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जीव विज्ञान में मेंढक और टिशू अध्ययन

Jun 2, 2025

लेक्चर नोट्स: जीव विज्ञान - मेंढक और बनावटीय संगठन

परिचय

  • टिशू: समान सेल्स का समूह जिनके बीच में इंटरसेल्यूलर स्पेस होती है और इंटरसेल्यूलर मैट्रिक्स से भरी होती है।
  • टिशूज़ का महत्व: मानव शारीरिक क्रियाविधि, स्कूल और नीट परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण।
  • पुराने और नए एनसीईआरटी में अंतर: नए पाठ्यक्रम में केवल मेंढक पर फोकस।

टिशू और उनके प्रकार

टिशू का परिचय

  • समान सेल्स का समूह एक विशेष कार्य करता है।
  • एनिमल टिशू की विशेषता: मल्टीसेल्यूलर और हेटेरोट्रॉफिक होते हैं।

एनिमल टिशू के प्रकार

  1. एपिथेलियल टिशू: लाइनिंग और कवरिंग में मदद करता है।

    • प्रकार:
      • सिंपल एपिथेलियम (सिंगल लेयर)
      • कंपाउंड एपिथेलियम (मल्टी लेयर)
  2. कनेक्टिव टिशू:

    • प्रकार:
      • लूज कनेक्टिव टिशू
      • डेंस कनेक्टिव टिशू
      • स्पेशलाइज्ड कनेक्टिव टिशू
  3. मस्क्युलर टिशू: समर्थन और स्ट्रेंथ प्रदान करता है।

    • प्रकार:
      • स्केलेटल मसल्स
      • स्मूथ मसल्स
      • कार्डियक मसल्स
  4. न्यूरल टिशू: नियंत्रण और समन्वय में मदद करता है।

मेंढक: परिचय, संरचना और महत्व

परिचय

  • मेंढक की श्रेणी: फ़ाइलम कोर्डेटा, सब-फाइलम वर्टेब्रेटा, सुपर क्लास टेट्रापोडा, क्लास एम्फीबियन।
  • भारत में सामान्य प्रजाति: राना टिगरिना।

संरचनात्मक संगठन

  1. मॉर्फोलॉजी (बाहरी विशेषताएँ):

    • शरीर के हिस्से: सिर और धड़।
    • बाहरी विशेषताएँ: हरी पैचेज़, पीली वेंट्रल साइड।
    • आंखें: बल्ज आउट, निक्टिटेटिंग मेंब्रेन द्वारा ढकी।
  2. एनाटॉमी (आंतरिक संरचना):

    • पाचन तंत्र: माउथ, बकल कैविटी, फैरिंक्स, स्टमक, इंटेस्टाइन, क्लोअका।
    • श्वसन तंत्र: लंग्स, स्किन के माध्यम से डिफ्यूजन।
    • सर्कुलेटरी सिस्टम: क्लोज्ड सर्कुलेशन, थ्री चैंबर्ड हार्ट।
    • उत्सर्जन तंत्र: यूरियोटेलिक, दो किडनी, दो यूरेटर।
    • प्रजनन तंत्र: बाहरी निषेचन, इनडायरेक्ट विकास।
    • नियंत्रण और समन्वय: सेंट्रल नर्वस सिस्टम, ऑटोनोमिक नर्वस सिस्टम।
  3. आर्थिक महत्व:

    • खाद्य स्रोत, फूड चेन और फूड वेब का हिस्सा, फसल की सुरक्षा।

निष्कर्ष

  • एनसीईआरटी के अनुसार मेंढक और उसके टिशू का अध्ययन आवश्यक है।
  • परीक्षा की दृष्टि से टिशू और मेंढक के विभिन्न तंत्र महत्वपूर्ण हैं।