Overview
यह लेक्चर जून 2025 के कॉर्पोरेट टैक्सेशन पेपर का परिचय है, जिसमें सिलेबस, परीक्षा संरचना, अध्ययन विधि, और सफलता के टिप्स दिए गए हैं।
कोर्स और सिलेबस का अवलोकन
- यह कोर्स 5.5 महीने चलेगा और 100% सिलेबस कवरेज के साथ बनाया गया है।
- सिलेबस में रेसिडेंट कंपनियों की इनकम टैक्स लायबिलिटी, टैक्सेशन और बिजनेस डिसीजन मेकिंग, नॉन-रेसिडेंट टैक्सेशन, वैट (VAT), और केस लॉ शामिल हैं।
- हर टॉपिक पर पास्ट पेपर आधारित सवालों के साथ चर्चा होगी।
- पढ़ाई के लिए रिकॉर्डेड (95%) और लाइव (5%) सेशंस होंगे।
परीक्षा संरचना और ओपन बुक पॉलिसी
- परीक्षा ओपन बुक होगी; केवल सीए श्रीलंका द्वारा प्रमाणित कानून और गजट सामग्री ले जा सकते हैं।
- पेपर में दो सेक्शन होंगे; गणना, राइटिंग पार्ट्स और केस लॉ के सवाल शामिल होंगे।
- पास मार्क 50 है; समय प्रबंधन अत्यंत महत्वपूर्ण है।
मुख्य विषय क्षेत्र
- इनकम टैक्स लायबिलिटी, टैक्स राइटिंग स्किल्स, बिजनेस डिसीजन मेकिंग, टैक्स प्लानिंग, नॉन-रेसिडेंट टैक्स, स्टेट्यूटरी प्रोविज़न और केस लॉ।
- प्रत्येक टॉपिक का केस लॉ और प्रैक्टिकल एप्लीकेशन से जोड़कर अध्ययन।
ओपन बुक रेफरेंस/गजट नोटिफिकेशन
- इनलैंड रेवेन्यू एक्ट 24 (2007), वैट एक्ट 14 (2002) सहित सभी संशोधन और गजट नोटिफिकेशन परीक्षा के लिए मान्य।
- गजट्स को सीए श्रीलंका की एजुकेशन डिवीजन से प्रमाणित कराना आवश्यक।
प्रभावी अध्ययन के सुझाव
- डिसिप्लिन के साथ लगातार अध्ययन करें; सिलेक्टिव लर्निंग से बचें।
- प्रॉपर नोट्स तैयार करें; माइंड मैप का प्रयोग फायदेमंद है।
- साप्ताहिक एक आंसर राइटिंग प्रैक्टिस करें।
- समय की योजना बनाएं, प्रश्नपत्र विश्लेषण और ओपन बुक सामग्री को सुव्यवस्थित रखें।
Key Terms & Definitions
- इनकम टैक्स — आय पर लगने वाला प्रत्यक्ष कर।
- रेसिडेंट कंपनी — जो श्रीलंका में रजिस्टर्ड हो या नियंत्रित होती हो।
- नॉन-रेसिडेंट टैक्सेशन — विदेशियों/विदेशी कंपनियों पर टैक्स लागू होना।
- वैट (VAT) — वस्तु एवं सेवा पर मूल्यवर्धन कर।
- ओपन बुक परीक्षा — परीक्षार्थी रेफरेंस सामग्री साथ रख सकते हैं।
- गजट नोटिफिकेशन — सरकारी अधिसूचना जिसमें कानून या नियमों में संशोधन होता है।
- स्टेट्यूटरी प्रोविज़न — विधिक या संवैधानिक प्रावधान।
- केस लॉ — न्यायालय के निर्णय या मिसालें।
Action Items / Next Steps
- सिलेबस और गजट्स की सभी सामग्रियाँ व्यवस्थित करें और प्रमाणित करवाएं।
- पास्ट पेपर्स एवं प्रैक्टिस प्रश्नों की रचनात्मक तैयारी करें।
- सप्ताह में एक आंसर लिखें; माइंड मैप से टॉपिक्स संक्षिप्त करें।
- लाइव सेशंस में भाग लें और प्रश्न पूछने से न झिझकें।
- पढ़ाई का अनुशासन और समय प्रबंधन बनाए रखें।