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अकाउंटेंसी के बेसिक शब्दों पर चर्चा

What's up everyone, welcome back to the channel हम लोगों ने last class में chapter number 1 of accountancy किया था खतम जिसमें हमने accounts का meaning, accounts का importance, accounts का limitations, accounts के basics के बारे में जाना था अब थोड़ा practically account अगर आप अगर तब क्या है वह टाइटर टर्म्स जो उस लैंग्वेज को सीखने में हेल्प करेंगे तो आज किस क्लास में हम बेसिक अकाउंटिंग टर्म्स पढ़ेंगे बेसिक अकाउंटिंग टर्म्स में कुछ टर्म्स बेसिक है कुछ टर्म्स कॉम्प्लीकेटेड है तो शुरू करते हैं हम लोग basic terms के साथ और जो सबसे पहली term है वो है business transaction अब business ट्रांजेक्शन पढ़ने से पहले मैं इसको ब्रेक आउट कर देता हूं और मैं बोलता हूं कि ये दो शब्द हैं, बिजनस और ट्रांजेक्शन, इसको भी समझाने से पहले कोई चीज़ें और सिंपलिफाई करते हैं, देखो बिजनस क्या है, बिजनस व्यापार है, धन् है जिससे लोग पैसा बनाते हैं राइट बिजनेस का मकसद पैसा कमाना होता है हां और भी ऑब्जेक्टिव ऑफ बिजनेस होते हैं मैंने बिजनेस स्टाइज में पढ़ाया है बट सबसे पहला मेन मोटिव होता है पैसा कमाना पर फेक्ट इसके साथ जुड़े होंगे चाहे वह आपके इंप्लॉज हों चाहे वह आपके ऐसे लोगों जो ने पैसा लगाया है इन्वेस्टर चाहे और जो owner होता है, जो मालिक होता है, वो completely अलग होता है, जो owner है, जो business चला रहा है, वो completely अलग है, और जो business है, उसकी खुद की अपनी पहचान है, तो जितनी भी चीज़ें business में पैसा लेके आ रही हैं, पैसा लेके जा रही हैं, आप कोई भी सामान खरीद रहे हो, पैसा जा र पैसा आ रहा है, समान जा रहा है, तो हमेशा दो चीज़े होंगी, something will come in and something will go out, हमेशा ऐसा होगा, two fold impact हमेशा होगा, इसी को हम transaction बोलते हैं, आप जब Paytm करते हो, Google पर करते हो, फोन पर करते हो, किसी भी तरीके से transaction ट्रांजेक्शन करते हो ना ट्रांजेक्शन का मतलब यही होता है जब भी कोई एक्टिविटी परफॉर्म करे जाएगी जब भी पैसे का लेंदेन होगा जहां पर एक या दूसरी या दोनों पाइटी के फाइनांसिस पर पैसे पर इंपैक्ट आएगा उसी को हम ट्रांज ज्याहिए बिजनेस ट्रांजेक्शन एडिजन एकोनोमिक एक्टिविटी ऑफ द बिजनेस डाइट चेंजेज फाइनेंशियल पोजीशन जो बिजनेस की नेक्स्ट इवेंट सर इवेंट क्या होगा देखो बिजनेस आपने स्टार्ट करा बहुत सारी ट्रांजेक्शन जो होंगी ट्रांजेक्शन का कुछ रिजल्ट आएगा उस रिजल्ट को हम इवेंट बोलते हैं सर रिजल्ट से कुछ क्या मतलब समझ में नहीं है देखो आपने बिजनेस लास्ट में आप चेक करोगे कि आपने प्रॉफिट कितना बनाया क्या उन सब ट्रांजेक्शन का वो एक result है कि आप प्रॉफिट में गए या लॉस में गए उसको हम event बोलते हैं तो basically होता क्या है जब भी transactions होती है तो हर transaction का कोई ना कोई end result होता है लास्ट में आगे आपने stock count करा वो एक event है है तो क्या होता है हर ट्रांसेक्शन का एंड रिजल्ट इज एन इवेंट क्या है एन इवेंट इज अ कॉन्सिक्वेंस और रिजल्ट ऑफ ट्रांसेक्शन पर फेक्ट है तो वह देखते हैं कि वह देखते यह ओनर है, ठीक है, अब जो बिजनस होगा, आप यह नहीं कहोगे चिंटू का बिजनस, इस बिजनस का कुछ ना कुछ अपना नाम होगा, ओन नेम, आप अपने आसपास देखोगे, लोगने अपनी दुगानों के अपने नाम रखे होते इस कलेक्शन थे कलेक्शन बिजनेस के अलग-अलग नाम होते हैं ना तो बिजनेस की खुद की अपनी पहचान है अब यह चिंटू जो है जब यह बिजनेस चालू करेगा तो इस बिजनेस में कुछ ना कुछ पैसा डालेगा कोई भी बिजनेस विदाउट मनी तो स्टार्ट होता नहीं है तो जो भी पैसा ऑनर आफ द बिजनेस में लगाता है इसी को हम कापिटल बोलते हैं समझे जितना भी रुपया जो इंडिया में अगर चालू करा तो बाहर स्टार्ट किया तो जितने भी डॉलर्स इस बिजनस में लग रहे हैं इसी को हम लोग क्या बोलते हैं we call it as capital इसको हम capital बोलते हैं तो what is capital when an owner of the business introduces some money in the business उसको capital बोला जाता है ओके ठीक है तो हमारे पास यह definition आ जाती है किसकी capital की capital चाहे का बिल्कुल चेक करो इटरेफर्स टू दाम आउंट इनवेस्टेड बाय द प्रोप्राइटर का मतलब ऑनर इन द बिजनेस अब जब बिजनेस स्टार्ट होता है तो वह कैसे के फॉर्म में लगा सकता है गुड्स की फॉर्म में लगा सकता बियाद रखो नो व्हाट इस ड्रॉइंग्स क्या पेंटिंग बनाना हम लोग बॉइंग्स बोल सकते हैं नहीं देखो एक owner business में पैसा लगाता है, but business से पैसा निकालता भी तो है, अगर घर का खर्चा करना है तो कहां से चलेगा, घर पे बच्चों की fees देनी है तो कहां से देगा, घर का बिजली का बिल देना है तो कहां से देगा, just kidding, क्या चीज़ चल रही है कि business से पैसा निकाल के घर तो लेके जाना पड़ेगा ना भीया, रहा तो कैपिटल बोला निकाला तो क्या निकाला तो ड्राइंग ठीक है याद रखना पैसा घर जाएगा बिजनेस में नहीं रहेगा परसनल काम में यूज होगा क्या लिखा है एनी कैश और वैल्यू ऑफ गॉड्स विड्राउन बाइड ऑनर फॉर परसनल पैसा निकलेगा तो उसको ड्रॉइंग बोला जाएगा अगर वो नेक्स आता है बेटा जी liability, sir what is liability, देखो जब भी business को किसी बाहर वाले का कोई पैसा देना है, it refers to the amount which the firm owes to outsiders, outsiders कौन है बाहर वाले, उनको हम क्या बोल देते हैं, liability बोल देते हैं, ठीक है, इसका मतलब जैसे हमने कोई bank से loan लिया, तो क्या हमें वो loan bank को वापिस करना पड़ेग अगर हमने उधार में कोई माल खरीदा तो क्या वो पैसा हमें जिससे खरीदा है उसको देना है इसी को हम लाइबलिटीज बोलते हैं वह डाइबलिटी इट इस द अमाउंट विज द फर्म ओज कम लोगों तर to outsiders, ठीक है, perfect हो गया, okay sir, liability का मतलब भी समझ में आया, next is types of liability, इसके हम बाद-बाद में करेंगे, सबसे पहले आता है asset, what is an asset, sir, asset क्या होगा, बार-बार अभी पीछे term आ रही थी न, asset, capital, liability, capital सीख लिया, liability सीख लिया, now what is asset, asset का मतलब होता है, कोई भी ऐसी चीज, जो या तो आपकी property है, आपका cash है, वाला है फ्यूचर में उसको हम आपका ऐसे बोलते हैं जैसे मेरे लिए मेरा कैमरा यह मेरा माइक क्या यह मुझे हेल्प कर रहा है मेरे काम को करने में यह मुझे बेनेफिट कर रहा है नहीं कर रहा है तो यह मेरे लिए ऐसे आपके कोई भी ऐसी चीज जो आपको इस तरह का बेनेफिट दे रही हो उसको हम ऐसे बोलते हैं देखो एनिथिंग विच इन द पोसेशन का मतलब वह आपका है और द प्रॉपर्टी ऑफ बिजनेस इंक्लूडिंग द अमाउंट ड्यू फ्रॉम अदर्स वह पैसा भी जो बाहर वालों से लेना है ठीक है उसको हम हमारा एसिट बोलते हैं अब एसिट में क्या जाता है एसिट में कैश आता है हमारा बैंक बैलेंस आता है इसके बाद हमारी कोई जमीन हो, कोई बिल्डिंग हो, लैंड, बिल्डिंग, कोई फर्नीचर हो, कोई मशीन हो, तो देखो ये सब हमारी प्रॉपर्टीज हैं, ये सब हमें बेनिफिट देती हैं, और राइट, इसको हम आसिट बोलते हैं, एनिथिंग विच विल एनेबल अ आपको बेसिक चीज़े समझा रहा हूं नेक्स्ट आता है एक्सपेंसेस इनकम और इससे भी पहले मैं जाना हूं मैं चाहता हूँ revenue, सबसे पहली term जो मैं चाहता हूँ कि आप समझो वो है revenue, वो क्या है revenue, सर revenue को क्या मतलब होता है, देखो business में माल बेचोगे, भाई व्यापार करा है तो माल तो बेचोगे, माल बेचोगे तो उससे पैसा गमाओगे, वो जो पैसा आया है हमारे पास, मैं profit की नहीं कर रहा जो सेल करके पैसा आया है कि अगर मैंने घड़ी बेचना चालू कर दिया मैं वाचेस सेल करता हूं मेरा वाचेस का बिजनेस है तो जब मैं वाच बेचता हूं तो कुछ ना कुछ पैसा तो आएगा मेरे पास महासे वो मेरा प्रॉफिट नहीं होगा क्योंकि म तो वो जो पैसा आया है मेरे पास उसको revenue बोलते हैं तो what is revenue? revenue is the amount received from sale of a given quantity of a commodity मैंने कोई commodity का कुछ quantity बेचा उससे मुझे कुछ पैसा आया उसको हम revenue बोलते हैं अब उसपे खर्चा भी हुआ होगा तो what is खर्चा? उसको हम expense बोलते हैं expense is the cost incurred in producing and selling the goods and services आया उसको हम expense बोलते हैं तो दो चीज़े हो गई एक तो हो गया revenue जो पैसा कमाया एक हो गया खर्चा जो इस पे पैसा लगा revenue में से expense हटा दू तो income बन जाता है revenue में से expense हटा दू तो गया बन जाता है income for example मेरी घड़ी जो है वो 10,000 की भी की और उस घड़ी को बनाने में 6,000 का खर्चा आया था तो मेरी income कितनी हुई 4,000 की income कितनी हो गई हमारे पास, 4000 की, देखो, amount received from sale of goods is called revenue, cost of goods sold is called expense, cost of goods sold मतलब जो माल बेचा उस पे कितना खर्चा आया था, surplus of revenue over expense is called income, जितना भी revenue जादा होगा expense है उसी को हम income बोलते हैं, सर क्या ये profit नहीं हुआ, 4000 रुपे, तो बिटा ध्यान रखना, कि income और profit में ये फर्क होता है, कि profit ना हम साल के last में निकालते हैं, हर trunk, ट्रांजेक्शन पर प्रॉफिट नहीं बोलते ऐसे तो मल्टिपल ट्रांजेक्शन होती है एक दिन में हजारों ट्रांजेक्शन होती है पता नहीं कितनी घड़ियां मैं बेचूंगा तो सबको अगर प्रॉफिट बोलूंगा तो एक्ट्रोल प्रॉफिट देखना बुश्किल हो जाएगा तो हम सबको इनकम बोलते हैं लास्ट में हम देख कि वो टेस्ट टोटल रिवेन्यू में से टोटल एक्सपेंस अटा देते हैं तो हमारे पास क्या आता है प्रॉफिट समझे तो हमारे पास जो प्रॉफिट है वह मल्टीपल ट्रांजेक्शन सब जोड़कर साल के लास्ट में एक बार देखा जाता है सही हो गया ना तो रिवेन्यू एज अगर एक ट्रांजेक्शन पर देख रहा हूं तो मां इनकम होगा सभी को मेल जुल करके लास्ट में आप देख रहे हो तो वहाँ पर टोटल जवाब लगा दोगे तो प्रॉफिट हो जाएगा तो प्रॉफिट और इंकम में क्या डिफरेंस है समझ में आया अब देखो आप बिजनस में एक चीज समझे कि रिवेन्यू होगा रिवेन्यू का मतलब पैसा आएगा प् होगा पैसा जा रहा है पैसा आ रहा है तो अब सपोस करो कि मैंने एक इस तरीके की कॉपी बनाई जिसके अंदर में यह सारी चीजें लिख रहा हूं कि भाईया पैसा आया गया आया गया आया गया ऐसे ट्रांजेक्शन चलती रहेंगी साल के लास्ट में तो कि आप ये एक जगा ना लिखके ना दो अलग चीज़े बना लो आप इस copy को दो parts में डिवाइड कर दो और एक तरफ सारे inflow लिख लो, चाहिए इदर लिख लो, वो rules हैं, वो rules हम बाद में पढ़ेंगे, चाहिए इदर लिख लो, एक तरफ सारे outflow लिख लो, तो लास्ट में बस total लगा लेना कि ये total inflow होगा, ये total outflow होगा, for example, total inflow एक लाग है, और total outflow चालीस जार है, तो आपको पता लग गया 60,000 का profit है, कितना easy हो गया, अब वो एक साथ लिखोगे तो confusion, plus, minus, गलती भी हो सकती है, कितनी सारी चीज़ों हो सकते हैं, लेकिन यहां कितना आसान हो गया, यह जो मैंने बनाया ना, इसी को हम account बोलते हैं बिटा, इसी को क्या बोलते हैं, हम account बोलते हैं, कितना simple, तो account है क्या, account एक वो जगा है, एक वो जितने भी minus वाली transactions हैं, वो सारी एक side, चलो, अब ये देखने की यार, books में क्या लिखा है account के बारे में, screenshot लेना है तो ले लो, अब देखो, अब देखते हैं कि हमने account के बारे में, यहाँ पे लिखा क्या हुआ है, what is account, क्या लिखा था, बन गई दो sides, An account is a record account एक record है आफ ऑल द बिजनेस ट्रांजेक्शन रिलेटिंग टू पर्टिकलर पर्सन और आइटम तो हम लोग क्या करते हैं हम एक रिकॉर्ड बनाते हैं कॉपी बनाते हैं इसके अंदर सारी चीजें लिखी होती है ऑल द आप आउंट्स आई डिवाइडिंग टू साइड अगर आउंट्स दो साइड में डिवाइड होते हैं लेफ्ट साइड यह वाली साइड लेफ्ट वाली साइड इसका नाम क्या रख दिया डेबिट साइड इसको शॉर्ट में डीआर बोलते हैं यानि आज के बाद आपका जो एलएटेस है वह एलएटेस नहीं होगा आज के बाद आपका LHS will be debit तो जैसे आपने maths में LHS, RHS, LHS, RHS पढ़ा है न अभी आप LHS को LHS नहीं बोलोगे, डेबिट बोलोगे और जो RHS है, right hand side आज से आपका right hand side, right hand side नहीं होगा उसको आप credit बोलोगे तो what is LHS in account?

It is known as debit and what is RHS in account? It is known as credit ठीक है, the left side of an account is arbitrarily or traditionally called debit, and the right side is called credit, याद रहेगा, अब inflow outflow कहीं पर भी लिख सकते हैं, इदर भी इदर भी, तो accounts को बनाने के कुछ rules हैं, जो हम अभी further आगे पढ़ेंगे, journal entries में, आगे और chapters में पढ़ेंगे, but before that आपको मतलब पता होना चाहिए, I hope मैंने बहुत अच्छे भी कोई problem आने नहीं दूँगा, बिलकुल stress free रहना, now profit, loss and gain, sir profit क्या है, loss क्या है, gain क्या है, profit मैंने आप लोगों को already बता दिया, total revenue minus total expenses is profit, अगर revenue ज़ादा है, expenses कम है, तो profit आएगा, रिवेन्यू कम है खर्चा ज्यादा है तो लॉस आ जाएगा सिंपल सी बात है दोनों ही एक दूसरे से मिलते जुलते टर्म्स हैं बस अगर आपके प्लस वाले आइटम्स रिवेन्यू वाले आइटम्स ज्यादा है तो प्रॉफिट में रहोगे माइनस वाली आइटम्स खर लॉस में दो तरीके के लॉस हो सकते हैं पहला क्या है अगर आपका total expense जो है वो जादा हो जाता है total revenue से तो हम उसको loss बोलते हैं दूसरा ही होता है जैसे normal loss, loss by fire आग लग गई, loss by theft, चोरी हो गई, tsunami आ गई, कुछ भी, वो अलग तरीके के losses होते हैं, तो loss दो तरीके के हो सकते हैं, एक business activity के और एक इस तरीके के, Sir, what is gain? गेन समझते हो, गेन होता है फाइदा, कि आपके साथ कोई ऐसी transaction हुई, कि बिना महनत करे आपने पैसा कमा लिया, इस अगर ज़्यादा प्रोफिट और एडवांटेज रिजल्टिंग फ्रॉम इवेंट्स और ट्रांजेक्शन विचार इंसीडेंटल बिजनेस सेल ऑफ इज आसेट्स विनिंग ऑफ कोर्ट केस कुछ भी ऐसा काम हुआ है एसेट का वैल्यू एपरीशिएट हो गया जो हो गया तो उसको आप गेन बोल देते हो ठीक है तो हमारे पास प्रॉफिट हो गया लॉस हो गया गेन हो गया नेक्स्ट आ रहा है purchase and sales, तो देखो what is purchase, what is sale, purchases का मतलब होता है goods खरीदना, यानि जिस particular चीज में आप deal करते हो, उसको आप purchases बोलते हो, जैसे for example मैंने अभी watches का example लिया था, कि मेरा watches का बिजनेस है तो अगर मैं वॉच खरीद रहा हूं बेचने के लिए यानि मेरे लिए वह गुड्स है तो मैं उसको वॉच नहीं बोलूंगा मैं उसको पर्चेज बोलूंगा समझे अगर मेरा वॉच का बिजनेस है और मैं वॉच खरीद रहा हूं तो मैं उसको पर्च खरीद रहा हूं एसी खरीद रहा हूं तो मैं उसको मशीन या एसी ही बोलूंगा मैं उसको पर्चेज नहीं बोलूंगा जिस भी चीज का आपका बिजनस है अगर मेरा कपड़े का बिजनस है मैं कपड़ा खरीद रहा हूं तो मैं उसको पर्चेज बोलूंगा मेरा फर्नीच तो पर्चेस अगर वह बेचे हैं तो सेल्स ठीक है वह इस पर्चेस द टर्म पर्चेस इस यूज ओनली फॉर परपस ऑफ गुड्स इन फिनिश गुड्स में कन्वर्ट करना और देन बेचना सही हो गया सेल्स में क्या होता है सेल्स का मतलब होता है माल बेचना या सीधी सी बात है ना जिस भी चीज में डिल करते उसको बेचना अब देखो अगर आप माल बेचोगे तो जरूरी तो बिका हुआ माल जब वापस आया उसको बोले आता है सेल्स रिटर्न और जो खरीदावा माल है आप भी वापस करोगे कभी गलत आ गया तूटा फूटा आया आपको पसंद नहीं आया उसको बोले आता है पर्सन्न पर्चेस रिटर्न, तो पर्चेस आपने करा, सही नहीं निकला, वापिस करा, पर्चेस रिटर्न, माल बेचा आपने सेल्स, कस्टमर को सही नहीं लगा, उसने वापिस करा, सेल्स रिटर्न, अब इनके ना दो अलग-अलग नाम होते हैं, पर्चेस रिटर्न, सेल रिटर्न के गुड्स आर कमिंग बैक इन आ रहे हैं नहीं आ रहे हैं इसलिए इसको सेल्स इनवर्ड के नाम से भी जाना आता है रिटर्न इनवर्ड के नाम से भी जाना आता है इसको क्या बोलते हैं रिटर्न इनवर्ड या तो सेल्स रिटर्न बोल दो बेसिक या फिर क्योंकि आपने सामान खरीदा आप वापस कर रहे हो तो इस गोइंग आउट बाहर जा रहा है नहीं जा रहा है इसको क्या बोलते हैं रिटर्न आउटवर्ड समझे तो पर्चेस रिटर्न को यह बोल देंगे रिटर्न आउटवर्ड क्या बात है चलो जी रिटर्न आउटवर्ड हो गया तो स्टॉक इनवेंटरी इसको यहीं तक रखते हैं गाइस कल वाले पार्ट में हम कुछ टर्म्स और पढ़ेंगे पढ़ेंगे और उसके बाद हम चलेंगे सीधा accounting equation जर्नल एंट्रीज की तरफ हमारा practical portion start हो जाएगा तो बहुत ही interesting तरीके से हम accounts पढ़ेंगे इसी तरीके से आपको मेरे साथ notes बनाने हैं मैंने जितनी चीजें बोली हैं अगर आपको मेरी वीडियो में से best result चाह जो मैं हिंदी में बोलता हूँ वो लिख लिया करो एक copy separate बना लो चीज़ें लिखा करो मैं बहुत सारे examples आप लोग को दूँगा पूरे साल भर और आपको कोई problem आने नहीं दूँगा still कोई issue आ रहा है तो comment section में आ जाओ उसके साथ हमारा telegram channel ज़रूर join करो वहाँ पे बहुत सारे notes assignments, test, revision sample papers बहुत सारे चीज़ें मैं share करूँगा तो telegram channel telegram channel का नाम chintu chinti gang class 11 ढूंडोगे आसानी से मिल जाएगा अदरवाइस डिस्क्रिप्शन में भी लिंक जॉइंट कर लेना थैंक यू सो मच एवरीवन एम वर्ड शीघ्र जूबर सून तिल दें टेक केर बाबाई और लाइक मत करना मत भूलना और दिमाग में कुछ आता है कोई प्रॉब्लम आती है कुछ इश्वा आती है कॉमेंट में लिख देना टेक केर बाबाई औ