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Inductive Effect and Groups in Chemistry

Hello Students, Continuing Inductive Effect तो Inductive Effect में हम लोगों ने पहले थ्यूरी पढ़ ली थी अब Types of I Groups पढ़ेंगे कि I Group कितने तरह के होते हैं तो I Group टू Types के होते हैं एक तो है Minus I Group और दूसरा है Plus I Groups Minus I एक Plus I Groups माइनस आई ग्रुप्स एंड प्लस आई ग्रुप्स माइनस आई ग्रुप्स तो वो है जो इलेक्ट्रोन विड्रॉ करते हैं सिग्मा बॉंड के इलेक्ट्रोन्स को खींचते हैं और प्लस आई ग्रुप्स है जो इलेक्ट्रोन डोनेट करते हैं नेगेटिव आई ग्रुप्स दीज आर सिग्मा बॉंड इलेक्ट्रोन दीज आर सिग्मा बॉंड इलेक्ट्रोन विड्रोइंग रूप्स सिग्मा बॉंड इलेक्ट्रोन विड्रोइंग और अट्रैक्टिंग रूप्स भी कह सकते हैं जो भी सिग्मा बॉंड की इलेक्ट्रोन को अट्रैक्ट करते हैं वे सभी ग्रूप माइनस ठीक है, अब इनका relative strength है, वो हमें याद रखना पड़ेगा यहाँ पर, एक order है, जो एक दूसरे के respect में निकाल गया है, experimental order है, तो यहाँ लिखिए, relative strength of various minus i groups, और ये order है जिसमें सबसे उपर है n F3+, उसके बाद है n R3+, फिर है s R2+, यहां bond जो मैंने छोड़ा है इसका मतलब वो किसी carbon chain से जोड़ा हुआ है, ठीक है, फिर है n H3+, फिर इसके बाद में है nitro, SO3H, Cyanide, फिर Aldehyde, Ketone, उसके बाद में Carboxylic Acid, Fluoro, Fluorobromoiodo तो वह ग्रुप और ग्रुप वह उसके बाद में है सी ट्रिपल बॉंड सी फिर है एनेच टू फिनाईल ग्रुप विनाईल एंड हाइड्रोजन और ग्रुप्स इतने ही नहीं होते हैं ग्रुप्स तो बहुत सारे होते हैं तो उनमें से जो ज्यादा इंपोर्टेंट है जिनका यूज आता रहता है वह ग्रुप्स हम लोगों ने यहां लिख लिया है यह भी लर्न कर लोगे तो बहुत है इनका यूज डायरेक्ट और इंडायरेक्ट आने वाला है हर चेप्टर में ठीक है अच्छा इसे कम से कम भी तरफ टाइम्स आप लोग लिखोगे इसे और जब तक यह बिना देखे पूरा एक बार ना लिखा जाए तो तब तक आप उसे लिखते रहो, पाँच बार क्यों चेह, जब तक आप लोगों को ऐसा हो जाए, और एक बार भी इसे बिना देखे लिख पाओगे, तो उसके बाद आगे मत लिखना, और एग्जाम्पल्स जब आएंगे, तो आप लोग इसे आसानी से याद कर पाओगे, औ तो वो electron withdraw करेगा, खीचने के कोशिश करेगा Nitro, C double bond, N double bond, O है और एक coordinate bond है Nitro group का structure कुछ इस तरह का होता है यह Nitro group है तो Nitro group में इतने सारे oxygen है, खुद nitrogen है, coordinate bond है तो इसमें भी plus, minus है, यहां plus होता, यहां minus होता है Donor atom पे positive आएगा, every drink acceptor पे negative आएगा तो यहाँ positive charge है इसलिए electron withdraw करता है इससे भी 3-3 oxygen है यहाँ sp carbon है ठीक है यह electron withdrawing group है हाँ प्रशनी यह उड़ता है कि फ्लोरिन की तो तो वो तो एलेक्ट्रो नेगेटिविटी थी कि एलिमेंट एक एटम के लिए डिसाइड की जाती है लेकिन यहां जो ग्रुप है पूरा का पूरा ग्रुप है उसका ओवर ऑल इफेक्ट मॉलिक्यूल पर क्या दिखाई देता है वो एक्सपेरिमेंटल ओर्डर यहां लिया ग तो वह ऑर्डर ही एक्सप्लेन किया गया है यहां पर इस एग्जांपल में यहां एक फ्लोरीन क्लोरीन ब्रोमिनायोडिन तो कोई विशेष बात नहीं है यही होना चाहिए ऑर्डर ऑक्सडन की लेक्ट्रो नेगेटिविटी नाइट्रोजन से ज्यादा होती है तो ऑक्सडन ग्रुप आई गया पहले यह कार्बन कार्बन होने के बावजूद भी नाइट्रोजन से पहले आ रहा है कार्बन की लेक्ट्रो नेगेटिविटी तो कम होती है बट अ SP carbon की electro negativity SP3 nitrogen से ज़्यादा होती है कारण यह है कि S character बढ़ने पर S character ज़्यादा होगा तो orbital nucleus के ज़्यादा पास होगा तो electron withdraw करने घीचने की tendency बढ़ेगी तो S character ज़्यादा है यहाँ पर इस कारण से carbon की electro negativity exceptional case है nitrogen से ज़्यादा हो जाती है वह एक नोट डाल कर लिखवा देता हूं यहां तक लिखो यह एक एक्सेक्शन केस याद रखना है आप लोगों को वैसे आप लोगों को पता है कि इलेक्ट्रो नेगेटिविटी बहुत से factors पे depend करती है directly proportional to percent S character भी होती है ठीक है percent S character SP में सबसे जादा होता है तो electron negativity की बात करें हम लोग carbon के लिए तो carbon में SP carbon की electron negativity जादा होगी SP2 से और SP3 से भी आपको बताया था मैंने SP3 में 25% S करेक्टर है यहां 33.33% S करेक्टर यहां 50% S करेक्टर 50% P करेक्टर इसी तरीके से nitrogen में भी ऐसे होना चाहिए अगर कोई nitrogen SP है SP2 है और SP3 है तो यही order आता है इसमें भी कोई दिक्कत नहीं है इन दोनों को अगर एक साथ रखा जाए तो order क्या होता है तो यह समझ लीजिए इस case में अगर nitrogen sp है nitrogen और carbon का different hybridization के basis पर electro negativity का difference कर रहे हैं तो sp carbon की nitrogen की electro negativity ज्यादा होगी sp2 की कम होगी लेकिन sp3 nitrogen से पहले यह sp3 nitrogen से पहले sp carbon आता है ठीक है और sp2 carbon बाद में है और sp3 carbon तो और बाद में आएगा इसलिए यह आपको याद रखना होगा कि exceptionally sp carbon की electro negativity sp3 nitrogen से जादा होता ही है इसी कारण से वो carbon carbon triple bond की minus i effect भी NH2 से जादा था चेके next है plus i groups यह सेकंड ही होगा प्लस आई ग्रूप्स प्लस आई का मतलब एलेक्ट्रोन डोनेट करने वाले ग्रूप है न यह सिग्मा बॉंड डोनर ग्रूप्स सिग्मा बॉंड डोनर यह डोनेटिंग ग्रूप्स डोनेटिंग ग्रुप्स चुके यहां भी इनका रिलेटिव ऑर्डर है वह रिलेटिव ऑर्डर लिख सकते हैं आप लोग रिलेटिव स्ट्रेंथ है इसमें सबसे अधार एलेक्ट्रोन डोनेट करने की नीचर होती है सी एच टू माइनस की फिर होती है एनएच टू माइनस की फिर होगी O-फिर है COO-फिर है Tertiary Alkyl Group Tertiary Alkyl Group Secondary Alkyl Group प्राइमरी एलकाइल ग्रुप सुपर प्राइमरी मतलब सीएच ट्री लेते हैं ड्यूटीरियम एंड हाइड्रोजन हाइड्रोजन का आई एफेक्ट सबसे कम है माइनस आई में भी सबसे कम है प्लस आई में भी सबसे कम है इसका इफेक्ट जीरो मना जबकि जो positive थे NH2 plus वो electron withdraw कर रहे थे बिल्कुल उसका reverse concept है इनके पास electron ज़ादा है देखो oxygen है oxygen oxygen की electron negativity तो ज़ादा होती है ना तो ये तो electron withdraw करना चाहिए लेकिन oxygen neutral हो OH के form में OR के form में तब तो electron withdraw करता है लेकिन O minus आ गया minus आ गया तो भाई उस पे electrons बढ़ गए इसलिए वो electron donate करने लगता है इन तीनों में अगर comparison करना चाहो तो बहुत असान है है तो सभी minus negative charge यहाँ मतलब oxygen की electron negativity जादा होती है electron खीचने की tendency जादा होती है तो donate करने की tendency तो carbon के respect में कमी होगी तो इन तीनों में comparison करें तो electronegativity के basis पे साफ दिखाई दे रहा है कि यह जादा electronegative है यह कम है और यह और कम electronegative है जितना कम electronegative होगा उतना ही आसाने से electron donate कर लेगा इसमें और इसमें कंपेरिजन करें तो यहां ओ माइनस बिल्कुल डायरेक्ट ली जुड़ा हुआ यहां ओ माइनस एक आवन डिस्टेंस पर है तो डिस्टेंस बढ़ने भी एफेक्ट कम होता है अब टर्शरी सेकंडरी प्राइमरी किस तरह से लेक्ट्रोन राइट करते हैं उसकी बात करेंगे इनको पहले लर्न कर लीजिए चेकें यह भी सुपर प्राइमरी कहलाता है कहीं वह गाइस जगह इसको जीरो डिग्री भी बोल रखा है मैं प्राइमरी बोलता हूं सुपर प् नहीं कहा था कि मीथाइल है मीथाइल एक्ट्रोन डोनेट करता ही क्यों है यह है मीथाइल मीथाइल एक्ट्रोन डोनर ग्रुप है न प्लस आई ग्रुप है यह प्लस आई ग्रुप किस कारण से है उसके बारे में बात करते हैं देखो कारबन की एक्ट्रोन नेगेटिविटी तब कारबन की एलेक्ट्रो नेगेटिविटी जादा है तो कारबन हाइड्रोजन से एलेक्ट्रोन विड्रॉग कर लेगा, कीच लेगा, तब जब कारबन पर एलेक्ट्रो नेंसिटी बढ़ जाएगी तो एलेक्ट्रो नेंसिटी करने लगेगा, इसलिए मीथा एलेक्ट्रो यहां भी CS3 जुड़ा हुआ है, यहां भी CS3 जुड़ा हुआ है, यह secondary group हो गया, तो यह CS3 पर सभी H ने electron donate किये carbon पर, carbon पर electron density बढ़ गई तो इसने electron donate किये, ऐसे ही इस methyl ने electron donate किये, तो यहां तो electron negativity, electron density काफ़ी बढ़ जाएगी उस दूसरे के अपरिक्षा, methyl के अपरिक्षा, तर्शरी का यह सेकंडरी है सेकंडरी का टर्शरी प्राइमरी से तो ज्यादा ही होना चाहिए एक और मिथाइल लगा दूं जिससे टर्शरी हो जाएगा तो उसका आई एफेक्ट और ज्यादा बढ़ जाएगा तो एलकाईल ग्रुप आई एफेक्ट किस तरह से शो करते हैं तो अबिस्टली C2H5 का ही होगा क्योंकि इस पे दो दो कारबन जोड़े हुए हैं तो एलकाईल ग्रूप्स के लिए फ़ॉर एलकाईल ग्रूप्स के लिए I effect प्लस I effect डारेक्टली प्रोपोर्शन होता है नमबर आफ कारबन एटम्स नमबर आफ कार्बन एटम्स यह तब काम करता है जब डिग्री सेम हो सेम डिग्री ठीक है अगर प्राइमरी सेकंडरी टर्शरी इस तरीके से है तो नहीं वो तो अलग तरीके से दिखा जाएगा यह भी प्रामरी यह भी प्रामरी तो दोनों इलेक्ट्रोन जिसमें ज्यादा है उसका प्लस आई एफेक्ट है ज्यादा होगा अच्छा बात अभी चल रही थी कि ओएच तो माइनस आई वाला ग्रुप है तो ओ माइनस प्लस आई वाला क्यों हो गया है लोग इस पर एक टू नेंसिटी ज्यादा है देखो माइनस कभी अकेला नहीं होगा इसके साथ में कोई कैटाइन भी होगा सोडियम प्लस रोमेन प्लस कुछ आज सोडियम प्लस मेटल प्लस कोई ना कोई तो हो गई होगा देखो इन दोनों में डिफरेंस क्या है यह तो है कोवलेंट वांड जो एलेक्ट्रोन की शेयरिंग से बनता है और यह है आयोनिक बॉड जो कि कंप्लीट एलेक्ट्रोन ऑक्सिडेंट पर एक्ट्रोन उसी ऑक्सिडेंट पर कार्ड पर सोडियम पर आउटर मोड शेल में लेक्ट्रोन नहीं ठीक है तो यह आयोनिक वांड है आयोनिक बॉंड में अगर प्लस माइनस ना भी लिखा जाए यहां भी तो नहीं लिखते हैं तो आप यह नहीं समझ लेना कि इनके बीच में बॉंड है इनके बीच में केवल आयोनिक अट्रेक्शन बॉंड है अट्रेक्शन है ठीक है तो कैसे पता पड़ेगा कि इसमें आयो शायद उसकी value है 1.7 है या 2.1 है वो आप periodic table में देखना तो जब अच्छा कासा electron negativity का difference हो तो bond, ionic bond होते हैं complete electrons को transfer कर लेते हैं है ना तो इन metals में और oxygen में तो अच्छा कासा होता है वो भी ये basic metal है first group का तो उसका तो electron negativity काफी कम होती है difference काफी ज़्यादा होता है इनका हाथ में कहा था कि इसने electron coronate की को कि इसमें negative charge है तो यह एलेक्ट्रोन पुष्ची करेगा चेके इसी तरीके से COOH तो माइनस आई ग्रुप है और COO-प्लस आई ग्रुप है कारण आपको बताई दिया मैंने क्योंकि इस पर एलेक्ट्रोन डेंसिटी बढ़ गई तो यह आगे एलेक्ट्रोन डोनेट करेगा यह भी डोनेट कर तो भाई इसमें कोई आई एफेक्ट नहीं है, कोई आई एफेक्ट नहीं है, कैसे, यह भी SP3 कारबन, यह भी SP3 कारबन, यह भी SP3 कारबन, यह SP3 कारबन कोई एलेक्ट्रोन का आदान प्रदान नहीं करेंगे, ना तो एलेक्ट्रोन देंगे ना लेंगे, यह पोलर ही नहीं है डाइपोलमेंट नहीं है इस डाइपोलमेंट क्या इंडक्टिव फैक्ट नहीं है एग्जांपल नंबर एक की बात करें कि यह ट्रिपल बॉंड है डबल बॉंड है तो ट्रिपल बॉंड में परसेंटेस करेक्टर ज्यादा होता है एक मनेज कि ट्रिपल बॉंड में परसेंटेस करेक्टर ज्यादा होता है यह स्पीड टू कार्बन यह भी स्पीड टू कार्बन थोड़ा बड़ा बनाता है यह भी sp2 carbon यहां भी sp2 carbon और यहां sp है यह भी sp है तो s character तो इसका ज्यादा है है तो दोनों carbon लेकिन percent s character ज्यादा होने की करण यह electron withdraw करने की निचे रखेगा तो यहां i effect है इसका minus i effect है clear है एक्सांपल नंबर नाइन्थ इस एक्सांपल में मैंने एक ओर्गनो मेटलिक कमपाउंड लिया है ओर्गनो मेटलिक कमपाउंड समस्ते हैं जिसमें ओर्गनिक मतलब कार्बन वाला पार्ट और मेटल वाला पार्ट आपस में डारेक्टली बॉंडेड हो यह एक गिगनार रियजेंट कहलाता है वहागे हम लोग डिटेल में पढ़ने वाले हैं ओर्गनो कि मैटलिक कंपाउंड जिसमें कार्बन और मैटल का डायरेक्ट बॉंड हो कार्बन और मैटल का डायरेक्ट बॉंड हुआ और गुणो मैटलिक कंपाउंड इसमें कार्बन का और मैटल मैगनेशन का डायरेक्ट बॉंड है अब तो यह तो मैगनीशियम है, मैगनीशियम भी एलेक्ट्रो डोनेट करेगा, तो डोनेट करेगा तो यहाँ एलेक्ट्रो नेशिटी बढ़ जाएगी, तो इस पर बढ़ गई, एलेक्ट्रो नेशिटी बढ़ जाएगी, नेगेटिव हो जाएगा, इस पर एलेक्ट्रो नेशि� कोई कार्बन इस तरह का हो और यह ओरगोनो मेटालिक कंपाउंड है जब लिथियम के साथ में तो भी यह एलेक्ट्रोन डोनेटी करेगा यह प्लस रहेगा तो यहां माइनस चार्ज होगा यहां भी पार्शल पार्शल माइनस चार्ज होगा ठीक है तो और गणों मैटली कंपाउंड में मैटल एक्ट्रोन डोनेट करेगा कार्बन को यह कर लिया होगा चलो एक क्वेश्चन के फॉर्म में एक क्वेश्चन करते हैं आपको आई फैक्ट का ओर्डर बताना होगा नहीं है एक आदम पर और लेना है मुझे ए यह एग्जांपल है इस एग्जांपल में COO-है और यहां OH है हमें यह बताना है कि एलेक्टोन की सौर मूव करेंगे तो ओक्सिजन की एलेक्टोनेगिटिविटी जादा होती है ओएस तो एक माइनस आई ग्रूप है और COO-जो है वही प्लस आई ग्रूप है तो माइनस प्लस आई ग्रूप है यह वाला तो और यह माइनस आई ग्रूप है तो यह एलेक्टोन विड्रॉआ करेगा यह डोनेट करेगा तो इलेक्ट्रोन का movement इस direction होगा इसकी तरफ ऑक्सिन की तरफ ठीक है इस तरह से इलेक्ट्रोन move करते हैं जैसे example number 12 लेता हूँ और इस example में यह aster है ठीक है और यहां O, N है तो aster तो इलेक्ट्रोन विड्रो है ही करता ही है और O सोडियम के साथ आ गया तो minus ही होगा इस पर लिख के दिया जाए या न दिया जाए ये minus मतलब plus I effect वाला group है O minus electron push करेगा तो ये electron donate करेगा और वो electron बिड्रो करें ठीक है इस तरीके से electrons का direction शो किया जाता है केवल sigma bond पे ये oxygen जैसे इस double bond में है तो अब एक bond sigma bond पे होगा pi bond से मतलब नहीं अब कोई भी bond sigma हो सकता उसी पे शो कर सकता है दोनों पे शो नहीं करना है नेक्स्ट है एक क्विशन लिखते हैं इसमें आपको आडर बताना है प्लस आई या माइनस आई का तो जैसे इसमें सी एच थ्री है यहां सी टू एच फाइव है यह तो मैंने एग्जाम्पली करा दिया अभी अभी यहां सी एच टू सी एच टू सी एच थ्री है और यहां ब तो यहाँ plus i का order बताना है कि किसका plus i effect जा रहा है तो अभी अभी बताया था carbon का number बढ़ेगा सभी primary है यह सभी यह भी primary है यह भी primary यह primary और यह भी primary तो carbon का number बढ़ने के साथ साथ plus i effect बढ़ता है यह nitro group लगा हुआ एक carbon छोड़कर और यहाँ chlorine लगा हुआ एक carbon छोड़कर और plus minus i का order बताना है हमें तो इसमें भी कुछ सोचने वाली बात नहीं है हमने अभी अभी order पढ़ा है नाइट्रो का minus i फेक्टर क्लोरीन से जादा होता है ये भी एक carbon distance पर ही है ये भी एक carbon distance पर ही है तो इसका ही जादा होगा ठीक है कोई इक्कत वाली बात नहीं है थर्ड में मान लीजे नाइट्रो दो carbon distance पर है और एक में क्लोरीन directly जुड़ा हुआ है अब क्या करें क्योंकि distance बढ़ने के बारे में तो minus i effect decrease हो जाएगा और ये तो सामने ही बैठा हुआ है chlorine तो किसी first atom पर ही तो फिर कैसे होना चाहिए ये तो experimental order है तो ठीक है बिल्कुल experimental order ही है पर जातर experimental order का analysis करके देखा गया है कि distance factor एक काफी भारी factor होता है effective होता है तो distance किसका हदा है इसका हदा है तो इसका effect और कम होगा ठीक है तो distance के कारण इसका effect कम होगा एक order like learn कर लेना dnp यह hard and fast rule नहीं है कि हर जगह काम कर जाएगा फिर भी समझ लेना d means है distance n means है number और p means है power power मतलब strength distance number और power पहले आपको distance देखना है distance same है तो फिर number देखना अभी बताता हूँ किस तरह से फिर पावर तो देखते हैं कि पावर मतलब strength किसके आदा है नाइट्रो की या क्लोरिन की तो हम लोगों ने ये distance वाला concept यहाँ काम कर गया कि इसमें distance जादा है तो इसका minus effect जादा होगा sorry उल्टा कर दिये तुम्हें ने ये उल्टा कर दिये तो सही करना क्लोरिन का minus effect जादा होगा क्योंकि इसका distance कम है अब number की बात करते हैं कि यहां फ्लोरीन है दो दो फ्लोरीन लगे हुए हैं और यहां क्लोरीन डायरेक्टली जुड़ा हुआ है अब इतने डिस्टेंस डिस्टेंस मैंने कहा ना जड़ा बड़ा फैक्टर है चैनल मर है इस पर दो दो फ्लोरीन कर दो कर दो इसमें एक ही क्लोरीन तो ट्रेक्शन कम होना चाहिए पर डिस्टेंस भी तो बहुत ज्यादा है पहले डिस्टेंस को देखना है तो डिस्टेंस बहुत ज्यादा है तो इसका माइनस आई एफेक्ट का अगर ओर्डर की बात करें तो इसका माइनस आई एफेक्ट कम होगा सील कि फ्लोरीन का और इंटर कंपेरिजन करें तो क्लोरीन का तो इससे तो कम हैगा ठीक है माइनस आई फैक्स जा रहा होगा एक बार और लिख लेते हैं इसी को अब अब मैंने कहा था कि यहां फ्लोरीन है 22 और यहां सीएच टू सीएच टू इस तरीके से हैं अजय को और यहाँ direct CL जुड़ा है तो मैंने कहा था कि distance बढ़ गई ना तो distance बढ़ने कारण effect कम हो जाएगा तो minus i effect अगर order पूछा है तो यह होना चाहिए example number 6 है जैसे कि यहाँ nitro था वैसे ही मैंने यहाँ यह लो एक carbon distance पर nitro है और यहाँ एक carbon distance पर ही chlorine है और वो भी 3 chlorine है एक carbon के बाद ही है यह भी एक carbon के बाद ही है अभी मैंने कहा distance को देखना है तो distance तो equal है एक carbon के बाद है फिर देखना है number और नहीं देखनी तो भाई तीन तीन chlorine है वो तीन तीन chlorine मिलकर एक बड़े से group को पचाड़ देंगे और minus i effect में इसका minus i effect जादा होगा number का importance दिये तो समझ गया होंगे ये वैसे experimental order मैं फिर बोल देत हम बता नहीं सकते हम तो जो हमको बता दिया बुक्स में से या आपको बताया जा रहा है उसके experimental data को देखकर यह order लिखा गया है जिससे मेरे learn करना पड़ेगा फिर भी अगर concept ऐसा आ जाये तो फिर इस concept के बेसिस पर आप question को कर सकते हैं तो यहां तक हम लोग inductive effect पढ़ रहे हैं अब inductive effect की application एक साथ नहीं लेंगे अभी नहीं लेंगे वैसे तो books में जब induct effect पढ़ाया जाता है तो उसकी application साथ ही बताई जाती है but मैं केवल induct effect की थिवरी बताऊंगा फिर पहले resonance की थिवरी बताऊंगा फिर उसके बाद मैं hyperconjugation की थिवरी बताऊंगा पहले तो हम थिवरी पढ़ेंगे कि होता क्या है उसके बाद application पढ़ेंगे और application फिर तीनों का एक साथ ही एक molecule पे apply करेंगे क्योंकि अगर question आता है तो यह नहीं होता है कि किबल high effect का question है कि resonance effect का question है question आता है तो पूरा कहीं से भी आ सकता है तो हम उसी तरीके से practice करेंगे ओके, thank you