कॉर्पोरेट अकाउंटिंग और फाइनेंशियल मैनेजमेंट
परिचय
- लेक्चर का संचालन हरीश मथारिया द्वारा।
- आज से जीरो से शुरुआत।
- सभी छात्रों को पुराने नोट्स भूलकर नए से शुरू करने के लिए कहा।
कक्षा के नियम और उद्देश्य
- क्लास में कोई व्हाट्सएप संदेश न भेजने की सलाह।
- कक्षा का उद्देश्य:
- प्रॉपर गाइडेंस के साथ परीक्षा क्लियर करना।
- सीएस बनने का लक्ष्य।
- ज्ञान प्राप्त करना।
विषय का महत्व
- कॉर्पोरेट अकाउंटिंग और फाइनेंशियल मैनेजमेंट, ग्रुप 1 का पेपर 4।
- कुल 100 अंक का वेटेज।
- पिछले अटेम्प्ट्स में भारत भर में कम प्रतिशत परिणाम।
- ICSI का परिणाम 2-3%।
- YES Academy का परिणाम बेहतर।
कक्षा में उपस्थित रहने का महत्व
- अनुपस्थिति न करें, केवल महत्वपूर्ण कारणों पर छुट्टी लें।
- कक्षा में समय पर आएं।
विषय की संरचना
- विषय में दो भाग हैं:
- भाग A: कॉर्पोरेट अकाउंटिंग (60 अंक)
- भाग B: फाइनेंशियल मैनेजमेंट (40 अंक)
कॉर्पोरेट अकाउंटिंग
- पहले अध्याय का शीर्षक: "इन्ट्रोडक्शन टू फाइनेंशियल अकाउंटिंग"।
- अकाउंटिंग का अर्थ:
- व्यापार के लेन-देन का हिसाब रखना।
फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन
- फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन का अर्थ:
- पैसे या पैसे के मूल्य में लेन-देन।
- यह इनफ्लो या आउटफ्लो हो सकता है।
लेखांकन का उद्देश्य
- प्रॉफिट और लॉस का मूल्यांकन करना।
- सभी लेन-देन को प्रणालीबद्ध तरीके से रिकॉर्ड करना।
- वित्तीय स्थिति का आकलन करना।
अध्ययन की रणनीतियाँ
- नियमित अध्ययन और रिवीजन पर जोर।
- ट्रैकर बनाकर पढ़ाई की प्रगति को रिकॉर्ड करें।
निष्कर्ष
- आज का होमवर्क:
- दो-तीन बुनियादी शब्दों को ध्यान में रखना।
- ट्रैकर को तैयार रखना।
- धन्यवाद।
नोट्स के लिए महत्वपूर्ण बातें
- सभी छात्र समय पर कक्षा में उपस्थित रहें।
- पढ़ाई के लिए समर्पण आवश्यक।
- कॉर्पोरेट अकाउंटिंग में प्रैक्टिकल सवालों पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता।
- अध्याय के विषय में गहराई से समझने का प्रयास करें।
- कक्षा में संवाद बनाए रखें।
ये नोट्स विद्यार्थियों के लिए मददगार होंगे।