[संगीत] अरे सानि भाई जल्दी से समोसा खा लो अपन चले जल्दी रिकॉर्डिंग करनी है ठीक है है ना जल्दी करो थोड़ा मैं एक मला हूं यार ठीक है ठीक है खाना पूरा हां पूरा पूरा चलो भाई समोसा हो गया अरे साने भाई नीचे ये समोसा खाले श कर त ये भी सही है भाई दूसरा ओ हो हो भाई बहुत खा लिया अब तो दो हो गए सज भाई भाई बनारस गया था यार शानदार समोसे बनाया यार ऐसा ऐसा पकाया तेल में यार मूंगा डालो अरे भाई दो क्या 50 भी खाए होंगे फिर भी ये पेट में चला जाएगा यार खाओ एक बार खाओ या बनारस अरे चालू रखो सिस्टम मैं आता हूं एक लेक्चर लेके भाम ही तो हैंग होर है ठीक [संगीत] है अरे यार साले तो सर समोसा ही नहीं खाया आपने अपने हाथों से बना के यार पता है कितनी मेहनत से उसके आलू में मैंने मसाला सा किया था मैं खा [संगीत] लूथ ओ सार भाई ये क्या बच गया था समोसा अरे रे रे अरे इनका तो हो गया तुम्हें सीखना है कंजूमर इक्वि बियम चलो सीखो सा सर के साथ इस वीडियो में ओ बेटा बहुत खा लिया मैंने बेटा तुम्हे तो पता है सान सर की हालत खराब बेटा इतनी दिक्कत हुई मेरे को इतनी उल्टिया करी मैंने चार चार गोलियां खाई फूलों वाली कंबल में सो रहा था मेरी मम्मी को तो लगा गया बेटा लेकिन मैंने उठा उस कंबल से नहाया धोया तैयार हुआ आया वीडियो बनाई क्यों पैसों के लिए हैं पैसा भी तो कुछ होता है यार तुम वीडियो देखो चलो जी जोक्स अपार्ट नेक्स्ट वेलकम टू नेक्स्ट ऑफिस कॉमर्स कैसे हैं आप सब लोग आई होप यू आर डूइंग गुड मैं हूं सानिध्य सर आपका इकोनॉमिक्स हैकर और आज हम चालू करने वाले हैं हमारा एक बहुत शानदार टॉपिक जो कि है कंज्यूमर इक्विलियम लेकिन उससे पहले मैं आपको एक चीज क्लेरिफाई कर दूं मैं आपके कमेंट्स पढ़ रहा हूं मैं आप ये सारी प्रॉब्लम समझ रहा हूं वेट करो एक-एक वीडियो आएगा सब लोगों के लिए जितने वीडियोस आ रहे हैं उनको लाइक करो शेयर करो पढ़ो मेहनत करो मैं आपकी सारी प्रॉब्लम्स को सॉल्व करूंगा यू डोंट नीड टू वरी एट ऑल ठीक है अब तुम्हें इतना तो पता है कि भैया इस कहानी में हमने भरपेट खाया मम्मी ने बोला था कोई मोटा-मोटा चिढ़ तो बोल दे ना खाते पीते घर के है ना चलो जी सबसे पहले देखते हैं बेटा इस चैप्टर में पढ़ने क्या वाले इस चैप्टर में ये पढ़ने वाले हैं कि कंज्यूमर कुछ खर्चा करता है उसमें उसको चाहिए फुल सेटिस्फैक्ट्रिली की मसाज करा रहा है तो फुल मजे होने चाहिए इसके है ना तो ऐसा इसका एम है ये इस चैप्टर में पढ़ने वाले कि कुछ पैसा खर्चा करके आदमी फुल सेटिस्फेक्शन कैसे ले सकता है फुल मजे कैसे ले सकता है ठीक है अब इससे पहले ये समझना पड़ेगा कि भाई साहब ये कंज्यूमर होता कौन है तो कंज्यूमर वैसे तो समझ आता है कि एक इंसान है लेकिन ग्रुप ऑफ पीपल भी कंज्यूमर्स होते हैं ठीक है तो आप इसमें कभी भी कंफ्लेक्स मर एक ही आदमी होता है कंज्यूमर्स बेटा बहुत सारे लोग भी होते हैं तो ये होते कौन हैं जो कोई सामान खरीदता है या कोई सर्विसेस लेता है जिससे कि वह अपनी वांट्स को सेटिस्फाई कर सके मतलब अपनी इच्छाओं को पूरी कर सके और उससे कुछ तृप्ति ले सके सेटिस्फेक्शन ले सके जैसे कि नेक्स्ट टॉपर्स के रेस्टोरेंट में मैं गया और मैंने वहां पे बैठा और वहां पे विटर आया बोलता है सर वुड यू लाइक टू हैव लजानिया वुड यू लाइक टू हैव पीना कोलाड ब्रश बटो बोल फलाना डिम कैसे दिया है ना मैंने बोला हैं कैसे दिया मेरे को क्या पता कैसे दिया भाई तू पता कैसे दिया बोलता नहीं नहीं इट्स कैसे दिया इट्स लाइक अ मला ये मत बता मैं तो मन में बोलने वाला था भाई राजवा और जीरा राइस ला दे लेकिन मैंने समझ नहीं आया बोला गवार समझेगा मैंने बोला एक काम कर पहले दो नाम ला दे तो ये दोनों लेने चला गया मैं इतनी देर में मैंने किताब पकड़ी और किताब में बड़ी सुंदर लाइन लिखी थी मैं उसको आपको पढ़ के बताता हूं अब सौप दिया इस जीवन का सब भार तुम्हारे हाथों में है जीत तुम्हारे हाथों में है हार तुम्हारे हाथों में तुम में मुझ में भेद यही तुम में मुझ में भेद यही तुम नर मैं नर हूं तुम हो नारायण अब मैं संसार के हाथों में संसार तुम्हारे हाथों में तो बेटा इस लाइन को मैंने पढ़ा जितनी देर मैंने पड़ा उतनी देर में खाना आ गया मैंने इसके पे किए ₹1 और ₹ पे करके खाकर भूख लगी थी बहुत तेज पेट भर कर मैं चला गया बाहर तो बेसिकली हुआ क्या कंज्यूमर एक वो व्यक्ति जो कि आया कुछ उसने सामान खरीदा पैसा पे किया खाया सेटिस्फाइड फील किया भूख मिटाई चला गया ये कंज्यूमर होता है कुछ पैसा दिया सेटिस्फैक्ट्रिली अप्रोच जो कि हमारी अल्फ्रेड मार्शल ने दी है दूसरी होती है ऑर्डिनल यूटिलिटी अप्रोच इनको दूसरे नामों से भी जाना जाता है आप देख सकते हो मार्शल यूटिलिटी अप्रोच या मार्जिनल यूटिलिटी अप्रोच इसको हम इंफ्रेंटी हिक्सन एलेंस ने दिया है ठीक है ये अप्रोच अब दोनों में फर्क क्या है मोटा-मोटा मैं आपको बता देता हूं जैसे कि मैंने ना बेटा डांस किया है ना डांस किया तो मेरे को ये देखो कुलदीप सर रोहित सर मानु श्री मैडम ये मेरे को नंबर्स दे रहे हैं है ना मुझे नंबर्स दे रहे हैं अब जैसे बेटा तुम जाते हो चावल खरीदने गए शक्कर खरीदने गए तो तुम बदले में 040 देते हो है ना अब 040 दिया तो क्या करेगा वो बोरी उठा के देगा एक चम्मच में देगा कि एक छोटा सा पैकेट पकड़ाए ओबवियस सी बात है सर मेजर करेगा कैसे मेजर करेगा सर 040 के हिसाब से जितने किलो का आपका चावल होगा उसमें मेजर होगा अच्छा सो सर आप यूनिट बोल रहे हो है ना कि आप नापो ग कैसे मतलब आप शक्कर को किलो के भाव में नापते हो लिक्विड को लीटर में नापते हो तो ये अल्फ्रेड मार्शल भाई साहब ने बोला कि आप जो है सेटिस्फैक्ट्रिली मजे आ गए 50 मजे आ गए पिज़्ज़ा खाके हैं और करला का जूस पिया दो मजे आए बिल्कुल मजा नहीं आया है ना ऐसा होगा क्या तो ऐसा ही इसके हिसाब से तो ऐसा ही था ये थोड़ा सा इमेजिनरी अप्रोच है और ये जो ऑर्डिनल अप्रोच है ये थोड़ा सा रियलिस्टिक होता है रियलिस्टिक मतलब आप ये बोलता है कि भाई ये थोड़ा इमेजिनरी अप्रोच है इससे बेटर हमारा अप्रोच है हिक्सन एलेंस बोलते हैं उन्होने बताया कि आप नाप नहीं सकते सेटिस्फैक्ट्रिली हमारा आता है यूटिलिटी कांसेप्ट ऑफ यूटिलिटी क्या होता है यूटिलिटी इज बेसिकली इट रेफर्स टू वांट सेटिस्फाइंग पावर ऑफ अ कमोडिटी बेटा एक कमोडिटी के अंदर एक पावर होती है जो कि आपकी इच्छाओं को तृप्ति करने की होती है जैसे कि भूख लगी है बहुत सारा खाना खा लिया तो आपको सेटिस्फाइड फील होगा ठीक है गर्मी में तेज चले जा रहे हो और पसीना आ रहा है बहुत प्यास लग रही है पानी की बोतल पी पानी की बोतल पीने के बाद पानी पीने के बाद आपको प्यास नहीं लग रही मतलब आप सेटिस्फाइड हो गए तो ये जो सेटिस स्पेक्शन मिल रहा है इसे हम यूटिलिटी कहते हैं अब सर आपने बोला था इसको नापना भी है तो कैसे नापे किलो में नाप क्या 2 किलो मजे आ 3 लीटर मजे आ गए ऐसा होगा क्या नहीं ऐसा नहीं होगा बेटा इसका एक यूनिट है जिसको कहते हैं हम यूटिल्स यूटिल्स एक इमेजिनरी यूनिट है जो कि यूज करी जाती है सेटिस्फैक्ट्रिली कितना मिलेगा 10 मिल रहा है मुझे सेटिस्फेक्शन उधर ही कितना मिल रहा है पांच ही मिल रहा होगा ठीक है तो इंसान टू इंसान चीजें डिफर हो रही है ठीक है भाई चलो आइसक्रीम खाओ तो बेसिकली पर्सन टू पर्सन चीजें बदल रही है जगह से जगह चीजें बदल रही है और समय से समय चीजें बदल रही है ध्यान से सुनना कैसे अभी मैंने देखा गौरव भाई को आइसक्रीम ज्यादा पसंद है मुझे कम तो हम दोनों अगर सेम आइसक्रीम खाएंगे ना इसको सेटिस्फेक्शन ज्यादा मिल रहा है मुझे कम तो हम नाप रहे हैं इसको इसको 10 मिला मुझे पांच मिला तो लोगों से बदल गए दूसरी चीज होती जगह जगह क्या है बेटा अब जैसे कश्मीर में हीटर या फिर अलाव जो होता है या फिर आपका जो वुडन फायर होती है इससे सेटिस्फैक्ट्रिली को रिप्लेस कर दूं कश्मीर में एसी लगा दूं तो क्या होगा सेटिस्फेक्शन मिलेगा कुछ नहीं मिलने वाला कोई काम का ही नहीं है वो उससे ज्यादा ठंडी तो बाहर है ठीक है समझ आया तो बेसिकली आपका कोई सेटिस्फेक्शन नहीं है तो जगह से भी चीजें बदल गई तीसरी होती है टाइम टू टाइम बेटा चाय और पकड़े का जो स्वाद बरसात में है ना बारिश के टाइम पे ना ओए हो गरम गरम चाय गरम गरम पकोड़े तलते एकदम छन्नी प्लेट में आ जाए और सीधा मुंह में ऐसे वो ऐसे करके खाते हैं ना पू कर करके तो बेटा समय के साथ भी चीजें बदलती है अब देखो आप गर्मी में भी चाय पकोड़े खा सकते हो लेकिन गर्मी में ना आपको तला गड़ खाने का कम मन करेगा खाने की एपेटाइट आपकी कम हो जाती है बारिश में मन करता है ज्यादा खाऊं ठंड में आपको गर्म चीजें पीने का ज्यादा मन करेगा ठंडी में सॉरी गर्मी में आपको गर्म चीजें कम पीने का मन करेगा ठंडी चीजें ज्यादा पीने का मन करेगा तो के साथ भी सेटिस्फैक्ट्रिली इट इज सिंपल सारी यूटिलिटी जो आपको मिल रही है कमोडिटी से उसको टोटल कर दो उसे टोटल यूटिलिटी कहते हैं जैसे कि एक पिज़्ज़ा इस पिज़्ज़ा में बेटा चार स्लाइसेज हैं पहली वाली से आपको 20 यूटिल्स 20 यूटिल्स आपको यूटिलमन सेटिस्फैक्ट्रिली आपको मजे मिल रहे हैं आपको इसमें 16 मिल रहे हैं दूसरी स्लाइस में तीसरी स्लाइस में आपको 10 मिल रहे हैं और चौथी स्लाइस में चार मिल रहे हैं इसका सबका टोटल कर दूंगा तो इसे हम टोटल यूटिलिटी कहेंगे तो क्या होता है टोटल यूटिलिटी रेफर्स टू द टोटल सेटिस्फैक्ट्रिली यूनिट ऑफ अ कमोडिटी देखो u1 u2 u3 ऐसे करके जितने भी आपकी यूटिलिटी होंगी सबको टोटल कर दो आपकी टोटल यूटिलिटी आ जाएगी अब सर ये कम क्यों हो रही है इसके बारे में एक लॉ है वो मैं अभी आपको आगे समझाऊ ठीक है अभी समझो मार्जिनल यूटिलिटी अब मार्जिनल यूटिलिटी क्या है ये जो टोटल यूटिलिटी है ना उसमें पहली वाली और दूसरी वाली के बीच का डिफरेंस होता है ठीक है ध्यान से देखना कैसे मार्जिनल यूटिलिटी इज दी एडिशनल यूटिलिटी डराइड फ्रॉम दी कंजमेट ऑफ दी गिवन कमोडिटी कि बेटा पहली वाली में आपको सेटिस्फेक्शन ज्यादा मिलता है दूसरी वाली में थोड़ा सा कम मिलता है तो दोनों के बीच का जो डिफरेंस होता है इसे हम मार्जिनल यूटिलिटी कहते हैं जैसे कि जब आप बहुत भूखे हो पेड़ पेट में आपके चूहे दौड़ रहे हैं भयंकर तरीके से तो आप जब पहला बाइट लेते हो ना खाने का उससे सबसे ज्यादा सेटिस्फैक्ट्रिली पहले वाले बाइट के कंपैरिजन में तो जो कम हुआ जो डिफरेंस कम हुआ उसके बीच का जो डिफरेंस है उसे हम मार्जिनल यूटिलिटी कहते हैं ठीक है इसका फॉर्मूले होते हैं दो कैसे फॉर्मूले मार्जिनल यूटिलिटी मतलब टोटल यूटिलिटी ऑफ फर्स्ट वन टू माइनस टोटल यूटिलिटी ऑफ़ सेकंड वन ठीक है t - t - 1 दूसरा आपका वे है कि चेंज इन टोटल यूटिलिटी अपॉन चेंज इन क्वांटिटी कि भैया टोटल यूटिलिटी कितना बदला फर्स्ट और लास्ट को माइनस कर दो और दूसरा दोनों यूनिट्स को भी फर्स्ट और लास्ट यूनिट को माइनस कर दो ठीक है उसे हम कहते हैं टोटल मार्जिनल यूटिलिटी का एक और मेथड अब आते हैं नेक्स्ट पॉइंट इसका शेड्यूल देखते हैं बेटा देखो टोटल यूटिलिटी आपका कैसे बन रहा है मार्जिनल यूटिलिटी के हिसाब से मार्जिनल यूटिलिटी को जैसे ही आप ऐड करते जाओगे तो आपको टोटल यूटिलिटी मिलता जाएगा जैसे पहले प्रोडक्ट में हमें 20 यूटिलिटी मिल रही थी तो भैया यहां पे भी टोटल यूटिलिटी 20 है मार्जिन यूटिलिटी भी 20 है फिर देखो दूसरा जैसे ही हमने प्रोडक्ट लिया तो उसमें 16 यूटिलिटी मिली को मार्जिनल यूटिलिटी आपने इन दोनों को ऐड किया कितना बन गया 36 फिर आपने 10 और ऐड किया कितना हो गया 46 फिर चार और ड कि कितना हो गया 50 रो और ऐड किया कितना हुआ 50 तो ऐसे करके ये मार्जिनल यूटिलिटी और य निकलता है एक बार इसका ग्राफ देख लेना शेड्यूल देख लेना क्लियर अब आते हैं इसके ग्राफ पे बेटा ये ग्राफ क्या है ध्यान से देखो ये ग्राफ बेटा कुछ भी नहीं बहुत सिंपल सा सिनेरियो है ध्यान से देखना अभी आपने यह देखा कि ये जो य और ए है ये दोनों इसके ग्राफ होते हैं अब जैसे आपने बॉल कैच कैच खेला है तो बॉल जब फेंकते हो तो पहले तो स्पीड से ऊपर जाती है फिर एक बार टॉप पे पहुंच के धीरे धीरे-धीरे पहुंचती है टॉप पे और धीरे-धीरे पहुंचने के बाद वो गिरना चालू करती है हां या ना ये बॉल की तरह होता है ट स्पीड से जाता है इसकी धीरे-धीरे स्पीड कम होती रहती है ऐसे स्पीड से जाएगा फिर धीरे-धीरे कम होएगी धीरे-धीरे कम होएगी फिर एकदम ऐसे पॉइंट पे पहुंचता है टॉप पे फिर गिरना चालू करता है ढ करके ठीक है तो इसका य और एय का रिलेशनशिप आपसे कई बार वन मार्कर में पूछा आता है या फिर कई बार आपसे थ्री मार्कर में भी पूछा जा सकता है ध्यान से सुनना इसको तो ओ जो है कहां से चालू होता है बेटा ओरिजन से चालू होता है मैं फिर से ड्रॉ करता हूं आपको ध्यान से समझ आता जाएगा देखो पढ़ते जाना मैं आपको रिलेशनशिप बता रहा हूं कहां से चालू होता है ओ आपका रो से चालू हो रहा है ओरिजिन से चालू हो रहा है एट अ डिमिनिशिंग रेट डिमिनिशिंग रेट मतलब जैसे बॉल ऊपर जाती है तो धीरे-धीरे स्पीड स्लो होती जाती है ना वैसे ही आपका डिमिनिशिंग रेट पे बढ़ता है जैसे कि देखो यहां पे मैं एग्जांपल भी दिखा देता हूं पहले 20 फिर 36 फिर 46 फिर 50 फिर 50 फिर 44 फिर गिरने भी लगेगा ना तो देखो स्पीड स्लो होती जा रही है हां या ना तो बेटा देखोगे आप यहां पे पहले बड़ा फटाक से फिर धीरे-धीरे रेट पे बढ़ रहा है और यहां पे पहुंच जाता है पॉइंट यहां पे इसे हम पॉइंट ऑफ सैचुरेशन भी कहते हैं पॉइंट ऑफ सैचुरेशन ये पॉइंट ऑफ सैचुरेशन क्या है बेटा हर एक इंसान का ना एक सैचुरेशन पॉइंट होता है गुस्से का खाने का कुछ भी चीज का वो सैचुरेशन जैसे ही पहुंचता है उसके बाद बाद हर चीज नेगेटिव होने लग जाती है एक इंसान का होता है ना कि यार मेरा अब सर तक पानी भर गया है उसके बाद अगर तुम उसने कुछ बोला ना फिर मैं बताता हूं इस विशाल को देखना ये विशाल की तो मैं ऐसी वाट लगाऊंगा ना अब उसने अगर कुछ बोला तो ये क्या है इसका सैचुरेशन पॉइंट आ गया है सेम वे ये बढ़ता जाता है बढ़ता जाता है बढ़ता जाता है ये मैक्सिमम पहुंचता है और फिर गिरना चालू करता है जबकि एय जो होता है वो क्या करता है बेटा ऊपर से चालू होता है गिरता रहता है आता है जीरो पे जीरो पे आ जाता है ये जीरो होता है और रो के बाद फिर नेगेटिव होने लग जाता है अब दोनों का एक हिसाब किताब देखना जब ये रो होता है ना तब यह टॉप पे होता है तभी इन दोनों को आपने पॉइंट्स को कनेक्ट किया है जो डॉटेड लाइंस दिख रही है तुम्हें ये डॉटेड लाइन शो करता है कि जब ये टॉप पे पहुंचता है मैक्सिमम सेटिस्फैक्ट्रिली होता है वो ज़ीरो हो जाता है ठीक है जैसे कि यहां पे तुम एग्जांपल में भी देख सकते हो जब ये जरो है मार्जिनल यूटिलिटी तब ये मैक्सिमम सेटिस्फैक्ट्रिली कोई नहीं तो मैक्सिमम सेटिस्फैक्ट्रिली कितनी हो गई जीरो समझ आया अब देखो यहां पे देखो अब यहां पे देखो क्या होता है ये दो तरीके से काम करता है जब ये बढ़ रहा होता है डिमिनिशिंग रेट पे ये डी एमय पे गिर रहा होता है ये भी डिमिनिशिंग रेट से नीचे गिर रहा होता है ठीक है अब देखो दूसरी बात जब ये टॉप पे पहुंचेगा ये जीरो हो जाएगा और जैसे ही ये गिरना चालू करता है यह नेगेटिव हो जाता है समझ आया इसको मैं मैं एक बार दूसरे कलर से और मार्क कर देता हूं जिससे कि चीजें हाईलाइट हो जाए आपके लिए जैसे ही टॉप पे आने के बाद ये गिरना चालू करता है तभी ये नेगेटिव हो जाता है समझ आया जब य गिरेगा तो ए नेगेटिव हो जाता है जब य टॉप पे होता है mu0 होता है जब बेटा य उठ रहा होता है डिमिनिशिंग रेट पे तो मार्जिनल यूटिलिटी गिर रही होती है डिमिनिशिंग रेट पे ठीक है समझ आया बेटा ये होता है हमारा टी और ए का रिलेशन क्लियर है बेटा चलो जी फटाक से इसका स्क्रीनशॉट ले लो ठीक है बेटा फटाक से आपने स्क्रीनशॉट ले लिया चलो जी चलते हैं नेक्स्ट पॉइंट पे लॉ ऑफ डिमिनिशिंग मार्जिनल यूटिलिटी ध्यान से इसको स्टार मार्क करो बहुत इंपॉर्टेंट पॉइंट है ये लॉ दिया गया है एचएच गोसम द्वारा इसे हम फर्स्ट लॉ ऑफ कंसंट भी कहते हैं गोसेंस फर्स्ट लॉ ऑफ कंसंट ये क्या बोलता है ध्यान से सुनना वीडियो के स्टार्टिंग में मैंने एक चीज बताई थी उसको दिमाग में रखना क्लियर अब देखो यह बोलता है कि एक प्रोडक्ट को आप जब लगातार यूज करते जाते हो उसका एक और यूनिट एक और यूनिट एक और यूनिट कंज्यूम करते जाते हो तो उसका जो सेटिस्फैक्ट्रिली है वो गिरती चली जाती है देखो क्या बोला गया है एज वी कंज्यूम मोर एंड मोर यूनिट ऑफ अ कमोडिटी द यूटिलिटी डराइड फ्रॉम ईच सक्सेसिव यूनिट गोज ऑन डिक्रीजिंग कि आपको जो हर बार सेटिस्फैक्ट्रिली रोहित सर आए थे तो उनसे पहले समोसे से मुझे सबसे ज्यादा सेटिस्फेक्शन मिला कितना 16 फिर मुझे क्या मिला बेटा फिर कुलदीप सर आए कुलदीप सर ने बोला भैया समोसा खाओ नीचे से लेके आए थे उनसे मुझे 10 सेटिस्फेक्शन मिला फिर हमारे रवि सर आए प्यारे रवि सर ने बोला भाई ये बनारस के समोसे खाने तो पड़ेंगे ना यार तो उससे मेरे को चार सेटिस्फैक्ट्रिली तो फिर मैंने वो खाया है ना फिर जैसे ही रोहित सर आ गए फिर उन्होंने बोला कि भैया एक और समोसा खा ले वो समोसा खाया और तुम्हें मालूम है हालत ही खराब हो गई अपनी तो तो इसका मतलब होता है कि जब आप एक कमोडिटी को एक पीस एक और पीस एक और पीस या एक और प्रोडक्ट आप बार-बार कंज्यूम करते जाते हो तो आपका जो सेटिस्फैक्ट्रिली या खा लोगे या कंज्यूम कर लोगे तो आपकी जो यूटिलिटी है जो सेटिस्फेक्शन है वो नेगेटिव होता जाएगा बेटा पेट भर के खाने के बाद अगर आप और खा लोगे तो आपको अनजी लगेगा आपको अच्छा नहीं लगेगा एक वो प्रॉपर बैलेंस होता है खाने का कई बार हम ना थोड़ा सा ही खाते हैं लिमिटेड खाते हैं कि हम नॉर्मली अगर चार रोटी खाते हैं तो अगर आपने ढाई रोटी खाई होगी ना कभी ढाई या तीन के आसपास तो आपको ऐसा लगता है कि पेट खाली भी नहीं है और भरा भी नहीं है मैं बहुत एक्टिव भी फील कर रहा हूं तो बेसिकली वो जो सेटिस्फैक्ट्रिली बेटा जैसे केमिस्ट्री में एक्सेप्शन होते हैं ना वैसे ही हमारे इकोनॉमिक्स में बहुत सारे अंश हैं तो हमें लॉ ऑफ डीएमयू के लिए बहुत सारी चीजें माननी पड़ती है क्या माननी पड़ती है ध्यान से देखते जाओ सबसे पहले कार्डिनल मेजरमेंट ऑफ यूटिलिटी आप ये बोल सकते हो कि भैया एक दोती च ऐसे करके ना जय जयकार वगैरह का कोई सिस्टम नहीं है 1 दोती च करके आप उसको मेजर कर सकते हो नंबर्स में जैसे कि मैंने बताया पिछली वाले उसमें आपको कि भैया इनके समोसे से मेरे को 16 यूटिलिटी मिली है तो मेजर कर पा रहा हूं पहले वाले समोसे से मुझे 16 मजे आए 16 मजे आए तो 16 यूटिलिटी मतलब 16 मजे तो पहला मेरे को अंपन ये मानना पड़ेगा कि मैं सेटिस्फैक्ट्रिली मेरी यूटिलिटी का मेजरमेंट कर सकता हूं मॉनेटरी वैल्यू में कि मैं अपने मजे को पैसों से तोल सकता हूं कि भैया इतने पैसे में इतने मजे आए ये मुझे मानना पड़ेगा ठीक है पैसा और मजा भी हमारे लिए बहुत वैरी करता है तो आपका ये दूसरा पॉइंट हो गया तीसरा पॉइंट आप देखो क्या बोल रहा है कंजमेट क्वांटिटी ऐसा नहीं होना चाहिए अब जैसे आपने बोला कि सर ये लॉ कैसे काम करता है कि पहले सबसे ज्यादा मजा फिर थोड़ा कम फिर थोड़ा कम फिर थोड़ा कम फिर थोड़ा कम अब पानी की बोतल के साथ क्या होता है या पानी की बोतल के साथ क्या होगा या पानी के पाउच के साथ क्या होगा आप पियोगे पानी की बोतल पी आपने छोटी वाली पानी की बोतल पी फिर आपको मजा आया ठीक है दूसरी वाली बोतल से थोड़ा कम मजा आएगा तीसरी वाली से और कम मजा आएगा और चौथी पांचवी के बाद आप बोलोगे भैया पानी से टंकी भर गई पूरी पेट की लेकिन यहीं पे अगर आप चम्मच से पानी पियोगे तो क्या होगा आपको पहले चम्मच के बाद और प्यास लगेगी दूसरी वाली चम्मच में और मजा आएगा तीसरी वाली में और मजा आएगा चौथी वाली में और मजा आएगा तो बेटा ये तो ऊपर बढ़ती जा रही है तो आप ये कहते हो ये अजमन ये कहता है कि आप जो क्वांटिटी ले रहे हो ना वो रीजनेबल होनी चाहिए ऐसा नहीं होना चाहिए कि मतलब भैया एकएक चावल का दाना खा रहे हैं और बोल रहे हैं हमारी तो यूटिलिटी बढ़ती जा रही है गिर नहीं रही तो ये एक्सेप्शन नहीं है ये मतलब अजमन है कि आप एक रीजनेबल क्वांटिटी लेके चल रहे हो ठीक है चौथा पॉइंट है हमारा कंटीन्यूअस कंजमेट सर सुबह लाके देते कुलदीप सर दोपहर में लाके देते तापुर मैम मुझे शाम को लाकर देती और रात को मैं रवि सर का समोसा खाता तो बेसिकली मैं कर लेता मैं कंज्यूम कर लेता मुझे सेटिस्फैक्ट्रिली तो मेरा बॉडी इसको डाइजेस्ट कर पा रहा है मुझे फिर भूख लगेगी मैं फिर खा पाऊंगा तो मेरी यूटिलिटी तो बढ़ रही है लेकिन जब आप लगातार खाते हो ना तो आपकी यूटिलिटी गिरती जाती है इसलिए आप अज्यू करते हो कि आप कंटीन्यूअसली उसको कंज्यूम कर रहे हो गैप नहीं है उसके अंदर टाइम गैप नहीं है बिल्कुल भी ठीक है फिर आता है आपके पास रैशनल कंज्यूमर बेटा पागल आदमी को बोलो कि ₹1 की चॉकलेट खाएगा कि ₹1 वाली खाएगा बोलो एक वाली खाऊं तो ऐसा नहीं होता है भैया रीजनेबल आदमी होना चाहिए रैशनल आदमी होना चाहिए जिसके पास दिमाग हो कंपेयर कर सके कि भैया किसमें ज्यादा यूटिलिटी और किसमें कम इरेशनल आदमी जो पागल है वो नहीं देख पाएगा उसमें समझ नहीं है वो कुछ भी कंज्यूम कर सकता है ठीक है नहीं तो देखो जैसे य इसमें मैंने कोट दिया है कि अगर जिंदगी तुम्हें नींबू दे तो फेंक के मारो अबे शिकंजी बना ले यार फेंक के क्यों मार रहा है ठीक है तो समझ रहे हो ना आप मेरी बात फिर आता है फिक्स्ड इनकम फिक्स्ड इनकम बेटा अब जैसे होता है कई बार आपकी इनकम बढ़ जाती है ना तो आप बेटर गुड्स पे शिफ्ट हो जाते हो आप ज्यादा कंज्यूम करने लग जाते हो इनकम कम हो जाती है तो आप कम कंज्यूम करते हो तो यहां पे हम अज्यू करेंगे कि इंसान की इनकम नहीं बदल रही इनकम इनकम के बढ़ने या घटने से हमारा कंजमेट जनरल सेंस में भी देख सकते हो जब पैसा ज्यादा होता है तो खर्चा ज्यादा करता है पैसा कम होता है तो खर्चा कम ठीक है तो ये कुछ चीजें आपको ध्यान रखनी पड़ेंगी एंड द लास्ट पॉइंट इज नो चेंज इन क्वालिटी क्वालिटी में कोई चेंज नहीं होना चाहिए क्या पहला कैन पियो दूसरा पियो तीसरा पियो चौथा पियो सबका टेस्ट एकदम सेम होगा ऐसा नहीं होना चाहिए कि पहला वाला खराब था दूसरा अच्छा था तो मजे दूसरे वाले में आए पहले वाले में नहीं आए तो उससे फिर तो डीएमयू पूरा ब्रेक हो जाएगा ना आपको दूसरे वाले में सेटिस्फैक्ट्रिली वाले में कम तो उससे नहीं चलता आप सेम टेस्ट की बात करो आप अगर बिस्किट खा रहे हो तो सेम बिस्किट खा रहे हो अलग-अलग नहीं सेम ही चीज खा रहे हो उसके ऊपर ही आपको ध्यान देना पड़ेगा ठीक है बेटा ये हमारे सारे अंश थे क्लियर चलो जी अब आते हैं कंज्यूमर इक्विलियम में फटाक से इसका फोटो लो पहले चलो बेटा फटाक से आपने स्क्रीनशॉट ले लिया अब समझो चैप्टर का नाम आ गया है कंज्यूमर्स इक्विलियम ये बहुत ही इंपॉर्टेंट पॉइंट पॉइंट है ध्यान से सुनना बेटा ये कंज्यूमर्स इक्विलियम एक ऐसा पॉइंट है एक ऐसी सिचुएशन है जहां पे एक इंसान कोई प्रोडक्ट को कंज्यूम कर रहा है कोई कमोडिटी कंज्यूम कर रहा है और उसकी वो इतनी क्वांटिटी ले रहा है जहां पे वो नहीं चाहता कि वो उससे उसकी क्वांटिटी आगे बढ़ाए या कम करें जैसे एक छोटे से एग्जांपल से बताता हूं बेटा यह बंदा है यह मूवी देख रहा है अपने लैपटॉप पे अब इसने बोला यार खाने पीने का इंतजाम भी तो होना चाहिए तो इसने चिप्स रख लिए इसने पॉपकॉर्न रख लिए इसने कोल्ड ड्रिंक रख ली और डेजर्ट के लिए चॉकलेट रख लिया तो बेटा ये थोड़ा हल्के मुल्के चीजें हैं कोल्ड ड्रिंक है और चॉकलेट है ये सबसे सही क्वांटिटी है सबसे बढ़िया चीज है अब मान लो मैं इधर तुम्हें पिज़्ज़ा लाके रख दूं बर्गर लाके रख दूं और 40-50 चीजें रख दूं तो तुम्हें क्या लगेगा अरे यार पैसा खर्च हो गया और चीजें वेस्ट हो जाएंगी पूरा तो खा नहीं पाएगा और जब खाना वेस्ट होता है तो ऐसा लगता है या शिट यार पैसा वेस्ट हो गया फालतू में हां या ना लेकिन दूसरी एक और चीज बताओ अगर मैं पूरी चीज हटा के सिर्फ पॉपकॉर्न रख दूं तो ऐसा लगेगा ना यार कुछ और भी होना चाहिए था यार कुछ पीने के लिए होना चाहिए था तो कोल्ड ड्रिंक आ जानी चाहिए थी कुछ पीने के साथ-साथ कुछ अगर चॉकलेट टाइप कुछ मीठा हो जाता तो भी बढ़िया रहता यार है ना और कुछ और स्नैक होते तो मजा आता तो मतलब आप क्या कहना चाह रहे हो सर बेसिकली सिंपल सी बात है एक ऐसी क्वांटिटी एक कमोडिटी की जहां पे आप ना ही ज्यादा उसके लेना चाहते हो ना ही कम लेना चाहते हो अब डेफिनेशन समझो एक ऐसी सिचुएशन है कंज्यूमर इक्विलियम व्हेन कंज्यूमर इज हैविंग मैक्सिमम सेटिस्फैक्ट्रिली इसको सबसे ज्यादा सेटिस्फैक्ट्रिली पे मिल रहा है विथ लिमिटेड इनकम एंड हैज नो टेंडेंसी टू चेंज हिज वे ऑफ़ एजिस्टिफाई है किसी प्रोडक्ट की मिली है उसमें वह फुल्ली सेटिस्फाइड है इस पॉइंट को कहते हैं कंज्यूमर इक्विलियम ठीक है अब इसमें दो तरह के केसेस होते हैं एक होता है सिंगल कमोडिटी केस और एक होता है टू कमोडिटी केस सिंगल कमोडिटी में सिर्फ एक प्रोडक्ट होता है ध्यान से देखो अब बेटा यहां पे क्या हुआ सिंगल कमोडिटी केस में तुम्हारी जैसे मंच है ये मंच जो चॉकलेट आती है ये बेटा ₹ वाली है ना अब तुम एक चीज नोटिस करोगे जब तुम एक खरीदते हो तो तुम्हें लगता है यार खाने के बाद यार एक और होनी थी यार है ना फिर मन करेगा एक और ले लेता हूं फिर दूसरी लेने के बाद ऐसा लगेगा कि यार एक और ले ही लेता हूं तो तुम मतलब देखोगे मोटा मोटी तो तुम्हें लगेगा कि यार तीन के बाद ना चौथी खाने का मन नहीं करेगा लेकिन तीन से कम खाओगे तो ऐसा लगेगा यार एक और ले लेता हूं तो जो तीन नंबर है इसे कहते हैं हम इक्विलियम पॉइंट समझ आया अब ध्यान से सुनो कंज्यूमर परचेसिंग अ सिंगल कमोडिटी विल बी एट इक्विलियम व्हेन ही इज बाइंग सच अ क्वांटिटी ऑफ दैट कमोडिटी व्हिच गिव्स हिम मैक्सिमम सेटिस्फैक्ट्रिली सर अब ये नंबर कैसे फाइंड आउट करेंगे बताता हूं देखो आओ इधर देखो अब कंज्यूमर इक्विलियम में कैसे क्वांटिटी आपकी ये दो चीजें क्या होती हैं जो क्वांटिटी को डिसाइड करती हैं दो चीजें ध्यान से सुनो एक होती है प्राइस ऑफ दैट पर्टिकुलर प्रोडक्ट उस कमोडिटी की प्राइस क्या है पहली चीज दूसरा उससे आपको कितना सेटिस्फेक्शन मिलने वाला है एक्सपेक्टेड सेटिस्फैक्ट्रिली कितने नंबर ऑफ प्रोडक्ट में मिलने वाला है ये इन दो फैक्टर से डिसाइड होता है ठीक है अब सर ये कंडीशन क्या है इक्विलियम कंडीशन कैसे पता चलेगी जब आपकी मार्जिनल यूटिलिटी उस प्रोडक्ट की उसके प्रोडक्ट के प्राइस से बराबर हो जाए उसे कहते हैं इक्विलियम कंडीशन मतलब क्या सर मार्जिनल यूटिलिटी ऑफ अ प्रोडक्ट इज इक्वल टू आपकी प्राइस ऑफ दैट प्रोडक्ट इज नोन एज इक्विलियम कंडीशन देखो मार्जिनल यूटिलिटी ए इज इक्वल टू प्राइस एंड पेड फॉर द कमोडिटी दैट इज ए इ टू प्राइस ऑफ x मींस इट इज अ इक्विलियम कंडीशन देखो ध्यान से देखो क्या बोलना चाह रहा हूं ध्यान से देखो जब ये वेइंग स्केल पे दोनों चीजें बराबर हो जाए ना कि मजा और पैसा बराबर है कि ऐसा लग रहा है वैल्यू फॉर मनी फील होता है ना कि ज्यादा भी खर्चा ना हो जाए और कम भी ना खर्चा होए कि इच्छाएं पूरी नहीं हो पा रही उस बीच का जो एक पॉइंट होता है जहां पे आपको मजे भी आते हैं और पैसा भी ऐसा लगता है कि जस्टिफाइड है यार इतना तो इतने पैसे में हो ही जाएगा बढ़िया है उस पॉइंट को कहते हैं इक्विलियम कंडीशन देखो अब यहां पे एक अजमन लगाना पड़ेगा कि भैया प्राइस सेम है प्राइस चेंज नहीं होनी चाहिए वरना जब चीजें सस्ती होती हैं तो इंसान को और मजे आने लग जाते हैं तो आप प्राइस सेम रखोगे ठीक है पहले प्रोडक्ट में आपको 20 मजे आए तो आपको ज्यादा मजे आ रहे हैं तो अभी आप क्या सोचोगे अभी तो और लूंगा अभी तो और इंक्रीज करूंगा हां या ना ठीक है फिर आपने दूसरा कमोडिटी लिया दूसरा प्रोडक्ट लिया ठीक है अभी यहां पे एक ही प्रोडक्ट की बात हो रही है आपने दूसरी क्वांटिटी ली एक और बार खरीद लिया वो तो आपको 16 मजे आ रहे हैं अभी भी प्राइस से ज्यादा है मजे तो अभी बोलोगे एक और लूंगा और इंक्रीज करूंगा और खाऊंगा हां या ना लेकिन जैसे आपने तीसरा प्रोडक्ट लिया जैसे आपने तीसरी मंच ली तो आपको फील हो रहा है आपके मजे और आपकी प्राइस मार्जिनल यूटिलिटी ऑफ द प्रोडक्ट एंड प्राइस ऑफ द प्रोडक्ट इज सेम इज नोन एज कंज्यूमर इक्विलियम सिंपल एज दैट आपकी मार्जिनल यूटिलिटी जब आपकी प्राइस से इक्वल हो जाए उसे इक्विलियम कंडीशन कहते हैं इक्विलियम कहते हैं कंज्यूमर्स इ इक्विलियम कहते हैं ठीक है अब इसके बाद क्या होगा सर इसके बाद वही आपका हिसाब किताब ज्यादा करते जाओगे यूटिलिटी कम होती जाएगी फिर उल्टी मारोगे हां या ना तो देखो द चौथा प्रोडक्ट खरीदा चौथी क्वांटिटी खरीदी फिर यूटिलिटी और कम हो गई प्राइस से भी कम हो गई तो आपका मन नहीं करेगा आपको लगेगा यार फालतू में भैया पैसा खर्च हो रहा है खाते तो बन नहीं रहा तो क्यों खरीद रहे हैं हम तो आप चाहोगे कि भैया मैं [संगीत] कंजमेशन में आप फील करोगे कि मैं कम कर दूं जब आपका एय ज्यादा हो प्राइस से तो आपको लगेगा कि भैया ज्यादा खाता हूं आप आपका जब मार्जिनल यूटिलिटी कम होगी प्राइस से तो आपको लगेगा नहीं यार कंजमेटिंग तो आप कम खर्चा करोगे सेटिस्फेक्शन ज्यादा होगा तो आप ज्यादा खर्चा करोगे ठीक है सिंपल कांसेप्ट है फिर आता है अपने पास इसका ग्राफ ग्राफ बहुत सिंपल है बेटा स्ट्रे आपको ऐसा डाउन वर्ड स्लोपिंग दिख रहा है नॉर्मल तरीके से अब ध्यान से देखो इसमें देखो ये बेटा आपका ऐसा डाउन वर्ड स्लोपिंग आ रहा है ठीक है ये आपका तीन क्वांटिटी ये देखो तीन क्वांटिटी अपन अ दिखा था ना ये देखो ये थर्ड क्वांटिटी देखी थी थर्ड क्वांटिटी में प्राइस और आपकी यूटिलिटी सेम है ये देखो यहां पे देखोगे ये देखो 12 और आठ के बीच में ये कुछ 10 वाला पॉइंट है ये क्रॉस हो रहा है तो ये जो पॉइंट है इस पॉइंट को हम लोग कंज्यूमर्स इक्विलियम कहते हैं जहां पे आपका ये दोनों इंटरसेक्ट हो रहा है क्या इंटरसेक्ट हो रहा है m और प्राइस प्राइस और एय जब इंटरसेक्ट हो जब दोनों सेम हो जाए उसे हम इक्विलियम कंडीशन कहते हैं ₹10 में तीन प्रोडक्ट खरी तीन प्रोडक्ट लिए तो उसे हम मैक्सिमम सेटिस्फैक्ट्रिली मानते हैं क्लियर ये सिंगल कमोडिटी केस है क्लियर हो गया अब फटाक से स्क्रीनशॉट लो डुअल कमोडिटी केस का चलो बेटा स्क्रीनशॉट ले लिया अब चल दो फटाक से आ जाते हैं टू कमोडिटी केस पे इसके पहले आप ये देख लो इसको कितने नामों से जाना जाता है ये लॉ ऑफ इक्वि मार्जिनल यूटिलिटी भी कहा जाता है इसको लॉ ऑफ सब्सीट्यूशन लॉ ऑफ मैक्सिमम सेटिस्फैक्ट्रिली आप कुछ क्रैक्स खाओगे आपको लगेगा भैया प्यास प्यास आपको अंदर से लगता है ना पीने का मन करता है कुछ तो भैया फ्रूटी वगैरह ले लेते हैं तो ये सर वैसे आप एक या दो प्रोडक्ट क्यों लेते हो हमेशा ध्यान से सुनो एक या दो प्रोडक्ट के पीछे लेने का रीजन ये होता है कि आप जब नंबर ऑफ प्रोडक्ट ज्यादा ले लेते हो ना तो उसका इंपैक्ट को कैलकुलेट करना समझना मुश्किल होता है स्टडी करने के लिए मुश्किल है तो आप इसलिए छोटी क्वांटिटीज लेते हो क्लियर है अब आते हैं बेटा इसको समझते हैं कैसे काम करता है ये पहली चीज ये समझ लो इसकी दो कंडीशंस हैं दो कंडीशन क्या है सबसे पहली देखो मार्जिनल यूटिलिटी गिरती रहनी चाहिए जब आप कंसंट्रस कर रहे हो कंजमपट्टी यूटिलिटी गिरती रहनी चाहिए है ना याद है ना अपन ने पढ़ा था अभी अभी दूसरी चीज इस दो प्रोडक्ट की मार्जिनल यूटिलिटी और प्राइस पहले प्रोडक्ट की और मार्जिनल यूटिलिटी और प्राइस दूसरे प्रोडक्ट के बीच का जो रेशो है वो बराबर होना चाहिए देखो अपन ने अभी पहले वाले में पढ़ा कि मार्जिनल यूटिलिटी ऑफ ऑफ अ प्रोडक्ट अपॉन या उसके इक्वल टू उसकी प्राइस होनी चाहिए उस प्रोडक्ट की हां या ना इसमें दोनों को कंपेयर किया जाता है अब इसको और अगर सिंपलीफाई करूं तो आप ये बोल सकते हो सर ये प्राइस को मैं इधर भेज देता हूं एवा को इधर भेज देता हूं ये देखो यहां पर ले आया इधर नोटिस कर सकते हो हां या ना इधर नोटिस करोगे तो आपको एक चीज फील होगी कि ये दोनों आप अगर हटाओ ग तो आपको एक कंडीशन मिलेगी जो ये बोलता है कि जब दोनों प्रोडक्ट की मार्जिनल यूटिलिटी बराबर हो जाए उसको हम कह सकते हैं टू कमोडिटी केस की इक्विलियम पॉइंट कैसे बेटा ध्यान से सुनना ध्यान से देखो एक मैं केस बताता हूं प्रोडक्ट y और प्रोडक्ट x है ना दोनों है आपके पासे प्रोडक्ट y और प्रोडक्ट x इस दोनों की मार्जिनल यूटिलिटी जब बराबर हो जाएगी तो आप बोलोगे सर इक्विलियम कंडीशन है कैसे ध्यान से देखो जब आप पहला प्रोडक्ट खरीद रहे हो तो आपको 20 यूटिलिटी मिल रही है x के प्रोडक्ट में और y के मिल रही है 16 दूसरी जब आप प्रोडक्ट दूसरा आप क्वांटिटी लेते हो उसका सेम तो आपको मिलता है 14 यूटिलिटी इसमें मिलती है 12 ठीक है तीसरा जब लेते हो तो आपको पहले वाले में मिलती है 12 दूसरे वाले में मिलती है आठ तो आप ये देखो कॉमन पॉइंट क्या है यहां पे 12 और यहां पे मारा तो अभी मैंने बोला था मार्जिनल यूटिलिटी जब दोनों की सेम हो जाए तो आप बोलोगे उसे इक्विलियम कंडीशन जैसे कि सर यह भी 12 है ये भी 12 है मतलब ये इक्विलियम कंडीशन है सर पर दोनों की क्वांटिटी अलग है ना अरे तो प्रोडक्ट भी तो अलग है ये तो सोच कहने का मतलब है कि भाई अगर ये y को मैं बोल दूं कि ये बनाना है ठीक है ये बनाना है और ये वाला मेरा एप्पल है तो मैं सिंपली ये कहना चाह रहा हूं कि भैया तीन एप्पल ले लेता हूं और दो बनाना ले लेता हूं तो मैं पांच अगर फ्रूट खाऊंगा तो मुझे सबसे ज्यादा सेटिस्फैक्ट्रिली ब्रियन इन टू कमोडिटी केस दो प्रोडक्ट लेने हो तो कितनी क्वांटिटी में एक प्रोडक्ट की लूं और कितनी क्वांटिटी में दूसरे प्रोडक्ट की लूं उसकी प्राइस के रिलेशन में कि मेरे को सबसे ज्यादा सेटिस्फेक्शन मिल जाए तो वो इस तरीके से निकाला जाता है अब इसका ग्राफ देखो फटाक से ये है एय एय x का ग्राफ पहले पॉइंट पे 20 पे है देखो दूसरे पॉइंट पे 14 पे है यहां पे देखो 14 आ रहा होगा तीसरे पॉइंट पे 12 पे है ये देखो 12 ये ऐसा देखो ये 12 आ रहा है इधर ये 12 पे इधर 12 ठीक है m y देखो ये y एक्सिस ये इसको ऐसा बना दिया इन्होंने इसको अलग से ऐसा जॉइन कर दिया है ठीक है बाकी और कुछ नहीं है दोनों को उल्टा कर दिया एक को उसके अपोजिट कर दिया और कुछ नहीं किया है एवा का अग्राफ देखो तो पहला वाला आप देखोगे 16 यहां पे दिख रहा है 16 ये देखो 16 के सामने आ रहा है दूसरा वाला 12 पे है ये देखो 12 अभी जो इंटरसेक्ट ंग पॉइंट है ना यही कंज्यूमर्स इक्विलियम है समझ आया समझ आया इसे ही हम ग्राफिकल रिप्रेजेंटेशन भी कह रहे हैं क्लियर चलो जी इसका फटाक से स्क्रीनशॉट ले लो चलो जी फटाक से स्क्रीनशॉट लो इसका चलो बेटा फटाक से आपने स्क्रीनशॉट ले लिया अब चलते हैं नेक्स्ट पॉइंट पे जो कि आपका आ गया है आपका नेक्स्ट अप्रोच जो कि मैंने स्टार्टिंग में आपको बताया था ऑर्डिनल यूटिलिटी अप्रोच जो कि हिक्सन एलन ने दिया है ये क्या बताता है कि सर आप अपने सेटिस्फैक्ट्रिली सते कि भैया 5 किलो मजा आया ऐसा नहीं होता है आप ये बोल सकते हो कौन से प्रोडक्ट में मजा ज्यादा आया आप उसको चूज करते हो ओवर दी अदर ठीक है अब ध्यान से देखो यहां पे रैंकिंग हो सकती है तो ऑर्डिनल यूटिलिटी इज द यूटिलिटी एक्सप्रेस्ड इन रैंक और ये थोड़ी सी ना रियलिस्टिक भी है और इंप्रूव्ड भी है क्यों क्योंकि इन लोगों ने ना डिस रिगार्ड किया था मार्शल की अप्रोच को कि आप मेजर नहीं कर सकती यूटिलिटी को जैसे गौरव की आइसक्रीम की यूटिलिटी मुझसे ज्यादा है उसको 10 मजा आ है मुझे पांच ही मजा आ है तो हम उसको मेजर नहीं कर सकते कि उसके इंसान सेम है आइसक्रीम प्रोडक्ट इंसान अलग-अलग है प्रोडक्ट सेम है लेकिन किसी को ज्यादा मजा आ रहा है किसी को कम और उसको नंबर कैसे दे हो 10 की जगह 20 आ रहा होगा पर बोल रहा है 10 तो बेसिकली आप उसको बता नहीं सकते इमेजिनरी है वो ये थोड़ा रियलिस्टिक है क्लियर अब आते हैं सबसे इंपॉर्टेंट पॉइंट बेटा बहुत इंपॉर्टेंट पॉइंट बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट पॉइंट है ये इन डिफरेंस कर्व इन डिफरेंस कर्व का मतलब होता है जहां पे एक कंज्यूमर डिफरेंस ना कर पाए कि मैं कौन सा प्रोड प्रोडक्ट या कौन सा बंडल ऑफ प्रोडक्ट खरीदो जैसे कि हम यहां पे दो प्रोडक्ट्स की या दो कमोडिटी की हम एक ऐसे कॉमिनेशन बनाते हैं और ऐसे कॉमिनेशन को ग्राफ पे प्रेजेंट करते हैं जो कि इक्वल सेटिस्फैक्ट्रिली चीजें खरीदी अब मैं देखो धीरे-धीरे कम करता जा रहा हूं 12 और एक अब मैंने मैंने कितने छह त्याग दिए तो मैं दूसरा खाना खरीद पा रहा हूं छह कपड़े त्यागे तो मैं दूसरा खाना खा पा रहा हूं मैंने यहां पे दो कपड़े त्यागे तो मैं तीसरा खाना खा पा रहा हूं एक कपड़ा त्यागा तो मैं एक और खाना खा पा रहा हूं अच्छा एक अमेजिंग बात चारों का जो कॉमिनेशन है ये कॉम्बिन ये कॉम्बिन ये और ये सब में सेटिस्फैक्ट्रिली है क्लियर है अब ध्यान से देखो इन डिफरेंस कर्व रेफर्स टू अ ग्राफिकल रिप्रेजेंटेशन ऑफ वेरियस अल्टरनेटिव कॉमिनेशन ऑफ बंडल्स ऑफ बंडल्स ऑफ टू गुड्स ये देखो दो गुड्स दिख रहे हैं ये देखो कपड़े और आपका खाना टू गुड्स अमंग व्हिच द कंज्यूमर इज इंफ्रेंटी कर्व इज द लोकस ऑफ ऑल द पॉइंट्स रिप्रेजेंटिंग डिफरेंट कॉमिनेशन अलग-अलग कॉमिनेशन दिख रहे हैं आपको दैट आर इक्वली सेटिस्फैक्ट्रिली करते हो किसी की क्वांटिटी बढ़ाते हो तो आपको दूसरे प्रोडक्ट की क्वांटिटी कम करनी पड़ती है ऐसा क्यों सर देखो अब यहां पे वापस आ जाओ मुझे यह कम करना पड़ा इसको बढ़ाने के लिए अब बेटा मुझे एक बात बताओ ये दोनों सवाल के मैं जवाब देता हूं व्हाई डज दिस हैपन ऐसा क्यों होता है अगर मान लो अगर मान लो 12 कपड़ों में से मैं एक भी त्याग ना करूं और मैं खाना एक जो ले रहा था अब मैं दो लेने लग जाऊं तो बेटा यह बाकी सबसे बेटर हो गया ना हां या ना ये बाकी सबसे बेटर हो गया सर आपने तो बोला था कि ये सारे सेटिस्फैक्ट्रिली ना त्याग करें कुछ गेन कर लिया तो यह तो सुपीरियर हो गया ना यह तो सबसे बेटर हो गया तो इसमें डिफरेंट आ गया डिफरेंस हो गया कि यह वाला जो ये वाला कॉमिनेशन है वो बेटर हो गया बाकी सबसे तो इन डिफरेंट कहां रहा ये तो डिफरेंट हो गया ना कि ये बेटर है बाकी सबसे तो आदमी चूज कर पाएगा कि हां भैया ये बेटर है लेकिन इस कर्व का नाम ही क्या है इन डिफरेंस इन डिफरेंस मतलब डिफरेंस ना पता कर पाना कि कौन सा हमें अच्छा या कौन सा चूज कर सके सब में बराबर सेटिस्फेक्शन है ठीक है इसलिए जब भी आप किसी प्रोडक्ट को बढ़ाते हो तो दूसरे प्रोडक्ट की किसी क्वांटिटी को कम करना पड़ता है बराबर है चलो अब आते हैं नेक्स्ट पॉइंट पे मोनोटोनिक प्रेफरेंस मोनोटोनिक प्रेफरेंस बहुत सिंपल है कंज्यूमर अगर रैशनल माइंड का है दिमागदार व्यक्ति है पागल व्यक्ति नहीं है तो वह जब प्रोडक्ट ज्यादा दिखते हैं उसको जब ज्यादा प्रोडक्ट उसको क्वांटिटी दिखती है तो उसका दिमाग यह कहता है कि भैया ज्यादा ही आपको सेटिस्फैक्ट्रिली [संगीत] एक ग्रुप है और यह एक दूसरा ग्रुप है मैं आपको दो सेकंड देता हूं चूज करके बताओ कौन सा चूज करना है आपको अगर आपको मिले चॉइस कि मुझे एक या दो दोनों में से कोई एक चीज चूज करनी है तो कौन सी चूज करोगे ये वाली नहीं ना ये वाली क्यों सर तीन कुकीज हैं और तीन ब्राउनी है इसमें दो हैं और दो ही इधर है ठीक है तो आपको ज्यादा दिख रहा है आप इसको चूज करोगे हां या ना सेम वे इसमें आ जाओ ये पहला ग्रुप और ये दूसरा ग्रुप तो मुझे बताओ कौन सा चूज करोगे ये वाला नहीं ना ये वाला क्यों सर इसमें एक को की एक्स्ट्रा है इसके कंपैरिजन में समझ आया तो मतलब जब आप कंज्यूमर होते हो ना तो आपको यह दिमाग कहता है एक रैशनल व्यक्ति का दिमाग कहता है कि ज्यादा प्रोडक्ट्स मतलब ज्यादा सेटिस्फैक्ट्रिली प्रेफरेंस कहते हैं देखो मोनोटोनिक प्रेफरेंस मींस दैट अ रैशनल कंज्यूमर ऑलवेज प्रेफर मोर ऑफ अ कमोडिटी एज इट ऑफर्स हायर लेवल ऑफ सेटिस्फैक्ट्रिली प्रेफरेंस कहता है अब इन डिफरेंस में आप क्या है कुछ कु भी नहीं इन डिफरेंस कर्व देखा अपन ने एक ऐसा कॉन्वेक्स शेप्ड एक ऐसी लाइन थी ये ये एक लाइन थी एक ये लाइन थी बस इसके मैंने बहुत सारी ऐसी लाइंस बना दी बहुत सारी ऐसी लाइंस बना दी मैंने ठीक है बहुत सारी ऐसी लाइंस बना दी अच्छा मैं और बना सकता हूं कब तक बना सकता हूं सर अनलिमिटेड जितनी चाहूं उतनी बना सकता हूं जितनी चाहूं उतनी इसे ही हम इन डिफरेंस मैप कहते हैं समझ आया इन डिफरेंस कर्व का बहुत सारा एक मैप बना देना उसे हम इंफर हैंस मैप कहते हैं एक ही पे डाल देना उसे इंडिफेंसिबल रिप्रेजेंट कंज्यूमर प्रेफरेंस ऑल ओवर ऑल दी बंडल्स ऑफ़ दी टू गुड्स दो गुड्स के बंडल्स जो हैं उनके अलग-अलग प्रेफरेंस को बता रहा है क्लियर हायर डि इंफर मेंस कर्व रिप्रेजेंट हायर लेवल ऑफ सेटिस्फैक्ट्रिली प्रेफरेंस अभी मैंने बताया जब प्रोडक्ट ज्यादा दिखते हैं तो इंसान ज्यादा यूज़ करता है अब तुम देखो ये हायर होता जाता है ये a पॉइंट से b पॉइंट पे आया ये वाला जो कर्व है ये हायर है ये वाला जो कर्व है ये देखो वन इज लोअर सेकंड वन इज हायर थर्ड वन इज इवन हायर तो जब जैसे ही आप दूर जाते जाते हो तो आपका सेटिस्फैक्ट्रिली ऑफ गुड्स ज्यादा होते हैं उसमें क्वांटिटी ज्यादा होती है गुड्स की ठीक है जैसे मान लो एक पैकेट है इसमें सिर्फ दो चॉकलेट और दो ही टॉफी हैं इसमें तीन चॉकलेट तीन टॉफी हैं इसमें चार चॉकलेट चार टॉफी है तो कौन सा चूज करोगे चार चॉकलेट चार टॉफी हां या ना ज्यादा क्वांटिटी ज्यादा आपको सेटिस्फैक्ट्रिली रेट ऑफ सब्सीट्यूशन बेटा ये एक ऐसा रेट है जहां पे आप एक प्रोडक्ट को त्याग हो दूसरे प्रोडक्ट को गेन करने के लिए उसे हम कहते हैं मार्जिनल रेट ऑफ सब्सीट्यूशन एमआरएस रेफर्स टू अ रेट एक ऐसा रेट एट व्हिच कमोडिटी कैन बी सब्सीट्यूटेड मतलब एक की जगह दूसरा आप यूज कर रहे हो दूसरा चीज ले रहे हो विद ईच अदर एक दूसरे के बीच में आप एक्सचेंज कर रहे हो उसको सो दैट टोटल सेटिस्फैक्ट्रिली नहीं रहा है सेम है क्यों सेम है सर अभी तो बताया था मैंने कि आप जैसे अगर किसी को बिना त्याग करे ज्यादा खरीद लेते हो या ज्यादा क्वांटिटी बढ़ा देते हो तो बाकी सबसे बेटर बंडल बन जाता है वो हां या ना अब देखो सो पपड़ी और काजू कतली यह बेटा सोन पपड़ी ऐसी जिंदगी जीता है ना सबके घर होक आता है और वापस लौट जाता है जिसने खरीदा होता है ठीक है तो ये सोन पपड़ी ऐसा है कि लोग इसका त्याग कर देंगे है ना इसको पाने के लिए क्लियर तो ये चार्ट क्या है ध्यान से देखना ये देखो एक और ये दो इधर इन दोनों के पॉइंट्स अगर देखोगे तो पहले वाले में 15 बनाना है और एक एप्पल है आदमी ने दूसरा एप्पल लेने के लिए पांच बनाना त्याग कर दि देखो ये पांच बनानास हैं इसका त्याग हो गया ठीक है फिर उसने तीसरा एप्पल लेने के लिए छह बनानास रखे हुए हैं अपने पास मतलब उसने चार बनाना का और त्याग दे दिया तो ये बेटा एक ऐसा ग्राफ है जो इस चीज को शो कर रहा है मैं आगे आपको इसमें दिखाता हूं बेटा एक एप्पल था 15 बनाना है तो आप दूसरा एप्पल लेने के लिए क्या करोगे यार बनानास बहुत सारे ते कौन खाएगा एक काम करो पांच बनाना दे दो दूसरा एप्पल ले लेता हूं मैं तो आपके पास कितने बचे 10 एप्पल दो बनाना अब आपके पास नाना धीरे-धीरे कम होते जा रहे हैं तो इस बात को ध्यान रखना तो आप जब तीसरा एप्पल लेने जाओगे ना तो आप ये बोलोगे कि भैया मुझे तीसरा एप्पल देना तो वो बोल रहा था पिछली बार कितना त्याग किया था पांच का तो लाओ पांच बनानास आप बोलोगे नहीं नहीं नहीं नहीं मेरे पास पहले 15 थे इसलिए ज्यादा दे दिए थे अब मेरे पास कम है तो मैं कम ही दूंगा मैं सिर्फ चार ही बनानास आपको दूंगा तो बचे कितने छह अब जैसे ही आपके पास धीरे-धीरे कम होता जा रहा है तो आप त्याग भी इसका कम करते जाते हो आप ज्यादा त्याग नहीं करोगे इसके अंदर ठीक है तो इस इसलिए आपका त्याग जो होता है धीरे-धीरे कम होता जाता है इसे कहते हैं एमआरएस का अच्छा एक और ध्यान चीज एमआरएस की वजह से एमआरएस के डिमिनिशिंग रेट की वजह से इसका जो रेशियो है ये देखो धीरे-धीरे कम होता जा रहा है 5:1 4:1 3:1 2:1 ये जो रेशो है ये धीरे-धीरे कम होता जाता है इसी वजह से हमारा कॉन्वेक्स शेप्ड होता है क्या इन डिफरेंस कर्व इन डिफरेंस कर्व का जो ये जो शेप है ये इस एमआरएस की वजह से आता है क्लियर है इट इज द स्लो ऑफ एमआरएस अब आता है अंपन अंपन क्या है बेटा दो-तीन चीज देखो सबसे पहले आप दो ही प्रोडक्ट ले रहे हो यहां पे आपको मानना पड़ेगा दूसरी चीज आपका कोई सैचुरेशन पॉइंट नहीं है आप सैचुरेट नहीं हुए हो अगर सैचुरेशन हो गया होता तो आप कोई प्रोडक्ट नहीं खरीदते ठीक है सैचुरेशन नहीं आया है इसलिए आपका मन कर रहा है कि आप और खरीद लोगे ठीक है ऑर्डिनल यूटिलिटी मतलब आप रैंक कर सकते हो कौन सा प्रोडक्ट आपको ज्यादा चाहिए और कौन सा कम मतलब कौन सा बंडल आपको ज्यादा पसंद है आप उसको रैंक कर सकते हो सेटिस्फैक्ट्रिली पे डिमिनिशिंग मार्जिनल रेट ऑफ सब्सीट्यूशन यही होता है जो स्लोप मैंने आपको बताया कॉन्वेक्स शेप्ड होता है हमारा इंफर हैंस कर्व वो इसी के वजह से होता है आपका ये जो मार्जिनल रेट ऑफ सब्सीट्यूशन है ये कम होता रहना चाहिए अगर ये कम नहीं होगा तो मतलब आदमी सेटिस्फाइड फील करेगा ना फिर वो और और गिविंग करने के लिए अ विलिंग ही नहीं होगा हां या ना इन चीजों को आपको मनना पड़ेगा और रैशनल कंज्यूमर होना चाहिए ऐसा नहीं होना चाहिए कि पागल आदमी पागल आदमी बिना बिना सोच समझे कुछ भी भी काम करता है तो उससे हमारा लॉ फेल हो जाएगा तो आदमी समझ वाला होना चाहिए ये हमें पांच अजमन लेकर चलने पड़ेंगे फिर आता है हमारे पास प्रॉपर्टीज ऑफ इंफर कर्व ये प्रॉपर्टीज ऑफ इंफर कर्व क्या है ध्यान से सुनना पहली बात ये कभी भी इंटरसेक्ट नहीं कर सकता एक दूसरे से दो इंफर कर्व मैंने बनाया था ना ऐसे कुछ ये ऐसे बनाए थे बेटा ये कभी भी ऐसा एक दूसरे को क्रॉस नहीं कर सकता बिल्कुल भी नहीं कर सकता सर क्यों नहीं कर सकता बेटा ऊपर वाला जो प्रेफरेंस होता है व हमेशा आपको बेटर क्वांटिटी और बेटर बंडल देता है इस वजह से कभी भी आपको इंटरसेक्ट नहीं कर सकता सेम इंडिफेंसिबल यह ऐसा मिल जाए तो ऐसा नहीं मिल सकता नहीं बिल्कुल नहीं मिलता यह क्यों नहीं मिलता सर क्योंकि अगर जैसे ही मिलेगा इसका मतलब होगा आप दो नहीं एक ही कमोडिटी खरीद रहे हो अगर यहां पे टच हो गया मतलब आप सिर्फ एक कमोडिटी खरीद रहे हो दूसरी खरीद ही नहीं रहे हो ज जीरो कमोडिटी खरीद रहे हो फिर आप एक प्रोडक्ट की क्लियर जबकि हमने अज्यू किया है कि हमारे पास दो कमोडिटी होनी चाहिए ठीक है तो इनफर हैंस कर्व नेवर इंटरसेक्ट हायर इन डिफरेंस कर्व रिप्रेजेंट हायर सेटिस्फैक्ट्रिली ये वाला सेटिस्फैक्ट्रिली है इन डिफरेंस कर्व स्लोप डाउन वर्ड्स डाउन वर्ड होता है क्योंकि इसमें एक इवर्स रिलेशन की तरह देखा जाता है ये डाउन वर्ड क्यों होता है बेटा आप किसी चीज का त्याग करते हो किसी चीज को गेन करने के लिए इसलिए इसका स्लोप जो है डाउन वर्ड होता है और इन डिफरेंस कर्व्स आर ऑलवेज कॉन्वेक्स टू दी ओरिजिन मैंने बताया आपका जो डिमिनिशिंग मार्जिनल रेट ऑफ सब्सीट्यूशन है उसके वजह से इसका कॉन्वेक्स शेप्ड होता है क्लियर चलो जी नेक्स्ट पॉइंट पे आते हैं बजट लाइन फटाक से इसका स्क्रीनशॉट लो हां भैया बचपन की याद आ गई क्या चलो जी फटाक से ध्यान से देखना बहुत ही बढ़िया कांसेप्ट है पहले इस वर्ड को समझो व्हाट इज बजट बजट क्या होता है बचपन से बनाते आ रहे हैं घर में बनता है सामान लेने जाओ ट्रिप पे जाओ शादी ब्याह के काम करो सब में बजट बनता है तो मतलब कितने पैसे में कितना आप खर्चा कर सकते हो उसे हम बजट कहते हैं और एक लाइन क्या होती है लाइन पे इस बजट को शो कर देना इज बजट लाइन बेसिकली आप इस लाइन को देखो ये लाइन पे आपने देखा होगा ये सीन देखा होगा ये ना टॉम जो है इसको आता है ऐसा मारता है और फिर जैसे ही इसको दिखता है कि भैया मेरे को मारा इसकी त बैंड बजाऊंगा करके उसको एक चीज खींच लेती है वो खींचती क्या है इसकी इनकम इसकी औकात कि भैया इतने पैसे में इतना ही खर्चा कर सकता है बॉस इससे ज्यादा खर्चा नहीं कर पाएगा तो बजट का मतलब क्या है कितने पैसे में तुम कितना खर्चा कर सकते हो और उस लाइन पे शो कर देना इज नोन एज बजट लाइन ध्यान से देखो बजट लाइन इज अ ग्राफिकल रिप्रेजेंटेशन ऑफ ऑल पॉसिबल कॉमिनेशन ऑफ टू गुड्स दो गुड के बहुत सारे कॉम्बिन हैं इस पे आप अपनी पूरी एंटायस इनकम को स्पेंड करते हो और देखते हो कि भैया कितना आप खर्चा कर सकते हो व्हिच कैन बी परचेस्ड विद गिवन इनकम एंड प्राइसेस कि प्रोडक्ट की कोई प्राइस होगी और आपकी कोई इनकम होगी उस प्राइस और उस इनकम में आप कितना खर्चा कर सकते हो दो प्रोडक्ट्स को खरीदने के लिए उसका कौन सा राइट कॉमिनेशन खरीद सकते हो उसकी बात करता है सच दैट द कॉस्ट ऑफ ईच ऑफ दीज कॉमिनेशन इज इक्वल टू दी मनी ऑफ दी कंज्यूमर टू द मनी इनकम ऑफ दी कंज्यूमर बेसिकली क्या बोल रहा है कि आपके पास जो इनकम है उसमें आप कितने तरह के कॉमिनेशन के प्रोडक्ट खरीद सकते हो जब आप अपनी एंटायस स्पेंड कर दो उसके बारे में बताता है एक एग्जांपल से बताता हूं चलो आओ बजट सेट के अंदर भी आपको मैं एक चीज बताता हूं अब ध्यान से देखना बजट सेट बजट लाइन आपने समझ लिया एक लाइन जिसमें अलग-अलग पॉइंट्स होंगे ये पॉइंट्स होते हैं इन्हें हम बजट लाइन कहते हैं ध्यान से देखो ये पॉइंट वन है ये पॉट प 3 पॉ फ ऐसे करके पॉइंट्स हैं इसके कॉमिनेशन है या तो आप पूरा वही खरीद लो हां या ना और इसका कुछ भी मत खरीदो या तो पूरा यही खरीद लो इसका कुछ भी मत खरीदो या तो थोड़ा सा ये ले लो थोड़ा सा ये ले लो या तो थोड़ा सा ये ले लो थोड़ा ये ले लो थोड़ा ये ले लो थोड़ा ये ले लो तो ये जो लाइन है इस लाइन पे आप अपनी पूरी इनकम खर्च कर चुके हो यह मानना पड़ता है होता है ठीक है इस लाइन पर आप पूरा खर्चा कर चुके हो ठीक है इसके अंदर जो यह पॉइंट है इस पॉइंट को कहते हैं अटेब पॉइंट अटेब पॉइंट क्या है अटने बल कॉमिनेशन क्या है कि भैया मान लो तुम्हारे पास तुम्हारी इनकम है 500000 तो क्या तुम 1010 के दो चिप्स के पैकेट खरीद सकते हो हां सर खरीद सकते हैं बिल्कुल खरीद सकते हैं यह देखो यह हो गया अटेब अंदर वाला होता है अटेब पॉइंट पर क्या 50000 की इनकम में 80000 का तुम क्या फोन खरीद सकते हो ईएमआई वीएमई भूल जाओ लोन भूल जाओ तुम बस इतना बताओ 00000 में क्या फोन खरीद सकते हो 80000 का नहीं तो उस पॉइंट को इस लाइन के ऊपर क दिखाया जाता है जिसको हम औकात की रेखा बोल सकते हैं मैं देसी भाषा में इसलिए बोल रहा हूं क्योंकि आपको समझ आ जाए बाकी ऐसा कोई और मोटिव नहीं है जैसे कि यहां पे देखो ये लाइन बेटा रिमोट कंट्रोल गाड़ी तो मैं खरीद सकता हूं ना तो अंदर आया हां या ना lamborghini.com एंड प्राइस इन दी मार्केट कि ये लाइन और इसके अंदर कोई भी चीज हो उसे हम बजट सेट कहते हैं सिर्फ लाइन की बात करें तो उसे हम बजट लाइन कहते हैं सिंपल है समझ आया कि सिर्फ इस लाइन की बात हो तो ये बजट लाइन है इस लाइन के सारे पॉइंट्स प्लस उसके अंदर और कई सारे पॉइंट्स जो कि आप ले सकते हो उसकी बात होती है उसे हम बजट सेट कहते हैं इन पूरे कॉमिनेशन को क्लियर है अब देखो एक मेजर चीज बजट लाइन के अंदर अपन एक कॉमिनेशन का एक शेड्यूल देख लेते हैं ये देखो ई एफ जी एच आई जे ये हमारे पास कुछ कॉमिनेशन है जिसमें मेरे पास पांच एप्पल हैं जीरो बनानास हैं चार एप्पल हैं दो बना ना है तीन एप्पल है चार बनाना है दो एप्पल है छह बनाना है एक एप्पल है आठ बनाना है जीरो एप्पल है 10 बनाना है ये जो हमने इधर ये बनाया है ना इसी को हमने वहां पे यहां पे बनाया हुआ देख लिया अब देखो तुम एल है 4 का बनाना है ₹ का अब ये देखो मनी स्पेंट इक्वल इनकम आपने कितना खर्चा किया जिसमें आपकी पूरी इनकम खत्म हो गई मान लो इनकम आपकी मात्र ₹ है ठीक है इनकम आपकी ₹ पे है तो देखो क्या कर सकते हो पांच प्रोडक्ट अगर खरीदो ₹ पांच अगर प्रोडक्ट खरीद रहे हो ₹ वाला तो पूरे आपके ₹ चले गए ये देखो आपने रो खरीदा इसको कमोडिटी का लेकिन जब चार ऑन चार खरीदते हो तो मतलब ₹1 हो गए हां या ना और ट ₹ के दो प्रोडक्ट खरीदते हो तो ₹ हो गए तो 16 + 4 20 तो यहां पे देखो आप पूरी इनकम आपकी खर्च कर रहे हो हर जगह 20 20 20 20 20 तो ये सारे कॉमिनेशन में आप पूरी इनकम आपकी खर्च करते हो इसे बजट लाइन कहते हैं ठीक है समझ आया अब ध्यान से देखो अलजेब्रिक इसका क्या एक्सप्रेशन है कि आप कैसे बजट लाइन को शो करते हो सिंपल मेथड है सिंपल मेथड क्या है यह हो गया मनी और यह हो गया प्राइस ऑफ एप्पल ये हो गया प्राइस ऑफ बनाना ये हो गया क्वांटिटी ऑफ एप्पल ये हो गया क्वांटिटी ऑफ बनाना अब ध्यान से देखो मैं अगर इस वाले एग्जांपल को ले लूं सेकंड वाला एग्जांपल ले लेता हूं चार एप्पल लिए ार वाले यह देखो चार एप्पल लिए रप वाले यह देखो रुप यहां पे है ना ठीक है चार एप्पल लिए ₹ वाले ठीक है ये देखना आप तो कितने हो गए ₹1 हां या ना इधर देखोगे तो ₹ वाले सारे बनाना मैंने कितने लिए दो लिए तो 16 ् 4 = 20 मतलब आपने पूरा पैसा खर्च कर दिया आपकी पूरी इनकम पूरी इनकम जो थी आपने पूरा खर्चा कर दिया दो कॉमिनेशन में यहां पे आपने सीधा-सीधा चीजें देख भी ली तो बजट सेट इज द सेट ऑफ पॉसिबल ऑल पॉसिबल कॉमिनेशन ऑफ टू गुड्स व्हिच अ कंज्यूमर कैन अफोर्ड गिवन हिज इनकम एंड प्राइस इन दी मार्केट मार्केट में जितना उस प्रोडक्ट का प्राइस होगा और जितनी आपकी इनकम होगी उसका एक उसके बीच का एक रिलेशन बता रहा है एक एक्सप्रेशन बता रहा है कि कैसे बजट लाइन हम एक्सप्रेस करते हैं अलजेब्रिक फॉर्म में क्लियर चलो जी अब फटाक से देख लो बजट लाइन और बजट सेट में डिफरेंस क्या है बहुत सिंपल है बहुत सिंपल है बहुत सिंपल है बजट लाइन इंक्लूड्स ऑल द पॉसिबल बंडल्स दैट द कंज्यूमर कैन परचेज बाय स्पेंडिंग हिज इनकम एट द गिवन प्राइस अपनी पूरी इनकम खर्चा करना उस प्रोडक्ट के कॉमिनेशन पर इज बजट लाइन पूरी इनकम ना खर्च करके पूरी इनकम तो कर सकते हो या उससे कम खर्चा करके भी कुछ प्रोडक्ट कमा स ले सकते हो जैसे कि मान लो मैंने अभी बताया ना 0000 इनकम है पर 1010 वाले दो चिप्स के पैकेट ले सकते हो क्या हां ले सकते हो तो उन सारे कॉमिनेशन को हम बजट लाइन कहते हैं बजट सॉरी बजट सेट कहते हैं बजट सेट इंक्लूड्स ऑल दी पॉसिबल बंडल्स व्हिच कॉस्ट लेस दन और इक्वल टू कंज्यूमर्स मनी इनकम एट द गिवन प्राइस कि भैया कुछ कमी भी अगर आ जाए तो भी आप इसको पूरा कर सकते हो ठीक है कॉमिनेशन आप ले सकते हो ठीक है द मंडल ऑफ़ बजट लाइन लाय ओनली ऑन द बजट लाइन कि बजट लाइन जो है बंडल्स जो हैं वह बंडल सिर्फ बजट लाइन पे ही होंगे और कहीं नहीं होंगे ना आगे ना पीछे अटेब और अटेब अन अनटेनेबल पॉइंट्स की बात नहीं हो रही है लेकिन यहां पे बजट सेट में देखो बजट सेट में ये लाइन वाले सारे कॉम्बिन और उसके नीचे के अटेब वाले सारे कॉम्बिन उन सबको लिया जाता है दोनों का एक्सप्रेशन देख लो ये भी मैंने आपको बताया ये बस मनी इसमें ग्रेटर होता है ठीक है पैसा ज्यादा होता है खर्चा कम किया होता है आपने क्लियर चलो जी नेक्स्ट अच्छा स्क्रीनशॉट ले लो इसका फटाक से अगर लेना है तो चलो बेटा क्लियर चलो जी अब आ गए हैं स्लोप ऑफ बजट लाइन पे स्लोप कैसे बनता है बजट लाइन का ध्यान से देखो कुछ आप सैक्रिफाइस करते हो कुछ पाने के लिए कभी-कभी जिंदगी में कुछ कुछ पाने के लिए कुछ खोना भी पड़ता है ना बॉस तो बेसिकली वही लाइन बोल रहा है ये मार्केट रेट ऑफ एक्सचेंज भी कहा जाता है इसको क्लियर है अच्छा इसकी दो प्रॉपर्टीज क्या है ध्यान से सुनना एक तो ये स्ट्रेट लाइन होता है दूसरा ये डाउन वर्ड स्लोपिंग होता है डाउन वर्ड स्लोपिंग क्यों एक इवर्स रिलेशन मान सकते हो कुछ खोते हो कुछ पानी के लिए इस वजह से डाउन डाउन वर्ड स्लोपिंग होता है और स्ट्रेट लाइन क्यों होता है क्योंकि इसका जो प्राइस है वो कांस्टेंट है बेटा तो प्राइस रेशो जो है वो एक कांस्टेंट है इसलिए स्ट्रेट लाइन होता है क्लियर अब आते हैं फटाक से एक और पार्ट पे जो कि है शिफ्ट इन बजट लाइन बहुत इंपॉर्टेंट बहुत ही ज्यादा इंपॉर्टेंट सर शिफ्ट कैसे होता है बहुत सिंपल चीज बताता हूं शिफ्ट का मतलब है अगर मान लो दोनों कमोडिटी या फिर एक ऐसा चेंज आ जाए जहां पे दोनों कमोडिटी में आपको चेंज मिले क्वांटिटी बढ़ जाए जैसे कि मान लो आपकी इनकम बढ़ गई तो आप दोनों प्रोडक्ट ज्यादा खरीदने लग जाओगे या फिर दोनों प्रोडक्ट कम खरीदने लग जाओगे अगर आपकी इनकम कम हो गई तो उसे हम शिफ्ट कहते हैं क्लियर ध्यान से देखो इफेक्ट ऑफ अ चेंज इफेक्ट ऑफ अ चेंज इन दी इन इनकम ऑफ अ कंज्यूमर इफ देयर इज एनी चेंज इन दी इनकम एज्यूमंगा इस ऑफ एप्पल एंड बनाना देन द बजट लाइन विल शिफ्ट मान लो प्रोडक्ट की प्राइस चेंज नहीं हुई है लेकिन इनकम बढ़ गई पैसा ही पैसा होगा तो जैसे ही पैसा ही पैसा होगा तो आप इंसान क्या करता है ज्यादा खरीदता है तो यह बजट लाइन है नॉर्मली तो यह लाइन है पैसा ज्यादा आ गया इनकम अगर बढ़ गई तो यह राइट वर्ड शिफ्ट हो जाएगा अगर इनकम कम हो गई तो यह लेफ्टवर्ड शिफ्ट हो जाएगा समझ आया इनकम के बढ़ने पे यह प्रोडक्ट ज्यादा खरीदे जाते हैं और इनकम के कम होने पे ये वाले प्रोडक्ट्स कम खरीदे जाते हैं सिंपल सी बात है पैसा कम होगा कम खर्चा करोगे ज्यादा होगा ज्यादा खर्चा करोगे क्लियर है इसे हम शिफ्ट इन बजट लाइन कहते हैं ऊपर वाला इंक्रीज हो जाता है नीचे वाला डिक्रीज हो जाता है क्लियर है क्या है इंक्रीज डिक्रीज बेटा बेसिकली क्वांटिटी इनकम के बढ़ने या कम होने से ठीक है चलो बेटा फटाक से करते हैं रोटेशन इन बजट लाइन शिफ्ट से बस हल्का सा डिफरेंट होता है वहां पे दोनों चेंज हो रहे हैं यहां पे सिर्फ एक ही होता है जैसे कि एल मान लो ₹10 का है ठीक है इसकी अगर प्राइस गिर के ₹ हो जाए तो क्या होगा जब प्राइस कम होती है तो इंसान ज्यादा खरीदता है तो ये हो जाएगा इस तरफ शिफ्ट हां या ना प्राइस के गिरने पे ये राइट की तरफ शिफ्ट होगा इंसान ज्यादा खरीदता है लेकिन जैसे ही प्राइस बढ़ जाती है तो क्या करेगा इंसान कम खरीदने लग जाएगा तो ये लेफ्ट की तरफ शिफ्ट हो जाता है ठीक है जब क्वांटिटी कम हो जाती है है क्योंकि आप प्राइस ज्यादा दे रहे हो महंगा इंसान कम खरीदता है सस्ता ज्यादा खरीदता है तो सस्ता होगा तो ज्यादा इधर खरीदेगा अगर महंगा हो जाएगा तो कम खरीदेगा ये हो गया एल के रिलेशन में और बनाना यहां पे ₹ ही का है तो इसलिए यहां पे कोई चेंज नहीं है ठीक है सब कोई भी चेंज नहीं है सेम वे सेम वे इसको कर दो फिक्स एल हो गया फिक्स यहां पे देखो दूसरे एग्जांपल में एल फिक्स हो गया है बनाना की प्राइस ऊपर नीचे कर दो ये जब ₹ का हो जाएगा प्राइस कम हो जाएगी तो इंसान ज्यादा खरीद देगा ज्यादा खरीदेगा तो मतलब ऊपर की तरफ जाएगा हां या ना और अगर मान लो महंगा हो गया ₹ हो गया तो क्या करोगे भैया नीचे की तरह शिफ्ट करना पड़ जाएगा इंसान कम खरीदेगा ठीक है यही हमारा रोटेशन इन बजट लाइन होता है क्लियर चलो जी स्क्रीनशॉट लेना है फटाक से ले लो चलो अब देखो कंज्यूमर्स इक्विलियम बाय इनफर कर्व एनालिसिस क्या बोलता है अभी हमने दो चीज पढ़ी बजट लाइन और इन डिफरेंस कर्व इन डिफरेंस कर्व ये बता रहा है कि भैया कौन सेकन से कॉमिनेशन ऑफ गुड्स है जो कि हम ले सकते हैं दो गुड्स को कौन सी कॉमिनेशन है जिस पे हम खर्चा कर सकते हैं और हमें सेटिस्फैक्ट्रिली कॉमिनेशन और यह है mercedes-amg लाइन ही बताएगा आपकी हैसियत बताएगी तो बजट लाइन ये एक ऐसी लाइन है इस पॉइंट पे कट हो रही है मतलब इस इनफर हैंस कर्व को आप चूज कर सकते हो ये कॉमिनेशन ऑफ गुड्स आप ले सकते हो ठीक है नाउ द पॉइंट ऑफ मैक्सिमम सेटिस्फैक्ट्रिली डिफरेंस मैप एंड बजट लाइन टूगेदर ये इंफर हैंस मैप आप देख रहे हो इं डिफरेंसेस कर्व का और बजट लाइन को अपन ने साथ में मिला दिया तो आप समझ पा रहे हो कि आप क्या ले सकते हो ठीक है कंडीशन क्या है ms5 ऑफ x अप प्राइस ऑफ y ठीक है और दूसरा एमआरएस शुड बी कंटीन्यूअसली फॉलिंग क्लियर लास्ट पॉइंट आ जाता है ऑर्डिनल और कार्डिनल अप्रोच के बीच में डिफरेंस सिंपल आपको पता है भैया कार्डिनल में हम नंबर्स यूनिट की तरह मेजर करते हैं इसको इसमें हम कोई मेजर नहीं करते बस रैंक करते हैं ठीक है अज्यू किया जाता है कि आप इसको प्रेसा इजली मेजर कर रहे हो जैसे कि भैया 10 मजे आए ओ हो लेकिन आप उसको अज्यू कर रहे हो कि आपने प्रेसा इजली मेजर किया है पर हो सकता है शायद आपका प्रेसा इजली मेजर ना हो क्योंकि वो इतना रियलिस्टिक नहीं है इमेजिनरी है यहां पे अज्यू किया जाता है कि आप उसको ढंग से मेजर नहीं कर रहे हो लेकिन आप उसको रैंक कर रहे हो ठीक है यहां पे अज्यू कर रहे हो आप कि आप उसको मेजर नहीं कर रहे बट रैंक कर रहे हो कि मुझे ये ज्यादा पसंद है इससे ठीक है यहां पे देखोगे तो फोकस ऑन दी एब्सलूट लेवल ऑफ सेटिस्फैक्ट्रिली रहा है उसके बारे में बात करता है कि एक चीज खाई कितना मजे आए उसके बारे में डायरेक्ट बात कर रहा है यहां पे क्या होता है यहां पे वो बताता है कि यार मैं इस प्रोडक्ट को चूज करता हूं इसके कंपैरिजन में तभी तो रैंक करते हैं हम इसको हां या ना तो प्रेफरेंस बताता है दो गुड्स के बीच में कि यार मुझे ये ज्यादा पसंद है इनके कंपैरिजन में ये तो बस ये बताता है कि यार इस प्रोडक्ट को यूज किया और इतने मजे आ गए ठीक है ये है क्वांटिटेशन ये है क्वालिटेटिव ये क्वालिटी बताता है रैंक देता है ये बताता है 10 मजा आए 20 मजा आए पांच मजा आए एक एग्जांपल लिख सकते हो आप लोग एक डिफरेंस के अंदर कि कंजूमिंग अ चॉकलेट गिव्स 10 यूटिल्स ऑफ सेटिस्फैक्ट्रिली सेटिस्फैक्ट्रिली बट नॉट एग्जैक्ट मेजर कि भैया मुझे पता नहीं कौन कितना ज्यादा मजा देता है लेकिन मुझे इतना पता है मुझे चॉकलेट ज्यादा पसंद है आइसक्रीम से क्लियर है समझ आया ये आपका डिफरेंस है कार्डिनल और ऑर्डिनल में आई होप यू गाइ लाइक द वीडियो बेटा इस वीडियो को हर उस बच्चे तक पहुंचाएगा जिसको इकोनॉमिक्स से डर लगता है यह वीडियो उस हर बच्चे तक पहुंचाएगा जिसे इकोनॉमिक्स में फुल में से फुल मार्क्स लाने हैं और मैं गारंटी देता हूं आप साथ बने रहे हम साथ में मिलकर देश का भविष्य बनाएंगे थैंक यू सो मच