अब से कुछ साल पहले पाकिस्तान के कैपिटल सिटी इस्लामाबाद में होने वाले मर्डर जो कि नूर मुकदम का मर्डर केस था जिसमें उसका सर काट दिया गया इसके ऊपर एक वीडियो मैंने बनाई थी इसके साथ-साथ सिंध के एक शहर रानीपुर के अंदर पीर असद शाह की तरफ से एलिजिबल अपनी 10 साला वर्कर फातिमा फरी का जिस तरह से टॉर्चर और सेक्सुअल असल्ट के बाद मर्डर हुआ उस पर वीडियो बनाई तो सोचा यह कि शायद दोबारा इस तरह के किसी वाकए पर बोलना ना पड़े क्योंकि ये इतनी हॉरिफिक डिटेल्स होती कि आप खुद भी हिम्मत नहीं पकड़ पा रहे होते कि इस पर बात करें और आप यह भी सोचते हैं कि जो लोग सुन रहे होंगे उसमें अगर कोई बच्चा हो कोई अंडर एज बंदा हो कोई स्टूडेंट हो तो उसके दिमाग पर क्या असर पड़ सकता है सो यू आर एडवाइज टू नॉट वच दिस वीडियो अगर आप अंडर एज हैं या बच्चों के साथ बैठे हुए हैं उसकी वजह यह है कि जिस किस्म की डिटेल इस वीडियो के अंदर है इट इज इनटोलरेबल आज से कुछ रोज पहले भारत की रियासत वेस्ट बंगाल के शहर कोलकाता में एक मेडिकल कॉलेज जिसका नाम आरजी मेडिकल कॉलेज था वेस्ट बंगाल का वहां पर मोमिता देवनाथ जो कि 31 साल की एक ट्रेनी डॉक्टर थी उनके साथ जो हुआ मैं लिटरली इस खबर की डिटेल देखना नहीं चाह रहा था बिकॉज इट्स टू मच टू स्टैंड लेकिन टू माय सरप्राइज बहुत से ऐसे वाकया जो पाकिस्तान में होते हैं वह हिंदुस्तान तक नहीं पहुंचते जो हिंदुस्तान में होते हैं पाकिस्तान तक नहीं पहुंचते अनलेस दे आर को रिलेटेड टू ईच अदर यह ऐसा वाकया था जिस पर पाकिस्तान की सिविल सोसाइटी की तरफ से भी बहुत मैसिव रिस्पांस आया मुझे ला तादाद मैसेजेस आए कि इस पर आप बात कीजिए जिस पर मैंने भी यह सोचा कि पाकिस्तान में भी जब लोग इस कदर गुस्से और गम का इजहार कर रहे हैं तो भारत में क्या सूरते हाल होगी वहां यह सूरते हाल है कि वहां पर लोग सड़कों पर हैं एतजाज कर रहे हैं वेस्ट बंगाल के अंदर और कुछ तो ऐसे भी एतजाज हुए हैं जो कि वेस्ट बंगाल के मुख्तलिफ शहरों से भी बाहर निकल के कैपिटल की तरफ जा रहे हैं मार्स हुई एक्टिविस्ट बाहर आए और बहुत से लोगों ने इस पर आवाज उठाई लेकिन जो डिटेल है इस सारे अकाउंट की वो इतनी हार्ट ब्रेकिंग है कि आपको यकीन नहीं आएगा दैट एनी इंडिविजुअल इज कैपेबल ऑफ दिस बारबार यह 31 साल की खातून जो कि 36 घंटे की ड्यूटी कर रही थी नाइट शिफ्ट वह नैप लेने के लिए रेस्ट करने के लिए रात को अस्पताल के कॉमन रूम में जब सोने के लिए जाती हैं तो उसके बाद में यह अकाउंट शुरू होता है यह केस है इस्तमा ज्यादती का ठीक है और इस इजतेमा ज्यादती के बाद जो डिटेल सामने आती है इनिशियली वह यह है कि उनके जिस्म पर 113 बाइट मार्क्स थे 113 जगह पर ब्रूसस और इंजरी नंबर वन नंबर टू यह कि तकरीबन जो तख मीना लगाया गया कि कितने लोग शामिल होंगे इसमें वह 18 से 20 मर्दों का अकाउंट था 18 टू 20 मेन 18 टू 20 मेन वर्सेस वन वुमन ठीक है बॉडी से तकरीबन 150 ग्राम सेमिनल फ्लूइड बरामद होता है च इफ कैलकुलेटेड एस फार एस द एवरेज कैपेसिटी ऑफ सिंगल मैन टू एजकुलेट कंसर्न बनता यही है कि 15 से 20 मर्दों के बराबर है ठीक है पेल्विस जो है वो टूट चुका है और बोथ द लेग्स र वाइड ओपन एट एन एंगल ऑफ 90 डिग्रीज हॉरिजॉन्टल यह सारा कुछ होने के बाद जब पेरेंट्स को पता चलता है और पता कैसे चलता है अस्पताल की इंतजाम यह बताती है कि आपकी बेटी ने सुसाइड कर ली है व वहां पर पहुंचते हैं तीन घंटे तक उनको बॉडी नहीं मिलती बिकॉज हॉस्पिटल की मैनेजमेंट यह कोशिश करती है कि इसको दबाया जाए लेकिन उसके बाद में आईडिया होता है कि यह सब हुआ क्या है 37 लोग अब तक अरेस्ट हो चुके हैं कोर्ट्स की तरफ से सोमोटो लिया गया है संजय रय नामी एक वॉलेटर जिसकी एक इजी एक्सेस थी इमरजेंसी वर्ड में और दीगर जगहों पर कहा यह जा रहा है कि उसकी तरफ से यह सारी ऑर्केस्ट्रेट की गई और मजीद लोगों से भी तफ्तीश जारी है लेकिन इस सारे वाक को हम एक आइसोलेटेड कैपेसिटी में देख नहीं सकते उसकी वजह कि साउथ एशिया और सबकॉन्टिनेंट खास तौर पर सबकॉन्टिनेंट के मुशे में इस तरह के वाक्यात इतने फ्रीक्वेंसी पेट्रिया की की वजह से या किसी खातून पर यह ब्लेम करना कि तुम्हारे कपड़ों के नानाम पर यह सारे वाकत आए रोज होना अजाब बन चुका है औरत का यहां पर रहना अगर मैं आपसे स्टेटिस्टिक्स शेयर करूं तोय चीज सब्सटेंशिएट हो सकती है कि यह किस मैस स्केल पर होता है हिंदुस्तान में एक रिपोर्ट के मुताबिक तकरीबन एक दिन में 2022 तक एक रोज में 90 रेप हो रहे थे 90 वमन एक दिन में ठीक है इसके साथ-साथ अगर दीगर स्टेटिस्टिक्स की बात करें तो एनआरसीबी यह बताता है हिंदुस्तान का कि 2022 में 31000 खवातीन का रेप हुआ है 31000 ज्यादती का निशाना बनी एक साल में भारत की बात कर रहा हूं ठीक है पाकिस्तान की अगर बात करें तो यहां पर ऑनर किलिंग का अजाब है जो कि भारत से बहुत ज्यादा है हालांकि भारत बड़ा मुल्क है तकरीबन 500 से हज के दरमियान ऑनर किलिंग एक साल में पाकिस्तानी मर्द करते हैं यह उनका तमगा है ठीक है इसके अलावा पाकिस्तान के अंदर 2021 के अंदर एचआरसीपी की रिपोर्ट्स भी यह बताती हैं के 5100 रेप्स रिपोर्ट ट हुए हैं यह रिपोर्टेड क्राइम की बात हो रही है जो अनरिपोर्टेड है वह तो इतना बड़ा हो सकता है उसकी वजह यह है कि कल्चरल बैरियर्स है लोग तो दरखास्त ही नहीं देते थाने में जाके उन्हें पता है कि हमारी बेटी से कल को शादी कौन करेगा या हमारा तो नाम डूब जाएगा क क्योंकि उन्होंने हर चीज को उसी से एसोसिएट कर दिया और इसके साथ-साथ अगर बात की जाए इस तरह के केसेस की जो कि सामने आते हैं तो उसके बाद कन्वे रेट्स पाकिस्तान में दो से 3 पर से ऊपर नहीं है अभी जो मैंने बात की वीडियो के आगाज में पीर असद शाह की तरफ से फातिमा फीरो का जिस तरह से उसको डेवोर किया गया उसके बाद दो हफ्ते पहले की खबर है कि उसके खानदान वालों ने जाकर एफे डेविड देकर बयानात जमा करवा दए हैं कि हमने जिन तीन लोगों पर इल्जाम लगाया था असद शाह पर और उसकी बीवी पर और एक और बंदे पर वह हम वापस ले रहे हैं वो गलत बयान दिया था हमने रिकंस एशन हो गई है यह तो यहां पर क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम का हाल है और दूसरी चीज यह है कि मर्दों का हशर यह है कि वह इस तरह फिर रहे हैं बाहर जैसे सारी जिंदगी किसी खातून को देखा ही नहीं होता पाकिस्तान की मैं अगर बात कर लूं अभी दो वाक्यात इस 14 अगस्त को जो आजादी का दिन मनाया जाता है लगता यही है हर साल के यह आजादी दरअसल खवातीन को रास करने ग्रोप करने और उनको वायलेट करने की आजादी है जो सिर्फ मर्दों को मिली है इस 14 अगस्त को भी दो किस्म की वीडियोस सर्कुलेट कर रही है जिस परे फिल्म स्टार्स और सेलिब्रिटीज की तरफ से भी कंडमनेशन आ रही मैंने देखा है एक वीडियो है इस्लामाबाद की जो कैपिटल सिटी है माशाल्लाह पाकिस्तान का फैमिली एक मर्द और एक खातून बाहर निकलते हैं हुजूम पूरा जत्था बनाकर पीछे लग जाता है एक और वीडियो लाहौर की सर्कुलेट कर रही है लेडली और वहां पर क्या देखने को मिल रहा है कि गलती से एक खातून ने यह समझ लिया कि यह औरतों के रहने की जगह है बाहर निकल आई मॉब बना हुआ है जत्था बनाक चारों तरफ से एन सर्कल करके हर कोई लाइन में लगा हुआ है कि दो से तीन सेकंड के लिए मैं भी हाथ मार लू आप सोचिए कि किस किस्म की साइकोलॉजिकल प्रॉब्लम से यह मर्द गुजर रहे होंगे अगर यह खातून को दो से तीन सेकंड हाथ लगाने के लिए स्टम पीड भगदड़ क्रिएट कर देते हैं क्या हशर होगा इनका और किस कदर यह मेंटल अंडर स्टिमुलेटिंग तो यह क्या मेंटालिटी है जिसके लिए हमें बार-बार इस तरह के हॉरिफिक वाकया देखने को मिलते हैं इस मेंटालिटी को समझने की किसी ने कोशिश की है दोनों तरफ यह चीज नजर आती है कि चाहे ऑनर हो चाहे रिलीजस रीजन हो चाहे मॉडेस्टी की रीजन हो सिर्फ और सिर्फ ब्लेम विक्टिम के ऊपर ही आता है बना रेप केसेस बढ़ते जा रहे हैं दिन बदन पंजाब में पिछले साल तकरीबन 4000 रेप केस हुए वजू हात क्या है वजू यही है कि यह जो ड्रेस पहने जा रहे हैं ट्रा पहने जा रहे हैं जीस की पैट पहनी जा रही है बच्चियों को छोटे छोटे साल लेके आ रहे हैं रेप ना हो तो और क्या हो पहले तो पर्दा होना चाहिए ना यह फासी तो खुद औरतो ने फलाई हुई है कैसे ना कोई बंदा ये काम करे मतलब जो रात को अकेली निकल जाती है साथ को बंदा भी नहीं होता तो वो तो गलत बात है ना ये और ज्यादातर रेप औरत की मर्जी से रेप त होगा जब औरत ु जो सही लड़की होगी वो तो रे अपनी जान दे देगी रेप की तरफ नहीं जाएगी अभी आप देख लीजिए लैया के अंदर यह पिछले महीने की लेबन बात है खाना लेट पकाने की वजह से जख्मी करके छत से नीचे फेंक दिया औरत को और मर गई वह इसके साथ-साथ सानिया जहरा केस की डिटेल पढ़े जरा आपका दिमाग घूम जाएगा कि यह कैसा मुल्क है मुल्तान के अंदर वाकया होता है दो बच्चों की मां है और तीसरे बच्चे से प्रेग्नेंट है रात को कत्ल करते हैं उसको और सुबह उसकी लाश को ना कमरे में यह दिखा के लटकाया हुआ है कि इसने सुसाइड कमिट किया है एक लविश बेडरूम दिखाई दे रहा है तस्वीर देखने के भी काबिल नहीं है और उसमें वह हैंगिंग जो है वह ऑर्केस्ट्रेट हुई हुई है ठीक है एक प्रेगनेंट खातून को भी एक जो उसका हस्बैंड है उसने छोड़ा नहीं और बाद में भाग गया वहां से पुलिस छापे मार रही है यह कैसा मुशरा तश्न हमने दिया है जहां पर मर्द को सिर्फ खातून की एक र्न मेंटल वैल्यू के अलावा कुछ पता ही नहीं है साइकोलॉजी यह कहती है कि मुख्तलिफ किस्म के एक्सप्लेनेशन हो सकती हैं जिसमें कुछ बायोलॉजिकल इवोल्यूशनरी रीजंस है और कुछ सोशल रीजंस हैं यह ऐसा क्राइम है जो कि 0 पर पर नहीं आ सकता लेकिन 80 से 90 फीसद कम हो सकता है इन मुशरिक फॉल्स सेंस ऑफ जेंडर रिलेशंस सबसे बड़ा अजाब है मर्द का यह समझना कि अगर खातून अकेली रात को बाहर फिर रही है क्यों फिर रही है नंबर दो उसका यह समझना कि मेरी नीड्स आर द मोस्ट सुपीरियर एंड मोर इंपॉर्टेंट देन द एक्जिस्टेंस ऑफ अ वुमन तीसरी चीज उसकी तरफ से यह समझना कि अगर किसी ने मुझे इंकार किया तो वह होती कौन है इंकार करने वाली अब मैं इसको छोडूंगा नहीं यह सब स्ट्रक्चरल पेट्रिया कल इश्यूज है मोस्टली ठीक है इसमें मुख्तलिफ एक्सप्लेनेशन है जो पहले भी मैं एक वीडियो भी एक्सप्लेन कर चुका हूं ग्रोथ टाइपोलॉजी एक्सप्लेन करती है कि तीन किस्म के रेप्स होते हैं पहला होता है एंगर एक ऐसा रेपिस्ट जो एंगर से मोटिवेटेड है गुस्से से पाकिस्तान में बहुत से ऐसे केसेस होते हैं जहां पर बदला लेने के लिए कि मेरा रिश्ता क्यों नहीं एक्सेप्ट किया क्यों ठुकराया जाकर यह हरकत कर दी नंबर दो पावर डोमिनेंट रेपिस्ट होता है जो अपनी पावर को असर्ट करने के लिए इसका इस्तेमाल करता है वो भी ऐसा ही इंसान है जो यह सोचता है कि मुझे डोमिनेट करना चाहिए मेरा जेंडर प्रिविलेज्ड है और यह वल्नरेबल है और इसको मेरे नीचे दब के रहना चाहिए दैट इज व्हाई आई एम गोइंग टू डू इट नंबर तीन जो है वोह सडिस्टिक रेप है जिसमें आप किसी को तकलीफ पहुंचा के एंजॉय करते हैं दीज आर द काइंड ऑफ पीपल जो बिल्कुल इनसेंसिबिलिटी के जो एक्सप्लेनेशन जो मुझे लगती है वो कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरी है जो रेप को लेन करती है और वह यह कहती है कि कॉग्निटिव डिसऑर्डर्स का शिकार होते हैं यह लोग क्योंकि जेंडर रोल्स इनको फॉल्टी नजर आते हैं यह समझते हैं कि मर्द का इतना प्रिविलेज है और वह इतनी एंटाइटल मेंट है उसके पास कि वह अगर किसी खातून को इस सब का निशाना बनाए तो उसमें कोई बहुत बुरी बात नहीं है यह तो आप और मैं समझते हैं ना कि यह दिल दहला देने वाले वाक्यात हैं आप उन लोगों से जाकर बात कीजिए वो इतने अब नॉर्मल दिखाई नहीं देंगे आपको यह बहुत रिसर्चस में साबित हुआ कि वन यू हैव कन्वर्सेशन विद दिस पीपल जो यह सब कुछ करते हैं लगता नहीं है कि यह मेंटली सिक है हां कुछ चीजों में ना वह यह कहते हैं कि नहीं नहीं ऐसे नहीं हमने किया बट वी हैव फोर्सड आ सेल्स नर तो उनके नजदीक य बड़ी बात ही नहीं होती इसकी वजह क्या है अपब्रिंगिंग का मसला है जो कि सोशल लर्निंग थेरी भी एक्सप्लेन करती है कि अगर आपने ऐसी बातें सुनी है अपने इर्दगिर्द अपने माहौल में आप उसी को गैदर करोगे और क्या करोगे ठीक है इसके अलावा जो साइकोलॉजिस्ट ने सब से बड़ी चीज ऑब्जर्व की है इन क्रिमिनल्स में वह यह है कि वह रियलाइफ कर दि है अगर आप उनसे जाकर डायलॉग करें कोशिश करें बात करने की वह यह कहे जब उनसे पूछोगे ना कि हैव यू रेप्ड अ वुमन क्या तुमने किसी का रेप किया आगे से जवाब देंगे नहीं लेकिन हां मैंने थोड़ी सी जबरदस्ती की है उससे इस तरह के जवाब मिलते हैं इससे आईडिया यह होता है जो साइकोलॉजिकल ट्रीटमेंट कहता है इन लोगों का वो यह है कि ये कॉग्निटिव डिसोनेंस का अक्सर शिकार होते हैं वो क्या होती है वो यह होती है कि अ फॉल्ट सेंस ऑफ रियलिटी लेट से कि मैं किसी को तकलीफ पहुंचा रहा हूं लेकिन मैं उस इमोशन को गैदर ही नहीं कर पा रहा और मेरी परसेप्शन में या फिर मेरी कॉग्निशन में उसकी अंडरस्टैंडिंग में समझ बूझ में मसला है फिर वह कहते हैं कि दरअसल उसने सिग्नल किया था हालांकि उसने नहीं किया होता फिर वह यह कहते हैं कि ताली दोनों हाथों से बचती है मेरे अकेले का कसूर तो नहीं है तो मोस्टली इन क्रिमिनल्स के इंटरव्यू उस का ट्रेंड जो कि रिसर्च पेपर्स बताते हैं वह यही है कि वह यह कह रहे होते हैं कि हम अकेले मुजरिम नहीं थे वह भी थी ठीक है और इससे आपको आईडिया होता है कि उन्होंने शुरू से यह समझा हुआ है कि मेन आर मोर इंपॉर्टेंट और सबसे बड़ी सेंस जो है ना जो पाकिस्तान में हर घर में सुनने को मिलती है हर चौक चौराहे में आम आर्गुमेंट होता है कि मर्द तो ऐसे ही होते हैं वह तो अपने आप को कंट्रोल नहीं कर सकते यह तो औरत का काम था कि उसको मौका फराम ना कर या फिर उसको किसी मर्द को साथ लेकर जाना चाहिए था जो कि हजार दफा साथ होते हैं और उसके बावजूद उनके साथ यह हो जाता है भाई किस मर्द को साथ भेज रहे हो जिस उसी मर्द से तो खतरा है उस खातून को नॉट ऑल मेन को क्रिटिसाइज कर लो बट व्हाई ऑलवेज मैन तो यह चीज है कि मैंने खुद मेरी वीडियो मौजूद है youtube1 के पॉश एरिया के अंदर मैं किसी बैकवर्ड एरिया की बात नहीं कर रहा वहां जाकर लोगों के इंटरव्यूज किए कि मैं लोगों को बताऊं कि कितने पोटेंशियल रेपिस्ट हमारे आसपास इस मुशे में फिर रहे होते हैं कोई पूछता नहीं है आम लोगों से सवाल किया कि रेप के वाक्यात बढ़ते जा रहे हैं 3 साल पहले की बात है और मुझे यह जवाब बहुत कैजुअली मिले कि अब इस तरह के कपड़े पहनो ग तो यह तो होगा जींस पहन के निकलो तो यह तो होगा अकेली निकलो तो यह तो होगा हस्बैंड से पूछे बगैर निकलो तो यह तो होगा यह तो बनता है ये तो तुम डिजर्व करती हो आप क्लिप देख लीज जाके इसी तरह के इंटरव्यूज मैंने हिंदुस्तान से निकलते हुए देखे हैं कि वहां पर भी मर्द यही कह रहे होते हैं कि हां जिस तरह का माहौल है अगर आप किसी को इंस्टिगेट करेंगे और अगर आप किसी के जज्बात को बड़का जाएंगे तो यह तो हो सकता है सारा ट्रीटमेंट आपने खवातीन का ही करना है यहां पर भी यही है कि अगर जो क्राइम कर रहा है उसकी साइकोलॉजी पर बात ही नहीं हो रही सारी बात यह हो रही है कि खातून को किस तरह पिंजरे में बंद कर ले ताकि उसके साथ यह ना हो कर लो बंद उसके साथ लेकिन जो कल्प्राज घूमता रहेगा फिर तो वह और जीत गया क्योंकि उसने वॉयलेट भी कर दिया एक औरत को अपना पर्पस भी अचीव कर लिया आजादी भी उसी के पास है और औरत जो विक्टिम है वह मजीद कटेल और मजीद आइसोलेट हो गई यहां पर तो पाकिस्तान में हिंदुस्तान से बहुत ज्यादा सेगर गन है उसके बावजूद क्या यह वाक्यात कम हो गए नहीं हुए सैकड़ों बच्चों का पाकिस्तान के अंदर उनका भी यही हालत होती है यहां पर जिस तरह से उनको वायलेट किया जाता है कैसे किसी को इंस्टिगेट या इनवाइट करते हैं कि हमारे साथ यह करो अगर सारा आर्गुमेंट कपड़ों के साथ जुड़ा हुआ है तो जब इन चीजों के सलूशन की बात की जाती है तो सबसे बड़ी चीज यह है कि सबसे पहले आपको यह मानना पड़ेगा कि आपको आप अंडरस्टैंड ही नहीं करते सेक्सुअल वायलेंस के फिनोमिना को और इसके लिए पाकिस्तान में हिंदुस्तान में हर जगह पर हजारों जेंडर स्टडीज में पीएचडी करके लोग फिर रहे होंगे उनकी हेल्प नहीं लेनी किसी ने यही जो पेट्रिया कल कली सड़ी सोच है यही प्रीवेल करती दिखाई देती है कि हां उसका कसूर था अभी भी मीम्स बन रहे हैं इसके ऊपर बहुत सी जगहों पर मैंने इस वेस्ट बंगाल वाले केस के ऊपर लोगों को मीम्स बनाते हुए देखा क्योंकि इन सेंसिटिविटी तो उन्होंने मर्द की साइकोलॉजी के साथ अटैच कर दी है कि सेंसिटिव तो मर्द हो ही नहीं सकता वह तो पेन तो वो महसूस नहीं कर सकता उसका तो कसूर नहीं है तो आपको यही दिखाई देगा कि कलेक्टिव सोसाइटल रट का इशू है ठीक है और साथ-साथ यह है कि आपको यह भी आईडिया हो जाना चाहिए अब कि इस मुशे के स्ट्रक्चर में ही मसला है जिस तरह यहां जेंडर रिलेशंस को पर्सीव करते हैं उसके अंदर मसला है पाकिस्तान में अगर सेक्स एजुकेशन देने की बात करो जिसमें बच्चों को बचाने के लिए यह सिखाया जाए कि गुड टच बैड टच क्या होती है सड़कों पर आकर ब्लॉक करके एतजाज करती है राइट विंग यहां की पाकिस्तान में अगर खवातीन को से बचाने के लिए डोमेस्टिक वायलेंस का बिल लेकर आओ तो उसको दबा दिया जाता है राइट विंग के प्रेशर पर जो इतना कंप्रिहेंसिव बिल था कि उसमें यह भी लिखा हुआ था कि अगर किसी क्रिमिनल ने एक बार ऐसा कुछ किया है तो उसके जिस्म के साथ एक लोकेशन ट्रेस करने वाला इंस्ट्रूमेंट लगाया जाएगा ताकि वह दोबारा किसी औरत के या उस घर के पास ना आए जिसको वायलेंस का खतरा है वह भी रोक दिया इसके अलावा यह वह मुल्क है इसके अलावा यह वह मुल्क है जहां पर रेप को सेक्सुअल वायलेंस को रोकने के लिए एक सबसे बड़ा आर्गुमेंट यह होता है कि फांसी देकर इसको खत्म कर सकते हैं तो दे ले फांसी जितने प्रोग्रेसिव फेमिनिस्ट लिबरल या लेफ्टिनेंट हम तो यह कह रहे हैं कि जितन मर्जी को टांग दोगे लटका दोगे जो आने वाले मर्द हैं उनके जनों पर काम नहीं करोगे तो तुम्हारी लाख फांस भी काम नहीं आएंगी लटका शौक में इनको लेकिन उसके बावजूद यह गारंटी नहीं है कि यह सब रुक जाएगा मैं तो उसके बिल्कुल खिलाफ नहीं हूं आपने करना है जो कर लीजिए लेकिन अगर आप यह कहे कि इस तरह के एक्ट्स करने के बाद पब्लिक डिस्प्ले ऑफ वायलेंस एंड लिंचिंग के बाद यह ठीक हो जाएगा नहीं हो सकता बिकॉज यू हैव टू वर्क ऑन द माइंड्स ऑफ मेन पहले दिन से जिस मर्द ने यह सीखा है कि मर्द तो इस तरह का ही होता है उसको अगर इनवाइट करोगे वो तो यही करेगा या फिर औरत कमतर होती है उसकी औकात कोई नहीं होती वो कौन होती है ना करने वाली वो कौन होती है खाना लेट आने वाली वो कौन होती है मर्जी से बाहर जाने वाली वो कौन होती है सोशल मीडिया पर अकाउंट बनाने वाली तो फिर उसने सीखा हीय है कि अगर यह सारी चीजें वायलेट हो गई तो इसका मतलब है कि इसके बाद फिर औरत को छोड़ना नहीं है तो इसको रोकने के लिए इसका अल्टीमेट सलूशन यह है कि सबसे पहले तो रियासत पॉलिसी तश्न दे दूसरी चीज यह है कि वह कन्वे रेट्स को बढ़ाए तीसरी चीज यह है कि रेप का कॉम्प्लेक्शन फिनोमिना समझना ने के लिए लेजिसलेशन का एकेडमिका के साथ ताल्लुक हो ताकि कोऑर्डिनेशन के साथ फैसले किए जाएं इस फिनोमिना को पहले समझ तो ले फिर इसको रोकना जिसका मुंह खुलता है लटका दो लटका देंगे यह साइकोलॉजिकल कॉग्निटिव डिसोनेंस कैसे खत्म करनी है पेट्रिया कल इशू कैसे खत्म करना है खवातीन घर से बाहर निकलती हैं अगर मार्च करने के लिए सारा साल खामोश बैठे हुए मर्द उस परे हमलावर हो जाते हैं कि यह देखो फाशी फैल रही है वो इस तरह के वाकत को रोकने की बात कर रही होती हैं लेकिन उस पर बिल्कुल किसी को परवाह नहीं होती लेकिन जब वाकया हो जाएगा तो फिर एक ही ट्रेंड चला देंगे लटका दो इनको हमें तो कोई इशू नहीं है तो बाकी जो आगे जॉम्बी पैदा करने हैं उन्हें कौन रोकेगा तालीम कौन देगा उनको तो इन मुशरफ दर शही निजाम को तबाह करना पड़ेगा इन मशर के अंदर मर्द की एंटाइटल मेंट को छीनना पड़ेगा इन मशर के अंदर टॉक्सिक पेट्रिया की को मैस्कुलर करना पड़ेगा इन शरो के अंदर खवातीन को ऑर्ट समझना ऑब्जेक्ट समझना छोड़ना पड़ेगा और मर्दों को यह बताना पड़ेगा कि नो की वैल्यू क्या होती है अभी नहीं पता उनको क्योंकि वह तब तक खातून की नो को सीरियस नहीं लेंगे जब तक वह खातून को एज ह्यूमन बीइंग तसव्वुर नहीं कर लेते जो कि साउथ एशिया का बर सगीर का सबकॉन्टिनेंट का मर्द जानता ही नहीं है क्योंकि वह सिर्फ टूल है और ऑनर का एक सिंबल है पूरे खानदान की पसंद की शादी कर ले सोशल मीडिया पर अकाउंट बना ले जाके गला काट के आ जाओ उसका तो यह सारी चीजों को सलूशन सिर्फ एक है ना सलूशन खातून के कपड़े हैं ना सलूशन खातून का रात को बाहर जाना है ना सलूशन खातून का अकेले बाहर जाना है ना सलूशन खवातीन का चॉइस ऑफ लाइफ स्टाइल या सोशल मीडिया है उसको कटेल करना है सलूशन सिर्फ एक है और वह सलूशन यह है कि मर्द के बीमार जनों को ठीक करना है और रियासत के कवानी को सख्त करना है ताकि रेपिस्ट को पता हो दैट आई कैन नेवर एस्केप थैंक यू