क्लास 10थ रैपिड रिवीजन रिसोर्सेस एंड डेवलपमेंट बड़ा ही मजेदार चैप्टर पहला चैप्टर जियोग्राफी का इस चैप्टर में आपको रिसोर्सेस क्या है क्यों है कैसे हैं किन-किन चीजों का ध्यान रखना है वो सब कुछ जानने को मिलता है अभी मजा आएगा ना वीडियो साथ ही साथ आपको इन रिसोर्सेस के एग्जांपल के तौर पे एक लैंड और एक सॉइल दो रिसोर्स के बारे में बताया जाता है इसी के ओवर एंड अबोव अगर आप देखोगे तो आपको यह बताया जाता है कि क्यों इन रिसोर्सेस के प्रति हमें थोड़ा सा सतर्क होना पड़ेगा क्या चैलेंजेबल हो रही है क्यों सोइल डिग्रेड हो रही है और समस्या प नहीं समाधान पर फोकस करते हुए यह भी बताया जाता है कि क्या तरीके हैं जिससे रिसोर्स कंजर्वेशन किया जा सकता है हेलो एवरीबॉडी डेड टेक्नोलॉजिक एक्सेसिबल होना चाहिए इकोनॉमिकली फीजिबल होना चाहिए और कल्चरल एक्सेप्टेबल होना चाहिए रिसोर्सेस को अलग-अलग तरह से क्लासिफाई किया जा सकता है ऑन द बेसिस ऑफ ओरिजिन एग्जॉस्ट बिलिटी ऑन द बेसिस ऑफ ओनरशिप और द स्टेटस ऑफ डेवलपमेंट इसके बाद अगर आगे बढ़ो ग तो सवाल यह आता है कि रिसोर्सेस का डेवलपमेंट जरूरी क्यों है गुड क्वेश्चन यू आर अ गुड क्वेश्चन क्योंकि कुछ समस्याएं हैं कुछ प्रॉब्लम्स है इश्यूज है जिस कारण से रिसोर्सेस का डेवलपमेंट जरूरी है जैसे कि रिसोर्सेस का डिप्लीशन हो रहा है कुछ ग्रीडी लोगों की नीड्स को सेटिस्फाई करने के चक्कर में इसलिए हमें रिसोर्स को डेवलप करने की जरूरत है पॉइंट वन सही बात है दूसरी चीज देखने को मिलती है कि रिसोर्सेस का डिस्ट्रीब्यूशन कुछ इस तरह से हो चुका है कि सोसाइटी हैव और हैव नॉट्स में डिवाइड हो गई है कुछ लोगों के पास रिसोर्सेस है रिच कुछ लोगों के पास रिसोर्सेस नहीं है पुअर सोसाइटी इज डिवाइडेड इनटू रिच एंड पुअर हैव एंड हैव नॉट्स मैं गरीब हूं मैं गरीब हूं तीसरा पॉइंट यह है कि रिसोर्सेस के इंडिस्क्रिमिनेट यूज़ के कारण सोसाइटी में ग्लोबल इकोलॉजिकल क्राइसिस देखने को मिल रहे हैं जैसे ग्लोबल वार्मिंग पोल्यूशन और इन्हीं सारे कारणों से यह क्लियर है कि हमें डेवलपमेंट ऑफ रिसोर्स इंश्योर करना पड़ेगा रिसोर्स प्रॉपर तरीके से विकसित हो कैसे करेंगे कैसे ऐसे नहीं हो सकता तब सलूशन मिलता है सस्टेनेबल डेवलपमेंट के फॉर्म में सस्टेनेबल डेवलपमेंट क्या होता है कि डेवलपमेंट उस तरह से किया जाए कि हमारी आज की जरूरतें पूरी हो और हमारी फ्यूचर जनरेशन की नीड को भी किसी तरह से हैंपर ना किया जाए उनके लिए भी रिसोर्सेस बचे रहे और इसी सस्टेनेबल डेवलपमेंट को अचीव करने के लिए रियो डी जनेरियो में मीटिंग होती है जहां पे वर्ल्ड वर्ल्ड के 100 से भी ज्यादा लीडर्स इकट्ठे होते हैं जो लोग मंथन करते हैं इस चीज पे कि कैसे एनवायरमेंटल कंजर्वेशन इंश्योर किया जा सकता है और इस रियो डी जनेरियो का आउटकम होता है एजेंडा 21 एक एक्शन प्लान जिसके तहत एनवायरमेंटल डिग्रेडेशन पॉवर्टी और डिसीसेस को कॉम्बैट किया जा जाएगा लोकल गवर्नमेंट लोकल लेवल पे अपने-अपने एजेंडा बनाएंगी तो इस तरह से कुछ रिसोर्स डेवलपमेंट की कहानी डेवलप होती है लेकिन अब बात ये आती है कि रिसोर्स डेवलपमेंट के लिए रिसोर्स प्लानिंग एक इंपॉर्टेंट चीज है रिसोर्स प्लानिंग क्यों व्हाई तो यहां पे आपको समझ में आता है कि रिसोर्सेस अनइवनली डिस्ट्रीब्यूटर है कुछ रिसोर्स अगर अरुणाचल प्रदेश में आपको मिल रहे हैं जैसे वाटर रिसोर्सेस वहां पे एडेंस में है तो हो सकता है वहां पे एनर्जी रिसोर्सेस ना हो सिमिलरली जहां एनर्जी रिसोर्सेस होंगे वहां वाटर रिसोर्सेस नहीं होंगे इसी चीज को ध्यान में रखते हुए एक रिसोर्स प्लानिंग की बहुत ज्यादा सख्त जरूरत होती है और इंडिया में वो रिसोर्स प्लानिंग तीन स्टेप्स में की जाती है फर्स्ट स्टेप है सबसे पहले रिसोर्सेस को आइडेंटिफिकेशन के बाद में एक प्रॉपर प्लानिंग स्ट्रक्चर इवॉल्व किया जाए कि किस टेक्नोलॉजी से कैसे रिसोर्स एक्सट्रैक्ट होंगे द रेस्ट ऑफ द प्लान इज सिंपल आई फ्लाई टू द मोन आई श्रिंक द मो ग्रब द मून और तीसरा स्टेप होता है मैचिंग द रिसोर्स डेवलपमेंट प्लान विद दी नेशनल डेवलपमेंट प्लान कि उस रिसोर्स को आप ओवरऑल नेशनल लेवल पे कैसे डेवलप कर सकते हो ये तीन स्टेप रिसोर्स डेवलपमेंट रिसोर्स प्लानिंग इन इंडिया आपको देखने को मिलती है अब पॉइंट ये आता है कि रिसोर्स प्लानिंग क्यों क्योंकि रिसोर्सेस डिप्लीट हो रहे हैं हमने ओवर द पीरियड ऑफ टाइम यह देखा है कि जिन लोगों के पास में टेक्नोलॉजी और इंस्टीट्यूशनल पावर्स रहे हैं जैसे यूरोपिय ने कॉलोनी में अपनी टेक्नोलॉजिकल सुपीरियोर के चलते उन कॉलोनी को गुलाम बना के वहां से रिसोर्स एक्सट्रैक्ट करना शुरू किया न गु लगान देगा ठीक है इस चीज को ध्यान में रखते हुए रिसोर्स कंजर्वेशन भी एक इंपॉर्टेंट एस्पेक्ट है महात्मा गांधी एक स्टेटमेंट देते हैं क्या कि वी हैव सफिशिएंट टू सेटिस्फाई आवर नीड्स बट नॉट टू सेटिस्फाई आवर ग्रीट्स और इसी चीज को ध्यान में रखते हुए कंजर्वेशन बहुत इंपॉर्टेंट हो जाता है वो कहते हैं कि कंजर्वेशन ऐसे किया जाए कि प्रोडक्शन फॉर मासेज ना हो प्रोडक्शन बाय मासेज हो मतलब मास प्रोडक्शन को रिप्लेस कर दो प्रोडक्शन बाय मासेज से कि जनता अपनी जरूरत के हिसाब से प्रोड्यूस करें और उ उनके इसी आइडिया को वर्ल्ड वाइड एप्रिशिया गया अडॉप्ट किया गया ये पूरी रिसोर्स और उसके डेवलपमेंट की कहानी थी चैप्टर का दूसरा पार्ट यहां से शुरू होता है जहां पे हम लैंड एज अ रिसोर्स और सॉइल एज अ रिसोर्स को देखते हैं लैंड बहुत इंपॉर्टेंट है क्योंकि फाइना इट मैग्नी ूड्स है सीमित है हमारी जरूरतें असीमित है इसी तरह से आप देखोगे तो लैंड एक इंपॉर्टेंट रिसोर्स है लेकिन लैंड का डिग्रेडेशन हो रहा है कारण मल्टी है माइनिंग के कारण ओवर इरिगेशन के कारण डिफॉरेस्टेशन के कारण फ डिफॉल्टिंग एग्रीकल्चरल प्रैक्टिसेस के कारण और भी बहुत सारे कारण हैं जिन कारणों से लैंड डिग्रेडेशन हो रहा है लेकिन अगेन आपको समस्या पे नहीं समाधान प फोकस करना है बात तो सही है तो जो लैंड डिग्रेडेशन के कॉसेस है ना वही उसके कंजर्वेशन की टेक्निक बन जाएगी जैसे अगर पेड़ कट रहे हैं डिफॉरेस्टेशन हो रहा है तो अ फॉरेस्टेशन इज अ वे टू कंजर्व लैंड अगर माइनिंग हो रही है तो माइनिंग को माइनिंग प्रैक्टिसेस को रेगुलेट किया जाए अगर आप देख रहे हैं कि आपको ये देखने को मिल रहा है ओवर इरिगेशन एक कारण है तो इरिगेशन को कंट्रोल तरीके से किया जाए या फिर फॉल्टी डिफेक्टिव प्रैक्टिसेस जो है एग्रीकल्चरल प्रैक्टिसेस उनको सुधार किया जाए इस तरह से लैंड कंजर्वेशन किया जा सकता है लैंड इन जनरल हर जमीन को कहा जाएगा चाहे वो प्लेटो हो प्लेन हो या फिर माउंटेन हो और सॉइल कहा जाएगा उसके टॉप लेयर को टॉप सॉइल के हिसाब से आप देखेंगे सॉइल को अलग-अलग कैटेगरी में क्लासिफाई किया जा सकता है जैसे कि आपकी बुक में आपको एलवेल सोइल के बारे में बताया गया ब्लैक सॉइल के बारे में बताया गया है रेड एंड येलो सॉइल के बारे में बताया गया है लेटराइट सॉइल के बारे में बताया गया है माउंटेन सॉइल के बारे में बताया गया है और एरिड सॉइल के बारे में बताया गया है इतनी सारी सॉइल कैसे याद की जाए इसकी निंजा टेक्निक सिंपल हर एक सॉइल किसी ना किसी एरिया में पाई जाती है हर एक सॉइल के अंदर कुछ ना कुछ स्पेसिफिक प्रकार की क्रॉप्स ग्रो होती है हर एक सॉइल के अंदर कुछ स्पेसिफिक कंटेंट है जैसे अगर आप देखोगे तो एलवेल सोइल बहुत फर्टाइल है जैसे अगर आप देखोगे कि लेटराइट सॉइल जो है तो ह्यूमस लैक करती है एरिड सॉइल जो है तो उसके अंदर मॉइश्चर नहीं है तो हर एक सॉइल का कंटेंट क्या है वो देखा जाए और चौथी चीज हर एक सोइल के अंदर कुछ एक्स फैक्टर है है जैसे एलवेल सॉइल में खादर बांगर है ब्लैक सोइल में आपको देखने को मिलता है उसके अंदर कैरेक्टरिस्टिक है कि वो मॉइश्चर को होल्ड कर सकती है रेड एंड येलो सॉइल रेड कलर की होती है येलो कलर की होती है और ये सारी चीजें मैंने इस चार्ट पे बहुत अच्छे से आपको समझा के रखी है इस चार्ट को देखोगे स्क्रीनशॉट लोगे तो सब कुछ आसान हो जाएगा ये था सॉइल अब अगर सॉइल के कंजर्वेशन की बात आती है तो सॉइल कंजर्वेशन भी बहुत इंपॉर्टेंट पार्ट है क्यों क्योंकि सॉइल इरोजन हो रहा है सॉइल इरोजन क्या होता है सोइल का टूट जाना बह जाना उड़ जाना ड्यू टू विंड वाटर ग्लेशियर और मल्टीपल रीजंस सॉइल इरोजन होता है सॉइल इरोजन के कारण सॉइल अनफिट हो जाती है कि अब उसपे आप खेती नहीं कर सकते हो जैसे चंबल रीजन में इसे बैड लैंड्स कहा जाता है रे वाइंस कहा जाता है अब समस्या है समाधान प अगर फोकस किया जाए तो सोइल कंजर्वेशन कैसे की जा सकती है तो जो कारण है जैसे अगर मान लो कि गलत एग्रीकल्चरल प्रैक्टिस से सॉइल इरोजन हो रहा है टॉप सॉइल बह जा रही है शीट इरोजन हो रहा है विंड एरोजन हो रहा है तो इन सारी चीजों को कंट्रोल करने के लिए आप टेक्निक्स जैसे कंटोर प्लगिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं स्लोप के अगेंस्ट में खेती की जाए कंट्रोल प्लगिंग आप टेरेस फार्मिंग की जा सकती है जहां पे आप पहाड़ों के जो स्टीप स्लोप्स है उनको कट करके फ्लैट सरफेस बना सकते हैं स्ट्रिप क्रॉपिंग की जाए अलग-अलग स्ट्रिप्स में क्रॉप्स लगाई जाए शेल्टर बेल्ट्स बनाए जाए ताकि इरोजन को रोखा जा सके पेड़ लगाया जाए ताकि जो जड़े हैं वह जमीन को होल्ड करके रख सके इस तरह से सोइल को कंजर्व किया जा सकता है सो दिस वाज ऑल अबाउट दिस लवली चैप्टर आई होप यू गाइस एंजॉयड इट अभी के लिए साइन ऑफ करता हूं साइनिंग ऑफ विद दिस टुगेदर वी कैन वी विल थैंक यू थैंक यू वेरी मच