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Fat Loss and Healthy Diet Tips by Suman Agarwal

बहुत सारे high profile अमीर लोग आपके पास आते हैं डायेट्स लेने के लिए पहले fat loss को address करेंगे, I feel it's the most general problem 90% अगर आपको weight loss करना है, avoid the obvious आईस क्रीम, cold drinks, पापड, पापड इकदम खराब है, हम बिल्कुल विश्वास नहीं करते हैं आईन की कड़ाई ले ले, but not non-stick, non-stick के मैं favor में नहीं हूँ क्यूं? Because of s**t इंडिया में सबसे पहले एकी चीज़ बम्मी कहती है पेट भर के खा बेटा उसको हम डिस्रप्ट करते हैं हम कहते हैं आप पेट भर के मत खाओ बच्चों के लिए भी यह है सब के लिए मतलब अगर आप हर दिन ठूस के खा रहे हो तो आपके कैंसर होने के चांसस बढ़ सकते हैं बाद में भारत में सबसे कॉमन डायेट प्रॉब्लम यह है सबसे ज़्यादा मांसा हारी है अभी ज्यादा प्रोटीन खाने लगे हैं, वेजिटेरियंस भी ज्यादा प्रोटीन क्या होता है? अप्पेशली छोटे शहरों में ना लेडीज घर को छोड़ नहीं सकती अलग-अलग रीजन्स की वज़े से तो घर पे बैट कर किस तरह की एकसिसाइस कर सकते हैं?

बारा घंटे की ब्रेक रहनी चाहिए आपके सेहत के लिए मैक्सिमम हम बिलीव करते हैं कि ये सारे के सारे एक पर्टिकिलर लोगों को ही सूट होते हैं सब के लिए नहीं है मैं ये चाहता हूँ कि लोग एक pen और paper लेकर ये episode देखें आज का podcast एक fitness और health special है more catered towards women यानि कि अगर आप एक female viewer हो तो ये podcast आपके लिए है अगर आप एक male viewer हो तो please अपने मम्मी के साथ, बहन के साथ, wife, girlfriend के साथ खुद की जिंदगी में तो एक नोटबुक पेन और पेपर लेकर बैठिए क्योंकि आज की गेस्ट है सुमन अगरवाल वन अफ द टॉप डायेटिशन इन आवर कंट्री बॉलीवूड के सबसे बड़े स्टार्स हमारे देश के सबसे बड़े ऑंटरपेनोर्स इनसे कंसल्ट मेरी आपसे बस ये request है कि बैट कर चीजों को note करो और खुद के life में इन learnings को apply करो ताकि आपकी health की journey, fat loss की journey इस podcast से शुरू हो जाए इस podcast के शुरुवात से पहले बस ये कहना चाहूँगा कि हमारी खुद की mind performance app level super mind app store और play store पर live हो चुकी है उसे हमने link किया है नीचे इस podcast के दोरान भी उस app की mention हुई थी because it's a very effective tool for helping with your mental health and your long term physical health. बहुत ज्यादा value adding app है level super mind पर ये podcast भी है बहुत ज्यादा value adding because it's Suman Agarwal in the house on TRS. बहुत ही ज्यादा special और detailed episode रहेगा आज का प्लीज एक notebook एक pen और paper साथ में लेकर इस episode को देखे ideally मम्मी के साथ बैट कर इस episode को देखे क्योंकि आज हम diets के बारे में बात करेंगे carbs, fats, protein फैट लॉस इन सारी चीजों को अड्रेस करेंगे बहुत जट से बहुत डीटेल में क्योंकि आज हमारे साथ है सुमन मैम, सुमन मैम वेलकम टो टी आरेस थैंक यू रनवीर और मैं बहुत बहुत खुशी हुई यहां आकर और आपको मैं बहुत सालों से फॉलो कर रही हूँ और बहुत कुछ सेखने को मिलता है और मेरा मन है कि आज के एपिसोड से काफी लोगों को जो मिट्स हैं जो की भ्रानती है काफी चीजों के बारे में वो तूट जाएं और वो अपने हेल्थ को और सेहत को और अच्छा बनाएं वह हमारा रहेगा एम इस अपिसोड के पहले एक रूट चीज कहना चाहूंगा तो प्लीज डोंट माइंड मैं कि बहुत सारे हाई प्रोफाइल अमीर लोग आपके पास आते हैं बॉंबे में डाइट के बारे में जानने के लिए डाइट लेने के लिए तो आप कितने साल से इस प्रोफेशन में अपने करियर को ग्रोव कर रो, ये थोड़ा बता दो, ताकि लोग जाने कि वो किन की राय ले रहा है। तो मैं इस प्रोफेशन में 24 साल से हूँ, मैंने 2nd एप्रिल को शुरू किया था, और बट देखा जाए तो उसके पहले ही शुरू हो गया था बिना पढ़ाई किये। और 2001 से शुरू किया का क्या होती है इसकी पढ़ाई नुट्रिशन, फूड और नुट्रिशन डाइटेटिक्स अक्शुली मेरे ख्याल से इसकी लाइफ लॉंग पढ़ाई भी होती है क्योंकि चीज़े बदलती रहती है, साइन्स आगे बढ़ता जाता है तो 2024 में भी डाइटरी अडवाइस हलके से बदलती जा रही है न अबसिलूटली, हमारे नीड्स बदलते हैं, हमारे अक्टिविटीज बदल रही हैं हम जादा आटोमेशन में जा रहे हैं जो हम, अगर मैं 25 साल पहले की बात करूँ तो जितने कदम हम लेते थे, चलो अगर बिना exercise की, अगर हम 5000 कदम भी ले लेते थे, आजकल तो आप 1500 भी नहीं ले पाओगे दिन में बिना exercise की, तो हमारे कदम कम हो रहे हैं, हमारे और जो pollution बढ़ते जा रहा है, तो खाना जो quality है, वो अलग हो गई है, तो काफी कुछ बदल गया ताकि लोगों को exactly एक general diet तो मिल जाए, पर general diet जैसी चीज होती है, यह हर इंसान की body अलग होती है, और उस हिसाब से उनके blood report के according आपको diet बनाना पड़ता है, हमारे सबके fingertips, fingerprints अलग है, हमारे needs अलग है, सबका diet अलग होता है, चुकी आप एक खुद individual हो, आपके सब, आज तक ऐ और एंड इस बेज़ डॉन ब्लड रिपोर्ट्स तो ब्लड रिपोर्ट्स है उनकी खुद की जरूरते हैं जो वह क्या खाना चाहते हैं उनकी क्या क्या क्या डिजीज से वह सफर करते हैं क्या उनकी तकलीफें हैं और उनकी टाइमिंग्स क्या है करना पड़ता है इस वेरी वेरी डिफरेंट जैसे कोई भी डाइट मेरे सामने आता है इस लाइक पजल फॉर मी अ और मेरे को सारे पीसेज जोड़ाकर उनको एक ऐसा डाइट देना पड़ता है जिसे कि वो खुश रहें आज तक हम लोगों ने एक भी ऐसा डाइट नहीं दिया जो कि वो आदमी ये बोले कि भई मैं खुश नहीं हूँ ये खानी सकता मैं क्योंकि मेरी मा हमेशा एकी बात कहती थी कि खाओ मन पसंद पहनो जग पसंद तो हम जो आपको पसंद ही हम कभी नहीं देंगे पर फिर भी आज हलके से कुछ जेनरल डाइटरी गाइडलाइन हम शेयर कर सकता है वैसे मुझे timeline को address करना है, mostly I think women ये episode देख रहे हैं, and मैंने ये notice किया है हमारे data के according कि mostly, especially भारत में, girls का problem fat loss रहता है, ये मैंने notice किया है, ये गलत है ये कहना? बिल्कुल भी नहीं, मतलब कुछ-कुछ लोग weight gain के लिए concerned रहते हैं, तो इन दोनों चीज़ों को address करेंगे, पहले fat loss को address करेंगे, I feel it's the most general problem, 90% और फिर उस 10% के बारे में भी थोड़ा सा बात करेंगे जरूर तो बताईए महम फैट लॉस के बारे में कहां से शुरुआत करेंगे सो फैट लॉस में ऐसा होता है कि जो वेट लॉस और फैट लॉस एक ऐसी चीज़ है जिस पे कि हम बहुत सारे फैक्टर्स वे डिपेंड करता है हम लोगों ने मीठा खाना छोड़ दिया है तो हम लोग वियर एक्चुली हेल्थ डिटेक्टिव हम लोग डिटेक्टिव होते हैं हम हमारा काम होता है खोजना इस चीज को खोजना कि कहां गडबड़ी हो रही है तो उनके हॉर्मोन सही है कि नहीं है उनका एक्सरसाइज किस टाइम पर कर रहे हैं कितना वह सो रहे बहुत फैक्टर्स डिपेंड करते हैं बट अगर जेनल हम देखा जाए फैट लॉस के लिए एक बैलेंस जाता है मैक्रो न्यूट्रियंट्स का विच इज प्रोटीन फैट कार्ड जन फाइबर उसको हम एक परफेक्ट बैलेंस में बनाते हैं फॉर जो तो तीन दिन के आहार हैं जैसे ब्रेकफ़रस लंच एंड डिनर वह जो तीन में आहार होते हैं हमारे उन पर एकदम परफेक्ट बैलेंस करके देते हैं क्योंकि हमारे पास लोग आते हैं फैट लॉस के लिए वेट लॉस के लिए बट हम वह इट्स लाइक आप घोड़े को एक ब्लाइंडर दे देते हैं वैसे है हम उनको बोलते हैं कि आप यह ब्लाइंडर से मत च���ो यू है व थ कि आपके हेल्थ के लिए वह जब से जरूरी है यानि कि अगर सिर्फ फैट लॉस पर फोकस किया तो हेल्थ को प्रॉब्लम तो वह फैट लॉस के लिए आते हैं बट हमारा पूरा टीम इस चीज के लिए ट्रेन होता है कि उनकी हर तकलीफ को हैं और हॉर्मोन सिधर उधर जा रहे हैं या कुछ डायबिटीज के तरह भड़ रहे वह बैक पेन है नीप इन हेलो से स्किन प्रॉब्लम हम सब सब को एड्रेस करते हैं अलांग विट लॉट सबसे पहले तो इसके लिए हमको बैलेंस डाइट देना बहुत जरूरी होता है जैसे कि प्रोटीन फैट कार्ड एंड फाइबर फॉर ब्रेकफ़र्स लंच एंड डिनर हम कहते हैं इसको फॉर पिलर्स आफ पर निट्रेशन इसको फॉर एक्स डाइट हम इसको फॉर एक्स डाइट बोलते हैं बिकॉस फॉर एक्स फॉर एक्स जैसे हम हम यह बहुत ही चार मील जरूरी है जी ब्रेकफ़र्स लंच एंड डिनर देन देश उड़ बी फोर आप अपार्ट आईडिली अगर आपने नाश्टा 9 बजे लिया तो आप लंच 1 बजे लें, शाम का नाश्टा 5 बजे और डिनर 9 बजे तो ये जो 12 गंटे का गैप है और आपको फास्टिंग करना है for 12 hours 9 से रात के 9 से लेके सुभे के 9 बजे तक आपको फास्टिंग रहना है ये सेहत के लिए अच्छा होता है ये मैं कुछ नया बता रही हूँ सारी जिन्दगी हम यही सुनते आए हैं यही तो टाइम रहता है पेट को ब्रेक भी नहीं और हमारा जो शरीर है उसको रेगिलर रूप से न्यूट्रिशन मिलता है और हम बिंज नहीं करते हैं अब जैसे कि आपने अगर लंच एक बजे किया है और आप नाश्टा पांच बजे के बजे छे या साड़ी छे बजे कर रहे हो आपका आपकी जो भूख है वो छे बजे खतम नहीं होगी इतना सा खाक कि यह हमारा एक फॉर एक्स रायट है जो कि हम सबको बताते हैं उसमें एक बहुत इंपोर्टेंट फैक्टर है विच विश्व जिसको हम सबको बताते हैं कि मैंने किताब पढ़ी थी ओकीनावा के बारे में इट्स एन आईलेंड जो कि जपान में है तो वहां पर सबसे ज्यादा नंबर ऑफ सेंटिनेरियंस रहते हैं जो कि सौ साल से ऊपर जिंदा रहते हैं बट सौ साल से ऊपर मतलब इतनी ज्यादा कॉंटिटी बट क्वालिटी तो भी तो होनी चाहिए ना उनकी क्वालिटी ऑफ लाइफ इज ऑफ वेरी गुड उनकी सेहत भी अच्छी रहती है सेहत अच्छी रहती है, फिल्ड्स में काम करते हैं, ब्रेइन अच्छे से चलता है, सब कुछ मैनेज करते हैं तो उसके पर अमेरिका ने रिसर्च किया कि वहाँ पे जरूर कुछ एलेक्जिर होगा, अम्रित होगा तो उनकी एक चीज है थियोरी जो कि मुझे बहुत अच्छी लगी, जो कि मैंने खुद अपनाई खुद ही नहीं अपना यह अपने जो कुट्टे का नाम भी वह रख दिया डॉक का इट इस कॉल हारा हाची बू के सो हारा हाची बू मीन्स यू इट टिल यॉर 80 पार्ट्स फुल ओके अस्थि प्रतिशत आपका पेट भरना चाहिए आपका अच्छी प्रतिशत जब आपको ऐसे और रोटी खाने की भूख हो या एक और छोटा बोल राइस खाने की भूख भूख आपको उसके पहले बंद कर देना है उसका एक साइंटिफिक रीजन है जो मैं बताऊंगी आपको तो सबसे पहले आप समझे कि हम हम अगर पेड़ भर के खाते हैं तो क्या होता है?

इंडिया में सबसे पहले एकी चीज बम्मी कहती है, पेड़ भर के खा बेटा, है की नहीं? तो उसको हम डिस्रप्ट करते हैं, हम कहते हैं आप पेड़ भर के मत खाओ. बच्चों के लिए भी यह? सबके लिए, जब इस ठूस ठूस के खाना नहीं खिलाना है, उसके बाद हमको आदत हो जाती है कि जब तक हमारे स्टमक में वो सेटाइटी लेवल तक हम नहीं खाते, तब तक एक घंटी नही अम शंतुष्ठ शंतुष्ठ यह पेट की संतुष्ठ पेट भरके खाए इधर संतुष्ठ हो गए आप तो ऊपर तक आ रहा है गले तक आ रहा है खाना वह सब कहते हैं जी तो हमको इसको ब्रेक करना इसको हमको तोड़ना इस धारणा को क्योंकि क्या होता है जब हम अपने सटाइटी लेवल या संतुष्ठी से ज्यादा खाऊं से भी ज्यादा खाते हैं या उतना खाते हैं तो खाना हमारे स्टेट में जाने के बाद इसमें होता क्या है खाना जो है जो भी आपने लंच खाया या दुपैर का खाना खाया या ब्रेकफुस खाया तो वो तीन घंटे तर आपके पेट में पचता है और तीन घंडे में होता क्या है काफी गैस्ट्रिक जूसेज जाती है पेट में सिक्रीट होती है और हाइड्रो क्लॉरिक आसिड सिक्रीट होता है जो बैक्टीरियास को बर्न करता है या मारता है तो अब ये इसकी तो जगए है नहीं क्योंकि हम लोग ने खाना पेट भर खा उतना ही ज़्यादा खाना मांगेगा इसी तरह से एक इंसान का वजन 25 साल के बाद में भड़ते जाता है 25 साल तक we are in growth spurt हमारी growth होता है हमारे 24 साल तक चाहे ladies हो, चाहे men हो सबके एक growth होती है 24 साल तक तो उस वक्त तक फिर भी ठीक है पर उसके बाद में वो हमारा वजन भड़ने लगता है क्योंकि हमारा stomach size क्योंकि stomach जो है एक flexible bag जैसा होता है जी ओकी तो वह हमेशा थोड़ा-थोड़ा खाना मांगता है और हमारी भूख हमेशा भड़ती जाती है तो अब इसका तो एक प्रॉब्लम तो बढ़ती है जब भी हम खाना खाते हैं तो हम अगर लिमिटेड रूप में खाते हैं अलपा आहार तो उसको हम 80 प्रतिशत प्रतिशत वाली चीज को हम बोलते हैं अलपा आहार एक्शन जाने की ज़रूरत ही नहीं थी यहीं पर मौजूद था अब हमारे आज़कति में ऐसी चीज है अलपा आहार कहते हैं उसको काफी योगी मुनी और काफी जो अ रिशी होते हैं वो अलपाहार को बहुत मन से इस चीज़ को मानते हैं तो हम जब खाना हमारी जरूरत के अनुरूप खाते हैं जादा नहीं खाते हैं तो हमारे शरीर में ओक्सिडन्ट्स भी कम पैदा होते हैं तो जो ओक्सिडन्ट्स की वज़े से हम जो बोलते हैं ना कि कैंसर सेल इट्स ओल अबाउट दाट मतलब अगर आप हर दिन ठूस के खा रहे हो तो आपके कैंसर होने के चांसेस बढ़ सकते हैं बाद में नहीं सूजादा हम खाते हैं तो ऑक्सिडेंट ज्यादा डेवेलप होते हैं जिनका आधे प्रॉब्लम सबसे पहले तो वेड़ गेन वेड़ गेन की वजह से आटरीज में प्लाक फॉर्म हो जाते हैं जो गंदगी जिसे कि हार्ट अटैक वगैरह आते हैं उसके बैक पेन हो जाता है पेट पे बजन भरने की वजह तो एवरीथिंग इस रिलेटेड टू दाट तो इसी को हम डिस्रप्ट करना चाहते हैं तो इसमें मैं आपको एक कहानी बताऊंगी मैं एक मेरी बहन है उसके उनके दादा ससुर से मिली तो मैंने देखा कि वह 85 की उमर तक खुद जाकर सबजी खरीद के लाते थे इधर फिट थे दुबले पतले मैंने कहा दादा जी आपकी सेहत का कि मारवाड़ी में भी कह दो हां तो मैं मेरा भूख सकम खाऊं और रोज घूमने जाऊं और रोज मैं व्यायाम करूं तो उन्होंने बताया तो इमेजिन एक छोटी सी चीज है और इसको ही हम भूल जाते हैं और हम जो बोलते हैं ना कि ग्रीड जी हम उसको लेकर हम ये जो हमारी थियोरी है इट इस फोर एक्स मैं ये चाहता हूँ कि लोग एक पेन और पेपर लेकर ये एपिसोड देखें तो आपने दो की पॉइंट्स बताया है अब पहले वो अलपा आहार येस अलपा आहार मतलब 80% पेट फुल रहना चाहिए उससे ज्यादा नहीं ठूसना नहीं चाहिए खाना दूसरा फैक्टर ये कि 12 घंटे की ब्रेक रहनी चाहिए आपके सेहत के लिए अभी आपको पता intermittent fasting का world है, time है, तो हम 12 घंटा से maximum 13 घंटे पे जा सकते हैं, उससे ज़्यादा हम muscle loss करते हैं, acidity बढ़ती है, irritation बढ़ता है, और भूख ज़्यादा लग जाती है, तो हम 12 घंटा ही मानते हैं अच्छा.

ये 16 घंटे का logic कहां से आया था? हमारे जो भी हम fad follow करते हैं, जो की nutrition की industry में होते हैं, तो हमारा काम यही है कि उसको साइड में करते जाना और क्लियर पात बताना हमारे क्लाइंट को कि ये फैट्स हैं, थोड़े दिन जिन्दा रहेंगे, बाद में चले जाएंगे, जैसे कि 2003 में आया था लिक्विट डायेट, लोग पानी पुरी का पानी पे और बहुत कम खाने पे जिन्दा रहते थे, लोगों को ही सूट होते हैं, सब के लिए नहीं हैं हर इंसान की बॉड़ी अलग होती है तो हम इसको अब जैसे की सब intermittent fasting लेके उसी पे वजन कम कर रहे हैं बट मैंने कितने जनों को देखा है वापस आ रहे हैं हमारे पास, वजन बढ़ गया है और health issues हो गये, skin problem हो गये muscle loss हो गया है, fat बढ़ रहा है उनका तो ये सब हम काफी देखते हैं हमारे करियर में, तो हम उनको बताते हैं कि आप फैट्स पर मत जाओ, आप 12 घंटे की फास्टिंग रखो, जैसे मैं आपको बताती हूँ कि अभी आयफ के बारे में आया था न्यूज में कि हाट पर इफेक्ट होता है, तो मुझे विश्वास क्योंकि वो काम कर रहा था 16 घंटे, 8 घंटे भी नहीं सोता था और खाना खाता था केवल 8 घंटे, इतना imbalance हो गया उसकी life में कि उसके heart पे असर आ गया, तो इतना जैसे कि इस पे जब इनोंने, I don't know which website, कौन सी website ने या कौन सी news channel पे आया, ये किन्तु इसके वज़े से काफी ऐसा नहीं है कि ये सबको suitable नहीं है, कुछ लोगों को suitable हो सकता है, doesn't suit me, और मैं promote नहीं करती, बट कोई मेरे पास IF लेके आता है कि मुझे ये ही follow करना है, तो हम उसको diet अच्छा और healthy बना के दे देते हैं, वो हमारा job होता है, और हम maximum हम believe करते हैं कि 14 गंटे से तो ज़्यादा IF कुछ ground rules follow करने चाहिए diet के लिए पर हलके से छोटी मोटी experiments करनी चाहिए ताकि आपको खुद के body के बार में थोड़ा सा पता चले इस खाने की वज़ा से मेरी body में क्या हो रहा है और इस diet की वज़ा से मेरी body में क्या हो रहा है fair और एक मैं आपको बताना चाहूँगी जो हमारा 4 hours का logic है 4 hours आपको fasting की रहना है उसमें fillers है fillers में coconut water ले लीजे butter milk ले लीजे which is अनाज नहीं होता वो हम खा सकते हैं सकते हैं कोकोनट वाटर चास फ्रूट सैलेड सूप जो भी नॉन अनाज आइटम है टी कॉफी हम वह ले सकते हैं जैसे आपने नौ बजे नाश्टा किया एक बजे के लिए जरूरी नहीं आप इंतजार करो आप 11 बजे कुछ चाय कॉफी ले लो पर उसके साथ कुछ खाना नहीं है उसके साथ कुर्मरा नहीं खाना बिस्किट नहीं खाना यह सब नहीं खाना सिर्फ लिक्विड चीज बनाकर ले सकते हैं जो अनाज नहीं होता अनाज क्या होता है जो कि हमको मिलता है जिसको तीन घंटे से ज्यादा लगते हैं दो से तीन घंटे से ज्यादा लगते हैं डाइजेक्शन में जी तो अगर आपने दो घंटे पर ही खा लिया तो आप आधा पर डाइजेस्ट हो गया उस पर और खाना आ गया तो गैस और एसिडिटी बढ़ जाती है पित्त और वायु तो इसकी शिकायत जाती है खाना प्यूटिफाइड हो जाता है तो इसकी वजह से हम कहते हैं मिनिमम तीन घंटा जैसे आपने नौ बजे खाया तो मिनिमम 3 hours, maximum 4 hours का gap रहना चाहिए, तो 3 गंटे जिससे कि acidity gas नहीं हो, खाना ठीक से digest हो, 4 गंटा इसलिए कि 4 गंटे को cross करते ही एक हमारे body में ghrelin level होता है, ghrelin मतलब भूक वाली level, जितनी भूक आपको लगती है, वो trigger हो जाती है, और वो एक बार trigger होती है तो वो शांती नही एक्साइट नहीं करना उसको डिलीज नहीं करना बोलते ना कि शेर शेर होता है हमारे उसे भूख के रूप में तो उसको रिलीज नहीं करना चाहिए हमको और हमको उसका उसका लेवल उसका बढ़ने के पहले हमको खाना खा लेना चाहिए चार घंटे चीजें और कुछ कोर रूल्स है उन्हें भी याद रखो जो आपने कहा कि चार मेन मील्स होने चाहिए उनके बीच अगर आपको कुछ फिलर लेना है तो coconut water ले लो चाय, कॉफी ले लो छास ले लो अगर ज्यादा भूक लग रही है तो कुछ fiber वाली चीज फ्रूट, सैलेड, सूप पता फिर लोग ना चार बार फ्रूट खाएंगे अपजन पड़ेगा मैं मानता हूँ कि दिन में एक बार फ्रूट खाना चाहिए अरे वाह, I also believe so एक बार फ्रूट खालो बहुत है बहुत fructose है, इतना sugar है फ्रूट में कि यह कितनी साइज लोगों को ब्रेकडाउन करना आज पर एनवे तो चार मील्स फोर आवेज अपार्ट जी प्रोटीन फैट कार्ड एंड फाइबर का बैलेंस होना चाहिए तीन एस्पेशली तीन आहार में सुबह के नाष्टा दुपहर का खाना और रात के कि कौन सा बैलेंस से कौन सा नहीं है अभी कोई बोलेंगे कि ऑरेंज जूस और पुहा बैलेंस है कि नहीं है नही कि इजेक्टी कार्ड एंड कार्ड बट पोहा के साथ में दूध ले लिया दही ले लिया तो बैलेंस प्रोटीन आ जाता है प्रोटीन आ जाता है फैट भी आ जाता है दही में फैट भी होता है पोहा या उपमा में भी फैट होता है तो आज सब्जी जाती तो फाइबर भी आ जाता है इस तरह का बैलेंस बनाना है भारत में सबसे कॉमन डायेट प्रॉब्लम यह है कि हम प्रोटीन कम खाते सबसे ज्यादा पूरे पूरे देश में जो नोन वेजिटेरियन जो है जो अ मांसाहारी है उनके डाइट में इतनी प्रॉब्लम नहीं मिलती हमें उनके अलग टाइप की प्रॉब्लम मिलती हो जाएगा खाते हैं और जो वेजिटेरियन हैं वो तो हर जन को हम लोगों को बैलेंस करके देना पड़ता है सारे वेजिटेरियन जो आपके पास आते हैं आपको ने कहना पड़ते हैं कि प्लीज प्रोटीन खा लो 60-70 परसन आजकल थोड़ी जागरुकता हो गई है बलकि अभी ज़्यादा प्रोटीन खाने लगे हैं वेजिटेरियन जैसे कि वो बोलेंगे हाँ मुझे कार्ब्स नहीं खाना है मैं सुबह चिल्ला ही खाऊंगे और डिनर पे हम केवल पनीर और बेजटिबल्स ही खाएंगे प्रोटीन और बेजटिबल्स तो इस तरह की भी लोग आते हैं अब उनको यह लगता है कि डाल में क्या कार्ब्स नहीं होते हैं इन फैक्ट यह मैं ब्रेक करना चाहूंगी जो भी पल्सेज है इट इस सेकेंड क्लास प्रोटीन और उसमें जो काबोहाइटरेट होते हैं वो प्रोटीन से डबल होते हैं जैसे आप पर आपने दाल खा लिया बहुत साथ कार्ब्स भी मिलेंगे उसका बहुत कार्ब्स भी मिलते हैं तो बट इस तरह का ट्रेंड चल रहा है बट मोस्टी मैंने देखा है कि प्रोटीन कमी होता है लोगों के डाइट और पहले हम नॉनवेज गुड सोसे प्रोटीन लिस्ट करेंगे और फिर वेज ऑप्शंस भी दे दो ताकि लोग उस खुद का डाइट चार्ट बना सके इस टू सम डिग्री नॉनवेज में चिकन फिश अंडे या सो वाइट मीट बेटर होता है विच चिकन एंड फिश और अंडा देट इज नॉनवेजिटारियन अ और उसमें चिकन में आप लीन मीट ले लो जो कि फैट कम होता है फिर भी जो लो फैट वाले होते हैं वह ले लो तो यह चिकन फिर हो गया एंड अंडे में अगर किसी को कलेस्ट्रॉल की शिकायत है ऐसा नहीं है कि योग से बढ़ता है कलेस्ट्रॉल काफी लोगों का बढ़ता है काफी लोगों का नहीं बढ़ता है एक योग लिया वह अच्छा है तो वह हो गया अंडा जो इसी राधा नहीं ओके और वेज अ वेजिटेरियन के प्रोटीन सॉर्सेज में अब यह हो गया फर्स्ट क्लास प्रोटीन, फर्स्ट क्लास प्रोटीन का मतलब क्या होता है कि उसमें सारे अमाइनो आसिड्स होते हैं, एसेंशल अमाइनो आसिड्स, एसेंशल अमाइनो आसिड्स ओनली फर्स्ट क्लास प्रोटीन तो अभी तो आप vegetarian सबसे पहले तो first class protein उनके पास एकी option है, everything is milk based, ठीक है, now उनके पास second option of protein is only pulses, और कुछ नहीं है, pulses family, जैसे की मुंग डाल, चना डाल, soya bean, मसूर डाल, छोले, राजमा, बेसन का आटा, ये सारे के सारे pulses हैं, second class protein होते हैं, इनको second class क्यों बोलते हैं, क्योंक वो जब एक दूसरे group of food से मिलते हैं तभी वो first class protein मतलब एक तरह से complete बनते हैं first class protein तो नहीं बनते हैं जैसे कि आपने देखा होगा कि भारत में सबसे ज़्यादा इडली सामभर के साथ खाया जाता है that means उसमें grain में rice हो गया rice के साथ में उड़त दाल और तुबर दाल so वो मिल राजमा राइस मतलब अनाज के साथ दाल को मिला लो दाल भी अनाज ही होता है तो वह दोनों मिलकर कॉम्बिनेशन सही बन जाता है तो यह हम कहते हैं कि आप हमेशा दाल को एक ग्रेन के साथ में अनाज के साथ में कंबाइन करो दाल रोटी राइस ज्वार रोटी मिलेट्स जो भी आप वैसे कंबाइन करो सो टू मेक अ कंप्लीट प्रोटीन सो पल्सेस हो बट उसमें फैट ज्यादा होते हैं, प्रोटीन कम होता है, बट उसको हम प्रोटीन के रूप में यूज़ नहीं कर सकते हैं, क्योंकि उसमें फैट बहुत ज्यादा होता है, तो यही प्रॉब्लम होता है। अब दिन में कितने खाने चाहिए काजू, या बदाम, या जो भी, और क्या सोक करना चाहिए? या, या, या, तो ग्राउंड रूल है, नट्स खाने का, एक मुठी, एक मुठी बंद में जितने भी नट्स आएं, हम उतना खाएंगे अच्छा है, चाहिए आप काजू खाओ, पिष्टा खाओ, बदाम खाओ, वा भारत जो है हमारा बहुत गरम देश है तो उसमें जो नट्स बहुत गर्मी करते हैं पेट में जाके तो गरम की तासीर को कम करने के लिए अगर हम नट्स को भिगो देते हैं तो उसमें थोड़े वो डाइजेस्टिबिलिटी बढ़ जाती है पाचन शक्ति मतलब पाच पचान पीनट्स लाइक ग्राउंड नट्स उसे भी यह देखो मैं रिल ट्रेंड्स आपके सामने पेश देखो तो वह दाल-चावल भी वन रिल ट्रेंड्स सीखा है और अभी एक नया रिल ट्रेंड है कि वह सूपर फूड इज सोक्ट ग्राउंड नट्स पर आप इसी हमारे देश के वेजिटेरियन्स को हर दिन ज्यादा प्रोटीन खाना है जैसे जो लोग जिम करते हैं या ज्यादा फिजिकली अक्टिव है तो क्या हर दिन पनीर खा सकते हैं पनीर में बहुत फायदा होता है एक तो आपको जैसे हम लेडीज की बात करें पनीर में सबसे पहले तो होता है प्रोटीन दूसरा होता है उसमें कैल्सियम कोलेस्ट्रॉल तो पनी हम रोज खा सकते हैं इन फैक्ट एक बार मैंने ट्राइड किया था अपने पर एक डायेट जिसमें कि मैंने एक साल तक लंच एंड डिनर में के पनी की सबजी खाई और साथ में अफ कॉज रोटी एंड वेज़टर लंच एंड डिनर इस्परेमेंट करता ब्लड रिपोर्ट भी ले रहे हो खुद कि ओके सो हर दिन खा सकते हैं मैं मानता हूं कि खाना चाहिए बहुत सारे भारतियां कभी नॉनवेज खाएंगे नहीं है और एंड वह हर किसी की खुद की पर्सनल चॉइस होती है पर एड देश टाइम प्रोटीन पर फोकस करना चाहिए थोड़ा वरना बहुत हेल्थ प्रॉब्लम्स होंगे आगे जाकर और आपको एक और बताऊं रनवीर कि पनीर के साथ में ऐसे क्या है कि इट इज मोस्ट इजली डाइजेस्ट बिल मिल्क सॉर्स ऑफ प्रोटीड यह समझा दीजिए क्योंकि बहुत लोग अब दूध पीना कम तो लैक्टोज इंटॉलरेंस होता है लैक्टोज सेंसिटिविटी होता है तो काफी लोग लैक्टोज सेंसिटिव होते हैं तो आप दूध नहीं लेंगे तो आप यह ले सकते हैं दही और पेट इंटरनेट की भाषा में बेसिकली अगर दूध पी ले तो पिंपल्स हो जाए और वह रोज सुबह शाम दूध लेती थी एकटम क्लियर स्किन लाइक मक्खन पंजाबी थे या कि कुछ-कुछ एथनिसिटीज में दूध ज्यादा आसानी ज्यादा आसानी से डाइजेस्ट होता है तो मैं यही बोलती हूं कि आप सब यह सोचते हैं कि दूध खाने से पिंपल हो जाता ऐसा नहीं है अगर आपको एक नहीं है पिंपल है तो मुहासे है तो आप तब हो सकता है दूध इस वन अपने रीजन बट एक्ने के और भी बहुत कारण होते हैं, हॉर्मोन्स इशू होते हैं, हॉर्मोन्स को पहले ठीक करना होता है, और जो बच्चों, जो यंग लड़कियां और जो लड़कों की एज होती है, विच इज प्यूबर्टी एज में, उसमें होएंगे ही एक्ने, तो इट इस ला� तो अगर हम दो तीन साल पे ज़्यादा ध्यान नहीं दे, दूद न छोड़े, क्योंकि दूद में जो कैल्सियम होता है, वो बहुत हाईली अब्जॉबेबल फॉर्म होता है, और हर, ऐसा आप सब कहेंगे कि तिल में बहुत ज़्यादा कैल्सियम है, सीताफल में बहुत ज़ इसलिए हमको जरूरी होता है कि हम ऐसा protein ले, I mean calcium rich food लें, जिसमें कि vitamin D naturally present हो या fortified हो, तो इसके लिए हमको बहुत जरूरी होता है कि हम ऐसा growth period में और lactation period में and pregnancy period में for women हम दूद या दही या पनीर का सेवन करें, in fact calcium की मात्रा जब हम दही बनाते हैं तो और बढ़ जाती है इट गोज़ अब बाई 20-30 एमजी पर 100 एमिल बॉटम लाइन इस दूध सबको सूट नहीं करता और बहुत सारे भारतियों को सूट नहीं करने लगा है पर जब आप दूध से पनीर बनातो तो एक्जाक्ली क्या होता है वो इजली डाइजेस्टेबल फॉर्म है जैसे कि फर् पनीर में थोड़ा कैसीन कुछ वे के रूप में निकल भी जाता है काफी प्रोटीन अस इन जो पानी सेपरेट करता है उसमें से बहुत साइज चीज़े निकल जाती है काफी इस वो टाइप सीन बिकोस मैं भी लैक्टोज इंटॉलरेंट नॉट सिवियर बट टू अ सर्टन एक्सेंट तो मुझे यह आराम सूट हो जाता है और कभी-कभी एज के साथ आप लैक्टोज इंटॉलरेंट हो जाते हो जो चीज पहले डाइजेस्ट ह आपको यह बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बह� कुछ खाने से ब्लोटिंग फील होती है तो थोड़ा सा ध्यान से रहना चाहिए उस खाने की ओर एकदम सही कहा उन्होंने हमारे हर एज में हमारी पाचन शक्ती चेंज होती है हमारा गट पुरा बैक्टीरिया चेंज होता है तो अब जैसे की एकदम चोटा बच्चा होता है तो हम अलग खाना देते हैं तो जिस तरह से हमारी पाचन शक्ती उसी तरह से उसका destruction होता है after the age of 45 specially आफ्टे एजो 45 45 के बाद में धीरे धीरे हमारी पाचन शक्ती कमजोर होती जाती है तो उस वक्त आपको देखना चाहिए आप क्या डाइजेस कर पारे हो और दूसरा हॉर्मून चेंजेस से भी हम काफी चीज नहीं डाइजेस कर पाते हैं ये भी एक चीज है और आफ्टे एजो 45-50 काफी लोग दोस्ते हैं कि वो अब जो इंडिया में जो मसाला चाहे बहुत फीमस होने ले पाते हैं या जो सर्विस टी जो बोलते हैं दूध नहीं डाइजेस्ट होता है काफी लोगों को दूध के बदले आप सब्स्टिटूट मिल्क रेकमेंट करते हो लोगों को सो दूध नहीं लेना है तो आप नहीं अगर आपको चाय का कोई भी अगर एसिडिटी लेके आता है इसके जगह स्विच ओवर टू सर्विस टी सर्विस टी क्या है जो की गरम पानी है उसमें टी बैक डाला और वे नहीं मिलते हैं, पहले तो उन्हें मैं अपने क्लिनिक में दे देता हूँ, कि पहले आप ट्राइ कर लो, आपको पसंद आएगी, बट आपको चाय छोड़नी पड़ेगी और आपको एसिडिटी से दूर रहना है, तो एक तो ये तरीका है, दूसरा, लैक्टोस फ्री म कि ओके मैंने खुद का एक्सपीरियंस है यह थोड़ा सा एनलेटिकल सवाल अब जो मैं पूछना था उस बॉलिवुड आक्टर का नाम बताओ बहुत सारे जन्में किसका उसका उसका नाम मत बताना पर नहीं बता देती हूं थैंक एंड नन्या बांडी उनका मैं बताया था चीज कम उन्हीं फॉर हेल्थ रीजन एंड उनकी स्किन बहुत अच्छी है पर इजेक्टी एंड वह जैनली बहुत हेल्दी है बहुत आफ जैनली जो बॉलिवुड वाले लोग आते हैं वह किन reasons की वज़े से आते हैं?

mainly fat loss या health so जैसे कि एक actress आई थी हमारे पास आज से 10-12 साल पहले उनकी तब्बेट ठीक नहीं थी और उनके पास बहुत pressure था कि हमको एक role मिलने वाला है, हमको weight loss करना है और उसके वज़े से वो कुछ नहीं खा रहे थे तो ये लोग आते हैं हमारे पास especially that actress बहुत कम कि इतना कम कि आप सोच सकते खाली ब्लैक कॉफी पर जिंदा रहते हैं पर कैसे तो उनका हम लोगों ने इन फैक्ट बहुत अच्छा डायट बनाया और तीन-चार बार जो हमारी थिवरी है फोर एक्स कि वह अप्लाई करी और उनके शूट की टाइमिंग के हिसाब से हमने उनको खाना बताया रात का भी जैसे लेट नाइट शूट होती उसके हिसाब से भी आप विश्वास नहीं करोगे रनवीर उन्होंने 5 केजी वजन गिराया और अब मतलब अ उनका फेंट होना बंद हो गया सेट्स पर इट वरी गुड बहुत अच्छा रहा हूं कि फॉर्स फेंट एमिन इस रिली रिली वेरी वेरी फेमस एक्ट्रिस वेरी वेरी फेमस कि आ सिर्फ वजन घटाने के लिए वजन के लिए आए थे इन टू चेंज लाइफस्टाल इनको यह नहीं पता होता कि हम को क्या खाना चाहिए और किस खाने से दूर हैना चाहिए कंफीजन ना इतना ज्यादा इंटरनेट पर नॉलेज है समझ नहीं आता क्या रखें और क्या फिक्के थे और जो मेल एक्टर्स आते हैं वह आते हैं बिक्कर जाओ बॉडी बिल्डिंग करनी होती है और तो उनका गोल होता है कि मसल बढ़ाना है और फैट कम करना है और वेट भी कम करना तो उनकी डाइटरी नीड एकदम अलग होती है ज्यादा प्रोटीन होता तो उनका काबोहाइट्रेड कम होते वह करते हैं बहुत अच्छा डिजल्ट आता है सब कि विमिन की बॉडी थोड़ी अलग होती है नौ, नीड्स अलग होते हैं, ये मैंने जाना है, अक्शुली बॉइस की बॉडी बहुत सिंपल होती हैं, कोई भी औरत होती है, उसकी बॉडी में बहुत ज़्यादा चेंजेज आते हैं, जो की मेन में नहीं आते हैं, अगर किसी के थोड़ा सा weight loss का loop खतम करते हैं अभी यह हो गया एक तो 4X हो गया 4X में वो 80-20 बहुत ज़्यादा ज़रूरी है अलपा हार उसके बाद होता नींद actually जो नींद होती है that is the foundation of your holistic wellness जो कि अगर उस foundation को हम लेने हिला दिया तो everything falls कितना सोना चाहिए? 8 गंटे और वो भी qualities रात को फोन वोन देखकर नहीं सोना चाहिए ये ये पूरा लंबा टॉपिक हो सकता है मैं चार साल से पहन रही हूँ अच्छा ये अक्शुली मेरे लिए OCD हो गया है पता चलता है कि आपकी बॉडी कितनी रेस्टेड है ये मुझे बताती है कि कितनी डीप स्लीप हुई कितनी R.E.M. स्लीप हुई R.E.M. की कितनी स्टेजेज में हुई और मेरा हार्ट रेट क्या था रात को HRV जो की heart rate variability होता है वो क्या था मेरे दिन भर में steps कितने थे मेरा oxygen level कितना है और everything इस sleep के topic को tackle करने के लिए कुछ points दे दूँगा मैं and please add to it I feel कि phone नहीं देखना चाहिए मेलाटोनिंग disturb होता है आपका कमरा एकदम dark होना चाहिए third सुबह उठते ही आपको बाहर जाना चाहिए सूरज को देखना चाहिए आपके circadian rhythm set हो जाता है चौता I think सोने से दो घंटे पहले आपको खाना नहीं खाना चाहिए at least मुझे बहुत ज़्यादा help हो रहा है पाचवा I would say कि कुछ शांत करना चाहिए उन दो घंटों के लिए जैसे TRS podcast सुनना चाहिए सच में I feel कि लोग podcast देखते हैं मैं सुनती हूँ so instead of going to YouTube जो Spotify पे है आप आपका बहुत अच्छा है बहुत अच्छा तरीका है या मैंने लेवल भी डाउनलोड किया था अरे थैंक यू बहुत अच्छा लगा थैंक यू उस आप को हमने इसी वजह से बनाया एक्ट्री हमने खुद के लिए आप डिवेलप करी थी कि यार अधर दिन पॉटकास क्या कर सकता हूं रात को तो आफिल कि जिन लोगों को सोने में तकलीफ होती है अगर एक्ट्री एक मेडिटेशन की पर स्टार्ट करी रात को तो दिमाग बहुत शांत हो जाएगी अपने लोग वह 15 मिनिट 20 मिनिट की चांटिंग या जाप या ब्रीदिंग एक्सरेज करते नहीं तो वो एक हैबिट कर लें बहुत सारे स्लीप प्रॉब्लम्स फिक्स हो सकता है आपको मैं बताओ रनवीर जो नींद की जो शिकायत है इतनी बड़ी है अगर मैं दिन में 50 लोगों को देखती हूँ उसमें से 40 ताकि 80 प्रतिशत लोग आते हैं नींद की शिकायत लेके मतलब नींद उनकी हो नहीं रही ढंग से इन इमेजिन इतना ज्यादा बढ़ गया इसका रूट को एक्शन ओवर थिंकिंग है नहीं नहीं इस रैंडम नहीं बिकेज द फोन एक्सेसिबिलिटी वाट्सएप ऑलवेस एक एक ना एक ऑप्सेशन हो गया रिले देखते जाओ या तो वह देखते जाओ एकदम सीधा लाइट करते जाओ एंड कनेक्टिविटी और मतलब ओटीटी प्लैटफॉर्म में जो इजिली आपको टीम एपिसोड मिल जाते हैं उसके अब बिंज मेरे ख्याल से Netflix के CEO ने कहा था कि उनका सबसे बड़ा राइवल लोगों की नींद है एक्साक्टली ये इतनी अच्छी बिजनिस स्टेट्मेंट है पर इतनी कराव लाइफस्टाइल स्टेट्मेंट है तो एक अभी हम जाएं इसके बारे में की सबसे ज़रूरी है अफकास 4X और सेकेंड इस स्लीप और थर्ड इस एक्सरसाइज मैं इस चीज में विश्वास ही नहीं रखती कि आप वेट लॉस कर रहे हो बट आप बिना एक्सरसाइज के वेट लॉस कर रहे हो पर उसमें आपका 50% मसल लॉस हो रहा है। इसका मतलब जब आप डाइट बंद करोगे, तो आप जो 1800 कैलोरी में आप अपना बेट मिंटेन कर रहे थे, वो 1600 पहुंच जाएगा। That means आपको कम खाना मिलेगा। मसल लॉस हमको चहिए नहीं, because हम जो कैलोरी burn करते हैं, मसल के जरिये से करते हैं। It's very simple math. तो exercise is the third pillar.

Forex कि स्लीप एक्सरसाइज एक्सरसाइज का मतलब वॉकिंग नहीं है तो जैसे कि डाइट में भी कंबिनेशन होता है प्रूटीन फैट कार्ड एंड फाइबर इसी तरह से एक्सरसाइज में भी कंबिनेशन होता है लोग भूल जाते हैं मेट कम करना है तो रोज जिम जाकर जैसे कितने लोग आते मैं वेडिटेडिंग कर रहा हूं ती बीक में तीन दिन बाकी के तीन दिन में योगा रहा हूं और शाम को मैं गेम्स खेल रहा हूं और बाकी के तीन दिन में स्विमिंग कर रहा हूं बैलेंस किधर है आपका देर इस नो बैलेंस तो वह बिलीव एक्सरसाइज में क्या होता है कि बैलेंस ऑफ मस्सल बिल्डिंग स्ट्रेचिंग लो इंपैक कार्डियो एंड हाई इंपैक कार्डियो यह चार का बैलेंस होना चाहिए इसमें से आप एक चीज को उड़ा सकते हो मसल बिल्डिंग यानि या तो जिम या तो फ्री बॉडी और फ्री बॉडी वेड ट्रेनिंग पिलाडी इस अ कि योगा टू ऑफ एक्सटेंट वह फोल्ड्स करते हैं योगा में योगा भी एक तरह से स्ट्रेचिंग एंड मसल बिल्डिंग दोनों रहता है और एनी ऑफ दीज एक्सरसाइज हाइम पार्ट कार्डियो में आ गया आपका डांस एनी कांड व पॉट और और उसके बाद हो जाता है low impact cardio which is walking अगर मेरे पास कोई इंसान आता है जो कि हमारे clients all over the world है तो जो London से आया है या कोई America से आया वो लोग जो होते हैं कि वो as it is बहुत steps लेते हैं दिन के क्योंकि उनको इंडिया के जैसे facility नहीं होती, छोटे छोटे घर नहीं होते जो road होते हैं बहुत fresh होते हैं वहाँ पे pollution नहीं होता तो वहाँ के लोग as it is 10,000 steps चल लेते हैं दिन के कि इंडिया में जो मेट्रो सिटीज में यह प्रॉब्���म है 10,000 स्टेप्स होता नहीं है किसी का अगर आप एक घंटा चलो न तो तो फर्स्ट रिक्वायरमेंट इस एनिथिंग 8000 से 10,000 कदम और सेकंड रिक्वायरमेंट इस ट्रेचिंग थर्ड रिक्वायरमेंट इस टोनिंग टोनिंग मसल बिल्डिंग यह तीनों का कॉंबिनेशन होती चाहिए कोई लोग लोग लोग किसी को करना है तो हम उनको कहते हैं आप 70 प्रतिशत लो इंपैक कार्डियो करिए 20 प्रतिशत अगर आप तो सोची कि आपने 10 घंटे देने हैं सब्ता के 20 प्रतिशत आप टोनिंग या मसल ट्रेनिंग करें और 10 प्रतिशत टाइम आप अपना स्ट्रेचिंग में डालें अम एक बहुत भारत स्पेसिफिक क्वेस्टिन है अम एस्पेशली छोटे शहरों में ना लेडीज घर को छोड़ नहीं सकती अलग-अलग रीजन्स की वज़े से तो घर पर बैट कर किस तरह की एकसरसाइस कर सकते हैं घर पर बैट के आजकेल तो आफ्टर जो कोविड के बा� इतनी क्लासेस अवेलीबल है जैसे कि वॉक अमाइल की क्लास है जो कि सब फ्री है जेन फॉर्डा की है लेजली सिम्सन की है वॉक अमाइल टीवी चालू किया एंड उस वह कर सकती है वह कम हम लोग ने सबको दिया था को विट के टाइम पर योगा क्लासेस भी अवेलीबल है ऑनलाइन जो कि वह कर सकती है डांस क्लासेस हाई इंपैक्ट कार्डियो भी वह कर सकती है खाली वेट ट्रेडिंग कैसी चीज है कि वह मैं मानती हूं कि आपको जन्म गाइडेंसी करना चाहिए यह अगर घर पर हो सकती है वेट ट्रेनिंग पर आई थिंग लीडीज के लिए बहुत जरूरी है बहुत जरूरी है लोग एक जमान में डरते थे वेट ट्रेन की वजह से क्योंकि यह लगता था कि पहलवान की तरह लगेंगे पर यह सच नहीं है तो मैं आपको पता हूं मेरे पास इतने लोग आते हैं जो खाली वॉक करते हैं ना 45 के बाद में सबसे पहले तो फ्रोजन अगर आप ट्रेनिंग 40 साल की उमर के बाद शुरू नहीं करते हो तो आप योर लुकिंग फॉर वेरी बैड कॉलिटी ऑफ हेल्थ लेटर इन लाइफ बॉडी तूटने लगती है एकदम और आप जो वॉकिंग है वो भी नहीं कर पाते हैं आ एक वुमन को किस एज पर स्टार योगा इस बेटर देन वेट ट्रेनिंग एंड पिलाटे इस बेटर देन वेट ट्रेनिंग विकॉज पिलाटे में अपने आप ही स्लो वेट ट्रेनिंग होता है बट अगर वेट ट्रेनिंग करना चाहें तो आफ्टर देख ग्रोथ पीरियड विच इस आफ्टर 18 एक टीम कि वह इंडियो थे हम क्यों नहीं बोलते लेडीज को वेट ट्रेनिंग उसके पहले शुरू करने के लिए विकॉज उसके लिए हमको डाइट बैलेंस करना पड़ता है ज्यादा प्रोटीन के लिए जो भी एक्सरसाइज करें उसमें प्रोटीन पेरिंग इफेक्ट होना चाहिए जिससे कि जो भी प्रोटीन हम खा रहे हैं वह हमारे ग्रोथ में जाना चाहिए नॉट टूअर्स मस्सल बिल्डिंग इसके लिए बट 18 साल के बाद तो आसानी से शुरू कर सकते हैं क्योंकि हमारा हाइट ग्रोथ तब खत्म हो जाता है अजय को हाइट के लिए सबसे जरूरी है स्विमिंग साइटलिंग यह बहुत अच्छी एक्साइज होती है हाइट के लिए एंड एंड योगा इस वेरी गुड बिफोर दी एज ऑफ 18 पिलाटिस इस वेरी गुड एंड आ डियूरिंग प्रेगनेंसी जो होता है उस वक्त हमें प्रे� मां दूध पिलाती है बच्चे को इसमें प्रोटीन स्पेरिंग बहुत जरूरी है क्योंकि जो भी प्रोटीन है वह उसके खुद के बॉडी के लिए चाहिए विमेन को या प्रेगनेंसी के टाइम पर बेबी बच्चे के लिए डेवेलपमेंट के लिए लैक्टेशन में भी दूध को रिच बनाने के लिए चाहिए तो उसमें बहुत जरूरी के सोच समझ के करें अफ कॉस पूरी ध्यान से आपको एक्सरसाइज करनी तो एक तो हमने बात करी फोर एक्स दूसरा हमने एक्सरसाइज दिसमा में स्लीप ना फोर्ट फैक्टर अगर आपको वेट लॉस करना है अवॉइड दी ऑब्यूस जो चीजें नहीं खानी चाहिए जो चीजें नहीं खानी चाहिए तो अवॉइड दी ऑब्यूस में आ गया मिठाई आईस क्रीम कोल रिंग कोल रिंग्स पापड़ पापड़ एकदम खराब है अच्छा बिल् Because it contains sodium, it contains useless calories. If you eat it after eating, then your stomach is full, but you eat it for taste. So, ice cream, cold drink, chocolates, fried food, papad and potatoes.

Potatoes have a calorie dense, which are root vegetables. So, they should be eaten less. So, we should avoid all this. Alcohol, of course, that too is concentrated calories. You should avoid one glass of wine, say 170-180 calories.

फिफटी सिक्सी कैलोरी मिल जाती है या कोई भी आलकोहल ले वह और या आइटिंग यह सब चीजें अगर किसी को कोल डिजर्ट एन वेस्टर डिजर्ट एन वेस्टर डिजर्ट ऑल वेस्टर डिजर्ट सारा खराब खराब केक पेस्ट्री जो भी इंडियन मीठाई में मुझे इसके बारे में बताना चाहूंगी कि हम इतना बार बात करते हैं इतने ज़्यादा वेस्टरनाइज हो गए हैं, पहले के जमाने में क्या होता था कि हाँ ये बच्चा हो गए है रस्गुला खाओ, रस्गुला क्या है, पनीर है, गुड़ फर हेल्थ, ठीक है, कांजु की बर्फी, वेरी गुड़, कांजु होता है उसमें घी तिल बहुत कम ह हर दिन खा सकता है? या, अगर आप वेट लॉस नहीं करना चाहें तो खा सकते हैं अगर आप ओवराल हेल्दी हो लग रहा है कि फाइट लॉस करना है तो फिर मत खाओ फाइट लॉस करना है तो बिलकुल मत खाओ दूर रहो मिठाईयों से अगर मिठाईयों से आपको वेट लॉस करना है तो बिलकुल मत खाओ कोई occasion हो, कोई खुशी का मौका हो, तो चलो मुँ मीठा करो यही बोलते हैं ना मंदिर में आप जाते हो, आपको थोड़ी समुसा हाथ में देता है पंडित, थोड़ा सा मीठा ही देता है तो हमको जो हाथ में मिलता है इतना ही हमको मीठा एक बार में खाना चाहिए, जैसे आप अपना खाते हो केक, आप दूसरे को अपनी हाथ से मीठा या कम से कम खाना चाहिए और उकेजिन्स पे खाना चाहिए जैसे कि हम दिवाली पे मीठा बनाते हैं भाई दूज पे बहन अपने भाई को मीठा खिलाती है भाई अपनी बहन को मीठा खिलाता है ये सब एक क्यों ये सब पद्धती बनी भी हैं इंडिया ���ें ये ही बताने के लिए कि और सब टाइम पे मीठा खाना ही नहीं चाहिए I think कोई भी डिजर्ट का लॉजिक ही है especially western desserts का कि चीनी होती है मैदा होता है और बटर होता है बस राइट हर western dessert है वो करेला और जो नीमचड़ा बोलते हैं ना वो क्योंकि उसमें तो उसको फ्राई करके वापस से उसको शुगर में डुबाय जाता है जिससे कि हमारे भी उसमें है एक ऐसा ही डिजर्ट गुलाब जाउन जलेबी अच्छा जलेबी सबसे खराब मिठाई होती है काजू की कतली, संदेश, रजगुला, नारेल की भी, नारेल बहुत हेल्दी होता है हमारे लिए, नारेल हो गया, वॉलनेट की कुछ मिठाई हो गयी, तो मिश्टी दोई, मिश्टी दोई, अरे मिश्टी दोई के बारे में बहुत अच्छी कहानी है, तो क्या हुआ मुझे मि तक भूख नहीं लगी और दूसरे दिन जाकर ब्रेकफरस में मुझे कुछ खाने का मन किया यह क्या चीज है यह मिश्ची दोई में तो मैं गई दुकान पर मैंने पूछा भाईया क्या दिया अपने मिश्ची दोई बनती कैसे तो बोला मैं अगर एक लीडर दूद है उसको हम घड़ा के 300-400 बनाकर उसकी मिश्ची दोई बनाते हैं तो आप सोचो अगर मैंने एक लीडर दूद एक बात खा लिया इतने बड़े सिकोरे में तो नैचरली भूख नहीं लगेगी ना सो मिश्ची दोई इस गुड बट इट इज लाइक रबडी फैटनिंग बेरी फैट निगरबडी इस कंसेंट्रेटेड मिल्क फुल अफ फैट एंड शुगर ओके तो यह मिश्ची दोई की कहानी है बट इट इज हेल्दी फुल ऑफ प्रोटीन मेरा मानना यह मेरे लिए क्योंकि मेरे एक जमान में स्वीट टू था तो मैं शुक्र से काफी दूर राख काफी सालों के लिए फ्रूट खा लेता हूं दिन में एक बार पर मैं ट्राय करता हूं कि जितना कम स्वीट खा सको उतना कम खाऊं क्योंकि ऑनस्क्रीन जॉब है आप सही लग रहे एकदम सही है यह और भी और भी ज्यादा पर इच वर्क फॉर मी शायद मेरी यूनिक क्या कहते हैं बॉडी केमिस्ट्री यह बट अगर मैं थोड़ा भी स्वीट का लूट बजन बटता बहुत मेरी साथ भी ऐसा है एंड आइटिंग एडमेंट जैनली भारत में देखा प्लीज यू आफ मोर एक्सपीरियंस यू विश्व में भी सीट डिफरेंटली आफ कार्ब सेंसिटिविटी नाम की चीज होती है एस्पेशिली बॉइस में एक एक प्रॉब्लम होती है स्किनी फैट की यानि कि आप मोटे भी नहीं हो पतले भी नहीं हो बहुत सारे भारतीय स्किनी फैट होते हैं तो मैंने एक ज़माने में कार्ब सेंसिटिविटी के बारे में पढ़ाता कि आपकी बॉडी अलग लोगी बॉडी कार्ब्स को कैसे अलग तरीके से अब्जॉर्ब करते हैं और एट लीज आसपास में नोटिस के भारत में बॉइस की बॉडी और रुमाली रोटी यह चीजों को ज्यादा खाया तो फैट ज्यादा बढ़ता जो भारत है वह एक डायबिटिक प्रधान देश डायबिटीज हमारे कोई ना कोई जीज में घुसावाई है सबके जी ठीक है आपको पता है कि मैंने यह इसके बारे में चेक किया था 10 करोड़ भारतीय को डायबिटीज है नाव डायबिटीज तो ठीक है बट देरी समथिंग कॉल पर प्री डाइबिटिक कंडिशन उसको कहते हैं इंसुलिन सेंसिटिविटी या इंसुलिन रिजिस्टेंस वह एक बड़ी प्रॉब्लम है तो हमारे पास कोई भी इंसान आता है चाहे लेडीज हो चाहे मैंन हो सबसे पहले हम इंसुलिन सेंसिटिविटी चेक करते हैं इसका कारण इसका मतलब क्या होता है कि शुगर इस फाइन उनका शुगर लेवल होगा 7080 फास्टिंग पोस्ट उनका 8090 होगा और एचबी बन से भी हो सकता पांच या 5.5 फाइप ऑन थी हो बट उनका इंसुलिन हो सकते हैं जाता है बहुत ज्यादा हो विच इस फास्टिंग इंसुलिन एंड फोस्ट इंसुलिन इसकी वजह से उनकी कार्ड सेंसिटिविटी हो जाती है वह कार्ड को जैसे इस थोड़ा सा सांटिफिक है मैं आपको समझाते हैं तो हम कुछ भी खाना खाते हैं वह सब के सब कनवर्ट होता है शुगर में चाहिए आपने ग्लूकोज में कनवर्ट होता चाहिए आपने फैट लिया चाहिए ग्लूकोस का क्या काम होता है एनरजी देना तो हमारी एक सेल होती है ऐसे सेल के अंदर जाती है ग्लूकोस और वहाँ बर्न होती है एजन एटीपी फॉर दी एनरजी आपके पेट्रोल के लिए सेल के पेट्रोल के पेट्रोल बट वो ऐसे अपने आप डारेटली नहीं घुस स खराब कॉलिटी होती है या दरवाजा सही जगणी होता, तो वो खोल नहीं पाता और ग्लुकोस है तो इसके वजह से जो एक्स्ट्रा ग्लूकोज है वह शरीर में घूमते रहता है और बाइट दिया अब दे यूज नहीं होता तो वह फैट के जैसे यात्र आपके पेट पर स्टॉर होता है जाकर लिवर में स्टॉर होता है या आर्टरीज में और तो जिसको इंसुलिन सेंसिटिविटी होती है इसका मतलब इंसुलिन खूब प्रोड्यूस हो रहा है बट वह ग्लूकोज को फैसिलिटेट नहीं कर रहा उसको अलाव नहीं कर रहा जाने के लिए सेल में जानी कि आपके बॉडी में भी ग्लूकोज और उसके साथ साथ आपके बॉडी के कुछ सेल्स मरते भी जा रहे हैं क्योंकि उन्हें ग्लूकोस नहीं मिल रहा सेल्स मरते नहीं हैं वो डिमांड करते हैं कि हमको खाना चाहिए हम भूके हैं तो ऐसे लोगों को मीटा खाने का मन करता है खाना खाने के बाद उनको लगता है मैंने तो खाना खाया बट मुझे एनरजी नहीं है तो इसके वज़े से ऐसे जो लोग हैं वो जादा खाते हैं उनको पता नहीं होता वो क्यों जादा खा रहे हैं क्योंकि उनके बॉडी को एन ओवरवेट से ओबीज में आ जाते हैं, ओबीज से मॉबिड ओबीजिटी हो जाती है, बट इसका एक ही रीज़न होता है, इंसुलिन सेंसिटिविटी, इतनी सीधी सी चीज है, और ये क्यों होता है, क्योंकि इनकी फैमिली में किसी न किसी को डाइबिटीज होता है, बुरा लगा ये शायद एक इंसान की सबसे गंधी डिजीज हो सकती है बहुत पेन हो सकता है, बहुत सफरिंग हो सकती है, पीड़ा हो सकती है डाइबिटीज अक्शिली इसे साइलेंट किलर तो इसलिए हमारी कंपनी जो सेल्फ केर है, उसका काम क्या है हमारे पास टीम ऑफ डॉक्टर्स हैं और हमारे पास जो एंडोक्रोनोलोजिस्ट भी हमारे टीम में हैं तो हम उनसे कॉंस्टेंटली बात करते रहते हैं और हमारी क्लाइंट का क्लेसेस पेश करते हैं और उसके बात करा कि उनकी यह प्रॉब्लम उनके साथ सॉल्व करते हैं इस पर काम कर रही हूं और फ्री वर्सल ऑफ डायबिटीज तो है ही बट प्रेवेंशन ऑफ डायबिटीज क्योंकि अगर आप इंसुलेंट सेंसिटिव हो तो आपको 5 साल 10 साल 15 साल बार डायबिटीज होगा जी बट अगर हम इंसुलेंट सेंसिटिविटी वेट लॉस के साथ में ठीक कर देते हैं डायबिटीज नहीं होगी सिंपल सी थिवरी है मोस्टली जो लोग प्री डायबिटिक होते हैं जिनको डायबिटीज होने वाला आ क्या वह कि थोड़े से हेवी भी होते हेल्दी भी होते 99% हमारे पास ऐसे भी केसेज आए हैं जो कि दुबले हैं बट या प्रीडाइबेटिक बट 99% लोग होते हैं वह हेवी होते हैं तो अगर बॉडी में फैट ज्यादा है तो चांसेस लगता कि उड़ बीडा इसलिए फैट लॉस पर फोकस करना चाहिए और अक्सर ब्लड रिपोर्ट लेने जाए ब्लड रिपोर्ट लेकर देश उटकंसल तरह इपसंड एंड्रोग नॉलेजिस और और उसकी treatment शुरू करनी चाहिए, समझना चाहिए कि आप अगर जादा खा रहे हो, उसका reason यह नहीं है कि यह आप में खामी है, हो सकता है आपके genes की खामी हो, you know, genes, DNA, इसलिए हम किसी भी client को जब आते हैं, तो हम उनका बहुत बड़े रूप से उनका सब genetic history लेते हैं, कि उनक कि ताऊ चाचा बुवा मासी मामा सब काम पूछते हैं जो कजिन ब्रादर सिस्टर्स है सब की डिजीज का हिस्ट्री लेते हैं और हमारा काम यह होता है कि उस डिजीज में से उनको क्या आने वाला है और हम क्या रिवर्स कर सकते हैं और जो प्रेजेंट उनको क्या-क्या प्रॉब्लम उसको हम कैसे कर सकते हैं किपिंग इन माइंड फॉर पिलर्स जो आपको बताएं तो हमने प्रोटीन की बात करी थी पर कार्ब्स और फाइबर के बारे में बात नहीं करें पहले को अच्छली डायबिटीज से भी रिलेटेड है थोड़ा सा क्योंकि कार्ब्स का नाम सुनकर लोग कुछ भी खाने लगते हैं तो वो एक बड़ा टॉपिक है पहले फाइबर को अड्रेस करते हैं इसे ट्रू कि हर दिन अलग कलर के सबजी खानी चाहिए हर सबजी में कुछ नो कुछ फायदे होते हैं जैसे की आप ग्रीन लीफी वेजटेबल है उसमें आपको विटिमिन ए मिलेगा और इसी तरह से और जैसे की पंपकिन है उसमें कुछ और खु� बीट रूट है उसमें कुछ और हर सबजी में कुछ फायदे होते हैं कुछ नहीं होते हैं तो हमको एक अच्छा मिक्स रखना चाहिए वेजटेबल्स का जो आपने बोला एकदम सही बोला हर दिन अलग सबजे जरूरी भी नहीं है कि आपको सबजी खाने से आपको बेनिफि� कच्ची सबजी खाने के बारे में मेरा और जूसेस के बारे में मेरा एक standard rule है जैसे काफी लोग दूधी का जूस लेते हैं, I'm against it क्योंकि वो सबजी हम कच्चा नहीं खा सकते मैं कुछ ऐसी सबजी हैं, जिनने आप कच्चा नहीं खा सकते हैं, कौन सी? दूधी पालक मेरे ख्याल से पालक कच्चा थोड़ा खा सकते हैं, ऐसा कोई बात नहीं है, जैसे कि हम जो कच्ची सबजी खा सकते हैं, वो limited ही हैं कि जैसे कैप्सिकम है अन्यंस है टेमेटोज है कैरेट्स है क्यूकंबर गर्किन देन पालक भी ले सकते हैं बट पत्ता गोबी इज लिट्ल कॉंट्रोवर्शियल कच्चा खाने के रूप में बीट बीट रूट भी मैं क्लाइंट को बोलती है कि आप बॉयल करके ही लो क्यों उसमें कुछ ऐसा होता है कि वह सब लोगों को डाइजेस्ट नहीं होता इसके वजह से वहीं है कि यू टू सी फ्रॉम बॉडी एक्सेप्टिंग यह सो हम मोस्टली हर बीट रूट क्यों बोलते हैं बॉयल करके उसके स्लाइस लो और कौन से सबजियों से थोड़ा iPhone से दूर रहना चाहिए वो ध्यान से किन सबजियों को Actually हमारे body में जो Hydrochloric Acid होता है वो सब Bacterias को मार देता है तो ऐसी कोई problem नहीं होती बट ये सब सबजियों आराम से हम कच्ची खा सकते हैं ऐसी कोई बात नहीं होती अगर सबजियों को पकाया तो Nutrition कम हो जाती है काफी Enhanced होती है और काफी कम होती है ऐसा कुछ नहीं है तो विटामिन सी एक ऐसा वाइटमिन है जो कि हम जैसे ही सबजी को काटते हैं वो ऑक्सिडाइज होने लगता है हवा में तो विटामिन सी के लिए हमको फ्रूट्स खाना चाहिए तुरण काटा और खा लिया नो प्रॉब्लम और बाकी के बी कॉंप्लेक्सेस जो होती हैं वेजि नॉमली जो हम खाते हैं कड़ाई में इन फैक्ट हाँ जो कड़ाई में आयन की कड़ाई ले ले जो भी बट नॉट नॉनस्टिक नॉनस्टिक के मैं फेवर में नहीं अच्छी लेस अड्रेस इन अव नॉनस्टिक के बारे में बताईए क्योंकि बहुत सारी मम्मी अगेंस्ट है क्यों?

जो की आपके लिए ठीक नहीं होता जब उसे घरम कर देते तो उससे वो compound आपके food में चला जा सकता है carcinogenic non-stick से दूर रहना चाहिए ground rule उसके बदले iron जो हम सालों से use करते हैं iron की है steel की कड़ाई है no problem aluminium भी खराब होता है पर मान लोगर dose वो से बनाने है तो वो कड़ाई और iron बहुत अच्छा बनता है घर पे non-stick लाना ही नहीं चाहिए exactly ground rule आजकेल ceramic वाले मिलते हैं which should be okay और और स्पून और यह सब भी जो नॉनस्टिक होते उनसे भी दूर रहना चाहिए उसमें कोई प्रॉब्लम नहीं है कि उसे गर्म नहीं कर रहे हां ओके लकड़ी के जो आते ना स्पैटूला वगैरे देट्स ओके ओके अभी फ्रूट फ्रूट को ब्रेकडाउन कीजिए आपने पहले इसी पॉट कास में कहा कि दिन में आईडियली सिर्फ एक बा फ्रूट के बारे में एक बहुत बड़ा मिथ है जिसको मैं अड्रेस करती हूँ सब मुझे पूछते हैं एकी क्वेश्चन कि फ्रूट्स हम एम्टी स्टामक खा सकते हैं सुबह के बिना कुछ खाये तो भूखे पेट सुबह उठके हमें एम्टी स्टामक खाली पेट फ्रूट्स नहीं खाना चाहिए क्योंकि आपको पता है फ्रूट्स में फ्रक्टोज होता है शुगर होता है फैट नहीं होता तो सीधा शुगर स्पाइक होता है फैट गेन हो सकता है डायबिटिक जल्दी से बन सकते हो आप भागोगे उसकी तरफ दूसरा एक यह है कि सबसे फैट गेन फैट गेन का इतना प्रॉब्लम नहीं है बिकुस आप बोलोगे मैं फ्रूट्स खाऊंगा एक्साइज करूंगा सारा बर्न हो जाएगा विच इज ऑलसू ट्रू बट हमारे शरीर में उसकी वजह से क्या होता है वह सुनना जरूरी है तो जब हम फल खाली पेट खाते हैं क्योंकि फ्रूट्स फैट नहीं होता और बहुत इजिली डाइजेस्टेबल होता है तो हमारे पूरे जो पाचन का जो पाचन जो इंटिस्टाइन है उन सबसे बहुत जल्दी पास करता है तो पेट से तो आधी घंटे में चला जाता है और चूकि वो इतनी जल्दी सारे के सारे स्टेजेस क्रॉस करता है और तो उसमें अपने साथ साथ में अच्छी बैक्टीरियाज भी ले जाता है इसके वज़े से हमारे है तो हमारे धीरे-धीरे हमारी पाचेन शक्ति कमजोर होती जाती है अगर हम सुबह-सुबह एमटी समक फ्रूट्स लेते हैं वह ऐसे जो भी हमारे पास अगर आपकी बोलता हमारे बहुत एसिडिटी और गैस है हम एक क्वेश्चन पूछते आप खाली पेट फल खा रहे होता हां इसी वजह से तो हम उसके बाद वह बिल्कुल विश्वास नहीं करते अगर आपको फाली फल खाना ही है तो उसके साथ में ऐसा एक कुछ ले लें जैसे कि नट्स ले लिया जिससे कि वह उसका एब्स ऑप्शन डाइबोटीज होने के शिकायत ना हो और वो धीरे धीरे डाइजेस्ट हो तो आपके गट से धीरे धीरे जाए इंटिस्टाइन से मतलब सुबह खाली पेट अगर फ्रूट्स खाने है उसके साथ नट ले लो नट ले लो, दूद ले लो, दही ले लो, कुछ भी क्योंकि यही मुझे डर फील हो रहा है कि इतनी गाइडलाइन्स को सुनने के बाद भी लोग गलतिया करेंगे डायेट में तो फल हम खाने के बाद ले सकते हैं लंच के बाद ले सकते हैं, शाम को ले सकते हैं कभी भी ले सकते हैं बट खाली पेट नहीं ओके, दिन में कितने बार हमें फ्रूट्स खाने चाहिए अग जो बहुत वेट गेइन करना होता है उनको हम बोलते हैं आप काफी फ्रूट्स खाओ डाइबिटिक्स होते हैं उनको हम कम बोलते हैं एक्यूवालन्ट टू 50-75 कैलोरीज खाली 10 बता सकता हूँ आपल पेर अनार, मतलब सेव, नाशपती, अनार, अमरूद, चेरी, स्ट्रॉबेरी, ओरिंज, पपनस, काला जामुन, ड्रैगन फ्रूट बचा क्या बड़? नहीं, सब डाइबिटी का आके मुझे यही पूछते हैं, पपीता तो खा सकते हैं न? आम, पपीता, पपीता सब को चाहिए, पपीता नहीं खा सकते, अगर आप डाइबिटी को हो तुरंद सुगर स्पाइक होता है इन सारों में एम गेसिंग लोग यह लोग और इस्पेशली एप्पल और पेर में सोल्यूबल फाइबर होता है जो कि अच्छा होता है ओके पर अगर खाली पेट फ्रूट खाना है तो यह तो दूध दई या नट के साथ खा लो यह बैठ फाइन ओके आप जूसिंग जूसिंग के बारे में बताओ और मैम यह भी बताओ कि यह टेट्रा पैक वर्सिस घर पर जूसिंग इसमें क्या फर्क है कोल प्रेसिंग यह सब क्या है कि अभी अभी जैसे हमारे पास कोई आता है हम जूस उसी को देते हैं जो कि आथलीट्स होते हैं या बच्चे होते हैं जो कि बहुत फिजिकल एक्टिविटीज करते हैं या हम देते हैं वेडिंग के लिए हमारे तीन स्क्रीज पीजेंट करेंगे फैक्ट के लिए फॉर द ग्रोथ अगर वह जूस नहीं लेंगे एक्सरसाइज के पहले या बाद में तो उनका जो खाने में जो ने प्रोटीन खाया दूध खाया वह सब उनका अ यूज हो जाएगा energy के लिए instead of growth, which is height and muscle growth. तो एक तो वो हो गया juice में.

But उसमें हम juice के बारे में हमारा standard theory यही हैता है, कि अगर आप juice निकालते हो, तो तुरण पीलो. और अगर आपको 4 घंटे बाद बच्चे को देना है, तो please tetra pack दे दो. I know उसमें इतने गुण नहीं होते, जितने की fresh में होते हैं, but something is better than nothing.

But juicing itself is a problem. बिकाउज उसमें जो फूड का जो कंपोजिशन है वो चेंज हो जाता है और उसका और इसमें जो फाइबर्स भी एक्चुली बहुत कम हो जाते हैं तुरंत अपटेक होता है शुगर का बॉडी में तो जूसिंग हम जूस कम से कम लेना चाहिए सबको ही अन्लेस देर आथली� फैट लॉस के लिए ट्राइव वाइडिंग अवोइडिंग जूस हम देते ही नहीं है तो एक हो गया कार्ड यह नहीं हम फाइबर के बारे में बात करें तो फाइबर भी कट जाता है उसमें तो आइटिंग लोग तब जूस और निम्बू पानी पीते हैं जब वह एक शुगर की ली 30 40 कैलोरी बट उतना ही अगर आपने एक ग्लास जूस लिया उसमें वह डेढ़ सो से 200 कैलोरी तो आप यू आप आप नीमू पानी पीतो? कितनी चीनी डालतो नीमू पानी में?

अगर 200 ml water है तो 2 teaspoon which is 40 calories. Okay. और आप कब पीतो? गर्मी की दुनों में अगर coconut water नहीं मिला तो नीमू पानी ले लेती हूँ. बहुत exercise किया, बहुत sweating किया, तब ले लेती हूँ थोड़ा नमग डाल के.

Coconut water is the best option in all these? Not necessary. निम्बू पानी एडियो गुड़ काफी लोगों को गैस होती है कोकोनेट वाटर से और कोकोनेट वाटर तुरंत खोल के तुरंत लेना चाहिए कोकोनेट वाटर से मोटापा बढ़ता उसमें फर्स्ट फॉर लोग कोकोनेट वाटर डायबिटिक्स के लिए ठीक नहीं है क्यो तो एनी जो भी डायरेटिक मेडिसिन लेते हैं उनको कोकोनेट वाटर हम जरूर देते हैं बिक़ज उनका बैलेंस करने के लिए उनके यूरिन से निकल जाता है गर्मी के दिनों में स्टेंडर्ड है सबको कोकोनेट वाटर दिया जाता है हम बोलते हैं अगर आपको possibility तो आप ले लीजिए इसमें बहुत गुण हुं वह हमारे रिलिजियन हिंदू रिलिजियन में हर चीज में हर चीज में नारेल यूज होता है तो उसमें बेनिफिट्स बहुत ज्यादा होती है प्रोटीन होता है डाइजेक्शन को ठीक रखता है अगर आपको गैस नहीं होती तो गर्मी के दिनों तो रोज लेना ही चाहिए अब हम का बारे में बात करेंगे अजय को फाइबर का चीज बता दूं शॉप तो सोल्यूबल फाइबर से कोलेस्ट्रॉल कम होता है और जो नॉमल फाइबर जो हमको सबजी से और काफी ग्रेन से मिलता है उससे अ आपको लिस्ट और कम नहीं होता एक दो टाइप के फाइबर होता है इन सॉल्यूबल में कैलरीज नहीं होती वह हमारे शरीर से निकल जाता है इन सॉल्यूबल फाइबर में से कोलेस्ट्रॉल कम होता है सॉरी माम लोग जब फाइबर में फर्क्ट क्या है और बॉडी में क्या अफेक्ट होते हैं तो हमारे पास काफी यह भी लोग बोलते हैं कि हम रोटी वगैरे नहीं खाएंगे क्योंकि हम सबजी खा रहे हैं तो हमको बहुत फाइबर मिल रहे हैं बट जो बल्क अप दे स्टूल इज एक्चुली फ्रॉम रोटी वोट यू इट कार्ब्स वोट यू इट गेहूं ओट्स राइस मिलिट्स बाजरा जवार इससे हमको ब ठीक है तो सबसे पहले सबको यह समझना चाहिए उसमें से किसमें सोल्यूबल फाइबर होता है दालों में सोल्यूबल फाइबर होता है इसलिए किसी को भी कोलेस्ट्राल होता है तो हम उनको दाल जरूर देते हैं एक मील में क्योंकि उसमें अब जो उनकी कोलेस्ट्राल बे� कि कितना खाना चाहिए अमाउंट्स क्या होने चाहिए इन सॉल्यूबल वर्से सॉल्यूबल सब्जी के बारे में हम सब कहते हैं कि मिनिमम इतना तो हमको पकीवी सब्जी लंच में लेनी चाहिए इतनी हमको डिनर में लेनी चाहिए ओके बोल ने गिव अपना करें और जो रोटी वगैरह होती है उसका हमारा स्टैंडर होता है कि एनिथिंग बिट्ट्वीन अ रोटी और राइस के बारे में वेट लॉस करना है तो 30 ग्राम से लेके 50 ग्राम तक एक मील में मैक्सिमम जैसे for men it should be 50 ग्राम, for women it can be 30 to 35 ग्राम of raw आटा या गेहू या राइस, raw without cooked, सबजी का मैंने बता दिया और दाल होती है, it should be around the same quantity as रोटी और राइस और I would prefer अगर वो दही लें as a first class protein for lunch or dinner या पनीर लें, तो that is a better combination, तो अगर आपको मैं मेरा आहार बताऊं, तो breakfast में अगर मैं protein balance करती हूँ, तो मेरे तीन तरह के breakfast मैं खाती हूँ, या तो मूंग and ठिपला, या egg and toast, या दही और पराठा, ये तीन मेरे standard breakfast options हैं, या पनीर टोस्टी, ठीक है, उसमें protein, fat, carbs and fiber का option है, कि आप एग्गी टाइन चिकन में कम खाती हूं बट खाती हूं बहुत कम ओके अगर मुझे प्रोटीन नहीं मिलता तो चिकन खाती हूं जी देन लंच में आपको मैंने बताया मेरे आईडील बॉडी वेट के साफ से दो चपाती या इतना राइस और साथ में यह तो इतना दाल सेम कॉंटिटी दाल एंड वेजुटेबल इतना ही एंड जो दाल नहीं लिया तो दही ले लेती है नहीं सो दिस मैं लंच इवनिंग स्नैक्स में कुछ भी ले लेती हूं कभी थोड़ा सा भेल या कोई बिस्किट या अ मेरे जो स्नैक्स है मेरे सेल्फ केर के वो सब स्नैक्स ले लेती हूँ और डिनर इज ऑलमोस्ट लाइक लंच लोगों ने डायेट लिख लिया यही चाहिए था इस इस ओनली फर वुमिस डायेट वुस्ट नॉट प्रेगडेंट वुस्ट माइ विट माइ वेट विद माइ हेल्थ इश्यूज बट अफ कॉज इटल चेंज फर एवरी जो सब्जियां आप पका के खाते हो उसमें तो तेल या घी कितना डालता हो तो वह मैं बोलती हूं कि आप उसको कम न करें अ आपको फ्राइड खाना अपने खाने से निकालना है, स्पेशिली कमर्शिली फ्राइड फूड, उसमें बहुत खराबियां होती हैं, बिकोज वो एकी तेल में बार-बार फ्राइड करते हैं, तो जिससे की कासिनोजनिक हो जाता है वो आईल, जितना कि आपको, छौकने के लिए आप अघार लगाने के लिए चाहिए और सबजी को पकाने के लिए चाहिए उतना यूज करें कितना होता है एक बार थोड़ा वो बता दीजिए क्योंकि बहुत साइड लोग बहुत जादा तेल ले लेते हैं नहीं बहुत कम भी लेते ऐसे भी लोग हमारे पास मेरे घर पर जो मेरे कुट है बहुत बढ़िया को कर पर एक दिन मैं उनके गिचन में रहा कि आप क्या करते हो दिखाओ मैंने आगी 56 स्पून्स घी के डालते थे एक एक पनीर के इसके लिए तो मैं उसके बाद बहुत अच्छा था कि वह आपको बढ़ाना जरूरी है कि अ पर आपको पनीर पकाना फॉर वन मील फॉर लंच इससे बेटर होगा मैं हर जन का रिक्वायरमेंट बता दूं फैट का पर मंथ शॉर्फ विकल्स हम जो तेल का खरीदते हैं पांच लीटर का डब्बा तो अब एवरीवन नीट्स बिट्वीन फाइव टेल टू वन लीटर ऑफ ऑयल इन अमंत इफ अगर आपके सारे मील्स घर पर हो रहे हैं और जो घी की मात्रा होती है और वह हमको अगर आप दूध दही ले रहे हैं या चिकन खा रहे हैं तो हमको कलिस्ट्रॉल मिल जाता है तो वह फैट हमको मिल जाता है तो गी अगर आपको यूज करना है तो बटर के रूप में टोस में ले लिया या बाकी का अगर आप दूध दही ले तो गी किसी में लेने की जरूरत नहीं है बिट्वीन 500 एमेल टू वन लीटर इस इन अफ़र पर सिंग इफ यू वांट नहीं देट इस फॉर वन परसेंट बड़ ओवर वन मंथ ओवर वन मंथ ओके तो देख लो कि कितने meals खा रहे हो और फिर divide प्लस अगर आप बाहर का खाना खा रहे हो तो ये जानो कि उसमें एक कटोरी तेल होता है जैसे आप पांच जनो की सबजी बना रहे हो तो इतनी सबजी बना रहे हो तो उसमें एक से डेल टेबल स्पून ओयल इज इनाव ये भी ये भी बताओ कि जब आप बाहर का खाना खाते हो जैसे Chinese खाने जाते हो या Butter Chicken, Butter Paneer खाने जाते हो मैंने नोटिस किया कि उन किचन्स में टेस्ट के लिए बहुत जादा फैट डाला जाता है क्योंकि फैट इस फ्लेवर तो जो बाहर का खाने का स्वाद रहता है वो स्वाद क्यों आ रहा है ये भी सोचो एक बार फैट बहुत जादा होता है हिडन फैट होता है मैं एक बार I had gone to one homestay शिमला में तो मैंने के किचन में गई वो उसने मैरिनेट किया और उसके बाद इतना सारा जो कड़वा तेल बोलते हैं ना उसको मस्टर्ड ऑयल इतने से पणी टिक्के में इतना सारा ऑयल डूबा दिया तो हमको पता भी नहीं सलता हम बाहर रेस्टोरंट में कितना फैट खा रहे होते हैं थोड़ा कैफुल रहना प� पर अगर मुझे बाहर कुछ खाना होता है, I try looking for a paneer tikka. So you should think about it. बहुत fat होएगा.

But it's okay because if you are not having carbs with your paneer tikka, तो आप paneer tikka खाओ because the high fat and high protein is good. और क्या खा सकते हैं बाहर? क्योंकि as a guy I can only, I have to look for the protein. तो normally मैं खाता ही नहीं, but if I am forced, अगर family के साथ हूँ. कि यह समझ लेकर नहीं है फॉर देना और वन पर अब क्यों बताओ तो मैं बताऊंगी इटालियन ओके टाइम बुराटा जो पनीर उनका उनका पनीर है उसके साथ में टमेटोज ले लिया तो यू कैन है व एज़ प्रोटीन एंड अगर आप इंडियन फूड ले गए तो पनीर इस गुड ऑप्शन पनीर टिका इस दी ओनली गुड ऑप्शन एंड चाइनीस चाइनीस में तोफू हुं देश दोनी अब वेजिटर नौना तो टोफू रह गया और क्या रह जाएगा कुछ भी नहीं है और कौन से कुजीन होते हैं यही कुजीन होता है आइएस इंडिया में एस्पेशली ओके आप यह मानते हो कि जो चीट मील्स होते हैं या बाहर जाने जाते हैं फैमिली के साथ एक वीक में कितनी बार खाना चाहिए वन्स वेट लॉस है तो वन्स बिकॉज यू नीड दोस्त बैक्टीरिया जिस विच एक्ट्री गेट फर्म आउटसाइड यू डोंट एप्सरूटली नीट एंड क्लीन सिस्टम और अदरवाइस थ्री स्विगी से मंगा रहे हैं आई थिंग कि यह ना एक बहुत बड़ा प्रॉब्लम हो चुका है क्योंकि एक बटन से आप खाना सकते बटन से पेवेंट भी कर सकते हो तो लोग बहुत इजली यह चीज कर रहे बिना यह समझे कि लॉन्ग टर्म हेल्थ पर क्या आज आप एक्ट्री दिन दो कोर लॉजिक यह इन सारी चीजों का जो कोर लॉजिक है अगर फैट लॉस आपका गोल है कोर लॉजिक यह होना चाहिए कि हाउ टो अवाइड क्रेविंग्स या क्रेविंग्स अपने आपका मुझा है कि अगर आप फोर आवर्स वाला वालो करोगे एंड इंटरेस्टिंग फिलर्स इन बिट्वीन हम किसी को यह नहीं कहते कि आप घर का रुखा सुका दाल वह क्वाउट इसकी वजह से मैंने तीन बुक लिखी है अभी तक फर्स्ट वन वस्थ डोंट डाइट डाइट मेरे को ऐसा लगा कि लोग अपने डाइट को बहुत जदा ही डाइट कर रहे थे तो मैंने एक वो बुक लिखा उसमें बहुत सारी रेसिपीज हैं जैसे कि डाल पकवान है और उसमें छोला है सब कुछ हम लोग ने डाला कि आप इंटरेस्टिंग खाना भी खा सकते हो डाइट में रहके नेक्स बुक हम लोग ने अंजंग लिखी उसमें हम लोग जंग कि मैंने नहीं कहती है बर्गर न खाओ बर्गर में वेजिटेरियन हो तो बर्गर में आपके टिक्के में पनीज डाल दो टोफू डाल दो ठीक है बैलेंस करने के लिए और केसड़िया है वेजिटेरियन केसड़िया में क्या डाल सकते और बहुत यूज आती है तो इंट्रेस्टिंग खाना खाकर हमको वेट लॉस करना चाहिए हमको अ खाली रुखा सुखा घर का खाना खाके नहीं तो यही हमारा थीम रहता है ग्राउंड रूल यह कि अगर फैट लॉस आपका गोल है तो हफ्ते में एक बार बाहर का खाना खाना चाहिए खाना चाहिए पर अगर वो क्रेविंग आई उन बाकी छे दिनों में अंजंग्ड यू खाली प्रोटीन फैट कार्ब्स एंड फाइबर का बैलेंस करके जैसे आपको पावभाजी खानी है अब कैसे खाओगे पावभाजी कार्ब्स है और कार्ब्स है उसके साथ में दही ले लो सिंपल है राइट इस तरह से बैलेंस करना चाहिए हमें इडली सांबर इज अ वेरी मेंटालिटी से हमेशा नोटिस कि दो अपने बहुत क्रेविंग्स होती है बार का खाने का मूड रहता है ऑडर करने का मूड रहता है पर समझ बीट दोस्तों वीक्स फिर थर्ड वीक तक इटिंग क्लीन बेकम्स इजी पर यह मैं ऐसे कहते हूं कि मेरे डाइट बहुत हार हार डाइट फॉर लुटेव पर मैं साल बार डाइट नहीं फॉर करता अगर कोई शूट है कोई मोटिवेशन रहनी है जिसकी वजह से अब यह कि हां कोई शादी के लिए करता है मिल शादी में जाने के लिए कोई कपड़े पहनने के लिए कोई शूट के लिए कोई पिक्चर के लिए कोई मॉडलिंग के लिए या आप आप आप इन खुद को ना कहने में थोड़ी ताकत होती है टील इन योग भर पर कोई भी प्रोसेस चीज नहीं लाता तो फ्रिज में और कई भी और देश नथिंग इन पैकेट और आप अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अ� क्योंकि आजकल लोग जानने लगे हैं कि sugar को कैसे handle करना चाहिए, cold drink से दूर रहना चाहिए वगेरा पर carbs को समझ नहीं पाएं जो मैंने कहा कि मैं processed खाना नहीं लाता घर पे उसका भी reason यही है कि ज्यादा मैदा होता है अकसर processed खाने में जो snacks हम बजार से खरीदते हैं बहुत ज्यादा मैदा होता है अगर आपने लोग से कहा कि मैदे को avoid करो वो समझ लेते हैं थोड़ा सा carbs का logic समझना भी ज़रूरी है मेरे according मेरा पहला सवाल आपके लिए है कि जितने भी clients आपके पास आते हैं क्या वो carbohydrates को अच्छे से समझते हैं या नहीं और उस आपके वो 4 meals के चार्ट में आप कैसे समझाते हो carbohydrates को so carbohydrates का ऐसा है कि हम 50% carbs पे सबको रखते हैं जो उनकी रिक्वायमेंट होती है अगर हम कुछ भी कैलोडीज फिफ्टी परसेंट हम दिन भर में कार्ड देते ना कार्ड क्या होता है कि हमें केवल रोटी राइज ब्रेड कुर्बरा पीजा पास्ता इन सबसे ही नहीं मिलता कार्ड हमें वेजेटेबल से बहुत ही कम प्रोटीन होता है एंड हमको कार्ड दूध से भी मिलता है कुछ अमाउंट इस इन दम लिए जहां पर कार्ड नहीं होता बिल्कुल भी इस नॉन पेट एग्ज अ चिकन, फिश, मीट उनमें काबोहाइटर्स नहीं होता, इस अपनी फैट और प्रोटीन है। अब मैंने आपको बताया था कि काब्स के वज़े से ही जो काब्स, मतलब अनाज होते हैं, तो ये इस वज़े बुल्क आपको बच्चे के लिए जाता है। तो आपको constipation avoid करना है या हम चाहते हैं कि हमारे clients को constipation नहीं हो, पर हम लोग कभी-कभी कंप्रमाइस करते हैं कार्ड देने में कभी हम देखते हैं अक्टिविटी क्या है जो भी हमारे पास कोई क्लाइंट आया या पेशेंट आया तो उनकी अक्टिविटी लेवल क्या है उनकी अक्टिविटी ज्यादा अगर शाम के तरफ है तो हम उनको डिनर पर भी कार्ड देते हैं और अगर उनकी अक्टिविटी शाम के तरफ से कम हो जाती है तो एक मिथ है कि हमको कार्ब्स पर डिनर पर तो कार्ब्स खाना ही नहीं चाहिए हम बिलीव नहीं करते उस बारे में इट इस टू जैसे सब की हां टू इस पर हम बिलीव करते ह तो कार्ब्स मेरे ख्याल से इंस्टॉड आफ टेकिंग जैसे अगर मुझे मन करेगा तीन चपाती खाने के लिए आई शुट स्टॉप एड टू अगर मेरे को इतना सारा राइस चाहिए तो आई विल इट दिस मच तो कार्ब्स कंट्रोल करना चाहिए ओमिट नहीं करना चाह अच्छा?

हाँ, अभी एक हम लोग, कल ही हम लोग ने एक client को consult किया, who was 150 kgs, अभी वो जो खाना खा रहा है, और हमने जो उसको दिया है, ज़्यादा carbs दिया है, क्योंकि क्या हो रहा है, कि जो वो लोगों को लगता है, उनको रोटी दो ही खानी चाहिए, तीन ही खानी चाहिए डिविएट न करो आप अपने आपको मतलब चीट न करो डाइट पर देट इस देमिन थिंग डाइट अमनों आपको कैलोरी काउंट डाइट दिया है ब्रेकफ़स में आपको दो टोस दिया लंच में दो चपाती इवनिंग स्नाक्स में थोड़ा कुर्मरा दिया जो दिया डेनर पर कार्व दिया अगर आप उसको फॉलो नहीं कर पा रहे हो आपके पास कार्व कम है और आप मीठा रहे हो या कार्व बढ़ाकर खा रहे हो तो वह द पर्पस इज लॉस्ट इसके लिए हम लोग कि सफीशन कार्ड देते हैं अफ कॉस कार्ड हमको कम करना पड़ता है बिकॉज अल्टीमेटली कार्ड कम होता तभी तो फैट बन होगा जी ठीक है द फॉर्मुला ऑफ वेट लॉस इस 7700 कैलोडीज जब हम एक एक किलो के लिए कम करने के लिए हमको 7700 कैलोडीज डेफिसिट मिलना चाहिए हमारा काम होता है पर डेफिसिट क्रिएट करना थ्रू द एक्सरसाइज दीन सो कैलोडी एंड थ्रू द डायेट अनुवर्ड फोर 500 कैलोडीज हमें पहले maintenance calories के बारे में बात करना पड़ेगा मां ताकि लोग आसाइन से मतलब basically आपकी body के लिए petrol चाहिए रहता है petrol आपको खाने से मिल रहा है petrol को मान लो हम calorie कहेंगे basically एक amount of calories रहते है जो आपके weight maintenance के लिए चाहिए रहता है अगर उससे ज्यादा calories खाए कि कम का डेफिसिट चाहिए कमी चाहिए मतलब यह आप डिवाइड कर सकते हो एक हफ्ते में भी एक महीने में भी एक साल में भी नहीं जनरली एक से हम हमारा इसमें भी एक थिवरी है कि अगर आपको वेट लॉस करना है इच चुट बी एक वन परसेंट ऑफ यू बॉडी वेट पर वीड वन परसेंट ऑफ बॉडी वेट पर वीड तो अगर आप 70 किलों के तो 700 ग्राम हर हफ्ते हर हफ्ते इस द मैक्सिमम यू शुड लूस उससे ज्यादा आपने कम किया तो इसका मतलब आप मसल लॉस कर रहे हो या इम्मीनिटी कम हो रही है या बीमार पड़ जाओगे तो हमारा एक स्टैंडर्ड रूल है अगर मेरे पास जैसे हमारे या पारे से 15 न्यूट्रेशन हैं अगर कोई भी क्लाइंट का ज्यादा वेटलास होता है वह सीधा पेपर लेकर मेरे पास होती है उसमें तो उसमें इसके मतलब हम लोग के कैलोरी कैलकुलेशन में गड़बड़ हो गई उन्हें मसल ज्यादा फैट नहीं डाल रहा है अपने खाने में, सबको लगता है कि हम डाइट पर जा रहे हैं तो ओयल तो नहीं लेना चाहिए, तो हमको वो सब रीचेक करना पड़ता है, so this is about carbohydrate, carbohydrate control, protein sufficient, enough fats and enough fiber is, वो आपको help करेगा अपने weight को कम करने के लिए, एक इंडियन perspective से सबसे जो common carbohydrate sources होते हैं, रोटी, rice, चावल, I don't know कितने लोग millets खाते हैं आजकल, जिसमें कि एक बच्चे को ब्लाइंडनेस हो जाती है नाइट ब्लाइंडनेस बिकोज उसकी सौतेली माने उसको बच्चपन से गेहू का आटा नहीं रोटी नहीं दी केवल मिलेट्स की रोटी दी तो इस वेरी उन्होंने ऐसा दिखाया था तो हमको खाली ट्रेंड के लिए मिलेट ये गेहू नहीं छोड़ देना चाहिए अगर आप जो भी चीज को छोड़ दोगे तो आपका बॉडी उसको पचाना कम कर देगा या बंद कर देगा कि कभी किसी क्लाइंट के खाने में से कुछ को ओमिट नहीं करते चाहिए पल्स हो चाहिए नॉनवेज हो चाहिए चिकन हो चाहिए दूध हो चाहिए दही हो चाहिए चीज हो हम बोलते हैं कुछ भी ओमिट न करें क्योंकि आप वह बंद कर देंगे तो आपका बॉडी उसको धीरे-धीरे पचाना बंद कर देगा इसी तरह से गेहू है गेहू हम लोग चुकी सब सालों से गेहू रोटी खाकर बड़े हुए मिलेट्स की रोटी हम नहीं खाते थे आपने भी आप भी तो बहुत गेहू खाया लाइफ में तो अगर आप उसको खाना बंद कर दोगे तो ग्लूटेन इंटॉलरेंस हो जाएगा या उसमें आप नहीं इतने अच्छे से पचा पाओगे ब्लोटिंग हो जाएगी। कि सब में कुछ ना कुछ फायदा होता है हम लोग ने पूरा मिलेट्स पर वह भी किया था रागी में आयन एंड कैल्शियम ज्यादा तो होता है ज्वार में फाइबर थोड़ा ज्यादा होता है बट ऐसा नहीं कि गेहूं में वाइड गेहूं है बिकम द बैड बॉय उसका रीजन है यह जो ग्लूटिन फ्री एंग्र बताइए गेहूं खराब नहीं है गेहूं की पैदावार खराब क्योंकि अ आपको पता है कि जो हम कोई भी चीज को जादा produce करने के लिए हमको fertilizers use करने पड़ते हैं तो वो fertilizers के जो use कर रहे हैं उसमें इतना जादा chemicals है कि हमारी जो soil है मट्टी है वो खराब हो गई है तो उसके वज़े से जो zinc और जो भी vitamins होने चाहिए उसकी quality कम हो गई है तो we had a client जो की she was the अग्रीकुल्चरल इंजिनियर और साइंटिस्ट वस द साइंटिस्ट तो उन्होंने बताया कि हम ऑल ओवर इंडिया पर हमारे हमने इस पर काम किया है सब जगह पर हमारे मिट्टी में बहुत ज्यादा फर्टिलाइजर्स एंड पेस्ट्रीसाइज डालने की वजह से अभी जो पैदावार हो रही है उसमें कुछ ऐसे मॉलेक्यूल्स होते हैं जो कि एक्सेप्ट नहीं होते फॉर द गुड निट्रिशन या गुड क्वालिटी इसके वज़े से जो grains export होते थे, वो कम हो गए हैं, because सारे जगह reject हो रहे हैं. आपको पता है कि bear करके जो German company ने fertilizers and pesticides बनाए हैं, वो हम German से लेते हैं, but Germany will not accept any import of grains to their country because it has high levels of pesticides. Can you imagine?

तो Europe is the only consortium. जो कि अवॉइड करता है जिसमें पेस्टीसाइड ज्यादा होते हैं वह सब फूट को इंपोर्ट नहीं करता और हम भारतीय ठूस के खा रहे हैं थोड़ा बट द गवर्नमेंट इज वर्किंग ऑन दिस बोलोग ऑर्गैनिक फर्टिलाइजर बना रहे हैं जो कि जिसके बजे से हम लोग पहले जैसे यूज करते थे गोबर गोबर तो देख रहें टू नैचुरल फर्टिलाइजर और कॉलिटी टिटल टेक उन्होंने बताया जो एग्रिकल्चुल साइंटिस्ट है कि 20 से 25 साल लगेंगे ओके यूज को अगले 25 सालों के रोटी खानी चाहिए नहीं? अभी क्या है? आप इतना pollution इतनी हवा ऐसी लेते हो तो क्या है?

तो मस्बूत है हाँ बट कोशिश करके हमको अच्छी quality का गेहु यूज़ करना चाहिए बट आई डोन नो फर्म वेर टू गेट अच्छी quality का गेहु खो दो गाओ हफते में कितनी बार रोटी खानी चाहिए? लेना चाहिए तो वह टाइम फोकस ऑन की एक दिन नाचनी जो आर चावल गेहू कि मैं यह दो तीन बार खाता हूं कि मैं पंजावी हूं तो वह लेकिन चाइलडर्ड फॉर में पर यह सही है जो मैं कर रहा हूं या नो प्रॉब्लम आपकी बॉडी में उन सबको पचाने की शक्ति अच्छी हो जाएगी क्योंकि आप सब तरह का ग्रेंस का रेंड मुझे गलत फील हो रहा है कि मैं आपसे फ्री कंसल्टेशन देखा हूँ Always welcome आप इतना अच्छा कर रहे हो सबके लिए तो ये तो बहुत कम रूप में आपको मैं कुछ दे पा रही हूँ वैसे आज तो ये mostly women's oriented conversation है but maybe at some point actually free consultation लूँगा for a men's special episode क्योंकि I feel कि कुछ तो nuances होंगे Of course We have many male actors बहुत सवाल है उस टॉपिक को लेकर वह नहीं पूछूंगा कि आज लोगों डाइट के बारे में जानना तो ग्राउंड रूल ऑफ काबोहाइड्रेट्स गेहू इस ओके टू है और अराज बदलते रो बदलना आपकी मरजी पर है मैं इसमें वापस से मेरा एक ही डायलोग होता है कि खाओ मन पसंद अगर आपको गेहू पसंद हो तो आप खाईए मैं मना नहीं करने वाली है आपको बाजरा पसंद हो तो वो खाईए कोई महाराश् कोई राजस्तान से आएगा जो की बाजरा खा रहा होगा, I said कोई प्रॉब्लम नहीं है। जहाँ पे जो उपता है वो खाओ। लोकल प्रोडूस खाना अच्छा होता है। अगर हर दिन राइस खाया तो? मैं तो लं� आपको नहीं डायबेटिक हैं, डायबेटिक नहीं खा सकते हैं है तो फिर आपको मन है वह हम लोग किसी भी ब्रेड वाइट ब्रेड ब्राउंड बेड इंसिस्ट नहीं करते वाइट वाइट राइस ब्राउंड इंसिस्ट नहीं करते आपको जो मन है खाओ तो फिर कार्बोहाइड इसमें बुरा ही ना उसमें अच्छी कैलोरी तो उतना ही होता है मैदे को लेकर आपकी क्या रहा है मैदा में फाइबर नहीं होता तो वो हम प्रिफर नहीं करते देने के लिए बट अगर कोई आता है हमारे ब्राउन ब्रेड नहीं खाना चाहते हैं, I said go ahead. क्योंकि आपको एक बहुत अच्छी इंटरेस्टिंग बात बताती हूँ, ब्राउन ब्रेड और वाइट ब्रेड के बारे में. आपने कभी थिनली स्लाइस्ट ब्राउन ब्रेड देखा है?

तो अगर आप दो टोस्ट खाते हो, अगर आप वाइट टोस्ट खाओगे, उसके जगह आपने उसको चेंज करके होल बीट ब्रेड कर दिया, फर्स्टली. कैलोरी ज्यादा होती है होल वीड ब्रेड में सेकंड लिए उसमें केमिकल सिए जो प्रेजेवेटिव ज्यादा होते हैं बिकर्स होल वीड ब्रेड में जो गेहु का कर्नल जो बोलते हैं सीड होता है और उसके वजह से उसकी रेंच मतलब हैं तो आपको पता है कि होल वीड ब्रेड में ज्यादा वह सब होते हैं जो कि वाइट ब्रेड में नहीं होते बिच इस पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा पूरा और तीसरा पैसे भी ज़्यादा होते हैं और चौथा फोर्थ या फिफ्ट वाटेबर पॉइंट आप अगर आपके घर में अगर स्टाफ है और आपने कर ब्राउन ब्रेड मंगाया है वो अपने लिए वाइट ब्रेड ही मंगाएगा वो ब्राउन ब्रेड नहीं खाएगा य तो इट इज एक्विवालेंट टू में बीट टू स्लाइसेस ऑफ एप्पल वह तो आप टू प्लाइस एप्पल खा लो वह फाइबर के लिए तो ब्रेड को लेकर एडोनो मैं यह वाले चाहिए मैं कल्चरली भी कह रहा हूं क्योंकि आई डोंट थिंग पंजाबीज में ब्रेड अजय को जैसे इस आवर है इसके बारे में बात करना क्योंकि शहरों में आजकल sourdough बहुत लोग खाने रह गया और बहुत tasty रहता है इतना tasty क्यों है वो because उसमें yeast नहीं होता और वो natural रूप से ferment किया जाता है तो बहुत अच्छा होता है sourdough उसमें yeast के कुछ अपने problems होते हैं तो मैं मानती हूँ कि अगर मुझे choice मिला जाए रोटी खाना है bread खाना है तो मैं हमेशा रोटी ही choose करूँगी because वो उसमें sodium नहीं होता रोटी में अगर नमक नहीं डाल के बनाया उसमें preservatives नहीं होता जिससे कि और फॉरमेंटेड नहीं होता रोटी नॉर्मल होता है जो कि ब्रेड में वह सब होता है तो हमेशा ब्रेड वर्सेस रोटी में रोटी ब्रेड वर्सेस आवडो में सावर डो ओके देट्स ऑल सावर डो ठीक है कितना सावर डो कहा सकते हुई दो छोटा बेसिकल कार्ब्स को लेकर मोस्ट ध्यान में यह रखना चाहिए कि कॉंटिटी हल्के से कम होनी है मॉर्थ इन द कॉंटिटी हल्के से कम बैलेंस होना चाहिए अ फॉर द शुगर को हमारे ब्लड में राइस नहीं हो और पैन क्रेस पर प्रेशर नहीं पड़े ज्यादा इंसुलिन प्रोडूस करने के लिए कि कार्बोहाइट के साथ में प्रोटीन खाना बहुत ज़रूरी है तो यह सबको समझना चाहिए कि अगर आप ब्रेड खा रहे हो तो अगर carbs की craving हो रही है तो carbs अकेले कभी मत खाओ उसको protein के साथ खा लो ग्राउंड रूल यही है और कम खाओ कुछ end वाले rules है common mistakes या common questions जो आज के fat loss special में address नहीं हुए according to you मेरे according बहुत सारों के लिए ये जो भी information हमने share के बहुत लोगों को पता है ये सब पर लोग mental game नहीं जीत पाते fat loss के साथ और over complicate कर देते हैं diets को actually dieting, fat loss ये simple चीज़ें हैं from if you follow the basics पर मेंटालिटी को कंडिशन करना वह इजी नहीं है खुद के दिमाग को कैसे ट्रेन करते और आपके एक्सपीरियंस आपने क्या देखा कि लोगों का साम सबसे बड़ा फैट लॉस्ट प्रॉब्लम क्या होता सबसे ज्यादा प्रॉब्लम जो आपने देखा है अब लाइफ में इस देर से खाना आलकोहन लेना बाहर का खाना और मीठा खाना यह चार प्रॉब्लम्स अगर यह चारों को आप कंट्रोल करते हो क्योंकि अभी और ट्रैवल क्योंकि आप बताएं कोई भी एक ऐसा इंसान देंगे जो कि ट्रैवल नहीं करता, एक ट्रिप नहीं लेता महने में एक बार. ट्रैवल जो कि 25 साल पहले साल में 2-3 बार होता था, अभी वो महने में 2-3 बार हो गया है.

तो ट्रैवल में थोड़ा तो कंट्रोल छूट जाता है, आप एरपोट के खाने पे डिपेंड करते हो, फ्राइट के खाने पे डिपेंड करते हो, सामने रेस्टोरन में बैठे रहते हो, लोग खा रहे हैं, खाना सामने पढ़ा रहता है, तो आउट औफ साइट, आउट औफ तो इसके यही मैंने देखा है सबसे बड़ा चैलेंज है ट्राइवल इटिंग आउट आलकोहॉल मीथा देर से खाना ज्यादा खाना इंडिविजुअल प्रॉब्लम्स को अटनेस करना और फिर योर फैट लॉस विल बेनिफिट एक सवाल नहीं पूछा आप साथ आप प्रोटीन जेक्स में बिलीव करते हैं या इस्पेशली वेजिटेरियंस यह क्योंकि वेजिटेरियंस स्पेश जो भी हमारे पास लोग आते हैं स्पेशली जो कि 45 से बड़े उमर के होते हैं 55-60 से तो अगर उनके डाइट में हमको कैलोरी डेफिसिट करना है तो हम कैसे करेंगे क्योंकि हमको उनको कुछ अमाउंट का कार्बोहाइट्रेट देना पड़ेगा कुछ अमाउंट का प्रोटीन देना पड़ेगा फैट देना ही पड़ेगा तो हम क आपका मसल लॉस न हो क्योंकि आप इस उम्र के हो और आपका हमको मसल मिंटेन करना तो प्रोटीन देने से क्या होता है हमको उनका मसल मिंटेनेस करना पड़ता है तो मेटबॉलिजम नहीं गिरता उनके बाल नहीं गिरने चाहिए फास्ट ऐसेटिस गिरते हैं तो और नहीं गिरने चाहिए तीसरा मसल लॉस नहीं होना चाहिए जो कि 45 के बाद में एकसेलेरेट हो जाता है चौथा इम्मिनिटी क् क्योंकि आइन में हीमोग्लोबिन में ग्लोबिन इस प्रोटीन नहीं तो उनका आइन गिर जाता है और उसके बाद स्किन हमारा हर तीन चार महने में जड़ता है वापस आता है तो स्किन अच्छा रखने के लिए हमको देना पड़ता है और ये सब इतने सारे रीजन है इसके लिए हमको उनको प्रोटीन सफिशन डायेट देना ही पड़ता है इसके लिए sometime we have to resort to a protein shake बड़ उसको भी हम tasty बनाकर देते हैं आजकल इंटरनेट पर एक बहुत बड़ा नारेटिव है कि वेप्रोटीन पीने से पिंपल्स हो सकते हैं लोगों को क्योंकि ये प्रॉब्लम देखा जा रहा है बहुत सारे लोगों में आजकल जो वेप्रोटीन मिलता है उसमें लाक्टेज एड़ेड होता है तो अगर आप आईसो प्यॉर लेते हो तो उसमें नहीं होता प्रॉब्लम फोर लाक्टोज इंटोलरेंस प्लांट प्रोटीन प्लांट प्रोटीन में प्रोटीन है प्रोटीन है और आप इस प्रोटीन जा देख सब्सक्राइब काफी मात्रा में होते हैं और डाइजेस्टिबिलिटी जितनी वे प्रोटीन की होती है वह प्लांट प्रोटीन की नहीं होती है बट ऐसा नहीं है कि हम उसके अगेंस्ट हम हम लोग दोनों प्रोटीन में विश्वास करते हैं जिसको जो चाहिए उनके और अगर काफी लोग को pimple क्यों होता है क्योंकि वो protein दूद में डाल के लेते हैं तो आप दूद में डाल के ना लें आमंड मिल्क में आमंड मिल्क में डाल के भी ले सकते हैं बदाम के दूद में जिससे कि उनको pimples नहीं होगा तब बदाम के दूद में जिससे कि उनको pimple नहीं होगा तब वो confused रहते हैं कि actually लगी रहती है प्यास, but वो लोग लेते हैं चाय, कॉफी ये सब चीजे, तो जब हमको भूग लगे तो पहले हमको पानी पीना चाहिए, between the 4 hour gap. अगर आपको भूग लगे पहली दो ग्लास पानी पी लीजे ना. दिन में कितना पानी पीना चाहिए?

Depending on अगर आप बहुत high humidity area में हो जैसे कि Bombay etc. तो minimum 2 और बहुत dry area में हो तो 3 litres is good. एंड पानी बहुत जरूरी है बट एक्सेस वाटर इज ऑल सो वेरी बैट एक्सेस कितना होता है धाई तीन लीटर से ज्यादा बहुत एक्सेस पूरे तिम टॉइलेट जा रहे हो वह एक्सेस होगा और किड्नी पर प्रेशर होता है ना आप ज्यादा पानी देते हो तो किड्नी को तो फ्लेश आउट करना पड़ता है तो किड्नी पर अनेसेस्ट्री प्लेशर होता है ऑलसो वाटर इंटेक्ट इस पर भी डिपेंड करता है अगर आप आथलीट हो आप कितना बर्न कर रहे हो कितनी पसीने आ रहे हैं फैक्ट लॉस को लेकर हमने कोई पॉइंट मिस आउट कर दिया कि बहुत कॉम्प्रेहेंसिव एपिसोड है। या, अगर आप इसको सम अप कर दो कि वेरी गुड़ होगा। ओके, तो पहले दिन में चार मील होने चाहिए। गुड़। कार्ब्स होने चाहिए, फाइबर होना चाहिए। फिर अगर बीच में भूक लगी तो आइडियली पानी पीना चाहिए। आपको दूर रहना चाहिए अल्कोहॉल से, स्किपिंग मील से, एकसेस अमेरिकन या यूरोपियन डिजर्ट से पेट पूरा भरना नहीं चाहिए, पोषण कंट्रोल पर ध्यान रखना चाहिए एकसेसाइज पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि अगर वेट लॉस हो तो मसल लॉस होगा उसके साथ और मसल लॉस प्रेवेंट करना है अगर इस पूरे fat loss के journey को quantify करना है तो not more than 1% of body weight of weight loss per week तो अगर आप 100 kg के हो तो एक हफ़ते में सिर्फ 1 kg घटना चाहिए और क्या बचा पानी भर भर के पीना चाहिए 2-3 लीटर 3 लीटर अगर आप dry environment में हो और 2 लीटर अगर आप humid environment में हो अगर आप veg हो तो protein shakes लेने चाहिए I guess नॉन वेजिटेरियन भी ले सकते हैं, बट या, वेजिटेरियन के पास ओप्शियंस काम है तो, सबजिया अलग खानी चाहिए, बाहर का खाना अगर आप फैट लॉस पर फोकिस कर रहे हो, तो हफ़ते में सिफ एक बार, जितना हो सके, थोड़े दिमाग को ट्रेन कर लो, सिड वारियर डॉक्टर साब के साथ एफिसोड देखा था, उसमें बात हुई थी, निरो प्लास्टिसिटी के बारे में, कि आप अपने दिमाग का पैटर्न बदल सकते हो, पूरी तरह से, कि आप किस नजरिये से दुनिया को देखते हो, किस नजरिये से जीते हो, और किस नजरी से खुद को देखते हो ये बदल सकता है वक्त के साथ और जिन्दगी के साथ मैं ये मानता हूँ ये बहुत कठोर रोजिक है बट खुद के साथ थोड़ा हार्श होना जरूरी है हलके से not too much बट अगर ज्यादा craving हो रही है find an alternative मैं तो ये मानता हूँ कि beat the cravings मत खाओ क्यों खाना है मैंने एक ज़माने में वो apps delete भी कर दिये थे फोन से ordering वाले क्योंकि it's like it was coming in the way of my अब इस एंडिक्शन एंड्रेट पर सेंटिंग लोग आपको पता था यह खाना भी आएगा बहुत ज्यादा स्ट्रॉंग और आई बिलीव कि घर पर प्रोसेस खाना जितना कम ला सके उतना कम लाइए एनिथिंग ऐसा नहीं थी तो आपको है ओके बहुत मजा आया आपके साथ बात कर दो भी बहुत मजा आया थैंक यू रनवीर एंड आप यू नो एक एक एक खुबी होनी चाहिए किसी में कि जो आपके सामने बैठा है जैसे कि आप मैं आपके सामने बैठी हूं तो किस तरह से मुझे कंफर्टेबल करें और किस तरह से मेरे अंदर की जो चीजें हैं बाहर आनी चाहिए आई थिंग वह आपने बहुत बड़ी कला है बहुत बड़ी खूबी है वह जो कि सब में नहीं होती और मेरे अंदर जो है जो भी मैं सबसे शेयर आपने बहुत अच्छे से सब क्वेश्चन पूछा और मैं बहुत अच्छा हूँ तांक यू मैम, वी एंजॉइड इट अलोट बहुत कुछ सीखा इस पॉडकास की शुरुवात हुई थी आज विमिन्स स्पेशल एपिसोड अगली बार हम उस टॉपिक को अड्रेस करेंगे तो एस्पेशली फ़ॉर दो लेडीज वाचिंग इस कोई मेसेज है बिकुस माई परसल मेसेज है कॉमेंट्स में ये बता दो कि क्या क्या जानना है रिमेंस हेल्थ के बारे में उस इसाब से हम एपिसोड को डिजाइन करेंगे तो एनी मेसेज फॉर विमेन एस्पेशली तो विमेन के लिए क्या होता है कि वो उनकी लास्ट प्रायरिटी होती है और उनको ये समझ नहीं आता कि वो अनपुर्णा होती है बिकोस वो ही घर का सारा नुट्रिशन देखती है उनी के उपर सारा दारों मदार होता है और उनकी हर एज के नीड्स अलग होती है फैट डायेट्स इंटरनेट से देखके बिलीव नहीं करना चाहिए जब तक साइंस से उसका बैकिंग न हो और मैंने देखा है कि वो लोग ड्रॉप अफ आहेड की हाँ मैं दूध छोड़ दूँगी हाँ मैं गेहू छोड़ दूँगी ऐसा नहीं करना चाहिए और एक्सरसाइस पर जरूर ध्यान देना चाहिए सब तो exercise पे जरूर ध्यान देना चाहिए, ऐसा जरूरी नहीं है कि women should not do weight training, उनको भी weight training करना चाहिए, but not for muscle building, for muscle sustenance, muscle को sustain करने के लिए, या pilates, या yoga, but अपने exercise पे ध्यान देके, अपने शरीर पे ध्यान देके, they should try to आप दी एम टू लिव टिल वाटेबर एज़ एटी नाइटी हंड्रेड वाटेबर हैस बिन रिटेन एस थे कॉंटिटी द क्वालिटी बहुत अच्छी होनी चाहिए तो मैं अपने हर क्लाइन को एक ही बोलती हूं आपका एक ही यह मैं यह हमारा एम है आपके लिए कि 20 साल की उमर तक बिना लकड़ी के आप चलो वही हमारा एम है वह आई होप कि लोग यह वाला एपिसोड अपने मम्मी के साथ बैठ कर देखें सोवन मैम थैंक यू वीवर सीवेइट वे सून टीआरस थैंक अ तो दोस्तों ये था आज का podcast सुमन मैम लोट कर आएंगी एक women special definitely बनाने वाले हम अगली बार सुमन मैम के साथ आपके सवाल comment section में छोड़िये we want to learn about what your problems are उन सारे problems को हम address करेंगे next time मैम बहुत ही जल्द लोट कर आएगी TRS पर तब तक उनके website उनके products भी check out कीज़े और level super mind बियर बाइसेप्स की खुद की माइंड परफॉर्मेंस आप को भी चेक आउट कीजिए भर भर के होम वर्काउट्स डालें उस आप पर मेरिटेशन्स डालें, स्लीप स्टोरीज ताकि आपके स्लीपिंग के वक्त आपकी हेल्प हो जाए सारी चीजों का एक लाइफस्टाइल ओरियंटर्ड उस आप को हमने लिंक किया है नीचे और अंटर नेक्स टाइम गाइस TRS विल बैक वेरी सून सीखते जाएए ग्रो करते जाएए और fat loss बरकरार रखें