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मध्यकालीन भारत का इतिहास

[संगीत] [संगीत] वेलकम तू प ओनली इस अगर मैं कहूं की आपके पास एक मौका है की आप मध्यकालीन भारत की सर कर सकते हैं आपके पास मौका है उसे समय की सोसाइटी इकोनामी और पॉलीटिकल सिस्टम को समझना का तो मुझे नहीं लगता की आप ये मौका छोड़ना चाहेंगे कुछ फैक्ट्स कुछ इनफॉरमेशन और कुछ कॉन्सेप्ट्स की मदद से अगर आपको टाइम ट्रैवल करने का मौका मिले तो मलाई इस मौके को कौन छोड़ना चाहेगा आज के सेशन में हम कंप्लीट मेडिकल हिस्ट्री एनीमेशन के थ्रू समझना का प्रयास करेंगे जो बहुत ही ज्यादा इंटरेस्टिंग होगा और बहुत ही लूसीड वे में एक्सप्लेन होगा इसके पहले की हम अपने इस सेशन में आगे बंधन मैं आपको कुछ और बातें बता देता हूं अगर आप यूपीएससी फाउंडेशन कोर्स 2024 जॉइन करना चाहते हैं प ओनली आई है इसका तो उसके लिए आपके पास एक प्रॉपर प्लानर के साथ कोर्स अवेलेबल है जहां पर होगी ऑफलाइन क्लासेस 24 * 7 लाइब्रेरी की एक्सेस 1 एयर के पूरे टाइम्स पान में आपके जीएस की क्लासेस कंप्लीट होने के साथ सिस की क्लासेस भी अवेलेबल होगी सीटीआई मॉडल पर आपकी प्रॉपर क्लासेस के साथ टेस्ट होगा और रिवीजन भी होगा और जो भी टेस्ट आप देंगे उसे इवेलुएट भी किया जाएगा अगर आप इन इसके बड़े में कोई और एडिशनल जानकारी चाहते हैं या फिर इन कोर्सेज के साथ जुड़ना चाहते हैं तो आपको डिस्क्रिप्शन बॉक्स में एक फॉर्म मिल जाएगा आप उसे फाइल करके बाकी की एडिशनल जानकारी के लिए मेंटर्स से कनेक्ट भी कर सकते हैं तो आई बिना डेरी किया मेडिकल हिस्ट्री की इस जर्नी को स्टार्ट करते हैं दोस्तों मिडिवल हिस्ट्री की शुरुआत कब से हुई इस बात को लेकर हिस्टोरियन के काफी डिफरेंट होते हैं कुछ स्टूडेंट के अकॉर्डिंग फगलिज्म के रईस से ही मैं इविल हिस्ट्री की शुरुआत मनी जाति है जबकि कुछ स्टूडेंट इस्लामिक इनविजन को इसका स्टार्टिंग पॉइंट मानते हैं आज के इस वीडियो में हम भारत की इसी में देवल हिस्ट्री को कर करेंगे गुप्ता डायनेस्टी के डिक्लिन के बाद और दिल्ली सल्तनत की शुरू होने के बीच भारतवर्ष कई छोटे स्टेटस में डिवाइड था हालांकि कई राज्यों ने आपस में जुड़ने का भी ट्राई किया लेकिन वो सक्सेसफुल नहीं हो पे ये वो समय था जब भारत की सबसे इंपॉर्टेंट डायनेस्टी जैसे गुर्जर प्रतिहार पाल और राष्ट्रकूट ट्राइब टाइट स्ट्रगल में उलझे हुए थे और इस्लामिक इन्वेस्टियन भारत की दहलीज पर थी डिटेल में समझना के लिए उसे दूर की कुछ इंपॉर्टेंट डायनेस्टीज के बड़े में समझते हैं सबसे पहले हम देखेंगे कांची के पल्लव के बड़े में जिन्होंने करीब 500 इयर्स अगर किया था और अपनी कैपिटल कांचीपुरम को बनाया था बलवा डायनेस्टी में सबसे पहले हम देखेंगे बुद्धिस्ट पल्लव किंग विष्णु के बड़े में जिन्होंने 50075 एड से 600 एड तक रूल किया और अपने स्टेट को श्रीलंका तक एक्सटेंड किया सिंबू विष्णु के बाद आई देखते हैं उनके बेटे महेंद्र भाई महेंद्र फर्स्ट के बड़े में जिन्होंने 600 एडी से 638 तक ऐसा किंग रूल की किंग बर्मन को कई टाइटल्स दिए गए जैसे गुणधार सत्य संघ पिटाकरी और चित्रकार बोलिए सेक्टर महेंद्र में सिग्निफिकेंट आर्किटेक्चर और लिटरेरी डेवलपमेंट हुए इन्होंने रॉकेट टेंपल आर्किटेक्चर इंट्रोड्यूस की और विचित्र और महाविलास प्रश्न की रचना भी की पांटू चालू किया किंग डी सेकंड के साथ बैटल में महेंद्र वर्मा की डेथ होती है अपने पिता की मृत्यु संभाली और 638 से 668 तक रूल किया आपको बता दें की नर्सिंग वनमन को पलवा डायनेस्टी का सबसे ग्रेटेस्ट रोलर कंसीडर किया जाता है कर्म कॉपर प्लान डिस्क्रिप्शन से पता चला है की नरसिम वर्मन ने मनी मंगलम के बेल में चालू किया गेंद बल्की सीन डी सेकंड को गिफ्ट किया था और मामला यानी ग्रेटेस्ट रेसलर का टाइटल एक्सेप्ट किया था इतना ही नहीं इन्होंने मामल्लापुरम या महाबलीपुरम को भी एस्टेब्लिश किया और इसके साथ ही उनके रन में मनौलिखित रक्त का भी कंस्ट्रक्शन किया गया आपको बता दें की श्रीलंका प्रिंस मानव वर्मा के थ्रू और श्रीलंका के न्यू एक्सपीडिशन को किंग नरसिंह वर्मन डी फर्स्ट ने स्टोर किया था और उनके रन में ही चाइनीस ट्रैवलर और बुद्धिस्ट मोंक यूं सामने देखते हैं 695 से लेकर 722 तक रूल करने वाले नेक्स्ट पलवल सिम के नाम से भी जाना जाता था इसके साथ ही इनको शंकर भक्ति और गम प्रिया जैसे टाइटल भी दिए गए थे अपने रेन के दौरान इन्होंने चीन में एंबेसीज भेजी और इनके रन की एक स्पेशलिटी यह भी थी की इस दौरान तमिलनाडु के महाबलीपुरम में शो टेंपल्स और कैलासनत टेंपल का भी कंस्ट्रक्शन किया गया दोस्तों ये भी कहा जाता है की संस्कृत की स्कॉलर डंडे नरसिम वर्मा डी सेकंड के कोर्ट में डिसाइड करते थे बलवास के बाद दोस्तों की चालू क्या इसकी रेन के बड़े में बात करेंगे इनका टाइम पीरियड 6 से 642 सीरीज तक माना जाता है डायनेस्टी में सबसे पहले देखेंगे पुलकेशिन 10 सेकंड के बड़े में जिन्होंने 600 8c से 642 सी तक रूल किया उनके सीन थे सेकंड ने आई होल इनस्क्रिप्शन जारी किया था इसके कंपोजिट पुलकेशिन डी सेकंड के कोड कवि रविकृत जैन थे दोस्तों पुल के सीन डी सेकंड टेंपरेरी किंग हर्षवर्धन ने साउथ में एक्सपेंशन के मोटे से पुल के सीन पर अटैक कर दिया लेकिन बोल के सीन डी सेकंड ने हर्षवर्धन को नर्मदा रिवर के किनारे डिफीट किया और इसके बाद इन्हें दक्षिण पतेश्वर यानी गॉड ऑफ दक्षिण का टाइटल दिया गया इसके साथ ही इन्होंने बनवासी के कड़मबाज और मैसूर के कांगज को डिफीट कर अपने साम्राज्य का एक्सपेंशन किया था पुलकितिन डी सेकंड के फॉरेन रिलेशनशिप की बात करें तो उन्होंने पर्शियन किंग खुश रहो के कोर्ट में अपने कंबर को भेजो था और बुद्धिस्ट पिलग्रिम यूं सॉन्ग ने भी पुलकेशिन डी सेकंड के कोड को विजिट किया था चालू की आज के बाद अब देखते हैं वेस्टर्न इंडिया के गुर्जर प्रतिहार डायनेस्टी के बड़े में जानकारी 7:30 ए दी से 1000 36 सीडी तक माना जाता है सबसे पहले देखते हैं प्रतिहार डायनेस्टी के सबसे प्रॉमिनेंट रोलर नाक भट्ट डी फोर्स के बड़े में जिनका टाइम पीरियड 7:30 से लेकर 768 तक कंसीडर किया जाता है अपने री में इन्होंने एडम और विजन को कर्व किया और गुजरात से ग्वालियर तक अपने अंपायर को एक्सपेंड किया जिसके बाद राष्ट्रकूट किंग दांती दुर्ग से बैटल में नाक भट्ट को डिफीट मिली और घंटी दूर किया विक्ट्री शॉर्ट ही रही और नाक बट डी फोर्स ने अपने अंपायर को मालवा और राजपूताना किया प्रतिहार में नेक्स्ट इंपॉर्टेंट रोलर है वत्स राजा जिन्होंने 775 से 8058 तक रूल किया वत्स राज ने उज्जैन को अपने कैपिटल के रूप में डेवलप और बंदी इसको डिफीट करते हुए कन्नौज और सेंट्रल राजपूताना तक अपने अंपायर को एक्सटेंड किया जिसके बाद वत्स राज ने अपनी कैपिटल का नोट शिफ्ट कर ली सेशन के करण बट सिराज पुलिंग धर्मपाल और राष्ट्रकूट किंग ध्रुव के साथ त्रिपाठीते स्ट्रगल मां गेज हो गए वछराज किंग धनपाल के ऊपर विक्टोरिया शोर करते हैं पर अल्टीमेटली किंग ध्रुव के हाथों वत्सराज को डिफीट का सामना करना पड़ता है इसके बाद सिराज को नागभट्ट 10 सेकंड में सीट किया इन्होंने सिंह आंध्र और विदर्भ तक एक्सपेंशन करते हुए अपने अंपायर की लॉस कोरी-कोरी वाइफ किया इसके साथ ही नागपुर डी सेकंड ने सेंधवा विदर्भ कलिंग और धर्म पलक को भी डिफीट किया बैटल के अलावा अपने री में सोमनाथ का फेमस शिफ्ट टेंपल कंस्ट्रक्ट करवाया था नाक भट्ट के बाद हम बात करते हैं प्रतिहार डायनेस्टी के पॉपुलर रोलर मिहिर भोज के बड़े में जिन्होंने को संभाल मीर भोज वैश्णविज्म के फॉलोअर थे और उन्होंने डैलस और कालाचूरियन ने भी अमीर भोज की सुप्रीमेसी को एक नाइस लिया था अब ट्रेवल्स के अकॉर्डिंग प्रतिहारस के पास इंडिया की सबसे स्ट्रांगेस्ट केवलारी थी आपको बता दें की अलमसूदी नाम के एक अब ट्रैवलर ने मिहिर भोज को किंगबोरा का टाइटल दिया था मीर फौजी के बाद अब देखते हैं महेंद्र पलक के बड़े में जिनका टाइम पीरियड 88586 से 90 1080 का माना जाता है प्रतिहार अंपायर का एक्सपेंशन नर्मदा से हिमालय परसों से बंगाल तक हुआ और इन्हें महाराजाधिराज और आर्यावर्त का टाइटल दिया गया महेंद्र पाल के कोर्ट में राष्ट्रीयकृत जैसे रेनॉल्ट संस्कृत कवि मौजूद थे जिन्होंने काव्या विमान था बलभरता प्रपंच पांडा की रचना की थी गुर्जर इतिहास के एडमिनिस्ट्रेटिव सिस्टम में किंग हाईएस्ट पोजीशन और एनवायरनमेंट पावर ऑक्युपी करते हैं प्रतिहार किंग ने परमेश्वर महाराजाधिराज और परम भतार एक जैसे जूम किया थे इनके रन में पूरे स्टेट को मुक्तिज में डिवाइड किया गया था और एक भक्ति में कई मस होते थे और एक मंडला नमर सिटी और विला इंस्टिट्यूट करता था जो विलेज एडमिनिस्ट्रेशन संभालते थे और साथ ही विलेज के मटर में एडवाइस देने के लिए ग्राम पति भी हुआ करते थे सिटी एडमिनिस्ट्रेशन एक काउंसिल द्वारा मैनेज की जाति थी जिसे गोष्टी पंचकूला सानिया का और उत्तर शोभा के नाम से जाना जाता था प्रतिहार के इस एफिशिएंट एडमिनिस्ट्रेशन के करण प्रतिहार अब इनविजन को रोकने में सक्सेसफुल हो पे थे प्रतिहार्पिरेंट में का सिस्टम प्रीवैलेंस था और ब्राह्मण को विप्र के नाम से रेफर किया जाता था अब राइटर आईएफ डी खुर्दाब ने प्रतिहार के पीरियड में सेवन कास्ट एक्जिस्ट करने की बात की है आलूबिनी के अकाउंट से हमें पता चला है की प्रतिहारस के समय से ही भारत पर इस्लामिक अटैक स्टार्ट हो चुके थे मेडिकल हिस्ट्री में अब हम नेक्स्ट देखेंगे पलस के बड़े में जिन्होंने बंगाल को तीर्थ तू ट्वेल्थ सेंचुरी तक रूल किया था पहले एक संस्कृत शब्द है इसका मीनिंग टेंपल्स और फोर्स का कंस्ट्रक्शन किया गया किंग गोपाल पाल डायनेस्टी फाउंडर थे और इन्हें बंगाल का फर्स्ट बुद्धिस्ट मुन्ना कंसीडर किया जाता है आपको बता दें की इन्होंने बिहार में उदंतपुरी मॉनेस्ट्री इस्टैबलिश्ड की इसके अलावा गोपाल प्रतिहार और राष्ट्रकूट के साथ कन्नौज की कंट्रोल के लिए त्रिपाठीते स्ट्रगल महंगी थे गोपाल के बाद पहले डायनेस्टी के नेक्स्ट रोलर है धनपाल जिन्होंने 778 में अपने पिता गोपाल को सकसीड किया था इन्होंने अपने री में राष्ट्रकूट आज के साथ न्यूमरस बॉटल्स लेडी और परम भातरक परमेश्वर और महाराजाधिराज जैसे डाइजेसुम की अब हम इस डायनेस्टी के नेक्स्ट रोलर दे पाल के बड़े में देखेंगे ये धर्मपाल और राष्ट्रकूट प्रिंस रणदेवी के बेटे थे इनका रनिंग टाइम पीरियड 810 से 858 तक कंसीडर किया जाता है वे पालनपुर ने अपने अंपायर को असम उड़ीसा और असम रीजन के कमर ऊपर में आते हैं और अपने भाई तिरपाल या तिरपाल और वसंत पाल या वसंत पाल के साथ वाराणसी भी कंकर किया था वहीं अगर हम डेक्कन में राष्ट्रकूट आज की बात करें तो इन्होंने 10थ सेंचुरी के और से लेकर और मुफ्त 200 इयर्स तक अपनी सुपरमेसी को बनाया रखा और नोट और साउथ इंडिया में उन्होंने लंबे समय तक कंट्रोल किया दोस्तों इन आज सिर्फ उसे वक्त की सबसे ज्यादा पावरफुल पॉलीटिकल पावर थी बल्कि इन्होंने नॉर्थ और साउथ इंडिया के बीच इकोनॉमिकल और कल्चरल दोनों एस्पेक्ट्स से एक ब्रिज की तरह कम किया डायनेस्टी की प्रॉमिनेंट रोलर की जब बात आई है तो सबसे पहले दांती दुर्ग का नाम सामने आता है ऐसा माना जाता है की 753c के आसपास किया और इन्होंने माननीय शोलापुर के नियर मालखेड़ को अपना कैपिटल बनाया उसके कैपिटल कांची पर अटैक कर नदी वर्मन पलवा माल के साथ एलियंस स्टाइलिश किया 754 डिस्क्रिप्शन से इनफॉरमेशन मिलती है की दांडी दुर्ग ने बदामी के चालू और कीर्ति वर्मा सेकंड पर विक्ट्री के बाद इंपीरियल रैंक अजीम की और महाराजाधिराज और पृथ्वी वल्लभ जैसे टाईटज्यूम किया घंटी दूर की डेथ बिना सक्सेसिव के ही हो गई तो उनके अंकल की थी वह दास सेकंड और दूसरे फैमिली मेंबर्स के बीच एक डिस्प्यूट का करण बने आगे चलकर डायनेस्टी के थ्रो को कृष्णा राजा थे फोर्स ने ओवर टेक किया बैंड अगेंस्ट करप्शन में कृष्णा फर्स्ट को शुभ दूंगा और काल वर्सेस जैसे टाइटल दिए गए हैं कृष्णा जी डी फोर्स के अंदर राष्ट्र किंगडम का सभी डायरेक्शन में एक्सपेंशन हो मॉडर्न ने महाराष्ट्र कर्नाटक का एक सिग्निफिकेंट पार्ट आंध्र प्रदेश और वेगी जैसे किंग्डम्स ने इनकी सुपरमैन सी को नॉलेज किया बंदर पेट किया अकॉर्डिंग पूरा मध्य प्रदेश कृष्णा फोर्स के अंदर ही था कृष्णा पावर में है गोविंदा सेकंड ने प्रभुता वर्ष और विक्रमाव लोग जैसे टाइटल ध्रुव या ध्रुव के बीच सिविल वार चल रही थी इसमें ध्रुव की जीत होती है और वे थ्रो ताक्सिद करते हैं और साथ जैसे टाइटल जिन्होंने कीर्ति नारायण जन्म वल्लभ और श्री वल्लभ जैसे टाइटल उनकी गोविंदा थर्ड ने कन्नौज मालवा कोला कलिंगा वेगी दहला और उदर के गैस सक्सेसफुल एक्सपीरियंस की भूपेंद्र डी थर्ड ने अपने डिप्लोमेटिक और बैटलफील्ड के स्केल से राजपूत के फेम को हिमालय से की कांग्रेस किया इनके बाद इनके सन महाराजा सर्व इन सकसीड करते हैं जिन्हें मक वर्षा के नाम से भी जाना जाता है और ये अपने पिता की तरह ही एक ग्रेट मोनार्क साबित होते हैं महाराजा सांड और वीर नारायण जिसे टाइटल बताया जाता है और जैनिज्म के साथ साथ हम लोग रिलिजन को भी प्रमोट करते थे और अपने सब्जेक्ट्स की वेलफेयर के लिए परफॉर्म करते थे आपको बता दे की ने साउथ इंडिया का अशोक भी कहा जाता है इन्होंने अपनी कैपिटल डिमांड इंडिया मलकीत को डेवलप किया और कवि राज्यमार्ग कनाडा और प्रश्नोत्तरी रतन मल्लिका संस्कृत जैसी लिटरेचर की रचना भी थी राष्ट्रवाद के बाद अब देखते हैं साउथ इंडिया एरिया में सबसे लॉन्ग टाइम तक रूल करने वाली बोले डायनेस्टी के बड़े में इस डायनेस्टी के प्रॉमिनेंट मोनार्क की बात करें तो सबसे पहले नाम चोला डायनेस्टी के फाउंडर विजय आलिया का आता है जो पहले पल्लवास के नाइट हुआ करते थे एक सेंचुरी में तंदूर सिटी को डेवलप कर इन्होंने चुला किंगडम को एस्टेब्लिश किया और पल्लवास को डिफीट कर चुनाव डायनेस्टी के राइस को लीड किया विद्यालय के बाद नेक्स्ट आर आते हैं आदित्य डी फर्स्ट जिन्होंने किंग अपराजिता को रिपीट किया और वघमास के साथ पांडा किंग पर विक्ट्री पी साथ ही बलवास के पावर को भी कंट्रोल किया दोस्तों हम देखते हैं डायनेस्टी के मोस्ट सेलिब्रेटेड रोलर राज राजा थे फोर्स के बड़े में इनका टाइम पीरियड तक बताया गया है इन्हें उम्मीद और कंट्रीज को अपने अंपायर के अंदर इंक्लूड किया इतना ही नहीं इन्होंने लक्ष्मी और मोल्डिंग के नॉर्दनमोस्ट आईलैंड्स का भी एक्विजिशन किया इसके अलावा राज्य राज्य डी फर्स्ट ने श्रीलंका के नॉर्थ दिन और पूर्वी रीजन के ऊपर अपना डायरेक्ट कंट्रोल एस्टेब्लिश किया और नॉर्दर्न श्रीलंका को मम्मी दी चोलामंडलम का नाम दिया रेस्टोरेंट और पूर्वी चालू किया इसके सक्सेसफुल एक्सप्लेन के बाद इन्होंने शक्तिमान को व्यंग्य के धुन पर एस्टेब्लिश किया इनके रिलिजन की बात करें और इन्होंने बृहदेशवारा टेंपल का कंस्ट्रक्शन करवाया इस टेंपल को साउथ इंडियन आर्किटेक्चर स्टाइल में सबसे बेस्ट माना जाता है आपको बता दें की 1987 में इस टेंपल को यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट की लिस्ट में शामिल किया गया था 1084 सी में राज राजा थे फोर्स की डेथ के बाद राजेंद्र डी फोर्स उन्हें सकसीड करते हैं उनका टाइम पीरियड कंसीडर किया जाता है राजेंद्र डी फोर्स में कृष्ण रोल प्ले किया जी करण इन 11 सेंचुरी के साउथ एशिया में ग्रेटेस्ट किंग के रूप में जाना जाता है आपको बता दें की गंगा की को चोलापुरम डीटी एस्टेब्लिश करने की वजह से इन्हें गंगाई को चूल्हा का टाइटल दिया गया इसके अलावा इन्होंने श्री विजय या मॉडर्न दे इंडोनेशिया में नवल एक्सपीडिशन भेजो जिसका रन इन्हें कादर एम गोंडा का टाइटल भी दिया गया एजुकेशन को इंर्पोटेंस देते हुए राजेंद्र डी फर्स्ट ने बहुत से एजुकेशन इंस्टीट्यूशन सेटअप किया जिसके बाद इन्हें पंडित चूल्हा का टाइटल दिया गया इसके बाद नेक्स्ट आते हैं कल ठुमका ज्वेलर्स डी फर्स्ट जिन्होंने इंपीरियल 16 की लिगसी को प्रिजर्व किया इन्होंने बहुत से टैक्स किया और इन्हें संगम तीर्थ का टाइटल दिया गया इसके अलावा व्यंगिंग किंगडम का चूल्हा अंपायर के साथ यूनिफिकेशन भी इन्होंने करवाया आपको बता दें की कल दूंगा चोला सेंट रामानुजाचार्य के कंटेंपरेरी में लास्ट किंग हुए राजेंद्र डी थर्ड अंपायर के फल के बाद उसके आरयूआईएनएस पर पांडे और हुए इंडियन एक्जिस्टेंस में आए मेडिकल हिस्ट्री में अब चलिए देखते हैं चालू क्या डायनेस्टी के बड़े में चालू किया उसने 6 सेंचुरी से लेकर 12 सेंचुरी तक साउथ और सेंट्रल इंडिया के कई रीजंस पर रोल किया जबकि चालू की आज की बात करें तो ये तीन टाइप के थे बदामी चालू क्या एस्टन चालू किया इनमें से चालू किया बादाम या बदामी चालू किया इसके डिसेंडेंट्स थे जिनका 10 सेंचुरी के और में राइस हुआ और यह वातापी चालू की आज और राष्ट्रकूट आज दोनों ट्रेडीशन को फॉलो करते हुए कर्नाटक और उसके आसपास के एरिया को रूल क्या करते थे अभी तो बात होगी चालू क्या आज की दोस्तों अब चलिए चलते हैं 13 सेंचुरी में जहां मोहम्मद बोरी के कन्वेंस से दिल्ली सल्तनत की शुरुआत होती है और इस पीरियड को पांच डस्टिंग पीरियड्स में डिवाइड किया जा सकता है यह पीरियड्स है सबसे पहले उसके बाद सही डायनेस्टी और फाइनली लोधी डायनेस्टी सबसे पहले चलिए देखते हैं इसलिए डायनेस्टी को इसके फाउंडर थे कुतुबुद्दीन ऐबक और इनका री स्टैंडर्ड सिक्स सी से 12 तक बताया जाता है जिन्हें गोरी ने गवर्नर बनाया था कुड़ी की डेथ के बाद एवर 126 में स्लेव डायनेस्टी ने राखी के लिए इन्हें लाख बक्स का टाइटल दिया गया अपने में इन्होंने दो मॉस्क अल इस्लाम और अधि दिन का झोपड़ा कस्टर्ड करवाया था इसके अलावा सूफी सेंट ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार कई के ओनर में इन्होंने कुतुब मीनार का एक्शन भी करवाया था ऊक लर्निंग की ग्रेट पे ट्रेन थे और ताजुल मसीर के ऑथर हसन उन निजामी और तारीख के मुबारक शाही के ऑथर फखरुद्दीन जैसे राइटर को पीटर नाइस भी करते थे लेकिन 1210 में हो जाति है पोलो या चौगान खेलने समय इसके बाद आते हैं जिन्होंने आम बॉक्स पर डिपोज कर 1211 में दिल्ली के थ्रू दिल्ली सल्तनत का रियल फाउंडर कंसीडर किया जाता है और इन्होंने ही लाहौर की जगह टेलीकॉम बनाया था और इस समय चेंज खान मिस्टेक शेल्टर की रिक्वेस्ट की लेकिन उसे शेल्टर ना देकर इल्तुतमिश ने दिल्ली को चेंज खान के रेट से बच्चा लिया अपने रेन में इन्होंने टांका या सिल्वर कॉइन और जीडिल यानी कॉपर कॉइन इंट्रोड्यूस किया इसके अलावा इल्तुतमिश ने एकता सिस्टम ऑर्गेनाइज किया और सिविल एडमिनिस्ट्रेशन और आर्मी में रिफॉर्म्स इंट्रोड्यूस किया दिल तोड़ने 40 स्लीव्स की ऑफिशल मोबिलिटी सेटअप की जिसे चहलगानी या चालीसा का नाम दिया गया और अब्बा द्वारा स्टार्ट की गई कुतुब मीनार की कंस्ट्रक्शन को भी इन्होंने ही कंप्लीट करवाया की तरह इल्तुतमिश ने भी तब आकृति नसरी के ऑथर मीनार जो सिराज जैसे राइटर को पीटर नाइस किया अपने लास्ट टाइम में इल्तुतमिश ने अपनी बेटी रजिया सुल्तान को अपना सक्सेसर नॉमिनेट किया पर इसके बाद भी इल्ट्रीश की वाइफ और नोबल्स ने शास्त्र कान को थ्रोन पर बिठा जिसे रजिया में ओवरथ्रोकर किया और भारत की फर्स्ट मुस्लिम वूमेन रोलर के तोर पर 1236 से 1248 तक जरूर किया ऐसे लोगों के बीच काफी पॉपुलर थी वह नोवेल्स और रजिया का रूल एक्सेप्टेबल नहीं था लेकिन तू प्रेफर करने के करण रजिया ने नोबल्स को और भी ज्यादा फ्रेंड कर दिया रज्जकित होने के सेंड करते ही मुल्तान लाहौर बठिंडा बताओ और हंसी के गवर्नर ने रिवॉल्ट कर दिया इस रिवॉल्ट में या खुद की डेथ हो जाति है इसके बाद रैयनी बुटिंडा की गवर्नर और दुनिया से शादी कर ली पर इसके बावजूद एक कंस्पायरेसी ये थ्रू 1240 में रजिया को मार दिया जाता है रजिया के बाद इल्तुतमिश के बेटे पैरों शाह फिर महसूस शाह और फिर नसीरुद्दीन शाह ने थ्रोन समाधि नसीरुद्दीन शाह एक नोबेल किंग थे और इधर भी इसी किंग के नाम से भी जाना जय था अब हमने देखते हैं गयासुद्दीन बलबन के बड़े में जिन्होंने 1266 में थ्रोन सेंड किया और चालीसा की पावर को ब्रेक कण की पावर को रिस्टोर किया इंटरनल डिस्टरबेंस और मंगोज पर चेक रखना के लिए बलबन ने मिलिट्री डिपार्मेंट भिवानी अर्थ इस्टैबलिश्ड की बलबन ने सिली इलाही का टाइटल सुयम किया चीज था और ताबू जैसे सिस्टम को मार्कर जलालुद्दीन खिलजी ने 1290 में खिलजी डायनेस्टी एस्टेब्लिश की इसके बाद 1296 में जलालुद्दीन खिलजी के सन इन डॉ अलाउद्दीन खिलजी ने उन्हें हटाए और थ्रोन को टेक ओवर कर ली अलाउद्दीन ऐसे पहले डर के सुल्तान बने जिन्होंने रिलिजन को पॉलिटिक्स सेपरेट किया और किंगशिप नोज नो किंशिप का प्रोक्लेमेशन दिया अलाउद्दीन के एमबीबीएसएम की बात करें तो इन्होंने गुजरात रणथंबोर मेवाड़ मालवा और जालौर पे नेक्स्ट किया इसके अलावा मलिक कपूर की लीडरशिप में अलाउद्दीन की आर्मी ने लेकिन में देवगिरी के यादव वी रोलर रामचंद्र रोलर प्रताप रुद्रदेव और पांडे के वीर पांडे को डिफीट किया अलाउद्दीन के एडमिनिस्ट्रेटिव फॉर्म की बात करें तो इन्होंने दाग और चेहरा जैसे सिस्टम उसे किया और एवेन्यू कलेक्शन के लिए मुस्ताक राज के पोस्ट को क्रिएट किया इसके अलावा मार्केट में चेक रखना के लिए दीवाने लाइक ओपन मार्केट सराय एडल बी क्रिएट किया गया और हजार सुकून का कंस्ट्रक्शन करवाया और वे ऑटो लर्निंग के भी पेट थे कवि और म्यूजिशियन आमिर खुसरो उनकी फेवरेट को कवि थे 1316 में अलाउद्दीन की डेथ के बाद मलिक काफूर ने थ्रोनेगोसिस किया और अलाउद्दीन के 6 साल के बेटे शहाबुद्दीन को किंग नॉमिनेट कर उनके बड़े बेटे मुबारक खान को बृजन में दाल दिया लेकिन मुबारक खान के लॉयलिस ने काफूर की हत्या कर दी इसके बाद मुबारक खान ने शहाबुद्दीन के रीजन की तरह कम करते हुए फिर उनको कैप्चर किया लेकिन मुबारक खान के करीबी मुबारक हसन ने उनकी हत्या करण को अपने कंट्रोल में ले लिया मुबारक हसन को खुश रहो खान का टाइटल दिया गया था आज को देपालपुर के गवर्नर कई मलिक ने मार कर खिलजी डायनेस्टी का एंड किया और गयासुद्दीन तुगलक का टाइटल किया जाता है मोहम्मद बिन दुर्ग नेत्रों संभाली मोहम्मद बिन तुगलक ने दुआ में फाइनेंशियल एक्सपेरिमेंट किया जो सक्सेसफुल नहीं हुए और इसके अलावा उनका कैपिटल कोड दिल्ली से देवगिरी दौरताबाद ट्रांसफर करना भी एक कंट्रोवर्शियल स्टेप था तो गलत ने सिल्वर कॉइन की इक्वल ही ब्रोंज कॉइन इंट्रोड्यूस किया जिससे दे वैल्यूएशन के करण विद्रोह करना पदक के लास्ट दिन रिवॉर्ड स्पेंस करते हुए बीते और फाइनली सत्ता में इनकी डेथ हो जाति है उनके बाद 1351 में आते हैं फिर अष्टि तुगलक और इन्होंने नोवेल्टी को पीस करने के लिए नोबिलिटी को हॉरिट्री बनती है और इसे आर्मी भी एक सेंड कर दिया और सोल्जर को कैश की जगह पेमेंट पे लैंड दिया जान ग इसके अलावा जो लोग करने के लिए फिरोज ने उन्हें हायर पोस्ट पर अप्वॉइंट किया और ऑर्थोडॉक्स इस्लामिक प्रैक्टिस रस्सी की फिर उसके रन में ही जीसस सिस्टम इंट्रोड्यूस किया गया था और इसके अलावा कुरान के अकॉर्डिंग खर इंपोस्ट किया गए थे इसके अलावा इनके री में एग्रीकल्चर इंक्रीज करने के लिए हकेश्वर या हसिलेश्वर यानी वाटर टैक्स इन पोस्ट किया गए मोहम्मद बिन तुगलक की मेमोरी में फिरोज ने जौनपुर सिटी एस्टेब्लिश की और इसके साथ ही फतेहाबाद हिसार और फिरोजाबाद जैसी सीरीज के कंस्ट्रक्शन रख रहे बी फिरोजपुर ही जाता है 13 मी फिर उसकी डेथ होती है और उसके बाद तुगलक डायनेस्टी ज्यादा टाइम तक सरवाइव नहीं कर पाती है इसके लास्ट रोलर मोहम्मद शायद तुगलक के रेंज के दौरान 398 में तुर्क किस के तैमूर या तैमूर ने भारत को इन्वेंट कर दिया और खिरखान को पंजाब रोलर सिलेक्ट किया और यही डायनेस्टी के फर्स्ट रोलर हुए सही डायनेस्टी के लास्ट रोलर हुए आलम शाह जिनके बाद 491 में बैलून लेडी ने लेडी डायनेस्टी इस्टैबलिश्ड की हेलो लेडी के बाद आए सिकंदर लेडी जिन्होंने 1489 से 1517 तक रोल किया और अपने रन के दौरान इन्होंने बिहार प्रवेश बंगाल को बनकर किया और अपनी कैपिटल आगरा शिफ्ट कर दी जिसे सिकंदर लेडी नहीं एस्टेब्लिश किया था एग्रीकल्चर डेवलपमेंट के लिए सिकंदर लेडी ने कल्टीवेटेड फूल के मेजरमेंट के लिए गज सिकंदरी एस्टेब्लिश किया सिकंदर लेडी एक फोनेटिक मुस्लिम थे और इन्होंने ज्वालामुखी टेंपल की सीक्रेट इमेज को स्ट्राइक किया और इतना ही नहीं उन्होंने मथुरा के टेंपल्स को डिस्ट्रॉय करने की भी ऑर्डर थी इसके अलावा सिकंदर एक कवि थे और अपने पेन ने कल रखे नाम से पोयम जी कंपोस्ट किया करते थे सिकंदर लेडी के बाद अब नेक्स्ट देखते हैं दिल्ली के लाल सुल्तान इब्राहिम लेडी के बड़े में जो उन्होंने 507 से 15-26 तक रोल किया इब्राहिम लेडी के रन में नोवेल्स उनके अगेंस्ट हो गए और पंजाब के गवर्नर लेडी ने इब्राहिम लेडी को वर्ष रो करने के लिए बाबर इनवाइट किया 1526 में हुए फर्स्ट बैटल ऑफ पानीपत में बाबर के हाथों इब्राहिम लेडी की डेथ जाति है और इसके साथ ही टैली सल्तनत का भी एंड होता है अब आगे हम देखेंगे विजयनगर अंपायर के बड़े में इसका टाइम पीरियड 1336 से 1565 तक कंसीडर किया जाता है विजयनगर अंपायर को काकतीय डायनेस्टी के दो फ्लूइडेंरीज हरिहराधा फर्स्ट और बुक डी फोर्स द्वारा इस्टैबलिश्ड किया जाता है इसे अंपायर को हम कर डिस्टिंक्ट डायनेस्टी में डिवाइड कर सकते हैं सबसे पहले तुलुव डायनेस्टी और उसके बाद फोर्थ और लास्ट वीडियो डायनेस्टी आई सबसे पहले बात करते हैं संगम डायनेस्टी इसकी शुरुआत हरिहरन पोस्ट और बुक का डी फोर्स द्वारा 1336 में विजयनगर के फाउंडेशन से होती है और यह विजयनगर और भांबानी रायचूर दो आप कृष्णा गोदावरी डेल्टा और मराठवाड़ की कंट्रोल के लिए कनफ्लिक्ट में उलझे हुए थे फर्स्ट जिन्होंने 1422 तक रूल किया देवनारायण इरिगेशन में सिग्निफिकेंट कंट्रीब्यूशन दिए और तुम मेरा क्या क्रॉस एकदम विजिट किया अब नेक्स्ट है दिया डी सेकंड जिन्होंने 1423 से 14-46 तक रूल किया इन्होंने प्रभु देव और गज बेटे का राजा और श्रीलंका से इनके किंगडम में रेगुलर रिबूट आया करते थे देवराय डी सेकंड वर्जन के फॉलोअर थे पर दूसरे लीजेंड्स का भी रिस्पेक्ट किया करते थे संगम के बाद अब नेक्स्ट देखते हैं सुलुवान डायनेस्टी के बड़े में जिनके फाउंडर थे सुलुवान नरसिंह इनके बाद सिल्वर डायनेस्टी में नेक्स्ट आते हैं तिरुमल और एमदी नरसिंह ये दोनों ही माइनर्स थे ऑनर्स और एक इनके रिजल्ट के तोर पर रूल कर रहे थे इन्हीं के रन के दौरान 498 में वास्को डा गम कालीकट आए थे नायक के बेटे वीर नरसिंह ने तुलुव डायनेस्टी का फाउंडेशन रखा जिसका टाइम पीरियड 15005 से 1570 तक हम देखेंगे इसकी इंपॉर्टेंट रोलर कृष्णा देव राय के बड़े में करें 159 से 1529 अब तक था और इन्होंने यौवन राज स्थापना आचार्य अभिनव भोज आंध्र भोज और आंध्र पीतमा जैसे टाइटल जूम किया थे कृष्णा देव राय की पुर्तगीज गवर्नर और भुकुर कई के साथ रेंडेज़ रिलेशनशिप थे और उनके एम्बेसडर फेयर ली इनके कोर्ट में डिसाइड किया करते थे उन्होंने उड़ीसा ज्ञानी स्टेशन किया इसके बाद अपने टाइम में विजयनगर सबसे स्ट्रांगेस्ट किंगडम बैंड करो इसके अलावा इन्होंने विजय टेंपल और हजार राम टेंपल जैसे कंस्ट्रक्शन भी करवा विष्णु देव राय ने तेलुगू में पालिटी क मुक्त मलीदा और संस्कृत ड्रामा जामवंती कल्याणम की रचना भी की इनके कोर्ट में अष्टद यानी ईट सेलिब्रेटेड तेलुगू पेट्स रिसाइट किया करते थे कृष्णदेव राय बाबर की कंटेंपरेरी थे और डेक्कन में रोलर थे इनके बाद आए और उनके बाद आए वेंकट डी फर्स्ट और सदाशिव राय लेकिन रियल पावर थी राम राजा के हाथों में डिप्लोमेसी से अंपायर के पांच सक्सेसर स्टेट को डिवाइड कर दिया इसके बाद मेट्रो सिलीकानता में राम राजा को कैप्चर कर हुसैन निजाम शाह ने एग्जीक्यूट कर दिया इसके बाद और वीडियो डायनेस्टी के तिरुमला राय के विजयनगर को रिपब्लिक करने के फील्ड एफर्ट्स के बाद कैपिटल को पी गोंडा शिफ्ट किया जाता है लेकिन स्लोली अंपायर 1646 तक ब्रेकडाउन हो जाता है विजयनगर अंपायर के एडमिनिस्ट्रेशन की बात करें तो प्रोविंशियल एडमिनिस्ट्रेशन के लिए में का सिस्टम और विलेज एडमिनिस्ट्रेशन के लिए आएंगे सिस्टम नोटिफिकेशन है इसे बार में वह पगोड़ा नाम से गोल्डन कोइंस तार नाम से सिल्वर कोइंस और जितने नाम से कॉपर कोइंस हुए थे विजयनगर अंपायर की सबसे यूनिक बात ये थी की मेडिकल इंडिया में इकलौता है अंपायर था जिसने वूमेन को स्टेट सर्विसेज में एम्पलाई किया था और साथ ही वूमेन इनकी बैटर में भी पार्टिसिपेट किया करती थी विजयनगर अंपायर के बाद अब हम देखते हैं बहमनी अंपायर के बड़े में जैसे अलाउद्दीन हसन महामंत्र ने 1347 में एस्टेब्लिश किया था आज दिन फिरोज शाह इस किंगडम के सबसे ग्रेटेस्ट रोलर थे जिन्होंने 397 से 1422 तक रोल किया आपने एडमिनिस्ट्रेशन में बड़े नंबर ऑफ हिंदू किया और अपने किंगडम के पोर्ट्स के डेवलपमेंट में भी ध्यान दिया इनके भारत कोल और ढाबुल पर पर्शियन गल्फ और रेड सी से ट्रेड चिप्स आया करते थे इसके बाद बामनिया अंपायर पासिंग विरार बीजापुर अहमदनगर गोलकुंडा और बिदार में डिवाइड हो गया जिसमें विरार में हिमाचली रूल किया बीजापुर में आदर्श शाइनी ने रूल किया अहमदनगर में निजाम शाहीन रूल किया गोलकुंडा में कुतुब शाह ने रूल किया और बदर में बड़े शाहीन रूप किया इनमें इब्राहिम आदर्श आदर्श डायनेस्टी के ग्रेटेस्ट रोलर थे और इन्होंने पर्शियन की जगह दक्षिणी को ऐसा को लैंग्वेज प्रमोट किया नेक्स्ट है इन्होंने सिटी ऑफ हैदराबाद एस्टेब्लिश की और चारमीनार का कंस्ट्रक्शन 1526 में हुए बैटल पानीपत में बाबर ने इब्राहिम लेडी को डिफीट कर भारत ने मुगल डायनेस्टी फाउंडेशन राखी इसके बाद 1527 में बाबर में मेवाड़ के राणा संग को खावा में डिफीट किया फिर 1 साल बाद 1528 में चंदेरी के मध्य हीरा को और 1529 में मोहम्मद लेडी को घाघरा में डिफीट किया बाबर ने तुगलकनामा और स्लेजिंग पार्टी सिस्टम को अडॉप्ट किया और भारत में पर डी फर्स्ट टाइम गण पाउडर आर्टिलरी का उसे किया इसके अलावा आपने तुर्किश लैंग्वेज में अपनी ऑटोबायोग्राफी सुजुकी बाबरी भी लिखी जिसमें उन्होंने अपने अंपायर और भारत के बड़े में डिसाइड किया इस ऑटोबायोग्राफी को अब्दुल रहीम खाने खाना नहीं पर्शियन में और मैडम बेवरेज ने इंग्लिश में ट्रांसलेट किया इसके अलावा बाबर ने तुर्किश लैंग्वेज में दीवान में मोवियां और यासूल ऊषास भी लिखी 1530 में आगरा में बाबर की डेथ हो जाति है और उनके टॉम को काबुल में मनाया जाता है पावर के बाद उनकी बेटी हुमायूं ने थ्रोन सेंड की लेकिन इनके सक्सेशन को उनके भाई कामरान हैंडल प्रकाशनी के साथ मिलकर चैलेंज किया इसके अलावा हुमायूं शीशा के साथ चा और फिर कन्नौज की बैटल में इंवॉल्व जिसमें मिली डिफीट के बाद व्यू ने 12 इयर्स के लिए ईरान में रिफ्यूजीय शीशा की डेथ के बाद व्यू ने शाह की अफगान बढ़ उसको डिफीट करते हुए फिर से इंडिया के थ्रोन को अपने नाम कर लिया उन्होंने दिल्ली के दिन बना को अपने सेकंड कैपिटल के रूप में डेवलप किया और यही की लाइब्रेरी में 1555 में उनकी डेथ हो गई इसके बाद उनकी बहन गुलबदन बेगम ने उनकी बायोग्राफी हुमायूंनामा को ऑथर किया अब मुगल अंपायर की पुरी में आगे बढ़ाने से पहले चलिए देखते हैं 1540 से 155 तक चले सेकंड बार या सूरन बार के बड़े में इसमें सबसे पहले हम बात करेंगे शेरशाह श्री की इनका टाइम पीरियड था 1540 से 1545 तक शीशा के पिता हसन खान के बाद इब्राहिम लेडी ने सासाराम की जागीरदार शीशा घोटाले की और 1527 से 1528 तक शिक्षा बाबर की सर्विस में थे और इसके बाद वो बाहर खान के माइनर बेटे किंग जलाल खान लोहानी के गार्डन के रूप में साउथ बिहार रिटर्न आते हैं टाइम पर हजरत की गवर्नर की वीडियो ताजमहल का से शादी करते हैं और ऐसे ही चुनार भिन्न के कंट्रोल में ए जाता है फिर बैटल ऑफ चौसा में हुमायूं को डिफीट करने के बाद शीशा ने एंपरर का टाइटल एडम किया जिसके बाद बैटल ऑफ कन्नौज में फिर से हुमायूं को डिफीट कर उन्होंने कन्नौज को भी अनेक किया आज एन अंपायर शीशा ने मालवा रणथंबोर रायसेन मारवाड़ और चित्तौड़गढ़ नेक्स्ट किया और 15:45 में कालिंजर की काउंट के दौरान इनकी डेथ हो जाति है शेरशाह ने अपनी 5s की रेन में ब्रिलियंट एडमिनिस्ट्रेशन लैंड रिवेन्यू पॉलिसी और इकोनॉमिक्स सिस्टम इंट्रोड्यूस किया थे इन्होंने रुपया नाम से कोई नहीं रिड्यूस किया और पूरे अंपायर में स्टैंडर्ड बिट्स और मेजर भी इंट्रोड्यूस किया इसके साथ ही कम्युनिकेशन के इंप्रूवमेंट के लिए शीशा ने हाईवेज का भी कंस्ट्रक्शन कराया जिन्होंने कोलकाता से पेशावर तक जान वाली ट्रेन ट्रक रोड सिग्निफिकेंट है पत्ता आयरटाइटल डिड पर काबिलियत यानी नीड ऑफ एग्रीमेंट दी जाति थी शीशा ने दिल्ली में पुराना किला भी कर सकता और इनकी डेथ के बाद इन्हें सासाराम में भारी किया गया और इनके बाद इस्लाम शाह और मोहम्मद आदिल चने थ्रोन संभाली सूरज के बाद मुगल अंपायर को कंटिन्यू करते हुए चलिए देखते हैं व्यू के बेटे अकबर के बड़े में जिन्होंने 1556 से 605 तक रोल किया और इन्हें मोबाइल अंपायर का रियल फाउंडर माना जाता है 15 साल की आगे में जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर बादशाह गाजी के टाइटल के साथ कलापुर पंजाब में थ्रोन सैंड करते हैं और बैरन खान को इनका रीजेंट अप्वॉइंट किया जाता है सुरंपायर के मोहम्मद आदिल शाह की जनरल हम और बैरन खान के बीच 5th नवंबर 1556 में सेकंड बैटल ऑफ पानीपत लड़ी गई इसमें हेमू की डिफीट के बाद अकबर ने दिल्ली और अग्राफर्य किया 18 की आगे में अकबर ने बरम खान की एजेंसी को एड करते हुए किंगडम की पुरी रिस्पांसिबिलिटी अपने अंपायर के एक्सपेंशन में अकबर ने बहुत सारे प्रोविंशियल स्टेट को कर किया लेकिन मेवाड़ के राणा उदय सिंह और फिर उनकी बेटे राणा प्रताप ने अकबर को पूरे चैलेंज दिया राणा प्रताप के अलावा बाकी के राजपूत ने अकबर की सुपरमैन सी को रिकॉग्नाइज किया और फिर राणा प्रताप और आमिर के मानसिंह के बीच हुए 1576 के मेट्रो हल्दीघाटी में राणा प्रताप की डिफीट होती है पर फिर भी वो सुरेंद्र नहीं करते हैं और अपने स्ट्रगल कंटिन्यू रखते हैं इनको इन्वेस्ट के अलावा अकबर ने राजपूत के साथ फ्रेंडली एलाइंस भी किया जिसमें उन्होंने राजपूत किंग को मुगल नोबिलिटी की इक्वल अपने कोट्स में जगह थी इतना ही नहीं अकबर अमीर के राजा बाहर मिल की बेटी के साथ मैरिज एलियंस में भी इंटर हुए अपने एडमिनिस्ट्रेशन में अकबर ने सेकुलर पॉलिसी अडॉप्ट की और रिलिजन और पॉलिटिक्स को सेपरेट करने वाले ये पहले मुगल रोलर थे इसके साथ ही रिलिजियस पीस की विकेट लिए गेस्ट रिवॉल्ट करते हुए इन्होंने इस्लाम हिंदुइज्म वैल्यू उसको सिंथेसिस कर न्यू रिलिजन स्टार्ट किया और रिलिजन को फॉलो करने वाले बीरबल इकलौते हिंदू थे और यह रिलिजन ज्यादा पॉपुलर नहीं हो पे आर्ट और आर्किटेक्चर में भी अकबर का सिग्निफिकेंट कंट्रीब्यूशन देखा जा सकता है फतेहपुर सीकरी आगरा फोर्ट लाहौर फोर्ट इलाहाबाद फोर्ट अकबर के कोर्ट में नवरत्न यानी 9 जून डिसाइड किया करते थे जिसमें बीरबल अब्दुल फजल टोडरमल मानसिंह ऐसी भगवान दास तानसेन अब्दुल रहीम खाने खाना और मुला दो प्याज शामिल आपको बता दे की रामचरितमानस की रचना करने वाले तुलसीदास अकबर की कंटेंपरेरी थे अकबर की डेथ के बाद उन्हें सिकंदरा में बेरी किया गया अकबर के बाद 1605 में उनकी बेटी जहांगीर ने थ्रोन संभाली जहांगीर अपने स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ जस्टिस के लिए जान जाते हैं और सीक्वेंस ऑफ जस्टिस के लिए उन्होंने आगरा फोर्ट में जंजीर एडल यानी चैन ऑफ जस्टिस की एस्टेब्लिशमेंट की थी 1611 में जहांगीर ने शेर अफगान की विडो और बंगाल की पोजीशन नोबल वूमेन मैहर निशा से शादी की जिन्हें आगे चलकर नूर जहां का टाइटल दिया गया ये अफेयर में स्ट्रांग इन्फ्लुएंस इंजॉय करती थी और इन्हें ऑफीशियली पॉच्चा बेगम का टाइटल भी दिया गया था जहांगीर ने 28 और नूरजहां के नाम से कोइंस भी इशू किया थे नूर जहां के अलावा जहांगीर ने मारवाड़ की मानमती से भी शादी की थी 1608 में ईस्ट इंडिया कंपनी के रिप्रेजेंटेटिव कैप्टन विलियम हॉकिंस जहांगीर के कोर्ट में विजिट करते हैं और जहां गीत इन्हें 400 का मां सब देते हैं इसके बाद 1615 में सर थॉमस रो भी इनके कोर्ट ने विजिट करते हैं और सूरत में ट्रेडिंग पोर्ट एस्टेब्लिश करने की परमिशन जेन करते हैं जहांगीर के बेटे खुश रहो अपने पिता के अगेंस्ट वर्ल्ड करते हैं जिन्हें गुरु अर्जन देव ने पेट किया था खुसरो को पेड़ देने के करण जहांगीर ने गुरु अर्जन देव को भी एग्जीक्यूट किया था अपने लास्ट के दोनों में जहांगीर ने अपने बेटे खुर्रम जिन्हें शाहजहां के नाम से जाना जाता है और मिलिट्री जनरल महावत खान के रिवॉल्ट का सामना किया जहांगीर के बाद आते हैं उनकी और मानमती या जोधा बाई की बेटे शाहजहां को उनके डेक्कन और फॉरेन पॉलिसीज के लिए बेस्ट जाना जाता है अपने री के स्टार्टिंग के दोनों में शाहजहां ने बुंदेलखंड और डेक्कन में हुए रिवार्ड्स को फेस किया था 1631 से 1632 में पोर्तुगीज के साथ में टीजल में जहांगीर ने पहुंचूंगी इसको डिफीट किया इसके अलावा अहमदनगर की निजाम शहीदे डायनेस्टी को भी ये मुगल कंट्रोल मिलने में सक्सेसफुल हुए और डेक्कन सुल्तान तो बीजापुर और गोलकुंडा ने भी मुगल सूज एंटी एक्सेप्ट की ऐसा माना जाता है की शाहजहां केन में मुगल अंपायर अपने पिक पर था शाहजहां 8 आर्किटेक्चर और कलर के प्रमोटर थे और डी फेमस ताजमहल रेड फोर्ट इन जमा मस्जिद का कंस्ट्रक्शन भी इन्होंने ही करवाया था इनकी अल हेल्थ के करण सक्सेसिव स्टार्ट हो गई जिसमें औरंगज़ेब विक्टोरिया से मौज होते हैं और शाहजहां को आगरा फोर्ट में प्रेजेंट कर देते हैं जहां 16066 में इनकी डेथ हो जाति है छत्रपति शिवाजी की लीडरशिप में सम्राट सम्राट होता है इसके साथ ही इस्लाम ने गुरु टैग बहादुर को एग्जीक्यूट कर दिया था जिसके बाद उनकी बेटे गुरु गोविंद सिंह ने मुस्लिम तिरी और अपने पिता का रिवेंज कम्युनिटी खालसा इस्टेब्लिश की लेकिन 1708 में एक अफगान ने गुरु गोविंद सिंह जी को एसासिनेट कर दिया इसके बाद मुगल किया गेस्ट फाइट को बांदा बहादुर ने कंटिन्यू किया शिवाजी से हार्ट बैटल मिलने के करण और इंजेब ने अंबर की जय सिंह के साथ मिलकर कंस्पायरेसी कर शिवाजी को कैप्चर किया लेकिन शिवाजी वहां से भाग निकले और 1674 में अपने आप को इंडिपेंडेंस मोनार्क प्रोक्लेव किया शिवाजी की डेथ के बाद उनकी बेटे संभाजी ने उन्हें सकसीड किया जिन्हें 1689 में औरंगज़ेब ने एग्जीक्यूट करवा दिया मुगल अंपायर की कंट्रोल में थे और जब ने जीजी आपको इंट्रोड्यूस किया लेकिन हिंदू मां शब्दार्थ की हाय प्रोपोर्शन मेंटेन ही रही 50 इयर्स के रूल के बाद 1707 में औरंगज़ेब की डेथ होती है और इन्हें डोलता बाद में मेरी किया जाता है आई अब एक बार नजर डालते हैं मुगल एडमिनिस्ट्रेशन के ऊपर मुगल अंपायर को सुबह में डिवाइड किया गया था जिसे फरदर सरकार परगना और ग्राम में डिवाइड किया गया इसके अलावा खाली सा यानी रॉयल लैंड जागीर या टूर्नामेंट राज्य और इनम यानी गिफ्टेड लैंड्स दूसरे टेरिटोरियल यूनिट्स थे अकबर ने मनसबदारी सिस्टम इंट्रोड्यूस की और ऑलमोस्ट साड़ी नोबिलिटी ब्यूरोक्रेसी और मिलिट्री मांचुब्ज हॉल किया करती थी यह मनसबदारी सिस्टम ड्यूल नेचर की थी एक हजार यानी पोस्ट रैंक और पीस स्टेटस और दूसरा था सवाल इसके अंदर नंबर ऑफ हॉर्स मां को मेंटेन किया जाता था मजदूरदास की 3 कैटिगरी थी मानसा मेरे उम्दा ने जमादमी सिस्टम राजपूत राजपूताना डाइकिन और रिलिजियस पॉलिसी और अनवर दी सक्सेस वार ऑफ सक्सेशन नोवेल्टी के बीच फेक्शनलिज्म जागीरदार क्राइसिस मराठस अवध मैसूर बंगाल ब्रिटिश कॉक्वेस्ट के करण मुगल अंपायर का डिक्लिन हो गया बहादुर शाह जफर लास्ट मुगल एंपरर थे जिन्हें ब्रिटिशर्स ने रंगून रिपोर्ट कर दिया जहां 1858 में उनकी डेथ हो गई मुगल के बाद अब चलिए देखते हैं मराठा स्टेट और मराठा कॉन्फिडेंस के बड़े में सबसे पहले हम बात करेंगे मराठा स्टेट के बड़े में जिसका टाइम पीरियड 1674 से 1720 तक माना जाता है मराठा स्टेट के फाउंडर छत्रपति शिवाजी का जन्म 1627 में शिवनेरी फोर्ट में हुआ था इनके पिता का नाम था शाह जी भोसले उनकी मां का नाम और यह समर्थ रामदास के शिष्य थे अपने पिता से इन्होंने सेंगर और रुहीन जैसे फोर्स कंकर किया शिवाजी के ऋणमी टेरिटरीज को प्रोविंस में डिवाइड किया था इन प्रोविंस को प्रति में और प्रति को परगना या तरस में सब डिवाइड किया गया था एडमिनिस्ट्रेशन में अष्टप्रधान शिवाजी को विशिष्ट करते थे शिवाजी के रन में मारा नॉन मराठा स्टेट से चोट लिए जाते थे और सरदेशमुखी और स्टेट से ली जाति थी जो मुगल अंपायर का पार्ट थे पर मराठाने क्लेम करते थे शिवाजी के बाद उनकी बेटे संभाजी ने थ्रोन संभाली और औरंगज़ेब के रावलिया सन अकबर डी सेकंड को प्रोटेक्शन दी इसके बाद उन्हें औरंगज़ेब ने एग्जीक्यूट करवा दिया मराठा अंपायर में नेक्स्ट इंपॉर्टेंट रोलर आए शाहू जिन्होंने 1707 से 1749 तक रूल किया और इनके हीरे में पेशवा का राइस हुआ और प्रिंसिपल ऑफ कंफीग्रेशन की बेसिस पर मराठा किंगडम एक अंपायर में ट्रांसफॉर्म हुआ 1713 में बालाजी विश्वनाथ इसके पहले पेशवा बने और इन्हें सीन कृतिका टाइटल दिया गया और वो सारे बालाजी विश्वनाथ ने शाहू के लिए सपोर्ट गेम किया और इतना ही नहीं 12 जी ने सैयद ब्रदर्स के साथ एक एक्सपेरिमेंट कनक्लूड क्या इसके तहत मुगल एंपरर फारुख सियार ने शाहू को स्वराज का किंग रिक्त किया इसके बाद 1720 में स्टार्ट हुए मराठा कॉन्फिडेंस एक में पेशवा बाजीराव फर्स्ट और बालाजी बाजीराव जैसे नाम नॉटेबल टेबल है लेकिन वो ऑफ सक्सेस इंटरनल इन्फ्लुएंस और एंग्लो मराठा वर्स के करण मराठा कांफिडोसी भी डिसोल्व करती है दोस्तों ये तो थी भारत के मेडिकल हिस्ट्री की जर्नी कैसे लगा आपको ये वीडियो जरूर बताइए नीचे कमेंट क्षेत्र में मिलते हैं आपसे ऐसे ही और इंटरेस्टिंग वीडियो के साथ तब तक के लिए जय हिंद