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Understanding Success and Challenges in the Food Business

घर में बिरयानी खाता हूं उसपे 1000 करोड़ का बिजनेस बनता कैसे है आप जैसे बिरयानी में 1000 करोड़ कह रहे हैं mcdonald's वर्ल्ड में करीब 40000 आउटलेट है और उनका 200 बिलियन डॉलर की वैल्यूएशन है इंडिया में सिर्फ reliance1 करोड़ का बिजनेस बना दिया कंसिस्टेंसी क्वालिटी कभी कंप्रोमाइज नहीं करी उनका 50 का भी पिसा है और 00 का तो उन्होंने इंडिया में सबके लिए बनाया आई आल्सो फील नोस का वन ऑफ द पिटल मोमेंट था 30 मिनट डिलीवरी स्टार्ट कर माइंड शेयर क्रिएट कर लिया इंडिया में सबसे ज्यादा बिरयानी कौन सी सिटी खाती है हैदराबाद वो लोग तो नाश्ते में दोपहर को रात को सेकंड चेन्नई होगी थर्ड बेंगलोर क्या इंडिया में लोग ज्यादा बाहर खाना प्रेफर करते हैं कि घर में डाइनिंग आउट थोड़ा ज्यादा ग्रो करता है देन डाइन इन सबसे ज्यादा सेल कौन से फेस्टिवल में बढ़ती है हमारे केस में न्यू ईयर्स ड य थिंक इंडिया इज अ वेज ईटिंग कंट्री और न इंडिया इज क्वाइट अ वेज पर बिरयानी में 70 75 पर नॉनवेज है 25 से 30 पर वेज है कई बार लोगों को लगता पंजाब नॉनवेज होगा पंजाब इज अ वेज ईटिंग पंजाब इज वेज ईटिंग साउथ में 80 90 पर नॉनवेज है पंजाब में वेज है 6070 पर चिकन और मीट में बहुत ज्यादा मिलावट चलती है तो कैसे आइडेंटिफिकेशन ये यूके इमीग्रेशन स्पेशलिस्ट हैं और ये एंड टू एंड सपोर्ट देते हैं जैसे बिजनेस सेटअप करने में बैंक अकाउंट खोलना वेबसाइट क्रिएट करना और यूके बेस्ड ऑफिसर्स असाइन करना और भी बहुत कुछ इसके अलावा वो होम ऑफिस इंटरव्यूज के लिए मॉक ट्रेनिंग भी प्रोवाइड करते हैं और ये नहीं ये आपको अनलिमिटेड लीगल एडवाइस भी प्रोवाइड करते हैं फॉर वेरियस बिजनेस नीड्स ऑफ योर कंपनी इन दी यूके ये आपको अपना बिजनेस सेटअप करने में वीजा रिक्वायरमेंट्स में और बिजनेस यूके में सक्सेसफुली इस्टैब्लिशमेंट देते हैं आज ही के साथ डिस्कवरी कॉल बुक करें और चेक करें अपनी एलिजिबिलिटी फॉर सेल्फ स्पंस परशिप वीजा टू द यूके मैंने लिंक आपके लिए डिस्क्रिप्शन में डाल दी है इफ यू आल्सो वांट टू एक्सपेंड योर बिज़नेस इन द यूके देन प्लीज चेक आउट द लिंक इन द डिस्क्रिप्शन ये तो गई अब्रॉड में बिजनेस सेटअप करने की बात अब बात करते हैं इंडिया में बिजनेस की इंडिया में फूड एक इमोशन है और हर घर में एक पर्सन होता है जिसका ड्रीम होता है टू स्टार्ट अ फूड बिज़नेस सो आज के एपिसोड में हमने जाना कि कैसे खाने का बिजनेस बनाते हैं कैसे घर से एक छोटा सा बिजनेस शुरू करके उसे स्केल करते हैं कैसे ऑर्डर्स लाते हैं और कैसे वर्ल्ड वाइड बिजनेसेस सक्सेसफुल या फेल होते हैं हमने इस सब पे बात करी आज के हमारे गेस्ट से जो है बिरियानी बाय किलो के फाउंडर विशाल जिंदल पर आगे बढ़ने से पहले हमारे इस चैनल को सब्सक्राइब कर लीजिए ताकि हम आपके लिए इससे कई ज्यादा इनसाइटफुल एपिसोड लाते रहे और इस पूरे एपिसोड के छोटे-छोटे वीडियोस देखने के लिए राज समानी क्लिप्स एंड राज समानी शॉर्ट्स चैनल को जरूर सब्सक्राइब कीजिए हमारे सारे एपिसोड्स का ऑडियो वर्जन spotify.com [संगीत] लशन हज करोड़ से ज्यादा है तो हज करोड़ का बिजनेस कितने सालो में बना 2015 से शुरू किया था तो 9 साल हो गए ठीक ठाक टाइम लग गया 9 साल में हज करोड़ हर साल 100 करोड़ मारा हमने कह सकते हो कह सकते हो कह सकते हो पर उससे ज्यादा खुशी है कि 100 आउटलेट हो गए और 40 से ज्यादा सिटीज में हो गए पर एक बात बताओ जब दुनिया में इतनी टेक्नोलॉजी हो रही है दुनिया कहां से कहां जा रही है घर में बिरयानी खाता हूं उसपे हज का बिजनेस बनता कैसे है नहीं नहीं बड़ा अच्छा क्वेश्चन है एंड आई विल गिव यू वन एग्जांपल आप जैसे बिरयानी में 1000 करोड़ कह रहे हैं mcdonald's वर्ल्ड में करीब 40000 आउटलेट है हम और उनका 200 बिलियन डॉलर की वैल्यूएशन है इंडिया में सिर्फ reliance1 100 बिलियन तो मै तो स्केल इतना बड़ा है आप यह देखिए इंडिया में केएफसी है हज हजवाने पहले बना था मेरे ख्याल से मार्च या फरवरी में 204 में और हर आउटलेट करीब 5 करोड़ साल करता तो 5000 करोड़ का केएफसी इंडिया में बिजनेस करता है जब कि आप देखिए कि हिंदुस्तान यूनिलीवर ने जो उनका सबसे बड़ा ब्रांड है वो सर्फ एक्सल है जो 1959 में शुरू किया था व 8000 करोड़ करता है और हिंदुस्तान लेवर के पास मेरे ख्याल से सर्फ एक्सल के अलावा कोई नहीं है जो 5000 करोड़ से बड़ा हो सब लाइफ बॉय लक्स फेर एंड सब दो 3000 करोड़ के हैं तो आप समझ लीजिए कि कितना बड़ा बिजनेस है ज mcdonald's इंडिया में बिजनेस अ इंडिया में जो वेस्ट लाइफ जो एक मास्टर फ्रेंचाइजी है उनका 00 करोड़ का रेवेन्यू है और दूसरी जो कनाट प्लाजा है उनका भी करीब 00 करोड़ का रेवेन्यू होगा प्रॉफिटेबल है हां हां काफी प्रॉफिटेबल है काफी प्रि बीच में तो काफी इनकी कंट्रोवर्सी आई थी ना कि बंद हो रहे स्टोर्स या चल नहीं पा रहे हैं या प्रॉफिटेबल नहीं है नहीं वो थोड़ा सा जो मास्टर फ्रेंचाइजी था कनाट जो नॉर्थ इंडिया में विक्रम बक्षी उनके साथ थोड़ा मैकडोनाल्ड का इश्यूज थे पर वो पर बिजनेस तो बहुत स्ट्रांग है जो वेस्ट लाइफ का जो आज भी वैल्यूएशन आज के दिन जो साउथ और वेस्ट वगैरा है हार्ट कसे हां जो मास्टर फ्रेंचाइजी मैडो का तो करीब 12 1 हज करोड़ की है ाज करोड़ का रेवेन्यू है करीब 500 600 आउटलेट्स हैं 500 आउटलेट तो इट्स अ बिग बिजनेस कि क्या इसमें धंधा करना आज के जमाने में प्रॉफिटेबल है बन सकता है नहीं प्रॉफिटेबल सारे धंधे होते हैं ऐसा नहीं है उसको करने का तरीका है जैसे रा फिर से मैं कहता हूं रामेश्वर कैफे अभी हल्दीराम का मतलब या बकनर वाले का मतलब या कि उनके आज बड़ी सालों से चल रहे हैं बना लिए इन्होने तो वो तो किसी भी बिजनेस में राज होगा आप जैसे कि एक आउटलेट अगर खोलता है कोई राइट उसको आप अच्छे से कर रहे हैं या दो आउटलेट खोलते हैं उसमें भी अच्छा पैसा है सी डिफिकल्ट बिजनेस है मैं ये नहीं कह रहा कि मैं आई एम नॉट ट्राइट ओवर सेल इट कि बहुत अ कि भाई प्रॉफिट बनेगा ही बनेगा पर आप अच्छे से करें तो कम से कम डिमांड तो है ही डिमांड तो है ही और बाकी तो देखिए बिजनेस फेलियर हर बिजनेस में है हम कम से कम पर स्केल है और डिमांड है और आप एक आउटलेट से भी बहुत अच्छा पैसा कमा सकते हैं आप ऐसे बहुत सारे आउटलेट हैं जैसे मैं चांदनी चौक में दिल्ली में मैं दिल्ली से न ब्रॉट अप हूं तो लोग दो-चार घंटे खोलते हैं दोपहर को या शाम को बस लोग लाइन लगा के खाते हैं पर आपको व एक क्रस्ट एक कंसिस्टेंसी एक टेस्ट लाना पड़ेगा ओके वो तो है क्वेश्चन मैं एक पीटर थील का इंटरव्यू देख रहा था पीटर थील पता हां हां जीरो टू व टू पीटर थील बोलता है रेस्टोरेंट बिजनेस इ द वस्ट बिजनेस इन द वर्ल्ड देखा है आपने देखा है मैंने देखा है क्योंकि ही डजन बिलीव इन कंपटीशन ही ड बिलीव इन कॉप बिलीव्स इन मोनोपोली सो वो बोलता है कि रेस्टोरेंट बिजनेस सबसे खराब बिजनेस है क्योंकि उसमें आपको एक जगह प होना पड़ता है कोई भी दूसरा इंसान कॉपी कर सकता है आपका टारगेट मार्केट आप जिसको एड्रेस करते हो वो बहुत छोटा है और इतने लोग अगर आपने कोई अच्छा फार्मूला बना के अच्छा पूरा आपका बिजनेस बना भी दिया आपके पास कोई मोट नहीं होगा कोई भी आके आपको कॉपी कर लेगा और कंपटीशन ही कंपटीशन होगा आप परेशान हो जाओगे देखिए मैं इसका बड़ा अच्छा आंसर देता हूं ए आई एम अ बिग फैन ऑफ पीटर थल राइट सो फ्रॉम द पपाल माफिया सारा पर आप देखिए मैकडोल में फिर से एग्जांपल वहीं से शुरू करता हूं 1960 में शायद शुरू हुआ था आज उनके समझो 30 40 हज आउटलेट्स हैं 30 बिलियन डॉलर का रेवेन्यू होगा बिलियन डलर की मार्केट कैप है सेम स्टारबक्स 1971 में शुरू हुआ था 38000 मेरे ख्याल से आउटलेट्स है वर्ल्ड में राइट करीब वही 25 30 बिलियन का रेवेन्यू होगा 9 100 बिलियन डॉलर की करीब मार्केट कैप होगी अब देखिए जो ऐसी चिपोटल है ऐसी सबवे है जो 1960 में शुरू हुआ था सो व्ट आईम ट्रांग टू से कि देखिए 19607 में बिजनेस शुरू हुए थे आज उस बात के 50 साल तो हो गए 60 यर्स हो गए सोस री डिफेंसिबल बिजनेसेस डिफेंसिबल अगर मैं हिंदी में बोलूं तो कि एक बार बन गए तो बन गए ट्रस्ट आ गया आप टेक्नोलॉजी में देखिए जो पीटर थील कह रहे हैं अगेन आई एम अ बिग यू नो फैन ऑफ पीटर थल आप देखिए मोटरोला था आज नहीं है नकिया था आज नहीं है राइट तो दिस बिजनेसेस में क्या टेक्नोलॉजिकल चेंज बहुत ज्यादा है यू विल मेक वेरी गुड मनी आज बिजनेसेस आ री डायनेमिक राट फूड बिजनेसेस एक बार बन गए और आपने उसमें सिस्टम्स प्रोसेस साथ में सिस्टम्स प्रोसेस सैनिटाइजेशन अगर ले आए और ट्रस्ट बना के रखा तो ये 60 70 साल 100 साल चलते रहते हैं सस आर ब्रांड्स जिसमें एक बार ट्रस्ट आ गया एक कस्टमर को कि मुझे अगर मैं मलेशिया भी मुझे इंसीडेंस याद है सिंगापुर रहता था मैं आ साल मेरे पेरेंट्स आए तो उनको घुमाने मलेशिया ले गए कार में तो एक बार तो ऐसा हुआ पा घंटे हो गए कुछ खाने को नहीं मिला माय पेरेंट्स आ वेजिटेरियन तो कहीं पर हमें कुछ डोमिनोज दिख गया मैकडोन दिख गया हम घुस गए इतना खुश हो गए क्योंकि हमें पता है यहां तो मिल ही जाएगा मैडो में भी वेज बर्गर्स मिलते हैं और डोमिनोस में भी तो हमें पता था कि यह दिख गया तो एक जो स्टैंडर्डाइजेशन है ब्रांड है उसकी बहुत वैल्यू है ए लाइक आई एम रिपीटिंग बहुत डिफेंसिबल है बहुत लॉन्ग लास्टिंग बिजनेसेस है मोड तो है मोड तो है ना सो मोड क्या है आपको क्या लगता है डू यू थिंक जैसे बोलते हैं लोग कि mcdonald's का मोड रियल स्टेट है कि mcdonald's ने क्योंकि उनकी जो फ्रेंचाइजीज है वो इतनी प्राइम लोकेशन प है दुनिया की हर जगह कि वो प्राइम लोकेशन प कुछ भी होता बिजनेस तो उनकी जगह भी चल जाता नहीं ऐसा नहीं है देखिए इतने ब्रांड्स आए फूड में भी जो आते हैं चले जाते हैं आपको पता है मोर्टालिटी रेट इस बिजनेस में बहुत ज्यादा है बहुत ज्यादा है तो मैकडो अब इंडिया में आया 20 साल से आया तो मोटिलिटी रेट एक बार एक्सप्लेन करोगे मोटिलिटी रेट की भाई जो कितने बिजनेस बंद हो जाते हैं जैसे कि अगर आपके 100 रेस्टोरेंट लगे तो लोग कहते हैं 40 बंद भी हो जाते हैं एक दो साल में तो मोर्टालिटी हो गया कितने मोर्टालिटी इ लाइक डेथ तो कितनी डेथ हो जाती है तो 40 पर अगर 100 बिजनेस 40 मैंने ऐसे ही बोल दिया काफी हाई है काफी हाई है 100 बिजनेस अगर आप खोलते हो एक इंडस्ट्री में उसमें से 40 बंद हो जाते हैं तो उसका फिर मोटिलिटी रेट 40 40 तो पर देखिए मैकडो इसलिए नहीं चला रियल एस्टेट से उहे प्रॉफिट ज्यादा मिल जाता है वो बात सही है क्योंकि उन्होंने एक कंसिस्टेंट प्रोडक्ट बनाया राइट प्राइस पर बनाया तो एक कस्टमर को पता है कि मुझे ₹2000000 पता है लेकिन जब मैं बेंगलोर जा रहा हूं मलेशिया जा रहा हूं या दिल्ली जा रहा हूं तो मुझे नहीं पता तो मैं एक जो ब्रांड है जिसका प्रोडक्ट मुझे पता है कंसिस्टेंट है मतलब मुझे पता है कि वही हाइजीनिक मिलेगी वही सेफ होगा एंड सी फूड इज अनलाइक इफ आई कैन से देन डिफरेंट अगर मुझे टैक्सी लेनी है ओला तो मुझे इतनी परवाह नहीं है शायद कि चलिए आधे घंटे में मुझे बांदरा से अंधेरी पहुंचना है क्या फर्क पड़ता है थोड़ी बहुत टैक्सी कम ज्यादा अच्छी हुई तो चलेगा खाना तो देखो राज में अपने बॉडी के अंदर डाल रहा एंड वी आर व्हाट वी ईट तो क्या है कि दैट इज वेल बीइंग दैट इज हाइजीन बल्कि हम लोग तो इंडिया में कहते हैं कि किस भाव से बना है किस क्वालिटी के इंग्रेडिएंट्स हैं अगर मैं खराब तेल का खा रहा हूं अगर मैं गंदा अनहाइजीनिक खा रहा हूं तो बॉडी डरेट करेगी ना तो अगर मुझे प दिस इज फूड इ मोर देन एनी अदर कंज्यूमर प्रोडक्ट तो उसमें ट्रस्ट और ज्यादा चाहिए पर हां टेल मी वन थिंग कि पहले ऐसा होता था कि लोगों को जिस परे ट्रस्ट हो गया वो सालों सालों तक ब्रांड चलती थी जैसे बम्बे में आई रिमेंबर मेरे पापा वगैरह जब आते थे इधर तो भगत ताराचंद बहुत खाते थे और वो एक ब्रांड बन गया वो हमेशा बेंगलोर में जैसे बिरयानी के लिए मेघना बिरयानी सालों से वो लोग खाते ही खाते हैं राट हर जगह एक कोई ना कोई स्पेसिफिक एक जगह है जिसकी ब्रांड बन जाती है और वो सालों तक चलती है और वो वही जाके खाना पसंद करते हैं पर अब जो जनरेशन है जिनको हम लोग फ्लर्ट शियस जनरेशन बोलते हैं राइट कि आप हर दिन कुछ नया ट्राई करना चाहते हो नई नई जगह से खाना चाहते हो बहुत बार आप जब ऑर्डर घर पर करते हो तब भी आपको अलग जगह से खाना चाहिए जब आप बाहर जाते हो तब भी अलग से आपको लगता है आज के जमाने में ऐसी लॉन्ग लास्टिंग ट्रस्ट 20 25 साल सेम टाइप का खाना सेम टाइप के प्रोडक्ट की नीड है या अपॉर्चुनिटी भी है आपको लगता है चलेगा 100% 100% देखिए फ्लशस और जो जनजी आप कह रहे हैं वो तो हर चीज में वो फैशन में भी है मूवीज में भी है हर चीज में ट्रेवल में भी है कि कहां मुझे जाना है तो वो तो एक जनरल पैटर्न है बट लेकिन फैशन में ये डिफेंसिबल है ना कि फ्लशस हुए भी तो सेम टाइप के कपड़े नहीं बेच रहे हैं जारा हर दो हफ्ते में चेंज कर देता है देखिए उस केस में देखिए फूड जो है उसमें लोगों को थोड़ी कं चाहे मैं फ्लशस हूं फूड में लेकिन फिर भी क्या है अगर आप किसी की भी जमेटो स्विगी प पर देखो या आप उनसे बात करोगे क्योंकि हम लोग तो काफी सर्विस करते हैं आईव बीन इन दिस इंडस्ट्री फॉर अ लॉन्ग टाइम तो क्या है कि पांच सात ब्रांड होते हैं जिसमें वह आगे पीछे जाते हैं चाइनीज में एक दो होंगे इंडियन नॉर्थ इंडियन में एक दो होंगे जो भी वो लोग कुजन पसंद करते हैं पीसा में एक दो ब छ सात आठ से ज्यादा बहुत मुश्किल है कि ज्यादातर लोग ट्राई करते हैं फिर फाइनली छ सात चार पांच छ हर कुजन की एक दो ब्रांड्स उ दो-तीन डाइनिंग के दो-तीन चार डिलीवरी के उससे ज्यादा देखिए ह ह्यूमन बीइंग को खाने में फाइनली कंसिस्टेंसी चाहिए जो एक टेस्ट की उसे आदत है जिन मसालों की आदत है हर समय आप इतना एक्सपेरिमेंट भी नहीं कर सकते जितना आप हां आपको लगता है तो आज भी लोग 100% 100% अभी हां अभी मैं अपने किसी दोस्त के साथ बेंगलोर गया हुआ था तो उस वो बचपन में खाता था कहीं रामेश्वर कैफे टाइप जगह तो मुझे सुबह-सुबह लेके गया 6:00 बजे वहीं लोगों की मेमोरीज होती फूड इज मेमोरी फूड इज इमोशन तो लोगों को उन्हीं मसाले से जैसे हम कई बार यूरोप गए होते हैं दो चार दिन तोत वो पीट सा बर्गर सब अच्छा लगता है फिर वो अपने जो मसाले हैं फ्लेवर्स है उनकी क्यों याद आती है तो फूड इज मेमोरी एंड इमोशन तो यू वांट टू गो बैक टू थिंग्स जो आपने हमेशा खाई है मे को बताओ एक अच्छा क्वेश्चन मेरे टीम मेंबर ने बताया हमें और पूछना चाहिए मुझे लगा कि बिरयानी कहां से आई ओरिजनली फॉर्म ओरिजनेट कहां से हुई है देखिए मैंने भी पढ़ाई इसके बारे में मैंने भी पढ़ा है तो जो पढ़ा है वो यह है कि पर्शिया से आई और बेसिकली जो वर्स होती थी यह आर्मी का फूड था तो जो यू नो 3 400 500 साल पहले जो वर्स होती थी तो काफी बार क्या होता था कि एक फास्ट जल्दी खाना बनना था और आदमी को एक एनर्जी चाहिए थी तो प्रोटीन भी चाहिए जो मीट से मिलता है और साथ में एक एनर्जी भी चाहिए जो काब से मिलती है तो राइस और मीट को बड़े-बड़े पती में डाल दिया जाता था और उनको कुकिंग जिसको हम लोग बोलते हैं जैसे बिरयानी भाई किलो में हम उसी हांडी में जैसे दम कुकिंग करते हैं तो उस बंद बड़े-बड़े वेसल्स में उस समय तो मेरी ख्याल से 5050 100 100 केजी के वेसल्स आर्मी के लिए होते थे तो उसमें दम कुकिंग की राइस मीट मसाले डाल दिए जल्दी-जल्दी बन गया दम कुकिंग करके आधे एक घंटे में और फिर सबका तो इसकी हिस्ट्री पर्शिया से और जो आर्मी के जो फूड से है अच्छा तो वहां से स्टार्ट हुआ था वहां से स्टार्ट हुआ था और फिर मुगल्स ने आके इसको पॉपुलर पॉपुलर करया हां हां हां और अब तो इंडिया में आई थिंक एंड वी हैव नाउ डिफरेंट वर्जंस आप कलकट जाओ तो कलक वर्जन है हम लखनऊ जाओ तो लखनऊ वर्जन है कितने टाइप की टेल मी डिफरेंट टाइप्स ऑफ बिरयानी एंड देन फिर सिटीज बता जैसे आपने बोला एक दम कुकिंग होती है क्या होता है अलग-अलग टाइप की बिरियानीज बताओ तो जैसे हैदराबादी व्हिच इज मोस्ट पॉपुलर थोड़ी स्पाइसी होती है डिफरेंट मसाले होते हैं तो इट इज कच्ची बिरयानी बोलते हैं क्योंकि सब कुछ कच्चा डब पड़ता है हांडी में और उसी को दम कुकिंग का मतलब होता है कि उसे बर्तन को बंद करके जैसे हम अपनी हांडी में बंद करके बनाते हैं चाहे वो आधा किलो की हांडी में 1 किलो की या सिंगल पोर्शन हांडी में तो वो दम कुकिंग में क्या होता है जो भी अरोमास हैं जो खुशबू है फ्लेवर्स हैं मसाले हैं जो दही के तेल वो अंदर ही अंदर क्या हम कहते हैं बस जाते हैं तो जब वो हांडी खोलता है कस्टमर जब उसके घर जाती है हमारे डाइनिंग आउटलेट में तो सारे वो तभी बनी होती है तो सारे अरोमास फ्लेवर्स जो है ना एकदम बाहर निकलते हैं तो जो खाने का मजा है उसका तो ट्स वई बिरयानी और पुलाव में यही फर्क है लोग समझते हैं अलग वही है तो बिरयानी हैज टू बी दम कुक्ड उसी बर्तन में चाहे वो 10 हा तो हम लोग इंडिविजुअली बनाते हैं आधा किलो एक किलो हर आधे किलो की बिरयानी अलग से बनती है एक साथ बड़े उसम नहीं बने नहीं हमारे केस में बिरयानी बाई किलो में जब कस्टमर का ऑर्डर आता है उसके बाद उस छोटी हांडी में सब चावल या मीट हो चाहे चिकन हो चाहे कटल हो चाहे पनीर हो जो भी बिरयानी वो आर्डर कर रहा है तब उसमें सब कुछ जाता है और फिर वो ओवन में जाती है और वो दम को खोती है तब कस्टमर ही उस हांडी की सील ो है तो इसलिए एंड वी आर वेरी प्राउड ऑफ दिस ऑथेंटिक वे वी स ये दम कुक बिरयानी तो एक टाइप की हो गई ये हैदराबादी होती है हां नहीं दम कुक तो सारी बिरयानी होती है सारी होती है जो अगर न और कोई कुक और कोई वे से कुक नहीं क्य बिरयानी की डेफिनेशन ही दम कुकिंग है अच्छा तो जो नॉर्मल ऐसे बड़े से तपे में बनाते हैं वो वो हां पर वो भी बंद करके ही बनाते हैं वो भी बंद करके ही बनाते हैं तो दम कुकिंग ही होती है हांडी में ओके हां पर हैदराबादी जैसे थोड़ी स्पाइसी होती होती है कच्ची लखनवी थोड़ी यखनी ग्रेवी होती है थोड़ी फ्लेवर सम होता है लेस स्पाइसी होती है कोलकता में एग और पोटैटो भी पड़ता है तो अलग-अलग जहां के एक ट्रेडिशनल गया गुंटूर की अलग है थोड़ा सा चेन्नई में दिंदु गल होती है जीरा राइस पड़ता है तो काइंड ऑफ राइस काइंड ऑफ स्पाइसेज कच्ची बिरयानी है पक्की बिरयानी है तो उसी जैसे कि इटली में आप जाओ तो कहीं थिन क्रस्ट पीसा है कहीं थिक क्रस्ट है कहीं पेन क्रस्ट है कहीं चीजी है तो बिरयानी हमारी इंडिया की धरोहर है भारत की धरोहर है और मुझे जो लगता है जिस वजह से बिरयानी बिजनेस भी शुरू करा कि दिस इज आई बिलीव अ सुपीरियर प्रोडक्ट देन बर्गर पीस आई एम सेइंग इट यू नो आई एम नॉट ट्राइनर पर देखिए इसमें कोई ग्लूटेन नहीं है जो आजकल बात करते हैं ना कि मैदा नहीं है कोई चावल है अच्छे स्पाइसेसफर है तो और काफी अब नई जनरेशन भी इसको पसंद करी क्योंकि इट्स अ इजी टू ईट मील कंप्लीट मील और डिलीवरी में बड़ी अच्छी जाती है तो एंड एंड इट्स वेरी टेस्टी वेरी टेस्टी डिलीशियस है फ्लेवर्स है ओके सो कमिंग बैक टू द क्वेश्चन आप बोल रहे हो डिफरेंट टाइप्स ऑफ बिरयानी में इंडिया में हम पांच छह टाइप्स की बिरयानी होती है सा आठ है सात आठ ओके सो कौन से टॉप पॉपुलर आट है हैदराबादी हैदराबादी बिरयानी लखनवी बिरयानी कोलक कलक बिरयानी गुंटूर बिरयानी गुंटूर फिर तेलंगाना आ स्पाइसी है फिर दिंदु गल है जो चेन्नई में फिर मलाब है जो केरला में है तो काफी तरह की बिरयानी है सबसे ज्यादा कौन सी बिरयानी बिकती है हैदराबादी हैदराबादी बिरयानी जो ग्रेवी वाली होती है तो इसको एक बैक ट्रैक करते हैं ठीक है मैं आज एक छोटा सा कुक हूं घर में बनाता हूं मुझे खाना बनाने का शौक है और आज मैं एक बहुत छोटे स्केल पे खुद की एक शॉप या क्लाउड किचन या रेस्टोरेंट स्टार्ट करने का सोचता हूं राट तो मैं कैसे कर सकता हूं क्या क्या स्टेप्स लेने चाहिए छोटे बिजनेस फिर हम बड़े बिजनेस प भी आएंगे पहले एकदम छोटे बिजनेस प आओ कि कोई अगर ये देख रहा है अपने घर में बैठ के और वो सोचता है कि मैं अपनी केक की दुकान खोलूंगा या मैं अपने बिरयानी की दुकान खोलूंगी या मैं एक छोटा सा दाल बाटी की दुकान खोलूंगी व्हाट एवर जो भी 15 चीजें खोलना है तो कैसे खोल सकते हैं देखिए पहले तो मैं जो एडवाइस करूंगा कि सबसे पहले तो देखिए जो चीज आपको अच्छी लगती है बनाते हुए या आपके घर में दो मां बाप को या बच्चों को अच्छी लगती है वो जरूरी नहीं है कस्टमर को भी अच्छी लगे तो सबसे पहले तो मुझे लगता है कि आपको थोड़ा सा कंपटीशन एनालिसिस करनी चाहिए जैसे क्या अपने ही आप मान लीजिए इंदौर का एग्जांपल ले लेते आप इंदौर इंदौर में आप शुरू करना चाहते हैं तो इंदौर का एक डाटा ले लीजिए पहले आप मान लीजिए पीट शुरू करना चाहते हैं तो पीटस में डोमिनोस तो होगा वहां पर पीटस हट होगा आप थोड़ा जरा पता करके आइए कि कितना बिजने बिजनेस करता है उनका आउटलेट थोड़ा सा जाके मैनेजर से बात करके थोड़ा सा मैनेजर बता देते हैं थोड़ा बातचीत में देखिए थोड़ा सा अगर आप एंटरप्रेन्र्दे देख लीजिए कि टॉप फाइव प्लेयर्स बड़े छोटे कौन से हैं फ सि उनका एक आउटलेट पे कितना रेवेन्यू आता है मान लो 10 लाख महीना आता है 20 लाख आता है 30 लाख आता है तो आपको एक आईडिया लग जाएगा और पर ऑर्डर की कित पर ऑर्डर क्या वैल्यू है जैसे कि कई बार हो सकता है पी में जैसे मैं एग्जांपल लू डोमिनोज का तो इंडिया में पर ऑर्डर वैल्यू 450 है एवरेज उनके 1800 आउटलेट है और करीब 5400 करोड़ का बिजनेस है तो 5400 करोड़ अगर आप उनकी प्रॉफिट एंड लॉस स्टेटमेंट जो कि पब्लिकली अवेलेबल है देखें जुबिल फूड्स की तो इस साल का 5400 करोड़ का करीब रेवेन्यू है वो मिल जाएगा 1800 आउटलेट है करीब 10 20 ऊपर नीचे तो आपको पता लग गया कि पर आउटलेट करीब 3 करोड़ साल का होता है मोटा मोटा 3 करोड़ तो 25 लाख महीने का होता है अब उसमें भी आपको देखना पड़ेगा कि मतलब दिन का 80000 होता है हम अब फिर आप देख लीजिए कि दिन के कितने ऑर्डर्स थोड़ा सा बात करके या एवरेज ऑर्डर वैल्यू निकल जाती है डोमिनोस के केस में 50 हम तो आपको एक आईडिया लग गया कि नोस और पि में 50 का करीब ऑर्डर आता है तो आपका भी ऑर्डर 300 और 600 के बीच में कहीं ना कहीं अगर आप थोड़ा चीपर पीसा कर रहे हैं 300 350 का मतलब पि का टोटल ऑर्डर वैल्यू है पि के साथ गार्लिक ब्रेड भी जा रही होगी वो भी है ऐसे ही आप पि हट का देख लीजिए एक दो और ब्रांड्स का जोमट स्विगी से थोड़ी इंफॉर्मेशन मिल जाती है इंडिया में ठीक है तो एक तो पहले कंपटीशन की z स्विगी से कैसे मिलती है इ जब आप इसमें थोड़ा सा मुश्किल है सॉरी जोमेटो स्विगी से लेना पर अगर आप कोई बिजनेस शुरू कर रहे हैं तो उस शहर का जो भी जोमेटो स्विगी के रिप्रेजेंटेटिव है अगर आप थोड़ी बात करें थोड़े फ्रेंडली हो तो थोड़ा आईडिया वो भी दे देगा अच्छा दे देते हैं थोड़ा थोड़ा सा आई थंक एंटरप्र शिप वाली जुगाड़ चाहिए पर ठीक है मिल सकता है मिल सकता है थोड़ा सा करना तो पहले तो कंपटीशन एनालिसिस फिर आप ये देख लीजिए कि भाई कि इतने ऑर्डर्स अगर आते हैं दिन के एक एवरेज ऑर्डर वैल्यू क्या आएगी मेरी हर ऑर्डर की राइट दिन के मैं कितने ऑर्डर जनरेट कर सकता हूं मान लो 50 कर सकता हूं 20 कर सकता हूं 100 कर सकता हूं तो अपना एक रेवेन्यू प्रोजेक्ट कर लीजिए आप अगले तीन महीने का छ महीने का एक साल का पर मंथ का अपने खर्चे निकाल लीजिए जो रनिंग खर्चे कि भाई मेरे को दो तीन तो किचन में लोग रखने पड़ेंगे एक दो वैसे रखने और शुरू में आई विल एंकरेज कि आप क्लाउड किचन आजकल एक अच्छा मॉडल है कि भई आपको एक डाइन इन जगह नहीं चाहिए क्लाउड में कि भाई लोगों को बिठा के खिलाने की तो रेस्टोरेंट से बेटर क्लाउड किचन आज की तारीख मैं शुरू करने के लिए मैं ये नहीं कहता हमेशा के लिए शुरू करने के लिए एक्सपेरिमेंट करने के लिए क्योंकि उसमें कैपिटल कॉस्ट शुरू में कम लगती है कि आप बहुत बड़े रेंटल वाली जगह मॉल पे हाई स्ट्रीट प लेने की जरूरत आप कहीं भी खोल सकते हैं जो थोड़ी जगह लेके तो एटलीस्ट आपको एक्सपेरिमेंट हो जाएगा कि कस्टमर को वो चीज पसंद आ रही नहीं आ रही आपको कितने रुपए वो कस्टमर ऑर्डर के देने को राजी है फिर आप उसको डाइन इन में ले जाइए और बड़ा कर लीजिए पर साथ में यह है कि थोड़ा सा मैं कहूंगा कंपटीशन एनालिसिस के बाद थोड़ा सा आप 10 20 25 लोगों को खिला के देख लीजिए वो भी ऐसा नहीं जो आपके बिल्कुल ही रिश्तेदार हो या चाचा हो या मामा वो तो अच्छा ही बता देंगे आप 10 15 20 ऐसे कुछ लोगों को जो थोड़े से आपके दोस्तों के दोस्त हैं हम उनको खिला के देख लीजिए कि वो उनसे पूछ लीजिए कि इस खाने के आप इतने पैसे देंगे क्या याय अगर आप इस तरह का पिसा खाते हैं तो किसका खाते हैं उससे हमारा बेटर है कि नहीं थोड़ा सा जैसे आप निकले तो कंपटीशन का कस्टमर का एक आईडिया ले लीजिए फिर एक थोड़ा सा अगर आपका प्रोडक्ट अच्छा है तो मैं कहता हूं कि हम सब लोग दिन में तीन चार बार खाते हैं महीने में 100 बार खाते हैं तो मैं मतलब इंडिया में तो अभी थोड़ा बाहर का खाने का चलन थोड़ा सा कम है पर मैं सिंगापुर रहा हूं 8 साल वहां तो जैसे जो साल महीने की 90 100 मील होती है सारी की सारी घर के बाहर की है या तो डिलीवरी घर में नहीं बनाते व लोग हां मैं कितनी बार अपने दोस्तों के घर वहां गया नॉन इंडियन इंडियन तो फिर भी बनाते हैं अगर चाइनीज है यूरोपियन है चाइनीज तो खासकर उनके घर में किचन में शायद मैंने तेल भी नहीं देखा सिर्फ चाय बनाने का सामान होता है तो 90 100 मि तो देखिए बिजनेस तो ये बहुत बड़ा बनेगा सब जगह क्योंकि जैसे-जैसे एक लेबर वमन लेबर फोर्स पार्टिसिपेशन इंडिया में बढ़ेगी जो आज के दिन काफी कम है 25 पर ही है जैसे ये बढ़ेगी चाइना में 70 पर है या वेस्टर्न कंट्रीज में और जैसे-जैसे हमारी लेबर एक्सपेंसिव होगी आजकल तो काफी घर में जो अमीर घर है मेट्स होती है चीजें तो जैसे जैसे वो मेट्स एक्सपेंसिव होती जाएंगी मेमन जो है वो लेबर पार्टिसिपेशन में बढ़ेगा तो जो आज के दिन लोग तीन चार मील शायद घर में डिलीवर कराते हैं महीने में या बाहर खाते हैं वह 10 20 25 30 आराम से होने लगेगा महीने में हां ओके कमिंग बैक टू द ओरिजिनल क्वेश्चन कि पहले तो आप कंपीटर एनालिसिस करो और फिर 25 लोगों को खिलाओ 20 2 लोगों को खिला के देखो उनसे पूछ लो कि आप खाओगे नहीं खाओगे किस प्राइस प खा मान लो अच्छा लग गया अब हम रेडी हो गए अब क्लाउड किचन से स्टार्ट करना चाहिए रेस्टोरेंट से नहीं करना चाहिए शुरू में हां हां तो अब क्या नेक्स्ट स्टेप होती है तो उसके बाद यह है कि आप देख लीजिए क्या-क्या इक्विपमेंट लगेगा आपका ओवन लगेगा गैस लगेगी ज्यादातर क्लाउड किचन 5 10 लाख में भी लग सकती है 5 10 लाख में ती च लाख में भी लग सकती है तो बेसिक एक करके आप जमेटो सगी या कहीं अपना ही जो लिस्ट करा के उसमें एक्सपेरिमेंट हो जाएगा आपका कि कैसे है कि आप देखिए कि कितना बिजनेस आ रहा है चल रहा है z स्विगी में लिस्ट कराने के लिए क्या लगता है उसमें तो ऐसा कुछ भी नहीं लगता z स्विगी में कुछ लाइसेंसेस कुछ वो एफएसआई लाइसेंस लगेगा एफएसएआई एक रेस्टोरेंट स्टार्ट करने में इंडिया में क्या-क्या लाइसेंसेस लगते हैं मेन तो देखिए एफ एसएसआई लाइसेंस होता है बड़े रेस्टोरेंट को फायर वगैरह वो सब भी लगते हैं पर एक बेसिक रेस्टोरेंट को तो एक शॉप एस्टेब्लिशमेंट और एक एफएसआई लाइसेंस लगता है इतना मुश्किल इतना मुश्किल नहीं है हां इतना मुश्किल नहीं है तो आप कर सकते हैं आप चाहे तो छोटा डाइन इन भी खोल सकते हैं पर शुरू में मैं इरेज करूंगा थोड़ा छोटा ही खोलिए क्लाउड किचन हां कि आपको कस्टमर का पता लग जाए आप उस प्रोडक्ट को देखिए कं एक बार अच्छा बनाना अलग चीज है हफ्ते में एक बार या रोज एक बार पर आपको दिन में अगर 50 ऑर्डर आ रहे हैं तो 50 बार कंसिस्टेंटली अच्छा बनाना अच्छे के साथ सेम बनाना अच्छा बुरा तो शायद कुछ नहीं होता सब्जेक्टिव है फूड में पर हाइजीनिकली बनाना कंसिस्टेंट बनाना वो प्रोसेस सेट करना अपनी टीम को सेट करना पर जैसे मैंने शुरू में बोला पॉडकास्ट में कि md6 से चल रहा है स्टारबक्स 3030 40 र आउटलेट्स दिस इज अ वेरी लॉन्ग लास्टिंग बिजनेस अगर आपने कंसिस्टेंसी कर ली ट्रस्ट क्रिएट कर लिया तो एक बहुत लंबा बिजनेस है ओके तो अब स्टार्टिंग में आपने कर लिया कंपट एनालिसिस फिर आपने 25 लोगों को खिला लिया फिर आपने एफ एसएसआई लाइसेंस ले लिया शॉप एस्टेब्लिशमेंट लाइसेंस ले लिया फिर आपने z पे डाल दिया हां अब अपनी वेबसाइट बना के भी डाल सकते हैं हां अब आप रेडी हो माल बेचने के लिए खाना बेचने के लिए ऑर्डर्स कैसे आए थे उस इसमें देखिए आज के दिन जब हमने शुरू करा था जमेट स्विगी इतने बड़े नहीं थे आज तो जैसे एक जोन में करीब जोमट स्विगी के भी 1500 से 2000 रेस्टोरेंट्स होते हैं हजार तो मामूली बात है दिल्ली बंबई में तो एक जोन में 1500 2000 तो उसमें ऊपर आना अपनी मार्केटिंग करना आसान काम नहीं हैली तो आपको काफी जमेटो सगी से एड्स में भी पैसा खर्च करना पड़ेगा थोड़ा सा शुरू में 50 1002 कस्टमर अपने बलबूते प भी लाने पड़ेंगे थोड़े फ्लायर जैसे आप फ्लायर सुबह न्यूजपेपर में डाल दीजिए चीजें पर मैंने देखा फूड में लोग चांस दे देते हैं चलो एक बार ट्राई करते हैं नया खुला नया खुला है थोड़े से अपनी सिटी के आप इन्फ्लुएंस जो फूड ब्लॉगर्स हैं उनसे बात करके उनको खाना भेज दीजिए अगर उनको अच्छा लगा तो थोड़ी बहुत वो पोस्ट ील डाल देंगे तो शुरू में देखिए हर बिजनेस थोड़ा मुश्किल है तो उसमें थोड़े तो एक आपको वाइप एक थोड़ा सा बस क्रिएट करना पड़ेगा अपने शहर में अपने एरिया में थोड़ा फ्लायर्स डाल के थोड़ा ब्लॉगर्स छोटे-मोटे यू नो अगर आप रेडियो चैनल पे थो मतलब थोड़ा बहुत एडवर्टाइजमेंट तो करना पड़ेगा जमेटो सुगी पे उस पे पर अगर अच्छा हो तो पर कंपटीशन हमेशा ज्यादा है मैं ये नहीं कहना चाह रहा कि नहीं है कंपटीशन बहुत ज्यादा है पर अगर डिफरेंशियल है राइट प्राइस पे है तो उसकी मार्केट भी है लेकिन गॉट इट तो अब आपने बताया कि ये घर में ऐसे करके आप स्टार्ट कर सकते हो राइट पहला इसमें क्वेश्चन है कि ती से ₹ लाख लगते हैं स्टार्ट करने में तो वो लोग कैसे लेके आते हैं कोई इस पे कोई गवर्नमेंट स्कीम वगैरह को कुछ होती है कि नहीं जुगाड़ करके घर वालों से मांग मूंग के जैसे जैसे करके चालू करने पड़े मंग कर करके करना पड़ेगा पार्टनर बना के करके देखिए आज के दिन तीन से 5 लाख की किसी भी बिजनेस में आज एसएमई बिजनेसेस एसएमई लोन प्रोवाइडर्स बहुत सारे हैं ऐसी बात नहीं है जो स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइज को लोन देते हैं यू नो काफी तो लोन की भी एजेंसी काफी है आज के दिन और फिर लेकिन मुझे लगता है दो तीन च लाख एक दो पार्टनर बना के थोड़ी सी करके थोड़ा वो जुगाड़ तो देखिए एक एंटरप्रेन्योर या उस परे कर लो पर एक मैं हम लोग जब दिली रहते थे तो करोलबाग की कर करोलबाग में छोले भटूरे की दुकाने होती थी चीजें तो लोग उसी दुकान पर जाके पर एक ही प्रोडक्ट था य ज से दो प्रोडक्ट इतने अच्छे होते हैं कि लोग वही खाते हैं लाइन तो वो एक कंसिस्टेंसी अगर टेस्ट है आपका तो लोग आ जाएंगे अब वो क्लाउड किचन में आए छोटे डाइनिंग में आए छोटी दुकान में आए पर लेकिन आपको प्रोडक्ट के साथ बहुत ट्रुथ फुल होना पड़ेगा कि उसमें टेस्ट भी है राइट प्राइस प भी है और एक कंसिस्टेंट भी है मैं बता रहा था कि मैं सात से आठ साल से एक ही जगह खा रहा हूं जहां पे जनपद के पास में सामने एक छोटा सा ठ आप बताइए कि मुझे मैं भी खा के आऊंगा जनपद आपने देखा उसके सामने उसके सामने एक व कोल्ड कॉफी वाला डिपोल बहुत था टा थे डी पोल पे भी मैं हर बार जाके वो आलू पैटी बेक समोसा बोलते हैं उसको अब देखो मेमोरीज जुड़ी हुई है मेरी भी स्कूल टाइम की डी पोल्स प मैं आज भी बेक समोसा खाता हूं हां और उसके डी पॉल का जैसे मेन रोड है आप अंदर जाते हो तो डी पॉल आता है मेन रोड के जस्ट अपोजिट साइड में वहां पे एक बैंक है बैंक के जिस पास में छोटा सा एक ठेला लगता है वहीं पर मैं तो देख आपने ख ता मटर कुल सा साल से वहीं जा रहा हूं और जब मुझे टाइम मिलता है वहां जाके ही मटर देखिए खाने में क्या है कि लोग कहते हैं कि अच्छा खाना मिल जाता है बहुत जगह लेकिन नहीं मिलता है एक्चुअल में तो जैसे आपको अच्छा वहां मिल गया आप आज भी वहीं जाते हैं हम ये बात एक्चुअल में नोट करने वाली है तो एक बार अगर अच्छा मिल जाए तो लोग जैसे मैं बम्बे आता हूं मुझे स्वाती स्नेक्स बड़ा पसंद है तो मैं जाता हूं ऐसा वेजिटेरियन जब जाता हूं वैसे मैं नॉनवेज भी खाता हूं तो स्वाति स्नैक्स में एक टेस्ट जुड़ा हुआ है तो अच्छी जगह तो खिए बम्बे में मुझे पता है वो तीन चार पांच ही बेंगलोर में तीन चार है दिल्ली में दो चार तो वो आदमी नहीं छोड़ता जब क्योंकि उसे पता है वो स्वाद वो कंसिस्टेंसी वो प्राइस और कहीं नहीं मिलेगा ओके सो अब अपन आते हैं उस पे कि एक बार आपने छोटा बिजनेस स्टार्ट कर दिया हम हम अब यहां से बड़ा बिजनेस कैसे करते हैं तो बड़ा तो देखिए एक से ही होता है एक करा आपने फिर आप दो करोगे फिर तीन करोगे फिर एक सिटी मैं चार पांच कर लोगे ब यहां पे एक क्वेश्चन आता है बहुत बारी आपने भी सुना होगा एंड मैंने तो एटलीस्ट मेरी लाइफ में हजार लोगों से सुना है ये हजार एजरेट बट बहुत सारे लोगों से मैंने सुना है ये अलग-अलग शहरों में कि यार पहले जब इसकी वो छोटी दुकान थी ना तभी अच्छा होता था अब तो बिगड़ गया है जैसे ही बड़ी दुकान होती है टेस्ट बिगड़ जाता है जैसे ही वो चार पांच अलग-अलग जगह प स्टार्ट कर देता उसका टेस्ट बिगड़ जाता है ये एक रूमर या मिथ भी है बट लोग इसके बारे में बात करते हैं हमने सुना ऐसा भाई जब वो खुद अकेला बैठ के वो जो भैया बनाते थे ना कचौड़ी तभी बनती थी अब तो इन्होने इतने फेमस ताम जाम लगा अब वो वाली बात नहीं रही अब पुरानी बात नहीं रही ऐसी बातें करते हैं नहीं नहीं बात सच भी है देखिए भा इसमें फिर से उसी बात प आ जाता हूं कि मैकडोल की आज समझो 40000 आउटलेट हो गए या स्टारबक्स के 38000 हो गए तब भी कंसिस्टेंट है आप चाहे मलेशिया जाओ चाहे जर्मनी जाओ चाहे इंडिया जाओ चाहे कानपुर जाओ सेम प्रोडक्ट मिलेगा आपको तो कैसे कर सकता है एक छोटा रेस्टोरेंट ऐसा काम तो उसके लिए एक माइंडसेट सबसे पहले चाहिए कि हमें कंसिस्टेंसी लानी है आप यह नहीं कर सकते कि आज जो कुक है या जो रसोइया है उसका मन है कि उसने आज नमक ज्यादा डाल दिया या आज उसने ज्यादा आग जला दी तो आपको सिस्टम्स एंड प्रोसेस इतने रोबट करने पड़ते हैं कि हमारे जैसे इफ आई कैन से हमली ह बिरयानी बाई केलो में हमारे कोई शेफ नमक भी नहीं मिला सकते हर चीज पीछे से आ रही है हर टेंपरेचर कंट्रोल्ड है हर चीज तो वो वैसे ही मैकडो में होता है वैसे ही पीसा हट में होता है तो जब आप एक से दो दो से तीन तक तो ओनर खुद मैनेज कर सकता है क्योंकि वो अपनी लेबर को अपने हिसाब से ट्रेन करता है खुद मॉनिटर करता है उसके बाद सिस्टम्स एंड प्रोसेस हैव टू टेक ओवर वो एक थोड़ी सी साइंस है काफी टेल मी कौन सी ऐसी पांच चीजें हैं हम अगर आई एम श्यर 500 होंगी बट कौन सी ऐसी बेसिक पांच चीजें हैं जो इंसान को ध्यान रखनी चाहिए जब वो एक छोटा सा अपना एक रेस्टोरेंट या एक आउटलेट प अगर काम करते हैं वहां से वह दो पाच 10 जगह ले जाना चाहते हैं कौन सी पांच चीजें स्टैंडर्डाइज करनी चाहिए उन्हें सबसे मेजर जिसको जो मेक और ब्रेक कर सकता है आपके रेस्ट तो एक तो इंग्रेडिएंट्स मैं इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से हूं तो दो ही चीजें हैं अगर आपके इंग्रेडिएंट्स स्टैंडर्डाइज है आप जो पनीर ले रहे हैं जो चिकन ले रहे हैं म जो आप स्पाइस ले रहे हैं चावल ले रहे हैं आटा ले रहे हैं वो आप एक ही वेंडर एक ही ब्रांड का लेना पड़ेगा आपको अगर आपने वो चेंज कर दिया तो आउटपुट भी चेंज हो जाएगी तो पनीर अगर मैं एक डेरी से लेता हूं और फिर दूसरी डेरी से लिया तो कंपलीटली चेंज हो जाएगा कंप्लीट मब हो सकता है मैं नहीं कह रहा हो ही जाएगा हो सकता है क्योंकि हर पनीर अलग है हर चिकन का अगर आप चिकन लेते हैं तो आप 900 ग्राम का ही सॉरी मैं कहना चाह रहा हूं चिकन कारका लेते हैं तो 900 ही ग्राम का लेंगे आपने जहा 1100 ग्राम का लिया तो वो जो कट के बनेगा वो डिफरेंट बन जाएगा रिली हां वो तो तो यू हैव टू सैनिटाइज य जो आप चावल लेते हैं चीजें तो पहले तो हर इंग्रेडिएंट्स आप ब्रांड और उसको भी आपको कंटीन्यूअसली चेक करता रहना पड़ेगा कि वो चेंज तो नहीं हो गया अगर आप क्योंकि दूसरा है प्रोसेस अगर आपका खाना जिस टेंपरेचर पर बन रहा है जिस मॉइश्चर लेवल पर बन रहा है जिस कंडीशंस में बन रहा है तो वह सब बल्कि लोग वो एकदम सेम होना चाहिए तो जो प्रोसेस है कि भ आपको अगर खाना आग प 4 मिनट जाता है तो 4 ही मिनट जाएगा साढ़े या साढ़गुरु ठेला है मुझे बहुत पसंद है रमेश मद्रासी डोसा उसको बोलते हैं मुझे लगता है आज बहुत लोग जाएंगे ठीक है तो मैं वहां पे खाता था बचपन में और आज भी खाता हूं मुझे काफी पसंद है उसका स्टाइल और डोसा बनाना ये आनंद बाजार में है ठीक है इंदौर में एक जगह आनंद बाजार वहां पर 56 के आसपास है नहीं नहीं नहीं आगे है 56 से 56 से आगे तो वो वहां पर बनाता है अब उसके पास मैंने पिछले 10 साल से खाया है मुझे टेस्ट सेम ही लगता है उन्होंने तो कभी नहीं बनाया कि मैं मॉइश्चर ऐसा रखूं कि मैं इतनी आंच प ही रखूं मेरा ऐसा ही रॉ मटेरियल होना चाहिए मेरा प्रोबेबली उनका खरीदने की जगह एक होगी लेकिन कितने मॉइश्चर बनाए कितनी आंच प बनाया कितना किस बनाया वो तो हर बार व तो मन से बनाते जाते हैं नहीं उनका हाथ और सिस्टम सेट है उनका आप एक अगली बार जाइए तो यह भी पूछेगा उनका तो देखिए वो खुद बनाते हैं जिसको वो ट्रेन करा होगा उसी दुकान पे उन्होंने एक दो चार लड़कों को तो तो एक ही भैया है आपस में दो भाई वो बना उनका बिल्कुल सेट है सर उनका राज बिल्कुल सेट है जैसे आ चीजें उनको अगर वो आपको बता भी नहीं पाएंगे तो उनको इंस्टिंक्टिवली सेट है वो आपकी मेरी मदर का भी इफ आई कैन हमली से उनका भी सेट है कि भा मैंने 15 मिनट की आग पे रखना है ऐसा नहीं वो 15 मिनट गिन रही है पर उनके दिमाग में वो घंटी सेट है उनकी भा मैं इतनी आंच पे इतना हिला उंगीयर्ड नहीं करा है पर उनके दिमाग में सबकॉन्शियस में सेट है वो वो इंस्टिंक्ट ये इंस्टिंक्टिवली सेट है क्योंकि मेरा नेक्स्ट क्वेश्चन यही होने वाला था कि जैसे मेरी मॉम है अगर आप बोलते कि उनका वो सेट है तो मैं यही एग्जांपल पूछता ह कि मेरी मॉम दाल बाटी बनाती है सेट है और सालों से मैं खा रहा हूं और सेम है और मुझे वो बेस्ट लगती वर्ल्ड की होगी 100% होगी लेकिन मैंने उनको कभी नहीं देखा कि वो गिन के कुछ डाल रही है कुछ हमेशा मन से डालती है और वो एंड में मैजिक होता है नहीं वो मन लेकिन सबकॉन्शियस से लिंक्ड है इंस्टिंक्ट से लिंक्ड है वो चीजें सेट है कहीं ना कहीं वो आपकी मसल मेमरी में आ गई जैसे हमारी स्विमिंग है साइकलिंग है हमने शायद 5 साल ना भी करें हमारी मसल मेमरी में है उनकी भी नहीं करती हैं मतलब मुझे लगता है क्या है ये देख के संग के बता देती हैं कि उनकी अच्छी बनी है कि नहीं बनी माओ की तो एक अलग खासियत है पर लेकिन सबकी सबकॉन्शियस में लेकिन वो एक में सेट हो सकता है दो आउटलेट में वो 100 आउटलेट में नहीं हो सकता मसल मेमोरी में इंस्टिंक्ट में या वो उसके लिए राइट ट्रेनिंग राइट सिस्टम्स प्रोसेस राइट ऑडिट तब ज बहुत जरूरी हो जाते हैं ओके तो आप बोल रहे हो एक इंसान जब करता है और बहुत सालों के लिए करता है तो उनकी इंस्टिंक्ट होती है उसके बाद उस इंस्टिंक्ट को ही प्रोसेस बनाना है प्रोसेस बनाना हां मैं कितनी आंच प रखूंगा कितने मॉइश्चर पे कितना मसाला डालूंगा कितने ग्राम डालूंगा ये सब एक प्रोसेस एंड टू एंड फ्रॉम जीरो टू एंड में मुझे जो डोसा बनाना है या बिरयानी बनानी है उसमें क्या-क्या लगता है उन सबका एक स्टैंडर्ड होगा जो रोज वैसे ही लेगा और फिर उसके बाद क्या करते हैं एक बार आउटलेट पा 10 हो जाए तो लोग क्या करते हैं सेंट्रलाइज किचन बना लेते हैं तो जो बेसिक चीज है मान लीजिए आप डोसा बनाते हैं तो इडली डोसा का बैटर एक सेंट्रलाइज किचन में बन जाता है और वो सुबह-सुबह या दिन में दो बार सब आउटलेट्स में चला जाता है जिस चीज में ज्यादा स्किल चाहिए उसको फिर सेंट्रलाइज कर लिया जाता है जैसे हम अपना सालानू प्रोसेस जिस पर आई थिंक एक बार आपका एक बिजनेस मॉडल सेट हो गया दो आउटलेट में एक में तीन में जहां चीज बिकती है तो फिर काफी कंसल्टेंट्स भी है इस फील्ड में जो आपके कर देंगे आपके वो कर देंगे पर शुरू का धंधा और कस्टमर और प्रोडक्ट आपको बनाना है ओके ऑलराइट सो अगेन क्वेश्चन कौन से आप इतना डाटा अगर देखते रहते होंगे तो कौन से से प्रोडक्ट्स है कौन स सी गैप्स है इंडिया में जिसमें लोग खाने की स्पेसिफिकली फीड में जिसमें लोग बिजनेस बना सकते हैं कौन से ऐसे प्रोडक्ट्स है जो आपको लगता है कि यार अभी इनमें बहुत स्कोप है और अलग अगर किसी ने इसको ऑर्गेनाइज कर दिया इसकी ब्रांड में बना दी तो इंडिया बहुत खाएगा बहुत चलेगा कुछ देखते हैं आपको हां देखिए इसमें मैं थोड़ा सा बैकवर्ड जाऊंगा क्योंकि मैं इस इंडस्ट्री को काफी टाइम से देखता हु आया हूं तो जुबिलेंट ने डोमिनोस 96 में लच करा था मैकडो ने भी इंडिया में 96 टाइप में ही लंच किया था तो मुझे याद है उस समय भी मैं उनकी मैनेजमेंट सीनियर टीम से मिलता था 2000 में 2002 में उस समय उन्हें लगता था यह तो इंडिया में कभी नहीं चलेगा क्योंकि डोमिनोज नहीं चलेगा आपको लगता था कि उन्हें सबको ही लगता थाा उनको तो लगता ही था क्योंकि मैं आपको बताता हूं क्यों क्योंकि पीट सा आज के दिन तो हमें आदत पड़ गई आपको मेरे को हम सबको जो पर लेकिन उन उस समय लोगों को लगता था ये तो बच्चों का खाना है बड़ों का तो है ही नहीं या ये लंच या डिनर की मील नहीं है ये तो बीच में कभी 45 बजे जब मौका लगा तो समोसे की तरह खा लो हम तो उस समय वो कैटेगरी क्या होती है जब शुरू हो रही होती है तो बहुत छोटी होती है उसमें फाइट मारना पड़ता है तब लेकिन वो आज इतनी बड़ी हो गई आज के दिन जो मैं देखता हूं जैसे बबल टी है वह चाइना में बहुत चलती है सिंगापुर में मैं रहा हूं वहां बहुत चलती है अब मैं देख रहा हूं बबल टी का बहुत आ रहा है मैं सिंगापुर से इंडिया आया था करीब 10 साल पहले तो उस समय सशी बहुत कम मिलती थी अब बहुत जगह मिल रही है तो आपको दो ही तरीके हैं या तो ऐसी कैटेगरी पकड़ी है जो बहुत चलती है जैसे डोसा हो गया या बिरयानी हो गई जो बहुत चलती है पर बहुत कंपटीशन है यह ऐसी कैटेगरी पकड़ी है जो नई शुरू हो रही है जैसे बबल टी है नई शुरू हो रही है सुशी है आज के दिन मान लो एशियन खाना हो सकता है कई बार छोटी सिटीज में मैं चाइनीज नहीं कह रहा एशियन मलेश है खासे है मतलब डिफरेंट ग्रीन कररी है पाट थाई है शायद कम मिल रहा हो तो अगर आप उतना अच्छा दे सकते हैं अपने शहर में तो आपका चल जाएगा क्योंकि आपको दो ही तरीके हैं या तो ऐसी चीज लीजिए बहुत वॉल्यूम की है कंपटीशन बहुत है ब डिमांड भी बहुत है ये ऐसी चीज लीजिए कि बहुत निश है बहुत कम लोग कर रहे हैं पर डिमांड भी कम है पर धीरे-धीरे बढ़ रहे है आप अपना नाम बना सकते हैं वो चॉइस आपको थोड़ा सा रिसर्च करके पर मिल जाते हैं हम डू यू थिंक कि जो ओल्ड पुराने जमाने में जो खाना चलता था जो बहुत ज्यादा होता था उनकी आज डिमांड होगी बकुल बिल्कुल है जैसे मैं ट्राई कर रहा था मैं आपको बताता हूं मुंबई में मैं अगर सुशी टाइप करता हूं तो मुझे एटलीस्ट पांच रेस्टोरेंट पता है जिनमें वर्ल्ड क्लास सशी लगती है मुझे आई मीन वर्ल्ड क्लास अगेन एक सब्जेक्टिव है ब लिटी चोका के नहीं मिलेंगे हा मैं यही बोल रहा था मुझे लिटी चोका के लिए नहीं मिले दाल बाटी मुझे मिलती नहीं है मुंबई में मुझे एक थाली चाहिए कि मैं राजस्थानी थाली खाने का बहुत शौकीन हूं मुझे नहीं पता कि बम्बे में अच्छी राजस्थानी थाली कहां मिलती है सो आपको ये ट्रेडिशनल खाना 100% तो रीजनल जो खाना है अच्छा अब महाराष्ट्रीयन खाना महाराष्ट्र के बाहर या बंगाली खाना है अच्छा बंगाली खाना नहीं मिलता बम्बे में मुझे जो लगता है तो आपको एक निश डेवलप करनी पड़ेगी अपनी और आपको लगता है कि वो चल सकता है बिल्कुल जैसे मैंने डोमिनोस का आई थिंक अच्छा एग्जांपल लिया कि 2000 में आज से 24 साल पहले मतलब ये समझाना पड़ता था कि पीसा लंच में भी खाया जा सकता है ये बच्चों का खाना नहीं बड़े भी खा सकते हैं तो फ्री भी खिलाना पड़ता था चीज तो वो एक थोड़ी सी पेशेंस चाहिए फिर उस कैटेगरी में पर ब देन एटलीस्ट आपका कंपटीशन तो कम है और डिमांड तो है ही डिमांड तो है ही वो जो जैसे कहा आपको जैसे दाल बाटी की कहते हैं होड़ उड़ती है कि दाल बाटी मिले तो मजा है तो वो होड़ तो ऐसे आप जैसे काफी लोग होंगे बम्बे में जिनको है अगर वो अच्छी मिल जाए तो वो धीरे-धीरे मार्केट बनती है पर जो बन जाएगी वो कस्टमर बहुत लॉयल होगा अगर आप अच्छा दे रहे हैं कंसिस्टेंट दे रहे हैं ओके सो अगर आपको चूज करना हो तो चूज वन क्या चूज करोगे ऐसी चीज जो बहुत डिमांड में है और उसमें बहुत कंपटीशन है आज अगर आपको बिजनेस स्टार्ट करना है खाने के में कि ऐसी चीज जिसकी मार्केट अभी बहुत छोटी है लेकिन फ्यूचर में स्कोप है देखिए मैं थोड़ी जिसका फ्यूचर में स्कोप है मार्केट छोटी है क्योंकि उसमें ब्रांड बनाना और कस्टमर बनाना धीरे चलता है पर क्योंकि जिसमें बहुत कंपटीशन है उसमें बहुत डीप पॉकेट्स चाहिए जिसमें बहुत डीप पॉकेट चाहिए फाइट काफी कंपटीशन ज्यादा है तो मुझे तो हमेशा ऐसा लगता है जब भी मैंने जितने बिजनेसेस की है कि ऐसी कैटेगरी में घुसना चाहिए जिसमें डिमांड अभी निश है थोड़ी कम है पर ग्रो बहुत कर रही है दिख रही है और कैसे देखते हो कि ये ग्रो हो रही है मतलब ये कैसे पता चलता है आज प्रोबेबली अगर आप मुंबई देखो या पूरे इंडिया में देखो 25 तरह के नए ट्रेंड चल रहे हैं राइट कोई थाय रेस्टोरेंट्स का बहुत अगर ट्रेंड होगा हो बोबा अगर आप बोल रहे हो तो बहुत ज्यादा चल रही होगी कहीं पे आई डोंट नो 20 अदर थिंग्स और चल रही होंगी जो अलग-अलग अलग-अलग लोग खा रहे हैं राइट वियतनामी ऑल ऑफ सडन बहुत फेमस बनते जा रहा है तापस अब स्पेनिश खाना फेमस होते जा रहा है राइट टै कोज बढ़ते तो ये हर कोई एक ट्रेंड चल रहा है इनमें से कौन सा ट्रेंड है जो ज्यादा आप देख के बता सकते हो कि यार यह तो कैच ऑन लग रहा है और यह ज्यादा बेटर चलेगा कैसे यह प्रिडिक्ट करते हो कैसे देख पाते हो देखिए इसमें तो थोड़ा सा इंस्टिंक्ट थोड़ी स्किल आ जाती है पर मैं ये कहूंगा कि जितने भी आपने नाम लिए कैटेगरी के ना मुझे तो लगता है सब चलेंगी कम ज्यादा कम चलेंगी और सब में लीडर्स होंगे चाहे वो वियतनामी हो चाहे थाई है चाहे दाल बाटी है चाहे डिफरेंट है ऐसा नहीं है क्योंकि फूड इस यूनिवर्सलीस ना कुछ चाहने वाले मिल जाते हैं राइट अब ट्रेंड की बात यह है कि थोड़ा सा आपको यह देखना पड़ेगा कि यही मान लीजिए वियतनामी लेट्स से टेक इट कि आप कुछ और कंट्रीज में देख सकते हैं नॉन वियतनामी कंट्रीज में कि कितना चला है कितना चला है और कंट्रीज में थोड़ा कितनी बड़ी मार्केट वियतनामी जो बड़ी चेन है आप गगल करके देखिए वियतनाम की कौन सी बड़ी चेन है थाई फूड की वो इंडिया के बाहर किस-किस कंट्री में वो कितनी बड़ी है थोड़ा रिसर्च कर लीजिए थोड़ा सा लेकिन कई चीजें विदाउट डाटा भी इंटरप्रेट तो करनी पड़ती है कि भाई यह चीज कितनी चलेगी वो एक इंटरप्रेट करने का फिर थोड़ा सा फिर मैं फिर से वही कहूंगा कि थोड़ा सा आप सर्वे कर सकते हैं अपने दोस्तों के दोस्त चीजें 25 50 100 लोग थोड़ी सी कई बार एक इंस्ट्रिक्ट मिल जाती है फिर आप यह भी देख सकते हैं कि चाहे वह वियतनामी खाना है थाई खाना है पिछले दो-तीन साल में उनकी ग्रोथ क्या रही है हम चाहे वह बहुत छोटे बेस से बने पर लेकिन क्या रही है पास में ग्रोथ अगर वह ग्रोथ 3040 पर की है तो आपको आंसर मिल गया अगर वह ग्रोथ 101 पर की है तब भी मिल गया फिर आप फ्लेवर प्रोफाइल देख देख सकते हैं देखिए कुछ चीजें इंडियन फ्लेवर प्रोफाइल पर चलती है ओके क्या होता है फ्लेवर प्रोफाइल फ्लेवर प्रोफाइल जैसे कि हम लोगों को थोड़ा सा जैसे अभी मैं वियतनाम ही गया हुआ था छुट्टी में तो जैसे कि जो भी वहां खाना था पर इतना स्पाइसी नहीं था इतना तीखा नहीं था मतलब हमारे जो भी दोस्त गए थे सबको लग रहा था कि थोड़े मसाले और होते तो अच्छा था थोड़े मसा थोड़ा सा ब्लेंड है अच्छा लग तो फ्लेवर प्रोफाइल थोड़ी सी ब्लेंड की तरफ चली गई राइट लोगों को अब इंडिया में थोड़ा चटपट चाहिए इफ आई कैन से तो व कौन सी फ्लेवर प्रोफाइल है जो मैच कर जाएगी हम जो मैच करेगी ज्यादा राइट बट सुशी तो ब्लैंड ही है वोह कैसे च सशी में आप वसाबी डालते हो सोया सॉस डालती है ब्लेंड सशी तो आप खा नहीं रहे आप आप वसाबी सोया सॉस तो फ्लेवर प्रोफाइल भी कौन सी मैच कर जाएगी अब जैसे कि बिरयानी है अब हम इंडिया के बाहर लेके जाएंगे इस साल के बाद से तो बिरयानी भाई के लोग को तो हम यह देखते हैं कि किस कंट्री में राइस ईटिंग ज्यादा है अब जहां राइस ज्यादा खाते हैं वहां हां देर इज अ गुड चांस कि बिरयानी भी खा लेंगे जहां मीट ज्यादा खाते हैं शायद ये भी तो वो थोड़े से आपको सब्सीट्यूट्स या प्रॉक्सीस तो ढूंढने पड़ेंगे क्वेश्चन क्योंकि आप डोमिनोस का बहुत नाम लेते हो तो मैंने काफी स्टडी करा हुआ इसीलिए मैं क्वेश्चन पूछ रहा हूं कि डोमिनोज ने ऐसा क्या किया जुबलिन फूड्स ने इंडिया में जो उनकी पेरेंट कंपनी है डोमिनोज की वो इंडिया में जो नॉन पिज्जा ईटिंग कंट्री थी हम जहां पे लोगों को पता भी नहीं था पिज्जा क्या है जहां पे लोग आने के बाद भी थोड़ा स्नैक जैसे बच्चों के लिए देख लेते थे उस कंट्री में 5000 करोड़ का बिजनेस बना दिया 5 कर साज करोड़ सॉरी 500 कम कर दि क कर दिने और 2000 करीब आउटलेट बना दिए 500 सिटीज में है ् ड यू थिंक वाई डोमिनोस इतना बड़ा बिजनेस क्यों बना देखिए एक तो क्या है उन्होंने बहुत पेशेंस से बनाया सबसे बड़ी बात है दूसरा क्या है उन्होंने जैसे मैंने कहा कंसिस्टेंसी क्वालिटी कभी कंप्रोमाइज नहीं करी कभी उसे अफेक्ट नहीं हो ने दिया फिर क्या है उन्होंने बहुत रेंज पे किया उनका 50 का भी पीसा है और 00 का तो उन्होंने वो इंडिया में सबके लिए बनाया तो उन्हें जो आदमी 50 का पीसा खाना चाहता है उसके लिए भी कुछ बनाया तो वो रेंज उन्होंने बहुत बड़ी करी फिर उन्होंने उसके साथ जो एकंपनीमेंट्स हैं चीजें हैं अपनी जो सप्लाई चेन है मुझे पता है क्योंकि आई आई एम फ्रॉम द इंडस्ट्री इतनी रोबट बनाई जो ट्रेनिंग प्रोसेसेस हैं आप देखिए एक आउटलेट में करीब उनके 20 लोग तो होते ंगे तो 1800 आउटलेट में 36000 लोग हैं 3600 लोग 40000 ही होंगे 40000 लोगों को और इस इंडस्ट्री में एट्रिशन भी है लोग बदलते जाते हैं तो कंटीन्यूअसली उनको ट्रेन करते रहना नए लोगों को हायर करना ट्रेन करना उस क्वालिटी को कभी नीचे नहीं जाने देना अपने ब्रंड को बना के रखना तो यह अपने आप में आप मेरी बात सुनोगे तो बहुत बड़ा काम है बड़ा काम है और साथ में क्या है कि उन्होंने इंडिना भी किया मेन्यू को जो मान लो अगर जहां पर चिकन टिक्का पीसा चाहिए पनीर वाला चाहिए इनाइ भी किया रेंज भी बहुत बड़ी रखी कि 50 से 500 का तो एक इफ आई कैन से अमीर आदमी भी खा रहा है शायद इतना अमीर नहीं है वो भी खा रहा है सबके लिए एस्पिरेशनल बनाया इतनी बड़ी रेंज ऑफ ऑफ डेमोग्राफिक के लिए तो वो बहुत बड़ी बात है ओके सो आप यू फील की ऑपरेशंस बहुत स्ट्रंग थे बहुत स्ट्रंग थे ब्रैंड बिल्डिंग बहुत स्ट्रंग थी रेंज कस्टमर से कनेक्ट बहुत स्ट्रंग था ट्रेनिंग प्रोसेस बहुत रोब आई आल्सो फील डोमिनोस का वन ऑफ द पिटल मोमेंट्स था जब उन्होंने 30 मिनट डिलीवरी स्टार्ट वो माइंड शेयर क्रिएट कर लिया हां उन्होंने ब्रांडिंग जीनियस था वो कि वो बेस्ट पिज्जास देते हैं उस परे उन्होंने बात नहीं करी वो फ्रेश पिज़्ज़ा देते हैं उस परे बात नहीं करी डोमिनो इनफैक्ट फॉर द लांगेस्ट टाइम इकलौती का पिज़्ज़ा चेन कंपनी थी इंडिया में जो फ्रेश डो बनाती थी डेली बाकी लोग तो डो बना के रखते थे राइट उस परे भी उन्होंने बात नहीं करी वो हाई क्वालिटी इंग्रेडिएंट्स वेजिटेबल्स यूज करते हैं उस परे बात नहीं करी उनके सबसे चीजी पिज़्ज़ा होते हैं उन परे बात नहीं करी उन्होंने बात करी कि ओके पिज़्ज़ा तो सब बेच रहे हैं मैं 30 मिनट में तुमको लाके दे दूंगा इस बात करेंगे आपको याद है परिश रावल का ट आता था वो नाश्ता था कि ट मैंने ऑर्डर कर दिया अब 30 मिनट के ऊपर हो गए तो मुझे फ्री मिल जाए वो नाचता था कि फ्री मिल जाएगा 25 मिनट हो गए नहीं आया और वो आ जाता था उससे पहले आ जाता थाली और उसको तो कस्टमर को तो सर एक ही चीज राज बोलनी होती है जो उसके दिमाग में घुस जाए वो उन्होंने एक चीज पकड़ ली वो एक चीज उन्होंने पकड़ ली और पी क्या है एक लकली उनके लिए एक डिलीवरी कैटेगरी भी है जैसे बिरयानी इस डिलीवरी कैटेगरी आप डोसा चाहो भी तो इतना डिलीवर नहीं कर सकते क्योंकि वो मैसी हो जाएगा रोटी दाल सब्जी में बहुत सारी चीजें आती है थोड़ी रोटी भी चुई हो जाती है लेकिन उनके केस में बहुत बड़ा चैलेंज य कि अगर वह 30 या 40 मिनट के बाद डिलीवर करेंगे तो व पीसा भी चुई हो जाएगा डू यू थिंक की डोमिनोस का पिज्जा बिजनेस इतना बड़ा बनने का वन ऑफ द रीजन यह भी है कि ईज ऑफ ईटिंग बहुत हाई है या कि वो डिलीवरी बहुत इजली हो जाती है एक डब्बे में उसको खोलो और हाथ के उठा के खा लो और पांच लोग खा सकते हैं उसमें ना ज्यादा कुछ गंदा हो रहा है कुछ फैल रहा है ना कोई टेक्सचर अप एंड डाउन का कोई प्रॉब्लम होगा ना उसमें आपको कुछ मिक्स करना है रेडी टू ईट है तो ये ईज ऑफ ईटिंग में बहुत हेल्प करता है ड यू थ 100% तो इ कंप्लीट मील आल्सो देखिए पि का जो बेस है चीज से कप्स मिल गए टॉपिंग से प्रोटीन मिल गया तो कंप्लीट मील है मजा भी आ रहा है उसपे थोड़े से ऑरिगेन चिल्ली फ्लेक डाल दिया सेलिब्रेटरी मील है सबने एक एक स्लाइस उठा ली तो इट हेल्प्स एंड वी आर सेइंग कि बिरयानी उससे भी बेटर डिलीवरी कैटेगरी है इट्स अ कंप्लीट मील उसमें ग्लूटेन भी नहीं है उसमें फ्लेवर्स भी है और आपने डिलीवरी फ्रेंडली है पिा तो फिर भी आप ने मंगा लिया अगले दिन सुबह नहीं खा सकते बट बिरयानी इतना डिलीवर फ्रेंडली कैसे हुआ क्योंकि सालानू सी बिरयानी भी क्या है आप चाहो तो बिना सालन रायता डाले भी खा सकते हो पहली बात और डालना भी है तो ऐसे तो आपको चिली फ्लेक और और बेसिकली ओरिगैनो उसके ऊपर भी डालना पड़ेगा आपको वो ड्राई है ना लिक्विड नहीं है लिक्विड में थोड़ा डू यू थिंक आपने एक बार बेसल में उलट दिया तो ऐसी कोई उसमें इट्स अ वन पॉट मील तो ऐसा आ आई वुड से जैसे पिज़्ज़ में तो क्या है आपने मंगा लिया और एक घंटे बाद आपने नहीं खाया तो चुई हो जाएगा अब फ्रिज में रख दिया तो सुबह खा नहीं सकते नहीं बट बहुत लोग ठंडा पिज़्ज़ थिंग नहीं आप की एज में खा सकते हैं मेरी एज तक आते-आते पेट में जम जाएगा तो नहीं बट पॉइंट टेकन बट इट्स अ बट आई वुड से कि बिरयानी इज अ वेरी डिलीवरी फ्रेंडली डिश लाइक पि बर्गर तो क्या है फिर भी सौगी हो जाता है ब्रेड ना थोड़ा सा मिल्क है डोसा बहुत मुश्किल है आसान नहीं है तो बट बिरयानी एंड पीसा आर बोथ सेलिब्रेटरी बर्गर में प्रॉब्लम मुझे ये लगती है कि उसको एक साइड से खाओ दूसरे साइड से निकल जाता है इसमें केएफसी का वेज मैं वेजिटेरियन हूं और मैं केएफसी प वेज जाता वेज जाके खाता हूं क आई थिंक वे जिंगर इज हैंड्स डाउन वन ऑफ द बेस्ट बर्गर्स फ्राइड है मजा आता है टेस्टी लगता है स्पाइसी लगता है अच्छा है तो उनका फ्लेवर अच्छा है लेकिन उसमें प्रॉब्लम है कि जब आप खाते हो वो नीचे गिर जाता है उसके सॉस वॉस जो उसम लगी होती वो अलग से होता है सगी हो जा मजा नहीं आता जब तक वहीं जाके नहीं खाओ एगजैक्टली ब बिरयानी पीसा टू मोस्ट डिलीवरी फ्रेंडली कैटेगरी इन द वर्ल्ड तो डू यू थिंक कि जो बिजनेस अभी बना रहे हैं उनको अपने प्रोडक्ट सिलेक्शन के टाइम पे या जब भी वो नया प्रोडक्ट बना रहे हैं ये भी ध्यान रखना चाहिए कि कैसे मैं इसको डिलीवरी फ्रेंडली बनाऊ हां हां क्योंकि अगर मैं ज्यादा झंझट रखूंगा मिलाने करने की तो प्रोबेबली वो डिलीवरी फली बिल्कुल एक बहुत बड़ी बात है काफी मार्केट अब डिलीवरी पर शिफ्ट हो रही है जैसे मैंने कहा कि मैं सिंगापुर रहता था हम दिन की ऐसे ह्यूमन बीइंग 3 मील खाते हैं महीने की 90 100 मील खाते हैं तो सिंगापुर में तो लोग 90 100 में से समझो 80 90 बाहर ही खाते हैं या डिलीवर कराते इंडिया में जो सारे 1.4 बिलियन का नहीं कह रहा जो 15 20 मिलियन लोग जमेट स्विगी के टॉप कस्टमर्स है वह महीने की चार पांच मील्स मंगाते हैं तो यह धीरे-धीरे ट्रेंड चार पांच मील से 10 मील 20 मील 30 मील महीने का जैसे-जैसे फीमेल लेबर पार्टिसिपेशन इंडिया में बढ़ेगी मेट्स एक्सपेंसिव होगी तो डिलीवरी कैटेगरी होना बहुत अपने आप में बड़ी चीज है और डोमिनोज की सक्सेस का भी इंडिया में जो वन ऑफ द रीजन इज कि उनका 50 पर बिजनेस डिलीवरी से आ जाता है तो डिलीवरी बहुत स्ट्रांग है तो उसी रेस्टोरेंट से डबल बिजनेस हो जाता है ओके क्वेश्चन ऑन दिस डोमिनोज ने बिरयानी बिजनेस भी स्टार्ट किया था एकदम बिरयानी वो नहीं चला वो फ्लॉप हो गया क्यों जो डिलीवरी किंग है कंट्री में जिन्होंने खुद का डिलीवरी इकोसिस्टम बना दिया जिनको पता है कैसे करते हैं और डिलीवरी फ्रेंडली अगर बिरयानी है तो वो क्यों नहीं बना पा है पर प्रोडक्ट तो नहीं पता ना उन्हे देखिए देखिए जुबिलेंट क्या है अगर मैं हमली बोलूं उनको डोमिनो से एक प्लेबुक मिली जो डोमिनोज 50 साल पुराना ब्रांड है कि ऐसे सामान आएगा इंग्रेडिएंट्स ऐसे बनेगा ऐसे ब्रांडिंग होगी और एक है तो उन्हें उसे मैं बहुत हंबल वे में बोल रहा हूं क्योंकि उनकी बहुत मैं रिस्पेक्ट करता हूं जुबल की कि उन्हें पता उसको इंप्लीमेंट कैसे करना पर उनके डीएनए में शायद यह नहीं है कि नए प्रोडक्ट को जिसकी कोई प्लेबुक नहीं है उसको कैसे बनाना है उसे कैसे प्रोडक्ट मार्केट फिट लाना है वो मुझे लगता है एक फाउंडर का रोल है तो तो यू फील की जुबल वो मास्टर्स है ऑफ एक्सपेंडिंग प्रोसेसेस ए ब सिस्टम बट वो प्रोडक्ट के मास्टर प्रोडक्ट के प्लेबुक उनके पास जब तक नहीं आएगी अब जैसे उन्होंने पोपाई का भी लिया है इंडिया में तो उन्हे पोपाई की पूरी प्लेबुक मिल गई है कि ऐसे बनेगा ऐसे होगा तो उन्हें पता है कि बिजनेस डेवलपमेंट कैसे करना है आउटलेट कहां लेनी है सप्लाई चेन कैसे करनी है वो जो प्रोडक्ट और प्रोडक्ट मार्केट फिट है वो शायद उनका डीएनए नहीं है वो एक फाउंडर्स का ही हो सकता है गट इ आपको लगता है फ्रेंचाइजी बिजनेस चलता है इंडिया में हां हां ऐसा नहीं है कई लोग अच्छा चला 60 टू 70 पर रेस्टोरेंट्स जो फ्रेंचाइजी के होते हैं वो फर्स्ट ईयर में बंद जाते हैं नहीं देखिए डाटा बहुत है वर्ल्ड में देखिए मैं आपको बताता हूं कि 10 लाख लोग आईआईटी देते हैं 10000 का होता है राइट मैंने भी आईटी से करा हुआ है राइट तो बेसिकली एक 2 पर का ही होता है आईम्स में इतने का ही होता है जितने लोग पॉडकास्टर बनते हैं बहुत कम लोग राज समानी के लेवल पर पहुंचते हैं या जितने लोग हीरो बनने आते हैं बमबे उसमें से तो वो डेटा तो हमेशा है कि कम लोगों का होता है सो वो हमेशा ही रहेगा हम कोई भी जो अच्छी चीज है उसमें कंपटीशन है उसे कंसिस्टेंटली करते रहना वो तो देखिए एक जैसा अमिताभ बच्चन ही है कि वह 50 40 साल से हीरो हैं और उनके नाम पर लोग जा रहे हैं ज्यादातर लोग तो 5 10 साल 15 साल उसके बाद करियर खत्म हो तो वो तो किसी भी फील्ड में देखिए है आपको अगर लंबा मैंने कहा मोटला भी बहुत बड़ी कंपनी थी नया भी वो भी बंद हो गई हम वो तो सब जगह है पर आपको कंसिस्टेंटली अच्छा करते रहना पड़ेगा पर ऐसे भी बहुत एग्जांपल है फ्रॉम बकने वाला टू हल्दीराम टू मैकडोनाल्ड टू डोमिनो जो 50-50 साल से आपके शहर में जो छोटे ठेले वाले हैं चीजें 10 10 साल से आपने एग्जांपल लिया ऐसे भी हजारों लाखों तो दोनों साइड ऑफ एग्जांपल्स है बट क्या फ्रेंचाइजी इज अ वाइस थिंग टू डू टुडे कि जिसकी चलती चलाई कहानी है प्रोबेबली दिल्ली में बैंगलोर में वो मैं एक टियर टू टियर थ्री सिटी में खोल द नहीं मेरी ख्याल से बहुत अच्छा एक अगर आपको सपोर्ट मिल रहा है क्योंकि कई बार किसी चीज को नए से करना एक एक सिस्टम प्रोसेस बिठाना रेसिपीज बनाना ट्रेनिंग करना और किसी ने वो प्लेबुक बनाई हुई है जब जुबिलेंट ने इतना बड़ा बिजनेस खड़ा कर लिया 55 करोड़ का इंडिया के बाहर से फ्रेंचाइजर के 300 करोड़ की मार्केट कैप है या वेस्ट लाइफ ने मैकडोल का बिजनेस ा करोड़ की टॉप लाइन है साज करोड़ की हां स्टार टाटा ने स्टारबक्स के साथ तो आप भी अगर आप इंदौर लखनऊ में है तो दिल्ली बॉम्बे का बड़ा ब्रांड लाके सीम क्यों नहीं कर सकते ये तो प्रूवन है ओके तो कौन सी ऐसी ब्रांड है जो आपको लगता है अभी जिनमें स्कोप है नहीं बहुत ब्रांड्स है मैं किसी एक दो का नाम जैसे मैं फिर से कहता हूं अगर स्वाति स्नेक्स दे मैं भी ले लू शायद स्वाति स्नेक्स मुझे इतना पसंद है मुझे जैसे ऐसे लिया जाए तो रामेश्वर कैफे है मान लो बहुत अच्छा है बेंगलोर में ब्रांड भी है उनके सिस्टम तो जो भी एक ब्रांड 1015 साल से चल रहा है 20 साल से चल रहा है और उसने उसको सिस्टमाइज कर दिया है उनको उस प्रोडक्ट की कॉस्टिंग चीजें कस्टमर की न पता है फिर आप अपने शहर में देख लीजिए कि उस तरह की कस्टमर प्रोफाइल है कि नहीं अगर वैसी प्रोफाइल है चीजें हैं आप थोड़ी सर्वेस वगैरह से एनालिसिस से तो क्यों नहीं चलेगा मैं य क्वेश्चन पूछने वाला था जैसे मान लो हम रामेश्वरम कैफे है राइट उनका जैसा साउथ इंडियन है वो प्रोबेबली वैसा साउथ इंडियन इंदौर में नहीं चलता या वैसा साउथ इंडियन नॉर्थ में वो फ्लेवर प्रोफाइल देखनी बहुत जरूरी है क्योंकि इंडिया में टेस्ट बदल जाते हैं हर 200 किलोमीटर एगजैक्टली हर 100 200 किमी पे एक नया टेस्ट होता वो फ्लेवर प्रोफाइल को समझना आपको अपनी उतनी आपको एनालिसिस करनी पड़ेगी एस एंटरप्रेन्र्दे में उसका बहुत माहौल बनता है हाइप होती है एंड उसके चक्कर में छोटे-छोटे लोग अपनी पूरी लाइफ सेविंग लगा के एक फ्रेंचाइजी खोलने की कोशिश करते हैं किसी छोटे शहर में और बहुत पैसे डुबा देते हैं एग्जांपल देता हूं मैं जैसे आई रिमेंबर आई डोंट नो एजेक्ट नंब सो इट विल वेरी अनफेयर फॉर मी टू से बट जस्ट गिविंग एन एग्जांपल आई रिमेंबर केवेंटर्स क्रिकेट आया था केवेंटर्स मिल्कशेक था जो दिल्ली में बहुत चलता था एंड उसकी बॉटल बड़ी शो ऑफ वर्दी थी पूरे स्प चट प उस टाइम प स्प चट बहुत ज्यादा पॉपुलर हुआ तो कट बचपन से क प्लेस लोगों ने खरीद लिया था उ ओके हां तो जो बहुत कूल बना दिया था वो बॉटल लेके सेम केव की इंदौर में फ्रेंचाइजी खुली एंड फिर जब उन्होंने उधर फ्रेंचाइजी खोली स्टार्टिंग में एक महीना मैंने देखा कि कम से कम आधे किलोमीटर की लाइन लगी रहती थी उसके बाहर हम इतनी ज्यादा हाई थी एंड आई थिंक दूसरे महीने में वो कम हुई तीसरे महीने में चौथे महीने तक कोई चौथे पांचवे छठे महीने मैक्स तक कोई था ही नहीं फिर तो इसका मतलब वो खाली इट वास इट वाज अ फेड बट वो फैडल अगर आप सुनते केवेंटर्स की हिस्ट्री तो दिल्ली में काफी टाइम से चल रहा था नहीं देखिए यह तो और मिल्क शेक मिल्क शेक तो हर जगह पीते हैं नहीं पर मिल्क शेक वो महंगा है देखिए मैं शायद अपनी एनालिसिस ही कर सकता हूं मुझे एक एक् पूछ रहा हां तो जैसे क्या है कि केवेंटर्स का लेकिन महंगा भी है शायद वो एक मिल्क शेक 00 का है राइट तो एक शायद इंदौर में लोगों को लगा कि शुरू में तो चलो बाहर से आया है पी लेते हैं पर बाद में जब रेगुलर पीने की बारी आई तो उने लगा ये महंगा है इतना तो हमारे घर में भी देखिए फूड में ऐसा भी होता है कि जो चीज आसानी से घर में बन जाए आदमी कहता है यह तो मैं घर में अपनी मेट्स बनवा लूंगा मेरी वाइफ बना देगी या मैं खुद ही बना लूंगा मेरी मम्मी बना देगी तो वो प्राइस को को भी देखता है खासकर इफ आई कैन हमली से इंदौर या थोड़े से जो टियर वन टाउंस नहीं है राइट तो उन्हें ये भी लग सकता है ना कि भय 250 300 का शेक है यह तो दूध ही तो है इसमें 250 लीटर 250 एमए तो तो चलो ₹ का दूध है थोड़ा शेक डाला 50 का घर में बन जाएगा मैं 50 3300 क्यों दूं हर हफ्ते राइट तो वो उस माइंडसेट से भी देखना पड़ता है कि उसको बनाने में कितनी डिफिकल्टी होगी जैसे बिरयानी में तो क्या है आपको चार तरह के मसाले चीजें एक घंटे की कुकिंग वो तो और साथ में कॉस्ट भी हमारी शायद इतनी ज्यादा नहीं है जो सेलिंग प्राइस तो आदमी उस एंगल से भी देख लेता है ये तो मिल्क शेक ही है ये फटाफट ये तो इतनी क्या इसमें कि और ऐसी कोई बैठने की जगह भी नहीं दे रहा चलिए अगर आप बरिस्ता जा रहे हैं स्टारबक्स तो एक ब्रांड है एस्पिरेशन है मैं जाके बैठ रहा हूं तो आपको पूरे ब्रांड की प्रपोजिशन तो समझनी पड़ेगी अगर देखिए कस्टमर ही उसको लेना बंद कर दे उतना तो एक बनानी पड़ेगी कि फेड है ट्रेंड है कैसे चलेगा व किसी भी बिजनेस में ट्रू होगा मुझे लगता है ड यू आल्सो फील कि जो फास्ट कंजूमिंग चीजें होती है जो सेलिब्रेटरी नहीं होती फास्ट कंजूमिंग होती है मतलब जिनकी स्पीड ऑफ ईटिंग और स्पीड ऑफ कंसंट होता है वो ज्यादा महंगी नहीं बिक सकती उनमें प्राइस कैप होता है क्योंकि उसमें आप जैसे मोमोस है लोगों को फटाफट खाना है जो भी और ऐसा नहीं है कि सोच के खाएंगे उसी से खाना है जो उस समय सामने दुकान दिख गई स्टेशन पे उस पे बस स्टैंड पे फटाफट खाके तो खा लेंगे तो क्योंकि उसमें फटाफट एक इंस्टेंट ग्रेटफोर कम पैसे खर्च करेगा नहीं क्योंकि मुझे ऐसा भी लगता है कि लोग ना बहुत ज्यादा प्राइस एसोसिएट करते हैं टाइम से हां कि जैसे फॉर एग्जांपल अगर कॉफी है तो एक गरम गरम कॉफी आती है अब उसको बैठे हो टाइम लग रहा है उसको ठंडा होगा फिर धीरे-धीरे पियोगे खत्म हो टाइम लग रहा है तो उस पूरे एक्सपीरियंस के मे भी आप 00 400 दे दोगे पर जो है कि आपको दो मिनट में पीनी है आप खड़े हो कटिंग चाय और वो फूफू मार के दोस्तों के साथ अगर पी लिया आपने 5 मिनट में तो शायद आप उसके पैसे इतने ज्यादा नहीं दोगे तो जब भी आपका कंजमेट एन गिव मजा मैंने उतनी देर लिया ना उनी देर लिया ना मज बकुल बिल्कुल जैसे इसमें और भी चीजों का फर्क है जैसे आप देखिए आप स्टारबक्स में कॉफी के ती 400 500 भी दे देंगे पर यही आप जो ब्रांडेड चाय की चायोस है चाय पॉइंट है वो चाय के नहीं देंगे ₹ 400 क्योंकि आपने बचपन से देखा है गली नुकड़ घर में चाय बनती आई इसके में चाहे टाइम उतना ही लग रहा हो चाहे मैं चाय उस चाय पॉइंट में बैठ के अगर मैं चाय ब्रेंड में मैं आधा घंटा भी लगा लूं फिर भी मैं 00 नहीं दूंगा जो मैं शायद स्टारबक्स की कॉफी के दे दूं या कॉफी के एक अच्छे आउटलेट प 250 300 भी दे दूं उतने चाय के नहीं दूंगा क्योंकि चाय से मेरी फैमिलियरिटी बहुत है मुझे लगता है तो घर में भी बन जाएगी गली नुक्कड़ पे भी मिल जाएगी ढेल पे भी मिल जाएगी या फिर जैसे आपने कहा कि केविन मिल्कशेक है वो तो फटाफट पी ग तो मजा खत्म ही हो गया 00 का 5 मिनट दो मिनट में 00 उड़ गए बिरयानी तो मैं अगर 00 की मंगाया तो मैं मेरी वाइफ हम दोनों ने बच्चे ने मिलके आधे घंटे खाई पूरी पेट भर गया तो उसकी वो वैल्यू दे अपने माइंड में तो यह सब चीजें तो एक आपकी इंटू नहीं है बिजनेस सेंस तो वो कहीं ना कहीं आप वैसे भी फंस जाएंगे पर आई वुड स्टिल से फ्रेंचाइजी अच्छी कंपनी की जिसको अगर आपकी बिजनेस तो शुरू में वो थोड़ा आपको मिल जाता है सिस्टम्स प्रोसेस कैसे इसकी टेक काम करती है पीएस काम करता है कैसे बिलिंग होती है एक आपको पर प्रोडक्ट अगर काम ही नहीं करेगा कस्टमर लेगा ही नहीं तो फिर कैसे होगा आप लेट हो आप मतलब लेट ल टाइम लगाते हो ज्यादा टाइम लगाते हो 40 50 मिनट्स लगाते हो उससे फर्क पड़ता है हां हां फर्क मतलब सही में गलत में नहीं सही में मतलब क्या आपको लगता है कि कस्टमर को अब फास्ट चाहिए या जल्दी चाहिए उसके चक्कर में यू मस्ट बी लूजिंग ऑर्डर्स थोड़ा हो जाता है थोड़ा हो जाता है पर लेकिन कस्टमर को यह बात पता है कि जैसे मैंने कहा कि खाना इस अनलाइक टैक्सी की किसी में बैठ के चले गए ये तो पेट में जा रहा है मतलब उसके टेस्ट वेल बीइंग क्वालिटी हाइजीन बहुत फ तो कस्टमर को हमारे केस में पता है कि भाई यहां पे हम एक फ्रेश बहुत हाई क्वालिटी इडिट रिटेंशन हैवी होगा रिटेंशन बहुत हैवी हो जाता है रिटेंशन क्या रिटेंशन होगा अभी बिरयानी वा किलो का नहीं हमारा रिटेंशन 7080 पर से ज्यादा है क्या बात कर रहे हां हां बहुत हाई है क्या बात करर आप कई बार एक बार 300 करोड़ के बिजनेस पे हां हां हां जो रिटेंशन 70 है हां तो 200 करोड़ हां 200 250 करोड़ का तो क्योंकि बेसिकली क्या जो हमारा कस्टमर है वो हमें छोड़ता नहीं है चाहे वो महीने में एक बार खाए दो महीने में एक बार खाए लेकिन जो वो बिरयानी खाता है कबाब खाता है या फिर नहीं खाता है तो फिर व हम छोड़ता एंड दिस रिटेंशन इज ओवर थ्री मंथ सिक्स मंथ कैसे कैलकुलेट किया हम वन ईयर वाला लेते हैं हम वन ईयर वाला लेते हैं कि भाई उसने खाया हुआ छ महीने से एक साल वाला लेते हैं पर रिटेंशन हमारा बहुत हाई है तो यरली रिटेंशन इज 70 और मंथली रिटेंशन वुड बी इंडिया में कल्चर ही नहीं मंथली बा नेली ऐसे बाहर खाने का है नहीं तो वो टेंशन रेट आई थिंक हमने इतना कैलकुलेट भी नहीं किया हम यरली करते हैं ओके यरली बट ट्स गुड मतलब हर साल आदमी आपका दो बार तो खा ही लेता है खा ही लेता है खा ही लेता है और मतलब 100 लोग अग ड ऐसे बहुत लोग हैं जिन्होंने अपनी जिंदगी में 100 बार 500 बार हज बार करा हुआ है जो हर हफ्ते भी खाते हैं ऐसे भी बहुत मतलब आपका अगर 300 करोड़ का धंधा है तो अगले साल 21 करोड़ करोड़ का तो पक्का आ ही रहा है 70 काफी बढ़ जाता है काफी ब जा एग्जांपल दे रहा हूं कि अगली साल फिक्स है हमारी इसीलिए हम ग्रो कर पाए क्योंकि वो रिटेंशन बहुत हाई है क्योंकि लोगों को पता है जो क्वालिटी है टेस्ट है और जो फ्रेशनेस है मैं इसलिए ट्राई नहीं कर पाया प्रोबेबली क्योंकि मैं जब भी z या स्विगी प जाता हूं मैं फर्स्ट चीज डालता हूं 4.0 रेटिंग नहीं नहीं सेकंड चीज डालता हूं अंडर 30 फास्टेस्ट डिलीवरी और टॉप थ फर मतलब कस्टमर प्रोफाइल अलग है मेरा ये चीज मैं कहना देखिए फूड इज वेरी इंपोर्टेंट जो आप आज यू आर वेरी यंग 27 पर जैसे जैसे य तो फूड इज वेल बीइंग हाइजीन तो आप जिस क्वालिटी का फूड अपनी बॉडी में डाल रहे हैं अब वो 30 मिनट की बजाय 45 मिनट्स भी हो गया तो फर्क नहीं पड़ेगा फर्क नहीं पड़ेगा उतनी प्लानिंग कर लेनी चाहिए मेरे हिसाब से कि अगर आपको एक फ्रेश खाना चाहिए क्योंकि देखिए जो 30 मिनट में दे रहा है वो 10 मिनट में बना रहा है 20 मिनट तो डिलीवरी के लिए चाहिए 10 मिनट में बिरयानी फ्रेश नहीं बन सकती अब फ्रेश की जैसे बात कर रहे हो हम तो क्या तरीका होता है इसको रिस्टोर करते हो एवरी डे कैसे होता है मतलब चावल एक साथ बहुत खरीद के रखोगे फिर उसको बनाते हो जितनी वेस्ट हो जाएगी क्या वो अगले दिन फिर रिस्टोर होके वापस जाते हैं क्या कैसे हम लोग कुछ रिस्टोर नहीं करते हमारा सब फ्रेश होता है सुबह आउटलेट्स पर राइस बॉईल होना शुरू होता है वह बहुत बड़ा मतलब इट विल टेक वन आवर लोंग पॉडकास्ट वो सिस्टम्स प्रोसेस वेरी सीनियर पीपल वर्क जो हमने बड़ी-बड़ी कंपनी से गिव मी शॉट जस्ट 10 फ मिनट्स उसमें यही है कि देखिए कोई भी चीज हम एक तो पुरानी यूज नहीं करते या दोबारा कोई उस दिन आउटलेट में खुल जाए तो अगले दिन यूज नहीं करते हमारा तो काफी चीजें देखिए सेंट्रल किचन से आती है जैसे मीट कट के आएगा मैरिनेट होके आएगा लेकिन क्या है कि सब चीजें आएंगी लेकिन आउटलेट प उस हांडी में जब ऑर्डर आएगा तभी फ्रेश जाएंगी थो होके फ्रेश होकर जाएंगी तो लेकिन हम हांडी में 25 मिनट जो लगते हैं वह हमारे केस में लगते हैं क्योंकि वो कुक उसी 202 मिनट में उसी हांडी में तभी हो रहा है जब वो गए स्टैंडर्डाइज्ड है सब कुछ है लेकिन वो उसी समय फ्रेश बन रहा है बहुत हाई क्वालिटी इंग्रेडिएंट्स जैसे हम जो राइस यूज करते हैं वो टू इयर्स नेचुरली एज प्रीमियम बासमती ज्यादातर जो राइस होता है बासमती भी उसमें एक सेला होता है एक स्टीम होता है एक रॉ होता है तो हम दावत का जो सबसे महंगा वाला है जो अगर रिटेल प्राइस 250 किलो वो क्योंकि उसमें खाना खाके आपको भारीपन महसूस नहीं होगा बहुत हल्का रहेगा पेट तो जो इंग्रेडिएंट्स की क्वालिटी और साथ में हम कोई चीज बासी यूज नहीं करते जो सुबह निकल जाती है उसी दिन यूज होती है अगले दिन कभी यू नहीं होती तो फिर रात को जो बज जाता है फूड वेस्ट हम सब थ्रो अवे कर देते हैं पर हमारा क्योंकि इतने हमारे प्रिडिक्टिव टेक्नोलॉजी वगैरह है तो हमें पता है उस आउटलेट में मान लो वेनसडे को कितना सामान बिकता है लंच में डिनर में तो उसी हिसाब से सब चीजें उसका जो मीसा वगैरह प्रिपेयर उतना ही करते हैं तो वेस्टेज कैसे कंट्रोल करते हो क्योंकि टा से डाटा से प्रेडिक्शन हमारी बहुत स्ट्रंग है इतने साल से हम 10 साल से बिजनेस में है तो भी कितना वेस्टेज हो होता होगा अभी आज % % ट्स प्री गुड ट्स प्रिटी लो और वो क्या कभी आपने सोचा कि उसका क्या कर सकते हैं कुछ होता है नहीं देखिए उसमें बहुत ज्यादा दिमाग लगा केर फायदा नहीं है उसमें जाके क्योंकि आप करने लगेंगे तो शायद गलत डायरेक्शन में चले जाए तो वी चूज हम कुछ लोगों से कुछ एनजीओ से टाई अप बीच-बीच में करते रहते हैं जहां वेर वी कैन गिव एट नाइट ऑन द वीकेंड्स वग वो बीच-बीच में हम करते भी रहते हैं बट वी प्रेफर नॉट टू यूज इट ओके मतलब वो नेक्स्ट डे नहीं यूज होगा सवाल ही पैदा नहीं होता देखिए मैंने वही कहा क्वालिटी प तो आप कंप्रोमाइज ही नहीं सकते हर दिन और देखिए हमारे लिए जो 100 आउटलेट शुरुआत है जब मैं मैकडो की बात करता हूं 40000 आउटलेट इन 150 कंट्रीज तो हम भी जो इंडिया की भारत की धरोहर है मतलब बिरयानी है कबाब है इनको इन द मोस्ट ऑथेंटिक वे आज जो 100 आउटलेट है हज आउटलेट 2000 आउटलेट मतलब यह जर्नी तो अभी शुरू हुई तो वी कैन नॉट इन आज एक कंट्री में है कल को हम 10 कंट्री में होंगे वी वांट टू टेक दिस इंडिया हेरिटेज डिश टू द वर्ल्ड मोस्ट ऑथेंटिक वे तो क्वालिटी तो कंप्रोमाइज हम कर ही नहीं सकते ओके टेल मी व्हाट्स द प्राइस ऑफ एवरेज प्राइस ऑफ अ बिरयानी इन बिरयानी बाय किलो तो जैसे कि आधा किलो की जो बिरयानी हांडी है करीब 00 की है एक्चुअली पहले बेटर क्वेश्चन इ देन कम टू प्राइसिंग फर्स्ट इज लोग पर प्लेट बेचते हैं आपने वेट के हिसाब से क्यों बेचा कि आधा किलो ढाई किलो दो किलो एक किलो ऐसे क्यों बेचते हो आप क्योंकि देखिए एक एवरेज आदमी एवरेज आदमी औरत पर्सन जनरली क्या है एक बार में 400 500 ग्राम ही खाता है उसकी मील की जो एक क्वांटिटी होती है और दूसरा हम लोग कहते हैं कि प्लेट में किसी को पता नहीं कितना खाना आएगा तो उसका या तो ज्यादा आ जाएगा या कम आ जाएगा वेस्ट हो जाएगा तो हमने इसीलिए भाई किलो आधा किलो उसको आईडिया हो कि कितना खाना आने वाला है अगर आप हमारी हांडी में से अगर बिरयानी उल्टी कर दें एक तराजू पे एक विंग मशीन प तो जनरली 550 ग्राम निकलेगी तो उसे पता है उसमें चार पीस चिकन होंगे राइस होगा चीज होगी उसे पनीर होगा कटल होगी तो उसे पता है कि इतनी क्वांटिटी ही मुझे मिलेगी तो ना हम चीटिंग कर सकते हैं उसको भी प्रिडिक्ट कर सकता है वह बेटर कि मैं कितना खाने वाला हूं प्लेट में तो हर रेस्टोरेंट की प्लेट अलग होगी ह तो वी फील वी थिंक इट्स अ बेटर वे टू सर्व द कस्टमर तो द बेटर वे इज़ कि कितने ग्राम मैं खाना खा रहा हूं देन अ प्लेट प् क्योंकि हर और उसको पता है कि मुझे एक्चुअली इतना ही खाना मिल रहा है हमारी तो हर चीज़ डिफाइंड है हां तो 250 ग्रा की 500 ग्रा कितना कितने-कितने कौन से टॉप थ्री वो है सबसे पहले तो वो आधा किलो वाली बस बिकती है क्योंकि उसमें करीब दो लोग खा लेते हैं ओके वो बेस्ट है लोगों के लिए डेढ़ दो लोग खा लेते हैं कई बार हां सो आधा किलो वाली और कौन-कौन से दो ऑप्शन है बाकी सेकंड हाईएस्ट सेलिंग कौन सा है बाकी फिर 1 किलो वाला है फिर सिंगल पोर्शन है सिंगल पोर्शन सिंगल पोर्शन में 350 ग्रा है ओके 350 और फिर हमारे कबाब्स बहुत पॉपुलर है करीज तो वो भी बहुत चलते हैं वेरी प्राउड ऑफ अ कबाब्स सो कबाब्स क्यों स्टार्ट किया कब स्टार्ट किया क्योंकि देखिए लोगों को क्या है जब बिरयानी मंगा रहे हैं साथ में थोड़ा सा कबाब भी चाहिए ड्राई थोड़ा सा एक-एक डिश हमारे पास मटन चिकन दाल और पनीर की भी है करी भी चाहिए पीपल वांट टू ऑर्डर अ होल मील इट्स अ सेलिब्रेटरी मील फिरनी भी चाहिए तो लद 75 पर ऑफ अ बिजनेस इज बिरयानी बट 10 12 पर कबाब है 10 पर करीज भी है 5 पर फिनी और ओके डिजर्ट्स भी है तो पीपल वांट अ कंप्लीट मील आल्सो ना जब सेलिब्रेशन कर रहे हैं कि घर में बैठे हैं या ऑफिस में मंगा रहे हैं गॉट इट ओके नाउ कम टू प्राइसिंग कि तो प्राइसिंग कैसे डिसाइड करिए हाउ इंपोर्टेंट प्राइसिंग इज नहीं देखिए ये जैसे कि हम मानते हैं कि अगर आधा किलो की जो बिरयानी है 400 450 की है तो वेजिटेरियन कितने की है और नॉनवेजिटेरियन तो वेजिटेरियन 400 की होगी नॉन वेजिटेरियन 450 की होगी तो उस तरह से मटन मटन थोड़ी और महंगी होगी ये 00 कैसे आया नंबर तो देखिए पहले तो सबसे पहले तो एक एक जनरल मार्केट में क्या ट्रेंड है फिर क्या है कि आप किसी का भी देखिए 00 में अगर डेढ़ दो लोग खा ले रहे हैं तो एक आदमी का पर पर्सेंट 50 लग रहा है व्हिच इज एक्सेप्टेबल नंबर इन इंडिया फिर एक स्टैंडर्ड फूड कॉस्ट इंडिया में एक सर्टेन नंबर है परसेंटेज चाहे वो डोमिनोज का हो बर्गर किंग का हो या मोस्ट रेस्टोरेंट्स का हो तो फूड कॉस्ट का लेबर का परसेंटेज कितना होना चाहिए रेंट का कितना होना चाहिए ये काफी डिफाइंड होते हैं मोटे-मोटे कि भाई कितने परसेंटेज होते हैं स्टोर का बिट्टा मतलब प्रॉफिट कितना होना चाहिए तो वो फूड कॉस्ट पे भी डिपेंड करता है जैसे हम लोग जैसे मैंने कहा टू इयर्स नेचुरली एड प्रीमियम बासमती यूज करते हैं दावत का हम गिव मी ब्रेकअप ऑफ दिस अगर 00 की बिरयानी होती है तो 00 में कितने रुपए रॉ मटेरियल में जाते हैं कितने र मटेरियल में टिपिकली 35 से 40 पर जाते हैं ओके रॉ मटेरियल और पैकेजिंग ओके रॉ मटेरियल और पैकेजिंग लेबर में कर 120 से 50 के आसपास आपका 35 टू 40 र मटेरियल और पैकिंग में जाता है और करीब डिपेंडिंग ऑन द प्रोडक्ट आपका 10 से 12 पर लेबर में जाता है ओके जो लेबर आउटलेट में रखती है 45 लेबर में जाता है फ्यूल कॉस्ट में करीब ा % जाता है गैस वगैरह में ओके जो डिलीवरी केलिए फ्यू नहीं फ्यूल गस गस बनाने के लिए बनाने के लिए इलेक्ट्रिसिटी भी जो किचन में लग रही है वो भी करीब जो दिन भर जलती है रेफ्रिजरेशन चीजें वो भी करीब % लगता है अच्छा तो 10 अगर क्लाउ क्लाउड किचन है तो करीब 5 पर लगता है डाइनिंग है तो 10 10 से 15 पर लगता है ओके रेंट में फिर जनरल जो जी एंड बोलते हैं हम स्टाफ वेलफेयर स्टाफ का खाना मेंटेनेंस वगैरह जो आउटलेट पे होती है वो 3 पर लगता है ओके तो फिर उसके बाद मार्केटिंग या एग्रीगेटर कमीशंस में लगता है कमीशन में कितना वो थोड़ा सा जरा सेंसिटिव टॉपिक है मैं पॉडकास्ट अच्छा हर हर किसी की डील अलग होती होगी करता है कितना बड़ा ब्रांड है कितना एवरेज ऑर्डर वैल्यू है एवरेज एकट वाले कितना चार्ज करते हो फॉर नर्मल नर्मल पीपल आई थिंक नॉर्मल पीपल दे वुड चार्ज आई वुड से इन टुडेज टाइम एटलीस्ट 20 से 25 पर ओते एंड क्योंकि आपकी प्रेफर्ड ब्रांड है और आप बहुत ज्यादा ब बड़ी है तो हर बड़ी ब्रांड को थोड़ा कम प कम ज्यादा हो क्योंकि डिपेंड करता है कितना बिजनेस दे पा रहे हैं चीजें पर ज्यादातर 20 2 पर की रेंज में थ कम ए कम होता होगा तो कितना मतलब 10 15 पर कम हो जाता है कि थोड़ा सा ही 4 पा पर थोड़ा ही फर्क होता है इतना नहीं होता है ज्यादा नहीं होता है तो 10 15 का किसी को भी उस हां तो फिर तो यह सब चीजें देखिए मोटा मोटा तो आपको अपने हिसाब से कैलकुलेट उसको करना पड़ेगा कितना मेरा फूड एंड पैकिंग कॉस्ट है कितना मेरा लेबर कॉस्ट है कितना और किस स्केल पे वही नंबर 5 लाख महीने के बिजनेस पे एकदम क्योंकि रेंट आप मिनिमम लोगे 50000 का लिया आपने मान लो तो 5 लाख के बिजनेस में वही रेंट 10 पर हो जाए वही 20 लाख के बिजनेस में वही 50000 आपका बेसिकली ढाई कितना बहुत कम बैठ जाएगा राइट कि 20 लाख के बिजनेस प तो आप देखिए कितना 2 पर ही आया % ही आया तो वो आपको देखना पड़ेगा कि मेरा बिजनेस कितना स्केल कर जाए तो जब मैं रेंट ले एक स्टेबल बिजनेस पे रेंट कितना आएगा फूड कॉस्ट कितनी आएगी लेबर कितनी आएगी एग्रीगेटर कमीशन कितनी या मेरी ले हर एंड में डिलीवरी कॉस्ट क्या बड़ा फैक्टर होता है हां तो डिलीवरी ऑफकोर्स क्योंकि अगर आप कितने परसेंट होता है डिलीवरी कॉस्ट डिलीवरी कॉस्ट एग्रीगेटर कमीशन में आ जाएगी ना ओके 25 में मार्केटिंग एग्रीगेटर कमीशन मार्केटिंग उसके अलावा होगी मार्केटिंग कितनी होती है फिर मार्केटिंग डिपेंड करता है देखो नया ब्रांड है तो 10 पर भी करेगा छोटा ब्रांड है मतलब एक बार ब्रांड एस्टेब्लिश हो गया तो आप 34 पर भी करोगे ओके शुरू फर बचता कितना है प्रॉफिट कितना होता होगा देखिए अगर आप आउटलेट चला रहे हैं तो मतलब 10 से 20 पर 10 से 20 पर डिपेंडिंग ऑन कितना आप करें उतना तो बचना ही चाहिए अगर आप इतना कर और इसमें आपने ऑफ कैपिटल भी माइनस नहीं कॉस्ट ऑफ कैपिटल नहीं करा तो अगर जैसे कि इस ये है हा ये तो बट क्योंकि देखिए अगर आप अगर आपने 5 लाख रप 10 लाख रप लग के बिजनेस लगाया राइट इसमें भी डिपेंड करता है 10 लाख रप लगा के बिजनेस लगाया जो कैपिटल कॉस्ट है सब इक्विपमेंट सिविल वर्क शुरू में लाइसेंस वगैरह लेके 10 लाख का लगा अगर आप महीने में 10 लाख का बिजनेस करते हैं य उस परे बहुत डिपेंड करेगा 10 लाख लगा के महीने में 10 लाख करते हैं राइट तो और आप 10 पर कमाते हैं महीने का एकला तो वो पैसा आपका 10 महीने में वापस आ गया लेकिन आप चाहे 10 पर ए बट है सेल्स प 10 लाख महीने की लेकिन अगर आप 5 लाख कमाते हैं महीने का रेवेन्यू करते हैं 10 पर या बेटा 50000 तो पैसा वापस आने में 20 महीने लगेंगे और यही आप 10 लाख लगा के 20 लाख महीने का बिजनेस करते हैं 10 पर बटा दो लाख तो पा महीने में आ जाए तो यह सब चीजें एक बिजनेसमैन को कैलकुलेट कर करनी पड़ेगी बटल एवरेज अराउंड आप बोल रहे हो कि एबेटा 10 15 पर बनता है उसके बाद फिर आपको कॉस्ट ऑफ कैपिटल भी देनी पड़ती है तो कॉस्ट ऑफ कैपिटल आप और अगर आप बड़े बिजनेस हो गए तो कॉर्पोरेट कॉस्ट भी उसके बाद होती है तो तो आपकी ऐसे कॉर्पोरेट चलो कॉर्पोरेट कॉस्ट तो ठीक है ट्स अ डिफरेंट नंबर बट एबेटा के बाद पर स्टोर लेवल पर अगर बात करें तो स्टोर लेवल प कितना परसेंट क्या होता है कॉस्ट ऑफ कैपिटल दो 5 10 पर लाइक हाउ मच ड यू हैव टू टेक आउट फ्रॉम योर 10 10 टू 20 पर जो आपका एबिटा बनता है हां पैड कितना होता है लाइक लेट जस्ट पुट इट द तो पैड तो उसके बाद देखिए एटा के बाद इंटरेस्ट हमारा कोई लोन नहीं है या डेप्रिसिएशन तो एक इट्स नॉट अ कैश आइटम डेप्रिसिएशन वर्किंग कैपिटल कैश लि ही होगा इस केस में इस केस में वर्किंग कैपिटल रेस्टोरेंट बिजनेस में अच्छा कम होता है क्योंकि पीछे से सामान कई बार उधार आ जाता है 15 20 दिन तो वर्किंग कैपिटल इस बिजनेस में नहीं लगता है नेगेटिव कैश फ्लो होती है नेगेटिव कैश फ्लो है तो एबिटा के नीचे सिर्फ डेप्रिसिएशन टैक्स है और अगर आपने लोन लिया हुआ है तो इंटरेस्ट है हां तो वैसे देखिए अगर आप बिज़नेस को अच्छे से चला रहे हैं कंसिस्टेंट है तो अच्छा है लेकिन मैं एंकरेज करूंगा कि थोड़ा डिलीवरी के अलावा धीरे-धीरे डाइन इन भी जाना चाहिए कि आपके कस्टमर से ब्रांड कनेक्ट अच्छा हो एक और आपको वह थोड़ा जो भी डिलीवरी और बाकी खर्चे हैं बचा पाए ओके सो कमिंग बैक टू द प्राइसिंग तो यह ऐसे प्राइसिंग होती है और अब आपने 300 करोड़ के आसपास का बिज़नेस बना दिया ट और अब आपको उसको ग्लोबल बनाना है राइट वी विल टॉक अबाउट ग्लोबल बिजनेस बट मुझे बताओ कि आपकी एक्सप्लेन मी र टीम 300 करोड़ का धंधा चलाने के लिए कौन कितने डिपार्टमेंट है आपके कौन से पांच छ सात डिपार्टमेंट है जिससे बिजनेस चलता है आप आपके कोफाउंडर आप लोगों के रोल्स क्या है ला एक्सप्लेन मी दिस कि सब लोग मिला के कैसे करते हैं तो मैं और मेरे कोफाउंडर है कौशिक रॉय तो कौशिक रॉय हैज बीन अ एनबी इंडस्ट्री वेटरन 30 साल से इसी इंडस्ट्री में है ओके तो उन्हें ऑपरेशंस की एक्सपर्टीज है टेक्नोलॉजी की सिस्टम्स प्रोसेस की आई कम फ्रॉम मैंने एमबीए कराया तो मैंने आईटी बिजनेस प्राइवेट इक्विटी हेज फंड्स वगैरह करें तो काफी बिजनेसेस में इन्वेस्ट कर रहा है ग्रो कर रहा है तो मेरी एक्सपर्टीज स्ट्रेटेजी की फाइनेंस की मार्केटिंग की ग्रोथ की है तो हम अलग-अलग एरियाज देखते हैं स्ट्रैटेजी फाइनेंस एंड ग मार्केटिंग ग्रोथ हां ग्रोथ म मार्केटिंग बिजनेस डेवलपमेंट सो ग्रोथ में आ गया वो तो स्ट्रैटेजी फाइनेंस ग्रोथ आप टेक केयर करते हो एंड कौशिक क्या टे टेक्स केयर ऑफ ऑपरेशंस टेक्नोलॉजी सप्लाई चेन प्रोसेसेस जो एसओ पीस बनती है हायरिंग ट्रनिंग हायरिंग भी वही करते हैं ंग हां मतलब जो टॉप हां डिपार्टमेंट हेड्स है फिर सारे हां तो उनकी क्या पोजीशन है किसकी स्टार्टअप में कंपनी में किसकी कौश की हां तो हम सीईओ को सीईओ करके दोनों चलते सीओ को सीओ कोई सीटीओ सीओ ऐसा वो सब अलग है हां तो बाकी सब उसके नीचे जैसे सीओओ है चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर तो वो आपके अंडर में कौशिक के अंडर क्योंकि दोनों के डिपार्टमेंट वो होंगे ना वो कौशिक के अंडर जाता है कौशिक के अंडर जाता है तो कौशिक के अंडर एक सीओओ है हां फिर आपके अंदर कौन है मेरे अंदर जैसे फाइनेंस हेड है लीगल हेड है मार्केटिंग हेड है डीडी हेड है डीडी हैड बिजनेस डेवलपमेंट अ बीडी हैड बीडी मार्केटिंग टॉप आपका टाइम सबसे ज्यादा कौन से चार लोगों से पांच लोगों से बात करने में निकलता है मेरा एक तो ऑफकोर्स मार्केटिंग में बहुत जाता है क्योंकि जो भी कैंपेन होने मार्केटिंग हेड से आप स्पेंड करते हो टाइम फिर मेरा फाइनेंस में बहुत ज्यादा है इस महीने की क्या प्रॉफिट लॉस है इन्वेस्टर्स को क्या रिपोर्ट्स जानी है रिपोर्ट्स क्या आ रही है ठीक है फिर फिर मेरा टाइम काफी एग्रीगेटर रिलेशनशिप में जाता है जोमेटो स्विगी से तो एग्रीगेटर रिलेशनशिप के लिए भी कोई हेड होगा एक हां जो मुझे रिपोर्ट करते हैं ओके तो एग्रीगेटर शिप उनकी क्या पोजीशन होगी तो उनकी पोजीशन बेसिकली वी से कि दे आर चैनल मैनेजर्स चैनल चैनल हेड कहते हैं उ हमारे उसमें चैनल हेड है तो ये तीन आप बेसिक बात और लीगल हेड है क्योंकि लीगल डॉक्यूमेंटेशन बहुत है इसमें ओके एंड बीडी हां तो बीडी बाकी जो कि हम जैसे नए आउटलेट सारे खोलते हैं तो वो बीडी हैड है तो ये आपके पांच लोग हैं एंड कौशिक की टीम में कौन से ऐसे तीन चार लोग होंगे जो उनके हां बीडी एक्चुअली कौशिक भी देखते हैं तो बराबर है तो ओके सो लेट्स लेट्स अवॉइड बीडी फॉर नाउ बाकी उनके केस में ऑपरेशंस हायरिंग सीच आरओ जो एचआर हेड है कि हर महीने सीओ उनके हेड में सीच आरओ उनके सीटीओ भी उनके पास सीटीओ उनके पास है और सप्लाई चेन हेड सप्लाई चेन हेड है परचेस हेड है अच्छा ओके स ऑडिट एंड क्वालिटी हेड है टेल मी योर टॉप फोर पीपल र आन इट्स वेरी डिफिकल्ट टटू चूज पर लेट्स से मार्केटिंग हेड कौन है आपने देखिए मैं नाम से अगर एक का लूंगा दो का नहीं लूंगा तो मेरा ऑफिस जाना मुश्किल हो जाए मैं तो नाम डिपार्टमेंट ले लिए ब डिपार्टमेंट वा पूछ रहा हूं मैं सारे डिपार्ट सी आई एम ट्रांग टू अंडरस्टैंड कि कैसे लोग हायर करते हैं कैसे चूज करते हैं और क्या काम करते हैं तो इसलिए तो अभी मार्केटिंग हेड कौन है अभी मार्केटिंग हेड हमारे केस में सचिन करके हैं ओके तो सचिन आपके साथ कब से हैं सचिन को हो गए तीन चार साल हो गए एंड कैसे वो टिंग हेड बने अब यू चोज हिम फ्रॉम सम अदर कंपनी व हि पेडिग्री बैकग्राउंड इनहाउस थे कैसा हुआ तो ही हैज वर्क्ड इन मेनी कंपनी ही हैज वर्क्ड इन मेनी कंपनीज मुझे एट क्योंकि अब चार पांच साल हो गए उने हायर करे किसकिस कंपनी पर काफी वो और भी एफ एंड बी कंपनीज में कंज्यूमर कंपनीज में काम कर चुके हैं वो कर चुके तो बेसिकली पर ही ज बीन अ गुड लर्नर काफी एक आई थिंक क्यूरियोसिटी है चीजें हैं क्योंकि इस बिजनेस में आप मार्केटिंग की बात करें तो मार्केटिंग के बहुत अलग-अलग चैनल्स है जैसे एक पुराना ट्रेडिशनल कि भाई एक तो आप जानते आप आजकल नया आ ग इनफ्लुएंसर मार्केटिंग ट तो उसके लिए जैसे कंपनी में वैसे इसमें भी मार्केटिंग में हमारे इनफ्लुएंसर अलग पर्सन देखते हैं जो इन्फ्लुएंस हेड है और जो एटीएल बीटीएल देखते हैं वह सचिन देखते हैं फिर एक डिजिटल मार्केटिंग है वह अलग देखते हैं वह भी तीन अलग-अलग हेड्स है तो जो डिजिटल मार्केटिंग में सब पोर्टेंट फिर ये चैनल मार्केटिंग है जो एग्रीगेटर्स वाली जोमेटो सगी वाली उसके लिए अलग है फिर जो एटीएल बीटीएल है की डिंग्स है न्यूजपेपर एड्स है या हम वेब सीरीज वगैरह बनाते हैं उसके अलग है तो ये सब तीन चार लोग अलग है तो सचिन को आपने कैसे चूज किया कि इतनी सारी चीजें हैं हर चीज तो उनको आती नहीं होगी किसी को भी नहीं आती ना आपको ना मुझे ना आई एम शर स्टीव जॉब्स को नहीं आती होगी हर चीज राइट तो आपने सचिन को कैसे चूज किया द एबिलिटी टू लर्न एंड टू कीप ग्रोइंग आई थिंक एक अगर नेचुरल क्यूरियोसिटी है डेटा को सिंथेसाइज करने की कैपेसिटी है हार्ड वर्किंग है तो मोस्ट ऑफ लॉट ऑफ दिस जॉब्स अगर बेसिक स्किल सेट है ढूंढा कैसे कहां से ढूंढा गिव मी गिव मी लोग जो देख रहे मसाला नहीं मुझे रियलिटी चागी लोग जो देख रहे हैं वो कैसे अपना एक मार्केटिंग हेड ढूंढे कैसे डिसाइड करें कि यही इंसान अच्छा है कि नहीं अच्छा है कौन सी कंपनी में देखते हैं कैसे आपने डिसाइड किया ले देखिए अब जैसे मैं देखूंगा अगर मैं देखता हूं तो आई वड लुक एट कंपनी या तो मैं अपने से बड़ी कंपनी में देख कि डोमिनोस में बर्गर मुझे सचिन की बताओ एटली आप कैसे ले हा तो सचिन के केस में तो देखिए आई थिंक वो बड़ी कंपनी में नहीं था छोटी कंपनी में था मुझे कंज्यूमर कंपनी का नाम नहीं याद आ रहा जिसमें वह था पर ड्यूरिंग द इंटरव्यू मुझे मैं काफी रिगस इंटरव्यू से लेता हूं तो और वो भी दो तीन बार हम लोग अलग-अलग लेवल पर लेते हैं तो पहले एचआर हेड लेता है मेरा डिपार्टमेंट है उसके बाद मैं लेता हूं तो उसमें भी फिर देन वी गो फॉर ऑफ कोर्स उनकी रिकमेंडेशंस पर आई थिंक सी माय एज इज नाउ अराउंड 50 तो बाय दिस टाइम आई थिंक आई हैव टेकन फ्यू हंड्रेड इंटरव्यूज तो कई वो इंस्टिंक्टिवली भी कल्चरल फिट है कि नहीं कि वो है कि नहीं साथ में उसको उसने पिछली कंपनीज में क्या करा है कोई इंपैक्ट करा नहीं कराए क्या कैंपस रन करे थे उन कैंपस में क्या रिजल्ट थे इ ही एबल टू अंडरस्टैंड द इंडस्ट्री उस इंडस्ट्री के लिए पैशन है कि नहीं अब जैसे मैं हूं आई एम अ कंज्यूमर प्रोडक्ट कंज्यूमर प्रोडक्ट पर्सन पर्सन राइट तो मुझे अगर कोई बोले बी टू बी इंडस्ट्री में जाके काम करो जिसमें आपको बिजनेसेस को जाके समान तो मुझे पैशन ही नहीं आता है मजा नहीं मुझे मजा नहीं आता है तो मजा किस चीज में आता है या मेरे को फिर भी कोई बोले जैसे कि कि शायद मेरा फैशन सेंस उतना अच्छा नहीं है कपड़े में पहन लेता हूं मतलब ठीक है अच्छे होने चाहिए स्टाइल ठीक है पर इतना भी नहीं है पैशन कि भाई यही कपड़े लेने इसी ब्रांड के लेने तो एक पैशन भी उस इंडस्ट्री में होना चाहिए ना जिसको आप हायर कर रहे हो राइट कि भाई अगर उससे पूछना कि भाई आप कहां खाना खाते हो कि कहां मजा आता था तो उसे खाने में रस आता ही नहीं आता इस ही पैशनेट अबाउट फूड डाटा को कितना समझ रहा है लोगों को कितना समझ रहा है पास्ट में क्या कैंपस मार्केटिंग के रन करें अपनी जो भी कंज्यूमर कंपनी थी उसमें क्या इंपैक्ट था हाउ डस ही डस ही अंडरस्टैंड ही और शी अंडरस्टैंड कस्टमर्स कनेक्शंस मोटिवेशंस जो मार्केटिंग में उनकी इंस्प कि हाउ विल दे बिहेव इन डिफरेंट तो वो चीजें आप अलग-अलग क्वेश्चन से आपको पता लग जाएगा एक डेढ़ घ सबसे मोस्ट सबसे इंपॉर्टेंट एंड सबसे पहले क्या पूछते हो आप सबसे पहले तो मैं पूछ बैकग्राउंड पूछता हूं कि भई आप कहां से आए आप क्योंकि आई एम अ वेरी बिग फैन ऑफ पीपल हु हैव ग्रोन अप इन टियर टू टाउंस ओके मुझे वो लोग बड़े मुझे धरती से जुड़े हुए लगते हैं और जो हमारा बिजनेस है थोड़ा सा धरती से जुड़ा हुआ है तो मुझे लगता है सबसे पहले तो अगर अगर आई ट्राई टू गिव प्रेफरेंस जो टियर टू टाउन में आए थोड़े जॉइंट फैमिली से हैं लोगों को समझते हैं मार्केटिंग में खासकर तो मैं थोड़ा बैकग्राउंड प जाता हूं फिर देन आई गो फॉर कि भाई एक ड्राइव कितनी है एंबिशन कितनी है तो उस पर्सन ने अगर पहले दो-तीन साल जॉब करा है बिल्कुल भी एक एक साल में नहीं बदलाओ वो इट शोज इंस्टेबिलिटी पर अगर उसने दो दो तीन तीन-तीन चार चार साल किया है तो क्या इंपैक्ट छोड़ा वहां पे उस कंपनी में उन जो डिसीजंस सही लिए गलत लिए उनको सिंथेसाइज कैसे किया उसने उसकी जजमेंट ले पा रहा है कि नहीं ले पा रहा है उसने बेस्ट क्या तीन चार डिसीजन उस कंपनी में लिए क्या कैंपस रन करे उनका क्या इंपैक्ट था उनमें क्या उसने लर्निंग्स करी तो उसके जो अगर उनकी वो डिटेलिंग कितनी कर पा रहा है कितना बता पा रहा है उससे एक इंसान के बारे में काफी पता लग जाता है ग हां सो आप इतना डीट कितना कितनी देर का इंटरव्यू लेते हो जब किसी को हायर करना होता है एक से दो घंटा अगर उस लेवल का सीनियर पर्सन कर रहा हूं तो मैं एक से डेढ़ घंटा तो लेता हूं एंड उसके बाद क्या प्रोसेस होती है बस अगर वो दो घंटे में जम गया बा फिर जम गया तो फिर रिकमेंडेशंस ओके फिर फिर जो भी उसने रिकमेंडेशन दी है अपने पास्ट एंपलॉयर्स की फिर देन आई विल वो तो बहुत डिफिकल्ट होता है उसमें गेज करना लोग अच्छा ही बोलते हैं अच्छा बोलते हैं पर फिर भी थोड़ा सा आईडिया लग जाता है अगर आप सही सवाल पूछो उससे भी तो कुछ प्लस माइनस पर जनरली यस यू आर राइट कि वो एस लंग एस वो नेगेटिव नहीं है आपको अपनी जजमेंट भी रिलाई करना पड़ेगा सी हायरिंग इ नॉट इजी प्रोसेस कि वो कल्चरल फिट भी आ जाए उस पर्सन को इट इज लाइक मैरिज की वह सही आदमी अटक जाए तो उसमें मैं यह नहीं कहता कि सारी हायरिंग सही हो मतलब अगर 50 60 पर भी सही निकल जाए जो तीन चार साल आपके साथ पा साल है और दे आर एबल टू ग्रो विद यू देर एबल टू कंट्रीब्यूट आई थिंक 50 60 पर रेश भी इन हायरिंग में इस लेवल प आई थंक आई वड से इ वेरी गुड यू नो न आई स्टार्टेड हायरिंग फॉर माय स्टार्टअप एंड मैं तीन चार बड़ी प्रोफाइल्स को हायर करने के लिए सोच रहा था टू गेट सर्टेन पीपल सो न मैंने जब मुझे बहुत पसंद आ गए जो कैंडिडेट्स मैंने बहुत 50 100 इंटरव्यू एक-एक प्रोफाइल के लिए आई थिंक 7070 इंटरव्यूज लिए होंगे और बहुत बहुत टाइम लगाया उसमें एंड जो दो-तीन लोग सिलेक्ट हुए उनमें ये शायद उनको भी नहीं पता है ये अभी तक और मैं बता रहा हूं आपको तो मैंने क्या किया था कि जिनका रिकमेंडेशन मुझे मिला था उन जिन भी लोगों ने मुझे उनका रिकमेंडेशन दिया था मैंने उनको फोन किया था और सबसे पहले क्वेश्चन ये पूछा था कि ये मुझे मत बताओ कि कितने अच्छे हैं राइट मुझे ये बता कमियां बताओ नहीं कमिया मत मुझे बस ये बताओ क्योंकि कमियां कोई भी और शुगर कोड करके बताता है बिकॉज मैंने मुझे बताया कि कितनी बार कितने लोगों ने मेरे सामने रिकमेंडेशन फेक करें तो मैंने फोन किया उनको और मैंने पूछा बहुत अच्छा आई डोंट नो किसने मुझे सिखाया था बट मैं काफी टाइम से फॉलो करता हूं कि मैं उनसे फोन करके पूछता हूं कि अगर एक साल बाद मान लो ये वर्कआउट नहीं हुआ और चांसेस है कि हम दोनों वर्कआउट नहीं करेंगे तो आपको क्या लगता है किस रीजन से वर्कआउट नहीं होगा तो उन्हें स्पेसिफिक बात बतानी पड़ जाती है एगजैक्टली तो फिर वो मतलब वो इतने उन्हें वो कमी बतानी पड़ जाती बतानी पड़ जाती है कि यार हो सकता है इसके गुस्से की वजह से होगा इसकी इंटीग्रिटी इश्यूज की वजह से होगा या इसके इनसिलिको गुस्सा आ ही जाएगा इसकी इंटीग्रिटी इशू है डिसिप्लिन इशू है मोटिवेशनल इशू है तो उसे बताना पड़ जाता है हां तो मैं जिस कमी के चलो मैं इसको यूज करूंगा थैंक यू तो मैं जिस कमी के लिए ओके होता हूं मैं वहीं आ गया हां बोलता हूं नहीं तो नहीं उसको कमी ही बतानी पड़ जाती क्वेश्चन ही कमी का है कुश तो मतलब ये कि हमारी लड़ाई हो गई और झगड़ा करके हम दोनों अलग-अलग अपने अपने तरी जगह प चले गए तो व्हाट डू यू थिंक कैन बी अ पोटेंशियल रीजन आपने उसके साथ काम किया आपको क्या लगता है एंड फिर वो ऐसे उसमें फस जाते हैं मोस्टली लोग कि हां यार ये तो मैंने सोचा ही नहीं था ब अच्छा उसकी कमी उनको याद आ जाती है कि ये तो सुबह लेट ही आता है मतलब इसके बाद भी बहुत हायरिंग मिस्टेक्स होती है हायरिंग मिस्टेक्स तो हमेशा ही पर स्टिल आई थिंक मेरे जो तीन चार जो टॉप लोग मैंने करे इस क्वेश्चन के बाद आई डों रिग्रेट हायरिंग देम य यस क्वे आ रियली डोंट रिग्रेट हायरिंग देम एंड बिकॉज नाउ आईम नॉट सरप्राइज जब वो सेम अप आ रहा है ना तो आईम नॉट सरप्राइज कि ये तो मैं साइन अप डे वन प किया था लाक आई नो कि ये होना था और फिर उसको सॉल्व करने की कोशिश करते मैं जो स्ट्रेटेजी यूज करता हूं बेसाइड व्ट आई सेड एक तो मैं इंटरव्यू जब मुझे वो पसंद आ जाता है नहीं पसंद आता तो मैं 15 मिनट में भी बंद कर देता 10 मिनट में पर अगर कोई पसंद आता जाता है ना मुझे या सही सवाल के सार जवाब या मेरी इंस्टिंक्ट कहती है ठीक है दिस पर्सन तो मैं इंटरव्यू काफी लंबा लेता हूं तो और इतने सवाल मतलब और इतने प्यार से पूछता हूं इफ आई कैन हमली से कि कहीं ना कहीं जाके स्लिपेज आ ही जाता है स्लिपेज आ ही जाता है अगर आप अलग-अलग तरह से चीजें मतलब एक पॉइंट प आदमी को सच शायद बोलना पड़ जाता है य निकल जाता है मुह से और पता है लेकिन मुझे लगता है ये हर बार नहीं हो सकता कंपनी में फेसेस आते हैं जहां पे कंपनी बहुत तेजी से ग्रो कर रही होती है और कहीं बहुत स्लो ग्रो ग ग्रो कर रही होती है तो जब बहुत तेजी से ग्रो कर रही होती है जब हमें इंस्टेंट धर धर धर चाहिए होता है ना आई थिंक तब आप हायरिंग मिस्टेक्स करते हो और तब आप बहुत सारे अच्छे भी लोग ले लेते हो पर आप तब आधे घंटे में हां या ना बोलते हो तब कोई स्ट्रेटजी वर्क नहीं करती नहीं जब देखो उस हाई ग्रोथ फेस में तो गलतियां बहुत होती है हायरिंग में ही नहीं बिजनेस डेवलपमेंट में भी होती है कस्टमर एक्विजिशन में भी होती है लॉसेस में भी होती हैं वो पीरियड में तो सब जगह होती है एक जगह नहीं होती वो मैं हमेशा मुझे लगता है कि बिजनेसेस में वो पेस बहुत राइट चाहिए कि आपको कितनी ग्रोथ चाहिए साल की 20 पर चाहिए 40 पर चाहिए इस ऑर्गेनाइजेशन फिट फॉर दैट काइंड ऑफ ग्रोथ आपके जो सिस्टम्स प्रोसेस कन दे हैंडल दैट लेवल ऑफ ग्रोथ नहीं तो फैल जाएगा या यू नो ऐसे आप आशीष महापात्रा को जानते हो ऑफ बिजनेस राइट उन्होंने एक बहुत बढ़िया बात बताई थी मुझे मैंने उनसे उनकी वाइफ को ज्यादा जानता हूं रु ओके तो मैंने उनसे बात करी थी और उनसे मैंने पूछा था कि आप हायरिंग के टाइम पर लोगों को क्या बोलते हो क्योंकि जब हाई ग्रोथ फेज होता है तब आपको चाहिए कि आप जितने पागल और पैशनेट हो वैसे ही आपके पास लोग आए तो कैसे डिसाइड करते हो कि वैसे लोग आए क्योंकि हर इंसान अलग माइंडसेट से आता है तो ही सेड कि मैं ना लोगों को जो मुझे चाहिए होता है कि मेरे कल्चर में फिट हो और जो मेरे साथ एकसा है मैं इंटरव्यू के टाइम प बता देता हूं कि देखो इधर ना बहुत काम करना पड़ेगा पहले ही उसको पहले ही बो उसी टाइम ऑफर लेटर के टाइम प बता भाग जाएगा या तो भाग तभी भाग जाएगा मैं ऑफर लेटर के टाइम प बताता हूं हो सकता सकता है सुबह से रात तक काम करना हो सकता है कभी-कभी वीकेंड प भी काम करना पड़े हो सकता है कि तुम पागल जैसे काम ही करते रह जाओ तुम्हें बस एक पैशन की तरफ भागते रहना पड़ेगा र बहुत अप्स एंड डाउन होंगे कुछ भी नहीं होगा कभी-कभी ट्रेवल भी बहुत करना पड़ सकता है जब ट्रेवल करो तो दो-तीन दिन वहां शहर में रुकना भी पड़ सकता है मैं सारी वर्स केस सिनेरियो बता देता हूं कि यह तो हो ही सकता है इसके बाद भी अगर तुम्हें जॉइन करना है तो यह है कि ब्रदरहुड सेम रहेगा पूरी कंपनी में तुम्हें तुम किसी भी पोजीशन पर हायर हो रहे हो तुम्हे यह नहीं होगा कि ब्रदरहुड कम है मतलब राकी नहीं है कुछ नहीं है जैसा फाउंडर रहता है जैसा फाउंडर रहता है वैसे ही इट हर इंसान सेम रहेगा हर जगह एक ब्रदरहुड फ्रेटरनिटी वाली वाइब होगी और सबको गटी मि कॉस्ट है उसकी हार्ड काम करना पड़ेगा बहुत होगई बहुत होगी वक लाइफ बैलेंस नहीं होगा यय मैं बता देता हूं तो ये वर्स केस है और बोलते हैं अगर वो उस रोल में आ गया तो तो बहुत अच्छी मतलब तो पहले से प्रिपेयर्ड था और अगर उसको अच्छा रोल मिल गया जहां वर्क लाइफ बैलेंस बहुत बढ़िया है तो तो उसको लगेगा वाह यार बोला तो कुछ और था मिल तो अच्छी चीज मिल एक्सपेक्टेशन मैनेजमेंट बहुत बहुत सही तो आई रियली लाइक दैट आइडिया कि तुम वर्स पॉसिबिलिटीज बिफोर हायरिंग बोल दो बिरयानी बाय किलो में टेल मी टॉप थ्री मिस्टेक्स यू हैव मेड सो आई डोंट नो टॉप है ब आई विल टेल यू कि मिस्टेक्स में कि आई वुड से कि जैसे नाम भी है बिरयानी भाई के लो आई वुड से उस समय हम लोग किलो की बेचते थे और फिर आधा किलो करी सिंगल पोशन करी बट पीपल स्टिल थिंक कि इनकी तो किलो में ही मिलती है हम तो नाउ वी आर मूविंग मोर टुवर्ड्स बीबी के मे बी वी शुड हैव यूज दिस नेम बिरयानी लद इट इज वेरी एप्ट क्योंकि आम किलो हाफ किलो पर मे बी सम टाइम्स पीपल थिंक किलो के नीचे तो नहीं मिलेगी लद वी आर अ प्रीमियम बिरयानी प्लेयर वी यूज वेरी हाई क्वालिटी इंग्रेडिएंट्स वी मेक फ्रेश बट सम टाइम्स पीपल डू गेट द कोनोटेशन कि शायद सस्ती होगी चीपर वर्जन है क्योंकि नाम की वजह से हां तो थोड़ा मे बी वी कुड हैव केप्ट अ डिफरेंट नेम आपको लगता है कि अगर कोई एक एस्पिरेशनल नाम होता तो बेटर होता हां थोड़ा सा बेटर होता पर आई थिंक वो सब हाइंड साइट में अब एल का नाम एल का कंप्यूटर है अब है तो है मतलब ना सम टाइम्स नाउ बन गया एल पर पर आई थिंक इन हाइंड साइट सोट्स वन मिस्टेक व्हाट वुड बी अदर सो अदर आई वुड से कि मे बी वी वेंट टू शुरू में एक एक बार हम काफी सिटीज में चले गए नाउ वी आर इन 45 सिटीज मे बी वी शुड हैव गन अ लिटल स्लोअर टू मोर सिटीज नाउ इट इज एडवांटेज उस समय एक दो साल काफी बहुत ज्यादा मेहनत हो गई मतलब बहुत ज्यादा इट कैन बी रिस्की आल्सो इट है बिकॉज एवरी सिटी जैसे वी सेड द कल्चर चेंजेज यू हैव टू क्रिएट ब्रैंड इन डिफरेंट सिटीज इट बिकम बट नाउ वी आर प्राउड ऑफ इटन 45 सिटीज बट बट इट कैन बी रिस्की इट कैन बी डिफिकल्ट सो आई वुड से वी वुड शुड हैव गन मोर स्लोअर एंड थर्ड थर्ड सम रंग हायरिंग सम रॉन्ग हायरिंग सो आई थिंक टेल मी द वर्स्ट हायरिंग यू हैव डन डोंट नेम द पर्सन जस्ट टेल मी व्हाट वाज इट व्हाई डिड यू क्यों ऐसा लगता है कि ये सबसे बेकार हायरिंग कर दी थी मैंने क्या गलती कर दी तो आई थिंक इट इज द कल्चरल फिटमेंट व्हिच डजन हैपन तो आई थिंक दिस वन पर्सन जो ऑफकोर्स वी वेंट थ्रू अ लॉट ऑफ राउंड ऑफ इंटरव्यूज काफी किए उसकी स्किल सेट काफी अच्छा था पर आई थिंक वी हैव अ वेरी इफ आई कैन से वो आईटी आईम वाला कल्चर नहीं है टाई वाला मतलब एक इजी गोइंग थोड़ा सा वी आर नॉट स्नोब एट ऑल एस पीपल इन कंपनी बहुत धरती से जुड़े हुए लोग हैं बिरयानी बेचते हैं मतलब ऐसा कोई हाईफाई काम नहीं करते बेचते डिलीशियस वी आर नॉट सेइंग वी मेक टेस्ला और वी आर डूइंग स्पेस एक्स तो तो य वा अ बिग टेक पर्सन बट आई थिंक थोड़ा एटीट्यूड तो आई थिंक वो टीम को काफी लगता था कि देन व सेड इट्स बेटर टू लेट दिस पर्सन गो की स्किल है भी पर लेकिन जो एक डिस्टेंस द वेट पर्सन आई थ बिहेव व थट की वो फिटमेंट आ नहीं पा रहा कल्चर से तो थ सम ऑ दोस आ टेल य माय हायरिंग मिस्टेक ओके मैं मेरे पापा के साथ बिजनेस करता था टल का उस टाइम प सो मैंने मेरी टीम बना के छोटे मोटे इधर उधर से जैसे जैसे लोगों के साथ कहीं से किसको लाके कैसे करके ओवरऑल जीरो से एक करोड़ पर मंथ की हम सेल तक लेके चले गए ओके जीरो से एक करोड़ महीना वाओ वेरी फास्ट वेरी वेरी फास्ट मतलब हमने बहुत जल्दी किया और डिटर्जेंट बिजनेस हां मतलब ऐसा था कि आई रिमेंबर यू र कंपटिंग विद द लाइक्स ऑफ सर्फ एक्सल घड़ी व्हील ये सब वी वर मतलब हम हमारा नीश बना रहे थे हमारा व्हील और घड़ी से कोई कंपटीशन नहीं था हम लोग उनसे फार सुपीरियर प्रोडक्ट थे एंड सर्फ एक्सल से नीचे थे सर्फ एक्सल से नीचे थे व्हील घड़ी से ऊपर थे ऊपर थे तो बीच में जो स्पेस खाली वहां पे 70 80 किलो वाले थे हां जहां पे हां सो टाइड से ऊपर टाइड से ऊपर और सर्फ एक्सल से नीचे नीचे सो दैट द वाज अ स्पेस दैट वी डूइंग कि 50 किलो का डिटर्जेंट नहीं है 70 80 किलो मैंने कहा वही है वो बील वाला 4 50 किलो वाला भी नहीं है हां टाइड 60 70 में मिल जाते हैं हम लोग 85 90 हां बट 50 किलो भी नहीं है हां तो वहां पे ता था राइट तो मान लो आप 75 टू 100 के बीच में दैट वाज कैटेगरी एंड वहां पे करते थे तो मैंने ना जैसे ही क्योंकि यह बहुत फास्ट हुआ मतलब पहले एक 00 पर 00 पर मंथ की सैलरी देने लगा उनसे आरओ आई निकलने लग गया तो फिर मैं दो लोग यर कर लिए 202 हज के फिर क्योंकि जो एकदम उस टाइम पे हम लोग एसओ एसआर बोलते थे सेल्स ऑफिसर सेल्स रिप्रेजेंटेटिव उनकी सैलरी वहां पे उस टाइम ू 20141 16 की याद कर रहा हूं तो उस टाइम प उनकी 15000 से 25000 के बीच में सैलरी होती थी व्च वाज मार्केट स्टैंडर्ड यून लिवर से लेके आईटी से लेके सब ये पे करते थे तो एक से दो दो से तीन तीन से चार ऐसे करके व टीम बन ग बनती और हम लोग वो जहां मेरी सेल 50 पर मंथ की हो रही थी वहां से 1 करोड़ पर मंथ प पहुंच गए एंड जब वो पहुंचे उसके बाद मैंने सोचा कि ओके नाउ इट्स टाइम टू हायर अ बिग हाई शॉट क्या अब एक करोड़ से सीधे अब क्या 500 करोड़ पहुंचने है तो अब 500 करोड़ वाला बंदा लगेगा और मैं ऐसे यूनिलीवर आईटीसी डीएस ग्रुप ऐसे टाइप के लोगों को बात बात करके लाने लग गया ढूंढ के कैसे भी कहीं से बड़ी-बड़ी कंपनी से और लेख आया दैट वाज वन ऑफ द वर्स्ट मिस्टेक्स वो आपके ऑर्गेनाइजेशन में फिट ही नहीं बैठेंगे उन्हे चाहिए एकदम टाई कुर्सी एसी चीजें सिस्टम प्रोसेस हमारे ऑफिस में मेरे पास ही कोई एसी और कुर्सी नहीं थी मैं उसको क्या देता दैट वाज स् माइंडसेट ही नहीं था उस सेकंड वाज उन्हें रेकी करने के लिए कार चाहिए थी आ वाज लाइक यार एक कार है जो मैं मेरे पापा और हम सब घर वाले शेयर कर रहे हैं और इसको अलग चाहिल चाहि जाने कल्चर ही अलग चाहिए सॉफ्टवेयर चाहिए फर उसके बाद जब वो रेकी पे जा रहे हैं तब उनके साथ उनको दो लोग अपने साथ भी चाहिए असिस्टेंट चाहिए तो ये भी नहीं हो पाएगा फिर यह सब हुआ फिर डे वन पे उन्होंने पूरी बीट्स बनाई पूरा मध्य प्रदेश का मैप बनाया डन डन डन हायरिंग डिमांड दे दी 65 लोगों को हायर करना पड़ेगा इधर डालना अ 65 लोग मतलब इनको पेरोल कौन देगा एंड जैसे ही हमने कंस्ट्रेंट लगाना स्टार्ट करें कि यार हम अभी 10 लोग ही अफोर्ड कर सकते हैं आप 10 से थोड़ा डालो हम ये थोड़ा अफोर्ड नहीं कर सकते उसको लगा मेरी ग्रोथ ही कितनी स्लोट मैं अब एक काम करो रेंटल कार पे एक ही बार में निकलो महीने में एक हफ्ते में पूरा टोर क्या फिर बाकी दिन इधर काम करो आसपास कार प निकल जाओ रेस्टेंट कांस्टेंट के साथ जैसे कांस्टेंट लगा ल रिजल्ट पूरे जीरो एंड मैं सैलरी बहुत हाई पते जा रहा था एंड आई थिंक वी कुडंट अफोर्ड देम फिर उस बिजनेस का क्या हुआ नहीं बिजनेस तो चल रहा है माय ब्रदर ए माय फादर इज रनिंग पर आपने कैसे उसको छोड़ के पॉडकास्ट प आ गए एकदम वो सब बताऊंगा मैं चलो ठीक है अब पॉडकास्ट मेरा चल रहा आपका चल रहा आप वो पेशेंट बट वा द वा मिक आ बहुत जल्दी ना हम लोग बहुत ज्यादा हाईफाई कंपनीज को देख के नहीं वो मैं इंस्पायर हो जाते हैं और देख के हायर कर लेते हैं जनी है पूरी 20 साल की वो पा साल में नहीं होती मतलब वो 20 30 साल की जर्नी है आप ज्यादा से ज्यादा 10 साल की जर्नी 6 साल में कर सकते हो आप 20 30 साल की जर्नी पा महीने का बच्चा चार महीने में नहीं हो न महीने बच्चा आठ महीने में हो सकता है प्रीमेच्योर बेबी वो 10 महीने में हो सकता थोड़ा लेट ब मैं तो हमेशा कहता हूं कंपनी की पेस ऑफ ग्रोथ आपको 20 पर 25 पर 40 पर 50 आपको डिफाइन करनी पड़ेगी एंड आर यू रेडी फॉर दैट उस तरह के रिसोर्सेस माइंडसेट समझ सिस्टम्स बहुत मुश्किल है उस बट आई थिंक यू कैन इन टुडेज वर्ल्ड यू कैन 3x योर ग्रोथ इजी 3x 4x प आप जा सकते उस तरह के फिर आपको मोटिवेशन हां आपको धंधा उस टाइप का चूज करना पड़ेगा वैसा चूज करना पड़ कि जहां पर आप नॉन लीनियर ग्रोथ होती है आपकी लीनियर ग्रोथ वो धंधे अलग है वो आपको बिजनेसेस अलग है मार्केट टी बहुत स् है आपका गप है प्लेटफॉर्म लेड है टेक लेड है जहां पे बिजनेस बन चुका है वहां प बहुत डिफिकल्ट होता जहां प डिस्ट्रक्शन है वहां प अपॉर्चुनिटी रहती है आप मतलब 10x भी ग्रो कर सकते हो यर ऑन यर बकुल कर सकते बिजनेस होना चाहिए बढ़ता जैसे न वी स्टार्टेड पॉडकास्ट थे ही नहीं कंट्री में प्लेस हा मतलब दो तीन पॉडकास्ट होंगे और कोई था ही नहीं टाइमिंग राइटी अब अब कोई नया करे उसके लिए मुश्किल होगा अभी भी बन सकते हैं आज भी आई डोंट थिंक की कोई बहुत लेट हु आज एनी वन कैन स्टार्ट टुडे एंड बीट मी और एनी अदर टॉप फाइव पॉडकास्टर्स विद इन अ ईयर आई गेस मे बी यू आर बीइंग हंबल फॉर रि वुड वी विल वी लेट देम टू बीट अस ट्स अ डिफरेंट स्टोरी ओके अ अब पूछते हैं कंट्री के इनसाइट्स फर्स्ट इज ये मुझे बताओ कि यूएस इंडिया एंड एंड चाइना ये सबसे तीन बड़े मार्केट बोलोगे आप कि इनके अलावा भी और है जापान जापान इतना बड़ा नहीं है क्योंकि पॉपुलेशन इतनी नहीं है पर ठीक है तो यूएस इंडिया एंड चाइना तीनों कंट्रीज के बारे में बताओ कैसे-कैसे डिलीवरी बिजनेसेस वहां बने हैं वहां पे फूड बिजनेस की क्या हालत है कैसा है हर जगह बताओ वेरी गुड क्वे सब इनसाइट बताओ मुझे हर कंट्री में तो देखिए सबसे पहले कोई भी फूड बिजनेस शुरू होगा कि कितने रेस्टोरेंट्स हैं राइट तो जैसे जमेटो सगी पे इंडिया पे जो लिस्टेड रेस्टोरेंट्स है वो करीब 3 लाख है ओके और बिरयानी बाई किलो जैसे हमारी उसको 100 में गंगे क्योंकि 100 आउटलेट है डोमिनोस 1800 है तो 1800 ग नेंगे ऐसे करके 3 लाख है जो जोमेटो स्विगी पे लिस्टेड है ठीक है जस्ट टू प्ले वेरी स्मॉल गेम आपको क्या लगता है जो सबसे बड़ा डिलीवरी फूड डिलीवरी प्लेटफार्म है चाइना में मेटन उस पर कितने लिस्टेड होंगे ब जस्ट टेक अ गेस वेरी वाइल्ड गेस इंडिया से दो तीन गुना बड़ा होगा 10 लाख आप 10 लाख कह रहे यह है वहां पे है आई थिंक यू कैन से और आई वुड हैव सेड इफ वेरी हमली सिक्स टाइम्स क्योंकि जीडीपी सिक्स टाइम्स है हमारा जीडीपी साढे जीडीपी 3.5 ट्रिलियन है उनका 18 19 ट्रिलियन है सिक्स टाइम्स है तो ये कर लेते हैं कि हमारे 3 लाख है तो उनके 1.8 मिलियन होंगे 18 लाख 18 लाख उनके है 10 मिलियन उनके है 10 मिलियन एक करोड़ एक करोड़ रेस्टोरेंट उनके डिलीवरी प्लेटफॉर्म प लिड है और जैसे जमेटो सी दिन में उनके एवरेज ऑर्डर्स है दो मिलियन ईच जो वो डिलीवर करते हैं 20 लाख हां 20 लाख ईच एवरेज मतलब संडे को ज्यादा होते हैं वीक डे में कम होते हैं एवरेज करीब करीब और मेटन जो चाइना का नंबर वन है वह दिन के डिलीवर करता है 60 70 मिलियन ऑर्डर्स अकेला छ एक सा करोड़ तो ऐसा नहीं है कि सिक्स टाइम्स है ह्यूज जैसे इट्स वेरी वेरी टा को देखो इंडिया में केएफसी है हजार अभी हजार बा खुला था जबकि एंड लाइक आई सेड की 5 करोड़ पर केएफसी रेवेन्यू ईयरली तो 5000 करोड़ से ज्यादा का हो गया इंडिया में 5000 करोड़ से बड़े ब्रांड आईटीसी का एक आशीर्वाद यू नो यूनिलीवर का एक ब्रांड है सफल सब छोटे ही है दो चज करोड़ के ब्रांड है तो इट्स अ बिग थिंग पर लेकिन आप वर्ल्ड स्केल पर देखो तो करीब 25000 केएफसी है चाइना में ही 10000 केएफसी है स्टारबक्स इंडिया में है करीब 400 और यूएई जहां की 10 मिलियन की पॉपुलेशन है एक करोड़ लोगों की इंडिया में 150 करोड़ होंगे वहां पे 250 स्टारबक्स है 250 इंडिया में कितने स्टारबक्स है 400 होंगे करीब 400 450 तो स्केल अभी इंडिया में तो शुरू हुआ है जैसे क्योंकि लाइक आई सेड अलिर कि लेबर फीमेल लेबर पार्टिसिपेशन इंडिया में बहुत कम है 25 करीब तो जैसे जैसे हाई जाएगा अभी तो इफ आई कैन हमली से मेट्स वगैरह सर्वेंट्स इंडिया में सस्ते हैं मान लीजिए 20 25000 में मिल जाते हैं धीरे-धीरे 5 साल में आप देखेंगे यह 000 के मिलेंगे मान लीजिए या फीमेल ले तो जो आज जमेटो स्विगी के इंडिया में जो टॉप 15 20 मिलियन कस्टमर्स हैं जो चार पांच मील ऑर्डर करते हैं यह शायद 15 20 मील ऑर्डर करने लगे महीने की तो जो डिलीवरी है ईटिंग आउट है देखिए ईटिंग आउट में तो क्या है आप सेलिब्रेशन के लिए जा रहे हैं एक एंटरटेनमेंट के लिए भी जा रहे हैं खाना खाने पेट भरने ही नहीं जा पर डिलीवरी में तो क्या है कि आप एक डेली यूज की चीज भी मंगा रहे हैं कि मुझे घर में नहीं बनाना पड़े अभी तो लाइक हमारे लकली हमारे घर में काफी हमारी फैमिली मेंबर्स को कर देते हैं ट्स है पर ये कम होता जाएगा तो स्केल जो है इंडिया में एफ एनबी इंडस्ट्री जो फूड एंड बेवरेज 70 80 बिलियन डॉलर की यूएस में यह 800 बिलियन डॉलर की है तो स्केल अभी इतना बड़ा है और यह जीडीपी ग्रोथ से नहीं उससे बहुत मल्टीपल टाइम्स बढ़ेगा क्योंकि लाइक आई सेड की लोग खाना खाना बाहर से मंगाना करना क्योंकि जैसे ही फीमेल लेबर पार्टिसिपेशन बढ़ता है जैसे ही य मेट्स की सर्वेंट्स की कॉस्ट बढ़ जाती है तो इट्स नॉट वायबल टू कुक थ्री मील्स अ डे ओके तो स्केल बहुत बड़ा है इस बिजनेस में ग्रोथ अभी ग्रोथ अपॉर्चुनिटी बहुत जदा बट डू यू आल्सो फील कि यह नंबर इतना ज्यादा डिफरेंट इसलिए है इंडिया वर्सेस चाइना में 10x का डिफ जबक जीडीपी 10x से भी ज्यादा का डिफरेंस बहुत ज्यादा है तो 10x से नहीं करीब 20 25x का डिफरेंस है तो 25x का अगर बिजनेस डिफरेंस है कि यहां पे एक रेस्टोरेंट है तो वहां 25 रेस्टोरेंट्स है राइट और लेकिन जीडीपी सेन की सिक्स एक्स ही बड़ी है ये डिफरेंस इसलिए क्योंकि हमारे यहां बहुत बड़ा अन ऑर्गेनाइज मार्केट है उसका कैलकुलेशन नहीं आता आता आता है देखिए क्योंकि वो बात भी चाय की कचौड़ी की जलेबी की इन सब की चीजें ये सब जमेटो में नहीं होगी ये हजारों लाखों में होंगी जगह-जगह पे क्योंकि हम बहुत अन ऑर्गेनाइज हम बहुत बहुत अन ऑर्गेनाइज मार्केट इंडिया सो दैट्ची पर आप देखिए जैसे-जैसे क्या है कि जीडीपी बढ़ेगा पर कैपिटा इनकम बढ़ेगी हमें फूड हाइजीनिक खाना कंसिस्टेंट वाला मतलब मोर यू नो समथिंग विच वी कैन ट्रस्ट तो धीरे-धीरे यह अपॉर्चुनिटी बढ़ेगी और चच हैपेंस इन एवरी कंट्री पर आप जो एफएनबी इंडस्ट्री का साइज देखें जो 7080 बिलियन डॉलर है इंडिया की जीडीपी करीब है 3.5 ट्रिलियन तो आप बेसिकली इसको अगर मल्टीप्लाई करें तो 2 पर ऑफ द जीडीपी हो राइट मोटा मोटा अगर 70 बिलियन प ले तो आप देखिए कि यूएस की इकोनॉमी है 25 ट्रिलियन या करीब 27 28 ट्रिलियन ही है तो आप बेसिकली देखिए तो वहां का पार्ट ऑफ परसेंटेज ऑफ जीडीपी भी 5 पर है एफ एनबी इंडस्ट्री में छोटे भी आ गए छोटे भी आ गए सब मिला गए तो ये भी 2 पर से 5 पर ऑफ द इंडस्ट्री जो है बढ़ने धीरे-धीरे तो पर पर ऑल द फैक्टर्स आर इन द फेवर की ये सब क्योंकि दिस हैप ब य थिंक क्योंकि नो द क्वेश्चन हियर यूएस एक इंडिविजुअलिस्टिक सोसाइटी है इंडिया एक कम्युनिटी सोसाइटी है यूएस में लोग घर से 18 साल की उम्र में निकल जाते हैं मां-बाप अकेले रहते हैं बच्चा अकेला रहता है पार्टनर उधर बहुत डिफिकल्ट है सब पार्टनर इंडिविजुअली रहते हैं सोसाइटीज बहुत ज्यादा इंडिविजुअल है दोस्तो यारियों का इतना कल्चर नहीं है सब लोग साथ में नहीं बैठते क्योंकि वह इतना इंडिविजुअल है कल्चर वहां पर खाने को एक टुगेदर जैसे ते ही नहीं है वहां पर सब लोग साथ में बैठते ही नहीं है इंडिया में क्योंकि हम साथ में बैठते हैं इतने बड़े परिवार होते हैं इतने लोग साथ में उठना बैठना आए दिन करते रहते हैं इसकी वजह से यहां पे खाना घर में बनता है और सब मिल बांट के खाना खाते हैं तो डू यू थिंक इसकी वजह से भी यूएस के लोग ज्यादा ऑर्डर करते हैं वर्सेस इंडिया क्योंकि मैं अकेला ही हूं खुद ही काम कर रहा हूं खुद ही जा रहा हूं ना मेरे घर में मां-बाप है ना मेरे बच्चे हैं वहां प बच्चों का भी बहुत कम कल्चर होते जा रहा है धीरे-धीरे तो जब है ही नहीं तो मैं अकेला हूं तो नहीं बनाना मैं ऑर्डर करते जाता हूं बट वर्सेस हियर यहां पे एक फैमिली में आप छोटी फैमिली तो चार लोग रहते हैं बड़ी फैमिली है तो आठ से 10 लोग रहते हैं राइट इसमें कहीं ना कहीं किसी एक इंसान की रिस्पांसिबिलिटी होती है कि वो सब्जी लेके आएगा किसी एक एक की रिस्पांसिबिलिटी होती है कि वो खाना बनाएगा या बनाएगी या किसी की रिस्पांसिबिलिटी होती है कि वो पर्टिकुलर सारे सब लोगों के लिए टेबल पे से खाना उठा के रख देगा एक छोटी फैमिली में मैंने देखा है वेयर अ लॉट ऑफ टाइम्स आई हैव सीन कि जो हाउस वाइफ्स हैं वो खाना बनाती है एंड जो अ जो फादर होते हैं राइट दे वो सब्जियां लेके आते हैं हां या सर्व कर देते हैं वो सब्जियां लेके आते हैं ये घर में बनाती हैं और फिर जो उठाने का टाइम आता है तो बच्चा जो थोड़ा सा बड़ा हो जाता है 13 14 साल का उनको बोल देते हैं कि चलो अब तुम मम्मी की हेल्प कराओ पापा की हेल्प कराओ और कर दो तो इट्स अ वेरी कम्युनिटी ड्रिवन एक्ट यूएस में ऐ सब होता ही नहीं है नहीं सी यस एंड नो सी आई एग्री विद यू फर्स्ट ऑफ ऑल आई एम स्टार्टिंग विद एग्रीमेंट हियर बट इट इज आल्सो ऑल चेंजिंग देखिए आप ही इंदौर से आए अब आप अकेले ही रहते हैं ना यहां पर राइट बट मैं तो मेरे मांबा को शिफ्ट कर रहा हूं दे आर गोना कम हियर विद मी टू वेरी स तो नहीं जो भी आप इतने लोग हैं आप देखिए मेरे जब फादर थे तो उनके घर में मतलब शायद 20 लोग रहते थे अब मेरे फादर और ब्रदर साथ रहते हैं मैं उनसे थोड़ा सा दूर रहता हूं देखिए न्यूक्लियर फैमिली तोब इंडिया में भी होती जा रही है डबल वर्किंग हस्बैंड वाइफ इंडिया में भी होते जा रहे हैं टियर वन में तो सब वैसे ही होता जा रहा है लोगों का कम्यूटर से यह भी कहा जा सकता है जैसे मैं सिंगापुर रहता था तो वहां जैसे मैंने कहा कि महीने की 90 100 मील होती है सारी बाहर खाते हैं तो वहां तो जैसे क्यूट टाइम भी कम है सिंगापुर में इंडिया में तो बम्बे में क्यूटम भी डेढ़ डेढ़ घंटा है यहां अलग दिक्कतें भी तो है और न्यूक्लियर फैमिली यहां भी होती जा रही है वमन पार्टिसिपेशन इन वर्क यहां भी होते जा जैसे जैसे तो वो ट्रेंड्स तो आप देखिए कि आज से 20 25 30 साल पहले सब शर्ट ट्रेलर से बनवाने जाते थे सूट अब सब बनाई बनाई यू नो मदरा कोट से या किसी से भी लुई फिलिप्स से ले लेते हैं तो वो ट्रेंड्स तो देखिए थोड़े कम हो ज्यादा हो चेंज तो उसी डायरेक्शन में ही जाते हैं न्यूक्लियर फैमिलीज चीजें फीमेल वर्क पार्टिसिपेशन मेड सर्वेंट्स बिकमिंग तो वो एक नेचुरल ट्रेंड भी है एस कंट्रीज बिकम रिचर थोड़ा सा फर्क रह जाता जपनीज जपान एंड चाइना आल्सो वेरी कम्युनिटी बेस्ड सोसाइटीज ऐसा नहीं है वहां भी बहुत कल्चर सेम है हम डू यू फील कि कंट्री जैसे-जैसे रिच होते जाती है इंडिविजुअलिस्टिक ज्यादा होती जाती है 100% 100% दिस इज अ वे स आई थिंक बिकॉज इट इज लाइक अ चिकन एंड एग आल्सो क्योंकि काम बहुत करना पड़ेगा रिच होने के लिए जब आप आज हमारी ती च हज डलर पर कैपिटा इनकम है जब 00 डलर होगी 0000 डलर होगी तो उसके लिए काम ब तो काम बहुत करोगे तो शायद थोड़े लोगों से रिश्ते कम कम होते जाते हैं राइट और फिर क्या है कि एक बार दूसरा ये भी है जब आदमी के पास पैसा ज्यादा हो जाता है हायर पर कैपिटा हो जाती है तो शायद वह सोचता है जो कि सही नहीं है कि मुझे लोगों की जरूरत नहीं है अब ज्यादा चूसी हो जाता है स्नो बिश हो जाता है तो दोनों तरह से बल्कि इसमें एक और भी डाटा है कि जब कंट्रीज रिच होती जाती आती है तो उनकी फर्टिलिटी रेट जो कि रिप्लेसमेंट रेट ऑफ ग्रो 2.1 है पर वमन वह कम होता जाता है सिंगापुर में मतलब क्या होता है रिप्लेसमेंट रेट कि जैसे कि एवरी वमन हैज टू गिव बर्थ टू 2.1 अगर उस कंट्री की पॉपुलेशन स्टेबल रहे क्योंकि डेथ्स भी होती है तो एक हस्बैंड वाइफ है हस्बैंड तो बच्चे नहीं पैदा कर रहा वमन ही कर रही है तो अगर वो 2.1 इज द नंबर जिस दो लोगों को अगर प हां कंट्री वो रहती है अब इस समय साउथ कोरिया इज रिच उनका फर्टिलिटी रेट पर वमन 7 इज द लोएस्ट इन द वर्ल्ड जैसे आपने कहा ना कि लोग इंडिविजुअलिस्टिक होते जाते हैं तो सिंगापुर में इट इज 1.1 और 1.2 तो इट इट बिकम तो पॉपुलेशन कम होती जाती है कक लोगों को लोग ही नहीं चाहिए बच्चे ही नहीं जब बच्चे ही नहीं चाहिए तो लोगों को क्या करेंगे वंस यू बिकम रिच आपके यू वांट टू फोकस मोर ऑन योरसेल्फ अपनी खुशी अपना वो तो इट्स आल्सो आई वुड से इट्स नॉट अ गुड थिंग बट आई थिंक ट्स हाउ ह्यूमन साइकल्स हैव बिकम कमिंग बैक टू द बिजनेस ओके यू तो आपने बोला कि इंडिया में भी इतनी तेजी से बिजनेस बढ़ेगा यूएस जितना चाना जितना इंडिया में क्या तीन-चार चीजें हैं अभी जो आपको लगता है कि बॉटल नेक है कि वो इतनी तेजी से ग्रोन करने में रोक सकती है इंडिया को बिजनेस कुछ चीजें हैं एक तो देखिए क्या है कि यहां पे वेंडर्स उते जैसे कि जो लोग यूएस में बिजनेस करते हैं चाइना में करते हैं फ फूड में इसमें रेस्टोरेंट इंडस्ट्री में उन्हें सप्लायर्स का सपोर्ट बहुत होता है वही रेस्टोरेंट जो इंडिया में किचन में 10 लोग रखता है उसी रेस्टोरेंट में उसी फूड में उसे यूएस या चाइना जाकर चार ही लोग रखने पड़ेंगे क्योंकि सप्लायर से काफी कुछ पीछे से मिल जाता है जैसे जैसे मान लीजिए चिकन ही है उसको उनको वो थॉट चिकन मेरीनेट हुआ राइट टाइम पे दिन में दो बार मिल जाएगा तो उन्हें एक एक्स्ट्रा आदमी रखने की जरूरत नहीं है जो उसे चॉप करे मैरिनेट करें तो वो सप्लाई चेन बहुत एफिशिएंट है एक तो वहां ओके तो उससे बहुत फास्ट हो जाता है दूसरा जो एक रियल स्टेट है इंडिया में वो जो रिटेल वाली है क्लाउड किचन वाली डिलीवरी वाली रिटेल वाली है वो बहुत लिमिटेड है उतनी ही मॉल्स है उतनी हाई स्ट्रीट है और रेंट बहुत ज्यादा है कंपेयर टू रेवेन्यू जैसे आप बमबे दली में लेने जाए तो 00 स्क्वायर फुट 400 स्क्वायर फुट का रेंट है तो रेंट ए परसेंटेज ऑफ रेवेन्यू डान में 13 14 15 पर भी हो जाता है जोक बहुत हाई है यूस वगैरह में चाइना में वो 78 पर ही है क्योंकि रियल स्टेट उस तरह से मॉल्स हाई स्ट्रीट बहुत ज्यादा है ओके तो वो एक बॉटल नेक हो जाता है पर धीरे-धीरे ये प्रॉब्लम सॉल्व हो रही है सप्लाई चेन जब हमने 10 साल पहले शुरू किया था अब में बहुत फर्क है सब चीजों डेवलप हो रहा है रियल एस्टेट भी ओपन अप हो रही है ओके टेल मी कि चिकन और मीट में बहुत एडल्टिंग चलती है बहुत ज्यादा मिलावट चलती है बहुत सारा खराब है अच्छा है क्या है अ आपने बीच में एक थोड़ा सा टच भी किया कि 900 ग्राम और 1100 में में बहुत डिफरेंस हो जाएगा तो कैसे आइडेंटिफिकेशन में या जहां भी काम होता है उनको कंटीन्यूअसली हर महीने इंस्पेक्ट करते हैं जब सामान कोई भी चाहे वो मीट हो चाहे वेजिटेबल हो चाहे चाहे दही हो चाहे कोई भी चीज हो चावल तो हम जब आता है तो भी बहुत इंस्पेक्शंस होते हैं सैनिटाइज जैसे मैंने कहा कि अगर हम किसी प्रोडक्ट में 900 ग्राम का चिकन का कारक वही डालते हैं 1200 का नहीं डालेंगे क्या डिफरेंस हो है 900 और 1200 वेट की बात करो हो ना आप क्या नहीं नहीं इट इज द इट इज नॉट की देख हम वेजिटेरियन लिए आई डोंट नो क्या होता है कि वो अगर मैं हिंदी में बोलूं तो वो चिकन बुड्ढा हो जाता है राइट ओ जवान की वजह जैसे कि मटन में भी गोट में भी अगर 7.5 केजी का कारक है सॉरी थोड़ा सा वल्गर चीजें है ये प् तो वो एक होता है कि सात महीने का आठ महीने का जो बकरा है या न महीने का उसका वजन उतना होगा ओके पर अगर वो बुड्ढा हो गया एक डेढ़ साल का हो गया तो उसका वजन 12 13 साल हो जाता है तो उसमें उतना शायद लोगों को खाने में मजा नहीं आता सेम चिकन दूसरा है कि उसकी ब्रीड क्या है तो हम लोग जो बेस्ट ब्रीड्स हैं आज हम कई बार होता है ना जैसे कि एक होता है कि एक बैटरी चिकन बोलते हैं एक वर्ड यूएस में बैटरी बैटरी चिकन कि उस चिकन को उतनी ही जगह मिली है ब्रीड करने के लिए बैटरी जितनी अच्छा तो उस उस उस उतनी स्पेस में हैव यू यूज्ड फ्री रेंजिन बर्ड्स कि जो बर्ड आपस घूम रहा है खा पी रहा है तो वो एक उसकी क्वालिटी और दोनों में क्वालिटी और टेस्ट डिफरेंट होता है टेस्ट डिफरेंट होता है तो आप किस तरह का बर्ड यूज कर रहे हो फ्री रेंजिन बैटरी उस चिकन को किस तरह की फीड मिली हुई है जिस जहां से आप सोर्स कर रहे हो उसे अच्छा सोया अच्छा कॉर्न मिला है या उसने जो उसको मिल गया वो खा लिया जो भी वहां पर पड़ा हुआ था तो वो सब चीजें बहुत मैटर करती है आप किस तरह से कर रहे हैं तो हमारे बहुत सिंज एंड क्वालिटी कंट्रोल हर बार उसी टाइप का उतना ही यंग उतने ही वेट का उतना ही फीडेड इतना ही फ्री हम वो केएफसी भी करता है हम भी करते हैं तो बड़े ब्रांड साब ये सब चीजें करते हैं नहीं तो क्योंकि क्वालिटी जैसे आज हम 300 करोड़ का है 45 सिटीज में है हमें तो पेन इंडिया पूरे वर्ल्ड में जाना है एंड जो खाता है मतलब जो भी इंसान चिकन खाता है उसको समझ में आता है कि ये इना डिफरेंस है कई बार इतना नहीं समझ पाते देखिए ऐसा है कि जैसे कार है मैं आपको बताता हूं कई बार फील की अब कई बार कार्स के जो एंथियास है उन्हें पता होता है कि 0 टू 100 किलोमीटर यह 5 सेकंड में जाएगी या 8 सेकंड में जाएगी या इसकी टॉर्क कितने न्यूटन मीटर की है या कितने सिलेंडर का इंजन है यह एंथियास को पता होगा जैसे हमारे केस में बिरयानी एंथू जिस्ट को पता है कि ये टू इयर्स नेचुरली एज प्रीमियम बासमती यूज कर रहे हैं दावत का इस तरह के स्पाइसे यूज कर रहे हैं इस क्वालिटी का चिकन या कटल यूज कर रहे पर लेकिन बाकी लोगों को फील आ जाएगी जब खाना खाएंगे तो उन्हें लगेगा हल्का था खाकर पेट भारी नहीं हुआ पेट खराब नहीं हुआ फील अच्छी आ रही है वो टेक्निकली शायद नहीं समझ पाए उन्हें समझने की जरूरत भी नहीं है जैसे मैं कार एंथियास नहीं हूं तो मुझे समझने की जरूरत नहीं है कि जीरो से 100 किमी 6 सेकंड में जाएगा या साढ़े सेकंड में जाएगा या कितने हज यू नो न्यूटन मीटर की टॉर्क है या कितने सिक्स कलेंडर पर मुझे फील से आ जाएगा कि भाई ये तो भाग रही है इसमें तो पावर है मजा आया मजा आया तो वो मजा बता देगा उसको कि कि कि भाई और मेरा पेट भारी नहीं हुआ खराब नहीं हुआ तेल मसाले खराब नहीं थे कोई खाने में गंदी स्मेल नहीं आई अच्छी उसको वो फील और इंस्टिंक्ट बता देंगे अगर वो अपनी इंस्टिंक्ट और कॉन्शियस के साथ जी रहा है अच्छ कुछ लोग विदाउट कॉन्शसनेस भी जीते हैं बस खा रहे हैं भाग रहे हैं तो खाने के लिए खाने के मामले में मैं ऐसा हूं नहीं आपकी हेल्थ देख के तो लग रहा है आप कॉन्शियसली जीते हो वो कॉन्शियस लिविंग माइंडफुल ईटिंग कर रहे हैं तो उन्हें पता लग जाएगा मैं टेस्ट में कॉन्शियस नहीं हूं इतना जितना मैं वेट में कॉन्शियस हूं हां अच्छा कि पोर्शन कंट्रोल है बट जो है दे दो पर मुझे जैसे लगता है कि वो एक एज में 40 में पता लग जाता है अगर आपने 20 30 में अच्छी क्वालिटी ऑफ खाना खाया है मेरी ज तक पता लग जाता है मत डराओ मैं तो स्ट्रीट फूड में कहीं भी कुछ भी खा क्वालिटी का बिरयानी भा किलो का खाओ मैं तो स्ट्रीट फूड प कहीं भी कुछ भी खाता रहता हूं मैं बहुत ही टाइम आपकी एज में एंजॉय करना चाहिए फूड इज इंपोर्टेंट य वेरी हेल्थ कॉन्शियस नाउ बट अगर मेरे को पता है कि मेरा इतना पोर्शन है तो फिर वो पोर्शन कहां से आ रहा है क्वालिटी इंग्रेडिएंट्स वनी कैलरी उतनी प्रोटीन मिलनी चाहिए हां उतना वो मुझे बता है कि दिन भर में कापस कितने खाने है प्रोटीन कितना खाना है फैट कितने खाने है पर उसकी क्वालिटी ऑफ राइस क्या है क्वालिटी ऑफ चिकन क्या है क्वालिटी ऑफ हां वो अभी उस लेवल पे नहीं पहुंचे हम लोग मे बी वन डे आई विल बी देयर एज वेल उसके लिए हां थोड़ा सा और एज में हो जाए ओके कमिंग टू बिरयानी आपने मसालों की बात करी तो मसाले कहां से आते हैं तो हम तो सारे मसाले केरला से लेते हैं और क्यों केरला स्पेसिफिकली क्यों वी हैव चोजन सम वेंडर्स देयर जो हम शुरू से आज से 10 साल पहले तो न वी र सिलेक्टिंग आवर वेंडर्स और हमने कभी चेंज नहीं करे चाहे वो राइस के हैं तो हमने स्पाइसे क्योंकि वहां से थिंक मैक्सिमम स्पाइसे वहां से बहुत अच्छे आते हैं पर लेकिन फिर उसके आगे हम उन सबको करके एक पर्टिकुलर वेंडर से फैक्ट्री से वहां तक लाकर उनको फिर ग्राइंड करा के जो कि हम बहुत रेगुलरली कराते हैं कि वो उनकी फ्रेशनेस बनी रहे स्पाइसे की भी फिर एक जगह से सारी आउटलेट्स को भेजते हैं ग्राइंड करा के बट केरला में कुछ स्पेसिफिक है या स्पेशल है जिसकी वजह से बाकी स्टेट से बेटर है केरला इस नोन फॉर इट्स स्पाइसे जब आया थे यू नो यूरोप से कोलंबस वो सब देखते हुए इंडिया के लिए तो आई थिंक वन ऑफ द रीजन वास द स्पाइस इन इंडिया तो केरला है अ सर्टेन टेंपरेचर क्लाइमेट श्रीलंका की सिनेमन हुई काली मिर्च हुई यह सब वही होते हैं तो इट इज नोन इ दे व सर्टेन वेदर सर्टेन सोइल कि वहां पर श्रीलंका में केरला में उस साइड ऑफ द वर्ल्ड में काफी वन ऑफ द बेस्ट स्पाइसे होते हैं ओके तो इसीलिए द टेंपरेचर एक्स सोइल परमिट्स दैट गट इट एंड अक्रॉस स्टेट्स यू फील वन ऑफ द बेस्ट स्टेट्स टू सोर्स स्पाइसे फ्रॉम इ केरला यस एंड राइस कहां से बेस्ट हो तो राइस तो देखिए कि काफी नॉर्थ इंडिया से ही ज्यादा आता है साथ से पर हम लोग भी प्राउडली यूज दावत राइस व्हिच इज द मोस्ट प्रीमियम ब्रांड इन इंडिया एंड वी वर्क वो लोग दावत फैमिली वेरी प्राउडली एसोसिएट विद देम वो भी हमारी बिरयानी खाते हैं और हम इट्स अ 40 ईयर ओल्ड ब्रांड इन इंडिया यूएस में भी उनका बहुत चलता है सब सो दे यूज वी यूज देयर राइस दावत का ई जो 2 साल नेचुरली एज होता है जैसे क्या करते हैं जैसे मैं अगर हिंदी में बोलूं केला है उसे पकने में चाहिए 10 दिन हम तो लोग कई बार सब्जी मंडी में उसे जबरदस्ती एक दिन में रात को पका देते हैं उन्हें अगले दिन बेचना है तो आर्टिफिशियल वेस यूज करके तो चावल को भी क्या है कि लोग दो महीने में तीन महीने में क्योंकि 2 साल कौन हो कौन रखेगा गोडाउन में पर दैट इज द टाइम रिक्वायर्ड कि चावल अपने आप पक जाए एज कर जाए तो जब आप उसको पकाते हो खाते हो तो वो स्टमक के लिए अच्छा है बॉडी के लिए हल्का है तो बट जैसे ये टेक्निकल बात है मैं आपको बता रहा हूं लेकिन जो खाता है उसको फील हो जाता है कि मैंने खाया बहुत उम्दा चावल था लॉन्ग ग्रेन है बहुत बासमती है इसमें फ्लेवर आ रहा है और हल्का है पर टेक्निकली वी यूज द बेस्ट जो टू इयर्स नेचुरली एज्ड बासमती है बट ये कितना डिफिकल्ट है कि टू इयर्स नेचुरली एड अगर आप ले रहे हो आप तेजी से बढ़ गए आज 300 से हज करोड़ पे चले गए तो क्या वो बैक एंड प इतना सप्लाई तेजी से कर पाएंगे नहीं नहीं वो तो सी क्योंकि दो साल का टाइम है ना नहीं हां पर वो तो स दाव 6 7000 करोड़ टॉप लाइन बट 67000 करोड़ टॉप लाइन कंपनी का ऑलरेडी 67000 करोड़ होगा धंधा जहां पे वो बेच रहे होंगे तो उने किसी सप्लायर का तो रोक के आपको देना पड़ेगा नहीं नहीं सर देखो 1000 करोड़ की कंपनी में फूड कॉस्ट हमने कहा 35 40 पर है उसमें भी राइस उसका एक मान लो परसेंट है तो शायद 1000 करोड़ की कंपनी में राइस तो 100 करोड़ का ही लग रहा है ना हां मतलब मैं एग्जांपल दे रहा हूं 100 करोड़ का भी लग रहा है तो 100 से 200 300 500 कभी तो जाएगा सो दैट डू यू थिंक कि आपका जितना प्रिडिक्टिव वर्क करता है डाटा उतना ही आपको उनको बताना क्योंकि 2 साल का टाइमलाइन आपका बहुत स्ट्रंग है बिल्कुल बिल्कुल तो वी वर्क वेरी क्लोस विद द फाउंडर्स मतलब ऑफ ल दिस दावत वग वी आर वेरी प्राउड टू बी एसोसिएटेड विद देम वन ऑफ द मोस्ट प्रीमियम ब्रांड्स इन दिस कंट्री वी आर वेरी प्राउड तो वो सब हम उनको साथ शेयरिंग रहती है हम साथ में बिरयानी डे चीजें काफी सब एफर्ट साथ में ही करते हैं तो वो कम्युनिकेशन बहुत क्लियर रहता है कि अब देखिए कंप्यूटर में भी अगर वो पीछे से इंटेल का सीपीयू नहीं आएगा तो डेल या आईबीएम या एचपी कैसे बनाएगा कोई भी तो वो सब तो कोऑर्डिनेशन करना ही करना पड़ेगा कि आपको बढ़ाना है तो आपको सारे सब हां हां क्य बाकी सारी चीजें तो आ जाएगी दो साल नेचुरली एज हां नहीं नहीं आपकी बात सही है तो वो सब चीजें तो दो साल एज कराना पड़ेगा वो वो प्रॉब्लम है नहीं तो और वो दो साल पहले से शुरू हो गया तो वो तो हम उन्हें अपने पूरे अगले साल की दो-तीन साल की जो प्रेडिक्शन है मतलब जो ग्रोथ की डिमांड की सब देके रखते हैं हम ओके बहुत जरूरी है हां वट्स व व है होल सप्लाई चेन डिपार्टमेंट परचेस डिपार्टमेंट बट दो साल पहले यू आर एबल टू प्रिडिक्ट व्हाट योर नेक्स्ट टू इयर्स गोना लुक लाइक हां हां काफी उतना आईडिया तो रहता है और साथ में उतना दावत भी बीइंग अ बिग कंपनी उतना अब्जॉर्ब कर लेता है 10 20 पर ऊपर नीचे है तो दो-तीन साल का बिजनेस प्लान रेडी रहता है इन टर्म्स ऑफ स्केल हां हां तो आई थिंक थ्री इयर्स वी वांट टू बी ी टारगेटिंग टू बी ऑलमोस्ट 1000 करोड़ कंपनी तो उस हिसाब से सारा काम हम कर रहे हैं तो हज करोड़ एंड इट्स नेवर फास्टर इट्स नेवर लाइक दैट कि तेजी से और बढ़ना हो नहीं देखिए इसमें क्या है कि इट्स नॉट कि खाली टेक्नोलॉजी आप या कोई एक प्रोडक्ट फैक्ट्री में बन रहा है तो उने आउटलेट अभी हमारे 100 आउटलेट है तो हजार करोड़ के लिए करीब 22030 आउटलेट्स लगेंगे तो उतने आउटलेट खोलना ट्रेन करना लोगों को बनाना तो इट्स अ एक सर्टेन लेवल ऑफ ग्रोथ तक तो थ यर देर ओके अनदर क्वेश्चन की मेरे पास एक्चुअली बहुत सारे क्वेश्चन पूछ पर मेरे को पहले ना स्पाइस वाला खत्म करना है हा पूछिए तो स्पाइस की जब हम बात कर रहे थे कंट्रोवर्सी आई थी हा वो एमडीएच की एमडीएच की मसालो की राइट तो नेपाल में और सिंगापुर में बन कर दिया एमडीएच और एवरेस्ट को बैन कर दियांग कांग में बैन कर हांगकांग में ठीक है तो क्यों मतलब क्यों बैन कि उ में क्या था सी व्ट आई रेड सर्टेन केमिकल च वास देर च वास बियोंड परमिस बल लिमिट्स दे र यूजिंग क्या केमिकल डलते स्पाइस में आई नॉ क्योंकि हम जो स्पाइस यूज करते हैं हम लोग उसम कोई केमिकल नहीं हम लोग तो केरला में वेंडर से डायरेक्टली लेते हैं और आप यूज कर ले आपको प्रिजर्व करके रखना हम प्रिजर्व नहीं करते तो हमारे में तो कोई प्रिजर्वेटिव होता ही नहीं तो जैसे ये लोग जब एक्सपोर्ट कर रहे हैं तो इनको लॉन्ग शेल्फ लाइफ के लिए बनाना पड़ता है हम तो उन वेंडर से फ्रेश लेते हैं फ्रेश ग्राइंड कराते हैं हर बहुत छोटी साइकिल्स है हमारी जिसमें वो हर उतने दिन में वापस आ जाता है तो हम लोग तो प्रिजर्वेटिव से केमिकल्स बिल्कुल यूज ही नहीं करते हमारी फिलॉसफी फ्रेश कुकिंग वेरी हाई क्वालिटी इंग्रेडिएंट्स हमारी तो फिलॉसफी वही है कि कि फ्रेश बनाया जा अच्छी क्वालिटी बिकॉज वी बिलीव फूड इज वेरी इंपोर्टेंट फॉर ह्यूमन माइंड बॉडी सोल हमारी तो फिलॉसफी नहीं है पर ऑफकोर्स अगर उन लोगों को एक्सपोर्ट करना है जहां साल दो साल की सेल्फ लाइफ रखनी है तो दे वर यूजिंग सर्टेन प्रिजर्वेटिव्स एंड केमिकल विच आई एम नॉट अवेयर बट आई रेड अबाउट इट कि चच इ वास बियोंड परमिस बल लिमिट्स बट आई एम श्यर दे विल वर्क एंड दे आर आल्सो वेरी ओल्ड ब्रांड्स कभी डू दे नॉट रीच आउट टू यू बी लाइक हमारे मसाले करो हां पर देखिए हम लोग इस मामलो में बहुत ज्यादा स्ट्रिक्ट है हांडी चावल चीजें स्पाइस जो सब खुद करें जैसे राइस है तो और भी तो ब्रांड होगी दावत के अलावा जो चाहते हो बड़े ब्रांड्स तो देखिए दावत इंडिया गेट दो है बे ले इंडिया गेट भी तो आया होगा आपके की सर इको छोड़ हमको ले लो हां वो होता है हमेशा पर एक ट्यूनिंग बैठ गई जिससे एक एक अंडरस्टैंडिंग है प्राइस से फर्क नहीं पता कोई प्राइस गिरा के दे दे तो देखिए उस लेवल प प्राइसेस में बहुत कम डिफरेंस होता है क्योंकि बहुत ज्यादा मतलब वी बाय लट ऑफ वेरी हाई क्वांटिटी और चीजें तो उस समय जो भी प्राइसेस होते हैं बेस्ट ही होते हैं दे आल्सो वांट अस टू यूज दैट एंड दे आल्सो प्राउड ऑफ इट एंड वी आर वेरी प्राउड टू यूज देर आइस सो नहीं एग्जांपल कि और पा के फर्क से किलो में मतलब वी विल नॉट कंप्रोमाइज जिसे रिलेशनशिप आपको तो पा किलो बहुत फर्क पड़ जाएगा पर बात सही है पर आई थक वो रिलेशनशिप रिलेशनशिप इज वन साइड आम आस्किंग क्वेश्चन कि 100 करोड़ के चावल खरीद लो हाइपोथेटिकली राइट एंड वो आपसे मान लो 10 पर प्रॉफिट मार्जिन कमाते हैं कोई आपको 7 पर में देने के लिए तैयार है नहीं ब देखिए इसमें वेंडर्स आर वेरी इंपोर्टेंट क्योंकि आपको है कि व जो क्वालिटी सप्लाई आपको 10 साल से दे रहे हैं और व देते आ रहे हैं उसमें यू आर वेरी कॉन्फिडेंट व ट्रस्ट लेवल बहुत हाई है 100% 110 पर है अगर व सामने वाले के साथ 90 पर है यू कैन नॉट प्ले विद योर प्रोडक्ट और यू कैन नॉट टेक द रिस्क विद योर प्रोडक्ट और कस्टमर बट वई डोंट गिव चांस टू न्यू प्लेयर लेट से दावत तो सालों से चल ही रहा है इंडिया गेट तो चल ही रहा है कोई एक तीसरा होगा वो दावत बनेगा कैसे जबी वेरी फ्रक हमने ट्राई हम ट्रायल्स करे हमने एक दो तीन बार पर लेकिन उस उस लेवल का उतनी कंसिस्टेंसी से क्योंकि इन लोगों ने इन अपने प्रोसेसेस को डिफाइन भी ये सब कंपनी 40 40 50 साल पुरानी है कि कैसे ये लोग पेडी लेते हैं कैसे किस क्वालिटी की पेडी लेते हैं किस फार्मर से लेते हैं कैसे उसको एज करते हैं कैसे मिल करते हैं ये भी सब प्रोसेस है उनकी क्वालिटी कंट्रोल चेक उस लेवल के सिस्टम्स प्रोसेस हर छोटे मतलब किसी भी वेंडर के लिए बनाने बहुत मुश्किल है ओ इंडिया में सबसे ज्यादा बिरयानी कौन सी सिटी खाती है सबसे ज्यादा ऑर्डर्स क मि हैदराबाद वो लोग तो नाश्ते में दोपहर को रात को किसी भी समय रात को 2 बजे मतलब ना तो इट गोज विदाउट सेइंग आई वुड से मे बी सेकंड चेन्नई होगी बिरयानी बाय किलो से भी ये होता है बिरयानी बाय किलो की भी सबसे ज्यादा ऑर्डर्स हैदराबाद में ही होते है हैदराबाद में हमारी आउटलेट अभी कम है एक दो ही है तो अभी वहां पे क्योंकि हम क्योंकि उस मार्केट में हम इट इज लाइक कि आपको इटली में जाके कॉफी बेचनी है तो हमारी बाकी सब सिटीज में अभी हैदराबाद में वी आर वी विल ग्रो स्लोली क्योंकि वो मार्केट बहुत डिफरेंट है रिस्की भी है थोड़ी रिस्की भी है ओके सो हैदराबाद सबसे ज्यादा बिरयानी खाता है लखनऊ से भी ज्यादा हां लखनऊ में लखनऊ कबाब ज्यादा है इफ आई कैन से कि वहां के टुंडे कबाब दस्तरखान तो हम अपनी जब कबाब्स को बेंचमार्क करते हैं तो लखनऊ की कबाब से बेंचमार्क करते हैं ब्लाइंड टेस्टिंग कराते हैं एंड टच फुड हमारे कबाब बिरयानी भाई किलो के जब हम वो लखनऊ वाले टुंडे दस्तरखान वगर कबाब से बेंचमार्क कर आते हैं ब्लाइंड टेस में उससे भी अच्छे ही आते हैं पर लखनऊ इस मोर लगता है लोगों को बिरयानी कभी रही होगी और आज भी है पर नथिंग टू द कंपेरिजन ऑफ हैदराबाद और चेन्नई लखनऊ इ अ कबाब सिटी ओके सो हैदराबाद में सबसे ज्यादा बिरयानी सेकंड इ चेन्नई आई वुड से थर्ड माइट बी बेंगलोर अच्छा तो थर्ड भी लखनऊ नहीं आ था नहीं आई वड इन टर्म्स ऑ बिरयानी कंपशन साउथ इ राइस टिंग रा टिंग प्लेस हा स उन लोग का स्टेपल वो है स्टेपल वो है ओके सो ये एंड सबसे ज्यादा बिरयानी बाय किलो की कौन सी बिरयानी व्यक्ति हैदराबादी है हैदराबादी चिकन बिरयानी ओके फिर सेकंड लखनवी मटन थर्ड कटल बिरयानी फोर्थ पनीर बिरयानी ओके सो ओके क्वेश्चन अगेन कौन सी सिटी में आपका सबसे ज्यादा ऑर्डर्स आते हैं दिल्ली एनसीआर क्योंकि हमने शुरू वहां से किया था तो ब्रैंड इज द स्ट्रांगेस्ट देयर कितना होगा डेल्ली एनसीआर में अ नंबर ऑफ ऑर्डर्स डेल्ली 25 25 दिन के होंगे करीब चार पाच हर ऑर्डर्स डेली हम 4 5000 ऑर्डर सिर्फ डेल्ली एनसीआर खाता है बिरयानी बाय खेलो के क्रेजी और रोज 4 पाज बिरयानी जाती है ठीक है दैट इज कबाब भी और फिनी भी और भी काफी कुछ हां हां मतलब बट 75 पर बिजनेसेस पीपल आर व पीपल हैव गिवन अस लॉट ऑफ लव मैं दिल्ली एनसीआर में कहीं जाता भी हूं करता हूं तो पीपल हैव गिवन अस लॉट ऑफ लव मतलब क्योंकि आई थिंक आपने किसी को खाने से आत्मा तृप्त करी हो एक बार नहीं कई बार तो आई थिंक खुश हो जाते हैं लोग और हाइजीनिक है वेरी हाई क्वालिटी उन्हें घर जैसा खाना मिल रहा है बाहर से राइट आप साउथ में हो प्रेजेंट ज्यादा हां बेंगलोर में काफी है मासोर में है बैंगलोर में बिजनेस कैसा है लाइक टॉप थ्री सिटीज नो हां बेंगलोर अच्छा है बेंगलोर इ इन टॉप थ्री बमबे में काफी बड़ा है पुना में काफी बड़ा है सो फॉर यू दिल्ली वुड बी फर्स्ट बम्बे वुड बी सेकंड सेकंड बेंगलोर वड बी थर्ड पुण वड बी फोर्थ देन वी आर इन फ्रॉम जमशेदपुर टू गुवाहाटी टू लखनऊ टू कान जलंधर व्ट माय पॉइंट वा क्या नॉर्थ बेस ब या प्लेयर साउथ में चल पाते हैं ज्यादा हां हां क्योंकि सी वी आर डूइंग हैदराबादी लखनवी कलकता गुंटूर तो उनको तो क्या है कि हैदराबादी तो मिल ही रही है लखनवी जो नहीं मिलती है वो भी मिल रही है कलक भी मिल रही है गुंटूर भी मिल रही है कबाब भी मिल रही है एंड दे नो एवरीवन नोज कि बिरयानी बाय किलो इज द ओनली कंपनी टू मेक इट फ्रेश फॉर एवरी ऑर्डर इन हांडी और हांडी की सील कस्टमर खोलेगा और अभी बनी है आधे घंटे पहले हम तो वो बहुत बड़ा का कितना डिफरेंस होता है डू यू थिंक इंडिया इज अ वेज ईटिंग कंट्री और इंडिया इज क्वाइट अ वेज पर बिरयानी में अनफॉर्चूनेटली 75 पर 70 75 पर नॉनवेज है 25 से 30 पर वेज है चच वी वांट टू चेंज टू 5050 तो हम लोग काफी नई वेज बिरयानी निकालते रहते हैं अभी तो कटल छोले पनीर वेज है पर सोया चाप है पर धीरे-धीरे और भी निकालेंगे बट इज लार्जली इंडिया अ नॉनवेज कंट्री और अ वेज कंट्री साउथ में नॉनवेज है इफ यू सी द मैप ऑफ नॉनवेज वेज कई बार लोगों को लगता है पंजाबी से पंजाब नॉनवेज होगा पंजाब इज अ वेज ईटिंग पंजाब इज वेज ईटिंग वेज मतलब वेज परसेंटेज बहुत ज्यादा है अगर आप देखेंगे मैप में एक नॉनवेज वेज का अगर मैप का भी देखें साउथ में 80 90 पर नॉनवेज है पंजाब में वेज है 60 70 पर तो इट इज व्ट इट डजन तो साउथ काफी नॉनवेज है ईस्ट काफी नॉनवेज है केएफसी सबसे ज्यादा ईस्ट में चलता है इंडिया में तो ईस्ट और साउथ काफी नॉनवेज है वेस्ट और नॉर्थ मोर वेज की तरफ है ओके सो मतलब ईस्ट में कोलकाता साइड पर बहुत ज्यादा चलता है बंगाली लोग इफ आई कैन से मछली चीजें ये सब का आईम जनरलाइजिंग डेटा टू इट तो साउथ एंड ईस्ट साउथ स्पेशली नॉनवेज ज्यादा फिर ईस्ट फिर बल्कि नॉर्थ लोगों को लगता है पंजाबी लोग तो सब बे बट आप जाओ इट्स वेरी वे जीटिंग आप इधर यू गो टू अमृतसर सर गोल्डन टेंपल आसपास देखोगे सब वेज ही वेज मिल रहा है नॉनवेज ढूंढना पड़ता है मतलब इट इज अ मिथ कि पंजाब नॉनवेज है वाओ आई डि आई डिन नो दैट द इट इ पंजाब इज अ वेरी वन ऑफ द मोस्ट वेज ईटिंग स्टेट्स स्टेट्स ओके क्वेश्चन ऑन दिस कि जोटो पे लास्ट ईयर का डाटा था दैट बिरयानी आई थिंक ठ साल से जमेटो जमेटो सी दोनों पे मोस्ट लास्ट आ साल से मोस्ट ऑर्डर्स है राइट बिरयानी एंड द सेकंड इज पिज्जा राइट राट यू आर सेइंग प्राउड वर्ड प्राउड टू बी एसोसिएटेड विद बिरयानी इन द मोस्ट ऑथेंटिक फ्रेश वे मतलब व आई थिंक इतना बिक रहा है मतलब वी हैव टू बी अ पार्ट ऑफ इट इन द राइट वे सो एंड आपका मार्केट शेयर कितना होगा इसमें अगर इंडिया में सबसे ज्यादा बिरयानी ही बिकती है इनफैक्ट एक साल में इतनी बिरयानी बिकी है कि जितने में आठ कुतुब मीनार भर जाए दैट देख तो देखिए क्या है कि इट्स अ वेरी फ्रेगमेंटेड मार्केट स्टिल क्योंकि लोकल प्लेयर्स बहुत है बम्बे में अलग लोकल प्लेयर है बेंगलोर में अलग कोलक में फेवरेट्स हैं जो 303 40 साल से तो फ्रेगमेंटेड बहुत है दि नॉट अ विनर टेक्स ऑल मॉडल पर इंडिया लेवल पे आई वुड से कि हमारा शेयर सबसे ज्यादा है मतलब इट विल बी बिटवीन 5 एंड 10 पर ओके पर धीरे-धीरे आवर टारगेट इज कि फोर इयर्स में हम 20 पर तक पहुंच जाए मतलब इन दिस कैटेगरी क्योंकि फ्रेगमेंटेड इतनी है 25 के ऊपर शेयर लेना मुश्किल है दैट इज आवर टारगेट की 20 25 पर हम शेयर अगले चार पाच साल में ले ले कैसे करोगे वो क्योंकि 15000 करोड़ का अन ऑर्गेनाइज मार्केट है तो सी इट बिनी का हां इट इट हैपेंस यू नो अक्रॉस कैटेगरी कि जैसे जैसे कंट्री रिच होती जाती है दे वांट अ बेटर प्रोडक्ट जो कि यू नो हाइजीनिक है जिसमें पीपल कैन ट्रस्ट द ब्रांड क्वालिटी चीजें वरायटी रेंज सर्विस तो जैसे जैसे कंट्री एक सर्टेन लेवल पर रिच होती है आई थिंक इट जज हैपन फ्रॉम एपल लाइक वी सेड कि पहले लोग पास के टेलर प चले जाते हैं ऑर्गेनाइज अब शर्ट पैट किसी ना किसी ब्रैंड की लेंगे राइट तो दैट स्टार्टस हैपनिंग मतलब एक पॉइंट पे इफ्लेक्शन कर्व आ जाता है हो सकता है 20 25 पर शेयर नहीं हो 15 18 हो हमारा बट दैट इज द डायरेक्शन 5 साल में नहीं होगा ठ साल में हो जाएगा बट होना ज हो जाएगा क्योंकि दैट डायरेक्शन इज क्लियर वो क्लेरिटी क्योंकि इतनी सिटीज में हमारे अलावा या एक एक ब्रंड और के अलावा और कोई नहीं है लेवल पर सप्लाई चेन ब्रंड बिल्डिंग यू नो प्रोसेसेस ली काइंड ऑफ मार्केट बट लोकल कंपटीशन हमेशा रहता है वो हमेशा रहता है पर वी से की वी यू कैन ट्रस्ट बिरयानी बाय किलो फॉर द हाइजीन द क्वालिटी ऑफ इंग्रेडिएंट्स द रेंज वो लोकल भी जो अच्छे प्ले बन गए होंगे वो लोग भी देते ही होंगे देते पर लेकिन क्या श मेघना बिरयानी हा मैं कह रहा हूं तो लेकिन क्या है कि जब आप ट्रेवल कर रहे हो आप बेंगलोर से हो आप बेंगलोर के बाहर जा रहे हो तो आपको नहीं पता ना जलंधर में दिल्ली में किसकी खाऊ या धीरे-धीरे लोग और फिर वो मान लो मेघना या कोई और है वो हैदराबाद ही दे रहा है हम लखनवी भी दे रहे हैं विच इज लेस स्पाइसी फ्लेवर्स हम कोलकता भी दे रहे हैं हम कबाब बहु तो रेंज आल्सो एंड ऑफकोर्स हम हांडी में दे रहे हैं जो कोई नहीं दे रहा आच बॉक्स दे रहे हैं फ्रेश दे रहे हैं उस हांडी में बना के तो डिफरेंशिया ओके आई हैव लास्ट थ्री क्वेश्चंस वन इज आप डाइन और इट के बीच में क्या ट्रेंड देख रहे हो क्या इंडिया में लोग ज्यादा बाहर खाना प्रेफर करते कि घर में दोनों ही है दोनों ही है दोनों अलग-अलग ट्रेंड दो बोथ आर ग्रोइंग क्वाइट फास्ट व्ट इज मोर एडेंट तो राइट नाउ आई वुड स्टिल से डाइनिंग आउट थोड़ा ज्यादा ग्रो कर रहा है देन डाइन इन ओके यू फील ज्यादा लोग बाहर जाकर खाना प्रेफर जो नहीं करते थे अब कर रहे हैं क्योंकि कोविड में एक ट्रेंड आया कोविड के बाद घर में इतना बैठना पड़ गया आप देखोगे एयर ट्रेवल देखिए होटल देखिए जो होटल ऋषिकेश में फाइव स्टार 00 नाइट मिल जाता था अब 20 25 हज नाइट मिलता है सब डबल हो गए क्योंकि एक वो एक जो लेटेंट डिमांड जो कोविड के बाद आई कि हमें बाहर जाना है हमें ट्रेवल करना है हमें वो एकना पर दैट ट्रेंड वी बिलीव एक डेढ़ साल में फिर से वापस चेंज हो जाएगा डाइन में लद डिलीवरी मार्केट भी बहुत तेजी से ग्रो कर रही है पर आई वुड स्टिल एग्री की डाइन आउट मार्केट उससे भी तेजी से ग्रो कर रही है तो बोथ मार्केट्स विल ग्रो इसमें एक एक दो दो साल में ट्रेंड चेंज मुझे लगता है होता रहता है फिर लोग थक जाते हैं बाहर जा जा के फिर कहते हैं कि चलो घर में ही पार्टी करेंगे शांति से बैठेंगे तो दिस आर ट्रेंड्स चच कीप चेंजिंग एवरीडे स टुडे यू फील की कोविड के बात की वजह से ट्रेंड है कि बा जा ट्रेवल ये सब ज्यादा है बाहर जाके ज्यादा करो एंड एक्सपीरियंस मैटर्स मोर ओके आ अ क्वेश्चन बहुत सारे ना सेलिब्रिटीज ने रेस्टोरेंट स्टार्ट करे हम व्हाई ड यू थिंक सेलेब्रिटी लेड रेस्टोरेंट फेल हो जाते हैं क्योंकि आई थिंक कोई भी चीज अगर आप राइट रीजन की वजह से नहीं करेंगे देखिए कई चीजों में ग्लैमर है मूवी इंडस्ट्री में है रेस्टोरेंट इंडस्ट्री में भी लोगों को लगता है कि देखिए हमारा रेस्टोरेंट है तो हम यहां पर अपने दोस्तों को बुला सकते हैं सोशलाइज कर सकते हैं हमारी इज्जत बढ़ेगी और सेलिब्रिटीज को शायद लगता है कि हमारे नाम की वजह से लोग आ जाएंगे हमें तो मार्केटिंग करनी नहीं पड़ेगी पर लेकिन एक बार आ भी जाए अगली बार तो कस्टमर क्वालिटी प्राइस सर्विस की वजह से आएगा एंड फूड यू नो रेस्टोरेंट आईव यू नो सेड इन द पॉडकास्ट आल्सो दैट वे कॉम्प्लिकेटेड बिजनेस सप्लाई चेंस कंसिस्टेंसी प्रोडक्ट की सप्लाई की प्रोसेस की लेबर की ट्रेनिंग की कस्टमर सर्विस की तो उतना अगर आपका डीएनए नहीं है या उतना आप उस लेवल का काम करने को राजी नहीं है तो कस्टमर एक बार तो आ जाएगा सेलिब्रिटी लाइट रेस्टोरेंट में अगली बार वह नहीं आएगा उससे य सर्विस धीरे-धीरे प्रोडक्ट क्वालिटी क्योंकि दिस है टू बी अ फुल टाइम जॉब ऐसा नहीं हो सकता कि आपने साइड में खोल दिया अच्छा सोफा अच्छी अच्छी मतलब पैकेजिंग कर दी अच्छा डेकर कर दिया शुरू में अच्छी कट लड़ी शुरू में अच्छा खाना भी कर दिया अच्छा शेफ आ गया फिर वो शेफ छ महीने में भाग गए प्रोसेस सिस्टम है नहीं सब चीज क्रैश कर गई तो इट हैज टू बी डन फॉर द राइट रीजन कि भई आप एक बिजनेस बना रहे हैं बिजनेस की तरह विद ऑथेंटिसिटी विद पैशन विद सिस्टम्स प्रोसेस तो वो बहुत जरूरी है सो यू फील लैक ऑफ सिस्टम्स एंड लैक ऑफ एन एक्सीलेंट ऑपरेटर यस इज द रीजन फॉर यस यस फेलियर ऑफ सेलेब्रिटी लेड बिजनेसेस नहीं पर ऐसा नहीं है कि सारी सेलेब्रिटी लेड फेल बहुत सारे सक्सेस इंडिया का सबसे सबसे सक्सेसफुल इंडिपेंडेंट रेस्टोरेंट बार क्लब व्हाट एवर इज बस्टिन राइट एंड दैट इज बाय शिल्पा शेट्टी तो वो आई थिंक एकलौता रेस्टोरेंट है जिसने एक सिंगल रेस्टोरेंट 100 करोड़ ऑल द रिस्पेक्ट टू देम एंड आई एम अ बिग फैन कि बट इट हैज टू बी सीन वेदर इट इज देयर आफ्टर 10 इयर्स और 20 इयर्स हम ये सब खाबर है बम्बे में 50 साल से चल रहा है कुलावा में तो कैन इट बीया स्वाती स्नेक्स चल तो कैन इट सस्टेन द 10 ईयर साइकिल बट फॉर अ सेलेब्रिटी नहीं आई अग्री आई एग्री क्रेडिट शुड बी गिवन ू एंड एक रेस्टोरेंट से आई थिंक लास्ट ईयर द न्यूज़ वर कि 100 करोड़ से ऊपर किया उन्होंने एक सिंगल आउटलेट है आई डोंट थिंक पूरी कंट्री में कोई भी और है जो सिंगल आउटलेट से 100 करोड़ की सेल मारता है हां हां अगर इतनी की है तो बहुत बड़ी बात दैट इज रियली रियली बिग राइट एवरीथिंग इज जनरलाइज्ड बट देर ऑलवेज एक्सेप्शन या या तो देयर इज द मोस्ट सक्सेसफुल वन 100 करोड़ एक जगह से बन सकते हैं एंड देन देयर इज वेरी हाई रेट ऑफ फेलर इन द बिजनेस वेर पीपल आ किसी भी बिजनेस को कॉम्प्लिकेटेड है परट आपको डेडिकेशन से करना पड़ेगा राइट रीजंस के लिए पर दे कैन आल्सो सस्टेन फॉर ईयर्स एंड इयर्स वेरी हाईली डिफेंसिबल बिजनेस सस्टेनेबल बने एंड डू यू थिंक जो फेस्टिवल डेज पे सेल बढ़ती है बहुत ज्यादा सबसे ज्यादा सेल कौन से फेस्टिवल में बढ़ती है हमारे केस में न्यू ईयर्स प हमारे केस में न्यू ईयर्स प 31 दिसंबर ओके सो 31 आप लोग कोई पार्टी नहीं करेगा पहले काम करेंगे कल जाके पार्टी करेंगे आज मना लेते हैं इवन फर्स्ट जनवरी को बहुत होती है तो सेकंड को करेंगे पार्टी जन ओके इवन फर्स्ट ज फ को क्यों लोग पता नहीं लोग अपने शांति से घर में बैठे होते हैं दे वांट डोंट इवन वांट टू गो आउट इतनी पार्टी कर चुके होते हैं घर पे कह रहे आप यही मंगाए 31 दिसंबर फ जनवरी तो हमारे लिए बेस्ट क्रिस्मस भी नॉर्मल डेज और 31 दिसंबर में कितना डिफरेंस होता है इन टर्म्स ऑफ ऑर्डर्स एटलीस्ट 2.5 टाइम्स मतलब वो भी मैं संडे से कंपेयर कर रहा हूं नॉट मंडे से ओके हां तो अगर य एक संडे को 100 डिलीवरी आती है तो 31 प 250 डिलीवरी आती बल्कि 300 350 भी हो सकते हैं 3.3 300 350 डिलीवरी आती इवन होली पर दिवाली पे ऑल दज डेस आ बिग दे ऑल आर बिग इसमें लोग अपने घर पे बना के घर का खाना ली पे तो खासकर बड़ा है कोई नहीं बनाता दिवाली पर फिर भी थोड़ा सा पर दिवाली से पहले वाले दिन ब न्यू ईयर प बहुत सबसे ज्यादा है ओके एंड आईपीएल और फुटबॉल मै र्स ऑफकोर्स आईपीएल वेर एवर दे सेलिब्रेशन पीपल वांट टू यू नो एंजॉय लाइफ फील हैप्पी स आईपीएल में सेल बढ़ती है हां 100% सो आईपीएल में मार्केटिंग कुछ अलग तरीके से करते हैं हां अभी हमने जैसे शिवम दुबे जो है उनको अपना ब्रैंड एसडर लिया तो व उन्होंने काफी स्ट्रेट और रील वगैरह बनाई तो थोड़ी मार्केट क्रिकेट के अराउंड अभी हम अगले महीने से वी विल बी डूइंग कि भाई यू हैव इफ यू एंटीसिपेट द स्कोर्स दिस दैट अगर आप करेंगे पार्टिसिपेट तो आपको वर्ल्ड कप के लिए इतना डिस्काउंट मिलेगा वर्ल्ड कप में इस मैच में अगर आपने इस टीम का यह बता दिया तो मतलब वो प्रमोशन चेंज हो जाते हैं बिकॉज यू हैव टू एंगेज विद द टाइम्स ओके एंड डू यू पे समय रहना एज वेल आ ट डू यू पे समय समय आपका इनफ्लुएंसर है क्योंकि समय से मैंने फर्स टाइम सुना था बिरयानी भाई केलो नहीं नहीं ही जस्ट यू नो वेरी बिग आई वुड से वी आर हिज फैन एंड हैज बीन आवर फैन आई थिंक बिना उन्होंने कभी कोई क्विट प्रो क्यों के मतलब दे ऑलवेज सपोर्टेड सम लवेज कभ कमर्शियल अरेंजमेंट कभी नहीं था ही जस्ट लाइक्ड अस ल द टाइम एंड ऑलवेज टक्ड अबाउट अस आई थंक जस्ट फन के लिए ही लाइक इट इट्स वेरी ऑर्गेनिक आपके खुद के डिलीवरी व्हीकल्स वर्सेस जोटो डिलीवरी वेकल क्या डिफरेंस हम काफी अपने राइटर्स अपनी वेबसाइट से हमारी पप से हमारे कॉल सेंटर से ऑल इंडिया से काफी ऑर्डर्स आते हैं जोमेटो के भी हम एग्रीगेटर्स के भी हम कुछ ऑर्डर्स काफी डिलीवर करते हैं तो हमारे डिलीवरी राइडर्स भी बिलीव क्योंकि हांडी है चीजें हैं देर बेटर ट्रेड ओके टू कैरी देम टू टेल द कस्टमर कि भाई इसी हांडी में बनी है बिरयानी जिसमें डिलीवर हुई है तो इसमें मसाला नीचे है राइस ऊपर है इसको कैसे मिलाना है आंच बॉक्स कैसे दे बेटर ट्रेन दे मोर पैशनेट अबाउट द प्रोडक्ट वी प्रेफर टू यूज देम वे एवर वी कैन अच्छा बट जट से जो ऑर्डर करता है उसमें आपके डर भी जाते हैं आपके राइडर जाते हैं काफी होंगे ओके सो हाउ मच वुड बी द परसेंटेज आई वुड से 5050 जमेटो की केस में ओके एंड कितना बिजनेस है जो बिना जोमट व के आता है और वर्सेस आपका आता है करीब 30 40 पर बिजनेस हमारे अपने चैनल से आता है अपने हमारी वेबसाइट हमारी ऐप हमारे कॉल सेंटर हमारे जो डाइनिंग आउटलेट्स है तो हर सिटी में एक डाइनिंग आउटलेट है हमारा जालंधर जयपुर दिल्ली इंदौर कोलकाता इंदौर हर सिटी में एक है बाकी डिलीवरी वाले हैं तो करीब 30 40 पर बिजनेस हमारे चैनल से आता है बाकी एग्रीगेटर आता है 60 पर जमेटो स्विगी एंड व् व्हाट इज बिगर फॉर यू जमेटो स्विगी आई ऑलमोस्ट हाफ आई विल नॉट लाइक ठीक है मेरे को ऑफ कैमरा बता दे बट थैंक यू सो मच आई हैव ऑलमोस्ट कवर्ड लाइक अ लॉट ऑफ क्वेश्चंस थंक यू रियली कवर्ड अ लॉट हा आई लव कवरिंग लाइक जो आई थिंक पॉडकास्ट को सुनेगा उसे रेस्टोरेंट बिजनेस फूड काफी आईडिया हो जाएगा दैट वाज द होल इंटेंशन बट थैंक यू सो मच फॉर शेयरिंग नंबर्स एंड एवरीथिंग वेरी ओपनली विथ अस नहीं ऑफ कोर्स लवली हैविंग यू मजा आया और अच्छा रहेगा प डू ट्रा बिरयानी बाय किलो टुनाइट थैंक यू सो मच ये एपिसोड एंड तक देखने के लिए प्लीज मुझे कमेंट्स में बताओ कि इस एपिसोड में हमने क्या गलतियां करी ताकि हम उसे सुधार सके एंड क्या अच्छी चीजें करी जिसको हम वापस कर सके और आपके लिए इस पॉडकास्ट के थ्रू और बेहतर लर्निंग ला सके आपको एजुकेट कर सके और आपका ओवरऑल एक्सपीरियंस बढ़ा सके यह एपिसोड एंड करने से पहले किसी एक इंसान के साथ जरूर शे करिएगा क्योंकि वन कन्वर्सेशन कैन चेंज समवनस लाइफ एक कन्वर्सेशन किसी को बहुत हेल्प कर सकता है आई विल सी यू नेक्स्ट टाइम [संगीत] [संगीत]