हे एवरीबड़ी मैं हूँ प्रिया और आज की इस वीडियो में हम इन छे टाइक्स ओफेंसिस को बहुत अच्छी तरीके समझने वाले हैं ये कुछ ऐसे टॉपिक्स हैं जिसमें सिर्फ आपको नहीं बलकि हर लॉस्ट ब्रेंड को किसी ना किसी पॉइंट पे कंफू� टॉपिक को इतने अच्छे समझने वाले हैं कि इनमें डाउट होना तो दूर की बात है कल अपने दोस्तों को इनके बारे में पढ़ा रहे होंगे तो चलिए टाइप्स ऑफ फेंसेस की हमारी रीडियो स्टार्ट करते हैं शुरुआत करते हैं कुछ बेसिक के साथ तो ये तीन criminal laws है जो हर इंडियन को impact करते हैं पर पिछले सौ सालों में crimes का nature उन्हें करने का तरीका और criminals सब में ही जमीन आस्मान का फरक आ गया और इसलिए पारलेमेंट ने इन तीन criminal laws को इन तीन new criminal laws से replace किया है तो पहले हम ये क्या laws है और ये क्या करते हैं उन्हें समझेंगे और फिर types of offenses समझना स्टार्ट करेंगे शुरुआत करते हैं Indian Penal Code या भारतिय न्याय सहीता से ये क्या करता है ये बताता है कि कौन सा act crime होगा होगा और उसके लिए क्या परिश्मेंट दी गई है दूसरा है आपका क्रिमिनल प्रोसीजर कोड या भारतीय नागरिक सुरक्षा सहीता यह आरेस्ट इन्वेस्टिगेशन ट्रायल का क्या प्रोसीजर होगा इन साइड जिस बारे में बात करता है तीसरा है कि आपका इंडियन एविडेंस आट या भारतीय साक्षय अधिनियम यह बर्डन ऑफ प्रूफ किसी भी केस में कौन से पूछना चाहिए वह यह कि वह इजन ऑफेंस अगर इधर सिंपली आंसर करूं तो एनी आप दाइन that's forbidden by law is an offense. अब, चीज़ों को simplify करने के लिए, अच्छे समझने के लिए, हम offenses को दो category में divide कर लेते हैं, serious offenses और less serious offenses. ऐसे कोई category exist नहीं करती, सिर्फ हमारी understanding ले हमने ये division किया है.
अब, serious offenses वो होते हैं, जो heinous nature के crimes होते हैं, जो society के लिए threat होते हैं, for example, rape, murder, dowry death, attempt to murder, ये सारे offenses. तो serious offenses generally cognizable, non-bailable or not. और नॉन कमपाउंड बुल होते हैं वहीं लेस्ट सीरियस ऑफेंस फॉर इजांपल असॉल्ट या डेफरमेशन यह नॉन कॉग्निजबल वेलिबल और कमपाउंड बुल होते हैं अब आपको लग रहा होगा कि क्या टर्म से इनका क्या मतलब है तो एक करके सिंपली और अच्छे से में टर्म को समझने वाले हैं पर आगे बढ़ने से पहले आप बस यह कैटेगराइजेशन प्राणे आप और नए लॉज में क्या मेजर चेंजेस इंडेट वीडियो बनाइए बहुत ही इंटरेस्टिंग तरीके से न्यू क्राइम्स इंट्रेड्यूस किये गए हैं कौन से वैसे इंट्रेड्यूस होने चाहिए थे पर नहीं किया गए हैं कौन से एक्शन आड हुए हैं ओमिट हुए सारे चेंजेस को बहुत ही अच्छी तरीके से सिंपली और इंटरेस्टिंग प्राइंडिंग इंप्रूव करना चाहते हैं तो डू चेक आउट मैं न्यू कोर्स ऑन थ्री न्यू क्रिमिनल लॉस सारी जानकारी डिफरेंस शुरुआत करते हैं इस वर्ड का मतलब समझने से तो कॉग्निजबल इसका मतलब होता है नॉलेज टो टेक नोटिस तो जैसे ही पुलिस ऑफिस को यह पता चलता है कि कहीं पर कॉग्निजबल ऑफेंस कमिट ही आ गया है वह खुद से आक्शन ले लेते हैं द पुलिस कैन आट ऑन यूर ओन अब यह डर भी होता है कि ऑफेंडर फरार ना हो जाए तो वारंट इशू कराने का नहीं होता है यू के अरेस्ट विदाउट वारंट और आप बिना परमेशन की इंवेस्टिगेशन भी कर सकते हैं जबकि नॉन बिल्कुल भी जाए कि कहीं पर नॉन कॉग्निजबल ऑफेंस कमिट किया गया तो भी वह बिना कम्प्लेंट के आक्शन नहीं ले सकते द पुलिस है नो अथॉरिटी टेक आक्शन आपको जज या मैजिस्ट्रेट से वारंट इशू करवाना होता है और आप परमिशन लेकर ही इन्वेस्टिगेशन कर सकते हैं कॉग्निजबल ऑफेंस में एफ आया दर्ज की जाती है वहीं नॉन comment box पर एफ आया लिख दीजिएगा एंड आई विल मेक वीडियो अपने अब क्विक राप अप करते हैं तो कॉग्निजिबल ऑफेंस क्या होते हैं सीरियस नेचर के होते हैं जनरली अर्जेंट होते हैं इसलिए पुलिस खुद से आक्शन ले सकती है बिना वारेंट सीरियस नेचर की होते हैं पुलिस है नो अथॉरिय टेक आक्शन अब बिना वारेंट की आक्शन नहीं ले सकते आपको परमिशन लेनी होती है इन्वेस्टिगेशन करने के लिए अब यह कैसा पता चलेगा कि कौन सा आपका अपना प्रवार कोडिजिबल है तो इसके जरूरी है जाना CRPC का शेडूल वन इसमें पूरी लिस्टिंग दी गई है कि कौन सा ऑफेंस कोडिजिबल होगा नॉन कॉग्निसिबल होगा दूसरा है बेलेबल और नॉन बेलेबल ऑफेंस यह सबसे सिंपल है काफी सेल्ट एक्सप्लेटरी ह वह होंगे जिनमें आपको बेल मिल सकती है यह जनरली लेस्ट सीरियस नेचर की क्राइंस होते जिनमें तीन साल से कम की पणिश्मेंट होती है इसमें यू के आस्ट फॉर बेल आज एम आपना हक के तरह बेल डिमांड कर सकते हो वही नॉन बेल बेलेबल ऑफेंसेस सीरियस नेचर के होते हैं जिनमें तीन साल से ज्यादा की पणिश्मेंट दी गई होती है इसमें बेल आप डिमांड नहीं कर सकते हो बल्कि कोड डिसाइड करती है कोड का डिस्क्रीशन होता है कि क्या उन्हें इज अमार्टर ऑफ राइट आप डिमांड कर सकते हो नॉन बेलेबल में ऐसा नहीं कि बेल मिलेगी ही नहीं बल्कि कोड डिसाइड कुछ circumstances होते हैं जैसे seriousness of the crime, crime की gravity देखी जाती है, influence of the accused देखा जाता है, क्या evidence tampering का risk है या नहीं, क्या वो इंसान भाग सकता है कि नहीं, तो कुछ circumstances देखी जाते हैं, और वो देखे court decide करता है कि bail देना है या नहीं देना है. Next है compoundable और non-compoundable offenses, इन में main differentiating factor ये है कि क्या parties आपस में किसी भी type की settlement या compromise में enter कर सकती है या नहीं, तो compoundable offenses generally less serious nature के होगे, होते हैं और इसमें जो विक्टिम और अक्यूज है जो पार्टीज है यह आपस में एक सेटलमेंट में या कॉम्प्रोवाइज में एंटर कर सकते हैं जिसकी बाद जो विक्टिम है यह अक्यूज के अगें सारे चार्जेस ड्रॉप कर देता है इसका एग्जांपल कोर्ट की परमिशन रिक्वायर नहीं है दूसरे हाथ में नोन कंपाउंड बिल ऑफेंसेस सीरियस पीछे क्राइंस होते इसे रेप या फिर मर्डर इसलिए इसमें जो विक्टिम और अक्यूज है यह किसी भी टाइप की सेटलमेंट में एंटर नहीं कर सकते क्योंकि अगर विक्टिम ने अक्यूज के अगेंद सारे चार्ज ड्रॉप कर दिए तो जो अक्यूज है यह आगे भी जाकर सोसाइटी यह सीरियस ऑफेंस की जो क्लासिफिकेशन के एक्जिस्ट नहीं करती हमारी बेटर अंडरस्टैंड के हमने किया है तो सीरियस ऑफेंस यूजुअली कॉग्निजबल नॉन बेलिबल और नॉन कंपाउंडबल नेचर के होते हैं यह जो टर्म्स व स्टार्टिंग नहीं कर सकते हो यह पुलिस के डिस्क्रीशन पर टेंड करता है कि आपको बेल देना है है या नहीं देना है, non-compoundable मतलब in cases में settlement नहीं हो सकता, less serious offences usually non-cognizable, bailable और compoundable nature के होते हैं, non-cognizable मतलब the police has no authority to take action without a complaint, bailable मतलब in offences में आप bail को as a matter of right demand कर सकते हो और compoundable मतलब in offences में settlement हो सकता है, सिर्फ एक exception का ध्यान रखेगा, कई बार cognizable offences bailable हो सकते हैं और non-cognizable offences non-bailable हो स अब कल कोई भी कॉगनिज़वल, बेलिवल, कमपाउंडबल बोलेगा तो घबराओगी तो नहीं न? इन टॉपिक्स पे अपनी ग्रास्प और बढ़ाने के लिए अपने दोस्तों को इन टॉपिक्स के बारे में ज़रूर बढ़ाईगा, लाइफ टाइम के लिए अच्छे दोस्त मिल जाएगे और टॉपिक्स पर क्लारिटी भी बढ़ेगी और थ्री न्यू क्रिमिल लॉस को इसी तरीके से आसान ही से सिंपल भाषा में सबलने के लिए आप मेरे थ्री न्यू क्रिमिल लॉस की कोर्स को भी ज़रूर चेक आउट कर और efforts करते रहेगा, that's it for now, see you in the next class, bye bye.