मेडिवल पीरियड की शुरुआत
परिचय
- क्लास 7 का चैप्टर 2: महत्व और महत्वता।
- पिछले पाठ का पुनरावलोकन: हर्षवर्धन का शासन
- हर्षवर्धन की विदाई: चालुक्य द्वारा रोका गया।
- हर्षवर्धन की मृत्यु के बाद राजनीतिक अस्थिरता।
मेडिवल पीरियड से पहले की स्थिति
- प्रारंभिक 7वीं सदी का भारत
- हर्षवर्धन का शासन
- चालुक्य शासन के प्रभाव
- पल्लव, पांडेय और अन्य वंश
- राजपूत पीरियड: सत्ता का संघर्ष
- राष्ट्रकूट
- गुर्जर प्रतिहार
- पाला शासनकाल
- त्रिपक्षीय संघर्ष: कन्नौज की सर्वोच्चता के लिए संघर्ष
इस्लामिक आक्रमण और प्रभाव
- मोहम्मद बिन कासिम (712 CE)
- महमूद गजनवी
- 17 बार आक्रमण
- सोमनाथ मंदिर का विध्वंश
- मोहम्मद गोरी
- तराइन के युद्ध (1191, 1192)
- पृथ्वीराज चौहान की पराजय
- कुतुबुद्दीन ऐबक का शासन
नए वंशों का उद्भव
- राजा और सामंत
- सामंत के कर्तव्य: न्यायपालिका और प्रशासन
- बड़े सामंत का उद्भव
- राष्ट्रकूट का इतिहास
- दांति दुर्ग की विद्रोह
- हिरण्य गर्भ का अनुष्ठान
प्रशासनिक व्यवस्था
- नई सत्ता का उद्भव
- अर्थव्यवस्था का समर्थन
- भूमि, उत्पादक, व्यापारी से प्राप्त कर
- कर का उपयोग: विकास कार्य, सैन्य खर्च
प्रशस्ति व लैंड ग्रांट
- राजा की प्रशस्ति
- ब्राह्मण द्वारा रचित
- समर्पित भूमि और दान के विवरण
- ब्राह्मणों को भूमि दान: ब्रह्मदेया
- विभिन्न प्रकार की भूमि: वेल्लनवगाई, शालभोगा, देवदाना
चोल वंश का विस्तार
- विजयालाय का कावेरी पट्टी पर कब्जा
- राजराजा और राजेंद्र चोल
- तंजावुर का मंदिर
- गंगा चोलापुरम का मंदिर
- सिंगापुर व दक्षिण-पूर्व एशिया में विजय
- चोल मंदिरों का महत्व
- सामाजिक केंद्र
- आर्थिक और सांस्कृतिक गतिविधियाँ
कृषि और सिंचाई प्रणाली
- कावेरी पट्टी: उन्नत कृषि
- नहरों और बांधों का निर्माण
- जंगलों की सफाई
अन्य प्रशासनिक घटक
- ओर्ररु और नगरम: व्यापारी गिल्ड
- नौकरशाही कार्य
- कर संग्रहण
- न्यायिक जिम्मेदारियाँ
महत्वपूर्ण शब्दावली
- वेल्लनवगाई: गैर-ब्राह्मण भूमि
- शालभोगा: शालों का रखरखाव
- तिरुनमत्तरम्: मंदिर दान
निष्कर्ष
- मिडिवल काल की कहानी और उसका महत्व
- ऐतिहासिक पाठ से सीख
- अगले सत्र में नए अध्याय पर चर्चा
यह लेखन क्लास 7 की 'NCERT' के 'मेडीवल पीरियड' की शुरुआत और उसके सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक संदर्भ को स्पष्ट करता है।