हेलो बच्चों आप सभी का स्वागत है हमारे चैनल एनसीईआरटी ट्यूटोरियल के ऊपर और यहां पर हम लोग इस वीडियो में पढ़ रहे हैं क्लास 10 साइंस के चैप्टर नंबर 12 को जिसका नाम क्या है इलेक्ट्रिसिटी तो यहां पर इस चैप्टर में हमें क्या पढ़ना है हमें इलेक्ट्रिसिटी के बारे में पढ़ना है तो इलेक्ट्रिसिटी में तो बहुत सारी चीज ए जाती हैं इलेक्ट्रिसिटी में हम क्या पढ़ने वाले हैं हम पढ़ने वाले हैं की भाई कोई भी जो इलेक्ट्रिक सर्किट होता है उसमें इलेक्ट्रिसिटी फ्लो कैसे करता है इलेक्ट्रिक सर्किट का एग्जांपल की आपके घर में जो वायरिंग किया गया है कनेक्शन किया गया है जिससे की आपका कंप्यूटर चलता है टीवी फ्रिज कूलर चलता है इस प्रकार के एक सर्किट में इलेक्ट्रिसिटी कैसे फ्लो करता है इसके साथ ही जो इलेक्ट्रिक सर्किट है वहां पर कौन-कौन सी ऐसी चीज हैं जिससे की करंट प्रभावित होता है जिससे करंट जो है कम ज्यादा या फिर और भी चीज हो सकती हैं तो पूरा जो इलेक्ट्रिक सर्किट होता है इलेक्ट्रिसिटी होती है उसका फ्लो कैसे होता है ये चीज हमें यहां पर जानना है समझना है अब यहां पर इसके बाद हम लोग इलेक्ट्रिक करंट का हम लोग हीटिंग इफेक्ट भी पढ़ेंगे उसका एप्लीकेशन भी पढ़ेंगे तो बहुत सारी चीज हमें यहां पर पढ़नी है तो सबसे पहले हम लोग ए जाते हैं पहले टॉपिक के ऊपर टॉपिक क्या है इलेक्ट्रिक करंट एंड सर्किट तो सबसे पहले हम लोग इलेक्ट्रिक करंट की बात करेंगे और साथ में इलेक्ट्रिक सर्किट की बात करेंगे अब यहां पर सबसे पहले सवाल आता है की भाई ये इलेक्ट्रिक करंट फ्लो कैसे होता है और इलेक्ट्रिक करंट हम किस चीज को कहते हैं तो यहां पर अगर हम बात करें शॉर्ट में डेफिनेशन देखें तो शॉर्ट में बताया गया है आपके बुक में इफ डी इलेक्ट्रिक चार्ज फ्लोज थ्रू अन कंडक्टर फॉर एग्जांपल थ्रू अन मैटेलिक वायर सी से डेट देयर इस एन इलेक्ट्रिक करंट इन डी कंडक्टर यानी की किसी भी कंडक्टर से कंडक्टर मतलब की वैसा आपको मटेरियल जो की इलेक्ट्रिसिटी को फ्लो करने में छोड़ देता है या फिर अपने थ्रू होने देता है जैसे की कोई मेटल हो गया कोई जैसे की कोई आपका कॉपर का वायर हो गया अल्युमिनियम का वायर हो गया वो क्या है एक प्रकार का कंडक्टर है अब यहां पर अगर उसे कंडक्टर से इलेक्ट्रिक चार्ज अगर फ्लो कर रहा है तो हम क्या कहते हैं की उसे कंडक्टर के जरिए क्या हो रहा है इलेक्ट्रिक करंट फ्लो कर रहा है ठीक है अब चार्ज के फ्लो होने का क्या मतलब होता है और यहां पर चार्ज में कौन-कौन सी चीज फ्लो करती हैं तो ये जरा सा हम लोग बेसिक समझ लेते हैं तो यहां पर अगर हम लोग बात करें तो हम लोगों को पता है हमने केमिस्ट्री में पढ़ा है की देखिए यहां पर जो हमारा एक एटम होता है उसमें कई सारे एटॉमिक पार्टिकल्स होते हैं सब एटॉमिक पार्टिकल्स में कौन-कौन सा ए जाता है आपका तो पहले ए जाता है एक इलेक्ट्रॉन फिर उसके बाद क्या ए जाएगा प्रोटॉन ए जाएगा और साथ में न्यूट्रॉन ए जाएगा अब यहां पर अगर हम लोग देखें तो हमें पता है की जो प्रोटॉन और न्यूट्रॉन होता है वो न्यूक्लियस में बैठा हुआ होता है और जो इलेक्ट्रोंस होते हैं वो अलग-अलग सेल में कई सारे सेल्स में होते हैं क्लास नाइन में हमने पढ़ा है और जो सबसे आउटर्मोस्ट सेल में जो इलेक्ट्रॉन होता है उसको हम क्या कहते हैं बैलेंस इलेक्ट्रॉन कहते हैं ठीक है अब यहां पर हमें एक और चीज पता है की भैया जो मेटल्स होते हैं ना मेटल्स के आउटर्मोस्ट सेल में एक या फिर दो या फिर तीन इलेक्ट्रोंस प्रेजेंट होते हैं और यह जो बैलेंस इलेक्ट्रॉन होते हैं जिनकी संख्या 12 या तीन होती है यह आपके एटम से बहुत ही दूरी पर होते हैं इसलिए इनके ऊपर अट्रैक्शन फोर्स काफी कम लगता है और ये एटम से बाहर आसानी से निकल सकते हैं समझ गए और मेटल्स में टेंडेंसी होती है की ये क्या करें इलेक्ट्रॉन को लूज करें तो यहां पर होता है की यहां पर यह जो एटम होता है मेटल्स का एटम होता है इससे यह बैलेंस इलेक्ट्रॉन बाहर ए जाता है और फ्रीली मूवमेंट करना शुरू कर देता है और ये जो आपका इलेक्ट्रॉन होता है इसके बारे में हम एक और चीज पता है की ये एक नेगेटिविटी चार्ज पार्टिकल होता है और साथ में प्रोटॉन हमारा क्या होता है ये पॉजिटिवली चार्ज पार्टिकल होता है और न्यूट्रॉन हमारा न्यूट्रल होता है ठीक है अब यहां पर बात है की जो एटम है एटम में जो आपका एक इलेक्ट्रॉन है ये क्या करता है करंट को कैरी करने में मदद करता है या फिर करंट को फ्लो यही करता है और इसी के ऊपर जो ये नेगेटिव चार्ज होता है इलेक्ट्रॉन के ऊपर उसी की वजह से हमारे जो मेटल्स होते हैं उनमें करंट फ्लो करता है अब इसका मतलब क्या हुआ इसका मतलब अगर हम समझने की कोशिश करें तो यहां पर अगर हम लोग देखते हैं तो यहां पर क्या होगा की देखिए ये सारे क्या हैं ये सारे मेटल्स हैं अब मेटल्स के बाद बात करें तो मेटल के बाद जब हम मेटल को देखते हैं कोई भी मेटल कंडक्टर है चाहे वो कॉपर देख लीजिए अल्युमिनियम देख लीजिए कुछ भी देख लीजिए अन्य टाइम जब उससे करंट पास हो नहीं हो आपके आसपास कोई मेटल हो भी ना जैसे मैं यहां पर अगर यह मेटल देखता हूं यह क्या है एक मेटल है यह मेटल है तो इसमें क्या है अभी जिस प्रकार से आप यहां पर देख रहे हैं ना ऐसे ये इसमें इलेक्ट्रोंस जो है वो फ्लो कर रहे हैं इलेक्ट्रोंस क्या कर रहे हैं फ्लो कर रहे हैं लेकिन मुझे करंट नहीं लग रहा है क्यों नहीं लग रहा है भाई करंट इसलिए नहीं लग रहा है क्योंकि ये जो मेटल है इसमें नेट चार्ज जीरो है और साथ में यहां पर जो इलेक्ट्रोंस हैं वो रैंडम मोशन में मूवमेंट कर रहे हैं जिस प्रकार से आप इस इमेज में देख रहे हैं इसी प्रकार से इलेक्ट्रोंस जो हैं वो अपने एटम से बाहर आकर पूरे मेटल में रैंडम मोशन में मूवमेंट कर रहे हैं लेकिन लेकिन जैसे ही हम लोग क्या करते हैं जैसे ही हम लोग यहां पर इस मेटल के ऊपर हम लोग पोटेंशियल डिफरेंस प्रोवाइड करेंगे यानी की जैसे ही इसको मैं इलेक्ट्रिसिटी के साथ जोड़ डन या फिर किसी और तरीके से इसमें पोटेंशियल डिफरेंस प्रोवाइड कर दो से जोड़कर या फिर आपको उपलब्ध में लगाकर तो क्या होगा इस मेटल के जितने भी इलेक्ट्रोंस हैं वो सारे क्या करेंगे एक डेफिनेट डायरेक्शन में मोमेंट्स शुरू कर देंगे इस प्रकार से देखिए यहां पर क्या किया गया है बैटरी कनेक्ट किया गया है मेटल से और ये जो बैटरी है इससे क्या हो रहा है पोटेंशियल डिफरेंस क्रिएट हो रहा है और सारे इलेक्ट्रोंस एक डेफिनेट डायरेक्शन में मूव करने लगे जिससे क्या हो गया इस मेटल से इलेक्ट्रॉन के फ्लो की वजह से करंट फ्लो करने लगा आपका जो करंट है वो फ्लो करता है किसी भी कंडक्टर में किसी भी मेटल में ठीक अब यहां पर देखिए कंडक्टर कहना सही होगा क्योंकि कुछ आपके नॉन मेटल होते हैं जैसे की ग्रेफाइट होता है वो भी आपको इलेक्ट्रिसिटी कंडक्ट करता है लेकिन जो मैं यहां पे एटम वाला और इलेक्ट्रॉन वाला एग्जांपल लिख रहा हूं वो आपका सही है ठीक है अब यहां पर बात करें तो यहां पर अब बात आता है की भाई इलेक्ट्रॉन के मूवमेंट से यहां पर करंट कैसे फ्लो करता है तो मैंने क्या कहा मैंने कहा की इलेक्ट्रॉन जो होता है वो नेगेटिविटी चार्जड पार्टिकल होता है अब तो इसके ऊपर कितना चार्ज होता है तो एक इलेक्ट्रॉन के ऊपर बात करें तो आपको 1.6 * 10 ^ -19 coolmb चार्ज होता है अब यह कुलम क्या है कुलम है आपका चार्ज का सी यूनिट क्लियर एक इलेक्ट्रॉन पर कितना इतना नेगेटिव चार्ज होता है और वही जो आपका प्रोटॉन होगा उसे पर इतना ही पॉजिटिव चार्ज होगा अब यहां पर बात है की इस मेटल से आपको करंट क्यों नहीं फ्लो कर रहा है क्योंकि इसमें जो इलेक्ट्रॉन है प्रोटॉन है उनकी संख्या बराबर है और उसकी वजह से क्या हो रहा है उसकी वजह से यहां पर और साथ में इलेक्ट्रोंस का कोई डायरेक्शन नहीं तय किया गया है जिसकी वजह से ये किया है नेट चार्ज जीरो है और उसकी वजह से क्या होता है ये न्यूट्रल होता है और यहां पर हमें कोई भी करंट नहीं लगता है मतलब क्या मतलब की हर एक एटम में आपको इलेक्ट्रॉन और प्रोटॉन की संख्या बराबर होती है आपको क्या होता है एक newtality बना हुआ रहता है इसलिए करंट वगैरा नहीं लगता है अब यहां पर देखिए एक इलेक्ट्रॉन के ऊपर इतना चार्ज कितना 1.6 * 10 तू दी पावर -19 तो यहां पर इसमें एक चीज आता है की देखिए एक इलेक्ट्रॉन के ऊपर ये जो चार्ज है ना इस चार्ज के मल्टीपल में ही हमको चार्ज मिल सकता है मतलब मतलब की अगर एक इलेक्ट्रॉन अगर फ्लो करेगा तो इतना चार्ज फ्लो करेगा एक इलेक्ट्रॉन के साथ लेकिन अगर हमें दो इलेक्ट्रॉन हमने फ्लो कराया तो इतना इन तू अगर तीन इलेक्ट्रॉन फ्लाई कराया तो इतना इन तीन ये चार इलेक्ट्रॉन फ्लो कराया था इतना * चार तो इस प्रकार से यहां पर इलेक्ट्रॉन जो है उसके मल्टीपल में ही हमको चार्ज मिलता है जैसे वैन तू थ्री फोर होता है ना 1.5 इलेक्ट्रॉन का चार्ज नहीं हो सकता है 2.5 नहीं हो सकता है 2.7 नहीं हो सकता 2.8 नहीं हो सकता है क्या होगा जब भी होगा एक दो तीन चार इसीलिए इसीलिए जब भी चार्ज की अमाउंट कैलकुलेट किया जाता है चार्ज का तो ये चार्ज का अमाउंट हमेशा क्या होता है केक को हम एक तरीके से चार्ज को के से दिनो करते हैं ठीक है अब यहां पर क्यों हमेशा क्या होगा ने होगा ने मतलब ए आपका इलेक्ट्रॉन का चार्ज और साथ में एन मतलब नंबर की भाई एक नंबर है दो नंबर है तीन नंबर है चार नंबर कितना है इलेक्ट्रॉन तो ये क्या कहलाता है ये आपका क्वानटाइजेशन ऑफ चार्ज कहलाता है की मतलब किसी भी ऑब्जेक्ट के ऊपर किसी भी मेटल के ऊपर कहीं भी अगर चार्ज फ्लो करेगा तो हमेशा इस इलेक्ट्रॉन के मल्टीपल में ही फ्लो करेगा इलेक्ट्रॉन के मल्टीपल से कम ज्यादा नहीं हो सकता है मतलब की होगा तो चार ए के बराबर चार्ज फ्लो करेगा या फिर 100 ए के बराबर चार्ज फ्लो करेगा 100.5 नहीं हो सकता है 100.5 कभी नहीं हो सकता है ठीक है अब यहां पर हमने समझ लिया बेसिक कॉन्सेप्ट बेसिक कॉन्सेप्ट के बाद अगर हम लोग आगे बढ़े तो आगे एक और चीज है की देखिए यहां पर आपके बुक में बताया गया है की देखिए यहां पर यहां पर अगर हमको एक coolmb एक coolmb चार्ज अगर फ्लो करना है तो ये कितना इलेक्ट्रॉन से मिलकर बनेगा ये सिक्स पॉइंट तू फोर इन 10 तू दी पावर 18 इलेक्ट्रोंस मतलब मतलब 1 कुलम चार्ज जो होता है वो इतने इलेक्ट्रॉन के चार्ज के बराबर होता है समझ गए इतने इलेक्ट्रोंस मिलेंगे तब जाकर क्या होगा 1 coolmb चार्ज के बराबर चार्ज फ्लो करेगा ठीक है अब यहां पर बात करें तो यहां पर हमने समझ लिया की भैया बेसिक लेवल पर जो चार्ज होता है वो किसकी वजह से करंट फ्लो करता है मतलब चार्ज करंट पर ए रहे हैं अभी अब अभी हम चार्ज पर है ठीक है चार्ज किसकी वजह से होता है इलेक्ट्रॉन की वजह से होता है प्रोटॉन की वजह से क्यों नहीं होता आपको समझ में ए गया अब आते हैं करंट के ऊपर की भाई करंट क्या होता है करंट का एक छोटा सा डेफिनेशन हमने समझा क्या समझा की जब भी इलेक्ट्रिक चार्ज हमारा एक कंडक्टर से फ्लो करेगा तब हम क्या कहेंगे की भैया वहां पर इलेक्ट्रिक करंट उसे ट्रैक्टर से फ्लो कर रहा है चार्ज के फ्लो करने का क्या मतलब है चार्ज के फ्लो करने का मतलब है की जब भी हमारा क्या होगा हम कहीं पर बैटरी लगाएंगे या फिर कहीं पर कुछ भी करेंगे कनेक्शन इलेक्ट्रिक सर्किट बनाएंगे तो वहां पर ये जो इलेक्ट्रॉन है ना ये इलेक्ट्रोड मोशन में ए जाएगा और क्या करेगा वो मूवमेंट करना शुरू कर देगा तो जब भी इस इलेक्ट्रॉन का मूवमेंट होगा तो क्या होगा इलेक्ट्रॉन के चार्ज का मूवमेंट होगा और उसकी वजह से क्या होगा उसकी वजह से करंट फ्लो होगा ठीक है करंट क्यों फ्लो होता है हमारे इलेक्ट्रॉन के मूवमेंट की वजह से मोशन की वजह से और साथ में चार्ज के हम इलेक्ट्रॉन नहीं वर्ड उसे करते हैं चार्ज बड़ी उसे करते हैं क्योंकि हमको इलेक्ट्रॉन से मतलब नहीं है चार्ज से मतलब है यानी उसके ऊपर जो चार्ज है ना उससे मतलब है ठीक है ये क्या है एक तरीके से नेगेटिविटी चार्ज सबअटॉमिक पार्टिकल होता इलेक्ट्रॉन जिसके मोशन की वजह से करंट फ्लो करता है अब यहां पर इसको समझना है तो आप इस तरीके से समझ सकते हैं हैं की जैसे कोई मैन लीजिए रिवर है कोई वहां पर आपका जो मूवमेंट होता है नदी चलती है नदी बहती है तो क्यों बहती है नदी इसलिए बहती है क्योंकि नदी में जो पानी है वो क्या कर रहा है मोशन में है ठीक है लेकिन अगर मैं उसे नदी को रोक डन सारे उसके पार्टिकल्स को रोक डन तो क्या हम कहेंगे की वहां पर नदी बा रही है वहां पर क्या रिवर का करंट है करंट मतलब क्या होता फ्लो होता है एक तरीके से ठीक है तो क्या हम कहेंगे की रिवर का वहां पर करंट है नहीं है क्यों भाई क्योंकि वहां पर पार्टिकल्स मूव करना बंद कर गए हम क्यों का रहे हैं की नदी में क्या है करंट है तो क्योंकि नदी का जो वाटर है वो लगातार मूव कर रहा है नदी में जो वाटर है उसका एक बेसिक लेवल पर किसके मूवमेंट की वजह से नदी में वाटर मूव कर रहा है वाटर के मॉलिक्यूल h2o की वजह से उसी तरीके से हमारे जो मैटेलिक वायरस होते हैं तार होते हैं उनसे जब हमारा करंट फ्लो करता है तो वो किसकी वजह से होता है हमारे इलेक्ट्रोंस की वजह से होता है इलेक्ट्रॉन के मोशन की वजह से सकता है ठीक यहां पर आगे बड़े तो आगे सर्किट का एक छोटा सा डेफिनेशन दिया गया है सर्किट का डेफिनेशन क्या है अब कंटीन्यूअस एंड क्लोज्ड पथ ऑफ एन इलेक्ट्रिक करंट इसे कॉल्ड एन इलेक्ट्रिक सर्किट इलेक्ट्रिक सर्किट क्या है एक कंटीन्यूअस और क्लोज्ड पथ इलेक्ट्रिक करंट का हम क्या कहते हैं इलेक्ट्रिक सर्किट कहते हैं यहां पर कंटीन्यूअस और क्लोज्ड पथ कहने का मतलब क्या है मतलब यहां पर है की जैसे आप यहां पर देख सकते हैं यहां पर ये क्या है एक एक इलेक्ट्रिक सर्किट है इसमें आपको क्या है यहां पर बल्ब लगाया गया है यहां पर बैटरी लगाया गया है यहां पर स्विच है यहां पर अमीटर है और इन सब को देख रहे हैं की वायर से आपस में कनेक्शन किया गया है और ये कनेक्शन क्या है कंटीन्यूअस से कहीं भी बीच में टूट-फूट नहीं है कहीं पर ब्रेक नहीं है स्विच भी ऑन है सब चीज कनेक्शन है कंप्लीट तो ये क्या है इलेक्ट्रिक सर्किट है इसी चीज की यहां पर बात की जा रही है ठीक है अब यहां पर आगे बढ़े तो आगे यहां पर आपको एक क्वेश्चन भी पूछा गया है 2015 में बोर्ड एग्जाम में एंड इलेक्ट्रिक सर्किट ड्रॉ ए लेबल्ड स्कीमेटिक डायग्राम ऑफ़ एन इलेक्ट्रिक सर्किट कॉम्प्राइजिंग ऑफ अन सेल रजिस्टर एंड अमीटर वोल्टमीटर एंड अन क्लोज्ड स्विच तो यहां पर आपको इन सभी चीजों को लगाकर क्या करना है आपको डायग्राम बनाना है तो ये सर्किट डायग्राम जब हम टॉपिक देखेंगे तो वहां पर अलग-अलग चीजों का जो डिज़ाइन होता है या फिर जो एक तरीके से हम लोगों उसे करते हैं वो वहां पर देख लेंगे सिंबल उसे करते हैं वो देख लेंगे वैसे अगर आप यहां पर देखें तो यहां पर सेल यहां पर ये है बल्ब है अमीटर इस प्रकार से कनेक्शन किया गया स्विच लगाया गया है रजिस्टर की बात आगे हम लोग करेंगे तो वहां पर हम लोग बता देंगे की कैसे आपको सर्किट बनाना है ठीक है अब यहां पर आगे देखिए तो आगे क्या कहता है इलेक्ट्रिक करंट का डेफिनेशन दिया गया है की इलेक्ट्रिक करंट क्या होता है इलेक्ट्रिक करंट कहता है इलेक्ट्रिक करंट इसे एक्सप्रेस बाय डी अमाउंट ऑफ चार्ज फ्लाइंग थ्रू अन पार्टिकुलर एरिया इन यूनिट टाइम या फिर दूसरी तरीके से हम क्या का सकते हैं इट इसे रेट ऑफ फ्लो ऑफ इलेक्ट्रिक चार्जेस मतलब क्या इलेक्ट्रिक करंट इसे एक्सप्रेस बाय डी अमाउंट ऑफ चार्ज फ्लाइंग थ्रू अन पार्टिकुलर एरिया इन यूनिट टाइम मतलब की एक खास पार्टिकुलर एरिया से कितना हमारा चार्ज फ्लो कर रहा है पर यूनिट टाइम वही हमारा इलेक्ट्रिक करंट हो रहा है अब यहां पर इस इमेज में आप क्या देख रहे हैं की जो यहां पर हमारे इलेक्ट्रोंस हैं वो क्या कर रहे हैं मोशन में तो यहां पर ये आपका क्या है ये एरिया है ये वायर है तो वायर का क्या है ये क्रॉस सेक्शन एरिया है तो इस एरिया से जितने इलेक्ट्रॉन या फिर हम चार्ज बड़ी उसे करेंगे जितने चार्ज फ्लो करेंगे वही हमारा क्या होगा वही कहे कहलाएगा आपका करंट पर यूनिट टाइम मतलब हर सेकंड में एक सेकंड में कितना भाई कितना फ्लो किया इलेक्ट्रॉन दो सेकंड में कितना फ्लो किया 1 मिनट में कितना फ्लो किया तो इस प्रकार से हम क्या करते हैं करंट को नापते हैं या फिर करंट को डिफाइन करते हैं की मतलब एक खास क्रॉस सेक्शन से एक खास यूनिट एरिया से 1 सेकंड में या फिर यूनिट टाइम में आपको कितना चार्ज फ्लो किया चार्ज का फॉर्मूला क्या के चार्ज को हम के से दिनो करते हैं चार्ज = एन ए इलेक्ट्रॉन इन इलेक्ट्रॉन का संख्या जितना इलेक्ट्रॉन फ्लो करेगा नंबर पर सेकंड वही क्या कहलाएगा इलेक्ट्रिक करंट कहलाएगा तो डेफिनेशन आप समझ गए डेफिनेशन आपसे पूछेगा तो आप एक्सप्लेन कर सकते हैं और अगर इसका फॉर्मूला वगैरा देखिए या फिर इसको कैलकुलेशन कैसे किया जाता है तो वो भी यहां पर दिया गया है क्या दिया गया है यहां पर यहां पर दिया गया है की देखिए यहां पर कहता है की इफ अन नेट चार्ज के के क्या है टोटल चार्ज नेट चार्ज फ्लोज अक्रॉस अन्य क्रॉस सेक्शन ऑफ अन कंडक्टर इन टाइम टी टाइम में फ्लो कर रहा है दें डी करंट आई थ्रू डी क्रॉस सेक्शन इस आई = के / टी ये क्या हो गया फॉर्मूला हो गया क्यों क्या है चार्ज के चार्ज टोटल फ्लो किया आपको एक क्रॉस सेक्शन से किसी भी कंडक्टर के क्रॉस सेक्शन से टी टी टाइम में तो करंट कितना फ्लो कर रहा है के बीत क्यों परी यूनिट टाइम चार्ज पर यूनिट टाइम ही हमारा क्या कहलाता है करंट कहलाता है और यहां पर के के लिए क्या हो जाएगा हमारा के = ने हो जाएगा ने बोले तो नंबर ऑफ इलेक्ट्रोंस ठीक है यहां पर अगर हम लोग देखें तो इलेक्ट्रॉन का चार्ज आप बता सकते हैं की कितना है 1.6 * 10 तू डी पावर माइंस 19 coolmb और नंबर उससे मल्टीप्लाई कर दीजिए की भाई कितना हमारा इलेक्ट्रॉन फ्लो किया ठीक है तो ये चीज आपको फॉर्मूला पहला फॉर्मूला है जो की आपको ध्यान में रखना है आई = के / टी के मतलब चार्ज टी मतलब टाइम यही आपका करंट का फॉर्मूला है करंट का डेफिनेशन आप यहां से ध्यान रखिए अगर आपसे पूछे तो आप एक एग्जाम में एक्सप्लेन कर सकते हैं तो यहां पर आगे बड़े तो आगे कहता है की हमारा जो इलेक्ट्रिक चार्ज होता है इलेक्ट्रिक चार्ज इसका यूनिट क्या होता है kulambh होता है चार्ज मतलब आप समझ गए की जैसे इलेक्ट्रॉन के ऊपर चार्ज है तो उसको हम कैलकुलेट करने के लिए हम लोग क्या करते हैं सी यूनिट उसे करते हैं जैसे हम लोग लेंथ में बहुत सारी चीज उसे करते हैं सेंटीमीटर है मीटर है फुट है बहुत सारी चीज लेकिन लेंथ का ऐसा यूनिट क्या है मीटर है उसी प्रकार से चार्ज का सी यूनिट क्या है कूलंब है एक coolmb में कितने इलेक्ट्रॉन का चार्ज है 6.25 यहां पर सिक्स लिखा हुआ है लेकिन 6.241 कुछ करके आता है नंबर 6.25 * 10 तू दी पावर 18 इलेक्ट्रोंस का चार्ज के बराबर एक coolmb होता है ठीक है ये ध्यान में रखिएगा अब यहां पर आगे बड़े तो आगे यहां पर कहता है की इलेक्ट्रिक करंट इसे एक्सप्रेस बाय अन यूनिट कॉल्ड एमपीआर हम लोग इलेक्ट्रिक करंट के लिए यूनिट कौन सा उसे करते हैं एंपियर उसे करते हैं क्यों भाई क्योंकि यहां पर एक साइंटिस्ट है फ्रेंड्स साइंटिस्ट एम्पीयर mariampeer उनके नाम पर ये नाम दिया गया है और यहां पर एक और क्वेश्चन है इंपॉर्टेंट क्वेश्चन डिफाइन वैन एंपियर वैन एंपियर का डेफिनेशन देने के लिए बोलेगा तो तो अब क्या लिखेगा 1 एंपियर इस कांस्टीट्यूटेड बाय डी फ्लो ऑफ वैन कुलम ऑफ चार्ज पर सेकंड क्या हुआ मतलब जब एक कुलम का चार्ज 1 सेकंड में फ्लो करेगा तो वही हमारा क्या होगा 1 एमपीआर होगा यही आपका सिंपल है एंपियर का डेफिनेशन ये क्वेश्चन आपका 2019 में भी पूछा गया था बोर्ड एग्जाम में फाइनल बोर्ड एग्जाम में यहां पर आपको क्या था नाम एंड डिफाइन डी सी यूनिट ऑफ करंट करंट का सी यूनिट क्या हो जाएगा करंट का सी यूनिट हो जाएगा एमपीआर और उसका डेफिनेशन आप 1 एम्पीयर का डेफिनेशन दे दीजिए आपका हो जाएगा कंप्लीट शायद दो मार्क्स का ये क्वेश्चन पूछा गया था ठीक है अब यहां पर बात है की हम लोग का सी यूनिट क्या है हम लोग का सी यूनिट है एमपीआर लेकिन हर जगह पर कैलकुलेशन करने के लिए हम लोग एंपियर नहीं उसे करते हैं एम्पीयर से अगर बहुत हल्का-हल्का करंट कहीं फ्लो कर रहा है बहुत थोड़ा सा करंट फ्लो कर रहा है तो वहां पर हम लोग मिली एंपियर उसे करते हैं या फिर माइक्रो एंपियर उसे करते हैं 1 मिलियन = 10 = 10 एम्पीयर तो यहां पर आगे एक और क्वेश्चन बनता है क्वेश्चन क्या मीटर के बारे क्या इंस्ट्रूमेंट है जिसका हम लोग उसे करते हैं इलेक्ट्रिक करंट को मापने के लिए किसी भी सर्किट में किसी भी सर्किट में हम लोग क्या करेंगे अगर हमें पता करना है की कितना करंट फ्लो कर रहा है कितना एंपियर करंट फ्लो कर रहा है तो हम लोग क्या करेंगे अमीटर का उसे करेंगे अब यहां पर अमीटर के बारे में एक और इंपॉर्टेंट पॉइंट है की एमिटर को हम लोग हमेशा क्या करते हैं सीरीज में कनेक्शन करते हैं किसी भी सर्किट में कोई भी सर्किट में अगर अगर हमें करंट फ्लो को मापना है तो हम क्या करेंगे सीरीज में उसका कनेक्शन करेंगे अब यहां पर देखिए यहां पर कनेक्शन आपको दिखाया गया है की सीरीज कनेक्शन का मतलब क्या होता है सीरीज कनेक्शन का मतलब है की भाई देखो जो तार आप लोड कर देंगे उसी तार से आप क्या करेंगे एमिटर को भी कनेक्ट कर देंगे जैसे यहां पर लोड है क्या है बल्ब है अब हमें पता करना है की बल्ब से कितना करंट फ्लो कर रहा है तो हम यहां पर क्या करेंगे एमिटर लगा देंगे बल्ब से एक तार निकाला है मीटर में दूसरा तार निकल के बैटरी में हम लोगों को पता चल जाएगा कितना करंट फ्लो कर रहा है यही है क्या सीरीज कनेक्शन अब यहां पर एक और चीज है मीटर इस बारे में की अमीटर का जो पॉजिटिव टर्मिनल है वह आपके बैटरी के पॉजिटिव टर्मिनल से जुड़ा होना चाहिए एमिटर का नेगेटिव टर्मिनल आपको बैटरी के नेगेटिव टर्मिनल से जुड़ा होना चाहिए तभी आपको सही डाटा मिलेगा ठीक है अब यहां पर आगे बढ़े तो आपको यहां पर आपको क्या मिल जाता है आपको यहां पर न्यूमेरिकल मिल जाता है न्यूमेरिकल बहुत सिंपल है आपको वही जो आई = के / टी फॉर्मूला है ना उसी से आपको यहां पर क्या है ये न्यूमेरिकल दिया गया है दिया गया है आपका की 0.5 एंपियर क्या है करंट है आई दिया गया है आई = 0.5 एमपी यहां पर कहता है की 10 मिनट के लिए आपको ये क्या है फिलामेंट मतलब इतना करंट 10 मिनट के लिए टी = क्या हो गया 10 मिनट अब हमको क्या करना है इसको सेकंड में टेन इन 60 बराबर 6 सेकंड तो यहां पर हमें पता करना है की इलेक्ट्रिक चार्ज कितना फ्लो किया चार्ज को यहां पर क्या करेंगे टी को इधर ले जाएंगे तो के = आई * टी तो यहां पर क्या हो जाएगा 300 कम हो जाएगा 600 * 0.5300 कुलम हमारा क्या हुआ चार्ज फ्लो किया अब यहां पर आगे देखें तो आगे यहां पर क्या है व्हाट दस एन इलेक्ट्रिक सर्किट मैं इलेक्ट्रिक सर्किट का डेफिनेशन है आप बता सकते हैं मैंने आपको बता दिया है डिफाइन डी यूनिट ऑफ करंट वैन एंपियर ये आप बता सकते हैं मैंने बता दिया है कैलकुलेट डी नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन में कितना इलेक्ट्रोंस होते हैं ये भी आप जान सकते हैं आपको पता है पहले से यहां पर आगे एक छोटी सी जानकारी है जो की हम पहले बात कर चुके हैं जानकारी क्या है हो दस डी मेटल कंडक्ट इलेक्ट्रिसिटी मेटल इलेक्ट्रिसिटी कंडक्ट कैसे करता है तो यहां पर अगर हम लोग बात करें तो यही चीज कहा जा रहा है की हम वो ऐसा देखने में लगता है की भाई मेटल तो बहुत डांस है उससे इलेक्ट्रॉन का मूवमेंट नहीं हो पाएगा बहुत मुश्किल है लेकिन रियलिटी ये है ना की जिस तरीके से वैक्यूम में हम मूवमेंट कर सकते हैं जैसे हम यहां पर आसानी से मूवमेंट कर रहे हैं वैसे ही हमारा जो इलेक्ट्रॉन होता है वो मेटल के अंदर फ्रीली एकदम लगता है की जैसे वैक्यूम है उसे तरीके से मूवमेंट करता है और जैसे ही हम उसमें क्या करते हैं पोटेंशियल डिफरेंस प्रोवाइड करते हैं तो वो क्या होता है मोशन में ए जाता है एक स्पेसिफिक डायरेक्शन में इलेक्ट्रॉन मूव करना शुरू कर देता है और हमारा करंट फ्लो करने लगता है ठीक है तो यहां पर मैंने बार-बार पोटेंशियल डिफरेंस पोटेंशियल डिफरेंस वर्ड उसे किया तो ये क्या होता है अब हम इसके बाद यहां पर क्या करते हैं पढ़ लेते हैं तो टॉपिक क्या है इलेक्ट्रिक पोटेंशियल एंड पोटेंशियल डिफरेंस अब देखिए यहां पर आपके चैप्टर में पोटेंशियल के बारे में ज्यादा बात किया नहीं गया है पोटेंशियल जाने का तो उतना कोई कम का है नहीं तो हम लोग क्या करते हैं सीधे पोटेंशियल डिफरेंस की बात करते हैं अब यहां पर पोटेंशियल शब्द को अगर आप देखें तो भाई तुम्हारा कितना पोटेंशियल है आपको कुछ वर्ड ये सुना सुना लग रहा हो जैसे हम हिंदी में कहते हैं ना की तुम्हारा औकात क्या है तुम क्या कर सकते हो तुम्हारा औकात क्या है तो उसी के लिए हम लोग उसी तरीके का वर्ड इंग्लिश में पोटेंशियल कहते हैं की इस व्यक्ति का पोटेंशियल है की ये एक दिन राजा बन जाएगा ये सबसे अमीर आदमी बनेगा ऐसे बनेगा वैसे बनेगा बहुत सारी चीज तो उसी प्रकार से पोटेंशियल होता है की भाई देखो यहां पर कोई भी हमारा जो एक प्रकार से चार्ज है उसकी कितनी कैपेसिटी है कितनी पावर है उसी चीज को हम पोटेंशियल कहते हैं अंग्रेजी में अब पोटेंशियल डिफरेंस क्या है पोटेंशियल डिफरेंस का एग्जांपल अगर हमें समझना है तो उसको मैं आपको समझता हूं की पोटेंशियल डिफरेंस क्या होता है तो यहां पर अगर हम लोग देखें तो देखिए यहां पर अगर आप देख रहे हैं तो दो टैंक है दो टैंक हैं और दोनों टैंक को क्या किया गया है आपस में जोड़ दिया गया है यहां पर ये कनेक्शन किया गया दोनों में इस टैंक में वाटर हायर लेवल पे है और इस टैंक में वाटर लोअर लेवल पर है तो यहां पर इस टैंक के पास क्या है पोटेंशियल ज्यादा है मोर पोटेंशियल है और यहां पर इस टाइम के पास क्या है लो पोटेंशियल क्यों भैया लो पोटेंशियल है क्योंकि यहां पर ये जो टैंक है इसमें पानी का लेवल कम है तो यहां से जो ये प्रेशर लगा सकता है ना वो काफी कम है लेकिन यहां पर इसमें वाटर लेवल काफी ज्यादा है तो ये प्रेशर क्या कर सकता है काफी ज्यादा लगा सकता है समझ गए काफी ज्यादा ये प्रेशर लगा सकता है और ये हायर पोटेंशियल वाला प्रेशर तब तक लगाएगा जब तक ये दोनों टैंक बराबर ना हो जाए तो यही होता है आपका हायर पोटेंशियल और लोअर पोटेंशियल का मतलब ये तो मैंने आपको थोड़ा सा एनालॉजी के जरिए आपको समझने की कोशिश की तो यहां पर अगर हम लोग आगे बढ़े तो यहां पर आगे क्या है ये भी समझते हैं तो यहां पर अगर हम लोग देखें तो हमारे पास तीन पहला टैंक दूसरा टैंक और तीसरा टैंक तीनों में क्या डिफरेंस है तो तीनों के हाइट में डिफरेंस है और हाइट में डिफरेंस होने से क्या फर्क पड़ता है की यहां पर जो वाटर रखा गया है तीनों में तीनों के वाटर में पोटेंशियल एनर्जी का अंतर है तो यहां पर जो जमीन है जमीन का पोटेंशियल एनर्जी से कंपेयर करें तो वाटर का पोटेंशियल एनर्जी ज्यादा है तो जब यहां से ये टाइप खोला जाएगा तो क्या होगा पानी प्रेशर के साथ नीचे आएगा लेकिन इसके कंपैरिजन में जो दूसरा टैंक है यहां पर हाइट और भी ज्यादा है और ज्यादा व्हाइट होने के कारण इसकी पोटेंशियल एनर्जी भी ज्यादा है पोटेंशियल ज्यादा है तो जिससे क्या होगा यहां पर ये जो वाटर है ये ज्यादा प्रेशर के साथ नीचे आएगा और इसके कंपेरिजन में आपका ये जो थर्ड वाटर है थर्ड वाटर टैंक इसमें और भी ज्यादा पोटेंशियल है पोटेंशियल एनर्जी और भी ज्यादा है तो इस वजह से पोटेंशियल डिफरेंस और भी ज्यादा हो जाता है जिस वजह से क्या होता है वाटर और भी स्पीड के साथ और भी प्रेशर के साथ नीचे आता है है तो यह जो चीज है यह एनालॉजी आपको समझती है की भाई देखो जो हमारा पोटेंशियल डिफरेंस है वो किस तरीके से कम करता है यानी की क्या है एक ग्राउंड है जिसका पोटेंशियल एनर्जी क्या है जीरो मैन लेते हैं उसके कंपैरिजन में ये वाला टैंक का थोड़ा सा पोटेंशियल एनर्जी है उसकी कंपैरिजन में ये थोड़ा ज्यादा है और ये और भी ज्यादा है तो इस प्रकार से जो पोटेंशियल एनर्जी है उसमें चेंज होता है डिफरेंस होता है और इसी डिफरेंस की वजह से क्या होता है ये वाटर का मूवमेंट होता है इसी तरीके से जब हम इलेक्ट्रिक सर्किट में एक पोटेंशियल डिफरेंस क्रिएट करते हैं उसे डिफरेंस की वजह से वहां पर इलेक्ट्रोंस मोशन करने लगते हैं मूवमेंट करने लगते हैं तो अब जरा सा हम लोग समझते हैं की जो हमारा एक बैटरी होता है एक सेल होता है जो की सोर्स का कम करता है हमारे एक सर्किट में वो किस प्रकार से पोटेंशियल डिफरेंस क्रिएट करता है ये जरा सा हम लोग को समझ लेना है है तो यहां पर अगर हम लोग देखें तो यहां पर हम लोग नेक्स्ट इमेज देखते हैं तो यह देखिए यह क्या है एक बैटरी है बैटरी किस प्रकार से एक पोटेंशियल डिफरेंस क्रिएट करता है ये हम समझते हैं अब यहां पर बैटरी का एग्जांपल है की भाई ये एक प्रकार का वोल्टिक सेल है ठीक है अब यहां पर क्या है ये हमारा नेगेटिव टर्मिनल है और ये पॉजिटिव टर्मिनल है ठीक है ये एनोड है ये कैथोड है इन दोनों के बीच में क्या होता है इन दोनों के बीच में पोटेंशियल डिफरेंस क्रिएट होता है क्यों भाई क्यों क्रिएट होता है क्योंकि ये जो नेगेटिव टर्मिनल है बैटरी का यहां पर इलेक्ट्रोंस ज्यादा मात्रा में जमा हो जाते हैं यहां पर ज्यादा एकम्युलेट हो जाते हैं तो यहां पर नेगेटिव चार्ज क्रिएट हो जाता है और इस तरफ में क्या होता है पॉजिटिव चार्ज क्रिएट रहता है तो यहां पर क्या होता है इसकी वजह से एक पॉजिटिव डिफरेंस होता है इन दोनों टर्मिनल्स के बीच में और जब हम इन दोनों टर्मिनल से क्या करते हैं इलेक्ट्रिक सर्किट जोड़ते हैं बल्ब जोड़ते हैं या फिर कोई और चीज जोड़ते हैं तो जो इलेक्ट्रॉन से वो मोशन में ए जाते हैं और यहां पर क्या होता है ये बल्ब जो है वो ग्लो करने लगता है या फिर जो हमारा जो फ्रिज कूलर जो भी है वह चलने लगता है तो बात है की अब यहां पर यह बैटरी एक पोटेंशियल डिफरेंस क्रिएट कैसे करता है तो यहां पर देखें तो यह एक एग्जांपल है दूसरे जो बैटरी यहां होती हैं वो इसी तरीके से कम करती है लेकिन वहां पर जिंक या फिर कॉपर वगैरा की जगह दूसरा चीज उसे होता है तो प्रिंसिपल आप समझिए यहां पर तो यहां पर क्या है जिंक है जिंक क्या है एनोड बनाया गया है जिंक को कॉपर है यहां पर कॉपर क्या है कैथोड बनाया गया है अब यहां पर एनोड है तो एनोड में यहां पर 60 सॉल्यूशन किस चीज का डाला गया है जिंक का znso4 है और इस तरफ cuso4 है तो यहां पर क्या होगा जब भी हम क्या करेंगे सर्किट को कंप्लीट करेंगे मतलब बल्ब जोड़ेंगे तो क्या होगा यहां पर जो जिंक है वो टूटेगा न जो है वो zn+2 बनाएगा और साथ में प्लस दो इलेक्ट्रोंस को लॉस करेगा दो इलेक्ट्रोंस को लॉस करेगा अब ये जो दो इलेक्ट्रोंस लॉस होंगे वो इस प्रकार से वायर के थ्रू यहां पर मोशन करेंगे और यहां पर बल्ब से क्रॉस करके बल्ब को जलाकर क्या दूसरे हिस्से पर पहुंचेंगे कैथोड पर पहुंचेंगे और वहां पर कॉपर पर पहुंच जाएंगे इलेक्ट्रोंस अब यहां पर कॉपर जो है वो क्या करेगा इन इलेक्ट्रोंस को रिसीव करेगा और साथ में ये जो सॉल्ट सॉल्यूशन है इससे cu2+ जो है उसको अब्जॉर्ब कर लेगा और यहां पर दो इलेक्ट्रोंस के साथ cu2+ को मिलाकर cu2+ और प्लस में दो इलेक्ट्रोंस ये क्या बन जाएगा कु बन जाएगा कॉपर बन जाएगा और कॉपर यहां पर इस कैथोड पर चिपक जाएगा ठीक है अब यहां पर क्या है ये co2+ आया कहां से cu2+ आया कु so4 के टूटने से cuso4 जो है वो cu2+ और प्लस में so42 - आपका इस प्रकार से टूट रहा है तो यहां पर जो कु तू प्लस है वो आपका कॉपर पर चिपक गया so4 2 - सिर्फ वो आपका यहां से इस तरफ चला गया और यहां से जो zn2+ निकाला उससे so4 मिलकर क्या बन गया znso4 बन गया ठीक है तो ये जो साइकिल है ये लगातार चलते रहता करता है और यहां पर क्या इलेक्ट्रॉन जेनरेट होते रहता है एनोड पर यह मोशन करता है कैथोड पर पहुंचता है ऐसे-ऐसे बार-बार होते रहता है जिससे की क्या होता है जिससे की आपका ये मोशन पूरा चलते रहता है ये आपका रिएक्शन जब तक चलेगा तभी तक क्या होगा इलेक्ट्रॉन फ्लो करेगा और तभी तक आपका क्या होगा बल्ब जलेगा जिस समय ये जिंक खत्म हो गया या फिर ये रिएक्शन किसी और रीजन से बंद हो गया उसी समय मैं आपका जो पूरा सर्किट है वो टूट जाएगा खत्म हो जाएगा और बैटरी को हम का क्या का देंगे की वो डिस्चार्ज हो गया है वो खत्म हो गया ठीक है तो इस प्रकार से आपका बैटरी क्या करता है एक पोटेंशियल डिफरेंस क्रिएट करता है यह मतलब क्या मतलब की भाई जो ये नेगेटिव टर्मिनल है यहां पर इलेक्ट्रोंस ज्यादा संख्या में होंगे पॉजिटिव टर्मिनल पर इलेक्ट्रोंस की कमी होगी यहां पर पॉजिटिव आपको ज्यादा होगा तो यहां पर पोटेंशियल डिफरेंस होता है जिसकी वजह से जो आपका इलेक्ट्रॉन है वो मोशन में ए जाता है मोशन करने लगता है इस तरफ की ओर क्यों भाई क्योंकि यहां पर क्या है इलेक्ट्रॉन ज्यादा है तो इलेक्ट्रॉन आगे की ओर पुश करेगा और यहां पर जो कु है वो इलेक्ट्रॉन चाहता है अब्जॉर्ब करना चाहता है तो इस वजह से यहां पर ये खींचेगा इलेक्ट्रॉन को जिस वजह से क्या होगा आपका पूरा मोशन होगा इलेक्ट्रॉन का और हमारा करंट जो है वो फ्लो करेगा अब यहां पर आगे बढ़ते हैं आगे अपने चैप्टर में ए जाते हैं चैप्टर में हमारा क्या है चैप्टर में हमारा है इलेक्ट्रिक पोटेंशियल एंड पोटेंशियल डिफरेंस पोटेंशियल डिफरेंस को जरा सा यहां पर हम समझ लेते हैं तो यहां पर हमारा क्या कहता है यहां पर कहता है की देखो यहां पर आपने कभी देखा होगा फ्लो ऑफ वाटर फ्लो ऑफ वाटर मतलब की वाटर का करंट जो फ्लो करता है वो क्यों फ्लो करता है हमने नदियों देखा एक नदियां जो है वो पहाड़ से निकलती है पहाड़ से निकलती है और नीचे की ओर आती है तो यहां पर पहाड़ पर नदियों का मैं जो पानी है उसका पोटेंशियल एनर्जी ज्यादा होता है वो नीचे की ओर फ्लो करती हैं जब तक की उनका एनर्जी जो है वो खतरनाक हो जाए उनको एक समतल भूमि ना मिल जाए उसी प्रकार से जो यहां पर करंट है वो क्यों फ्लो करता है क्योंकि यहां पर जो इलेक्ट्रोंस हैं वो मोशन करते हैं एक तरफ पोटेंशियल एनर्जी ज्यादा है पोटेंशियल डिफरेंस है मतलब की यहां पर हाई पोटेंशियल है यहां पर लो पोटेंशियल है तो इलेक्ट्रोंस दूसरी तरफ मूव करेंगे और नेगेटिव टर्मिनल से पॉजिटिव टर्मिनल की ओर जाने की कोशिश करेंगे और यही जो पोटेंशियल डिफरेंस है इसी की वजह से क्या होता है इलेक्ट्रोंस का मोशन होता है जिसकी वजह से आपका करंट जो है वो फ्लो करता है अब यहां पर आगे बड़े तो आगे और भी बातें क्या बताई गई यहां पर कहा जा रहा है की देखिए यहां पर कहता है की डी केमिकल एक्शन विदिन डी सेल जेनरेट्स डी पोटेंशियल डिफरेंस अक्रॉस डी टर्मिनल्स ऑफ डी सेल दोनों टर्मिनल पॉजिटिव टर्मिनल और नेगेटिव टर्मिनल के बीच में जो है जो केमिकल रिएक्शन होता है बैटरी में उसकी वजह से पोटेंशियल डिफरेंस क्रिएट होता है और उससे क्या होता है उससे हमारा एक प्रकार से करंट जो है वो फ्लो करने लगता है और अगर किसी समय में हमारा वहां से हम ने बैटरी को कनेक्ट नहीं किया है फिर भी यहां पर पोटेंशियल डिफरेंस होता है पॉजिटिव और नेगेटिव टर्मिनल में जिससे की क्या होता है यहां पर पोटेंशियल डिफरेंस बना हुआ रहता है लेकिन जैसे ही हम तार जोड़ते हैं उसे तार से क्या होता है इलेक्ट्रोंस का मोमेंट्स शुरू हो जाता है और हमारे को बल्ब जलते हुए या फिर किसी और किसी और चीज का एक्शन होते हुए दिखने लगता है ठीक है अब यहां पर आगे बड़े तो आगे यहां पर कहता है पोटेंशियल डिफरेंस का डेफिनेशन सर्किट के हिसाब से तो यहां क्या कहता है यहां कहता है की वेट डिफाइन डी इलेक्ट्रिक पोटेंशियल डिफरेंस बिटवीन तू पॉइंट्स इन एन इलेक्ट्रिक सर्किट केयरिंग सैम करंट आगे डी वर्क डैन तू मूव अन यूनिट चार्ज फ्रॉम 1.2 डी आदर तो भाई हम कैसे डिफेंस करते हैं इलेक्ट्रिक पोटेंशियल डिफरेंस को मैन लीजिए की यहां पर दो पॉइंट है पहला ए पॉइंट है और दूसरा बी पॉइंट है तो यहां पर कहता है की इलेक्ट्रिक पोटेंशियल डिफरेंस को हम डिफाइन करते हैं या फिर क्या होता है इलेक्ट्रिक पोटेंशियल डिफरेंस तो कहता है की यहां पर अगर हम इलेक्ट्रिक करंट को एक तरीके से कैरी कर रहे हैं तो वर्क डैन तू मूव अन यूनिट चार्ज मतलब एक यूनिट चार्ज के चार्ज को ए पॉइंट से बी पॉइंट तक पहुंचने में जो हमने वर्क किया वही हमारा क्या है वही हमारा क्या है पोटेंशियल डिफरेंस है पोटेंशियल डिफरेंस को हम सी से दिनो करते हैं क्यों भाई क्योंकि ऐसा यूनिट हमारा पोटेंशियल डिफरेंस का होता है वोल्ट क्या होता है वोल्ट होता है ठीक है तो यहां पर हमारा फॉर्मूला क्या हो गया फॉर्मूला हो गया वी = व / के मतलब पर यूनिट चार्ज हमको कितना वर्क डैन करना पड़ा वही हमारा क्या होगा पोटेंशियल डिफरेंस होगा या फिर हम कहेंगे की वोल्टेज होगा ठीक है अब यह जो वोल्ट है यह आया है अलेक्जेंड्रो वोल्टा के नाम पर जो की एक italianzist द जिन्होंने इस पर कम किया था ठीक है अब यहां पर एक और क्वेश्चन आता है क्वेश्चन क्या है वैन वोल्ट को डिफाइन कीजिए डिफाइन वैन वी तो वैन वोल्ट क्या हो जाएगा हमारा वैन वोल्ट की बात करें तो यहां पर कहता है की वैन वोल्ट इसे डी पोटेंशियल डिफरेंस बिटवीन तू पॉइंट्स इन अन करंट केयरिंग कंडक्टर वीं वैन जल ऑफ वर्क इसे डैन तू मूव वैन चार अन मूव अन चार्ज ऑफ वैन coolmb फ्रॉम 1 पॉइंट तू डी आदर यह भी बहुत इंपॉर्टेंट क्वेश्चन है समझ गए वैन वोल्ट क्या होता है जब हम 1 जल वर्क डैन करें एक कुलम चार्ज को एक पॉइंट से दूसरे पॉइंट तक पहुंचने के बीच में तो हम कहेंगे की दोनों पॉइंट के बीच में वैन वी पोटेंशियल डिफरेंस है समझ गए तो यहां पर हम लोग वर्क डैन को जल से बताते हैं हम लोग चार्ज को coolmb से बताते हैं तो यहां पर 1 वी = 1 जे पैराकुलम हो जाएगा ठीक है अब यहां पर समझ गए की पोटेंशियल डिफरेंस क्या होता है पोटेंशियल डिफरेंस आपका एक प्रकार से क्या हो गया आपका वर्क डैन पर यूनिट चार्ज हमारा चार्ज क्या है केक = क्या है ने मतलब की मैन लीजिए की एक कुलम हम अगर क्या कर रहे हैं चार्ज को कैरी कर रहे हैं तो मतलब हम क्या कर रहे हैं 6.25 * 10 तू दी पावर 18 इलेक्ट्रोंस को क्या कर रहे हैं कैरी कर रहे हैं ए पॉइंट से बी पॉइंट तक उसमें हमने जितना कम किया जितना हमारा वर्क डैन हुआ वही क्या हो जाएगा हमारा एक वही हमारा वोल्ट हो जाएगा ठीक है समझ गए तो यही चीज है हमारा पोटेंशियल डिफरेंस अब यहां पर कहता है की पोटेंशियल डिफरेंस को हम मापते हैं कैलकुलेट करते हैं वोल्टमीटर का उसे करके वोल्टमीटर की मदद से हम पोटेंशियल डिफरेंस कैलकुलेट करते हैं और वोल्टमीटर को हमेशा हम पैरेलल में कनेक्ट करते हैं पैरेलल कनेक्शन करते हैं किसी भी दो पॉइंट के बीच में जिसके बीच में हमको पोटेंशियल डिफरेंस मेजर करना है अब टूटे पैरेलल कनेक्शन आपको पता होगा नहीं पता है तो आप आगे padhiyega मैं शॉर्ट में बता देता हूं की मैन लीजिए यहां कोई हमारा बल्ब जल रहा है और हमें पता करना है की इस बल्ब से कितना हमारा करंट वगैरा फ्लो करता है तो यहां पर हम लोग क्या करेंगे पैरेलल कनेक्शन करेंगे पैरेलल मतलब यहां से एक तार निकलेंगे यहां से बोल्ट मीटर ऐसे लगाएंगे और ऐसे हम कनेक्शन करेंगे तब हमको इस बल्ब का पता चलेगा की कितना पोटेंशियल डिफरेंस है बल्ब के थ्रू बल्ब के इस तरफ और उसे तरफ के बीच में कितना पोटेंशियल डिफरेंस है अब यहां पर देखिए न्यूमेरिकल्स भी इस चैप्टर में काफी पूछे जाते हैं न्यूमेरिकल्स यहां पर भी दिया गया है न्यूमेरिकल क्या है यहां पर न्यूमेरिकल कहता है हो मच इसे डी वर्क हो मच वर्क इसे डैन इन मूविंग चार्ज ऑफ तू कुलम अक्रॉस तू पॉइंट हेविंग अन पोटेंशियल डिफरेंस और 12 वोल्ट तो यहां पर हमारा हमने ऊपर क्या देखा वी = व / के तो यहां पर हमको क्या करना है वर्क फाइंड करना है व = क्वेश्चन है ठीक है तो व = वी * के हो जाएगा हम लोग का पोटेंशियल डिफरेंस कितना है 12 और चार्ज कितना है 2 coolmb तो यहां पर हमारा क्या हो जाएगा 24 जल हो जाएगा ये हमारा आंसर हो जाएगा सिंपल है अब यहां पर आगे बात करें तो आगे यहां पर हमारे सामने क्या क्वेश्चन है नाम और डिवाइस डेट हेल्प तू मेंटेन अन पोटेंशियल डिफरेंस अक्रॉस अन कंडक्टर तो आप क्या likhiyega आप likhiyega सेल या फिर बैटरी क्या करता है या फिर सेल क्या करता है एक प्रकार से पोटेंशियल डिफरेंस क्रिएट करता है और उसको किसी भी सर्किट में मेंटेन रखने में मदद करता है ठीक है वैन वोल्ट क्या होता है आप आसानी से डिफाइन कर सकते हैं आगे कहता है हो मच एनर्जी इसे गिवन तू इ कूलंब ऑफ चार्ज पासिंग थ्रू अन सिक्स वोल्ट बैटरी छह वोल्ट बैटरी से पास होने वाले हर एक कोलम चार्ज को हम कितना एक प्रकार से एनर्जी दे रहे हैं तो यहां पर वही आप लोग का अप्लाई हो जाएगा वी = व / के व आपको क्या करना है एनर्जी फाइंड करें एनर्जी मतलब यही वर्क डैन वर्क डैन इक्वल तू एनर्जी यही आपको फाइंड करना है ये स्कूल हम तो coolmb वैन हो जाएगा वी आपको सिक्स हो जाएगा तो इस प्रकार से 6 * 1 आप आसानी से कैलकुलेट कर सकते हैं आगे हमारे सामने टॉपिक है 12.3 टॉपिक क्या है सर्किट डायग्राम सर्किट डायग्राम क्या है भाई सिंपल सा चीज है की सर्किट डायग्राम आपको बनाने के लिए आपको बताया जा रहा है तो भाई देखो सर्किट डायग्राम आपको बनाने आता है यहां पर आपको मैनली क्या ध्यान में रखना है ध्यान में रखना है की जो भी यहां पर सिंबल्स बताया जा रहे हैं उसको ध्यान में रखना है सेल आपका क्या होता है इस प्रकार से दिनो करते हैं बैटरी को हम इस प्रकार से दिनो करते हैं बैटरी का मतलब क्या बैटरी मतलब कांबिनेशन ऑफ सेल्स कई सारे छोटे-छोटे सेल्स को मिलाकर हम क्या कहते बैटरी कहते हैं ठीक यहां पर प्लग की प्लग की को ऐसे हम डिफाइन करते हैं ओपन कनेक्शन ओपन कनेक्शन मतलब तर्क जुड़े हुए नहीं हैं क्लोज्ड कनेक्शन मतलब मतलब की तार कनेक्टेड है करंट फ्लो कर रहा है ठीक है इसके बाद यहां पर आगे क्या है वायर जॉइंट हम जॉइंट करेंगे तो ऐसे दिखाएंगे वायर क्रॉसिंग को ऐसे दिखाएंगे मतलब की दोनों तार जो है एक दूसरे को टच नहीं कर रहे हैं अलग-अलग हैं ठीक इसके बाद इलेक्ट्रिक बल्ब का इस प्रकार से सिंबल है रजिस्टर का रेजिस्टेंस या फिर रजिस्टर इस प्रकार से आप सिंबल रजिस्टर का सिंबल है रेजिस्टेंस तो भाई प्रॉपर्टी है ठीक है अब यहां पर ए गए वेरिएबल रेजिस्टेंस या फिर रियोस्टेट का सिंबल आप यहां पर दोनों में से कोई भी उसे कर सकते हैं अमीटर का सिंबल आपको पता है वोल्टमीटर का सिंबल यहां पर दिया गया है तो ये सारे कुछ बेसिक चीजे थी तो यहां पर हम लोग का क्या होगा पोटेंशियल डिफरेंस हमने समझ लिया पोटेंशियल डिफरेंस क्या होता है वर्क डैन पर यूनिट चार्ज तो व / के = बोल्ट यही आपका क्या है हमारा पोटेंशियल डिफरेंस का फॉर्मूला है फॉर्मूला ध्यान में रखना है आई = के / टी था यहां पर क्या है यहां पर वी = व / के है ठीक है तो यहां पर आगे बढ़े तो आगे हमारे सामने क्या है टॉपिक है 12.4 ओंस लॉ अब हम क्या देखेंगे ओंस लॉ को अब जरा सा देख लेते हैं तो अभी तक हमने ओम स्लोप के पहले क्या पढ़ा हमने पढ़ा की भाई करंट क्या होता है करंट का फॉर्मूला देखा आई = के / टी होता है इसके साथ में जो पोटेंशियल डिफरेंस वी होता है वी = क्या होता है व / के होता तो यह दोनों फॉर्मूले देखे और हमने देखा की भाई करंट क्या होता है और साथ में पोटेंशियल डिफरेंस क्या होता है और ये दोनों किसके ऊपर डिपेंड करते हैं ये चीज हम समझ गए लेकिन यहां पर क्या है जो ओंस लॉ है जो बताता है की किसी भी सर्किट से पास होने वाले करंट और किसी भी सर्किट में जो पोटेंशियल डिफरेंस है उसके बीच में क्या रिलेशन है यानी की यहां पर सबसे पहले जब यहां पर करंट की खोज हो गई थी पोटेंशियल डिफरेंस की खोज हो गई थी तो वहां पर एक व्यक्ति द जिनका नाम क्या था जिनका नाम था यहां पर जॉर्ज साइमन ओम इन्होंने क्या किया एक्सपेरिमेंट किया और ये पता लगाया की यहां पर जो हमारा करंट होता है और साथ में जो पोटेंशियल डिफरेंस होता है किसी भी सर्किट में उसमें क्या होता है एक रिलेशन होता है तो उसी रिलेशन को हम यहां पर क्या करेंगे ओंस लॉ के जरिए समझेंगे पढ़ेंगे अब यहां पर ओम स्लो को समझने के लिए आपको एक्टिविटी 12.1 करना है ये एक्टिविटी क्या है इसमें कहता है की आप एक सर्किट बनाया जैसा की 12 फिगर में दिया गया है इसमें आप क्या कीजिए निक्रोम वायर का उसे कीजिए एक्सी लेंथ का मैन लीजिए की 0.5 मीटर का लेंथ का है इसके अलावा अमीटर वोल्टमीटर या और चार सेल का उसे कीजिए 1.5 वोल्ट का एक सेल होना चाहिए ठीक है अब यहां पर ये सर्किट है यही सर्किट आपको यहां पर बनाना है इसी सर्किट का उसे करना है अब यहां पर सबसे पहले आप क्या कीजिए सिंगल सेल लीजिए एक सेल का उसे करके आप क्या करिए सर्किट को कंप्लीट कीजिए मतलब यहां से ऐसे करके आप कनेक्शन कर दीजिए बाकी के जितने भी आपके सेल हैं इनको आपको उसे नहीं करना है समझ गए अब यहां पर आपने क्या किया पहला सेल को कनेक्ट किया उसके साथ ही आप क्या करेंगे अमीटर का रीडिंग ले लेंगे यहां पर आपने कनेक्ट किया हुआ है और साथ में जो रेजिस्टेंस है उसके थ्रू वोल्टेज कितना है पोटेंशियल डिफरेंस कितना है उसको भी आप लिख लेंगे इसके बाद क्या करेंगे आप दो सेल को कनेक्ट करेंगे इस तरीके से यहां से ऐसे सर्किट कंप्लीट करेंगे ये दोनों सेल को उसे नहीं करेंगे तो दोनों सेल को दो सेल को कनेक्ट करके फिर से आप क्या कीजिएगा फिर से अपना यहां पर जो चार्ट दिया गया है इसमें आप करंट लिख लीजिएगा और साथ में पोटेंशियल डिफरेंस लिख लीजिएगा एक मैं आपने लिख लिया फिर आप इसी तरीके से तीन सेल का उसे करेंगे फिर इसी तरीके से चार से उसे करके सर्किट कंप्लीट करके चारों कंडीशन में आप क्या करेंगे आप यहां पर जो पोटेंशियल डिफरेंस रहा और जो करंट रहा दोनों आप लिख लेंगे अब यहां पर आप क्या कीजिएगा वोल्टेज डिवाइडेड बाय एंपियर मतलब की वोल्टेज डिवाइडेड बाय करंट वोल्ट डिवाइडेड बाय एंपियर आप ये क्या कीजिएगा कैलकुलेशन कीजिएगा और यहां पर आप डाटा लिख लीजिएगा ठीक है अब यहां पर जब आप इन दोनों को लेकर यानी करंट और पोटेंशियल डिफरेंस को लेकर जब आप ग्राफ banaaiyega तो इस तरीके का आपको ग्राफ मिलेगा इस ग्राफ में स्पेशल क्या है इस ग्राफ में स्पेशल है की यहां पर आपको क्या होता है आपको यहां पर एक स्ट्रेट लाइन मिलता है मतलब की जैसे-जैसे हम लोग पोटेंशियल डिफरेंस को इंक्रीज करते हैं वैसे-वैसे हमारा सर्किट में करंट भी बढ़ता जाता है समझ गए ये सबसे पहले पता किसने लगाया था जॉर्ज साइमन ओम ने लगाया था अब यहां पर क्या हुआ यहां पर उन्होंने एक तरीके से रिलेशनशिप बताया करंट और पोटेंशियल डिफरेंस के बीच में की किसी भी सर्किट में जो करंट फ्लो कर रहा है और किसी भी सर्किट में जो पोटेंशियल डिफरेंस है उसके बीच में क्या रिलेशन है अब यहां पर उन्होंने बताया उनका जो ओंस लॉ है वो यहां पर है आपसे यह क्वेश्चन पूछेगा व्हाट इस ओम'एस लॉ या फिर डिफाइन ओम'एस लॉ स्टेट ओम'एस लॉ पूछेगा आप वहां पर बता सकते हैं यहां पर क्या कहता है डी पोटेंशियल डिफरेंस भी अक्रॉस डी इंड ऑफ अन गिवन मैटेलिक वायर इन एन इलेक्ट्रिक सर्किट इस डायरेक्टली प्रोपोर्शनल तू डी करंट फ्लाइंग थ्रू इट प्रोवाइडेड इट्स टेंपरेचर रीमेंस डी से दिस इस कॉल्ड ओंस लॉ और यही है आपका ओम स्लोप आपसे ओम'एस लॉ पूछे आप आसानी से ही बता सकते हैं अब यहां पर आपको ये जो ग्राफ है ये भी ध्यान में रखना है क्योंकि ये ग्राफ जो है वैन मार्क्स में एमसीक्यू टाइप का क्वेश्चन पूछ देगा की चार ग्राफ आपको दे दिया जाएगा उसमें बोलेगा भाई कौन सा ग्राफ जो है ओम स्लो को फॉलो कर रहा है ये वाला साथ में यहां पर एमसीक्यू मैं एक और चीज पूछता है की भाई ओम'एस लॉ को कंप्लीट होने के लिए या फिर इसको लागू होने के लिए टेंपरेचर कैसा होना चाहिए बढ़ाना चाहिए घटना चाहिए कांस्टेंट होना चाहिए क्या होना चाहिए तो रिमांड से मतलब कांस्टेंट होना चाहिए ठीक है है तो यहां पर हमारा क्या है हमारा ओम'एस लॉ ओम'एस लॉ क्या कहता है वी इसे डायरेक्टली प्रोपोर्शनल तू आई यानी की जो पोटेंशियल डिफरेंस है वो डायरेक्टली प्रोपोर्शनल किसके हैं करंट के अब यहां पर जब भी हम ये proportionallity का साइन हटाते हैं तो वहां पर हमारा क्या आता है एक कांस्टेंट आता है अब यहां पर बात करें तो यहां पर हम लोग कौन-कौन proportionallity का साइन जब हटाएंगे तो हमें कांस्टेंट पुट करेंगे ये कांस्टेंट क्या होगा आर होगा यानी v=ir हो जाएगा ठीक है और ये आर क्या होगा आर होगा वी और वी / आई का रेश्यो और ये रेश्यो हमेशा क्या होगा ये रेश्यो हमेशा कांस्टेंट आएगा ठीक है है और यह जो आर है आर क्या है आर कहलाता है रेजिस्टेंस क्या रेजिस्टेंस क्या होता है रेजिस्टेंस किसी भी कंडक्टर का प्रॉपर्टी होता है जिसके तहत कोई भी मेटल है या फिर कंडक्टर है वो क्या करता है करंट के फ्लो को रेसिस्ट करता है या फिर अपोज करता है समझ गए आर क्या है एक कांस्टेंट है और ये हर mitalik वायर का एक कांस्टेंट होता है एक गिवन टेंपरेचर पर हर टेंपरेचर पर अलग-अलग हो सकता है और रेजिस्टेंस क्या होता है किसी भी कंडक्टर का एक प्रॉपर्टी होता है जिसके तहत वह कंडक्टर क्या करता है फ्लो ऑफ चार्जेस को रेसिस्ट करता है यानी इलेक्ट्रोंस के फ्लो को अपोज करता है समझ गए अब यहां पर आप अगर देखें तो यहां पर आपको ये क्वेश्चन पूछा गया है पिछले कुछ सालों में 2020 में ये क्वेश्चन आया था क्या क्वेश्चन था स्टेट डी रिलेशन को रिलेटिव डी इलेक्ट्रिक करंट फ्लाइंग इन अन कंडक्टर एंड डी वोल्टेज अन प्राइस अप्लाइड अक्रॉस इट अलसो ड्रॉ डी ग्राफ तू शो दिस रिलेशनशिप अब रिलेशन क्या है ओम स्लो है ओम स्लो को आपको यहां पर एक्सप्लेन करना है अब यहां पर आपको आगे रेजिस्टेंस फाइंड करने के लिए कहा जा रहा है की इफ डी इलेक्ट्रिक करंट फ्लाइंग थ्रू इट इसे 0.35 एंपियर पोटेंशियल डिफरेंस इस 1.4 वोल्ट ये तो न्यूमेरिकल है न्यूमेरिकल ए गया हम लोग देख लेंगे अब यहां पर आगे बड़े तो आगे यहीं पर अगला क्वेश्चन भी यही है क्या स्टेट ओम'एस लॉ ड्रॉ लेबल्ड सर्किट डायग्राम तू वेरीफाई dislock इन डी लेबोरेट्री तो यहां पर ओह लॉ को वेरीफाई करने के लिए आप कौन सा सर्किट डायग्राम बनाएगा ये वाला सर्किट डायग्राम बनाएगा और इसी को एक्सप्लेन कीजिएगा और साथ में इसको क्या कीजिएगा मतलब जो ग्राफ वगैरा है वो भी banaaiyega यहां पर यही चीज पूछा है किस तरीके का ग्राफ बनेगा स्ट्रेट लाइन बनेगा और इसके साथ ही कैसे आप ग्राफ से nikaaliyega की भाई कंडक्टर का रेजिस्टेंस कितना है आप ये वी/आई आपको सिंपली कर देना है आपको क्या मिल जाएगा आर मिल जाएगा रेजिस्टेंस मिल जाएगा ठीक है अब यहां पर आगे बड़े तो आगे यहां पर क्या कहता है कहता है की देखिए जो हमारा रेजिस्टेंस होता है यहां पर रेजिस्टेंस जो होता है इसका इसका यूनिट क्या होता है ओम होता है क्या होता है ओम और इसको ग्रीक लेटर इस ग्रीक लेटर से हम लोग दिनो करते हैं और ओंस लॉ के हिसाब से आर = वी / आई ये क्या है हमेशा कांस्टेंट होगा आर वी और आई यानी की पोटेंशियल डिफरेंस और करंट का क्या है एक प्रकार से रेश्यो है और ये हमेशा क्या होता है कांस्टेंट होता है अब यहां पर एक और क्वेश्चन है जो की बहुत इंपॉर्टेंट क्वेश्चन है वो क्या है है वह है डिफाइन वैन ओम व्हाट इसे वैन ओम यह आपको डिफाइन करने के लिए पूछा जा सकता है तो वैन ओम क्या होगा वैन ओम का डेफिनेशन है इफ डी पोटेंशियल डिफरेंस अक्रॉस डी तू एंड्स ऑफ कंडक्टर इसे वैन वी करंट थ्रू इट इस वैन आर दें डी रेजिस्टेंस आर ऑफ कंडक्टर इस वैन ओम मतलब किसी भी मैटेलिक वायर के बीच में यहां मैन लीजिए ये मैटेलिक वायर है पॉइंट ए है पॉइंट बी है इसके बीच में अगर हमारा पोटेंशियल डिफरेंस वैन वोल्ट का है और यहां पर हम लोग का करंट कितना फ्लो कर रहा है 1 एंपियर फ्लो कर रहा है तो यहां पर इन दोनों के बीच में यानी की ए और बी पॉइंट के बीच में हमारा जो रेजिस्टेंस होगा वो कितना होगा वैन ओम होगा कितना होगा वैन ओम और यहां पर यहां पर हमको एक चीज मिलता है आई = वी / आर मतलब करंट हमको अगर निकलना हो तो वीर ये तो सिंपली है की भाई बी = आई आर है अब यहां पर इसमें से तीनों में से कोई भी निकलना है तो इधर उधर करके आप वैल्यू को आसानी से निकल सकते हैं अब यहां पर आगे कहता है की इक्वेशन 12.7 से हमें क्या पता चलता है हमें पता चलता है की करंट किसी भी रजिस्टर से करंट अगर फ्लो कर रहा है वो हमेशा क्या होगा इन्वर्सली प्रोपोर्शनल होगा रेजिस्टेंस से इन्वर्सली प्रोपोर्शनल का मतलब की जब हम रेजिस्टेंस बढ़ाएंगे उसे समय हमारा करंट क्या होगा कम हो जाएगा करंट अगर रेजिस्टेंस ghataenge तो करंट क्या होगा बढ़ जाएगा मतलब की अगर अगर हम रेजिस्टेंस को आधा कर दें तो करंट हमारा दुगना हो जाएगा रेजिस्टेंस को अगर दुगना कर दे तो करंट हमारा आधा हो जाएगा इस प्रकार से यहां पर यही चीज कहता है की इफ डी रेजिस्टेंस इस डबल्ड डी करंट गेट्स हाफ यानी की जब रेजिस्टेंस दुगना हो जाएगा करंट आधा हो जाएगा इन में प्रैक्टिकल केसेस इट इस नेसेसरी तू इंक्रीज और डिक्रीज डी करंट इन एंड इलेक्ट्रिक सर्किट समझ गए तो यहां पर क्या कहता है की बहुत सारे कंडीशन में कई बार ये जरूरी होता है की हम किसी भी सर्किट में करंट को कम या ज्यादा करें और वहां पर हम वोल्टेज कम ज्यादा नहीं करना चाहते तो वहां पर हम लोग क्या करते हैं रेजिस्टेंस का उसे करते हैं रेजिस्टेंस नॉर्मल रेजिस्टेंस नहीं बल्कि एक वेरिएबल रेजिस्टेंस को उसे करते हैं अब यहां पर वेरिएबल रेजिस्टेंस का डेफिनेशन भी का सकते हैं की दिया गया या फिर उसके बारे में बताया गया है अन कॉम्पोनेंट यूज्ड तू रेगुलेट करंट विदाउट चेंजिंग डी वोल्टेज सोर्स इस कॉल्ड वेरिएबल रेजिस्टेंस इन एन इलेक्ट्रिक सर्किट डिवाइस कॉल्ड अन रीयूज डेट रियोस्टेट क्या है एक प्रकार का वेरिएबल रेजिस्टेंस है इस ऑफेन यूज्ड तू चेंज डी रेजिस्टेंस इन डी सर्किट सी विल नौ स्टडी अबाउट इलेक्ट्रिकल रेजिस्टेंस ऑफ अन कंडक्टर विद डी हेल्प ऑफ फॉलोइंग एक्टिविटी यहां पर अब हम लोग क्या करेंगे रेजिस्टेंस के बारे में पढ़ेंगे तो यहां पर अगर हम लोग देखें तो यहां पर एक्टिविटी है 12.2 12.2 एक्टिविटी है यह क्या कहता है यह कहता है की आप एक नाइक्रोम वायर लीजिए एक टॉर्च बल्ब लीजिए 10 वर्ल्ड का एक बल्ब लीजिए और एक अमीटर ले लीजिए अब इनमें से क्या कीजिए यहां पर इस प्रकार का सर्किट बनाया एक और ए पॉइंट जो है इसको खाली छोड़ दीजिए बीच का जगह यहां पर आपको क्या करना है सबसे पहले निक्रोम वायर यहां पर रखकर और क्या करना है एमिटर का रीडिंग ले लेना है इसके बाद आपको 10 वर्ड बल्ब यहां पर लगा देना है 10 वर्ड बल्ब लगाकर आपको रीडिंग ले लेना है फिर यहां पर टॉर्च बल्ब लगाकर आपको रीडिंग ले लेना है तो तीनों कंडीशन में आप क्या कीजिएगा रीडिंग लीजिएगा अब यहां पर आप जब इस प्रकार से रीडिंग ले लीजिएगा तीनों कंडीशन में तो यहां पर आपको क्या पता चलेगा की एमिटर जो है उसमें रीडिंग जो होगा वो तीनों कॉम्पोनेंट के लिए अलग-अलग होगा आपको जो आपका नाइक्रोम वायर है उसमें आपको अलग होगा बल्ब में अलग होगा टॉर्च बल्ब में अलग होगा क्यों क्योंकि यहां पर तीनों के रेजिस्टेंस में काफी ज्यादा अंतर है अब यहां पर कहता है की इन दिस एक्टिविटी विल ऑब्जर्व डेट डी करंट इस डिफरेंट फूड डिफरेंट कॉम्पोनेंट्स अलग-अलग कॉम्पोनेंट के लिए जो हमारा करंट होता है वो अलग-अलग होता है उसका रीजन क्या है उसका रीजन है की कुछ ऐसे कॉम्पोनेंट होते हैं या फिर कुछ ऐसे कंडक्टर होते हैं जो की इलेक्ट्रिक करंट के फ्लो को आसानी से फ्लो करने देते हैं उसको अपोज नहीं करते लेकिन कुछ ऐसे मटेरियल होते हैं कुछ ऐसे कंडक्टर होते हैं जो की फ्लो को काफी ज्यादा रेसिस्ट करते हैं अब यहां पर आगे कहता है की सी नो डेट डी मोशन ऑफ इलेक्ट्रोंस इन एन इलेक्ट्रिक सर्किट कांस्टीट्यूट्स एंड इलेक्ट्रिक करंट हमें पता है की किसी भी सर्किट में इलेक्ट्रोंस का मोशन की वजह से ही करंट हमारा फ्लो करता है अब यहां पर आगे कहता है की डी इलेक्ट्रोंस हैव एवर आर नॉट कंपलीटली फ्री तू मूव विद इन अन कंडक्टर हमने पहले देखा की भाई कंडक्टर में जो इलेक्ट्रोंस हैं वो फ्रीली मूव कर सकते लेकिन ऐसा नहीं है की एकदम छोटा बैल जिसका घूम सकते हैं कहीं भी ऐसा नहीं होता है उसमें थोड़ा-थोड़ा एक तरीके से रोक होता है बंदिश होता है क्यों भाई क्योंकि यहां पर क्या होता है की जो एटम्स होते हैं कंडक्टर में वो एटम्स एक प्रकार से अट्रैक्ट करते हैं इन इलेक्ट्रोंस को इससे क्या होता है इससे यहां पर एक प्रकार का रेजिस्टेंस जेनरेट होता है जिससे की इलेक्ट्रोंस का मूवमेंट प्रभावित होता है इलेक्ट्रोंस उतनी आसानी से मूव नहीं कर सकते कुछ कॉम्पोनेंट होते हैं कुछ मटेरियल होते हैं जिम की ये जो अट्रैक्शन होता है वो कम होता है तो इलेक्ट्रॉन मूव करते हैं कुछ कॉम्पोनेंट होते हैं जिम की ये अट्रैक्शन काफी ज्यादा होता है तो वहां पर इलेक्ट्रोंस को मूव करने में दिक्कत होता है तो यहां पर आगे कहता है की गुड कंडक्टर के बारे में गुड कंडक्टर क्या है अन कॉम्पोनेंट ऑफ अन गिवन साइज डेट ऑफर्स अन लोअर रेजिस्टेंस इस अन गुड कंडक्टर मतलब एक ऐसा मटेरियल ऐसा कंडक्टर जो बहुत कम रेजिस्टेंस प्रोवाइड करता है आसानी से मूवमेंट होने देता है वो क्या है गुड कंडक्टर है अब कंडक्टर हेविंग सैम अप्रिशिएबल रेजिस्टेंस इस कॉल्ड अन रजिस्टर यानी एक ऐसा कंडक्टर जिसमें की काफी अच्छा रेजिस्टेंस है काफी ज्यादा रेजिस्टेंस है उसको हम क्या कहते हैं रजिस्टर कहते हैं लेकिन एक ऐसा कॉम्पोनेंट जो उसी साइज का है मतलब की से साइज के तीनों मटेरियल की बात हो रही है से साइज से लेंथ से वेट की बात हो रही है एक ऐसा कॉम्पोनेंट जो की बहुत ज्यादा रेजिस्टेंस प्रोवाइड करता है और करंट को बिल्कुल भी फ्लोर ही नहीं होने देता है उसको हम क्या कहते हैं पुर कंडक्टर कहते हैं और इंसुलेटर से तो भाई आपका करंट फ्लो हो ही नहीं सकता है ठीक है अब इंसुलेटर का एग्जांपल क्या हो गया जैसे प्लास्टिक हो गया वुड हो गया ये क्या है इंसुलेटर है क्योंकि करंट को आसानी से एकदम मतलब बिल्कुल बहुत कम चांस है की फ्लो होने देते हैं गुड कंडक्टर का एग्जांपल आपका सारे मेटल्स हो जाएंगे सारे नहीं बहुत सारे मेटल्स हो जाएंगे जैसे की आपको लोहा हो जाएगा अल्युमिनियम हो जाएगा कॉपर हो जाएगा सिल्वर हो जाएगा ये सारे गुड कंडक्टर्स हो जाएंगे लेकिन अगर आप देखे तो जो माइक्रो क्या है एक प्रकार का एलॉय है यह नाइक्रोम क्या होता है एक प्रकार का आपका रजिस्टर होता है क्योंकि ये बहुत आसानी से करंट को फ्लो नहीं होने देता है और बहुत ज्यादा रोकता भी नहीं है लेकिन ये फ्लो होने के दौरान रुकावट डालता है ठीक है अब यहां पर आगे बड़े तो आगे यहां पर टॉपिक ए जाता है 12.5 12.5 में क्या पढ़ना है हमें फैक्टर्स ऑन विच डी रेजिस्टेंस ऑफ अन कंडक्टर डिपेंड्स किसी भी कंडक्टर का जो रेजिस्टेंस है वो किन चीजों के ऊपर डिपेंड करता है इसके लिए हमें करना है एक्टिविटी 12.3 ये जो एक्टिविटी है इसमें हमें क्या करना है इसमें हमें ऐसा एक सर्किट बनाना है और इस सर्किट में यहां पर आपको यहां से यहां तक खाली जगह छोड़ देना है और इसमें क्या करना है आपको जो बाकी के चीज जैसे अमीटर लगा देना है स्विच लगा देना है सेल लगा देना है और इसके साथ ही आपको माइक्रो वायर लेना है ये निक्रोम वायर आप यहां से यहां तक कनेक्ट करने के लिए लेंगे सबसे पहले आप क्या करेंगे यहां पर यह जो पॉइंट है इस लेंथ का आप क्या करेंगे एक नाइक्रोम वायर लेंगे इस निक्रोम वायर को पुट करेंगे कनेक्शन ऑन करेंगे और अमीटर का रेडिंग ले लेंगे फिर उसके बाद अगली बार क्या करेंगे दूसरी बार आप इस निक्रोम वायर को क्या करेंगे मोड देंगे मतलब की बिल्कुल डबल कर देंगे तो डबल करके आप क्या करेंगे यहां पर आगे लिखा हुआ है यहां पर आकर कहता है तो सॉरी 2l मतलब दूसरी कंडीशन में हम क्या करेंगे ये जितना लंबा एल लेंथ का अगर ये निक्रोम वायर है तो हम इससे दुगना अलका 2l लेंथ का वायर यहां पर कनेक्ट करेंगे जैसे की देख सकते हैं इतना से इतना लंबा हम माइक्रो वायर जोड़ेंगे तो हमने क्या किया दुगना लेंथ हमने कर दिया माइक्रो वायर का फिर से हम अमीटर का क्या करेंगे रीडिंग ले लेंगे फिर से तीसरा कंडीशन में ये जो एल है इसी साइज का हम वायर लेंगे लेकिन इससे मोटा लेंगे फिर चौथे कंडीशन में हम लोग क्या करेंगे चौथे कंडीशन में यहां पर कहता है यहां पर हम लोग कॉपर वायर लेंगे चौथा कंडीशन में क्या होगा यहां पर हम लोग कॉपर वायर लेंगे बल्कि निक्रोम वायर नहीं लेंगे तो एक बार हमने साइज का मैक्रम वायर लिया दूसरे में ड्यूल साइज का यहां पर तीसरे में एल साइज का लेकिन क्या होगा मोटा होगा मतलब की उसका क्रॉस सेक्शन ज्यादा होगा मतलब मोटाई ज्यादा होगा वायर का और इसके बाद चौथा कंडीशन में हम क्या करेंगे कॉपर लेंगे तो यहां पर इस एक्सपेरिमेंट को करने के बाद हमें क्या पता चलेगा इस एक्सपेरिमेंट को करने के बाद पता चलेगा की जब हमने वायर का लेंथ डबल कर दिया तो क्या हो गया जो एमिटर का रीडिंग था वो आधा हो गया मतलब की करंट क्या हो गया करंट हाफ हो गया ठीक है लेंथ डबल तो करंट क्या हो गया आधा हो गया इसके बाद जब हमने मोटाई बढ़ा दी वो तार की तार की क्रॉस सेक्शन को बढ़ा दिया से मटेरियल के साथ से लेंथ के साथ तो यहां पर क्या हुआ अमीटर जो है वो वहां से वह एक प्रकार से क्या होगा ज्यादा रीडिंग देने लगेगा क्यों भाई क्योंकि यहां पर आपको जो रेजिस्टेंस है वह कम होता है इसके बाद आगे क्या होगा आगे यहां पर कहता है की अगर हम दूसरे किसी वायर को उसे करेंगे तो उससे भी हमको क्या है रिजल्ट दूसरा मिलेगा कॉपर के मामले में हमें अमीटर रीडिंग ज्यादा देगा तो हमें क्या पता चला पहली बात की जो हमारा लेंथ होता है लेंथ के ऊपर हमारा रेजिस्टेंस डिपेंड करता है लेंथ बढ़ेगा रेजिस्टेंस बढ़ेगा लेंथ घटेगा रेजिस्टेंस घटेगा दूसरी बात जो हमारा क्रॉस सेक्शन एरिया होता है एरिया क्रॉस सेक्शन एरिया मतलब की ऐसे मोटाई जैसे तार आपने देखा जैसे ये आपका क्या है ये मैन लीजिए तार है तो तार का ये जो मोटाई है ना ये वाला मोटाई ये हमारा क्या है क्रॉस सेक्शन है तो इसी क्रॉस सेक्शन की बात हो रही है क्रॉस सेक्शन एरिया अगर बढ़ेगा तो हमारा क्या होगा हमारा रेजिस्टेंस घटेगा क्रॉस सेक्शन एरिया कम होगा तो हमारा रेजिस्टेंस बढ़ेगा इसके बाद आगे क्या है आगे हमारा मटेरियल का नेचर नेचर ऑफ मटेरियल तीन चीज के ऊपर यहां पर क्या है डिपेंड करता है अब इसी चीज के लिए हमने क्या किया एक प्रकार से ड्राइव कर लिया फॉर्मूला बना लिया इसका कैसे बनाया सबसे पहले तो यहां पर लिखाया गया है लिखा गया की किसी भी कंडक्टर का रजिस्टर रेजिस्टेंस किस चीज के ऊपर डिपेंड करता है तो सबसे पहला है की लेंथ के ऊपर लेंथ ज्यादा तो भाई रेजिस्टेंस ज्यादा लेंथ कम रेजिस्टेंस कम इसके बाद एरिया ऑफ क्रॉस सेक्शन एरिया ऑफ क्रॉस सेक्शन का इन्वर्सली प्रोपोर्शनल होता है एरिया ऑफ क्रॉस सेक्शन बढ़ेगा रेजिस्टेंस घटेगा अगर क्रॉस सेक्शन घटेगा रेजिस्टेंस बढ़ेगा इसके बाद थर्ड है क्या नेचर ऑफ इट्स मटेरियल मटेरियल का नेचर कैसा है अब यहां पर देखिए तो यहां पर हमें क्या पता चला हमें तो पहला पता चला की आर इस डायरेक्टली प्रोपोर्शनल तू एल मतलब की लेंथ के साथ आर इस डायरेक्टली प्रोपोर्शनल तू एल लेंथ ऑफ डी वायर लेंथ ऑफ डी मटेरियल इसके बाद आर इस इन्वर्सली प्रोपोर्शनल तू एरिया ऑफ क्रॉस सेक्शन यानी की जो क्रॉस सेक्शन के एरिया है वॉर की जो मोटाई है उसका इन्वर्सली प्रोपोर्शन इन्वर्सली प्रोपोर्शन का मतलब की अगर हम एरिया दुगना कर देंगे तो रेजिस्टेंस 1 / 2 हो जाएगा अगर हम एरिया वैन बाय तू कर देंगे तो रेजिस्टेंस दुगना हो जाएगा ये चीज और अगर इन दोनों को हम एक साथ मिलाकर लिखें तो यहां पर हमारा क्या है आर इस प्रोपोर्शनल तू आर इस प्रोपोर्शनल तू एल / ए अब यहां पर प्रोपोर्शन का साइन अब अगर हटाएंगे तो यहां पर एक कांस्टेंट आएगा कांस्टेंट क्या होगा रो होगा रो हमारा क्या है एक प्रकार का कांस्टेंट है अब रोज जो है रो क्या है रो को हम कहते हैं रेजिस्टविटी वो क्या कहता है कहलाता है इलेक्ट्रिकल रेजिस्टविटी ऑफ डी मटेरियल मतलब की हर मटेरियल के लिए हर कंडक्टर के लिए अलग-अलग रोका वैल्यू होता है ये क्या है ये है रेजिस्टविटी ऑफ डी मटेरियल जैसे कॉपर का अलग होगा इसके अलावा अगर हम बात करें अल्युमिनियम का अलग होगा हर मटेरियल का अलग-अलग होगा जैसे यहां पर देख सकते हैं मेटल्स में देखे कंडक्टर्स में देखे तो सिल्वर कॉपर अल्युमिनियम टंगस्टन सभी का रेजिस्टविटी क्या है अलग-अलग है और यही कांस्टेंट वैल्यू है जब हम यहां पर रखेंगे अगर हमको रेजिस्टेंस निकलना होगा किसी भी मेटल का किसी भी कंटर का कंडक्टर का तब अब यहां पर कहता है की जो रेजिस्टविटी होता है इसका जो सी यूनिट होता है वो होता है ओम मीटर कितना होता है ओम मीटर ठीक है अब ये क्या है किसी भी मटेरियल का एक करैक्टेरिस्टिक प्रॉपर्टी होता है की कोई भी मटेरियल कितना अपोज कर रहा है करंट के फ्लो को ठीक है अब यहां पर कहता है की जो मेटल्स होते हैं और जो एलॉयज होते हैं ये काफी कम रेजिस्टविटी प्रोवाइड करते हैं 10 ^ -8 ओम से 10 ^ -6 ओम के बीच में और ये काफी गुड कंडक्टर होते हैं इलेक्ट्रिसिटी के लेकिन जो इंसुलेटर होते हैं इंसुलेटर मतलब जो की करंट पास नहीं होने देंगे जैसे की रबर ग्लास इनका जो रेजिस्टविटी होता है ये बहुत ही ज्यादा होता है इसीलिए इनसे करंट पास नहीं कर पता है 10 ^ 12 * डी पावर 17 मीटर अब यहां पर देख देखिए तो यहां पर एक चीज ध्यान रखना है की जो रेजिस्टेंस होता है और जो रेजिस्टविटी होती है किसी भी मटेरियल की टेंपरेचर के साथ बदलती है टेंपरेचर के साथ क्या होता है चेंज करती है अब यहां पर आगे कहता है की टेबल 12.2 में हमको क्या है डाटा दिया गया है डाटा में क्या हमें पता चलता है की कंडक्टर की रेजिस्टविटी बहुत कम होती है उससे ज्यादा एलॉयज की होती है और इंसुलेटर की तो बहुत ज्यादा होती है ठीक है अब यहां पर बात करें तो आगे यहां पर कहता है की डी रेजिस्टविटी ऑफ एन एलॉय इस ग्रेटर जनरली हायर दें डेट ऑफ इट्स कांस्टीट्यूएंट मटेरियल अब यहां पर मतलब क्या है मतलब है की देखिए जैसे यहां पर कौन सी टीम बना है ये कॉपर और निकल का मिलकर बना हुआ है तो इसका जो रेजिस्टविटी होगा कांसटेनटाइन का ये आपको कॉपर और निकल से काफी ज्यादा है इसी तरीके से जो मंगणिन है जो कॉपर मैंगनीज और साथ में निकल से बंद कर बना हुआ है इसका रेजिस्टविटी इन तीनों मटेरियल से काफी ज्यादा है मतलब एलॉयज का रेजिस्टविटी क्या होता है जिस मटेरियल से जिस मेटल से बना है उससे काफी ज्यादा होता है और इसके साथ ही एलॉयज जो है वो ऑक्सिडाइज यानी की वर्ण नहीं करते हैं हाई टेंपरेचर पर इसी वजह से हम लोग क्या करते हैं इलेक्ट्रिकल हीटिंग डिवाइस में तो यह जो आपके एलॉयज है इनका उसे करते जैसे यहां पर देखे तो क्वेश्चन भी पूछा गया है ए आर डी हिटिंग एलिमेंट्स ऑफ इलेक्ट्रिकल टोस्टर एंड इलेक्ट्रिकल इरोंस आर मेड ऑफ एलॉय रदर दें पूरे मेटल तो यहां पर इसके रेजिस्टविटी हाई होने की वजह से और साथ में ये ऑक्सिडाइज नहीं करता इस वजह से दो पॉइंट्स आपके बनेंगे अब यहां पर टंगस्टन का उसे किस चीज में किया जाता है टंगस्टन का उसे इलेक्ट्रिकल बल्ब में किया जाता है क्योंकि ट्रांजिस्टर भी एक प्रकार का क्या है टंगस्टन भी एक प्रकार का एलॉय है जो की काफी हाई टेंपरेचर पर ऑक्सिडाइज नहीं होता है मतलब की बढ़ नहीं होता है और वो काफी हाई टेंपरेचर पर आसानी से जलता है और रोशनी भी प्रोवाइड करता है ठीक है तो यहां पर आगे क्वेश्चन पूछा गया वही दस डी कोड ऑफ इलेक्ट्रिकल दस नॉट ग्लो विले इट्स हीटिंग एलिमेंट डस्ट तो यहां पर इसका रीजन क्या है जो हमारा कॉर्ड होता है वो किस चीज से बनता है कॉपर का तार वगैरा जो कनेक्शन है वो किस चीज का होता है कॉपर का कॉपर आसानी से करंट को फ्लो होने देता है लेकिन जो हमारे जो हीटिंग एलिमेंट होते हैं वो किस चीज के बने हुए होते हैं एलॉय वगैरा के बने हुए होते उनमें रेजिस्टेंस क्या होता है ज्यादा होता है तो वहां पर वो हिट हो जाते हैं और हिट होकर क्या होते हैं ग्लो करने लगते हैं अब यहां पर आगे कहता है हो इस डी रेजिस्टविटी ऑफ एलॉयज कंपेयर्ड विथ डोज ऑफ पूरे मेटल फ्रॉम विच दे हैव बिन फॉर्म्ड तो यहां पर सिंपली कंडक्टर से एलॉयज जो है वो काफी ज्यादा होता है एग्जांपल में एक दो आप लिख सकते हैं जो की यहां पर दिए गए हैं अब ये सारे क्वेश्चन में जो आपको बता रहा हूं ये आपको प्रीवियस ईयर में पूछे गए हैं और इसलिए इन सभी पर आपको ध्यान रखना है अब इसके बाद यहां पर कुछ क्वेश्चन से क्वेश्चन आपको वही सारे हैं कुछ खास क्वेश्चन नहीं है बहुत इजी क्वेश्चन है जैसे की यहां पर आपको सिंपली वी = आईआर फॉर्मूला है इसी फॉर्मूला को पुट कर ये सारे आंसर आपको यहां पर मिल जाएंगे तो इन क्वेश्चंस को मैं इस स्किप कर रहा हूं क्योंकि वी = आईआर से आप आसानी से इनको सॉल्व कर सकते हैं और मैं यहां पर आगे बढ़ रहा हूं और यहां पर रो एल / ए आर इक्वल तू रॉयल बाय ये इससे भी आपका यहां पर डेरिव करने के लिए कुछ क्वेश्चंस हैं इसको भी आप आसानी से ड्राइव कर सकते हैं तो यहां पर क्या करता हूं आगे बढ़ता हूं क्वेश्चन यहां पर ये सारे क्वेश्चन भी जो है ये भी हम डिस्कस कर चुके हैं वही जो है जो आपको मैं पढ़ा उसी में से क्वेश्चन पूछा गया है अब यहां पर अगला टॉपिक क्या कहता है अगला टॉपिक है 12.6 रेजिस्टेंस ऑफ अन सिस्टम ऑफ रजिस्टर यानी की जो रजिस्टेंस इनको जोड़कर हमारा रेजिस्टेंस कैसे बनता है कैसे कैलकुलेशन होता है ये चीज अब यहां पर हम समझने वाले हैं पढ़ने वाले हैं अभी तक हमने क्या किया अभी तक हमने सिंपल इलेक्ट्रिक सर्किट के बारे में पढ़ा सिंपल इलेक्ट्रिक सर्किट कहने का मतलब क्या मतलब की एक पूरा सर्किट है तो उसे सर्किट में क्या स्विच है और साथ में कनेक्शन करके एक आपका रजिस्टर है यानी की एक लोड है सिंपल तो ऐसे सर्किट के बारे में अभी तक हम पढ़ चुके हैं वहां पर हमने क्या नोटिस किया हमने नोटिस किया की भैया किसी भी कंडक्टर में कोई भी कंडक्टर है उससे जो करंट फ्लो करता है वो रेजिस्टेंस के ऊपर और साथ में पोटेंशियल डिफरेंस के ऊपर डिपेंड करता है मतलब जैसा रेजिस्टेंस होगा जैसा पोटेंशियल डिफरेंस होगा वैसा करंट फ्लो करेगा अब यहां पर अलग-अलग जो हमारे गैजेट होते हैं अलग-अलग जो सिस्टम होता है हमारे घर में जो वायरिंग वगैरा किया जाता है वहां पर हम रजिस्टेंस को अलग-अलग कांबिनेशन में उसे करते हैं अब यहां पर रजिस्टर शब्द का उसे किया जा रहा है तो आप sochiyega रजिस्टर क्या होता है कैसे होता है सिंपली देखो भाई यहां पर आपका जो आपका बल्ब है वो भी क्या है एक प्रकार का रजिस्टर है मतलब रेजिस्टेंस के जैसा ही कम करता है उसी से आपको वो क्या करता है लाइट देता है उसी के साथ ही जो आपके घर में हीटर होता है वो भी क्या एक प्रकार का रजिस्टर है या फिर आपके घर में जो ऐसी है वो भी रेजिस्टेंस के फंक्शन प्रिंसिपल पर ही कम करता है तो इसी चीज को कहा जा रहा है की जो हमारे अलग-अलग डिवाइसेज होते हैं गैजेट्स होते हैं उनमें जब हम वायरिंग करते हैं तो हम इस प्रकार से पैरेलल सिस्टम और साथ में श्री सिस्टम बैठे हैं मतलब सीरीज कनेक्शन पैरेलल कनेक्शन करते हैं और साथ में जो घर में वायरिंग किया जाता है वहां पर भी जो अलग-अलग डिवाइसेज को हम लगाते हैं जो की एक प्रकार से रेजिस्टेंस देते हैं तो ये भी हम क्या करते हैं अलग-अलग कांबिनेशन में बैठे हैं मतलब कभी सीरीज कांबिनेशन बैठता है कभी पैरेलल कांबिनेशन बैठता है जैसे आपके घर में तो आप क्या देखते हैं की आपके घर में हर बल्ब के लिए एक स्विच होता है हर प्लग के लिए एक स्विच होता है तो वो कैसा कांबिनेशन है एक प्रकार का पैरेलल कांबिनेशन है पैरेलल कनेक्शन किया गया है इसी तरीके से आप जो दिवाली में जो एक झालर लटकते हैं जो लाइट का एक पूरा सीरीज लटकते हैं उसमें एक सीरीज कनेक्शन होता है तो वो क्या है एक प्रकार का सीरीज कनेक्शन का एग्जांपल हो गया अब यहां पर आपको आगे यही चीज कहा जा रहा है की देखिए हमें क्या देखना है हमें देखना है की हम अलग-अलग कांबिनेशन में जो रजिस्टर से उनको लगाएंगे और उनसे किस प्रकार से हमारा रेजिस्टेंस जेनरेट होता है कैसे ओम'एस लॉ यहां पर अप्लाई होता है कांबिनेशन होने पर और किस तरीके से हम रजिस्टर को जोड़ते हैं ये चीज यहां पर हम लोग देखने वाले हैं तो यहां पर कहा जा रहा है की दो मेथड है जिसके जरिए हम रजिस्टेंस को क्या करते हैं आपस में कनेक्ट करते हैं पहला तो है आपका सीरीज कनेक्शन और दूसरा क्या है पैरेलल कनेक्शन अब सीरीज कनेक्शन क्या होता है सीरीज कनेक्शन यहां पर आपके सामने सीरीज कनेक्शन में क्या होता है की आप जो रजिस्टेंस हैं उनको एक के बाद एक लगाते हैं एक के बाद दूसरा दूसरे के बाद तीसरा तीसरे के बाद चौथा तो ये आपका क्या है ये आपका एक प्रकार का सीरीज कनेक्शन है जिसमें की एक रजिस्टर का पिछला हिस्सा दूसरे रजिस्टर के आगे के हिस्से से जुड़ा हुआ होता है दोनों रजिस्टर आपस में जुड़े होते हैं फिर आगे के दो रजिस्टर भी आपस में जुड़े हुए होते हैं फिर जो लास्ट रजिस्टर होता है वो कनेक्शन के साथ जो जुड़ा हुआ होता है और पहला रजिस्टर भी कनेक्शन के साथ जुड़ा हुआ होता है ये आपका क्या है सीरीज कनेक्शन का एग्जांपल है ठीक है अब दूसरा जो कनेक्शन का टाइप है वो क्या है पैरेलल कनेक्शन पैरेलल कांबिनेशन जिसको हम की हम कहते हैं यहां पर क्या होता है की जो अलग-अलग रजिस्टेंस हैं इन अलग-अलग रजिस्टेंस का जो एक छोड़ है वो आपस में जोड़ दिया जाता है और साथ में एक हमको एक एंड से यानी की पॉजिटिव या फिर नेगेटिव एंड से जोड़ देते हैं और वही दूसरा एंड जो है सभी रजिस्टेंस का वो साथ में जोड़कर हम दूसरे एंड से जोड़ देते हैं कनेक्शन कर देते हैं और सर्किट हमारा इस तरीके से कंप्लीट हो जाता है तो ये दो प्रकार के हमारे क्या हो गए कनेक्शन हो गए जिम हम क्या करते हैं रजिस्टेंस को आपस में कनेक्ट करते हैं तो बारी-बारी से दोनों को हम यहां पर देखने वाले हैं तो पहले हम क्या पढ़ेंगे पहले हम अपना पहला टॉपिक पढ़ेंगे वो क्या है रजिस्टर इन सीरीज यानी की हम रजिस्टेंस को एक सीरीज कनेक्शन में आपस में कनेक्ट करने वाले अब यहां पर आगे सबसे पहले क्वेश्चन आपसे पूछता है व्हाट हैपेंस तू डी वैल्यू ऑफ करंट वन ए नंबर ऑफ रजिस्टर आर कनेक्टेड इन अन सीरीज इन अन सर्किट यानी की किसी सर्किट में अगर हम रजिस्टेंस को सीरीज में कनेक्ट कर दें तो वहां पर आपको जो करंट है उसके वैल्यू पर क्या इंपैक्ट पड़ेगा क्या करंट कम हो जाएगा ज्यादा हो जाएगा क्या हो जाएगा व्हाट वुड बी देर इक्विवेलेंट रेजिस्टेंस मतलब की तीन रजिस्टर हमने जोड़ा आपस में और तीनों रजिस्टर को जोड़ने पर टोटल रेजिस्टेंस पूरे सर्किट का कितना होगा ये हम यहां पर क्या करेंगे समझने की कोशिश करेंगे कैसे ये कैलकुलेशन होता है ये हमको समझना होगा इसके लिए हम लोगों को कुछ एक्टिविटीज करनी होंगी एक्टिविटीज में हम पहला क्या करेंगे एक्टिविटी है 12.4 12.4 एक्टिविटी में क्या का रहा है यहां पर कहता है की आप तीन रजिस्टर लीजिए जिनका वैल्यू अलग-अलग हो और तीनों रजिस्टर को आप सीरीज में ऐड कर यह मतलब जोड़ दीजिए और इनके साथ जो आपका सर्किट बनेगा उसमें बैटरी लगा दीजिए अमीटर लगा दीजिए प्लग की लगा दीजिए जैसा की फिगर 12.6 में दिखाया गया है यानी की ये जो आपका कनेक्शन दिखाया गया है इस प्रकार से आपको कनेक्शन कर देना है तीन आपके रजिस्टर का ऊपर आप देख सकते हैं रजिस्टर्ड जोड़े गए हैं साथ में यहां पर वोल्टमीटर भी है और साथ में हमारा अमीटर भी है सभी आपस में कनेक्ट कर दिए गए हैं अब यहां पर आगे कहता है की यू मैं उसे डी रजिस्टेंस ऑफ वैल्यूज लाइक वैन ओम तू ओम थ्री ओम एंड अन बैटरी ऑफ सिक्स वोल्ट 4 परफॉर्मिंग दिस एक्टिविटी आप इस प्रकार से तीन अलग-अलग रजिस्टर को वैन ओम तू ओम और थ्री ओम के रजिस्टर को ले सकते हैं छह वोल्ट के बैटरी को ले सकते हैं अब यहां पर आपको क्या करना है आपको करना है की आपकी को लगा दे मतलब स्विच ऑन कर दें और फिर उसके बाद एमिटर में जो भी आपको डाटा मिलेगा जो भी आपको नंबर मिलेगा उसको आपको रीड कर लेना है उसको लिख लेना है ठीक है इसके साथ ही आप क्या कीजिए अमीटर के पोजीशन को चेंज कीजिए और आप रजिस्टर के बीच में कहीं भी लगा दीजिए मतलब की क्या हुआ मतलब की यहां पर अभी अमीटर कहां लगा हुआ है इस सर्किट में अमीटर यहां पर लगा है लेकिन आप यहां से हटाकर यहां इस जगह पर एमिटर लगा दीजिए फिर उसके बाद यहां लगा दीजिए फिर उसके बाद यहां लगा दीजिए अलग-अलग जगह पर एमिटर लीग लगाकर आप ये टेस्ट कीजिए की भैया करंट कितना फ्लो कर रहा है तो जब आप इस तरीके से टेस्ट करिएगा तो आपको क्या पता चलेगा की जो करंट का वैल्यू होता है अमीटर में वो चेंज नहीं होता है मतलब मतलब की यहां पर जो इलेक्ट्रिक सर्किट है उसमें हम कितने भी रजिस्टर लगा दे सीरीज में वहां पर करंट की वैल्यू पर कोई इंपैक्ट नहीं पड़ता है मतलब की सीरीज कांबिनेशन में रजिस्टर की सीरीज कांबिनेशन में सर्किट के हर एक पार्ट में करंट का वैल्यू कम होता है बराबर होता है समझ गए और इसी वजह पर सीरीज कांबिनेशन में करंट का वैल्यू आपको से मिलेगा हर हिस्से में ठीक है अब यहां पर आगे आपको एक्टिविटी है 12.5 12.54 में हमने क्या किया हमने सीरीज कांबिनेशन में चेक किया की करंट का वैल्यू कितना होता है अब 12.5 में हम लोग क्या करेंगे पोटेंशियल डिफरेंस की बात करेंगे पोटेंशियल डिफरेंस कैलकुलेट करेंगे अब ये 12.5 12.4 और इसके बाद पैरेलल कांबिनेशन वाले एक्टिविटीज भी बहुत इंपॉर्टेंट है क्यों इंपॉर्टेंट है क्योंकि इसी एक्टिविटी के ऊपर 2019 में क्वेश्चन ए गया था क्या पूछा हो विल यू इन फॉर डी विद डी हेल्प ऑफ एन एक्सपेरिमेंट डेट डी से करंट फ्लोज थ्रू एवरी पार्ट ऑफ अन सर्किट कंटेनिंग थ्री रजिस्टर इन सीरीज कनेक्टेड तू अन बैटरी तो यहां पर आप क्या कीजिएगा ये वाला 12.4 जो एक्टिविटी है वो आप पूरा एक्सप्लेन कीजिएगा likhiyega डायग्राम banaaiyega डायग्राम banaaiyega तो साथ में आपको यहां पर सिर्फ ये डायग्राम नहीं बनाना होगा इसके साथ-साथ मीटर का पोजीशन ये पोजीशन ये पोजीशन ये पोजीशन ये यही पोजीशन चार पोजीशन में आपको अमीटर का डायग्राम बनाना होगा उसको वहां पर दिखाना हुआ ठीक है अब यहां पर 12.5 एक्टिविटी है यहां पर हम लोग क्या करने वाले हैं वोल्टमीटर से वोल्टेज नापने वाले हैं यानी की पोटेंशियल डिफरेंस नापने वाले हैं अब यहां पर यही कहता है की जो आपने 12.4 एक्टिविटी किया वहां पर आप एमिटर का रेडिंग छोड़िए अब क्या कीजिए वोल्टमीटर का रीडिंग लीजिए वोल्टमीटर का रीडिंग लीजिए सबसे पहले तो आप पूरे सर्किट का ले लीजिए मतलब पूरे सर्किट कहने का मतलब की जैसे यहां पर वोल्टमीटर का कनेक्शन किया गया है वैसे आप वोल्टमीटर का कनेक्शन लेकर तीनों रेजिस्टेंस मतलब सर्किट का जो रेजिस्टेंस है वह आपको प्राप्त हो जाएगा मिल जाएगा अब यहां पर उसके बाद आपको क्या करना है उसके बाद आपको ये करना है की आप वोल्टमीटर अलग-अलग हिस्से पर मतलब की पहले तो पहला रजिस्टर पर फिर दूसरा रजिस्टर पर और फिर तीसरे रजिस्टर पर इस प्रकार से लगाकर आप क्या करेंगे आप रेजिस्टेंस का वैल्यू को नोट कर लेंगे ठीक है यहां पर ऊपर हमने क्या बात किया था 12.4 एक्टिविटी में की तीनों रजिस्टर का रेजिस्टेंस क्या है अलग-अलग है तो यहां पर हमको तीनों का क्या करना है वोल्टेज पोस्ट कर लेना है पोटेंशियल डिफरेंस नोट कर लेना है और पहले से ही हमारे पास एक और ए के बीच का जो पोटेंशियल डिफरेंस है वो तो हमने नोट करके रखा ही हुआ है तो यहां पर आपको अब क्या करना है आपको यहां पर चेक करना है की इसमें क्या होता है यहां पर हमारे पास जो चार डाटा आए पहला तो टोटल वीटी और साथ में V1 V2 और v3 तीन रजिस्टर के लिए अलग-अलग आपको पोटेंशियल डिफरेंस मिलेगी अब यहां पर जब आप इन चारों पोटेंशियल डिफरेंस को निकलेंगे तो आपको पता चलेगा की ये जो तीनों रजिस्टर का जो पोटेंशियल डिफरेंस है इसको जोड़ देने पर हमको टोटल पोटेंशियल डिफरेंस मिल जाता है जो की एक्स और ए पॉइंट के बीच में है यहां और यहां के बीच में जो टोटल पोटेंशियल डिफरेंस है वो इन तीनों के जोड़ के बराबर ही आता है ठीक है अब यहां पर यही हमको क्या मिला रिजल्ट मिला रिजल्ट क्या मिला वी = V1 प्लस V2 + v3 ठीक है अब यहां पर एक और चीज जो ऊपर हमें पता चली थी की जो है वह करंट है करंट हमारा से होता है करंट हमारा चेंज नहीं होता है अब यहां पर यही चीज है की भाई इसको इससे तो हमें पता चल गया की भाई पोटेंशियल डिफरेंस ऐड करना पड़ता है अब हम क्या निकलेंगे अब हम निकलेंगे की भैया हम नाराज जो रेजिस्टेंस है वो उसको हम कैसे ऐड करते हैं कैसे जोड़ते हैं तो यहां पर हमें क्या पता है हमें पता है की वी = आईआर होता है ये हम ऊपर पढ़ चुके हैं वी = आई आर ठीक है अब यहां पर देख लेते हैं की यहां पर पैराग्राफ में क्या कहता है इन डी इलेक्ट्रिक सर्किट 12.8 लेट आई बी डी करंट पासिंग थ्रू डी सर्किट डी करंट थ्रू एच रजिस्टर जॉइंट इन सीरीज बाय एंड इक्विवेलेंट सिंगल रजिस्टर ऑफ रेजिस्टेंस आर सच डेट डी पोटेंशियल डिफरेंस वी अक्रॉस इट एंड डी करंट आई थ्रो सर्किट रीमेंस डी से अपलेइंग डी ओंस लॉ तू डी anteyer सर्किट मतलब अब हमें क्या करना है हमको टोटल रेजिस्टेंस निकलना है ताकि हम एक रेजिस्टेंस तीनों रेजिस्टेंस के इक्विवेलेंट एक एक सिंगल रेजिस्टेंस वहां पर लगा सके ठीक हमारे पास है वी = आईआर हमें पता है जो की हमको ओम'एस लॉ से पता है तो यहां पर हम लोग क्या करेंगे पहले तो हमारे पास टोटल वीटी वीटी क्या टोटल मतलब टोटल पोटेंशियल डिफरेंस तो ये हमारा क्या हो जाएगा आई आर टी आर टी अब यहां पर आर एस लिखा गया है मैं टी ऐसे ही लिख रहा हूं फिर टोटल ध्यान में रखने में आसानी होगा तो यहां पर क्या है वी = आईआरटी ये आपको टोटल हो गया अब यहां पर इसी प्रकार से हर एक हमारे रेजिस्टेंस के लिए हम अलग-अलग वैल्यू ले लेंगे V1 = ir1 V2 = ir2 v3 = ir3 अब इन चारों वैल्यू इसको हम क्या करेंगे पुट कर देंगे हमारे इक्वेशन में वी = V1 + V2 + v3 अब यहां पर पुट करेंगे तो आई आर = ir1 + आई आर तू प्लस आई आर थ्री तो यहां पर आर एस हमारा क्या हो जाएगा आर एस सीरीज के लिए लिखा गया है इस इक्वल तू आर वैन प्लस पार्ट तू प्लस आर थी हमें क्या पता चला हमें पता चला की जो रेजिस्टेंस है इक्विवेलेंट रेजिस्टेंस वो सभी रेजिस्टेंस को जोड़ने के बराबर होता है मतलब क्या मतलब की जब हम कई सारे रजिस्टेंस को आपस में सीरीज में जोड़ देते हैं तो यहां पर जो सभी हमारा रेजिस्टेंस है उसको जोड़ के हमारा जो इक्विवेलेंट रेजिस्टेंस होता है पूरा सर्किट का रेजिस्टेंस होता है वो सैम के बराबर होता है सैम ऑफ देयर इंडिविजुअल रेजिस्टेंस ठीक है एंड इस 10 ग्रेटर दें अन्य इंडिविजुअल रेजिस्टेंस यानी की हर एक रेजिस्टेंस से ज्यादा होता है मतलब R1 से ज्यादा ही होगा r2 से ज्यादा ही होगा r3 से ज्यादा ही होगा ठीक है तो इस प्रकार से हमारा सीरीज में रेजिस्टेंस का एडिशन होता है अब यहां पर आपको क्वेश्चन भी पूछ दिया गया है क्वेश्चन यहां पर क्या है क्वेश्चन है 12.7 यह क्वेश्चन में क्या कहता है एक इलेक्ट्रिक लैंप है जिसका रेजिस्टेंस कितना है 20 ओम है ठीक है और साथ में एक कंडक्टर है चार ओम रेजिस्टेंस का जिसको हमने छह बोल्ट बैटरी से जोड़ दिया है पहला तो टोटल रेजिस्टेंस हमें निकलना है सर्किट का और साथ में करंट कितना फ्लो कर रहा है सर्किट से और साथ में हमारा पोटेंशियल डिफरेंस इलेक्ट्रिक लैंप और पोटेंशियल कंडक्टर के थ्रू कितना है पहला तो हमारे पास क्या है पहला तो यहां पर कंडक्टर है चार ओम ये क्या है 20 ओम ठीक है अब यहां पर अगर हम लोग बात करें तो हमारा क्या पहला क्या है टोटल रजिस्ट्रेशन टोटल रेजिस्टेंस आर इक्वल तू आर वैन प्लस r2 तो यहां पर हम लोग का क्या ए जाएगा 24 ओम ए जाएगा ठीक है इसके बाद बी क्या है करंट थ्रू डी सर्किट करंट कितना फ्लो कर रहा है तो करंट हमारा सी = आईआर होता है आई = वी / आर होता है वी कितना है हमारा 6 वोल्ट है आर = 24 है तो ये हमारा क्या हो जाएगा 0.25 एंपियर हो जाएगा ठीक है इसके बाद थर्ड क्या है पोटेंशियल डिफरेंस अक्रॉस इलेक्ट्रिक लैंप एंड कंडक्टर पोटेंशियल डिफरेंस हमें निकलना है तो वी = आईआर है तो यहां पर आई हमारे पास 0.25 है और रेजिस्टेंस हमारा 20 है 0.25 * हमारा 20 तो ये करीब 5 हमारा 5 वोल्ट ए जाएगा और यहां पर इसके लिए हमारा कितना ए जाएगा वी = आईआर तो i0.25 * 4 तो ये हमारा वैन वोल्ट ए जाएगा तो इस प्रकार से आसानी से आप कैलकुलेशन कर सकते हैं अब यहां पर आपको यहां पर भी वही उसी प्रकार के क्वेश्चन दिए गए हैं तो इसको आप आसानी से कर सकते हैं अब आगे बढ़ते हैं आगे हमारे सामने क्या है क्वेश्चन है मतलब टॉपिक है रेजिस्टेंस रजिस्टेंस इन पैरेलल अब हम रेजिस्टेंस को क्या करेंगे पैरेलल में एडिशन करेंगे अब यहां पर आपको उसके लिए एक्टिविटी सबसे पहले 12.6 करना है 12.6 एक्टिविटी में क्या किया जा रहा है की भाई आप क्या कीजिए पैरेलल कांबिनेशन कीजिए इस प्रकार का पैरेलल कांबिनेशन कीजिए जिसमें की तीन रजिस्टर हैं जिनको की आपस में जोड़ा गया है एक एंड एक साथ और दूसरा एंड भी एक साथ ठीक अब यहां पर आपको क्या करना है आप एक वोल्टमीटर कनेक्ट कीजिए साथ में आप क्या कीजिए एक अमीटर कनेक्ट कीजिए बैटरी लगाइए प्लग की लगाई है सारा कनेक्शन करके कंप्लीट कीजिए अब आपको इसके साथ ही क्या करना है आपको एमिटर रीडिंग को नोट करना है और इसके साथ ही जो आपको वोल्टमीटर रीडिंग है उसको भी नोट करना है पोटेंशियल डिफरेंस जो है आपको वो नोट कर लेना है सब चीज नोट कर लेना है अब यहां पर आगे और इसके साथ ही आपको क्या करना है आपको यहां पर जो हर एक आपका रजिस्टर है उसका भी पोटेंशियल डिफरेंस अलग-अलग करके इस प्रकार से अलग-अलग जोड़कर नोट कर लेना है तो आप क्या करेंगे सभी का पोटेंशियल डिफरेंस नोट कर लेंगे और साथ में आप क्या करेंगे सभी ये जो एंपियर है इसको नोट कर लेंगे अब इसके बाद आगे बड़े तो आगे यहां पर क्या कहता है आगे कहता है रिमूव डी अमीटर एंड वोल्टमीटर फ्रॉम डी सर्किट इंसर्ट डी अमीटर इन सीरीज एंड रजिस्टर अन मतलब वही जो मैंने कहा की भाई अलग-अलग आपको एक बार तो पूरे सर्किट का नोट करना है जैसा की यहां पर दिखाया गया है पूरा सर्किट का और एक बार आपको क्या करना है हर एक का अलग-अलग जैसे पहले वैन का आप करेंगे फिर तू का कैलकुलेशन करेंगे फिर थ्री का कैलकुलेशन करेंगे अब आपको वहां पर पता चलेगा जब आप पैरेलल कांबिनेशन करते हैं तो अब क्या होता है जो आपका वोल्टेज होता है वोल्टेज यानी की जो पोटेंशियल डिफरेंस होता है वो से होता है वो कहीं भी यहां पर जो पोटेंशियल डिफरेंस आया वो से है यहां पर अगर आप कनेक्शन इस तरीके से करते हैं तो यहां पर जो आएगा पोटेंशियल डिफरेंस से होगा मतलब पैरेलल कांबिनेशन में क्या होता है पोटेंशियल डिफरेंस से रहता है पोटेंशियल डिफरेंस नहीं बदलता है और वहां पर एक चीज पैनल कांबिनेशन में उल्टा हो जाता है की भाई जो करंट होता है वो डिवाइडेड हो जाता है मतलब मतलब की टोटल करंट यहां पर वैन में R1 में आपका जो करंट है r2 में जो करंट है और r3 में जो करंट है वो टोटल सर्किट के करंट के एडिशन के बराबर है मतलब आरटी सॉरी इट इस इक्वल तू आई वैन प्लस आई तू प्लस I3 मतलब तीनों का करंट अगर आप जोड़ेंगे तब आपको टोटल मीटर का वैल्यू मिलेगा यहां जो आपने एमिटर लगाया था उसका वैल्यू मिलेगा ठीक है तो यहां पर यही चीज है आई = i1 प्लस आई तू प्लस I3 अब यहां पर हमको क्या निकलना है अब निकलना है की भाई रजिस्टर का कैलकुलेशन कैसे होता है रजिस्टर को हम कैसे ऐड करेंगे तो हमें क्या पता है हमें ओम'एस लॉ से पता है आई = वी / आर आई = क्या है वी/आर तो यहां पर हमारा इस आई के लिए भी वीर इसके लिए भी इसके लिए भी इसके लिए भी है तो वी/आरपी मतलब पैरेलल इसके बाद इक्वल तू वी / R1 + वी / r2 + वी / r3 अब यहां पर आर कॉमन लेंगे तो पूरा का पूरा गायब हो जाएगा 1/आरपी = 1/2 R1 + 1/r2 + 1 / r3 तो इस प्रकार से हमारा क्या ए जाएगा हमारा यहां पर वैल्यू ए जाएगा ठीक है तो यहां पर इस प्रकार से हमारा रेजिस्टेंस का क्या होता है कैलकुलेशन होता है जब भी हम रेजिस्टेंस क्या करते हैं पैरेलल कांबिनेशन में लगाते हैं तो वहां पर इस प्रकार से रेजिस्टेंस का हमारा कैलकुलेशन होता है और यहां पर इस प्रकार से हमको क्या होता है पैरेलल इस इक्वल तू डी सैम ऑफ डी रिसिप्रोकल ऑफ डी इंडिविजुअल रेजिस्टेंस मतलब की सभी रेजिस्टेंस के रिसिप्रोकल के एडिशन के बराबर हमारा जो रिसिप्रोकल होता है रेजिस्टेंस का रिसिप्रोकल हमको रिजल्ट में मिलता है अब यहां पर इसका भी कैलकुलेशन अगर हम देखना चाहे मतलब की जो न्यूमेरिकल है वो देखना चाहें तो वो भी हमारे सामने ये भी उसी विस्तार से सॉल्व होगा जैसे हमने सीरीज का देखा था तो अब क्या करते हैं आगे बढ़ते हैं तो आगे यहां पर क्वेश्चन वगैरा है आगे यहां पर क्या कहा जा रहा है आगे कहा जा रहा है की सी हैव सीन डेट इन अन सीरीज सर्किट डी करंट इस कांस्टेंट थ्रोट डी इलेक्ट्रिक सर्किट दिस इस ओबवियसली impactic केबल तू कनेक्ट एन इलेक्ट्रिक बल्ब एंड इलेक्ट्रिक हीटर इन सीरीज बिकॉज दे नीड करंट ऑफ वाइडऐली डिफरेंट वैल्यूज तू ऑपरेट प्रॉपर्ली मतलब यहां पर कहा जा रहा है की देखिए हमको सीरीज में क्या पता चला करंट का वैल्यू से होता है सभी आपके तो इसलिए अगर हम एक सीरीज कांबिनेशन बनाए जहां पर की हम क्या कर दें एक बल्ब लगा दे और उसके बाद एक आप क्या करते हैं हीटर लगा दें तो यहां पर क्या होगा ये काफी इंप्रेसिबल हो जाएगा क्यों क्योंकि यहां पर हमारा जो हीटर है उसको काफी ज्यादा करंट चाहिए होता है लेकिन बल्ब को उतना ज्यादा करंट नहीं चाहिए होता है तो हीटर की वजह से इसमें से बहुत ज्यादा करंट फ्लो करेगा और ये क्या हो जाएगा खराब हो जाएगा तो इसलिए क्या होता है सीरीज कांबिनेशन में ये डिसएडवांटेज होता है इसके अलावा एक और डिसाइड एडवांटेज होता है सीरीज कांबिनेशन में की यहां पर क्या सर्किट में से कोई एक कॉम्पोनेंट खराब हो गया जैसे ये बल्ब अगर खराब हो गया तो ये हीटर भी कम करना बंद कर देगा क्योंकि हीटर का कनेक्शन जो है वो कट हो जाएगा ठीक है इसी तरीके से जो आपके पैरेलल सर्किट होते हैं पैरेलल सर्किट में क्या होता है की जो करंट है वो डिवाइडेड हो जाता है और पोटेंशियल डिफरेंस हमारा से रहता है तो इससे क्या होता है जो टोटल रेजिस्टेंस होता है पैरेलल सर्किट में वो काफी कम हो जाता है रिसिप्रोकल हो जाता है ठीक है और इससे क्या होता है की हम जो अलग-अलग गैजेट्स हैं उनको अलग-अलग पैरेलल कांबिनेशन में ऐड कर सकते हैं सभी को उनकी जरूरत के हिसाब से करंट मिलता है और अलग-अलग रेजिस्टेंस वो अलग-अलग फेस करते ही इससे ज्यादा परेशानी नहीं होती है और आसानी से वो ऑपरेट कर सकते हैं ठीक है तो यहां पर आगे बड़े तो आगे हमारे सामने टॉपिक क्या है टॉपिक है हमारा हीटिंग इफेक्ट ऑफ इलेक्ट्रिक करंट हीटिंग इफेक्ट ऑफ इलेक्ट्रिक करंट यहां पर हम क्या कर रहे हैं पढ़ रहे हैं तो यहां पर कहता है की सी नो डेट अन बैटरी और अन सेल इसे सोर्स ऑफ इलेक्ट्रिकल एनर्जी एक बैटरी या फिर सेल क्या होता है एक एनर्जी का सोर्स होता है मतलब हमने ऊपर क्या बात किया था ऊपर बात किया था की कोई बैटरी होता है वो क्या करता है पोटेंशियल डिफरेंस क्रिएट करता है जिसकी वजह से ही इलेक्ट्रोंस मूव करते हैं तो बैटरी क्या हो गया बैटरी हमारा एक एनर्जी का सो गया डी केमिकल रिएक्शन विद इन डी सेल जेनरेट्स डी पोटेंशियल डिफरेंस बिटवीन इट्स तू टर्मिनल्स डेट इलेक्ट्रॉन इन मोशन तू फ्लो डी करंट थ्रू ए रजिस्टर ओर अन सिस्टम ऑफ रेजिस्टर्स कनेक्टेड तू डी बैटरी यानी की जो केमिकल रिएक्शन होता है बैटरी के अंदर हमने पहले बात किया था की केमिकल रिएक्शन कौन सा होता है उसी प्रकार की केमिकल रिएक्शन हर बैटरी में होते हैं तो ठीक है तो उसकी वजह से इलेक्ट्रोंस क्या होते हैं मोशन में आते हैं मोशन की वजह से करंट फ्लो करता है किसी रजिस्टर से और उससे क्या होता है हमको इलेक्ट्रिसिटी मिलती है ठीक है अब यहां पर आगे हमने एक और चीज देखा था की लगातार करंट फ्लो करते रहने के लिए जो बैटरी है वो लगातार एनर्जी खर्च करती है ठीक है अब यहां पर क्या है की पूछता है एक सवाल की वेयर दस दिस एनर्जी गो ये एनर्जी कहां जाती है जो आपका बैटरी से एनर्जी निकलता है वो जाता कहां है उसे पूरे एनर्जी में से मैन लीजिए की 100% अगर बैटरी एनर्जी दे रही है उसमें से बहुत बड़ा हिस्सा क्या होगा वो चला जाएगा करंट को बनाए रखने में और उससे क्या होगा आपका जैसे पंखा चलेगा बल्ब चलेगा इस प्रकार का कम होगा लेकिन इसमें से हो सकता है की 30% एनर्जी क्या हो 30% आपका एनर्जी चला जाए हिट के रूप में आपका जो डिवाइस है वो गर्म करने में जैसे आप अगर कभी फोन उसे करते हैं तो फोन आपका बैटरी से चल रहा है फोन बैटरी से चल रहा है तो फोन आप चलता चलते हैं तो बैटरी फोन जो है वो चलाने में स्क्रीन चलता है डिवाइस चलता है गेम खेलते हैं आवाज़ होता है बहुत तरीके से बैटरी खर्च होती है लेकिन आप देखते होंगे की आपके फोन आपका फोन क्या होता है गर्म भी हो जाता है उसमें भी बहुत ज्यादा एनर्जी आपका वेस्ट होता है आपके बैटरी का उसी चीज के बारे में यहां पर बात किया जा रहा है और इस चीज को हम क्या करते हैं डेली ऑब्जर्व करते हैं कोई तब हो मोबाइल हो कंप्यूटर हो पंखा हो हर चीज क्या होती है गर्म होती है ठीक है अब यहां पर बात ये है की यहां पर ये तो भाई नॉर्मल डिवाइसेज की बात हो रही है जहां पर हिट के रूप में एनर्जी वेस्ट होता है लेकिन कई बार क्या होता है कई बार यहां ये होता है की जो इलेक्ट्रिक सर्किट है उसमें हम क्या करेंगे सिर्फ और सिर्फ रजिस्टर लगाएंगे मतलब ऐसा रजिस्टर लगाएंगे की जो की बहुत ज्यादा अपोज करेगा जैसे की हमारा निक्रोम का वायर हो गया तो यहां पर क्या होगा इससे जब हम इस प्रकार का कॉन्फ़िगरेशन baithaenge जहां पर सिर्फ रजिस्टर होगा उससे जो सोर्स एनर्जी है यानी की जो बैटरी से आने वाली एनर्जी है या फिर जो बिजली से आने वाली एनर्जी है वो क्या होगा कंपलीटली आपका हिट के रूप में निकल जाएगा हिट के रूप में वो बाहर छोड़ दिया जाएगा तो यही क्या होता है यही हमारा होता है हीटिंग इफेक्ट ऑफ इलेक्ट्रिक करंट मतलब मतलब जब हाई रेजिस्टविटी वाले हम मटेरियल का उसे करते हैं तो वहां पर जो आपका सोर्स है जैसे की बैटरी है उससे आने वाली सारी ऊर्जा कहां चली जाती है गर्मी में चले जाती है हिट में वेस्ट हो जाती है और इसी प्रिंसिपल का हम कहां उसे करते हैं अपने इलेक्ट्रिक आयरन में उसे करते हैं हीटर में उसे करते हैं ओवन में उसे करते हैं इस तरीके के डिवाइसेज में उसे करते हैं जहां पर गर्मी हमें चाहिए होती है समझ गए और यही क्या है हीटिंग इफेक्ट ऑफ इलेक्ट्रिक करंट इलेक्ट्रिक करंट का हम हीटिंग इफेक्ट में उसे करते हैं अब यहां पर एग्जांपल के लिए बता डन की जो आपका हीटर होता है इलेक्ट्रिक आयरन होता है इसमें उसे होता है निक्रोम का वायर निक्रोम क्या है एक प्रकार का एलॉय है और इसकी रेजिस्टविटी काफी हाई होती है इसकी वजह से इसका उसे होता है अब ऊपर हमने क्वेश्चन भी एक डिस्कस किया था की हम लोग जो है एलॉय का क्यों उसे करते हैं तो वो चीज वहां पर आपने पढ़ा था आगे यहां पर कहता है कंसीडर अन करंट आई फ्लाइंग थ्रू अन रजिस्टर ऑफ रेजिस्टेंस आर आर रजिस्टेंस का एक रजिस्टर है उससे आय करंट आपका फ्लो कर रहा है और जो पोटेंशियल डिफरेंस है वो क्या है वी है ठीक है अब यहां पर हम लोग कैलकुलेशन कर रहे हैं मतलब की जो न्यूमेरिकल वगैरा होगा उसके लिए डेरिवेशन है ठीक है तो यहां पर कहता है की लेट टी बी डी टाइम ड्यूरिंग विथ अन के चार्ज फ्लो अक्रॉस अब यहां पर मैन लीजिए की क्या है एक आपका रजिस्टर है ठीक है अब इसका रेजिस्टेंस कितना है आर है करंट कितना फ्लो कर रहा है आई फ्लो कर रहा है पोटेंशियल डिफरेंस कितना है वी है और यहां पर के चार्ज फ्लो कर रहा है और के चार्ज को फ्लो करने में कितना टाइम लग रहा है टी टाइम लग रहा है ठीक है अब यहां पर कहता है की डी वर्क डैन इन मूविंग चार्ज के थ्रू अन पोटेंशियल डिफरेंस वी इस वीके अब यह चीज कहां से आया वर्क डैन इन मूविंग डी चार्ज के के चार्ज को ए पॉइंट से बी पॉइंट तक पहुंचने में जो वर्क डैन किया गया वो क्या हुआ वी के हुआ क्यों भाई वी क्यों क्यों हुआ हमने पोटेंशियल डिफरेंस में पढ़ा था क्या होता है वी = व / के वर्क डैन पर यूनिट चार्ज तो अगर हमें वर्क डैन निकलना है तो क्या वर्क डैन इक्वल तू के को इधर ले आएंगे तो क्या होगा वोल्टेज यानी की पोटेंशियल डिफरेंस इन चार्ज तो यहां पर क्या है ये आपका हो जाएगा वर्क डैन इस इक्वल तू वी * के ठीक है ये चीज तो हमें मिल गया आगे देखें आगे कहता है हिंट्स डी पावर इनपुट तू डी सर्किट बाय डी सोर्स इसे ठीक है डियर फॉर डी सोर्स मस्ट सप्लाई एनर्जी इक्वल तू सी के इन टाइम टी अब यहां पर क्या का रहा है यहां पर देखिए एक चीज ध्यान दीजिए यहां पर हमारा ये जो हमने यह चीज निकाला ये पॉइंट ये टोटल है मतलब की टोटल वर्क डैन अब हमें वर्क डैन पर सेकंड निकलना है पर यूनिट टाइम निकलना है तो पर यूनिट टाइम हमारा वर्क डैन कितना हुआ डिवाइडेड बाय टी अब टाइम पर यूनिट टाइम आपका 1 सेकंड हो सकता है 1 मिनट हो सकता है एक घंटा हो सकता है ठीक है आपका डिवाइडेड बाय टी हो गया वी के / टी तो टोटल पावर इनपुट सर्किट में कितना हुआ पी = वीके/टी अब पी यहां पर लिखा है यहां पर वर्क डैन लिखा है तो भैया पावर वर्क डैन दोनों एक ही चीज है एक ही चीज को अलग तरीके से लिखा गया है ठीक है तो यहां पर कहता है की पावर इनपुट तू डी सर्किट बाय डी सोर्स इस मतलब की बैटरी या फिर जो आपका करंट है वो कितना आया वीके / टी और के बाय टी आपको पता है क्या होता है आपका आई आई = के / टी सबसे पहले हमने करंट का फॉर्मूला पढ़ा था तो ये क्या हो जाएगा सी आई हो जाएगा ठीक है अब यहां पर ये क्या हो गया ये आपका हो गया पर यूनिट टाइम पावर की 1 सेकंड में हमारा इतना क्या हो रहा है पावर वर्क डैन हो रहा है ठीक है अब कहता है की डी एनर्जी सप्लाइड तू डी सर्किट बाय डी सोर्स इन टाइम टी इस पी * टी मतलब की 1 सेकंड में ना हमारा सी आई होगा या फिर वीके/टी हुआ लेकिन हमने क्या किया हम अगर हीटर उसे कर रहे हैं या कोई डिवाइस उसे कर रहे हैं अगर आयरन उसे कर रहे हैं तो हम उसको एक सेकंड के लिए तो उसे नहीं कर रहे हैं हम उसको एक सेकंड से ज्यादा काफी समय तक उसे करेंगे हो सकता है 20 सेकंड तक करें हो सकता है 1 मिनट तक करें तो 1 मिनट में हमने कितना एक तरीके से वर्क डैन किया उससे हमें क्या मिलेगा हिट मिलेगा की कितना हमारा हिट जेनरेट हुआ है तो यहां पर यही कहता है की दिस एनर्जी गेट्स डिसिपटेड इन डी रजिस्टर आगे हिट जो यहां पर हमने पावर सप्लाई किया वही पावर क्या हो रहा है हिट के रूप में बाहर निकल रहा है और वो पावर हम 1 सेकंड नहीं दे रहे बल्कि कई सेकंड तक दे रहे हैं कई मिनट तक दे रहे हैं तो यहां पर क्या होगा जो हमारा हिट होगा वो किस चीज के बराबर होगा पी * टी के बराबर पावर 1 सेकंड के लिए और हम 10 सेकंड तक अगर देने हैं तो 10 सेकंड तो भाई पी * टी पावर का फॉर्मूला सी आई और टी का टी सी आई टी हमारा फॉर्मूला हो गया तो हिट डिसिपटेड इक्वल तू क्या हो गया वी आई टी हो गया कैसे हुआ आपको समझ में ए गया पूरा मैंने आसानी से धीरे-धीरे धीरे-धीरे समझाया है अब यहां पर आगे बड़े तो आगे यहां पर बढ़ाने से पहले मैं आपको बता डन की यहां पर क्वेश्चंस बहुत सारे बनते हैं 2016 में ये क्वेश्चन पूछा था क्या पूछा था व्हाट इस मेंट की हीटिंग इफेक्ट ऑफ इलेक्ट्रिक करंट आप यहां पर बता सकते हैं पूरा एक्सप्लेन कर सकते हैं की भाई देखो हम लोग जो डिवाइस उसे करते हैं तो उसमें से कुछ एनर्जी जो है नॉर्मल डिवाइस में हमारा कुछ एनर्जी जो है हिट के रूप में वेस्ट हो जाता है लेकिन कई बार क्या होता है हम लोग रजिस्टर का उसे करते हैं और उससे सारा एनर्जी को हम हिट के रूप में कन्वर्ट करते हैं तो वही क्या है हमारा हीटिंग इफेक्ट इस तरीके से आप एक्सप्लेन कर सकते हैं क्वेश्चन नहीं लेना है क्योंकि हमारा इंपॉर्टेंट कन ए का वीडियो ए रहा है जिसमें की सारे इंपॉर्टेंट क्वेश्चंस एंड आंसर्स आपको मिल जाएंगे इस चैप्टर के सभी का सॉल्यूशन में मिल जाएगा तो अगर आप वीडियो ये वीडियो बाद में देख रहे हैं तो आप जरा सा चेक कर लीजिएगा आपको ये मैंने वाला वीडियो अपलोड भी हो गया होगा आपको मिल सकता है ठीक है तू एप्लीकेशन ऑफ फिटिंग इफेक्ट ऑफ इलेक्ट्रिक करंट आप लिख सकते हैं स्टेट डी लॉ रिलेटिव हीटिंग हिट decipeted इन इलेक्ट्रिक सर्किट विद डी करंट पोटेंशियल डिफरेंस एंड टाइम तो वी पोटेंशियल डिफरेंस आई और टी आपको ह = वीटी ये आपका सिंपल है और यहां पर लास्ट क्या है ये newmrical है इसको हम आगे देखेंगे ठीक है तो यहां पर आगे बड़े तो आगे यहां पर क्या है हमने अब क्या किया हमने ओम'एस लॉ अप्लाई किया हमने ऊपर क्या देखा आगे इसे इक्वल तू वित हमको पता चला ठीक अब इसके ऊपर हमने ओह लॉ लगा दिया ओम स्लो में सी का वैल्यू क्या हो गया वी = वी हमने ये पुट कर दिया तो यहां पर हमने क्या किया यहां पर सी के जगह पर आईआर लगा दिया तो आगे इसे इक्वल तू क्या हो गया आई आर इन आई और टी तो आई क्या हो गया ये आई स्क्वायर आर टी हो गया h=i स्क्वायर आर टी हमारा फॉर्मूला ए गया और यही हमारा क्या है जूल्स लॉ ऑफ हीटिंग और इससे क्वेश्चन क्या पूछता है क्वेश्चन पूछता है राइट मैथमेटिकल एक्सप्रेशन फॉर जूल्स लॉ ऑफ हीटिंग ए मैथमेटिकल एक्सप्रेशन लिखिए तो आपको यही लिखना है मैथमेटिक्स लॉ ऑफ हीटिंग अब जो एस लॉ ऑफ हीटिंग का आपको डेफिनेशन भी लिखना है मतलब एक्सप्लेन भी करना है उससे अभी क्वेश्चन पूछता है तो यहां पर इसका आप क्या likhiyega तो यहां पर likhiyega डी लॉ इंप्लाइज डेट डी हिट प्रोड्यूस्ड इन अन रजिस्टर इसे फर्स्ट डायरेक्टली प्रोपोर्शनल तू डी स्क्वायर ऑफ करंट फॉर अन गिवन रेजिस्टेंस डायरेक्टली प्रोपोर्शनल तू डी रेजिस्टेंस फॉर डी गिवन करंट एंड थर्ड डायरेक्टली प्रोपोर्शनल तू डी टाइम फॉर विच डी करंट फ्लोज थ्रू डी रजिस्टर मतलब इसी चीज को इसी फॉर्मूला को आपको वर्ड में लिख देना है समझ गए अब यहां पर आगे कहता है की इन प्रैक्टिकल सिचुएशंस वीं एन इलेक्ट्रिक अप्लायंस इस कनेक्टेड तू अन नॉन वोल्टेज सोर्स इक्वेशन 12.21 इस यूज्ड आफ्टर कैलकुलेटिंग डी करंट थ्रू इट यूजिंग डी रिलेशन आई = वर 12.21 क्या है इसी को हम लोग क्या करते हैं उसे करते हैं और यहां पर क्या करते हैं यहां पर आई का वैल्यू पुट कर देते हैं ठीक है तो यहां पर आगे हमारा क्या है आगे हमारे सामने क्वेश्चन है क्वेश्चन क्या कहता है 12.10 है एंड इलेक्ट्रिक आयरन कंज्यूमर्स एनर्जी आते रेट ऑफ 841 पिन हीटिंग इन मैक्सिमम रेट एंड 360 व इन हीटिंग इसे आते डी मिनिमम मतलब की 840 आपका मैक्सिमम हो गया और 360 क्या हो गया आपको मिनिमम हो गया डी वोल्टेज इसे 220 वोल्ट व्हाट आर डी करंट एंड डी रेजिस्टेंस इन एच केस तो यहां पर आपको क्या है आपको पहले तो क्या दिया गया है पी दिया गया है सॉरी वाटर डी करंट एंड रेजिस्टेंस करंट और रेजिस्टेंस निकलना है आपको पता है आपको यहां पर पावर दिया गया है 840 वॉट और साथ में 360 तो 840 = क्या है वी आपका 220 * आई तो यहां पर 220 इधर जाएगा वैल्यू मिल जाएगा इसी तरीके से 360 = 22 * आई तो 220 इधर आएगा और आपको वैल्यू मिल जाएगा इस प्रकार से आसानी से सॉल्व कर सकते हैं आगे बढ़ते हैं आगे हमारे सामने क्या है प्रैक्टिकल एप्लीकेशन ऑफ हीटिंग ऑफ प्रैक्टिकल एप्लीकेशन ऑफ हीटिंग इफेक्ट ऑफ इलेक्ट्रिक करंट इसका प्रैक्टिकल एप्लीकेशन क्या होता है प्रैक्टिकल एप्लीकेशन क्या होता है की भाई देखो यहां पर अलग-अलग जगह पर हम इसका उसे करते हैं तो यहां पर कहता है की डी जेनरेशन ऑफ हिट इन अन कंडक्टर इसे एन इनएविटेबल कंसीक्वेंस ऑफ इलेक्ट्रिक करंट इलेक्ट्रिक करंट का एक तरीके से रिजल्ट है जो की जिसको हम एक तरीके से खत्म नहीं कर सकते बदल नहीं कर सकते हैं हिट जेनरेशन होगा ठीक है उन डिजायरेबल आगे इट आगे इट कन्वर्ट्स यूजफुल इलेक्ट्रिकल एनर्जी इन हिट इन इलेक्ट्रिक सर्किट इंक्रीज डी टेंपरेचर ऑफ डी कॉम्पोनेंट एंड फैक्टर देयर प्रॉपर्टीज मतलब कई बार क्या डिवाइसेज होते हैं उनमें प्रॉब्लम ए सकता है उनका लाइफ कम हो सकता है उनकी प्रॉपर्टीज खराब हो सकती है हीटिंग की वजह से जब हिट जेनरेट होता है तो जो लाइफ है किसी भी डिवाइस का वो कम हो सकता है या फिर खराब हो सकता है हो एक बार हीटिंग इफेक्ट ऑफ इलेक्ट्रिक करंट हज में यूजफुल एप्लीकेशंस डी इलेक्ट्रिक लॉन्ड्री आयरन इलेक्ट्रिक टोस्टर इलेक्ट्रिक ओवन इलेक्ट्रिक कैटल एंड इलेक्ट्रिकल हीटर और सैम ऑफ डी felming फैमिलियर डिवाइस ऑन जूल्स हीटिंग ये सारे जो डिवाइसेज हैं ये आपके हीटिंग इफेक्ट पर ही कम करते हैं और ये हमारे लाइफ को काफी ज्यादा आसान बनाते हैं और ये एक प्रकार के क्या है प्रैक्टिकल एप्लीकेशन से तो प्रैक्टिकल एप्लीकेशन का एग्जांपल पूछे तो यहां से आप दो-तीन लिख सकते हैं ठीक है आगे कहता की इलेक्ट्रिक हीटिंग इस अलसो यूज्ड तू प्रोड्यूस लाइट एस इन डी इलेक्ट्रिकल बल्ब इलेक्ट्रिक हीटिंग का ही हम उसे करके लाइट विज़न रेट करते हैं जैसे की हमारा जो इलेक्ट्रिकल बल्ब हो गया जो भी बल्ब हम लोग उसे करते हैं उसमें क्या होता है हीटिंग इफेक्ट ऑफ इलेक्ट्रिक करंट ही उसे किया जाता है जो आपका एक प्रकार से इलेक्ट्रिकल बल्ब आता है जिसमें की आप ऐसा ऐसा जो आप ऐसा वाला शॉप देखते द ऐसा शॉप वाला जो बल्ब आता था अब उतना ज्यादा उसे नहीं होता है तो ऐसा शॉप वाला जो बल्ब उसे होता था तो इसमें क्या होता था इसमें आपका जो ये आपको फिलामेंट होता था ये टंगस्टन का बना हुआ अभी भी मिल जाएगा मार्केट में मेरे घर में एक दो हैं जो उसे हो रहे हैं फिलहाल तो यहां पर अवेलेबल नहीं है नहीं तो मैं आपको दिखा देता ठीक है तो यहां पर क्या होता है की जो फिलामेंट है वो आपको उसे किया जाता है टंगस्टन का टंगस्टन क्या है एक प्रकार का एलॉय है जो की काफी ज्यादा टेंपरेचर पर भी वो मेल्ट नहीं होता है और यहां पर क्या होता है की यहां पर इतना ज्यादा इस टंगस्टन को हिट किया जाता है की ये एक तरीके से लाल हो जाता है पीला हो जाता है गर्म हो है और उससे क्या होता है उससे बहुत ज्यादा लाइट जेनरेट होता है और उसी से क्या होता है हम अपने कमरे में रोशनी करते हैं ठीक है अब यहां पर क्या है यहां पर मैंने तो बता दिया की भाई टंगस्टन है जो हाई मेल्टिंग पॉइंट होता है और साथ में एक और चीज किया जाता है इसमें की इस ग्लास चैंबर में ऑक्सीजन वगैरा को हटा दिया जाता है यहां पर अंग गैस या फिर नाइट्रोजन गैस भर दिया जाता है ताकि यहां पर ऑक्सीडेशन वगैरा ना हो जाए ठीक है और इससे क्या होता है इससे हमारा लाइट जेनरेट होता है अब इसके बाद दूसरा हमारा कॉमन एप्लीकेशन क्या है जूल्स लॉ ऑफ हीटिंग का वो है फ्यूज हम अपने घर में फ्यूज का उसे करते हैं फ्यूज क्या है एक प्रकार का हमारा डिवाइस है जो की हमारे घर के सर्किट को हमारे घर के अप्लायंसेज को बचाता है किसी भी तरीके के शॉर्ट सर्किट से या फिर किसी भी तरीके के इलेक्ट्रिक करंट के प्रॉब्लम से ठीक है अब यहां पर क्या होता है की जो फ्यूज होता है उसको हम अपने घर में सीरीज कनेक्शन में लगाते हैं सीरीज कनेक्शन में लगाने का मतलब की हमारे घर में जो इलेक्ट्रिक करंट आएगा पोल से या फिर जो बिजली का तार आता है उसमें सबसे पहले हम लोग फ्यूज लगाते हैं और फ्यूज लगाने के बाद ही हमारे घर के किसी भी डिवाइस में हम कनेक्शन देते हैं क्यों भाई क्योंकि अगर मैन लीजिए हमारे अगर पोल से कोई भी प्रॉब्लम होता है कोई भी चीज आती है करंट ज्यादा ए जाता है कम ए जाता है वोल्टेज ज्यादा हो जाता है तो हमारा सबसे पहले क्या होगा ये फ्यूज खराब हो जाएगा फ्यूज जल जाएगा जल जाएगा जिससे की हमारे घर के सारे डिवाइस क्या होंगे बच जाएंगे उनसे कनेक्शन कट हो जाएगा और किसी भी डिवाइस को नुकसान नहीं होगा और यहां पर क्या होता है ये जो हम फ्यूज करते हैं ये हम मेटल का उसे करते हैं या फिर हो सकता है की हम लोग किसी एलॉय का भी उसे कर लें ठीक है अब यहां पर जो फ्यूज है वह अलग-अलग कंडीशन में अलग-अलग साइज का अलग-अलग पावर का उसे किया जाता है तो यहां पर आगे बड़े तो आगे बढ़ते हैं आगे बढ़ते हैं इससे पहले यहां पर फ्यूज के बारे में बता डन तो फ्यूज से ऊपर एक क्वेश्चन पूछा गया था 2016 में एक्सप्लेन डी उसे ऑफ एन इलेक्ट्रिकल फ्यूल्स व्हाट टाइप ऑफ मटेरियल इसे यूज्ड फॉर फ्यूज वायर एंड वही तो यहां पर क्या है भाई फ्यूज क्या होता है प्रैक्टिकल एप्लीकेशन कैसे होता है ये तो हमने देखते देख लिया अब यहां पर यही चीज कहा जा रहा है ये जो है व्हाट टाइप ऑफ मटेरियल तो यहां पर कहता है की इट कंसिस्ट ऑफ पीस ऑफ वायर मेड ऑफ मेटल और एन एलॉय ऑफ एप्रुपरिएट मेल्टिंग पॉइंट मतलब अच्छा मेल्टिंग पॉइंट होना चाहिए बहुत ज्यादा नहीं होना चाहिए लेकिन मेल्टिंग पॉइंट एप्रुपरिएट होना चाहिए ताकि जब ज्यादा करंट फ्लो करें वो गर्म होकर क्या हो जाए मेल्ट हो जाए ठीक है अब यहां पर आगे बड़े तो आगे हमारे सामने टॉपिक क्या है इलेक्ट्रिकल पावर अब इलेक्ट्रिकल पावर की बात करें मतलब क्या मतलब की भैया देखो जो हमारे घर में जो बिजली का कनेक्शन आता है उसमें जो तो हम लोग का एक तरीके से जो बिजली आता है तो उसमें जो हमको बिजली बिल भरना पड़ता है वो किस प्रकार से कैलकुलेट होता है वो हम यहां पर समझने वाले हैं तो यहां पर कहता है की यू हैव स्टडीड इन योर एलियर क्लास डेट डी रेट ऑफ डूइंग वर्क इसे पावर रेट ऑफ डूइंग वर्क इस पावर ठीक है दिस इसे अलसो डी रेट ऑफ कंजर्वेशन ऑफ एनर्जी और यही क्या है हमारा रेट ऑफ कंजर्वेशन ऑफ एनर्जी है जो की हम अपने घर में कंज्यूम करते हैं इक्वेशन 12.21 गिव्स डी रेट आते विच इलेक्ट्रिकल एनर्जी इसे डिसिपटेड और कंस्यूमर इन एन इलेक्ट्रिक सर्किट दिस इस अलसो टर्म्ड अस इलेक्ट्रिकल पावर डी पावर पी इसे गिवन बाय पी = वी आई 12.21 क्या का रहा है भाई 12.21 वैसे तो मुझे पता है लेकिन किस रेट से हमारे घर में या फिर कोई भी जो डिवाइस है उसमें इलेक्ट्रिकल एनर्जी किस रेट से कंज्यूम हो रही है तो वो हमें कहां से पता चलेगा आई स्क्वायर आर टी से पता चलेगा ठीक है अब यहां पर क्या है और इसी को हम क्या कहते हैं इलेक्ट्रिकल पावर भी कहते हैं और यहां पर पावर पी को हम कैसे बताएंगे यह हमारा पता है ऊपर हमने पढ़ा था पी = वी आई उसके साथ ही पीक बी के जगह पर ओम'एस लॉ लगाएंगे तो आई स्क्वायर आर हो जाएगा तो यहां पर आपको और फिर से हम लोग ओम स्लो लगा देंगे तो आई के जगह पर वी/आर आई = वी / आर पुट कर देंगे तो v² / आर हो जाएगा नहीं समझ में आया फिर से समझते हैं यहां पर हम क्या है यहां पर सबसे पहले है पी = वी आई पी = वी आई हमने पुट किया बी = आईआर तो क्या हो गया आई आर इन आई तो क्या हो गया आई स्क्वायर आर हो गया अब यहां पर आई की जगह पर फिर से हमने ओम'एस लॉ के साथ क्या पुट कर दिया वी/आर पुट कर दिया इन आर तो यहां पर स्क्वायर यहां पर आर से कट गया तो क्या ए गया v² / आर ए गया तो इस प्रकार से यहां पर कैलकुलेशन किया गया है ठीक है अब यहां पर कहता है की इलेक्ट्रिकल का जो सी यूनिट है वह क्या वॉट होता है तो आपके घर में जो भी डिवाइसेज होते हैं उन सभी के ऊपर बताया जाता है की भाई कोई भी डिवाइस है वो कितने वॉट का कितने वॉट का कितने वॉट का है तो इलेक्ट्रिकल पावर का जो सी यूनिट है वो क्या है वॉट है इट इसे डी पावर कंस्यूमर बाय अन डिवाइस डेट कैरिज वैन एंपियर ऑफ करंट वीं ऑपरेटेड आते अन पोटेंशियल डिफरेंस ऑफ वैन वी * 1 एमपीआर तो यहां से क्वेश्चन क्या बनेगा एक्सप्लेन वैन वर्ड व्हाट इसे वैन वॉट इस प्रकार से अगर पूछे या फिर एक्सप्लेन डी सी यूनिट ऑफ इलेक्ट्रिकल पावर व्हाट इसे एक्साइज यूनिट ऑफ इलेक्ट्रिक पावर एंड एक्सप्लेन इट तो व्हाट को एक्सप्लेन आप कैसे करेंगे इट इस डी पावर कंस्यूमर की डिवाइस था कैन इस 1 एंपियर ऑफ करंट व्हेन ऑपरेटिंग आते पोटेंशियल डिफरेंस ऑफ वैन वोल्ट ऐसे आप एक्सप्लेन कीजिएगा ठीक है तो वैन वर्ड इसे इक्वल तू वैन बा ठीक है इसके बाद आगे कहता है की डी यूनिट व्हाट इसे वेरी स्मॉल यू एक वर्ड जो है वो बहुत स्मॉल होता है आपको भी पता होगा आपके घर में जो बल्ब होता है वो 10 वॉट का एलईडी बल्ब 10 वॉट का होता है या फिर जो आपका जो फिलामेंट वाला बल्ब होता है वो 100 वॉट का होता है इसी प्रकार एक से जो एक वगैरा होते हैं वो 1000 वॉट के होते हैं अलग-अलग डिवाइस इसका वॉट का रेटिंग अलग-अलग होता है आप अपने घर में चेक कर सकते हैं ठीक है तो यहां पर वार्ड बहुत छोटा होने के कारण हम एक्चुअल प्रैक्टिस में क्या करते हैं बड़ा-बड़ा यूनिटी उसे करते हैं जैसे किलो वॉट उसे करते हैं और 1 किलोवाट हमारे 1000 वॉट के बराबर होता है साइंस इलेक्ट्रिकल एनर्जी इस प्रोडक्ट ऑफ पावर एंड टाइम जो हम एनर्जी कंज्यूम कर रहे हैं वो हमारा क्या है पावर और टाइम का प्रोडक्ट है डी यूनिट ऑफ इलेक्ट्रिकल एनर्जी इस डियर फॉर व्हाट अवर अब व्हाट अवर क्या है भाई अब यहां पर देखिए यहां पर समझिए की आपका वॉट दिया गया है वॉट क्या है वॉट आपका एक प्रकार से पावर के बारे में बता रहा है की कितना पावर आप कंज्यूम कर रहे हैं अब व्हाट आपको बताता है की आते डी टाइम कितना उसे कर रहे हैं मैन लीजिए की अगर मैं हर सेकंड ₹1 खर्च करता हूं तो मैं पावर क्या हो गया मेरा ₹1 लेकिन अगर हम एक तरीके से देखें तो यहां पर यहां पर जो एक तरीके से इलेक्ट्रिकल एनर्जी के सेंस में बात कीजिए की मैं एक सेकंड में एक रुपया खर्च कर रहा हूं लेकिन मैं क्या एक ही रुपया खर्च कर रहा हूं नहीं वो एक सेकंड का ₹1 लेकिन कुल मिलाकर अगर 1 घंटे में देखो तो मैं कितना रुपया खर्च कर रहा हूं बहुत ज्यादा कर रहा हूं भाई थ्री थाउसेंड सिक्स हंड्रेड कारी कर रहा हूं तो इस प्रकार से आपका कैलकुलेट होता है जो आपका वॉट है ना ये पावर यहां पर बताया जा रहा है ये आप ऐड डी टाइम उतना उसे कर रहे हैं है लेकिन जब हमारे घर में जो बिजली का कनेक्शन दिया जाता है जो हमारा बिल बनता है वो वॉट के हिसाब से नहीं बनता है वो वॉट अवर के हिसाब से बनता है मतलब की आप क्या करेंगे आप एक प्रकार से अगर एक वॉट के वैल्यू को मतलब एक वॉट का कोई डिवाइस है उसको 1 घंटे तक उसे करेंगे तब आपका वैन वॉट अवर का बिल आएगा अगर आप 1 किलो वॉट को अगर 1 घंटे के लिए उसे करेंगे तब आपका 1 किलो वॉट अवर का क्या होगा बोला जाएगा की आपने 1 किलोवाट अवर बिजली kamjume किया है मतलब 1 किलो वॉट पावर को 1 घंटे तक कंज्यूम किया है वैन वॉट के पावर को 1 घंटे तक कंज्यूम किया मतलब एक वॉट अवर आपका बिल बनेगा ठीक है तो इस प्रकार से क्या होता है इस प्रकार से आपका कैलकुलेशन किया जाता है जब आपके घर में कनेक्शन होता है बिजली बिल काटता है उसमें तो यही चीज यहां पर कहा जा रहा है वैन वाटेवर इस डी एनर्जी कंस्यूमर व्हेन वॉट ऑफ पावर इसे यूज्ड फॉर वैन ओवर वैन व्हाट अवर का मतलब क्या एक वॉट पावर को आपने 1 घंटे तक कंज्यूम किया इसीलिए जो कमर्शियल यूनिट होता है इलेक्ट्रिकल एनर्जी का वो क्या होता है किलोवाट ओवर होता है क्यों होता है भाई क्योंकि व्हाट अवर बहुत छोटा होता है इसलिए अब इसको यूनिट कहते हैं की भाई सिंपली आप जो है 1 किलो वॉट अवर एक किलो वॉट अवर है तो आपने क्या किया एक यूनिट बिजली कंज्यूम किया आपने दिल्ली में सुना होगा की दिल्ली में 300 यूनिट फ्री है झारखंड में 400 यूनिट फ्री है बिहार में 100 यूनिट फ्री है अप में 400 यूनिट फ्री है 400 यूनिट में फ्री है मतलब क्या मतलब है की भैया हमने 400 किलो वॉट अवर जो है वो हम बिजली कंज्यूम कर सकते हैं और उसका हमें पैसा नहीं देना होगा अब यहां पर एक क्वेश्चन पूछता है जो की बहुत इंपॉर्टेंट क्वेश्चन है की एक किलो वॉट अवर में कितने जल होते तो यहां पर आप इस प्रकार से कैलकुलेट करेंगे 1 किलो वॉट के लिए 1000 वॉट और हमारा सेकंड कितना हो गया 3600 सेकंड 3000 600 तो इसको वॉट सेकंड में करें तो वॉट सेकंड आपका क्या है पावर है और पावर हमारा क्या होता है सी यूनिट जल होता है तो 3.6 * 10 तू दी पावर 6 जल होता है 1 किलोवाट अवर में ये भी आप ध्यान रखिएगा अब यहां पर कई सारे क्वेश्चन पूछे जाते हैं जो की पूछे गए हैं पिछले सालों में तो ये देख लेते हैं राइट तू पॉइंट्स डिफरेंस बिटवीन इलेक्ट्रिकल एनर्जी एंड इलेक्ट्रिकल पावर आप बता सकते हैं आगे यहां पर न्यूमेरिकल है आउट ऑफ 60 वॉट एंड 40 वॉट लैंप विच वैन हे हायर इलेक्ट्रिकल रेजिस्टेंस व्हेन यू व्हाट इसे कमर्शियल यूनिट ऑफ इलेक्ट्रिकल एनर्जी कन्वर्ट इट इन जूल्स तो भाई कमर्शियल यही वाला जो मैंने कहा था किलोवाट ओवर और साथ में इसको जुल्म में कन्वर्ट करना है अब यहां पर न्यूमेरिकल्स वगैरा में डिस्कस नहीं कर रहा हूं क्यों नहीं कर रहा हूं क्योंकि एक तो हमारा एनसीईआरटी का वीडियो है और दूसरा हमारा वीडियो स्पेशल आने वाला है न्यूमेरिकल्स को लेकर तो सारे न्यूमेरिकल्स आप वहां पे पढ़ सकते हैं अब यहां पर आगे हमारा क्वेश्चन क्या पूछा गया है डिफाइन पावर एंड स्टेट इट्स सी यूनिट फिर हमारा क्या ए गया न्यूमेरिकल ए गया इसके बाद न्यूमेरिकल यहां भी न्यूमेरिकल ही है फिर इलेक्ट्रिकल पावर डिफाइन कीजिए एक्सप्रेशन रिलेटिव इलेक्ट्रिकल पावर पोटेंशियल डिफरेंस आपको रजिस्टर यह आपका यहां पर फॉर्मूला पुट हो जाएगा ठीक है तो इस प्रकार से आपका यह जो चैप्टर है भाई ये चैप्टर यहां पर खत्म होता है मिलते हैं हम आपसे अगले वीडियो में आप इस चैप्टर के एनसीईआरटी सॉल्यूशन भी देख सकते हैं और साथ में न्यूमेरिकल्स का सॉल्यूशन भी देख सकते हैं तो उन सारे वीडियो को आप जाकर देख लीजिए तब तक के लिए गुड बाय