हेलो एंड वेलकम तू ऑल माय डियर स्टूडेंट्स कैसे हैं बेटा आप सब लोग तो एक बार आप सब लोगों का वेलकम करता हूं माइंड मैप सीरीज में और आज का जो अपना टॉपिक होने वाला है वो होने वाला है स्ट्रक्चर ऑफ एटम एक बहुत ही इंपॉर्टेंट टॉपिक है अगर आप जेहि पॉइंट ऑफ व्यू से देखो तो इस टॉपिक को और आज इस माइंड मैप सीरीज में हम लोग शॉर्ट में रिवीजन करने वाले हैं इस स्ट्रक्चर ऑफ एटम का लेकिन ध्यान देना बेटा ये टॉपिक किन बच्चों के लिए है जिन्होंने इस चैप्टर को एक बार अच्छे से पढ़ लिया है वो बच्चे इस स्ट्रक्चर ऑफ एटम में माइंड मैप सीरीज के लिए हेल्प करेगी लेकिन जिन्होंने अगर स्ट्रक्चर ऑफ एटम कभी पढ़ नहीं है उनके लिए माइंड मैप सीरीज नहीं है बेटा ऑल राइट तो जो बच्चा सीरियसली के के लिए प्रिपेयर कर रहा है अगर एक बार वो अच्छे से इस चैप्टर को रिवाइज करना चाहता है तो वो इस लेक्चर को देख सकता है मैसेल्फ राहुल ड्यूटी बीटेक फ्रॉम नित जयपुर और पिछले 8 साल से मैं इट के और नीत के लिए आप जैसे बहुत ही प्यारे स्टूडेंट्स को पिन करता रहा हूं आज का जो सेशन है इसमें यह टॉपिक है जो हम लोग कवर करने वाले हैं डिस्कवरी और सब एटॉमिक पार्टिकल्स की बात करेंगे एटॉमिक मॉडल फ्यूल नेचर ऑफ इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन डू यू नेचर ऑफ मैटर और क्वांटम मैकेनिकल मॉडल तो डायरेक्ट हम लोग अपने टॉपिक पे आते हैं बिना किसी देरी के सबसे पहले बेटा हम लोग बात करते हैं किसकी डिस्कवरी ऑफ सब एटॉमिक पार्टिकल्स आप लोगों को पता है की सब एटॉमिक पार्टिकल में बेटा हम लोगों को तीन डिस्कवरी देखनी होती है इलेक्ट्रॉन प्रोटॉन और सबको पता है इलेक्ट्रॉन की डिस्कवरी किसने कारी थी जिन थॉमसन ने उसने क्या किया था एक डिस्चार्ज ट्यूबली उसमें गैस फिल कारी और उसने क्या किया जो एनोड था उसमें उसे एंड्रॉयड में छोटे-छोटे से होल बना दिए इसके पीछे उसने जिंक अल्फ्रेड की कोचिंग कर दी ये जो आपने कैथोड ट्यूब देख राखी है इसमें हाई वोल्टेज उसने अप्लाई कर रखा है हालांकि लिखा होता है कई-कई जगह पर 10000 वोट है ना वो आपको ध्यान रखने की जरूरत नहीं है और यहां पर प्रेशर भी बहुत कम है वैक्यूम हल्का सा क्रिएट कर रखा है ऐसा जब किया तो उसको यहां पर इस एनोड के पीछे यहां पर क्या दिखाई दिया उसको ग्लो दिखाई दिया नहीं क्या सोचा की कोई पार्टिकल है जो इधर से इधर की तरफ मूव कर रहा है यहां पर आपने जो होल बना रखे हैं होल के थ्रू वो पास हो सके यहां पर उसको हिट कर रहा है ये जो पार्टिकल रहा होगा उसपे चार्ज कैसा रहा होगा बेटा उसे पे चार्ज रहा होगा नेगेटिव क्योंकि वो कौन से इलेक्ट्रोड की तरफ जा रहा था पॉजिटिव इलेक्ट्रोड की तरफ तो उसे पार्टिकल को क्या नाम दे दिया गया था नेगेटिविटी चार्जड पार्टिकल को इसने नाम दिया इलेक्ट्रॉन और ऐसे पार्टिकल की जो रेस हैं उसको नाम दे दिया था उसने ऑल राइट ये जो रेस है स्ट्रेट लाइन में मूव करती हीटिंग इफेक्ट शो करती है कम की चीज जो है इसमें वो आपके सामने लिखी है की ये जो रेस होती हैं इनका एबाई हम रेश्यो या फिर इनकी जो प्रॉपर्टीज होती हैं वो इसमें कौन सी गैस आपने फिल कर राखी है इसके नेचर पे डिपेंडेंसी नहीं रखती मेरी बात समझ में ए रही है और इलेक्ट्रॉन का चार सारी दुनिया जानती है इलेक्ट्रॉन का मास 9.1 * 10 तू डी पावर माइंस 31 क होता है ये भी आप सब लोगों को पता है ऑल राइट बिल्कुल सिमिलर सा ये एक्सपेरिमेंट किस केस में जब हम लोग बात करेंगे डिस्कवरी ऑफ प्रोटॉन की लेकिन इस वाले केस में क्या किया आपने अबकी बार जो परफोरेटेड पहली बार किसको बना रखा था एनोड अबकी बार होल छोटे-छोटे किस में कर दिए आपने कैथोड में तो आपने देखा की जो कैथोड के पीछे था यहां पर भी आपको ग्लो दिखाई दिया का मतलब अबकी बार जो पार्टिकल है वो एनोड से कैथोड की तरफ मूव कर रहा है कैथोड पे चार्ज होता है नेगेटिव और अगर कोई नेगेटिव इलेक्ट्रोड की तरफ पार्टिकल जा रहा है इसका मतलब उसे पार्टिकल पे खुद पे चार्ज कैसा रहा होगा पॉजिटिव चार्ज रहा होगा तो ये जो पॉजिटिव चार्ज की रेस होती हैं है ना इनको नाम दिया जाता है क्या नो ड्रेस क्या बोला जाता है बेटा इनको anodras या फिर आप इसको कनाल रेस भी का सकते हो और यहां पर अगर आपने इसमें हाइड्रोजन गैस फिल कर राखी है तो उसका जो पॉजिटिवली चार्ज पार्टिकल होगा उसको आप प्रोटॉन का देते हो लेकिन यहां पर बहुत ही इंपॉर्टेंट चीज है वो ये वाली लिखी है की जो नेचर ऑफ ए / एम रेश्यो तो नेचर या फिर जो एबाई हम रेश्यो होता है नो ड्रेस का आपने इसमें कौन सी गैस फिल कर राखी है इस विकास के नेचर पर डिपेंड करता है अगर आप चार्ज देखोगे तो दोनों का से होता है लेकिन इलेक्ट्रॉन का नेगेटिव होता है और जो आपका प्रोटॉन होता है उसका चार्ज पॉजिटिव होता है इसका जो मास है 1.672*10 तू डी पावर माइंस 37 - 27 क होता है अलराइट आगे बढ़ते हैं और बेटा बात करेंगे हम लोग डिस्कवरी ऑफ किसकी न्यूट्रॉन की बहुत ही आसान चीज है न्यूट्रॉन की डिस्कवरी में क्या किया गया बेरिलियम जो था उसके ऊपर अल्फा पार्टिकल बॉन्बार्ड करवाया बेरिलियम का नुकीली था उसपे अल्फा पार्टिकल बॉन्बार्ड के अल्फा पार्टिकल सब लोग जानते हैं तू अच्छी फोर को अल्फा पार्टिकल कहते हैं तू यूनिट ऑफ पॉजिटिव चार्ज एंड फोर यूनिट ऑफ मास डी अल्फा पार्टिकल इस पे बॉन्बार्ड किया तो एक बहुत ही अलग सा पार्टिकल मिला जिसके बारे में दुनिया पहले नहीं जानती थी वो ऐसा पार्टिकल था जिसका चार्ज तो जीरो था लेकिन उसका जो मास था वो लगभग प्रोटॉन के मास के बराबर था उसे पार्टिकल को नाम दिया गया था न्यूट्रॉन yeutral पार्टिकल होता है चार जीरो होता है और इसका जो मास आप चेक कर सकते हो लगभग प्रोटॉन के मास के बराबर है 1.672 था ये 1.67 क्लियर यहां तक समझ में आई तो डिस्कवरी ऑफ sapatomic पार्टिकल के बाद हमें बात करनी है बेटा एटॉमिक मॉडल की सबसे पहले मैं बात करूंगा थॉमसन एटॉमिक मॉडल बहुत सिंपल चीज है थॉमसन ने अपना जो एटॉमिक मॉडल है उसको रिलेट किया था किस आप की स्क्रीन पर दिखा हुआ है है ना सारी दुनिया जानती है इसको है ना अभी तो चलो सर्दियों का मौसम है लेकिन गर्मियों में तुमने खूब निपटाया होगा इसको वाटर मिलन ये कहता है की जो आपका एटम होता है उसकी शॉप होती है इस तरीके और जैसे इस वाटरमेलन में इलेक्ट्रॉन जैसे जो सीट्स होते हैं जो बी होते हैं उनको उसने कंसीडर किया किसकी तरह नेगेटिव चार्ज मतलब इलेक्ट्रॉन की तरह है ना और जो बाकी जो रेड वाला पोर्शन है उसको उसने बोल दिया पॉजिटिव चार्ज इसने कहा की ये जो पॉजिटिव चार्ज है इसका डिस्ट्रीब्यूशन सिमिट्रिक है लेकिन नेगेटिव चार्ज उसका डिस्ट्रीब्यूशन से मैट्रिक नहीं है लेकिन जितना पॉजिटिव चार्ज है उतना ही नेगेटिव चार्ज उसमें प्रेजेंट है उसमें अपनी कैलकुलेशन से एक चीज और भी बोली की ये जो आपका एटम होता है उसकी रेडियस कितनी होती है प्रॉक्सिमिटी एंड पावर माइंस 10 मीटर के ऑर्डर की होगी तो ये थॉमसन का एटॉमिक मॉडल था इसको प्लम पुडिंग मॉडल भी कहते हैं और कुछ लोग वाटरमेलन मॉडल भी का सकते हो इन दोनों से उसकी रीसेंबलेंस थी इस वजह से क्योंकि थॉमसन का जो एटॉमिक मॉडल था बेटा उसमें कोई बहुत ज्यादा चीज नहीं लिखी हुई तो उसके बाद कौन है आपका मार्केट मैं रदरफोर्ड इसने क्या किया एक गोल्ड की फाइल ली और उसे गोल्ड फाइल के ऊपर अल्फा पार्टिकल्स अंब मार्ट करवा उन अल्फा पार्टिकल्स का जो बिहेवियर था उसके बेसिस पे अपने उसने अपना एटॉमिक मॉडल डिजाइन किया तब उसने एक्सपेरिमेंट किया तो उसे एक्सपेरिमेंट के कुछ ऑब्जर्वेशंस द ऑब्जर्वेशन आप सारी जो जानते हो क्लास नाइन से पढ़ते ए रहे हो की मोस्ट ऑफ डी अल्फा पार्टिकल बिना किसी डिवीजन के सीधे निकल गए बहुत कम अल्फाबेटिकल ऐसे द जो किसी एक पार्टिकुलर एंगल पे रिफ्लेक्ट हुए बहुत छोटे एंगल पे और बहुत ही कम अल्फा पार्टिकल कुछ लोग बोलते हैं ₹10000 में से एक कोई कहता है 18000 में से कोई कहता है 20000 में से एक एटा मत याद रखो लेकिन बहुत ही कम अल्फाबेटिकल ऐसे द जो इस रास्ते पे गए द उसी रास्ते पे वापस ए गए मतलब एंगल ऑफ डिफ्लेक्शन कितना हो गया बेटा 180 डिग्री का लेकिन ऐसे जो अल्फा पार्टिकल द वो बहुत ही कम द इन ऑब्जर्वेशन के बेसिस पे उसने अपना एक कंक्लुजन निकाला उसने कहा की क्योंकि मोस्ट ऑफ डी अल्फा पार्ट बिना किसी डिवीजन के आगे निकल गए इसका मतलब जो मोस्ट ऑफ डी एटम बेस एटम के अंदर वो कैसा बिल्कुल खाली है कुछ अल्फा पार्टिकल डिफलेक्ट वे अल्फा पार्टिकल पे चार्ज होता है पॉजिटिव उनको डिफलेक्ट किया उनके रास्ते में पॉजिटिव चार्ज है उसकी वजह से अल्फा पार्टिकल डिफलेक्ट होंगे तो कहता है की जो एटम का पॉजिटिव चार्ज है एटम का जो मास है वो एक बहुत ही छोटी सी जगह पे रुका हुआ है और वो जो बहुत सी छोटी सी जगह है उसको उसने नाम दिया क्या बोला उसको न्यूक्लियस नाम दिया आप सारे लोग जानते ही हो और कहता है की जो न्यूक्लियस का वॉल्यूम होता है वो एटम के वॉल्यूम के कंपैरिजन में नेगलिजिबल होता है बेटा एटम की जो रेडियस होती है वो 10 ^ -10 मीटर की ऑर्डर होती है लेकिन जो न्यूक्लियस का रेडियस होता है वो 10 ^ -15 मीटर के ऑर्डर का होता है ये चीज उसने बोली अब क्योंकि ये जो रदरफोर्ड का एटॉमिक मॉडल था ये तो मैक्सवेल थ्योरी है उसको उसके अकॉर्डिंग नहीं था और यह एटम की स्टेबिलिटी को स्टेबल को एक्सप्लेन नहीं कर पता अब आप बोलोगे सर कैसे नहीं कर का रहा इसने जो आपका मैक्सवेल था उसने बोला की अगर कोई चार्ज पार्टिकल अंडर एक्सीलरेशन होता है तो रेडिएशन अमित करता है अब सारी दुनिया जानती है की जब इलेक्ट्रॉन न्यूक्लियस के चारों तरफ घूमता है तो उसकी वेलोसिटी चेंज हो रही है मतलब वो अंडर xlration है तो वो भी energymit करेगा एनर्जी अमित करेगा करेगा करेगा तो न्यूक्लियस के नजदीक आता जाएगा आता जाएगा आता जाएगा एक दिन ऐसा आएगा जिस दिन ये जो आपका इलेक्ट्रॉन होगा उसका मिलन हो जाएगा किसके साथ न्यूक्लियस के साथ न्यूक्लियस में कॉलेप्स कर जाएगा अगर ऐसा हो तो आपका एटम स्टेबल नहीं होगा लेकिन हम लोग सब जानते हैं की ऐसा नहीं होता क्यों नहीं होता उसको रदरफोर्ड एक्सप्लेन नहीं कर पता ये ये भी नहीं समझा पता की न्यूक्लियस के चारों तरफ जो इलेक्ट्रॉन हैं उनका डिस्ट्रीब्यूशन किस तरह का होता है इस तरह से इलेक्ट्रॉन न्यूक्लियस के चारों तरफ रिवॉल्व करते हैं कौन से सेल में कौन सी ऑर्बिट में कितने डॉन रिवॉल्व करते हैं इसके बारे में भी कोई इनफॉरमेशन जो रदरफोर्ड का एटॉमिक मॉडल था उसमें नहीं दी हुई इस वजह से ये फैल हो गया ठीक अब इसके बाद आता है आपका मोर एटॉमिक मॉडल लेकिन बहुत एटॉमिक मॉडल डिजाइन होने से पहले एक बहुत ही इंपॉर्टेंट फिनोमिना है जो हमें पढ़ना है और वो है दुले नेचर ऑफ इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन बेटा सबसे पहली बात आती है की इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन किसको बोला जाता है ऐसी रेडिएशन जिसमें दो कॉम्पोनेंट हो कौन-कौन से फर्स्ट वैन इसे योर इलेक्ट्रिक कॉम्पोनेंट्स सेकंड वैन इसे योर मैग्नेटिक कॉम्पोनेंट ये दोनों कॉम्पोनेंट एक दूसरे के प्रोपोर्शनल होने एक दूसरे के परपेंडिकुलर होने चाहिए और ये डायरेक्शन ऑफ प्रोपेगेशन के भी परपेंडिकुलर होते हैं ऐसी जो रेडिएशन होती है उसको नाम दिया जाता है इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन पता है इसकी प्रॉपर्टीज क्या होती है की ये वैक्यूम में भी प्रोपागेट कर सकती है और स्पीड ऑफ लाइट से प्रोपागेट करती हैं इनके खास बात ये होती है की इनको प्रोपागेट करने के लिए किसी मीडियम की जरूरत नहीं होती इसमें तीन चीज प्रेजेंट होती है फर्स्ट वैन इस इलेक्ट्रिक फील्ड सेकंड वैन इसे योर मैग्नेटिक फील्ड एंड वैन इस डायरेक्शन में प्रोपेगेशन और यह तीनों चीज एक दूसरे के परपेंडिकुलर होती हैं मेरी बात समझ में ए रही है अगर नेचर में जितनी भी इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन प्रेजेंट है अगर आप उनको एक पार्टिकुलर ऑर्डर में अरेंज कर दो क्या करो आप उनको एक पार्टिकुलर ऑर्डर में वो ऑर्डर किसका हो सकता है फ्रीक्वेंसी का हो सकता है वो ऑर्डर वेवलेंथ का हो सकता है तो जो पार्टिकुलर अरेंजमेंट बनेगा बेटा उसको क्या नाम दिया जाता है डेट वैन इसे नॉन एस इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम क्या बोला जाता है उसको इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम आपके सामने बना हुआ है गामा रेज एक्स-रेज़ युवी बीच में आएगा विजिबल रीजन फिर उसके बाद आईआर माइक्रोवेव माइक्रोवेव और उसके बाद आपका आता है रेडियो वेव्स क्या आपको ऑर्डर पता होना चाहिए क्योंकि इस पे क्वेश्चन पूछा जाता है ये क्वेश्चन पूछा जा सकता है की किसकी फ्रीक्वेंसी का ऑर्डर क्या है लेंथ का ऑर्डर क्या है ठीक है ना तो ये चीज आपको यहां पर पता होनी चाहिए इलेक्ट्रो मैग्नेटिक स्पेक्ट्रम के अब इसके बाद क्योंकि दुले नेचर की हम लोग बात कर रहे हैं तो ड्यू नेचर का मतलब दो तरह का नेचर वेव नेचर और पार्टिकल नेचर नेचर से रिलेटेड कुछ छोटी-छोटी चीज जो आपको याद रखनी है पहला है वेवलेंथ सब लोग जानते हैं की एक वेव है वेव में ये जो टर्फ और क्रस्ट होते हैं इनके बीच की डिस्टेंस को क्या का सकते हो बेटा आप वेवलेंथ का सकते हो है ना चाहे ये का दो या फिर ये का दो क्लियर दूसरी चीज आती है फ्रीक्वेंसी फ्रीक्वेंसी को हम लोग μ से दिखाते हैं वेवलेंथ लामबीडीए होती है है ना ये जो आपकी फ्रीक्वेंसी है वो क्या होती है कहता है की एक वेवलेंथ कंप्लीट करने में किसी भी वेव को जितना जितना 1 सेकंड में जितनी टाइम लगे अमाउंट ऑफ टाइम मेजर्ड सेकेंड्स अलराइट फ्रीक्वेंसी नहीं है बेटा यहां पर जो ये लिखा है ये जो डेफिनेशन है बेटा टाइम पीरियड के लिए ठीक है ये डेफिनेशन किसकी है टाइम पीरियड की लिखी है फ्रीक्वेंसी की डेफिनेशन आपके सामने ये लिखी हुई फ्रीक्वेंसी क्या है बेटा की नंबर ऑफ साइकिल पर सेकंड एक सेकंड में आपकी वेव कितने साइकिल कंप्लीट कर सकती है उसको फ्रीक्वेंसी बोला जाता है इसकी यूनिट सेकंड इन्वर्स हो सकती है या फिर हर्ट्ज भी हो सकती है इसके बाद यहां पर लिखा है बेटा टाइम पीरियड एक वेव कंप्लीट करने में जितना टाइम लगेगा एक ओस्किलेशन कंप्लीट करने में जितना टाइम लगता है यहां से यहां तक उसे टाइम को बोला जाता है बेटा क्या टाइम पीरियड है ना और वेलोसिटी हम सब लोग जानते ही हैं इंपॉर्टेंट चीज होता है यहां पर एक रिलेशन होता है वो इंपॉर्टेंट है μ = सी / लामबीडीए ठीक है ये जो सी है स्पीड है स्पीड ऑफ लाइट से ट्रेवल करती है हम सब लोग जानते हैं वो हो गया आपका फ्रीक्वेंसी और लामबीडीए हो गया आपका वेवलेंथ इस फॉर्मूले पे क्वेश्चन यहां से बनते हैं एक होता है वेव नंबर वेव नंबर को दिखाते हैं और बेटा वेव नंबर का फॉर्मूला भी इंपॉर्टेंट है क्या होता है वैन अपॉन लामबीडीए तो ये कुछ एक दो फॉर्मूले हैं जिन पे आप ध्यान रख सकते हैं और एक फ्रीक्वेंसी और टाइम पीरियड का फॉर्मूला होता है उसको भी आप ध्यान रखें μ = 1/टी अलराइट तो यह बात होगी वेव से रिलेटेड कुछ छोटी छोटी डेफिनेशन की इनफॉर्मल पे डायरेक्ट क्वेश्चन आपको मिल सकता है अच्छा डी वेव नेचर हम लोगों ने देख ली अब हम लोग बात कर लेते हैं किसकी पार्टिकल नेचर की बेटा कुछ चीज ऐसी हैं जिनको आपकी वेव नेचर एक्सप्लेन नहीं कर पाती इसी वजह से जरूरत पड़ती है किसकी पार्टिकल नेचर की कौन-कौन सी चीज हैं बेटा पहली है ब्लैक बॉडी रेडिएशन फोटो इलेक्ट्रिक इफेक्ट वेरिएशन ऑफ हिट कैपेसिटी ऑफ सॉलिड विद टेंपरेचर और लास्ट वाली है हाइड्रोजन स्पेक्ट्रम तो सबसे पहले हम लोग देखते हैं किसको ब्लैक बॉडी रेडिएशन को क्या होता है ब्लैक बॉडी बेटा एक ऐसी आइडियल बॉडी होती है जिसको आप जो भी रेडिएशन दो जिस भी फ्रीक्वेंसी की रेडिएशन दो सबको ऑब्जर्व कर लेगी और जिस दिन टाइम आएगा सबको वापस क्या कर सकती है अमित भी कर सकती है इस तरह की रेडिएशन को हम कहते हैं ब्लैक बॉडी रेडिएशन ऑल राइट एक ग्राफ आपके सामने है बेटा इंटेंसिटी और वेवलेंथ का ग्राफ होता है ब्लैक बॉडी रेडिएशन के लिए यह जो ग्राफ है इस पे क्वेश्चन पूछा जा सकता है इस ग्राफ का एक्सप्लेनेशन आपको कभी भी वेव नेचर के अकॉर्डिंग नहीं मिलेगा ठीक है और इसको एक्सप्लेन वेव नेचर से नहीं किया जा सकता इसी वजह से किसकी जरूरत पड़ी है यहां पर आर्टिकल नेचर की अलराइट पार्टिकल नेचर में बड़ी इंपॉर्टेंट चीज है वो है प्लैक्स क्वांटम थ्योरी बेटा यहां से भी न्यूमेरिकल पूछा जाता है प्लैक्स क्वांटम थ्योरी प्लांक ने क्या कहा प्लान भाई साहब का एक बहुत ही सिंपल सा फंडा था उन्होंने कहा उनका ये कहना था की जो आपका पार्टिकल होता है या फिर कोई भी एटम या फिर मॉलिक्यूल होता है वो एनर्जी आमेट या फिर एनर्जी ऑब्जर्व करेगा लेकिन कंटीन्यूअस absarption या कंटिन्यू सबमिशन नहीं होता एनर्जी का अब्जॉर्प्शन या फिर एमिशन छोटे-छोटे एनर्जी के पैकेट के फॉर्म में होता है और वो जो एनर्जी के सबसे छोटा पैकेट होता है उसको उसने नाम दिया था क्वांटम अगर आप लाइट उसे करो तो जो लाइट का क्वांटम है बेटा उसको बोला जाता है क्या बोला जाता है उसको फोटों ठीक है और इसमें ये भी बोला की जो बेटा फोटों की एनर्जी होती है फोटों की एनर्जी होती है हम सब लोग जानते हैं बताइए किसके डायरेक्टली प्रोपोर्शनल होती है फॉर्मूला क्या लिखते हैं हम ह न्यू क / लामबीडीए यहां पर जो ह है उसको क्या कहा जाता है बैंक्स ये चीज आपको पता है क्या बेटा हान ना बोलना पड़ेगा क्या ये चीज क्लियर है आप लोगों को यहां तक एनर्जी ऑफ फोटों का फॉर्मूला इंपॉर्टेंट है इस पे क्वेश्चन बन सकता है इसके बाद जो सेकंड चीज आती है वो है आपका फोटो इलेक्ट्रिक इफेक्ट यह भी बहुत ही आसान चीज है देखो क्या किया फोटोइलेक्ट्रिक इफेक्ट में आपने क्या किया एक मेटल की सरफेस ली है ठीक है और इस मेटल की सरफेस के ऊपर आपने क्या किया वो बढ़ करवाया किसको लाइट को लाइट की रेस इंसीडेंट कारी आप अगर लाइट की फ्रीक्वेंसी आपने कम ली तो आपने देखा की सर्किट कंप्लीट नहीं था लेकिन जैसे-जैसे आप लाइट की फ्रीक्वेंसी बढ़ते जाए आपने एक चीज नोटिस कारी की एक पार्टिकुलर फ्रीक्वेंसी पे सर्किट कंप्लीट हुआ और आपको इस अमीटर में डिफ्लेक्शन दिखा आपने सोचा की ये सर्किट तभी कंप्लीट हो सकता है जब कोई पार्टिकल इधर से इधर की तरफ आया हो इसको हिट किया हो और उसकी वजह से सर्किट कंप्लीट हो ठीक है इसका मतलब उसे पार्टिकुलर फ्रीक्वेंसी पर होता क्या एक्चुअली उसे फ्रीक्वेंसी पर यह जो मेटल है मेटल का जो आइटम को क्या कर देता है और किसी भी मेटल की सरफेस से इलेक्ट्रॉन का बाहर आना इसी को हम लोग बोलते हैं क्लियर लेकिन यह हर फ्रीक्वेंसी पर नहीं होगा एक पार्टिकुलर फ्रीक्वेंसी रिक्वायर्ड होती है और वह जो मिनिमम फ्रीक्वेंसी होती है उसको नाम दिया जाता है सोल्ड फ्रीक्वेंसी तो अगर आपने जो फ्रीक्वेंसी ऊपर से लाइट की डाली है वो थ्रेसोल्ड फ्रीक्वेंसी से ज्यादा है तो आपका इलेक्ट्रॉन इस मेटल की सरफेस से बाहर ए जाएगा और इस फेनोमेना को नाम दे दिया जाता है फोटोइलेक्ट्रिक इफेक्ट ये बात समझ रहे हो और जो इलेक्ट्रॉन यहां से बाहर आया है बेटा उसको क्या बोला जाता है क्लियर अब यहां पर कुछ बढ़िया इसके ऑब्जर्वेशन भी द ऑब्जर्वेशन ये था की जैसे आप लाइट डालोगे वैसे ही इलेक्ट्रॉन बाहर ए जाएगा लाइट डालने में और इलेक्ट्रॉन के बाहर आने में कोई टाइम लायक नहीं होता ऐसे नहीं होता की इन्हें ये जो फोटों था आपका जाके उसे इलेक्ट्रॉन को हिट किया इलेक्ट्रॉन बोलेगी भाई अभी थोड़ा रुक ना यार चाय पानी पी के चलते हैं ऐसे नहीं होता जैसे ही उसको हिट करेगा वैसे ही आपका जो इलेक्ट्रॉन होगा मेटल की सरफेस से बाहर ए जाएगा तो मिनिमम फ्रीक्वेंसी थ्रेसोल्ड फ्रीक्वेंसी रिक्वायर्ड होती है अब बात ये आती है की सर ज्यादा फोटों कब बाहर निकलेंगे तो इसने कहा जो नंबर ऑफ फोटो इलेक्ट्रॉन होता है बेटा इट इस डायरेक्टली प्रोपोर्शनल तू किसके इंटेंसिटी ऑफ लाइट के लाइट का इंटेंसिटी जितना ज्यादा होगा यहां से उतने ही ज्यादा इलेक्ट्रॉन बाहर आएंगे क्लियर और ये भी कहा उससे पूछा किसी ने की एक बात बताओ सर काइनेटिक एनर्जी का क्या होगा इलेक्ट्रॉन की उसने कहा की काइनेटिक एनर्जी जो फोटो है वो डायरेक्टली काइनेटिक एनर्जी जो फोटो इलेक्ट्रॉन की होती है डेट इस डायरेक्टली प्रोपोर्शनल तू दी फ्रीक्वेंसी ऑफ लाइट यहां पर जितनी ज्यादा फ्रीक्वेंसी की लाइट डालोगे उतनी ही ज्यादा काइनेटिक एनर्जी वाला इलेक्ट्रॉन यहां से इजेक्टर होगा ये सारे क्या हैं इसके ऑब्जर्वेशन बहुत ही इंपॉर्टेंट है बेटा इसका जो एक्सप्लेनेशन है वो किसने दिया था आइंस्टीन ने दिया था इसका एक्सप्लेनेशन आइंस्टीन ने क्या कहा इसमें इसने कहा की जो टोटल एनर्जी होती है ह न्यू जो आपने लाइट की डाली है वो टोटल एनर्जी दो कम करेगी क्या क्या पहला तो इस मेटल की सरफेस से इलेक्ट्रॉन को बाहर निकलेगा इतनी एनर्जी मेटल की सरफेस से इलेक्ट्रॉन को बाहर निकलने में चाहिए बेटा उसको क्या कहते हैं हम डेट इस नॉन आज शोल्ड एनर्जी क्या कहा जाता है उसको थ्रेसोल्ड एनर्जी या फिर आप उसको क्या का सकते हो फर्क फंक्शन पहला कम तो जो आपने टोटल एनर्जी दी है वह यह करेगी अगर मैन लो थोड़ी बहुत एनर्जी बच भी गई तो वो जो एनर्जी होती है वो उसकी काइनेटिक एनर्जी में कन्वर्ट हो जाती है ह न्यू इस इक्वल तू ह न्यू नोट प्लस हाफ ऑफ mv² ये तो आप जानते ही हो हाफ ऑफ एमबी स्क्वायर क्या है काइनेटिक एनर्जी ठीक है ये जो न्यू है ये क्या है ये इस लाइट का फ्रीक्वेंसी है जो आपने इधर से डाला है के नॉट क्या है ह न्यू नोट को क्या बोलूंगा थ्रेसोल्ड एनर्जी या फिर टोटल एनर्जी = एनर्जी + काइनेटिक एनर्जी ये एक्सप्लैनेशन किसने दिया था क्लियर है आपको मेरी बात समझ में आई क्या बहुत ही बढ़िया देखो बेटा इसके जो नोट्स होंगे एक चीज और सन लो इसके जो नोट्स है वह आपको अपनी एप्लीकेशन पर मिल जाएंगे ऐप पे मिल जाएंगे वहां पर आप सर्च करिए माइंड मैप सीरीज बिल्कुल फ्रिली अवेलेबल है कोई दिक्कत नहीं है सब्सक्रिप्शन वगैरा लेने का कोई पंगा नहीं है ठीक है अच्छा अब उसके बाद एक बहुत ही सिंपल सा टॉपिक है वो है स्पेक्ट्रम स्पेक्ट्रम क्या होता है बेटा जैसे देखो आप लोगों ने छोटी क्लासेस में पढ़ा है की अगर आप व्हाइट लाइट को किसी प्रिज्म के थ्रू पास करो तो जो लाइट होती है वो 7 डिफरेंट कलर में स्प्लिट हो जाती है ये जो कलर होते हैं ये किसी फोटोग्राफिक फिल्म में आपको मिलते हैं तो इस लाइट में इस फिल्म पे जो इंप्रेशन प्रोड्यूस किया है डेट इस नॉन एस स्पेक्ट्रम इसमें ये जो वेवलेंथ है ना ये एक पार्टिकुलर इसमें जितनी भी ये रेडिएशन है ये पार्टिकुलर वेवलेंथ के अकॉर्डिंग आपने जमा राखी हो अलराइट तो ये स्पेक्ट्रम है अब ये जो स्पेक्ट्रम होता है ना बेटा दो तरह का हो सकता है एक होता है कंटीन्यूअस दूसरा हो सकता है एक पार्टिकुलर फ्रीक्वेंसी की वेवलेंथ नहीं है की रेडिएशन नहीं है यहां पर देखो इस कंटिन्यूटी ए गई है मेरी बात समझ रहे हो यहां पर देखो सारे कलर एक दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं एक कलर दूसरे में मर्ज हो रहा है दूसरा तीसरे में तीसरा चौथे में कहीं पर भी डिस्कंटीन्यूटी नहीं है यहां पर डिस्कंटीन्यूटी ए गई है तो इसको बोला जाता है डिस्कंटीन्यूअस ये है आपका कॉन्टैक्ट बेटा आपका जो डिस्कंटीन्यूअस फैक्टर होता है वो दो तरह का होता है एक होता है एमिशन लाइंस स्पेक्ट्रम और दूसरा होता है अब्जॉर्प्शन तो कम की चीज हमारे वो ये है की एमिशन लाइंस स्पेक्ट्रम में आप देख रहे हो पीछे जो बैकग्राउंड है कैसा है डार्क बैकग्राउंड और इसके ऊपर जो लाइंस दिखती है वो कैसी होती है ब्राइट लाइंस से इंपॉर्टेंट है बैकग्राउंड डार्क होगा लाइंस दिखेगी ब्राइट इस केस में क्या होगा उल्टा होगा बैकग्राउंड है आपका लाइट राइट बैकग्राउंड है और उसमें जो लाइंस दिख रही है कैसी है तर्क लाइंस है ठीक है यह चीज इंपॉर्टेंट है यह दोनों में डिफरेंस भी है आपको ध्यान रखना है एमिशन और अब्जॉर्प्शन ट्रस्ट एक दूसरे का अपोजिट और यहीं से स्पेक्ट्रम में बात आती है किसकी हाइड्रोजन की स्पेक्टर की बेटा हाइड्रोजन का जो स्पेक्ट्रम होता है वो कैसा होता है और हाइड्रोजन के स्पेक्ट्रम में बहुत सारी सीरीज भी आपको मिलती है लिमर सीरीज बॉम्बर सीरीज पश्चिम ब्रैकेट फंड फ्री इस सीरीज में जो लाइंस है उन लाइंस का vivlent निकलने का एक फॉर्मूला होता है मेरे हिसाब से आप लोगों को याद होगा 1 / लामबीडीए = आर z² 1 / n1² - 1 / N2 यह फॉर्मूला होता था आर की वैल्यू 109677 अगर आप उसे करोगे तो यह आपको सेंटीमीटर इन पर्सनैलिटी और ये जो वैल्यू है आर का इसको बोला जाता है तो आर को कहा जाता है रेड बॉक्स कांस्टेंट क्या कहा जाता है बेटा ये फॉर्मूला है इसपे क्वेश्चन बनता है वैन अपॉन लामबीडीए = आर z² 1 / n1² - 1 / N2 ठीक है यहां पर एक चीज आप ध्यान रखो हमेशा या n1² - n2² N2 का जो वैल्यू होगा बेटा वो हमेशा बड़ा होगा किस एन मांस मैन लो इलेक्ट्रॉन फोर्थ ऑर्बिट से फर्स्ट ऑर्बिट में ए रहा है इसका मतलब N2 का वैल्यू 4 हो गया n1 का वैल्यू है इसके अकॉर्डिंग डिफरेंट डिफरेंट सीरीज की लाइंस होती है लाइनमैन बमर पाचन ब्रैकेट फंडामेंटल बमर सीरीज होती है बेटा ये होती है विजिबल रीजन है ना और ये जो आपकी लाइन होती है ये किस्म होती है ultravioletry और इसके बाद वाली जितनी भी सीरीज होती हैं सारी की सारी किस्म होती है तो कई बार इस पे भी आपसे क्वेश्चन वो क्लियर है अलराइट तो इस फॉर्मूले पर क्वेश्चन आपको दिए जा सकते फिर उसके बाद आता है आपका बोर एटॉमिक मॉडल देखो यह बहुत ही सिंपल था बोर ने क्या किया बोर का एक चीज कहानी थी की इलेक्ट्रॉन जब न्यूक्लियर अब घूमता है तो एक पार्टिकुलर ऑर्बिट में घूमते हुए कभी भी एनर्जी हमें नहीं करता वो एनर्जी का एमिशन या फिर एनर्जी का अब्जॉर्प्शन तभी करेगा तब वो एक से दूसरे ऑर्बिट में जाएगा है ना जब वो उसका ट्रांजिशन होगा और वो उसने जो उसके पोसतुलाते द उसमें जो सबसे इंपॉर्टेंट postulat है बेटा वो ये वाला है उसने कहा की जो एंगुलर मोमेंटम होता है किसी भी इलेक्ट्रॉन का वो ह / 2 पाई का एक इंटीग्रल मल्टीपल होता है यह एंगुलर मोमेंटम एमबीआर इसका वैल्यू होगा न अपॉन तू बाय मतलब एन का जो वैल्यू है वैन तू थ्री फोर ऐसे हो सकता है यहां पर इंपॉर्टेंट चीज फिर उसने अपने बेसिस पर कुछ कैलकुलेशन कारी और उन कैलकुलेशन के बाद उसने डिफरेंट डिफरेंट चीज को हमने रखा ये जो आपके सामने फॉर्मूले लिखे हैं यह 10 ^ 6 है बेटा ये जो फॉर्मूले लिखे हैं इन formulon पर क्वेश्चन पूछा जाता है पहला ऑर्बिट की अगर आपको रेडियस निकालनी है तो 0.529 * n² / स अंगस्ट्रोम में आएगा एन वो चीज है जिस ऑर्बिट में इलेक्ट्रॉन घूम रहा है और जो आपका स होता है बेटा ये स क्या हो जाएगा एटॉमिक नंबर आप मेरी बात समझ रहे हो क्या न वेलोसिटी ऑफ अनंत ऑर्बिट अगर आपका इलेक्ट्रॉन है ना टोबिट में घूम रहा है तो उसकी वेलोसिटी का फॉर्मूला ये होता है 2.19 इन 10 तू दी पावर 6 * स / एन यूनिट हो जाएगी इसकी मीटर पर सेकंड और अगर आपकी एनर्जी निकालनी हो तो बेटा ये एनर्जी है माइंस 3.6 * n² इलेक्ट्रॉन वोल्ट पर एटम और अगर आप इस इलेक्ट्रॉन वोल्ट को कन्वर्ट करना चाहते हो जल में तो आप इसको इस फैक्टर से मल्टीप्लाई कर सकते हो इलेक्ट्रॉन वोल्ट और ये रिलेशन ठीक है यह फॉर्मूले आपको याद होने चाहिए अब यह कुछ चीज ऐसी थी जिनको बोर एटॉमिक मॉडल नहीं समझा पाया हम लोग यह पढ़ते हैं की बोर का जो एटॉमिक मॉडल होता है वह सिर्फ और सिर्फ सिंगल इलेक्ट्रॉन स्पीशीज के लिए एप्लीकेबल होता है ना एक ही इलेक्ट्रॉन होगा उनके लिए एप्लीकेबल होगा वो जीमेल इफेक्ट को भी नहीं बताया जी मैंने फैक्ट मतलब ये जो स्पेक्ट्रेल लाइन होती है ना अगर आप इनको मैग्नेटिक फील्ड में रखो तो मैग्नेटिक फील्ड में स्पेक्टर लाइंस स्प्लिट कर जाती है उसे फिट क्यों हुई इसका जवाब आपके उसके पास नहीं था ये जो स्प्लिटिंग है इसको बोला जाता है और वो स्टार इफेक्ट को भी नहीं समझा पाया बेटा स्टार इफेक्ट क्या होता है ये जो स्पेक्ट्रेल लाइंस होती है ये इलेक्ट्रिक फील्ड की प्रेजेंस में स्प्लिट कर जाती हैं तो ऐसा एक्सप्लेनेशन भी उसके पास नहीं था ठीक है और वो स्पेक्ट्रेल लाइन को जब देखा गया हाई रिजॉल्विंग स्पेक्ट्रोस्कोपी से तो पता चला की यार ये एक लाइन नहीं है है ना ये दो तीन लाइन है जो बिल्कुल पास पास में है इस बात का जवाब भी बोर के पास नहीं था प्रिंसिपल है उसको रिलेट कर है ना तो ये सारी चीज मिल के लिमिटेशन बनी और इस वजह हो गया तब ये फैल हुआ तो फिर उसके बाद बात आई क्वांटम मैकेनिकल मॉडल की लेकिन क्वांटम मैकेनिकल मॉडल पढ़ने से पहले हम लोगों को बात करनी है किसकी दी ब्रोग्ली फ्यूल नेचर ऑफ मैटर ये भाई साहब एंड लुइस दी ब्रोग्ली साइंटिस्ट है इन्होंने कहा की यार जैसे आपकी इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन ड्यूल नेचर शो करती हैं वैसे कोई भी जो पार्टिकल होगा मटेरियल पार्टिकल जो रिवाल्विंग है उसकी भी ड्यूल नेचर हो आर्टिकल नेचर भी शो करेगा और वेव नेचर भी अभी तक इलेक्ट्रॉन को पार्टिकल माना जा रहा था और इसमें एक अलग जंग छेद दी यह कहता है की इलेक्ट्रॉन जो होगा वेवलेंथ का फॉर्मूला भी दिया जो किसी भी पार्टिकल साथ एसोसिएट होती है और उसे वेब को नाम दिया जाता है दी ब्रोग्ली वेवलेंथ क्या बोला जाता है दी ब्रोग्ली वेवलेंथ आपको मेरी बात समझ में ए रही है बेटा क्या बोलते हैं उसको वेवलेंथ लेकिन इंपॉर्टेंट चीज ये थी की ये सिर्फ और सिर्फ माइक्रोस्कोपिक पार्टिकल्स के लिए ही एप्लीकेबल था बेटा जो दी ब्रोग्ली वेवलेंथ का फॉर्मूला है वो ये होता है लामबीडीए = ह / पी या फिर लामबीडीए इस इक्वल तू ह / एमबी यहां पर पी है आपका मोमेंटम एम है मास और वी है वेलोसिटी इसकी डिफरेंट फॉर्म्स भी हो सकती है ह / √2m काइनेटिक एनर्जी ये भी लिख सकते हो और अगर आपका कोई चार्ज पार्टिकल है उसे केस में आप लामबीडीए का फॉर्मूला ह / √2m तू बी बी लिख सकते हो ठीक है यहां पर एम आपका मास है क्यों आपका चार्ज है और सी जो है वो पोटेंशियल है बेटा वेलोसिटी नहीं है इस फॉर्म में क्या है वेलोसिटी नहीं है क्या है पोटेंशियल का अगर आपको वेवलेंथ निकलना हो आप इस तरीके से निकल सकते हैं जो आपको याद रखना है के साथ-साथ एक और बहुत इंपॉर्टेंट चीज जिसका नाम है हेजन वर्ग अनसर्टेंटी प्रिंसिपल है यह क्या कहता है इसका यह कहना था की आप किसी भी माइक्रोस्कोपिक मूविंग पार्टिकल का पोजीशन और उसका मोमेंटम दोनों एक साथ कभी भी पता नहीं लगा सकते 100% एक्यूरेसी से दोनों चीज कभी भी मेजर नहीं की जा सकती उनमें कुछ ना कुछ अनसर्टेंटी जरूर रहेगी और वो जो अनसर्टेंटी थी उसका उसने फॉर्मूला भी लिख दिया की दलेक्स * डेल्प ग्रेटर दें ह / 4 पाई ये बहुत ही इंपॉर्टेंट फॉर्मूला था यही पॉइंट ऑफ व्यू से काफी क्वेश्चन इसपे पूछे जाते हैं यहां पर बेटा डायलॉग्स क्या है अनसर्टेनिटी इन पोजीशन और डेल्प क्या है uncertaintin मोमेंटम ठीक है आप इस फॉर्मूले को ऐसे भी लिख सकते हो ग्रेटर दें इक्वल्स तू ह / 4 पाई इस तरीके से भी बन सकता है ना यहां पर जो डेल भी है वो क्या हो जाएगा अनसर्टेनिटी है ना वेलोसिटी ठीक है और सबसे बड़ी चीज यह थी की यह भी सिग्निफिकेंट था सिर्फ और सिर्फ किसके लिए माइक्रोस्कोपिक पार्टिकल्स के लिए जैसे आपका इलेक्ट्रॉन प्रोटॉन अल्फा पार्टिकल इनके लिए सिग्नेचर इसके अलावा जो पार्टिकल होते हैं जैसे हम हो गए क्रिकेट की बॉल गोल्फ बॉल इन पर आप hygienber कंसल्टेंट प्रिंसिपल नहीं लगाते जो बहुत ही छोटे पार्टिकल होते हैं सिर्फ उन्हें पे ईसन वर्ग अनसर्टेंटी प्रिंसिपल लग सकता है ठीक है इंपॉर्टेंट फॉर्मूला है ये इसमें डायरेक्ट क्वेश्चन पूछा जाएगा अनसर्टेंटी इन पोजीशन uncertaintin मोमेंटम अनसर्टेंटी वेलोसिटी यहां पर जो एम होता है बेटा मास होता है ध्यान देना इस फॉर्मूले में मास को आग में रखना है अगर आपको कैलकुलेशन सी यूनिट में करनी है गलती हो जाती है क्योंकि हम लोग मास को जनरली ग्राम में लिख देते हैं ठीक है और अब इसके बाद आया आपका सबसे लास्ट बट नॉट डी लिस्ट क्वांटम मैकेनिकल मॉडल यह जो क्वांटम मैकेनिकल मॉडल था बेटा ये पहला मॉडल था जो क्या करता इलेक्ट्रॉन की वेव नेचर प्लस पार्टिकल नेचर दोनों को कंसीडर करता है ये किसने डिज़ाइन किया था स्टेरिंग करने ठीक है अरविंद shudding अगर इसका नाम था और उसने इलेक्ट्रॉन की जो मोमेंट इलेक्ट्रॉन की जो मूवमेंट है इलेक्ट्रॉन को एक थ्री डाइमेंशनल वेव की तरह कंसीडर किया और एक इक्वेशन दी जिसको soldringer वेव इक्वेशन भी बोला जाता है वो जो इक्वेशन थी बेटा मैं आपके सामने लिखने जा रहा हूं देखना इस इक्वेशन को एक-एक घबराने की जरूरत नहीं है आपको ठीक है देखना जरा पर जो सही है बेटा उसको क्या बोला जाता है वे फंक्शन बोला जाता है क्या बोला जाता है उसको पे फंक्शन बोला जाता है इसमें जो बेटा एक्स ए स ए रहे हैं ये एक्स ए स क्या है बी आर दी कोऑर्डिनेट्स ऑफ इलेक्ट्रॉन ये क्या है बेटा इलेक्ट्रॉन के कोऑर्डिनेट्स हैं एम इलेक्ट्रॉन का मास है इस दी टोटल एनर्जी ए क्या है बेटा टोटल एनर्जी है और जो वी लिखा है बेटा जी बी इसे योर पोटेंशियल एनर्जी ये कौन सी एनर्जी है पोटेंशियल ठीक है आप चाहो तो इसको शॉर्ट फॉर्म में ह कैप्स हाई इसे इक्वल तू ईसाई भी लिख सकते हो ध्यान देना सही से सही उद रहा मत देना कुछ लोग उदा देते हैं है ना ये जो यहां पर आपने एचसीएफ लिखा है बेटा दिस इसे नॉन आगे हैमिल्टोनियन ऑपरेटर बेटा इसको क्या बोला जाता है हैमिल्टोनियन ऑपरेटर कहा जाता है है ना तो ये है आपकी सोल्डिंग र यहां पर जो सही है बेटा साई को वेव फंक्शन बोला जाता है ये सिर्फ एक मैथमेटिकल फंक्शन है इसका कोई फिजिकल साइनिफिकेंस नहीं होता इस बात का आपको ध्यान रखना है ऑल राइट और जो c² होता है इसका फिजिकल साइनिफिकेंस होता है एटम के अंदर किसी एक पार्टिकुलर पोजीशन पे आपको अगर ये पता लगाना हो की इलेक्ट्रॉन मिलने की प्रोबेबिलिटी कितनी है तो आप उसे पॉइंट पे किसकी वैल्यू निकल लोग 27² की वैल्यू निकल लोग इसी भी एटम के अंदर किसी पार्टिकुलर पॉइंट पे इलेक्ट्रॉन मिलने की प्रोबेबिलिटी इट इस डायरेक्टली प्रोपोर्शनल तू डी साइज स्क्वायर लेट्स वही इट इसे नॉन एस प्रोबेबिलिटी डेंसिटी और एटम के अंदर वो वाला पोर्शन वो रीजन जहां पर इलेक्ट्रॉन मिलने की प्रोबेबिलिटी सबसे मैक्सिमम होती है उसे पार्टिकुलर रीजन को क्या बोला जाता है क्या कहा जाता है उसको और वाइटल कहा जाता है इलेक्ट्रॉन कहां मिलेगा आपको बेटा यहां से देखो एक और चीज बहुत इंपॉर्टेंट बनती है वह क्वांटम नंबर्स इसके बारे में बहुत अच्छे से आपको पता होना चाहिए बेटा क्वांटम नंबर ना चार नंबर का सेट होता है कितने नंबर का चार नंबर का सेट जो क्या बताता है तो इलेक्ट्रॉन से रिलेटेड सारी इनफॉरमेशन आपको बता देता है इलेक्ट्रॉन के एड्रेस के बारे में आपको बता देता है ठीक है और ये किट कौन-कौन सी होती है बेटा सबसे पहले आता है आपका प्रिंसिपल क्वांटम नंबर जिसको हम लोग स्मॉल एन से दिखाते हैं ये पॉजिटिव इंतजार वैल्यू होती है जिससे क्या पता लगता है आपके इलेक्ट्रॉन कौन से सेल में प्रेजेंट है उसका पता लगता है आप अगर सेल पता लग गया तो उसके एनर्जी बता सकते हो और साइज भी बता सकते हो तो फॉर्मूले आपके सामने लिखे हैं एक पार्टिकुलर सेल में मैक्सिमम तू एन स्क्वायर इलेक्ट्रॉन हो सकते हैं और n² फॉर्मूले आप डायरेक्ट याद रखो फिर उसके बाद एजीमूथल क्वांटम नंबर आता है जिसको लक दिखाते हैं इससे पता लगता है इलेक्ट्रॉन के सुबशेल के बारे में ऐसे पता लगता है देखो अगर मैन लो अलका वैल्यू जीरो हो एल का वैल्यू कितना बेटा जीरो है इसका मतलब इलेक्ट्रॉन आपका एस सुबशेल में प्रेजेंट है अगर आपकी एल की वैल्यू वैन होती है तो इलेक्ट्रॉन पी सुबशेल में है तू है तो दी सुबशेल में है अलका वैल्यू थ्री है तो एफ sushail में है फोर है तो जी ह ऐसे चलता जाएगा ठीक है आप सबको पता है की जो एस सुबशेल होता है उसे स्फेरिकल इन शॉप होता है जो पी होता है वो डंबल होता है जो आपका दी होता है वो डबल डंबल इन शॉप आपके सामने फॉर्मूला लिखा है की मैक्सिमम नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन इन अन सुबशेल वो होंगे और मेटल एंगुलर मोमेंटम का फॉर्मूला होता है बेटा इलेक्ट्रॉन के लिए अंडर रूट एल * एल + 1 यहां पर जो एल होता है एक चीज और ध्यान रखो एल की जो वैल्यू होती है बेटा वह जीरो से एन - 1 की वैल्यू कभी भी बराबर नहीं हो सकती है मैग्नेटिक क्वांटम नंबर किसको बताता है बेटा की इलेक्ट्रॉन जो है वो कौन से आर्बिटल में है है ना और वाइटल के बारे में इनफॉरमेशन देता है कौन मैग्नेटिक क्वांटम नंबर है इसकी जो वैल्यू होती है बेटा माइंस एल से प्लस सेल तक होती है इंक्लूडिंग यस आपको यह पता होना चाहिए की अगर आपका एस सुबशेल है सिर्फ एक ही और वाइटल है क्योंकि उसके लिए एम की ए की वैल्यू पॉसिबल है उसमें पंच और विटल्स होते हैं और जो आपका कितने आर्बिटल्स होते हैं ठीक है ये चीज आपको ध्यान में रखनी है और सबसे लास्ट में आती है आपकी स्पिन क्वांटम नंबर जिसको ऐसे दिखाया जाता है इलेक्ट्रॉन की स्पिन के बारे में बताती है इलेक्ट्रॉन जो है आपको पता है अपनी न्यूक्लियस के चारों तरफ भी घूमता है और साथ साथ अपनी स्पिन पर भी तो स्पिन पर उसका घूमना दो तरह का हो सकता है या तो क्लाकवाइज या फिर एंटीक्लाकवाइज दोनों एक दूसरे का जस्ट अपोजिट है इस वजह से आपकी जो स्पिन क्वांटम नंबर की वैल्यू है वो भी बेटा दो हो सकती है या तो प्लस हाफ या फिर मेरी बात आपको समझ में ए रही है क्या सारे लोगों को बोलना पड़ेगा बेटा ठीक है अच्छा इसके बाद एक और चीज जो हमें पढ़नी है वो है एटॉमिक आर्बिटल्स की एनर्जी बेटा एटॉमिक ऑर्बिटल की जो एनर्जी है उसके दो केस पढ़ेंगे कौन-कौन से पहला केस जो हाइड्रोजन और हाइड्रोजन लाइक स्पीशीज होती है बेटा हाइड्रोजन लाइक स्पीशीज का मतलब सिंगल इलेक्ट्रॉन वाली स्पेस कौन सी सिंगल इलेक्ट्रोंस भी जिम सिर्फ और सिर्फ एक ही इलेक्ट्रॉन होता है ऐसे ऑर्बिटल की जो एनर्जी होती है वो सिर्फ और सिर्फ प्रिंसिपल क्वांटम नंबर की वैल्यू पे डिपेंड करेगी जैसे अगर मैं बात करूं 1s 2s 2p 3S 3p 3D तो देखो वंस के लिए प्रिंसेस की क्वांटम नंबर इससे ज्यादा है तो इसकी एनर्जी ज्यादा होगी इन दोनों की एनर्जी से है इन दोनों की एनर्जी से है क्यों क्योंकि दोनों के लिए प्रिंसिपल क्वांटम नंबर की वैल्यू से है वापस से अगर प्रिंसिपल क्वांटम नंबर से ए गया तो एनर्जी भी ये बात समझ में ए रही है आपको यहां पर आप चेक कर सकते हो इनके एनर्जी से है तो ऐसे और वाइटल जिनकी एनर्जी से होती है एटॉमिक ऑर्बिटल कहा जाता है क्या कहा जाता है बेटा दी जेनरेटेड एटॉमिक और बताइए आपको समझ में ए रहा है क्लियर लेकिन अगर मैन लो एक इलेक्ट्रॉन नहीं है एक से ज्यादा इलेक्ट्रॉन है फिर क्या करेंगे उसके लिए उसे किया जाता है एन + एल रूल या फिर बोर मारी जरूर एन + एल रूल क्या कहता है जिस ऑर्बिटल के लिए एन + एल की वैल्यू ज्यादा होती है उसे ऑर्बिटल एनर्जी ज्यादा है अगर मैन लो एक से ज्यादा और वाइटल है जिनके लिए एन + एल की वैल्यू से है फिर आपको चेक करना होता है किसका एन का वैल्यू जिस ऑर्बिटल के लिए एन की वैल्यू ज्यादा होगी और माइकल की एनर्जी ज्यादा हो क्लियर बहुत बढ़िया बेटा अच्छा जब हम लोग इलेक्ट्रॉन फिल करते हैं किसी भी एटॉमिक ऑर्बिटल में तो वहां पर बेटा कुछ होते हैं कौन-कौन से रूल है तीन रूल पढ़ने होते हैं बेटा ओप्पो का कहना था की सबसे पहले इस ऑर्बिटल की एनर्जी कम है उसमें इलेक्ट्रॉन पहले जाएगा होली कहता है की एक ऑर्बिटल में दो इलेक्ट्रॉन स्टीम स्पिन वाले आप नहीं रख सकते और जो हंट्स है उसका कहना था की जब आप दी जेनरेट एटॉमिक ऑर्बिटल में इलेक्ट्रॉन फिल करोगे तो सबसे पहले एक-एक इलेक्ट्रॉन फिल करना है फिर से स्पिन और उसके बाद जब पेयरिंग करवानी है मतलब पेयरिंग ऑफ इलेक्ट्रॉन तभी अलाउड होगी जब हर दी जेनरेट ऑर्बिटल में एक-एक इलेक्ट्रॉन चला गया होगा करवा सकते हो डेट इसे योर हंस रूल ऑफ मैक्सिमम और इसी के बेसिस पर हम लोग लिखते हैं क्या इलेक्ट्रॉनिक वैन ठीक है इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फ़िगरेशन को अगर मुझे डिफाइन करना हो तो क्या डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ इलेक्ट्रोंस इन वेरिएशंस सुबशेल्स एंड आर्बिटल्स इलेक्ट्रॉन को मैं डिफरेंट सेल सुबशेल या फिर ऑर्बिटल में अगर दल डन क्या जाएगा उसको इलेक्ट्रॉनिक्स कॉन्फ़िगर इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फ़िगरेशन लिखने के लिए आपको एटॉमिक ऑर्बिटल की एनर्जी का ऑर्डर पता होना चाहिए की हम लोग और वाइटल के इंक्रीजिंग ऑर्डर में ही हम लोग एनर्जी फिल करते हैं ना एनर्जी के इंक्रीजिंग ऑर्डर बाय और वाइटल में ही हम लोग इलेक्ट्रॉन फिल करते हैं अलराइट तो इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फ़िगरेशन में आप देखोगे की जो कॉपर और क्रोमियम होता है इनका इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फ़िगरेशन एक्सेप्शन होता है आप पूछोगे सर कैसे बेटा क्रोमियम का एटॉमिक नंबर 24 होता है होना क्या चाहिए था ये 4s2 3d4 होना चाहिए था बट एक्चुअली होता क्या है पवन 3D 54 होता है यस बेटा 3D में मैक्सिमम कितने इलेक्ट्रॉन ए सकते हैं 10 ए सकते हैं इसका मतलब क्या ये हाफ फील्ड है क्या यस तो ऐसा इसलिए होता है बिकॉज हाफ फील्ड आर्बिटल्स होते हैं वो ज्यादा स्टेबल होते हैं क्या होता है हाफ फील्ड आर्बिटल्स ज्यादा स्टेबल होते हैं इस वजह से फॉरेस्ट वाले एक इलेक्ट्रॉन इसमें ना होके 3D में प्रेजेंट होता है ये ज्यादा स्टेबल कॉन्फ़िगरेशन है था'एस वही दिस इस डी रीजन फॉर दिस एक्सेप्शन इलेक्ट्रॉनिक और अगर आप कॉपर की बात करोगे बेटा कॉपर का एटॉमिक नंबर 29 होता है और अगर आप इसका इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फ़िगरेशन देखोगे यहां पर दी में 10 इलेक्ट्रॉन है इसका मतलब यह फुल्ली फील्ड कॉन्फ़िगरेशन है ये कैसा है और फुल्ली फील्ड जो कॉन्फ़िगरेशन होता है ठीक है वह उससे ज्यादा स्टेबल होता है थॉट्स वही यह दो एक्सेप्शन इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फ़िगरेशन है कॉपर और क्रोमियम आपको याद रखना है अब कोई आपसे पूछ ले की भाई ये हाफ फील्ड और कंपलीटली फिल्ड ऑर्बिटल की स्टेबिलिटी क्यों ज्यादा है फर्स्ट वैन इसे योर एक्सचेंज एनर्जी एंड सेकंड वैन इसे योर सिमिट्रिक डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ इलेक्ट्रोंस देखो 5 और वाइटल पांचो में एक-एक इलेक्ट्रॉन प्रेजेंट है सिमिट्रिक डिस्ट्रीब्यूशन है पंच ऑर्बिटल और पांचो में दो-दो इलेक्ट्रॉन प्रेजेंट हैं सिमिट्रिक डिस्ट्रीब्यूशन एंड यू ऑल नो सिमेट्री लीड्स तू स्टेबिलिटी थॉट्स वही सो फुल्ली फील्ड और हाफ फील्ड ओर विटल्स हैं वो ज्यादा स्टेबल है एक होती है एक्सचेंज एनर्जी एक्सचेंज एनर्जी क्या होती है बेटा कैसे देखो प्रेजेंट होते हैं जिनका स्पिन से होता है वह अपनी पोजीशन दूसरे इलेक्ट्रॉन के साथ एक्सचेंज कर सकते हैं तब ऐसा एक्सचेंज होता है तो उसमें कुछ एनर्जी दिस होती है वे एनर्जी रिलीज हुई है उसकी को बोला जाता है एक्सचेंज भी एक्सचेंज एनर्जी जितनी ज्यादा होगी उतना हमारे लिए अच्छा है क्योंकि एनर्जी जितनी कम स्टेबिलिटी उतनी तो ये रीजन होता है हाफ फील्ड और फुल्ली फील्ड और एटॉमिक और वाइटल की स्टेबिलिटी का मतलब यह हो गया की हाफ फील्ड और फुल्ली फील्ड में जो आपकी एक्सचेंज एनर्जी की वैल्यू है वो बहुत ही हाई होती है क्लियर है ये चीज बहुत बढ़िया बेटा 40 मिनट में सेशन को कंप्लीट किया है फिर मैं बोल देता हूं यह सेशन सिर्फ और सिर्फ उन बच्चों के लिए है तो ईमानदारी से ये चैप्टर पहले पद चुके हैं सिर्फ एक रिवीजन के लिए आए हैं एक बहुत ही फास्ट क्विक रिवीजन वैसे एटॉमिक स्ट्रक्चर अपने आप में बहुत ही लेंडी टॉपिक है बहुत बड़ा टॉपिक है उसको तो हम लोग बहुत सारे सेशंस में करते हैं बट अगर आपको एक रिविजंस आते हैं तो आपके लिए वीडियो ऑल राइट चलिए ठीक है थैंक यू सो मच फॉर वाचिंग दिस वीडियो आई होप आपको यह सेशन समझ में आया होगा आप इसके जो नोट्स हैं वो अपनी ऐप से डाउनलोड कर सकते हैं सर्च कीजिए वहां पर मंजिल फाइंड मैप माइंड मैप सीरीज सॉरी मंजिल सीरीज नहीं माइंड मैप सीरीज वहां पर आपको इसके नोट्स मिल जाएंगे एक पूरा चैप्टर का एक बेसिक आइडिया आपको ठीक है चलो फिर मिलते हैं अगली क्लास में तब तक के लिए टाटा बाय बाय सारे लोग अपना ख्याल रखें खुश रहे हंसते मुस्कुराते रहे और प्राइस जरूर करते रहे क्योंकि कम पढ़ने से चलेगा सिर्फ मुस्कुराने से