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केमिकल बॉन्डिंग और एटॉमिक साइज

[संगीत] बिस्मिल्लाह रहमान रहीम अस्सलाम योर केमिस्ट्री टीचर स्टूडेंट केमिकल बॉन्डिंग में जो हमारा नया यूनिट है इसमें ये पहले लेक्चर है और इस लेक्चर में हम स्टडी करेंगे एटॉमिक साइज एटॉमिक साइज मैंने वही चीज आपके सामने लानी है जो आपके टेस्ट के लिए लास्ट में हम उन चीजों के पढ़ेंगे लेकिन कुछ बटन को डर तक याद रखना के लिए सीखने के लिए हमें डिफरेंट टेक्निक्स का तो इस्तेमाल करना पड़ता है ना अच्छा एटॉमिक साइज मैं पहले आपको उसके मां नहीं बताता हूं फिर हम इसकी मुख्तलिफ ना ऑपरेशनल डेफिनेशन उसके तरफ आएंगे मतलब यह है की आपके पास आपके पास ये न्यूक्लियस है यह न्यूक्लियस है इलेक्ट्रॉन तो जब न्यूक्लियस रिवॉल्व करता है ना तो हम एक टाइम इस्तेमाल इलेक्ट्रॉन को यह कभी इधर इलेक्ट्रॉन कभी इधर कभी इधर अच्छा हम कम क्या करते हैं हम ना न्यूक्लियस से वेरियंस शैली तक यह जो डिस्टेंस का लो और आउटर मोस्ट सेल तो न्यूक्लियस से आउटर्मोस्ट सेल तक यह जो डिस्टेंस है ना दिस इस कॉल्ड एटॉमिक सर ये एटम का साइज कहलाता है लेकिन हम एक टर्म इस्तेमाल कर देते हैं एटॉमिक रेडियस देखो ना यहां से लेकर ये सर यहां तक वो डायमीटर हो जाता है तो वो क्या कहलायेगा रेडियस तो एक्चुअली मैं एटॉमिक रेडियस को ही मैं एटॉमिक साइज कहता हूं तो पहले तो बात ए गई ना एटॉमिक साइज या एटॉमिक रेडियस से क्या मुराद है डी डिस्टेंस बिटवीन न्यूक्लियस और डी आउटर्मोस्ट सेल डेट इसे कॉल्ड डी एटॉमिक रेडियस या एटॉमिक साइज इसके ना दो तीन वीडियो हाथ है पहले बात नो वन पहले पॉइंट जो आपने जब में रखना है ना वो एग्जैक्ट पोजीशन ऑफ एन एटम आपको एग्जैक्ट पोजीशन मालूम करना ये नामकरण में शामिल है इंपॉसिबल है कभी इलेक्ट्रॉन इधर है कभी इधर है कभी इधर है कभी इधर है कभी इधर है कभी इधर है कभी इधर इलेक्ट्रॉन न्यूक्लियस के पास किसी भी जगह हो सकता है वे कैन से डेट देवर इस नो शार्प बाउंड्री ऑफ एनाटॉम अब यह नहीं का सकते बाहर इलेक्ट्रॉन जा ही नहीं सकता तो हम क्या कहेंगे एग्जैक्ट पोजीशन ऑफ इलेक्ट्रॉन आप नहीं मालूम कर सकते यानी नो शार्प बाउंड्री बाउंड्री ऑफ एन एटम कैसे करूंगा एवरेज डिस्टेंस बिटवीन न्यूक्लियस और मेजर इलेक्ट्रॉन इस कॉल्ड एटॉमिक रेडियस लेकिन वो भी आप एक्यूरेट मेजर नहीं कर सकते वो मैंने दूसरी रीजन क्या है नंबर तू पे आइसोलेशन ऑफ इंडिविजुअल इंडिविजुअल आइटम अब सागर अगर आप एटम का फाइंड आउट करना चाहते हैं तो आपको यह एटम इंडिविजुअल अकेला मौजूद होना चाहिए वजह एक तो ये इतना स्मालेस्ट पार्टी है और दूसरा इसके एटॉमिक स्टेट अनस्टेबल है आपको जब भी एटम मिलेगा किसी और आइटम के साथ बंद बनाकर मॉलिक्यूल की शक्ल में या किसी भी आयनिक फॉर्म में मिलेगा यानी क्रिस्टल लेटेस्ट की फॉर्म में आपके पास मिलेगा आपके पास ये इंडिविजुअल एटॉमिक फॉर्म में नहीं मिलता तीसरी और पॉइंट वो आप लोगों ने पढ़ा हुआ है अपनी एफएससी की बुक्स में वो है प्रोबेबिलिटी इलेक्ट्रॉनिक इलेक्ट्रॉनिक डिस्ट्रीब्यूशन [संगीत] कल कल और कोई और कंपाउंड अब अगर आप इन दोनों कंपाउंड में कार्बन के साथ इसको ले ले तो सीसीएल की बात कर देता हूं अब ये मैंने तीन कंपाउंड लिखिए तीनों में क्लोरीन का एटॉमिक रेडियस मुफ्त रिपोर्ट के साथ है इसमें क्लोरीन क्लोरीन के साथ है इसका क्लोरीन कार्बन के साथ है तो ये जो कार्बन है ये जो क्लोरीन है ये जो हाइड्रोजन है ये नेबरिंग एटम है और नेबरिंग एटम उसके इलेक्ट्रॉनिक जो इलेक्ट्रॉनिक प्रोबेबिलिटी है वो इसके इलेक्ट्रॉन इसके इलेक्ट्रॉनिक क्लाउड को रिपील करती है इसका मतलब है की डिफरेंट कंपाउंड में एक तरह के एटम की एटम का एटॉमिक रेडियस मुख्तलिफ होगा यह वह तीन वह जो हाथ है जिनकी बुनियाद पर मैं क्या कहता हूं मैं कहता हूं आप किसी भी एटम का प्राइस ली एक्युरेटली एटॉमिक रेडियस मयंक नहीं कर सकता तो फिर हम क्या करें हम क्या करते फिर हम जो एटॉमिक साइज लिख रहे हो तो वो क्या चीज है बेटा जी एटम जी कंपाउंड में जी शक्ल भी ये इंपॉर्टेंट लाइन है एटम जी कंपाउंड में जी शक्ल में पाया जाता है आप इस शक्ल में उसका साइज ले लो मैं आपके सामने कुछ ऑपरेशनल डेफिनेशन की बात करता हूं मैं आपके साथ डिस्कस करता हूं एटॉमिक रेडियस ये जो अभी मैंने कहा मैं आपके साथ आपके साथ डिस्कस करता हूं वेलेंट रेडियस वेलेंट रेडियस मैं मैं आपके साथ डिस्कस करता हूं सी पर करूंगा [संगीत] जी शक्ल में पाया जाएगा इस के लिहाजा से हम उसका रेडियस ले लेते एटॉमिक रेडियस वेलेंट रेडियस जब दो एटम के दरमियां कोवेलेंट बंद होगा वंडर वाले रेडियस जब दो मॉलेक्युलिस के अंदर में वंडरवॉल फोर्सेस होंगे मैटेलिक रेडियस डी एलिमेंट्स इन मैटेलिक स्टेट इन मेट्रो स्टेट और वे हैव डी आयनिक यानी जब कोई कोई आइटम कटाएं की फॉर्म में होगा जब भी कोई आइटम नेशन की फॉर्म में होगा तो उन शकरों में हम उनका साइज दे देंगे वो कहलायेगा कैटायनिक या एनालिसिस एक एक दो दो प्वाइंट्स पहले बार ये मेरे पास है एटॉमिक रेडियस ये मैंने दो एटम्स दिए यह दोनों एटम से एक ही एलिमेंट के भारत ये दोनों एटम हाइड्रोजन के हैं तो अब मैं सेंटेंस बोलूंगा जरा सुन ना मैंने क्या आपको कहा मैंने कहा की हाफ ऑफ डी डिस्टेंस बिटवीन न्यूक्लियर ऑफ तू बॉन्डेड एटम ऑफ से एलिमेंट एक ही एलिमेंट के दो बाउंड्री आइटम उनके दरमियां डिस्टेंस का हाफ डेट इस कॉल्ड एटॉमिक रेडियस डी सेकंड वन इस कवर्ड रेडियस अब इन दोनों एटम हैं वही एटम है साइज उतना ही है लेकिन अब इन्होंने वेलेंट बंद बनाया जिसकी वजह से इनके आर्बिटल ओवरलैप कर गए और दोनों न्यूक्लियर करीब ए गए अब आपने इनका ये ये जो बंद लेंथ हम कहते हैं बम डिस्टेंस कहते हैं यानी दोनों के न्यूक्लियर के अंदर जो हाफ है ना वो एटॉमिक रेडियस से कम हो जाएगा तीसरा आपके पास यह कवरेंट रेडियस है वंडर बाद रेडियस वेरी इंपॉर्टेंट आपके पास यह दो मुख्तलिफ दो मॉलेक्युलिस हैं अब इन मलिक उसे के दरमियां हमने वेलेंट या एटॉमिक रेडियस की टर्म पड़ी अब यह एक मॉलिक्यूल इसका ये एटम इन दोनों के दरमियां जो डिस्टेंस है उसका हाफ जो है डेट इस कॉल्ड डी वंडर व्हाट आईटी इस अब इसमें याद ही रखना की ये जो दो एटम जिनके दरमियां डिस्टेंस कम हाफ ले रहे हैं ना डीज तू एटम्स आर नॉन बॉन्डिंग इन्होंने आपस में बोर्न नहीं बनाया होगा हां इनके दरमियां इंटरमॉलिक्युलर फोर्सेस जरूर अपडेट करें [प्रशंसा] मस्त बी इन सॉलिड स्टेट ये वंडरवॉल रेडियस की टर्म ये ज्यादातर नोबल गैसेस के लिए इस्तेमाल होती है डेट x1 डेट इस कॉल्ड डी मैटेलिक रेडियस जब कोई भी सब्सटेंस मेटल की फॉर्म में होगा जब मैं मेटल मेटल तो उसकी मेटल स्ट्रक्चर में चले जो मेटल स्ट्रक्चर में दो मेटल एटम के न्यूक्लि के अंदर में डिस्टेंस का हाफ अब याद रखो इसमें जब आप मेटल स्ट्रक्चर की बात करते हैं ना तो हम ये तो का देते हैं की मेटल में एटम्स आर क्लाजली पैक लेकिन इतने क्लोज नहीं होते की मोबाइल को साथ ग गया ऐसी बात नहीं है मटर मेटल मेटल स्ट्रक्चर में एटम के दरमियां एक मकसूस गैप जरूर होता है इसकी वजह से कहा जाता है ये जो मैटेलिक रेडियस है ये बाकी तमाम रेडियो इसकी वैल्यू ज्यादा होती है फिर आयनिक रेट इसमें आपके पास कैटायनिक रेडियस है अनियनिक रेडियस है इसको मैं अभी डिटेल से आखरी बात एंट्री टेस्ट क्या कहता है मेरे बच्चे आपको यह ट्रेड याद होना चाहिए इस सारे के बाद मैं एक और हेंप पॉइंट की तरफ लाना चाहते हैं मैं आपको ना मैं आपको प्रिओडिक ट्रेड ऑफ एटॉमिक रेडियस मैं मैं जो अब में फॉक्स मिला होगा ना मैं में फॉक्स करूंगा एटॉमिक रेडियस को इसको मैं फॉक्स करूंगा और मैं इसका पीरियोडिक ट्रेड आपके साथ डिस्कस तो लेकर मैं प्रायरिक्स ट्रेड इसका तब तक आपको नहीं पढ़ा सकता जब तक मैं एक टर्म आपको क्लियर ना करूं और डेट इस शील्ड इन डी फैक्ट और स्क्रीनिंग इफेक्ट स्टूडेंट अब हम शिरडी के फैक्ट को देखते हैं शर्डिंग इफेक्ट को शिल्डिंग इफेक्ट मैं से स्क्रीनिंग इफेक्ट भी कहता हूं स्क्रीनिंग स्क्रीन यह थर्ड ऑर्बिट है सेकंड में 12345678 मैंने वो पीर की अलग-अलग और फर्ज करते हैं थर्ड में ये करेक्ट स्टूडेंट यह जो इलेक्ट्रॉन है ना ये बाहर वाला इसे हम कहते हैं दिस इस बेलन्स इलेक्ट्रॉन दिस वन इस अलसो कॉल्ड दिस वन इसे अलसो कार्ड आउटर मोस्ट इलेक्ट्रॉन इसको माइक्रो मोस्ट इलेक्ट्रॉन कहते हैं और ये इलेक्ट्रॉन जो इनर शव में ये के अगर है ये ल है ये एम है तो के और ल डीजल इलेक्ट्रोंस मौजूद अब फर्ज करें फर्ज करें तो फर्ज करता हूं न्यूक्लियस उसके साथ 100 न्यूटन फोर्स लगा रहा है ये आपको समझा रहा हूं ये तो बहुत ही वीक अट्रैक्टिव फोर्स होती है ना 100 न्यूटन अब दूसरा कम अब आप इंटरव्यू इलेक्ट्रॉन एड कर दे पहले नहीं था एक इलेक्ट्रॉन को अटैक कर रहा था अब इंटरव्यूइंग इलेक्ट्रॉन भी ए गए अब न्यूक्लियस की इस इलेक्ट्रॉन के लिए अट्रैक्शंस कम हो जाएगी अब कितनी होगी कमी इस कमी को हम कहते हैं शिल्डिंग इफेक्ट या इसे कहते स्क्रीनिंग इफेक्ट मैं मैं इसके डेफिनेशन बोलना हूं डी डिक्रीज डिक्रीज मीन कमिंग डेट डिक्रीस इन अट्रैक्शंस बिटवीन न्यूक्लियस और वैरियेंस इलेक्ट्रॉन दिउ तू इंटरवेनिंग इलेक्ट्रॉन इंटरवेनिंग इलेक्ट्रॉन की वजह से इलेक्ट्रॉन की अट्रैक्शंस में जो कभी आई उसे डिक्रीज इन अट्रैक्शंस को हम कहते हैं शिल्डिंग इफेक्ट अच्छा क्यों आई है कमी क्यों कमी आई है इसके तीन जो हाथ है तीन प्वाइंट्स हैं पहले बार पहले जो पॉइंट है वो शिल्डिंग है शिल्डिंग इलेक्ट्रॉन नहीं है तीसरा एक और बहुत इंपॉर्टेंट करूंगा अफेक्टिव अफेक्टिव न्यूक्लियर न्यूक्लियर चार्ज अफेक्टिव न्यूक्लियर चार्ज इसको बनाया स एफसी लिखूंगा अब जब इंटरव्यू इलेक्ट्रॉन ज्यादा से ज्यादा आते जाते हैं तो वेरियस इलेक्ट्रॉन यानी ये जो अफेक्टिव न्यूक्लियर चार्ज इसमें कमी आई जाति है ना एक आदमी उसका एक बच्चा फिर उसके तीन बच्चे फिर पांच बच्चे फिर 7 बच्चे तो जैसे जैसे उसके बच्चों की तादाद बढ़नी जाति है वह पर हेड अमाउंट भी कम होते जाते अगर आप प्यार की बात करें पहले एक बच्चा था प्यार बहुत ज्यादा अट्रैक्शंस बहुत ज्यादा थी लेकिन बच्चे कम होते जाते वो प्यार बताता जा रहा जाता है इस डायरेक्टली प्रोपोर्शनल तू नंबर ऑफ इंटर इंटर विनिंग विंग इलेक्ट्रोंस मैं मस्जिद इसको जरा क्लियर करना चाहूंगा मैं उर्दू में लिखूंगा ताकि बात आपके अजान में ठोस सको मैं अब क्या कहूंगा मैं कहूंगा अगर यहां पे ये जो ए तू 10 10 इंटरव्यूइंग इलेक्ट्रॉन है 10 की बजे अगर आप यहां पे 18 इंटर मीनिंग इलेक्ट्रॉन ज्यादा कर दो ज्यादा कर दो ना तो आप ये ये जो पहले 100 थी आप ये कम हो के भारत 50 र गए जब 50 होगी तो कमी थर्टी से बढ़कर 50 हो जाएगी इसका मतलब इंटरव्यू की तादाद बढ़ते जाते है ना तो शिरडी का फैक्ट भी बढ़ता है तो शिल्डिंग इफेक्ट इस डायरेक्टली प्रोपोर्शनल तू याद कर रखना है मैंने कहा अगर अगर इंटर मीनिंग इलेक्ट्रॉन की तादाद बढ़नी है बढ़नी है तो शिरडी इफेक्ट भी बढ़ता है स्टूडेंट मैं आपको इसका पीरियोडिक फ्रेंच शिल्डिंग इफेक्ट का पीरियोडिक ट्रेड में हम बात करूंगा की जब हम एक्रॉस था पीरियड जाते हैं क्रॉस ये जो मैं डेवलप करता हूं ना दिस वन इसे डी लेफ्ट साइड ऑफ पीरियड दिस वन इसे डी राइट साइड ऑफ पीरियड और जब मैं यूं जा रहा हूं तो इसका मतलब है मैं एक्रॉस था पीरियड मूव कर रहा हूं दिस इस आईटी तो एक्रॉस डी पीरियड शिल्डिंग इफेक्ट रीमेंस ऑलमोस्ट कास्ट और ये तकरीबन कांस्टेंट राहत है ये बात ध्यान रखिए ना तो टाइम ही खत्म हो जाएगा ऑलमोस्ट कांस्टेंट एक्रॉस अपर नंबर ऑफ इंटरव्यू इलेक्ट्रॉन कांस्टेंट अच्छा इंक्रीज का मतलब क्या है ऊपर से नीचे आएंगे ना इंटरव्यू इलेक्ट्रॉन की तादाद बढ़नी है रीजन भी देख लो ना अगर इंटरव्यू नहीं का इलेक्ट्रॉन की तरह बढ़ेगी तो सीलिंग इफेक्ट इंक्रीज करेगा बाय इंक्रीस दिउ तू इंक्रीज इन नंबर ऑफ मैं इंटर का देता हूं इंटरवेणी वेणी इलेक्ट्रोंस अच्छा बाद बात है ना मुझे बार-बार रिपीट करनी पड़ती है और मैं समझना हूं की आप लोग बर भी हो जाते हो लेकिन मजबूरी है जब तक ये चीज आपको हजम नहीं होगी डाइजेस्ट नहीं होगी याद नहीं होगी आपके दिमाग में नहीं उतरेगी मैं आगे नहीं था यह ट्रेड आपको आना चाहिए फील्डिंग इफेक्ट स्टूडेंट मैं एटॉमिक साइज की बात कर रहा हूं एटॉमिक साइज जो है ना एटॉमिक साइज एटॉमिक साइज कम होगा तो मैं का सकता हूं आईटी इसे एनिवर्सरी पर पोस्ट आपको बता रहा हूं अफेक्टिव अफेक्टिव न्यूक्लियर चार्ज की रैक लगाया रखते हैं डफल अफेक्टिव न्यूक्लियर चार्ज को भी अपनी स्टडी का हिस्सा बना इसको हम ना स अफेक्टिव से भी जहर करते हैं अल ये चीज है दूसरी चीज दूसरा जो पॉइंट है जो आपने जब में रखना है वो है अगर नंबर ऑफ शेल्स बढ़ते हैं और डेफिनेटली एटॉमिक साइज बढ़ेगा आईटी इस डायरेक्टली प्रपोज तू तू डायरेक्टली प्रोपोर्शनल तू नंबर ऑफ शेल्स नंबर ऑफ शेल्स अच्छा एक और चीज पे ए जो वो इंटरव्यू नहीं इलेक्ट्रॉन है वो शिल्डिंग इफेक्ट बनेगा अगर शिल्डिंग इफेक्ट बढ़ेगा तो न्यूक्लियस इलेक्ट्रॉन में अट्रैक्शंस कम होगी क्या कहा अगर सेटिंग इफेक्ट बढ़ेगा तो न्यूक्लियस और वेद इलेक्ट्रॉन में अट्रैक्शंस कम हो अगर अट्रैक्शंस कम होगी तो साइज बढ़ेगा शिल्डिंग इफेक्ट बढ़ेगा तो साइज बढ़ेगा इसका मतलब है शिल्डिंग इफेक्ट के भी ये क्या है डायरेक्टली प्रोपोर्शनल शिल्डिंग इफेक्ट एस ए की बात कर रहा हूं अच्छा मैं जो ये बात उर्दू में आपको कहना छह रहा था ना की अगर इंटरव्यू इलेक्ट्रॉन की तरह बढ़नी है तो शिल्डिंग का फैक्ट बढ़ता है अगर शिल्डिंग इफेक्ट बढ़ता है तो न्यूक्लियस और वेरियस इलेक्ट्रॉन में अट्रैक्शंस कम होती है तो मैंने क्या बोला अगर शिल्डिंग बढ़ता है तो न्यूक्लियस न्यूक्लियस और बैलेंस इलेक्ट्रॉन बैलेंस इलेक्ट्रॉन में अट्रैक्शंस कम होती है कम होती है और अगर अट्रैक्शंस कम होगी एटॉमिक साइज इस इनवर्जिबल प्रोपोर्शनल तू इन्वर्सली प्रोपोर्शनल तू इन्वर्सली प्रोपोर्शनल तू बाउंड ऑर्डर और मल्टीप्लेसिटी प्रोपोर्शन आप लोगों ने पढ़ा है ना की अगर कार्बन कार्बन सिंगल मोड होगा ये कार्बन कार्बन सिंगल बंद तो इसकी बंद लेंथ 154 पीको मी है इसका बाउंड्री वन है ये वाला बंद ऑर्डर वन थ्री है मतलब अगर बंद ऑर्डर बाढ़ रहा है ना 123 डिस्टेंस कम होता जा रहा है हम इस बंद डिस्टेंस का हाफ तो वही हमारे पास एटॉमिक साइज आता है ना इसका मतलब जब बंद डिस्टेंस कम होगा तो उसका हाफ भी कम होता जाएगा मैं कहना क्या चाहता हूं मैं कहना यह चाहता हूं की अगर बोर्ड आकर बढ़ता है तो बंद डिस्टेंस कम होगा और हम 1/2 का बंद डिस्टेंस उसको कहते हैं एटॉमिक साइज डी एटॉमिक रेडियस तो इसका मतलब है अवेंजर्ली एटॉमिक रेडियस भी कम होगा [संगीत] [संगीत] स्टूडेंट पीरियड यानी हम किसी भी पीरियड में किसी भी पीरियड में जब लेफ्ट तू राइट जाते हैं लेफ्ट तू राइट ये राइट है तो एटॉमिक रेडियस पर क्या फर्क पड़ता है मैं सेकंड पीरियड की बात करता हूं मेरे पास है लिथियम लिथियम बेरिलियम बोर्न कार्बन नाइट्रोजन ऑक्सीजन फ्लोरीन और नियॉन एटॉमिक नंबर आना चाहिए इसका एटॉमिक नंबर थ्री फोर फाइव सिक्स सेवन एट नाइन और 10 मैं कौन सी पीरियड की बात कर रहा हूं दिस वन इसे डी दिस वन इसे डी सेकंड पीरियड यह याद रखना होता है सेकंड और थर्ड पीरियड के एलिमेंट्स यह आपको हिफाजत हो जाना चाहिए दिस वन इस पीरियड तू पीरियड तू अब मैं क्या कहूंगा मैं कहूंगा की जब आप किसी भी पीरियड में लेफ्ट तू राइट जाते हैं क्रॉस अप पीरियड जाते हैं एटॉमिक रेडियस डिक्रीज तो मैंने क्या कहा एटॉमिक रेडियस डिक्रीज डिग्री एटॉमिक नंबर बढ़ता है एटॉमिक नंबर के बढ़ाने से न्यूक्लियस में प्रोटॉन की तादाद बढ़नी है यू यानी पहले बात क्या होगी डिक्रीज क्यों किया इंक्रीज इन इंक्रीज इन न्यूक्लियर चार्ज न्यूक्लियर चार्ज क्यों बड़ा क्योंकि न्यूक्लियस में प्रोटॉन की तादाद बड़ी और ये नंबर ऑफ प्रोटॉन को ही जहीर कर रहा है जब प्रोटॉन की तादाद बाढ़ रही है इलेक्ट्रॉन की तादाद भी पड़ी ये जो थ्री है ना ये बताता है की इसमें तीन प्रोटॉन है तीन इलेक्ट्रॉन हैं कर प्रोटॉन है कर इलेक्ट्रॉन हैं प्रोटॉन इलेक्ट्रॉन की तादाद बढ़ाने से न्यूक्लियस और इलेक्ट्रॉन बढ़नी है और अट्रैक्शंस बढ़ाने की वजह से साइज रिड्यूस होता था तो इंक्रीजिंग न्यूक्लियर चार्ज डेट इंक्रीज डी अट्रैक्शंस अट्रैक्शंस बिटवीन बिटवीन इलेक्ट्रॉन और न्यूक्लियस बिटवीन इलेक्ट्रॉन और न्यूक्लियस और अट्रैक्शंस के बढ़ाने की वजह से जो एटॉमिक रेडियस है वो डिक्रीज करता है एक और भी बात को जब आप एक्रॉस डी पीरियड जाते हैं तो मैंने अभी कुछ डर पहले कहा शिल्डिंग इफेक्ट रीमेंस कांस्टेंट जो पीरियड होगा उतने शेल्स होंगे इन सब में दो शव है एक ल है इनका जो ल है वो भेजना है और के जो है वो इनर्शियल है अब इन सब के के में दो दो इलेक्ट्रॉन हैं अब दो इलेक्ट्रॉन का मतलब है वो इंटरव्यूइंग इलेक्ट्रॉन है क्योंकि नंबर ऑफ इंटरवेनिंग का इलेक्ट्रॉन और तक से रहते हैं लिहाजा शिल्डिंग इफेक्ट भी क्या राहत है से राहत है इसके वैलेंस सेल में एक इलेक्ट्रॉन दो तीन और इसके बेलन सेल में वो 8 इलेक्ट्रॉन ए जाता है तीसरी बार जो आपने जब में रखती है वो वो इसी से रेलीवेंट है के जो एलिमेंट पीरियड तू से ताल रख रखा है उसमें नंबर ऑफ शेल्फ भी कितने होते हैं दो तो एक्रॉस आप पीरियड नंबर ऑफ शॉल्स नंबर ऑफ शव देवर मेंस रीमेंस कांस्टेंट ये भी से रहते हैं इसका उससे कम इसका उससे कम इसका उससे कम यानी यह बड़ा साइज कम कम इसमें इसमें थोड़ी सी बात अगर आप इन दोनों का साइज देखना है इश्क कैसे में नियॉन का साइज स्लाइटली ग्रेटर दें क्लोरीन जो फ्लोरीन है इसका एटॉमिक रेडियस ये 60 पीको मी के करीब है और ये वाला जो ये 62 इसलिए मुझे ये सिंबल उसे करना है लेकिन अगर आप इससे नीचे ये पीरियड है पीरियड थर्ड में आएंगे ना जो सोडियम मैग्नीशियम अल्युमिनियम वियाग्रा और और पे अंग आता है तो थर्ड पीरियड में ऐसी कोई इन बिगो ही नहीं है इरेगुलेरिटी नहीं है थर्ड पीरियड में लेफ्ट तू राइट जाते हुए एटॉमिक रेडियस कम होता है स्टूडेंट ये मेरे पास ना ये अगर आप देखेंगे ना तो यह आप देख सकते हैं की लेफ्ट तू राइट जाते हुए एटॉमिक रेडियस जो है वो कम हो रहा है पीरियड की लेफ्ट साइड पर जैसे ही आप राइट साइड की तरह मूव करते हैं एटॉमिक रेडियस जो है वो कम होता राहत है मैं ना मैं एक बहुत बहुत इंपॉर्टेंट पॉइंट आपको बताना चाहूंगा बहुत इंपॉर्टेंट पॉइंट और वो क्या है अगर आप ये शॉर्ट पीरियड देखना शॉर्ट पीरियड से मेरी बात है सेकंड और थर्ड पीरियड तो इन एटॉमिक रेडियस कम हो रहा है लेकिन इसमें डिक्रीज इन एटॉमिक रेडियस ए रही है ना वह वेरी शार्प है और अगर आप हाय पीरियड पर चले जैन चौथ है पीरियड एटॉमिक रेडियस कम हो रहा है लेकिन उनमें रेडियो एटॉमिक साइज में जो कमी ए रही है वो इतनी प्रॉमिनेंट नहीं है इतनी शार्प नहीं है जितनी के शॉट ये बढ़िया हम बात है मैं मैं आपको क्या बता रहा हूं पहले जो पीरियड है दूसरा जो पीरियड है पीरियड तू और पीरियड 3 इन दोनों को शॉट करते हैं की इसमें जो इंटर मीनिंग इलेक्ट्रॉन है वो पुर शिल्डिंग इफेक्ट रखते हैं वह स्ट्रांग शिल्डिंग इफेक्ट ऑन पर अट्रैक्शंस उतनी स्ट्रांग नहीं हो पाती जितनी शॉर्ट पीरियड में इस्तेमाल अब मैंने यह जो दो बातें आपको बताई है इसमें आपने शॉर्ट पीरियड का जिन में रखना है शॉर्ट पीरियड शॉर्ट पीरियड से मेरी मुराद है सेकंड पीरियड और थर्ड पीरियड जैसे मैंने ये सैकड़ो को लिखा इनमें जो एटॉमिक रेडियस है वो शार्पली डिक्रीस करता है शार्पली बहुत प्रॉमिनेंट शार्पली का लो प्रॉमिनेंट का लो प्रॉमिनेंट डिक्रीज करता है और मैंने रीजन बताइए पुर शिल्डिंग के बड़े में मैंने रीजन बताइए पुर शिल्डिंग इफेक्ट ऑन स्ट्रांग नहीं होता इसके बड़े में जब मैंने बात की है ना जब मैंने बात की है हाय पीरियड की मैंने पीरियड नंबर पीरियड नंबर फोर की बात की फिफ्थ की बात की 6 की बात की सहमत की बात की अगर आप इन पीरियड में देखेंगे एटॉमिक रेडियस कम जरूर होता है लेकिन वो डिक्रीज एक इसमें ना ये लोग ट्रांजिशन एलिमेंट्स भी ए जाते हैं तो हम देखेंगे की जो पीरियड जो हमारे पास है पीरियड नंबर फोर जिंक तक हमने देखना है की इनके एटॉमिक रेडियस में क्या वेरिएशन ए रही है यह जो ऊपर मैंने बातें आपको कहीं है ना ये मेरी ज्यादातर बातें ना नॉर्मल एलिमेंट से एलिमेंट जब हम ट्रांजिशन एलिमेंट में जाते हैं ना तो इनमें एटॉमिक रेडियस बहुत कम डिक्रीज करता हूं बहुत कम बहुत कम डिक्रीज करता है वो जब हम ट्रांजिशन एलिमेंट का टॉपिक पढ़ेंगे उसमें हम इसकी रीजन को भी ताज स्टूडेंट दूसरा मेरे पास ए गए डॉ का ग्रुप है वेरी सिंपल जब आप किसी भी ग्रुप में ऊपर से नीचे आते हैं तो ऊपर से नीचे आने पर जो एटॉमिक रेडियस है वो इंक्रीज करता है इंक्रीस यह ग्रुप का टॉप है यह ग्रुप का बॉटम है तो ऊपर से नीचे आते हुए एटॉमिक रेडिएशन तीन-चार बातें हैं जिनको हम ना स्टडी करना चाहते मैं बात करूंगा [संगीत] फ्रेंडशिप रेडियोएक्टिव वैलेंसी मैं उसकी बात नहीं कर रहा लिथियम का एटॉमिक नंबर 1937 और ये 55 ये एटॉमिक नंबर है एटॉमिक नंबर इंक्रीज करता है एटॉमिक नंबर बी नंबर ऑफ प्रोटॉन इन डी न्यूक्लियस तो न्यूक्लियस में प्रोटॉन की तादाद बढ़नी है प्रोटॉन की तादाद बढ़ाने का मतलब है न्यूक्लियस चार्ज पड़ता है अब हमने शुरू में क्या कहा की अगर न्यूक्लियर चार्ज बढ़ता है तो न्यूक्लियस इलेक्ट्रोनेट एक्शन बढ़नी है जिसकी वजह से साइज कम होना चाहिए लेकिन यहां पे साइज का कर रहा है इंक्रीज कर रहा है इसका मतलब है ये जो न्यूक्लियर चार्ज वाला ये यहां ज्यादा अफेक्टिव नहीं है इसके बाद अगर आप नंबर से देखना है बिलॉन्गस तू सेकंड पीरियड सोडियम बिलॉन्गस तू थर्ड पीरियड पोटैशियम बिलॉन्ग तू फोर्थ पीरियड रूबेडियम बिलॉन्गस तू फिफ्थ पीरियड सीजी लॉन्ग तू सिक्स पीटर ये मैंने इनके पीरियड बताएं ग्रुप से ऊपर से नीचे और जो डीज बिलॉन्गस तू से ग्रुप फर्स्ट स्टेप ग्रुप यह मैंने इनके पीरियड में किसी भी एलिमेंट के जितना जो पीरियड होगा उतने उसमें शेल्फ होंगे इसका मतलब लिथियम में थ्री सेल्स पोटैशियम में 4 5 और 6 जब हम ऊपर से नीचे आते हैं ना तो हर सक्सेसिव एलिमेंट उसमें एक सेल के एडिशन होती जाति है इसके दो सेल तीन साल कर पांच छह और नंबर होता जाता है और एटम्स डायरेक्टली प्रोपोर्शनल तू नंबर ऑफ इंटर इंटर मीनिंग इलेक्ट्रोंस अब जरा देखना लिथियम इसमें टोटल एटॉमिक नंबर 3 मैं बार-बार कहता हूं यह जो एटॉमिक नंबर ये दो बातें बताता है नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन भी बताता है इसका मतलब है लिथियम में तीन प्रोटॉन तीन नया वाला इलेक्ट्रॉन का जिक्र करूंगा एटॉमिक नंबर इलेक्ट्रॉन की तादाद बता रहा है तो लिथियम एटम में तीन इलेक्ट्रॉन हैं तीन में से दो इलेक्ट्रॉन के शैली में इंटरव्यू इलेक्ट्रॉन और एक इलेक्ट्रॉन ल शैली में है ये ल शैली है के में दो इलेक्ट्रॉन एक एलिमेंट हो गया सोडियम में 11 इलेक्ट्रॉन है और एम में वन ए जाएगा वो पोटैशियम इसके टोटल 19 इलेक्ट्रोंस है कल आएंगे इंटरमीडिएट इसके आउट ऑफ 37 36 इलेक्ट्रोंस आर इंटरव्यू इसके 55 में से 54 इलेक्ट्रोंस इंटरमीडिएट है इसके दो इंटरव्यू 10 18 36 54 तो ऊपर से नीचे आते हैं तो नंबर ऑफ इंटरवेनिंग इलेक्ट्रॉन बढ़ते हैं जब इंटरव्यू के इलेक्ट्रॉन की तादाद बढ़नी है तो शिल्डिंग इफेक्ट बढ़ता है जब शिल्डिंग इफेक्ट बढ़ता है तो न्यूक्लियस और वैलेंस इलेक्ट्रॉन ने अट्रैक्शंस कम होती है जब अट्रैक्शंस कम होगी तो साइज इंक्रीज ये मैंने कुछ बातें आपको बताई थी अब हम बढ़ते हैं [संगीत] [संगीत] स्टूडेंट अब हम ना आयनिक रेडियस बहुत आसन आसन देखेंगे [संगीत] पार्टिकल है जिसमें नंबर ऑफ प्रोटॉन डेट इस इक्वल तू नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन प्रोटॉन की वजह से जितना पॉजिटिव चार्ज है इलेक्ट्रॉन की वजह से उतना यानी एटम ओवर ऑल एक न्यूट्रल पार्टिकल है क्योंकि इसमें पॉजिटिव और नेगेटिव चार्ज का मेग्नीट्यूड से है ये मैं एटम जब कोई आइटम लॉस ऑफ इलेक्ट्रॉन करता है तो फिर डेफिनेटली इलेक्ट्रॉन की तादाद प्रोटॉन की तादाद से कम हो जाति है तो लास्ट ऑफ इलेक्ट्रॉन से हमारे पास होता है पॉजिटिव आयन पॉजिटिव आयन जिसे हम कहते हैं मैं तो कहता नहीं बोलूंगा अब जो कहता है ना इसका इसमें नंबर ऑफ प्रोटॉन डेट इसे ग्रेटर दें नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन प्रोटॉन की तादाद इलेक्ट्रॉन की तादाद से कम है क्या टाइम और दूसरी बात जब कोई एटम इलेक्ट्रॉन जेन करता है तो उसमें इलेक्ट्रॉन की तादाद प्रोटॉन की तादाद से बाढ़ जाएगी और उसे पर नेगेटिव चार्ज आएगा और हम इसे कहते हैं नेगेटिव नेगेटिव आयन हम इसे नीत कहते हैं और इसमें नंबर ऑफ प्रोटॉन डेट इस ली दें नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन ये छोटी-छोटी सी बात है अब एक और भी प्वाइंट्स में रखो स्टूडेंट पीरियोडिक टेबल में जो मेटल हैं ना मेटल मेटल का कम ये है की मेटल जो है दे लॉस इलेक्ट्रॉन इसमें लॉस ऑफ इलेक्ट्रॉन होता है और मेटल फ्रॉम डी केशन यानी ये जो पॉजिटिव आयन है ये जो कटाएं है ये मेटल बनती हैं और अगर मैं नॉन-मेटल्स की बात करूं पीरियोडिक टेबल में नॉन मेटल नॉन मेटल क्या है दिउ तू हाय इलेक्ट्रॉन एफिनिटी दे जेन ऑफ इलेक्ट्रॉन क्यों दिउ तू हाय इलेक्ट्रॉन एफिनिटी और यह क्यों लास्ट ऑफ इलेक्ट्रॉन करती है दिउ तू नो आयनाइजेशन एनर्जी तो हाय इलेक्ट्रॉन एफिनिटी की वजह से नॉन मेटल एटम और इलेक्ट्रॉन जेन करने की वजह इसका मतलब है आप मेरे पास दो चीज ए गई एक-एक कैट आएंगे एक पॉजिटिव आयन और एक आगे नेगेटिव आए ये किस बने अब ये पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों आपस में मिलते हैं यानी ये दोनों जब आपस में कंबाइन होते हैं तो वी है एन आयनिक कंपाउंड हमारे पास एक आयनिक कंपाउंड बंता है मैं कहना क्या चाहता हूं मैंने ना इस टॉपिक के बिल्कुल शुरू में आज के लेक्चर को शुरू में आपसे कहा था की एटम किसी भी सब्सटेंस में जी शक्ल में पे जाता है हम इस शक्ल में उसे कर रेडियस उसका साइज ले लेते हैं तो आयनिक कंपाउंड में एटम एटम आयनिक कंपाउंड में किस शक्ल में पाया जाता है तो हम आयनिक कंपाउंड में जो एटम का साइज लेते हैं उसके लिए जो टर्म हम इस्तेमाल करते हैं डेट इस कैटायनिक रेडियस और अनयन रेडियस दो टर्म्स हम डिस्कस करने जा रहे हैं स्टूडेंट हम दो टर्म्स कहते हैं और दूसरी टर्म हम इस्तेमाल वाली कौन सी बात है ये मेरे पास एक्रॉस आप पीरियड डिस्कस यह मेरे पास मेरे पास है जी पीरियड नंबर थ्री मैंने अभी आपसे कुछ डर पहले कहा की आपको पीरियड नंबर थ्री की आपको पीरियड नंबर तू और थ्री इनके एलिमेंट्स उसे पे आपकी ग्रिप हनी चाहिए पीरियड नंबर थ्री स्टार्ट फॉर्म सोडियम मैग्नीशियम अल्युमिनियम सिलिकॉन फास्फोरस सल्फर क्लोरीन और आगे अंग है मैं अंग को डिस्कस ही नहीं करूंगा मैं नोबल गैसेस को डिस्कस नहीं करूंगा क्यों क्या नोबल गैसेस क्या टाइम और अनयन नहीं बनती नो नो नेवर नोबल गैस का तो एटम रेडी स्टेबल है उसको तो ऑक्टेंट कंप्लीट है हीलियम है तो विपरीत कंप्लीट है ऑफ इलेक्ट्रॉन करने की क्या जरूर है इसलिए ये जो टर्म्स और एटॉमिक रेडियस ये मैं नोबल गैसेस के लिए डिस्कस नहीं करूंगा और से देखना ये जो पहले तीन एलिमेंट्स आप इसको भी शामिल है इसका मतलब है जब हम किसी भी पीरियड में लेफ्ट तू राइट जाते है ना तो हम मेटल से होकर फिर हम नॉन मेटल की तरफ बढ़ते राइट साइड पीरियोडिक टेबल की नॉन मेटल पर मुश्कीम है और लेफ्ट साइड पीरियोडिक टेबल की मेटल पर मुश्किल है अब मेटल क्या करती हैं दे लॉस इलेक्ट्रॉन और दे फॉर्म क्या टाइम इसका मतलब है इनके कैसे में मैं कैटायनिक रेडियस को डिस्कस करूंगा और अनयन नॉन मेटल का करती हैं दे गईं इलेक्ट्रॉन और दे फॉर्म डा की यानी इनके कैसे में मैं अनायनिक रेडियस इसको डिस्कस करो जरा देखिएगा अब होता बोला क्या है सोडियम का एटॉमिक नंबर 11 आईटी हस वन इलेक्ट्रॉन चल ये एक इलेक्ट्रॉन का लास्ट कर देगा 11 एटॉमिक नंबर का मतलब है इसमें प्रोटॉन भी 11 है या इलेक्ट्रॉन भी 11 है जब इसमें एक इलेक्ट्रॉन का लास्ट होता है तो आपके पास सोडियम आयन बंता है सोडियम आयन बंता है अब सोडियम है दूसरी तरफ आओ मैग्नस इसका एटॉमिक नंबर 12 है इसमें 12 प्रोटॉन 12 इलेक्ट्रॉन जब यह दो इलेक्ट्रॉन का लॉस करते हैं इसके बेलन सेल में दो इलेक्ट्रॉन हैं ये दो इलेक्ट्रॉन का लॉस करेगा यू बिल हैव mg2+ अब इसका टॉम इसमें प्रोटॉन तो 12 लेकिन इलेक्ट्रॉन अब टर्न र गया अल्युमिनियम की बात करते हैं आईटी बिलॉन्गस तू थर्ड ए ग्रुप आईटी इस थ्री इलेक्ट्रॉन और इट्स वेरी दें सेल इट्स एटॉमिक नंबर इस 13 आफ्टर डी लॉस ऑफ थ्री इलेक्ट्रोंस आईटी फॉर्म्स r3 अब ये मेरे पास मेटल है इन्होंने इसने एक इलेक्ट्रॉन इसने दो इसने तीन इलेक्ट्रॉन का लॉस किया ये इनके के टाइम बने कटाएं पे चार्ज क्या होगा प्लस वन होगा प्लस तू होगा प्लस ये डिपेंड करता है की वो कहता है बनते वक्त कितने इलेक्ट्रोंस का लॉस हुआ इसने क्यों एक इलेक्ट्रॉन का लॉस किया बिकॉज़ सोडियम ब्लॉग आईटी हस वन इलेक्ट्रॉन इतने दो इलेक्ट्रॉन मैग्नीशियम बिलॉन्गस तो सेकंड ए ग्रुप आईटी हज तू इलेक्ट्रॉन mg2+ अब जरा सुना अब यह जो मैंने तीन आपके सामने लिखे हैं ना सोडियम आयन मैग्नीशियम अल्युमिनियम आयन बेटा जी इसमें इसमें प्रोटॉन 11 इसमें प्रोटॉन 12 इसमें प्रोटॉन 13 इसमें इलेक्ट्रॉन 10 इसमें इलेक्ट्रॉन 10 इसमें इलेक्ट्रॉन तन वेक्टर बोलना हूं जरा गौर से सुना टर्म बोलता हूं मेरे पास टर्म है आइसो इलेक्ट्रॉनिक स्पीशीज आई सो इलेक्ट्रॉनिक स्पीशीज स्पीशीज से मेरे बना दे एटम इन मॉलिक्यूल जिसमें नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन से है आइसन से जिसमें नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन से है उन्हें इलेक्ट्रॉनिक और तीनों का न्यूक्लियस एक जितने इलेक्ट्रॉन को अटैक कर रहा है यानी ये जो दास इलेक्ट्रॉन है ना इनको 11 प्रोटॉन वाला न्यूक्लियस सेट कर रहा है ये तो इलेक्ट्रॉन है इलेक्ट्रोंस हैं उनको 12 प्रोटॉन वाला नल्स ये दास इलेक्ट्रॉन को 30 इसका मतलब है की ये जो अल्युमिनियम का न्यूक्लियस है जिसमें 13 प्रोटॉन है इस न्यूक्लियस की इन 10 इलेक्ट्रॉन के लिए अट्रैक्शंस ज्यादा है और ज्यादा होने की वजह से इसका साइज कम से कम इसका साइज बड़ा इसका साइज उससे कम इसका साइज होगा मैं एक छोटी सी बात आपको बताना चाहता हूं इसमें हम है कोई नहीं मैं आपको बताना चाहता हूं की कैटायनिक रेडियस ये फॉर्मूला है कैटायनिक रेडियस और मेरी बात है जिसमें इलेक्ट्रॉन की तादाद से है जैसे मैं इनकी बात कर रहा हूं यानी अगर आपके पास ऐसे कटाएं हैं जो आइसोइलेक्ट्रॉनिक है जैसे मैंने तीन की बात करता हूं तो इनका जो साइज है वो इन्वर्सली प्रोपोर्शन पर पॉजिटिव चार्ज के मेग्नीट्यूड के मतलब जी पर पॉजिटिव चार्ज ज्यादा होगा उसका रेडियस उसका साइज कम होगा इसका साइज सबसे छोटा अगर मैं साइज के हसीन को बयान करूं ना तो सबसे बड़ा साइज अल्युमिनियम आई उससे कम मैग्नीशियम आएं और फिर सोडियम आप इनको देख भी सकते हैं ये आपके पास सोडियम आयन है ये मैग्नीशियम आयन है और ये अल्युमिनियम है तो हम क्या कहेंगे हम कहेंगे एक्रॉस का पीरियड मैं अभी ना मेट्रो की बात कर रहा हूं एक्रॉस डी पीरियड यह बात नहीं है एक्रॉस डी पीरियड के टाइम एक रेडियस रेडियस डिक्रीज में नक्श हो जानी चाहिए अब ए जो नॉन-मेटल्स| [संगीत] ये तो आपको आना चाहिए ना 11 12 13 14 15 16 17 15 है इसका एटॉमिक नंबर इसका तलाक किसको रूप से फिफ्थ ए ग्रुप से जो ग्रुप नंबर होगा बैलेंस शैली में उतने इलेक्ट्रॉन होंगे इसका मतलब है फास्ट 4s के वेल ग्रुप नंबर फाइव है ना इसके बेलन सेल में पांच इलेक्ट्रॉन हैं ऑक्टेंट के लिए कितने चाहिए तीन अब ये क्या करेगा फास्फोरस तीन इलेक्ट्रॉन जेन करेगा और उसकी वजह से इस पे चार्ज ए जाएगा थ्री ये [संगीत] सल्फर आईटी बिलॉन्गस तू सिक्स ए ग्रुप आईटी इस सिक्स इलेक्ट्रोंस अवेलेबल आफ्टर डी जेन ऑफ तू इलेक्ट्रॉन आईटी हज तू माइंस और इसके बाद एक इलेक्ट्रॉन है सेवन इलेक्ट्रॉन है एक इलेक्ट्रॉन जेन करेगा तो ये क्लोराइड आएगा अभी तो गौर से देखना यह थी नॉन मेटल नॉन मेटल हायर इलेक्ट्रॉन डेंसिटी तू गेन इलेक्ट्रॉन और दे फॉर्म डा की और आई ऍम गोइंग तू डिस्कस डी की रेडियस इसको पीरियड्स सबका सही है सब का से है अच्छा अब इसमें पहले तो वहां देखो ना इसमें प्रोटॉन 15 इट्स ओके एटॉमिक नंबर इलेक्ट्रॉन तीन एड हुए तो पहले 15 इलेक्ट्रॉन थे तीन और एड हो गया तो ये हो गया इलेक्ट्रॉन 18 इसका प्रोटॉन यानी प्रोटॉन इसके 16 तो दो इलेक्ट्रॉन एड हो गया तो इलेक्ट्रॉन हो गए 18 इसमें प्रोटॉन 17 डेट इस इक्वल तू एटॉमिक नंबर 18 हो गया अब इन तीनों को भी देखो जो मैंने टर्म है तीनों में इलेक्ट्रोंस की तरह तीनों में इलेक्ट्रॉन को जी न्यूक्लियस में प्रोटॉन ज्यादा होंगे उसमें न्यूक्लियर चार्ज ज्यादा होगा और उसकी इलेक्ट्रॉन के लिए अट्रैक्शंस भी ज्यादा होगी जहां इलेक्ट्रॉन के अट्रैक्शंस इलेक्ट्रॉन के लिए न्यूक्लियस के टैक्सास कम हो जाएगा इसके न्यूक्लियस में 15 प्रोटॉन 16 प्रोटॉन 17 इसको मतलब प्रोटॉन जा रहा है नंबर ऑफ प्रोटेंस ज्यादा होने का मतलब क्या है ये न्यूक्लियस पर न्यूक्लियस कर ज्यादा है और न्यूक्लियर चार्ज ज्यादा होने की वजह से क्लोराइड आयन के न्यूक्लियस के इलेक्ट्रॉन के लिए अट्रैक्शंस ज्यादा है और अट्रैक्शंस ज्यादा होने का मतलब साइज है इसका साइज बड़ा इसका साइज उससे कम इसका साइज आप पीरियड जाते हैं तो जहां क्या टाइम एक रेडियस है डिक्रीज करता है वहां और आयनिक रेडियस भी डिक्रीज करता है तो हमने क्या कहा था कैटायनिक रेडियस डिक्रीज करता है तो अब मैं क्या का रहा हूं मैं का रहा हूं जब की आयनिक रेडियस ये भी डिक्रीज करता है ये भी डिक्रीज करता है वो क्या इस पर चार्ज -3 -2 यानी मेग्नीट्यूड ऑफ चार्ज कम हो रहा है और इधर में आऊं तो मेग्नीट्यूड ऑफ चार्ज बाढ़ रहा है तो मैं क्या कहूंगा ये ये लफ्ज़ ये एंट्री टेस्ट है इस डायरेक्टली प्रोपोर्शनल तू मेग्नीट्यूड ऑफ मेग्नीट्यूड ऑफ नेगेटिव चार्ज मतलब यह मेरी बात आपने ये है की अगर नेगेटिव चार्ज नेगेटिव चार्ज वो उसका मेग्नीट्यूड ज्यादा होगा तो उसका साइज ज्यादा है ज्यादा साइज का मतलब है मैं ये वाला सिंबल उसे करूंगा अच्छा अब से है तेरा सॉरी सॉरी इसको मैंने जरा कलेक्शन इसकी कर दो आई एम सॉरी मैंने आपसे कहा था इसका साइज बड़ा इसका उससे छोटा और इसका सबसे छोटा अच्छा पीरियोडिक ट्रेड एक्रॉस पीरियड जरा देखिएगा आक्रोश का पीरियड जब आप पहले तीन में जाते हैं तो वो मेटल हैं दे फॉर्म पर मेग्नीट्यूड ऑफ पॉजिटिव चार्ज बढ़ता है साइज कम होता है ये नॉन मेटल हैं और इसमें मैंने कहा कहा की जितना नेगेटिव चार्ज उसका मेग्नीट्यूड ज्यादा होगा उतना और आयनिक रेडियस भी बड़ा होगा तो ये हम ये ये फ्रेंड आपने इससे पहले आपसे कोई भी क्वेश्चन मैंने ये जो बात की है ना इसको मैं खूबसूरत हूं ये ग्राफ देखिए ग्राफ देखें और ग्राफ में गौर से अगर आप देखेंगे एक तो बात जब में रखना ये जो सोडियम मैग्नीशियम है इनका जो एटॉमिक रेडियस है यानी कैटायनिक रेडियस है कैटायनिक रेडियस वो एन फर्स्ट फाइव उसके बाद आपके पास सल्फाइड और क्लोराइड उन से छठ कम है तो ये जो मैं आपको ग्राफ बता रहा हूं ये आपको हेल्प आउट करें स्टूडेंट हम हम चलते हैं डॉ डी ग्रुप की तरफ ये तो बहुत सिंपल है ना अगर आप फर्स्ट ए ग्रुप में जो की मेटल हैं जो कैटायंस बनती हैं जो नॉन मेटल हैं जो निन्स बनती है मैं इन दो का जिक्र करता हूं एक रेडियस इंक्रीज करता है तो हम क्या कहेंगे क्लोराइड ब्रोमाइड और आपके इंटरव्यू इलेक्ट्रॉन की तादाद से शिल्डिंग इफेक्ट बढ़ता है और इसमें भी आप क्या खाओगे की ऊपर से नीचे आते हुए और आयनिक रेड इसमें तो कोई अंबिग्विटी है ही नहीं उधर आपको स्टूडेंट मी डियर स्टूडेंट यह था हमारा आजकल