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बाबा बांदा सिंह बहादुर का योगदान

अजगर करेंगे सिख को हम दे महानायक बाबा बांदा सिंह बहादुर जिन्होंने एशिया देश सब तो ताकबर सल्तनत का पार्टी पिता सरहंधी इतना लेट खड़कों वाले जिन्होंने सिखराज कायम कित पर खुद है बादशाह ने हुआ है बिना भी तलवार तो मुगल थर-थर कम देसी सराहन डी कपूरी सदर मसकाबाद नोमीटिच मुलाने वालों जिन्ना बार एक अंग्रेज हरि मतलब आप भी किताब हिस्ट्री ऑफ डी सिक्स विच लिखड़ा है की जब बहादुर शाह दखम तो वापस ना उदा तब बांदा सिंह बहादुर ने पूरा पार्ट जाट लेना चाहिए बिना जी शहादत वाले रूप कमजोर दिया एक राजपूत परिवार पैदा हो ऐसी खेती करने वाला इतना प्रवाह दो-दो महीना नहीं उम्र 11 साल देसी ते है शिकार खेतान जानते नहीं थे शिकार कर देने कर करण तो आज पेट क्या के देख देने तब दो हिरनी दे बच्चे देने आके चुपचाप रहने वाला बच्चा शिखा वो बिल्कुल चुपचाप रहने लक्ष्मण देवड़ा गुरु सिंह का जानकी प्रसाद उड़ी वार्तालाप हुंडी या एक समर्थ रामदास दे दूजे साधु लाल हां जरा इधर गुरु हंडा उदय तो समराथल आमदार जाट जंदा वार्तालाप यदि मां 14 लक्ष्मण देव दे की मैं हूं कारवार क्यों ना मैं ख्याल गुरुवा उन्होंने गुरु तरता फिर रहे सम्राट रामदास न्यू अपना जानकी प्रसाद सी वो सीधा वरगी साधु जरा हम समराथल रामदास है वह है गए उदासी साधु बांदा सिंह टोटल पूरे जन्म से कर गुरु हो पहले गुरु होय है जानकी प्रसाद दूसरा गुरु हो या समराथल रामदास तीसरा गुरु होय है अगर नाथ कृपा हंडिया उदय ते गुरु गोविंद सिंह जी मेरे वीर बांदा सिंह बहादुर के बिल्कुल गलत क्योंकि बैरागी तो पहले गुरु सिक जानकी प्रसाद बैरागी सम्राट रामदास जी ओ उदासीनत सी ओ जोगी सी फिर गुरु गोविंद सिंह जी ने मिलकर हो खंडे वाटते भी पॉल छकड़ा आए थे सिंह बन जाता है नाम नल बांदा सिंह बहादुर 178 तो बाद उन्हें और कोई गुरु नहीं था गुरु गोविंद सिंह जी तो बिना उसके बाद शहादत तक अपने जीवन का एक-एक घोटाला गुरु डी सिख मां के उन्हें प्रतीत कित तब बांदा सिंह बहादुर बांदा बैरागी कहना बिल्कुल डालता है स्टोरी वापस कहानी सम्राट रामदास जी कर गुरु हरगोविंद साहिब जी के गुरु नानक देव जी ने तब दुनिया का त्याग की तैसी शास्त्र क्यों चक्की फिर गुरु हरगोविंद साहब जी ने फिर सम्राट राम न्यू जवाब दत्ता सी के तू गलत है गुरु नानक देव जी ने दुनिया डा त्याग नहीं गीता गुरु नानक देव जी ने दुनिया से र के माया त्यागिता ये जुल्म नस कर ली शास्त्रदा चकना लाजमी है मतलब बांदा सिंह बहादुर सिंह जी ने उसके बाद फिर साधुवाद तोड़ लेना पूरे पर चक्कर कटता है सर तो कुंडा कुंडा पहुंच जंदा पंचवटी पंचवटी दे जंगल इन्होंने ज्यादा सोनी लगा देने क्यों थे अभी कुटिया बना के रहने लगे जंदा फिर ऑन डी एक बुजुर्ग जोगी औघड़नाथ औघड़नाथ यह है बहुत ज्यादा सेवा करता खुश होकर नाथ इन ऋद्धियां सिद्धियां ते तंत्र आदि विद्या दे देता थोड़े टाइम बाद यदि मौत हो जाति है ऋद्धियां सिद्धियां डा फिर इनको बहुत ज्यादा ज्ञान हो जाता है जोगी बन जाऊंगा क्योंकि दिन दुखी लोग ये देखो ऑनलाइन देने से मशहूर हो जाता केले वडने शुरू हो देने दे फिर मशहूर हो दे नल नल विच हानिकारक कानून तैयार कित है वो पलंग पे बहुत सोनी चादर भी कोई आकर साधु या कोई भी डियर्स से बैठ मार-मार हंसना मंजूर होंडा 178 फिर पहुंच देने यदि आश्रम के गुरु गोविंद सिंह जी इतने कई लोगडे के गुरु गोविंद सिंह जी बांदा सिंह बहादुर आश्रम पहले बार मिले जापान ऐतिहासिक स्रोत चक्र के देखिए गुरु गोविंद सिंह जी दिए हैं तीसरी मुलाकात सी बांदा साहिब दो बार हो पहले मिल चुके सी एक बार जिन्होंने माधव दास अवध वरगिया दे टोल नल अनंतपुर साहब उदय गुरु गोविंद सिंह जी वो दोनों गोविंद राय सिंह के पहले मुलाकात तो थे दिया दूसरी मुलाकात हम भी आज तो गुरु गोविंद सिंह जी मैं शांतनु शोध तो बाद वापस ए रहे सी तक कांच बांदा सिंह बहादुर सिंह जी यदि आश्रम आंतों पहले गुरु गोविंद सिंह जी जो माधव दास दे आश्रम देने सिंह हंडे ने वो थे आश्रम जो बने बकरा अनु चटका दे देना स्टार्ट कर देंगे उठे देखें वाले स्टार्ट कर देंगे जाकर सारे हालकनामरे दे- नेता माधव दास न्यू बहुत ज्यादा गुस्सा होगा वो थ्री बैठा बैठा अंतर मंत्र पर ग जाता और देखना की मांगता मुद्दा नहीं बन जाता और ज्यादा गुस्सा ए जाएंi आ कौन है जीते थे मेरी विद्या असर ही नहीं हो रहा है लाल पीला होय है आश्रम बड़े सीन की है गुरु गोविंद सिंह जी विराजमान ने दग-धक करता रहने चेहरा सोनी दस्तार बनी हुई है कल की सजाई हुई है एक हाथ से बाज है एक मोटे सजाई हुई है दर्शन करके शांत हो जाता है गुरु गोविंद सिंह जी इनको कहते हैं आप दे तो कमान भी तोड़ देती है अभी तो खंजर भी तेरा सिकरिया अल सुबह अभी तक नहीं गया कुछ नहीं बोल रहा थोड़े टाइम बाद तो फिर ऊपर कार्ड मेरा सब कुछ बर्बाद हो गया पर फाड़ लेना गुरु साहब गुरु सॉन्ग मेरे गुरु मैं तेरा बांदा के मैं तेरा गुलाम उसे बंदे न्यू चक्की गुरु गोविंद सिंह जी बांदा सिंह बहादुर सिंह जी तो अमृतसर की आओ गुरु गोविंद सिंह जी ने चढ़े हते कठे होइए हालात सी के पंजाब दे साहिबजादे शहादत तो बाद लोग बिल्कुल डॉ हो गई सी जी मैं कहूं ना था कॉन्फिडेंस भी डॉ हो गया सी बहुत ज्यादा डॉ हो गए जी बहुत ज्यादा निराशा से चले गए पंजाब दे सिखों को गुरु गोविंद सिंह जी दे लिखे हुए हुकुम नाम में पहुंच देने की मैं आपदा सिख बांदा सिंह बहादुर पंजाब ने ब्राह्मण के नामियां बेटियां ने पुरानी है चिड़िया तलवार अनुज जंग ग चुकी थी पूरे पंजाब से खबर फेल चौधरी ने वो फिर जाके खबरान दे दिन देने सुबह सरहिंदों और फिर जाके खबरान दे दिन देने हक मानो राज रॉक लिया झंडा रॉक पढ़ने मलेरकोटला उन्होंने रॉक लिया जाता माल बेले हिजड़ी संगत हुंडी है सिद्ध बांदा सिंह बहादुर को उन्होंने इधर बांदा सिंह बहादुर बहुत बड़ा एक्शन देने समान के अंदर सिंगा अनेक ज्यादा शाहूकार लोग रहते इसी के भाई परवाह को पलकिया रख खंड हक देता हो ऐसी दिल्ली दे तख्त ने जी मैं का रहा हूं अजय देवगन शाहिद करने वाला जरा लात सिखाए सैयद जलालुद्दीन साहिब बांदा मेरे 4:00 बजे हमला कित जंदा सामने दे शाम हूंढते-हंधे सामने न्यू स्वाद है लक्खा रुपया उठो लुटे जंदा है ओ लक्खा रुपया लोट के बांदा सिंह बहादुर ने इसको बिना बांदा सिंह बहादुर पर जरा पैसा सीधा है उनको पता है की कल मेरे पे भी हमला कितना जाऊंगा वो तैयारी कर्णियां शुरू कार्ड यहां दे नाम से लोकतन कठे करने की अपना कर्म खतरेचा उदयपुर फौजी भी बहुत ज्यादा बद्दी सी वो देखो हाथी इसी उदयपुर वाले सिंह पहुंचे नहीं सीखेंगे उन्होंने रांची रॉक लिया जाता है उन्होंने रोकना कौन है उन्होंने रोकड़ा है शेर मोहम्मद मलेरकोटला वाला सीजी ने ठीक कहा हम बात कर दिया पर खिलाफ कोई एक्शन नहीं कित उन्होंने पूरा साथ देता वजीर खान होना इस तो बाद फिर मुश्किल बातें हमला कित जंदा मुस्काबाद हमला करके दिया बांदा सिंह बहादुर डा अगला निशाना है लोग फिर बांदा सिंह बहादुर देने बहुत अब चक्की हुई है वो हिंदू कुड़ियां डा ₹2 लाख तो ये रहा कम शिखा उस्मान खान उस्मान खान मुझे तो पता चल गया की पीर बुद्ध शाह ने गुरु गोविंद सिंह जी भी मदद की पिया दे दे के फिर बुद्ध शानू शाहिद कर देता सियासी कहते हैं वो नाडा पूरा शरीर मिट्टी चिडाबरूकता गया सी सिर्फ गार्डन होना दीवार राखी गई थी एक ग्राम गोंडवाना दे उत्त पद गया सी उन्नाव किड़िया ने पंछियों ने नच नच के खड्डते इस तरह उन्होंने शहादत हो उस्मान खान सिंह आए हैं बहुत ज्यादा जालम बांदा जुल्म कार्दशी का गौना भी हत्या कार्ड सिक बिना खून सी का गौना से चली सेठ का धंधा सिंगा दफा हो बांदा सिंह बहादुर ने फिर उस्मान खान भी पहुंच रही है जी वजीर खान मेरे थे की चल चला है सोचा नाम दे दे पति के गंदा मल्लू बाबा बांदा सिंह बहादुर के सचंद नेता मेरे नल बहुत तक का गीत है की मैं तो दुखिया में थोड़े बोल ना जंग लडूंगा बाबा बांदा सिंह बहादुर पतासी गीता थोड़ा फोन ग रही होगी सकता हारने सकता हरसी गए थे दो आप 42 के वो भी बांदा साहिब देखो पहुंच जान देने बांदा सिंह बहादुर हो पूरा तैयार सिहानते हमला कर ली बांदा सिंह बहादुर पहुंच गए 56 चीज दे मैदान उधरों वजीर खान भी बहुत बड़ी फौजी की वो देखो हाथी ने कोड दुकान बदले दी उन्होंने आखं सखी हुई है पापी नोशी शोधनाएं छप्पर जी दे मैदान डा गट ला देता जादा है बाबा बांदा सिंह बहादुर फतेह दी साड़ी वीडियो बस ये अलग पी हुई है की मैं बांदा सिंह बहादुर ने वजीर खान को सजा देती की मैं सच्चा नाम डन वह दिन नकचन नकल का के उन गलियां पिक मंगाई गई से ए गया ये वीडियो डी लिंक सी फादर ने जरूर देखें हुए वीडियो इसको बस फरहान अख्तर पढ़ कर देता हूं यार खान जोगी लिख देने योगी जी इसके बाद हुई थोड़ी डर थी बस्ती सरहद शहर की ईटन का देर थी बाबा बांदा सिंह बहादुर ने मुजरे अनु जमीन ना दे अकड़ भाई बांदा सिंह बहादुर कोई भी बात 2 करोड़ तो शेखर आजाद एक सिक्का एक मूर्ति एक कलंदर जारी कर देने बांदा सिंह बहादुर थोड़े से कई लोग बाबा बांदा सिंह बहादुर थे किंतु परंतु कर देने पर बांदा सिंह बहादुर ने अब दीजिए तथा सर सहारा गुरु गोविंद सिंह जी ने शहर बने ते गुरु नानक देव जी थे गुरु गोविंद सिंह जी वोट आसरा लेक ही हो चल जा सिक्का जारी कित उदयपुर नानक देव फतेह चल रहा है बाबा बांदा सिंह बहादुर केले दे| केले दे अंदर हो तो निकाल जाता है मेरे को होगी बांदा सिंह बहादुर है योद्धा मुंडा सक्रिय खान कमरुद्दीन मीर आतिश जरा दिल्ली डा फौजदार है ये तीनों करियर लेने ₹60000 के बाद दर्द देता ना तो भी थरथर कम देसी है तेरे की कर देने अंदर जाना भी राशन पानी सर बैंड कर देंगे रात न्यू पेस बादल के विनोद सिंह केंद्रे ने के नहीं बाहर जा मांगे बाबा कान सिंह बाबा विनोद सिंह डिप्टी बाबा बांदा सिंह फौजी अंदर ही रहने दिया कोई प्रबंध नहीं है पेट खाकर सीखने गुजर ने जानवर एक गंदे कोई बीमा सेक्सी मैं तो मेरी जाना सोचो कितना बड़ा टाइम से सीखने हो लेकिन ना प्यार सी हो ना वो हड्डियां दी मोटर मां के र गए पुरी मासी सारे एनल रहा करके बाबा बांदा सिंह बहादुर दी इजाजत तो बाद एलेरा दरवाजा खोल देता जादा उन्हें केले दे अंदर दाखिल हो जा ने अभी सोंठ और दिन देने बांदा सिंह बहादुर न्यू कैद कर लेने देने के उसे दिन हो दोनों पर्दा है सैनिक कानून फिर बांदा सिंह बहादुर दिल्ली कितना पानी अपना मजाक बनेगा पार्ले इन्होंने जुलूस मिला ले और 10 हजार सीखने हुए सीखे पता चले यह शेख जो दोस्त शेख मरदानी गिनती खत्म हो गया शेर करना शुरू करते उन्होंने बाल खुला शर्तें भी ये भी सिख मर्दा मा गया जुलूस दिल्ली दे लाल केले लेकर गए जुलूस बाबा बांदा सिंह बहादुर दी पत्नी बीबी सुशील को औरतें बाबा बांदा सिंह बहादुर दास सावतां शारदा पुत्र अजय सिंह भी शामिल थी उठो लाल केले तो बाबा बांदा सिंह बहादुर देव 251 ऐलान हूं सलीमगढ़ केलेच पे इस दत्ता गया बंदी बना लिया गया दूसरे 740 बाबा बांदा सिंह बहादुर दी पत्नी अजय सिंह रोज शाहिद करना स्टार्ट कर दो पहले 100 से कल्याण खड़ा है कुरान चुनाव सारे शिक्षित कर देते ज्यादा करता है टाइम खराब ना करो किसी ने भी बदलना होता है सिद्ध करो भी कभी होगी मीनू क्यों नहीं मारना है की तेरी मां दी फरियाद सुन ली गई है तेरी मां का रही है की तुझे नहीं है इस करके तेरी जान बक्श देती गई है खुश हो जा तू बहुत किस्मत वाला है तू बच्चे का जवाब पता किसी के अंदर मेरी मां [ __ ] बोल दिया गया कमरुद्दीन को कोई जवाब नहीं देगा नहीं मान्य बांदा सिंह बहादुर तब बांदा सिंह बहादुर सिंह न्यू बुद्धि गोदी से लेताया गया बाबा बांदा सिंह कत्ल कर बाबा बांदा सिंह बांदा सिंह बहादुर फिर कहना है की मेनू मेरे गुरु ने हुकुम दे के भेज दिया है की और ता बच्चियों ते बुद्ध आते बाहर नहीं करना की मेरे पुत्री था अजय जी तेरा पुत्र भी हंडा ना मैं उड़ते भी बाहर नहीं करना है फिर बाबा बांदा सिंह बहादुर दे उत्तर न्यू लता तो पर्दा है देख तेरा खून बाबा बांदा सिंह बहादुर थे मुंह ते बुलाया जाता है पर जीनू गुरु गोविंद सिंह डा थापड़ा मिले हो गए 10 तानों के मेरी मौत देती जावे बाबा बांदा सिंह बहादुर केंदे ने की मरते जमादार सन करें की गुरु गोविंद सिंह जी डा शेखर अन्यथासी है चालान तो बाद भी अभ्यारण टोनी डोलिया हां एक पिक खिचड़ी गम करके बाबा बन्ना सिंह मा दर्दी साजिया मेरी गई अक फोड़ देती गई फिर खब्बू पर कैट देता गया फिर सजा प्यार करता गया एक बाबा बांदा सिंह बहादुर जिया करो की अगली वीडियो के टॉपिक पर बनाया साड़ी वीडियो देख रहे हो तनु सपोर्ट कर ली सब्सक्राइब जरूर कर दे करो साड़ियां वीडियो अपने बच्चियों न्यू जरूर दिखाए करो भाई रुचि का खालसा वाहेगुरु जी की फतेह