बेसिक क्लियर करने के लिए 'केमिस्ट्री बेसिक्स बाय सुनील सर' देखना चाहिए
महत्वपूर्ण टॉपिक्स: चेंज, केमिकल रिएक्शंस, बैलेंसिंग, लिमिटेशंस, कांबिनेशन रिएक्शंस, डिस्प्लेसमेंट रिएक्शंस, डबल डिस्प्लेसमेंट रिएक्शंस, रेडॉक्स रिएक्शंस, ऑक्सिडेशन का दैनिक जीवन पर प्रभाव।
चेंज (परिवर्तन)
परिवर्तन (Change): किसी पदार्थ के केमिकल या फिजिकल रूप में बदलाव।
केमिकल कंपोजिशन: परिवर्तन या ना-परिवर्तन के आधार पर
हाँ: केमिकल चेंज
ना: फिजिकल चेंज
शारीरिक गुण (Physical Properties): आकार, आकार, और फिजिकल स्टेट
केमिकल और फिजिकल चेंज का उदाहरण
फिजिकल चेंज: पेपर का दो भागों में कटना
केमिकल चेंज: पेपर का जलना (ऑक्सीजन के साथ इंटरेक्शन, अशर, हिट और लाइट एनर्जी का निर्माण)
केमिकल रिएक्शंस
एक प्रक्रिया जिसमें केमिकल चेंज होता है जिससे नए पदार्थ बनते हैं
Seqential Topics: बैलेंसिंग, लिमिटेशंस इत्यादि।
बैलेंसिंग केमिकल इक्वेशंस
महत्व: इसकी जरूरत मास की कंजर्वेशन लॉ के अनुसार
अनबैलेंस इक्वेशन: जब दोनों तरफ एटम्स की संख्या समान नहीं होती
बैलेंसिंग के चरण: सबसे पहले वर्ड इक्वेशन, फिर स्केलेटल केमिकल इक्वेशन, अंत में बैलेंसिंग।
लिमिटेशंस ऑफ केमिकल इक्वेशंस
फिजिकल स्टेट्स की जानकारी नहीं देती
कंसंट्रेशन की जानकारी नहीं देती
कांबिनेशन रिएक्शंस
दो या अधिक रिएक्टेंट मिले और एक प्रोडक्ट बनी
उदाहरण: बर्निंग ऑफ मैग्नीशियम रिबन
कम्पाउंड बनाना: कंपाउंड से कंपाउंड, एलिमेंट से एलिमेंट, एलिमेंट से कंपाउंड
डिस्प्लेसमेंट रिएक्शंस
रिएक्टिविटी के आधार पर एक तत्व दूसरे को रिप्लेस करता है
परिणाम: एक तत्व कंपाउंड बनाता है, दूसरा मुक्त होता है
उदाहरण: आयरन + कॉपर सल्फेट → आयरन सल्फेट + कॉपर
डबल डिस्प्लेसमेंट रिएक्शंस
डबल रिप्लेसमेंट में कटायन्स और अनायन्स का एक्सचेंज होता है