेरे फादर कैसे पैसे बेचते हैं तो मैं सोचता था कि कैसे मैं अपने फादर का बर्डन कम कर तो मैं कुछ मेरे जो जान पहचान के लोग थे खेल रहा था थोड़ी प्रोफाइल बनने लगी पेपर में आने लगा तो एक जनसत्ता न्यूसपेपर आती है तो उसमें सब्सक्राइब कि यह यह आदमी यहां से आया और यह बन गया तो मैं क्या करता था वह कटिंग निकाल लेता था और मेरे फ्री टाइम में मैं उसके घर पर चला जाता था क्योंकि मुझे लगता था कि एक दो साल के बाद मैं फादर से पैसे नहीं लूँगा तो मैं उनके घर पर चले तो उन्होंने मुझे दो हजार रुपे देने का देड़ साल के बाद वादा कर दिया मतलब ये एक साल होने के बाद मैंने ट्राइ किया और वहाँ तक पोछने में मुझे दो साल लग गया तो फिर मैं देड़ साल इन लोगों ने मुझे सपोर्ट किया और मैं क्रिकेट अच्छा खेल रहा था उस टाइम पर बट मेरे अंदर ना डेस्परिश था मुझे लगता था कि ये जो लोग स्कॉलर्शिप दे रहे हैं ये भी कितने दिन तक देंगे तो मुझे जल्दी से जल्दी कुछ करना है और मैं फास्ट बोलर था क्योंकि बाद मैं जब स्कूल क्रिकेट खेला था मैं बैटिंग से बैटिंग में चला गया तो मैं किसी का सुद्धा नहीं था और हुआ उल्टा तो उस डेस्परेशन में मुझे मल्टिपल मुसल्स फेलियर हो गया मेरा शोल्डर इंजर्ड हो गया पर और मुझे उठाने के लिए 5-6 लोग आये और मुझे ग्राउंड के बाहर उठे लेके गए और थोड़ा 3-4 मेना फिर जो भी लोग स्पॉंसर्स थे और मैं रिजवी कॉलेज में था उस टाइम तो मुझे रहने के लिए घर भी दिया था और उस टाइम इंडिया स्कूल के लिए में प्रॉबरल्स में था तो नाम अच्छा चल रहा था बट ऑल आफ सडन जो इंजिरी हुई उसके बाद एक-दो महीने के बाद सबने हाथ खिच लिए तो जो 2000 मिलते थे वो भी बंद हो गए मेरे कॉलेज और रिजवी कॉलेज में था उन्होंने भी बोला और अब ये चीज मैं अपने घर पे नहीं बता सकता था, क्योंकि अगर ये चीज मैं मेरे फादर को बता था, तो यूपी से जब बच्चे बाहर जाते हैं, और कभी ऐसा पैसा लेना बंद कर देते हैं, तो परिवार को बड़ा रिलीफ मिलता है, ये मेरी थिंकिंग की बात ह मैंने बताया नहीं घर पर और फिर वहां से जो मेरा स्ट्रगल शुरू हुआ था वह लाइक नाइटमेयर क्योंकि 1999 से लेकर मैं 2003 तक मैं दूध के डेरी में रहना पड़ा मुझे मैं जिम में रहता था जहां पर रोज मुझे पांच हजार मच्चर काटते अभी भी जी में और ऐसी जगहों पर एक जगह रहता था जहां पर रात को चुए हमारे सर पर दोड़ते थे ऐसे जगहों पर रहने का कोई ठिकाना नहीं था पैसे जिब में नहीं थे तो किसी के हां कभी दो मीना रहेगा रह गया कोई डेरी में रह गया कोई जिब में रह गया कभी किसी दोस्त के गोड़ाउन में रह गया एक जगह रहता था जो गोड़ाउन था तो गोड़ाउन मतलब ऐसे जो इवेंड में पत्रे रहते हैं तो वह मेरा दोस्त जब सब चला गया तो है तो बोला जाए गोड़ाउन मेरा रहेगा क्या मैं बोला कहीं नहीं तो यह रह लूंगा तो वहां पर ऐसा होता था कि रात तो सारा आ जाता था माल तो हम लोग इधर ऊपर सोते थे और अगर आ अगले दिन आता था तो सब गया सारा सामान हो मां चूरी फिर एक जगह रहता था जहां पर टॉयलेट था पब्लिक टॉयलेट के बीच में रहता था तो जब 1999 से जो मेरा स्ट्रगल शुरू है था टॉप वेरी हार्ड आपने गिव अप कर दिया गिव अप खेलना नहीं गिव अप नहीं किया था फिर जब मैं थोड़ा ठीक हुआ क्योंकि मुझे मैं फास बोलर था प्रेसिडेशन पर प्रेसिडेशन फिर मैं क्लब क्रिकेट खेलता गया, कॉर्पोरेट क्रिकेट खेलता गया और घर पे कुछ भी नहीं बताता था, तो एक दिन क्या हुआ कि 2003 का वर्ल्ड कप चल रहा था और मैं जिम में रह रहा था उस टाइम पे और खाने का कोई ठिकारा नहीं था, कभी किसी फ्रेंड के चल रहा था बहुत सारी चीजें हो रही थी तो मेरे फादर ने 2003 में जब एक बार सचिन टेंडूलकर ने सोय बक्तर को जो अपर कट मारा पाकिस टू सेवेंडी वाला मैच तो मैं बैठ के मैच देख रहा था और मेरे फादर में ना एक चीज बोला लगा कि वह मेरे से डिसपॉइंट है कि बच्चा गया है खेलने और यह कुछ करनी पा रहा है फ्रेंकली स्पीक तो और मैं कोशिश पूरी कर रहा था मतलब यह प्रॉब्लम्स मैंने शेयर भी नहीं कि मैं जिम में रह रहा हूं तो डर से कि सर तो अब मेरे फादर बोलेंगे वापिस आजाओ क्या जरूरत है सब करने का तो उन्होंने बोला कि बहुत सारे साफ होते हैं लेकिन मड़िधर साफ एक ही निकलता है तो मुझे न लगा कि मेरे लिए बोल रहे हो तो मुझे न मैं बहुत खराब लगा और मैंने उसी दिन सोचा कि किसी किसी ना किसी रूप में मैं जरूर इस लेवल पर आऊंगा उस दिन मुझे अभी भी वह दिन याद है गुस्से में रूम से बाहर निकल गया और मैं निकला और बाहर जाकर बहुत देर तक रोने लगा और बोला कि किसी ना किसी दिन मैं इस रूप में जरूर आऊंगा नहीं पता था फिर मैं वापस आया फिर मैंने खेलना शुरू किया फिर मेरी दोस्ती वसीम जाफर से हुई टू थे टू थाउन फॉर फाइव में और उनसे ना मैंने बहुत कुछ सीखा थी तिंक मेरी लाइफ में ही जो नवट द ग्रेटेड्स पार्ट तो वहां से मैंने थोड़ा सीखना शुरू किया कि कैसे बैटिंग होता है वह लड़ने मेरी क्रिकेट की एक्शन था लोग मुझे बाहर बिठाते थे एक टूर्नमेंट ऐसा था जिसमें कांगा लीग होता है जिसमें मैं 13 के 13 मैंच में बाहर बैठा था एक मैच मुझे खेलने को नहीं मिला लेकिन मैं हर मैच को गया फिर लास्ट ली फिर मैं दो और स्टेट्स ले गया ट्राइड किया एंड फाइनली 2009 में मुझे कॉल है और मेरे फादर का कॉल था 14 सेप्टेंबर 2009 और उन्होंने बोला कि मेरे को कैंसर डिडक्ट हुए है और मेरे से हाथ काप गए जब मैं सूना मैं अ मैं कोई जॉब के लिए वेकेंसी के लिए जा रहा था फॉर्म बढ़ रहे चर्जगेट पहुंचने वाला था चर्जगेट में ऑफिस था वेकेंसी के लिए जा रहा हूं और मैं ना उतर गया पता नहीं मेरे दिमाग में क्या है मैं उसके पहले उतर गया मैं बोला क्या तो देते हैं तो उससे चल जाता था छह साथ में तो थोड़ी सेविंग्स मैंने कर लिया था तो मैंने बोला आ जाओ मुंबई आ जाओ तो उनको मैंने सिक्स्टीन सेप्टेंबर को मुंबई 2009 और उसके बाद मैं उनके इलाज में लग गया और उस टाइम गया फिर डॉक्टर ने बोला कि नहीं बचेंगे और फिर मतलब मैं रोज रोता था और एक्शनल फाइनेंशल बर्डन भी अमेरियत है क्योंकि मेरे तो बहुत टॉफ टाइम था क्योंकि पैसे भी जा रहे हैं फादर भी नहीं बचेंगे और मैं ऐसे लग रहा था कि मैं बीमार पड़ जाओंगा फिर मेरे फादर की डेथ हो गई 10th November 2009 और उस टाइम ऐसा था कि जो लास्ट का जो स्टेज जो होता है जो खर्चा होता है अपने गाउं में यूपी में जो पैसे खर्च होते उसके लिए पैसे नहीं तो मैं मेरे फादर का डेड बॉडी फ्लाइट से बेजा और मेरे पास पैसा नहीं था कि मैं जा पाऊं तो फिर मैं रुक गया और मैंने अपने फादर को आग भी नहीं दिया सॉरी आप बोशना हो फिर लोगों ने बोला कि कितना बेब कितना बेकाल लड़का है कि अपने फादर को आग तक नहीं दिया। मुझे बहुत बुरा लगा। और मैंने उसी दिन डिसाइड किया कि कुछ ना कुछ अच्छा करूँगा कि मैं वहाँ तक आँगा। तो इस माई स्टोरी। आपको बहुत एक गुड क्या आपना दिल की बात शेयर की हमारे साथ कि कई बार उस चकाचौक में सारी बातें नहीं आती है साइड थिंक यह नैचुरल होता है आ जाता है इसको रोक नहीं सकते क्योंकि जब आप फादर और मदर के बारे में बात होगे तो होता है एनिवेज तो फिर जब सब कुछ हो गया तो देन थोड़ा नॉर्मल हुआ और मुझे लगा कि शायद मैं क्रिकेटर बनने के लिए पैदा नहीं हो था मैंने बहुत आत्मअंथन किया तो मुझे लगा कि मैं क्रिकेटर बनने नहीं होगा और अब तो छे मेना मैंने कुछ नहीं किया, मैं मोटा हो गया एकदम, मेरी फिटनेस चेंज हो गयी, लोग बोलते थे अरे ये तो पागल हो गया, ये हो गया, फिर मैंने मजबूरी में, क्योंकि मेरे बाद कोई आप्शन नहीं था, और क्रिकेट के अलावा मैंने को कुछ पता भी कोचिंग चलूगी 2010 में सीरियसली और बहुत हरडल साए क्योंकि उस टाइम मेरे को नेट का जो भाड़ा होता है जब आप ग्राउंड हायर करोगे मुंबई में कोई चीज फ्री नहीं मिलती है तो जो नेट का भाड़ा होता है उसके लिए भी मेरे पास पैसे नहीं थे, बट मैं किसी से share नहीं करता था, शायद भगवार ने मुझे इतना strong बनाया था, और वहाँ से मैंने अपनी coaching की journey start की, और मैंने बहुत सारे लड़कों के साथ experiment किया, कोई लड़के आते थे 3-4 साल, 2 साल, नहीं 3-4 साल तो नहीं, 1 साल, 1.5 साल बहुत बैक किया और बिकॉज आफ फेम आई थिंग आमीए या आपकी कहानी थी मेरी कहानी लेकिन कहते हैं कि हर असफल इंसान किसी और इंसान में अपनी सफलता खोशता है या कई बार कहते ना कि जो पिता नहीं खेल पाता है सर फराज पिता नौशार जी से बात हो रही थी तो नौशार जी अक्सर कहते हैं कि यार शुभांकर हमको खेलना था हमने रोहित नौशार जी से हमारी भी अक्सर बातें होती रहते हैं मैं भी उसके साथ खेला हूँ या वो मेरे साथ खेला है तो नौशाद जीना में बताया कि हमने अपने सपने अपने बच्चों में देख लिये और अब खुशी होती है जब सरफरास खेल रहा है मुशीर को लेके बात हो रहे है ये जैसवाल साथ कहां मिल गया आपको येस तो जब मैंने 2010 में जब मैंने क्रिकेट अकाडमी शुरू किया तो तो एक बार क्या हुआ कि तब तक में काफी स्टेबल हो चुका था मैंने थोड़ा बिजनेस चालू किया मेरी वेन मैनेजमेंट कंपनी टूर्स ऑर्गनाइज करते थे किस साल में मिले थे आपको यह आम कमिंग बैक टॉट तो 2013 का जो डिसिंबर था ना मैं नॉमली इंडिया मैं पहले से यह गया था तो धीरे-धीरे में सब करने लगा था सो देन 2013 में मैं साइड अफ्रीका से आया था और जैसे मैं कहीं से आता हूं इंडिया के बाहर से तो पहला दिन मैं अपने अकैडमी जाता हूं यह जो भी रहता है वहां पर जगह रहता हूं क्या होगा तो मैं आजाद मैदान में गया हुआ था और वहां पर आजाद मैदान के बारे में बताइए देखिए आजायत मैदान में शायद बहुत सारे क्रांतिकारी अंदोलन भी हुए तो शायद उसकी थोड़ी झलक आजायत मैदान में होगी आजायत मैदान मुंबई का सबसे बड़ा क्रिकेट ग्राउंड है अभी फिलाल तो थोड़ा कम हो गया क्योंकि मेट्रो में काफी जगे चला गया तो वहाँ पर 22 मैचेज एक साथ होते हैं शायद इंडिया में पहला ऐसा ग्राउंड होगा जहाँ पर 22 मैचेज एक साथ होते वह फैसिलिटी नहीं है वहां पर मुंबई में अगर आप जाओगे तो बहुत ही कमी अच्छे ग्राउंड मिलेंगे जहां पर आप शुकून से क्रिकेट केल सकते हो क्योंकि सिर्फ पिछ होता है और आउटफील्ड एकदम रॉफ होता है तो आजाद मेदान एंड प्लेज आजाद में देखिए मुंबई के सारे क्रिकेटर्स खेले आजाद मेदान क्या होता है कि वहां पर स्कूल के क्रिकेट होता है, क्लब क्रिकेट होता है, तो ऐसे बहुत सारे मैदान है, आजाद मैदान है, शिवाजी पाक है, ओवल मैदान है, फिर आपका क्रॉस मैदान है, तो आजाद मैदान काफी फेमस है, क्योंकि अब यह जादा मैचेज होते हैं, लेकिन वहाँ पर ऐसा नहीं है कि तो बेसिकली स्कूल के बहुत सारे रिकॉर्ड्स वहाँ से बने हैं, तो मैं गया था मैच को, मेरा खतम हो गया और फिर जब मैच खतम हो गया तो मैं अपनी घर की तरफ आ रहा था तो एक दूसरे पिच पर मेरा एक दोस्त है मुन्ना बोलते हैं उसको हम एक साथ क्लब क्रिकेट खेलते थे अपोलो क्रिकेट क्लब के लिए तो उसने हाथ दिखाया और मैं उसकी तरफ च फिर उसी के बाद एक लड़का लेफ्टी छोटा बच्चा गया ग्राउंड पे और वो नेट में और अ है तो मैंने मेरे दोस्त को बोला कि यह देखना बेरे लाइन है मैं बोलता हूं कोचिंग लाइन है कि विकेट और बोलर कैसे नो बैट्समैन के क्लास पर डिपेंड करता है अभी यही बैट्समैन स्ट्रगल कर रहा था यह बैट्समैन अच्छा खेल रहा है तो उसने चल रहा है और हम लोगों को बहुत डर लगता है इसको लेकर इधर ही रहता है और जब हम शाम को आते हैं तो हमारे साथ आता है प्रैक्टिस करने तो आप इसका कुछ कर सकते हो तो मैंने बोला क्या करना है तो बोले देख लो आप क्या कर सकते हो तो ऐसे बात ही चल जैसे ही लड़का नेट से बाहर निकला और मैं थोड़ा उसकी तरह वॉक करके गया और उसने अपना हेलमेट निकाला तो मैंने बोला क्या नाम है तेरा तो बोला ऐसी थी वह नॉट इंटरेस्टेड उस टाइम पूरा यह शुभी जैसवा तो मैं बोला कहां रहता है तो उसने बोला टेंट में क्यों रहता है तेरे मां बाप की तरह बोलेव गाउ में मैं इधर रहता हूं मैं बोला क्यों तो बोला सर यहीं रहता हूं मैं तो मैं बोला तेरे कुछ चाहिए कि अ कि तो बोला नहीं सर तो उसको नहीं जूता देखा तो जूता एकदम फटा हुआ था तो मेरे दिमाग में आए कि उसको जूता या कोई ग्लॉज और बैठ दे दूंगा थे टाइम वही था मेरे दिमाग में है तो मैंने बोला कि कुछ खेलावा है तो बोला नहीं सर हैरी शिल्ट खेला था मैं तो मैं बोला क्या किया था बोला मैं दोस्तों किया तो मेरे को थोड़ा सा अंदर से स्माइल आ गया कि यह मुझे इंप्रेस करने की कोशिश कर रहा है तो मैं बोला पेपर में आ था क्या तो बोला नहीं सर है तो मैं लग काम कर दो यह मेरा कार्ड है गुरुवार को 11 बजे जो भी तेरा पेपर कटिंग है ना सब मुझे लाकर दिखाना और देखते हैं फिर क्या होगा बस इतना ही हुआ फिर वो लड़का गुरुवार को आया और अक्शुली पता नहीं यह बोलते ना किसमत कनेक्शन होता है मैं गुरुव थेली थी जो हम लोग नॉमली समावनों मां लेकर जाते हैं ना उसमें से दो पेपर कटिंग उसने निकाला एक उर्दू में थी और एक इंग्लिश में थी और एक आदा और कुछ था तो देखा तो मैंने बोला हां इसने तो 200 किया आट विकेट हो तेरा बोला सर तो उसने स्टार्ट किया बोला सर मुझे कोई खेलना ही नहीं देता है हर कोई बोलता है गांव चले लोग बैन कर देंगे जेल चले जाओगे हाँ जेल चले जाओगे फर्जी शायद बर्स सर्टिफिकेट का मामला था जैसवार का तो फिर मैंने बोला क्यों ऐसा बोलते हैं तो बोला कि सर बहुत परेशान हूँ मैं तो मैच भी नहीं खेल पा रहा हूँ तो मैंने उसक था एक्शनली मैं अपने पुराने दिनों में चला गया 1998-99 में जैसे मैं वह जनसत्ता न्यूसपेपर पढ़कर लोगों के पास जाता था और अपनी पेपर कटिंग दिखाता था तो मुझे लगा यार यह तो कुछ तो किशमत कनेक्शन है आप तो मैंने बोला कि यह दिमाग में नहीं चलने लगा एक चार-पाछ मिनट मेरे दिमाग में उस अब जो मैंने घटना शेयर की उस सब फ्लैशबैक होने लगा तो मुझे लगा शायद यही लड़का है ना जो इंडिया के लिए मैं आपको कैपिट पर कैमरे के सामने बोल रहा हूं मुझे उसी दिन लगा कि मैं यह खेलेगा और मैं इसको खिलाऊंगा एडी कॉस्ट तो मैं लगा ठीक है जो हो गया तो मेरे पास आ जाए मैं देखता हूं तेरा क्या करना है तो वह बचारा बड़ा हुआ था तो यह जो आपको फोटो दिख रहा है यह हमारी अकाडमी है तो वहां आने लगा तो तीन चार पाच दिन हो गए तो तो मैंने बोला कि मैं बोला तेरा कोई मैच आ रहा है क्योंकि मैं उस टाइम जूनियर क्रिकेट फॉलो नहीं कर रहा था मैं थोड़ा सा सीनियर क्रिकेट ज्यादा फॉलो करता था क्योंकि मेरे पास ऐसा कोई छोटे बच्चे थे नहीं तो बोला सर गाइल शिल्ड आ रहा है नहीं खेलेगा बोला सर नहीं हो मेरे को बोला है लोगों ने कि मत खेल नहीं तो तेरे को बैंक कर देंगे तेरे पर केस हो जाएगा और फिर कभी खेल नहीं पाएगा लगकर बोला है सब तो बोला नहीं सर सब लोग बोलते हैं आजादमदन पर नहीं रहतू अभी अब भी सांता क्रूज में आ गया तो अभी मेरे साथ है तो अगर तो यह मैच के लिए नहीं गया तो तू अपना बुरिया बिस्तर उठाना और सीधा यहां से वापिस चले जाना मेरे पास फिर तेरे को जगह नहीं मिलेगी मैं बोला और जो भी जाएगा ना मैं उसका जिम्मेदार होंगा मेरे पर भरोसा है तो जाए तो वह गया प्रेशर में गया और उसने पहले मैच में 47 रन की और पांच विकेट निकाल लेक्स्पीन अच्छा डालता है तो आया हो मैच को तब वह थोड़ा मतलब थोड़ा याम है तो मैंने बोला क्या हुआ शाम को आया हो वह क्या हुआ आ गया था थोड़ा सामान इधर था थोड़ा उधर तो क्या हुआ तो बोला कि सर मैंने 47 कि और पांच विकेट निकाल पुलिस आई गया कि कुछ वह प्रोटेस्ट बोला नहीं सर तो मैं बोला तो कुछ बड़ा कर तभी मैं तेरे को खिला पाऊंगा तो नेक्स्ट मैच में उसने 390 नॉट आउट किया और 13 विकेट निकाला है और उसी दिन उसके फादर आया मेरे पास और अक्शिली उसके फादर ना उसको ले जाने के लिए आया था फादर आपका अपने जगह के सूरी आती है एक सोशल मीडिया पर तस्वीर वायरल होती है शिष्वी जैसवाल की जहां पर एक पानी पूरी वह बेचते नजर आते हैं हमने तमाम कॉमेंटेटर्स को भी सुना है जब भी परफॉर्म करते हैं कि पानी पूरी बेचने से लेकर टीम इंडिया के लिए खेलने तक पानी पूरी और सोशल मीडिया पर पानी पूरी भरा पड़ा यह वहीं उनके पिता जी है जैसवाल की नहीं बिल्कुल ही नहीं है तो क्या है पानी पूरी की स्टोरी देखिए यह शश्वी जैसे मैंने बताया कि 2013 तक वह आजाद मैदान के टेंट में रहता था और उसके लाइफ में बोल दो बहुत प्रॉब्लम से देट इस फैक्ट उसमें कोई दो रह नहीं है कि उसने स्ट्रगल नहीं किया क्योंकि कोई एक 12 साल का बच्चा मालियों के साथ अगर दो साल रह रहा है तो पॉसिबल नहीं है बहुत कम लोग रहते हैं जो भाग जाते हैं तो उसने स्ट्रगल किया है 2013 तक और 2013 के बाद से तो मेरे पास आ गया है तो ऐसी 2013 के बाद ऐसी कोई घटना नहीं गटी जो भी घटी है 2013 के पहले घटी है और उसके पिताजी 2013 से लेकर 2022 तक जब तक मेरे घर पर तब 2013 से 2022 तक वो मेरे घर पे था सांता क्रूज में और सिर्फ पाँच बार मुंबई आया है एक बार पासपोर्ट बनाने के लिए आया है एक बार मेरी शादी में आया है 12th December 2014 एक बार एक बार उसके बड़्डे में आया है मेरे नौलेज में जो है अंडर 19 वर्ल्ड कब जब उस इंडिया से और लास्ट में जब उसने नया जानी वो उसके पिता जी नहीं है तो जो फोटो आती है 2018 में जब यशश्वी अंडर 19 इंडिया के लिए पहली बार सिलेक्ट हुआ तो मैं उस टाइम इंग्लिंड में था तो जब यशश्वी मेरे पास था रन बनाता था तो मैं बहुत सारे जर्नलिस्ट को क्योंकि मैं मीडिया में काफी लोग को जानता हूँ तो मैं बहुत लोग हुआ तो फिर मैं इंग्लिंड में था उस टाइम पर और हमारा दो घर एक फ्लाट था और एक मेरा चॉल था जो मेरी जर्नी थी तो मैंने चॉल अभी तक रखा है अपनी याददास के लिए तो जब मैं कहीं मुंबई के बाहर जाता था या फैमिली के साथ बाहर जाते थे तो हम लोग यह शश्वी को और मेरे घर में मेड है उनको वहां रखे दाते थे तो जो वह एक जनरलिस्ट कोई थे वह टाइम पर आए और उन्होंने उसका इंटरव्यू लिया और दो-तीन घंटा उससे बात किया और उसी में पानी पूरी वाली बात उसने बोल दी और उसी को इसको हेडलाइन बना दिया कि मीडिया मैसेज और उसके बाद क्या हुआ कि जब मैं आया इंडिया तो सचिन टेंडलकर ने उसको बैठ देने के लिए बुलाया था मैं जब इंडिया तो बहुत सारे जर्नलिस्ट मेरे को कॉल करने लगे कि यह शश्वी की स्टोरी करनी तो मैंने सबको एक करके बुलाना शुरू किया तो जो भी इलेक्ट्रोनिक मीडिया आती थी बोलती थी सर वह पानी पूरी का ना एक हमको शॉट चाहिए तो मैं बोलता था नहीं इवेन आई वॉट किन कि मुझे तो अच्छा नहीं लगा क्योंकि मैंने उसको बहुत पेश है प्यार से पाला है तो पानी पूरी वाला मुझे लगता था ना आया तो अच्छा है तो कुछ न्यूस्पेपर वाला कुछ चैनल ने बोला कि सर इस स्टोरी की नीड है तो आप खाली उसको खड़ा करके कुछ लोगों को ऐसे ही जस्ट एक हमको विजुल दे दीजिए तो मैं जो वीडियो जाता है, तो वो एक घटना थी, जो रिकॉर्ड करने के लिए उन्होंने चला दिया, और तब से वो फोटो और वीडियो इतना वारल हो गया, कि उस पे कोई कंट्रोल नहीं है, और लोग बिना जाने सुने वो फोटो में दिखाते हैं, कि ये यशश्वी का फादर है, और यहाँ पे पानी पूरी बेचता है, यशश्वी ने बहुत हार्डशिप किये, मैं कैमरे के सामने बोलता हूँ, जितना उसने मेहनत किया, जितना उसने डेडिकेशन दिखाया, मेर नहीं है कि वह 2013 से लेकर दो इंडिया के लिए तक वह पानी पूरी बेच रहा था उसने 2013 तक फ्रूट के शॉप पर भी वह मुझे बताता था कि मैं कभी-कभी खड़ा हो जाता था यह सपोर्ट कर देता था लेकिन बहुत पुरानी घटना है जूट भी नहीं है और सही भी नहीं है, जब वो आजाद मदान पर रहता था, चुकी 2013 के पहले वो क्या करता था, उसने मेरे साथ भी उतना कुछ शेयर नहीं किया, तो कुछ ऐसी घटनाएं जरूर हुई होंगी, कि जब वो हेल्प कर रहा होगा, जैसे अब वो 2012-13 में वहा� छोटा बच्चा अगर कोई मैधान में रहता है और कोई उसकी दोस्ती हो जाती है बहुत सारे वहाँ पर स्टॉल आते हैं जैसे कोई गन्ने की दुकान है फ्रूट की दुकान है पानी पुरी की दुकान है अगर छोटा बच्चा कहीं घूमता है तो कभी कोई बोलता ह ने भी वह सारी चीजें उसने किया होगा बट ऐसा नहीं कि उसके फादर के साथ उसने पानी पूरी बेचा है और मीडिया इस तरह से बोलती है जब वह अडर नाइनडीन वर्ल्ड कप से आया था तो कुछ चैनल वाले वापस वहीं बात करने लगे तो होना तो यह ना यश्यष्वी बोला है यश्यष्वी ने जो भी बोला है वह 2013 के पहले का बोला था तस्वीर वाली का तश्वीर वाली कहानी गलत है लेकिन जो उसने 2013 के पहले जो भी हार्टशिप किया भी वह पानी पूरी भी दो चार पाँच दिन या दस दिन आई डोंट नो एक आइंट से देट किया होगा लेकिन उसके बाद जो आज आता है कि उसके फादर के साथ तो रहता साथ दिन बर पानी पूरी बेचता था और शाम को प्रैक्टिस करता था इस तरह की चीजें सही नहीं है अच्छा यह 2013 में आपके ज़्यादा जस्वाल आए थे तेरा से लेकर 22 तक यह सब्सक्राइब जैसवाल को आपने क्या सोच कर रख लिया क्योंकि यह दाउन हिट हो गया चली आज वह बड़ा क्रिकेटर है नाम है तीनों फॉरमेट खेल रहा है बट कई बार इस कहानी का दूसरा पहलू मेरे मन में आता है कि आपने एक लड़के को नौ साल दिये आप पर केस हो सकता था सकता था उसके माँ बाप आप पर सवाल खड़े कर सकते थे कई तरह की बातें हो सकती थी तो क्यों आपने लग लें एक्स्ट्रा टैलेंटेड था इसलिए आपको लगा कि मेरी तरह है इसलिए क्या वजह थी इसके पीछे देखिए मुझे ना एक लड़का ऐसा चाहिए था क्योंकि मैंने आपको मेरी स्टोरी शेयर की तो आप तो पर्सन वह लाइक टो टेक रिस्क मैं यह नहीं था नहीं आता तो कोई और आता लेकिन मैं छोड़ता नहीं कि मेरा अपना एटिट्यूट है कि मैं जल्दी कोई चीज छोड़ता नहीं हूं और मुझे और भी प्लेयर बनाने मुझे लगता और बेटर कर सकता हूं तो जब आया था ना तो जब लोगों को पता चला खास करके मेरी मदर वह बहुत नाराज हुई और उन्होंने बोला कि भुषपुरी में बोलती है मेरी मदर कि किसी और के लड़के को कोई दूसरा पालता बोलकर दिखाइए ना हम लोग समझ दो निकाल देवों के बोशपूरी में तो मैं बोला अपना काम करो सीधा मेरा नेचर है जब मैं मुझे कोई ज्यादा सीखाता बोलता है अपना काम करो जो होगा मैं देख लूंगा तो मेरी मदर में ना और मेरे घर में एक जो मैंने लेडी बताया अपनी आंटी है बोलते हैं वह दो अजार तेरे 2003 से अभी भी मेरे घर में रहती उनका कोई नहीं है तो मैंने अपने मदर के तरह रखा है और वह रोज मुझे भढ़का दी कि इसने ऐसा कर दिया उसने वह चाहती थी निकल जाए यह भी बहुत छिड़ता है उससे रोज उसकी शिकायत करती थी कि तू नहीं रहता है तो मेरे को ऐसा करता है वह पूरा खाना ही खा लेता है उसके पेट में राक्षस पूरा खा लेता है तो अगर कल को लड़को कुछ हो गया अगर कहीं इसको कुछ हो गया कोई दुरघटना गठ गई या कुछ इस लड़के के साथ हो गया तो तू सीधा जेल जाएगा यह लोग मुझे बोलते थे और तू इतना पागल क्यों हुआ है पर यह प्रॉब्लम यह फाल नहीं उड़ी क्या लड़का लड़क पाला उसको जो चाहिए था मैंने दिया मैंने उसको स्कूल में जो भी था डोंट वांट उसे अन कैमरा कि लोग बोलेंगे कि मैं अपनी तारीफ कर रहा हूं तो मैंने उसको पाला है नॉट वनली एज़वर जैसवाल से भी रिष्ट है कैसे आपके कि अब अ� ऐसी कोई समस्या है अभी जस्ट वो इंडिया खेल रहा है सब खेल रहा है अभी नई चीज़े है तो अभी वो अपनी जिन्दगी जी रहा है और अच्छा परफॉर्म कर रहा है बस इतने बार दिन भर में कितनी बार बात होती है अभी काफी कम होती है बात और मैं नॉट मली जैसवाल मैं जब भी कोई प्लेयर आगे क् कि तकलीफ देता है आपको अब फिलाल तो मुझे लगता है कि इसके बारे में बात नहीं करूंगा कि चुट लीड उसे क्योंकि अभी लड़का है इंडिया के लिए खेल रहा है और अब जो मैं चाहता तो कर रहा है उसके जिंदगी दो पहलू देखें एक ऐसा प्लेयर तो उसने बहुत प्राउट फील कर लगता है वह खुशी किसी और नहीं दिए तो बाकी चीजें अभी मैटर नहीं बड़ा अच्छा शेयर था कि मेरी खामोशी ने हजारों जवाबों की लाज रख ली नहीं ऐसा कुछ नहीं है देखिए समय होता है कि कुछ बच्चों को अगर आप पैरेंट की वगन नहीं मैं सब कुरेद नहीं रहा हूँ मेरा सब ये थॉट था जिसे आपने कहा ना क्योंकि जब मैं आपकी बात सुनता हूँ या इन पैक्ट मैं या शश्वी के पुराने इंटरव्यूज देखता हूँ कहीं पर भी तो उसकी आखों में आपको लेके एक चमक रही है जो मैं एक तो उम्र का भी होता है कि इस उम्र में लोग थोड़ा चाहते हैं कि आप हमको सेपरेट कर दीजिए मैं ट्विंकल खन्ना का भी इंटरव्यू कल देख रहा था कहीं पर उन्हें कहा कि आप मेरे बच्चे ने कहा कि सुनिए मेरा पासफरड नहीं दूंगा आपको अब मैं बारा कर रही हूं मिक्स का देखिए कैसा होता है कि मुझे ऐसा लगता है कि यह फैमिली रिश्ते और इसको जग जायर नहीं करने चाहिए और जैसे मैंने आपको बताया कि एक इतने रफ बैकग्राउंड एक बच्चा है और काफी लोगों से मिलता है जुलता है तो सब अपने थॉट देते होंगे अ पर इस अपने प्रेडी फेज होता है अगर आप टेंपरेडी फेज में कोई ऐसी चीजें बोल दो पब्लिक में तो अच्छी नहीं है तो आप एक अपने प्रेडी फेज में टेंपरेडी फेज में कोई ऐसी चीजें बोल दो यह चीज होती रहती है अगर आप एक साथ रहते हो बहुत लंबा टाइम गुजारते हो तो यह चीजें होती रहती है कि कभी आप थोड़े कनेक्टेड होते कभी डिसकनेक्ट पर इंड ऑफ दे डे मैं यह चीज समय शाह मेरे लिए मैटर करता है कि मैंने येस जब यशश्वी के डाड जब उसको छोड़े थे मेरे पास जब उसने 319 रन बनाया था तो पहली बार जब मैं उनको face to face मिला था मेरे चौल वाले गर पे मुझे अभी भी आद है तो वो बहुत emotional हो गए और उनोंने मुझे ही बोला था कि सर हम बहुत दिन से बहुत इतने दूर से हम करते तो क्या करते थे फोन पे हम रोते थे अब आप मिल गए हो आप इसके भगवान हो और आज के बाद ये आपका लड़का है उसका हाथ उन्होंने मेरे हाथ में दिया और आज के बाद आप जो करोगे सब आपका है और आप मालिक रहोगे आप जो करना है करो और आगे जो भी होगा आप करोगे लेकिन बस इसको क्रिकेटर बना दो मुझे बाकी कोई चीज से मतलब नहीं रहेगा जो करोगे सब मैं मानूंगा आपका काम है बाकी चीज मेरा काम है क्रिकेट खेलना तो मुझे लगता है यह सारी चीजें बातें हुई थी बट ठीक है सब यह सारी चीजें बहुत पुरानी बातें हैं जैसे जो से नहीं हुआ करता है उसने बीच में थोड़ा सा मुझे बोला कि सर मैं चाहता हूं पर खुद हैंडल कर दो करूं तो थोड़ा टाइम मैंने इसको मना किया फोर्सफुली भी मैंने उसको मना किया लेकिन वह बोला नहीं मुझे खुद करना है तो मैंने इसको दे दिया लेकिन जब तक मैं हैंडल करता था जो भी चीजें आती थी मैं उसको देता था और जो भी बोलता था मैंने सब कि तो अच्छा अब जिसे अभी यह चलिए आप निर्घों को सिखाया पहुंच गए बट तुम्हें दिए तुम्हारे संघर्षों में तुम्हारा साथ दिया तुम्हारी सफलता में भी हमारा हिस्सा या हक होना चाहिए वह हमारा बनता भी है और ऐसा कोई थॉट आपके जहन में आता है इनको लेकर यह आगे जो जनेशन आप सिखाएंगे बिकॉस एड दिया यह आपको चॉट आपसे देखिए एक चीज में हमेशा सोचता हूं कि क्योंकि मैं कोचेस को लेकर बहुत इमोशनल होगी तो मैं पहले क्रिकेट खेलता था और मैं खुद कोचेस को बहुत कोशिश था मैं बोलता था रे सर आते नहीं लाइक अ तो जब मैं क्रिकेट खेलता था तो मैं कोचेस की जर्नी को समझता नहीं था क्योंकि एक कोच जो होता है वो सुबह उठता है पाँच बजे और मैं अपनी बात कर रहा हूँ ऐसे सारे कोचेस होंगे मैं तो भी बहुत वेल्ट टू डू हूँ कि बहुत सारे लोग नहीं है और अपने बच्चों को ना कभी स्कूल जाते हुए नहीं देख पाते हैं इस वेरी टॉप जर्नी कि एक बच्चा छोटा बच्चा होता है और हर पैरेंट चाहता है कि मेरा बच्चा स्कूल जा रहा है इसको कपड़े पहना हूं और उसको स्कूल से लेने जाओं क्योंकि यह जर्नी है बच्चे कि धीरे-धीर बड़े हो जाते हैं फिर तो एक जो क्रिकेट कोच होता है मुझे लगता है कि कोई एक क्रिकेट को अपने बच्चे को कभी स्कूल जाते हुए देखता है या उसको देखे आता है तो वह क्या करता है उस टाइम पर वह किसी और के बच्चों को टाइम दे रहा होता है और फिर शाम को भी सेम चीज होती है से मॉनिंग इवनीगर कोचिंग शाम को भी यही हाल है कि अपने बच्चे का जो खेलने का टाइम है जो तुम्हारे साथ गुजारना चाहिए वह किसी और के बच्चे के साथ गुजार तो मुझे अ मुझे अब यह जरूर लगता है कि कोच की life ज्यादा मुश्किल है क्योंकि एक coach जो होता है एक पिता होता है किसी का भाई होता है पति किसी का पति होता है और इसकी social circle होती है और coaching अभी भी इंडिया में कोई बहुत high paid job नहीं है अभी हम लोगों छोड़ दो हम अलग level पर हमको struggle नहीं करना पड़ता है people pay us well तो जो normal coaches होते हैं ना उनके पास वो नहीं होता है कि वो सबको इतने अच्छे से manage करता है फिर भी वो consistently करते हैं और एक coach एक brain और एक body के साथ hundred और brain and body के साथ deal करता है मतलब इतने बच्चे साथ में आ जाते हैं मेरा ये problem, मेरा वो problem है, ऐसा है, वैसा है, so many things और वो कभी अपनी frustration नहीं दिखा सकता है, अगर उसने दिखा दिया तो वो बच्चा नाराज होगा, उसका parent नाराज होगा, उसको academy से निकाल देगा तो बहुत difficult job है, एक brain और एक body के साथ आप इतने लोगों को deal कर रहे हो, इतने relations को पाल रहे हो उल्टा जो player होता है, अपनी compromises के बारे में चर्चाएं नहीं होती है जाती है हां सेकंड पार्ट में प्लेयर का बताता हूं मैं आऊंगा आपकी जवाब पर लास्ट में आऊंगा एक प्लेयर जो होता है ना उसको क्या करना हो ग्राउंड पर गया उसको एक कोच मिल गया उसको सारा समान मिल गया उसको ग्रूप मिल गया प्लानिंग मिल गया वह खेलता है वह फेल होता है तो कोच के पास जाता है प्रॉब्लम सॉल्व हो जाता है है तो एक ब्रेन और एक बॉडी के साथ एक ही डिलिंग कर रहा है और उसको कोई ना जॉब का प्रेशर है ना तो कोचिंग बहुत difficult job है और मुझे ऐसा लगता है to be very frank with you कि आज जिस तरीके से क्रिकेट में पैसे आया है प्लेयर्स को इतने पैसे मिलते हैं तो कहीं न कहीं अगर ऐसे कोचिंग कहीं पे भी हैं जो किसी को free coaching दे रहे हैं मैं free वालों की बात कर रहा हूँ अगर कोई कोच फ बहुत important time आपको देता है और आप पर invest करता है तो there should be a contract system जिसमें x, y, z contract होना चाहिए कि भाई आज मैं आपको दे रहा हूँ कल आपको मुझे देना है यह मुझे लगता है होना चाहिए सब के साथ होना चाहिए मैं यह भी बोलूंगा कि अगर एक कोई cricketer या कोई भी player तो coach क्यों नहीं जीना चाहिए why not अगर तुम कोई भी player एक coach की मेहनत पे उसके time पे उसके contact पर बड़ा हुआ है अगर वह समझो सो रुपया कमाता है व्हाटेवर तो उसमें से कुछ ना कुछ उस प्लेयर का अगर उसने सब कुछ किया है मैं सब की बात नहीं कर रहा हूं तो वह सर फेक कोचेस भी होते हैं समझ गया मैं जिन्होंने जरूर आना चाहिए क्योंकि यह आगे जाकर बहुत डिसर्टनिंग होता है अगर वह चीजें चेंज होती है तो फिर मैं आप उस पर बचना चाहते हैं और यह बहुत इंपोर्टेंट टॉपिक है और कई लोगों के बन में सवाल होगा तो तो यह जो बात आपने कही की कोचेस का बनता है क्योंकि आपने कॉम्परमाइस के विच वेरी ट्रू एंड आम शूर आप इतनी मेहनत अपने बच्चों पर भी नहीं कर पाओगे अब बिल्कुल मैं नहीं कर सकता मैं वह एनर्जी नहीं है करता हूं मैं क्योंकि मुझे लगता है कि अभी स्टोरी बाकी है अब उम्र भी होता था एज जस्ट एक फायर थी कि नहीं आप तो कोज जो होता है ना जितनी उसकी दाड़ी सफेद होगी उतरे स्मार्ट बनते जाएगा नहीं मैं दूसरे कॉंटेक्ट पहली बार आपको अपने आपको भी साब्यक्रम अपने फादर को जवाब देना था भी भरे बैठे थे तो वह उस टाइम जो एक जुनून न प मैं बिना हथियार के, मैंने ना सांटा क्रूज में एक हमारा जिम था, ठीक है, कुछ देड़ या दो अधार स्क्वेर फीट का होगा, तो यशश्वी जब छोटा था, तो बोलता था सर बारिश में प्रैक्टिस में बहुत प्रॉब्लम होती है, तो मैं एक दिन ऐसे टेरिस तो यह शश्वी खेला है पृत्वी शौह खेला है वसीम भाई आते थे प्रैक्टिस करने प्रविन आमरे सर कुछ लड़कों को लाते प्रविकल् तो इसके आगे तो रास्ता और असान है आपने गाउं की जर्नी कर ली आपने खटारे में आपने गाड़ी चला ली तो हाइवे में तो आप दोड़ा नहीं चाहिए तो मैं ऐसी सोचता हूँ तो जो यह आपने बहुत अच्छी बात किया है बट यह जो आपने एक बात कहीं कि बच्चा माना अब वह कंट्राक्टेड प्लेयर है अब उसको बिस्साई से करोड़ों रुपए आते हैं राजस्थान रोयल्स से अच्छे पैसे आ रहे हैं और बहुत जगह से एंडॉस्मेंट आ रहे होंगे कि आपको उसमें कोई शेयर मिलता है जैसवाल वह तो अब यह से नहीं मिलता है क्योंकि अगर मैं बोलूं ना तो मैं कभी सब सोचा नहीं जब मैं उसको सिखा रहा था जब मैं उसको टाइम दे रहा था तो मैंने कुछ सोचा नहीं इस तरह की चीज है कि मैं कभी सोचा नहीं एक्शुली में कभी अभी कभी ऐसे सोचता हूं तो मैं सोचता मैं क्या सोचता देखो मुझे तो यह भी नहीं पता था कि उतने पैसे कमाएगा वह खेलेगा कि नहीं खेलेगा मैं बस यही चाहता था कि अच्छा क्रिकेटर बन जाए हां यह जरूर जाता था कि जब बड़ा क्रिकेटर बन जाएगा तो एक सर्टर नेज तक मैं मालिक रहूंगा और जो भी आएगा जाएगा मेरे हिसाब से होना चाहिए और मैंने उसको बोला भी था यह चीज जब वह छोटा था बहुत छोटा तो मैंने उसके साथ एक चीज स्टोरी शेयर कीजिए कि देख मैं बोला था बेटा देख अभी तो सब अच्छा है लेकिन प्रॉब्लम तब आती है जब पैसे यह असली बात है तो मैंने उसको बोला था कभी भी यह मत सोचना कि यह तेरा पैसा है ना मैं कभी सोच सकता हूं मेरा पैसा है यह हम दोनों ने मेहनत किया हम दोनों इसके बोलते ना जिम्मेदार है जो तेरी जरूरत है कि तू बहुत कुछ बोलते थे कि यह तुम एक कॉंट्रैक्ट कर लो यह कर लो यार देखो जिस लड़की लड़के का पेपर मैं ही साइन कर रहा हूं ठीक है उसका स्कूल में साइन मैं कर रहा हूं MCA में मैं साइन कर रहा हूं बीसीसीआई के सारे मेल्स का जब आप मैं दे तो उससे में कॉन्टरेक्ट करूं किसके साथ मैं मुझसे कॉन्टरेक्ट करूं जिस लड़के का गार्जियनी मैं हूं और सारी चीजें मैं ही कर रहा हूं तो मैं कॉन्टरेक्ट किसके साथ करूं मुझे आदमी बता दो तो एक यशश्वी समझ लो कि एक मेरे लिए की मोशन है मोशन एक बीट की तरह है यह सब मैटर नहीं करता है कि अ कि उसने क्या दिया है मैंने क्या किया मैं बस एक ही चीज देखता हूं कि मुझे एक इंडिया प्लेयर बनाना था मैंने बना दिया और ऊपर वाले की कृपा से मैं बहुत अच्छा चल रहा हूं में भी अभी आगे से जो भी होगा या कुछ भी होगा अच्छा ही चल रहा है वह आपके जैसे बहुत लंबा संघर्ष कि आपने का कि आप जब 2009 के बाद निकले बहुत ये एस एट्स वेरी गुड पॉइंट मैंने कभी किसी से जिकर किया था चमिंडा वास से जिकर किया था चमिंडा एस गुड फ्रेंड ऑफ माइंड मैंने बोला कि आज आईपीएल में या वर्ल्ड क्रिक्टी 20 क्रिकेट में अगर आप आईपीएल को ले लो तो दस टीम के कुछ नौ सो दो नौ सो के ऊपर के करोड़ का अमाउंट आता है अब तो हंड़ करोड़ हो गया पर टीम का बस जो भी होगा नाइन हंड़ में अ एक प्लेयर जिस अकाडमी में खेलता है कोई भी एक्सवाइज प्लेयर जैसे मैंने बताया कि दो तरह के कोशिश होते जो हंड्रेड परसेंट एफर्ट से करते हैं कुछ लोग ऐसे नाम लेते हैं मैं दोनों को अलग-अलग कर रहा हूं दोनों तो अगर कोई किसी को इस तरीके से आउट ऑफ द बॉक्स सपोर्ट कर रहा है कोई कोश मेहनत कर रहा है तो अगर वह लड़का अपनी इनकम से एक सर्टन अमाउंट उस एकाडमी को यह संस्था को दे ठीक है तो मुझे लगता है कि जो गरीब बच्चे जो आते अबी मेरे पास बहुत सारे गरीब बच्चे आते हैं कितने लड़के तो आ जाते हैं जो बोलते हैं सर आप हमको अगला जैसवाल बना दो और मैं शूर ये बोलते होंगे कितने बच्चे ऐसे आते हैं जो बोलते हैं कि घर से भाग के आते हैं तो मेरे लिए possible नहीं I can't do this for everyone तो अगर इस तरह की चीज़े होए कि चलो आपके यहां से 10 लड़के, 5 लड़के whatever निकले जैसे चलता है कि मुझे लगता है जो गरीब बच्चे होते हैं जो आपकी मीडिया की स्टोरीज देखकर भागते हैं उनके लिए बड़ा सपोर्ट होगा और मेरा ड्रीम भी वही था अभी भी है कि कुछ ऐसा करो कि जो इस तरह के बच्चे क्योंकि एक्शुल में ना ऐसे बच्चों को पर सेंट मुझे लगता है कि क्रिकेटर्स ही क्रिकेट को चला देंगे तू अगर आप नाइन एंड्रेट करोड़ की बात करते हो उसमें से टेन या ट्वंटी परसेंट भी आज 180 करोड़ होता है आप सोचो पूरे इंडिया के लिए फ्री में कु तो इस विशेष में थोड़ तो मेरे मन में फिर थोड़ आता है कि जब मैं आपको मैं आपकी जहां रखकर अपने आप सोच रहा हूं कि आपकी बाद चौड़ा में शादी हुई इसी के असपास जैसवाल आया आपके लाइफ में आपकी प्रिवेसी भी गई होगी आपकी वाइफ आई रिप्लाई मैं करता हूँ, खिलाने मैं ले आता हूँ जब आपसे यह कहा गये के एक अकाउंट्स मुझे दे दीजे, या आज आप सक्सिस का हिस्सा नहीं है, डिरिक्ली एक तो है कि नाम में है एमोशन्स में है, बट एक पर्सनल प्रोफेशनल बोत रिलेशनशिप पर्सनल रिष्टा चल रहा है कि सर ने सिखाया बट जो एक डिव था आपका वह जो आपकी प्रिवेसी गई वह जो आपका टाइम गया वह जो अपने घर में दिया सब कुछ रहा और वह जैसे कई बार मुझे गुरु हैं उस जमाने में उस सिचुएशन में वह पेंसिल कितनी क्या दी थी उसको आज उस पैसे से आप नहीं दोल सकते हुं क्या यह आपको तकलीफ देता है कहीं अंदर खाने की यार या कुछ और बच्चे में वह एनरजी लगाने में कि यार सबकुछ तो करके देखा मैंने जब मिलता तो आप नहीं बदल जाता है क्या जैसवाल बदल गए अब कमाने के बाद या इंडियन टीम पर मुझस तो मैं फिर भी फिर बोल रहा हूं कि वह मैंने उसको बच्चे की तरह पाला है वह अगर कुछ उसके दिमाग में चीजें भी आई है तो एक समय के साथ निकल ले गया तो मैं अभी यह सब नहीं बोलना चाहता क्योंकि मुझे लगता है कि वह रिकेट खेल रहा है मु बहुत अपने बात करते हैं और मैं यह सब चीज़ा कभी सोचता नहीं था और मैं अगर सोच अगर मैं यह सब सोचता तो शायद बनता भी नहीं क्योंकि अगर मैं पहली दिन यह डाउट करता कि आगे जाकर क्या करेगा कैसा करेगा तो मैं शायद बहुत अच्छे फैमिली के बच्चे आते देर पेज गुड गुड अमाउंट अपनी तो मुझे वह दे नहीं दे मेरे कुछ फरंक नहीं पड़ता क्योंकि अब मेरी जो वैलूएशन है काफी अच्छी है और मुझे बहुत अच्छे लोग जो ठीक है फैमिली के बच्चे आते थे पेट मी तो वह दे या ना दे मेरे कुछ फरंक वह अब इस वेरी फ्रेंक विद यू मैं उसको देना चाहिए था क्योंकि मैं उसका गार्डियन हूं मैंने उसके लिए सब इनवेस्टमेंट किया है लेकिन मुझे ना अब सो बार भी पूछो नहीं यह तो पूछता हूं कि जब नया वाला घर आया हमने सुना वह आपको नहीं पता चला था जो नया घर घर लिया गया तो मैं वही कह रहा हूं कि या जिस पिता ने आपके हाथ में हाथ पकड़ा और यह कहा कि यह आपका बच्चा है अब वह दस साल में पांच बार आए अब आप आउटसाइडर हो गया पहले वह आउटसाइडर थे वह आउटसाइडर है देखिए यह मैं हमेशा जरूर बोलूंगा कि आप किसी को कितना भी कर दो जो उसके माँबाब होते हो माँबाब ही होता है मैंने एक सीरियल देखा था बच्चपन में जंगल बुक आपने भी देखा मोगली वाला तो वो मोगली को लीला और सब फैमिली है ना आप सबने देखा होगा तो उसमें यह दिखाता है कि वह बहुत प्यार से उसको पालते हैं लेकिन इंड ऑफ दे डे लोग बोलते मनुष्य है अब लास्ट में मनुष्यों के साथ ही रहेगा शेर खान से बजाते शेर खान हमेशा उसके ऊपर हमले करते हैं बचाते हैं उसको बघीरा आता है वह भालू आता है सो मिनट कैरेक्टर तो बाद में मैंने बड़ी देखा मुझे याद है मोगली तो बाद मैंने एक्सेप्ट कर लिया वह चीज कि यार इंड ऑफ दे डे जो मां बाप होते हैं वहीं मां बाप होते हैं और होना भी चाहिए क्यों नहीं होना चाहिए अगर उसके मां बाप है तो इतने साल तक अपने मां बाप से अलग रहा है तो उसकी भी एक मूरल रिस्पॉंसिबिलिटी है एक सोशल रिस्पॉंसिबिलिटी है और उसकी तरीके बहुत साथ जो नहीं है अब कोर्स आई तो मैं तिंक मां बाप देखें मैं उसको सिखाता था बच्चपंद से क्योंकि जब वह कभी-कभी ऐसा होता था कि उसकी मम्मी का फोन आता था तो मैं बोलता था किसका फोन है हम ज्यादातर तो मेरे साथ ही रहता था सुबह से शाम तक तो काट देता था कि उसका फोन कट रहा है बोला मेरी मम्मी का फोन है उठा नहीं सर मेरे को नहीं बात तो मैं गुस्सा करते कि तेरे मां आपने तेरे को पैदा किया है तुझे बड़ा किया है देखो मां आपना मां आप होते हैं ठीक है वह बच्चपन में आदमी मां और बाप को नीद आती है तो भी सोते नहीं है क्योंकि उनका बच्चा जागरा होता तो मां आपकी जगह कोई ले सकता हूं तो मुझे लगता है कि अगर अपने मां बाप के लिए कर रहा है तो अच्छी बात है कोई दिक्कत मुझे आप जैसवाल से आगे बढ़ते हैं हालांकि जैसवाल प्रदर्शन बड़ा शांदार असर टेस्ट सीरीज में तो मैं हमेशा से यशश्वी को बात के जब भ तो मैंने उसके लिए किया है ना मैं वहीं नोटिस करता हूं कि बहाया मैंने उसको क्रिकेट सिखाया मैंने अपनी जिंदगी के नौ साल उसके ऊपर लगा दिए मैंने एक ही चीज सोचा था कि इंडिया के लिए खेले और इंडिया के लिए खाली कि दस साल इंडिया के लिए 2018 भी बोला था तो मेरे अंदर विजन था कि इस यह इंडिया खेलेगा और सिर्फ इंडिया नहीं खेलेगा लेजेंड बनेगा और उस राह पर जाते हुए दिख रहा है तो मेरे लिए कोई मैटर नहीं करता है कि उसके साथ रह रहा है क्योंकि मेरा जो मेशन था ना वो काम्याब हो रहा है ट्रू बाकी पैसे तो क्या मैं भी कमा लूंगा ठीक है हम भी सीखते हैं देखे पैसा बहुत जरूरी है मैं यह भी नहीं बोलूंगा मनी अगर पैसा ना हो तो हम सब यहां नहीं बैठे हो ट्रू लेकिन ठीक है क्योंकि जो मैंने अपनी प्लेइंग 11 बनाई है उसमें मैं जैसवाल को देख रहा हूँ रोहित के साथ करते हुए शुबमन के ऊपर क्योंकि शुबमन का स्ट्राइक रेट मुझे कंपेरिजन में थोड़ा सा कम लगता है जैसवाल का थोड़ा जादा लगता है इसलिए मैंने T20 में प्रॉरिटी दिया है आपको लगता है ऐसा कुछ कि T20 वर्ड कप में जैसवाल ज चाहूँ T20 हो या test cricket हो और test cricket में उसका strike rate देख लीजी जबरदस्त तो मुझे तो लगता है कि वो खेलना चाहिए और दूसरी चीज क्या है जो आप एक बोलते हैं एक person अगर आप बोलते हो तो maybe अगर वो भी IPL के बहुत सारे matches बचे हैं अगर उसने IPL में 400 या 500 run की है तो I don't see there any doubt that he should not be there बट शुबन गिल से competition है I really don't know किसी का competition किसी के साथ नहीं होता है जाएगी उसको अपनी जगह बचानी है तो हम नॉट टॉक्टिव सुब्मनगिल मैं हमेशा से बोलते आया हूं कि कोई किसी का कंपटीटर नहीं होता है हर इंसान अपना कंपटीटर होता है अगर यश श्वीन लास्ट येर 500 रन किया है तो इस आपको चांस मिलता है आप करो और सबसे अच्छा अपना एफर्ट लगाओ चीज सिलेक्टर के ऊपर है कि उनकी स्कूल प्रीफर देखिए अब दूसरा खिलाड़ी के बारे में जैसवाल के मैंने काफ़ी बात कर ली आपके साथ एक और खिलाड़ी जुड़े थे नाम है पृत्वेशाओ एक खिलाड़ी जिसको लेकर कहा गया रवी शास्त्री ने कहा था कि वेनी वॉक्स इंटू द फील्ड ऐसा लगता है कि ब्रैन लारा सहवाक सचेन और जब शाओ आ पृत्वी शौ क्यों गायब हो गए देखिए पृत्वी मेरे पास 2015 में आया था और 15 16 17 तीन सालों मेरे साथ था और जब वह आया था तो वह शायद मुंबई की एंडर 16 के लास्ट दो तीन मैच में नहीं खेला था और उसके फादर से मेरी था अलग-अलग नेट में खेलता था तो ऐसे एक दिन हमारी मुलाकात हुई और मैंने बुला नेट में बैटिंग कर उसके थोड़ा थोड़ा रन्स हो नहीं रहते उस टाइम पर तो आया बैटिंग किया और पंदरा दस पंदरा दिन मेरे पास आया और फिर उसके फादर बोले कि सरम आपके पास आना चाहते हुए लाओ लाइक देख तो वहां से हमारी जर्नी स्टार्ट हुई और फिर वह उसके पास दो अंडर 19 नेक्स्ट यह अंडर 19 के लगूज भी आट्रॉफी किला उससे सिलेक्शन के पहले मैज में 120 वन थर्टी वन किया फिर वन टी एटीवन किया जो हमारा वहां का अंडर 19 के ट्रायल मैच होते और कूज भी आर केला तो वहां से जर्नी स्टार्ट हुई और मैंने उसको पर काफी काम किया टू थाउजन फिटीज और अ 16, 17 और basically वो talented तो शुरू से था वो बहुत सारे coaches ने उसके पर काम किया था मैं पूरा credit नहीं लूँगा क्योंकि मुझे लगता है कि प्रित्वी के ऊपर और भी बहुत सारे coaches ने काम किया है मिजी क्रिकेट क्लब है वहाँ पर उसने काफी मेहनत की रिजबी में उन्होंने हो गया है उसके और भी coaches है लेकिन उस time पे मैं था उसके साथ और मैं था और कोई नहीं था तो मैंने इसको काफी guide किया मेहनत किया उसको सब किया मुझे ऐसा लगता है कि जब under 19 world cup हुआ है तो मैं बहुत एकसाइटेड था कि मेरा क्योंकि अक्शुली देखे तो पहला लड़का वही था जो अंटर 19 के लाथ जिसको मैंने कोच की तो मैं बहुत एकसाइटेड था और मैं वेट कर रहा था कि वह पॉल करेगा बात पर हो गई थी क्योंकि मैं दिल्ली में आया पर बैठा था उन्हें बोला कि पृत्वी से बात करा दो और मैं कभी पृत्वी को डायरेक्ट कॉल नहीं करता था मैं उसके डाइट के थूब बात करता था तो मेरे को मजबूरी हो गई कि मुझे करना पड़ा तो उसने मेरे से बात किया दो तीन लोगों से और बात किया उसके बाद under 19 world cup के बाद आज तक मैंने इसको देखा नहीं है क्या बात कर रहे हैं मैंने इसको face to face नहीं देखा है और under 19 से बढ़े आप ही coaching कर रहे हैं जाने के पहले भी मेरे साथ वो celebrate करके गया था उसका बढ़डे है 9 नवेंबर को तो रंजी का कुछ बॉंबे का 500 वा match था तो वो मेरे घर पे आया था अपने cake week कटा उसका कुछ contract हो रहा था कोई company से तो 2017 end के बाद दो अजार चौबीस में हम बैठे हैं, मैंने इसको देखा ही नहीं है, साथ साल, येस, और मेरे बहुत सारे फ्रेंड्स हैं, जैसे वसीम है, इंडियन ओवल में खेलता है अभी, राज़िश पवार है, दो बार उन्होंने बोला है, तो I don't think उसका क्या इशू है, I don't know, तो अ प्रत्वी ने यहां बनाया नेक्स सचन है यह वो है इंटरनेशनल क्रिकेट में डेबियो हंडर रहा फिर वो एक अंदर आती गेन की परशानी शुरू हुई और उस अंदर आती गेन ने प्रत्वी को ऐसा बाहर किया कि आज उनके वेट को लेकर सवाल होते हैं तो पृत्वीश शौब उतने ही थे जैसवाल की आज तीनों फॉरमेट में जगह बनी है और पृत्वीश शौब की तीनों फॉरमेट में जगह पहले बनने के बाद वह बाहर हैं जबकि उन्हीं के साथ ही चाहे अर्शदीप हो या शुबमन गिल हो या बाकी जितने प्लेयर ब्रायर लारा की कुछ स्टोरीज मुझे चमिंदावास ने शेयर की थी कि वह कैसे थे अपनी भी स्टोरीज चमिंदावास मेरे अच्छे दोस्त है तो हम लोग थोड़ा लेजेंट्स कैसे जीते हैं उसके बारे में काफी बात करता था उनसे मैं जानकारी लेता था तो कहीं जो बीच बोलते हैं या स्मॉल बोलते हैं पौधा वही टैलेंट है उसको पेड़ बनने के लिए ना अगर हम पेड़ टैलेंट मतलब एक छोटा पौधा और एक पेड़ होता है तो उस वह जर्नी होती है ना उसमें कंसिस्टेंसी बहुत चाहिए और कंसिस्टेंसी क्या चाहिए आपका लाइफ स्टाइल आपका वर्क एथिक्स उसके बाद डिसिप्लीन तो अगर मैं दूर से बोलूं जैसे सब लोग बोलते हैं जैसे मैं खबरे सुनता हूँ तो मुझे लगता है कि उसने कहीं न कहीं कॉनसिस्टली अन कॉनसिस्टली क्योंकि मेरा स्टूडेंट है तो मैं हार्थ नहीं बनूंगा क्योंकि मैं चाहूंगा कि अगर कोई बच्चा मेरा ही मेरे साथ ही रहा कंसिस्टेंसी चाहिए चीजों को बेहतर और बनाने की क्योंकि आप अंडर-19 में रन कि आप टेस्ट में रन कर दी थी के अंदर लगातार सुधार लाने पड़ते हैं जो चीजें लगती है क्योंकि वहां के बोलर बहुत स्मार्ट होते हैं अगर आप सचिन टेंडूलकर का 1989 का वीडियो देखो तो अजीब से खड़े होते थे और अगर 2011 या 13 का देखो तो एक अलग सा पोस्ट दिखता है या तो सचिन टेंडूलकर में अपने गेम को लगातार रिफाइन किया ट्यून किया पर काम किया फिटनेस पर काम किया मेंटल टॉफनेस पर काम किया होगा मुझे लगता है प्लेयर तभी भटकता है जब अपने प्रोसेस से हटता है अगर आपकी प्रोसेस सही है आप डेली वो रेप हेबिट्स को फॉलो करते हो तो आप पीछे नहीं जाते हो तो कहीं नहीं कहा मुझे लगता है जो प्लेयर फेल होते हैं या नहीं कर पाते हैं उनके अंदर ये चालेंजे जरूर होते हैं यशश्वी की बात है तो मुझे लगता है उसका वर्क है तो एक सुपर्ब है वो मेहनत बहुत करता है और उसको अपना काम पता है कि ये चीज मुझे कैसे करनी है ये ही दोनों डिफरेंस है लोग कहने मुंबई का राजा कौन आप तो मुंबई में रहते हैं कौन है और क्यों ये बवाल है?

क्योंकि ये बवाल हमने पहले देखा नहीं किसी खिलाडी को स्टीडियम में बू किया गया हो मैं आज एक काटून देख रहा था बाहू बली वाली आई है मुझे बहुत हसी आई हूँ देखके देखे छोटी मुँ बड़ी बात बहुत बड़े लेवल की बात है अब पंडिया इतना बड़ा प्लेयर अंबानी इतने बड़े बिजनेसमैन रोहिश शर्मा इंडिया कैप्टर मैं कहां घुसूस के अंदर तो मुझे लगता है कि थोड़ा हार्डिक पांडिया को टाइम देना चाहिए क्योंकि एक मैनेजमेंट जो होता है कोई भी आईपीएल की फ्रेंचाइज होती है वह हमेशा लॉन टर्म सोचती है यह मेरा अपना मानना है अगर मैं अजन्न एक्सपर्ट बात करूं तो कोई भी फ्रेंचाइज होती है वह लॉन टर्म सोचती है वह रोहित शर्मा भी आई थिंग 37 के आसपास आ चुके हैं मेबी यह टी ट्वर्टी वर्ल्ड कब हो सकता है कि उसके आगे दोनी स्प्रेंग इन फर्टी टू अभी लास्ट उजर क्या मारा सर 16 प्रेसेंटिस मारे तो मैं वहीं कह रहा हूं फ्रेंचाइजी के ऊपर एक मैनेजमेंट मेरा आपका मैनेजमेंट अलग हो सकता है मेरा मैनेजमेंट अलग हो सकता है तो हो सकता है मैनेजमेंट सोचा हो कि हम एक नया या कोई किसी और को यह जिम्मेदारी दे और अभी दो ही मैच में शाद आईपीएल के और बजाएंगे मुंबई में मैच तो अभी आईटिंग थोड़ा सा पब्लिक को अ को भी वक्त देना चाहिए कि वो प्लेयर एक 14 मैच होने के बाद या सीजन खतम होने के बाद क्योंकि आप मुंबाई इंडियन का रिकॉर्ड देखो आप हार्डिक पांडिया को साइड में दो मुंबाई इंडियन का रिकॉर्ड देखो कि वो फर्स्ट आपने शायद आप डेट टाइम देखो आपके रोहिच आगे पीपल सेट इट वाज़ रोहिच शर्मा कैप्टेंसी तो वहीं विटोरी कोटा के विराट को बनाया गया था विराट हटा फाफ आ गया दोनी हटे रितुराज आ गया इस वाले में इतना कांड क्यों हो गया मुझे ऐसा लगता है कि अगर मैं जड तक जाओ तो चुकी रोहिश शर्मा अभी करंट इंडियन टीम के कैप्टन है अपने कि 2019 के बाद एक test match नहीं खेला है प्रवीन कुमार ने भी गुस्सा दिखाया मैंने interview करता है कि चांच उतर के आया है काफी coverage उसकी हुई तो ये भी आप मानते हो कि रोहित सारे matches खेल रहा है लगातार खेल रहा है वर्ड कप के बाद test series खेल रहा है वर्ड कप में भी almost जीते थे वो उसका भी एक emotional असर है कि थोड़ा सा वो एक loyalty वाला आपने सही point उठाया कि जब से IPL आया है to be very frank जो players होते हैं ना वह डोमेस्टिक क्रिकेट को उतना वैल्यू नहीं देते और जो डिफिकल्ट फॉरमेट एक रिकेट का जो टेस्ट क्रिकेट है वह शायद बचना चाहते हैं शायद उनको लगता है उनको ज्यादा वर्कलोड नहीं लेना है हम आईपीएल में इंजर्ड नहीं हो जाता फ्रेंचाइजी वर्सेस कंट्री फ्रेंचाइजी वर्सेस स्टेट यह एक चीज है जो फिलहाल चल रही है क्योंकि यह सचमुच चिंता का विषय है कि आईपीएल आप दो महीने खेलोगे और पूरा साल आप नहीं खेलोगे तो मुझे लगता है कि यह प्लेयर्स को जरूर सोचना चाहिए कि कंट्री शुट ऑलवेस कम फर्स्ट अब मैं सिर्फ प्रभार दिकली नहीं बोला सबके लिए बोला था कंट्री के लिए खेलना प्राउड होना चाहिए तो कहीं नहीं कि मुझे लगता है यह चीजें रिपोर्ट में आती है कि प्लेयर रंजी ट्रॉफी नहीं के लिए और कहीं और जाकर प्रैक्टिस करें और ट्रेनिंग करें बड़ोदा में था कि हारदिक कुर्णाल और इशान प्रैक्टिस करें तो रजी कमेश नहीं खेला हां तो मुझे लगता है कि इसके वजह से थोड़ा पब्लिक को या लोगों को लगता है कि देखना था नेस्ट विद जॉब ने बड़ा अच्छा कदम उठाया कि जो रंजी ट्रॉफी खेलेंगे उनको तो रोड़े श्रीय सैयर पर जो बैन लगा था भी कि बैन क्या लगा था उन्हें कॉंट्राक्ट नहीं दिया गया था एक प्लेयर जिसने वर्डकप में 500 प्लस ने मनाए फर्स्ट दो लड़की ने सब हां तो मैं वहीं कह रहा हूं कि वह सही था जो श्रीर के साथ वह अब देखिए मैं इतना बड़ा आदमी नहीं हूँ कि मैं BCCI के decision पे questions करूँ अब BCCI के internal reports क्या है अभी आपको और मुझे नहीं पता कि BCCI के management का कौन से reports गया है हम तो खाली किसी ने बोल दिया तो वो माल लेंगे उसने वो बोल दिया तो वह मान लेंगे मुझे लगता है कि कोई और रिजन भी हो सकता है अभी हम उसका ठीक है लगाता है कि वह आप आपके बच्चे भी बहुत सारे हैं मैं आपको क्यों कोंट्रवर्सी में डालूं अच्छा आईपीएल में आपकी चार टीम है कौन तरफ यह तो इसी चार टीम है कौन सी जो आप देख रहे हो कि ये टॉप 4 में जाने वाली है मेरे को लगता है कि चेन्नेई वन अप द टीम मतलब ये तो आग बन ये तो बहुत ही तो आप चार टीम तो चार बताऊंगा चेन्नेई वन अप द टीम आई थिंक राजस्तान वन अप द टीम जिसको मैं बोल सकता हूँ बिकोज़ अब जॉस बटलर वस नौट इनफॉर्म अभी दो ही मैच हुए तो मुझे लगता है राजस्तान एमाई का बोल नहीं सकते, लास्ट में कहां से कौन आ जाएँ? ऐसा तो नहीं कि रोहित शर्मक चलते आप भी कह रहे हैं, रोहित अच्छा कर ले, मुंबई जीते न जीते. और चौती सीट पे मुझे लगता है कि मेरे इसाब से, सरे जीटी और लखनाओ. बात हम बीते 12 साल उस 2013 में लास्ट हम जीते थे आईसीसी टॉफी टेंपरेंस टॉफी दोनी के बाद फिर नहीं जीते क्या लगता है सब अच्छा करते क्यों ऐसा जाता है अब मुझे ऐसा लगता है कि बहुत सारे जो आईसीसी टूडमेंट है दो इसके दो फेजेंज है बहुत सारे आईसीसी टूडमेंट आप देखेंगे तो आईपीएल के जस्ट बाद भी होते हैं अगर आप पोर्टिस करो में भी 50 पर सेंट तो आईपीएल एक बहुत ही ठकाव टूडमेंट अगर आप देखोगे ना तो आईपीएल में प्लेयर थक जाए जाते हैं आप आज मैच खेल रहो फिर सुबह आपको दूसरी फ्लाइट पकड़नी है दोपैर को फिर एक दिन प्रैक्टिस करोगे तो और क्या होता है कि सारी जो टीम होती है ना अलग-अलग सारे प्लेयर अलग-अलग टीमों में बढ़ जाते हैं तो जो कंबिनेशन होता है ना वह में भी शायद नहीं बनता है क्योंकि क्रिकेट सिर्फ टालेंट या बोलते ना स्किल का खेलते हैं अगर मिचल माश उनके कप्तार न ऑस्ट्रीलिया का उसको खिलाते हैं चार नंबर पर कभी तीन नंबर वहीं कह रहा हूं कि बाकी टीमों से मैं अपने पानी पिलाने के लिए तो कहीं न कहीं मुझे लगता है कि यह नॉकआउट मुकाबले में हमारे थे कहीं न कहीं वह जो प्रेशन हैंडलिंग है जो जीतने का आप जीतने का दबाव है हारने का प्रेशर में नहीं बोलूंगा जीतने का जो दबाव है कि हमको यह वाला जीतना है हमको यह जीतना है हमको यह जीतना है उस पर कभी-कभी प्लेयर ओवर फोकस भी हो जाते हैं ओवर बोलते ना ओवर ट्राइक करने लगते हैं तो मुझे लगता कहीं ना कहीं यह जरूर एक चीज है और अगर यह हो जाए तो नौशास आप से रिश्टे कैसे आपके नौशास इस शैरी सुनते हैं आप खाली नहीं खाली आप लोगों के तरूस लेता हूं लेता हूं मैं एक्शनली टीवी इंटरनेट से बहुत दूर रहता हूं क्योंकि मैं सुबह आपको बताया मेरी जर्नी आठ नौ घंटे में ग्राउंड पर रहता हूं और शाम को आते थक जाता हूं मैंने सुना उनको भी किसी ने हिट किया था कभी इतना ही करना अपने बच्चों बना दो यह सैट स्टोरी है एक्शनली एमिन पॉजिटिव स्टोरी डिस्कस करना चाहिए पर उन्होंने दिखा दिया थी इस लाइट पर ना देखिए क्या होता है बंजार आकेडमी दो चीजें मैं आपको बताता हूं कि एक सिच्वेशन आती है मारी जिंदगी में जब भी हम कोई काम करते हैं अ तो हमारे जिंदगी में एक situation आती है और वो situation आप ही लाते हो आज हम बात कर रहे हैं किसी भी player की या शश्वी की पृत्वी की या हम क्यों बात कर रहे हैं क्योंकि उनको हमने बनाया उनोंने हमको बनाया तो हम अपने जिंदगी में एक stage पे आते हैं जब भी हम कोई काम करते हैं एक situation आता है अब उस situation से लड़ना है करना है या जीतना है आपके ऊपर है तो आज आप नोशात की बात कर रहे हो तो किसी प्लेयर ने उनको ताना माराता मुझे पता है प्लेयर को ने मुझे बताया भी था चीज अगर वह ताना नहीं मारता तो आपको लगता है सरफराद और मुशीर नहीं पाते आप मुझे बताइए आप उनके फादर ने फिर उसको लेकर तब आप मुझे बताइए आपने बहुत सारे लोग का किया शायद कम डालोगी आप सटिस्फाइड हो जाओगे कि चल भाई यह लड़का कर रहा है तो वो सिच्वेशन आई और उसने उस सिच्वेशन को के लिए लड़ा और आज जीता तो आई प्राउड और भी और ऐसे ही सबको सुचना चाहिए जो कि जिंदगी में ना हमेशा 222 सिचुएशन आती है आइएडर आप किसी को बड़ा बोलकर अपनी गुस्से को शांत कर दो या फिर उस गुस्से को अंदर जिंदा रखो और वह चल ठीक है ना 10 साल और देख विविल सीट एक महात्मा गांधी से किसी ने सवाल पूछा कि गांधी जी आप आहिंसा के पुजारी हो आपको गुस्सा नहीं आता है मैंने किसी बुक में पड़ा है तो गांधी जी ने बोला कि नहीं मुझे बहुत गुस्सा आता है तो बोले में कोई पता कि मुझे बहुत गुस्सा आया था जब अंग्रेजों ने मुझे ट्रेन से निकाल के फेक दिया था क्योंकि मेरे पास पर फर्स्ट क्लास का टिकट था मैं टिकट लेस्ट नहीं था और मुझे इन्होंने फेक दिया उस दिन ना मुझे जो गुस्सा है ना उसके वजह से अंग्रेजों को मैंने डिसाइड किया कि इंडिया से उठाकर फेक दूंगा तो गुस्से को ना तो अगर आपके साथ ऐसा कुछ होता है तो उसको भूलो मत लेकिन उससे सीखो और आगे बढ़ो तो अभी कितने नए प्लेयर आपके पास है जो बच्चे जो ट्रेनिंग दिया अब मेरे हिसाब से अभी मेरे पास 10 से 15 बच्चों का अच्छा पूल है जिसमें कुछ अब यह कोई लड़का इंडिया ने इंडिया के लिए दिवियांश शक्सिना है यह ऑल सुप्लेट अंडर नाइटीन वर्ल्ड कप अब यह लड़का इंडिया ने इंडिया के लिए लड़का इंडर ट्वंटी फाइड मुंबई खेल रहा है वह चोटे लेवल पर मेरे लिए सक्सेस जब मैं यह शुभी को यह लोगों को ट्रेनिंग करता था तो मैं बहुत ही छोटा सा एक मां मामूली सा कोच था ठीक है मुझे कोई जानता भी नहीं था कि मैं कोई ना इंडिया खेला हूं ना मैं फर्स्ट क्लास खेला हूं आप प्राउड ऑफ कि मैं यह बोल के आपके साथ में बैठा हूं अच्छा कोच बनने के लिए बहुत बड़ा क्रिकेटर होने की जरूरत नहीं पहली चीज तो यह कि जो इस पोस्ट कार्ट को गांव में छोटे-छोटे कोचे सुन रहे कभी भी यह डरना मत कि आप ज्यादा क्रिकेट नहीं खेले हो और जो क्रिकेट खेला उसी को सब नॉलेज होगा क्रिकेट उस टाइम पर मेरे पास सब ऐसे बच्चे आते थे जिनका कोई ना कोई इशू होता था जिनको कोई देखने वाला नहीं खिलने वाला और अच्छे जो बच्चे होते थे वो अच्छे क्लब्स में जाते थे मेरे पास क्यों आएगा कोई आज से 15 साल पहले क्यों आएगा तो उस टाइम पर जब मेरे पास कुछ नहीं था तब ऐसे बच्चे आते थे I don't want to take any name जब कर जाएगा तो मैं फिर आओ रहा हूंगा उसको लेकर आपसे बात करेंगे इंटरव्यू हमारे साथ करेंगे वाइ नॉट करने कोई भी चीज होने के बाद बतानी चाहिए मेरे इससे अभी आपकी आपका बच्चा डॉटर तो महिला क्रिकेट भी अच्छा कर रही अब कोशिश आइटिंग कर गर्ल्स क्रिकेट मुझे लगता है कि अगर कोई भी लड़की सीरियस्ट ली खेले तो अगले पांच से दस साथ बहुत अच्छे जाने वाले हैं उसके बाद फिर से बॉय्ज वाला कंपेटीशन गर्ल में भी आ जाएगा क्योंकि भीड़ बढ़ जाएगी तो मेरी बेटी तो खैर भी 6 साल की है उसको क्रिकेट अभी पता नहीं पसंद है कि नहीं पसंद है यह आप पता था आप चीज है कि आज हमें विमेन क्रिकेटर्स के नाम याद हो गए सब कि वर्ना कहां पता था खाली आप किसी पूछो कि इंडिया कैप्टन कौन है फिल्ल आप जनरल पूछेंगे तो इंसान करो शर्मा अच्छा इंडियन ट्रिकेट टीम आप पूछें कौन कैप्टन है आप इस इस पॉटकास पूछती थी अगर आप लोगों से पूछे कि इंडिया कैप्टन गर्स का बहुत कब लोगों को पता था यह मैं भी कभी-कभी नहीं फॉलों इमेजिन नहीं करते कि आप विमेन टीम की बात भी कर सकते हो रहे इंडियन टीम मतलब लड़कों की टीम यह इतना टेक केयर करता है आप दे लो बाकी बोर्ड क्या करते हैं बीसीसीआई का जो स्ट्रक्चर है देखिए क्रिकेट इंडिया में क्रिकेट का स्ट्रक्ट स्ट्रगल तब तक है जब तक आप बीसीसीआई के सिस्टम में नहीं जाते कि जितने क्रिकेटर बड़े होते हैं गरीब क्यों होते हैं मेरा सब्सक्राइब करें आप यह नियुक्त आप यह बेचा वह किया ऐसा किया देखें मैं बोलता हूँ ना कि बिना facilities के और बिना resources के आप district level भी नहीं खिल सकते हो, क्योंकि अगर आप batsman हो, bowler का may be थोड़ा बहुत exceptional case है कि आपके पास एक अच्छा जूता हो जाए, ball भी लोग दे देते हैं. रहते कि अगर आप कोई भी नेट में जाओगे तो बोलर सबकुछ ही रहते लेकिन बैटिंग में ना एक बैट्समेंट का एक अच्छा जो कि टो थे ना एट लीस्ट अच्छे लेवल के अगर कोई स्टेट खेल रहा है कम से कम आप तो मुझे भी बड़ा अजीब सा लगता है कि जो लड़के जैसे ही उनकी स्टोरी आती है तो कोई बोलता है मेरे पास नहीं था कोई बोलता है मेरे पास खाने के पैसे नहीं थे देखिए दो चीजें होती हैं गए गरीब हो सकता है प्लेयर, मैं यह मानता हूँ कि प्लेयर गरीब हो सकता है, लेकिन जब आप कहीं पोचते हो, तो बहुत सारी संस्थाएं आपका मदद करती है, या आपके parents उस काबिल होते हैं, या कोई और करता है, तो गरीबी वाला एंगल कभी मुझे भी समझ में नहीं आता है, क्योंकि अगर मैं आपको on record बताऊं, तो इंडिया में earning शुरू हो जाती है under 14 level से, सब के लिए नहीं होती है, एक state में काली 20 लड़का ही state के problems में होगा, या 15 लोग रहेंगे उसके, इसके अंदर तो अंडर 14 जो लड़के खेलते मुझे लगता है डेढ़ दो लाख रुपए उनको साल के मिल जाते हैं अगर सारे मैचेस खेलते हैं अगर अंडर 16 खेलते हैं लाइक वीजय मर्चेंट ट्रॉफी में भी 3-5 लाख एक्जेक्ट फीगर नहीं जाऊंगा अंडर 19 अगर कोई विनु मंकट खेलता है या फिर फूज भी आप खेलता है तो में भी अराउंट सिक्स टू टैन लैक्स के बीच में मिल जाता है अगर अंडर 23 खेलता है तो कुछ मेरे साथ से अराउंड देट और रंजी खेलता है तो अराउंड दी से 30 लग तो यह अ यह मुझे बड़ा अजीब सा मुझे भी लगता है कि वो बच्चे इस सारे लेवल खेल के ही खेलते हैं अगर आप किसी प्लेयर की बात करो तो अंडर 14, 16, 19 के बगएर आप रंजी में जाए नहीं सकते हो बहुत रेयर केस में भी फास्ट बोलर जा सकते हैं तो आपको उतने साधन के कोई पहुंच सकता है या तो आपके माधर फादर में किया है या तो किसी और नहीं किया है और मैं बोलूंगा कि मैं खुद क्रिकेट कोचिंग में हूं मेरे यहां पर बहुत सारे बच्चे आ जाते हैं यूपी से बिहार से किसी-किसी को बैठ पकड़ने भी नहीं आता है और बोलते सर हमको खिला दो और यह करो तो हम लोग बहुत सारे बच्चों वाचमेन बनेंगे हमको क्रिकेटर बना दो बहुत सर बोलते हैं कि आपको रहना खाना भी फ्री दे दो मैंने रखा है काफी बच्चे है अभी भी लेकिन अब कम हो गए तो मुझे लगता है बिना संसाधन के ना यह हो पाना बहुत ही मुश्किल है है वह नहीं है ठीक है अब लास्ट दो सवाल के क्लोजिंग के तरफ हम है एक आप ऐसा फैन लोग जानना चाहते हैं कि आपकी लेंगे कि अभी विशाब पंध की वापसी हुई है अब उनका वाइपीएल कैसे जाता है उस पर डिपेंट डीटी अच्छा कर रहा है फिर साथ साल वह वर्ड कंप्यूअर में अच्छा करने लगते हैं डीटी अभी पता नहीं वह सिलेक्टर चाहिए मेरे को लगता है मेरे साथ जुनिल जीतेश फिर हाल मुझे लग रहा है कि हम लोग रिशब को थोड़ा देखने चाहिए मतलब आईपीएल पर समझ में आएगा क्या होता है तो दो अगर ऑप्शन ले तो में भी रिशब एंड जीतेश का भी देख सकते हो करंट क्यों में बर्ड जीतेश या द्रूफ जिनने टेस्ट में चाहिए था अ आपके स्पीनर्स में कुलदीप अच्छा कर रहे हैं। जडड़ा तो मुझे लगता रहेंगे। आपके स्पीनर्स में कुलदीप अच्छा कर रहे हैं। जडड़ा तो मुझे लगता रहेंगे। आपके स्पीनर्स में कुलदीप अच्छा कर रहे हैं। जडड़ा तो मुझे लगता रहे हैं। शिराज वह चुकेश्चा शिराज मतलब एक पैसे जर्ज नहीं करूंगा पिछले में बहुत प्रेटे थे बट ओवर आल आई थिंग इज गोइंट प्लेट शिराज अभी महेंग यादों का भी नाम चल रहा है महेंग मुझे बड़ा इक्सएप्ट लगा अगर आईपीएल अच् जाने के लिए मुझे थोड़ा मैच का वेट क्योंकि आईपीएल में बहुत सारी बदल जाती है अगर आप देखोगे तो आईपीएल के पहले कुछ नहीं होता और दो प्लेयर से निकल कर जाते हैं तो मुझे लगता है कि यह कुछ प्लेयर्स है जो कर सकते हैं जैस� आपको बताएं कि बॉलिंग क्योंकि बॉलिंग करते हैं नहीं देखा नहीं और इंडिया में सारे कैप्टल्स रूप से रहते हैं मैं बॉलर ही नहीं है हमको अगर चार अगर हम भी चार बॉलर खिला ले विप पांडिया तो हमारे पास जैसवाल विशापन से उम्मीद नहीं करें कीपर है और जैसवाल से कराते नहीं देखिए यह शश्वी को मैंने बच्पन से दिया है कि तुझे वर्ल्ड का बेस्ट ऑलडर बनना है और उसने अपने डायरी में भी लिखा है मैं डायरी लिखवाता था उससे तो अभी रिसेंटली मैंने एक बार उसको बोला थोड़े दिन पहले की बात है कि तू बैटिंग में बहुत अच्छा रहा है लेकिन तुझे वह याद है ना मैंने क्या बोला तो उसने बोला यह सरवर्ल्ड का बेस्ट ऑलडर तो मुझे लगता है कि अभी तो टू अर्ली है वह आपको एक अच्छा लेक्स्पीन ऑप्शन दे सकता अगर आप उसकी मतलब बच्पन की या बीच में अंडर 2019 वर्ल्ड कप में भी उसने बोल डाला हुआ तो अ तो आप देखेंगे तो वह विकेट टेकिंग ऑप्शन है कि वह आपको तीन-चार ओवर डालेगा और एक दो क्रूशल विकेट लेकर आ जाएगा तो बट डिपेंड करता है तो एक स्किल एक अलग चीज होती ऑपरचुनिटी का अलग चीज होती है तो अगर उसको तो आई हेव फेथ इन इम कि अगर उसको बोलिंग में अपर्चुनिटी देंगे तो एक आपको आधे बोलर का रोल तो कम से कम प्ले करके जरूर देते हैं जैसवाला कंपेरिजन सहवाग से होता है कि लेफ्ट हेंड सहवाग है इत्तफाक रखते हैं देखिए यशश्वी का गेम ना बहुत चेंज हुआ है मैं आपको एक बताता हूं एक स्टोरी है कि जब वह बच्पन में छोटा था जब अंडर सिक्स्टीन या अंडर सिक्स्टीन तक तो मैं इसको एक बॉल भी उपर मारने नहीं देता था जब भी उपर मारता था मैं इसक दिया भी जैसवाल को आपने बहुत दिया है बहुत पणिश्मेंट दिया इसको नहीं यह जो रप्टा पड़ता है शायद एक दो बार नहीं उसको मैं अलग-अलग में मेरा पड़ेगी कैसी पड़ेगी तो यह एक बार क्या हो गया कि लेट आया उसने भी बोला जाएगी उसको मैं हमेशा घड़ी देखकर मैं थोड़ा घड़ी देखकर चलता हूं जब मैं मेरे दो तरीके जिनके साथ मैं बहुत उसके साथ मैं बहुत सीरियस था जैसे जो सीरियस प्लेयर होते मुझे लगता है जो खेलेंगे उनके साथ मैं खुद फॉलो करता हूं तो मेरी टीम के लोग भी सुनने थोड़ा सा इसे फिर उसने फिर से आठ बज के पाच मिनट नेक्स्ट डे मैंने क्या किया है उसको बोला नीचे खड़े हो जाए और गेट पर जाकर ना सबको नमस्ते कर जितने भी लोग आएंगे जब तक तो बहुत ही आट में भी हज रहा था नीचे से देखकर तो एक यह इंसिडेंस पर बहुत सारे पणिश्मेंट दिए उसको एक बार और कभी-कभी में परफॉर्मंस का पणिश्मेंट देता था एक बार क्या हुआ कि अ थे थर्टी फॉर्स्ट में जो होता है मैं उसकी बात कर रहा हूं उसके एटिट्यूड के बारे में थर्टी फॉर्स्ट में को हमारा एकडमी बंद होता है तो मैं बहुत एक्सट्रीव उसके लिए बहुत एक्साइटेड होता था कि उसको मैं देखूं हर दिन में भागता था तो उस टाइम मेरी कंपनी मतलब जो मेरा बिजनेस तो करता तो मेरे बहुत कोई बड़ी मीटिंग थी तो मैंने घड़ी देखा था लास्ट डे आज यह शुरू को बैटिंग करते हुए देखना है भागा गाड़ी चला कि आया घर पर ग्राउंड पर गया डायरेट घर पर बोला नहीं सर गांव जाना गांव जा रहा था बोला था कि जातू अपने फैमिली से मिलकर आ जाओ तो मैं बोला आ जाए चल राउंड पर जल्दी आ 10 मिनट के अंदर चाहिए तुम तो ग्राउंड पर आए वह जूता चूता निकल तो मैंने उसके जूते निकल रहा है और बोला जाए दस राउंड लगा बिना शूस है कर दो और वह यह था हार्ड सर्फिस था तो गया दस राउंड लगे कि विलाचर बैटिंग कर पिना शूज बैटिंग करना है तो गया बैटिंग कि उसके बाद मेरा पणिशमेंट खत्म हो गया तो नहीं लगा ब्लदर बॉल पर प्लग यह कुछ नहीं लगता है मेंटली स्ट्रॉंग कुछ नहीं लगता है फिर उसके बाद फिर इस पीनर्स डाल रहे थे फिर उसके बाद वह रात को हम लोग खाना खाते थे तो बैठते हैं उस साथ तो अ बोला सर आपसे मुझे एक बात कहनी है, बोला बोल, बोलता है कि मैं घर नहीं जाओंगा, मैं बोला क्यों नहीं जाएगा, जा, बोलता है नहीं सर, मैं ऐसे कैसे प्रैक्टिस मिस कर सकता हूँ, मैं ऐसे नहीं करूँगा, बोला नहीं जा, तेरा टिकेट विकेट नहीं काल बोला नहीं सारा मैं गाउ तब तक नहीं जाओंगा जब तक मैं मुंबई की टीम में नहीं आएगा मैं बोला नहीं जा वो नहीं गया और जब वो मुंबई खेला तब गाउ गया तो यह उसके अंदर भी quality थी तो ऐसे बहुत सारे incidents है एक बार कुछ उसने किया था तो मैंने बोला मैं तेरे से तभी बात करूंगे इसे आप बोले मैं बात क्यों नहीं कर रहा हूं मैं बहुत बार ऐसा हुआ है तो कुछ किया था उसने हरकत तो मेरे वाइफ ने बोला ऐसा-ऐसा है यह हो तो मैं बोला भी बुला है उसको तो मैं बोला कि अब मैं तेरे से कभ तो बैठे हैं लोग गाड़ी के बैठे हैं तो गाड़ी से उतरा तो मैंने उसका बैग उताया आप सामानों मान उतारते थे तो मैंने वोला चल ठीक है तेरे को मेरे से बात करना है ना तो बोला अरे सर क्यों नहीं लाइट मैंने 200 मार गई था तो कि आंद्रा के साथ मैस्ट था और वह शायद अंडर 23 का लास्ट मैस्ट था तो वह गया और पहले दिन 140 बेटिंग कर रहा था 140 42 नॉट आउट सब्सक्राइब तो वह फोन लगा रहा था फोन काट रहा है उसका अब मैं अपना सिंगल दे रहा हुआ नहीं तो मैंने फोन उठा नहीं फिर नेक्स्ट दोस्तों तैति नॉट आउट किया और आया वापस तो मैंने बात करना शुरू किया तो उसने बोला कि सर जब आप मैंने दोस्तों कर लिया ना तो सर बोल रहे थे अंदर से मार मैं सिंगल डबल खेल रहा था पता है क्यों बोल क्यों बोलता है आपका बात है ना मेरे दिमाग में चल रहा था कि दोस्तों करेगा तो ही बात करूंगा कहीं आप आने बोल लेते हैं ती पर बात करूंगा तो अब तो कोई डेस मैच नहीं अगले साल तक तो एक साल लग जाएगा तो मैं नॉट आउट रहा था कि आप यह ना बोलो तो आई थिंग देश सो मेरी गुड मेमोरी और बहुत मजा है मतलब उसके साथ बहुत सारी चीजें जो रिपास टाइम का रहते थे आई थिंग जब उसने टेस्ट में हंडड बढ़ा था अभी वेस्ट इंडीज काफी समय राउंड छह-साथ मिनट चलता है लांग टाइम बोला ना कि आप तो पर से जो इन सबसे जो में ज्यादा यह नहीं करता है हर इंसान के लाइट प्रोफेशनल रिपास पूछता नहीं था ना अगर प्रोफेशनल होता मैं सवाल नहीं पूछता वहां पर घर पर रहता था आप देखिए मैं फिर वहीं बोल रहा हूं बार-बार कि इंसान के अपनी कर्म है मैंने अपना कर्म किया वह अपना कर्म कर रहा है और बाप और बेटे चलता रहता है इस वर्ड आइट भी गुस्से में मैं बोल भी दूं क्योंकि वो मेरा हक है लेकिन मुझे लगता है कि तिन में एक भी ऐसा बोलता ना टाइम नहीं होगा जब मैं उसको वेस्ट नहीं करता हूं आप अपने फादर को लेकर आपके गला भराय था और अब जैसवाल मुझे लगता है कि मैंने कभी सोचा नहीं कोई दूसरा इंसान है अगर मैं दिल से बोलूं तो कभी सोचा ही नहीं कुछ अगर मैं बोलूं तो बहुत ब्लैंक था मैंने कभी सोचा नहीं कि आगे क्या होगा और मैं ऐसा इंसान हूं मैं ज्यादा आगे का सोचता भी नहीं कि मुझे लगता है कि आप ज्यादा प्लानिंग करने लगते हो ना तो यूनिवर्स आपको चालाग समझने लगती हैं और फिर आपको देती नहीं जिस जो आप चाहते हो तो अपने कर्म को ना यूनिवर्स के साथ जोड़ो लगे रहो और फिर आपको इतनी चीजें मिल लेगी कि पीछे की चीजें पीछे चले जाएगी क्योंकि मेरा ट्रैक रिकॉर्ड है मैं जब शुक्रिया तो मेरे दोस्त बहुत रिच तो हम दोनों साथ में मस्थी करते थे प्रैक्टिस गर्प जाकर बहुत सारी हरकते तो मुझे थोड़े ऐसे ख्यालात आने लगे कि आगे अगर मैं क्रिकेटर नहीं बन पाया कुछ नहीं कर पाया तो यह तो है और एक दो बार मैंने शेयर किया कि हुआ है तेरा तो ठीक है, मेरा क्या होगा?

तो बोलता था रे छोड़ना यार इतना बड़ा अपना बिजनेस है कहीं न कहीं तू भी सेट हो जाएगा तो मेरे कहीं न कहीं सबकॉंसिस्ट ब्रेड में न वो जा रहा था बड़े दिन पता नहीं क्या हुआ मेरी उससे बहुत बड़ा जगड़ा हुआ और हमारी दोस्ती तूड़ गया उसने मुझे को तो मुझे लगा ठीक है ना मेरे जैसे नोकर है ना मैं नहीं हूँ और उसके बाद आज तक मैंने कभी बात नहीं गया और अब उसके consistent मुझे फोन साते हैं और वो बोलता है रे यार सॉरी बुल जाओ सब नाओ इकॉल्स मीडियो एवरी मंथी कॉल्स में ऐसे तो और फिर मेरी दोस्ती वसीम जाफर से हो गई क्रिकेट इतना बड़ा नाम और हम दोनों बहुत पासप्रेंड है तो मुझे लगता है ना कि जैसे मैंने आपको स्टार्ट में बता हर चीज का एक कारण तो आपको हमेशा वह देखना है कि आप आपके आज पर सिर्फ हमको हमेशा एक ही चीज सोचना चाहिए कि हमारे कंट्रोल में क्या था और वह ना हो आप अपने को सुधारने की कोशिश करो और अगर आप करते रहोगे तो यूनिवर्स आपके साथ एक यूनिवर्सल पावर होता है कि अगर आप चीजों को दिल से करोगे और शारुख कारण का डायलॉग भी है तो आप हिस्ट्री क्रिएट कर सकते हैं तो यूनिवर्स आपके साथ एक यूनिवर्सल पावर होता है कि आप चीजों को दिल से करोगे और शारुख का डायलॉग भी है तो आप चीजों को दिल से कर सकते हैं तो आप चीजों को दिल से कर सकते हैं तो आप चीजों को दिल से कर सकते हैं तो आप चीजों को दिल से नहीं होते थे तो कभी-कभी ऐसे आंख ऐसे खुलती थी और अपने आपको ऐसे कोश्चा था और बोलता था कि कि यह जो चेहरे ना मेरे आसपास अपने आपको बोलता था यह जो चेहरे ना मेरे आसपास कुछ इनकी तरह अगर वसीम जाफर आपकी बड़े इच्छे मित्र हैं आपने कई बार उनका जगरिस पॉडकास में किया वसीम जाफर के फर्स्ट क्लास में जो रन है वो अन्मैचबल है कोई खिलाडी दूर दराज तक नज़ा नहीं आता है बहुत बार होता था जब वो एक्शन जब वसीम भाई इंडियन टीम में आए थे 2005 में तो उस टाइम पर कहीं उनका नाम भी नहीं था और वो सौरा तो रख गांगली ड्रॉप हुए थे वसीबा अंदर आए थे आपको मैं थोड़ा रिकलेक्ट कराता हूं कि उस टाइम कहीं पर था ही नहीं कि वसीबा आ जाएंगे उन्हें दिलिप ट्रॉफी में रन किया था तो उन्होंने काफी रन किए और मुझे लगता है कि वहीं ना कहीं ओं सो टेस्ट मैच खिलने वाले प्लेयर है बोलता भी था लेकिन ही दो वेरी सिंपल गाई वह ही ऑलवेस इनसे तो काफी आगे गए आगे हो तो डेस्टिनी एक चीज होती है जिस चीज के लिए बने होते हैं जितनी चीज हमको मिलनी होती है हमको मिली है और मैं इंडिया के लिए 31 टेस्ट मैच खेला इतना सारा रंजी ट्रॉफी का मैच खेला यह तो लोग नहीं अचीव कर पाते हैं तो वहीं एंड ऑफ देट वाट वाजिन हिस हैंड डिट बाकी तो एरा होता है कि बिला अच्छा है जो मिल गया तो जिंदगी में तमन्ना किसकी करोगे कुछ अधूरी सी ख्वाहिशें ही जिन्दगी जीने का मजा पर करा रखती है थैंक यू सो मच से थैंक यू सो मच नाइस टॉक इज