और भाई लोग क्या है चाला कैसे हो तुम लोग सब इकदम बढ़िया तो यार आज हम लोग पढ़ने वाले हैं इश्वरन दे स्टोरी टेलर चेप्टर के बारे में इसमें कहानी मैं नहीं बलकि इश्वरन सुनाएगा वो छोटी सी भी कहानी को ऐसे बताएगा मानो कोई सा� और इश्वरन जो है वो इस महेंद्र का कुक है तो महेंद्र जो है वो गनेश को अपनी कहानी बताना शुरू करता है सबसे पहले हम लोग ये जान लेते हैं कि महेंद्र है कौन क्या करता है वो एक junior supervisor है एक firm में एक company में और उस company का काम ही है कि वो supervisor को हाँ hire करें और अलग-अलग प्रकार के construction sites पर भेजें देखरें के लिए जैसे कि factories पर, breeze पर, dams पर इन सब जगहों पर वो अपने supervisor को भेजता है और supervisor का काम ही होता है कि वहाँ पर होने वाले जित्ते भी चीज हैं उन सब को देखें और महेंदर का काम भी वही था, महेंदर को एक जगह से दूसरे जगह अपने काम के सिलसिले में जाना परता था, और जो भी उसके हेड ओफिस से ओडर आता था, उसको वो फॉलो करता था, पहले उसको कोल माइन एरिया पर भेजा गया, फिर रेलवे ब्रीज कंस्ट्रक्शन स जो बीच कोई काम चलाओ टेंट हो, हम कहीं भी अपने आपको अरजस्ट कर लेंगे, महेंदर के लिए उसका कुक, जिसका नाम इश्वरन था, वो एक एसेट के तरह था, वो यार बहुती काम का बंदा था, और महेंदर के दिल के बहुती करीब था, इश्वरन के अंदर ना एक amazing capacity थी, वो सबजी या ले आता था मतलब जहां मीलों तक कोई दुकान नहीं दिखाई देती थी उस जगा पर भी वो ना जाने कैसे कहीं न कहीं से सबजी या फिर खाने की विवस्था कर लेता था अभी की बात है भाई जब वो नए जगा पर आये ना तो कुछी घंटों के अंदर मे जाता है फिर इश्वरण छप्पर ठीक करता है उसके कपरे दोता है और बहुत सारी बाल्टियों के पानी से वह मजे से नहाता है इतने में दोपहर हो जाती है तो वह भी खाना वाना खा लेता है उसके ने एक आदत ही कि खाना खाने के बाद और सोने कुछ घंटे पहले फेमस पॉपुलर तमिल थ्रीलर बुक को पड़ता था इतनी मोटी-मोटी सौ पेजेस की भी बुक जो है ना इस टोरी भी तमिल ऑथर से इंफ्लूएंस होती थी। मतलब अगर उसे कोई छोटा सा भी इंसिडेंट बताना होता था ना, तो वो उसमें एकदम रोमांच पैदा कर देता था, एकदम सस्पेंस क्रिएट कर देता। लेटा हुआ है कुछ छन के लिए मुझे लगा कि यहां से लौट जाना उचित होगा लेकिन मैंने हिम्मत की और आगे पढ़ता गया पढ़ता गया पढ़ता गया पढ़ता गया पढ़ता गया लेकिन जैसे ही मैं उसके नजदीग किया तो मैंने देखा कि एक बरासा विशाल वो कहता है एक समय की बात है एक नर हाथी लकडियों के प्रांगन से भाग निकला वो इधर उधर जारियों को रोंदता जंगली बैलों को उखारता और टाहनियों को मन मरजी से तोरता फोरता घूम रहा था मतलब वो हाथी की एक्टिंग करके महेंदर को दिखा रहा था फिर वो हाथी हमारे टाउन से बाहर किनार पर आपको देखा रहा था आ गया वो चार दिवारी को ऐसे तोर रहा था जैसे माचिस की तिलिया हो फिर मेन रोड पर आ गया और सारी दुकानों को तोर डाला फल, मिट्टी के बर्तन, वा कपरे, जितने भी दुकान थे उन सब को उसने तोर डाला लोग घबरा कर इधर उधर भागन लगे फिर हाथी इटो की चार दिवारी को तोर कर खेल मैधान के अंदर घुस किया पानी के ड्रम को ठोकर मार कर उल्टा दिया। लिया सारी झारी आउखार डाली यहां तक कि टीचर्स भी स्कूल के टेलिस पर चड़ गए वह सारे लोग बेबस होकर हाथी का वह दृश्य देख रहे थे नीचे मैदान में एक भी व्यक्ति नहीं था गलिया ऐसी खाली हो गई थी मानों सबके लुप तो हो गए हो एकटम संसाम उस वक्त में चूनियर क्लास में पढ़ता था और सारे नजारे को छट पर से देख रहा था पता नहीं अचानक मुझे क्या सूझी मैंने एक टीचर से डंडा लिया और सीडियो से नीचे उतर का सीधा मैदान में चला गया मुझे देख कर हा और डराने के लिए टैलिया हिलाई, जो उसने अपने सोंड में पकर रखा था, उसने चोर से अपने पाउं को जमीन बे मारा, जिससे थूल मिट्टी उरी, उसे देख कर डर लग रहा था, लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी, और एकदम निडर खरा रहा, धीरे धीरे मैं उसकी और बढ़ता गया, लोग सम्मोहित होकर आसपास की छटों से मुझे देख रहे थे, वो अपनी सुन उठा कर चोर से चिलाया, उसी वक्त मैं उसकी और बढ़ा, उसके तीसरे नाखून पर जोर से डंडा मारा, चन भर के लिए तो ऐसा लगा कि वो हाथी जख्मी हो गया, फिर वो कापने लगा और लुड़क गया, और आधे अधूरी कहानी सुना कर इश्वरन खरा हो गया, यह कहकर कि मैं गैस जला कर खाना गरम करके अभी आता हूँ, फिर कुछ नहीं हुआ बस वही हाथी के डॉक्टर आयें और उसका इलाज हुआ और फिर दो दिन बाद जो है उसका महावत उसको जंगल में वापस ले गया इश्वरन एक नंबर का ना फाकी बाज इंसान है फाकी देकर चला गया फिर महेंदर पूछता है कि अच्छा तुमने ऐसा किया कैसे तुमने एक ही छन में हाथी को मारा और हाथी गिर गया कैसे ये कैसे संभव है तो इश्वरन उत्तर देता है कि इसका संबंधना जपानीज जब इश्वरन कहानी नहीं सुनाता था उसके पास ना कहानीयों का बंडार है Adventure, Horror, Suspense इकदम मसाले मार का सुनाता था भाई भले ही कहानी कैसे भी हो लेकिन महेंदर इकदम Enjoy करता था क्योंकि इस्वरन इस रंग से इकदम मसाले मार कर सुनाता हूँ कि नहीं सच सच बताना इस्वरन के कारण महेंदर को के लिए क्योंकि आज बहुत शुब्द दिन है और परंपराओं के अनुसार आज हम अपने पूर्वजों की आत्माओं को तृप्त करने के लिए स्वादिस्ट भोजन बनाते हैं उस रात महिंद्र ने श्वरंद के द्वारा बनाए हुए स्वादिस्ट भोजन का अरे सर हम तो पहला ही दिन जान गए थे, जब हम आ रहे थे न, तो हमको एक उन इंसान का खोपडी मिला था, आज भी कभी-कभी खोपडी या हड़ी हमको रस्ता में मिलता है, हम तो अभी-भी कभी-कभी रात में भूत को देखते हैं, लेकिन हम इन सब चीज़ों डरते नही चैनी होने लगी हर रात वह अपने कमरे से सटे हुए खिरकी से बाहर देखता यह देखने के लिए कि उसके पास कोई छाया तो नहीं भटक रही है लेकिन दूर दूर तक बस उसे अंधेरा ही अंधेरा दिखता और कमपनी से आती हुई टिम्टी माटी लाइटे दिखती उसक थे यह रात क्या हुआ कि खिरकी से किसी की कहारने की आवाज सुनकर महिंदर की नींद खुड़ गई पहले तो उसे लगा कि शायद बिल्ली चूहे का सिकार कर रही है लेकिन फिर धीरे से उसे असास हुआ कि ये बिल्ली की आवाज नहीं बलकि किसी इंसान की कहारने की आवाज है उसके अंदर बाहर देखने की जिग्यासा उठी धीरे धीरे वो आवाज उची होती गई वो अपनी जिग्यासा को रोकना सका और चांदनी रात में उसने खिरकी से बाहर ज्जाका उसने देखा कि एक छाया गठरी सी उठाये खरी है महेंदर को हलका ठंडा पसीना आया और वो हापते हुए अपने तकिये पर चागिरा धीरे धीरे जब वो इस भयानक द्रिश्र के प्रभाव से बाहर आया तो उसने अपने आपको समझाया कि ये मेरे मन का भ्रम था इश्वरन ने दरवाजे पर ही उसके दोपहर के खाने का पैकेट और थैला थमा दिया और फिर हसते हुए बोला महेंदर को कप कपी सी हुई उसने इश्वरन को बीच में ही रोक दिया उसकी पूरी बात नहीं सुनी और वो सीधा अपने ओफिस चला गया अपने हाथ में एक त्याग पतर लेकर था या शायद यह इश्वरन का कोई चाल था हो सकता है कि इश्वरन को यह जगह पसंद ना आया हो और इसलिए उसने भूतिया कहानी सुनाई काकि महेंद्र डर जाया और यहां से चल जाये तुम्हें क्या लगता है क्या हुआ होगा या सच में वहापर कोई भूत था और अ� तो यार वीडियो को लाइक करो और हाँ अगर तुमने अपने भाई के चैनल को अब तक सब्सक्राइब नहीं किया तो क्या करो या चैनल को सब्सक्राइब मारो फ्री का है एक बात और अगर तुमने मुझे इंस्टाग्राम पर अब तक फॉलो नहीं किया है तो यार वहाँ