है एवरीवन वेलकम तू मी चैनल आई एम साहनी और आज मैं आपको पढ़ाऊंगी क्लास 12 पॉलीटिकल साइंस का चैप्टर तू कंटेंपरेरी सेंटर्स ऑफ पावर ठीक है ये जो चैप्टर है जिसे हो सकता है अगर आपके पास पुरानी एडिशन की बुक हो तो उसमें ये चैप्टर फोर पे ए रहा है अल्टरनेटिव सेंटर्स ऑफ पावर में बट अब हमारी जो बुक है ना वो रिप्रिंट हो गई है 2013 24 का जो है नया एडिशन ए गया है तो नए एडिशन में अब हमारा ये चैप्टर तू बन गया है और इसका नाम हो गया है अब क्या कंटेंपरेरी सेंटर्स ऑफ पावर अंदर चैप्टर की बिल्कुल से है तो अगर पुरानी बुक से भी पढ़ो तो कोई दिक्कत की बात नहीं है और अगर आप मेरे चैनल से वीडियो देख रहे हो तो एनसीईआरटी को दो बाद में देखना मैं जो पढ़ा रही हूं आप उसको जो है अच्छे से पढ़ लो पूरा चैप्टर आपको समझ में ए जाएगा अगर आपको लेटेस्ट एडिशन की बुक चेक करनी है तो उसका लिंक मैं डिस्क्रिप्शन बॉक्स में पेस्ट कर दूंगी पीएफ डाउनलोड कर लेना वहां से आपको हेल्प मिल जाएगी पुरानी बुक है तो कोई दिक्कत की बात क्योंकि टेंशन लगी मेरी बुक में चैप्टर नहीं है यह वही चैप्टर है जो आपकी बुक में शायद नंबर फोर पे हो और ये आप चैप्टर तू बन गया नाम है इसका सेंटर ऑफ पावर और बहुत आसन सा चैप्टर बहुत जल्दी खत्म हो जाएगा ठीक है तो सबसे पहले चैप्टर के नाम को समझते हैं हम जैसे हम हमेशा करते हैं की भाई चैप्टर पढ़ने से पहले उसका नाम समझना चाहिए इस चैप्टर का नाम है कंटेंपरेरी सेंटर्स ऑफ पावर कंटेंपरेरी मतलब होता है आज के समय पे ठीक है जो प्रेजेंट जमाना चल रहा है उसकी सेंटर्स ऑफ पावर मतलब की हम अलग-अलग पावरफुल कॉन्ट्रियों के बड़े में पढ़ेंगे जैसे की जो हमारा पहले चैप्टर था जिसका नाम था था एंड ऑफ बाइपोलरिटी जिसे उसमें हमने एक ऐसी सिचुएशन पड़ी थी की भाई वर्ल्ड वार 2 के बाद क्या हुआ था वर्ल्ड वार 2 के बाद कोल्ड वार चल गया था जिसमें हो गई थी बाइपोलरिटी की सिचुएशन और बाइपोलरिटी में दो सुपर पावर थी एक यूएसएसआर और एक उस ठीक है फिर हमें पता चला की भाई पोलैरिटी खत्म हो जाति है और पुरी दुनिया में बस एक सुपर पावर बैक जाति है जो बन गई थी हमारी ये यू एस ए तो हमारे दुनिया में ना बहुत समय ऐसा चला था जो अपना अमेरिका एक ही सुपर पावर बैक गई थी सो गए यूनियन उस साथ तो खत्म हो चुका था तो अमेरिका ना बहुत पावरफुल माना गया ये तो अपनी इतनी जो है अमेरिका अपनी डोमिनेंट दिखता था हर जगह पर अमेरिका से वो मोहल्ले के दो दो थे ठीक है भाई एक दो निकाल गया तो भाई एक दो बच्चा तो वो अपनी दादागिरी ज्यादा दिखाएगा ना ऐसा कुछ हमारे वर्ल्ड में सिचुएशन चली थी बहुत समय तक 1991 के बैजेस यूएसएसआर के इंटीग्रेटेड होने के बाद से ठीक है बट अब धीरे-धीरे फिर जमाना बदलते है वो जैसे-जैसे जमाना बदलना शुरू होता है तो नई-नई और कंट्रीज आई हैं जिसको हम का सकते हैं एक मल्टीपोलर वर्ल्ड मल्टीपोलर वर्ल्ड का भी मैंने आपको मीनिंग बताया था पॉलीटिकल साइंस के स्टूडेंटों का मतलब आपको पता होना चाहिए मल्टीपोलर वर्ल्ड मतलब की हमारे दुनिया में बाइपोलरिटी ना हो की दो सुपर पावर है ये यूनीफामिटी ना हो की बस एक सुपर पावर है मल्टीपोलर वर्ल्ड में बहुत साड़ी कंट्रीज होती हैं जो पावरफुल होती है तो कंटेंपरेरी सेंटर्स ऑफ पावर यहां पे एक मल्टीपोलर वर्ल्ड के बड़े में ही पढ़ोगे की आज के जमाने में कौन-कौन सी ऐसी कंट्रीज है जो बहुत ताकतवर है सिर्फ अमेरिका ही ताकतवर नहीं है और भी बहुत साड़ी कंट्रीज है जो बहुत ताकतवर है उनके बड़े में आप जानोगे सबसे पहले आप जानोगे इसके बड़े में ए यू अब आप खाओगे ये कौन सी कंट्री है भाई यू हमने तो कभी नहीं सनी हां तो गाइज ए कंट्री नहीं है ये ग्रुप ऑफ कंट्रीज है कभी-कभी कोई कंट्री सोचनी है की भाई हम अकेले तो अमेरिका का जो है सामना नहीं कर सकते हम अकेले तो बहुत ताकतवर नहीं हो सकते तो क्यों ना यूनिटी में चलते हैं ऐसा ही आई यू यू की फूल फॉर्म में यूरोपीय यूनियन यूरोप की बहुत साड़ी कंट्रीज ने मिलकर कर था उन्होंने अपना एक ग्रुप बना लिया और कहा की हम सभी खट्टे हैं हम सब एक हैं ठीक है अपना ये ग्रुप बनाएं और कहा की भाई हम जो है एक साथ एक अपनी एक दूसरे को इन्होंने अपनी पॉलिसी बनाई और इन्होंने यू फॉर्म कर यूरोपियन यूनियन तो अमेरिका को टक्कर देने के लिए और दुनिया में एक और पावरफुल हमारे पास क्या आया एक ऑर्गेनाइजेशन है जिसका नाम था यू ठीक है तो इस चैप्टर में आप क्या पढ़ोगे अलग-अलग पावरफुल पावरफुल कंट्रीज के बड़े में ही नहीं पावर फोर पावरफुल ऑर्गेनाइजेशन या ग्रुप के बड़े में भी जिम अलग-अलग कंट्री है साथ ही ठीक है दूसरा एक बहुत पावरफुल ग्रुप के बड़े में आप यहां पढ़ोगे जिसका नाम है एशिया जिसमें जो है साउथ ईस्ट एशिया की कंट्रीज आई है जहां वो है ना जहां पे थाईलैंड है वो तो वह वाला जो एरिया है हमारा जहां पर थाईलैंड है फिलिपींस है ये वाला एरिया ठीक है और तीसरा आप पढ़ोगे चीन के बड़े में क्योंकि भैया चीन भी बहुत ताकतवर देश है आज के जमाने में ठीक है तो ये चैप्टर का नाम है कंटेंपरेरी सेंटर्स ऑफ पावर यानी की कंटेंपरेरी शब्द में कौन सी बहुत पावर कंट्रीज है और कौन-कौन से पावरफुल कंट्री है जैसे की बुक में हमें बता रखा है जापान जापान में बहुत ज्यादा एक पावरफुल कंट्री है इकोनामी विजय देखो ये इनके टेक्नोलॉजी विजय देखो फिर आप साउथ कोरिया के बड़े में भी पढ़ोगे साउथ कोरिया भी एक राइजिंग सेंटर ऑफ पावर है काफी स्ट्रांग हो रही है कंट्री के पॉप के ड्रामा नहीं वैसे भी जो है ये कंट्री काफी स्ट्रांग हो रही है इकोनॉमिकली भी और ये अच्छे तरीके से अपना डेवलपमेंट करें एवं इंडिया इसे अलसो न्यू सेंटर ऑफ पावर रसिया में न्यू सेंटर ऑफ पावर है बट अभी आज की वीडियो में हां अपनी पुरी एनसीईआरटी पढ़ेंगे एनसीईआरटी में हमें कितने न्यू सेंटर ऑफ पावर बताया नहीं पावरफुल कंट्री कोई पेचीदा मत करो चैप्टर को इस चैप्टर में क्या पढ़ना है भाई नई पावरफुल कंट्री है कौन-कौन सी है पहले एक कंट्री नहीं है ग्रुप ऑफ कंट्रीज है यू दूसरा भी कंटिन्यू ग्रुप ऑफ कंट्रीज है एशिया तीसरा चीन नॉर्थ कोरिया बस चलो शुरू करते हैं अपने चैप्टर को सबसे पहले पढ़ेंगे हम यूरोपियन यूनियन के बड़े में ए यू के बड़े में और यू आखिर में बना गया था एक बार ये वीडियो को पॉज करके ये यूरोपियन यूनियन के आज के समय के सारे मेंबर्स पढ़ लो ये सब कंट्रीज आज के समय हमें भी यू की मेंबर है ठीक है ये सब कंट्रीज यूरोपीय यूनियन की मेंबर है और आज से चार-पांच साल पहले तक ब्रिटेन जो है जैसे हमारे ऊपर आपकी कल इंडियन रूल कर रहा था वो भी यू का मेंबर था अब नहीं है रे एग्जिट बोला जाता है उसको ब्रिटेन ने यू को लीव कर दिया था ये आपकी जनरल नॉलेज के लिए क्वेश्चन अगर पता है ब्रिटेन में यू को कब छोड़ था तो बता देना अब समझते हैं हम ये यू है क्या और आखिर में ये यूरोपियन यूनियन की कंट्रीज जो है जिसमें जर्मनी भी ए रहा है फ्रांस भी ए रहा है इन्होंने यू बनाया क्यों क्यों इन्होंने अपना एक ग्रुप बनाया है ये जानेंगे इन्होंने यू क्यों बनाया था तो आपको याद होगा की 1940 5 में ना वर्ल्ड वार खत्म हो गया था वर्ल्ड वार 2 तो वर्ल्ड वार 2 में ना यूरोप यूरोप कॉन्टिनेंट दे तो एक ही होगा आपने यूरोप कॉन्टिनेंट की बहुत साड़ी कंट्री आई है जैसे की अगर मैं बताऊं तो वर्ल्ड वार 2 में थी और एक एलाइड फोर्सेस थी ठीक है एलाइड फोर्सेस में था ब्रिटेन फ्रांस उस और यूएसएसआर ठीक है इटली जर्मनी जापान अब इनमें से अगर आप देखोगे तो ब्रिटेन बी यूरोप में था ठीक है फ्रांस भी यूरोप में था इटली भी और अपने था अभी भी है मतलब और जर्मनी भी ये चारों कंट्री कहां पे है वर्ल्ड वार 2 के टाइम पे ये आपस में दुश्मन की और चारों यूरोप में है अब इन्होंने इतना भयंकर वार कर उसका इनकी कन्वे पे बहुत असर पड़ा अगर कोई वार होता है तो कहते हैं कंट्रीज की इकोनामी 10 साल पीछे चली जाति है और उन्होंने तो वर्ल्ड वार कर था तो ये यूरोप कॉन्टिनेंट में वर्ल्ड वार 2 के बाद बहुत ज्यादा इफेक्ट आया इनकी इकोनामी बहुत गिर गई लोग बहुत गरीब हो गए रोटी खाने तक के पैसे मिलते महंगाई बाढ़ गई पता है ब्रेड ब्रेड खरीदने के लिए भी ऐसे डब्बे भर के अटैचियां भर भर के पैसे ले जान पढ़ते थे इतनी महंगाई इनके आप पैसे की मतलब वैल्यू बिल्कुल खत्म हो गई थी ऐसे ही हालात इनकी हो गई थी तो इन्होंने क्या कर सोचा की भाई अब हम अपनी दुश्मनी छोड़ते हैं एक दूसरे के दोस्त बनते हैं एक दूसरे की मदद करेगी क्योंकि हमें खुद को बाधवाना है ठीक है तो इसलिए इन्होंने ए यू बनाई थी ठीक है तो यह यही लिखा है तो आप पढ़ के अपनी बुक के हिसाब से तो यही चीज आपको हम बता रहा है की 1945 के बाद वर्ल्ड वार 2 के बाद यूरोप के जो ये कंट्रीज थी इनकी इकोनामी में बिल्कुल खराब हो चुकी थी डिस्ट्रक्शन हो चुकी थी अब इनको फैसला लेना था की अब ये अपना इकोनामी अपने स्ट्रक्चर को कैसे संभालेंगे आपसे दुश्मनी भूल के नए तरीके से अपनी कंट्रीज को बढ़ावा कैसे देंगे ठीक है तो सबसे पहले तो इनकी कंट्रीज की इकोनामी और इनका इंटीग्रेशन ये समी थी 1945 के बाद कोल्ड वार की वजह से कोल्ड वार से ये काफी संभल पाएंगे क्यों संभल पी थी क्योंकि कोल्ड वार में क्या हुआ था उस ने अपना एलियंस बना लिया था और यूएसएसआर ने अपना तो बहुत साड़ी वेस्ट यूरोप की कंट्री उस की तरफ चली गई थी इस यूरोप से आगे बन गई थी अब चले वरना गैंग में जाना उनका मेंबर बन जान का मतलब ये था की जब ये उस के साथ कुछ कंट्री रहेगी तो उस इनकी फाइन एक्चुअली मदद करेगा जो उस के पास गई है तो उस साथ ये तो सुपर पावर थे ना तो ये उनकी मदद करते थे तो उनको काफी मिली उससे दूसरा अमेरिका इन कंट्री है पहले मुसीबत में डालता है फिर मुसीबत से बाहर निकालना आता है तो अमेरिका फाइनेंशली मदद करता है यूरोप की कंट्रीज की बाइक गिविंग डेम लोन और इस चीज को ही कहा जाता है मार्शल ग्लैंड तो उनकी इकोनामी को रिवाइज करने के लिए अमेरिका उन्हें लोन देता है ऑलमोस्ट 13 बिलियन डॉलर्स और पता नहीं आप एग्जैक्ट अमाउंट चेक कर सकते हो नेट पे कितनी है कल लोन देता है अमेरिका इन कंट्रीज को और कहते हैं तो मुझे बाद में चुका देना अभी तुम अपनी इकोनॉमिक्स संभल लो और उस अपना नेटवर्क भी बनाता है वही इनके गैंग का नाम नेट था उस के जैसे यूएसएसआर के अवार्ड शो था तो नाटो की भी मेंबर जब इनकी कुछ कंट्रीज बन जाति है तो इनको मदद मिलती है अपनी एक और इनको अपने स्ट्रक्चर को संभालने की ठीक है तो इस तरीके से तो ये अपना थोड़ा संभाल संभालती है ये वर्ल्ड वार 2 के बाद तो बिल्कुल एक इकोनामी गिर गई थी फिर ये धीरे-धीरे कोशिश करती है की भाई हम अपनी दुश्मनी भूल के अपना एक यूनियन बनाएंगे जिसको हम बोलेंगे यूरोपियन यूनियन तो सबसे पहले आप यहां पर देख सकते हो ये करंट मेंबर्स है यूरोपियन यूनियन ठीक है फिर से देख लो एक बार पहले भी दिखता है ये सब यूरोपियन यूनियन के मेंबर्स हैं स्टार्टिंग में ब्रिटेन भी यूरोपीयन यूनियन का मेंबर था तो ये सब कंट्रीज ने अपनी यूरोपियन यूनियन बनाई बट ऐसा नहीं होता की पहले दिन जाके कहा भैया एक यूरोपियन यूनियन बनाते हैं धीरे-धीरे स्टेप बाय स्टेप यूरोपियन यूनियन बंटी है तो रिओपन यूनियन बने का फॉर्मेशन का पूरा टेबल बंता है एग्जाम में क्वेश्चन आएगा कैसी यूरोपीय यूनियन बनी थी तो फर्स्ट स्टेप इनके बने का था वो था ओ आई सी यानी की मास्टर प्लेन के अंदर में मास्टर प्लेन क्या था जब अमेरिका ने लोन दिया अब जब अमेरिका ने इन सब कंट्रीज को लोन दिया था तो इनके जिम्मेवारी थी की ये मिल के उसे रूम को चुकाएंगे तो उसके लिए सबसे पहले अंदर डी मार्शल प्लेन की अपनी एक ऑर्गेनाइजेशन बनाते हैं यूरोपियन इकोनामिक कोऑपरेशन की की इकोनामी में एक दूसरे को कॉरपोरेट करेंगे और ये बंटी है 1948 में तो 1948 में सबसे पहले ये ओ ए ए बनाते हैं तो यहां पे आप लिख लो ये बन रहा है 1948 में फिर ये जो थी ये क्या था ये एक प्लेटफॉर्म मैंने प्रोवाइड कर था की वहां बैठ के यह ट्रेड और इकोनामिक इश्यूज पर बातचीत करेंगे ठीक है उसके बाद यह काउंसिल ऑफ यूरोप बनाते हैं 1949 में तो यहां लिख लो काउंसिल ऑफ यूरोप बन जाता है 1949 में और काउंसिल ऑफ यूरोप इनका पॉलीटिकल कॉरपोरेशन की तरफ एक्सप्रेस एक कम था की अब एक दूसरे को पॉलिटिकल भी हम एक दूसरे की मदद करेंगे अपनी एक आम पॉलिसीज बनाएंगे पॉलीटिकल जी तरीके से हम अपनी कंट्रीज को चलाएंगे और एक दूसरे की हेल्प करेंगे ठीक है दें फाइनली ये 1957 में एक और इकोनामिक एक दूसरे को इकोनॉमिकली सपोर्ट करने के लिए ये एक और एक अपनी कम्युनिटी बनाते हैं इकोनामिक इंटीग्रेशन करने के लिए क्या ये उसका नाम यूरोपियन इकोनामिक कम्युनिटी तो इसको क्या बोलेंगे हम यूरोपियन इकोनामिक कम्युनिटी और ये कब बन गई है 1957 में तो ये धीरे-धीरे चल रहा है फ्रेंड्स को धीरे-धीरे बड़ा रहे थे ठीक है अब ये जो है यूरोपियन पी है मैं भी बना लेते हैं फिर अपनी यूरोपियन पार्लियामेंट अब आप सोचो पता है ये क्या करने हैं बेसिकली ये अब यूरोपियन इकोनामिक कम्युनिटी का मतलब क्या हुआ भाई ये अपने मार्केट को जॉइन कर रहे थे है की हमारे जितने भी देश है हम सब हमारा जो मार्केट होगा हमारे यहां जो ट्रेड होगा उसे पर हम एक दूसरे से कब टैक्स नहीं लेंगे फ्री मूवमेंट करेंगे गुड्स की ठीक है कैपिटल की फ्री मूवमेंट हो जाए इस तरीके से एक दूसरे को हेल्प कर रहे थे की हम सब इकोनामी अपनी मिल के बढ़ते हैं आपस में एक दूसरे से टैक्स नहीं लेते रहेंगे हम लोग हम आपस में एक दूसरे से टैक्स नहीं लेंगे की इंटरनेशनल अपने लिए मार्केट बनाते हैं और बाहर की कंट्रीज को फिर हम टक्कर देंगे हम अपना ट्रेड बनाएंगे ठीक है तो इस तरीके से ये एक दूसरे को इकोनॉमिकली सपोर्ट कर रहे थे अगर पॉलिटिकल सपोर्ट की बात करो जैसे इन्होंने पार्लियामेंट बना ली है पॉलीटिकल कॉरपोरेशन तो ये हमेशा जब ये पूरा ग्रुप इनका बन गया था तो ये क्या करते थे पॉलीटिकल स किसी और कंट्री से डील करना तो पहले सोचते थे आपस में बैठ के फिर उससे डील करते हैं ठीक है अब इन्होंने इतने तो कोशिश कर ली थी अपनी फ्रेंडशिप को बढ़ाने के लिए फाइनली क्या होता है जब सोवियत यूनियन 1991 में टूट जाता है डिसइंटीग्रेट हो जाता है तो इनका यूरोपियन यूनियन बने का जो सिस्टम चल रहा था वह फास्ट ट्रैक क्यों क्योंकि भैया अब पूरे वर्ल्ड में क्या हो गया था इनका उसे दिखे गया की भाई अब तो एक ही मोहल्ले का दो बच्चा है यानी की दुनिया में बस अभी डॉ बच्चा है वो कौन था अमेरिका उस आरटीओ इंटीग्रेटेड हो गया था तो इन्होंने रखा वैसा ना हो की अमेरिका ही अपनी दादागिरी करनी शुरू कर दिया अमेरिका ये हमें दबाना शुरू कर दी तो क्यों ना हम सब जो अभी धीरे-धीरे धीरे-धीरे फ्रेंडशिप में अभी एक दूसरे को जान लिया हम अपना ग्रुप बना लेते हैं और पूरे वर्ल्ड को बता देते हैं अब से हम एक है तो इन्होंने क्या कर 1992 में फाइनली यूरोपीय यूनियन एस्टेब्लिश हो जाति है और इस यूरोपियन यूनियन का एक स्लैब बंता है ये देख लो इनके जो है पूरे अपने मेंबर्स बन जाते हैं ये ऐसा फ्लैग बनाते हैं ब्लू कलर का उसके ऊपर ये गोल्ड के 12 स्टार लगाते हैं सर्किल के अंदर जो दिखता है की हम सब एक है हम यूनिटी में सर्किल यूनिटी का सिंबल होता है ना तो ये दिखाई हैं हम यूनिटी है हमारी अंदर इसलिए ये अपनी यूरोपियन यूनियन बना देते हैं तो सोवियत यूनियन होते हैं इनका ना फास्ट ट्रैक हो जाता है सिस्टम की भैया यूरोपियन यूनियन अभी बना लेते हैं अपनी और ये अमेरिका ए जाएगा फिर हमारे करने के लिए अभी हम इस दिखाई की हम भी एक है ठीक है तो यह अपनी यूरोपीय यूनियन 1992 में बना लेते हैं और यूरोपियन यूनियन बनते ही ये क्या बोलते हैं की अब हम अपनी आम फॉरेन सिक्योरिटी पॉलिसी रखेंगे फौरन सिक्योरिटी पॉलिसी क्या होता है देखो गैस अब हम अपने कंट्री की बात करें तो इंडिया रसिया से कैसे रिलेशन रखेगा चीन से कैसे रिलेशन रखेंगे हम ठीक है क्योंकि चीन के साथ हमारे बॉर्डर डिस्प्यूट भी है पाकिस्तान के साथ कैसे होंगे नेपाल के साथ कैसे होंगे हमारे रिलेशंस हम खुद डिसाइड करते हैं हमारी कंट्री की गवर्नमेंट डिसाइड करती है की हम बाहर के देश से कैसे डील करेंगे इन्होंने कहा की हम आम फॉरेन सिक्योरिटी पॉलिसी रखेंगे जैसे की इनके जो मेंबर है फ्रांस से जर्मनी है जब भी इन्हें डिसाइड करना होगा की ये बाहर के देश से कैसे डील करेंगे तो पहले कठे बैठ के बात करेंगे फिर रखेंगे अपना कोई पॉलिसी ठीक है कॉरपोरेशन और जस्टिस एक दूसरे में भी अगर कभी लड़ाई हो गई तो हेल्प करेंगे कोशिश करेंगे की बटन को उलझा ले ऐसा नहीं जर्मनी फ्रांस वार करना शुरू कर देना एक दूसरे को कॉरपोरेट करेंगे ठीक है अफेयर्स पर भी और जस्टिस भी कंट्रीज के अंदर लाने की कोशिश करेंगे ठीक है और डी क्रिएशन ऑफ सिंगल ई सबसे बड़ा कम जो यूरोपीय यूनियन में ये करते हैं अपनी इकोनॉमिक्स बहुत कर रहे थे ना ये की हम इकोनॉमिकली कॉरपोरेट करेंगे तो भाई ये सबसे बड़ा कम क्या करते हैं ये एक करण सी बना देते हैं आपको पता होगा यूरोप की बहुत साड़ी कंट्रीज में एक ही ई चलती है यूरोप ठीक है तो ये वो क्यों करते हैं अपने इकोनॉमिक्स करने के लिए ये सब एक ई चला देते हैं जैसे हमारी इंडिया की ई रुपीज अमेरिका के डॉलर है चैनल की अलग है पाकिस्तान के अलग है और जो है ये भूटान की अलग होगी और जापान की अलग होगी हर कंट्री की ई अलग अलग है ये बहुत साड़ी कंट्री अपनी सिंगल ई बनती है अब सिंगल ई है तो आराम से लोग इधर से उधर जाएंगे तो उन्हें कोई एक्सचेंज नहीं करना और भी बहुत फायदे में मिले उससे इनकी ई बहुत स्ट्रांग हो गई डॉलर की टक्कर की हो गई इन फैक्ट डॉलर से भी बढ़िया हो गई कहानी ना कहानी तो ये सिंगल ई इन्होंने बनाई तो इन्होंने अपनी यूनिटी बनाई सो डेट ये अमेरिका को भी टक्कर दे पे क्योंकि अब क्या हो गया था ग्रेट हो गया तो भाई अमेरिका यह एक सबसे ताकतवर बैक गया था तो इन्होंने अपना एक ऑर्गेनाइजेशन बना ली प्रॉपर ठीक है अब यह देखो आप दरी ओपन यूनियन हज इवॉल्वड ओवरटाइम इकोनामिक यूनियन तू एन पॉलीटिकल वन धीरे-धीरे यह सिर्फ इकोनामी पे नहीं रहे इन्होंने खुद को एक ऐसा नेशन दिखाना शुरू कर दिया जैसे सोवियत यूनियन था ना उसे टाइप से थोड़ा सा इन्होंने दिखाए खुद को की हां हम सब एक देश ही है एक टाइप से कुछ-कुछ ये छह रहे थे ऐसा हो जाए और ये पता है क्या करती है अपनी कॉन्स्टिट्यूशन भी बनाने की कोशिश करते हैं बट वो अटेम्प्टिंग का फीलिंग एक बार कोशिश करते हैं की अपना एक कन्फ्यूजन बना ले अब भाई कॉन्स्टिट्यूशन बन जाता है तो एक देश टाइप भी मां लिया जाता है इनको की भाई हां यह भी एक देश टाइप ही हो गया है इन्होंने अपनी ऑर्गेनाइजेशन के कॉन्स्टिट्यूशन गाने की कोशिश कारी तो वो टेंपरिंग का फेल हो जाता है क्योंकि सब लोग नहीं चाहते थे और फाइनली जो है ये यूरोपियन यूनियन के पास अभी अपना एक फ्लैग है अपना नेशनल एंथम भी है ठीक है और अपना एक फ्लैग भी है प्रॉपर ब्लू वाला ये जो आपको दिखाए फाइंडिंग डेट है की हां ये सेलिब्रेट करते होंगे इनका फाइंडिंग डेट पे और ई ठीक ठीक है आईटी इस अलसो सम फॉर्म ऑफ आम फॉरेन सिक्योरिटी पॉलिसी कुछ इनके आम फॉरेन सिक्योरिटी पॉलिसी है यानी की कुछ इन्होंने लिख रखा है की ये सारे दोस्त मिलकर कैसे बाहर की कंट्री हो से डील करेंगे ऐसा नहीं है की अगर इनके किसी एक दोस्त पे किसी कंट्री ने अटैक कर दिया तो ये जाके उसके दोस्त बन जाएंगे नहीं ये अपने दोस्त का साथ देते थे ठीक है जब ये यूरोपियन यूनियन बना था तो सोवियत यूनियन की भी बहुत साड़ी कंट्री डिसइंटीग्रेट हो गई थी तो इन्होंने क्या किया था जो इस थे यूरोप की कंट्री इनके गैंग से बाहर आई थी उनको भी जाके बोला आओ हमारे मेंबर बन जो जैसे की आज के समय पे शेक रिपब्लिक जो है जो है शेक रिपब्लिक यू का मेंबर है वो प्रेग्नेंट का पहले जमाने में सेक्स और वाक्य नाम की ये पूरे कंट्री होती थी यह यूएसएसआर के एलाइंस के मेंबर थे फिर इन्होंने पहले अपना पूरा सिपरेशन बन गया यू की मेंबर है तो इस तरीके से इन्होंने स्टेटस को जाकर कहा की आप यूरोपीय यूनियन में आओ अभी जो है ये यूरोपियन यूनियन बन्ना गाइज इतना आसन भी नहीं था क्योंकि यूरोपियन यूनियन की जो कंट्री थी उनकी जनता को पसंद नहीं था की हम अपने आम तरीके से अपनी गवर्नमेंट को चलाएं आप खुद सोचो की अगर मैं आपको बोलूं की एक एशिया यूनियन बन रही है उसमें पाकिस्तान चीन नेपाल भूटान साड़ी कंट्रीज होगी और हमें अपनी कुछ पावर जो है हम उनके बनाए हुए डिसीजंस को मानेंगे जो एक फॉरेन गवर्नमेंट बनाएंगे एशिया यूनियन के गवर्नमेंट तो हम भी कहेंगे नहीं भैया हमेशा उनकी गवर्नमेंट नहीं सनी है हम जो है इंडियन गवर्नमेंट जो रूल बनाएंगे हम तो वो जाएंगे क्योंकि उसमें हमारे लीडर्स बनेंगे हम फॉरेन लीडर से बनाई हुई रूल्स क्यों मानेंगे एग्जकताली कहानी ना कहानी यूरोपीय यूनियन की कंट्रीज के धंधा में भी होता है उन लोगों को अच्छा नहीं लगता है की उनकी कंट्री की जो पावर है वो यू को दे दीजिए वो कहता है भाई जर्मनी वाले कहेंगे हमें हरि गवर्नमेंट ही हमारे लिए फैसला लगी हम नहीं चाहेंगे की यू जो उन्होंने इंटरनेशनल गवर्नमेंट बना राखी है अपनी वो हमारे लिए फैसला अबाउट इंक्लूडिंग सम न्यू कंट्रीज विद डी ए यू अब उसमें भी बात होती है की भाई ये यू में अगर नए मेंबर को जोड़ें तो किस बेसिस पे आप जोड़ोगे और जो डेट इस पे भी लोग कई बार जो है इनकी आप से सहमति नहीं होती है ए यू की जो है आप फाइनली अब हम बात करेंगे यू के अकाउंट में पॉलीटिकल सोशल इन्फ्लुएंस के बड़े में क्योंकि मैंने आपको एक सुपर पावर है एक सुपर नेशनल ऑर्गेनाइजेशन है काफी ज्यादा ताकतवर है तो प्रैक्टिकल देखेंगे की कितनी पावरफुल है इकोनॉमिक्स तो सबसे पहले यू की इकोनामिक इन्फ्लुएंस पढ़ने हैं एग्जाम में डायरेक्ट क्वेश्चन आएगा तो देख लो इकोनॉमिक्स की बात करें तो वर्ड्स की सेकंड बिगेस्ट इकोनामी है अमेरिका के बाद सेकंड नंबर पे अकाउंट में इनकी आई है 2016 में इनका जीडीपी था मोर दें डॉलर 17 ट्रिलियन ठीक है अब इनकी जो ई है वो भी बहुत बड़ा थ्रेड पोस्ट करती है उस डॉलर को नेक्स्ट जो है इनका जो वर्ल्ड में शेर है ट्रेड का वो उस से भी तीन गुना ज्यादा है और तीन गुना ज्यादा क्यों क्योंकि कितने सारे मेंबर हैं हर कंट्री ओवर ट्रेड में ला लोग तो वो अमेरिका से तीन गुना ज्यादा हो जाता है और उसका इन्हें फायदा मिलता है की जब भी वर्ल्ड में कोई डिसीजन लिया जा रहा होता है ट्रेड के ऊपर तो इनकी बात मनी जाएगी क्योंकि इनका ट्रेड सबसे ज्यादा होता है तो एक वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन है उसमें बहुत फैसला लिए जाते है वर्ल्ड फैट के ऊपर की कितने तारीफ टैक्स लगेंगे इंपॉर्टेंस के ऊपर कैसे जो है मूवमेंट होगा गुड्स का तो जब भी कोई डिसीजन लिया जाता है तो जो है इनकी बात मनी जाति है क्योंकि इनका ट्रेड सबसे ज्यादा है तो ये इनका प्लस पॉइंट राहत है ठीक है अब इनकी जो इतनी इकोनामिक पावर है क्योंकि इतने ट्रेड रेड करते हैं तो ये एशिया के ऊपर एशिया मार्केट जो हैं हमारे वहां भी इनकी इन्फ्लुएंस और अफ्रीका में भी ये ला के हमारे अपना फॉरेन गुड्स जो है बेचते हैं हमारे यहां पे लेक यू अलसो फंक्शंस इंपॉर्टेंट ब्लॉक इन वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन उनका ट्रेड अच्छा खास है तो वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन जिन्होंने शक थेरेपी लगे थी ना मैं वहां जाके सो गई थी उनमें तो इनके काफी चलती है वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन में तो इनकी इकोनामिक इन्फ्लुएंस है पॉलीटिकल इन्फ्लुएंस की अगर बात करें तो इनके कुछ समय पहले तक दो मेंबर उन सिक्योरिटी काउंसिल के पार्ट थे अभी आप चैप्टर फाइव में पढ़ोगे उसमें उन सिक्योरिटी काउंसिल में पांच परमानेंट मेंबर होते हैं जिन पर एक वीटो पावर होते हैं जो कटे ही बेहतरीन होती है वीटो पावर में क्या होता है की भाई अगर सब लोग जो डिसीजन ले रहे हैं अगर पांच में से एक मेंबर ने भी वीडियो कर दिया तो वो बात नहीं मनी जाएगी डिटेल में आप बाकी वाले चैप्टर में पढ़ाऊंगी मैं आपको एक्जेक्टली तू तो भाई इन वीटो मतलब है की तुम्हारे खिलाफ डिसीजन अगर होने वाला है तो तुम वे तो कर डॉग तो वो नहीं होगा और ये ऐसी पावर्स पुरी दुनिया में से 5 कंट्री पे है जो परमानेंट काउंसिल के मेंबर है फ्रांस ब्रिटेन चीन रसिया और उस ये पांचो है अब कुछ समय पहले तक तो फ्रांस और ब्रिटेन दोनों ही यूके मेंबर थे तो इन बिल दो जाने थे अपने वीटो करने वाले हैं अब ब्रिटेन तो चला गया यू में से बट फ्रांस अभी भी वहां पे परमानेंट सीट लेक बैठा है ठीक है तो इनके पास वीडियो तक की पावर है और बहुत सारे नॉन परमानेंट मेंबर भी इनके सिक्योरिटी काउंसिल के मेंबर होते हैं जो यू जो है वो उस की पॉलिसीज को कई बार ना जैसे अपने मनमानी करो तो कहानी ना कहानी की उस को मनमानी करने से भी रॉक देते हैं ठीक है ना वो डिप्लोमेसी में बिलीव करता है ठीक है साथ ही साथ में इकोनामिक इन्वेस्टमेंट में ये ना बाहर के देश में जाके ना बहुत इन्वेस्टमेंट करते हैं अपनी मंच वगैरा लगाते हैं तो उनसे जो है इस तरीके से डील करते हैं साथ ही साथ में नेगोशिएशन में बिलीव करते हैं की बातचीत करके फेशियल लिया जाए ज्यादा दिन बम फेंकना बता दो मिनट ट्रेन से दिखाओ जो अमेरिका कहते हैं इसलिए कई बार जब चीन से बातचीत करनी होती है तो ये यूरोपियन यूनियन की जो कंट्रीज है ये ज्यादा आप मानो की इनकी ज्यादा सही से हो जाति है क्योंकि ये नबर अब बातचीत करके फैसला करने में बिलीव करते हैं रात दिन की हां भैया अपनी मिलिट्री की ताकत दिखाई जाए जब भी ह्यूमन राइट्स वायलेशन की बात हो एनवायरमेंटल डिग्रेडेशन की बात हो तो इनकी कंट्री काफी ना वो एक्टिव रहती है सब चीजों को लेक क्योंकि ये इन चीजों में बिलीव करते हैं ठीक है अब मिलिट्री फोर्स की अगर हम बात करें ऐसा नहीं है की मिलिट्री ताकतवर नहीं है नहीं सेकंड लार्जेस्ट मिलिट्री और की पूरा डिफेंस पे अगर हम इनका खर्चा देंगे तो सेकंड है उस के बाद और क्यों सेकंड है क्योंकि इतने बड़े-बड़े देश के मेंबर हैं फ्रांस जर्मनी इटली इतने सब बड़े-बड़े देश के मेंबर हैं तो उनके मिलिट्री कमांड कर दो सेकंड नंबर पे ए गई यू की जो मेंबर है फ्रांस उसके बाद बहुत सारे न्यूक्लियर वेपन भी है 335 तो ब्रिटेन भी थे तो उसके भी मिला लेते हैं आप ठीक है आईटी इस अलसो डी वर्ल्ड सेकंड मोस्ट सीकर एन सोर्स ऑफ स्पेस और कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी स्पेस और कांबिनेशन टेक्नोलॉजी आज भी अपनी स्पेस एप्लीकेशन टेक्नोलॉजी में काफी इनका अच्छा योगदान है ठीक है नेक्स्ट एस ए सुपर नेशनल ऑर्गेनाइजेशन इकोनामिक पॉलीटिकल और सोशल एरियाज अब यू इतना ताकतवर है तो वर्ल्ड के अंदर जब कोई इकोनामिक इश्यूज पे बात चल रही हो तो ये अपना डिसीजन बावा सकते हैं क्योंकि इन पर अकाउंट मेकिंग फ्रेंड्स है पॉलीटिकल इन्फ्लुएंस भी है और क्योंकि ये बातचीत में ऐसे नेगोशिएशंस में बिलीव रखते हैं तो कहानी ना कहानी सोशल एरियाज में भी ये काफी जीत हो जाति है इनके ठीक है अब ऐसा ही नहीं है की यू हैव बहुत बेहतरीन है कुछ-कुछ कम या यू में भी है और ये कमियां बहुत बड़ी है यू को एक्चुअली में यू का बहुत बड़ा थ्रेड है ये क्या है देखो यू क्या है यूनिटी है जब तक ये सारे साथ में र रहे हैं तब तक यू चलेगा ठीक है सारे सब ने अपना जो है बोल रखा है की हम कठे है जी दिन जैसे ब्रिटेन निकाल जाए तो जब तक की यूनिटी में रहेंगे तब तक के पावरफुल रहेंगे और कई बार इनकी इमिटेशन यही है की ये लोग यूनिटी में नहीं रहते सुपर नेशनल ऑर्गेनाइजेशन है बट कई बार इनके मेंबर कहते हैं हम अपनी फौरन पॉलिसी खूब डिसाइड करेंगे जैसे डांस करेगा मैं अपनी फॉरेन पॉलिसी खूब डिसाइड करूंगा की मैं लोगों से कैसे डील करूं ठीक है बाकी मेंबर्स कहेंगे हम अपने हिसाब से करेंगे तो जबकि अगर अपना अपना करने लगेंगे तो यूनिटी तो चली गई ठीक है डिफेंस पॉलिसी भी काफी बार इन लोगों की मैच नहीं कर दिया तो काफी बार इनके विचार मिलते नहीं और यूनिटी नहीं रहेगी तो दे बिल जो है इनको काफी प्रॉब्लम होगी अब यहां ब्रिटेन का एग्जांपल दे रखा है आज के तो ब्रिटेन मेंबर ही नहीं है योग अब आपको यहां दिखे जाएगा ओके ब्रिटेन कई बार अलग सोचता था उसे है तभी आप मेंबर नहीं है छोड़ दिया उसने ब्रिटिश प्राइम मिनिस्टर टोनी ब्लेयर के बड़े में बता रखा है इन्होंने उस को सपोर्ट कर था जब उस ने इराक के अंदर इनवाइट कर था बट जो है इन्होंने कर था बट बाकी जो यू के मेंबर से जैसे की जर्मनी हो गया और फ्रांस हो गया उन्होंने कहा था की हम अमेरिका को सपोर्ट नहीं करेंगे तो वैसे तो ये सब यू के मेंबर हैं इन्हें सब इकट्ठा चलना चाहिए था बट ब्रिटेन अपने दोस्तों की नहीं मानता है जा के अमेरिका का साथ दे देता है तो ये इनकी एक इमिटेशन थी ठीक है ऐसे ही कई बार जो है और भी चीज अच्छी गई है जैसे की ये ब्रिटेन के प्राइम मिनिस्टर थे जिनका नाम था ग्रेट थेटर इन्होंने यूके के मार्केट को यूरोपीय यूनियन से दूर रखा हुआ है सन सबके मार्केट एक है कैपिटल गुड्स सबकी मोमेंट्स रियली हो शक्ति है ठीक है आपस में ट्रेड इनका बहुत आसानी से हो जाता है टैक्स बहुत कम होते हैं फ्री ट्रेड्स बना रखें हैं इन्होंने ये ब्रिटानिया अपने मार्केट को ये हमारे यहां पर ऐसा नहीं चलेगा हमारी जो पॉलिसी होगी हम अपने आप से बनाएंगे और तभी ये आज इसको छोड़ भी चुका है डेनमार्क और स्वीडन ने मास्टर स्टूडियो साइन नहीं कारी थी मास्टर से इन्होंने एक ही सिंगल ई अडॉप्ट की यूरोप डेनमार्क और स्वीडन दोनों मेंबर है यूरोपीय यूनियन के आज भी बट इन्होंने यूरोप ई नहीं राखी थी ठीक है डीज आर डी फैक्टर जो यूरोपीय यूनियन के एबिलिटी को लिमिट कर दे बस एग्जाम में ऐसे क्वेश्चन आएगा इकोनॉमिक्स बताओ आपको नोट्स दिखे गए हैं इमिटेशन करें जो है एशिया ठीक है एशिया ने संगठन ऑफ साउथ एशिया नेशन इसकी फूल फॉर्म में ये भी ए सकता है सबसे पहले देख लो एशिया ये साउथ ईस्ट एशिया थाईलैंड सिंगापुर में मी लॉस वियतनाम फिलिपींस भूनिया ये है कौन सेनेशंस यह है हमारे साउथ ईस्ट एशिया नेशंस ठीक है इन सब ने ही मिलकर अपनी ऑर्गेनाइजेशन बनाई है एशिया और अब क्यों बनाई है वो जानते हैं हम ठीक है तो ये बनाया था एशिया हो जाते हैं देखो ये जो एरिया सेकंड वर्ल्ड वार के बाद इनको भी बहुत ज्यादा सफरिंग हुई क्योंकि देखो इनके ऊपर ना बहुत बार कॉलमिस्म हुआ था कई बार हुआ था फ्रेंच कॉलोनियलिज्म कई बार हुआ इनके ऊपर जापानी कॉलोनियलिज्म भी कई बार ब्रिटेन जैसे इंडिया को कॉलोनी बना रखा था ब्रिटिश ने ऐसे इन कंट्रीज के ऊपर भी अलग-अलग जाके जो थे ये एक पावर्स कॉलोनी बना रही थी जिसकी जापान ने भी इन्हें अपना कॉलोनी बनाया था और यूरोप की कंट्रीज ने भी तो आपको पता है की भाई जब ये कॉलोनी बनाते हैं तो कितना लूटने हैं ये पर्टिकुलर कंट्री को तो इन सभी कंट्रीज की इकोनामी बहुत ज्यादा खराब हो चुकी थी बहुत ज्यादा ये बैकवर्ड थे और काफी ज्यादा इनके जो है इनकी इकोनामी बहुत रोहन हो राखी थी तो वर्ल्ड वार 2 के बाद होने लगता है जैसे की इंडिया को भी फ्रीडम मिल गया था 1947 में वर्ल्ड वार 2 के कुछ समय बाद में ठीक है तो जो है जैसे इन लोगों को भी फ्रीडम मिलन शुरू होता है तो ये लोग सोचते हैं की क्यों ना हम सब जो है अपने रीजन को स्ट्रांग करें एक दूसरे को जो है अपनी ये कम्युनिटी बना लेते हैं तो ये लोग अपनी कम्युनिटी बनाते हैं और ये कम्युनिटी बनाते हैं जिसका नाम रखते हैं ये एशियन ठीक है अब ये एशिया बंता कैसे है तो एशिया वास इस्टैबलिश्ड इन 1967 इसको लर्न कर लो वन मार्कर डेफिनेशन एनीथिंग फाइव कंट्रीज मिलकर एशिया बनती हैं ठीक है जो कौन-कौन सी कंट्रीज थी इंडोनेशिया मलेशिया फिलिपींस सिंगापुर थाईलैंड ठीक है इसको आप लर्न कर लो आई एम पी एस टी आई एम पी एस टी शॉर्ट फॉर्म करके ये फाइंडिंग मेंबर्स है एशिया के पांच कंट्रीज मिल के बैंकॉक डिक्लेरेशन साइन करते हैं की एग्रीमेंट साइन करती है आज से हम एक और ऑर्गेनाइजेशन लेटर ऑन ब्रुनिया दारुल सलाम वियतनाम लव पीएफ को जॉइन कर लेते हैं और फिर इनका मेंबर्स के काउंटिंग कितनी हो जाति है 10 हो जाति है ठीक है ये अपने दो में एडजेक्टिव रखते हैं इसके अंदर कोई ग्रुप जैसे ग्रुप बना रही हूं हमारे ग्रुप बनाते हैं उसमें हम क्या करेंगे हमने अपना दो गोल रखें की एक हमें बोर्ड एग्जामिनर पसंद नहीं है और दूसरा पढ़ने समय हमें टेंशन नहीं लेनी है हम एक पीसफुल स्टडी माहौल बनाएंगे जिससे की हम बिना प्रेशर के पढ़ाई कर पे हम पढ़ाई अच्छी लगती शुरू ऐसा कुछ हमने ऑब्जेक्टिव बनाए डेट वे बिल एंजॉय स्टडीज और जब स्टडी को एंजॉय करेंगे तो दूसरा गली हमारा अच्छी परसेंटेज लेकर आना हमने ग्रुप बनाया उसके दो ऑब्जेक्टिव रखें ऐसे ही इन्होंने अपना ग्रुप बनाया दो ऑब्जेक्टिव रख के पहले की ये सब कंट्रीज अपनी इकोनामी संभालेगी दूसरा रीजनल पीस और सिक्योरिटी को प्रमोट करेंगे क्योंकि ये सब नेबर्स थे नेबर्स आपस में काफी बार लड़ते रहते हैं जैसे की इकोनामिक इश्यूज नहीं होते नी के बीच में बॉर्डर डिस्प्यूट होते हैं भाई एक दूसरे से बॉर्डर पे लाड रहे हैं रिवर बॉर्डर डिस्प्यूट तो इन्होंने कहा अगर हम अब आपस में लड़ना शुरू कर देंगे तो हमारा क्या होगा वैसे ही हमारी इकोनामी इतनी खराब है तो इन्होंने सोचा की रीजनल पीस करेंगे आपस में भी लड़ाई या नहीं करेंगे एक दूसरे की मदद करेंगे और जो है साथ ही साथ इकोनामी को बढ़ावा देंगे आपको ये याद रखना में जीडी बनाना रीजनल पीस प्रमोट करना अब ये यू की तरह कैसा सुपरनैचुरल ऑर्गेनाइजेशन नहीं बढ़ाना चाहते थे की भाई हां अमेरिका को टक्कर देंगे नहीं इनका जो मोटिव था वो ये था की अपनी इकोनामी बधाई चाहे आपस में भाईचारा रखें लड़ाई ना करें और खुद को हम अच्छे से डेवलप कर पे ये अपना एक दिन सेलिब्रेट करते हैं जिसे कहा जाता है एक ऑन ये काफी इनफॉर्मल सा मीटिंग होती है इनके जहां ये लोग आपस में बातचीत करते हैं बट ऐसे मुद्दों पे नहीं जिन पे लड़ाई हो जाए नॉन कन्फेटेंशनिस्ट एक हेल्दी सी इनकी असेंबली होती है जहां पे एक पार्टी हो गई समझ लो जहां पे जाते हैं सब कंट्रीज में भाईचारा बढ़ाने के लिए ये आपस में वहां जाकर मिलते हैं और इनका एक बहुत बड़ा है जेंडर रिस्पेक्ट ऑफ नेशनल सॉवरेन्टी यानी की जो 10 के 10 कंट्री है ये नेशनल एक दूसरे की नई छेड़छाड़ करेंगे यानी की सॉवरेन्टी मतलब होता है कंट्री की खुद को रूल करने की पावर तो इन्होंने कहा की जो कंट्री खुद को जैसा रूल कर रही है जैसे रोज बना रही है बनाएगी हम एक संगठन है हम एक ग्रुप है इसका मतलब ये नहीं हम इंटरनल अफेयर्स भी करेंगे या एक कंट्री को बताएंगे आपस में एक दूसरे को की कैसे अपनी कंट्रीज को चलाओ नहीं हम जो है डिफरेंट वे में एक दूसरे को सपोर्ट करेंगे इसे यू में तो कहानी ना कहानी जो है फॉरेन पॉलिसी पर बात हो रही थी की फॉरेन पॉलिसी एक जैसी बनाई जाए जो डेट इन्होंने कहा नहीं हम एक दूसरे में जो है बिल्कुल भी डकलंदाजी नहीं करेंगे सब एक दूसरे की नेचुरल ऑफ रणनीति को रिस्पेक्ट करेंगे फिर 2003 में जाके जो है ये अपना एक और एक इनिशिएटिव करते हैं वो क्या है ये अपनी तीन कम्युनिटी बनाते हैं इकोनामिक कोऑपरेशन के लिए सिक्योरिटी के लिए तो वो अभी हम पढ़ेंगे और ये वन ऑफ डी फास्टेस्ट ग्रोइंग इकोनामी भी बन चुकी थी वर्ल्ड की तो धीरे-धीरे मैं इनको क्यों का रही हूं की भाई ये काफी अच्छी बड़ी ताकतवर पावर है ये क्यों है क्या संगठन ऐसे है जो पावरफुल है क्योंकि इनके अकाउंट में बहुत तेजी से गो कर रही थी तो चलो अभी इनकी की कम्युनिटी पढ़ने से पहले एक बार मैं आपको इसी उन का फ्लैग भी दिखा देती हूं ये है एशिया का फ्लैग और इस पे इन्होंने 10 पद्धति के जो है वो है स्टॉक है रेडी होता है चावल चावल के जो धन होती है वो 10 दिखा रखें हैं ये इनकी यूनिटी शो कर रहा है की ये जो है पूरा का पूरा ये सब लोग कंट्रीज जो है एक दूसरे के साथ ये यूनिटी में रहेंगे तो यह 10 स्टॉक ऑफ एडिंग के 10 मेंबर्स को साइनिफाई करते हैं ठीक है यह देखो 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 ठीक है 10 के 10 मेंबर्स चलो अब इनकी कम्युनिटी को देखते तो सबसे पहले एशिया सिक्योरिटी कम्युनिटी है सिक्योरिटीज कम्युनिटी का सबसे बड़ा ऑब्जेक्टिव था डेट यू टेरिटोरियल डिस्प्यूट शुड नोट डेवलपिंग तू आम कन्फर्टेशनल के आपस में जो ये नेबर्स हैं अगर कोई भी टेरिटरी बॉर्डर डिस्प्यूट हो तो ये आपस में बहुत स्टार्ट नहीं करेंगे फिर फ्रेंडशिप और ग्रुप के इस बात का जब एक दूसरे पे ही आप हमला करना शुरू कर दो मेंबर्स प्रॉमिस तू अब हॉल आइडियल ऑफ पीस के आपस में पीस रखेंगे 2023 के बाद तो इन्होंने और भी काफी सारे ऐसे इनिशिएटिव कर रहे हैं की आपस में पीस का माहौल बड़े कॉरपोरेट करें न्यूट्रिलिटी और नॉन इंटरफ्रेंस यानी की एक दूसरे की कंट्री की गवर्नेंस में दखल अंदाज ही नहीं करेंगे बट सेटिंग के साथ जो है अगर कोई प्रॉब्लम आई जैसे की आपस में नेवर है कोई बात चीज अगर कोई बात बिगड़ गई है तो ऐसा नहीं की मिलिट्री कंसंट्रेशन करेंगे बैठ के बातचीत करेंगे एशिया फॉर्म इन्होंने एस्टेब्लिश कारी थी 1994 में कोऑर्डिनेट्स डी मटर ऑफ सिक्योरिटी और फॉरेन पॉलिसी मांग डी मेंबर नेशन की सिक्योरिटी कैसी रहेगी कंट्रीज की और फॉरेन पॉलिसी यानी की ये सब कंट्रीज बाकी देश से कैसे डील करेंगे उसे चीज पे बातचीत करने के लिए इन्होंने एशिया और रीजनल फोरम बनाई थी जहां ये बैठ के डिसाइड करते थे की अमेरिका से कैसा रिश्ता रखेंगे इंडिया से कैसा रखेंगे और बाकी कंट्रीज से कैसा रखेंगे ठीक है नेक्स्ट आता है इसे यानी इकोनामी कम्युनिटी जिसका लोगो ये रहा ऐसा यहां लिखा हुआ ना एस ठीक है ये मतलब की ये एक्स यानी इकोनामी कम्युनिटी का यहां लगा हुआ है तो इसे यानी इकोनामी कम्युनिटी क्रिएट हुई थी आम मार्केट और प्रोडक्शन बेस्ड विद इन डी एशिया के लिए जिससे की ये लोग सोशल और इकोनामिक डेवलपमेंट करता है आम मार्केट मतलब हो गया की ये 10 की 10 कंट्री में जो मार्केट है इसमें ये एक दूसरे की कंट्री में जाकर गुड्स को आराम से बीच सकते हैं इतना टैक्स वैक्स इन्हें नहीं बनेगा फ्री ट्रेड होगा इन लोगों के बीच में ठीक है दी इकोनामिक कम्युनिटी वो अलसो लाइक तू इंप्रूव डी एक्जिस्टिंग एक और डिस्प्यूट सेटलमेंट मेकैनिज्म तू रिजॉल्व इकोनामिक डिस्ट्रीब्यूटर अगर इनके बीच में कोई भी डिस्ट्रीब्यूशन पहले से चल रहे हैं ठीक है खरीदारी कर रहे हैं एक दूसरे को चीज़ बीच रहे हैं खरीद रहे हैं तो कोई डिस्प्यूट अगर अराइज हुआ था तो वह बैठ के संभल के उसको जो है खत्म करो एशिया हस फॉक्स ऑन क्रिएटिंग फ्री ट्रेड एरिया पर इन्वेस्टमेंट लेबर और सर्विसेज फ्री ट्रेड एरिया हम बनाएंगे की लेबर भी जो एक कांड 10 कंट्री है तो आपस में इधर-उधर लेबर मूव कर पे लोग इधर से उधर माइग्रेट आसानी से कर पे हैं ठीक है सर्विसेज आराम से दे पे इधर से उधर कंट्री में जाकर इन्वेस्टमेंट करता है वो सब आसन तरीके से हो रिस्ट्रिक्शंस बहुत कम करें इन्होंने उस हैव चीन है ऑलरेडी मूव फास्ट तू नेगोशिएट फ्री ट्रेड एरियाज जो है वो सेट कर चुका है बेसिकली उस और चीन इनके और जाकर बहुत अपनी कंपनी लगा के इन्वेस्टमेंट वगैरा करनी स्टार्ट भी करती इसी कम्युनिटी और सोशल कम्युनिटी जिसके बड़े में ज्यादा हमें नहीं बता रहा क्या अब आगे बढ़ते हैं रीजनल ऑर्गेनाइजेशन जैसे की ये एक पूरे रीजन के लिए एक ऑर्गेनाइजेशन है हमारे वर्ल्ड के लिए एक सेकंड ऑर्गेनाइजेशन है जो काफी पावरफुल है तो वर्ल्ड में हम इसे कैसे देख सकते हैं तो सबसे पहले ये रीजन और ऑर्गेनाइजेशन बहुत गो कर रही है इसकी कॉर्न में बहुत गो कर रही है इनका 2020 था जिसमें के मुताबिक इन्होंने सोचा था की ये इंटरनेशनल कम्युनिटी में ज्यादा योगदान देंगे ज्यादा अपना जो है अपनी तरफ से इंवॉल्व होंगे पहले इन लोगों ने कोशिश कारी थी अपनी कंट्री की इकोनामी को संभालने के लिए जब ये बने उसके बाद काफी समय इन्होंने अपनी कनमीज को संभालो जो भी इकोनामी संभल गई गाने लगे फिर ये इंटरनेशनल कम्युनिटी में थोड़ा इन्होंने हिस्सा लेना शुरू कर डी विजन रेस्ट ऑन डी फैक्ट डेट एशिया और इनकरेज आईटी मेंबर कंट्री तू रिजॉल्व डिस्प्यूट तू नेगोशिएशन अब इन लोगों ने हमेशा कोशिश करिए डेट इनकी मेंबर्स के बीच में जो लड़ाइयां चल रही थी वो जो है इशू को रिजॉल्व किया जाए बातचीत करके जैसे की ऐसी आपने कोई कंबोडिया कनफ्लिक्ट इनका चल रहा था उसको और करने के लिए इन्होंने को बहुत कोशिश कारी कंबोडिया का मेंबर है और इस टिंबर क्राइसिस इसको भी और करने के लिए इन्होंने अपनी तरफ से कोशिश कारी ठीक है अब इंडिया और एशिया की बात करें अगर हम तो कोल्ड वार के समय पे इंडिया जो है एशिया के साथ ज्यादा अच्छे रिलेशन मेंटेन नहीं कर पाया था हॉवेवर अभी इसी और जैसे की इतना ज्यादा इकोनॉमिकली गो हो रहा है तो इंडिया ने फ्री ट्रेड एरिया साइन कर रखें हैं एशिया के दो मेंबर्स के साथ सिंगापुर और प्लेन के साथ और अब हम इंडिया जो है पूरे एशिया के साथ भी जो है साइन करने की सोच रहा था और इन फैक्ट एशिया इंडिया एफडीए कम इन 15 2010 तो 2010 में इंडिया और एशिया का जो है वो लागू हो गया था अपना नेक्स्ट टॉपिक पे जो है इंपॉर्टेंट ऑफ एशिया एशिया की इंपॉर्टेंट हमें बतानी है ठीक है तो एशिया की स्ट्रैंथ है इन इट्स पॉलिसीज ऑफ इंटरेक्शन और कंसेंटेशन विथ डी मेंबर स्टेटस यह यमुनानगर में हम बातचीत बहुत करते हैं यहां आपस में कोई भी डिसीजन लेने से पहले ऐसा नहीं लड़ाई करेंगे आपस में नहीं अपने अंदर इनकी यूनिटी काफी अच्छी है आईटी इस डी ओनली आई रीजनल संगठन इन एशिया डेट प्रोवाइड डी पॉलीटिकल फोरम वेयर एशिया कंट्रीज और डी मेजर पावर्स कैन डिस्कस पॉलीटिकल और सिक्योरिटी इशू अब एशिया के अंदर ये एक बहुत इंपॉर्टेंट ऑर्गेनाइजेशन है जहां पे एशिया की कंट्रीज जा के बातचीत कर सकते हैं ठीक है ये सर ये सब इतनी कंट्रीज है इनको जैसे कोई आपस में एशिया के कंट्रीज को कोई डिसीजन लेना हो कोई उनमें बीच में कुछ ऐसी बातें हैं जिनको उनको दिस इसे साइड करना हो कोई लड़ाई है उसको खत्म करना हो तो दो एक प्लेटफॉर्म मिल जाता है हां भाई तुझे बात करने एक ऑन है एशिया की मीटिंग्स होती है ये सारे के सारे मेंबर्स और वो अपने आप जो है डिस्प्यूट हाल होते रहते हैं और एक प्लेटफॉर्म मिल जाते हैं ठीक है आप पढ़ने हैं अपनी थर्ड सेंटर ऑफ पावर जो है चीन तो चीन को हम कहते हैं की चैनल इस वेरी पावरफुल चीन की इकोनामी बहुत राइस हो रही है तो कहानी ना कहानी वो सब हुआ था 1978 के बाद में जब चीन ने एक कनॉट मॉडल अपनी कंट्री में एस्टेब्लिश कर था ठीक है अभी चैनल को ये भी कहा जाता है की ये उस से भी आगे जा सकता है 2014 के बाद ये उस की गवर्नमेंट को भी टेकओवर कर लगा तो वह सब हुआ क्यों हिस्ट्री से जाकर हम पढ़ेंगे तो सबसे पहले आप जानोगे चीन के इकोनामिक मॉडल के बड़े में एग्जाम में क्वेश्चन आएगा एक्सप्लेन चीन से इकोनामिक मॉडल और लॉन्ग आंसर में ये आने वाला है ठीक है तो आफ्टर डी इनसेप्शन ऑफ पीपल रिपब्लिक ऑफ चीन है यानी की जब पीपल रिपब्लिक ऑफ चीन स्टार्ट होता है फॉर्म होता है 1949 में तो इन्होंने अपने आप पर कम्युनिस्ट रिवॉल्यूशन कर था अंदर लीडरशिप रिवॉल्यूशन कर था कमेंट से मतलब भाई तुम्हें पता है की भाई सो गई थी निर्णय जैसे अपने आप ऑर्डर निर्यात ना की प्राइवेट प्रॉपर्टी नहीं होगी सब कुछ गवर्नमेंट प्रोवाइड करेगी और गवर्नमेंट अपने हिसाब से कंट्री को चलाएगी सो डेट जो है कंट्री में इंडस्ट्रियल सेक्टर डेवलपमेंट एग्रीकल्चरल बड़े तो वैसे ही मॉडल इन्होंने कुछ अपने यहां पे लगाया था इकोनॉमिकली बैकवर्ड था चीन बहुत ज्यादा फिर ये कम्युनिस्ट चीन बन जाता है और जैसे ही कम्युनिस्ट चीन बंता है तो ये अपना केपीटलिस्टिक वर्ल्ड से सारे नाइट तोड़ देता है केपीटलिस्टिक वर्ल्ड मतलब उस वगैरा से कोई रिलेशन नहीं रखना जहां पे प्राइवेट प्रॉपर्टी अलाउड होती है प्राइवेट इंडस्ट्रीज होती है उन सब से कोई रिश्ता नहीं राहत है कम्युनिज्म पे अपने मॉडल को चलता है जैसे की वैसे साथ चला जाता था और यूएसएसआर का काफी करीबी बन के राहत है ठीक है तो जितने समय कमरिज्म चल रहा था चीन में तो चीन केपीटलिस्टिक वर्ल्ड से रिश्ता नहीं रखना था चीन जो है यूएसएसआर के साथ ही प्रॉपर अपनी फ्रेंडशिप रखना था और उस र से काफी मदद भी लिया करता था डी मॉडर्न वास तू क्रिएट एन स्टेट ऑन हैवी इंडस्ट्री इन्होंने अपना कम्युनिज्म क्यों लगाया था क्योंकि कम्युनिज्म लगता ही गवर्नमेंट के द्वारा बनाई गई बहुत हैवी इंडस्ट्रीज बन जाति है चीन की इंडस्ट्रियल सेक्टर के बड़े में आपको अभी भी पता है क्या क्या बनाते हैं वो लोग तो इन्होंने ये यही से शुरुआत कारी कम्युनिज्म से इन्होंने कम्युनिज्म कर और गवर्नमेंट ने बड़ी-बड़ी इंडस्ट्रीज लगे और उससे इन्होंने जो क्या कर जो कैपिटल उससे बनी इंडस्ट्री लगा के जो पैसा इनके पास आया चीन के बाद उसे पैसे से इन्होंने अपनी कंट्री में एग्रीकल्चर कर ठीक है अब ये सब करना थोड़ा मुश्किल हो जाता था जब भी इन्हें फौरन टेक्नोलॉजी खरीदनी पड़ती थी क्योंकि चीन को जो है बढ़िया बढ़िया टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री में बढ़िया-बढ़िया मशीनरी लगानी है तो टेक्नोलॉजी कहां से खरीदनी पद रही थी वेस्टर्न शब्द अमेरिका वगैरा से खरीदनी होगी अब फॉरेन टेक्नोलॉजी खरीदने के लिए क्या चाहिए होता था डॉलर चाहिए होता तो फॉरेन एक्सचेंज चाहिए होते थे अब इनके पास कैसे आएंगे डॉलर जब ये कुछ जो है बाहर से इतना डीलिंग कर ही नहीं देते इतना ज्यादा तो तो इन्होंने क्या कर अब उनके पास जितना भी फॉरेन एक्सचेंज हो जाता था उसको उन्होंने बचाना शुरू कर अब उसे कमी को इन्होंने पूरा कैसे कर दे डिसाइड तू सब्सीट्यूट इंपोर्टेड बाय डोमेस्टिक गुड्स तो इन्होंने क्या कर इंपोर्ट क्या होता है इंपोर्ट भाग के देश से चीज खरीदना तो इन्होंने क्या कर जो भी चीज ये बाहर के देश से खरीद रहे थे उसको और कर ठीक है और डोमेस्टिक उन चीजों को बनाना शुरू करो सपोज करो ये कोई कपड़े मांगा रहे हैं बाहर से तो इन्होंने कपड़े मांगने बैंड कर दी अपने आप बनाने शुरू करें यह चावल मांगा रहे हैं बाहर से चावल बनाने बैंड कर दिए अपने यहां बनाना शुरू कर दिए तो इंपोर्ट के लिए भी डॉलर की जरूर होती है तो इन्होंने की जब वहां से बच्ची हुई वहां पे डॉलर का खर्च होना कम हो गया तो डॉलर आया इनके पास और एक्सचेंज आया और वो फॉरेन एक्सचेंज को इन्होंने से करके रखना टेक्नोलॉजी खरीदने के लिए तो ये काफी स्ट्रैटेजिक चले की इंपॉर्टेंस बैंड करो अपने आप सब कुछ उगा अपने आप सब कुछ बना और जो पैसा बैक रहा है फौरन एक्सचेंज का इंपॉर्टेंस कम करने से उसे फॉरेन एक्सचेंज से टेक्नोलॉजी खरीद दो ये कम इन्होंने शुरू कर और टेक्नोलॉजी से बढ़िया-बढ़िया इंडस्ट्री लगाओ अब ये मॉडल का इन्हें बहुत ज्यादा फायदा हुआ इस मॉडल से चीन की जो रिसोर्सेस थी उसमें एक फाउंडेशन बन गई बढ़िया से इनका इंडस्ट्रियल सेक्टर बन गया जो पहले कभी हुआ ही नहीं था एंप्लॉयमेंट बहुत बड़ी बड़ी इंडस्ट्रीज लगी है तो एंप्लॉयमेंट बड़ी सोशल वेलफेयर स्कीम्स हुई थी क्योंकि कम्युनिस्ट वर्ल्ड था कम्युनिस्ट टेक्नीशियन था तो लोगों को रोटी कपड़ा मकान मिनिमम वेलफेयर स्कीम्स बहुत अच्छे से मिला करती थी लोगों को इन्होंने बहुत ज्यादा एजुकेटेड करें क्योंकि कम्युनिज्म में गवर्नमेंट एजुकेशन प्रोवाइड तो लोग बहुत एजुकेटेड हुए और इनकी इकोनामी ग्रा हनी शुरू हो चुकी है 5 से 6% पर तो काफी अच्छा खास रेट था ये ठीक है अब ऐसा नहीं है की ये जो चीन का मॉडल था कम्युनिज्म लगाने वाला है सिर्फ अच्छा ही अच्छा था कुछ इसकी शॉर्टकटिंग थी वो ये थी की 5 से 6% इनकी इकोनामी तो बाढ़ रही थी बट इकोनामी के साथ-साथ इनकी पापुलेशन भी दो से तीन परसेंट पे बाढ़ रही थी हर साल और वो जो है फिर इकोनामिक ग्रोथ भी कुछ नहीं थी जितनी तेजी से इनकी पापुलेशन चल रही थी एग्रीकल्चर प्रोडक्शन जो था इनका वो इतना सफिशिएंट नहीं था की वो इंडस्ट्री के लिए जेनरेट कर पे सर प्लस यानी की एग्रीकल्चर सेक्टर जो होता है वहां तक नहीं पहुंच पे थे क्योंकि जब इंडस्ट्रीज पे पहुंचाएंगे तो और बढ़िया ये अपनी एग्रो बेस्ड इंडस्ट्रीज बना सकते हैं तो एग्रीकल्चर इनका अच्छा खास नहीं था ठीक है ये शॉर्टकमिंग मॉडल की तो फिर जब इनके कुछ कमी दिखने लगती है तो फिर प्लानिंग से चले तो क्या करते हैं ये चीन के जो लीडर्स थे वो चेंज करते हैं अपनी पॉलिसी को 1970 से चीन ने अपना पॉलीटिकल इकोनामिक आइसोलेशन जो है वह और कर देती है यूनाइटेड स्टेटस के साथ इन डी 1972 1972 में जो यह चीन ज्यादा डीलिंग नहीं कर रहा था ना मार के देश से उनको कहता था की भाई महत्वपूर्ण मिनिमम ही ट्रेड टर्म्स रखूंगा और जो डेट ये अपना जो है वो सर रेजोल्यूशन और कर देता है और यूनाइटेड स्टेटस यानी की अमेरिका के 7 अप्रैल रिलेशनशिप को स्ट्रांग करता है इस समय पे चीन के प्रेसिडेंट थे प्रीमियम जूहू एनलाइज और ये फोर मॉडर्नाइजेशन रिफॉर्म्स लेकर आते हैं अपनी कंट्री में की अब हम अपने आप को मॉडर्न करेंगे कम्युनलिज्म अब इनको समझ में ए गया था ज्यादा समय तक नहीं चलेगा तो कुछ चेंज की जरूर है तो ये फोर मॉडर्नाइजेशन रिफॉर्म लेट हैं एग्रीकल्चर में इंडस्ट्री में साइंस टेक्नोलॉजी और मिलिट्री में 1973 में वन मार्कर है फोर मॉडल तो 1973 में ले थे 1978 में इनके लीडर कोई और ए जाते हैं दूसरा ए जाता है जिनके नाम ओपन तो वो ओपन डॉल्फिन लगाते हैं और इकोनामिक रिफॉर्म्स करते हैं चीन के अंदर ठीक है इन्वेस्टमेंट ऑफ कैपिटल और टेक्नोलॉजी फ्रॉम अवार्ड बेसिकली ओपन डोर पॉलिसी करते थे हमारे ए जो की भाई मैकडॉनल्ड'एस ए जो डोमिनोज ए जो सैमसंग ए जो ये वाला ब्रांड ए जो हमारे यहां पे अपनी फैक्ट्री लगा लो हमारे यहां पर अपनी कंपनी लगा लो अलाउड नहीं करते थे अब इन्होंने ओपन डोर पॉलिसी के बाद अलाउ कर दिया की आगे हमारे अपने कंपनी लगाओ हमारे यहां तो इतनी पापुलेशन नहीं तुम्हारे यहां पे कम करेगी तुम्हें सस्ती लेबर मिल जाएगी हमें मंच लगाके हम अपना फायदा देख लेंगे तो इन्होंने ओपन डोर कर दिया था क्यों कर था की भैया फौरन इन्वेस्टमेंट आएगी पैसा देंगे ना उनको बस आते के साथ जब कोई फॉरेन कंपनी आई है तो वो अपनी टेक्नोलॉजी भी लेकर आई है तो ये उसकी टेक्नोलॉजी को कॉपी कर सकते थे ठीक है चीन फॉलोज इट्स ऑन पार्ट ऑफ इंट्रोड्यूजिंग मार्केट इकोनामी देखो चीन भी कम्युनिज्म से केपीटलाइज्म में इंटर करना शुरू करता है शक थेरेपी क्योंकि उन्होंने एकदम से सब कुछ कर दिया था चीन में शक थेरेपी नहीं लगी इनफैक्ट चैनल धीरे-धीरे रख के कम रखा ठीक है सबसे पहले इन्होंने जो इनका एग्रीकल्चर कम्युनिस्टिक वर्ल्ड पर चल रहा था तो पूरा प्राइवेट फार्मिंग नहीं होती थी कलेक्टिव फार्मिंग होती थी सबसे पहले इन्होंने प्राइवेट डाइजेशन कारी अपनी एग्रीकल्चर की 1982 में लिखने रहो सब वन मार्कर है ठीक है फिर जो है इंडस्ट्रीज कर रहा है 1998 में वो याद है रसिया में क्या हो गया था गरज सेल हो गई थी सारे इंडस्ट्री बाईक गई थी बिल्कुल ही ब्लू प्राइस पे इन्होंने पहले एग्रीकल्चर को प्राइवेट कर तरीके से एग्रीकल्चर को प्राइवेट लोगों को प्राइवेट फॉर्म्स बनते जब वो समझे उसके बाद ये इंडस्ट्रीज को प्राइवेट करते हैं फिर इन्होंने ट्रेड बैरियर्स एलिमिनेट करें सिर्फ और सिर्फ स्पेशल इकोनामिक जोंस में स्पेशल इकोनामिक जोंस क्या होता है सपोज करो कंट्री के अंदर एक ऐसा ही हिस्सा बना देते हैं जहां पर यह बाकी कंट्रीज को कहते हैं आंखें आप हमारी कंट्री के इस हिस में मंच लगा लो इस हिस में आकर आप हमारा इन्वेस्टमेंट कर सकते हो हम आपको इलेक्ट्रिसिटी देंगे हम आपसे टैक्स ज्यादा नहीं लेंगे एग्जीक्रेट करेंगे इन्होंने अपनी कंट्री में स्पेशल इकोनामिक स्पंज बना और सिर्फ ट्रेड बैरियर वहीं पर हटाए सो था फॉरेन इन्वेस्टर आए इनके यहां पर इन्वेस्टमेंट करें इन चीन डी स्टेट प्लेड डी कंटीन्यूअस रोल इन डी सेंट्रल रोल इन सेटिंग अब चीन में क्या हुआ देखो रसिया में तो ना वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन ए गई थी मैं ए गई थी और शक थेरेपी ग गई कम्युनिज्म से केपीटलाइज्म में यहां पे कम्युनिज्म से केपीटलाइज्म में इनकी खुद की गवर्नमेंट लेक गई तो कोई सॉफ्ट थेरेपी नहीं लगी ठीक है अब अगर बेनिफिट्स देखें इनकी ओपन डोर पॉलिसी के तो क्या बेनिफिट्स होते हैं क्या इन्हें प्राइवेट की करने का एग्रीकल्चर को कोई फायदा हुआ था हां प्राइवेटजेसन ऑफ एग्रीकल्चर से क्या हुआ प्राइवेट रिजल्ट से लोगों के एग्रीकल्चर प्रोडक्शन बड़ा सब का अपना अपना खेत था पहले क्या है कम्युनिटी वाले फॉर्म है तो जो भी फसल निकाल रही है पता है भाई बंटवारा हो जाना है प्रॉफिट तो हमें होना नहीं तो लोग अपना इनिशिएटिव नहीं दिखा देते जब सबको अपने-अपने खेत मिल गए तो सब ज्यादा मेहनत करें की भाई हमारा प्रोड्यूस ज्यादा हो प्रोड्यूस ज्यादा होगा तो बाइक का अच्छे डेमन पे अच्छे डेमन पे बिकेगा तो हमें प्रॉफिट होगा तो आप सब बढ़िया तरीके से कम कर रहे थे तो प्रोटेक्शन बढ़ता है पति के साथ में रोलर इनकम बाढ़ जाति है आप लोगों को सिर्फ बेसिक नेसेसिटी नहीं मिल रही थी प्रॉफिट भी मिल रहा था तो उनकी इनकम बाढ़ जाति है हाय पर्सनल सेविंग्स इन और इकोनामी लीड तू एक्सपेंशन ग्रोथ इन और इंडस्ट्री अब जब गांव के लोगों पे इनकम ए गई तो उन्होंने और इंडस्ट्रीज लगानी शुरू कर दी ठीक है तो इस वजह से चीन को काफी मदद मिलती है चाइनीस इकोनामी इंक्लूड बोथ इंडस्ट्री और एग्रीकल्चर गो आते एन फास्ट चीन की इकोनामी में मैं उनके इंडस्ट्री थी वो भी अच्छे से बढ़ाने लगती है जो उनका एग्रीकल्चर सेक्टर था वो वंडर पॉलिसी के बाद वो भी अच्छे से बढ़ाना शुरू हो जाता है सेकेंड्ली जो इन्होंने स्पेशल इकोनामिक जोंस बनाए थे बाहर के देश के कंट्रीज को इनवाइट कर रहा था हमारे यहां के अपनी एमएनसी लगाओ तो इससे इनका फॉरेन ट्रेड भी बहुत बड़ा इन्हें बहुत फायदा मिला चीन विकम डी मोस्ट इंपॉर्टेंट डेस्टिनेशन पर फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट हर एक कंट्री सोचती थी कहानी मंच लगानी है अपनी कहानी अपनी फैक्ट्री लगानी है तो वो जाके चीन में लगा देती हूं क्योंकि चिप लेबल मिलता था अच्छा खास उनको एक अच्छा एनवायरनमेंट मिलता था आईटी हज बड़े फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व दत नो आईटी तू मेक एन बिग इन्वेस्टमेंट इन अदर कंट्री है और जब इन्होंने मंच आलो कारी अपनी कंट्री के अंदर फॉरेन इन्वेस्टमेंट अलाउ कारी अपनी कंट्री के अंदर तो आया इनके पास भर भर के फॉरेन एक्सचेंज यानी की डॉलर जो डॉलर की जो इनके पास था नहीं तो इन्होंने भैया इंपॉर्टेंस बैंड कराए थे अब इनके पास लार्जेस्ट फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व हो गया था इस पूरे वर्ल्ड का एक समय पे क्योंकि इन्होंने इतने साड़ी बाहर की देश की कंट्रीज को कहा हमारे यहां के इन्वेस्ट करो हमारे लेबर से कम करो हमारी जनता से कम करो और उनसे आप जो है हमें अपना फॉरेन एक्सचेंज में आप हमें पे करोगे और यू कैन हैव चिप लेबर हेयर और कंट्रीज का अपना फायदा होता था इस चीन का अपना फायदा हुआ क्योंकि उसे फॉरेन एक्सचेंज मिला एक समय ऐसा आया की चीन पे इतना फॉरेन एक्सचेंज हो गया की चीन ने खुद बाकी कंट्रीज में जा के इन्वेस्टमेंट शुरू कर दी चीन बिल्कुल जैसा अमेरिका इन्वेस्टमेंट करते हैं ना दूसरे कंट्रीज में चीन पे इतना पैसा ए गया की चीन जा के कंट्री जो भी एशिया ऊपर पड़ा है ना उनकी कंट्रीज में जाकर अपनी फैक्ट्री अपनी कंपनी वगैरा लगाना शुरू कर देता है 2001 में चीन वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन का ऐसा 20 में जाके बनाए और ओपन डोर पॉलिसी कितने पहले ग गई थी क्योंकि वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन का मेंबर बन्ना हो तब उसकी बातें मानना और सोवियत यूनियन पहले दिन बन गया था उसके हिसाब से अपना ट्वीट करना पड़ा तो ये अकाल मंडी से चलें ठीक है ऑर्गेनाइजेशन का हिस्सा बन गया मतलब की अब ये पूरे वर्ल्ड के साथ ट्रेड रिलेटेड इश्यूज पे और ज्यादा इंटीग्रेटेड हो गए थे पहले तो अलग चल रहे थे दरवाजे बैंड करके अपने घर के इन्होंने अपने हिसाब से चलते थे अब जब ये अपना पूरा सेटलमेंट कर लिया अपना स्ट्रांग फाउंडेशन रख दिया उसके बाद ये दुनिया में कम रखते हैं ठीक है शॉर्ट कमीज की अगर हम बात करें ओपन डोर पॉलिसी की क्या-क्या कमियां थी एग्जाम में आएगा ये तो भाई अच्छे बात है तो बहुत साड़ी थी बट सेकेंड्ली क्या हुआ उन एंप्लॉयमेंट बहुत ज्यादा प्राइवेटाइजेशन करते रहे तो चीन में अनइंप्लॉयमेंट बहुत बाढ़ गई 100 मिलियन पीपल लगभग जो थे वो उन एंप्लॉय थे और जो फीमेल एंप्लॉयमेंट थी वहां पे जो है क कंडीशन बिल्कुल भी अच्छी नहीं थी जो फैक्ट्रियां थी जो फीमेल कम करती थी उसकी कंडीशन आप मां लो जो और अपने 18 19 सेंचुरी में हुआ करती थी उससे भी बात करती थी एनवायरनमेंट डिग्रेडेशन बहुत शुरू हो गया यहां पे आपको पता है ये कितनी इन्होंने लगे है की एनवायरनमेंट को नुकसान करते हैं और करप्शन बढ़ाना शुरू हो गया इनकी कंट्री के अंदर और इकोनामिक इनिक्वालिटी ए गई यानी की और अर्बन रेजिडेंस और जो है कोस्टल और इंग्लैंड प्रोविंस हर जगह इनिक्वालिटी बन गई यानी की कुछ लोग अमीर होते गए गरीब लोग गरीब होते हैं हम जो है अब चीन हमें पता चल गया की स्ट्रांग तो हुई क्या था इनफैक्ट जाके दूसरी कंट्री में जाकर इन्वेस्टमेंट भी नहीं करनी शुरू कर दी थी तो रीजनल और ग्लोबल्ली देखेंगे चीन को हम एक सुपर आ मतलब एक नई सेंटर ऑफ पावर क्यों का रहे हैं की हां भाई चैनल ताकतवर कंट्री है ऐसा हम क्यों कहते हैं ठीक है तो सबसे पहले चीन को हम ताकतवर इसलिए का रहे हैं क्योंकि इसके कॉर्नर में इतनी स्ट्रांग से चीन वोल्टेज ऑर्गेनाइजेशन का पार्ट बना है तो चीन हमेशा जो है अपनी ट्रेड रिलेटेड इश्यूज में अपनी बात मानव सकते हैं क्यों क्योंकि चीन का ट्रेड काफी अच्छा खास इसकी इकोनामी काफिरों हो रही है काफी स्ट्रांग है ठीक है इसीलिए क्योंकि ये इकोनॉमिकली इतना ज्यादा गो कर रहा था ट्रेड इतना बड़ा था चीन का इसलिए जो इसके जापान के साथ इशू चल रहे थे उस के साथ एशिया के साथ रसिया के साथ वो सब इकोनामी की अच्छे से ना जान क्यों इनके चाइनीस प्रोडक्ट तो हर जगह जा रहे थे ठीक है इतना ज्यादा इनकी आप मंच ग गई थी हर कंट्रीज की आके इन्वेस्टमेंट हो गई थी तो पुरानी इश्यूज को लोगों को भूलना पड़ा बिकॉज़ ऑफ चीन की इकोनामिक पावर प्रोजेक्ट की थी पढ़ेंगे और तो चीन कहता है की वो ताइवान के साथ अपने इश्यूज जो चल रहे हैं उसको रिजल्ट करेगा ठीक है उसको अपनी एक आर्नामेंट में इंटीग्रेटेड करेगा फेयर ऑफ चाइनीस राइस इसलिए भी है हम कहते हैं चीन बहुत बाढ़ जाएगा बहुत ताकतवर बन जाएगा क्योंकि चाहे ना एशिया अकादमी इसको जाके जो है हेल्प करें एशिया के कंट्रीज को जा के वहां पे इन्वेस्टमेंट कर रहा है उन्हें हेल्प कर रहा है ऐसे ही तो उस करता है कोई कंट्री मुसीबत में जाके हेल्प करो फिर जो है उनको ल लो हेल्प करने के बाद ये ही तरीके की टंट्रम्स होते हैं क्यों ऐसे के से जो है चीन करना शुरू कर देता है ठीक है इट्स मोर आउटवार्ड लुकिंग इन्वेस्टमेंट इन लैटिन अमेरिका और अफ्रीका अलसो अब भाई चीन ने मदद करनी शुरू कर दिया लैटिन अमेरिका कंट्रीज की भी और अफ्रीका की भी जो ये दिखा रहा है की हां ये ग्लोबल प्लेयर अब बन चुका है जैसे उस गया अफ्रीका में तेल कंट्रीज में वहां जाकर उनकी मदद करता है और उनका तेल ले लेट है उस ने कारी है अब चीन भी ऐसी कर रहा है की वहां जाके इन्वेस्टमेंट कर रहा है लैटिन अमेरिका की कंट्रीज में अफ्रीका की और जो है उनके साथ जो है इन्वेस्टमेंट कर रहा है वहां जाके तो ये ग्लोबल प्लेयर की तरह इमर्ज हो रहा है ठीक है अब हम पढ़ेंगे इंडिया और चीन के रिलेशनशिप के बड़े में सेकंड चैप्टर जो है आपका जो सेकंड बुक है उसमें हम ज्यादा डिटेल में पढ़ोगे उसके बड़े में तो इंडिया और चीन दोनों ही बहुत इंपॉर्टेंट पावर्स रहे हैं हमारे एशिया के और हम नेबर्स हैं ठीक है इंडिया और चीन के जो हमारा जो है जब तक कालीनलिज्म चल रहा था उससे पहले तक इतने अच्छे खेस टर्म्स नहीं थे यानी की हमारी इतनी नेबर्स होते हैं बट इतनी बातचीत नहीं थी ठीक है बट आफ्टर डी इंडिपेंडेंस ऑफ कॉलोनियलिज्म खत्म हुआ इंडिया में से उसके बाद हमारे रिलेशनशिप स्टार्ट होते हैं और जब स्टार्ट होते हैं रिलेशनशिप में काफी अच्छा फ्रेंड बंता है इंडिया में स्लोगन बहुत फेमस होता है हिंदी चीनी भाई भाई और जो है काफी शॉर्ट पीरियड के लिए चीन एक अच्छा दोस्त राहत है ठीक है बचाना है धोखेबाज इंसान ठीक है तो जो है चीन जब हमारा अच्छा दोस्त होता है तो इस समय बेचना हमारे साथ मिलिट्री डिस्प्यूट में इंगेज हो जाता है और उसके बाद से हम लोगों के जो रिलेशनशिप हैं वो जो है बिल्कुल ही खराब होने शुरू हो जाते हैं जिनकी वजह से चीन और हमारे रिलेशनशिप बाईक गए सबसे पहले जैसे ही चीन ने तिब्बत को जो है ऑक्युपी कर लिया था तो उसके बाद जो है चीन और हमारा एक इशू उसके ऊपर स्टार्ट हो गया था जो आप बुक तू में और अच्छे से पढ़ोगे फाइनली जो चीन ने हमारा इंडिया के जो बॉर्डर है उसके ऊपर क्लेम कर रहा था अरुणाचल प्रदेश में और आकाशी चुनरिया जॉन ऑफ लद्दाख में तो उसकी वजह से चैनल हमारे रिलेशनशिप खराब हुए जब चीन ने 1962 में अटैक कर हमारे ऊपर उससे हमारे रिलेशनशिप खराब है इंडिया का वार भी हो गया था चीन कई बार पाकिस्तान की मदद करने पहुंच जाता है जब पाकिस्तान और हमारी प्रॉब्लम चल रही होती है तो जाकर पाकिस्तान का की मदद करते हैं सो डेट हमें नुकसान हो तो इस वजह से चीन और हमारे रिलेशनशिप जो है वो बिल्कुल खराब हो गए और ये जो ये हमारा बॉर्डर डिस्प्यूट है कहां से और अरुणाचल प्रदेश पर हमला करने ए गया था उसके बाद तो हमारे रिलेशनशिप बहुत ही खराब हो गए और चीन और इंडिया का वार हुआ उसे वार में इंडिया हर गई थी और जो है इसका हमारे पे बहुत ही बड़ा इफेक्ट पड़ा था यही बता रखा है देखो कनफ्लिक्ट ऑफ 1962 इन विच इंडिया सल्फर्ट मिलिट्री रिवर्स आते एन लॉन्ग टर्म इंप्लीकेशन पर इंडिया चैनल रिलेशन उसे वार के बाद चीन और हमारे रिलेशनशिप बहुत ही खराब हो गए थे हमारा मतलब बिल्कुल कोई बातचीत ही नहीं रही थी और वो जो है रिलेशन कुछ ठीक होने शुरू होते हैं 1970 के भी बाद में 19 चैनल और हमारे रिलेशनशिप कुछ ठीक होने शुरू होते हैं 1970 के लीड 1970 में और क्योंकि वहां तब चीन की भी पॉलिसी चेंज हो रही थी चीन के लीडरशिप में चेंज हो रहा था और तब हम लोगों ने बातचीत करनी शुरू कारी थी बॉर्डर डिस्प्यूट को और करने के लिए 1981 से आप कोल्ड वार जब खत्म हो जाता है उसके बाद इंडिया और चीन का रिलेशनशिप भी बादल जाता है डी रिलेशनशिप नो विकम मोस्ट स्ट्रीट्स आज वेल आज इकोनामिक अब हमने इकोनॉमिक्स जो है एक दूसरे से फ्रेंडशिप अब हमने एक इकोनॉमिकली एक दूसरे पर क्लिक करना जो है वह स्टार्ट कर दिया था ठीक है 1991 की बात से डाइंड ऑफ डी कोल्ड वार हमारा रिलेशन काफी चेंज हुआ है रिलेशन स्ट्रैटेजिक और इकोनॉमिक्स बन जाता है राजीव गांधी जी चीन विजिट करते हैं 1988 में सो डेट हमारा रिलेशन शिव इंप्रूव हो पे उसके बाद से दोनों ही गवर्नमेंट हमारी जो है एक दूसरे से कोशिश करती है पीस और ट्रेंकुलिटी बॉर्डर पे लाने के लिए की बॉर्डर पे जो है जो है वो टाइप सिचुएशन ना बने पीस और त्रिनिटी ठीक है हम लोगों ने बहुत सारे एग्रीमेंट भी साइन करें चीन के साथ में कल्चरल एक्सचेंज जिसके लिए साइंस टेक्नोलॉजी के कॉरपोरेशन करने के लिए और ओपन फोर बॉर्डर पोस्ट पर ट्रिक ठीक है ट्रेड के लिए हमने अपने जो है बॉर्डर्स जो है वहां पे ओपन करें सो डेट चीन और इंडिया जो है आपस में हमारा बेसिकली रिलेशनशिप ठीक क्यों हुआ था ट्रेड की वजह से चीन और इंडिया का ट्रेड काफी गो हो रहा है 30% पर एयर साइंस 1999 यानी की हर एयर चैनल हमारा ट्रेड 30% ट्रेड अगर बिटवीन इंडिया और चीन देखिए तो वह 338 मिलियन जो 1992 था उससे बढ़कर 2017 में डॉलर 84 बिलियन हो चुका है तो इतना ट्रेड करते हैं हम चीन से मोर रिसेंटली हमारी दोनों कंट्रीज ने एक दूसरे को कॉरपोरेट करने का जो है कहा है जैसे की फॉरेन वर्ल्ड से जैसे की जब बिडिंग होती है तेल के ऊपर एनर्जी के ऊपर तो जब दोनों कठे मिल्क अगर रहेंगे तो उसका फायदा हम लोगों को ही होगा एड ग्लोबल लेवल बहुत कंट्रीज और अडॉप्टेड सिमिलर इकोनॉमिक्स पॉलिसी हमारी इकोनामी पॉलिसी और चैनल की मिलती जलती है ग्लोबल लेवल पे और हम दोनों ही वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन का मेंबर है अभी अगर हम बात करें न्यूक्लियर टेस्ट को लेकर तो इंडिया में न्यूक्लियर टेस्ट हुआ था 1998 पे और वो हमने इसलिए ही कर था क्योंकि जो है चीन से हमें थ्रेड का और वहां पे न्यूक्लियर वेपन होगा तो दें यू नो कितना ज्यादा मिलिट्री रिलेशन विद बांग्लादेश और म्यांमार और व्यूवर्स हो स्टाइल तो इंडियन इंटरेस्ट इन साउथ एशिया जैसे की बांग्लादेश की जाके मदद करेगा में मार्केट कर रहा है कहानी ना कहानी जिससे हमें नुकसान पहुंचे जो डी बाउंड्री शूज तो हमारे अभी भी हैं बीच में बट हमारे इसके बीच में डिप्लोमेटिक विजिट बढ़िया हमारी ट्रांसपोर्ट कम्युनिकेशन बड़ी है बस इस चल गई है और जो है आना-जाना आसन हो गया चीन और इंडिया के बीच में कुछ हमारे रिलेशनशिप अच्छे हो रहे हैं रीजन और है जिसके वजह से चैनल हमारे रिलेशन फिर से खराब हो रहे हैं वो ये है यहां पे आपको बता रखा है बॉर्डर डिस्प्यूट जो चल रहा है हमारा चीन पाकिस्तान इकोनामिक कॉरिडोर में उसकी वजह से रिलेशनशिप खराब है और सेकेंडरी जब हम ने उन में मूव कर था अपना तू काउंटर टेररिज्म पाकिस्तान के अगेंस्ट तो उसमें पाकिस्तान का साथ देने पहुंच गया था चीन क्योंकि चीन का यही कम है जहां पे भी इंडिया को जो है प्रॉब्लम क्रिएट करनी है तो चीन लगे करने की कोशिश करता है चीन और हमारे रिलेशनशिप स्ट्रांग है ट्रेड में क्योंकि चैनल और हम दोनों ही एक राइजिंग इकोनॉमी है और हमारे ट्रेड काफी अच्छा है ठीक है तो यही आपको चीन के बड़े में पढ़ना था चीन में सबसे इंपॉर्टेंट एग्जाम में आएगा आपका चीन का इकोनामिक मॉडल ओपन डोर पॉलिसी और इसको आपको याद रखना है इंडिया चैनल का रिलेशनशिप तू में से ज्यादा पूछा जाता है ठीक है अब करते हम अपनी नेक्स्ट पावर जो है जापान ठीक है तो जापान के लिए आपको बता इंडियन ब्रांड का नाम आपने सुना होगा सोनी पैनासोनिक सुजुकी होंडा टोयोटा ये सब कौन से है ये सब जापानी ब्रांड है तो आप समझ जो जापान की इकोनामी कितनी अच्छी होगी जब ये सब ब्रांड हमें आपस में अगर घूम के देख लोग तो शायद घर में सोनी का टीवी हो पैनासोनिक का हो सुजुकी होंडा गाड़ी और स्कूटी आपके पास इसकी तो आप इसकी इन्फ्लुएंस हमारी मार्केट पर देख सकते हो जापान के पास खुद के नेचुरल रिसोर्सेस बहुत ही ज्यादा कम है खाने पीने की भी चीज नहीं एग्रीकल्चर भी साउंड नहीं है सब कुछ ज्यादातर इंपोर्ट करता है जापान फिर भी ये इतना ज्यादा पावरफुल हो रहा है ये एक ऐसी कंट्री है जिसने पहले कंट्री और आखरी कंट्री जिसने जो है आपका वो की न्यूक्लियर वेपन का टैग भी रहा है और जो है तभी ये इतना डेवलप मेंबर बन जाता है ऑर्गेनाइजेशन पर इकोनामिक कोऑपरेशन और डेवलपमेंट का 1964 में 2017 में यह थर्ड लार्जेस्ट इकोनामी बन गया था और ये g7 का मेंबर है एक ऐसी एशिया कंट्री है यह जो j7 का मेंबर बनी है 11th लार्जेस्ट पापुलेशन है इसकी वर्ल्ड में और ये मैंने आपको ओनली नेशन जिसके ऊपर न्यूक्लियर बम गिरा है सेकंड लार्जेस्ट कंट्रीब्यूटर है उन के बजट का तो उन जो चलती है उसके बजट उसको जाना होता है जिसको फंड जानी होती है पहले नंबर पे उस का सेकंड नंबर पे जापान गए तो इसकी डोमिनेंट आप अपने आप समझ सकते हो और ऑलमोस्ट 10% ऑफ डी टोटल है ये जापान जो है उसका सिक्योरिटी एलाइंस है विद उस साइंस 1951 1951 से जापान उस का सिक्योरिटी एलियंस है जापान के कॉन्स्टिट्यूशन के आर्टिकल नाइन के अकॉर्डिंग डी जापानी पीपल बिल फॉरएवर रिनाउंस वार आगे एन सावरेन राइट ऑफ डी नेशन और थ्रेड और उसे ऑफ फोर्स आगे एन मिंस सेटलिंग इंटरनेशनल डिस्प्यूट ठीक है तो ये कभी भी वार नहीं करेंगे डिस्प्यूट नहीं करेंगे डिस्प्यूट को सॉल्व करने के लिए वार्म नहीं जाएंगे ये इनका कॉन्स्टिट्यूशन का जो है पर्टिकुलर इन्होंने मेंशन कर रखा है एल्डो जपनस मिलिट्री एक्सपेंडिचर इस ओनली 1% ऑफ एन जीडीपी तो ये लोग जब रोड पे नहीं जाएंगे तो इनका जो मिलिट्री पे एक्सपेंड है सिर्फ 1 परसेंटेज जीडीपी का फिर भी इनकी जो मिलिट्री है वो सेवंथ लार्जेस्ट इन डी वर्ल्ड बेस्ट तो अपने आप समझ जो आर वेरी पावरफुल कीपिंग इन मन जो दिस डू यू थिंक जापान कैन आईएफ यू फंक्शन एक एन अल्टरनेटिव सेंटर ऑफ पावर तो क्या आप का सकते हो की जगबान भी बहुत ताकतवर कंट्री है तो हमारा आंसर होगा यस में ठीक है चलो अब हमारे नेक्स्ट पावर आएगी साउथ कोरिया ओके साउथ कोरिया और नॉर्थ कोरिया में जो है डिवाइड हो गया था एडेंड ऑफ सेकंड वर्ल्ड वार सेकंड वर्ल्ड वार के बहुत साउथ कोरिया हॉट कोरिया अलग हो गया था जो कोरियन वार हुआ था 1950 और 53 में और कोल्ड वार के बाद इससे जो साउथ कोरिया नॉर्थ कोरिया की जो रिवरी थी वो और ज्यादा बाढ़ जाति है बहुत कोरिया फाइनली बेकेम डी मेंबर ऑफ यू एन यू एन का ये मेंबर बंटी है 17 सितंबर 1991 को तो ये आपको याद रखना है की साउथ कोरिया उन का मेंबर कब बंटी है और इन फैक्ट नार्थ कोरिया भी तभी बनी थी ठीक है में विल साउथ कोरिया आज एन इमर्जिंग सेंटर ऑफ पावर बन रहा है साउथ कोरिया काफी अच्छी पावरफुल कंट्री बन रहा है हमारे वर्ल्ड में 1960 और 1980 से इसकी इकोनामी बहुत ज्यादा गो कर रही है और इसकी इकोनामी की गो करने को भी बोला जाता है मिरेकल ऑन डी हार्डवेयर हार्डवेयर में अच्छे से इनका एक ऑन में डेवलपमेंट हुआ तो उसको बोला जाता है मेरे को लर्न ये बोर्ड एग्जाम में ए सकता है क्वेश्चन डिस्क्राइब वाटर डेवलपमेंट हुआ था साउथ कोरिया में उसे कहा जाता है ठीक है सीखने के लिए डी जो राउंड डेवलपमेंट क्योंकि यहां साउथ कोरिया में जो राउंड डेवलपमेंट कर गया था ठीक है साउथ कोरिया भी ओसीडी का मेंबर बन गया था जैसे जापान बना था 1996 में 2017 में साउथ कोरिया के इकोनामी 11th लार्जेस्ट इन डी वर्ल्ड थी और उनका मिलिट्री एक्सपेंडिचर टेंथ लार्जेस्ट है पूरे वर्ल्ड में ठीक है आगे पढ़ें हम अकॉर्डिंग तू ह्यूमन डेवलपमेंट रिपोर्ट जो है 2016 की साउथ कोरिया की रैंक 18 है बहुत सारे ऐसे रिस्पांसिबल फैक्टर्स है जी पे जो है इनकी रैंक कितनी अच्छी है सक्सेसफुल ब्रांड रेफरेंस इंडिया है ह्यूमन रिसोर्सेस डेवलपमेंट यानी की यहां पर लोगों के पास जब है लोगों के पास अच्छे इनकम है तो इनकम अच्छी होगी तो ह्यूमन जो है अपनी एजुकेशन पे अच्छा खर्चा कर पाएगा अपने हेल्थ पे अच्छा खर्चा कर पाएगा ठीक है और रैपिड इक्विटेबल इकोनामिक ग्रोथ है इक्विटेबल इकोनामी ग्रोथ मतलब की अमीरी गरीबी का फर्क ज्यादा नहीं होगा वो ज्यादा नहीं है की ऐसे बहुत अमीर अमीर हो जाएगा गरीब गरीब होते हैं नहीं इक्विटी टेबल इकोनॉमिक्स ग्रोथ है इनके अदर फैक्टर जिसकी वजह से ये काफी स्ट्रांग हो रहे हैं वो है इनका पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट गवर्नमेंट इन फर्स्ट चैप्टर अच्छा बना रही है गवर्नमेंट इंस्टीट्यूशन बहुत अच्छे हैं और गवर्नेंस काफी अच्छी चल रही है जो साउथ कोरिया ब्रांड है जैसे की सैमसंग लोग हुंडई ये भी काफी अच्छे दिन ऑन इंडियन है मार्केट में और बाकी देश में भी है तो इनका बाकी देश के मार्केट पे काफी अच्छा हॉल है न्यूमेरल्स एग्रीमेंट्स बिटवीन इंडियन साउथ कोरिया साइनिफाई डियर ग्रोइंग कमर्शियल टैक्स तो इंडिया साउथ कोरिया के भी काफी अच्छे खेस टर्म्स है कमर्शियली भी अगर हम देखें और जो है यहां पे विद दिस ये आपका चैप्टर पूरा कंप्लीट हो जाता है आई होप चैप्टर आपको बहुत ही आसन लगा होगा की आप पर हमने हमने बस थोड़ा पावरफुल क्यों है उसके अकाउंट में पॉलिसीज वाली पॉलीटिकल पूरा कंप्लीट हो जाता है तो आप कमेंट क्षेत्र में पूछ सकते हो इसके ये प्रॉपर नोट्स मेरे इंस्टाग्राम आईडी पे आपको मिल जाएंगे बाकी चैप्टर पढ़ने के लिए आप डिस्क्रिप्शन बॉक्स को चेक कर सकते हो और मैं अपने चैनल पर पॉलीटिकल साइंस ज्योग्राफी इकोनॉमिक्स