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Study Habits and Time Management

बहुत से बच्चे पूछते हैं कि सर हम सुबह पढ़े या रात में पढ़े बहुत से बच्चों को सवाल होता है सर हम दिन में पढ़े या रात में पढ़े सर हम रात में कब सोएं हम सुबह कब उठें और आप परिशान नहीं हो मैं वो दादा जी नहीं हूँ घर का अच्छी बात है अगर आपको नाइट में ज्यादा समझ में आता है तो आप नाइट स्टडीज करिए बहुत से बच्चे ऐसे हैं कि भाई स्कूल जाना ज्यादा जरूरी नहीं है टेंडेंस एडजस हो जाएगी कुछ ऐसे हैं नॉर एडेंडिंग स्कूल में हैं तो वो कहत फिर किचन में गए क्या खाये, रात का कुछ खाना रख खाये, थोड़ी सबजी उठाई खाली, ना मैगी रखे घर में, मैगी बनाई खाली, वापस आये, स्टेरी टेबल पे अपने बैठे, तोलो थोड़ी दिर मोबाइल देख लेते हैं, और होता है सब्सक्राइब करें, पांच पुछे जाए ऐसे में यह टाइम जो वेस्ट हुआ ना यह अगले दिन आपको बेटा बहुत गिल्ड देता है सुबह आपके आपको लगता है यह टाइम क्यों वेस्ट होता है तो सर यह तो दिन में भी हो सकता है दिन में भी हो सकता है पर दिन में आपके जो हम और आ तो आप अपनी मनमानी करते रहते हो और डिस्ट्रैक्ट हो जाते हो अब स्लीप आर्स के उपर बहुत होता है कई लोग बोलते हैं मैं चार गंटे सोता हूँ कई बोलते हैं मैं पांच गंटे सोता हूँ कई वीडियोज हैं यूट्यूब के उपर वो जिवन में चार गंटे सोते हैं आप कम से कम 7 आर की स्लीप लो 7 गंटे सोगे तबी तो दिमाग चलेगा आप आईटी की त्यारी कर रहे हो, आप नीट की त्यारी कर रहे हो, अर्जुना बैच के अंदर रोज आपकी चार गंटे की ओनलाइन क्लास हो रही है, उसके बाद उसकी आपको डीपीपी मिल रही है, उसमें अच्छे अच्छे कोशिन से वो भी तो आपको बनाने है, अगर क्या 7 घंटे सोके भी आईटी निकल सकता है? बेटा 8 घंटे सोके भी निकल सकता है ये सारे मिथ हैं पता नहीं आपके अगल बगल कोई आईटी वाले भाईया होंगे टॉपर भाईया होंगे मैं अपने पास पूरे आर्ज बना रहा हूँ मैं अपने पास पूरे आर्ज बना रहा हूँ अगली बात है बिटा पर्स्टार की, अब सुबा उठके आपने पहले घंटे में जो काम किया, वो ये बताता है कि आप लाइक में किस चीज के लिए सबसे आदा सीरियस हो, अब सोचो दिन की शुरुवात हुई, जीवन की शुरुवात हुई, और सुबा उठके एक बच्च कि सुबा उठते ही सबसे पहले आपके दिमाग में ना IIT आया, ना NEET आया, ना माबाप आये, सबसे पहली चीज क्या आयी, कि आर WhatsApp पे reply आया कि नहीं, इससे बेटा आपकी life के future define हो रहा है, कि आप सुबा उठके सबसे पहले क्या सोचते हो, तो बेटा जिन्दगी का first hour, life का first दुनिया से जूड बोलो, खुद से दिन बर जूड बोलो कि नहीं यार मैं IT के लिए सीरियस हूँ, अगर सुबा उठते ही आप सबसे पहले स्क्रीन टाइम स्टार्ट कर देते हो, मोबाइल स्क्रॉल करना, इसका मतलब है आपके दिमाग की प्रियोरिटी कुछ और है, इसके आईटी चलता है, नीट चलता है, पिछली क्लास में क्या पढ़ाया था, कल ओनलाइन लेक्चर में क्या हुआ था, या मेरी ओफलाइन कोचिंग में कल क्या हुआ था, क्या DPP मिलेगी, इसी तरह से बेटा, मोस्ट इंपोर्टेंट चीज को जीवन में प्रयारटाइस करना, प अब आप सुबा उठे आपने कहा कि यार कल मेरे को माल लेते हैं कोई अर्जुना जैई में कहे कल यार अर्जुना जैई में ना फिजिक्स में बहुत टॉपिक पढ़ाया था और बहुत इंपोर्टेंट है सन ने बोला है यहां से हर साल दो कुशन आता है इस लेक्चर के अं तो जब भी बेटा आपको prioritize करना हो तो अपने most important चीज़ों को जिसका most weightage हो जीवन में उसको पहले कर लो वन्ना क्या होता है हमेशा anxiety बनी रहती है मन में कि इसको बाद में करेंगे और दिन भर आपकी जीवन में एक बोज पूरे टाइम आपके दिन भर आपके दिमाग में एक बोज बना है कि यार ये करना है इसको शाम में 6 बजे करना है फिर 5 बज गया उसके अधिकार इसको 7 ब� अब कैसे करें तो आपको प्रोटाइज करके अपनी मोस्ट इंपोर्टेंट चीजों को दिन में पहले करना है जो लोग स्कूल नहीं जाते सुबह थे शुरू कर दो अपना मोस्ट इंपोर्टेंट टॉपिक जो क्लास में आपको लग रहा है सबसे इंपोर्टेंट है आज द इंपोर्टेंट है और आप उसमें वीक हो तो उसको पहले कर लो दिमाग से स्ट्रेस निकल जाएगा सेंस ऑफ अचीविमेंट आ जाएगा कि यार वो डिफिकल्ट चीज तो जो थी वो मैं सुबह सुबह खत्म कर दिया या दुपहर में स्कूल आज से आते ही सबसे पहले में