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भारत में राष्ट्रवाद के पहलु

कि नमस्कार स्वागत है आप सभी का आज के इस लाइफ सेशन में वेलकम टू दी क्लास आई होप यू फीवर आज गुड ठीक हो तो मस्त हो बहत्री नो गुड इवनिंग एवरीवन गुड इवनिंग एवरीवन गुड इवनिंग दी रीजन फॉर डिले पहली बात तो दो क्या होता वेर देरे स्फोफ देरे स्वेद हमारे अरिया में भी आज लाइट नहीं थी तो सुबह से इनवर्टर टू करते करते बस वो भी सोने की तैयारी में था अपनी ऐसा बोलते हैं एकटम अंतिम सांसे गिन रहा था और 6 बजने में 10 मिनट कम थे तब मैंने सोचा कि आप टेलिग्राम पर वीडियो बनाने का समय आ गया है कि बता देता हूँ कि आज की क्लास बाबू हमें आगे पिछे करना पड़े� तो गुड़ी इवनिंग एवरीवन गुड़ी इवनिंग लेट एज स्टार्ट विद इस नाउ आज की हमारे पास मेरे कहानी है वह है नैशनलिजम इन इंडिया क्लास टेंथ हिस्ट्री का चाप्टर चाप्टर है नैशनलिजम इन इंडिया हिस्ट्री का चाप्टर टू कितने लोगों को ये चाप्टर बहुत ऐसे दिल से पसंद है मल्टी परपस प्रोजेक्ट समझा दो कल एक्जाम है ठीक है मल्टी परपस प्रोजेक्ट का मतलब सिंपल सा यह है वाओ की जैसे डाम है तो डाम में पानी भरके रखा तो सिर्फ इरिगेशन की काम नहीं आ रहा है बिजली बन रही है रिक्रियेशनल एक्टिविटीज हो रही है ठीक है एग्रीकल्चुल पर्पसेस के लिए कैनाल में वाटर भी सप्लाई हो रहा है तो एक डाम से मल्टिपल पर्पसेस को क्या किया जा रहा है फुलफिल किया जा रहा है तो वो मल्टी पर्पस प्रोजेक्ट कहलाता है पसंद है ये चाप्टर हाई गुड इवनिंग अवरिवन अधित्यम कि कलेशवरी सनातनी गर्ल यशिता रवी साइबर कैफे सब पूरे दुकान उकान सभी खोलकर बेटा तुम चैट सेक्शन में अपने अपने नाम से आया करो ठीक है तो गुड़ी नियुक्त एवरीवन लेट एस टाइट इस नॉ यार एक डाउट था कल एक स्टूडेंट का जस्ट लेट मी सी कोई बहुत अच्छा डाउट था मैंने बोला भी तक कल में सेशन में बता दूंगा कल के चैप्टर में से एक डाउट था कल के चैप्टर में से डाउट था लेट मी सी क्या डाउट था उस बच्चे का डाउट स्किप का एक दम देमाच से हुआ है कि मैंने बोला भी था कि क्लिक बताऊंगा अगर वह बच्चे क्लास में है आलेक आलेक तुम्हारा डाउट था कुछ कि रिमेंबर क्या था मतलब मुझे यह नहीं आ रहा है क्योंकि क्या डाउट था इन दी चैट आलेक आर्यूद यह अ नेट एटेंडेंस रेशियो और ग्रॉस एन्रॉलमेंट रेशियो से ग्रॉस एन्रॉलमेंट रेशियो जो है तो तीनों लेवल की बात करता है ठीक है तो प्राइमरी अपर प्राइमरी और हायर एडुकेशन ठीक है मतलब प्राइमरी सेकंडरी और हायर एडुकेशन एडिकेशन तीनों लेवल पर जो आपको एंड्रॉलमेंट मिलते हैं तो वह ग्रॉस एंड्रॉलमेंट रिशियों होता है और नेट एडिटेंट्स रिशियों स्पेसिफिकली 14 से 15 साल के बच्चों के लिए रहता है मतलब 14 से 15 साल के एज ग्रूप जो रहता तो तीनों लेवल ऑफ एडिटेंट में देखता है कि कितने बच्चे एंड्रॉल्ड है समझ गए चलो अब आ गए आएगे सारे बच्चे ठीक है तो सुबह संद्या शुरू किया जाए आज का कार्यक्रम आगे बढ़ाते हैं अब मैं दो-तीन चीजें बता रहा हूं तुम्हें देखो ध्यान से सुन लेना है चैप्टर स्टार्ट कर उसके पहले सबसे पहली चीज तो यह कि पूरा वन शॉट रिविजियन करने वाले हैं आगे आने वा घंटे के लिए एक घंटा 10 मिनट 15 मिनट के लिए सांसे थाम कर बैठना एंसीआटी सामने रखना ठीक है सांसे थाम कर बैठना एंसीआटी सामने रखना और और एक और चीज क्या कर लेना आगे आने वाले दस एक घंटा 10-15 मिनट के लिए सारी चीजों को कनेक्ट कर चलना ठीक है जैसा जैसा बताते चल रहा हूं जो आपने पहली बार पढ़ा है ठीक है तो जो पहली बार पढ़ा है तो उस पहली बार वाला जो पाइट पढ़ा है ना उसको क्या करना उसको पूरा रिकॉल करते चलें कि आपने जब पहली बार चैप्टर नेशनलिजम इन इंडिया वाला ठीक है तो राम राम भाई सार्या ने आज हम हमारे टेन डे हार्ड्स के फिफ्ट डे पे जहांपे हम nationalism in India वाला चैप्टर पढ़ने वाले हैं तो let us start with this पहला चैप्टर आपने हिस्ट्री में क्या पढ़ा है rise of nationalism in Europe पढ़ा है और अब ये जो चैप्टर पढ़ेंगे nationalism in India दोनों में क्या common है दोनों में ये common है कि nationalism word common है सर mathematics वाला बच्चा ऐसे रहे हो कि बेसिकली आप देखेंगे तो यूरोप में भी किस तरह से राष्ट्रवाद पैदा हुआ कि लोग कैसे एक जुटा है और वही चीज में इंडिया में देखना कि कैसे लोगों के अंदर वह राष्ट्र का भाव पैदा हुआ अब दोनों जगह आपको क्या देखने को जाना है कि सिमिलारिटी यह है कि दोनों जगह पीपल्स ओन स्टेट की मैजिनेशन जो कैसे फायर हुई कैसे ट्रिगर तो नेशन स्टेट वाला पार्ट जो दोनों में सिमिलर है तो अब हम इंडिया के केस में और यूरोप के केस में क्या देखेंगे कि यूरोप में नैशनलिजम रेनेसा से डेवलप हुआ था मतलब वहाँ के लोगों ने समझ��� कि लिबर्टी इक्वालिटी जरूरी है जब ब्रिटिशर्स ने इंडिया पे कभजा किया तो growth of modern colonialism is intimately connected with the anti-colonial movement. समझना आप बहुत अच्छे से क्या? कि जब इंडिया में ब्रिटिशर्स आया और colonialism बढ़ता चले गया इंपीरियलिजम और नैशनलिजम हमने दो शब्द पढ़े से चाटर वन में तो जो इंपीरियलिजम बढ़ता चले गया जब दूसरे लोग हमारे देश पर डॉमिनेट करने लगे मुझे भी परिशानी इन्हें भी परिशानी उन्हें भी परिशानी और हम तीनों ने जब य ठीक है तो इन दिस प्रोसेंट स्ट्रगल अगेंस्ट कॉलोनियल पीपल बिगेंड डिसकवरिंग देर यूनिटी ठीक है तो कॉलोनियल पीपल सारे एक साथ आने लगे किसी तीसरे को अपोस्ट करने के लिए जो उनके ऊपर डॉमिनेट कर रहा था और आपस में एक जुट ह एक इंजेस्ट्रियल ओनर का विमेन का सबके अलग-अलग एक्सपीरियंस रहें तो उस यूनी यूनी फाइंड प्रोसेस में सबके अलग-अलग एक्सपीरियंस रहें ठीक है और उन सबके अलग-अलग एक्सपीरियंसेस को कहीं कहीं ना कहीं मात्मा घांदी ने एक सूत्र में पिरोने की कोशिश करिए वह इस चैप्टर का सार है तो अगर जैसे दिखा जाए तो चैप्टर में दो है यह चैप्टर की रूप रेखा ठीक है यह चैप्टर की क्या है यह चैप्टर की रूप रेखा है समझ गए समझना है यह चैप्टर की रूप रेखा है ब्लर वगैरह कुछ नहीं यार समझ गए गिम यह थम सब यह चैप्टर की रूप रेखा है पूरी आपको अगर आप में बाउंडरी डिफाइन करके दूं तो यह है चैप्टर चैप्टर चैप्टर चैप्टर चैप् तो अगर हम यहां से शुरू करें तो दिस फर्स्ट वर्ल्ड वार खिलाफत एंड नॉन कॉपरेशन मूवमेंट सवाल बनता है पांच नंबर का व्यक्ति इस बार एक्जाम में आएगा इस सवाल इतना कॉन्फिडेंस से क्यों कह पा रहा हूं क्योंकि हर बार आता बनता है तो अब जैसे गर्म देखें फर्स्ट वर्ल्ड वार से नैशनल मुविमेंट कैसे स्ट्रेंड हुआ फर्स्ट वर्ल्ड वर्ड में हमारे देश में नई इकनॉमिक और पॉलिटिकल सिट्वेशन डेवलप करी कैसे कि वर्ल्ड वार का समय था वार लोन ले लिया ब्रिटेन ने उसकी भरपाई फिर कहां से होगी इंडिया का खुण चूसेंगे ठीक है तो यह कहीं न कहीं क्या हो रहा है अत्याचार इंडिया सहरा था वर्ल्ड वार की आडम है ठीक है फिर गाइट देर वास इंक्रीज प्राइज ऑफ गुड्स डियूरिंग दी वार पीरिड अब टेक्स बढ़ा दिया तो चीजों की कीमत बढ़ गई ठीक है लोग जो थी आम जनता जो थी वह सफरिंग ठीक है कहां से पे करेंगे समय तो पीपल वर सफरिंग अब आगे देखेंगे तो तू कि लोगों को जवरण क्या किया जा रहा था आर्मी में भर्ती किया जा रहा था किसके बिहाफ पर लड़ने के लिए ब्रिटेन के बिहाफ पर लड़ने के लिए सिंस इंडिया वाइट डिकॉलोनी ऑफ ब्रिटिक्शन यहां से लोगों को जवरजत्ति ही परिवार वालों को लगे हमारे बेटे को ले गए लड़ने के लिए जिससे जिसका हमसे कोई तालूक नह कि जैसे आप मानते हो कि आज एक गांव से व्यक्ति निकलता आर्मी में जाता है तो वह गर्व से जाता है क्योंकि उसे अपने देश से प्यार है लेकिन अगर आप देखेंगे तो यहां पर ब्रिटेन के लिए लाने जा रहे ब्रिटेन समय बाहर है यह जो टाइम परिट से 1914 से 18 क्रॉप फिल्यर हो गए तो पहले गरीबी है चीजों की कीमत ज्यादा इतने पे ही बस नहीं हुई है और साथ ही साथ क्यों गया कि इस समय पे एंफिएंजा एप कि बिमारियां महामारियां फैल गई लीडिंग टू एपिडेमिक एंड फेमाइन ठीक है तो एक तरह से आकाल पड़ गया खाने की कमी बिमारियां सिर्फ पे फोर्स रिक्रूटमेंट हो रहा है टेक्स बढ़ गया तो यह सारी चीजों यह सारी तो देव देखाई यूज रेजेंटमेंट अमंग देर हार्ट्स ठीक है उनके दिलों में आग थी क्या कि सब किया कराया मैं भी परिशान ये भी परिशान ये भी परिशान और परिशानी का कारण ब्रिटिजर्स तो हम सारे लोग एक जुट हो रहे थे तो how the first world war helped in the national movement समझ में आया है ग्योमिया थमसा पांच नंबर का कुछन है बार बार आता है resentment मतलब नाराज हो जाना ठीक है नाराज हो जाना नाखुश हो जाना ये रहा पांच नंबर का कुछन कि first world war ने कैसे हमारे national movement को forge किया अब यहां जैसे देखेंगे ना तो इसी प्रोसेस में मतलब यह जो स्थिति बनी हुई थी इसी स्थिति में महात्मा गांधी आते हैं कहां पर इसी स्थिति में महात्मा गांधी आते हैं भारत में कहां से साथ एफ्रिका से लौट करते हैं 1915 में तो भी प्रोसाइज जैनवर लोगों के अंदर घुस्सा था, अक्रोष्ट था, और महात्मा गांधी ने उस घुस्से को चैनलाइस किया, एक नया तरीका दिया कि कैसे हम रिटिशर्स से बदला लेंगे, और फिर कैसे हम प्रोटेस्ट करेंगे, कैसे हम अपने अंदर की आग को चैनलाइस करेंगे, ठीक है, तो महात्मा गांधी जब इंडिया लौट के आये, बहरूपिया होता है तो सत्य अगर पूछा जाएगा तो सत्य अगर में आपको क्या ध्यान रखना है कि सत्य अगर इज फिलोसोफी थी फिलोसोफी गिवन बाय महात्म गांधी वेरबाई ही एंफरसाइज ऑन टू थिंग्स ट्रूथ एंड नॉन वायलेंस क्या है अहिंसा और सत्य दो चीजों का हमें साथ पकड़ना होगा महात्म गांधी ने फिलोसोफी को एक्सप्लेन किया क्या अन्याय के विरुद्ध खड़े हो ठीक है तो खड़े होने में किसी बात की शर्म नहीं है और किसी बात का डर नहीं है और अगर आप अन्याय के विरुद्ध खड़े हो तो आपको क्या करना है आपको डरने की जरवत नहीं है और ना किसी को मार पीट के डराने की जरवत है आपको सिर्फ सत्य का सांत पड़ना है और जो आपके साथ गलत कर रहा है उसे यह ऐसास दिलाना है क्या ऐसास दिलाना है ठीक है जो ओपरेसर है उसको यह ऐसास दिलाना है कि ही और शीघ्र इंजस्टिस समझ गए इफ यू आर फाइ� ए देन दिवाइलेंट वालेंस इस नॉट रिक्वाइड टू प्रूव यॉर पॉइंट ऑल वॉट या रिक्वाइड टू डू इस टो अपील टू दिक्ट प्रॉब्लम आप दिलाओ कि तुम गलत कर रहे हो और इससे होगा कि जिस दिन वह गलत करने व्यक्ति को है आपके हां मैं गलत कर रहा हूं दिखते इस बाउंड टू ट्राइम जो सत्य होगा उसकी विजय होगी और महत्मगादी कि ठीक है सत्या ग्रह का आवाज कहां गई कौन सी आवाज ओरिजिनल वाली आज आएगी वापिस मामा के गांव गई अभी गला बैठा हुआ है मेरा तो थोड़ा सा वह एक दिन तो लेगा ना उस ठीक है तो अब जैसे अगर आप यहां पर तो अब यह आइडिया देव हाथ मकाने सत्या ग्रह का अभी सत्या ग्रह का आइडिया सिर्फ ऐसा नहीं है जैस उन्होंने एक विचार दिया तो विचार को धरातल पर उतार के दिखाया चंपारन में 1917 में खिदा में 1917 में और एहमदाबाद में 1918 में यह इस चैप्टर का मैप वर्क है जो बच्चे मैप वर्क के नाम से छाती पीट रहे हैं दो चीज सुनो पूरी ये सीरीज क एक दिन में मैं हाफ यहरली के जो चैप्टर से जितने हमने करें इनका पूरा मैप वर्क एक साथ करवा दूंगा लाइफ पहला पॉइंट दूसरा पॉइंट हमारा सर कली एग्जाम है तो मैं आपको एक बहुत अच्छी चीज बताता हूं क्या कि है वह अलरेडी चलो, तो महात्मा गांधी ने ये सत्याग्रह के आईडिया को चमपारन में पहली बार टेस्ट किया, जहाँ पे चमपारन बिहार में, 1917 में, जो इंडिगो कल्टिवेटर्स थे, उनके सपोर्ट में ब्रिटिशर्स के अगेंस्ट में क्या किया, धर्ना रखा, खेदा में 1917 में, प्लेक ब्रेकाउट हो जाता है, तो आप टेक्स नहीं पे कर सकते थे तो उनके सपोर्ट में खड़े हुए महत्मगांधि यहां पर सत्याग्रह के प्रिंसिपल से जीत के दिखाया प्रिटीशर्स को गुटने टिकवा दिए और अहमदाबाद 1980 में उन्होंने अपने ही लोग मतलब इंडियन वह टोटन मिल ओनर्स थे ना तो कॉटन मिल ओनर्स के ग शत्यागरह के प्रिंसिपल से प्रोटेस्ट किया ठीक है और अहमदाबाद में 1980 में कॉटन मिल ओनर्स के घुटने जुखवा दिए ठीक है तो यह गुणों पर ला दिया मतलब ठीक है तो यह तीन जगह पर महात्मा गांधी ने शत्यागरह के प्रिंसिपल को एक्सपेरिमेंट किया फिर क्या हुआ फिर महात्मा गांधी ने तय कर लिया क्या कि यह जो नेशनल नेशन वाइड मूवमेंट लाना होगा ठीक है कि 1918 ना बाबू देखो चंपारण 1917 खेदा 1917 एहमदाबाद 1918 ठीक है मैं आपको एक बड़ी इंटरेस्टिंग चीज बताऊंगा लोग बोलते से डेट से आद नहीं होती कैसे आद नहीं होती देखो बताता हूं 1915 में महात्मा लिया होगा देश को 1917 में 1917 में चंपारण 1917 में खेदा 1918 में गए कहां नेट में गए एहमदाबाद 2019 में रॉल इटेक्ट और जलियावाला बाग इंसिडेंट वाला पूरा केस होगा 1919 का ठीक है फिर 1920 में नॉन कॉपरेशन मूवमेंट चालू कर देंगे 1920 में नॉन कॉपरेशन 1921 में नॉन कॉपरेशन मूवमेंट चालू कर देंगे ठीक है सिंपल पूरी हिस्ट्री तीन चार टॉपिक मैंने आपको एक लाइन में बता दिया है कव क्या हो रहा आपको कहानी पता है तो वह प्रोफाइट चल रही है समझे है कि कब क्या हो रहा है उस चीज का एक पैटर्न समझो कि सब प्रोडक्ट में चल रहा है चलो तो फर्स्ट वर्ल्ड वार चल रहा था फर्स्ट वर्ल्ड वार के चलते लोगों के अंदर वैसी एकदम गुस्सा भरा हुआ था रेजेंटमेंट था ठीक है वह चंपारण 1916 में नहीं है सुनो नहीं देखा जाए तो 1916 में चंपारण है मान रहा हूं तुम्हारी बात लेकिन क्या है कि एंसीआटी में नई एंसीआडीज में चेंज करके उसको 1917 कर दिया है ठीक है है तो अब आपको नहीं एंसीएटी के हिसाब से 1917 ही ध्यान रखना है ठीक है चलो तो अब जैसे देखें महात्मा गांधी आय सत्याघरा का आईडिया लेकर आए अब उसी के परलार आप जैसे देखेंगे तो इन सारी चीजों थे एक नया एक लॉ पास किया था और उस लॉ का नाम था रोलेट एक्ट ठीक है ब्रिटिशर्स ने लॉ पास किया था कि उस लॉग का नाम था रॉलेट एक्ट तो रॉलेट एक्ट में आपको क्या देखने को मिल रहा है रॉलेट एक्ट मे कि जो रॉल एट एक्ट पास हुआ था तो उसके अकॉर्डिंग क्या था कि किसी को भी अरेस्ट किया जा सकता है दो साल तक जेल में रखा जा सकता है विदाउत नहीं ट्रायल ट्रायल मतलब कि उसको कोट में पेश नहीं किया जाएगा समझे तो यहाँ पे अगर जिसे आप देखेंगे ठीक है फर्दर ऐसे इसी बीच में क्यों जाता है जल्यावाला बाग इंसिडेंट भी हो जाता है साथ-साथ में खिलाफत मूवमेंट भी पैरलल चल रहा था समझना था मैं आपको जो पहला टॉपिक है आपके चैप्टर का बड़ा टॉपिक नॉन कॉपरेशन मूवमेंट उसके पीछे का ठीक है नैशनलिश्ट फोर्सेज इंटेंसिफाई हो रही थी उसी के पैरलल में रॉलेट एक्ट पास किया गया था जिसके फॉलोप में जलिया वाला बाग इंसिडेंट हुआ था खिलाफत इशू पैरलल में चल रहा था तो इन सारे कारणों से लोग नाखुश थे हर तरफ है तो अगर हम जैसे देखें कि रोलेट ऐड क्या है तो रोलेट ऐड क्या था एक लॉप आज किया गया था बताया मैंने इंपीरियल लेजिस्टिलिटिव कांसिल मतलब जो ब्रिटिशियर्स की एसेमली थी उनके द्वारा एक लॉप आज किया गया है जिसके चलते गवर्नमेंट को ने पावर दी दी क्या कि किसी भी पॉलिटिक पॉलिटिकल एक्टिविटी को पॉलिटिकल एक्टिविटी को डिटेन कर सकते हैं रेस्ट कर सकते हैं प्रिजन में डाल सकते विदाउट ट्रायल फॉर टू यार्स तो यह डिसाइडेट टू मेक अ हर्ताल अगेंस्ट दिस अंजस्ट लॉग ऑन सिक्स अपरेल नाइनटी नाइनटी और ध्यान रखना सत्याग्रहा प्रिंसिपल में पहले बात करी थी क्या कि जो भी करेंगे पीसफुली करेंगे तो पीसफुली महात्मा गांधी ने बोल दिया कि कि लाइन ऑफ कम्यूनिकेशन डिसरप्ट ना करते तो गवर्नमेंट लोगों को कंट्रोल करने की कोशिश करी लोग भड़ा उठे और उसका ना से वॉयलेंस हो गया अब जब वॉयलेंस हो गया तो सरकार के पास में एक एजर रहती क्या कि तो मार्शल लॉग मतलब फिर ब्रिटिश गवर्मेंट ने लॉइंट रिड्यूस कर दिया कि अब कोई मतलब तरह से कर्फ्यू लगा दिया कि पीपल वर नॉट अलाउट टू गैदर टोगेदर ऑन रोड्स पार्ट्स पब्लिक गैदरिंग को एक तरह से डिस्बैंड कर दि अब क्या होता ना कि बैसाखी का मेला यही टाइम पीरिडे अप्रेल वगेरा का बैसाखी का मेला लगता है पंजाब में लोग इखटे होते हैं ठीक है बैसाखी के मेले में अपने लोगों को इकट्ठा कर लेंगे ठीक है तो 13th अप्रेल के दिन जलियावाला बाग में सब इकट्ठे उसको कमांड दी थी कि तुम लॉइन ऑडर मेंटेन करना मार्शल लॉ लगा हुआ है और जनरल डायर ने जब उसे पूछा गया तुमने जरिश क्यों किया तो उसने क्या कहा आए परफॉर्म दिस एक्ट टू क्रिएट अमॉरल इफेक्ट अमंदी सत्याग्रहिस कि मैं अब क्या होता है अब जब लोगों को पता लगा कि इस तरह से हमारे भाई बंदू के ऊपर गोलियां चलाई गई है तो लोग भी रोड पर उतराए इसका इंपैक्ट क्या हुआ इसका इंपैक्ट यह हो गया कि लोग रोड पर उतराए बहुत सारे लोगों की जान गई ब्रिट अब लोग रोड पर उतराए लोग वॉयलेंस को कंट्रोल करने के लिए गवर्नमेंट भी वॉयलेंस के इस्तेमाल कर रही है तो स कि सत्या ग्रहिस को भी प्रताणित किया गया है बहुत ज्यादा जो लोग प्रोटेस्ट कर रहे थे उनको भी अरेस्ट किया गया है मारा गया पीटा गया सरकार ने फिर क्या है आयरन हैंड इस्तेमाल करना शुरू कर दिया ठीक है तो यह यह पूरा इंसिडेंट है इस चीज का रॉलेट एक्ट से लगाकर जलिया वाला बाग तक अब यहां पर रॉलेटेक्ट अब इसी के पैरलल में खिलाफत इशू भी चल रहा है खिलाफत इशू क्या है समझना खिलाफत इशू एक प्रयास था जिसके चलते हम हिंदूज और मुस्लीम्स को नॉन कॉपरेशन मुविमेंट के लिए यूनिफाई कर सकते थे कैसे?

तो खिलाफत इशू ऐसा है कि कंटेक्स दे रहा हूं मैं आपको कि ऑटोमन एमपायर था चप्टर वन में भी पढ़ा है तो ऑटोमन एमपायर जो टर्की में था तो ऑटोमन एमपायर के हेड जो थे पॉलिटिकल हेड उन्हें खलीफा कहा जाता था और खलीफा थे तो वर्ल्डवाइड जितने भी मुस्लिम मासेस है सबके स्पूरिशल हेड भी है ठीक है तो सारी मुस्लिम मासेस के सेंटिमेंट जुड़े हुए उनके साथ ठीक है तो अब क्या होता है कि खिलाफत इशू में ऐसा होता है कि मैं आपको अब आटमन एमपायर हार जाता है तो दिक्ती बात है कि जो जीते हैं जीतने वाले कौन थे ब्रिटिशर्स वगैरह ठीक है तो जो अलाइट पावर जीती थी तो उसमें ब्रिटेन भी था और यह कहा जा रहा था कि ब्रिटेन जो है टर्की के उपर हार्ष पीछ ट्रीटी इं तो दिफर्स वर्ल्ड वार हैड एंडेट विद डिफिट ऑफ ऑर्टोमन तरकी देर वर रूमर्स देट हार्च पीस ट्रीटी वाइट गोइंट वीडिंग इंक्लूडिंग इंडिया सब क्या है देखो था पीविड ब्रिटिशर्स जल्यावाला पाक इंसिडेंट हुआ है मैंने आप दिन दूसरे शिक्स आर नॉट ए फैब्बी विद विशेष लेट अस्ट्री निफाई दीज फोर्सेस लोगों के अंदर गुस्सा इखटा किया जाए और एक बड़ा मूवमेंट लांच करते हैं मुथ ओर जवाब देते ब्रिटीशर्स को समझे दीजवर्धी सेंटिमेंट दीजवर्धी सेंटिमेंट इन सपोर्ट आफ खिलाफत एस वेल अस्ट्राज ठीक है और अगर क्यों लेटिव फर्क वह देखोगे इंपैक्ट इसका जल्यावाला बाग इंसिडेंट ठीक है फर्स्ट वर्ल्डवार के चलते जो रेजेंटमेंट था खिलाफत इशू इन सारी चीजों को एक साथ इन सारे पर इसी चीज को प्रोपोस कि महात्मा गांधी ने सेप्टेंबर के कैलकता सेशन में 1920 में होता क्या है अब पॉइंट यह थी कि non-cooperation तो एक तरीका है कि हम अपना cooperation हटाएंगे। यह movement में कैसे unfold होगा और non-cooperation movement ही क्यों। cooperation हटा के क्या मिल जाएगा। ठीक है तो महत्मा गांधी ने इस चीज़ को क्या दिया इस चीज़ को अपना ideological base दिया। उन्होंने क्या कहा गांधी जी ने अपनी book हिंदु स्वराज में यह idea present किया। क्या idea present किया। महत्मा गांधी यह कहते है कि British rule in India is just because we are cooperating with them। अगर हमने एक बार अपना cooperation हटा लिया। तो दिव रिटिश रूल विल कम टू कोलाप्स विदिन ए एक साल के अंदर विटेश रूल जो धड़ाम से क्या जाएगा कोलाप्स हो जाएगा धरातल पर आ जाएगा ठीक है तो यहां आपको समझना होगा क्या कि गांधी जी जो थे तो गांधी जी ने आईडिया दिया थे कोपरेशन हटाओ एक साल में प्रेटीशूल गिर जाएगा ठीक है तो दिमूवमेंट वॉट अनफॉल्ड इन स्टेजेस यह तो आप सब्सक्राइब करें और इसमें पहले हम क्या करेंगे अपना cooperation हटाएंगे अपने titles लोटाएंगे अगर उन्होंने हमें कुछ मान लो क्या है कि उन्होंने अगर हमें कोई उपाधी दिये तो वो हटाएंगे हम अपने पास से उनके products खरीदना बंद करेंगे और इस process में अगर Britishers violent तरीके का इस्तेमाल करते है मिल रहा था कि तुम पार्टिसिपेट कर सकते हो तो कुछ कांग्रेस के लीडर ये सोच रहे थे कि यार अब तो मौका आया है इलेक्शन में पार्टिसिपेट करने का और पावर हाथ में लेने का और तुम बोलो कि नॉन कॉर्पेशन में वाइकॉर्ट कर देंगे इलेक्शन को तो देर वास और पार्टिसिपेशन को पार्टिसिपेशन को पार् दिसमबर आते-ाते सबको कन्विंस कर लिया गया और एल्टिमेटली क्या होता है एल्टिमेटली नॉन कॉपरेशन मूवमेंट को अडॉप्ट किया जाता है इन दिन नाकपुर सेशन ऑफ 1920 जो दिसमबर में हुआ था प्रोपोजल रख दिया जो है वह लांच किया गया समझ ना या तो अब मुझे यहां तक आपको बताना है क्या आपको non-cooperation movement के पीछे का background समझ में आ गया non-cooperation movement समझ में आ गया एक भी point छूटा हो तो बता दो पूरी हाथक की कहानी समझ में आई अब पॉइंट यह था टॉपिक देखो अगला क्या है डिफरिंग स्ट्रैंड्स विदिन दी मूवमेंट नॉन कॉपरेशन मूवमेंट में अलग-अलग लोग पार्टिसिपेट करेंगे अब मैंने क्या बताया कि इंडियन नेशनल मूवमेंट में वही है कि सबका अलग-अ रिकाब इस स्लाइड से करते हैं अपने इस गोइंट वेरी इजी ठीक है यह एक स्लाइड से देखो यहां तक का पूरा टॉपिक एक स्लाइड पर है क्या फर्स्ट वर्ल्ड वार के चलते दर्व रिजेंटमेंट अमंग दी पीपल वाय यह क्वेश्चन हो गया आपका एकजुट हो गए थे इसी के पैरलल में क्या चल रहा था कि महात्मा गांधी के आने के बाद में 19 अब 1919 में जैसे रॉलेट एक्ट के ही फॉलोअप में जब मार्शल लॉ लगा दिये गया तो क्या हो जाता है जल्यावाला बाग इंसिडेंट हो जाता है ठीक है लोग बहुत नाराज थे गुश्या थे उसी के परलेल में क्या होता है कि खिलाफत इशू भी चल रहा था खिलाफत मूवमेंट Mahatma Gandhi ने अपने non-cooperation movement का proposal रखा September में, December में Adopt किया जाता है December के Congress session में और this is how the non-cooperation movement Started in our country This is how the non-cooperation movement Started in our country ठीक है? हो गया recap? ठीक है? तो अब हम बात करें कि Different strands within the movement अब ये movement चालू तो हो गया लेकिन मैंने क्या बता है कि Council election मतलब?

कि कांसर इलेक्शन वतलब यह होता है कि नाइनटीन में जो इलेक्शन होना थे किस मतलब जैसे बृतिश गवर्नमेंट इन इंडिया जो थी वह इलेक्शन कंडक्ट करवाती थी रिप्रेजेंटिटिव्स के लिए तो अब उन इलेक्शन में इंडियन प्रोफिकेट कर सकते थे और उन्हें बोल दिया कि अपने को नहीं पर्टिसिपेट करना बॉयकॉर्ट करना नॉन को चलो अब आगे बढ़ते हैं तो आगे क्या हो रहा है कि मैंने बताया कि मूवमेंट में अलग-अलग लोगों ने पार्टि डिफरेंट डिफरेंट एंडरस्टैंडिंग सबकी अपनी अपनी ढपली थी अपना अपना राज था ठीक है तो दिन ऑन को ऑपरेशन खिलाफट मूवमेंट बिगेन इन 1921 कहानी बताई थी मैंने आपको सिस्टीन सेवर मतलब 15 में आए शिक्षिण में घूमे तो टाउन्स में क्या होता है टाउन्स में कांग्रेस जैसा चाह रही थी लोगों ने वैसे पार्टिसिपेट किया बॉयकॉर्ट आफ स्कूल कॉलेजेस सर्विसेस और इलेक्शन ठीक है नॉन कॉपरेशन मुवमेंट में हमें बॉयकॉर्ट करना है तो ये एक एक कीवर्ड है से एक एक कहानी रिकॉल करना तो नॉन कॉपरेशन मुवमेंट टाउन में क्या था तो पार्टिसिपेशन आपको कि कॉलेजेस वगैरह जाना छोड़ दिया टीचर्स ने पढ़ना छोड़ दिया बच्चों ने पढ़ाना छोड़ दिया उल्टा ठीक है मतलब बच्चों ने पढ़ना छोड़ दिया टीचर्स ने पढ़ाना छोड़ दिया ठीक है साथ ही साथ क्या है कि जो लोग कोर्ट वगैरह में काम करते थे उन्हें बोल दिया कि लाख मारता हूं ऐसी नौकरी को उन्होंने भी कोर्ट को बॉयकॉर्ट कर दिया इन दिन व नॉन कॉ कि पहली बार तो मौका मिला है पावर हाथ में लेने का क्योंकि अधिकतर पावर प्रहामण्स के पास रहती थी और तुम बोल रहे हो एलेक्शन बॉयकॉर्ट कर दो हम तो नहीं कर रहे हैं भी आप ठीक है तो नेम दी पार्टी कौन सी पार्टी थी वो जस्टिस पार्टी व कि इकोनॉमिक फ्रंट पर भी क्या होता है मतलब यहां से तो मिटी जाएगा लेकिन आप ध्यान रखना इकोनॉमिक फ्रंट पर नॉन कॉपरेशन मूवमेंट में टाउंस में क्या पार्टिसिपेशन था कि बृतिश गुट्स को बायकॉर्ड किया गया ठीक है बॉन लिकर शॉप्स वर पिकिटेड, ठीक है, जो फॉरेन इंपोर्ट होता था कंट्री में, वो आधा हो गया एक साल के अंदर अंदर, पता हमने इतना बॉयकॉट करा कि नहीं ले रहे समान तुम्हारा, ठीक है, तो इससे चलते क्या है, इकनॉमिक लेवल पे भी आपको क्या अब लिमिटेशन के अगर बात करें तो लिमिटेशन की क्या है तो यह जो नॉन कॉपरेशन मूवमेंट सही चल रहा था लाइब तरीके से लेकिन एक साल के बाद में कुश्यंस उठने लगे क्या से कि शुरू-शुरू में तो सबने फॉरेंड गुड्स को बायकॉर्ट कर वाइफ्ट करके खादी को पैन लूंगा ठीक है कैसे वाइफ्ट करके मैं चाहूं एक मिनट लग जाओ लाग और एक मिनट जाओ अभी ठीक है अभी ठीक है अगर नए गुड़ा एक इस है ठीक है तो अब जैसे देखा जाए तो हुआ क्या कि खादी एक्सपेंसिव था तो पीपल ट्रिकल बैक टू दी चीप मशीन मेड क्लूट्स क्योंकि सस्टेनेंस का सवाल आ गया था और फिर यह स्कूल कॉलेज छोड़ दिये थे इसको छोड़ चुके थे उनके खुद के बच्चे उनको पढ़ा पढ़ा कर उन्हें क्या कर दिया पागल कर दिया तो बहुत सारे प्रॉब्लम्स है कि आप रोजी रोटी कहां से आएगी तो देर वर नो एल्टरनेटिव इंडिजीनियस इंस्टिटूशन्स तो लोगों क जो मतलब ब्रिटिशर्स के स्कूल छोड़ दिया कॉलेजे छोड़ दिया तो अपने इंडियन के भी तो होना चाहिए थे इंडियन के स्कूल कॉलेजे नहीं थे ठीक है पेट पालने का सवाल आ गया था क्या करते हैं तो इस कारण से क्या है कि पीपल ट्रिकल्ड बैक ठीक तो यह टाउन का पार्टिसिपेशन था अब आज आप रामचंद्र होगा मतलब पीजेंट्स के जो मूवमेंट है उसको लीड किया बाबा प्रिटिशर्स इट वास मोर अगेंस्ट दी तुलकदार एंड लैंडलॉड्स ठीक है क्यों कि समझना है कि कैसे कि शहर में लोगों को सीधे प्रिटिशर्स दिख रहे थे टाउन्स में लेकिन विलेज में क्या होता था कि विलेज में जैसे अगर आप देखोगे तो विलेजर्स जो होते थे तो विलेजर्स का सीधा एक्सप्लोइटिशन ब्रिटिशर्स नही ब्रिटिशर्स अपने अंडर में क्या रख देते थे? तुलकदार्स और लैंडलोर्ड्स को रख देते थे और बोलते थे कि तुम टेक्स कलेक्ट करना विलेजर्स से तो डारेट ना नॉन कॉपरेशन मुविमेंट में जो गाओं के लोगों का पार्टिसिपेशन था तो उनको ऐसा लगता था कि हमारे दुश्मन तो मेन ये लैंडलोर्ड्स हैं ये तुलकदार्स हैं जो पैसे वाले लोग हैं जो ब्रिटिशर्स के नाम पर हमसे टेक्स लेत कि अर्यार कहां से लेग हुआ अभी सही है कंट्री साइड दोबारा से ठीक है कंट्री साइड दोबारा से ओके कि क्या समस्या जा रही है कंट्री साइड दोबारा से ठीक है कंट्री साइड दोबारा सांच पानी पी लो सांच हो कि ठीक है कंट्री साइड दोबारा से तो अब जैसे गर्म देखें तो कंट्री साइड में पार्टिसिपेशन जो था तो पीजेंट से ना उन पीजेंट को ऐसा लगता था पीजेंट को ऐसा लगता था कि हमारे डायरेक्ट दुश्मन कौन है ब्रिटिशर्स नहीं देना तो पीजेंट को ऐसा लगता था कि तुलकदार और लैंडलॉट्स हमारी समस्याओं का कारण है क्योंकि वह टेक्स इंपोस करते थे ठीक है आई टेक्सेस इंपोस्ट करते थे लैंड राइट्स नहीं देते थे बेगार में उनसे काम करवाते थे कम पैसे देते थे तो गाउं कि यह जो बड़े बड़े लेंड लॉट वगैरह ना इनको बेसिक फैसिलिटी से डिप्राइव किया जाए बाल नहीं काटेंगे उनके कपड़े नहीं दोएंगे फिर क्या करेंगे वह बताओ ठीक है तो इस तरह से अब जैसे आप देखेंगे तो कांग्रेस ने भी मूवमेंट को कंट्री साइड में एक तरह से क्या किया बंद मतलब धर्ने पर बैठ जाना बोलता बंद और नईस करना श्राइट वैसा ठीक है तो उन्होंने क्या किया अवध किसान सभा वगैरह फॉर्म करी जवालाल नेहरू और बाबा राम चंद्रने और उनका ऑब्जेक्टिव यह था कि किसी ना किसी तरह से पीजेंट मूवमेंट को भी सही तरह से चैनलाइज किया जाए लेकिन लेकिन दिक्कत क्या होती पता है लेकिन दिक्कत ही होती है कि जो हाउजेस आफ मतलब यहां पर लिमिटेशन यह रहती कि पीजेंट का मूवमेंट उस नजर से नहीं चल रहा था जिस नजर से कांग्रेस चाह रही थी अब होता है ना कि मैसेज को नॉन कॉपरेशन मुविमेंट में प्रायोरिटी थी कि नॉन वॉयलेंट तरीके से काम करेंगे लेकिन अब पीजेंट ने सोचा कि अब तो क्या है आजादी लेना है बस वो मुविमेंट टर्न आउट हो जाते थे All in the name of Mahatma Gandhi Mahatma Gandhi के नाम पे बिल फ़ाड दिया कि Mahatma Gandhi ने बोला है मार पीट मचा दो ठीक है तो ये सारी समस्याएं थी ये सारी समस्याएं थी समझ गए आगे बढ़ते हैं Tribals अब जाओ Tribals Tribals में क्या हो रहा है तो Tribals के अगर हम जैसे बात करें तो Countryside में कि एक तो मेनस्ट्रीम सुसाइटी थी जो गाओं में लोग रह रहे थे दूसरा जंगलों में रहने वाले हमारे भाई आदिवासी लोग भी थे तो ट्राइप जो थे ना तो जिसे गुड़ेब हिल्प ऑफ आंद्रप्रदेश में ट्राइबल कम्यूनिटी जो है तो छुप छुप के ब्रिटिशन के ऊपर हमला करने लगे ठीके वन सच इंटरेस्टिंग परसनेलिटी वास अलूरी सीताराम राजू तो अलूरी सीताराम राजू आंदरपदेश के एक फ्रीडम फाइटर कहेंगे हम उन्हें जिन्होंने क्या किया जिन्होंने अपने सा� यह ताय कि आप मतलब उनका आईडिया यह था कि महात्मा गांधी बहुत अच्छे रहती है ठीक है महात्मा गांधी के जो आईडिया से जैसे खादी को पहनना पिछुट गिव अप लिकर ठीक है शराब पिना बंद कर देना चाहिए और अलूरी सिताराम राजी कैसे क्योंकि लोगों को यह मानना था कि फूट कैप्टिवेट दिशाट ऑफ वुलेट आप गोली चलावा उन्हें कुछ नहीं होगा अलूरी सिताराम राजु को लोग ऐसा लगे थे क्या कि वह लोगों को हील कर सकते हैं इसी के चलते उन्हें इंकारनेशन ऑफ गॉड माना जाने लगा और अलूरी सिताराम राजु भी क्या बोलते थे कि आजादी लेंगे लेकिन उन्हें बोला महत्मगांधी बहुत अच्छे आदमी लेकिन नोन व� और एक बार फिर क्या होता है कि उसी process में he was caught by the Britishers ठीक है Britishers ने उन्हें पकड़ लिया तो इस तरह से countryside में peasants का participation, tribals का participation ठीक है answer को अगर मैं आपको break करके दू तो answer simple है क्या है different strands within the movement ठीक है how the people saw and participated in non-cooperation movement तो town की कहानी, countryside की कहानी countryside में भी peasants और tribals और एक और group था वो तो था प्लांटेशन वर्कर्स का मतलब प्लांटेशन वर्कर्स यानि क्या जिससे आसाम के खेतों में क्या हो रहा है ठीक है आसाम के खेतों में जो वर्कर्स थे तो वह सारे वर्कर्स एक साथ क्या होते थे घट्टे हो जाते थे वह सारे वर्कर्स एक साथ एकट्टे होकर एकट्रित होकर उसी प्लांटेशन फिल्ड पर काम किया करते थे और उन्हें उस प्लांटेशन फिल्ड को छोड़कर बाहर जाने की आजाधी नहीं थी और जब महात्मा गांधी ने स्वराज का कॉल दिया ना तो उसके चलते क्या है कि उन्होंने स्वराज को क्या समझा कि आजादी का मतलब बस यह कि एक कंफाइंड स्पेस से बाहर निकल कर चले जाए क्योंकि अपॉर्डिंग टू दी इंडिलेंड इमिग्रेशन प्रेक्ट आफ 1859 दोस्त प्लांटेशन वर्कर्स वर नॉट अलाउट टू मूव आउट ���फ दी फील्ड विदाउट डी परमिशन और वह परमिशन भी मिलती नहीं थी ठीक है तो इसी के चलते क्या है कि जो प्लांटेशन फील्ड वर्कर्स थे उन्होंने स्वराज का कॉल सुनते से बॉयकॉट करा प्लांटेशन फीड्स को निकल पड़े अपने घर की और हुआ यह लेकिन कि रास्ते में उन्हें खेर अब जिसे अगर आप दिखेंगे तो different people had different notions for Swaraj या फिर हो देख पार्टिसिपेटेड नोन कॉपरेशन मूवमेंट अपनी-अपनी ढपली और अपना-अपना राग सबने अपने-अपने तरह से समझा लेकिन अपने अपने पार्ट देख रहे थे तो यह बहुत बड़ा अपने आप में अचीवमेंट था क्या कि लोगों के अंदर वह जो पैन इंडिया इमेज पैन इंडिया मतलब वह पूरे राष्ट्र की जो छवि थी वह बनना शुरू हो गई थी ठीक है तो अब जैसे अगर आप जाता था और वही एक इंसिडेंट होता है 1922 फेब्रेरी में जब क्या होता है जब चौरी-चौरा इंसिडेंट होता है उत्तर प्रदेश गौरकपुर में गौरकपुर के पास में चौरी चौरा जगह है वहां पर क्या होता है वहां पर एक पुलिस स्टेशन जला दिया जाता है प्रोटेस्टर्स के द्वारा जिसके जिसके चलते 22 पुलिसमेंट जो तो जिंदे जल जाते हैं ठीक है देखी ठीक है अभी लोगों को ट्रेनिंग देने की जरूरत है और नॉन कोपरेशन मूवमेंट को 1922 में कॉल आफ कर लिया गया ठीक है तो बोलो यहां तक की सारी चीजें समझ आगी ठीक है विराम लिया जाए एक गुट पानी पीओ सब clear है इंदी चैट बताओ ज़रा मैं डाउट देख रहा हूँ तुम्हारे आरारार मूवी में दिखा गया अलूरी सीतराम राजू को वेरी गुड बताओ कांग्रेस सेशन के कि कांग्रेस सेशन के टाइम ब्रिटिश रहते थे यह रहते थे तो अब लोग इखटे होकर मीटिंग तो कर सकते ना मीटिंग तो रोक सकते हैं आप किसी की ठीक है वह बदला उस चीज की आजादी थी मीटिंग कर सकते हैं ऐसा कुछ नहीं ठीक है पिकेट मतलब क्या है किसी भी पिकेटेड मतलब किसी धर्ने पर बैठ जाना पिकेटेड पिकेटिंग होता है कि किसी भी जैसे वाइन शॉप वार पिकेटेड तो वाइन शॉप के एंटरेंस पर बैठ गए कि नहीं खुलने देंगे दुकान नहीं खुलने दें� कि एंडेंचर्ड लेबर मतलब क्या है कि जब किसी व्यक्ति को क्या किया जाता लेबर बना कि ले जाया जाता है दूसरे देश में या फिर दूसरे आइलेंड नेशन्स पर बहुत कम पैसे के लिए एक फिक्स टाइम पीरिड के लिए जाया जाता तो एंडेंचर्ड लेबर का सिस्टम था पहले बॉंड लेबर टाइम ठीक है शुरू करें क्या हो गया मुकेश तो अगर आप रिकॉल कराओ ये वाला टॉपिक क्या कि नॉन कॉपरेशन मुवमेंट में देर वास डिफरिंग स्टैंड विदिंग दी मुवमेंट टाउन में जो लोग थे उन्होंने अपनी अंडरस्टेंडिंग से पार्टिसिपेशन क्या लिमिटेशन ये था खादी में पीजेंट्स ने पार्टिसिपेट किया लिमिटेशन क्या थी वॉयलेंट हो जाते थे ठीक है कंट्रीसाइड में ट्राइबल्स ने पार्टिसिपेट किया अलूरी सिताराम राजवाली कहानी लिमिटेशन वही थी कि वह वॉयलेंट हो जाता था प्लांटेशन व लिए तो आजाधी का मतलब यही था कि प्लांटेशन फील्ड छोड़कर बाहर चले जाए लेकिन वह बाहर गए पकड़ लिया गए ठीक है रेथर देन देर इमीडियेट लोकैलिटी ठीक है ठीक है चलो शुरू करते हैं इन लाइन ए इम्मीग्रेंट एक्ट का मतलब क्या होता है कि जो एक लॉट हाइन लेंड इम्मीग्रेंट इम्मीग्रेंट एक्ट ऑफ 1859 जिसके ओट ऑफ देर अब आजाओ अब एक ब्रिज बनाएंगे अपन ठीक है टेटर्स टू सम सिविल इंजीरियरिंग नॉन कॉपरेशन मूवमेंट जनवरी 1921 से चालू हुआ फेब्रेरी 1922 में कॉल ऑफ कर देंगे ठीक है नॉन कॉपरेशन मूवमेंट जनवरी 1921 से चालू हुआ फेब्रेरी 1922 में कॉल ऑफ कर देंगे अगला मूवमेंट जो है ना अगला मूवमेंट 1930 में चालू होगा है एप्रेल में अगला मूवमेंट सिविल डिसोबिडियंस मूवमेंट ठीक है और मार्च 1931 में कॉल ऑफ कर लेंगे ठीक है तो अब यह 1922 से लगा कि 1930 के बीच में 8 साल है 8 साल में एक बच्चा यहां से यहां जाता है तो यह 8 साल में क्या हो रहा था तो what was happening in this time period समझ गए अब आजाओ इस टाइम पीरियोड को ट्रूस पीरियोड कहा जाता है मतलब इस बीच में कोई बड़ा मूवमेंट नहीं चल रहा था नॉन कॉप्रेशन मूवमेंट कॉल आफ कर लिया गया अगला बड़ा मूवमेंट जो है अगला बड़ा मूवमेंट आते आते लोग बु� कि इस नॉट दिन राइट वेट पार्टिसिपेट इन अब कह सकते हैं नैशनलिस्ट मूवमेंट पीपल आफ रिक्वाइड टू बी ट्रेन अबाउट दिए आइडिया फिर सत्याग्रह ले देकर पत्थर उठा लेते थे बस ठीक है तो महात्मगांध ने बोला कि इस इक्षा जाहिर करे थे कि इलेक्शन में पार्टिसिपेट करेंगे इलेक्शन में पार्टिसिपेट करेंगे तो कांग्रेस के कुछ लीडर्स क्या है कांग्रेस के कुछ लीडर्स बोलते कि आप कोई मूवमेंट नहीं चल रहा है ना आप हमारे को पार्टी बना लेंगे हम इ तो यह लीडर्स ने बोला कि अब कोई मूवमेंट चल नहीं रहा है तुम लोगों को ट्रेनिंग देते हो जब तक हम एक बाद चुनाव में अपने हाथ आजमा लेते हैं तो उन्होंने एक स्वराज पार्टी बनाई और उन्होंने कांसिल इलेक्शन में पार्टिसिपेट एक देखो क्या हो रहा था वह था पिंटिंग इन इस टाइम पीरियड ठीक है तो आप बताएंगे एक तो स्वराजपाटी बनी दूसरी लेकिन agriculture commodities की prices गिर रही थी अब मान लो मेरे पास फसल है बहुत सा लेकिन फसल की कीमत नहीं मिल रही है तो मैं as a किसान तो मैं तो घबराने लगूँ कि फसल तो हो गई लेकिन कीमत नहीं मिल रही है ठीक है तो आपको क्या देखना होगा कि worldwide economic depression छाया हुआ था कि उन्हें ऐसा लग रहा था कि अपनी फिशल किसको बेचेंगे किसको नहीं बेचेंगे तो इस कारण से सारा का सारा ग्रामीड छेत्र जो चिंता में था पैरलल टू दिस शहरों में क्या चल रहा था तो शहर में साइमन कमीशन आया था ठीक कि अभी जो कमिशन आया तो इस कमिशन की ज्नविदारी थी कि इंडिया जाओ इंडिया में इंडिया के लोगों के सम्विधान बनाना कंस्ट्रिटीशन बनाना हमने इसको बहुत जोरदार तरीके से स्वागत किया गो बैक साइमन के नारे नार ठीक है क्यों क्योंकि समस्या यह थी जो साइमन कमिशन इंडिया में आया ना अंडर दी लीडरशिप ऑफ सर जॉन साइमन जो साइमन कमिशन पहचाया गया था कंस्ट्रिटीशनल प्रोसेस के लिए तो दिक्कत यह थी कि इस सामन कमिशन इंडिया ने कभी नहीं था ठीक है तो पीपल प्रोटेस्टेंट अगेंस्ट इस ठीक है तो देमंस्ट्रेशन अगेंड दिसाइमन कमिशन एंड वॉस्ट ट्रीटेड विद दिस्लोगन गो बैक साइमन इन दिशाइड एक बार हो जाए बोलेट साइमन ठीक है तो गो बैक साइमन तो साइमन कमिशन जो आया तो उसको हमने क्या किया अब प्रोटेस्ट किया उसके यह पूरी स्थिति जो देखोगे तो ग्रामिनी छेतर में भी लोग नाराज थे भर के बैठे थे एकदम कि मिल जाए ब्रिटिशर्स बहुत मारेंगे ठीक है क्या बोलेंगे चने के जहाड पर चड़ा दी हमें और चने की कीमत ही नहीं दे रहे हो ठीक है मतलब एग्रिकल्च उनका नाम क्या था लॉर्ड इर्विन ठीक है तो देरफॉर टू कांटर ऑल दिस यह जो माहौल बन रहा था लोग मजे लेने के लिए बैठे हुए थे माहौल बन रहा था तो उसी चीज को कांटर करने के लिए उसी चीज को कंट्रोल करने के लिए जो वाइसराय इर्विन था वाइसराय इर्विन ने क्या डोमिनियन स्टेटस का ऑफर दी दिया डोमिनियन स्टेटस का ऑफर मतलब क्या है एक ऐसा ऑफर दिया कैसा ऑफर दिया वाइसराय इर्विन ने वाइसराय इर्विन ने यह दो दिया कि आज आज चाहिए ले लो आजादी तुम तुम्हारे हिसाब से सरकार चलाओ अ देश बनाओ सब करो हर चीज के आजादित तुम्हें तो सामन कमिशन पसंद नहीं आ रहा है एक चलो सामन बापी चलो ठीक है तो मतलब कंट्रोल करने के लिए दिया कि हम तुम्हें डॉमिनियन स्टेटस का ऑफर दे रहे हैं डॉ कि सब कुछ तुम्हारा रहेगा सरकार तुम्हारी लोग तुम्हारे कंस्टिक्शन तुम्हारा लेकिन तुम रहोगा किसके अंदर में रहोगे तुम ब्रिटिश एंपायर के अंदर में ठीक है रहोगे तुम ब्रिटिश एंपायर के अंदर में मुझे भी डॉमिनियन पर जैसे अगर आप देखोगे तो डॉमिनियन स्टीटस का ऑफर दिया गया लेकिन लेकिन आपको देखने को मिलता है कि इन्नीयर जो थी ना तो इन्नीयर इस समय तक मूड बदलने लगे थे जो ओल्ड नेशनलिस्ट उनको तो लगा कि जीती मिल गई आजादी मिल गई लेकिन यंग नेशनलिस्ट ने इसको अपोज किया तो तो टू काउंटर इस वाइसराय इर्विन इर्विन ऑफर्ट डॉमिनियन स्टेटस एंड राउंटेबल कॉनफरेंस ऐसा बोला कि आओ जरा बैठ के बात करेंगे अपने बैठ के बात करेंगे और डॉमिनियन स्टेटस ले लो भी तो क्या होता है बैठ के बात करेंगे ड पर नॉट सैटिसफाइड इस उन्होंने कहा कि लेकर रहेंगे आजादी अब लेकर रहेंगे आजादी और पूरी आजादी लेकर रहेंगे तो यह यंग और रेडिकल लीडर्स थे उन्होंने सीधी चीज क्या बोली उन्होंने सीधी चीज यह बोली कि अब हम पूरी आजादी लेकर मानेंगे तो इस तरह से क्या होता है इसके चलते इसे अगर आप देखोगे तो जो लाहोर का कांग्रेस से��न होता है 1929 कब उस लाहोर के कांग्रेस सेशन में प्रोपोजल रखा जाता है इसके द्वारा यंग लीडर्स के द्वारा कि आगे आने वाली 31 जनवरी 1930 को हम देश में आजादी मनाएंगे लेकिन आपको क्या देखने मिलता है unfortunately हमें आजादी उतनी नहीं मिली ठीक है वो पून स्वराज की बात कर रहे थे लेकिन वो पून स्वराज याने full independence ना कोई dominant status ना तुम्हारे साथ बैठ के कोई डिस्कस करेंगे लेकिन होता यह है कि full independence मिल नहीं पाती है तो experience यही तो काम आता है तो महात्मा गांधी ने बोला है हटो तुम ठीक है अब driving seat मुझे बैठने दू तो अब होता क्या है कि महात्मा गांधी ने बोला कि चलो वाला बोला ज़रूर वेल ट्राइड ठीक है young boys वेल ट्राइड लेकिन महात्मा गांधी ने बोला कि now this is the right time countryside was in turmoil full independence की लोग के अंदर आग थी full fledged civil disobedience movement salt march से तो वो टॉप एपनिंग इन दिस पीरियड स्वराज पार्टी रिकॉल कर रहा हूं क्या हो रहा था नॉन पॉपरेशन मूवमेंट की कॉल ऑफ हो जाने के बाद में स्वराज पार्टी वनी कंट्री साइड में एकोनॉमिक डिप्रेशन का इफेक्ट था साइमन फुल इंडिपेंडेंस लेंगे समझ गए यहां तक बताओ इस इस देश क्लियर टू हो कि स्वराज इन प्लांटेशन बता दीजिए बाद स्वराज इन प्लांटेशन सिंपल सी चीज है कि जो प्लांटेशन वर्कर्स थे उनके लिए आजाधी का मतलब यह था कि वह जो कंफाइंड स्पेस ना वह प्लांटेशन फील्ड उससे बाहर निकलने का मौका हुआ थी बात पर बताओ जो खिलाफ़त मुवीमेंट में दो अजय को तो यंग मुस्लिम लीडर्स थे जिन्होंने महात्मा गांधी के साथ में नॉन कॉपरेशन मूवमेंट और खिलाफत खिलाफत इशू को जोड़ने की बात करें उनका नाम क्या था बताओ चैट में साइमन कमिशन वह सचिटरी कमिशन था है सिविल मतलब सिविल डिसोबिडेंस मूवमेंट होगा तो सिविल डिसोबिडेंस मूवमेंट की जो शुरुआत है वह सॉल्ट मार्च से होती है जिसे हम क्या कहते हैं डांडी मार्च कहते हैं तो सॉल्ट मार्च से शुरुआत होती है जैसे वह समझते हैं बैकग् जनवरी 1930 गांधी जी सेंट लेटर टू वाइसरा इर्विन गांधी जी ने बढ़िया प्लानिंग से काम करा 31 जनवरी को 26 जनवरी मतलब हमने कोशिश करी की देखेंगे 26 जनवरी तक आजाधी मिल जाएगी क्या नहीं मिली तो फिर महात्मा गांधी एक लेटर पहुचाते वाइसरा इर्विन को प्रिय इर्विन तुम मेरे दोस्त नहीं हो ब्रेकेट में ठीक है क्या लिखा उसमें वह माइना के इंफ्लूएंस कर रही थी और उन गैरा डिमांड में एक डिमांड यह थी एक डिमांड यह थी कि तो आपके पास एक बार एक बार इस demand के थूँ ने उस कि क्या कह सकते कि पूरे-पूरे मूवमेंट के अंदर लोगों को जोड़ने की कोशिश करें और इट वास एल्टीमेटम टू फूलफिल्ड लाइट 11 क्या होता है फिर ठीक है वायर सॉइड मैंने बता दिया था फॉर्म टिम इट वास कंजीम बाय ऑल अलाइक सबके द्वारा एक जैसे इर्विन वॉस अन्विलिंग टू नेगोशिएट महात्मा गांधी को यह भाई ने हल्के में ले लिया तो लॉड रिविन किन्ने जब तो अपना आसरम जो था शाबरमत्री का 240 माइल्स चलते हैं शाबरमत्री के आसरम से डांडी कोस्ट तक गुजरात में ठीक है 24 दिन तक चलते हैं एवरेज 10 माइल डेली ठीक है तो अब यह 10 माइल्स अडेट चलते गए लोगों मत उठाना है इस बार पीसफुली प्रोटेस्ट करना है ठीक है और फिर कहता शिक्स एप्रेल पे देरीज डांडी डांडी समुदर के पानी को उबाल दिया नमक बन गया ठीक है पानी पानी उड़ जाएगा नमक नमक रह जाएगा और फिर इसने नमक एक चुटकी नमक की कीमत तुम क्या जानो इरविन बाबू इस नमक से मैं पूरे देश को जोड़ सकता हूं और इसके चलते इसके चलते जैसे अगर आप देखोगे तो इसके चलते महात्मगांधी ने क्या किया सेरीमोनियली वाइलेटेड दी सॉल्ट इस विदेश विदेश विदेश वि� कि चॉट एक ऐसी चीज थी जो बहुत इंपोर्टेंट थी सबके द्वारा कंजूम की जाती थी उस पर टेक्स लगा कि ब्रिटिशर्स अपनी कूर्ता दर्शा रहे थे उन्होंने मानने से मना बोल दिया महात्मा गांधी ने सॉइट मार्च स्टार्ट करी और फिर क्या होता है 6th अप्रेल को डांडी कोस्ट पर पहुंचकर उन्होंने सॉइट लॉक वायलेट करा और वायलेट करके फिर वह क्या एक तरह से एक तरह से सिविल डिसविडियंस मूवमेंट की बिगिनिंग ठीक है तिलक लगाकर सिविल डिसविडियंस मूवमेंट प्रारंभ कि अब सिविल डिसोबिडियंस मूवमेंट के आदिको तो हाउस विशेष विशेष मूवमेंट वास्ट डिफरेंट फ्रॉम दी अब पीपल वर नौ पीपल वर नौ आज टू रिफ्यूज कॉपरेशन एस वेल एस ब्रेक कॉलोनियल लॉस नॉन पॉपरेशन में उस कॉपरेशन हटाने को बोला था अब क्या बोला है कि कॉपरेशन भी हटाएंगे अ और जो कानून तुमने बनाए है ना वो कानून तोड़ेंगे भी ठीक है तो समझना होगा आपको क्या नाओ पीपल वर आज टो रिफ्यूज कॉपरेशन एज वेल अस ब्रेक कॉलोनियल लॉस की कॉपरेशन भी हटाओ और साथ साथ डिसोबेवी करो तो ये सिविल डिसोबे ब्रेक दी कॉलोनियल लॉस डिसोबे करेंगे साथ साथ यह कब स्टार्ट वन ऑन कॉपरेशन मूवमेंट तो आप लिखोंगे 1921 में ठीक है कब स्टार्ट वन 1930 में यह इसमें विमेन का पार्टिसिपेशन नॉन क� Civil Disobedience में हम आगे देखेंगे कि Women का participation था बड़े चड़के Non-Corporation Movement में फिर हम एक point क्या लिख देंगे कि Non-Corporation Movement में Hindu-Muslim Unity थी Civil Disobedience Movement में Hindu-Muslim Unity नहीं थी ठीक है, Pointers देते चल रहों मैं आपको Non-Corporation Movement call-off कब होता है? Non-Corporation Movement call-off होता है 1922 में Civil Disobedience Movement call-off होता है 1931 में Non-Corporation Movement चौरी-चौरा incidents के बाद call-off होता है Civil Disobedience Movement जो call-off होता है वो Gandhi-Irwin Pact के बाद होता है कि यह बन गया अंसर समझे यह बन गया अंसर यह पड़ले पड़ले एटिट्यूड गर्ल में लगा है यह क्या है यार में रोज देख रहा हूं आदे बच्चे चैट में हलो एटिट्यूड गर्ल करते रहते हैं तो मैं समझ नहीं आ रहा उसका नाम चाहिए तुम दस्वी में आ गए हो ठीक है जब उसके नाम में लिखा है एटिट्यूड गर्ल तो तो तुम्हें कहां से चारा लाने का? पढ़ा लेको चुपचाप ठीक है तो अब जैसे गरम दिखेंगे Go back Attitude Girl तो अब जैसे अगर हम यहां देखेंगे तो यहां केस क्या हो रहा है कि ब्रेकिंग ऑफ सॉल्ट लॉग मैनिफेक्चरिंग सॉल्ट वास्ट डन इन डिफरेंट पार्ट्स अब हां सिविल डिसोबिडियन्स मूवमेंट जो है तो कैसे अनफोल्ड हुआ तो जगह-जगह सॉ खुद ही नमक डाल देते थे पानी में पानी उबाल के फिर नमक निकाल लेते थे ठीक है तो साइकल साइकल खेल रहे थे फाइड आगे जैसे देखें तो आगे जैसे देखें फॉर एंड फ्लोड व लिकर शॉप वर पिकेटेड, फॉरेन क्लोथ को बॉयकॉट किया गया, वो ही, नॉन कॉपरेशन तो करना ही करना है, डिसोवे भी करना है, लिकर शॉप को पिकेट कर लिया, साथ ही साथ क्या है, कि जो पीजेंट्स वगेरा थे, तो कॉलोनियल लॉस को ब्रेक करना है, तो उ तो जैसे जो ट्राइबल्स थे उन्होंने फॉरेस्ट लॉस को वायलेट किया जंगलों में घुसना चालू कर दिया ठीक तो यह सारी चीजें हैं जिस तरह से सिविल डिसोबिडियंस मुविमेंट में लोगों ने पार्टिसिपेट किया अगर आगे देखें तो गवर्नमें� अब्दुल गफार खान जो एक फ्रंटियर गांधी कहलाते थे अब्दुल गफार खान जो पेशावर के थे गांधी जी की जितनी पॉपुलरिटी उनकी उतने रीजन में थी तो रीजिनल गांधी थे वो क्या सकते हो ठीक है उनको अरेस्ट कर लिया महात्मा गांधी हिमसिल भीड़ तो भीड़ चाल चलती है तो प्रोटेस्टर्स ऑप्टेड फॉर वायलेंस लोगों ने हत्यार उठा लिए और बस यही चाह रहे थे ब्रिटिशर्स अब लोगों ने हत्यार उठा लिए तो इन्होंने बोल दिया कि हमारे हाथों में महंदी नहीं लगी है ठीक है गवर्नमेंट ने ही हत्यार उठा लिए ठीक है मारपीट मच गई अब मारपीट मच गई तो महत्मा गांधी ने बोला सत्यानास हो क्यों क्यों क् तो वाइसराई एरविन के साथ फिर महात्मा गांधी ने एक पैक्ट साइन करा कि अब तो गई भेज पानी में फिर वॉयलेंस हो गया सत्याग्रह का मतलब यह ना कि आपके घुसे पर काबू रखना है तो महात्मा गांधी ने क्या किया गांधी एरविन पैक्ट साइन कर लिया और बोल जाएगे हम सिविल डिसोबिडियंस मुवमेंट को कॉल आफ कर रहे हैं समय था 5th मार्च ठीक है 5th या 15th मार्च 1931 ठीक है 19 और गांधी जी राउंड टेबल कॉन्फरेंस के लंडन चले जाते हैं बोलते हैं कि तुम जितने भी लीडर्स को तुमने अरेस्ट किया है सबको छोड़ो मैं मूवमेंट कॉल आफ कर रहा हूँ मैं चल रहा हूँ तुम्हारे साथ लंडन घूमने नहीं ठीके आफ्टरमाथ क्या है उल्टा कांग्रेस को बैन कर दिया और वहाँ से महात्मा गांधी जब लॉट के आये तो कुछ हाथ लगा भी नहीं तो महात्मा गांधी ने आके फिर से एक बार मुविमेंट लाउंच करने की कोशिश करी पर ये नहीं सुखस्पूल थी ठीक है? समझ में आया?

अब ये बताओ How participants saw the movement? कि सर्वडम मीनिंग मतलब क्यों थी सर्वडम खत्म ही नहीं हो रहा इसका जीवन नहीं कब खत्म होगा एक राजा है ठीक है वह राजा ने पूरे राज्य में क्या करके रखा है पूरे नहीं तो मैं वह बता रहा हूं फ्यूडल सिस्टम हां तो फ्यूडल सिस्टम ही तो पूरे राज्य में क्या करके रखा है फ्यूडल लॉड बठा कर रखें अभी फ् यह क्या करते थे कि अपने अंडर में कुछ लेबर्स को रख लेते थे और यह लेबर्स ने बोलते थे कि तुम मेरे अंडर में काम करोगे तो यह फ्यूडर लॉर्ड के अंडर में जो लेबर्स रहते थे इन्हें सर्फ्स कहा दाता था तो जैसे किंग की किंडम है चलो तो हव पार्टिसिपेंट्स सौधी मुवमेंट अब यहां पर भी आपको वही समझना है जैसे हमने वहां देखा था टाउन्स कंट्री साइड और प्लांटेशन था तो वैसे यहां पर पार्टिसिपेंट्स के अगर बात करें तो कौन-कौन पार्टिसिपेंट्स थे उ तो अब जैसे अगर हम यहां देखें सबसे पहले countryside गाउं में किस-किस ने participate किया हम अब यहां पर ना opposite वाला sign चलाते चलना जैसे rich peasants के opposite में कौन होगा बताओ in the chat let me see rich peasants के opposite में कौन होगा एक बच्चे नहीं तक answer नहीं दिया पूर पीजन्स very good ठीक है तो जैसे गाउ में आपको बस वो ए अपोजिट ध्यान रखना है रिच पीजन्स का against में आप लिखेंगे पूर पीजन्स ठीक है तो ये दो category हो गई अलग अलग अब दोनों की सोच अलग अलग थी अब उनके लिए दोनों के लिए मीनिंग क्या था सुराज का वो बता रहे है वैसे अगर आप शहर की बात करें तो टाउंस और सिटीज में इंडस्टियल मर्चेंट्स और इंडस्ट्रियलिस्ट इंडस्ट्रियल ओनर के अगेंस्ट में कौन होगा इंडस्ट्रियल ओनर के अ वरकर्स कह लो तो इनके अगेंस्ट में वरकर्स ने पार्टिसिपेट किया ठीक है तो वहीं हुआ था मर्चेंस एंड वेस्ट लिस्ट वह वरकर्स तो चार कैटेगरी में बता दी और चाहे शहर हो चाहे गांव और दोनों जगह महिला है तो थी, तो महिलाओं ने भी participate किया होगा, अब मैं आपको पांचों points दे देता हूँ, ठीक है, पांचों category समझ में आगे, category, अब पांचों category अगर समझ में आगे, तो पांचों category के pointers ले लो, pointers क्या है, देखो, कितना बड़ा topic है न, different participant groups, लेकिन कितना simple क पूर्व पीजन्स ने क्या शहर में इंडस्ट्रीड ओनर्स ने क्या पूर्व पीजन्स ने क्या सिंपल और महिलाएं दोनों जगह थी कंट्रीसाइड और गाउं में यह पांच कैटेगरी हो गई रिच पीजन्स से सुरू करते हैं तो देखो जैसे पाटीदार्स एंड जार गवर्नमेंट ऑफिस टू रिड्यूज डिमांड ठीक है इसके चलते रिच पीजेंट्स ने क्या किया देखिए नियुक्ति एंदुधियास्टिक पर आप दिन दिन द रिच पीजन्स ने बोलते हैं, यह हम नहीं खेल रहे हैं तुम्हारे साथ, बंद चालू बंद चालू करते रहते हो बस, ठीक है, तो लेटर डेवलप्मेंट यह है, कि बाद में जब फिर से रिलाउंच किया गया, तो दे वर नोट एंथूजियास्टिक, उन्हें ऐसे लगा रेंट देना पड़ता था किसको यह रिच पीजन्स को क्योंकि पूर्व पीजन्स इन रिच पीजन्स के जमीन पर ही काम करते थे तो पूर्व पीजन्स भी चाहते थे कि रेवनी डिमांड कब हो क्योंकि वह तो दोनों का कॉमर इंटरेस्ट है ठीक है लेकिन साथ ही साथ जो कि क्या कर दिया जाए वेव ऑफ कर दिया जाए कि हमें रेंट ना देना पड़े रिच पीजेंट्स को अब दिखती बात है कि अब रिच पीजेंट्स के अगेंस्ट डिमांड कर दी थी तो आप कांग्रेस उतनी वीलिंग विलिंग नहीं थी कि पूर पीजेंट्स की रुपया सबसे बड़ा रुपया यहां पर कांग्रेस को चूज करने की बारी आ रही थी देवर मोर अ इंक्लाइन टूट्स रिच पीजेंट्स साथ ही साथ पूर्व पीजेंट्स जो है तो देख देख ऑफर जॉइंट थी रेडिकल मूवमेंट अपने उठा लेते थे और नॉन कॉपरेशन मूवमेंट में हत्यार की तो बात ही नहीं हो रही थी ठीक है नॉन कॉपरेशन अनविलिंग टो सपोर्ट नो रेंट कैमपेज नो रेंट कैमपेज क्या है कि जो रेंट पूर्व इजेंट्स को रिच पीजेंट्स क पे करना था, ड्यू था, उसको वेव आफ कर दिया जाए, जो कि शायद कॉंग्रेस सपोर्ट नहीं कर रही थी उतना, ठीक है तो ये रिच पीजन्स, पूर पीजन्स हो गए ठीक है तो जैसे इंडस्ट्रियल ओनर्स को अपना बिजनेस एक्सपेंड करना था क्यों पार्टिसिपेट के वहीं बता रहा हूं मैं ठीक है देट रिस्ट्रिक्टेड बिजनेस उनको अपना बिजनेस एक्सपाइंड करना था ठीक है तो फॉरमेशन ऑफ इंडियन इंडॉस्ट्रिलिस्ट एंड कमर्शियल कांग्रेस 1920 में फिकी की मतलब यह जो फेडरेशन ऑफ इंडियन कॉमर्स एंड चैंबर वाली जो फॉरमेशन एंड यह बनाई 1927 में इस तरह से इंडॉस्ट्रिलिस्ट का पार्टिसिपेशन था क्यों था कैसे था बता वह फाइनेंस दी एक्टिविटीज ऑफ कांग्रेस कांग्रेस को अधिकतर पैसा भी दे दिया करते थे कौन इंडस्ट्रियलिस्ट ठीक है अब उनके एस्पिरेशन सीधे आजादी मिले और हमें हमारा विजनस ग्रो करने का मौका मिले लेकिन उनका एक कंसर्न भी था कि जाता था कि यार यह यंग लीडर जो कांग्रेस के आ रहे हैं यह तो वर्कर्स का सपोर्ट ज्यादा कर रहे वर्कर्स का सब्सक्राइब तो वर्कर्स दूर रहें इंडॉस्ट्रियल ओनर आ गए मूवमेंट में तो वर्कर्स में सोचा अपने को कोई लगाएंगे यह जहां वह जाएंगे वह हम नहीं ठीक है तो इंडॉस्ट्रियलिस्ट केम क्लोजर वर्कर्स स्टेड अलूफ स्टिल स्टिल गांधियन ठीक है गांधियन आईडिया डॉमिनेटेड अमंग सम गांधियन आईडिया जो है तो वह डॉमिनेट करते थे कुछ वर्कर्स के मन में और उसी के चलते कुछ वर्कर्स जैसे वर्कर सिन महाराष्ट कोलापुर वाला जो रिजन है तो वहां पर पार्टिसिपेट किया तो यहां पर कुछ इंड जो कांग्रेस लीडर्स थे तो देवर मोर हैपी इंडस्ट्रियल ओनर्स ठीक है क्योंकि देवर गिवन फंड तो workers क्यों उतना support नहीं कर रहे थे अब आजाओ पाँचवी category कौन सी पाँचवी category जो है तो पाँचवी category है women की ठीक है तो women चाहे गाओं में हो चाहे शहर में हो they participated there was the large scale participation of women for the first time in any national movement ठीक है they participated in protest marches manufactured salt and picketed foreign clothes and liquor shop और इन फेक्ट महात्मा गांधी ने बोला क्या कि मतलब महात्मा गांधी का भी यह मानना था जैसे कि आप देखेंगे कि विमेन का प्रिफिमेंट जरूरी है लेकिन वो यहाँ पर जैसे कि आप देखेंगे तो महिला है जो खुद थी तो वो इन मुव्वेंट में पार्टिसिप तो ये कहानी हो गई participating group के एक बार recall करते हैं चलो बताओ जरा फटा फट से क्या कौन कौन से participating groups थे in the chat town में ये notes आप लेने ना देखो key pointer से hook करके रखा है कि उससे आप क्या कर सकोईगे पूरी कहानी निकाल सकते हैं काम आएगा ये countryside, towns दोनों में common women ठीक है किमेद हम सब यहाँ तक clear है तो आप आप थोड़ा सा लेंदी हो रहा है चप्टर इसलिए मैं अब मतलब दोड़ा नहीं रहा हूं लेकिन मैं इसलिए कोशिश करो यह हर पॉइंट को फटाफट टच करता चलूं ऑब्जेक्टिव और कि देढ़ घंटा मैक्सिमम में लेकर चले आगे एक घंटा चप्टर हो गया आपका ऑलरेडी ठीक है आगे बढ़ते हैं कास्ट इस पर लिमिटेशन ऑफ चीज अब जिसे अगर आप देखोगे नोन कॉपरेशन मूवमेंट को भी देखा कि बड़ा चलके लोगों ने पार्टिसिपेट किया ठीक है लेकिन हर मूवमेंट की क्या थी हर मूवमेंट की कुछ ना कुछ कमिया थी ठीक है लिमिटेशन थी हर मूवमेंट की कुछ ना कुछ लिमिटेशन थी कमिया थी तो वैसे ही सिविल डिस्टोबिडियम्स मूवमेंट में क्या लिमिटेशन थी क्या कमी थी तो आप जैसे देखेंगे तो कास्ट इशूज एक मुद्दा था मैं अगेन वही ब्रेक करके आपको हि तो अपने लोगों ने लोगों का ठीक है तो आप जैसे दिखेंगे तो अंतर चिपल्स थे तो अंतर चिपल्स पीपल बिलाइंग थे लोगों का ठीक है देव वर नॉट ट्रीटेड विद दिए सेम देव नॉट ट्रीटेड विद दिसेम कह सकते हैं पार्टिसिपेशन और सेम पिप अब वें सनातनीश एंटर इंटू दी सेविल डिसोबिडियम्स मूवमेंट और इंटू दी पॉलिटिकल एरेना ठीक है तो ऐसा माना जाता था कि कांग्रेस में अपर कास्ट हिंदू जो है तो देवर डॉमिनेटिंग और अपर कास्ट हिंदू जो थे तो उनके पार्टिसिपेशन के कारण लोवर कास्ट जो हिंदू से तो देवर की हमारे साथ आने से यह लोग साथ नहीं रहेंगे इस सारी चीजें ठीक है तो वह कास्ट डिफरेंसेस जो थे वह कास्ट डिफरेंसेस के लिए पाप है और इसके लिए महात्मा गांधी ही हिमसेल्व कह सकते ही हिमसेल्व क्लीन दिटाइनेट्स टू डिग्निफाई दिवर्क ऑफ भंगी बंगी कमिनिटी के काम को डिग्निफाई करने के लिए महात्मा गांधी खुद बाथरूम स्राफ करते देखें ठीक है उन्होंने बोला क्या कि अंटचेबल जो है वह हरीजन से भगवान हरी के बच्चे हैं ठीक है तो हमें उनके अगेंस्ट में प्रयाभाव सद्भावना वह विचार रखना होगा ठीक है यह बिगेंट अब जैसे आप देखेंगे कि अब क्योंकि अ तो जो अंटॉचेबल थे ना दिगेंड डिमांडिंग सेपरेट इलेक्टोरेट अंटॉचेबल्स ने सेपरेट ठीक है इलेक्टोरेट की डिमांड करना चालू कर दो दिया कि हम इस देश का हिस्सा बनकर रही नहीं सकते हैं क्योंकि इक्वल ट्रीटमेंट नहीं है ठीक है तो आप जैसे अगर आप देखोगे ना तो यह जो मैं आपको कहानी बता रहा हूं सेपरेट इलेक्टोरेट डिमांड कर दीजिए क्यों क्योंकि कास्ट इशु एक प्र वह चलाएं और जब वह जाते हैं तो इस सेकंड राउंड टेबल कंफरेंस में ब्रिटिशर्स को काम होता था क्या डिवाइड एंड रूट तो डॉक्टर बियार अमितकर ले सपरेट इलेक्टरेट की डिमांड रख दी मुझे पता है आपके मन में सवाल है तो इंडिया की इस चैरेटरी में को अगर आप एक सेपरेट इलेक्टोरेट बनाओगे जहां पर वोटर सारे दलित ही होंगे और लीडर भी दलित ही बनेगा ठीक है तो महात्मगांदी ने बोला इससे तो आप सुसाइटी को इंटेग्रेट करने की जगह और छोड़ लोगे महात्मगांदी बोल जाए भूख हर्ताल पर बैठ जाओंग नहीं था वो दलित का अपलिफ्टमेंट नहीं चाहते थे वो यह चाहते थे दलित सुसाइटी में इंटिग्रेट हो और यह तो आप क्या करो उनको और अलग चार्ट दे रहे हो इन दी नेम ऑफ सेपरेट इलेक्टोरेट मतलब सेपरेट टेरिटरी वेर दलित लीडर वोटर कि इस चीज को अपोस्ट किया और दोनों के बीच में जो conflict थे Dr. B.R. Ambedkar और Mahatma Gandhi के बीच में तो वो PUNA PACT के थूँ क्या होते हैं resolve होते हैं और September 1932 में Mahatma Gandhi और B.R. Ambedkar के बीच में PUNA PACT sign होता है जिसमें क्या होता है जिसमें Dr. B.R. Ambedkar gave up his demand of separate electorate and agreed to the reserved seats for Dalits समझ गए agreed to the reserved seats for Dalits clear है give me a thumbs up भरत भरत भूषण चलेगी चलेगी मन जाओ यार ठीक है पढ़ते लिखते कुछ नहीं हो ठीक है आगे पढ़ते हैं है तो यह तो आपने देखिए एक इशू था लिमिटेशन का एक इशू था कास्ट इशू लिमिटेशन का कारण बनता है जहां पर आपको देखने मिलता है कि ग्रुप लेवल पर अंटचेबल्स और हाई कास्ट हिंदूस के बीच में आपको क्या देखने को था जैसा आप देखेंगे हिंदूस और मुस्लिम के बीच में उतना अ कोडिनेशन नहीं देखने को मिलता जितना नॉन कॉपरेशन मूविमेंट में देखने को मिलता है क्योंकि आप जिस देखोगे ना तो कांग्रेस केंड विजिबिली असोसिएटेड ओपनली विथ हिंदू रिलीजन हिंदू रिलीजियस नैशनलिस्ट कांग्रेस में उस समय तो उन्होंने अपनी मुस्लिम लिख बना ली थी इन फैक्ट होता क्या था कि 1930 आते-ाते रिलेशनशिप बिट्वीन हिंदू एंड मुस्लिम्स वर्ष टेंड एड टाइम पीरिट क्या कि जो रिलीजियस प्रोसेशन निकलते थे रेलिया वगैरह निकलती थी कि क्लैशर हो जाते थे रोइट्स जाते दंगे हो जाते थे दीज वर्क कॉमन थिंग्स इन इंडिया एडिट टाइम पीरिड तो अब जब सिविल डिसोबिटेंस मूवमेंट लाउंच किया गया तो इसको कांग्रेस के द्वारा चलाए गया मूवमेंट की तरह एक टाइम्स प्रयास किया गए कि जैसे मुहमद अली जिन्ना भी सेपरेट इलेक्टोरेट की डिमांड कर रहे थे और एटिमेटली होता हुआ है पाकिस्तान इजन एग्जांपल ऑफ सेपरेट इलेक्टोरेट जहां पर उन्हें इसलामिक स्टेट बनाया और वहां पर लीड कि किसी प्रकार का नेगोसिएशन नहीं करेंगे एक पॉइंट आया था जहां पर नेगोसिएशन टेबल पर बैठा जा सकता था और हिंदु और मुस्लिम के इश्व में कॉर्डियल रिलेशन बनाया जा सकते थे लेकिन अब दिफर्ट नेगोसिएशन ओवर दिमांड फेल्ड नेगोस्टिशन ओवर दिमांड ऑफ रिजर्व सीट्स इन सेंट्रल एसेंबली एंड रिप्रेजेंटेशन इन बेंगॉल एंड पंजाब प्रोविंसेस ठीक है तो इसके चलते आपको देखने मिलता है कि हिंदु-मुस्लिम के बीच में कोडिनेशन नहीं बन पाया ठीक है डिप्रेस्ट क्लास असोसीशन क्या है तो जो दलित्स के लिए ऑर्गनाइजेशन मनाई डॉक्टर अरंबिट करने में डिप्रेस्ट क्लास असोसीशन थी ठीक है आप आजाओ चैप्टर के लास्ट टॉपिक पर हां जी भाई साहब गहरी डांस लो सभी लोग ठीक है अपने अपने कंदे पर से साबाशी दो जो पिछले गंटे से पूरे ध्यान के साथ पढ़ रहे थे कि बताऊंगा तुम्हें लूनार शेड़ो क्लास के बाद में रुक जाओ जरूर बताओ यहां तक लेरें सो वियर ऑन दिलास्ट टॉपिक है ठीक है ओके यहां तक लेरें कांग्रेटुरेशन साफ के वन मिलियन हो गया अच्छा प्रैंक करते हो तुम ठीक है ठीक है है तो ना लेट अस गो टू दिस पार्ट डाटा खत्म बाय सर यार ऐसा मत करो दोस्त ठीक है आगे बनते हैं तो लास्ट टॉपिक क्या है कि आपने पूरा केज देखा अ नॉन कॉपरेशन मुवमेंट सिविल डिसोबिडियंस मुवमेंट नॉन कॉपरेशन मुवमेंट का पार्टिसिपेशन लिमिटेशन सिविल डिसोबिडियंस मुवमेंट का पार्टिसिपेशन लिमिटेशन दोनों मुवमेंट के बीच में वो ट्रूस पीरेड में क्या हो आजादी के लड़ना और उस देश के सारे लोगों को आपस में एक जुट करना कि हम एक ही चीज के लिए एक ही कॉस्ट के लड़ रहे हैं वो भाव पैदा करना ये दो अलग अलग चीजें होती है समझे तो ये स्टेटमेंट बहुत अच्छा है कि उस नेशन ठीक है नैशनल नेशन के अंदर नैशनलिजम जो है वह नैशनलिजम का भाव कैसे पैदा करेंगे ठीक है कैसे अचीफ करेंगे समझ रहे हो ना कि मैंने एक मिट्टी से मतलब इट्स से सिमेंट से घर तो बना लिया ठीक है मकान बना लिया लेकिन उस मकान को घर वह आपस में लोग आपस में भाईचारे से कब जीएंगे कैसे अचीव करेंगे वह चीज तो दिस ऑफ अचीव पार्टली थूं यूनाइटेड दूसरा कारण यह भी था पार्टली थ्रू कल्चरल प्रोसेस पार्टली थ्रू कल्चरल प्रोसेस मतलब क्या है कि एक तो हम साथ मिलकर लड़ रहे थे और दूसरा यह कि कल्चरल प्रोसेस डू प्लेड वेरी इंपॉर्टेंट रोल ओवर यह कल्चरल प्रोसेस प्रोसेस प्रोसेस ठीक है तो मेरे जनकणमन गाने के साथ साथ आपके अंदर भी उपभाव पैदा हुआ कि यार नह कि समझें तो इस तरह से कल्चरल प्रोसेस के थूं लोगों को क्या किया गया एकजुट किया गया इंडिया इंडिया चेंट विजुअलाइज्ड विद इमेज ऑफ भारत माता जैसे आप क्या देखेंगे कि भारत माता की इमेज बनाई गई किसने यह ठीक है उन्होंने क्या क्या बंदे मात्रम सॉन लिखा बंदे मात्रम सॉफ्ट ठीक है अर्थपेक तो नहीं आया बायर फ़स गया था मेरे बैन में ठीक है तो उन्होंने वन्दे मात्रम सॉंग लिखा एज ए हिम टू मदरलैंड ठीक है एक प्राथना की तरह लिखा ठीक है और उन्होंने अपने आनन्दमत जो न यह तरीका था वह प्रोचेस प्रोचेस प्रोचेस लोग खुद रविंद्रनाथ टैगोर खुद गांव गांव गए उन्होंने क्या किया वहां से लोकल स्टोरीज फोकलोर्स मतलब क्या है जो लोकल कहानिया लोग कहानिया रहती ना लोग तो वह कहानिया खट्टी करी नतेशा शास्त्री जो है तो साऊथ इंडिया ने क्या किया फॉर्ट इंडिया में घूम-घूम के फॉर वॉल्यूम फॉर थिक वॉल्यूम ऑफ दी फोक टेल्स ऑफ सदर अब फोक टेल की बुक कलेक्ट कंपाइल करी चार चार वॉल्यूम के बुक कंपाइल करी ठीक है मतलब फोक टेल मतलब क्या कि जो लोग कहानी रहती जो गाओं में कज़बों में देश की संस्कृति की कहानी रहती वह सारी चीजें ठीक है इस तरह से फोक टेल्स को रिवाइव किया गया और क्या किया गया तो इसे इमेज हो गई ठीक है सॉन्स हो गए रिवाइवल ऑफ इंडियन फोकलोर हो गया फिर क्या यूज ऑफ आइकन्स एंड सिंबल्स आइकन्स एंड सिंबल्स के मदद से लोगों को एकजूट किया गया इन आइकन्स एंड सिंबल्स में फ्लैग्स ने एक बहुत इंपॉर्टेंट रोल प्ले किया जिसे अगर मैं आपको बता हूं तो फ्लैग क्या है तो जब स्वदेशी मूवमेंट चल रहा था बेंगॉल पार्टिशन के टाइम पीरिड में तब सूराज हिंदू मुस्लिम को दर्शाते थे ठीक है एक लोटस जो तो एक प्रोविंस को दर्शाते थे वन्दे महात्रम वह नारा था जिससे लोग भावक होते थे ठीक है तो यह स्वदेशी फ्लाग बनाया गया फिर वैसे जैसे आप देखोगे तो स्वराज फ्लाग में आए गया स्वराज फ्लाग क्या है महात्मा गांधी ने इसमें चर्खा एड करके इस फ्लाग को तीन कलर के साथ में क्या है तीन कलर के साथ में हिंदु-मुस्लिम यूनिटी और ऐसे देख सकते हो सेफरन ब्रेवरी को वाइट पीस को और ग्रीन प्रोस्पेरिटी को दर्शाता है यह स्वराज फ्लैक बनाया स्वराज मूवमेंट के टाइम पीरिड में ठीक है तो यहां पर आपको क्या देखने को मिलता है यहां पर आपको देखने को मिलता है कि किस तरह से सेंस ऑफ कलेक्टिव बिलॉगिंगनेस के लिए अलग-अलग प्रयास किए जा रहे थे लास्ट पॉ आप प्रजेंट हॉट यू परसीव यॉर आइडेंटिटी एंड विच डिवाइड अलॉट फॉर दिपास्ट बट इट्स नॉट लाइक देट कि पास्ट ही आपका फ्यूचर तैकरेगा ठीक है मतलब दोनों तरह की फिलोसोफी है लेकिन आपको बताना चाहता हूं कि यहां पर पास ने प्रेटिशर्स ने क्या बोला इट इस दी वाइट मैंस बर्डन कि हम आए है हम गोरों की जिम्मेदारिया है कि यह बीन बजाने वाले लोगों को हम क्या करें इनकी स्थिति सुधारें और हमें बताए कि तुम मूर्क हो तुमें कुछ नहीं पता है यह सारी चीजें तो इसके पत्ते लगा के जिंगलाला हूँ कर रहे थे उस समय पे हमारे आए साइंस की थिओरी लिखी जा रही थी उस समय पे हमारे आए medical science कितना develop हो गया था चरक, चरक सहीता की बात कर लो ठीक है, तो Indian history was full of development The fact is कि Britishers ने उसको distort कर दिया था तो अपने लोगों के अंदर confidence infuse करने के लिए glorious times and developments were written told to the people और इसके चलते क्या है sense of collective belongingness लोगों के अंदर infused किया गया था ठीक है तो ये सारे तरीके थे जिससे sense of collective belongingness developed किया गया among the people flag वाला मैंने आपको बता दिया समझ नहीं आया last topic एक box में दिया है देखो possibility of coming directly in the form of question descriptive question is very rare यहाँ ये हो सकता है क्या कि कि क्विट इंडिया मूवमेंट का वह पैराग्राफ आ जाए पेसेज पैसेज बेस्ट क्वेश्चन आ जाए तो क्विट इंडिया मूवमे कि इन यह मूवमेंट में आपको यह देखने को मिल सकता है कि नॉट पॉपरेशन मूवमेंट सिविल डिस्ट्रोबिडेंस मूवमेंट सिविल डिस्ट्रोबिडेंस मूवमेंट भी कॉल ऑफ कर लिया गया आजाधी मिली नहीं मिली आजाधी कम मिलती कि इन यह मूवमेंट के बाद मिलती कि नहीं कुट इन यह मूवमेंट लास्ट मेजर मूवमेंट था जो कि 1942 में स्टार्ट किया और जाओ ब्रिटिशर्स अपने देश में जाओ याद आती होगी तुम्हें वाकि ठीक है तो क्विट इंडिया मूवमेंट चला गया था दिकॉल ऑलमोस्ट ब्रॉट दी टोल स्टेट मशीनरी टू एस्टेंड स्टिल क्विट इंडिया मूवमेंट 1942 में चलाया गया था जिसके चलते हैं जो पूरा लेकिन आजादी मिली नहीं थी 1942 में एक तरह से ठीक है 14 जुलाई 1942 में जो कांग्रेस वर्किंग कमिटी थी वर्धा सेशन में उन्होंने क्विट इंडिया मूवमेंट का रेजॉलिशन पास किया और क्विट इंडिया मूवमेंट में पता है सारे बड़े लीडर को जेल में जय प्रकाश नारायन हो गए तो ये नए लीडर्स उस समय पर फोरफ्रंट में आये थे कुछ इंडिया मुव्वमेंट में डू और डाई स्पीच दी थी मतलब वायलेंस की बात नहीं कर रहे हैं ऐसा मतलब मारेंगे नहीं किसी को ठीक है तो ये पूरी कहानी रही है फाइन इसी के साथ आज के इस सेशन को हम करते हैं आई गेस एक गंटा बत्तिस मिनिट कि इसमें स्टाइटिंग हेलो हाइ में निकल जाते हैं दस पंधरा मिनट दस मिनट तो नहीं कहेंगे लेकिन पंधरा मिनट नहीं कहेंगे पांच मान लो तो अरांट एक गंटे का आसपार एक गंटे पच्चेस मिनट के आसपास का सेशन है बाद में जो आपकी मदद करेगा बताओ कर सोशल का पेपर है ऑल द बेस्ट कर जिसका भी सोशल का पेपर ऑल द बेस्ट बहुत अच्छे तो लोग लोग लो कि मदरास कांग्रेस यह था कि जो वह था ना साइमन ठीक है कमिशन साइमन कमिशन का ऑपोज किया था मदरास सेशन में ठीक है आज टेस्ट था फेल हो गया कोई बात नहीं आगे और अच्छा प्रयास करेंगे ऐसे कैसे फेल हो जाओगे मैं होने नहीं दूँगा तो फेल ठीक है इंडिपेंडेंस कैसे मिली उसके लिए आपको पार्ट टू देखना पड़ते हैं इंडिपेंडेंस फिर क्या देखो क्विट इंडिया मूवमेंट के बाद में हमने बहुत फोर्सफुली क्या किया था एक तरह से पुष्च किया था कि आजादी चाहिए अब आप वर्ल्ड वार टू खत्म होते होते ऐसा कहा जाता है कि ब्रिटिशियर्स वैसे भी एग्जॉस्ट हो चुके थे ब्रिटिश जर्मन ने क्या बलता कि जर्मनी ने जर्मनी में हिटलर था हिटलर ने मार मार के ब्रिटेन की स्थिति खराब कर दी थी ठीक है और साथ साथ उस समय पर हिंदुस्त���न मतलब जैसे देखेंगे इंडियन नैशनल आर्मी एंडर थी लीडरशुप आफ शुभाष्ट बोश मजबूत थी अगर आजाति नहीं देते तो वह आर्मी भी तैयार थी कि वह हमला करने वाली थी ब्रिटिश गवर्नमेंट प कि नाकाम्याभी और इंडियन नेशनलिस्ट मुवीमेंट का फिर से स्ट्रॉंग हो जाना आजाधी का एक कारण बनता है तो नाइनटीन फॉर्डी से बनाते आते आजाधी मिलेगी हमें ठीक है ऑटोमन एंपायर क्या था कि जो टर्की के जो रूलर थे ना तो उनके अंडर में जो पूरी टेरिटरी थी वह ऑटोमन एंपायर उस टर्की की डिसिंटर ऑटोमन एंपायर की है ठीक है नोट कहां मिलेंगे बस क्लास के बाद में नोट सबको मिल रहे हैं कहां पर रुक जाओ अभी लो नोट कैसे मांग ली तुमने नोट यह लोग में टेलीग्राम चैनल में डाल रहा हूं यह शेयर पीडीएफ फाइल टेलीग्राम टीम डीएस आर तो मैंने यह चैनल है टीम डीएस आर और यह गए इसमें नोट्स ठीक है टीटिंग मिल गए है चलिए तो अभी की कहानी यहाँ पर करते हैं समाप्त कल मिलेंगे ठीक है आज के सारे task हुए complete कल मिलेंगे forest and wildlife resources वाले chapter के साथ में चोटा सा नन्ना सा प्यारा सा chapter है ठीक है तब तक अपना ध्यान रखो मुस्कुरा दे रहो अभी के लिए साइन आफ करता हूँ साइनिंग आफ विद इस टोगेदर वी कैन वी विल