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प्लांट ऊतक का अध्ययन

Jun 15, 2025

Overview

इस व्याख्यान में कक्षा 9 के लिए प्लांट टिशूज (ऊतक) का विस्तार से अध्ययन किया गया, जिनमें उनकी संरचना, प्रकार, लोकेशन और फंक्शन पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

सेल और टिशू की मूल बातें

  • सेल जीवन की संरचनात्मक और कार्यात्मक इकाई है।
  • कई एक जैसी सेल्स मिलकर टिशू बनाती हैं।
  • कई टिशूज मिलकर अंग (ऑर्गन) बनाते हैं; कई ऑर्गन्स मिलकर अंग-सिस्टम बनाते हैं।

प्लांट टिशूज के प्रकार

  • प्लांट टिशूज दो मुख्य भागों में बाँटे जाते हैं: मेरिस्टमैटिक टिशू और परमानेंट टिशू।
  • मेरिस्टमैटिक टिशु लगातार विभाजित होते रहते हैं और प्लांट की वृद्धि में सहायक होते हैं।
  • परमानेंट टिशूज विशेष कार्यों के लिये बने होते हैं और आगे विभाजन नहीं करते।

मेरिस्टमैटिक टिशू

  • तीन प्रकार: एपिकल (टिप्स पर), लैटरल/कैंबियम (चौड़ाई बढ़ाता है), इंटरकैलेरी (इंटरनोड्स में)।
  • ये टिशूज छोटे, घने, स्क्वायर जैसे सेल्स से बने होते हैं।
  • मेरिस्टमैटिक टिशूज प्लांट की लंबाई और चौड़ाई बढ़ाने में मदद करते हैं।

परमानेंट टिशू

  • परमानेंट टिशू तीन भागों में बाँटे जाते हैं: प्रोटेक्टिव, सपोर्टिव, और कंडक्टिंग।
  • प्रोटेक्टिव टिशू (जैसे एपिडर्मिस) प्लांट के बाहरी हिस्सों को सुरक्षा देता है।
  • सपोर्टिव टिशू में पैरेंकाइमा (फूड स्टोरेज), कोलेनकाइमा (सपोर्ट), और स्क्लेरेंकाइमा (मजबूती व संरचना) शामिल हैं।
  • स्क्लेरेंकाइमा डेड सेल्स से बने होते हैं जो प्लांट को मजबूती देते हैं।

कंडक्टिंग टिशू (Conducting Tissues)

  • दो प्रकार के होते हैं: जाइलम (पानी व मिनरल्स ऊपर की ओर ले जाता है) और फ्लोएम (फूड नीचे व ऊपर दोनों दिशा में ले जाता है)।
  • जाइलम में ट्रैकेिड, वेसल, पैरेंकाइमा, फाइबर शामिल होते हैं।
  • फ्लोएम में सीव ट्यूब, कंपनियन सेल, पैरेंकाइमा, और फाइबर पाए जाते हैं।

सिंपल व कंप्लेक्स टिशू

  • सिंपल टिशूज एक ही प्रकार की सेल से बनते हैं (पैरेंकाइमा, कोलेनकाइमा, स्क्लेरेंकाइमा)।
  • कंडक्टिंग (जाइलम, फ्लोएम) कंप्लेक्स टिशूज हैं, कई प्रकार की सेल्स से मिलकर बनते हैं।

Key Terms & Definitions

  • सेल — जीवन की सबसे छोटी संरचनात्मक और कार्यात्मक इकाई।
  • टिशू (ऊतक) — एक जैसे सेल्स का समूह, एक विशेष कार्य करता है।
  • मेरिस्टमैटिक टिशू — विभाजनशील टिशू, प्लांट का विकास करते हैं।
  • परमानेंट टिशू — विशेष कार्यरत, विभाजन नहीं करते।
  • प्रोटेक्टिव टिशू — सुरक्षा देने वाली बाहरी परत (जैसे एपिडर्मिस)।
  • सपोर्टिव टिशू — प्लांट को सहारा देने वाले ऊतक (पैरेंकाइमा, कोलेनकाइमा, स्क्लेरेंकाइमा)।
  • कंडक्टिंग टिशू — पदार्थों के परिवहन के लिए जिम्मेदार (जाइलम, फ्लोएम)।

Action Items / Next Steps

  • "सेल" अध्याय को दोहराएं यदि नहीं पढ़ा है।
  • मेरिस्टमैटिक और परमानेंट टिशू के डायग्राम बनाएं।
  • अगले पाठ में एनिमल टिशू का अध्ययन करें।