नोट्स: निरंतरता और भिन्नकरण (Continuity and Differentiability)
उद्देश्यों
- समझें कि निरंतरता और भिन्नकरण की विशेषताएं क्या हैं।
- निरंतरता और भिन्नकरण के बीच का संबंध।
परिचय
- स्वागत है सभी छात्रों का इस अद्भुत सत्र में।
- आज हम निरंतरता और भिन्नकरण की चर्चा करेंगे, और इससे संबंधित समस्या समाधान करेंगे।
निरंतरता (Continuity)
- निरंतरता का मतलब है कि किसी बिंदु पर ग्राफ का टूटना नहीं चाहिए।
- अगर किसी फंक्शन की लेफ्ट लिमिट, राइट लिमिट और फंक्शन की वैल्यू समान हैं, तो वह निरंतर है।
निरंतरता की तकनीकी परिभाषा
- निरंतर फंक्शन: यदि
- [ \lim_{x \to a^-} f(x) = f(a) ]
- [ \lim_{x \to a^+} f(x) = f(a) ]
- भिन्नकरण के लिए तीनों वैल्यू समान होनी चाहिए।
भिन्नकरण (Differentiability)
- भिन्नकरण का मतलब है कि एक फंक्शन अलग-अलग बिंदुओं पर भिन्नकरण किया जा सकता है।
- भिन्नकरण करने के लिए लेफ्ट और राइट डेरिवेटिव्स की वैल्यूज़ को चेक करें।
भिन्नकरण की तकनीकी परिभाषा
- भिन्नकरण की स्थिति:
- अगर [ \lim_{h \to 0} \frac{f(x+h) - f(x)}{h} ]
- अगर यह लिमिट समान है, तो वह बिंदु डिफरेंटियाबल है।
नियम
- समय नियम (Rule of Time):
- [ f'(x) + g'(x)] के लिए फंक्शन के वैरिएबल्स का जोड़ना।
- [ f(x) imes g(x)] के लिए फंक्शन के वैरिएबल्स का गुणा करना।
- [ f(x) / g(x)] के लिए फंक्शन के वैरिएबल्स का भाग देना।
महत्वपूर्ण बिंदु
-( f(x)) निरंतर है परंतु डिफरेंटिएबल नहीं हो सकता।
- निरंतरता और भिन्नकरण के बीच संबंध समझें।
- यदि डेरिवेटिव्स अलग हैं तो वह बिंदु डिफरेंटियाबल नहीं है।
समापन
- क्लास के अंत में समुद्री परीक्षा और समस्या समाधान का पुनरावलोकन करें।
- सभी छात्रों का धन्यवाद।
- दुआएँ और शुभकामनाएँ।
होमवर्क
- निरंतरता और भिन्नकरण पर अभ्यास करना।
- प्रश्न पत्र पर समाधान करना।
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