दोस्तों भारत में कुछ लड़ाईयां कुछ बैटल्स ऐसी हुई हैं जिनोंने भारत का रुक बदल दिया सबसे पहले हुई थी हाइडस पास उसके बाद बैटल्स औफ टरेन ये बहुत ज़्यादा इंपोर्टेंट ब उसके बाद बैटल्स ओफ पानीपत हम बात करने वाले हैं फर्स्ट बैटल ओफ पानीपत की अप्रेल 1526 है वैसे टोटल तीन बैटल हुई थी पानीपत की चलिए कमेंट बॉक्स में बताइए दूसरी तीसरी कब हुई थी और इनके बीच में हुई थी और उसके बाद फिर जिनोंने भारत का नकशा ही पूरी तरह से बदल दिया और आज हमें कैसी बैटल की बात करेंगे अगर ये बैटल नहीं हुई होती तो आज ताजमहल नहीं होता, लाल किला नहीं होता, मोति मस्जित नहीं होता, एक्सेक्ट्रा, एक्सेक्ट्रा क्योंकि ये इस बैटल के बाद कौन आ गए थे, बिलकुल सही फर्माया, बिलकुल सही पैचाना, मुगल, मुगलों की यहाँ पे एंट्री हो गई थी, बाबर और इब्राहिम लोधी के बीच की लड़ाई थी ये, जिसमें बाबर जीता था, जो लोग नहीं जुड़ रह जितनी भी important battles हैं, वैसे तो सारी battles मैं cover कर रहा हूँ ताकि कोई भी doubt ना रहे, और पूरी history, medieval, ancient, modern सब कुछ बताता चल रहा हूँ, जरूर सुनिये, बहुती बढ़िया आपको insight मिल जाएगा, Indian history का, ठीक है, तो चलिए आगे बढ़ते हैं, हमको आज बहुत सारी चीज़े करन बाहर जाके लाख लाख रुपए फेकने की जरूरत नहीं है, घर बैट के तयारी कीजिए, नोट्स बनाईए, एक्जाम निकालिए, साथी साथ एक और एक अनॉस्पेंट बताना चाहूँगा, एक और चीज बोलना चाहूँगा, गौरफ सर की UPSC के MCQs की सीरीज वापस श� और जो लोग बोलते हैं कि सर बायो ग्राफिस इंपोर्टेंट है कि नहीं जरा पेपर चेक कर लेना दोस्तों तो प्लीज यह मत बोलियेगा कि इंपोर्टेंट है वो इंपोर्टेंट है कुछ भी पूछा जा सकता है ठीक है तो चलिए आगे बढ़ते हैं साथ ही साथ मेरा फ लेक्चर की अपडेट्स ले सकते हैं, पीडियफ ले सकते हैं, और मैंने UPSC की बुकलिस्ट अपडेट कर दी है, टाइमलाइन स्क्रोल कर लीजेगा, और अगर आप कोई भी एग्जाम की त्यारी कर रहे हैं, तो आप इन नमबर्स पर कॉल करें, और स्टेडी आईक्यू के राजस्थान पूरा बटा हुआ है राजपूताना वहाँ पे राजपूत रूल कर रहे हैं इधर लोधी रूल कर रहे हैं दिल्ली सल्तनेत में लोधी बैठे हुए हैं ये पूरा अफगान आप देख रहे हैं अफगान एंपायर है यहाँ पे ये विजैनगर किंग्डम है साउथ का सबसे बड़ा किंग्डम ये वीजापूर तो आप देख सकते हैं ना कि किस तरह से बटा हुआ है और जो साउथ के कुछ रीजन्स है कोचीन यहाँ पे पुर्तगीस विर तो आप देख सकते हैं ये बहुत ज़ादा important map है 1525 का और एक साल बाद अगले ही साल सारे dynamics बदल जाएंगे दोस्तों मैं कुछ एक चीज बताना चाहता हूँ बैटल और टरेन हुई, दो बैटल हुई थी, फर्स्ट और सेकेंड, यहां से सब कुछ बदल गया, मुहम्मद अव घोरी, मुहम्मद या जो मुहम्मद अव घोर, मुजुद दीन, ठीक है, घोर जिले से, अब गानेस्तान से सब लोग उस समय आते थे, खाइबर पास से, भा उसके बाद ये 1290 तक चली फिर खिलजी आए फिर तुगलक आए फिर सैइद आए और उसके बाद लोधी आए तो ये पाँच सबसे इंपोर्टेंट रूलर्स थे दिल्ली सल्तनेत के जो दिल्ली सल्तनेत पर काबिज हुए अपनी सत्ता काबिज की और रूल किया इसमें जाह वो बहुत important है जब ये battle हुई थी first battle of पानीपत 1526 में तब उस समय किसका शासन था लोदियों का शासन था बहलोल लोदी 1451 में इस डैनेस्टी को फाउंड किया था फाउंडर थे फिराज सिकंदर लोदी आगरा सिटी को ने फाउंड किया था गज़े सिकंदरी भी बोला जाता है और उसके बाद सबसे पागल रूलर इब्राहिम लोदी इतना ज़दा ओपसेज्ड था ये इतना पागल था कि इनके अंकल ही इन्वाइड करा है बाबर को कि भाईया आके इन्वेड कर दो परना ये तो पागल कर देगा ये बरबात कर देगा ये दौलत खान उस समय थे पंजाब के गवर्नर उ तो invitation भेजा था basically बाबर को invite किया था कि आप यहाँ पे जल्दी से invite करिये इससे पहले बहुत बड़ी गलती हो जाए इब्राहिम लोदी 1517 से ये 1526 तक थे इस battle के बाद सर कलम कर दिया था इब्राहिम लोदी का मुगलों का क्या था बाबर की आर्बी जहां से जाती थी या जो भी युद जीती थी तो जब जीती थी वो तो जो हारती थी उस सेना के सर काट के उनका पहाड बना दिया जाता था देखो बेटा हम आ गए हैं और इतनी ताकत है ये उनकी स्टाइल थी ठीक है जीतने की अब क्या है कि अगर हम बाबर की बात करें देखे दोस्तों हमको फिर से थोड़ा सा बैक में जाना पड़ेगा मॉंगोलाई चंगेश खान ने पूरी तरह से कंकर कर लिया जीत लिया था सेंटरल एशिया को यूरोप तक चला गया था चंगेश खान के मैंने सेपरेट बायोग्राफी को रिव्यू किया है चंगेश खान की मौत के बाद इंपायर बटे उसके बेटों में चार बेटे थे ठी उसके बाद तैमर लेन आया, तैमूर आया, तैमर लेन आया, कहने का मतलब यह है कि जब चैंगेश खान गया, तो इतना बड़ा Central Asia छोटे छोटे हिस्सों में disintegrate हो गया था, बट गया था, ठीक है, उसको rule कर रहे थे, तैमर लेन ने भी फिर एक बहुत बड़ा Empire बनाया, उसक तो सबसे पहले थे ओटो मॉन्स जिनके पास तरकी का एरिया था उसके पास थे उसबेक्स जिनके पास उसबेकिस्तान का एरिया था और उसके बाद थे सफावित सफावित काफी इंपोर्टेंट था क्योंकि इनके पास इरान का बहुत बड़ा एरिया था ठीक है अब बाबर फरजाना ठीक है फरजाना का ये प्रिंस था ठीक है अब क्या है कि पावर थियोरी क्या कहती है कि जब भी इतनी सारी पावर्स होती है यहाँ पे बेसिकली तीन में पावर स्ट्रगल था लेकिन जंगल का राजा तो एक ही होगा ना शेर तो एक ही होगा एक मयान में एक ही तल बाबर भी इसमें भिड़ा हुआ था पूरी तरह से, बाबर के अगर बात करें तो 13 साल में इसने सप्ता समाली थी, ठीक है, अपने पिता की मृत्यू हो गई थी, और 13 साल में ही सप्ता समाली थी, उसके बाद फिर बहुत भैंकर तरीके से, बाबर ने भी काफी स्ट्रगल कि अब क्या है कि वहाँ बार-बार उस बेक्स जो थे वह इसको परिशान करते थे बाबर को बार-बार इसको परिशान करते थे बहुत दिक्कत होती थी दूसरी चीज क्या था दो ऐसे शहर थे समर्कंद और हैरत यह उस बेक्स में थे ठीक है उस बेकिस्तान का शहर है यह उस बेक्स में थे यह बहुत इंपोर्टेंट थे इनको जीतना बहुत ज़ादा क्योंकि ऐसा बोला जाता था कि एक बहुती बहतरी शहर है काफी एक respectable city है और अगर इनको जीता तो वाकई में आप एक center बना लेंगे तो इस समर कंद के लिए भी बाबर भिड़ा हुआ था लेकिन क्या हुआ कि यहाँ पे 1504 आते आते उसने काबुल पे कबजा कर लिया और दोस्तों जब उसने काबुल पे कबजा किया काबुल पे आया अफगानिस्तान की capital है काबुल वहाँ पे आया तब उसने बोला अरे भारत पे कबजा करते हैं बहुत बढ़िया मौका है इससे अच्छा मौका नहीं मिलेगा अब भारत पे उसने कबजा किया क्यों द अगर मान लिजे वो काबुल नहीं आया होता या इधर साइड उसने इतना ध्यान नहीं दिया होता तो कभी बाबर आता ही नहीं कभी ऐसा तब भारत की दिशा कुछ और होती लेकिन क्या है दोस्तों कोई भी आप इंपायर बनाएंगे तो उसके लिए चाहिए पैसे ऐसे तो चलेगा नहीं आप पैसे लीजे अब क्या है कि बाबर के पास पैसे खतम होते जा रहे थे भारत एक बहुत ज़ादा बिल्दी नेशन था चलो भारत को इनवेड करो वहाँ पे वैसे ही बहुत दिक्कत है उपर से बुलावा आ गया है इनवाइट किया है वहाँ पे लोधी डाइनिस्टी के जो अंकल है इनवेड करो बाबर को एक बहुत ही बढ़िया मौका लगा उसने कहा चलो हम यहाँ पे इनवेड करते हैं सबसे पहली बात तो यहाँ पे लोधी की लाख की आर्मी थी प्रेड़ियों थे, कैवलरी, इंफेंटरी, पैदल सेना, घुर सेना, बहुत बड़ी आर्मी थी, बाबर के पास तो खाली 13,000 लोग थे, 13,000 गिने चुने, 13,000 से 15,000 लेके वो आया था यहाँ पे फॉस, 12,000 से 15,000 तक थोड़े बहुत आकड़े इदर इदर हो सकते हैं, 15,000 बहुत बहतरीन military general थे, इतनी कम army होने के बावजूद इसके पास बहुत ज़ादा experience था, ठीक है, इसलिए ये जीता, तो basically क्या है कि बाबर आता है, अफगानिस्तान से बाबर भारत में घुसता है, सिंधु नदी को पार करता है, 1525 की बात है ये, सिंधु नदी को पार करता है, और उसके बाद भारत में इसकी entry हो जाती है, पंजाब रीजन को पूरी तरह से ये जीतना शुरू कर देता है, देखिए, सबसे पहले तो ये चाहता था कि हम पंजाब को इसको पूरी तरह से जीत ले, क्योंकि ताइमूर का डिसेंडेंट था ये, और उस समय पंजाब जो था वो नी के कबजे में था, तो इसी की लेगसी को वो आगे बढ़ाना चाहता था, तो ये हमारा एमपायर तो हम इसको कबजा करेंगे, लेकिन बाद में उसने सोचा नहीं, हम आगे बढ़ सकते हैं, दि भाईया वो भारत तो आ गय पंदराजार की सेना है उसके पास बाबर के पास बाबर की बात कर रहा हूं यहां पर लोधी खड़ा हुआ है ठीक है इब्राहिम लोधी को यह भनक लगती है कि बाबर इदर से आ रहा है पानी पत जो है पानी पत के बारे में बताना चाहता हूं हर्याना जिले में आता है दि जब भारत पानीपत की तरब बढ़ता है पंजाब आता है तो ये एक जबरदस्त स्टाटिजी बनाता है ये क्या बनाता है जब इनकी सेना को ये पता लगता है कि वहाँ पे एक लाग से जादा सैनिक है इनकी सेना बोलती है ठीक है बाबर घूम लिये हम अच्छी जर्नी थी अच्छी तरीके से हम ने इंजॉय किया अब वापस चलते हैं बेकार में लडेंगे, मरेंगे, कुछ होने वाला नहीं है, चलो वापस चलो, बाबर ने कहा कि नहीं नहीं, रुको, ऐसा नहीं है, लडते हैं, देखते हैं क्या result होता है, अब इतनी दूरा है तो वापस फोड़ी ना जाएंगे, तो बाबर क्या करता है, बाबर को पता है कि बाबर के पास तीन चीजे थी गन पाउडर था इसी बैटल में सबसे पहली बार गन पाउडर इस्तेमाल हुआ था ठीक है और उसकी ओर्गनाइज्ड आर्मी थी बहुत बढ़िया घोड़ सवार थे बहुत बढ़िया आर्चर्स थे और बंदूके थी ठीक है अब इनसे तो अब क्या है बाबर शैटिजी बनाने में लग जाता है बाबर जब वहाँ पे पहुचा तो बगल में यमुना नदी थी उसने एक 7 किलो मीटर लंबा ट्रेंच बनाया बहुत लंबा ट्रेंच गढ्धे खोदे गढ्धों में नुकीली लक्डिया रखी तो जब इब्राहिम लोदी की वहाँ पे आर्मी आएगी ठीक है ये चीज़ थी यहां पे आपको लग रहा होगा कि 15,000 की बाबर मुठी भर तो आर्मी है उनकी एक लाग जीत कैसे गया दोस्तों एक चीज बताना चाता हूँ इब्राहिम लोधी की जो आर्मी थी वो बिल्कुल ऐसे ही थी इब्राहिम लोधी की आर्मी थी आर्मी नहीं थी इब्राहिम लोधी मेला लेके आया था ठीक है कोई डिसिप्लिन नहीं था बिल्कुल ओर्गनाइज नहीं थी एक बहुती पूर मिलिटरी जनरल था इब्राहिम वेल ट्रेंड पहले से ही 9-10 बैटल लड़ चुके थे काफी अच्छा तज़ुबा था और वारियर्स थे ठीक है प्लस इनके पास तोप खाने भी थे तो ये बहुत बड़ी चीज है ठीक है तो बाबर की आर्मी जो थी वो बहुती वेल और्गनाइज थी बजाय की इब्राहेम लोडी की आपको ये समझ में आया चलिए अब अगले पढ़ाओ की तरफ चलते हैं तो जन्वरी आते आते बाबर जो था भारत में पहुँच चुका था वहाँ पर ये इनके अंकल से मिलता है अंकल और आर्मीन को सप्राइ करते हैं तो 30,000 तक इनके ट्रूप्स बढ़ जाते हैं बीच में थोड़ा बहुत कॉंफलिक्ट भी होता है ब्राहिम लोधी से लेकिन बाबर ने जब ये बैटल हुई है सुबे सुबे अप्रेल की बात है ठीक है 21 अप्रेल का दिन था सुबे सुबे इब्राहिम लोडी की आर्मी ने कूच किया ठीक है पता चल गया था कि वो अटाक करते हुए आ रहा है ठीक है अटाक करने आ रहा है तो क्या है कि सबसे आगे बाबर ने रखा अपने स्काउट्स को ये थे जासूस पल पल की ख़बर दे रहे थे ये इन सारे लोगों को कि हो क्या रहा है और कौन किस तरफ से आ रहा है और कितने लोग हैं ठीक है जो इन्होंने बैल गारियां खरीदी थी बाबर ने बैल गारियां ख एक ट्रेन टाइप की बना दी ठीक है आप देख सकते हैं एक के बाद एक के बाद एक की बैल गाड़िया जुड़ी हुई है लेधर बेल्ट से जुड़ी हुई है योब आपको समझ में आ रहा होगा इस तरह से ये एक बैल गाड़ी ये एक बैल गाड़ी इस तरह से ये कार् इन गैप्स में इनके आर्चर्स थे तीरनदास थे और जो बड़े गैप में इनके तोप खाने थे ताकि जितना हो सके इनको नुकसान पहुचाया जा सके उसके बाद बाबर था सेंटर में वैसे तो तीन पार्ट में डिवाइड की थी राइट सेंटर लेफ्ट ठीक है राइट फ्लैंक लेफ्ट फ्लैंक सेंटर ठीक है सेंटर में था बाबर एक मेल लाइन थी ठीक है फ्रेंट लाइन जो की इसे देखिए कोडी यहाँ पर दी हुई है और एक थी मेल लाइन और इसके सेंटर में था बाबर यह सब आर्चर्स थे एक प्रॉपरली और गनाइज्ड तरीके से बाबर की आर्मी थी और रिजर्व में भी उसने रख रखे थे आप देख सकते हैं मुगल्स को देखिए और जरा दिल्ली फोर्सेस को देखिए अब एबराहिम लोधी पर आ जाते हैं एबराहिम लोधी ने स एब्राहिम लोधी का मानना था कि चलो वार एलिफेंट जाएंगे आगे से पूरी तरह से लाइन्स को बरबात करेंगे अंदर चले जाएंगे एब्राहिम लोधी ये समझ नहीं पाया उसके बाद 300 से जाधा वार एलिफेंट थे ये वो समझ नहीं पाया कि हाती जो है ठीक है बहुत ज़ाधा नुकसान करते हैं जरा सी चूक हो गई ना अपनी ही आर्मी का नुकसा अब जब ये defense system से गया देखिए बाबर attack तो कर नहीं सकता था तो बाबर ने सोचा कि हम defensive रहेंगे दुश्मन को अपने पास आने देंगे और जैसे ही दुश्मन पास आएगा उसके बाद attack करेंगे ठीक है अब क्या है कि जो इब्राहिम लोदी है वो गया डारेक्टे भिड़ गया जैसे ही वो गया उसकी आर्मी उन ट्रेंचेस पे निकलनी शुरू हो गई घुसनी शुरू हो गई जो ट्रेंच बिचा रखे थे ना बाबर ने 7 किलो मीटर गड़े कोट रखे थे उसमें नुकीले नुकीले लकडियां और सारी चीजें बिचा रख इब्राहिम लोडी की आर्मी ये क्या है? देखे ही सक्पका गए कि हमने ऐसा कुछ पहले देखा ही नहीं ये है क्या अब क्या है कि तोप खानों ने बहुत ज़दा नुकसान तो नहीं किया उसकी बहुत ज़दा आर्मी थी लेकिन इसकी आवाज से हाती बहुत ज़दा घवड़ा गए बहुत बुरी तरह से घवड़ा गए अफरा तफरी मच गई पूरी आर्मी को उन्होंने पूरी मतलब मैक्सिमम आर्मी को तैसनेस करना शुरू कर दिया दूसरी चीज इनकी आर्मी को पूरी तरह से ट्रैप कर लिया गया अब इब्राहिम लोधी के पीछे बहुत बड़ी मेन लाइन थी आप देख सकते हैं ये N ये मेन लाइन है अब ये आर्मी जो थी ये पूरी तरह से फस गई थी इन आर्मी उन्हें पूरी तरह से एक जाल बिचा के घेर लिया था इनको इब्राहिम लोदी की सबसे बड़ी गलती ये हो गई कि इसने मेल लाइन का वेट ही ही नहीं किया अगर वेट करता तो शायद जीज जाता लेकिन इब्राहिम लोदी डारेक्टे बढ़ गया जाके डारेक्ट भड़ गया जाके वहाँ पे उसके बाद फिर उसको पता लग गया कि अब हम बचने नहीं वाले हैं हमारी इतनी बड़ी आर्मी आउट नंबर हो चुकी है अब क्या करें तो इब्राहिम लोधी को भूला जाता है कि आप भाग जाएए मैदान छोड़ के भाग गये अगर आप जिंदा रहेंगे तो दुबारा इसको और्गनाइज करके अच्छे से लड़ सकता है आपको पता है इब्राहिम लोधी ने क्या कहा उन्होंने एक शेर पड़ा इब्राहिम लोधी ने उसने बोला, मैं बताना चाहूँगा, इर्शात करती जिया, उन्होंने बोला कि हम किसी और तरब जाएं ये मरदानगी नहीं, सुर्ख रूँओं का काम नहीं है पीला होना, क्या बात है, लेकिन कहते हैं ना दोस्तो, बेवकूफी और बहादुरी में एक बहुती पतली रेखा होती है, आप बहादुर बनिये, बेवकूफ मत बनिये, यहाँ इब्राहिम लोदी बहुत बड़े बेवकूफ बन गए, अपनी जान गवा दी, उसके बाद उनका सर कटा हुआ, बाबर के सामने प्रेश किया गया, पाँच छे घंटे में ये पूरी बैटल खतम हो गई, डिसाइसिव बैटल थी, अगर ये थोड़ी और जदा खिच जाती, तो बाबर की पूरी तरह से आर्मी खतम हो जाती, मेन लाइन पूरी तबा कर देती, लेकिन एब्राहिम लोदी न उनका जो सर था वो बाबर के सामने पेश किया गया बाबर ने बोला कि तेरी बहादुरी को सलाम लेकिन जितने भी सेना थे सब के सर काट के एक बड़ा सा पहाड बना दिया और बोल दिया देखो हम आ गए हैं किसी में हिम्मत है तो रूप तो यह तरह से थी और इस तरह से पहली बैटल ओफ पानीपत का अंध हुआ रिजल्ट बाबर जीत गया जैसा कि मैंने बताया कि बाबर के बाद बहुत ही जदा एक्सपीरियंस टार्मी थी काफी एक्सपीरियंस लोग थे और लड़ चुके थे तो इतना मुश्किल मतलब मु इब्राहिन लोजी की मृत्य हो गई और उसके बाद भारत में मुगल डाइनिस्टी आ गई और मुगल रूल जो था वो भारत में स्टार्ट हो गया लेकिन दोस्तों बाबर ने बोला की यार अभी तो चैलेंज शुरू हुआ है ये तो कुछ नहीं है लेकिन अब जो चैलेंज मिलने वाला है अब यहाँ पे हालत खराब मेरी होगी राना सांगा है भाईया जिनोंने ब्रह्म लोधी को हरा दिया था अगली बैटल में वो आएंगे बाबर से लड़ने हालत खराब कर दी थी तिनी बड़ी आर्मी लेके आया थे बैटल आफ खानवा, बैटल आफ चंदेरी, बैटल आफ घागरा तीन बैटल ये जो लगातार हुई है ना उसके बाद एक प्रॉपर मुगल डाइनिस्टी इस्टैबलिश हुई है लेकिन उसके बाद भी नहीं फिर हिमायू के भी बहुत ज़ादा फिर वो खेर अलग कहानी तो जब 1526 के बाद जो after में था जो result था आपके सामने है भारत का नक्षा है ये ठीक है आप देख सकते हैं कितने लोगों में बटा हुआ है ये आप देख सकते हैं कितने सारे लोग हैं ऐसा कुछ था और उसके बाद फिर मुगल empire ने धीमे धीमे करके expansion किया अखबर के आते आ अगर आपका इन में से एक है तो आज ही pen drive course को order करें study IQ के website और numbers पे call करें जो सवाल पूछे हैं बाकी दो battles of पानी पत का भूई थी जरूर जवाब दीजे का तब तक खुश रहें पढ़ते रहें this is Siddhantak Nehotri signing off मैं बहुत जल्द हाजिर हूँगा अपने नेलेचर के साथ