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सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स का भविष्य

हाय एवरीवन एंड टुडे वी आर गोइंग टू टॉक अबाउट सम ऑफ़ द प्रिडिक्शंस फॉर द फ्यूचर ऑफ़ सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स इन द कमिंग फाइव इयर्स नाउ सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग इज़ अ फंडामेंटली चेंजिंग एंड अ ग्रोइंग फील्ड तो जितने भी प्रिडिक्शंस के बारे में आज हम बात करने वाले हैं दे मे हेल्प अस प्रिपेयर बेटर फॉर द फ्यूचर सो द फर्स्ट प्रेडिक्शन व्हिच इज़ अ लाइक आउटकम ऑफ़ द नेक्स्ट फाइव इयर्स इज़ कि सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग इज़ गोइंग टू बिकम अ मोर कंपटिंग फील्ड स्पेशली फॉर स्टूडेंट्स जो अगले 5 साल के अंदर ग्रेजुएट करने वाले हैं या फिर फॉर जूनियर डेवलपर्स हु आर ऑलरेडी वर्किंग इन दी इंडस्ट्री व्हाई इज़ दैट देयर इज़ वन सिंपल रीज़न इंक्रीजड एक्सपेक्टेशन जनरली अगर हम ऑब्जर्व करेंगे एज़ कंपेयर्ड टू इंजीनियर्स जो पहले ग्रेजुएट होते थे आज की डेट में वी हैव टू बिल्ड बेटर प्रोजेक्ट्स हम सिर्फ एक सिंगल टेक्नोलॉजी पर रिलाई नहीं कर सकते हमें डीएसए भी सीखना पड़ेगा तो डेवलपमेंट भी सीखना पड़ेगा उसके ऊपर से हमें मशीन लर्निंग भी सीखना पड़ता है टू बी एबल टू स्टैंड आउट और डू मोर दन व्हाट इज़ एक्सपेक्टेड ऑफ़ अस तो इतनी सारी एडिशनल चीजें हमें करनी पड़ रही हैं आज की डेट में दैट इज़ जस्ट ड्यू टू इंक्रीजड कंपटीशन अब जब भी इंक्रीजड कंपटीशन होता है देयर आर टू लाइक आउटकम्स जो मुझे पर्सनली लगता है कि हमें सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग फील्ड के अंदर भी देखने को मिलेंगे सबसे पहला है कि जो एंट्री लेवल हाई पेइंग जॉब्स है उनके लिए एंट्री बैरियर इंक्रीज हो जाएगा यानी इट विल बी टफर फॉर अ फ्रेशर टू गेट अ हाई पेइंग जॉब जो भी हम टॉप पैकेजेस की बात करते हैं उनके लिए क्योंकि कंपटीशन बढ़ने वाला है एंड सेकंड थिंग जो टाइम के साथ होने वाली है दैट इज़ द एवरेज क्वालिटी ऑफ़ सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स जो इंडस्ट्री के अंदर फील्ड के अंदर एंटर कर रहे हैं उनकी जो एवरेज क्वालिटी है वो इंक्रीज होने वाली है इसको हम ऐसे कंपेयर कर सकते हैं जैसे अगर हम एग्जाम्स की बात करें या कंपीटेटिव एग्जाम्स की बात करें तो जेई के एग्जाम का अगर हम एग्जांपल लें तो जेई का 2023 या 24 का जो एग्जाम है उसे अगर हम पहले वाले इंजीनियरिंग एग्जाम जैसे एआई ई से कंपेयर करें तो पहले एआई ई का जो 2000 2001 2002 के अंदर एग्जाम होता था या पहले जो आईआईटी के एग्जाम होते थे उसके कंपैरिजन में आज की डेट में जेई का एग्जाम काफी टफ बन गया है व्हाई इज़ दैट क्योंकि जब भी इंक्रीजड कंपटीशन होता है तो एग्जाम्स का लेवल बढ़ जाता है एग्जाम का लेवल बढ़ता है तो स्टूडेंट से जो एक्सपेक्टेशन होती है वो इंक्रीज हो जाती है एंड यही सेम पैटर्न सिर्फ सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग नहीं हमें बाकी दूसरी फील्ड्स के अंदर भी देखने को मिलता है अब क्योंकि आज की डेट में इंफॉर्मेशन एंड रिसोर्सेस काफी ज्यादा एक्सेसिबल हो गए हैं तो जो एवरेज स्टूडेंट 2015 2016 के अंदर ग्रेजुएट होकर निकलता था मतलब तब जो एवरेज क्वालिटी होती थी स्टूडेंट्स की जो सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग फील्ड के अंदर जाते थे उनके कंपैरिजन में वो स्टूडेंट जो आज की डेट में ग्रेजुएट हो रहा है या फ्यूचर में ग्रेजुएट होने जा रहा है उसकी एवरेज क्वालिटी एज अ सॉफ्टवेयर इंजीनियर बेटर होगी जस्ट बिकॉज़ ऑफ कंपटीशन सो टू सराइज आज के जो स्टूडेंट्स हैं दे रियलाइफ द कंपटीशन दे नो हाउ दे हैव टू स्टैंड आउट दे नो कि सिर्फ एक्सपेक्टेशन तक उन्हें नहीं करना उन्हें थोड़ा सा एक्सपेक्टशंस को एक्सीड करना है टू बी एबल टू एक्चुअली स्टैंड आउट हमें प्रोजेक्ट्स बेटर बनाने हैं हमें अपने रेजूमेक्स से बाहर जाकर चीजों को और एक्स्ट्रा प्रैक्टिस करना है हमें हैक एथनस के अंदर दूसरी चीजों के अंदर पार्टिसिपेट करना है जो हमारा इंटरेस्ट दिखा सके फील्ड के अंदर तो कई सारी डिफरेंट डिफरेंट चीजें हैं जो स्टूडेंट्स कर रहे होंगे इन द कमिंग फाइव इयर्स अब सेकंड प्रेडिक्शन इज़ दैट देयर विल बी एन इमरजेंस ऑफ मोर डेवलपर सेंट्रिक टूल्स अब आई अंडरस्टैंड देयर आर ऑलरेडी टू टूल्स लाइक कोपायलट जो ऑलरेडी इंडस्ट्री के अंदर यूज़ होते हैं बट आई बिलीव कि नेक्स्ट फाइव इयर्स के अंदर वी आर गोइंग टू सी मोर एआई टूल्स व्हिच विल हेल्प इंक्रीज द प्रोडक्टिविटी ऑफ़ डेवलपर्स अब स के अंडर देयर आर अ फ्यू पॉइंट्स दैट आई वांटेड टू शेयर विद यू सबसे पहला तो इन टर्म्स ऑफ़ एआई टूल्स आई वांट टू सी एआई राइटिंग टेस्ट्स फॉर डेवलपर्स एंड आल्सो एआई हेल्पिंग डेवलपर्स राइट देयर और जनरेट देयर डॉक्यूमेंटेशंस फॉर देम अब देयर आर एसिस्टिंग टूल्स इन द इंडस्ट्री बट डेफिनेटली द होप इज़ फॉर वाइडर एडॉप्शन अक्रॉस द इंडस्ट्री सेकंड पॉइंट दैट आई वांटेड टू शेयर विद यू इज रिगार्डिंग कोडिन ब्राउजर्स अब देयर आर सर्विसेस लाइक गब कोड स्पेसेस और गट पड और coder's कैन हेल्प स्टूडेंट्स जिनका जनरली उतना ज्यादा हायर बजट नहीं होता या फिर वो स्टूडेंट्स जो मशीन लर्निंग जैसी टेक्नोलॉजीज को एक्सप्लोर करना चाहते हैं बट दे डोंट हैव द सिस्टम और द मींस टू डू इट तो ये सारी जो हाईएंड डेवलपमेंट रिलेटेड चीजें हैं जिनके लिए हम उतना पावरफुल सिस्टम अफोर्ड नहीं कर पाते वहां पर कोडन ब्राउजर वाली टेक्नोलॉजी हमें काफी ज्यादा हेल्प कर सकती है एंड दिस टेक्नोलॉजी कैन इंप्रूव इन द कमिंग फाइव इयर्स अब कोडन ब्राउजर के बारे में जनरली कुछ लोगों की यह भी ओपिनियन होती है कि इट कैन हेल्प डेवलपर्स और इट कैन हेल्प स्टूडेंट्स कोड इन देयर फोन पर वो वाला यूज केस या वो वाला सिनेरियो मुझे पर्सनली उतना प्रैक्टिकल नहीं लगता क्योंकि जनरली किसी ना किसी तरीके का अगर हम बेसिक लैपटॉप भी अफोर्ड कर पाते हैं तो वो हमें लॉन्ग टर्म के अंदर एक बेटर डेवलपर बनने में हेल्प करता है अब थर्ड चीज रिगार्डिंग डेवलपर सेंट्रिक टूल्स दैट आई वांटेड टू शेयर विद यू आर टू वेरी इंटरेस्टिंग टूल्स दैट आई केम अक्रॉस इनमें से सबसे पहला है प्रोजेक्ट आईडीए व्हिच इज बीइंग बिल्ट बाय google2 आईएक के बारे में बात करते हैं व्हिच इज फोकस्ड टुवर्ड्स पप डेवलपमेंट अब पप डेवलपमेंट से रिलेटेड एक छोटी सी प्रॉब्लम है जो काफी सारे बिगिनर्स फेस करते हैं जिसको मैंने काफी वीडियो से हाईलाइट करने की भी कोशिश की है एंड दैट इज़ टू स्टार्ट विद ए डेवलपमेंट वी नीड टू इंस्टॉल सॉफ्टवेयर्स लाइक ए स्टूडियो और जनरली ए स्टूडियोज थोड़े से बेटर हायर स्पेक्स वाले लैपटॉप्स के ऊपर बेटर वर्क करते हैं उसके साथ में वी आल्सो नीड इमलेट्स और वी नीड आओ और एंड्र डिवाइसेज टू बी एबल टू टेस्ट द ऐप अब ये जो सारा पूरा इकोसिस्टम होता है टू डू ऐप डेवलपमेंट इसे google.ca जिसमें पूरा का पूरा एटमॉस्फेयर यह पूरा का पूरा एनवायरमेंट हमारा जो होगा वो कंप्लीट ऑनलाइन आ जाएगा बेसिकली ऑनलाइन ही हमें अपने सिस्टम पे कुछ इंस्टॉल नहीं करना पड़ेगा वी कैन राइट द कोड ऑनलाइन वी कैन बिल्ड द कोड ऑनलाइन वी विल गेट एम्युलेटर्स ऑनलाइन वी डोंट रियली नीड टू हैव एन आओ र एन एंड्राइड डिवाइस टू टेस्ट आवर ऐ तो बेसिकली दैट इज़ द लॉन्ग टर्म विज़न एंड आई वांट टू बिलीव दैट दैट कैन हेल्प द पप डेवलपमेंट कम्युनिटी अ लॉट एंड द सेकंड टूल इज़ नेट ए u आ बाय दे विल शेयर अ कॉमन सी शार्प कोड बेस लेकिन वो एक साथ आओ andi4 प्रोजेक्ट उसका लिंक भी मैं आपको डिस्क्रिप्शन बॉक्स के अंदर दे दूंगी इफ यू वांट टू चेक आउट द कोड सो आई रियली होप टू सी टूल्स लाइक दिस इमर्जिंग इन द नेक्स्ट कमिंग फाइव इयर्स अब जब भी हम डेवलपर सेंट्रिक टूल्स की बात करते हैं मेरी एक एडवाइस है सारे की सारी जूनियर्स को कि जनरली जब भी हम एआई बेस्ड टूल्स की बात कर रहे हैं व्हिच कैन हेल्प अस राइट कोड बेसिकली लाइक कोपायलट और टूल्स लाइक चाट जीपीटी तो जनरली ये जो टूल्स हैं इनके अंदर हमें बेसिक है फंडामेंटल लेवल ऑफ़ नॉलेज काफी मिल जाती है पर जब भी किसी टेक्नोलॉजी में इन डेप्थ नॉलेज की बात होती है तो वहां पर कई बार ये जो टूल्स हैं ये मिस्टेक्स कर देते हैं जिन्हें आइडेंटिफिकेशन नॉलेज है वो बिल्ड ना हो पाए क्योंकि आज की डेट में अगर हम प्रॉब्लम्स फेस करेंगे आज की डेट में अगर हम अंदर घुस टेक्नोलॉजी के आज की डेट में अगर हम खुद से सिस्टम्स को बिल्ड करने की कोशिश करेंगे बेसिक्स पर फंडामेंटल्स पर अगर हम ज्यादा टाइम लगाएंगे तो वो फ्यूचर में जाके जब हमारे पास कॉम्प्लेक्टेड प्रॉब्लम्स आएंगी तो उनको सॉल्व करने में भी हमारी हेल्प करेगा तो द एडवाइस फॉर जूनियर डेवलपर्स इज़ टू नॉट बी ओवर डिपेंडेंट ऑन दीज टूल्स इन टूल्स को हम यूज़ कर सकते हैं टू इंक्रीज आवर प्रोडक्टिविटी पर इतना भी ओवर डिपेंडेंट नहीं होना कि जो चीज जो कोड हम लिख रहे रहे हैं उसे हम समझ नहीं पा रहे उसको आगे जाकर अगर कॉम्प्लेक्शन करना होगा तो उसे हम ना अप्लाई कर पाएं तो यह एक चीज है जिसको अगर हम माइंडफुली प्रैक्टिस करेंगे तो आई थिंक इट कैन हेल्प अस अ लॉट थर्ड प्रेडिक्शन इज दैट डेटा रिलेटेड जॉब्स आर गोइंग टू बिकम मोर इंपॉर्टेंट अब डेटा रिलेटेड जॉब्स जैसे डेटा साइंस हो गया डेटा इंजीनियर हो गया डेटा एनालिटिक्स हो गया इनकी अगले 5 साल के अंदर इंपॉर्टेंस बढ़ने वाली है प्लस इन एरियाज के अंदर इन फील्ड्स के अंदर हमें थोड़े से हाई पेइंग जॉब्स भी ज्यादा देखने को मिलेंगे उसके पीछे का मुझे एक बहुत सिंपल रीजन लगता है द काइंड ऑफ फंडिंग ट एआई सेक्टर इज गेटिंग राइट नाउ अभी पिछले कुछ सालों में एंड इन द कमिंग इयर्स एआई फील्ड के अंदर बहुत सारी फंडिंग आई है और आने वाली है एंड डेटा इज द फ्यूल फॉर एआई जिसकी वजह से ये जो फील्ड्स हैं ये जो जॉब्स हैं इनकी इंपॉर्टेंस बढ़ने वाली है और इनके अंदर काफी हाई पेइंग जॉब्स हमें देखने को मिलेंगे अब नेक्स्ट क्वेश्चन जनरली सस्टेनेबिलिटी का आता है कि कितने सस्टेनेबल होंगे हाई पेइंग जॉब्स मतलब क्या ये इवेंचर तक 30 साल तक हाई पेइंग रहेंगे आई डोंट थिंक वो कोई भी प्रिडिक्ट कर सकता है बट एटलीस्ट फॉर द कमिंग फाइव इयर्स आई एक्सपेक्ट सैलरीज टू राइज इन दीज फील्ड्स एंड द फोर्थ प्रेडिक्शन इज़ दैट सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स आर नॉट लाइक टू गेट रिप्लेस बाय एआई अब देयर इज़ अ स्टडी बाय ब्रेन हब जो कहती है कि 80 पर सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स आर नॉट लाइक टू गेट रिप्लेस बाय एआई एंड आई अग्री विद इट क्योंकि आज के जो हमारे एआई टूल्स हैं दे आर फोकस्ड मोर टुवर्ड्स इंक्रीजिंग द प्रोडक्टिविटी एज कंपेयर्ड टू एज अपोज टू कंपलीटली रिप्लेसिंग सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स आल्सो टुडेज एआई टूल्स आर नॉट गुड इनफ टू रिप्लेस एंटायस सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स अब एक ऐसा सिनेरियो भी अगर हम कंसीडर कर लें कि अगले 5 साल में टूल्स हमारे बहुत ज्यादा दे बिकम गुड इनफ टू रिप्लेस इंजीनियर्स पर फिर भी कुछ ना कुछ सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स की तो हमेशा जरूरत होगी ताकि उन एआई टूल्स को यूज़ किया जा सके टू अचीव बिजनेस यूज केसेस तो वो हमेशा जरूरत होगी प्लस एक और फैक्टर जो मुझे इंपॉर्टेंट लगता है दैट इज़ द फंडिंग इन एआई आज की डेट में एआई के अंदर फंडिंग बहुत ज्यादा हैवी है लेकिन ऐसा पॉइंट हमेशा आएगा जब ये जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिलेटेड ऑर्गेनाइजेशंस हैं जो एआई टूल्स के ऊपर काम करती हैं दे वुड वांट टू मेक प्रॉफिट एंड दैट माइट लीड टू दीज टूल्स बिकमिंग मोर एंड मोर एक्सपेंसिव एंड दैट इज़ समथिंग दैट एवरी गुड ऑर्गेनाइजेशन और लीडरशिप एड गुड द ऑर्गेनाइजेशंस अंडरस्टैंड एंड दैट इज़ व्हाई आई थिंक कि अच्छी ऑर्गेनाइजेशंस के लिए अपने पूरे पूरे इंजीनियरिंग वर्कफोर्स को रिप्लेस करना विद टूल्स इज़ नॉट गोइंग टू बी इजी एंड दैट इज़ नॉट अ चेंज दैट आई एम एक्सपेक्टिंग टू सी इन द नेक्स्ट फाइव इयर्स फिफ्थ प्रेडिक्शन फॉर द फ्यूचर इज़ दैट ऑफ कैंपस एंड स्किल बेस्ड हायरिंग इज़ गोइंग टू इंक्रीज अब इसमें हम एज अ स्टूडेंट क्या कर सकते हैं सबसे पहला तो हमें कंपनीज की एक्सपेक्टेशन पता होनी चाहिए सेकंड हम उस एक्सपेक्टेशन को कंप्लीट करें अगर हम प्रोडक्ट बेस्ड कंपनीज या एमएसी को टारगेट कर रहे हैं तो जैसे जनरली सारी सर्विसेस होती हैं दैट दे डोंट वर्क ऑन अ सिंगल टेक्नोलॉजी और दे डोंट वर्क ऑन अ सिंगल फ्रेमवर्क इसीलिए जो बड़ी एमएनसी होती हैं प्रेफर करती हैं कि ये डीएसए के बेसिस पर अपनी हायरिंग रखें तो अगर हम इनके अंदर जाना चाहते हैं तो उसके लिए हमें डीएसए सीखना पड़ेगा एंड गॉन आर द डेज जब हम दो महीने पहले प्लेसमेंट से तैयारी करनी शुरू करते थे एचटीएमएल सीएसएस को लेते थे और उससे हम एक बेसिक सा प्रोजेक्ट बना लेते थे एंड उसके बाद की टेक्नोलॉजीज हम सीखते नहीं थे आज की डेट में क्योंकि ऑफ कैंपस हायरिंग के बढ़ने के चांसेस हैं और स्किल बेस्ड हायरिंग के बढ़ने के चांसेस हैं तो हमें बेटर प्रोजेक्ट्स बनाने पड़ेंगे व्हेन आई से बेटर प्रोजेक्ट्स आई मीन फुल स्टैक प्रोजेक्ट्स डिप्लॉयड प्रोजेक्ट्स जिनसे हमारी जो स्किल्स हैं उनको हम अच्छे तरीके से दिखा पाएं कॉपी पेस्टिंग का जो टाइम है वो थोड़ा सा जा चुका है नाउ इज़ द टाइम फॉर इनोवेशन एंड एक्चुअली डू समथिंग दैट यू आर पैशनेट अबाउट तो टेक्नोलॉजी को बिल्ड करके उस तरीके के प्रोजेक्ट्स को हम एक तरीके से बिल्ड करने की जरूरत है आल्सो अगर हम स्टार्टअप्स को या मिड लेवल स्मॉल लेवल ऑर्गेनाइजेशंस को टारगेट कर रहे हैं तो उन कंपनी स्पेसिफिक स्किल्स को हमें सीखने की जरूरत है अब अगर कोई कंपनी है जिसमें जंगो के अंदर डेवलपमेंट होती है या फिर कोई दूसरी कंपनी है जिसमें नट जस में डेवलपमेंट होती है तो इन कंपनीज को टारगेट करने के लिए वी हैव टू एक्वायर सम ऑफ दीज स्किल्स टू बी एबल टू अप्लाई एंड गेट शॉर्टलिस्टेड देयर इसके साथ में वन मोर थिंग जो मैंने ऑब्जर्व की है इस साल के प्लेसमेंट सीजन से कि जनरली स्टूडेंट्स रिज्यूमे के अंदर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स तो रख ही रहे हैं पर उसके साथ में वो एडिशनल एक या दो मशीन लर्निंग प्रोजेक्ट्स भी ऐड कर देते हैं टू बी एबल टू शो टू द रिक्रूटर कि वो सिर्फ एक्सपेक्टेशन जितना नहीं सीख रहे वो आगे बढ़कर और दूसरे एरियाज को भी एक्सप्लोर कर रहे हैं आउटसाइड ऑफ सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग एंड एडिशनल जब हम ऑफ कैंपस प्लेसेंटल स्टूडेंट्स दो चीजें बहुत ज्यादा इग्नोर करते हैं जो बिल्कुल भी इग्नोर नहीं करनी चाहिए सबसे पहला तो इंग्लिश कम्युनिकेशन स्किल्स स्पेसिफिकली कि हम कितना कॉन्फिडेंटली इंग्लिश के अंदर बोल पाते हैं वो बहुत इंपॉर्टेंट होता है इंटरव्यूज के अंदर एंड उसके साथ में हमारे क्वांट रीजनिंग यानी एप्टीट्यूड के जो स्किल्स होते हैं उसके बेसिस पर काफी कंपनी भी हायर करती हैं ऑफ कैंपस के अंदर तो दैट इज आल्सो इंपॉर्टेंट तो ये चीजें अगर हमें पहले से पता होंगी हमारे दिमाग में एक्सपेक्टेशन सेट होगी तो 4 साल इनफ टाइम होता है अपने गोल्स की तरफ एक ऑफ कैंपस प्लेसमेंट या इंटर्नशिप की एक अच्छी तैयारी करने की तरफ अब सिक्स्थ प्रेडिक्शन इज दैट सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग इज गोइंग टू बिकम मोर कन्फ्यूजिंग एज अ बिगनर बिकॉज़ ऑफ एंडेंजर फ्रेमवर्क्स ये सिचुएशन जनरली हम आज भी फेस कर रहे हैं एंड आई फील कि ये टाइम के साथ बढ़ने वाली है टाइम के साथ क्यों बढ़ने वाली क्योंकि आज की डेट में जो न्यू कमर होता है जो एक बिगनर स्टूडेंट होता है जैसे सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग फील्ड के अंदर जाना है वो ऑलरेडी कन्फ्यूज्ड है क्योंकि इतनी सारी लाइब्रेरीज में चॉइसेज हैं इतनी सारी फ्रेमवर्क्स के अंदर चॉइसेज हैं दे डोंट नो व्हिच टेक्नोलॉजी टू लर्न एंड व्हिच टू लीव आउट और इस सिचुएशन के अंदर सोशल मीडिया एक स्टूडेंट को बिल्कुल हेल्प नहीं करता रैंडम देयर आर रैंडम instagram2 आ गया ये सारी चीजें हमें सीखने की जरूरत है जबकि इन रियलिटी एक स्टूडेंट कैन नॉट कीप अप विद ऑल ऑफ दी सोशल मीडिया ओवर हाइप टेक्नोलॉजीज रियलिटी ये है कि हर साल टेक के अंदर बहुत सारी नई-नई टेक्नोलॉजीज बहुत सारे नए-नए टूल्स बहुत सारे नए-नए फ्रेमवर्क्स आते हैं बट उनमें से मेजॉरिटी सरवाइव नहीं करते चाहे हमें कोई कितने भी बेनिफिट्स बताए उनमें से मेजॉरिटी को लॉन्ग टर्म के अंदर कंपनीज अडॉप्ट करके यूज़ नहीं करती एंड दैट इज व्हाई दे फेल टू क्रिएट जॉब्स एंड दैट इज व्हाई एज अ बिगनर एज अ न्यूकमर इट इज बेस्ट टू स्टिक टू फंडामेंटल्स क्योंकि अगर हमारी फंडामेंटल नॉलेज स्ट्रांग होगी तो कल को चाहे कोई भी नया लाइब्रेरी कोई भी नया फ्रेमवर्क आ जाए हम उसको अडप्लेक्सिटी ल नॉलेज को अंडरस्टैंड करना और उसके टॉप पर जो भी टूल्स आ रहे हैं उनको यूज़ करना एफिशिएंटली फ्रेम वर्कर डजन नेसेसरीली अंडरस्टैंड द फंडामेंटल्स फॉर एग्जांपल टेल्वेंट सीएसएस एज अ टेक्नोलॉजी क्या 10 साल बाद भी रिलेवेंट होगी उसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता लेकिन वनला सीएसएस के जो फंडामेंटल्स हैं जिसे ऑलरेडी प्लेन सीएसएस अच्छे से लिखनी आती है कल को चाहे टेल विन पर काम करना हो या किसी और नई टेक्नोलॉजी पर काम करना हो वो उस टेक्नोलॉजी को अडॉप्ट कर पाएंगे और वो उसे यूज़ कर पाएंगे तो इसलिए फंडामेंटल्स का स्ट्रांग होना ही हमें बटर इंजीनियर बनाता है जिसकी तरफ हमें फोकस करना चाहिए अब हमने कई सारे प्रिडिक्शंस के बारे में बात कर ली है तो जनरली अब कुछ स्टूडेंट्स के दिमाग में एक सवाल आ रहा होगा कि नाउ व्हाट कैन वी डू टू बिकम इरिप्लेसेबल इन द इंडस्ट्री तो इस पर मैं एक चीज आपके साथ शेयर करना चाहूंगी कि किसी भी इंडस्ट्री के अंदर जो टॉप पर लोग होते हैं दे आर सम वट इन रिप्लेसेबल इन अ सेंस जनरली अगर आप किसी भी इंडस्ट्री के टॉप पर चले जाते हैं चाहे वो सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग हो चाहे वो कोई और इंडस्ट्री हो तो वहां पर जो लोग होते हैं दे नो हाउ टू अडेप्ट विद द चेंजेज तो वो कुछ ना कुछ हद तक रिप्लेसेबल हो जाते हैं अब आज की डेट में एज ऑफ इंफॉर्मेशन है आज की डेट में हर किसी को पता है कि हमें कंपटीशन को सरवाइव करने के लिए स्टैंड आउट कराने के लिए बेस्ट अपॉर्चुनिटी के लिए क्या करने की जरूरत है मैं कुछ स्टेटिस्टिक्स आपके साथ शेयर करना चाहूंगी इंडिया के अंदर हर साल 15 लाख इंजीनियर्स ग्रेजुएट करते हैं उनमें से करीबन 2 से ा लाख इंजीनियर्स की जॉब लगती है एंड इन 15 लाख इंजीनियर्स में से अराउंड 2 पर इंजीनियर्स ऐसे ग्रेजुएट होते हैं जिनका पैकेज 8 एलपीए से ज्यादा होता है बेसिकली हर साल अराउंड 30000 इंजीनियर्स ऐसे निकलते हैं जिनके हायर एंड पर थोड़े से पैकेजेस होते हैं यानी 8 एलपीए से बड़ा पैकेज एक फ्रेशर के लिए इंडिया के अंदर काफी अच्छा पैकेज है अब इसमें इफ वी टॉक अबाउट मैंग और सिमिलर कंपनी जो 15 एलपीए ऑनवर्ड पैकेज ऑफर करती हैं जिसमें जरूरी नहीं है कि सिर्फ मैंग कंपनीज ही आए उसके अलावा दूसरी कंपनीज भी आ सकती हैं एंड सिर्फ स्पेसिफिकली अगर मैंग की भी बात करें तो द नंबर शुड नॉट बी ग्रेटर दन 5 टू 10000 अब ये जो 5000 स्टूडेंट्स की हर साल टॉप प्लेसमेंट्स हो रही होती है ये जनरली वो स्टूडेंट्स होते हैं जो या तो बहुत पैशनेट होते हैं अबाउट टेक्नोलॉजी या फिर दीज आर स्टूडेंट्स हु आर ऑलरेडी इन गुड कॉलेजेस एंड दे वर्क हार्ड टुवर्ड्स देयर गोल्स बेसिकली दीज स्टूडेंट्स कम विद सम कॉमन ट्रीट्स इनमें से एक अडेप्ट बिलिटी होता है एक अच्छा लर्निंग एटीट्यूड होता है एंड दूसरा हार्ड वर्क होता है और इन तीनों में से किसी को भी रिप्लेस नहीं किया जा सकता अब एज अ कॉलेज स्टूडेंट आई कैन अंडरस्टैंड कि हमें सोशल मीडिया पर या दूसरी जगह पर कई जगह सुनने को मिलता है कि मैन कंपनीज आर ओवरहाइप्ड लेकिन वी आर टॉकिंग अबाउट द रियलिटी ऑफ आवर करियर जनरली वो स्टूडेंट्स जो शुरुआत में ही एक अच्छी पोजीशंस पर इंडस्ट्री के अंदर जाकर बैठ जाते हैं विद टाइम दीज स्टूडेंट्स बिकम इरिप्लेसेबल इन द इंडस्ट्री अब मैं सारे के सारे 5000 स्टूडेंट्स की गारंटी नहीं ले सकती क्योंकि कहीं ना कहीं एक्सेप्शन एजिस्ट करती हैं लेकिन अगर हम यह भी फिगर कंसीडर करें कि 1 साल के अंदर अगर 15 लाख इंजीनियर्स आते हैं उनमें से अराउंड 1520 इंजीनियर्स की एक जॉब लगती है टेक के अंदर तो उसमें से लेस दन 1 पर ऐसा नंबर है जो टॉप पैकेजेस को एंट्री लेवल पैकेजेस को लेकर जा रहे हैं और ये जो लेस दन 1 पर वाला नंबर है इसको अगर हम 1 साल के अंदर 5000 स्टूडेंट समझे तो अगर पिछले 10 साल का भी हम नंबर देखें तो पिछले 10 साल में इंडस्ट्री के अंदर ऑलरेडी 50000 सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स ऐसे एजिस्ट करते हैं जिन्होंने टॉप लेवल पर शुरुआत की थी और किसी भी इंडस्ट्री के अंदर 50000 प्रोफेशनल्स एक बहुत अच्छी चीज होती है और ये प्रोफेशनल्स ऑलरेडी इंडस्ट्री के अंदर एजिस्ट करते हैं एंड दैट इज़ व्हाई द कंपटीशन इन सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग इज़ अ लिटिल बिट हाई अब ये जो नंबर्स हैं ये मैं आपको सिंपली डराने के लिए नहीं बोल रही हूं ये मैं सिर्फ इसलिए बोल रही हूं ताकि हमें पता चल सके कि हम कैसे इरिप्लेसेबल बन सकते हैं क्योंकि इरिप्लेसेबल बनने के लिए सबसे पहले फैक्ट्स को रियलिटी को समझना बहुत जरूरी है एंड रियलिटी यह है कि इंडस्ट्री के अंदर हमेशा जो टॉप के सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स होंगे वो इरिप्लेसेबल बन रहे होंगे तो हमारा भी एज अ स्टूडेंट हमेशा उसी कैटेगरी के अंदर आने का गोल होना चाहिए यहां पर कंपनी स्पेसिफिक या कंपनसेशन स्पेसिफिक बात नहीं हो रही यहां पर बात हो रही है कि हमारा माइंडसेट क्या है व्हेन वी आर थिंकिंग अबाउट आवर करियर वो स्टूडेंट्स जाकर इरिप्लेसेबल बनने वाले हैं जिनका गोल सिर्फ ये नहीं है कि हमें सिर्फ एक जॉब लेनी है क्योंकि अगर आपका गोल है कि मुझे टेक के अंदर बस एक जॉब लेनी है 4 साल इंजीनियरिंग का बहुत इनफ टाइम होता है कि हम इतना काम कर ले कि हमें एट दी एंड एक जॉब मिल जाए जॉब मिलना इज नॉट द गोल द गोल इज कि कल को जाकर हमें किसी अच्छी कंपनी को हेड करना है कल को जाकर हम ऑर्गेनाइजेशंस के अंदर लीडरशिप पोजीशंस पर जाएंगे वीी आर गोइंग टू बी एबल टू शेप टेक्नोलॉजी हम सीटीओ लेवल पोजीशन पर जाएंगे तो उस हिसाब से किस तरीके से हम अपनी चीजों को सीखें बेसिकली द स्टूडेंट्स ऑफ टुडे आर गोइंग टू बिकम द टेक चेंज मेकर्स ऑफ टुमारो अगर हम 15 साल बाद 10 साल बाद 20 साल बाद सीटीओ लेवल पोजीशन पर जाने का सोच रहे हैं तो वो जो चेंज है वो जो माइंडसेट है वो हमें आज से बिल्ड करना स्टार्ट करना पड़ेगा ऐसा नहीं है कि 15 साल बाद मैजिकली हमारा माइंडसेट शिफ्ट हो जाएगा टुवर्ड्स बीइंग पैशनेट अबाउट टेक्नोलॉजी वो माइंडसेट आज से ही हमारे डेली एक्शन से ही डिसाइड होता है तो फ्यूचर के अंदर अगर हमें इरिप्लेसेबल बनना है द सॉल्यूशन इज़ नॉट टू लर्न अ फ्रेमवर्क और टू लर्न अ प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सॉल्यूशन है टू हैव द राइट माइंडसेट कि सिर्फ एक जॉब लेने का माइंड सेट हमारा नहीं होना चाहिए हमारा माइंडसेट होना चाहिए कि हम एक अच्छे क्वालिटी सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन जाए और जो भी कोड हम लिखें उसकी हमारे पास एक अच्छी अंडरस्टैंडिंग हो वी फील पैशनेट अबाउट द टेक प्रोडक्ट्स दैट वी आर गोइंग टू बिल्ड और डेफिनेटली चार साल इंजीनियरिंग के ये सारी चीजें करने के लिए इनफ होते हैं तो वो जो टाइम है उसे अच्छे से यूटिलाइज करना है उसको वेस्ट नहीं करना है हमें अपने लिए वो चीज डिसाइड करनी है हमारी जनरेशन से पहले शायद ही किसी पहले की जनरेशन के पास उतनी फ्रीडम उतने रिसोर्सेस उतनी इंफॉर्मेशन थी टू बी एबल टू क्रिएट इंपैक्ट एंड आई बिलीव कि आज के जो इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स हैं उन सबके पास वो कैपेबिलिटी है दैट दे कैन क्रिएट मैसिव इंपैक्ट इन द टेक्नोलॉजी फील्ड और उसी चीज को हमें अपना गोल बनाना चाहिए तो आई होप कि ये जो प्रिडिक्शंस है एंड ये जो एडवाइस है वो आपको आपके करियर के अंदर हेल्प कर रही होगी और उसको कहीं ना कहीं हम इंप्लीमेंट कर रहे होंगे आज के लिए इतना ही मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में टिल देन कीप लर्निंग एंड कीप एक्सप्लोरिंग