Overview
यह लेक्चर API (एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) की बेसिक समझ, इसके महत्व, और रियल लाइफ उदाहरणों के साथ प्रयोग के बारे में विस्तार से बताता है।
API क्या है?
- API दो सॉफ्टवेयर सिस्टम्स या एप्लिकेशंस के बीच बातचीत का माध्यम है।
- API एक तय प्रोटोकॉल और फॉर्मेट में डेटा भेजने या लेने की सुविधा देती है।
- अलग-अलग प्रोग्रामिंग लैंग्वेज या प्लेटफार्म एक-दूसरे से API के जरिये बात कर सकते हैं।
API क्यों जरूरी है?
- अलग-अलग एप्लिकेशन्स व सिस्टम्स को आपस में कम्यूनिकेट करने के लिए API जरूरी है।
- API से हमें बार-बार नया सिस्टम बनाने की बजाय एक काम को आउटसोर्स करने में मदद मिलती है।
- कम समय, कम खर्च और ज्यादा एफिशिएंसी के लिए API का इस्तेमाल किया जाता है।
रियल लाइफ उदाहरण
- "Login with Google/Facebook/Twitter" फीचर्स API का उपय ोग करते हैं।
- Weather ऐप्स में मौसम का डेटा API से किसी थर्ड पार्टी से लिया जाता है।
- Zomato में अलग-अलग रेस्टोरेंट से खाना मंगाने के लिए API का उपयोग होता है।
API का काम करने का तरीका
- API एक तरह की डॉक्युमेंटेशन के साथ आती है, जिसमें बताया जाता है कि क्या-क्या डेटा और फॉर्मेट में भेजना है।
- आपको बस डॉक्युमेंटेशन पढ़कर अपनी रिक्वेस्ट भेजनी होती है, बाकी प्रोसेसिंग बैकएंड पर हैंडल हो जाती है।
- API आपको बिना इंटरनल सिस्टम जाने डेटा एक्सेस करने की सुविधा देती है।
Key Terms & Definitions
- API (एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) — दो एप्लिकेशन्स के बीच डेटा या सर्विस शेयर करने का माध्यम।
- प्रोटोकॉल — डेटा ट्रांसफर करने के लिए फिक्स नियम।
- थर्ड पार्टी — वह कंपनी या सिस्टम जो डेटा या सर्विस प्रोवाइड करता है।
- डॉक्युमेंटेशन — निर्देश, जिनसे पता चलता है API कैसे प्रयोग करें।
Action Items / Next Steps
- API डॉक्युमेंटेशन पढ़ना और छोटे API कॉल्स करके देखना।
- "Login with Google" जैसी वेबसाइट्स पर API उपयोग का ऑब्जर्व करना।