न्यूक्लियर फिजन और फ्यूजन
1. परिचय
- आज हम न्यूक्लियर फिजन और फ्यूजन के बारे में चर्चा करेंगे।
- न्यूक्लियर रियाक्शन के तीन प्रकार:
- फिजिकल रियाक्शन
- केमिकल रियाक्शन
- न्यूक्लियर रियाक्शन
2. न्यूक्लियर रियाक्शन
- न्यूक्लियर रियाक्शन में:
- एक बड़ा न्यूक्लियस टूटकर छोटे न्यूक्लियस बनाता है (फिजन)
- दो छोटे न्यूक्लियस मिलकर एक बड़ा न्यूक्लियस बनाते हैं (फ्यूजन)
- ये प्रोसेस स्थिरता (stability) के लिए होते हैं।
3. स्थिरता ग्राफ
- स्थिरता ग्राफ में:
- हल्के न्यूक्लियस अस्थिर होते हैं।
- भारी न्यूक्लियस भी अस्थिर होते हैं।
- स्थिर न्यूक्लियस का मॉल नंबर लगभग 50 से 140 के बीच होता है।
4. न्यूक्लियर फिजन
- प्रक्रिया:
- भारी न्यूक्लियस टूटकर छोटे न्यूक्लियस में बदलता है।
- उदाहरण:
- यूरेनियम (Atomic Number: 92, Mass Number: 235)
- टूटने पर क्रिप्टन और बेरियम बनते हैं।
- 3 न्यूट्रॉन भी निकलते हैं।
- न्यूक्लियर फिजन में:
- कुछ मास गायब हो जाता है और ऊर्जा में बदल जाता है।
- Einstein का सिद्धांत: E=mc² (ऊर्जा = मास × गति²)
5. ऊर्जा उत्पादन
- 1 किलोग्राम यूरेनियम से लगभग 9 × 10^16 जूल ऊर्जा मिलती है।
- 1 AMU (Atomic Mass Unit) से लगभग 931 मेगावाट ऊर्जा मिलती है।
6. न्यूक्लियर फ्यूजन
- प्रक्रिया:
- दो हल्के न्यूक्लियस मिलकर एक बड़ा न्यूक्लियस बनाते हैं।
- उच्च तापमान (लगभग 10^7 केल्विन) की आवश्यकता होती है।
- इस प्रक्रिया में भी कुछ मास गायब होता है और ऊर्जा में बदल जाता है।
7. फिजन और फ्यूजन के बीच तुलना
| बिंदु | न्यूक्लियर फिजन | न्यूक्लियर फ्यूजन |
|-------------------|---------------------------------|---------------------------------|
| प्रक्रिया | भारी न्यूक्लियस टूटता है | हल्के न्यूक्लियस मिलते हैं |
| ऊर्जा उत्पादन | कम ऊर्जा प्रति ग्राम | अधिक ऊर्जा प्रति ग्राम |
| तापमान की आवश्यकता| सामान्य तापमान में संभव | उच्च तापमान की आवश्यकता |
| रेडियोधर्मीता | हाँ | नहीं |
| पावर प्लांट में उपयोग| हाँ | नहीं |
8. निष्कर्ष
- न्यूक्लियर फिजन का उपयोग ऊर्जा उत्पादन में किया जाता है, जबकि न्यूक्लियर फ्यूजन अधिक ऊर्जा उत्पादन की संभावना रखता है लेकिन इसे पृथ्वी पर करना कठिन है।
- न्यूक्लियर फिजन के माध्यम से हम इलेक्ट्रिक एनर्जी उत्पन्न करते हैं, जबकि फ्यूजन के लिए उच्च तापमान की आवश्यकता होती है।
- इन दोनों प्रक्रियाओं के फायदे और नुकसान हैं।