Hi guys, Hi guys, welcome back to another video welcome back to another video आज हम कक्षा बार्वी मैक्रो इकनॉमिक्स चेप्टर नमबर वन Circular Flow of Income या Introduction to Macroeconomics को स्टार्टिंग से लेकर एंड तक आज हम कक्षा बार्वी macro economics chapter number 1 circular flow of income या introduction to macro economics को starting से लेकर end तक मातर पाँच मिनिट में पूरी तरीके से निप्टाने जा रहे हैं मात्र पाँच मिट में पूरी तरीके से निप्टाने जा रहे हैं अगर आप मैक्रो एकनॉमिक्स या इंडियन एकनॉमिक्स से अभी तक परिशान घूम रहे हो तो टेंशन नको अगर आप Macroeconomics और Indian Economics से अभी तक परिशान गूम रहे हो तो टेंशन नको आपकी परिशानी का समाधान डिस्क्रिप्षिन में है आपकी परिशानी का समारान हमारी Health Book जो कि आपकी सारी परिशानी को सॉर्ट कर देगी हमारी हेल्बुक जो कि आपकी सारी परिशानी को सॉर्ट कर देगी लेट्स गेट अपनी कुर्सी की वरी टाइट कर लो क्योंकि ये चेप्टर बहुत चल्दी और बहुत प्यारे तरीके से स्टार्टेट समाथ होगा Let's get started सबसे पहले बात करते हैं ये Circular Flow of Income का मतलब क्या होता है देखो सिंपल बाशा में बोले तो हमारा जो पैसा है वो घूमता है हमारा जो पैसा है, वो घूमता है, एक जगे से, दूसरी जगे, दूसरी जगे से, तीसी जगे, तीसी जगे से, चौती जगे, वो ना तो कभी ख़तम होता है और ना ही जनरली कहीं खोता है इसको बोलते है Circular Flow of Income एक Standard Definition बोले है तो इत रेफर्स्ट टू दा Cycle of Generation of Income यानि पैसा पैदा होता है Production से वो ना तो कभी खतम होता है, और ना ही जेनरली कहीं खोता है, इसको बोलते है, सर्कुलर फ्लो आफ इंकम, एक स्टेंडर्ड और फिर वो distribute हो जाता है लोगों में और लोगों के बाद वो वापिस से production unit के पास आ जाता है यानि पैसा जो है वो तीन phases के अंदर चलता है पहले होते हैं production phase, डेफिनेशन बोले income phase और तीसरा होता है expenditure phase इसको आशान भासा में समझने के लिए चली एक example लेते हैं इसको आशान भासा में समझने के लिए चली एक एक्सांपर लेते हैं मान लो कि आप कहीं factory में काम कर रहे हो जब आपने पूरे दिन काम किया तो आपको मिल गया पैसा ये हो गया production phase जिसके अंदर आपकी मेहनत ने पैसा बनाया मान लो कि आप कहीं फैक्टरी में काम कर रहे हो जब आपने पूरे दिन काम किया तो आपको मिल गया पैसा यह हो गया प्रड़क्षन फेज जिसके अंदर आपकी मेहनत ने पैसा बनाया आप उस पैसे को आप उस पैसे को जैसे ही कमा लेते हो जैसे ही कमा लेते हो तो आपने प्रड़क्षन से वो पैसा कहा लेकर आ गया अपनी इंकम के फॉर्मेट तो आपने production से वो पैसा कहा लेकर आ गए अपनी income के format में यानि कि आप दूसरे phase में हो पैसा आपकी जिम में आ गया है आप शाम छुट्टी होते ही अपने घर चले गए और घर जाते ही अपने वो पैसे अपनी भीवी को या अपने में आप शाम छुट्टी होते ही अपने घर चले गए और घर जाते ही अपने वो पैसे अपनी बीवी को या अपने मां माता जी को थमा दिये तो माता जी को थमा दिये, अब जैसे आपने उनको पैसे थमा है, उन्होंने बोला घर का सामान लाना है, आप वो पैसे लेकर वापिस से कोई सामान खरीदने चले गए तो आप वो पैसे लेकर वापिस से कोई सामान खरीदने चले गए, तो यानि कि आपने उस पैसे से क्या करा, खर्चा करा जिसको बोलते है expenditure तो यानि वो पैसा वापिस से कहा चला गया? खर्चा करा, जिसको बोलते है expenditure, तो यानि वापिस बजार में जा चुका है तो यह कैसा flow है? वो यह flow है circular path के अंदर जिसको बोलता है circular flow of income याद रखें जो खर्चा आप कर रहे हो उसको बोला जाता है consumption expenditure यानि ऐसा खर्चा जो consume करने के लिए किया जा रहा है आप invest नहीं कर रहे हो कोई ना कोई सामान basically पैसा वापिस स जिस income की यहाँ पर बात की गई है वो factors of production के द्वारा कमाई जाती है यानि business के अंदर चार factors of production होते हैं प्रश्निक जो कि यह income कमाने में मदद करते है पहला है Land, दूसरा है Labour, तीसरा है capital और चोथा है entrepreneur, तीसरा है Capital और तोता है Entrepreneur जब आप जमीन पर काम करते हो तो आपको बदले में देना परता है Rent जब आप जमीन पे काम करते हो तो आपको बदले में देना परता है rent, जब आप Labour बन के काम कर रहे हो तो आपको मिलती है जब आप labor बन के काम कर रहे हो तो आपको मिलती है salary Salary या Wages या wages, जब आप capital यानि कहीं पैसा लगाते हो तो आपको मिलता है interest और चोथा जब आप Capital यानि कहीं पैसा लगाते हो तो आपको मिलता है Interest और चोथा जब आप एक businessman हो तो जब आप एक Businessman हो तो आप कैसे पैसा कमाओगे? आप Profit के तुरूप तो यह कहलाता है Factors of कैसे Production अब एक बात को ध्यान से समझेंगे हम यहाँ पर Circular Flow of Income बनाते हैं पैसा कमाओगे, यानि रियल लाइफ के अंदर ये कैसा दिखता है इसको समझते हैं तो जिस Circle of Low Income के हम बात कर रहे हैं वो है Two Sector Economy कर रहे हैं वो है two sector economy में, sir ये two sector economy मतलब, सर ये Two Sector Economy मतलब Imagine करो कि आप सुबह उठे imagine करो कि आप सुबह उठे, ना तो सरकार है और ना ही पूरी दुनिया है, ना तो सरकार है और ना ही पूरी जुनिया है एक आप हो और एक कोई कंपनी है बस तो अगर ऐसी इकनॉमी आपके सामने आ जाएगी तो आप कैसे इसके अंदर Transaction करोगे एक आप हो और एक कोई company है, बस, तो अगर ऐसी economy आपके सामने आ जाएगी, तो आप कैसे इसके अंदर transaction करोगे और अपना जीवन कैसे जेओगे, real life example लेके सम तो हमने क्या करा हम सबसे पहले गए firm के पास और उसको बोला कि भाईया हमारे पास शक्ति है ताकत है हम मजदूरी कर सकते हैं अपना दिबाग चला सकते हैं यानि हमने सबसे पहले firm को दी अपनी factor services मजदूरी कर सकते हैं, अपना दिबाग चला सकते हैं, यानि हमने सबसे पहले firm को दी अपनी factor services, यानि कि कोई काम करा factor services यानि कि कोई काम करा, factor services अब जैसे हमने वहाँ पर काम करा पूरे दिन अब जैसे हमने वहाँ पर काम करा पूरे दिन महनत करी, महनत क महनत करके firm ने हमें वापिस क्या लोटाया फैक्टर पेमेंट यानि कि उस फैक्टर उस मेहनत के बदले फैक्टर पेमेंट यानि कि उस फैक्टर उस मेहनत के बदले फर्म ने हमें क्या कर दी पेमेंट दे दी यानि कि पैसा हमारी जेब में आ गया है अब पैसा तो खाईंगे नहीं जब पैसा हमारी जेब में आया तो वापिस हम निकले फर्म ने हमें क्या कर दी पेमेंट दे दी यानि कि पैसा हमारी जेब में आ गया अब पैसा तो खाईंगे नहीं जब पैसा हमारी जेब में आया तो वापिस हम निकले कहा कोई ना कोई सामान खरीद रहे हैं या कहां Consumption expenditure, याद रखे हम जो example ले रहे हैं, कोई इसमें ऐसा माना जाता है कि भाई एक ही firm है, ना तो आप कोई सामान खरीद रहे हो, कोई सामान खरीद रहे तो उसी firm का सामान खरीद रहे हो, हैं य ठीक है, तो हमने क्या करा, consumption expenditure, या नहीं कि कोई खर्चा करा, और बदले में हमें क्या मिल गया?
और बदले में हमें क्या मिल गया, Goods and Services, goods and services, यानि कोई ना कोई सामान मिल गया, या नहीं कोई ना कोई सामान में लिया, तो यह सब circular flow है, तो यह सब circular flow है, यह two sector economy में कुछ इस प्रकार से चलता है, यह two sector economy में कुछ इस प्रकार से चलता है, अब एक बात समझो, अब एक बात समझो, हम भारतवासी हैं, हम भारतवासी हैं, और भारतवासीयों के एक बहुत अच्छी आगत है, और भारतवासीयों के एक बहुत अच्छी आदत है, saving करना, saving करना, आपको पता है, आपको पता है, जब भी हम पैसा save करते हैं, जब भी हम पैसा save तो saving से generate होता है leakage, करत sir leakage का म अब जब आपने 80 रुपे खर्च करें तो फर्म को प्रॉफिट कितने का मिला? तो firm को profit कितने का मिला? अस्सी रुपे का, 80 रुपे का तो अगली बार वो सामान भी 80 रुपे का ही बनाएगी तो अगली बार वो सामान भी अस्सी रुपे का ही बनाएगी, यानि कि जब आप पैसा save करते हो, यानि कि जब आप पैसा सेव करते हो तो उससे आपका सरकुलर फ्लो आफ इंकम तो उससे आपका circular flow of income reduce हो जाता है, रेडूस हो जाता है जिसको बोलते है लीकेज जिसको बोलते है leakage, और इसलिए इस रेडक्शन से बचने के लिए हमारी सरकार एक कॉंसेप्ट लेकर आई जिसको बोलते है बैंक और इसलिए इस reduction से बचाएगी, बचने के लिए हमारी सरकार एक concept लेकर आई जिसको बोलते हैं bank यानि की financial institution तो यहाँ पर इस circular flow of income जो की two sector economy में है यानि कि फाइनेशल इंस्टिक्यूशन इसको बहतर करने के लिए और आपकी saving के पैसे को वापिस से घुमाने के लिए इसको बहतर करने के लिए और आपकी saving के पैसे को वापिस से घुमाने के लिए वो लेकर आए financial institution वो लेकर आए financial institution जो की इसके बीच में आ जाता है और वो क्या करता है जो भी पैसा आपने save किया है आप ले जाके bank में डालोगे जो की इसके बीच में आ जाता है और वो क्या करता है जो भी पैसा आपने save किया है आप ले जाके bank में डालोगे और वो पैसा bank से उठके वापिस से firm ले जाएगी in the form of loan और वो पैसा bank से उठके वापिस से firm ले जाएगी in the form of loan ठीक ठीक है जिसको बोलते है injection of money injection of money का मतलब simple बाशा में होता है कि जो पैसा circular flow of income में नहीं चल रहा है जो पैसा घूम नहीं रहा है उसको कहीं और से उठा कर वापिस flow में है ज उसको कहीं और से उठा कर वापस फ्लो में डाल देना इसको बोलते है induction of money induction of money से demand जो है वो भड़ जाती है अब जो आपने two sector economy देखा इसको basically दो टुकडों में तोड़ा जाता है और इसके बज़ता है real flow and money flow डाल देना इसको बोलते है induction of money induction of money से demand जो है वो भर जाती है अब जो आपने two sector economy देखा इसको basically दो टुकडों में तोड़ा जाता है और इससे बद्धा है real flow and money flow एक ऐसा टुकड़ा जिसके अंदर हम बात कर रहे हैं कि firm जिसके अंदर हम बात कर रहे हैं कि firm और हम यानि firm और household कैसे एक दूसरे से interact करते हैं जब हम पैसे की बात नहीं कर रहे हैं और दूसरा money flow या nominal flow यानि हम दोनों कैसे एक दूसरे से बात कर रहे हैं और हम यानि firm और household कैसे एक दूसरे से interact करते हैं और दूसरा money flow या nominal flow यानि हम दोनों कैसे एक दूसरे से बात कर रहे हैं जब पैसे ही पैसे हैं तो अगर सबसे पहले बात करे real flow जब पैसे ही पैसे हैं तो अगर सबसे पहले बात करें real flow या physical flow तो जो हमने two sector economic flow पड़ा है इसमें से real flow को अगर तोड़ा जाए तो यहाँ पर हमने firm को the factor service यानि हमने firm के लिए काम किया या physical flow और बदले में हमें मिल गए goods and services यानि कि हम अगर पैसा नहीं देंगे तो हम उसको काम करेंगे उसके लिए और वो बदले में हमें सामान देतेगा यानि कि हम अगर पैसा नहीं देंगे तो हम उसको काम करेंगे उसके लिए और वो बदले में हमें सामान देतेगा इसको barter system भी इसको barter system भी कहा जाता है कहा जाता है ये flow actual magnitude बताता है और ये समझाता है कि हाँ बईया अगर आपको जादा सामान मिला है यानि आपने जादा काम किया है ये फ्लो अक्षल मैंगनिक्यूट बताता है और ये समझाता है कि हाँ बईया अगर आपको ज़ादा सामान मिला है यानि आपने ज़ादा काम किया है ठीक है दूसरा जो फ्लो होता है वो होता है मनी फ्लो बताता है कि पैसे से रिलेटिट चीके दूसरा जो flow होता है वो होता है money flow बताता है कि पैसे से related हम कैसे transaction कर रहे हैं एक बट two sector economy के graph को वापिस देखो और यहां समझो कि हम पैसा कब ले देगा हम कैसे दे रही है, तो सबसे पहले firm हमें पैसा दे रही है, किस काम के लिए जो हमने मेहनत करी थे, ट तो firm से हमारे पास आया है, factor payment, पेमेंट और बदले में हमने फर्म को क्या दिया है और बदले में हमने firm को क्या दिया है, कब दिया पैसा अरे हमने तब दिया था जब उससे कोई कब दिया पैसा, अरे हमने तब दिया था जब उससे कोई सामान खरीदा था तो उसको बोलते हैं कजम्शन एक्सपेंडेचर सामान खरीदा था तो उसको बोलते है consumption expenditure, मनी फ्लो बेसिकली सिर्फ ये बताता है कि पैसा बजार में कितना money flow basically सिर्फ ये बताता है कि पैसा बजार में कितना घूम रहा है घूम रहा है, इससे घूमने लग इससे ग्रोट जाएगा इसके अंदर एक point और है जिससे related question आपके बन जाता है जो की है stock and flow एक number का MCQ यहाँ से जरूर बनता है तो दोनों के difference नमचले जाएगी stock का मतलब होता है कि एक particular point of time पे आपके पास कितना सामान पढ़ा हुआ है जैसे हम बात कर रहे हैं हमारी help book की तो अभी जब मैं इन वीडियो shoot कर रहा हूँ तो मेरे पास ज़्यादा नहीं बची है मातर 200 help books available हैं पत एक नंबर का MCQ यहां से जरूर बनता है तो दोनों के difference हम चलेगे stock का मतलब होता है कि एक particular point of time पे आपके पास कितना सामान पड़ा हुआ है जैसे हम बात कर रहे हैं हमारी health book की तो अभी जब मैं इन वीडियो shoot कर रहा हूँ तो मेरे पास ज्यादा नहीं बची है मातर 200 health book available हैं तो यह हो गया stock तो यह हो गया stock की at a particular point of time हमारे पास कितना unsolved good पड़ा है पर अगर हम बात कर रहे हैं कि at a particular point of time हमारे पास कितना unsolved good पढ़ा है हम बात कर रहे हैं कि भाई पूरे साल के अंदर कितनी हेल्बुक हमने छपवाई थी कितनी चली गई कितनी रह गई कितनी खराब हो गई तो उस पूरी की गढ़ना करना उसको बोलते है फ्लो कि भाई पूरे साल के अंदर कितनी hell book हमने छपाई थी, कितनी चली गई, कितनी रह गई, कितनी खराब हो गई तो उस पूरे की गड़ना करना उसको बोलते हैं flow stock जो है वो particular point of time पर count किया जाता है, इस टॉक जो है वो पर्टिकुलर पॉइंट आफ अभी कितना है, flow और flow जो है वो over the period of time count किया जाता है, कि बहाई या starting से लेकर end तक कितना available था टाइम पर काउंट इस related कुछ point ऐसे आता है, आपके कि example दे देंगे और पूछेंगे कि भाई या stock है किया जाता है या फिर flow है पुर से आगरा तक का जो बीच का distance है वो क्या है तो सर वो एक particular point of time पे ही count किया जाता है ऐसा नहीं है कि वो रोज बदलता है तो इसलिए ये एक stock variable है ठीके जी तो इसी प्रकार से और भी आपके सवाल पूछे जा सकते हैं तो मुझे उमीद है आज का एक chapter आपको बहतर तरीके से समझ में आया होगा कोई दिक्कत कोई परिशानी कोई प्रॉब्लम है तो मुझे comment section में जरूर बताए तो ये मिलते हैं आपसे अगली वीडियो के साथ तक आगरा तक का जो बीच का distance है वो क्या है तो सर वो एक particular point of time पे ही count किया जाता है ऐसा नहीं है कि वो रोज बदलता है तो इसलिए ये एक stock variable है ठीक है जी तो इसी प्रकार से और भी आपके सवाल पूछे जा सकते है तो मुझे comment section में जरूर बताए