प्रकाश का अपवर्तन (Refraction of Light)
अपवर्तन क्या है?
- अपवर्तन का अर्थ है प्रकाश का मोड़ना।
- प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाते समय मोड़ जाती है।
- उदाहरण:
- जब प्रकाश एक रेर माध्यम से एक घन माध्यम में जाती है, तो यह normal की ओर मोड़ती है।
- जब यह घन माध्यम से रेर माध्यम में जाती है, तो यह normal से दूर मोड़ती है।
- अगर प्रकाश 90 डिग्री पर पड़ती है तो बिना मोड़े आगे बढ़ती है।
अपवर्तनांक (Refractive Index)
- अपवर्तनांक को कैसे परिभाषित किया जाता है?
- इसे दूसरे माध्यम का पहले माध्यम के सापेक्ष परिभाषित किया जाता है।
- उदाहरण:
-
यदि हमें ग्लास का अपवर्तनांक 1.5 दिया गया है और हवा में प्रकाश की गति 3 × 10^8 मीटर/सेकंड है, तो:
[ m = \frac{v_{air}}{v_{glass}} ]
- इस समीकरण से आप प्रकाश की गति को कांच में निकाल सकते हैं।
प्रश्नों के उदाहरण
- 2004 का प्रश्न: कांच के टुकड़े में प्रकाश की गति निकालें।
- 2005 का प्रश्न: अपवर्तन क्या होता है?
- 2012 का प्रश्न: अपवर्तनांक को परिभाषित करें।
प्रकाश का अपवर्तन और उसके कारण
- प्रकाश का अपवर्तन तब होता है जब प्रकाश विभिन्न माध्यमों में अलग-अलग गति से चलती है।
- यह एक महत्वपूर्ण कारण है।
अपवर्तन के नियम (Laws of Refraction)
- साइन नियम:
- [ \frac{sin i}{sin r} = constant ]
- जहाँ ( i ) कोण है और ( r ) अपवर्तन का कोण है।
प्रिज्म के माध्यम से अपवर्तन
- जब प्रकाश प्रिज्म में प्रवेश करती है:
- यह पहले मोड़ता है, फिर प्रिज्म के बाहर निकलने पर फिर से मोड़ता है।
- कुछ महत्वपूर्ण समीकरण:
- [ A = r_1 + r_2 ]
- [ \Delta = i + e - A ]
लेटरल डिप्लेसमेंट (Lateral Displacement)
- जब प्र काश किसी कांच की परत से गुजरती है, तो यह एक लेटरल डिप्लेसमेंट का अनुभव करती है।
- यह उपर्युक्त चार कारकों पर निर्भर करता है:
- अपवर्तनांक,
- स्थानांतरण का कोण,
- कांच की मोटाई,
- प्रकाश की तरंगदैर्ध्य।
कुल आंतरिक परावर्तन (Total Internal Reflection)
- जब प्रकाश घन माध्यम से रेर माध्यम में जाती है और इसका कोण अपवर्तनांक से अधिक हो।
- इसे कुल आंतरिक परावर्तन कहा जाता है।
महत्वपूर्ण बिंदु
- जब भी प्रकाश रेर से घन माध्यम में जाती है, तो यह सामान्य की ओर मोड़ती है।
- जब यह घन से रेर में जाती है, तो यह सामान्य से दूर मोड़ती है।
- प्रकाश की गति हमेशा हवा में अधिकतम होती है।
निष्कर्ष
- अपवर्तन की धारणाएं, अपवर्तनांक की परिभाषा, और इसे समझने के लिए कुछ महत्वपूर्ण समीकरण जानना महत्वपूर्ण है।
- लेटरल डिप्लेसमेंट और कुल आंतरिक परावर्तन के सिद्धांत का भी अध्यय न करना चाहिए।
ये नोट्स आपके अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण जानकारी संक्षेप में देते हैं। सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं को ध्यान में रखकर पढ़ाई करें।