हेलो एवरीवन जैसे कि हमने लास्ट अपनी इंट्रोडक्शन वीडियो में हमने बताया था कि हमारे पास लेबस में फाइव यूनिट्स है अब फाइव यूनिट्स में हम सबसे पहले स्टार्ट करेंगे हमारा यूनिट वन अब यूनिट वन का प्लेबस है यह जो हमने अपनी लास्ट वाली वीडियो में भी आप लोगों से शेयर किया था और यह चीज मैं आपको आना चाहूंगी कि हम अपना पहला लेक्चर स्टार्ट करेंगे एटोमिक एंड मॉलेकुलर स्ट्रक्चर से जो कि हम पार्ट 2 में complete करेंगे यानि part 1 and part 2 तो हम part 1 में topics complete करेंगे MO diagram N2 molecule का, O2 molecule का, CO molecule and NO molecule का Let's start अब हमारे पास ये चीज़ आती है कि हमारे exam में question किस तरीके से आएगा हमारे exam में question आएगा जैसे मैंने लिखा हुआ है already Draw the molecular orbital diagram of N2 That is N2 molecule What is its bond order? and also discuss it magnetic behavior on the basis of MOT MOT is Molecular Orbital Theory तो अब यहाँ पे आपको क्या चीज़े बतानी है कि आपको MO Diagram बताना है यानि Molecular Orbital Diagram किसका? N2 Molecule का तो उसके लिए आपको सबसे पहले एक चीज़ याद रखनी है कि आपका N2 Molecule हमेशा तब बनेगा जब आपके दो nitrogen atom combine होंगे यानि आपने सबसे शुरू में क्या लेना है? N की configuration लेनी है यानि इसकी configuration आपको पता है 1S2, 2S2 2P, 2P 3 अब यहाँ पे क्या होगा कि जैसे ही आपने configuration इसकी लिखी यानि इसका atomic number आपके पास क्या है 7 इस 7 से आपने लिखा 1S2, 2S2, 2P, 3 अब जैसे ही आपने configuration लिखी तो आपको यह पता चला कि आपने configuration किस order में लिखी यानि आप हमेशा क्या कहते हैं कि हमने इसकी configuration लिखी increasing energy level के order में यानि आप इस पास से क्या समझ रहे हैं इसका मतलब यह हुआ कि आपने यह बताया कि 1s orbital की energy कम है as compared to 2s orbital और यहाँ पर आप क्या बोल रहे हैं कि 2p की energy आपकी इन तीनों में सबसे जादा है अ और उनसे combine करके क्या करेंगे?
molecule बनाएंगे यानि आपको एक चीज यह याद रखनी है कि आपने दो atom से combine करके क्या बनाना है? molecule बनाना है और वो molecule तब बनेगा जब आप इनकी atomic orbitals को यानि इनकी atomic orbitals को combine करके molecular orbital बना रहे हो अब बीच में आपकी क्या बनेगी? molecular orbitals अब ये molecular orbitals आपकी बनती है bonding molecular orbitals और anti-bonding molecular orbitals अब आपने इसको बोला नीचे वाले को bonding orbital और उपर वाले को बोला anti-bonding अगर हम बात करेंगे 1S की यानि आपने जैसे configuration लिखी है उसी तरीके से आपने यहाँ पर इसकी orbitals ली और उन orbitals से आपने क्या बनाया उसके bonding और anti-bonding molecular orbitals अब आपको ये पता है कि आपने 1S लिया, तो 1S से हमेशा क्या बनेगा, सिग्मा बॉंड बनेगा, और सिग्मा बॉंड आपका कहां बन रहा है, 1S में, अब इसी तरीके से आपने क्या बनाया, एंटी बॉंडिंग आप इसको बोल रहे हो, तो एंटी बॉंडिंग का मतलब मैंने ये चीज आपको पहले भी बोली कि आप उसी तरीके से चलेंगे जैसे आपने configuration को लिखा है अब इस तरीके से ही आपने क्या करना है 2s orbital ले लेनी है और ये 2s orbital है आपकी nitrogen atom की ये पहले nitrogen की और ये आपकी दूसरे nitrogen की अब इसी तरीके से आप इस atomic orbital को क्या करोगे molecular orbital में split करोगे अब ये molecular orbital आपकी कैसी बनेगी?
वही आपकी bonding orbital और anti-bonding orbital. अब आप bonding orbital की बात कर रहे हो 2s orbital की. तो यहाँ पर s में दुबारा से आपका क्या बनेगा? sigma bond बनेगा और sigma star bond बनेगा. यहाँ तक यह चीज़ सबको clear हो जानी चाहिए कि आपकी s orbital में हमेशा क्या बनेगा sigma bond बनेगा और यह sigma आपका तब बनेगा जब आप किसकी बात कर रहे हो bonding orbital की बात कर रहे हो और वहीं जब आपने anti bonding की बात करी तब आप क्या बात करेंगे कि वहाँ पे आपका sigma star बन रहा है Already 3 orbitals हैं, यानि अगर आप इसको 2P बोल रहे हैं, पहले nitrogen का, और ये आपका 2P है, second nitrogen का, तो यहाँ पर आपको क्या चीज़ बता है, कि ये इसमें 2PX, 2PY, और 2PZ, इस तरीके से, अब आपको यहाँ पर एक चीज़ ध्यान रखनी है, कि आपने P orbital में, हमेशा सिंगल सिंगल इलेक्ट्रोन पहले फिल करने है और उसके बाद आप क्या करोगे पेरिंग करोगे अब जैसे यहां पर पता है कि टूएस में हमारे कितने इलेक्ट्रोन से टू इलेक्ट्रोन से तो उसमें आपको पेरिंग का ध्यान कि आपका यह वन ऐसे है यहाँ पर यह सिग्मा वन एस बन गया और यहाँ पर आपका सिग्मा स्टार वन एस बन गया लेकिन पी में आपका क्या आता है पी में आपका सिग्मा बॉंड भी आता है और पाई बॉंड भी आता है आपको अब यह चीज याद रखनी है कि यह आपका सिग्मा बॉंड और तब इस थेओरी ने आपको बताया था कि आपका सिग्मा और पाई बॉंड किस तरीके से बनेगा तो इन्होंने आपको क्या बताया था कि कोवलेंट बॉंड जो आपका बन रहा है यानि इनिशियली आपका कोवलेंट बॉंड जो है वो किस तरीके से बना कि आपके ओर्बिटल्स ओवरलैप करके यानि ओवरलैपिंग का कंसेप्ट ये लाए थे ओर्बिटल में उससे इन्होंने क्या बताया था कि आपका bond formation हो रहा है, वो bond formation आपका covalent bond होगा और वो covalent bond आपके कितने types के हैं?
single, double bond और triple bond, यानि इस तरीके से आपके bond बनते हैं और ये कैसे बन रहे हैं? शेयरिंग of electrons, तो आप अगर orbital की बात करें तो आपके बास orbitals कौन सी है? यानि orbitals के अगर आप बात करें तो आपके पास orbitals हैं sp, d और f, यहाँ पर अभी तक हम क्या बात करेंगे, सिर्फ और सिर्फ s और p की बात करेंगे, क्योंकि हमने अपनी configuration में nitrogen तक लिखा है, और nitrogen में हम क्या लिख रहे हैं, 1s2, 2s2, 2p, 3. अब यहाँ पे आपका क्या आता है, सिर्फ S और P, अब S और P की shape आपको पता होने चाहिए, यानि जब भी आप overlapping कराएंगे तो उसके लिए आपको क्या पता होने चाहिए, shape पता होने चाहिए, तो यानि O की shape आपकी कैसी है, spherical shape है, अब यह overlap करेगा दूसरे atom के S के साथ, अब हमने ये बात करेंगे, जब हमारा N2 का मॉलिकिल बन रहा है, तो वो 1S के साथ कमबाइन कर रहा है, दूसरे एटम के 1S के साथ, तो ये ओवरलाप करेंगे, और ये ओवरलाप किस तरीके से करेंगे, ये ओवरलाप इस तरीके से करेंगे, तो यानि ये आपका बॉन्ड फ अब इसी तरीके से आपका S पी के साथ भी ओवरलैपिंग करेगा, यानि ये हमारा अगर पी ओर्बिटल है, जिसकी डंबल चेप है, तो ये आपका S के साथ भी ओवरलैपिंग करेगा, S आपका कैसा है, स्वेरिकल चेप, जो मैंने आपको अभी बताया उपर, कि S की शेप हमेशा कैसी रहेगी, स्वेरिकल चेप रहेगी, तो ये P के साथ भी कमबाइन करेगा, तो P के साथ भी कमबाइन करेगा, यानि ओवरलैप कर लेगा, अब यह आपका कमबाइन करेगा इस तरीके से तो यानि बॉन्ड फॉरमेशन हमेशा कहां होगी बॉन्ड फॉरमेशन आपकी वहां होगी जो आपका ओवरलैप्ट पार्ट होगा यानि आपका बॉन्ड फॉरमेशन यहां होगी यानि शेयरिंग ऑफ इलेक्ट्रोल्स इस पर्शन में होंगे और तब आप जाकर आपका क्या बनेगा बॉन्ड बनेगा अब आपको क्या करना है कि आपने कहां बॉन्ड बनाया ऐसो पी में यहां पर भी हमेशा आपका क्या बनेगा सिग्मा बॉन्ड बनेगा ठीक है अ अब इसी तरीके से अगर मैं ये कहूँ कि पी भी तो आपका ओवरलेपिंग करेगा पी ओर्बिटल के साथ, यानि अगर मैं ये कहूँ पी की डंबल शेप है, और ये इस तरीके से, अभी मैंने क्या किया था, कि पी की ऐसी शेप लिखी थी, और अब मैंने ये ऐसी shape लिखी है, तो इसका मतलब ये हुआ कि आपका P overlapping कैसे करेगा, दोनों तरीके से कर सकता है, अब ये जो overlapping हो रही है आपकी, ये कैसी है, head on head overlapping, कि आपका यह इधर वाला यह जो है वाला पोर्शन है यह कंबाइन कर रहा है इसके इस हेड से अब आप इधर क्या बोल रहे हो कि यह ओवरलैपिंग कैसी हो रही है यह आपकी है साइड वाइज ओवरलैपिंग यह आपकी है साइड वाइज ओवरलैपिंग और बॉन फोरमेशन होगा आपका दोनों में एक में आपका इस तरीके से और द कि यह आपका यहां पर वर्लेपिंग हो गया और इसका इस तरीके से वर्लेपिंग हो गया तो यह आपका यहां पर और यह आपका यह वर्लेप वाला पार्ट हो गया तो बॉंडिंग आपकी कहां बन रही है यानी जहां पर आपका ओवरलैपिंग वाला हमेशा पी में याद रखनी है कि पी में आपका यहां पर क्या बना जब आपकी अ है डोन लेपिंग हुई तब आपका कैसा बॉड बना सिग्मा बॉड बना और जब एक सिग्मा बॉड बन गया तो वहां पर है डोन लेपिंग फर्थर होने के चांसेस नहीं रहे उसके बाद आप क्या करेंगे पी में जो फर्थर बनाएगी यह आपका पाइब बनाएगी अब हम क्या बता रहे हैं अपने हम व डाइग्राम में कि हमारी पी में तीन और बिटल है यानि हम 2P की बात करें नाइटोजन में, तो कैसे बोल रहे हम कि ये 2PX है, ये 2PY और ये 2PZ, तो ओविस्टिव बात है कि हमारा P में 3 बार ओवरलैपिंग हो रही है और 3 तरीके के बॉंड बन रहे हैं, तो अगर हम ये इमेजिन कर लें कि हमारा सिग्मा बॉंड जो एक बा एज एट इस 2px में भी आपका क्या बनेगा पाई बॉंड बनेगा अब ये concept आपको हमेशा ��पने MO डाइग्राम में याद रखना है और एक चीज और आपको याद रखने है कि sigma की energy different होगी और इन दोनों की energy आपकी different होगी अब इसी के basis पे आप क्या करेंगे अपना डायग्राम फर्दर कंटिन्यू करेंगे अब हमें यह पता है कि हमारा यहाँ पे सिग्मा बॉंड बन रहा है और यहाँ पे हमारा पाई बन रहा है इधर वाले नाइटोजन के लिए भी यही सेम चीज फोलोगी कि इधर पाई सिग्मा बॉंड बना और अब इसमें जब हम ये चीज कह रहे हैं कि हमारे सिग्मा की एनरजी अलग है और पाई की एनरजी अलग है तो हमारे पास स्प्लिट करने का तरीका भी दो तरीके से होगा कि हमारा सिग्मा अलग एनरजी लेवल शो करेगा और पाई एनरजी लेवल अलग शो करेगा तो वहाँ पर नंबर अफ एलेक्ट्रोन्स कितने वै 7 प्लस 7 14, अब ये 14 electrons, यानि 2 से लेके, यानि hydrogen से लेके, हम अगर n2 तक की बात करें, तब वहाँ पे आपका क्या होगा, कौन सा pattern follow होगा, वहाँ पे आपको एक चीज़ हमेशा याद रखनी है, कि आपको pattern follow करना है 2, 1, 2, 1, यानि 2 का मतलब दोनों πाई बोन, और 1 का मतलब sigma बोन, इस अब इसमें 2 का मतलब आपको हमेशा ही यह signify करेगा कि दोनों πाई बॉंड. अब हमने number of electrons कितने की बात करी nitrogen में?
14 electrons की. अब 14 electrons के लिए आप कौन सा pattern draw करेंगे? 2, 1, 2, 1. तो इसको आप split करते हुए चलेंगे इस तरीके से. कि आपने नीचे क्या बनाया? 2, that is दोनों पाई बॉंड.
2P, X में. वाइट आप इसी तरीके से आपका वन आप सिंबोलाइज कर रहे हो किसके लिए सिग्मा बॉंड के लिए और सिग्मा बॉंड आपका कहां बन रहा है टू पी जड़ में अब इसके बाद आपको क्या करना है सेम एजिटेज इसके एंटी बॉंडिंग और बिटल्स बनाने यानि इसी के एंटी बॉंडिंग और बिटल्स और आप क्या बोल रहे हैं कि एंटी बॉंडिंग में भी आपका क्या है पाइक एनर्जी नीचे यानि अब एंटी बॉंडिंग की बात हो रही है तो पाइस्टार टू पी एक्स अ और इदर क्या जाएगा आपका पाई स्टार 2PY, अब सेम उसी तरीके से आपका क्या जाएगा, सिग्मा स्टार 2PZ, अब इसमें किसी को भी स्पिलिट करने में कोई भी प्रॉब्लम नहीं आनी चाहिए, क्योंकि अब तक Students confused इसी चीज में रहते हैं कि आपको split किस तरीके से करना है और diagram कैसे बनाना है इसमें आपको सबसे पहले यह चीज याद रखनी है कि आपको atomic orbital यानि nitrogen की atomic orbital से दूसरे nitrogen orbital के साथ mix करके molecular orbitals बनानी है तो यह आपकी क्या है atomic orbitals यानि इनको मैं mention कर दूँ atomic orbitals और यह middle में क्या बन रही है molecular orbitals और molecular orbitals है किस तरीके की जहां पे आपका सिग्मा बॉंड बन रहा है और पाई बॉंड बन रहा है अब आपको इसमें इलेक्ट्रोन्स फिल करने है अब आपको ये बताना है कि इलेक्ट्रोन्स की ओवरलैपिंग हुई किस तरीके से आपको कॉन्फिग्रेशन से पता चल रहा है कि इस नाइट्रोजन के पास S में कितने इलेक्ट्रोन्स है अब इसके बाद 2S में इसके पास 2 इलेक्ट्रोन्स इसी तरीके से P में कितने इलेक्ट्रोन्स 3 अब आपको ये चीज मैंने पहले भी बताई है कि P में हमेशा कितने इलेक्ट्रोन्स होंगे टोटल 6 और हम 6 को कैसे फिल करेंगे 1 by 1 यानि pairing आप सबसे बाद में शुरू करेंगे इसी तरीके से इसके electrons फिल कर लें कि यहाँ पर आपके कितने electrons 2 electrons इसके बाद आपके 2s में 2 electrons और यह सारी चीज़े कहां से पता चली आपको configuration से पता चली अब इसके बाद आपको ये देखना है कि आपका बॉन्ड फोर्मेशन हो रहा है, वो कैसे हो रहा है, यानि ओवरलेपिंग से हुआ भी, जैसे मैंने पीछे आपको बताया कि वैलेंस बॉन्ड थ्योरी ने सारी चीज़े बताई, उसके बाद वी एसी पी आर थ्योरी भी आई आपका bond order नहीं define कर पाया इसलिए VACPR थिओरी के बाद आपकी MOT थिओरी आई थी अब इस MOT ने आपको यह बताया कि आपकी molecular orbitals जितनी हैं वो कैसे behave करेंगी आपकी bonding orbitals और anti bonding अब आप ये देखेंगे कि आपका bonding orbital जो बनी वो two electrons है बनी यानि आपका one electron इसका और one electron इस atom का इन दोनों ने overlap करके क्या बना ली bonding orbital और बाकी के दो anti bonding orbital अब इसी तरीके से two s में बना लेंगे कि एक electron इधर से और एक electron इधर से अब सेम रिमेनिंग आपका कहां चला जाएगा, अंटी बॉंडिंग में, अब आपके लिए इंपोर्टेंट यह है कि आप पी में एलेक्ट्रोन्स को फिल किस तरीके से करोगे, यानि आपके पास टोटल थ्री एलेक्ट्रोन्स इदर और थ्री एलेक्ट्रोन्स उदर, यानि यानि आपका 2PX में इधर वाला एटम का 2PX इसका एक एलेक्ट्रोन और इधर वाले 2PX का एक एलेक्ट्रोन इनोंने दोनोंने क्या किया पाई बॉन्ड बनाया ओवरलाब करके इसी तरीके से Y में और Z में आपका क्या बना सिग्मा बॉन्ड अब इस डायग्राम से आपको क अब magnetic behavior बताने से पहले आपको इसका क्या लिखना है? MO configuration अब ये configuration अब आपको electronic configuration इसका पता है कि आपने किस तरीके से लिखा है 1s2, 2s2 और 2p3 अब MO configuration में आपको एक चीज़ हमेशा याद रखनी है कि आपको क्या लिखनी है molecular orbital इनकी configuration यानि जो ये आपकी molecular orbital यहाँ पे बनी है डायग्राम में और ये कैसे बनी है increasing energy level में अगर हम ये बात करें कि हमारा sigma 1s सबसे नीचे है तो इसका मतलब हम ये कह रहे है कि सिग्मा वन एस की जो एनरजी है वो सबसे ज़्यादा कम है एस कंपेर्ट टू बाकी की हमारी जितने भी मॉलेकुल और बिटल्स यहां पर बनी हैं अब आपको एक चीज और याद रखनी है केमिस्ट्री में कि जब भी आप एनरजी की बात करेंगे तब आप क्या बोलें� ग्राउंड स्टेट में तो आपको इसके लिए मॉलेकुलर और बिटल कॉन्फिग्रेशन लिखने के लिए स्टेप बाई स्टेप ही चलना है यानि नीचे से ऊपर की तरफ तो आप कैसे शुरुवात करेंगे सिग्मा वन एस और आप क्या लिख रहे हैं कॉन्फिग्रेशन सिग्मा स्टार 1 S 2 अब इसके बाद आपका क्या आएगा, आपने क्या बात करी, सिग्मा 2S, और मैं ये increasing order इसलिए लगा रही हूँ, क्योंकि मैं इसको in terms of energy level लिख रही हूँ, यानि ये जो मैंने diagram draw किया, ये आपका क्या है, increasing energy, अब इसके बाद आपका क्या आएगा, 2S, 2S में सबसे पहले क्य अब इसके बाद आपका क्या आएगा, इसका anti-bonding, यानि sigma star 2s2, अब आपको एक चीज मैंने पहले ही बताईए कि आपके दोनों, दोनों pi bond, जहां पे बन रहे हैं, यानि pi bond आपका कहां बन रहा है, 2px, और 2PY में, अब इन दोनों की energy आपकी क्या रहने वाली है, same रहने वाली है, अब इन दोनों की energy same रहेगी, तो इसको आप कैसे denote करेंगे, कि आपने क्या लिखा, pi 2PX, और इसमें कितने electrons हैं, 2, अब ये आपकी क्या रहेंगे, same रहेंगे, किसके equal, यानि 2PY, अब इसमें भी तो इसमें फिर से डिफरेंस करेंगे कि आपका क्या रहा है सिग्मा टू पी जड़ अब इसमें भी आपके कितने लेक्टरों से टू लेक्टरों से तो आपको एक चीज हमेशा याद रखनी है कि आपको वहीं तक इसको मेंशन करना है जहां तक अब ये configuration लिखने के बाद आपको इसमें हमेशा इसका bond order calculate करना है, यानि bond order, अब bond order आप किस तरीके से calculate करेंगे, इसके लिए आपके पास एक formula है, 1 upon 2 NB minus NA, अब ये चीज़ आपको formula से ये पता करना है, कि NB आपका यहाँ पर क्या है, एंड भी है आपका नंबर ऑफ बॉंडिंग इलेक्ट्रोंस यानि जितने भी आपके सिग्मा और पाइड जो बॉंड से जो आपके मॉलेकुलर और बिटल में है जिन पर स्टार नहीं लगा यानि वह आपके क्या है बॉंडिंग और बिटल है तो आप उसको क्या कैलकुलेट करोगे कैसे यानि आपका वन एस में आपका सिग्मा फिर आपका टूएस में सिग्मा फिर आपके यहां पर पाइड यह दोनों आपके कैसे हैं बॉंडिंग और बिटल्स तो आप इन दोनों को भी कैलकुलेट कर लोगे तो यानि 24 6, 8, plus 2, 10 electrons.
अब इसके बाद आपका क्या आजाएगा? N, A, यानि number of electrons, जो कि आपके anti-bonding orbitals में हैं. अब आपके anti-bonding कहाँ पे हैं? जहाँ पे आपका sigma star और pi star हैं. अगर हम ये calculate करें, तो 2, 4. अब उपर का ये क्या है?
Blank है. तो यहाँ पे हमारे कितने electrons आगे? 4 electrons.
थ्री अब आपको बॉन्ड रोडर से क्या पता चल रहा है यानि आपने बॉन्ड रोडर थ्री कैलकुलेट किया तो अब आपने एक चीज देखिए होगी कि आप जब भी लिख रहे हो कि एन दूसरे एन को डिनोट कर रहे हो तो उसमें आप क्या लगाते हो है यानि एन टू जब भी आप डिनोट करोगे तो यानि इसका मतलब यह है कि एन ट्रिपल बॉन्ड अ आप मेंशन करोगे यानि एक n दूसरे n के साथ हमेशा triple bond ही बनाएगा अब आपको क्या बताना है कि इसका magnetic behavior कैसा होगा अब magnetic behavior बताने के लिए आपको क्या बता होना चीज़ें paired electrons और unpaired electrons अब अगर हम अपने डायग्राम में देखें कि हमारे पास यहां तक लास्ट तक यह जो लास्ट हमारी बॉड्निंग ओर्बिटल है किसकी पी की जिसमें हमारा क्या बन रहा है सिग्मा बॉड्न बन रहा है तो वहां तक हमारे एलेक्ट्रोंस फिल है और उसमें दोनों एलेक् तो इस तरीके से हमारा क्या है यहाँ पर इलेक्ट्रोन का पेर है यानि एक पॉजिटिव स्पिन और एक नेगेटिव स्पिन तो इस तरीके से आप क्या कर रहे हो यह बता रहे हो कि आपके पास क्या है पेर्ड इलेक्ट्रोन है अब जैसे ही आपका पेर्ड इलेक्ट्रोन हो अनपेर्ड एलेक्ट्रोन्स अब यह अनपेर्ड एलेक्ट्रोन्स होते तब आप इसको क्या बोलते पैरा मैगनेटिक इन बिहेवियर तब आप इसको बोलते पैरा मैगनेटिक इन बिहेवियर अब अगर आपसे कोई पूछे कि N2 क्या है पैरा मैगनेटिक और डाया मैगने� अब इसी तरीके से हम एक MO डायग्राम बना लेते हैं, O2 का, अब O2 का डायग्राम बनाने के लिए हमें क्या चाहिए? फिर से वो ही atomic orbitals चाहिए और उन atomic orbitals से हम क्या करेंगे? कमबाइन करके अपना O2 का molecule बना लेंगे और वो molecule बनेगा कैसे? जब हम उसकी molecular orbitals बना लेंगे दोनो atomic orbitals की overlapping कराके O की configuration पता होनी चाहिए यानि 1S2, 2S2, 2P 4, अब ये पता होने के बाद आप क्या करेंगे, same as it is, जैसे हम पहले कर रहे थे, यानि 1s orbital, यानि दोनों की ये क्या है, atomic orbitals, यानि हम इसको लिख दें, atomic orbital of first oxygen, O, और ये भी क्या हो जाएगा, atomic orbital, ये O atom, अब इससे आपको क्या पता चला, कि आपको क्या करना है, atomic orbital से molecular orbital बनानी है, और जैसे ही atomic orbital से molecular orbital बनाओगे, तो आपको ये पता है कि आपका S में हमेशा कैसा bond बन रहा है, sigma bond बन रहा है, तो ये आपकी bonding orbital, तो इसको क्या लिखेंगे, sigma 1S, अब आपको anti bonding बनाना है, तो anti bonding के ल एजिट इज आप क्या करेंगे, कॉंसिग्रेशन में आपके पास क्या है, 2S, तो आप क्या करेंगे, 2S की क्या करेंगे, फिर से वही, अटोमिक ओर्बिटल और, दोनों की atomic orbital को combine करके क्या बनाएंगे? molecular orbital और molecular orbital लीचे वाली कैसी है आपकी?
bonding तो यानि 2s की बात कर रहे हो तो यहाँ पे भी क्या बनेगा? sigma 2s और यहाँ पे क्या बना? sigma star 2s same as it is अब आपको क्या करना है?
p में बनानी है यानि p में आपको यह भी पता है कि p में 2px 2py और 2pz यह हो गया आपका 2p अब आपको क्या करना है इस एटम के लिए 2P लेना है, 2PY और 2PZ, अब ये चीज़ आपको मैंने बताई जैसे नाइट्रोजन के लिए कि N2 जहां तक आपका आ रहा है, यानि N2 में आपके number of electrons कितने हो गए, 7 और दोनों के लिए कितने हो गए, 7 plus 7, इक्विल्स टू फोर्टीन अब फोर्टीन तक आपने क्या पैटर्न बनाया टू वन आपको बनाना है सिर्फ जब आपके एलेक्ट्रोंस कहां तक होंगे सिर्फ फोर्टीन या फोर्टीन के कम अब आपको यह बनाना है जब एलेक्ट्रोंस फोर्टीन होंग कि ऑक्सीजन में आपके पास एक के पास एक इलेक्ट्रोन है और दोनों के पास कितने हो गया नहीं मॉलेक्यूल की बात हो रही है तो 8 प्लस 8 16 हो गए तो उसके लिए यानि 14 से ज्यादा इलेक्ट्रोन हो गए तब आपको इन पर फॉलो करोगे 1221 यह आपका क्या जाएगा जब आपके इलेक्ट्रोन ब्रेटर देन 14 होंगे अब यह चीज आपको याद रखनी है कि आपने पैटर्न फॉलो करना है 1221 अ तो 1, 2, 2, 1 के लिए यानि 1 आपका कहां बनेगा जब आपका sigma bond बन रहा है, sigma कहां बनेगा, sigma 2PZ में बनाना है आपको हमेशा, अब इसी तरीके से आपका 2 यानि आपके दोनों pi bond, और pi कहां बन रहे हैं, 2PX में और 2PY में, ये चीज़ सबको क्लियर हो जानी चाहिए कि आपको हमेशा जहां पे भी आप 1 सिंबोलाइज कर रहे हो तो यानि वो आपका सिग्मा बॉंड है और 2 जहां पे आप सिंबोलाइज कर रहे हो यानि इसका मतलब है कि वो आपके दोनों पाई बॉंड है और ये चीज़ आप हमे� अब इसी तरीके से आप क्या करेंगे, इसकी anti-bonding orbital बना लेंगे, अब anti-bonding में नीचे क्या है, आपका 2, यानि इसका मतलब क्या हो गया, आपका pi star 2px, pi star 2py, अब इसी तरीके से आपका 1, यानि sigma star 2pz, अब इसके बाद आपको क्या करना है, जब आपको ये पता चल गया कि atomic orbitals को split करके molecular orbitals बना ली हैं अपनी 1s की, 2s की और 2p की, इसके बाद जैसे हमने nitrogen में electrons fill करने शुरू करें, इसी तरीके से आप क्या करेंगे, oxygen में भी configuration के हिसाब से electrons लिखना शुरू करेंगे, अब आपको पता है configuration से की 1s में कितने electrons है, 2 electrons है, अब इसी तरीके से आपका क्या है, इस atom के पास भी 2 electrons है, यहाँ पर इसके पास भी 2, अब यहाँ पे पी में हमारे पास 4 इलेक्ट्रोन है, अब 4 इलेक्ट्रोन है तो हम क्या करेंगे, पहले single single इलेक्ट्रोन फिल करेंगे, अब इसके बाद हम क्या करेंगे, pairing को start करेंगे, यानि fourth इलेक्ट्रोन आपका यहाँ पे, इसी तरीके से आप इस atom के लिए, यानि आपन अब इसके बाद आपको क्या करना है, अटोमिक ओर्बिटल से एलेक्ट्रोन सिल करने है अपने मॉलेकुलर ओर्बिटल में, अब आपकी मॉलेकुलर ओर्बिटल पहली कौन सी बनी, सिग्मा वन एस, तो यह कैसे बनी, इधर वाले वन एस से एक एलेक्ट्रोन और इधर वाले तो यानि दो आपके bonding में participate कर गए और दो आपके anti bonding में same as it is इसके लिए आ जाएगा कि आपके पास total कितने electrons है 4 electrons है और total 4 आपका दो आपके bonding में participate करेंगे और दो आपके anti bonding में यह जीज़ आप हमेशा याद रखना bond formation में आपके bonding orbital में जितने electrons होते हैं हमेशा वही participate करते हैं अब आपको क्या करना है यह चीज़ याद रखनी है कि P में आपके कितने इलेक्ट्रोन्स हैं, 4 इसके पास और 4 इसके पास, तो यानि टोटल 8 इलेक्ट्रोन्स, अब आपको यह पता है कि सिग्मा बॉंड बना तो यानि, कि दो एलेक्ट्रोन के साथ इसी तरीके से यहां पर पाई बना दो एलेक्ट्रोन के साथ और यहां पर टोटल यहां तक सिक्स एलेक्ट्रोन फिल हो गए अब आपके लिए एक इंपोर्टेंट चीज है जो आपको हमेशा याद रखनी है कि जब भी आप एंटी बॉंडिंग में एलेक्ट्रोन है तो आपको क्या करना है पहले एक सिंगल इलेक्ट्रोन फिर एक सिंगल इलेक्ट्रोन यानि जैसे आप यहां पर बॉंडिंग और बिटल्स में इलेक्ट्रोन कैसे फिल कर रहे हैं पेरिंग करके यहां पर आपको पेरिंग नहीं करनी है हमेशा आपको क्या याद रखना है कि आपको सिंगल सिंगल इलेक्ट्रोन फिल करना है अब यह आपका मॉलेकुल और बिटल डायग्राम कंप्लीट है अब इसके बाद मैंने आपको यही बताया जैसे एंड में कि आपको इसके लिए क्या लिखनी है एमो कंफिग्रेशन लिखनी है अब वो MO configuration आप किस तरीके से लिखोगे, step by step, यानि जैसे आपने नीचे से MO डाइग्राम बनाना शुरू किया है, उसी तरीके से आप इसको लिखना शुरू करोगे, increasing energy के level के हिसाब से, तो यानि सबसे पहले आपका sigma 1s, और इसमें कितने electrons आपके, 2 electrons हैं, अब same as it is, आप क् इसमें भी आपके पास कितने एलेक्ट्रोन्स हैं? तू एलेक्ट्रोन्स हैं. अब आपने यह देखा कि इन दोनों के बाद आपका क्या है? सिग्मा 2S. तो यानि सिग्मा 2S.
इसके पास भी कितने एलेक्ट्रोन्स हैं? तू एलेक्ट्रोन्स हैं. अब आपका क्या आगया? सि� कि सिग्मा टू पी जैड यहां पर आपके कितने एलेक्ट्रोन से टू एलेक्ट्रोन से अब इसके बाद मैंने आपको जैसे लास्ट टाइम बताया कि आपके जितने भी पाइबॉन्ट बने आपके टू पी एक्स और टू पी वाइट में दो पाइबॉन्ट बने इसमें भी आपके दो इलेक्ट्रोन इसकी एनरजी सेम है पाई 2p yk इसमें भी आपके 2 एलेक्ट्रोन्स अब आपको यह बताना है कि यहां पर आपके सिंगल सिंगल एलेक्ट्रोन्स हैं यानि दोनों में आपके वन वन एलेक्ट्रोन है जैसे अब आप यहां पर 2d नोट कर रहे हैं तो आपको यहां पर क्या बताना है कि एंटी बॉ 2p y1 यानि इसका मतलब यह हुआ कि आप configuration में उतने ही number of electrons mention करेंगे जितने आपने orbital में fill कियें है अब यह आपने कैसे इस फिल किया कि जैसे जैसे आपके energy increase कर रही है जैसे हमने पिछले डाइग्राम में भी बनाया increase हो रही है अब आपको एक चीज और calculate करनी है इसमें जैसे हमने last time किया बॉंड और अब बॉंड और कैसे कल्कुलेट करेंगे वहीं फॉर्म लगाएंगे जैसे हमने लास्ट टाइम लगाया वन अपन टू एंड बी माइनस एंड ए अब आप एंड बी यानी बॉंडिंग एलेक्ट्रोंस कैलकुलेट कर लेंगे यहां पर आपके सिग्मा और पाइड काउंट करके तो आप क्या करोगे टू फॉर सिक्स एट प्लस टू टेन अ अब आपके क्या जाएंगे?
अंटी बॉंडिंग एलेक्ट्रोन्स, तो वो आपके कहां होंगे? सिग्मा स्टार और पाई स्टार में, अब आपके सिग्मा स्टार कहां पे हैं? यहां और यहां, फिर आपके उपर क्या है? पाई बॉंडिंग और सिग्मा स्टार, तो उसमें आपको सिर्फ कैसे कल्कुलेट करने हैं?
जहां पे आपका स्टार प्रेजेंट है, तो यानि 2, 4, 5, प्लस 1, 6. यानि 4 अपन 2, equals to 2, यानि आपने bond order calculate किया, oxygen molecule के लिए, यानि O2 के लिए 2, इसका मतलब यह हुआ, कि जब भी आपका O, दूसरे oxygen के साथ combine करेगा, और molecule बनाएगा, तो उसमें हमेशा double bond present होगा, अब आपको क्या बताना है, कि इसका magnetic behavior, कैसा होगा, अब आप ये चीज देख रहे हैं कि हमारे N2 के डाइग्राम में हमारे एलेक्ट्रोन सिर्फ यहां तक present है, क्योंकि हमारे पास एलेक्ट्रोन कितने present है, 14 एलेक्ट्रोन है, अब हमारे पास कितने एलेक्ट्रोन हो गए है, 16 हो गए है, किसके केस में, ओक्सिजन के ये क्या होगे आपका पैरा मैगनेटिक जबकि N2 आपका क्या था डाय मैगनेटिक अब एक्जाम में आपसे वो कंपेरेजन भी पूछ सकता है कि explain why N2 is डाय मैगनेटिक in nature और O2 is पैरा मैगनेटिक in nature तो वहाँ पे आपको क्या explain करना है कि आप डायग्राम बनाएंगे और डायग्राम बनाके एक में unpaired electron शो करेंगे और एक में paired electron शो करेंगे जैसे हमने N2 में किया अब आपके पास आता है molecular orbital diagram of CO, यानि अब आपको बनाना है CO, यानि CO के लिए आपको क्या चीज़ी होगा, carbon atom और oxygen atom, अब हम इसमें एक चीज़ डिफाइन करेंगे, कि आपको यहाँ पर एनर्जी लेवल में गैप शो करना है यानि आपने क्या किया कि एक को आपने थोड़ा ऊपर बनाया और एक को थोड़ा नीचे की तरफ यानि आपने यह कहा कि कार्बन के जितने भी और बिटल से उनकी एनर्जी थोड़ी जादा है और ओक्सिजन की ए कम, अब पहले हम क्या करने है, configuration लिख लेते हैं, 1S2, 2S2, 2P2, अब इसके बाद आप क्या करेंगे, oxygen की configuration लिखेंगे, तब इदर हमें पता चलेगा कि हमारे पास कितना atomic number है और कितना हमारे पास उसमें electrons present हैं, जिससे आप क्या कर रहे हो, molecule को draw कर रहे हो, 1S2, 2S2, 2P4, अब आपके पास क्या आजाएगा, कि आपको कितने electrons आपके पास हैं और उस हिसाब से आप क्या करेंगे इसको बनाते वे, चलेंगे अब आपने क्या लिया वन एस इसी तरीके से आपने ऑक्सीजन का वन एस लिया तो यहां पर मैं लिख सकती हूं कार्बन एटम और यहां पर मैं क्या लिख सकती हूं ऑक्सीजन एटम क्योंकि यह इनकी क्या है एटोमिक ऑर्बिटल्स यानि इनको आप मेंशन कर दो यह क्या है एटोमिक ऑर्बिटल्स और यह आपकी ऑक्सीजन के टोमिक ऑर्बिटल अब आप बीच में क्या रो कर रहे हो तो यू कि अ molecular orbital यानि MO अब ये आपको मैंने बता दिया कि आपकी atomic orbitals combine होके क्या बना रही है bonding orbitals और anti-bonding orbitals अब 1S की bonding orbital कैसी बनी? sigma bond बना के और ये कैसी बनी? sigma star bond बना के अब तक आप हमेशा क्या कर रहे थे कि आप अपना 2S को बना रहे थे इसके उपर क्योंकि आपने जैसे configuration लिखी उसी हिसाब से आपने क्या करना शुरू किया डायग्राम को ड्रो करना शुरू किया अब इसमें आपको एक छोटे से changes हैं वो जो आपको याद रखने है यह मैं हर बार बनाते हुए हैं अपने डायग्राम को इसमें जो भी changes होंगे वो मैं आपको सबसे last में mention करूँगी अब आपने क्या किया इसको P को draw कर लिया अब P में as it is आपका क्या है 2P तो यानि 2PX, 2PY, 2PZ अब इसी तरीके से यहाँ पे आपका क्या है 2PX, 2PY और 2PZ अब आपके पास number of electrons कितने हैं?
यानि आपके पास क्या है? आपका carbon atom और oxygen atom. अगर आप ये चीज़ देखें कि आपके पास number of electrons कितने हो गए?
कि आपके पास 6 इदर और oxygen में 8, तो 6 plus 8 कितने हो गए? 14, तो equals to 14 अगर होता है तो हम कौन सा pattern follow करते हैं? जो हम n2 में कर रहे हैं, यानि 2, 1, 2, 1. हम कौन सा pattern follow करेंगे CO में, and 2 वाला, यानि 2 से start करेंगे, और 1 पे खतम करेंगे, और हमारा pattern क्या जाएगा इस तरीके से, 2, 1, 2, 1, अब आपने 2, 1 लेना है, तो यानि नीचे आपकी 2 bonding orbital, यानि 2 से आपने start किया, तो यानि आपका πाई 2PX, पाई 2PY, सिग्मा 2PZ, 2 यानि, पाई 2px यानि ये पाई स्टार हो जाएगा क्योंकि आपकी क्या है? अंटी बॉंडिंग ओर्बिटल्स और नीचे आपकी क्या है?
बॉंडिंग ओर्बिटल्स तो यानि ये आपका क्या आ गया? सिग्मा स्टार 2pz यह चीज़ सबको क्लियर हो जानी चाहिए कि आपने पी को कैसे स्प्रिट किया यानि जो आपके पाई बोंस हैं वो आपके अलग एनर्जी पे हैं और सिग्मा आपके अलग एनर्जी पे हैं अब वो यह याद करने की ट्रिक मैंने आपको बता दी कि जैसे ही आपको यह पता कि सिग्मा और यह चीज हमेशा याद रखना कि सिग्मा आप कहां बना रहे हो टूपी जैड में यहां क्या बना रहे हो कि सिग्मा बॉन बना रहे हैं यहां आपके क्या रहे हैं पाइबॉन पर हैं अब एक चीज और कि आपने यह तो डाइग्नम बना लिया अब यहां पर आपको एक एक्सेप्शन याद रखनी है कि यह आपका था सिग्मा टूप और यह सिग्मा स्टार्थ टूप इस अ अब आपको एक चीज़ हमेशा याद रखनी है कि जब भी आप CO का डायग्राम बनाएं तो CO में आपका 2S का एंटी बॉंडिंग यहां नहीं बनेगा यानि यह आपका बनेगा यह आपका बनेगा इधर यानि इन दोनों के मिडल में यानि इसकी energy इतनी जादा है कि ये कहां embedded होगा, यानि P के बीच में, यानि आप क्या बोल रहे हो कि P के ये दोनों आपके bonding orbitals, और ये आपके anti-bonding orbitals, तो ये आपका यहां lie करेगा, यानि इन दोनों के middle में, तो ये चीज आपको इस तरीके से draw करनी है, और same as it is आप क्या करेंगे, number of electrons फिल करते हुए चलेंगे, जो आपको configuration से पता है, two electrons, तो यानि सिंगल सिंगल अब इसी तरीके से आप क्या करेंगे ऑक्सीजन के एलेक्ट्रोन सिल करेंगे यानि टू एलेक्ट्रोन से आप इसी तरीके से पी में कितने एलेक्ट्रोन से फोर अब फोर में आपने क्या करा? पहले single electrons फिल किये, उसके बाद आपने क्या किया?
उसके pairing start कर दी, अब आपने pairing start कर दी, electrons फिल कर ली, अब इसके बाद आपने क्या किया? अपने molecular orbitals जो आपने बनाई है, bonding orbitals और anti-bonding orbitals, उसमें electrons फिल करने हैं, अब आपको मैंने जैसे last time बताया, इसी तरीके से आपको 2S में बनाना है कि आपके 2 एलेक्ट्रोन्स यहाँ और ये दोनों एलेक्ट्रोन्स आपके यहाँ अब आपको क्या करना है कि आपको P में एलेक्ट्रोन्स फिल करने है अब P में आपके बास टोटल कितने एलेक्ट्रोन्स है 2 इदर और 4 इदर यानि टोटल 6 एलेक्ट्रोन्स तो यानि P में आपके 2 एलेक्ट्रोन्स इदर चले गए अब ये आपका क्या हुआ एलेक्ट्रोन्स टोटल कम्प्लीट फिल हो गए अगर आप ये काउंट करना चाहें कि आपके टोटल एलेक्ट्रोन्स कितने हैं तो टोटल एलेक्ट्रोन्स आपके कितने होंगे जितने आपने कार्बन और ओक्सिजन के लिए यानि 14 एलेक्ट्रोन्स अब आपको क्या लिखना है हर बार की तरह जैसे हमने पहले लिखा MO Configuration अब आप एक चीज इसमें ध्यान रखेंगे, जैसे हम पहले करते हुए आए हैं, कि हमने जैसे डायग्राम को ड्रो किया है, वैसे ही हम क्या करेंगे, उसको लिखते हुए जाएंगे, किसमें हमारी molecular orbital configuration में, तो क्या नहीं हमने पहले क्या लिया, sigma 1s, इसमें कितने electrons हैं, 2, अ इसके बाद 2S, यानि 2S का पहले आपके बाद क्या जाएगा, सिग्मा वान, 2S, इसके बाद क्या जाएगा, सिग्मा, अब आपको यह चीज लिखने है, जिसे हम हर बार क्या कर रहे थे, S को लिख रहे थे इसके बाद, तो यानि अब आपको इसको नहीं लिखना है, यानि व 2px और इसमें कितने इलेक्ट्रोन है हमारे पास इसमें हमारे पास टू इलेक्ट्रोन है अब इसी तरीके से इसकी एनर्जी सेम है जैसे हम हर बार पहले भी बताया है कि दोनों में पाई बॉन्ड बन रहा है तो पाई बॉन्ड की एनर्जी सेम है तो आपने इस तरीके से इस इसका सिग्मा बॉंड यानि सिग्मा 2PZ इसमें आपके के पास कितने एलेक्ट्रोंस तो एलेक्ट्रोंस वह आपको डायग्राम से देखकर सारी चीजें क्लियर हो रही हैं अब इसके बाद आप क्या लिखोगे सिग्मा स्टार 2S2 यानि आप इसको सबसे लास्ट में ही लिख उसी sequence में आपको लिखना है और ये sign आपको बता रहा है कि sigma 1 इसकी energy कम है और जैसे जैसे हम आगे की तरफ जा रहे हैं यानि diagram में उपर की तरफ वैसे वैसे हमारी energy orbital में increase हो रही है अब इसके बाद आप क्या calculate करोगे bond order तो bond order का formula हमारा same रहने वाला है यानि 1 upon 2 nb minus na कि अब आप क्या करेंगे जैसे हमने लास्ट टाइम किया हम ऐसे क्या करेंगे इलेक्ट्रोंस को काउंट कर लेंगे और अपने फॉर्मेल में वैल्यूज पूट कर देंगे अब यहां पर क्या जाएगा बॉंडिंग इलेक्ट्रोंस बॉंडिंग टू फॉर्म टिक्स एट प्लस टू टेन अब आपका क्या जाएगा एंटी बॉंडिंग यानि एंटी बॉंडिंग आपकी यह और ऊपर वाले तो यहां पर आपका क्या आ गया थ्री यानि जैसे आपका एंटू का आया इसी तरीके से आपका सीओ का भी क्या गया है बॉर्ड ओडर थ्री आ गया है अब आपको क्या बताना है कि इसका मैगनेटिक बिहेवियर किस तरीके का है अब आपको यह यहां से इलेक्ट्रोंस जो आपने पेयर इन वाला क्या हो जाएगा डाय मैगनेटिक इन बिहेवियर अ आप इसकी एक ट्रिक याद कर सकते हो, कि जैसे आपके पास unpaired electrons और paired electrons हैं, तो इसको आप क्या बोलोगे, यानि आपने ये बोला, कि आपके जब unpaired electrons हैं, तब आप उसको क्या बोल रहो, paramagnetic, और जब भी आपके paired electrons हैं, तब आप उसको क्या बोल रहो, diamagnetic, आप इसको याद आपका unpaired electrons, P आपका paired electrons और ये होगे आपके paramagnetic और diamagnetic, ये आपके लिए थोड़ा सा confusion दूर करेगा कि आपको कैसे याद रखना है कि आपका diamagnetic है या paramagnetic है, यानि आप इस trick से, UPPD वाली trick से आप बता सकते हैं कि आपके number of electrons paired हैं तो क्या behavior होगा और unpaired हैं तो क्या behavior होगा, अब आपको क्या चाहिए इसके लिए, n की configuration, यानि n की configuration जैसे हमने last time लिखी, 1s2, 2s2, 2p3, इसी तरीके से o की, o की भी configuration हम पहले लिख चुके हैं, वो हमें क्या लिखनी है, 1s2, 2s2, 2p4, यानि ये सब लिखने के बाद आपको step by step वैसे ही चलना है, आपको atomic orbital, और उसके बाद क्या बनाना है, molecular orbital, अब आपकी, जैसे मैंने बताया कि आपने जब भी कार्बन और ओक्सिजन की बात करी, तब आपने वहाँ पे क्या लिया, एनर्जी, डिफरेंस लिया, तो उसी तरीके से आप क्या करेंगे, एन एटम के लिए भी ले लेंगे, डिफरेंस, और ओ एटम के लिए अलग से ले ल अटोमिक ओर्बिटल्स यानि यह आपने सबसे पहले क्या लिया वन एस यहाँ पे भी आपका क्या आगया वन एस अब इसी तरीके से आपने अटोमिक ओर्बिटल्स से क्या बनाया मॉलेकिलर ओर्बिटल अब इससे आप क्य अब molecular orbital मैंने जैसे last time भी बताया कि sigma कहां बन रहा है आपका, s में हमेशा overlapping करके क्या बनेगा, sigma, तो जहां sigma बना वो आपकी bonding orbital, और जहां sigma star बना वो आपकी anti bonding orbital, same as it is आप क्या करेंगे, 2s के लिए लेंगे, और energy difference थोड़ा सा maintain लखेंगे, अब इसके लिए आपने क्या लिया दोनों के 2S अब 2S में भी आपका same as it is क्या जाएगा bonding orbital यानि sigma 2S और यहाँ पे क्या जाएगा sigma star 2S अब ये चीज आपको हमेशा याद रखनी है कि आप number of electrons पहले count करेंगे, यानि आपको ये देखना है कि number of electrons 14 है या 14 से जादा है, उसके basis पर आप क्या करेंगे, अपना p का split करेंगे, यानि p आपका क्या है, 2px, 2py, 2pz, अब इसी तरीके से यहाँ पर 2px, 2py, और 2pz, यह आ कि यह आपका एंड के लिए और यह आपका ओपर के लिए अब यह चीज ध्यान रखना थोड़ा सा कि एररजी गैप हमेशा मेंटेन रखना है कि इसको थोड़ा सा दीचे की तरफ रो कर लें यह आपका टू पी एक्स टू पी वाइड और टू पी जेड अब ये चीज हम हमेशा बताते हुए आएं कि Z में हमारा कैसा बॉन बन रहा है? सिग्मा और यहाँ पे हमारा क्या बना? दोनों पाई बॉन, ये सिग्मा, ये हमारा पाई बॉन अब आपको एक चीज याद रखनी कि आपके number of electrons कितने हो गए? 3 plus 8 3 plus 8 sorry, यह इदर हो गए आपके 7, और यह इदर हो गए आपके 8, तो अब आपके number of electrons कितने हो गए, 15 हो गए, अब number of electrons आपके 14 से जादा है, तो यानि आप कौन सा split करेंगे, 1, 2, 2, 1, यानि जो आपने O2 में किया, यानि, महापे आपके कितने number of electrons थे, 16 electrons थे, तो 16 के लिए जो तो 1 के लिए यहाँ पे आपके सिग्मा यह दोनों आपके पाई और यहाँ पे दोनों आपके पाई और यहाँ पे आपका सिग्मा अब आप क्या करेंगे यह चीज़े बना लेंगे यानि पाई यानि नीचे आपका क्या आ रहा है सिग्मा बॉंड आ रहा है यानि यहाँ पे यह कहां पर आया आपका 2PZ में अब इसी तरीके से आप क्या करेंगे कि आप यहां पर अपने दोनों पाई बोर्ड दिखा देंगे यानि पाई 2PX और पाई 2PY यह चीज आपको हमेशा याद रखनी है कि आपने कौन सा स्प्लिट किया और किस हिसाब से यानि आपको हमेशा क्या आ जाएगा उपर?
anti-bonding orbitals आ जाएगी anti-bonding में आपका क्या आया? pi star 2px और आपका क्या आ जाएगा? pi star 2py अब उपर आपका क्या आ गया?
sigma star 2pz यह चीज आपको याद रखनी है कि आपने क्या किया इसको split कर लिया, अब जैसे ही आपने split किया तो अब आपको क्या करना है, number of electrons fill करने है, यानि जितने electrons आपके पास available हैं, वो electrons आपको fill कर देने है, यानि आपको यह पता है कि nitrogen के पास s में कितने है, 1s में 2 electrons, 2s में भी 2 electrons, पूरी लेक्ट्रोंस तो जैसे ही मैंने पहले बताया कि सिंगल सिंगल लेक्ट्रों फिल करेंगे उसके बाद आप क्या करेंगे फोर्ट लेक्ट्रों को फिल करेंगे अब आपको क्या करना है सेम पहले की तरह सिग्मा में टू लेक्ट्रों सिग्मा स्टार यह चीज हो गई अब इसके बाद सेम वही प्रॉब्लम आता है हमारा पी में जहां पर बच्चे सबसे ज्यादा मिस्टेक करते हैं तो आपको क्या याद रखना है कि नंबर ऑफ एलेक्ट्रोन कितने है इधर आपके थ्री और इधर आपके फोर यानी टोटल है एलेक्ट्रोन फिल कर रहे हैं तब आप क्या करेंगे पेरिंग करके एलेक्ट्रोन फिल करेंगे तो यह पेरिंग आपकी यहां तक हो गई यानी आपके फिक्स एलेक्ट्रोन इज अ अब आप जंप करेंगे आपके anti-bonding में, यानि यह आपकी कौन सी orbitals हैं दोनों, anti-bonding, यानि यह होगी आपकी anti-bonding orbital, अब यह anti-bonding orbital इसमें आपका क्या होगा, electron एक remaining है और वो एक electron आपका यहाँ जाएगा, यानि आपने क्या किया, अपने एक electron को उपर 5 star 2px में फिल कर एमो कॉन्फिग्रेशन लिखनी है अब आपको एमो कॉन्फिग्रेशन लिखनी है तो वही स्टेप बाई स्टेप ही आपको लिखनी है कि आपको क्या लिखना है पहले सिग्मा वन एस उसमें आपके पास टू एलेक्ट्रोन्स फिर सिग्मा स्टार वन एस टू इसमें आपके सिग्मा स्टार 2H, इसमें भी आपके पास 2 एलेक्टोन्स, अब इसके बाद आपका क्या आता है, सिग्मा 2PZ, यानि सिग्मा 2PZ, यहाँ पे भी आपके पास कितने एलेक्टोन्स हैं, 2 एलेक्टोन्स, अब इसके बाद आपने क्या लिखना है, अपने पाई बॉंड्स लिख पाई, 2PY में भी कितने एलेक्ट्रोन्स फिल किये? 2 एलेक्ट्रोन्स. अब इसके बाद आपने जम करके कहां फिल करने एलेक्ट्रोन्स अपने? जो आप अलरेड़ी फिल कर चुके हो आपने उसको लिखना है, यानि आपने क्या लिखना है?
पाई स्टार, 2P, X और यहां पे आपका क्या है? आपको हमेशा यह याद रखना है. कि आपके जितने number of electrons हैं उतने ही आप mention करोगे, यानि जो आपका यहाँ पे 1 है, यानि इस orbital में, तो आपने इसको 1 mention करना है, यानि कभी भी आप यह mistake नहीं करोगे, कि आपने यहाँ 2 electrons फिल किये हैं पूरे में, तो आपका यहाँ भी 2 ही आएगा, आप इस तरीके से electrons लिख रहे हैं, जो आपने यहाँ पे electrons नीचे से लेके उपर तक फिल किये हैं, यानि यह जो आपकी MO orbitals हैं, इसमें आपने increasing energy की form में जो electrons फिल किये हैं, अब आपका next step आपको याद ही होगा कि आपको क्या calculate करना है?
आपको calculate करना है इसका bond order. अब आप bond order कैसे calculate करेंगे? वही formula जो हम अभी तक लगाते हुए आ रहे हैं, यानि nb minus na.
अब आप nb calculate करो, यानि number of electrons in bonding orbitals, यानि 2 plus 2, 4, 6, और यह टू 8 प्लस टू 10 यानि टोटल इसमें कितने हो गए टेन इलेक्ट्रोन हो गए अब आपको क्या कैलकुलेट करना है एंटी बॉंडिंग इलेक्ट्रोन अब आपके एंटी बॉंडिंग कौन से है 2 प्लस 4 प्लस 15 यानि कितने इलेक्ट्रोन हो गए 5 अब आपका यह वैल्यू आ गई 2.5 अब हमारा यह है कि हमारा बॉंड ओडर 2.5 भी आता है यानि हमें यह एमोटी थोड़ी ने बताया था कि हमारा बॉंड ओडर डेसिमल में भी आ सकता है यानि 2.5 यानि हाफ्ट फ्रेक्शन में भी आ सकता है यानि अब आपको क्या बताना है इसका थर्ड कि मैगनेटिक बिहेवियर कैसा होगा जैसे हम अभी तक कल्कुलेट करेंगे सबका बॉंड ओडर और मैगनेटिक बिहेवियर तो एजिटेंस हम इसका मैगनेटिक बिहेवियर भी बता सकते हैं किसके बेसिस पर नंबर और पे paired और unpaired electrons के लिए, अब यहाँ पर यह जो आपको एक electron दिखाई दे रहा है, यह आप बता सकते हैं, कि यह क्या है, unpaired electron है, तो आप अपनी वही trick लगा दीजिए, UP, PD, अब आपको क्या पता है, unpaired electron है, तो यह क्या हो गया आपका, paramagnetic in nature, अब यह आपका क्या हो गया पैरा मैगनेटिक इन नेचर यानि एग्जाम में आपसे कोई भी डायग्राम पूछता है एंड टू ओ टू सी ओ एनो तो आप इनका मॉलेकिलर ऑर्बिटल डायग्राम बहुत अच्छे से ड्रो कर सकते हैं इसके साथ साथ आपको क्या तीन चीजें मेंशन करनी है जो कि आपको हमेशा करनी है नंबर वन एमो गॉन्फिग्रेशन नंबर टू बॉंड कि फ्रॉम के अब यह आपका पहला लक्ष्य खत्म हो चुका है जिसमें हमने पार्ट में यह बताया कि आपके एमो डायग्राम्स कंप्लीट हुए चार मॉलेक्यूल्स के यानि एंटू और टू फीव प्लस एनो अब सेकंड पार्ट में हम लोग संटीन्यू करेंगे एट्स मॉलेक्यूल किस तरीके से बनेगा और एट्स मॉलेक्यूल किस तरीके से बनेगा उसके पर हम एमोटी छोरी जो है उसके पोस्टुलिट पढ़ेंगे अ अभी तक हमने direct diagram बनाना सीखा है वो इसलिए जरूरी था क्योंकि आपको कुछ-कुछ चीजें anti-bonding और bonding orbitals का पता होना चाहिए कि diagram बनेगा कैसे अब हम इसके बाद इसकी जब छोड़ी पढ़ेंगे तब आप इसको बहुत अच्छे से relate कर पाएंगे Thank you so much