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खलिफा उमर का प्रभावी भाषण

वीडियो के लिए सब्सक्राइब के बटन पर क्लिक करें बेल के आइकोन पर क्लिक कीजिए ताकि हर नई वीडियो की नोटिफिकेशन आपको मिल जाए प्रश्न प्रश्न वरा नफसी अहला निभजूस अभी जाता है तमाम तारीफ ए अल्ला के लिए हैं जो उसने खुद के लिए बयान की हैं और उनके नभी महुम्मद सलालाओ वालेवसल्लम पर हमारा सलाम अल्ला की रहमत हो अबो बक्रत सिद्देक पर जिन्होंने ये अमानत लोगों तक पहुचाई अपनी उम्मत की इसलाह की और बगएर किसी इलजाम के इस दुनिया से रुक्सत हुई और ऐसी मिसाल कायम की जिसकी पैर भी हमारे लिए मुश्किल है। जब भी हमने नेक कामों में उनसे आगे बढ़ने की कोशिश की, खुद को हमेशा उनसे पीछे ही पाया, तो कोई कैसे उनकी बराबरी कर सकता है। सब कुछ अल्ला का ही है जो कुछ भी वो देता है या जो कुछ भी वो लेता है एह लोगो मैं आप मेंसे ही एक हूँ मैं रसुललला के खलीफा के हुकम की नाफर्मानी नहीं करना चाहता था और नाही ये जिम्मेदारी चाहता था या अल्ला अगर मैं जाधा सख्त हूँ तो मेरी सख्ती को कम करते हैं या अल्ला अगर मैं कमजोर हूँ तो मुझे कूबत दे अल्ला आपके जरिये मेरी आज्टमाईश चाहता है मेरे जरिये आपकी मेरे दो साथियों के गुजरने के बाद भी मुझे जिन्दा रखा मुझे मालूम हुआ है कि कुछ लोग मेरे रवये से खौफ जदा हैं उन्होंने कहा कि उमर हम पर सक्ती करता था जब रसुललला और अबुबकर हमारे बीच मजूद थे तो अब क्या होगा जब सारे मामला थी मेरे हाथ में जिसने भी ये कहा बिल्कुल सच कहा रसुल अल्ला के साथ में उनका एक खादिम था नर्मी और हमदर्धी में उनका कोई सानी ना था और जैसा अल्ला ने आपके बारे में फर्माया मौमिनों पर निहायत रहम करने वाले और महरबान मैं उनके लिए एक मयान से निकली हुई तलवार था जो वो चाहते तो मयान में रख सकते थे या इस्तमाल कर सकते थे फिर अबू बक्र मुसल्मानों के खलीफा बने आप तो जानते ही हैं कि वो एक बहुत नरम दिल रहीम और करीम थे मैं उनका भी खादिम था और मेरा सख्त रविया उनकी नरम दिली के साथ था बिल्कुल उसी तलवार की तरह जिसे वो चाहते तो इस्तेमाल करते या फिर मयान में ही रख सकते थे मगर अब सारी जिम्मेदारी मेरे कंदों पर है लोगो तो अब आप लोगों को मालूम होना चाहिए कि मेरी सख्ती दो गुना हो गई है लेकिन ये सिफ जुल्म और नाइंसाफी के खिलाफ होगी जहां तक अच्छे साबित कदम और दीनदारों की बात है तो मैं उनके साथ इससे भी जादा नरम हूँ जितना वो आपस में नरम है ओ वल्ला ही जो किसी के हकूग छीनेगा या ना इंसाफी करेगा मैं उसे तब तक नहीं बख्षूंगा जब तक कि उसका चेहरा जमीन पे न रगड़ दूँ उसके बाद मैं अपना चेहरा जमीन पर रगड़ दूँगा उन लोगों के लिए जो इंसाफ पसंद और कानून पसंद है मैं आपसे कुछ वादा करना चाता हूँ जो पूरे ना होने पर आप मुझसे पूछ सकते हैं मैं वादा करता हूँ कि आप लोगों के हिस्से से कभी कुछ ना लूँगा जो कुछ अल्ला ने आपको दिया है सिवाई उसके जिस पर मेरा हक है मैं वादा करता हूँ कि आपके आमदनी में भी विजाफा होगा इंशाल्लाहु ताला मैं आपके सारे मसलों को सुलझाऊंगा और आप पर जो भी कोई खत्रा होगा वो पहले मुझसे होकर गुजरेगा और अगर आप फोज के साथ घर से दूर हैं एक बाप की तरह जहां तक बैतुलमाल की बात है तो उसकी निगरानी में कोई कमी न रहेगी अगर मेरे पास काफी है तो मैं बैतुलमाल से कुछ न लूँगा और जब मेरे पास कुछ न हो तो मैं सिर्फ उतना ही लूँगा जितना जाइज है अल्लाह से डरते रहो अल्लाह के बंदों और तुम्हारे मौमलात देखने में मेरी मदद करो ताकि मैं तुम्हारा ख्याल रख सकूं और मेरे लिए भी मेरी मदद करो अगर मैं सही करूं तो मेरा साथ दो और गलत करूं तो मुझे रोग दो और तुम्हारे मौमलातों में मु ये तुमारे भाई हैं अलमुतन्ना इबने हारिताल शैबानी इराक के इनके कार्णा में सब जानते हैं मुसल्मान महा कम तादाद में और कमजोर हो चुके हैं उन्हें डर है कि इराक में हमने जो पाया फारस उसे वापिस पाने की कोशिश करेगा अबु बक्र ने अपनी वफात से पहले मुझसे कहा कि मेरी वफात के बाद अगली सुबा या अगली शाम होने से पहले शामिल होने की दावत दूँ तो वक्त ना गवाओ और जिहाद में शामिल हो जाओ क्योंकि ये जिहाद है जिहाद और इसमें हिस्सा लो कि कोई भी आगे क्यों नहीं आया यह बात मुझे समझ नहीं आई यह लोग फारस का सामना नहीं करना चाहते हैं है क्योंकि इन्हें इल्म है कि फारस बहुत ताकतवर है हमारे ज्यादातर सिपाही शाम में हैं कर दो कर दो कर दो अगर वो लोग भी अल्मुतन्ना से जाकर मिल जाएं तब भी इनकी दादात काफी नहीं और फारस से जंग में अच्छा नतीजा नहीं निकलेगा हाला कि इन अल्मुतन्ना की बहादुरी का इल्म है फिर भी ये लोग इन्हे इतना नहीं चाते जितना खाली दि ना मुझे नहीं रही और यह भी अच्छे से जानते हैं कि इराक में खालिद की जगह कोई और नहीं ले सकता क्या इन लोगों को इतना नहीं कि यह सबकुछ कुछ अल्लाह करता है ना खालीद इबनाल वलीद ना खत्ताब सब रखेंगे हम इस मामले में इनसे दुबारा मश्वरा करेंगे मुझे लगता है कि वो लोग भी इस पर मश्वरा कर रहे होंगे जो आज उन्होंने आपसे सुना अपनी शरायत लोगों पर दूबरदस्ती न डालूं अल्लाह की रास्ते पर उन्हें खुद आगे आने दूं अब अल्लाह हमें कभी आप की राय से महरूम न रखे आब अल्हासन है उमर इबनल खत्ताब की तरफ से अब उबाइदा इबनामिर इबनल जर्राह को अल्लाह आपको अपने अमान में रखे मैं आपको बताना चाता हूँ कि अब अबकर सिद्धीक खलीफत रसुल अल्लाह अब हमारे बीच नहीं रहे सब कुछ अल्लाह का ही है और एक दिन अल्लाह के पास ही वापस लोटना है अल्ला की मर्जी थी कि मैं उनके बाद खलीफा बनू मैं आपको शाम में मुसल्मानों का अमीर मुकरर करता हूँ इसलिए रोम के साथ जंग में आप अपने साथियों के साथ मश्विरा लें आप ये जान लें कि मैं खालिद इबने अलवलीद को किसी गलती या खता की वज़े से नहीं हटा रहा हूँ वलकि आप उन्हें अपना दाया बाजू बना लें जो भी आपको बहतर लगे इस बात का ध्यान रखें कि मुसल्मानों पर कोई आच ना आए अल्ला आपको मेरे जरिया जमारा है और मुझे आपके जरिये वसलाम उन अलेकू जल्दी आओ साथ, अब जब अल्ला ने मुझे इस जगा पहुचाया है, तो मैं आपको बता दू कि ये जिम्मेदारी मैं अकेले नहीं उठाऊंगा। मैं आपको इसमें शरीक करूँगा, ताकि अल्ला के सामने आप मेरे गवा रहो। मैं कहूँगा कि हुकुम जारी करने से पहले मैंने आपसे मश्वरा किया था। जब रसूल अल्लाह सलालाहु अलेवासल्लम हमारे साथ मौजूद थे, तो उन पर वही का सिलसिला जारी था जिसमें गलती की कोई गुणजाईश न थी। फिर भी अल्लाह ने अपने साथियों से उन्हें मश्वरा लेने का हुकम दिया, तो हम क्यों ना करें। जब अल्लाह अपने रसूल को मश्वरे का हुकम दे सकता है। जबकि हम में से कोई भी रसूल अल्लाह की तरह हिदायत याफता नहीं है। हम तो आम लोगों की तरह हैं, जो अपनी राय कायम करेंगी। सही भी हो सकती है और गलत भी। जब एक इंसान अपनी राय को तरजी देता है, तो वो गलती करता है। और चारों तरफ से परिशानियों में घिड़ जाता है। तब वो और मुसल्मानों की जमात कमजोर पड़ जाती है। मगर जब एक जमात अपनी राय कायम करती है और बाद में पता चलता है कि वो गलत है, तो गलतियों को सुधारना आसान हो जाता है। क्योंकि ये पूरी जमात का फैसला है, इसमें किसी एक को जिम्मेदार नहीं ठराय जा सकता, तब जमात और इसके अमीर मजबूत होंगे और बगएर शूरा के लिए गए फैसलों का नतीजा जादातर सही नहीं होता। एक इनसान का फैसला कच्चे धागे की तरह होता है। दो लोगों की राय भी आपस में उलचकर रह जाती है। जबके तीन लोगों की राय एक मजबूत रसी की तरह होती है। इसके साथ ही मैं अपनी हिकमत का आगाज करूँगा। ये आपका हक है। और आपकी और मेरी जिम्मेदारी है। अगर आप सच को जानते हैं तो उसे मत छुपाना अब मैं अलमुतन्ना से शुरू करता हूँ मैं लगतार तीन दिन से लोगों से इसरार कर रहा हूँ अबुबक्र की वफात के बाद लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ मुझे सलाद हो ए लोगों वो डरते हैं क्योंकि उनकी तादात कम है और फारस के खिलाफ ये तादात कुछ खास ना कर सकेगी। इसके अलावा जो लोग इसलाम से फिड़ चुके हैं उनसे अबू बक्र ने मदद लेने से इंकार कर दिया था। उनकी तादात ज्यादा है और उनमें अरब के क� जैसे तुलेहा अलासदी और रम रिबने माद क्रिब उन्होंने तोबा कर लिये हैं। और शिद्धत से मुसल्मानों की जमात में शामिल होना चाते हैं और फोज में भी। अगर हमारे लोगों को पता चलेगा कि वो हमारे साथ शामिल होना चाते हैं तो उनका नजरि जाएगा यदि न अल्लाह भी यही चाहता था कि यदि न अरब से शुरू हो और इसके लिए जरूरी है कि अरबी जमात एक साथ इकट्टा हो वक्त आ चुका है जो लोग पहले फिर चुके थे और बाद में तौबा कर ली उनको मुस्लिन जमात में शामिल कर लेना दी ताकि पूरा अरब एक इंसान की तरह तबलिक और रिसाला शुरू कर दे फारस और रोम में होने वाले जुल्मों से दम का खात्मा हो हमारे लोग खाली बैठे उपता गए हैं आब उसलेमान क्योंकि बहुत वक्त हो चला है और शायद अभुबकर को भी हमारी खबर का इंतिजार होगा सब्र रखो, सब्र रखो या बाबदुला बिल्ली का सब्र और शेर की छलांग इंशाल्ला आप तो जानते हैं कि हमने अपने दस्तों को भेजा है ये जाने जान करने के लिए कि दुश्मन किस तरीके से हमला करेगा रोमी फोजों की जंगी तर्ती बिल्कुल अलग है जिससे हम ना वाकिफ है इसीलिए अपनी फोजों को नई तर्तीप से तैनात करना होगा मैं इसी बारे में सोच रहा था और जल्दी कोई नया तरीका निकाल लेंगे इंशाल्लाह सब्र और मील हमारा कल अप करीब है अ कैसे हैं आप अबा सुफियान? रोमियो से लड़ने के लिए बेसब रहूं जब मैं अपने चार तरफ मुस्लिम फोजों को देखता हूं शाम के इन मजबूत इलाकों में मुझे याद है जब हम यहाँ कुरेश कवीलों के साथ तिजारत के लिए आया करते थे और अपने हाफ को यहाँ गहर महफूस पाते थे, कोई हालचाल भी ना पूछता था, हम उनके सरदारों को तोफ़े दिया करते थे, उनकी शान में गाने गाया करते थे, और उनकी नजरों में हमारी उकात गिरे हुए इंसानों जैसी थी, हम मेंसे सबसे शानु सौकत वाला वाला उनके सबसे निचले दर्जे के लोगों के बराबर हुआ करता था और फिर जब हम लोग वापस अपने लोगों के पास लौटते तो उनकी शान और शौकत के कसीदे पढ़ा करते थे हमने हमेशा लोगों को अल्लाह के रसूल के पास जाने से रोका और इसके लिए हमेशा उनसे लड़ते और वह हर बार हमें हक की दावत देते और फर्माते मेरी ताक करो एक उम्मत बनकर आगे बढ़ो तब फारस और रोम जैसे मुल्क भी तुम्हारी विरासत में होंगे और हम कहते हैं कि यह कैसे हो सकता है हमारा और उनका भला क्या मुकाबला और आज हम यहाँ है जहाँ रोम हम से लड़ने में घबराता है और हम उनका शिद्धत से इंतिजार कर रहे है लावल्लाही अबूसिफ्यान ने बिल्कुल सची कहा जैसे मैं महसूस करता हूँ मैं भी यही महसूस करता हूँ कभी तो ऐसा लगता है जैसे मैं ख्वास देख रहा हूँ कि यह सब कुछ सालों में हो गया और आज मैं शाम में मुसलमान फोज के साथ हूं और अबुसलेमान हमारे अमीर है कुछ ही अरसा हुआ होगा जब मैं सफवान और अबुयजीव के साथ था और फत्मक्का अगर हम पर रहम ना करता तो उस दिन हम मुश्रिक ही मर जाते हैं उसी खालिद की तलवार से जिसके इशारे पर हमारे जन कर रहे हैं इससे हमारा इरादा और मस्फूत हो जाता है कि अल्लाह हमें फता देगा और शाम हमारी छोली में आगिरेगा इंशाल्लाह हम जानते हैं कि अल्लाह के रसूल ने जो भी पताया उसे अंबली जामा पेनाया जा चुका है बाकि अल्लाह खैर देगा सुनो अल्मुथन्ना, बैतर होगा कि तुम अपने सिपाईयों के साथ इराक वापस लोड़ जो और अबुबैदा का अंतिजार करना जो आपके साथ शामिल होंगे और फोच लेकर हुकम की तात होगी या अमीर उल्मुमिनी क्या कहा? अमीरुल मुमिनीन? ये कहना बंद कर दो वरना ना वल्लाही, ना तो अब ये रुकेंगे ना हम हमने इस बारे में मश्विरा किया और आपको ऐसे बुलाना सही नहीं लगा खलीफतुल रसूल अल्लाह वल्लाही आप हमारे अमीर हैं और मुसल्मान जमात के मुमिनी हैं इसलिए अमीरुल मुमिनी उम्मीद है आप इस पर राजी होंगे आप लोग जानते हो मैंने आपको यहां क्यों जमा किया है तुम में से शायद कुछ सोच रहे होंगे कि तुमारे अब्बा अबीरुल मुमिनीन हैं और तुम उनके बच्चे हो तो तुम में से अगर कोई भी तिजारत के लिए जाता है लोग तुमें तरजी देंगे मैं आपको बताना चाहता हूँ कि तुमारे अब्बा आपके दादा के उंट चराया करते थी और आपके दादा का बरताओ बुरा ही नहीं बलकि ज्यात्ती वाला था आपके अब्बा अपनी खालाओं के लिए लकडिया लेकर आते थे और उनके हवाले कर दिया करते थे कुछ मुट्टी बर खजूर या किशमिश के लिए हमारा कबीला आदी कुरेशियों में से कुछ खास नहीं था और हमारा मर्तबा कुछ कबीलों जैसे अब्दे मनाफ, मक्जूम, साम और जुम्मा से कमतर था फुद को उसके हवाले कर की कि लोग तुम्हें ऐसे देखेंगे जैसे एक बास गोश के टुकड़े को देखता है जरा भी तुम भटके वह तुम्हें अपनी क्रफ्त में ले लेंगे अगर खुद को बचा लिया तो बच जाओगी अगर मैं किसी चीज को हराम करने का हुकुम जारी करता हूं तो सबसे पहले तुम उससे बचोगे वाला ही जान लूं जिस काम से मैंने बचने का हुकुम दिया है अगर वह काम तुम ने किया तो इस रिश्ते की वजह से मैं तुम्हारी सजा दोग नहीं कर दूंगा अ इसलिए मैं तुमसे कहना चाहता हूँ तुमारे अब्बा मुस्लिम जमात के हमीर हैं ये कभी न सोचना ताकि तुम में और दूसरों में कोई फर्क न रहे समझ गए मैंने क्या कहा लगता है वक्क करीब है जंग में इससे बुरा कुछ भी नहीं लगता भाई सलमा, हमने सगे भाईयों से बढ़कर एक दूसरे का साथ दिया है। वक्षा है अच्छा राह हो या बुरा, हमने कभी साथ नहीं छोड़ा। हम दोनों एक ही पेड़ की दो शाके हैं, उसके बाद हम इसलाम में भाई बने। और हमने जो भी किया वो साथ किया। बुरा बरताव करते थे और आज हम इस मुल्क में है और हमारा भाई खालिद लोगों का अमीर है और हमारा भाई एक्रिमा उनके नीचे अमीर है उस जमाने में दोनों ने ही हमारे साथ बुरा बरताव किया मैं अल्लाह का शुक्र अदा करता हूं वह हमें साथ बुरा मैं अल्लाह के रास्ते में शहीद होना चाहता हूं और अगर ऐसा होता है तो मैं चाहता हूं कि मेरा दफन तुम्हारे हाथों है वाल्ला ही मैं भी यही चाहता हूँ अगर ऐसा हुआ तो अल्ला तुम्हें बैफूस रखें और तुम मुझे दफनाओ और मेरी वसीयत का जिम्मा भी आप ही ले अगर तुम ही न रहे तो मैं उसका क्या करूँगा सलमा मैं अल्ला से दूआ करूँगा कि जिस तरह उसने दुनिया में हम दोनों भाईयों को साथ रखा है उसी तरह आखिरत में भी हम दोनों को जन्नत नसीख परमाए अमीन ये रुमी खुली जगा में जमा हो चुके हैं और इनके बीच से गुजरने का रास्ता इनतिहाई तंग है। इनसे सामना करने के दो ही तरीके हैं। इन्होंने खुद को दरिया और मगरेबी नहर के दर्मियान रखा हुआ है। जहाँ पर इनका दाहिन अलशकर तै लशकरते ना थे उनके पीछे वादी होने की वजह से उनके बाही तरफ भागने का कोई रास्ता नहीं है अब यह हमारे ऊपर है कि हम उन्हें वहां रुकना चाहे तो रोक सकते हैं और अगर वो भागना चाहते हैं तो हम उन्हें जाने देंगे जैसा भी वक्त के इसाब से लोगों को कोई फायदा मिलता है सच कहा यह उनके हारने की पहली वजह होगी इंशाल्लाह यह जगह उन्होंने जंग में ना तजुर्बे की वजह से नहीं चुनी है बल्कि इसलिए चुनी है कि उनके सिपाही यहां से भागना सके और वह चाहते हैं कि उनके सिपाही यहीं टीके रहें भागना पाए ताकि उनकी फोज यहां रुकी रहे यह उनकी आ� प्रस्तुति प्र प्रेम प्रस्तुति या माशरल मुसलिमीन ये रूमी हमारी तरफ तकबुर से बढ़ रहे हैं ये अल्ला के दिनों में से एक दिन है जिसका अंदाजा पहले से ही था और इनके एतमात पर चोट करेंगे और तब तक करते रहेंगे जब तक कि शाम की दरवाजे हमारी लिना खुल जाएं तो कसम खाओ या फता हक बस अपूरा होने ही वाला है ए मौमीनों अल्लाह के लिए लड़ो और वो तुम्हारी मदद करेगा जिससे यकीनन फता मिलेगी अल्लाह का वादा सच्चा है या माशरल मुसलिमीन सबर रखो सब्र ही तुम्हें कुफार से बचाएगा तुम्हें सवाब दिलाएगा और जिल्लत से तुम्हें बचाएगा अपनी जगा पर डटे रहो और जंग शुरू ना करना खामोश रहो और अपने दिल और दिमाग को जोस्च से भर लो मेरे हुकम का इंतिजार करना इंशाल्ला अल्लाहु अलेकुम और रख्मत अल्लाह और अलेकुम अल्लाह इन्ना लिल्लाह और इन्ना इला लिहि राजाओ लाहू वला कूवत इल्ला बिल्लाह तुम सब देखी रहे हो, अपने तक ही रखना, इसके बारे में किसी को पता न चले एह मुसल्मानों अपनी नज़रों को नीचा रखो उनकी तदाद देख कर मत घबराना अमारे इरादे उनसे जादा मस्बूत हैं अगर हमने शिद्धत के साथ उनपर हमला किया तो तुम उन्हें चारों तरब भागते हुए देखोगी सुनो ख्वातीन अगर सब कुछ ठीक रहा तो यही रुके रहना और अगर मुसल्मानों को भागते देखो तो उन पर पत्थर मारो इन रूमियों की तादार मुसल्मानों से बहुत ज्यादा है। नहीं, मुसल्मानों की तादार रूमियों से ज्यादा है। पौच की फ़ता देखो, शिकस नहीं, तादार का कोई मतलब नहीं होता। कर दो कर दो अजय को अजय को आज तक मैं रसुल अल्लाह के खिलाफ लड़ा अल्हंदुलिल्लाह अगर आज में शहीद भी हो जाओं तो कोई गम नहीं अजय को अल्लाह अजय को प्रशान प्रश्न प अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अल्लाहु अस्पान अब उन्हें पुष्टान अ अ कर दो कर दो दर्मयानी फोज को लड़ने का हुकुम दो और इकरिम्मा से कहो कि वो दाहिनी तरफ से आए अबु उबैदा और अलकाका ने रोमियो को बीच में ही रोक के रखा है जाओ शुभी शुभ अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को प्रश्न प्रश् कर दो अल्लाहु अक्वर्ण अल्लाहु अक्वर्ण अल्लाहु अक्वर्ण अल्लाहु अक्वर्ण यामूर खारिद इदा राइट फुरसान रूम या तबून अल्पिरार फिफ्सा ह्यावू कर दो कर दो प्रस्तुति प्रस्त� प्रे